________________ सेठियाजैनग्रन्थमाला और खीरभवानी के उत्तमोत्तम दृश्य तथा पापर में पीली मिट्टी, खुब ठंड और जल के संयोग से पैदा होने वाली केशर के खेत अतिशय दर्शनीय हैं। कहते हैं काश्मीर के निवासी शरीर से तो सुन्दर होते हैं, पर उनके कार्य प्रायः घृणित होते हैं। उन में से झूठ, निर्लज्जता और गंदेगी आदि दोष मुख्य हैं। यहां बहुत से लोग पहाड़ों में निवास करते हैं। वहां के लोग जो भाषा बोलते हैं, वह पञ्जाबी से कुछ 2 मिलती जुलती है, परन्तु उस में बहुत सी विशेषताएं भी हैं। वहां की लिपि काश्मीरी लिपि कहलाती है। आज कल काश्मीर के नरेश महाराज सर हरिसिंहजी बहादुर हैं। काश्मीर स्वास्थ्य-सुधार के लिये बहुत उत्तम स्थान है। इसलिये भारतवर्ष के बहुत से धनिक और अंग्रेज गर्मी के दिनों में कुछ दिनों तक वहाँ ही रहते हैं / जल वायु परिवर्तन के लिये यह एक बहुत उत्तम स्थान है।