________________ हिन्दी--बाल-शिक्षा ~~~~ हृदय में निरन्तर धुकपुकी लगी रहती है। जब चोरी प्रकट होजाती है, तब उसकी दुर्दशा का क्या पूछना। 13 अभिमान मनुष्य मात्र का शत्रु है। क्योंकि वह उन्नत नहीं होने देता, गुणग्रहण नहीं करने देता और असली बात का विचार नहीं करने देता। 14 मायाचार मनुष्य को दुर्गति में ढकेलता है / 15 गृहस्थ जीवन को सुखपूर्ण बनाने के लिये आवश्यक धनादि वस्तुओं का संग्रह करना एक बात है और लोभ करना दूसरी बात है / आवश्यक-संचय सुखदायी होता है, किन्तु लोभ से, मिवाय दुख के सुख नाम मात्र को भी नहीं मिलता। 16 विवाह में, जीमन में, या अन्य किसी उत्सव में, हैमियत से ज्यादा खर्च करना और दूसरी तरह धन का दुरुपयोग करना जीवन को कण्टकाकीर्ण बनाना है / श्रीमान् यदि ऐसा खर्च करता है, तो वह समाज और देश के साथ अत्याचार करता है। इसलिये धनका सदुपयोग करना चाहिए। 17 बारम्बार चिन्तन करने को भावना कहते हैं। धार्मिक भावनाओं से आत्मबल बढ़ता है। 18 उच्चकुल में पैदा होकर भी नीच कार्य