________________ हिन्दी--बाल-शिक्षा और मित्रों ने बहन आग्रह किया, और उसे लाचार होना पड़ा / सुनन्द गया. उसने पानी में जाल भी डाला, मगर जितनी न लिया जाल में फंसी, सब छोड़ दी ! आखिर मासको खाली हाथ घर आगया। दसरे दिन भीमकोरगाह से गया. और उसी तरह वापिस लोट आया। तीसरे दिन मछली काएक पांग्य दूट गया तुलन्द को बहुत पश्चात्ताप हुआ। अन्त में उसने अनशन किया और मरण पाकर राजगृही नगरी में मणिधार मेट के घर जन्म लिया। उसका नाम दामन्त्रक रक्खा गया / जब दामन्तक जार वर्ष का हुआ, तो महामारी का भयंकर प्रकाश दामन्त्रक का सारा कुटुम्ब महामारी का शिकार हो गया। दामनक दर दर का भिखारी हो गया। वह शनि मागरसेट के घर भिक्षा मांगने गया था / वहा साधुजा भी आहार के लिये पधारे थे। दामना को मुनि ने देख कर कहा-“यह भिखारी इस सेठ के घर का स्वामी होगा सागर ने यह बात सुन ली। उसने किसी उपाय ने भिखारी को मरवा डालने का निश्चय करके एक चाण्डाल को बहुत मा द्रव्य देकर मार डालने के लिए कहा।