________________ सेठियाजैनग्रन्थमाला को प्रलोभन देना चाहिये / निदान उसने भेरी वाले को धन देकर एक टुकड़ा मोल ले लिया। भेरी वाले ने उस टुकड़े के स्थान पर दूसरा टुकड़ा जोड़ दिया। इसी प्रकार एक 2 करके भेरी का तमाम चमड़ा निकाल कर बेच दिया, और उनकी जगह थेगलियाँ जोड़ दी। छह महीने बीते, बीमारीका उपद्रव प्रारम्भ हुआ, भेरी बजवाई गई। किन्तु अब की बार न तो बीमारी मिटी न उतना शब्द ही हुआ / श्रीकृष्ण ने भेरी को देखा तो उसमें थेगलियाँ ही थेगलियाँ लगी हुई नज़र आई / यह देख कृष्णजी बहुत गुस्सा हुए और भेरी बजाने वाले को फाँसी की सज़ा दी। बालको! इस कथा से हमें सीखना चाहिये, कि कभी कोई नीच काम न करें। कभी बेईमानी न करें। भेरी वाला अगर बेईमानी न करता तो क्यों फाँसी पर लटकता? पाठ वीसवाँ. संगति / बच्चा जब उत्पन्न होता है, तब बहुत ही भोलाभाला होता है। न सदाचार की बात समझता है न