________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा (27) wom नहीं सकता लेकिन मैं इसे छोड़ दूं, तो यह जरूर मर जायगा।" हे बालको ! तुम जिसके साथ भलाई करते हो, यह अगर तुम्हारे साथ वुराई करे, तो भी तुम उसकी भलाई करो। दुष्ट यदि अपनी दुष्टता नहीं छोड़ता तो तुम भी अपनी भलमनसई न छोड़ो। मन से परहित सोचना, तन से सेवा सार / धन से करना दान यह, प्यारे! परउपकार / पाठ १३वा सचाई का फल। किसी समय एक लकड़हारा, नदी के किनारे के वृक्ष पर चढ़कर लकड़िया काट रहा था। भाग्य से उसकी कुल्हाड़ी हाथ से छूटकर पानी में जा गिरी / नदी में बहुत गहरा पानी था। लकड़हारे की हिम्मत उसमें घुमने की न पड़ी। लाचार हो वह किनारे पर बैठ, गिड़गिड़ा कर रोने लगा। देवयोग से वहां एक देवता रहता था। लकड़हारे को रोते