________________ नीति-शिक्षा-संग्रह वाली, रुचिकारक, अग्निदीपक, विषनाशक, और पित्त कफ तथा खून विकार- नाशक है। 14 करेला-- शीतल, मलभेदक, दस्तावर, हलका, कड़वा है। बादी नहीं करता, बुखार, पित्त, खूनविकार, पीलिया,प्रमेह, और कीड़ों को नाश करने वाला है। 15 परवल-- लघुपाक, अग्निवर्द्धक, रेचक, रुचिकर, ज्वर वगैरह में हितकर है। 16 तोरई-- शीतल, मीठी, कफ और बादी करनेवाली, पित्तनाशक, और अग्निदीपक है / श्वास खासी ज्वर और कीड़ों को नाश करती है। 17 लोंग-- हलकी, नेत्र हित कारक, भूखवर्द्धक, रुचिकारी, रक्तविकारनाशक, श्वास, खांसी, कफ, पित्त, हिचकी, प्यास, शूल, के को हितकारी तथा अफारा और तपैदिक को भगाती है। 18 सोंठ- आमवात नाशक, रुचिकारक, हलकी, पाचक, कफ वात नाशक, स्वर को मुन्दर करने वाली, बलवर्द्धक, बवासीर, श्वास ,खांसी, शूल को दूर करने वाली, के, हृदय रोग और पेट के रोगों को दूर करने वाली है। ___ 16 कालीमिर्च- दुधावर्धक, कंफ वात नाशक, - तीक्ष्ण, गरम, पित्त बढ़ाने वाली, कृमि रोग को नष्ट करने वाली, श्वास खांसी और शूज को हितकारी है।