________________ सेठियाजनप्रन्थमाला वाला, अत्यन्त रुचिकारक, वात पित्त कफ तथा शूल वालों को अत्यन्त हितकारी है। ८मूग- हरे रंग का रूखा ग्राही, कफ तथा पित्त नाशक, शीतल, स्वादु, थोड़ा वादी करने वाला प्रांखों को हितकारी, बुखार का नाश करने वाला है। ह भरहर- बिना छिलके की कसैली, रूखी, मधुर, शीतल, हलकी, प्राही, वादी करने वाली, रंग को उत्तम करने वाली, पित्त और खूनविकार को नाश करने वाली है। 10 चना- तेल में भाग पर भुना हुआ चना शीतल, रूखा, हलका, कसैला, विष्टम्भी, बादी करने वाला, खून कफ और बुखार को नाश करने वाला हैं / गीले भुने हुए चने बल दायक, रुचिकारक, और सूखे चने- अत्यन्त रूखे, वात और कोढ़ को कुपित करने वाले होते हैं। . . 11 गेहूं--- मीठ, शीतल, वात पित्त नाशक, वीर्यवर्द्धक, बलदायक, चिकने, दस्तावर, जीवनरूप, पुष्टिकारक, और रुचिकारक, नये गेहूं कफकारक होते हैं, पुराने नहीं। - 12 चावल.. शाली चांवल मोटे, चिकने, बलदायक, रुके हुए मल को निकालने वाले, स्वर को उत्तम करने वाले, बलवर्द्धक, पुष्टिकारक, कुछ वादी, कफपित्तकारक, शीतल, पेशाब बढ़ाने वाले हैं। 13 चौलाई- हलकी, शीतल, रूखी, मलमूत्र निकालने