________________ शिक्षा [11] 108 संकट आने पर भी धर्म धैर्य और सत्य न ___ छोडना चाहिए। 109 जिस जगह क्लेश या पाप होने की संभावना हो, वहां मौन रहे या वह स्थान छोड़ देवे / 110 कृतनी कपटी निर्दयी अतिलोभी निर्लज्ज कुव्य.... सनी मूर्ख और धूर्त के साथ प्रीति न करनी चाहिए। 119 अपनी बुद्धि शक्ति और लक्ष्मी का विचार - करके ही कोई कार्य प्रारम्भ करना चाहिए, - जिससे कि दूसरों की सहायता के लिए न ; ताकना पडे। 112 द्रव्य न होने पर भी कर्ज न करना चाहिए। 113 निर्धनता में भी अकार्य और अनर्थ से द्रव्य ' कमाने की इच्छा न करनी चाहिए। 114 किसी सज्जन तथा मित्र पर संकट पडे, तो . अवश्य सहायता करनी चाहिए। 115 प्रतिदिन कार्य अकार्य का विचार करना .: चाहिए। 116 दान, मुनियों की सेवा, भक्ति, विद्या सीखने, . धर्मकृत्य करने, और परोपकार करने में प्रा.