________________ सेठिया जैन अन्यमाला 244 सदुद्योग, सदभाग्य का सहोदर है, आज की कीमत, आगामी काल से दुगुनी है। जो कार्य आज हो सकता हो, उसे कल के लिए न छोड़ो। 245 समय प्रकृति का खज़ाना है, घड़ियां और ..... घंटे उसकी तिजोरियां हैं, पल या क्षण उसके ....... कीमती हीरे हैं, चतुर नर कीमती से कीमती . हीरे को गवाने की अपेक्षा एक पलको व्यर्थ गवाना हानिकारक समझते हैं। . 246 ज्ञान और विचार वास्तविक नेत्र हैं, विना ..:. इनके आंखें होते हुए भी अन्धा है, ऐसा मनुष्य गड्डे (खड्डे) में गिरे, इसमें नवीनता ही क्या है? / 247 डॉक्टर पैरिस्टर या प्रोफेसर की उपाधि प्राप्त करने में ही शिक्षा का उद्देश्य समाप्त नहीं होता किन्तु प्रगट सेवा करने और आत्म-कल्याण करने में ही शिक्षा का उद्देश्य सम्पन्न होता है। वास्तव में जिससे मन मारा जा सके वही सची शिक्षा है। 248 जो मनुष्य अपनी इच्छा को अपने काब ... नहीं कर सकता, वह जीवन की कठिनाइयों पर विजय प्राप्त नहीं कर सकता। .