________________ (3) पाई वाले अक्षर जप किसी दूसरे अक्षर से मिलते हैं, तब उनकी केवल पाई मिट जाती है। जैसे+ बग्व ग्वाला त्+म: त्म प्रात्मा त्x 2% त्थ पत्थर न् 4 मम सन्मति च + छ%च्छ अच्छा च+च-च बच्चा ज + ज-ज्ज सज्जन ण+3= ण्ड ठण्ड पू+ प प कुप्पा म्भ -भ दम्भ जय विना पाई के भक्षर दूसरे अक्षरों से मिलते हैं, तब वे प्रायः जले के तैसे बने रहते हैं / जैसे कर ख% क्ख मक्खन ड+ ग= अ महत्त टु+= सट्टा, दु+ ध= द्ध बुद्धि विना पाई के अक्षरों के साथ जब य मिलता है, सब उसकी सूरत य हो जाती है। जैसे छ+ य- छय छयानवे क+ य-क्य क्या र जब किसी अक्षर से मिलता है, तब कभी ऊपर चला जाता है, कभी नीचे / जब मागेके अक्षर से मिलता है, तब ऊपर और जब पीछे के प्रक्षर में मिलता है, तब नीचे हो जाता है। जैसेऊपर नीचे + म= मै धर्म, कर्म प+रप्र प्रभु र+ थर्थ,तीर्थ अर्थ व+र-व्र व्रत /