________________ (12) ह-र-ह ही। .. ह-लह श्राहाइ, प्रहाद / ह-ब-ह जिह्वा, अाह्वान / अनेक वर्षों का संयोग। वाग्व्यापार, सुपार्श्वनाथ, चन्द्रप्रभ, बर्द्धमान, सौधर्मेन्द्र, याज्ञवल्क्य, कर्मण्य, दौस्थ्य, राष्ट्रीय कार्पण्य, इन्द्रिय, सान्त्वना, इक्ष्वाकु, मयलोक, सन्ध्या, सौन्दर्य, श्रेष्ठ, दाम्पत्य, वृहस्पति मागल्य, निश्शल्य, ऊध्वं, कतृत्व, व्यक्त सौक्षय, स्वातन्त्र्य, परतन्त्र, अन्योन्याश्रय, पञ्चम सास्थिक, साम्प्रत, महन्त, पहचकखाण, मार्य / चन्द्राई, आस्ट्रिया, निर्वाणोक्लब, लाव्य प्रतिवन्छिला, धष्ट्रिय, संस्कृति, वैयराय, स्यन्दन उसप्त, वासवापन, सापकत्व, वापस गाहस्थ्य ब्रह्मचर्याश्रम। पाठ ३रा सूर्य निकलने तक सोना हानिकारक है। महात्मा बुद्ध और प्रभु महावीर लगभग एक ही समय हुए थे। स्कूल में कितने अध्यापक और कितने विद्यार्थी हैं। महावीर के दूसरे नाम सन्मति और बद्धमान है। तीर्थकर सके धर्म का उपदेश देते हैं। वे कठिन तपस्या