________________ (107) . नीति-शिक्षा-संग्रह को मुहब्बत से, नौकर को मान से और दूसरे लोगों को चतुराई से वश में करना चाहिये / / 32 नौकर को * उचित है कि अपनी तनख्वाह देखकर खर्च करे / अगर मालिक कोई बुरा काम करे, तो उसे एकान्त में समझावे / दूसरे नौकर के अधिकार पर मन न डिगावे, जितना मिले उसी पर संतोष रक्खे / 33 जो नौकर दगाबाज, डरपोक और लोभी होता है, जो, सामने बहुत सी निकनी-चुपड़ी बातें बनाता है, जो शराबी व्यभिचारों और व्यसनी होता है, जो लूया खेलता है और रिशवत लेता है, वह नौकर अच्छी नहीं होता। ... 34 काम क्रोध मद लोभ मत्सरादि मोह के ही परिवार हैं; इसलिए मोह के क्षयार्थी को इन सब से सावधान रहना चाहिए। ___35 मनुष्य को अपनी चाल किसी हालत में नहीं बदलना चाहिए, जो लोग थोड़े में छलक कर चलने लगते हैं. उनकी चाल कभी पार नहीं पड़ती; इसलिए वे अन्त में दुःख भोगते हैं। 36 हरएक मनुष्य को चाहिए कि जब दो सुन ले तब एक कहे; क्योंकि प्रकृति ने कान दो दिये हैं और जबान एक ही दी है। ___37 कष्टों से कभी घबराना न चाहिए; बड़े मनुष्यों पर सदा संकट पड़ा करते हैं;क्योंकि उनकी इच्छा हमेशा उत्तम काम करने की