________________ (2) सेठियाजैनग्रन्थमाला आकार का चिह्न हो, वह घोड़ा अपने स्वामी की लक्ष्मी का नाश करता है। जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाँव के घुटने के नीचे सफेद रंग का मूसल के आकार का चिहन हो, वह घोड़ा अपने स्वामी की लड़ाई में प्रवृत्ति कराता है , और उसमें उसका नाश करता है / जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाँव के खुर का रंग काला हो, वह घोडा मध्यम जाति का होता है, ऐसा घोड़ा लाभ अथवा हानि कुछ नहीं करता है। जिस घोडे के पिछले दाहिने पाँव के खुर पर शंख के आकार का चिहन हो, वह घोड़ा अपने स्वामी की लक्ष्मी और कीर्ति बढ़ाता है। जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाव के खुर पर सफेद रंग का कमल के भाकार का चिह्न हो, वह धन धान्य की वृद्धि करता है। जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाँव का खुर फटा हो, वह घोड़ा अपने स्वामी की संतति का नाश करता है। जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाँव के खुर में मसा हो, वह अपने स्वामी के धन और परिवार का नाश करता है / जिस घोड़े के पिछले दाहिने पाव के खुर पर बाल हों, वह राक्षस की भांति धन और कुटुम्ब का भक्षण करने वाला होता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पाँव के जोड़ पर धनुष के आकार का चिह्न हो, वह घोडा युद्ध में अपने स्वामी को जिताता है। जिस घोड़े के पिछले बायें पैर की जंवा पर गिलहरी के आकार का चिह्न हो, वह घोड़ा अपने स्वामी को विदेश में घुमाता है, और वहां पर अत्यन्त कष्ट