________________ नीति-शिक्षा-संग्रह (83) उत्पन्न करता है / जिस घोडे के पिछले बायें पाँव के जोडपर नाल सहित कमल के आकार का चिह्न हो, वह घोड़ा संग्राम में विजय दिलाता है जिस घोडे के पिछले बायें पैर की जांध पर तोते के आकार का चिह्न हो, वह आकाश में भी गमन करता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पैर के घुटने पर सफेद रंग का भौंरे के भाकार का चिह्न हो, वह अपने स्वामी की मृत्यु का सूचक होता है। जिस घोड़े के पिछले बायें पैर का खुर काले रंग का हो, वह मध्यमजाति का अश्व होता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पैर का खुर सफेद रंग का हो, वह उत्तम जाति का अश्व अपने स्वामी को पुत्रादि का सुख उत्पन्न करता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पैर के खुर पर मसा हो वह अपने स्वामी की लक्ष्मी का नाश करता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पैर के खुर पर पुष्प के भाकार का सफेद चिह्न हो, वह घोड़ा अपने स्वामी की लक्ष्मी का नाश और शत्रु आदि का त्रास पैदा करता है / जिस घोड़े के पिछले बायें पैर का खुर नीचे से अनेक जगह फटा हो, वह अपने सवार का नाश करता है। . 50[2] घोड़े की पीठ का स्वरूप- जिस घोड़े की पीठ चौड़ी तथा बीच में चपटी हो, वह उत्तम जाति का होता है / जिस घोड़े की पीठ खड्डे वाली और विषम हो, वह अपने सवार को रोगी बनाता है / जिस घोड़े की पीठ पर छत्र का चिह्न हो, ऐसा घोड़ा