________________ (80) सेठियाजैनग्रन्थमाला बायें पैर के जोड़ में सफेद चक्र का चिह्न हो, वह अपने स्वामी का अत्यन्त प्यारा होता है, तथा उससे कीर्ति आदि की वृद्धि होती है। जिस घोड़े के अगले बायें पैर के घुटने के नीचे काले रंग का त्रिशूल के आकार का चिहन हो, वह अपने स्वामी को विद्या आदि का लाभ देता है / जिस घोड़े के भगले बायें पैर के घुटने के नीचे काले रंग का मूसल के आकार का चिहन हो, वह लड़ाई आदि में उपयोगी नहीं होता है / जिस घोड़े के अगले बायें पैर का खुर लाल रंग का होता है, वह घोड़ा अपने स्वामी को स्त्री आदि का सुख प्राप्त कराता है / जिस घोड़े के अगले बायें पैर का खुर सुनहरे रंग का तश चमकीला हो, वह घोड़ा निर्धन स्वामी को भी राज्य दिलाता है। 50 घोड़े के गेट आदि के लांछन का स्वरूप -- जिस घोड़े के अगले दोनों पैरों के बीच में चक्र का चिहन हो, वह घोड़ा अपने स्वामी को राजसन्मान दिलाता है। जिस घोड़े के पेट पर शंख के आकार का चिहन हो, वह कल्याणकारी तथा धन की वृद्धि करने वाला होता है / जिस घोडे के पेट पर सर्प के आकार का चिहन हो, वह अपने स्वामी की छह महीने के अन्दर मृत्यु करता है। जिस घोड़े के पेट पर बहुत मसे हों, उसे राक्षस के समान समझकर त्याग देना चाहिए / जिस घोड़े के पेट पर बिलकुल बाल - न हों, वह घोड़ा स्त्री तथा सन्तान की हानि करता है / जिस घोड़े