________________ नीति-शिक्षा-संग्रह तथा शत्रु से भय पैदा करता है / जिस घोड़े का बायाँ कान नोकदार न हो तथा वह कहीं पर भी फटी हो, वह धोड़ा धन की हानि करता है; इसलिए ऐसे घोड़े पर सवारी भूलकर भी न करनी चाहिए / - 43 घोड़े की आंखों का लक्षण- जिस घोड़े की भौं पर बिल्कुल बाल न हों, वह जघन्य होता है / जिस घोड़े की भौं पर बहुत केश हों, और वे बढ़कर आंखों को ढक दें तो वह धन का नाशक होता है / जिस घोड़े की आंखें गोल हों और उनकी पुतली ऊंची उठकर बाहर निकली हुई हो, उसे कुटुम्ब और लक्ष्मी आदि का नाश करने वाला जानो / जिस घोड़े की मांखें नुकीली चमकीली तथा सोम्य हों, वह लक्ष्मी बढ़ानेवाला होता है। जिस घोड़े की आंखों का रंग पीले पन पर हो, वह रोगी होता है। जिस घोड़े की आँखे अत्यन्त छोटी तथा मांजरी होती हैं, वह मरी मादि का उपद्रव करने वाला होता है। जिस घोड़े की एक आंख दूसरी से बड़ी भौर भयानक हो, उसे राजा आदि को अपने काम में नहीं लाना चाहिए। क्योंकि ऐसा घोड़ा शत्रु का भय पैदा करता है / जिस घोड़े की भांखों का रंग जरा लाल और तेजवाला हो, वह उत्तम जाति का होता है / उस पर सवारी करने से शत्रु पर विजय होती है और धन की वृद्धि होती है। जिस घोड़े की दाहिनी आँख में चक्र का चिहन हो, वह अपने स्वामी की कीर्ति बढ़ाता है / जिस घोड़े की दाहिनी