Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari
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48.अनुवादक-बालब्रह्मचारी मुनि श्री अमोलक ऋषिजी?
. हालिदएय सुक्षिालगाय १७, सिय कालगाय णीलएय लोहियएय
हालिदगाय सुकिल्लगेय १८, सिय कालगाय णीलगेय लोहितगेय हालिहगाय सुक्कि. ल्लगाय १९, सियकालगाय णीलगेय लोहितगाय हालिहएय सुक्किल्लएय २०, सिय कालगाय णीलगेय लोहियगाय हालिद्दएय सुक्किलगाय २१, सिय कालगाय णीलगेय लोहियगाय हालिहंगाय सुकिल्लगेय २२, सियकालगाय णीलगाय लोहियएय हालिहएय सुकिल्लएय २३, सियकालगाय णीलगाय लोहियगेय हालिहएय सुक्किन्नगाय २४, सियकालगाथ णीलगाय, लोहियगेय हालिद्दगाय सुकिल्लएय .२५, अनेक व श्वेत एक यह पन्नरहवा भांगा हुवा १६ स्यात् काला अनेक हरा लाल पीला श्वेत एक १७ स्यात् काला अनेक हरा लाल पीला एक श्वेत अनेक १८ स्यात् काला अनेक हरा लाल एक पीला अनेक श्वेत एक १९ स्यात् काला अनेक हरा लाल एक पीला श्वेत अनक २० स्यात् काला. अनेक हरा एक लाल पीला श्वेत एक२१स्यात् काला अनेक हरा एक लाल अनेक पीला एक श्वेत अनेक २२स्यात् काला अनेक हरा कलाल पीला अनेक शुक्ल एक२३स्यात् काला हरा अनेक लाल पीला व शुक्ल.एक २४स्यात काला हरा अनेक लाल पीला एक शुक्ल अनेक२५स्यात् काला हरा अनेक लाल एक पीला अनेक वे शुक्ल एकरस्यात् काला हरा
• प्रकाशक-राजाबहादुर लाला मुंखदैव सहायमी ज्वालाप्रसादजी .
भावार्थ