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अदन्ध
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अदस्सावी
नियन्त्रित करने वाला - एत्थ सो वसते बुद्धो, अदन्तदमको यत्थ नत्थि आयतिं जातिजरामरणं असोक तं, भिक्खवे, मुनि, अप. 1.353; - दमन त्रि./नपुं, उच्छृखल का अदरं, अनुपायासन्ति वदामि, स. नि. 1(2).90. नियन्त्रण या नियन्त्रक - अदन्तदमनं तादि, महावादिं अदलिद्द/अदळिद्द त्रि., दलिद्द का निषे. [अदरिद्र], वह, महामति, अप. 1.78; - वग्ग पु., अ. नि. के एककनिपात जो दरिद्र नहीं है, संघ के प्रति श्रद्धावान, सरल दृष्टि वाला का चौथा वर्ग, अ. नि. 1.9-10.
- सट्टे पसादो यस्सत्थि, उजुभूतञ्च दस्सनं अदलिद्दोति तं अदन्ध त्रि., दन्ध का निषे. [अतन्द्र?], अशिथिल, आलस्यरहित आहे, अमोघं तस्स जीवितं. स. नि. 1(1).268. एवं तन्द्रा-रहित, तीव्र - लहुञ्च वताति अदन्धञ्च वत अदळहदिहि त्रि., ब. स. [अदृढ़दृष्टि], दृढ़ ग्राह से मुक्त ..., जा. अट्ठ. 3.388, द्रष्ट. दन्ध; - जातिक त्रि.. दृष्टिवाला, अनुद्धत, हठ न करने वाला, अड़ियल दृष्टिकोण अशिथिल स्वभाववाला, आलसी प्रकृति से रहित - से मुक्त, सरलता से समझाने बुझाने योग्य - परो हि पुग्गलो अदन्धजातिको विशुजातिको सततमिध, सद्द. 1.142; - ता अक्कोधनो अनुपनाही अदळहदिट्ठी ..., म. नि. 3.27. स्त्री. भाव., निरालस्यता, विज्ञता, शरीर एवं मन का हलकापन अदसक/अदस त्रि., ब. स., [अदशाक], वस्त्र के छोर पर - कायचित्तानं अदन्धतापच्चुपट्टाना .... ध. स. अट्ठ. 175; लगी गोट, झालर अथवा मगजी से रहित बैठने के लिए - नता स्त्री., दन्धनता का निषे. भाव., निरालस्यता, प्रयुक्त चटाई, किनारे पर लगे झालर रहित चटाई - विज्ञता, तीव्रता, पांच स्कन्धों की लघुता या स्कन्धों में हलकापन, कप्पति अदसकं निसीदनं, चूळव. 463. भारीपन का अभाव - या ... वेदनाक्खन्धस्स ... लहुता ... अदसगव नपुं., दसगव का निषे. [अदशगु], दस बैलों से अदन्धनता ... अयं... कायलहुता होति, ध. स. मा. 42, पृ. कम बैलों वाला झुण्ड - न दसगवं अदसगवं, क. व्या. 328. 28; अदन्धनताति गरुभावपटिक्खेपवचनमेतं, अभारियताति अदस्सन नपुं.. दस्सन का निषे. [अदर्शन]. 1. क. नहीं अत्थो, ध. स. अट्ठ. 194; - धायना स्त्री., दन्धायना का देखना, दिखलाई न पड़ना - अदस्सनं आनन्दाति, दी. निषे०, दक्षता, निपुणता, मन्दता का अभाव, तीव्रता - अथापरेन नि. 2.106; अदस्सनेन बालानं, ध, प. 206; अदस्सनं गतो समयेन ... अदन्धायना भवति, मि. प. 59, द्रष्ट., विप. मन्तबलेन, मि. प. 152; 1. ख. अज्ञान, अन्धत्व, मिथ्यादन्धायना.
दर्शन, मोह, मूढ़ता - अरियसच्चानं यथाभूतं अदस्सना, दी. अदब्ब नपुं., दब्ब का निषे. [अद्रव्य], अद्रव्य, वह, जो द्रव्य नि. 2.71; 2. क. विनाश, अन्त - विनासो तु अदस्सनं, अथवा वस्तुभूत नहीं है, अवस्तु - केचि अदब्बभूतस्स अभि. प. 770; ... निष्फत्तियं चेवावसानस्मि अदस्सने, अभि. भावस्सेकत्थितो ब्रवं, सद्द. 1.9; - वाचकत्त त्रि. प. 912; 2 ख. किसी की दृष्टि से ओझल हो जाना, ष. [अद्रव्यवाचकत्व], अवस्तुभूत को कहने वाला - यथा हि वि. में अन्त होने वाले पद के साथ - अदस्सनं वीसति इच्चादीनं संख्यासदानं सरूपतो अदब्बवाचकत्तेपि मच्चुराजस्स गच्छे, ध. प. 463; अदस्सनं भोजपुत्तान गच्छ, ...., सद्द. 1.300; अदब्बवाचकत्ता विसेसितब्बपदान, सद्द. जा. अट्ठ. 5.160; - काम त्रि., ब. स. [अदर्शन-काम], 1.306; - वुत्ति त्रि., ब. स. [अद्रव्यवृत्ति], भावात्मक धर्म देखने की इच्छा न रखने वाला, समझने या ज्ञान प्राप्त से असम्बद्ध, वस्तुभूत धर्म से नहीं जुड़ा हुआ - अदब्बत्तिनो करने की इच्छा से रहित - रूपानं अदस्सनकामो अस्स, म. भावस्स, सद्द. 2.593.
नि. 1.170; - परियोसान त्रि., [अदर्शन-पर्यवसान], अदर्शन अदमित त्रि., दमित का निषे० [अदमायित, अदन्त]. द्वारा समाप्ति करने वाला, अदृश्य होकर अन्त करने वाला, अनियंत्रित, वश में न किया हुआ - तत्थ वसाति अन्त में अदृश्य हो जाने वाला - चोरा पन ... अदमितवुड्डवच्छका, सु. नि. अट्ठ. 1.32, द्रष्ट. दमेति. अदस्सनपरियोसाना, अ. नि. 3.76. अदयापन्न त्रि., दयापन्न का निषे. [अदयापन्न, निर्दयी, अदस्सनीय त्रि., दस्सनीय का निषे. [अदर्शनीय], न दयारहित, क्रूर, हिंसालु - ... अदयापन्नो पाणभूतेसु. म. नि. देखने योग्य, न दिखलाने योग्य - यथा ... भिसक्कस्स 1.359; अङ्गुलिमालो नाम होति लदो ... अदयापन्नो पाणभूतेस. ___ अदस्सनीयं गुरहं दस्सेति, मि. प. 166. म. नि. 2.308.
अदस्सावी त्रि., अज्ञानी, न देखने वाला, उपेक्षा करने वाला, अदर त्रि., दर का निषे. [अदर, दृणाति दरयतिवा इति दरः, धर्म में उचित समझ न रखने वाला, सत्पुरुषों अथवा अर्हतों न दरः, यस्मिन् सः], भयरहित, निडर, निर्भीक, अशोक - की उपेक्षा करने वाला, उनकी ओर दृष्टि न डालने वाला,
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