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अधिगण्हाति/अधिग्गण्हाति
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अधिगम
इतिवु. 75; ... सुखानि अधिगमनीयानि गिहिना कामभोगिना, अ. नि. 1(2).80. अधिगण्हाति/अधिग्गण्हाति क्रि. रू., अधि+ गह, वर्त, प्र. पु., ए. व. [अधिगृह्णाति], अभिभूत कर देता है, आधिपत्य स्थापित कर लेता है, बढ़ा चढ़ा हुआ होता है - दायको ... अदायकं ... पञ्चहि ठानेहि अधिगण्हाति, अ. नि. 2(1).28; अधिगण्हातीति अधिभवित्वा गण्हाति अज्झोत्थरति अतिसेति, अ. नि. अट्ठ. 3.16; सो तत्थ अञ देवे .... अधिग्गण्हाति, दी. नि. 3.108; अधिग्गण्हातीति अधिभवति, अजेहि देवेहि अतिरेकं लभतीति..., दी. नि. अट्ठ. 3.93; - यह/नण्हत्वा पू. का. कृ. - तथेवाधिपतेय्येन,
अधिगयह विरोचहं अप.2.206; ससी अधिग्गरह यथा विरोचति, वि. व. 152; चन्दपभायेव ता अधिग्गहेत्वा ..., इतिवु. 16;
अम्हाकं पहं सुख अधिगण्हित्वा ..., जा. अट्ठ, 7.152. अधिगत त्रि., अधि + गम का भू. क. कृ. [अधिगत], 1. कर्म. वा. में, प्राप्त किया हुआ, उपलब्ध, ज्ञात - अधिगतो खो म्याय .... महाव. 5; अधिगतो खो म्यायं मग्गो सम्बोधाय, दी. नि. 2.27; धनञ्च मे अधिगतं, जा. अठ्ठ. 3.289; 2 कर्तृवा. में - पहुंच चुका, प्राप्त कर चुका, समझ चुका, ज्ञात कर चुका - अआहि अतिसयं अधिगता. वि. व. अट्ठ. 111; तं निरासं विसेसेन अगा अधिगतोति व्यगा, उदा. अट्ठ. 295; - त्त नपुं., अधिगत का भाव., [अधिगतत्व], ज्ञान प्राप्त हो जाने की अवस्था - अग्गमग्गस्स अधिगतत्ता, उदा. अट्ठ. 295; - पटिसम्भिद त्रि., ब. स. [अधिगतप्रतिसंवित्], वह, जिसे प्रतिसंवित ज्ञान प्राप्त है - .... अधिगतपटिसम्भिदो, महानि. 130; - फल त्रि., ब. स. [अधिगतफल], वह, जो स्रोतापत्ति, सकृदागामी, अनागामी एवं अर्हत् फलों के क्षण में पहुंच चुका है, चार फलों में से किसी एक में पहुंच चुका पुद्गल - कामरूपारूपभवेसु अधिगतफला तयो सकदागामिनो, खु. पा. अट्ठ. 145; - मान पु., तत्पु. स. [अधिगतमान], ज्ञान पा लेने का अहंकार - अधिमानेनाति अधिगतमानेन, अधिगता मयन्ति एवं उप्पन्नमानेनाति अत्थो, अधिकमानेन वा थद्धमानेनाति अत्थो, पारा. अट्ठ. 2.72; - रूपदस्सन त्रि., ब. स. [अधिगतरूपदर्शन], वह, जिसने बुद्ध के रूप का दर्शन किया है - अधिगतरूपदस्सनं कप्पायुकं काळं नाम नागराजानं आनयित्वा .... पारा. अट्ठ. 1.32; - वन्तु त्रि., अधि + गम + तवन्तु [अधिगतवत्], प्राप्त कर चुका, उपलब्ध किया हुआ - निब्बानमेव वा उपगते, अधिगतवन्तेति अत्थो, वि. व.
अट्ठ. 249; - सजी त्रि., [अधिगतसंज्ञिन्], किसी अप्राप्त या अज्ञात-वस्तु विशेष को प्राप्त अथवा पूरी तरह से ज्ञात मानने वाला - अनधिगते अधिगतसचिनो, पारा. 111. अधिगन्तुकाम त्रि., [अधिगन्तुकाम], शा. अ. किसी की प्राप्ति करने या उसका ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा रखने वाला - तं सम्बोधिं बुज्झितुकामस्स ... अधिगन्तुकामस्स, महानि. 363. अधिगन्तुमन त्रि., [अधिगन्तुमनस्क], मन में कुछ प्राप्त करने की बात सोचने वाला - सग्गाधिमनाति सग्गं अधिगन्तुमना, जा. अट्ठ. 5.397. अधिगम पु.. [अधिगम], शा. अ. प्राप्ति, उपलब्धि, अनुभूति, ज्ञान, आध्यात्मिक उपलब्धि, अर्हत्व-प्राप्ति - ... एवमेव ... अरियसावकस्स ... अधिगमं उपनिधाय, स. नि. 1(2).1243; तत्थ अधिगमोति चत्तारो मग्गा, चत्तारि फलानि, चतस्सो पटिसम्भिदा, तिस्सो विज्जा, छ अभिजाति, अ. नि. अट्ठ. 1.71; ला. अ. क. चार मार्गों (स्रोतापत्ति, सकृदागामी, अनागामी एवं अर्हत्), चार फलों, चार प्रतिसंवित् ज्ञानों, तीन विद्याओं एवं छ: अभिज्ञाओं की प्राप्ति - तत्थ अधिगमो नाम अरहत्तं, तम्हि पत्तस्स पटिसम्भिदा विसदा होन्ति, विभ. अट्ठ. 367; ला. अ. ख. अर्हत्व, क्योंकि इसी की प्राप्ति होने पर प्रतिसंवित ज्ञान अधिक प्रभावित होते है - अप्पमादव्हि .... विसेसानं ... अधिगमो होतीति, ध. प. अट्ठ. 1.158; तथारूप पुग्गलं आगमेनपि अधिगमेनपि हित्वा याति, ध. प. अट्ठ. 1.149; तञ्च पन बाहिरानं ... अधिगमानं ... विज्जमानतं सन्धाय भासितं, मि. प. 204; - कारण नपुं.. ष. तत्पु. स. [अधिगमकारण], आध्यात्मिक उपलिब्ध के साधन अथवा उत्प्रेरक - अमतपदन्ति अमतस्स निब्बानस्स पदं अधिगमकारणं, जा. अट्ठ. 5.95; - निदान नपुं. दीपंकर बुद्ध द्वारा सुमेध तापस के भावी बुद्ध होने की भविष्यवाणी से लेकर सिद्धार्थ गौतम की बोधि-प्राप्ति तक विस्तृत जातक-निदान-कथा के खण्ड का नाम - तत्थ अधिगमनिदानं ... दीपङ्करदसबलतो पट्ठाय याव महाबोधिपल्लङ्का वेदितब्बं, ध, स. अट्ठ. 33; - नीयता स्त्री., भाव, प्राप्यता, उपलभ्यता - निब्बानस्स किच्छेन अधिगमनीयतं दस्सेति, उदा. अट्ठ, 319; - न्तरधान नपुं., अधिगम + अन्तरधान [अधिगमान्तर्धान], आध्यात्मिक उपलब्धि का अदृश्य हो जाना, क. तीन प्रकार के अन्तर्धानों में से एक - तीणिमानि, महाराज, सासनन्तरधानानि ... अधिगमन्तरधानं पटिपत्तन्तरधानं
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