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अन्तरे
अन्तराराम अन्तरारामं अ., अव्ययी. स., आराम के अन्दर, गांव के उदा. अट्ठ. 86.7; स. उ. प. के रूप में अग्गळ., अङ्गुल., भीतर स्थित विहार की ओर -- अन्तरारामन्ति अन्तोगामे आसन०, झान., ताल०, पखुम, फासुल. आदि के अन्त. विहारो होति, तं गच्छति, पाचि. अट्ठ. 112; अनापत्ति समये, द्रष्ट.. ... अन्तरारामं गच्छति, ... आदिकम्मिकस्साति, पाचि. 138. अन्तरित त्रि., अन्तर + Vइ का भू. क. कृ., प्रायः तृ. वि. अन्तराल नपुं.. [अन्तराल], मध्यवर्ती स्थल, बीच वाली ___ में अन्त होने वाले पद के साथ कर्म. वा. के रूप में प्रयुक्त जगह; - पथे अ., सप्त. वि., प्रतिरू. निपा., बीच रास्ते में, [अन्तरित], व्यवहित, विभाजित, दूरीकृत, दूरी में स्थित - मार्ग के मध्य में - अन्तरालपथे येव गुत्तहालकमण्डलो, चू. असतिअमनसिकारोति यथा सो पुग्गलो न उपट्टाति, कुट्टादीहि वं. 61.12; 66.114.
अन्तरितो विय होति, अ. नि. अट्ठ. 3.57; मातापितुस्स अन्तरावधक पु., चित्त-सन्तति में विद्यमान वध या विनाश अट्ठउसभमत्तेन ठानेन अन्तरिता, ..., म. नि. अट्ठ. (म.प.) करने वाले मलिन मनोभाव, आन्तरिक रूप में विनाशक 2.238; अनेकहितं भवसहस्सेहि अन्तरितं, .... मि. प. 269; तत्त्व - अन्तरामला अन्तराअमित्ता अन्तरासपत्ता पाकारकुट्टादिअन्तरिकस्स पन पनस्स अपाकटकालोपि अस्थि, अन्तरावधका अन्तरापच्चत्थिका, इतिवु. 60; महानि. 11. ध. स. अट्ठ. 129; - त्त नपुं, अन्तरित का भाव. [अन्तरितत्व], अन्तरावास पु., तत्पु. स., आवास की भीतरी क्षेत्र, अन्तःपुर व्यवहित या विभाजित होना या किया जाना - मुसावादेन - कालासोकस्स दसवस्से तम्बपण्णिअन्तरावासे वस्सं एकादसं अन्तरितत्ता सच्चं सच्चेन न घटीयति, ..., दी. नि. अट्ठ. भवे, दी. वं. 5.80.
1.68. अन्तरावोसान नपुं., आ + vपद से व्यु., क्रि. रू. के साथ अन्तरीप नपुं.. [अन्तरीप], जलप्रवाहों के मध्य में अवस्थित प्रयुक्त, बीच में ही छोड़ देना, आधे रास्ते में ही काम की भूक्षेत्र, द्वीप, टापू - दीपोन्तरीपपज्जोतपतिहानिब्बुतीसु च, परिसमाप्ति ... भिक्खू न ओरमत्तकेन विसेसाधिगमेन अभि. प. 998. अन्तरावोसानं आपज्जिस्सन्ति, ... दी. नि. 261; समतेजेतीति अन्तरीय न, [अन्तरीय], अधोवस्त्र, भीतरी परिधान - एतं दुक्करं दुरभिसम्भवन्ति मा सम्मापटिपत्तियं पमादं निवासनान्तरीयान्यन्तरमन्तरवासको, अभि. प. 292. अन्तरावोसानं आपज्जथ, ..., उदा. अट्ठ. 310.
अन्तरुद्धि/अन्तरुधी स्त्री., संभवतः अन्तवट्टि के स्थान पर अन्तरावोसानगमन नपुं., बीच में ही परिसमाप्ति की प्रवृत्ति प्रयुक्त, अतड़ी, आंत - दुग्गन्धभावेन पनस्स अन्तरुधीनं - अन्तरा वोसानगमनं खो पन तथागतप्पवेदिते धम्मविनये । निक्खमनकालो विय अहोसि, .... जा. अट्ठ. 6.8. परिहानमेतं, अ. नि. 3(2).132.
अन्तरुमार पु., कर्म. स., भिक्षु-संघ से तात्कालिक निष्कासन, अन्तरासंयोजन नपुं., कर्म स., आन्तरिक बन्धन, मानसिक कुछ ही समय के लिये किया गया निलम्बन - द्वे कथिनद्धारा बन्धन - यायं अरिया ... अन्तरा संयोजन अन्तरा बन्धनं अन्तोसीमाय उद्धरिय्यन्ति - अन्तरुङमारो, सहुभारो, परि. सञ्छिन्दति सन्तति सम्पकन्तति सम्परिकन्तति, म. नि. 336; सुणाति चन्तरुभारं सा होति सवनन्तिका, विन. वि. 3.328.
2715. अन्तरासपत्त पु., कर्म, स., भीतरी शत्रु, चित्त के अन्दर अन्तरुस्सव पु., कर्म. स., बीच-बीच में आयोजित होने वाले विद्यमान क्लेशों के रूप में शत्रु, आन्तरिक दुष्प्रवृत्तियां - छोटे उत्सव, विशिष्ट अवसर पर आयोजित उत्सव - अन्तरामला अन्तराअमित्ता अन्तरासपत्ता अन्तरावधका छणेसूति आवाहविवाहमङ्गलादीसु अन्तरुस्सवेसु पारा. अठ्ठ. अन्तरापच्चत्थिका, इतिवू. 60; महानि. 11.
2.194; अन्तरुस्सवे सूति महुस्सवस्स अन्तरन्तरा अन्तरासोब्म पु., व्य. सं., श्रीलङ्का के एक क्षेत्र का नाम - पवत्तितउस्सवेसु, सारत्थ. टी. 2.335. महाकोट अन्तरासोब्भे, दोणे गव्हरमग्गहि, म. वं. 25.11; अन्तरुपट्टान नपुं.. कर्म. स., बीच-बीच में या सुनिश्चित कत्वा अन्तरासोब्भम्हि देवनाम विहारकं चू. वं. 48.4. अन्तरालों पर की जाने वाली सेवा या देख भाल - अन्तरिका स्त्री., अन्तर से व्यु., मध्यवर्ती क्षेत्र या स्थल, अञआनिपि अन्तरन्तरुपट्टानानि होन्तियेव, जा. अट्ठ. 1.222. अन्तराल - अस्थि दिन्नं निब्बानानं उच्चनीचता हीनपणीतता अन्तरे अ., सप्त. वि., प्रतिरू. निपा., क्रि. वि., क. भीतर उक्कंसावको सीमा वा भेदो वा अन्तरिका वाति?, कथा. में, अन्दर में - सो भेरवयक्खरूपं ... तं पातेत्वा दाठानं 190; तपोदा द्विन्नं महानिरयानं अन्तरिकाय आदीस विवरे अन्तरे कत्वा खादितुकामो विय अहोसि, जा. अट्ठ. 7.202;
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