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लेश्या अध्ययन
प. दं. १२. पुढविक्काइयाणं भंते ! कइ लेस्साओ
पण्णत्ताओ? उ. गोयमा ! चत्तारि लेस्साओ पण्णत्ताओ,तं जहा
१.कण्हलेस्सा जाय ४.तेउलेस्सा। दं.१३,१६.आउ वणस्सइकाइयाण वि एवं चेवरे ।
प. दं. १४,१५, १७, १९. तेउ घाउ बेइविय५ तेइंदिय,
चउरिंदियाणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ?
- ८५३ । प्र. दं. १२. भंते ! पृथ्वीकायिक जीवों में कितनी लेश्याएं कही
गई हैं? उ. गौतम ! चार लेश्याएँ कही गई हैं, यथा
१. कृष्णलेश्या यावत् ४. तेजोलेश्या। दं. १३, १६. अप्काय और वनस्पतिकाय में भी इसी प्रकार
चार लेश्याएं हैं। प्र. दं. १४, १५, १७, १९. भंते ! तेजस्कायिक, वायुकायिक,
द्वीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय और चतुरिन्द्रिय जीवों में कितनी लेश्याएं
कही गई हैं? उ. गौतम ! तीन लेश्याएं कही गई हैं, यथा
१. कृष्णलेश्या यावत् ३. कापोतलेश्या। प्र. दं. २०. भंते ! पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों में कितनी
लेश्याएं कही गई हैं? उ. गौतम ! छह लेश्याएं कही गई हैं, यथा
१. कृष्णलेश्या यावत् ६. शुक्ललेश्या। प्र. द.२१. भंते ! मनुष्यों में कितनी लेश्याएं कही गई हैं ? उ. गौतम ! छह लेश्याएँ कही गई हैं, यथा
१. कृष्णलेश्या यावत् ६. शुक्ललेश्या।
उ. गोयमा ! तिण्णि लेस्साओ पण्णत्ताओ,तं जहा
१.कण्हलेस्सा जाव ३. काउलेस्सा। प. दं.२०. पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! कइ लेस्साओ
पण्णत्ताओ? उ. गोयमा ! छ लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा
१.कण्हलेस्सा जाव ६.सुक्कलेस्सा। प. दं.२१.मणुस्साणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णताओ? उ. गोयमा !छ लेस्साओ पण्णत्ताओ,तं जहा१.कण्हलेस्सा जाव६.सुक्कलेस्सा।
-पण्ण.प.१७,उ.२,सु.११६०-११६४ (१) प. दं. २२. वाणमंतरदेवाणं भंते ! कइ लेस्साओ
पण्णत्ताओ? उ. गोयमा !चत्तारिलेस्साओ पण्णत्ताओ,तं जहा
१.कण्हलेस्सा जाव४.तेउलेस्सा। प. द.२३.जोइसियाणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ? उ. गोयमा !एगा तेउलेस्सा पण्णत्ता। प. दं.२४. वेमाणियाणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ? उ. गोयमा ! तिण्णि लेस्साओपण्णत्ताओ,तं जहा१.तेउलेस्सा, २. पम्हलेस्सा, ३.सुक्कलेस्सा।
-पण्ण.प. १७, उ.२, सु. ११६७-११६९(१) १९. चउगइसु लेस्सा परूवणं
१. नेरइएसु लेस्साओप. १. इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाएपढवीए नेरइयाणं कइ
लेस्साओ पण्णत्ताओ? उ. गोयमा ! एगा काउलेस्सा पण्णत्ता१०।
२.एवं सक्करप्पभाए वि। प. ३.वालुयप्पभाएणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ? उ. गोयमा ! दो लेस्साओ पण्णत्ताओ,तं जहा
१. नीललेस्सा य, २. काउलेस्सा य।
प्र. द. २२. भन्ते ! वाणव्यन्तर देवों में कितनी लेश्याएं कही
गई हैं? उ. गौतम ! चार लेश्याएं कही गई हैं, यथा
१. कृष्णलेश्या यावत् ४. तेजोलेश्या। प्र. द.२३. भंते ! ज्योतिष्क देवों में कितनी लेश्याएं कही गई हैं ? उ. गौतम ! एक तेजोलेश्या कही गई है। प्र. दं.२४. भंते । वैमानिक देवों में कितनी लेश्याएं कही गई हैं ? उ. गौतम ! तीन लेश्याएं कही गई हैं, यथा
१. तेजोलेश्या, २. पद्मलेश्या, ३. शुक्ललेश्या।
१९. चार गतियों में लेश्याओं का प्ररूपण
१. नैरयिकों में लेश्याएंप्र. १.भंते ! रत्नप्रभापृथ्वी के नैरयिकों में कितनी लेश्याएं कही
गई हैं ? उ. गौतम ! एक कापोतलेश्या कही गई है।
२. इसी प्रकार शर्कराप्रभा में भी कापोतलेश्या है। प्र. ३.भंते ! बालुकाप्रभा में कितनी लेश्याएं कही गई हैं ? उ. गौतम ! दो लेश्याएं कही गई हैं, यथा
१. नीललेश्या, २. कापोतलेश्या।
४.
१. (क) विया. स. १९, उ. ३, सु. ३,
(ख) ठाणं. अ. ४, उ.३ सु. ३१९ (क) विया. स. १९, उ.३, सु. १८, २१
(ख) ठाणं अ. ४, उ.३ सु. ३१९ ३. विया. स. १९, उ.३, सु. १९
विया. स. १९, उ. ३, सु. २० विया. स. २०, उ.१, सु. ४ (क) विया. स. २०, उ.१, सु. ६, (ख) ठाणं अ. ३, उ.१,सु. १४० (क) ठाणं अ. ६, सु. ५०४
(ख) विया. स. २०, उ. १, सु.७ ८. ठाणं अ. ६, सु. ५०४ ९. ठाणं अ. ४, उ. ३, सु. ३१९ १०. विया. स. १, उ. ५, सु. १८
७.