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मनुष्य गति अध्ययन
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(२) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. पिबामीतेगे सुमणे भवइ, २. पिबामीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. पिबामीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(३) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. पिबिस्सामीतेगे सुमणे भवइ, २. पिबिस्सामीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. पिबिस्सामीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(४) तओ पुरिसजाया पण्णता, तं जहा१. अपिबित्ता णामेगे सुमणे भवइ, २. अपिबित्ता णामेगे दुम्मणे भवइ, ३. अपिबित्ता णामेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(५) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. ण पिबामीतेगे सुमणे भवइ, २. ण पिबामीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. ण पिबामीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(६) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. ण पिबिस्सामीतेगे सुमणे भवइ, २. ण पिबिस्सामीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. ण पिबिस्सामीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
-ठाणं. अ. ३, उ. २, सु. १६८(६८-७३) १४. सयण विवक्खया पुरिसाणं सुमणस्साइ तिविहत्त परूवणं
(२) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष पीता हूँ इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष पीता हूँ इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष पीता हूँ इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न दुर्मनस्क
होते हैं। (३) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष पीऊँगा इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष पीऊँगा इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष पीऊँगा इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न दुर्मनस्क
होते हैं। (४) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष न पीकर सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष न पीकर दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष न पीकर न सुमनस्क होते हैं और न दुर्मनस्क
होते हैं। (५) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष नहीं पीता हूँ इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष नहीं पीता हूँ इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष नहीं पीता हूँ इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न
दुर्मनस्क होते हैं। (६) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष नहीं पीऊँगा इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष नहीं पीऊँगा इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष नहीं पीऊँगा इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न
दुर्मनस्क होते हैं। १४. सोने की विवक्षा से पुरुषों के सुमनस्कादि त्रिविधत्व का
प्ररूपण(१) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष सोकर सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष सोकर दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष सोकर न सुमनस्क होते हैं और न दुर्मनस्क होते हैं। (२) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष सोता हूँ इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष सोता हूँ इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष सोता हूँ इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न दुर्मनस्क
__ होते हैं। (३) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष सोऊँगा इसलिए सुमनस्क होते हैं, २. कुछ पुरुष सोऊँगा इसलिए दुर्मनस्क होते हैं, ३. कुछ पुरुष सोऊँगा इसलिए न सुमनस्क होते हैं और न
दुर्मनस्क होते हैं। (४) पुरुष तीन प्रकार के कहे गए हैं, यथा१. कुछ पुरुष न सोकर सुमनस्क होते हैं,
(१) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. सुइत्ता णामेगे सुमणे भवइ, २. सुइत्ता णामेगे दुम्मणे भवइ, ३. सुइत्ता णामेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ। (२) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. सुआमीतेगे सुमणे भवइ, २. सुआमीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. सुआमीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(३) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता,तं जहा१. सुइस्मामीतेगे सुमणे भवइ, २. सुइस्सामीतेगे दुम्मणे भवइ, ३. सुइस्सामीतेगे णोसुमणे-णोदुम्मणे भवइ।
(४) तओ पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा१. असुइत्ता णामेगे सुमणे भवइ,