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विषय पृष्ठांक | सूत्र
विषय
पृष्ठांक ९८. चौबीसदंडकों में समाहारादि सात द्वारों का ।
११५. चौबीसदंडकों में इष्टानिष्टों के अनुभव स्थानों प्ररूपण,
१९४ की संख्या का प्ररूपण,
२१८-२१९ १. आहार-शरीर-उच्छ्वास द्वार,
१९४
६. कायस्थिति २. कर्म द्वार,
१९५
- ११६. जीवों में जीवत्व की कायस्थिति का प्ररूपण, २१९ ३. वर्ण द्वार,
१९५
११७. षड्विध विवक्षा से संसारी जीवों की कायस्थिति ४. लेश्या द्वार,
१९५
का प्ररूपण, ५. वेदना द्वार,
२१९-२२० १९५-१९६
११८. नवविध विवक्षा से एकेन्द्रियादि जीवों की ६. क्रिया द्वार,
१९६
कायस्थिति का प्ररूपण, ७. आयु द्वार,
१९६-२००
११९. सकायिक-अकायिक जीवों की कायस्थिति का ९९. चौबीसदंडकों में आहार-परिणामादि का
प्ररूपण,
२२०-२२३ प्ररूपण,
२००-२0१
१२०. त्रस और स्थावरी की कायस्थिति का प्ररूपण, २२४ १००. चौबीसदंडकों में स्थिति स्थानादि दस द्वारों में
१२१. पर्याप्तादि जीवों की कायस्थिति का प्ररूपण, क्रोधोपयुक्तादि भंगों का प्ररूपण,
२२४
१२२. सूक्ष्मादि जीवों की कायस्थिति का प्ररूपण, २२४ १. स्थिति स्थान द्वार,
२०१-२०२
१२३. त्रसादि जीवों की कायस्थिति का प्ररूपण, २२४-२२५ २. अवगाहन स्थान द्वार,
२०२-२०३ ३. शरीर द्वार,
१२४. परीत आदि जीवों की कायस्थिति का प्ररूपण, २२५ २०३
१२५. भवसिद्धिकादि जीवों की कायस्थिति का ४. संहनन द्वार,
प्ररूपण,
२२५-२२६ ५. संस्थान द्वार,
२०४ ६. लेश्या द्वार,
७. अन्तरकाल ७. दृष्टि द्वार,
२०४ १२६. नव प्रकार की विवक्षा से एकेन्द्रियादि जीवों ८. ज्ञान द्वार,
के अंतरकाल का प्ररूपण,
२२६ ९. योग द्वार,
२०५ १२७. दस प्रकार की विवक्षा से जीवों के अंतरकाल १०. उपयोग द्वार,
२०५-२०६
का प्ररूपण, १०१. चौबीसदंडकों में अध्यवसायों की संख्या और
१२८. प्रथमाप्रथम समय की विवक्षा से जीवों के प्रशस्ता-प्रशस्तत्व का प्ररूपण,
२०६-२०७ अंतरकाल का प्ररूपण,
२२७ १०२. चौबीसदंडकों में सम्यक्त्वाभिगमादि का प्ररूपण, २०७
१२९. षड्जीवनिकायिकों के अंतरकाल का प्ररूपण, २२७ १०३. चौबीसदंडकों में सारम्भ सपरिग्रहत्व का
१३०. त्रस और स्थावरों के अंतरकाल का प्ररूपण, २२७ प्ररूपण,
२०७-२०९ १३१. सूक्ष्मों के अंतरकाल का प्ररूपण,
२२७-२२८ १०४. चौबीसदंडकों में सत्कारादि विनयभाव का
१३२. बादरों के अंतरकाल का प्ररूपण, प्ररूपण,
२०९-२१० १३३. त्रस आदि के अंतरकाल का प्ररूपण,
२२८ १०५. चौबीसदंडकों में उद्योत, अंधकार और उनके
१३४. सूक्ष्मादि के अंतरकाल का प्ररूपण,
२२८ हेतु का प्ररूपण,
२१०-२११
१३५. पर्याप्तकों और अपर्याप्तकों के अंतरकाल का १०६. चौबीसदंडकों में समयादि के प्रज्ञान का
प्ररूपण,
२२८ प्ररूपण,
२११-२१२ १०७. चौबीसदंडकों में गुरुत्व लघुत्वादि का प्ररूपण, २१२
८. अल्पबहुत्व १०८. चौबीसदंडकों में भवसिद्धिकत्व का प्ररूपण, २१३ १३६. सिद्ध-असिद्ध जीवों का अल्पबहुत्व,
२२८ १०९. उपधि और परिग्रह के भेद तथा चौबीसदंडकों
१३७. दिशाओं की अपेक्षा संसारी सिद्ध जीवों का में प्ररूपण,
२१३ अल्पबहुत्व,
२२८-२३२ ११०. वर्णादि निर्वृत्ति के भेद और चौबीसदंडकों में .
१३८. ओघ से संसारी जीवों का अल्पबहुत्व, २३२-२३५ प्ररूपण,
२१३-२१४ १३९. दसविध विवक्षा से संसारी जीवों का १११. विवक्षा से करण के भेद और चौबीसदंडकों में
अल्पबहुत्व,
२३५-२३६ प्ररूपण,
२१४ १४०. योगापेक्षा चौदह प्रकार के संसारी जीवों का ११२. उन्माद के भेद और चौबीसदंडकों में प्ररूपण, २१४-२१५
अल्पबहुत्व,
२३६-२३७ ११३. चौबीसदंडकों में अनन्तराहारक तत्पश्चात्
१४१. क्षेत्र की अपेक्षा जीवों और चातुर्गतिक निर्वर्तन आदि का प्ररूपण,
२१५-२१६ जीवों का अल्पबहुत्व,
२३७-२३९ ११४. चौबीसदंडकों का अग्निकाय के मध्य में होकर
१४२. क्षेत्र की अपेक्षा षड्जीव निकायों का गमन का प्ररूपण,
२१६-२१८ अल्पबहुत्व,
२३९-२४३
२२६
२२८
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