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* श्री लँबेचू समाजका इतिहास * (६) नवमे पुत्र श्रीचम्पतरायके चोसठियारी १ कचरोलिया २ हिम्मत पुरिया ३ बुढ़ेले ४ हरोलिया ५ बघेले ६ इंदरोलिया ७ ये सात हुये।
(१०) दशवे पुत्र श्रीमधुकरसाहके वरोलिया १ वेदबावरे २ रुहिया ३ घिया ४ विलगइयो ५: कारे ६ शतफरिया ७ ये सात भये।
(११) ग्यारहवे पुत्र श्रीपीताम्बरदासके पचोलये १ उड़दिया २ वैमर ३ कालिहा ४ मुरैय्या ५भण्डारिया ६ इटोदिया ७ ये सात भये।
(१२) बारहवे पुत्र. श्रीगुमानरायके सत्ताके कुंअर भरये १ तिलोनिया २ सलेरिया ३ हरसोलिया ४ सिंघी ५ पुरा ६ मझोने ७ ये सात भये ।
वि० संवत् ११५२ के सालमें पांच कुँअर मारवाड़ देश सामरसे आये जेठे तो केवलसिंह इन्होंने इटावेमें राज्य किया दूसरे जगरामने मैनपुरीका राज्य किया तीसरे वलराम जिलाएटाके राजा हुये चौथे राजसिंह रिजोरके राजा भये पाँचवे चन्द्रपाल चन्दवारके राजा हुये और श्याम