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* श्री लँबेचू समाजका इतिहास *
महाराज श्री जोर्ज जयाजीरावके अधिकारमें है । अब प्रजातंत्र । राज्यमें प्रजातन्त्र राज्यके महकमे हैं। महाराज भी शिरमोर पदाधिकारी गवर्नर हैं। ग्वालियर स्टेटकी तहसील अटेरमें भी बड़ा भारी किला महेन्द्रका बनवाया हुआ है बहुतसे उसके स्थान, दालान आदि ऐसे बने हैं। मालूम होता है कि अभी कारीगर बनाके गये हैं। राजाकी तसवीर भी है और अटेरमें अब भी ६० या ७० घर लमेचुओंके हैं । वटेश्वरके चंदोरिया चतुर्भुज बद्रीदासके घरानेक झम्मनलाल जयकृष्णदास पीताम्बर आदि परिया वटेश्वरवाले मनीराम उलफति राय आदि वकवरिया पं० वटेश्वर दयाल आदि ये सब अटेरके हैं। भिण्डमें भी पहुंच गये हैं। भिण्डमें मनीराम उल्क्षति रायका फार्म है। ____अटेरमें पचोलये गोत्रकं भी है। संघई सुखलाल बाबूराम आदि जिनका धीका कारोबार कलकत्तमें भी दुकान है। पं० नगपाल उल्फतिराय संघई बम्बई पहुँच गये हैं। इन सबकं मकान है। भिण्डमें हमारा भी मकान है हम इटावावाले चंदोरिया है। राजा चन्द्रपाल चंदवाड़ (चन्दपाट) जिसका इतिहासमें चन्दवाड़का उल्लेख