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* श्री लॅबेचू समानका इतिहास * ३६१ सुवर्णपाल (सोनपाल) राजाके नामसे राज्य होनेसे कोई समय शहर होगा।
गाँवका नाम सोनिया पड़ा, उसी सोनिया गाँवके नामसे स्टेशनका नाम सोनी पड़ा जो सोनी स्टेशन भिंडसे दूसरी स्टेशन है ६ कोस है। इसका लोगोंने मनगढन्त झूठा प्रचार किया है सोहनिया नाम रक्खा है । इतिहासको विगाड़ा है, कनक मठकी प्रतिमा हटाकर १ लम्बा गोल पत्थर गाड़ रखा है। इन्हीं कनकदेव सुवर्णपालके मन्त्री रामसिंह हारुल हुए होंगे, ये भी राउत गोत्रीय थे जो चौथी पट्टावलीमें रामसिंह जोरा आए लिखा है क्योंकि मुरेनाके पास ही जोरा अलापूर है। तब ये कनकदेवके मन्त्री होने चाहिये और राजा चन्द्रपालके मन्त्री रामसिंह हारुलके वंशज हाहुलीराय होने चाहिए और राउत गोत्रकी परम्परामें छिपैटी मुहल्ला फिरोजाबादमें जिन प्रतिमा १४२८ संवत् में जो भाष्करमें रामचन्द्रदेव लम्बकंचुक राउत गोत्रमें गाऊ राउत और उनके पुत्र होतमी तत्पुत्र चुन्नीदेव भार्याभट्टो तत्पुत्र साधु तत्पुत्र सिंघी साधुने प्रतिष्ठा कराई लिखा है, इससे यह सिद्ध भया कि सब