________________
७५
* श्री लँबेचू समाजका इतिहास *
६ मुजवार १० चोत्थत्थारी ११ बड़ोघर १२ ( श्रेष्ठी ) सेठि १३ तीन मुनैय्या १४ कुदरा १५ भुंशीपद १६ वावतारू १७ गंगरहागा १८ रुखारूपे १६ शंखा २० सुहाने २१ काकरभत्तेले २२ वरोलिया २३ भत्तेले २४ असहिया २५ वरतिहा ( वित्तिया ) २६ छेड़िहा २७ पिलखनिया २८ जीट २६ गुझोलिया ३० माहोशाहू ३१ टाटेबाबू ३२ कोलिहा ३३ जखेलिया ( जखनिया ) ३४ हरोलिहा ३५ वेदवावरे ३६ जेतपुरिया ३७ रूहिया ( रूहा ) ३८ मुरड्या ३६ बघेले ४० वलगइया ४१ सलरइया ४२ कोलिहा ४३ सिंघीपुरा ४४ वेमर ४५ पड़कुलिहा ४६ और भी इसमें गोत्र छुट गये चदोरिया या पचोलये इत्यादि पीछे से घड़वा कर दिया सत्ता सत्ता नहीं रहा भण्डरिया छुट गया उतारने में हमी भूल गए हों ।
चोथी वंशावली का विशेष विवरण
प्रथम लमकाञ्च देश वि० संवत् १४६ की साल में. देश मारवाड़ में मेवाड़ (मेदपाट) ढूंढार देशमें आये ६६६ नो सो निन्यानवे वर्ष तक तो वहाँ ही रहै इकईश २१ पीढ़ी ताई तो वहीं रहा फिर राजा माणिकराव के