Book Title: Anangpavittha Suttani Padhamo Suyakhandho
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ਕਰਨ / ਬਨਾਨ ਕੁੜੀ ਬਸਰ ਬਣਨ 195 - a Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविढ सुत्ताणि पढमो सुयखंधो ओववाइयमुत्तं, रायपसेणइयं जीवाजीवाभिगमे, पण्णवणासुत्तं रतनलाल डोशी पारसमल चण्डालिया प्रकाशक-- आखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति-रक्षक संघ - सैलाना [म. प्र.] Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ DS प्राप्ति-स्थान " 1 श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ सैलाना 457-550 (मध्य-प्रदेश) " एदुन बिल्डिंग, पहली धोबी तलाव लेन . . बंबई-४००००२ 3 " सिटी पुलिस, जोधपर (राजस्थान) मूल्य 25~0 प्रथमावृत्ति वीर संवत् 2510 विक्रम संवत् 2040 फरवरी सन् 1984 ~ मुद्रक-श्री जैन प्रिंटिंग प्रेस, सैलाना (म.प्र.) Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संपादकीय ___अनंगपविट्ठ सुत्ताणि का यह प्रथग भाग धर्मप्रिय स्वाध्यायशील पाटकों के कर-कमलों में पहुँचाते मुझे परम हर्ष हो रहा है / दिनांक 10/10/77 को सैलाना में हुई संघ की कार्यकारिणी सभा के निर्णयानुसार आगम प्रकाशन की इस योजना के अंतर्गत जिनागमों के 11 सूत्रों का अंग विभाग "अंगपविट्ठ सुत्ताणि एकारसंगसंजुओ” के रूप में जनवरी 1982 में प्रकाशित किया गया। अंगपविट्ठ सुत्ताणि के प्रकाशन के बाद शेष सूत्रों का प्रकाशन "अनंगपविट सुत्ताणि" के रूप में करना तय हुआ, मुद्रण प्रारंभ किया गया, इस पुस्तक के प्रथम आठ पेज ही कम्पोज हुए कि आगमज्ञ सुश्रावक श्रीमान् रतनलालजी सा. डोशी का दिनांक 13 / 1 / 82 को अकस्मात् स्वर्गवास हो गया। विधि की कैसी विडंबना है ? आप अपनी आंखों से इस योजना के अंतर्गत संपूर्ण सूत्रों का प्रकाशन नहीं देख पाये ? हमारा दुभीग्य ही कहिए कि उनकी उपस्थिति में में सम्पूर्ण आगम-बत्तीसी का प्रकाशन होने से रह गया। . स्व० डोशीजी सा. के आकस्मिक वियोग के पश्चात् हुई संघ की कार्यकारिणी सभा सैलाना दिनांक 3, 4 फरवरी 1982 के प्रस्ताव क्रं. 6 के अनुसार अनंगपविट्ठसुत्ताणि का मुद्रण पुनः प्रारंभ किया गया। साधन अल्प और बाधाएँ अधिक होने से प्रकाशन में विलम्ब हुआ। किसी प्रकार उपांग सूत्रों का यह प्रथम भाग प्रकाशित किया जा रहा है। .. नंदी सूत्र में श्रुतज्ञान के जो चौदह भेद बतलाये गये है उनमें अंतिम दो भेद है—१ अंगपविठ्ठ-अंगप्रविष्ट श्रुत और 2 अणंगपविलैंअनंगप्रविष्ट श्रुत-अंग बाह्य श्रुत / जो तीर्थंकर द्वारा प्रतिपादित और गणधर द्वारा रचित आगम है वे "अंगप्रविष्ट" कहलाते हैं / अंगप्रविष्ठ के आचारांग Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आदि बारह भेद हैं / पूर्वधर, श्रुत-स्थविर आदि द्वारा रचित आगम "अंगबाह्य' कहलाते हैं / अंग सूत्रों के अतिरिक्त शेष सभी सूत्र "अंगबाह्य" है / अंगबाह्य के दो भेद हैं-१ आवश्यक और 2 आवश्यक व्यतिरिक्त / आवश्यक व्यतिरिक्त के दो भेद है–१ कालिक और 2 उत्कालिक / बारह उपांग, चार मूल सूत्र और चार छेद.सूत्र ये सब आवश्यक व्यतिरिक्त के इन दो भेदो में आते हैं / अनंगपविट्ठ सुत्ताणि के इस प्रथम भाग में बारह उपांग में से प्रथम के चार उपांग सूत्र समाविष्ट किये गये है / चारों उत्कालिक सूत्र है। इनका संक्षिप्त विषय विवरण इस प्रकार है 1 ओववाइय-औपपातिक सूत्र में मुख्यतः तीन विषय है१ समवसरणाधिकार-इसमें चंपानगरी, गुणशीलचैत्य, अशोकवृक्ष, कोणिकराजा और उनकी भगवद् भक्ति, भगवान् महावीर का समवसरण, तप के 12 भेद, भगवान् के श्रमण परिवार और प्रभु की धर्मदेशना आदि का विशद वर्णन है / 2 औपपातिक अधिकार--औपपातिक पृच्छा, कर्मबंधन, मरणोत्तर उत्पत्ति का निर्णय एवं अम्बड परिव्राजक आदि का वर्णन है। : सिद्धाधिकार-केवली समुद्घात, सिद्धों के विषय में प्रश्नोत्तर और अंत में 22 गाथाओं द्वारा सिद्ध स्वरूप बतलाया गया है। 2 रायपसेणइयं-राजप्रश्नीय नामक इस द्वितीय उपांग सूत्र में , सूर्याभदेव एवं प्रदेशी राजा द्वारा किए गए प्रश्न और केशी श्रमण द्वारा दिये गये उत्तर आदि का विस्तृत वर्णन है। 3 जीवाजीवाभिगमे-जीवाजीवाभिगम नामक इस तृतीय उपांग सूत्र में जीव-अजीव-अभिगम-जीव और अजीव का विस्तृत स्वरूप, विजयदेव का वर्णन एवं मुख्यरूप से ढाईद्वीप तथा सामान्य रूप से सभी द्वीप समुद्रों का कथन है / इसमें नौ प्रतिपत्तियाँ है / 4 पण्णवणा-प्रज्ञापना नामक इस चतुर्थ उपांग में 36 पद है। एक-एक पद में एक-एक विषय का विशेष वर्णन किया गया है। आगमों में चार प्रकार के अनुयोगों का णिरुपण किया गया है Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (5) 1 द्रव्यानुयोग-इसमें जीव, पुद्गल 'धर्म, अधर्म' आकाश, काल, द्रव्य आदि का वर्णन आता है। 2 गणितानुयोग में चारों गति के जीवों की गणना आदि का वर्णन होता है। 3 चरणकरणानुयोग में चारित्र संबंधी और 4 धर्मकथानुयोग में कथा द्वारा धर्मोपदेश आदि का वर्णन आता है / प्रज्ञापना सूत्र में मुख्यतया द्रव्यानुयोग का वर्णन है परंतु कहीं-कहीं चरणकरणानुयोग एवं गणितानुयोग का विषय भी आया है। इस पुस्तक का कम्पोज सुत्तागमे की संशोधित प्रति के आधार से किया गया / यह संशोधित प्रति पू० तपस्वी श्री लालचंदजी म. सा. के परिवार के पं. र. पू० श्री पारसमुनिजी म. सा. द्वारा प्राप्त हुई, इस पर से हमने अपनी प्रति शुद्ध की और उसी से मुद्रण प्रारंभ करवाया। गेली प्रफ का मिलान सूत्रों की उपलब्ध अन्य प्रतियों से किया गया। स्व० श्री डोशीजी सा. के स्वर्गवास के बाद मुझ पर कार्यभार विशेष. रहा, साहित्य सामग्री भी कम उपलब्ध हुई और अन्य योग्य सहायक के अभाव में प्रूफ संशोधन का सारा कार्य मुझे ही करना पड़ा। अतः मै जितना चाहता था उतना तो नहीं कर सका पर जो कुछ किया जा सका, वह प्रस्तुत है। आशा है जिनवाणी के रसिक महानुभावों को यह . प्रकाशन उपयोगी लगेगा। - मैं विद्वान् नहीं हूँ, आगमज्ञान और अनुभव भी विशेष नहीं परंतु मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे विगत 4, 5 वर्षों से श्रद्धेय डोशीजी सा. के सान्निध्य में रह कर कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। उन्हीं के आशीर्वाद और वरद् कृपा से मैं यह गुरुतर कार्य कर सका हूँ। इस प्रकाशन में दृढधर्मी सुश्रावक श्रीमान् जशवंतलालभाई शाह बम्बई निवासी का समय 2 पर मार्गदर्शन . प्राप्त होता रहा, इसके लिये मैं उनका हृदय से आभारी हूँ। प्रूफ संशोधन में सावधानी रखते हुए भी कार्य व्यस्तता एवं दृष्टिदोष से अशुद्धियाँ रहना संभव है। अतः सुज्ञ पाठकों एवं विद्वदजनों से नम्र निवेदन है कि वे अशुद्धियों के बारे में हमें सूचित करने का कष्ट करें ताकि सम्पूर्ण उपांग सूत्रों के प्रकाशन के साथ शुद्धिपत्र प्रकाशित किया जा सके। Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (6) जिन धर्मोपासक संघ संरक्षक दानवीर महानुभावों के उदारतापूर्ण सहयोग से यह आगम सेवा बन सकी है / उन सभी का मैं आभारी हूँ। इस समय द्वितीय भाग में शेष उपांग व छेद सूत्र छप चुके है, मूल सूत्रों का मुद्रण चल रहा है / हमारा प्रयास है कि यह भी शीघ्र पाठकों की सेवा में पहुँचावें। इस पुस्तक में यदि कहीं कोई भूल रह गई हो या सिद्धांत के विरुद्ध प्रकाशन हुआ हो तो अनंत सिद्धों की साक्षी से "मिच्छामि दुकडं" / '--पारसमल चंडालिया सैलाना दि. 15 / 2 / 1984 क Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अस्वाध्याय निम्न लिखित चौतीस कारण टाल कर स्वाध्याय करना चाहिये। आकाश सम्बन्धी 10 अस्वाध्याय कालमर्यादा 1 बड़ा तारा टूटे तो .. एक प्रहर 2 दिशा-दाह*............. जबतक रहे 3 अकाल में मेघ-गर्जना हो तो............. दो प्रहर 4 " बिजली चमके तो............. एक प्रहर ___ 5 " बिजली कड़के तो.......... दो प्रहर 6 शक्ल पक्ष की 1-2-3 की रात........ प्रहर रात्रि तक 7 आकाश में यक्ष का चिन्ह हो........ जब तक दिखाई दे 8-9 काली और सफेद ●अर........ जब तक रहे 10 आकाश-मण्डल धूलि से आच्छादित हो....... " - औदारिक सम्बन्धी 10 अस्वाध्याय 11-13 हड्डी, रक्त और मांस, ये तिर्यच के 60 हाथ के ... भीतर हो / मनुष्य के हो तो 100 हाथ के भीतर * आकाश में किसी दिशा में नगर जलने या अग्नि की लपटें उठने जैसा दिखाई दे और प्रकाश हो तथा नीचे अंधकार हो, वह दिशा-दाह है। Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (8) हो / मनुष्य की हड्डी यदि जली हो / धुली न हो तो 12 वर्ष तक। 14 अशुचि की दुर्गन्ध आवे या दिखाई दे . तब तक 15 श्मशान भूमि सौ हाथ से कम दूर हो तो 16 चन्द्रग्रहण--खण्ड ग्रहण में 8 प्रहर, पूर्ण हो तो 12 प्रहर 17 सूर्य ग्रहण " 12 . " 16 " . 18 राजा का अवसान होने पर / जब तक नया राजा घोषित - न हो। 19 युद्ध स्थान के निकट....... . जब तक युद्ध चले। 20 उपाश्रय में पंचेन्द्रिय का शव पड़ा हो / जब तक पड़ा रहे / 21-25 आषाढ़, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक और चैत्र की पूर्णिमा / .......... दिन-रात 26-30 इन पूणिमाओं के बाद की प्रतिपदा " 31-34 प्रातः, मध्यान्ह, संख्या और अर्द्धरात्रि / 1-1 मुहूर्त / उपरोक्त अस्वाध्याय को टाल कर स्वाध्याय करना चाहिए / खुले मुँह नहीं बोलना तथा दीपक के उजाले में नहीं बाँचना चाहिए। नोट- मेघ-गर्जनादि में अकाल, आर्द्रा नक्षत्र से पूर्व और स्वांति के बाद का माना गया है। Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविढ सुत्ताणि ओववाइयसुत तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा णाम णयरी होत्था, रिद्धस्थिमियसमिद्धा पमुइयजणजाणवयां आइण्णजणमणुस्सा हलसयसहस्ससंकिट्टविकिट्ठलठ्ठपण्णत्तसेउसीमा कुक्कुडसंडेयगामपउरा उच्छुजवसालिकलिया गोमहिसगवेलगप्पभूया आयारवंतचेइय-जुवइ-विविह-सण्णिविठ-बहुला उक्कोडियगायगंठिभेयगभडतक्करखंडरक्खरहिया खेमा णिस्वद्दवा सुभिक्खा वीसत्थसुहावासा अणेगकोडिकुडुंबियाइण्णणिबुयसुहा णडणगजल्लमल्लमुट्ठियवेलंबयकहगपगलासगआइक्खगलंखमंस्तूणइल्लतुंबवीणियअणेगतालायराणुचरिया आरामुजाणअगडतलागदीहियवप्पिणिगुणोववेया णंदणवणसण्णिभप्पगासा उव्विद्धविउलगंभीरखायफलिहा चक्कगयमुसुंढिओरोहसयन्घिजमलकवाडघणदुप्पवेसा धणुकुडिलवंकपागारपरिक्खित्ता कविसीसयवट्टरइयसंठियविरायमाणा अट्टालयचरियदारंगोपुरतोरणउण्णयसुविभत्तरायमग्गा छेयायरियरइयदढफलिहइंदकीला विवणिवणिच्छेत्तसिप्पियाइण्णाणिव्यसुहा सिंघाडगतिगचउक्कचच्चरपणियावणविविहवत्थुपरिमंडिया सुरम्मा णवइपविइण्णमहिवइपहा अणेगवरतुरगमत्तकुंजररहपहकरसीयसंदमाणीयाइण्णजाणजुग्गा विमउलणवणलिणिसोमियजला पंडुरवरभवणसण्णिमहिया उत्ताणणयणपेच्छणिजा पासादीया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरूवा // 1 // तीसे णं चंपाए णयरीए बहिया उत्तरपुरस्थिमे दिसीभाए पुण्णभद्दे णामं चेइए होत्था, चिराईए पुव्वपुरिस पण्णत्ते पोराणे सदिए वित्तिए ( कित्तिए ) णाए सच्छत्ते सज्झए सघंटे सपडागाइपडागमंडिए सलोमहत्थे कयवेयदिए लाउल्लोइयमहिए गोसीस-सरस-रत्त-चंदणदद्दरदिण्ण-पंचंगुलितले उवचियचंदणकलसे चंदणघड-सुकयतोरण-पडिदुवारदेसभाए आसत्तोसत्तविउलवट्ट-वग्धारिय मल्लदामकलावे पंचवण्णसरससुरहिमुक्कपुष्फ पुंजोवयारकलिए कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्क-धूवमघमघंतगंधुद्धयाभिरामे सुगंधवर-गंधगंधिए गंधवटिभूए णडणट्टगजल्लमल्ल-मुट्ठिय-वेलंबयपवगकहगलासग-आइक्खग-लखमंख-तूणइलतुंबवीणिय-भुयगमागहपरिगए बहुजण Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि जाणवयस्स विस्सुय-कित्तिए बहुजणस्स आहुस्स आहुणिज्जे पाहुणिज्जे अच्चणिज्जे वंद णिज्जे णमंसणिज्जे पूयणिज्जे सक्कारणिज्जे सम्माणणिज्जे कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं विणएणं पज्जुवासणिज्जे दिव्वे सच्चे सच्चोवाए सण्णिहिय-पाडिहेरे जागसहस्सभागपडिच्छए बहुजणो अच्चेइ आगम्म पुण्णभई चेइयं पुण्णभदं चेइयं // 2 // से णं पुण्णभद्दे चेइए एक्केणं महया वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, से णं वणसंडे किण्हे किण्होभासे णीले णीलोभासे हरिए हरिओभासे सीए सीओभासे गिद्धे गिद्धोभासे तिव्वे तिव्योभासे किण्हे किण्हच्छाए णीले णीलच्छाए हरिए हरियच्छाए सीए सीयच्छाए गिद्धे णिद्धच्छाए तिव्वे तिव्वच्छाए घणकडिअकडिच्छाए रम्मे महामेहणिकुरंबभूए। ते णं पायवा मूलमंतो कंदमंतो खंधमंतो तयामंतो सालमंतो पवालमंतो पत्तमंतो पुप्फमंतो फलमंतो बीयमंतो अणुपुव्वसुजाय-रुइल-वट्टभावपरिणया एकखंधा अणेगसाला अणेगसाहप्पसाहविडिमा अणेगणवाम-सुप्पसारिअअग्गेज्झघणविउल-बद्धखंधा अच्छिद्दपत्ता अविरलपत्ता अवाईणपत्ता अणईयपत्ता णिधूयजरढपंडुपत्ता णवहरियभिसंतपत्तभारंधकारगंभीर-दरिसणिजा उवणिग्गयणवतरुणपत्त पल्लवकोमलउज्जलचलंत-किसलय सुकुमाल-पवाल-सोहियवरंकुरग्गसिहरा णिच्चं कुसुमिया णिच्चं माइया णिच्चं लवइया णिच्चं थवइया णिच्चं गुलइया णिच्चं गोच्छिया णिच्चं जमलिया णिच्चं जुवलिया णिच्चं विणमिया णिच्चं पणमिया गिच्चं कुसुमियमाइयलवइयथवइयगुलइयगोच्छियजमलियजुवलियविणमिय-पणमिय-सुविभत्तपिंड-मंजरि-वडिंसयधरा सुयवरहिणमयण-साल-कोइलकोहंगक-भिंगारककोडलकजीवंजीवग-णंदीमुह-कविल-पिंगलक्खगकारंड चक्कवाय-कलहंससारस अणेगसउणगणमिहुण-विरइय-सद्दुण्णइय-महुर सरणाइए सुरम्मे संपिंडियदरिय-भमर-महयरिपहकर-परिलिंत-मत्त-छप्पय-कुसुमासव-लोल-महुर-गुमगुमंत-गुंजत-देसभागे अब्भंतरपुप्फफले बाहिरपत्तोच्छपणे पत्तेहि य पुप्फेहि य उच्छण्ण पडिवलिच्छण्णे साउफले णिरोयए अकंटए णाणाविह गुच्छ-गुम्म-मंडवग-रम्म-सोहिए विचित्त-सुह-केउभूए वावीपुक्खरिणी दीहियासु य सुणिवेसिय-रम्म-जालहरए / पिंडिम णीहारिम-सुगंधिसुह-सुरभिमणहरं च मया गंधद्धणिं मुयंता णाणाविहगुच्छ-गुम्म-मंडवक-घरकखुहसेउकेउबहुला अणेगरहजाणजुग्ग-सिवियपविमोयणा सुरम्मा पासादीया दरिसणिज्जा अभिरूवा पडिरूवा / तस्सणं वणसंडस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महं एक्के असोगवरपायवे 50 कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूले मूलमंते कदमते खंधमंते तयामते सालमंते पवालमंते Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं पत्तमंते पुष्पमंते फलमंते बीयमंते अणुपुव्वसुजायरुइलवट्टभावपरिणए एक्कखधे अणेगसाले अणेगसाहप्पसाहविडिमे अणेगणरवामसुप्पसारियअग्गेज्झघणविउलबद्धखंधे अच्छिद्दपत्ते अविरलपत्ते अवाईणपत्ते अणईयपत्ते णिधूयजरढपंडुपत्ते णवहरियभिसंतपत्तभारंधकारगंभीरदरिसणिज्जे उवणिग्गयणवतरुणपत्तपल्लवकोमल उज्जलचलंतकिसलयसुकुमालपवालसोहियवरंकुरग्गसिहरे णिच्चं कुसुमिए णिच्चं माइए णिच्चं लवइए णिच्चं थवइए णिच्चं गुलइए णिच्चं गोच्छिए णिच्चं जमलिए णिच्च जुवलिए णिच्चं विणमिए णिच्चं पणमिए णिच्चं कुसुभियमाइयलवइयथवइयगुलइयगोच्छियजमलियजुवलियविणमियपणमियसुविभत्तपिंडमंजरिवडिंसयधरे सुयबरहिणमयणसालकोइलकोहंगकभिंगारककोंडलकजीवंजीवगणंदीमुहकविलपिंगलक्खगकारंडचक्कवायकलहंससारस अणेगसउणगणमिहुणविरइयसढुण्णइयमहुरसरणाइए सुरम्मे सपिडियदरियभमरमहुयरिपहकरपरिलिंतमत्तछ पयकुसुमासवलोलमहुर-गुमगुमंत-गुंजंतदेसभागे अभंतरपुप्फफले बाहिरपत्तोच्छण्णे, पत्तेहि य पुप्फेहि य उच्छण्णपडिवलिच्छण्णे साउफले गिरोयए अकंटए णाणाविहगुच्छगुम्ममंडवगरम्मसोहिए विचित्तसुहकेउभूए वावीपुक्खरिणीदीहियासु य सुनिवेसियरम्मजालहरए पिंडिमणीहारिमसुगंधिसुहसुरभिमणहरं च महया गंधद्धणिं मुयंते णाणाविहगुच्छगुग्ममंडवकघरकसुहसेउकेउबहुले अणेगरहजाणजुग्गसिवियपविमोयणे सुरम्मे पासादीए दरिसणिज्जे अभिरुवे पडिरूवे / से णं असोगवरपायवे अण्णेहिं बहाहिं तिलएहिं लउएहिं छत्तोवेहिं सिरीसेहिं सत्तवण्णाहिँ दहिवण्णेहिं लोद्धेहिं धवहिं चंदणेहिं अज्जुणोहिं णीवहिं कुडएहिं कलंबेहिं सव्वेहि फणसेहिं दाडिमेहिं सालहिं तालेहिं तमालहिं पियएहिं पियंगूहिं पुरोवगेहिं रायरुक्खाह णंदिरुक्खहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते / ते णं तिलया लवइया जाव णंदिरुक्खा कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूला मूलमंतो कंदमंतो,एएसिं वण्णओ भाणियव्यो जाव सिवियपविमोयणा सुरम्मा पासादीया दरिसणिजा अभिरूवा पडिरूवा / ते णं तिलया जाव णंदिरुक्खा अण्णेहिं बहूहिं पउमलयाहिं णागलयाहिं असोगलयाहिं चंपगलयाहिं चूयलयाहिं वणलयाहिं वासंतियलयाहिं अइमुत्तयलयाहिं कुंद• लयाहिं सामलयाहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता / ताओ णं पउमलयाओ णिच्चं कुसुमियाओ जाव वडिंसयधरीओ पासादीयाओ दरिसणिजाओ अभिरुवाओ पडिरूवाओ।।३||तस्स णं असोगवरपायवस्स हेहा ईसिं खंधसमल्लीणे एत्थ णं महं एक्के पुढविसिलापट्टए पण्णत्ते, विक्खभायामउस्सेहसुप्पमाणे किण्हे अंजणघणकिवाणकुव Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 4 अनंगपविट्ठसुत्ताणि लयहलधरकोसेजागासकेसकजलंगीखंजणसिंगभेदरियजंबूफलअसणकसणबंधणणीलुप्पलपत्तनिकरअयसिकुसुमप्पगासे मरगयमसारकलित्तणयणकीयरांसिवण्णे णिद्धघणे अहसिरे आयसयतलोवमे सुरमे ईहामियउसभतुरगनरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ते आईणगरूयबूरणवणीयतूलफरिसे सीहासणसंठिए पासादीए दरिसणिज्जे अभिरुवे पडिरूवे // 4 // तत्थ णं चंपाए णयरीए कूणिए णामं राया परिवसइ, महयाहिमवंतमहंतमलयमंदरमहिंदसारे अच्चंतविसुद्धदीहरायकुलवंससुप्पसूए णिरंतरं रायलक्खणविराइयंगमंगे बहुजणबहुमाणपूइए सव्वगुणसमिद्धे खत्तिए मुइए मुद्धाहिसित्ते माउपिउसुजाए दयपत्ते सीमंकरे सीमंधरे खेमंकरे खेमंधरे मणुस्सिदे जगवयपिया जणवयपाले जणवयपुरोहिए सेउकरे केउकरे णरपवरे पुरिसवरे पुरिसंसीहे पुरिसवग्वे पुरिसासीविसे पुरिसपुंडरीए पुरिसवरगंधहत्थी अड्ढे दित्ते वित्ते विच्छिण्णविउलभवणसयणासणजाणवाहणाइण्णे बहुधणबहुजायरूवरयए आओगपओगसंपउत्ते विच्छडिड्यपउरभत्तपाणे बहुदासीदासगोमहिसगवेलगप्पभूए पडिपुण्णजंतकोसकोडागाराउहागारे बलवं दुब्बलपच्चामित्ते ओहयकंटयं णिहयकंटयं मलियकंटयं उद्धियकंटये अकंटयं ओहयसत्तुं णिहयसत्तुं मलियसत्तुं उद्धियसत्तुं णिज्जियसत्तुं पराइयसत्तुं ववगयदुभिक्खं मारिभयविप्पमुक्कं खेमं सिवं सुभिक्ख पसंतडिंबडमरं रज्जं पसासेमाणे विहरइ // 5 // तस्स णं कोणियस्स रण्णो धारिणी णामं देवी होत्था, सुकुमालपाणिपाया अहीणपडिपुण्णपंचिंदियसरीरा लक्खणवंजणगुणोववेया माणुम्माणप्पमाणपडिपुण्णसुजायसव्वंगसुंदरंगी ससिसोमाकारकंतपियदंसणा सुरूवा करयलपरिमियपसत्थतिवलियवलियमज्झा कुंडलुल्लिहियगंडलेहा कोमुइरयणियरविमलपडिपुण्णसोमवयणा सिंगारागारचारुवेसा संगयगयहसियभणियविहियविलाससललियसंलावणिउणजुत्तोवयारकुसला(सुंदर थणजघणवयणकरचरण णयणलावण्ण विलास कलिया) पासादीया दरिसणिजा अभिरुवा पडिरूवा, कोणिएणं रण्णा भंभसारपुत्तेणं सार्द्ध अणुरत्ता अविरत्ता इठे सद्दफरिसरसरूवगंधे पंचविहे माणुस्सए कामभोए पच्चणुभवमाणी विरहइ // 6 // तस्सणं कोणियस्स रण्णो एक्के पुरिसे विउलकयवित्तिए भगवओ पवित्तिवाउए भगवओ तद्देवसियं पवित्ति णिवेएइ, तस्स णं पुरिसस्स बहवे अण्णे पुरिसादिण्णभइभत्तवेयणा भगवओ पवित्तिवाउया भगवओ तद्देवसियं पवित्तिं णिवेदेति // 7 // तेणं कालेणं तेणं समएणं कोणिए राया भंभसारपुत्ते बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए अणेगगणणायगदंडणायगराई Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं सरतलवरमाडंबियकोडंबियमंतिमहामंतिगणगदोवारिय अमच्चचेडपीढमद्दणगरणिगमसेठिसेणावइसत्थवाहदूयसंधिवालसद्धिं संपरिबुडे विहरइ॥८॥तेणं कालेणंतेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आइगरे तित्थगरे सहसंबुद्धे पुरिसुत्तमे पुरिससीहे पुरिसवरपुंडरीए पुरिसवरगंधहत्थी अभयदए चक्खुदए मग्गदए सरणदए जीवदए दीवो ताणं सरणं गई पइट्टा धम्मवरचाउरंतचक्कवट्टी अप्पडिहयवरनाणदंसणधरे वियट्टच्छउमे जिणे जाणए तिण्णे तारए' मुत्ते मोयए' बुद्ध बोहए सव्वण्णू सव्वदरिसी सिवमयलमरुयमणंतमक्खयमव्वाबाहमपुणरावत्तियं सिद्धिगइणामधेयं ठाणं संपाविउकामे अरहा जिणे केवली सत्तहत्थुस्सेहे समचउरंससंठाणसंठिए वजरिसहणारायसंघयणे अणुलोमवाउवेगे कंकग्गहणी कवोयपरिणामे सउणिपोसपितरोरुपरिणए पउमुष्पलगंधसरिसणिस्साससुरभिवयणे छवी णिरायंकउत्तमपसत्थअइसेयणिरुवमपले(तले) जल्लमल्लकलंकसेयरयदोसवज्जियसरीरणिरुवलेवे छायाउज्जोइयंगमंगे घणणिचि. यसुबद्धलक्खणुण्णयकूडागारनिभपिंडियग्गसिरए सामलिबोंडघणणिचियच्छोडियमिउविसयपसत्थसुहुमलक्खणसुमंधसुंदरभुयमोयगभिंगनेलकजलपहिहभमरगणणिद्धणिकुरुंबनिचियकुंचियपयाहिणावत्तमुद्धसिरए दालिमपुप्फप्पगासतवणिजसरिसणिम्मलसुणिदकेसंतकेसभूमी घण(णिचिय)छत्तागारुत्तमंगदेसे णिव्वणसमलहमचंदद्धसमणिडाले उडुवइपडिपुण्णसोमवयणे अल्लीणपमाणजुत्तसवणे सुस्सवणे पीणमंसलकवोलदेसभाए आणामियचावरुइलकिण्हन्भराइतणुक सिणणिद्धभमुहे अवदालियपुंडरीयणयणे कोयासियधवलपत्तलच्छे गरुलायउज्जुतुंगणासे उवचियसिलप्पवालाबबफलसण्णिभाहरोठे : पंडुरससिसयलविमलणिम्मलसंखगोक्खीरफेणकुंददगरयमुणालियाधवलदंत्तसेढी अखं उदंते अप्फुडियदंते अविरलदंते सुणिद्धदंते सुजायदंते एगदंतसेढीविव अणेगदंते हुयवहणिद्धतघोयतत्ततवणिज्जरत्ततलतालुजीहे अवट्ठियसुविभत्तचित्तमंसू मंसलसंठियपसत्थसदूलविउलहणुए चउरंगुलसुप्पमाणकंबुवरसरिसग्गीवे वरमहिसवराहसीहसदूलउसभणागवरपडिपुण्णविउलक्खंधे जुगसन्निभपीणरइयपीवरपउहसुसंठियसुसिलिहविसिघणथिरसुबद्धसंधिपुरवरफलिहवट्टियभुए भुयईसरविउलभोगआयाणफलिहउच्छूढदीहबाहू रत्ततलोवइयमउयमंसलसुजायलक्खणपसत्थअच्छिद्दजालपाणी पीवर कोमलवरंगुली . आयंबतंबतलिणसुइरुइलणिद्धणक्खे चंदपाणिलेहे सूरपाणिलेहे संखपाणिलेहे चक्कपाणिलेहे दिसासोथियपाणिलेहे चंदसूरसंखचक्कदिसासोथियपाणिलेहे कणगसिलायलुजलपसत्थसमतलउवचियविच्छिण्णपिहुलवच्छे सिरिवच्छं Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . अनंगपविट्ठसुत्ताणि कियवच्छे अकरंडुयकणगरुययणिम्मलसुजायनिरुवहयदेहधारी. अहसहस्सपडिपुण्णवरपुरिसलक्खणधरे सण्णयपासे संगयपासे सुंदरपासे सुजायपासे मियमाइयपीणरइयपासे उज्जुयसमसहियजच्चतणुकसिणणिद्धआइजलडहरमणिजरोमराई झसविहगसुजायपीणकुच्छी झसोयरे सुइकरणे पउमवियडणाभे गंगावत्तगपयाहिणावत्ततरंगभंगुररविकिरणतरुणबोहियअकोसायंतपउमगंभीरवियडणाभे साहयसोणंदमुसलदप्पणणिकरियवरकणगच्छरुसरिसवरवहरवलियमज्झे पमुइयवस्तुरगसीह(अइरेग)वरवट्टियकडी(पसत्थ)वरतुरगसुजायसुगुज्झदेसे आइण्णहउव्व णिरुवलेवे वरवारणतुल्लविक्कमविलसियगई गयससणसुजायसन्निभोरू समुग्गणिमग्गगूढजाणू एणीकुरुविंदावत्तवट्टागुपुव्वजंघे संठियसुसिलिगूढगुप्फे सुप्पइट्ठियकुम्मचारुचलणे अणुपुव्वसु(साहयपीवरं)संहयंगुलीए उण्णयतणुतंबणिद्धणक्खे रत्तु फलपत्तमउयसुकुमालकोमलतले अहसहस्सवरपुरिसलक्खणधरे णगणगरमगरसागरचक्कंकदरंकमंगलंकियचलणे विसिहरूवे हुयवहनिळूमजलियतडितडियतरुणरविकिरणसरिसतेए अणासवे अममे अकिंचणे छिन्नसोए णिरुवलेवे ववगयपेमरागदोसमोहे णिग्गंथस्स पवयणस्स देसए सत्थनायगे पइहावए समणगपई समणगावंदपरिअट्टए ,चउत्तीसबुद्धवयणाइसेसपत्ते पणतीससच्चवयणाइसेसपत्ते आगासगएणं चक्केणं आगासएणं छत्तेणं आगासियाहिं (सेयवर)चामराहिं आगासफलिआमएणं सपायवीढेणं सीहासणेणं धम्मज्झएणं पुरओ पकढिजमाणेणं चउद्दसहिं समणसाहस्सीहिं छत्तीसाए अज्जियासाहस्सीहिं सद्धिं संपरिखुड़े पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाणुम्गामं दूइजमाणे सुहंसुहेणं विहरमाणे चंपाए णयरीए बहिया उवणगरग्गामं उवागए चंपं णयरिं पुण्णभदं चेइयं समोसरिउकामे // 9 // तए णं से पवित्तिवाउए इमीसे कहाए लढे समाणे हहतुहचित्तमाणदिए पीइमणे परमसोमणस्सिए हरिसवसविसप्पमाणहियए हाए कयबलिकम्मे कयकोउयमंगलपायच्छित्ते सुद्धप्पवेसाई मंगलाई वत्थाई पवरपरिहिए अप्पमहग्याभरणालंकियसरीरे सयाओ गिहाओ पडिणिक्खमइ सयाओ गिहाओ पडिणि खमित्ता चंपाए णयरीए मज्झमज्झेणं जेणेव कोणियस्स रण्णो गिहे जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव कूणिए राया भंभसारपुत्ते तेणेव उवागच्छइ 2 ता. करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु जएणं विजएणं वृद्धावेइ 2 त्ता एवं वयासी-जस्स णं देवाणुप्पिया दंसणं कंखंति जस्स णं देवाणुप्पिया दंसणं पीहंति जस्स णं देवाणुप्पिया दंसणं पत्थंति जस्स णं देवाणुप्पिया दंसणं अभिलसंति जस्स Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं णं देवाणुपिया णामगोत्तस्सवि सवणयाए हतुट्ठ जाव हियया भवंति, से णं समणे भगवं महावीरे पुव्वाणुपुचि चरमाणे गामाणुग्गामं दूइजमाणे चंपाए णयरीए उवणगरगाम उवागए चंपं णयरिं पुण्णभदं चेइयं समोसरिउकामे, तं एयं णं देवाणुप्पिाणं पियट्टयाए पियं णिवेदेमि, पियं ते भवउ // 10 // तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते तस्स पवित्तिवाउयस्स अंतिए एयमळं सोच्चा णिसम्म हड्तुह जाव हियएधाराहय-नीव-सुरभिकुसुम-चंचुमालइय-उच्छिय-रोमकूवे, वियसियवरकमलणयणवयणे पयलियवरकडगतुडियकेऊरमउडकुंडलहारविरायंतरइयवच्छे पालंबपलंबमाणघोलंतभूसणधरे ससंभमं तुरियं चवलं णरिंदे सीहासणाओ अब्भट्ठेइ 2 त्ता पायपीढाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता पाउयाओ ओमुयइ 2 त्ता अवहटु पंच रायककुहाई तंजहा-खग्गं 1 छत्तं 2 उम्फेसं 3 वाहणाओ 4 वालवी पणं 5 एगसाडियं उत्तरासंगं करेइ 2 त्ता आयते चोक्खे परमसुइभूए अंजलिमउलियग्गहत्थे तित्थगराभिमुहे सत्तह पयाई अणुगच्छइ सत्तह पयाहं अणुगच्छित्ता वामं जा' अंचेइ वामं जाणुं अंचेत्ता दाहिणं जाणुं धरणितलंसि साहटटु तिक्खुनो मुद्धाणं धरणितलंसि णिवेसेइ 2 त्ता ईसिं पच्चुण्णमइ पच्चुण्णमित्ता कडगतुडियर्थभियाओ भुयाओ पडिसाहरइ 2 त्ता करयल जाव कटु एवं वयासी-णमोऽत्थु णं अरिहंताणं भगवंताणं आइगराणं तित्थगराणं सयंसंबुद्धाणं पुरिसुत्तमाणं पुरिससीहाणं पुरिसवरपुंडरीयाणं पुरिसवरगंधहत्थीणं लोगुत्तमाणं लोगनाहाणं लोगहियाणं लोगपईवाणं लोगपज्जोयगराणं अभयदयाणं चक्खुदयाणं मग्गदयाणं सरणदयाणं जीवदयाणं बोहिंदयाणं धम्मदयाणं धम्मदेसयाणं धम्मणायगाणं धम्मसारहीणं धम्मवरचाउरंतचक्कवट्टीणं दीवो ताणं,सरणं गई पइहा अप्पडिहयवरणाणदंसणधराणं वियदृछउमाणं जिणाणं जावयाणं तिण्णाणं तारयाणं बुद्धाणं बोहयाणं मुत्ताणं मोयगाणं सव्वन्नूणं सव्वदरिसीणं सिवमयलमरुयमणंतमक्खयमव्वाबाहमपुणरावत्तिसिद्धिगइनामधेयं ठाणं संपत्ताणं, णमोऽत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स आइगरस्स तित्थगरस्स जाव संपाविउकामस्स मम धम्मायरियस्स धम्मोवदेसगस्स, वंदामि णं भगवंतं तत्थ गयं इह गए, पासइ मे (मे से) भगवं तत्थ गए इह गयंति कटु वंदई णमंसइ वंदित्ता. णमंसित्ता सीहासणवरगए पुरत्थाभिमुहे 'णिसीयइ जिंसीइत्ता तस्स पवित्तिवाउयस्स अट्रुत्तरसयसहस्सं पीइदाणं दल यइ दलइत्ता सक्कारेइ सम्माणेइ सक्कारित्ता सम्माणित्ता एवं वयासी-जया णं देवाणुप्पिया ! समणे भगवं महावीरे इहमागच्छेजा इह समोसरिजा इहेव चंपाए णयरीए Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि बहिया पुण्णभद्दे चेइए अहापडिरूवं उम्गहं उम्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरेजा तया णं मम एयमझें णिवेदिजासित्तिकटु विसजिए'॥११॥ तए णं समणे भगवं महावीरे कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए फुल्लुप्पलकमलकोमलुम्मिलियंमि अहपंडुरे पहाए रत्तासोगप्पगासकिसुयसुयमुहगुंजद्धरागसरिसे कमलागरसंडबोहए उठ्ठियम्मि सूरे सहस्सरसिमि दिणयरे तेयसा जलंते जेणेव चंपा णयरी जेणेव. पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता अहापडिस्वं उग्गहं उम्पिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ // 12 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे समणा भगवंतो अप्पेगइया उग्गपव्वइया भोगपव्वइया राइण्ण० णाय० कोरव्व० खत्तियपव्वइया भडा जोहा सेणावई पसत्थारो सेट्ठी इन्भा अण्णे य बहवे एवमाइणो उत्तमजाइकुलरूखविणयविण्णाणवण्णलावण्णविक्कमपहाणसोभग्गकंतिजुत्ता बहुधणधण्णणिचयपरियालफिडिया परवइगुणाइरेगा इच्छियभोगा सुहसंपललिया किंपागफलोवमं च मुणिय विसयसोक्खं जलबुब्बुयसमाणं कुसग्गजलबिंदुचंचलं जीवियं च णाऊण अर्धवमिणं रयमिव पडग्गलग्गं संविधुणित्ता णं चइत्ता हिरण्णं जाव पव्वइया, अप्पेगइया अद्धमासपरिआया अप्पेगइया मासपरिआया एवं दुमास-तिमास जाव एक्कारस० अप्पेगइया वासपरिआया दुवास० तिवास० अप्पेगइया अणेगवासपरिआया संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणा विहरंति // 13 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे णिग्गंथा भगवंतो अप्पेगइया आभिणिबोहियणाणी जाव केवलणाणी अप्पेगइया मणबलिया वयबलिया कायबलिया (णाणबलिया दंसणबलिया चारित्तबलिया) अप्पेगइया मणेणं सावाणुग्गहसमत्था 3 अप्पेगइया खेलोसहिपत्ता एवं जलोसहि० विप्पोसहि० आमोसहि० सव्वोसहि० अप्पेगइया कोहबुद्धी एवं बीयबुद्धी पडबुद्धी अप्पेगइया पयाणुसारी अप्पेगइया संभिन्नसोया अप्पेगइया खीरासवा अप्पेगइया महुआसवा अप्पेगइया सप्पिआसवा अप्पेगइया अक्खीणमहाणसिया एवं उज्जुमई अप्पेगइया विउलमई विउव्वणिड्ढिपत्ता चारणा विजाहराआगासाइवाइणो // अप्पेगइया कणगावलिं तवोकम्मं पडिवण्णा एवं एगावलिं खुड्डागसीहणिक्कीलियं तवोकम्मं पडिवण्णा अप्पेगइया महालयं सीह णिक्कीलियं तवोकम्मं पडिवण्णा भद्दपडिमं महाभद्दपडिमं सव्वओभद्दपडिम आयंबिलवद्धमाणं तवोकम्मं पडिवण्णा मासियं भिक्खुपडिमं एवं दोमासियं पडिमं तिमासियं पडिमं जाव सत्तमासियं Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं भिक्खुपडिमं पडिवण्णा अप्पेगइया पढम सत्तराइंदियं भिक्खुपडिमं पडिवण्णा जाव तच्चं सत्तराइंदियं भिक्खुपडिम पडिवण्णा अहोराइंदियं भिक्खुपडिमं पडिवण्णा एकराइंदियं भिक्खुपडिमं पडिवण्णा सत्तसत्तमियं भिक्खुपडिमं अहमियं भिक्खुपडिमं णवणवमियं भिक्खुपडिमं दसदसमियं 'भिक्खुपडिमं खुड्डियं मोयपडिमं पडिवण्णा महल्लियं मोयपडिमं पडिवण्णा जवमझं चंदपडिमं पडिवण्णा वइर(वज्ज)मझं चंदपडिमं पडिवण्णा संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरंति // 14 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे थेरा भगवंतो जाइसंपण्णा कुल० बल० रूव० विणय० णाण० दंसण० चरित्त० लज्जा० लाघव० ओयंसी तेयंसी वच्चंसी जसंसी जियकोहा जियमाणा जियमाया जियलोभा जियइंदिया जियणिद्दा जियपरीसहा जीवियासमरणभयविप्पमुक्का वयप्पहाणा गुणप्पहाणा करणप्पहाणा चरणप्यहाणा णिग्गहप्पहाणा णिच्छयप्पहाणा अजवप्पहाणा मद्दवप्पहाणा लाघवप्पहाणा खंतिप्पहाणा मुत्तिप्पहाणा विजापहाणा मंतप्पहाणा वेयप्पहाणा बंभप्पहाणा णयप्पहाणा णियमप्पहाणा सच्चप्पहाणा सोयप्पहाणा चारुवण्णा लज्जातवस्सीजिइंदिया सोही अणियाणा अप्पुस्सुया अबहिलेसा अप्पडिलेस्सा सुसामण्णरया दंता (बहूणं आयरिया बहूणं उवज्झाया दीवो ताणं सरणं गई पइटा) इणमेव णिग्गंथं पावयणं पुरओकाउं विहरंति / तेसि णं भगवंताणं आयावायावि विदिता भवंति परवाया विदिता भवंति आयावायं जमइत्ता णलवणमिव मत्तमातंगा अच्छिद्दपसिणवागरणा रयणकरंडगसमाणा कुत्तियावणभूया. परवादियपमद्दणा दुवालसंगिणो समत्तगणिपिडगधरा सव्वक्खरसण्णिवाइणो 'सव्वभासाणुगामिणो अजिणा जिणसंकासा जिणा इव अवितहं वागरमाणा संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणा विहरंति // 15 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे अणगारा भगवंतो ईरियासमिया भासासमिया एसणासमिया आयाणभंडमत्तणिक्खेवणासमिया उच्चार-पासवण-खेलसिंघाणजल्ल-पारिहावणियासमिया मणगुत्ता वयगुत्ता कायगुत्ता गुत्ता गुत्तिदिया गुत्तबंभयारी अममा अकिंचणा छिण्णग्गंथा छिण्णसोया णिरुवलेवा कंसपाईव मुक्कतोया संख इव णिरंगणा जीवो विव अप्पडिहयगई जच्चकणगंपिव जायरूवा आदरिसफलगाविव पागडभावा कुम्मो इव गुतिंदिया पुक्खरपत्तं व णिरुवलेवा गगणमिव णिरालंबणा अणिलो इव णिरालया चंदो इव सोमलेसा सूरो इव दित्ततेया सागरो इव गंभीरा विहग इव सव्वओ Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि विप्पमुक्का मंदर इव अप्पकंपा सारयसलिलं व सुद्धहियया खम्गिविसाणं व एगजाया भारंडपक्खी व अप्पमत्ता कुंजरो इव सोंडीरा वसभो इव जांयत्थामा सीहो इव दुद्धरिसा वसुंधरा इव सव्वफासविसहा सुहृययासणे इव तेयसा जलंता णन्थि णं तेसिंणं भगवंताणं कत्थह पडिबंधे भवइ, से य पडिबंधे चउविहे पण्णत्ते, तंजहादव्वओ खित्तओ कालओ भावओ, दवओणं सचित्ताचित्तमीसिएसु दव्वेसु, खेत्तओ गामे वा णयरे वा रणे वा खेत्ते वा खले वा घरे वा अंगणे वा, कालओ समए वा आवलियाए वा जाव अयणे वा अण्णयरे वा दीहकालसंजोगे, भावओ कोहे वा माणे वा मायाए वा लोहे वा भए वा हासे वा एवं तेसिं ण भवइ / ते णं भगवंतो वासावासवजं अह गिम्हहेमंतियाणि मासाणि गामे एगराइया णयरे पंचराइया वासीचंदणसमाणकप्पा समलेढुकंचणा समसुहदुक्खा इहलोगपरलोगअप्पडिबद्धा संसारपारगामी कम्मणिग्घायणहाए अब्भुट्ठिया. विहरंति // 16 // तेसि णं भगवंताणं एएणं विहारेणं विहरमाणाणं इमे एयारूवे अभितरबाहिरए तवोवहाणे होत्था, तंजहा—अभितरए छविहे बाहिरएवि छविहे // 17 // से किं तं बाहिरए ? 2 छविहे प०, तंजहा—अणसणे ऊणो(अवमो)यरिया भिक्खायरिया रसपरिच्चाए कायकिलेसे पडिसंलीणया / से किं तं अणसणे ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-इत्तरिए य आवकहिए य / से किं तं इत्तरिए ? 2 अणेगविहे पण्णत्ते, तंजहाचउत्थभत्ते छठभत्ते अहमभत्ते दसमभत्ते बारसभत्ते चउद्दसभत्ते सोलसभत्ते अद्धमासिए भत्ते मासिए भत्ते दोमासिए भत्ते तेमासिए भत्ते चउमासिए भत्ते पंचमासिए भत्ते छम्मासिए भत्ते, से तं इत्तरिए / से किं तं आवकहिए ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा---पाओवगमणे य भत्तपच्चक्खाणे य। से किं तं पाओवगमणे 12 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-वाघाइमे य णिव्वाघाइमे य णियमा अप्पडिकम्मे, से तं पाओवगमणे / से किं तं भत्तपच्चक्खाणे ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा—वाघाइमे य णिव्वाघाइमे य णियमा सप्पडिकम्मे, से तं भत्तपञ्चक्खाणे, से तं अणसणे / से किं तं ओमोयरिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-दव्योमोयरिया य भावोमोयरिया य, से किं तं दव्योमोयरिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-उवगरणदव्योमोयरिया य भत्त. पाणदव्योमोयरिया य / से किं तं उवगरणदव्वोमोयरिया ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-एगे वत्थे एगे पाए चियत्तोवगरणसाइजणया, से तं उवगरणदव्योमोयरिया। से किं तं भत्तपाणदव्योमोयरिया 12 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-अहकुक्कुडि Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं अंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे अप्पाहारे, दुवालसकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे अवड्ढोमोयरिया, सोलसकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे दुभागपत्तोमोयरिया, चउव्वीसकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे पत्तोमोयरिया, एकतीसकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे किंचूणोमोयरिया बत्तीसकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे पमाणपत्ता एत्तो एगेणवि घासेणं ऊणयं आहारमाहारेमाणे समणे णिग्गंथे णो पकामरसभोईत्ति वत्तव्वं सिया, से तं भत्तपाणदव्योमोयरिया, से तं दव्वोमोयरिया। से किं तं भावोमोयरिया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-अप्पकोहे अप्पमाणे अप्पमाए अप्पलोहे अप्पसद्दे अप्पझंझे, से तं भावोमोयरिया, से तं ओमोयरिया / से किं तं भिक्खायरिया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-दव्वाभिन्गहचरए खेत्ताभिग्गहचरए कालाभिग्गहचरए भावाभिग्गहचरए उक्खित्तचरए णिक्खित्तचरए उक्खित्तणिक्खित्तचरए णिक्खित्तउक्खित्तचरए वटिजमाणचरए साहरिजमाणचरए उवणीयचरए अवणीयचरए उवणीयअवणीयचरए अवणीयउवणीयचरए संसहचरए असंसहचरए तजायसंसहचरए अण्णायचरए मोणचरए दिहलाभिए अदिठ्ठलाभिए पुलाभिए अपुट्ठलाभिए भिक्खालाभिए अभिक्खलाभिए अण्णगिलायए ओवणि हिए परिमियपिंडवाइए सुद्धेसणिए संखायत्तिए,से तं भिक्खायरिया। से किं तं रसपरिच्चाए 12 अणेगविहे पण्णत्ते, तंजहा-णिव्वि(य)तिए पणीयरसपरिच्चाए आयंबिलए आयामसित्थभोई अरसाहारे विरसाहारे अंताहारे पंताहारे लूहाहारे, से तं रसपरिच्चाए / से किं तं कायकिलेसे ? 2 अणेगविहे पण्णत्ते, तंजहा-ठाणट्टिइए ठाणाइए उक्कुडुआसणिए पडिमहाई वीरासणिए णेसजिए दंडायए लउडसाई आयावए अवाउडए अकंडुयए अणिठ्ठहए सव्वगायपरिकम्मविभूसविप्पमुक्के, से तं कायकिलेसे / से किं तं पडिसलीणया ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहा-इंदियपडिसंलीणया कसायपडिसंलीणया जोगपडिसंलीणया विवित्तसयणासणसेवणया, से किं तं इंदियपडिसंलीण्या ? 2 पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा-सोइंदियविसयप्पयारणिरोहो ' वा सोइंदियविसयपत्तेसु अत्थेसु रागदोसणिग्गहो वा चविखदियविसयप्पयारणिरोहो वा चविखदियविसयपत्तेसु अत्थेसु रागदोसणिन्गहो वा घाणिदियविसयप्पयारणिरोहो वा घाणिदियविसयपत्तेसु अत्थेसु रागदोसणिग्गहो वा जिभिदियविसयप्पयारणिरोहो वा जिभिदियविसयपत्तेसु अत्थेसु रागदोसणिग्गहो वा फासिंदियविसयप्पयारणिरोहो Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 12 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वा फासिंदियविसयपत्तेसु अत्थेसु रागदोसणिग्गहो वा, से तं इंदियपडिसंलीणया / से किं तं कसायपडिसंलीणया ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहा–कोहस्सुदयणिरोहो वा उदयपत्तस्स वा कोहस्स विफलीकरणं माणस्सुदयणिरोहो वा उदयपत्तस्स वा माणस्स विफलीकरणं मायाउदयणिरोहो वा उदयपत्ताए वा मायाए विफलीकरणं लोहस्सुदयणिरोहो वा उदयपत्तस्स वा लोहस्स विफलीकरणं, से तं कसायपडिसंलीणया ? से किं तं जोगपडिसंलीणया ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-मणजोगपडिसंलीणया वयजोगपडिसंलीणया कायजोगपडिसंलीणया। से किं तं मणजोगपडिसंलीणया ? 2 अकुसलमणणिरोहो वा कुसलमणउदीरणं वा, से तं मणजोगपडिसंलीणया। से किं तं वयजोगपडिसलीणया ? 2 अकुसलवयाणिरोहो वा कुसलवयउदीरणं वा, से तं वयजोगपडिसलीणया / से किं तं कायजोगपडिसंलीणया ? 2 जणं सुसमाहियपाणिपाए कुम्मो इव गुत्तिदिए सव्वगायपडिसंलीणे चिदृइ, से तं कायजोगपडिसंलीणया / से किं तं विवित्तसयणासणसेवणया ? 2 जं णं आरामेसु उजाणेसु देवकुलेसु सभासु पवासु पणियगिहेसु पणियसालासु इत्थीपसुपंडगसंसत्तविरहियासु वसहीसु फासुएसणिजपीढफलगसेजासंथारगं उवसंपजित्ता णं विहरइ, से तं पडिसंलीणया, से तं बाहिरए तवे // 18 // से किं तं अभितरए तवे 12 छविहे पण्णत्ते, तंजहा-पायच्छित्तं विणओ वेयावच्चं सज्झाओ झाणं विउस्सग्गो। से किं तं पायच्छित्ते ? 2 दसविहे पण्णत्ते, तंज़हा-आलोयणारिहे पडिक्कमणारिहे तदुभयारिहे विवेगारिहे विउस्सग्गारिहे तवारिहे छेयारिहे मूलारिहे अणवहापारिहे पारंचियारिहे, से तं पायच्छित्ते / से किं तं विणए ? 2 सत्तविहे पण्णत्ते, तंजहा–णाणविणए दंसणविणए चरित्तविणए मणविणए वइविणए कायविणए लोगोवयारविणए ? से किं तं णाणविणए ? 2 पंचविहे पण्णत्ते, तंजहा-आभिणिबोहियणाणविणए सुयणाणविणए ओहिणाणविणए मणपजवणाणविणए केवलणाणविणए से तं णाणविणए / से किं तं दंसणविणए ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा–सुस्सूसणाविणए अणच्चासायणाविणए / से किं तं सुस्सूसणाविणए ? २अणेगविहे पण्णत्ते, तंजहा-अब्भुट्टाणे इ या आसणाभिग्गहे इ वा आसणप्पयाणे इ वा सक्कारे इ वा सम्माणे इ वा किंइकम्मे इ वा अंजलिपग्गहे इ वा एतस्स अणुगच्छणया ठियस्स पज्जुवासणया गच्छंतस्स पडिसंसाहणया, से तं सुस्सूसणाविणए // से किं तं अणच्चासायणाविणए ? 2 पणयालीसविहे पण्णत्ते, तंजहा-अरहंताणं अणच्चासायणया अरहंतपण्णत्तस्स धम्मस्स Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 13 अणञ्चासायणया आयरियाणं अणच्चासायणया एवं उवज्झायाणं थेराणे कुलस्स गणस्स संघस्स किरियाणं संभोगियस्स आभिणिबोहियणाणस्स सुयणाणस्स ओहिणाणस्स मणपजवणाणस्स केवलणाणस्स एएसिं चेव भत्तिबहुमाणे एएसिं चेव वण्णसंजलणया, से तं अणच्चासायणाविणए से तं दंसणविणए / से किं तं चरित्तविणए ? 2 पंचविहे पण्णत्ते, तंजहा-सामाइयचरित्तविणए छेओवद्यावणियचरित्तविणए परिहारविसुद्धिचरित्तविणए सुहुमसंपरायचरित्तविणए अहक्खायचरित्तविणए, से तं चरित्तविणए / से किं तं मणविणए ? 2 दुबिहे पण्णत्ते, तंजहा-पसत्थमणविणए अपसत्थमणविणए / से किं तं अपसत्थमणविणए ? 2 जे य मणे सावजे सकिरिए सकक्कसे कडुए णिठुरे फरुसे अण्हयकरे छेयकरे भेयकरे परितावणकरे उद्दवणकरे भूओवघाइए तहप्पगारं मणो णो पहारेजा, से तं अपसत्थमणोविणए। से किं तं पसत्थमणोविणए ? 2 तं चेव पसन्थं णेयव्यं, एवं चेव वइविणओऽवि एएहिं पएहिं चेव णेयब्वो, से तं वइविणए / से किं तं कायविणए 12 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-पसत्थकायविणए अपसस्थकायविणए / से किं तं अपसत्थकायविणए ? 2 सत्तविहे पण्णत्ते, वंजहा-अणउत्तं गमणे अणाउत्तं ठाणे अणाउत्तं णिसीयणे अणाउत्तं तुयट्टणे अणास्तं उलंघणे अणाउत्तं पल्लंघणे अणाउत्तं सव्विंदियकायजोगजुंजणया, से तं अपसस्थकायविणए / से किं तं पसत्थकायविणए ? 2 एवं चेव पसत्थं भाणियव्वं, से तं पसन्थकायविणए, से ते कायविणए / से किं तं लोगोवयारविणए ? 2 सत्तविहे पण्णत्ते, तंजहा-अभासवत्तियं परच्छंदाणुवत्तियं कजहेउं कयपडिकिरिया अत्तगवेसण्या देसकालण्णुया सव्वठे अप्पडिलोमया, से तं लोगोवयारविणए, से तं विणए / से किं तं वेयावच्चे 12 दसविहे पण्णत्ते, तंजहा-आयरियवेयावच्चे उवज्झायवेयावच्चे सेहवेयावच्चे गिलाणवेयावच्चे तवस्सिवेयावच्चे थेरवेयावच्चे साहम्मियवेयावच्चे कुलवेयावच्चे गणवेयावच्चे संघवेयावच्चे, से तं वेयावच्चे / से किं तं सज्झाए ? 2 पंचविहे पण्णत्ते, तंजहा–चायणा पडिपुच्छणा परियट्टणा अणुप्पेहा धम्मकहा, से तं सज्झाए / से किं तं झाणे 12 चउविहे पण्णत्ते, तंजहा• अट्टज्झाणे रुद्दज्झाणे धम्मज्झाणे सुक्कज्झाणे, अट्टज्झाणे चउत्विहे पण्णत्ते, तंजहाअमणुग्णसंपओगसंपउत्ते तस्स विप्पओगस्सइसमण्णागए यावि भवइ, मणुण्णसंपओगसंपउत्ते तस्स अविप्पओगस्सइसमण्णागए यावि भवइ, आयंकसंपओगसंपउत्ते तस्स विप्पओगस्सइसमण्णागए यावि भवइ, परिजूसियकामभोगसंपओगसंपउत्ते Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि तस्स अविप्पओगस्सइसमण्णागए यावि भवइ / अट्टस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तंजहा-कंदणया सोयणया तिप्पणया विलवणया। रुद्दज्झाणे चउविहे पण्णत्ते, तंजहा-हिंसाणुबंधी मोसाणुबंधी तेणाणुबंधी सारक्खणाणुबंधी,रुद्दस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तंजहा-उसण्णदोसे बहुदोसे अण्णाणदोसे आमरणंतदोसे / धम्म झाणे चउविहे चउप्पडोयारे पण्णत्ते, तंजहा-आणाविजए अवायविजए विवागविजए संठाणविजए / धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तंजहा-आणानई णिसग्गरुई उवएसरुई सुत्तरुई, धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि आलंबणा पण्णत्ता, तंजहा-वायणा पुच्छणा परियट्टणा धम्मकहा, धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि अणुप्पेहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-अणिच्चाणुप्पेहा असरणाणुप्पेहा एगत्ताणुप्पेहा संसारागुप्पेहा। सुक्कझाणे चउबिहे चउप्पडोयारे पण्णत्ते, तंजहा-पुहुत्तविय के सवियारी 1 एगत्तवियक्के अवियारी 2 सुहुमकिरिए अप्पडिवाई 3 समुच्छिन्नकिरिए अणियट्टी 4, सुक्कस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तंजहा-विवेगे विउसग्गे अव्वहे असम्मोहे, सुक्कस्स णं झाणस्स चत्तारि आलंबणा पण्णत्ता, तंजहा–खंती मुत्ती अजवे मद्दवे, सुक्कस्स णं झाणस्स चत्तारिं अणुप्पेहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-अवायाणुप्पेहा असुभाणुप्पेहा अणंतवित्तियाणुप्पेहा- विप्परिणामाणुप्पेहा, से तं झाणे // से किं तं विउस्सग्गे ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-दव्वविउस्सग्गे भावविउस्सग्गे य / से किं तं दव्वविउस्सग्गे ? 2 चउविहे पण्णते, तंजहा सरीरविउस्सग्गे गणविउस्सग्गे उवहिविउस्सग्गे भत्तपाणविउस्सग्गे, से तं दव्वविउस्सग्गे, से किं तं भावविउस्सग्गे ? 2 तिविहे पण्णत्ते, तंजहा—कसायविउस्सग्गे संसारविउस्सग्गे कम्मविउस्सग्गे, से किं तं कसायविउस्सग्गे ? 2 चउविहे पण्णत्ते, तंजहा–कोहकसायविउस्सग्गे माणकसायविउस्सग्गे मायाकसायविउस्सग्गे लोहकसायविउस्सम्गे, से तं कसायविउस्सग्गे से किं तं संसारविउस्सग्गे ? 2 चउविहे पण्णत्ते, तंजहा—णेरइयसंसारविउस्सग्गे तिरियसंसारविउस्सग्गे मणुयसंसारविउस्सम्गे देवसंसारविउस्सग्गे, से तं संसारविउस्सग्गे, से किं तं कम्मविउस्सग्गे ? 2 अडविहे पण्णत्ते, तंजहा—णाणावरणिजकम्मविउस्सग्गे दरिसणावरणिजकम्मविउस्सम्गे वेयणीयकम्मविउस्सग्गे मोहणीयकम्मविउस्सग्गे आऊयकम्मविउस्सग्गे णामकम्मविउस्सग्गे गोयकम्मविउस्सग्गे भंतरायकम्मविउस्सग्गे, से तं कम्मविउस्सग्गे, से तं भावविउस्सग्गे, से तं विउस्सग्गे // 19 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 15 अणगारा भगवंतो अपेगइया आयारधरा जाव विवागसुयधरा तत्थ तत्थ तहिं तहिं देसे देसे गच्छागच्छि गुम्मागुम्मि फड्डाफड्डि अप्पेगइया वायंति अप्पेगइया पडिपुच्छंति अप्पेगइया परियटॅति अप्पेगइया अणुप्पेहंति अप्पेगइया अक्खेवणीओ विक्खेवणीओ संवेयणीओ णिव्वेयणीओ चउब्विहाओ कहाओ कहंति, अप्पेगइया उड्ढंजाणू अहोसिरा झाणकोट्ठोवगया संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणा विहरति / संसारभउब्विग्गा भीया जम्मण-जरमरण-करणगंभीरदुक्खपक्खुभिय-पउरसलिलं संजोगविओगवीइचिंतापसंगपसरियवहबंधमहल्लविउलकल्लोलकलुणविलवियलोभकलकलंतबोलबहुलं अवमाणणफेणतिव्वखिंसणपुलंपुलप्पभूयरोगवेयणपरिभवविणिवायफरसर्धारसणासमावडियकढिणकम्मपत्थरतरंगरंगंतणिच्चमच्चुभयतोयपढें कसाय पायालसंकुलं भवसयसहस्सकलुसजलसंचयं पइभयं अपरिमियमहिच्छकलुसमइवाउवेयउधुम्ममाणदगरयरयंधयारवरफेणपउरआसापिवासधवलं मोहमहावत्तभोगभममाणगुप्पमाणुच्छलंत-पच्चोणियत्त-पाणियपमायचंडबहुदुहसावय-समाहउद्घायमाणपभारघोरकंदियमहारवरवंतभेरवस्वं अण्णाणभमंतमच्छपरिहत्थअणिहुइंदियमहामगरतुरियचरियखोखुन्भमाणणच्चंतचवलचंचलचलंतघुम्मंतजवसमूहं अरइभयविसायसोगमिच्छत्तसेलसंकडं अणाइसंताणकम्मबंधणकिलेसविक्खिल्लसुलत्तारं अमरणरतिरियणिरयगइगमणकुडिलपरिवत्तविउलवेलं चउरंतमहंतमणवदग्गं रुदं संसारसागरंभीमदरिसणिजं तरंति धीईधणियणिप्पकंपेण तुरियचवलं संवरवेरग्गतुंगकूवयसुसंपउत्तेणं णाणसियविमलमूसिएणं सम्मत्तविसुद्धलद्धणिजामएणं धीरा संजमपोएण सीलकलिया पसत्थज्झाणतववायपणोल्लियपहाबिएणं उजमववसायम्गहियणिजरणजयणउवओगणाणदंसणविसुद्धवयभंडभरियसारा जिणवरवयणोवदिहमग्गेणं अकुडिलेण सिद्धिमहापट्टणाभिमुहा समणवरसत्थवाहा सुसुइसुसंभाससुपण्हसासा गामे गामे एगरायं णगरे णगरे पंचरायं दूइजंता जिइंदिया णिब्भया गयभया सचित्ताचित्तमीसिएसु दव्वेसु विरागयं गया सं(चेयाओ)जया विरया मुत्ता लहुया णिरवकंखा साहू णिहुया चरंति धम्मं / / 29 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे असुरकुमारा देवा अंतियं पाउब्भवित्था कालमहाणीलसरिसणीलगुलियगवलअयसिकुसुमप्पगासा वियसियसयवत्तमिव पत्तलणिम्मलईसिंसियरत्ततंबणयणा गरुलाययउज्जुतुंगणासा उअचियसिलप्पवालबिंबफलसण्णिभाहरोहा पंडुरससिसयलविमलणिम्मलसंखगोक्खीरफेणदगरयमुणालियाधवलदंतसेढी हुयवहणिद्धंतधोयतत्ततवणिज Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 16 अनंगपविट्ठसुत्ताणि रत्ततलतालुजीहा अंजणघणकसिणरुयगरमणिजगिद्धकेसा वामेगकुंडलधरा अद्दचंद'माणुलित्तगत्ता / ईसिंसिलिंधपुप्फप्पगासाइं सुहुमाई असंकिलिहाई वत्थाई पवरपरिहिया वयं च पढमं समइकंता बिइयं च वयं असंपत्ता भद्दे जोवणे वट्टमाणा तलभंगयतुडियपवरभूसणणिम्मलमणिरयणमंडियभुया दसमुद्दामंडियग्गहत्था चूलामणिचिंधगया सुरूवा महिड्ढिया महज्जुइया महब्बला महायसा महासोक्खा महाणुभागा हारविराइयवच्छा कडग-तुडिय-थंमियमुया अंगयकुंडल-मट्ठ-गंडतल-कण्णपीढधारी विचित्तवत्थाभरणा विचित्तमालामउलिमउडा कल्लाणकयपवरवत्थपरिहिया कल्लाणकयपवरमल्लाणुलेवणा भासुरबोंदी पलंबवणमालधरा / दिव्वेणं वण्णेणं दिव्वेणं गंधेणं दिव्वेणं रूवेणं दिव्वेणं फासेणं दिव्वेणं संघाए(घयणे)णं दिव्वेणं संठाणेणं दिव्वाए इड्ढीए दिव्वाए जुत्तीए दिव्वाए पभाए दिव्वाए छायाए दिव्वाए अच्चीए दिव्वेणं तेएणं दिव्वाए लेसाए दस दिसाओ उज्जोवेमाणा पभासेमाणा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं आगम्मागम्म स्त्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदंति णमंसंति २त्ता(साई 2 णामगोयाई साविति)णच्चासणे 'माइदूरे सुस्सूसमाणा णमंसमाणा अभिमुहा विणएणं पंजलिउडा पज्जुवासंति // 21 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे असुरिंदवजिया भवणवासी देवा अंतियं पाउब्भवित्था णागपइणो सुवण्णा विज्जू अग्गीया दीवा उदही दिसाकुमारा य पवण-थणिया य भवणवासी गागफडा-गरुलवयरपुण्णकलस(संकिण्ण उफ्फेससीहे)सीहहयगयमगरमउडवद्धमाणगिजुत्तविचित्तचिंधगया सुरूवामहिड्ढिया सेसं तं चेव जाव पज्जुवासंति // 22 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे वाणमंतरा देवा अंतियं पाउब्भवित्था पिसाया भूया य जक्खरक्खसर्किणरकिंपुरिसभुयगवइयो य महाकाया गंधव्वर्णिकाय(पइ)गणा णिउणगंधव्वगीयरइणो अणपणियपणपण्णियइसिवाईयभूयवाईयकंदियमहाकं दिया य कुहंडपयए य देवा चंचलचवलचित्तकीलणदवप्पिया गंमीरहसियभणियपीयगीयणचणरई वणमालामेलमउडकुंडलसच्छंदविउब्धियाहरणचारुविभूसणधरा सव्वोउयसुरभिकुसुमसुरइयपलंबसोमंतकंतवियसंतचित्तवणमालरइयवच्छा कामगमी कामस्वधारी गाणाविहवण्णरागवरवत्थचित्तचिल्लियणियंसणा विविहदेसीणेवत्थग्गहियवेसा पमुइयकंदप्यकलहकेलिकोलाहलप्पिया हास-बोल(केलि)बहुला अणेग-मणिरयण-विविहणिजुत्तविचित्तचिंधगया सुरूवा महिड्ढिया जाव पज्जुवासंति // 23 // तेणं कालेणं तेणं सम Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 17 एणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जोइसिया देवा अंतियं पाउब्भवित्था विहस्सई चंद-सूर-सुक्क सणिचरा राहू धूमकेऊ बुहा य अंगारका य तत्ततवणिज्जकणगवण्णा जे गहा जोइसंमि चारं चरंति केऊ य गइरइया अठ्ठावीसविहा य णक्खत्तदेवगणा णाणामंठाणसंठियाओ य पंचवण्णाओ ताराओ ठियलेस्सा चारिणो य अविस्साममंडलगई पत्तेयं णामंकपागडियचिंधमउडा महिड्ढिया जाव पज्जुवासंति ॥२४॥तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स वेमाणिया देवा अंतियं पाउब्भवित्था सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिंदबंभलंतगमहासुक्कसहस्साराणयपाणयारणअच्चुयवई पहिहा देवा जिगदंसणुस्सुयागमणजणियहासा पालगपुप्फगसोमणससिरिवच्छणंदियावत्तकामगमपीइगममणोगमविमलसव्वओभद्दणामधिजेहिं विमाणेहिं ओइण्णा वंदगा जिणिंदं / मिगमहिसवराहछगलददुरहयगयवइभुयगखग्गउसभंकविडिमपागडियचिंधमउडा पसिढिलवरमउडतिरीडधारी कुंडलउज्जोवियाणणा मउडदित्तसिरया रत्ताभा पउमपम्हगोरा सेया सुभवण्णगंधफासा उत्तमविउव्विणो विविहवस्थगंधमल्लधरा महिड्ढिया महज्जुइया जाव पंजलिउडा पज्जुवासंति // 25 // तए णं चंपाए णयरीए सिंघाडगतिगचउक्कचच्चरचउम्मुहमहापहपहेसु महया जणसद्दे इ वा जणवूहे इ वा जणबोले इ वा जणकलकले इ वा जणुम्मी इ वा जणुकलिया इ वा जणसण्णिवाए इ वा बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ एवं भासइ एवं पण्णवेइ एवं परूवेइ-एवं खलु देवाणुप्पिया! समणे भगवं महावीरे आइगरे तित्थगरे सयंसंबुद्धे पुरिसुत्तमे जाव संपाविउकामे पुव्वाणुपुत्विं चरमाणे गामाणुगाम दुइजमाणे इहमागए इह संपत्ते इह समोसढे इहेव चंपाए णयरीए बाहिं पुण्णभद्दे चेयं अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ / तं महप्फलं खलु भो देवाणुप्पिया ! तहारूवाणं अरहंताणं भगवंताणं णामगोयस्सवि सवणयाए, किमंगपुण अभिगमणवंदणणमंसणपडिपुच्छणपज्जुवासणयाए ? एक्कस्स वि आयरियस्स धम्मियस्स सुवयणस्स सवणयाए ?, किमंगपुण विउलस्स अत्थस्स गहणयाए ?, तं गच्छामो णं देवाणुप्पिया ! समणं भगवं महावीरं वंदामो णमंसामो सक्कारेमो सम्माणेमो कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं [विणएणं] पज्जुवासामो एयं णे पेच्चभवे इहभवे यं (परभवे य) हियाए सुहाए खमाए णिस्सेयसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइत्तिकटु बहवे उग्गा उग्गपुत्ता भोगा भोगपुत्ता एवं दुपडोयारेणं राइण्णा खत्तिया माहणा भडा जोहा पसत्थारो मल्लई लेच्छई लेच्छईपुत्ता अण्णे य बहवे Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविटुसुत्ताणि राईसरतलवरमाडंबियकोडुबियइन्भसेठिसेणावइसत्थवाहपभिइओ अप्पेगइया वंदणवत्तियं अप्पेगइया पूयणवत्तियं एवं सक्कारवत्तियं सम्माणवत्तियं दंसणवत्तियं कोऊहलवत्तियं अप्पेगइया अहविणिच्छयहेउं अस्सुयाइं सुणेस्सासो सुयाइं णिस्संकियाई करिस्सामो अम्पेगइया अट्ठाई हेऊई कारणाई वागरणाइं पुच्छिस्सामो / अप्पेगइया सव्वओ समंता मुण्डे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइस्सामो, पंचाणुवइयं सत्तसिक्खावइयं दुवालसविहं गिहिधम्म पडिवजिस्सामो,अप्पेगइया जिणभत्तिरागेणं अप्पेगइया जीयमेयंतिकटु ण्हाया कयबलिकम्मा कयकोऊयमंगलपायच्छित्ता सिरसाकंठेमालकडा आविद्धमणिसुवण्णा कप्पियहारद्धहारतिसरयपालंबपलंबमाणकडिसुत्तयसुकयसोहाभरणा पवरवत्थपरिहिया चंदोलित्तगायसरीरा अप्पेगइया हयगया एवं गयगया रहगया(जाणगया जुग्गगया गिल्लीगया थिल्लीगया पवहणगया)सिवियागया संदमाणियागया अप्पेगइया पायविहारचारिणो पुरिसवग्गुरापरिक्खित्ता (वग्गावग्गिं गुम्मागुम्मि)महया उक्किटिठसीहणायबोलकलकलरवेणं पक्खुब्भियमहासमुद्दरवभूयंपिव करेमाणा (पायदद्दरेणं भूमि कंपेमाणा अंबरतलमिवफोडेमाणा एगदिसिं एगाभिमुहा) चंपाए णयरीए मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छंति 2 त्ता जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छंति २त्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते छत्ताईए तित्थयराइसेसे पासंति पासित्ता जाणवाहणाई ठावइंति२ त्ता जाणवाहणेहितो पच्चोरुहंति पच्चोरुहित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेंति करित्ता वंदति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता णचासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणा णमंसमाणा अभिमुहा विणएणं पंजलिउडा पज्जुवासंति // 26 // तए णं से पवित्तिवाउए इमीसे कहाए लद्धढे समाणे हद्दतुह जाव हियए हाए जाव अप्पमहग्याभरणालंकियसरीरे सयाओ गिहाओ पडिणिक्खमइ सयाओ गिहाओ पडिणिक्खमित्ता चंपाणयरिं मज्झमज्झेणं जेणेव बाहिरिया सव्वेव हेट्ठिला वत्तव्वया जाव णिसीयइ णिसीइत्ता तस्स पवित्तिवाउयस्स अद्धतेरससयसहस्साई पीइदाणं दलयडू 2 त्ता सक्कारेइ सम्माणेइ सक्कारेत्ता सम्माणेत्ता पडिविसज्जेइ // 27 // तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते बलवाउयं आमंतेइ आमंतेत्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! आभिसेकं हत्थिरयणं पडिकप्पेहि, हयगयरहपवरजोहकलियं च चाउरंगिणिं सेणं सण्णाहेहि, सुभद्दापमुहाण य देवीणं बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए पाडिएक्कपाडिएक्काई जत्ताभिमुहाई जुत्ताई जाणाई उववेह, चंपं Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 16 __ ओववाइयसुत्तं णयरिं सभितरवाहिरियं आसित्तसित्तसुइसम्मट्टरत्यंतरावणर्व हियं मंचाइमंचकलियं णाणाविहरागउच्छियज्झयपडागाइपडागमंडियं लाउलोइयमहियं गोसीससरसरत्तचंदण जाव गंधवट्टिभू करेह कारवेह करित्ता कारवेत्ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणाहि, णिजाइस्सामि समणं भगवं महावीरं अभिवंदए // 28 // तए णं से बलवाउए कणिएणं रणा एवं वुत्ते समाणे हहतुट्ठ जाव हियए करयलपरिन्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं वयासी-सामित्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेइ 2 त्ता हत्थिवाउयं आमतेइ आमंतेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! कूणियस्स रण्णो भंभसारपुत्तत्स आभिसेक हत्थिरयणं पडिकम्पेहि, हयगयरहपवरजोहकलियं चाउरंगिगि सेणं सण्याहेहि सण्णाहित्ता एयमाणत्तिय पञ्चप्पिणाहि / तए णं से हत्थिवाउए बलवाउयस्स एयमटें सोचा आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेइ पडिसुणित्ता छेयायरियउवएसमइविकप्पणाविकप्पेहिं सुणिउणेहिं उजलणेवत्थहत्थपरिवत्थियं सुसज्जं धम्मियसण्णद्धबद्धकवइयउप्पीलियकच्छवच्छ(वच्छ कच्छ)गेवेयबद्धगलवरभूमणविरायतं अहियतेयजुत्तं सललियवरकण्णपूरविराइयं पलंबउच्चूलमहुयरकयंधयारं चित्तपरिच्छेयपच्छयं पहरणावरणभरियजुद्धसज्जं सच्छत्तं सज्झयं सघंटे सपडागं पंचामेलयपरिमंडियाभिरामं ओसारियजमलजुयलघंटं विज्जुपणद्धं व कालमेहं उप्पाइयपव्वयं व चंकमंतं मत्तं गुलगुलंतं मणपवणजइणवेगं भीमं संगामिया ओग्गं [जं] आभिसेकं हथिरयणं पडिकप्पइ पडिकप्पेत्ता हयगयरहपवरजोहकलियं चाउरंगिणिं सेणं सण्णाहेइ सण्णाहित्ता जेणेव बलवारए तेणेव उवागच्छइ . उवागच्छित्ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणइ / 'तए णं से बलवाउए जाणसालियं सद्दावेइ सद्दावित्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सुभद्दापमुहाणं देवीणं बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए पाडिएकपाडिएक्काई जत्ताभिमुहाई जुत्ताई जाणाई उवहवेह उवहवित्ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणाहि / तए णं से जाणसालिए बलवाउयस्स एयमद्रं आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेइ पडिसुणित्ता जेणेव जाणसाला तेणेव उवागच्छइ तेणेव उवागच्छित्ता जाणाइं पच्चुवेक्खेइ पच्चुवोक्खित्ता जाणाई संपमजेइ 2 त्ता जाणाई संवट्टेइ जाणाई संवदे॒त्ता जाणाई णीणेइ जाणाई णीणेत्ता जाणाणं दूसे पवीणेइ 2 त्ता जाणाई समलंकरेइ 2 त्ता जाणाई वरभंडगमंडियाइं करेइ 2 त्ता जेणेव वाहणसाला तेणेव उवागच्छइ तेणेव उवागच्छित्ता वाहणाई पच्चुवेक्खेइ 2 त्ता वाहणाई संपमजइ 2 त्ता वाहणाई णीणेइ 2 त्ता वाह Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि णाई अप्फालेइ 2 ता दूसे पवीणेइ 2 ता वाहणाई समलंकरेइ 2 ता वाहणाई वरभंडगमंडियाई करेइ 2 त्ता वाहणाई जाणाई जोएइ 2 ता.पओयलटिंट पओयधरे य समं आडहइ आडहित्ता वट्टमग्गं गाहेइ 2 त्ता जेणेव बलवाउए तेणेवं उवागच्छइ 2 त्ता बलवाउयस्स एयमाणत्तियं पञ्चप्पिणइ / तए णं से बलवाउए णयरगुत्तियं आमंतेइ 2 त्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! चंपं णयरिं सम्भितरबाहिरियं आसित्त जाव कारवेत्ता एयमाणत्तियं पञ्चप्पिणाहि / तए णं से णयरगुत्तिए बलवाउयस्स एयमढं आणाए विणएणं(वयणं)पडिसुणेइ 2 त्ता चंपं णयरिं संभितरबाहिरियं आसित्त जाव कारवेत्ता जेणेव बलवाउए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता एयमाणत्तियं पञ्चप्पिणइ / तए णं से बलवाउए कोणियस्स रण्णो भंभसारपुत्तस्स आभिसेक्कं हत्थिरयणं पडिकप्पियं पासइ हयगय जाव सण्णाहियं पासइ, सुभद्दापमुहाणं देवीणं पडिजाणाई उवटवियाई पासइ, चंपं णयरिं सभितर जाव गंधवटिभूयं कयं पासइ, पासित्ता हडतुडचित्तमाणंदिए पीयमणे जाव हियए जेणेव कूणिए राया भंभसारपुत्ते तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता करयल जाव एवं वयासी-कप्पिए णं देवाणुप्पियाणं आभिसेक्के हत्थिरयणे हयगयरहपवरजोहकलिया य चाउरंगिणी सेणा सण्णाहिया सुभद्दापमुहाणं च देवीणं बाहिरियाए य उवहाणसालाए पाडिएक्कपाडिएक्काई जत्ताभिमुहाई जुत्ताई जाणाई उवहावियाई चंपा णयरी सभितरबाहिरिया आसित्त जाव गंधवट्टिभूया कया, तं णिजंतु णं देवाणुप्पिया ! समणं भगवं महावीरं अभिवंदया // 29 // तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते बलवाउयस्स अंतिए एयमट्ठ सोचा णिसम्म हहतुह जाव हियए जेणेव अट्टणसाला तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता अट्ठणसालं अणुपविसइ 2 त्ता अणेगवायामजोग्गवग्गणवामद्दणमल्लजुद्धकरणेहिं संते परिसंते सयपागसहस्सपागेहिं सुगंधतेल्लमाइएहिं पीणणिज्जेहिं दप्पणिजेहिं मयणिजेहिं विहणिजेहिं सविदियगायपल्हायणिजेहिं अभिगेहिं अभिगिए समाणे तेलचम्मंसि पडिपुण्णपाणिपायसुकुमालकोमलतलेहिं पुरिसेहिं छेएहिं दक्खेहिं पत्तठेहिं कुसलेहिं मेहावीहिं णिउणसिप्पोवगएहिं अभिगणपरिमद्दणुव्वलणकरणगुणणिम्माएहिं अट्ठिसुहाए मंससुहाए तयासुहाए रोमसुहाए चउविहाए संवाहणाए संवाहिए समाणे अवगयखेयपरिस्समे अट्टणसालाओ पडिणिक्खमइ पडिणिक्खमित्ता जेणेव मजणघरे तेणेव उवागच्छइ तेणेव उवागच्छित्ता मजणघरं अणुपविसइ 2 त्ता समुत्तजालाउलामिरामे विचित्तमणिरयणकुट्टिमतले रमणिजे ण्हाणमंडवंसि णाणामणिरयणभत्ति Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं चित्तंसि ण्हाणवीढं सि सुहणिसण्णे सुद्धोदएहिं गंधोदएहिं पुप्फोदएहिं सुहोदएहिं पुणो 2 कल्लाणगपवरमजणविहीए मजिए तत्थ कोउयसएहिं बहुविहेहिं कल्लाणगपवरमजणावमाणे पम्हलसुकुमालगंधकासाइयळूहियंगे सरससुरहिगोसीसचंदणाणुलित्तगत्ते / अहयसुमहग्धदूसरयणसुसंवुए सुइमालावण्णगविलेवणे आविद्धमणिसुवण्णे कप्पियहारदहारतिसरयपालंबपलंबमाणकडिसुत्तसुकयसोभे पिणद्धगेविजअंगुलिजगललियंगयललियकयाभरणे वरकडगतुडियथंभियभुए अहियरूवसस्सिरीए मुद्दियापिंगलंगुलिए कुंडलउजोविआणणे मउडदित्तसिरए हारोत्थयसुकयरइयवच्छे पालंबपलंबमाणपडसुकयउत्तरिजे णाणामणिकणगरयणविमलमहरिहणिउणोवियमि सिमिसंतविरइयसुसिलिहविसिहलहआविद्धवीरवलए / किं बहुणा ? कप्परुक्खए चैव अलंकियविभूसिए णरवई सकोरंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिजमाणेणं चउचामरवालवीइयंगे मंगलजयसद्दकयालोए मजणघराओ पडिणिक्खमइ मजणघराउ पडिणिवखमित्ता अणेगगणणायगदंडणायगराईसरतलवरमाडंबियकोडुंबियइन्भसेठिसेणावइसत्थवाहदूयसंधिवालसद्धिं संपरिबुडे धवलमहामेहणिग्गए इव गहगणदिप्पंतरिक्खतारागणाण मज्झे ससिव्व पियदंसणे णरवई जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव आभिसेक्के हत्थिरयणे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता अंजणगिरिकूडसण्णिभं गयवई णरवई दुरुढे / तए णं तस्स कूणियस्स रण्णो भंभसारपुत्तस्स आभिसेकं हत्थिरयणं दुरुढस्स समाणस्स तप्पढमयाए इमे अदृहमंगलया पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्ठिया, तंजहा-सोवत्थिय सिरिवच्छ णंदियावत्त वद्धमाणग भद्दासण कलस मच्छ दप्पण, तयाऽणंतरं च णं पुण्णकलसभिंगारं दिव्वा य छत्तपडागा सन्नामरा दंसणरइयआलोयदरिसणिजा वाउद्धृयविजयवेजयंती य ऊसिया गगणतलमणुलिहंती पुरओ अहाणुपुत्वीए संपट्ठिया, तयाऽणंतरं च णं वेरुलियभिसंतविमलदंड पलंबकोरंटमल्लदामोवसोभियं चंदमंडलणिभं समूसियं विमलं आयवत्तं पवरं सीहासणं वरमणिरयणपायपीढं संपाउयाजोयसमाउत्तं बहु(दासीदास)किंकरकम्मकरपुरिसपायत्तपरिक्खित्तं पुरओ अहाणुपुवीए संपट्ठियं / तयाऽणंतरं बहवे लट्ठिग्गाहा कुंतग्गाहा चावग्गाहा चामरग्गाहा पास गाहा पोत्थयग्गाहा फलगग्गाहा पीढग्गाहा वीणग्गाहा कुतुवम्गाहा हडप्फग्गाहा पुरओ 'अहाणुपुव्वीए संपट्ठिया / तयाऽणंतरं बहवे डंडिणो मुंडिणो सिहंडिणो जडिणो पिंछिणो हासकरा डमरकरा चाटुकरा वादकरा कंदप्पकरा दवकरा कोक्कुइया किटिकरा वायंता गायंता हसंता णच्चंता भासंता सावेंता रक्खंता आलोयं च करे Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि माणा जयरसई पउंजमाणा पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्ठिया / तयाऽणंतरं जच्चाणं तरमलिहायणाणं हरिमेलामउलमल्लियच्छाणं चुंचुच्चियललिपपुलियचलचवलचंचल गईणं लंघणवग्गणधावणधोरणतिवईजइणसिक्खियगईणं ललंतलामगललायवरभूसणाणं मुहभंडगओचूलगथासगअहिलाणचामरगण्डपरिमंडियकडीणं किंकरवरतरुणपरिग्गहियाणं अहसयं वरतुरगाणं पुरओ अहाणुपुवीए संपट्टियं / तयाऽणंतरं च णं ईसीदंताणं ईसीमत्ताणं ईसीतुंगाणं ईसीउच्छंगविसालधवलदंताणं कंचणकोसीपविदंताणं कंचणमणिरयणभूसियाणं वरपुरिसारोहगसंपउत्ताणं अहसयं गयाणं पुरओ अहाणुपुवीए संपट्ठियं / तयाऽणंतरं संच्छत्ताणं सज्झयाणं सघंटाणं सपडागाणं सतोरणवराणं सणंदिघोसाणं सखिंखिणीजालपरिखित्ताणं हेमवयचित्ततिणिसकणगणिजुत्तदारुयाणं कालायससुकयणेमिजंतकम्माणं सुसिलिट्वत्तमंडलधुराणं आइण्णवरतुरगसुसंपउत्ताणं कुसलणरच्छेयसारहिसुसंपग्गहियाणं (हेमजालग वक्खजाल खिंखिण्णेधंटाजाल परिक्खित्ताणं) बत्तीसतोणपरिमंडियाणं सकंकडवडेंसगाणं सचावसरपहरणावरणभरियजुद्धसजाणं अदृसयं रहाणं पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्टियं / तयाऽणंतरं च णं असिसत्तिकोंततोमरसूललउडभिंडिमालधणुपाणिसज्जं पायत्ताणीयं (सन्नद्धबद्धवम्मियकवयाणं उप्पीलियसरासगवट्टियाणं 'पिणद्धगेवेजविमलवरबद्धचिधंपट्टाणा गहिया उहप्पहरणाणं) पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्ठियं / तए णं से कूणिए राया हारोत्थयसुकयरइयवच्छे कुंडलउज्जोवियाणणे मउडदित्तसिरए णरसीहे णरवई णरिंदे णरवसहे मणुयरायवसभकप्पे अब्भहियरायतेयलच्छीए दिप्पमाणे हत्थिक्खंधवरगए सकोरंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिजमाणेणं सेयवरचामराहिं उधुव्वमागीहिं 2 वेसमणो चेव णरवई अमरखईसण्णिभाइ इड्ढीए पहियकित्ती हयगयरहपवरजोहकलियाए चाउरंगिणी सेणाए समणुगम्ममाणमन्गे जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव पहारेत्थ गमणाए, तए णं तस्स कृणियस्स रण्णो भंभसारपुत्तस्स पुरओ महंआसा आसधरा उभओ पासिं णागा णागधरा पिडओ रहसंगल्लि / तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते अब्भुग्गयभिंगारे पम्गहियतालियंटे उच्छियसेयच्छ्त्ते पवीइयवालवीयणीए सव्विड्ढीए सव्वजुत्तीए सव्वबलेणं सव्वसमुदएणं सव्वादरेणं सव्वविभूईए सव्वविभूसाए सव्वसंभमेणं सव्वपगईहिं सव्वणायगेहिं सव्वतालायरेहि सव्वोरोहेहिं सव्वपुप्फगंधमल्लालंकारेणं सव्वतुडियसद्दसण्णिणाएणं महया इड्ढीए महया जुत्तीए महया बलेणं महया समुदएणं महया वरतुडियजमगसमगप्पवाइएणं Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 23 ओववाइयसुत्तं संखपणवपडहभेरिझल्लरिखरमुहिहुडुक्कमुखमुरवमुयंगदुंदुभिणिग्घोसणाइयरवेणं चंपाए णयरीए मझमज्झेणं णिग्गच्छइ // 30 // तए णं कूणियस्स रण्णो चंपाणगरि मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छमाणस्स बहवे अत्थऽत्थिया कामत्थिया भोगत्थिा लाभत्थिया किब्बिसिया करोडिया कारवाहिया संखिया चकिया णंगलिया मुहमंगलिया वद्धमाणा गुस्समाणवा खंडियगणा ताहिं इट्ठाहिं कंताहिं पियाहिं मणुण्णाहिँ मणोभिरामाहिं उरालाहिं कल्लाणाहिं सिवाहिं घण्णाहिं मंगल्लाहिं सस्सिरीयाहिं हिययगमणिजाहिं [हिययपल्हायणिजाहिँ मिय महुरगंभिरगाहिगाहिं अहसइयाहिं(अपुणरुक्ताहिँ) वग्गूहिं जयविजयमंगलसएहि अणवरयं अभिणंदंता य अभिथुणता य एवं वयासी-जय 2 गंदा ! जय 2 भद्दा ! भदं ते अजियं जिणाहि जिय(च)पालेहि जियमज्झे वसाहि / इंदो इव देवाणं चमरो इव असुराण धरणो इव मागाणं चंदो इव ताराणं भरहो इव मणुयाणं बहूइ वासाइं बहूई वाससयाई बहूई वाससहस्साई बहूई वाससयसहस्साइं अणहसमम्गो हतुट्ठो परमाउं पालयाहि इहजणसंपखुिडो चंपाए णयरीए अण्णेसिं च बहूणं गामागर-णयर-खेड-कब्बड-मडंब-दोणमुह-पट्टण-आसम-णिगमसंवाह-संणिवेसाणं आहेवच्चं पोरेवच्चं सामित्तं भट्टित्तं महत्तरगतं आणाईसरसेणावच्चं कारेमाणे पालेमाणे महयाऽऽहयणट्टगीयवाइयतंतीतलतालतुडियघणमुयंगपडुप्पवाइयरवेणं विउलाई भोगभोगाइं भुंजमाणे विहराहि त्ति-कटु जय जय सदं पउंजंति / तए णं से कूणिए राया भंभसारपुत्ते णयणमालासहस्सेहि पेच्छिजमाणे पेच्छिजमाणे हिययमालासहस्सेहिं अभिणंदिजमाणे 2 मणोरहमालासहस्सेहिं विच्छिप्पमाणे 2 वयणमालासहस्सेहिं अभिथुव्वमाणे 2 कंतिसोहग्गगुणेहि पत्थिजमाणे पत्थिजमाणे बहूणं णरणारिसहस्साणं दाहिणहत्थेणं अंजलिमालासहस्साई पडिच्छमाणे 2 मंजुमंजुणा घोसेणं पडिबुज्झमाणे 2 भवणपंतिसहस्साई समइच्छमाणे 2 [तंती-तल-ताल-तुडिय-गीय-वाइयरवेणं (महुरेणं) मणहरेणं जयसदुग्योसविसएणं मंजुमंजुणा घोसेणं अपडिबुज्झमाणे, कंदरगिरि-विवर-कुहरगिरिवर पासादुद्ध-घण-भवण-देवकुल-सिंघाडग-तिग-चउक्क-चच्चरआरामुज्जाणकाणणसभापवापदेसदेसभागे पडिसद्द (डिंसुआ) सयसहस्ससंकुलं करेंति / हयहेसिय हत्थिगुलगुलाइय रघणघणसद्दमीसएणं महया कलकलरवेणं जणस्स महुरेण पूरयंते, सुगंधवरकुसुमचुण्णउन्विद्धवासरेणुकविलं णभं करते, कालागुरुकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवणिवहेणजीवलोगमिव वासयंते, समंतओ खुभियचक्कवालं, पउरजणबालवुड्ढ-पमुइयतु Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 24 अनंगपविट्ठसुत्ताणि रियपहाविय विउलाउलबोलबहुलं णभं करेंते चंपाए णयरीए मज्झमझेणं णिग्गच्छइ णिग्गच्छित्ता जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते छत्ताइए तित्थयराइसेसे पासइ पासित्ता आभिसेकं हत्थिरयणं ठवेइ ठवित्ता आभिसेक्काओ हत्थिरयणाओ पच्चोरुहइ पच्चोरुहइत्ता अवहटु पंच रायककुहाई, तंजहा-खग्गं छत्तं उप्फेसं वाहणाओ वालवीयणं, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छई उवागच्छित्ता समणं भगवंमहावीरं पंचविहेणं अभिगमेणं अभिगच्छइ, तंजहा-सच्चित्ताणं दव्वाणं विउसरणयाए 1 अच्चित्ताणं दव्वाणं अविउसरणयाए 2 एगसाडियं उत्तरासंगकरणेणं 3 चक्खुफासे अंजलिपगहेणं 4 मणसो एगत्तभावकरणेणं 5 समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ करेत्ता वंदइ ,णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता तिविहाए पज्जुवासणाए पज्जुवासइ, तंजहा-काइयाए वाइयाए माणसियाए काइयाए ताव संकुइयमाहत्थपाए सुस्सूसमाणे णमंसमाणे अभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासइ, वाइयाए जं जं भगवं वागरेइ एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! अवितहमेयं भंते ! असंदिद्धमेयं भंते ! इच्छियमेयं भंते ! पडिच्छियमेयं भंते ! इच्छियपडिच्छियमेयं भंते ! से जहेयं तुम्भे वदह अपडिकूलमाणे पज्जुवासइ, माणसियाए महया संवेगं जणइत्ता तिव्वधम्माणुरागरत्तो पज्जुवासइ // 31|| तए णं ताओ सुभद्दापमुहाओ देवीओ अंतो अंतेउरंसि व्हायाओ जाव पायच्छित्ताओ सव्वालंकारविभूसियाओ बहूहिं खुजाहिंचेलाहिं वामणीहि वडभीहि बब्बरी हिं पयाउसीयाहि जोणियाहिं पण्हवियाहि इसिगिणियाहि वासिइणियाहि लासियाहि लउसियाहिं सिंहलिहि दमिलीहिं आरबीहिं पुलंदीहिं पक्कणीहिं बहलीहिं मुरुंडीहिं सबरियाहिं पारसीहिं णाणादेसीविदेसपरिमंडियाहिं इंगियचिंतियपथियमणोगतविजाणियाहिं सदेसणेवत्थग्गहियवसाहिं चेडियाचकवालवरिसधरकंचुइजमहत्तरगवंदपरिक्खित्ताओ अंतेउराओ णिग्गच्छंति २त्ता जेणेव पाडिएकजाणाई तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता पाडि. एकपाडिएक्काइ जत्ताभिमुहाई जुत्ताई जाणाई दुरुहंति दुरूहित्ता णियगपरियालसद्धिं संपरिखुडाओ चंपाए णयरीए मझमझेणं णिमाच्छंति णिग्गच्छित्ता जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते छत्ताईए तित्थयराइसेसे पासंति पासित्ता पाडिएक्कपाडिएक्काइं जाणाई ठवंति ठवित्ता जाणेहिंतो पच्चोरुहंति पच्चोरुहित्ता बहूहिँ खुजाहिं जाव परिक्खित्ताओ जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता समणं भगवं महावीरं पंचविहेणं Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 25 अभिगमेणं अभिगच्छति,तंजहा-सच्चित्ताणं दव्वाणं विउसरणयाए अच्चित्ताणं दव्वाणं अविसरणयाए विणओणयाए गायलट्ठीए चक्खुप्फासे अंजलिपग्गहेणं मणसो एगत्तकरणेणं समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेंति वंदंति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता कूणियरायं पुरओ कटु ठिइयाओ चेव सपरिवाराओ अभिमुहाओ विणएणं पंजलिउडाओ पज्जुवासंति // 32 // तए णं समणे भगवं महावीरे कूणियस्स रण्णो भंभसारपुत्तस्स सुभद्दापमुहाणं देवीणं तीसे य महइमहालियाए परिसाए इसिपरिसाए मुणिपरिसाए जइपरिसाए देवपरिसाए अणेगसयाए अणेगसयवंदाए अणेगसयवंदपरिवाराए ओहबले अइबले महब्बले अपरिमियबलवीरियतेयमाहप्यकंतिजुत्ते सारयणवत्थणियमहुरगंभीरकोंचणिग्योसदुंदुभिस्सरे उरेवित्थडाए कंठेऽवट्ठियाए सिरे समाइण्णाए अगरलाए अमम्मणाए सव्वक्खरसण्णिवाइयाए पुण्णरत्ताए फुडविनय महुरगंभीर गाहियाए सव्वभासाणुगामिणीए सरस्सईए जोयणणीहारिणा सरेणं अद्धमागहाए भासाए भासइ अरिहा धम्म परिकहेइ / तेसिं सम्वेसि आरियमणारियाणं अगिलाए धम्ममाइक्खइ, साऽविय णं अद्धमागहा भासा तेसिं सव्वेसिं आरियमणारियाणं अप्पणो सभासाए परिणामेणं परिणमइ, तंजहाअस्थि लोए अत्थि अलोए एवं जीवा अजीवा बंधे मोक्खे पुण्णे पावे आसवे संवरे वेयणा गिजरा अरिहंता चक्कवट्टी बलदेवा वासुदेवा णरगा णेरईया तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोगिणीओ माया पिया रिसओ देवा देवलोया सिद्धी सिद्धा परिणिव्वाणं परिणिव्या अस्थि पाणाइवाए मुसावाए अदिण्णादाणे मेहुणे परिग्गहे अत्थि कोहे माणे माया लोभे जाव मिच्छादसणसल्ले / अत्थि पाणाइवायवेरमणे मुसावायवेरमणे अदिण्णादाणवेरमणे मेहुणवेरमणे परिग्गहवेरमणे जाव मिच्छादंसणसल्लविवेगे सव्वं अस्थिभावं अस्थित्ति वयइ, सव्यं णत्थिभावं णस्थित्ति वयइ, सुचिण्णा कम्मा सुचिण्णफला भवंति, दुचिण्णा कम्मा दुचिण्णफला भवंति, फुसइ पुण्णपावे, पच्चायंति जीवा, सफले कल्लाणपावए / धम्ममाइक्खइ-इणमेव णिग्गंथे पावयणे सच्चे अणुत्तरे केवलए संसुद्धे पडिपुण्णे णेयाउए सल्लकत्तणे सिद्धिमग्गे मुत्तिमग्गे णिव्वाणमन्गे णिजाणमग्गे अवितहमविसंधि सव्वदुक्खप्पहीणमग्गे इहट्टिया जीवा सिझंति बुझंति मुच्चंति परिणिव्वायंति सव्वदुक्खाणमंतं करंति / एगच्चा पुण एगे भयंतारो पुव्वकम्मावसेसेणं अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, महड्ढिएसु जाव (महज्जुइएसु महाबलेसु महाजसेसु महाणुभागेसु) महासुक्खेसु Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपंविट्ठसुत्ताणि दूरंगइएसु चिरट्ठिईएसु, ते णं तत्थ देवा भवंति महड्ढिए जाव चिरट्ठिईया हारविराइयवच्छा जाव पभासमाणा कप्योवगा गइकल्लाणा ठिइकल्लाणा आगमेसिभद्दा जाव पडिरूवा, तमाइक्खइ एवं खलु चउहि ठाणेहिं जीवा णेरइयत्ताए कम्मं पकरंति णेरइयत्ताए कम्मं पकरेत्ता णेरइएसु उववजंति,तंजहा-महारंभयाए महापरिग्गहयाए पंचिंदियवहेणं कुणिमाहारेणं, एवं एएणं अभिलावेणं तिरिक्खजोणिएसु माइल्लयाए णियडिलयाए अलियवयणेणं उकंचणयाए वंचणयाए, मणुस्सेसु पगइभद्दयाए पगइविणीययाए साणुकोसयाए अमच्छरिययाए, देवेसु सरागसंजमेणं संजमासंजमेणं अकामणिजराए बालतवोकम्मेणं तमाइक्खइ-जह णरगा गम्मति जे णरगा जा य वेयणा णरए / सारीरमाणसाइं दुक्खाइं तिरिक्खजोणीए // 1 // माणुस्सं च अणिच्च वाहिजरामरणवेयणापउरं / देवे य देवलोए देविड्ढि देवसोक्खाई // 2 // णरगं तिरिक्खजोणिं माणुसभावं च देवलोयं च / सिद्ध य सिद्धवसहिं छज्जीवणियं परि. कहेइ // 3 // जह जीवा बज्झंति मुच्चंति जह य परिकिलिस्संति। जह दुक्खाणं अंतं करंति केई अपडिबद्धा // 4 // अट्टदुहट्टियचित्ता जह जीवा दुक्खसागरमुर्विति / जह वेरग्गमुवगया कम्मसमुग्गं विहाडंति // 5 // जहा रागेण कडाणं कम्माणं पावगो फलविवागो, जह य परिहीणकम्मा 'सिद्धा सिद्धालयमुर्विति // 6 // तमेव धम्मं दुविहं आइक्खइ, तंजहा–अगारधम्मं अणगारधम्मं च, अणगारधम्मो ताव इह खलु सव्वओ सव्वत्ताए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयइ सव्वाओ पाणाइवायाओ वेरमणं सव्वाओ मुसावाय० अदिण्णादाण मेहुण० परिग्गह० राईभोयणाओ वेरमणं अयमाउसो ! अणगारसामइए धम्मे पण्णत्ते, एयस्स धम्मस्स सिक्खाए उवट्ठिए णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा विहरमाणे आणाए आराहए भवइ / अगारधम्म दुवालसविहं आइक्खइ,तंजहा-पंच अणुव्वयाई तिण्णि गुणव्वयाइं चत्तारि सिक्खावयाई, पंच अणुब्वयाई, तंजहा-थूलाओ पाणाइवायाओ वेरमणं थूलाओ मुसावायाओ वेरमणं थूलाओ अदिण्णादाणाओ वेरमणं सदारसंतोसे इच्छापरिमाणे, तिण्णि गुणव्वयाई तंजहा-अणत्थदंडवेरमणं दिसिव्वयं उवभोगपरिभोगपरिमाणं,चत्तारि सिक्खावयाई,तंजहा-सामाइयं देसावगासियं पोसहोववासे अतिहिसंयअस्स विभागे,अपच्छिमा मारणंतिया संलेहणाजूसणाराहणा अयमाउसो! अगारसामइए धम्मे पण्णत्ते, अगारधम्मस्स सिक्खाए उवट्ठिए समणोवासए समणोवासिया वा विहरमाणे आणाए आराहए भवइ // 33 // तए णं सा महइमहालिया मणूसपरिसा समणस्स भगवओ Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 27 महावीरस्स अंतिए धम्मं सोचा णिसम्म हट्टतुट्ट जाव हियया उठाए उढेइ उठाए उद्वित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता अत्थेगइया मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए, अत्थेगइया पंचाणुव्वइयं सत्तसिक्खावइयं दुवालसविहं गिहिधम्म पडिवण्णा, अवसेसा णं परिसा समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीसुअक्खाए ते भंते ! णिग्गंथे पावयणे एवं सुपण्णत्ते सुभासिए सुविणीए सुभाविए अणुत्तरे ते भंते ! णिगंथे पावयणे, धम्मं णं आइक्खमाणा तुब्भे उवसमं आइक्खह, उवसमं आइक्खमाणा विवेगं आइक्खह, विवेगं आइक्खमाणा वेरमणं आइक्खह, वेरमणं आइक्खमाणा अकरणं पावाणं कम्माणं आइक्खह, णत्थि णं अण्णे केइ समणे वा माहणे वा जे एरिसं धम्ममाइक्खित्तए, किमंग पुण एत्तो उत्तरतरं ?, एवं वदित्ता जामेव दिसं पाउन्भूया तामेव दिसं पडिगया // 34 // तए णं कूणिए राया भंभसारपुत्ते समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म हतुट्ठ जावं हियए उठाए उट्ठेइ उठाए उठ्ठित्ता समणं भगवं महावीर तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-सुअक्खाए ते भंते ! णिगंथे पावयणे जाव किमंग पुण एत्तो उत्तरतरं ?, एवं वदित्ता जामेव दिसं पाउन्भूए तामेव दिसं पडिगए // 35 // तए णं ताओ सुभद्दापमुहाओ देवीओ समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म हहतुह जाव हिययाओ उठाए उछित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेन्ति 2 त्ता वंदति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-सुअक्खाए ते भंते ! णिगंथे पावयणे जाव किमंग पुण एत्तो उत्तरतरं ?, एवं वदित्ता जामेव दिसि पाउन्भूयाओ तामेव दिसि पडिगयाओ ॥समोसरणं समत्तं // 36 // तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे गोयमसगोत्तेणं सत्तुस्सेहे समचउरंससंठाणसंठिए वइरोसहणारायसंघयणे कणगपुलगणिग्यसपम्हगोरे उग्गतवे दित्ततवे तत्ततवे महातवे घोरतवे उराले घोरे * 'घोरगुणे घोरतवस्सी घोरबंभचेरवासी उच्छूढसरीरे संखित्तविउलतेयलेस्से समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते उड्डेजाणू अहोसिरे झाणकोट्टोवगए संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ / तए णं से भगवं गोयमे जायसड्ढे जायसंसए जाय. कोऊहल्ले उप्पण्णसड्ढे उप्पण्णसंसए उप्पण्णकोऊहल्ले संजायसड्ढे संजायसंसए संजाय Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि कोऊहल्ले समुप्पण्णसड्ढे समुप्पण्णसंसए समुप्पण्णकोऊहल्ले उट्टाए उठेइ उट्टाए उठित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता णचासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे णमंसमाणे अभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासमाणे एवं वयासी-जीवे णं भंते! असंजए अविरए अप्पडिहयपच्चक्खायपावकम्मे सकिरिए असंवुडे एगंतदंडे एगंतबाले एगंतसुत्ते पावकम्मं अण्हाइ ? हंता अण्हाइ 1 / जीवे णं भंते ! असंजयअविरयअप्पडिहयपच्चक्खायपावकम्मे सकिरिए असंवुडे एगंतदंडे एगंतबाले एगंतसुत्ते मोहणिजं पावकम्मं अण्हाइ ? हंता अण्हाइ 2 / जीवे णं भंते ! मोहणिजं कम्मं वेदेमाणे किं मोहणिजं कम्मं बंधइ ? वेयणिजं कम्म बंधइ ?, गोयमा ! मोहणिज्जपि कम्मं बंधइ वेयणिज्जपि कम्मं बंधइ, णण्णत्थ चरिममोहणिज्ज कम्मं वेदेमाणे वेयणिज्जं कम्मं बंधइ णो मोहणिज्जं कम्मं बंधइ 3 / जीवे णं भंते ! असंजए अविरए अप्पडिहयपच्चक्खायपावकम्मे सकिरिए असंवुडे एगंतदंडे एगंतबाले एगंतसुत्ते ओसण्णतसपाणघाई कालमासे कालं किच्चा णेरइएसु उववजइ ? हंता उववजइ 4 / जीवे णं भंते! असंजए अविरए अप्पडिहयपच्चक्खायपावकम्मे इओ चुए पेच्चा देवे सिया.? गोयमा ! अत्थेगइया देवे सिया अत्थेगइया णो देवे सिया, से केणढेणं भंते!एवं वुच्चइ-अत्थेगइया देवे सिया अत्थेगइया णो देवे सिया ? गोयमा ! जे इमे जीवा गामागरणयरणिगमरायहाणिखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंबाहसण्णिवेसेसु अकामतहाए अकामछुहाए अकामबंभचेरवासेणं अकामअण्हाणगसीयायवदंसमसगसेयजल्लमल्लपंकपरितावेणं अप्पतरो वा भुजतरो वा कालं अप्पाणं परिकिलेसंति अप्पतरो वा भुजतरो वा कालं अप्पाणं परिकिलेसित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु वाणमंतरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई तहिं तेसिं ठिई तहिं तेसिं उववाए पण्णत्ते / तेसि णं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! दसवाससहस्साई ठिई पण्णत्ता, अस्थि णं भंते ! तेसिं देवाणं इड्ढी वा जुई वा जसे इ वा बले इ वा वीरिए इ वा पुरिसकारपरिकमे ई वा ? हंता अस्थि, ते णं भंते ! देवा परलोगस्साराहगा ? णो इणठे समढे 5 / से जे इमे गामागरणयरणिगमरायहाणिखेडकब्बडमुडंबदोणमुहपट्टणासमसंबाहसण्णिवेसेसु मणुया भवंति, तंजहा-अंडुबद्धगा णियलबद्धगा हडिबद्धगा चारगबद्धगा हत्थच्छिण्णगा पायच्छिण्णगा कण्णच्छिण्णगा णक्वच्छिण्णगा उदृच्छिण्णगा Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ओववाइयसुत्तं 26 जिब्भच्छिण्णगा सीसच्छिण्णगा मुहच्छिण्णगा मज्झच्छिण्णगा वेकच्छच्छिण्णगा हियउम्पाडियगा णयणुप्पाडियगा दसणुप्पाडियगा वसणुप्पाडियगा गेवच्छिण्णगा तंडुलच्छिण्णगा कागणिमंसक्खाइयया ओलंबियगा लंबियया घंसियया घोलियया फाडियया पीलियया सूलाइयया सूलभिण्णगा खारवत्तिया वज्झवत्तिया सीहपुच्छियया दवग्गिदड्ढगा पंकोसण्णगा पंके खुत्तगा वलयमयगा वसट्टमयगा णियाणमयगा अंतोसल्लमयगा गिरिपडियगा तरुपडियगा मरुपडियगा गिरिपक्खंदोलिया तरुपक्खंदोलिया मरुपक्खंदोलिया जलपवेसिगा जलणपवेसिगा विसभक्खियगा सत्थोवाडियगा वेहाणसिया गिद्धपिडगा कंतारमयगा दुन्भिक्खमयगा असंकिलिहपरिणामा ते कालमासे काल किच्चा अण्णयरेसु वाणमंतरेसु देवलोएमु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई तहिं तेसिं ठिई तहिं तेसिं उववाए पण्णत्ते, तेसि णं भंते ! देवाणं केंवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! बारसवाससहस्साई ठिई पण्णत्ता / अस्थि णं मंते ! तेसिं देवाणं इड्ढी वा जुई वा जसे इ वा बले इ वा वीरिए इ वा पुरिसकारपरिक्कमे इ वा ? हंता अस्थि, ते णं भंते ! देवा परलोगस्साराहगा ? णो इणढे समढे 6 / से जे इमे गामागरणयरणिगमरायहाणिखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंबाहसंणिवेसेसु मणुया भवंति, तंजहा-पगइभद्दगा पगइउवसंता पगइपतणुकोहमाणमायालोहा मिउमद्दवसंपण्णा अल्लीणा विणीया अम्मापिउसुस्सूस्गा अम्मापिईणं अणइक्कमणिजवयणा अप्पिच्छा अप्पारंभा अप्पपरिन्गहा अप्पेणं आरंभेणं अप्पेणं समारंभेणं अपेणं आरंभसमारंभेणं वित्तिं कप्पेमाणा बहूई वासाइं आउयं पालंति पालित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु वाणमंतरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहि तेसिं गई तहिं तेसिं ठिई तहिं तेसिं उववाए पण्णत्ते, तेसि णं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! चउद्दसवाससहस्सा 7 / से जाओ इमाओ गामागरणयरणिगमरायहाणिखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंबाहसंणिवेसेसु इत्थियाओ भवंति, तंजहा–अंतो अंतेउरियाओ गयपइयाओ मयपइयाओ बालविवाओ छड्डियल्लियाओ माइरक्खियाओ पियरक्खियाओ भायरक्खियाओ कुलघररक्खियाओ ससुरकुलरविखयाओ परूढणहमंसुकेसकवखरोमाओ ववगयपुप्फगंधमल्लालंकाराओ अण्हाणगसेयजल्लमल्लपंकपरितावियाओ ववगयखीरद हिणवणीयसप्पितेल्लगुल्लोंणमहमज्जमंसपरिचत्तकयाहाराओ अप्पिच्छाओ अप्पारंभाओ अप्पपरिग्गहाओ अप्पेणं आरंभेणं अप्पेणं समारंभेणं अप्पेणं आरंभसमारंभेणं वित्तिं कप्पेमाणीओ अकामबंभचेरवासेणं तमेव पइसेजं णाइक्कमंति, ताओ णं इत्थियाओ एया Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 30 __अनंगपविट्ठसुत्ताणि रूवेणं विहारेणं विहरमाणीओ बहूई वासाइं सेसं तं चेव जाव चउसलिं वाससहस्साइं ठिई पण्णत्ता८। से जे इमे गामागरणयरणिगमरायहाणिखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंबाहसण्णिवेसेसु मणुया भवंति, तंजहा–दगबिइया दगतइया दगसत्तमा दगएक्कारसमा गोयमा गोव्वइया गिहिधम्मा धम्मचिंतगा अविरुद्धविरुद्धवुड्ढसावगप्पभियओ तेसिं मणुयाणं णो कप्पइ इमाओ णव रसविगईओ आहारित्तए, तंजहाखीरं दहिं णवणीयं सप्पिं तेलं फाणियं महुं मजं मंसं, णण्णत्थ एकाए सरिसवविगईए, ते णं मणुया अप्पिच्छा तं चेव सव्वं णवरं चउरासीइवाससहस्साई ठिई पण्णत्ता 9 / से जे इमे गंगाकूलगा वाणपत्था तावसा भवंति, तंजहा-होत्तिया पोत्तिया कोत्तिया जण्णई सड्ढई थालई हुंपउहा.दंतुक्खलिया उम्मजगा सम्मजगा णिम्मजगा संपखाला दक्षिणकूलगा उत्तरकूलगा संखधमगा कूलधमग्रा मिगलुद्धगा हत्थितावसा उदंडगा दिसापोक्खिणो वाकवासिणो अंबुवासिणो बिलवासिणो जलवासिणो वेलबासिणो रुक्खमूलिया अंबुभक्खिणो वाउभक्खिणो सेवालभक्खिणो मूलाहारा कंदाहारा तयाहारा पत्ताहारा पुष्फाहारा बीयाहारा परिसडियकंदमूलतयपत्तपुष्फफलाहाराबलाभिसेयकढिणगायभूया आयावणाहिँ पंचम्गितावेहिं इंगालसोल्लियं कंडुसोल्लियं कहसोल्लियंपिव अप्पाणं करेमाणा बहूई वासाई परियायं पांउणंति बहूई वासाई परियायं पाउणित्ता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं जोइसिएसु देवेसु देवत्ताए उववतारो भवंति, पलिओवमं वाससयसहस्समब्भहियं ठिई, सेसं तं चेव आराहगा ? णो इणठे समढे 10 / से जे इमे जाव सण्णिवेसेसु पव्वइया समणा भवंति, तंजहाकंदप्पिया कुक्कुइया मोहरिया गीयरइप्पिया णचणसीला ते णं एएणं विहारेणं विहरमाणा बहूई वासाइं सामण्णपरियायं पाउणंति 2 त्ता तस्स ठाणस्स अणालोइयअप्पडिकंता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं सोहम्मे कप्पे कंदप्पिएसु देवेसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई तहिं तेसिं ठिई, सेसं तं चेव, गवरं पलिओवमं वाससहस्समभहियं ठिई 11 / से जे इमे जाव सण्णिवेसेसु परिव्वायगा भवंति, तंजहासंखा जोई कविला भिउच्चा हंसा परमहंसा बहुउदया कुडिव्वया कण्हपरिव्वायगा, तत्थ खलु इमे अह माहणपरिव्वायगा भवंति, तंजहा कण्हे य करकंडे य, अंबड़े य परासरे / कण्हे दीवायणे चेव, देवगुत्ते य णारए॥१॥ तत्थ खलु इमे अह खत्तियपरिव्वायया भवंति, तंजहा-सीलई ससिहारे(य),णग्गई भग्गई इ य.। विदेहे रायाराया रायारामे बलेइ य // 1 // ते णं परिव्वायगा रिउन्वेयजजुव्वेयसामवेयअहव्वणवेयइतिहासपंचमाणं णिग्घंटुछडाणं संगोवंगाणं सरहस्साणं चउण्हं वेयाणं सारगा पारगा Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं धारगा वारंगा सडंगवी सट्टितविसारया संखाणे सिक्खाकप्पे वागरणे छंदे णिरुत्ते जोइसामयणे अण्णेसु य बंभण्णएसु य सत्थेसु सुपरिणिट्ठिया यावि हुत्था / ते णं परिव्वायगा दाणधम्मं च सोयधम्मं च तित्थाभिसेयं च आघवेमाणा पण्णवेमाणा परूमाणा विहरंति, जण्णं अम्हे किंचि असुई भवइ तण्णं उदएण य मट्टियाए य पक्वालियं सुई भवइ, एवं खलु अम्हे चोक्खा चोक्खायारा सुई सुइसमायारा भवेत्ता अभिसेयजलपूयप्पाणो अविग्येण सग्गं गमिस्सामो, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पह अगडं वा तलायं वा णइं वा वाविं वा पुक्खरिणिं वा दीहियं वा गुंजालियं वा सरं वा सागरं वा ओगाहित्तए, णण्णत्थ अद्धाणगमणे, णो कप्पइ सगडं वा जाव संदमाणियं वा दुरुहित्ता णं गच्छित्तए, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ आसं वा हत्यि वा उटं वा गोणिं वा महिसं वा खरं वा दुरुहित्ता णं गमित्तए, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ णडपेच्छा इ वा जाव मागहपेच्छा इ वा पेच्छित्तए, तेसिं परिव्वायगाणं णो कम्पइ हरियाणं लेसणया वा घट्टणया वा थंभणया वा लूसणया वा उप्पाडणया वा करित्तए, तेसिं परिव्वायगाणं णो कप्पई इथिकहा इ वा भत्तकहा इवा देसकहा इ वा रायकहा इ वा चोरकहा इ वा (जणवयकहा इ वा) अणत्थदंडं करित्तए, तेसि णं णो कप्पइ अयपायाणि वा तउयपाणि वा तंबपायाणि वा जसदपायाणि वा सीसगपायाणि वा रुप्पपायाणि वा सुवण्णपायाणि वा अण्णयराणि वा बहुमुल्लाणि धारित्तए, णण्णत्थ लाउपाएण वा दारुपाएण वा मट्टियापाएण वा, तेसि णं परिवायगाणं णो कप्पइ अयबंधणाणि वा तउयबंधणाणि वा तंबबंधणाणि जाव बहुमुलाणि धारित्तए, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ णाणाविहवण्णरागरत्ताई वत्थाई धारित्तए, णण्णत्थ एकाए धाउरत्ताए तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ हारं वा अद्धहारं वा एगावलिं वा मुत्तांवलिं वा कणगावलिं वा रयणावलिं वा मुरविं वा कंठमुरवि वा पालंबं वा तिसरयं वा कडिसुत्तं वा दसमुद्दियाणंतगं वा कडयाणि वा तुडियाणि वा अंगयाणि वा केऊराणि वा कुंडलाणि वा मउडं वा चूलामणिं वा पिणद्धित्तए, णण्णत्थ एगेणं तंबिएणं पवित्तएणं, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पद गंथिमवेढिमपूरिमसंघाइमे चउविहे मल्ले धारित्तए, णण्णत्थ एगेणं कण्णपूरेणं, तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ अगलुएण वा चंदणेण वा कुंकुमेण वा गायं अणुलिंपित्तए, णण्णत्थ एक्काए गंगामट्टियाए, तेसि णं (परिव्वायगाणं) कप्पइ मागहए पत्थए जलस्स पडिगाहित्तए, सेऽविय वहमाणे णो चेव णं अवहमाणे, सेऽविय थिमिओदए णो चेव णं कद्दमोदए, सेऽविय बहुपसण्णे णो चेव णं अबहुपसण्णे, Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि सेऽविय परिपूए णो चेव णं अपरिपूए, सेऽविय णं दिण्णे णो चेव णं अदिण्णे, सेऽविय पिबित्तए णो चेव णं हत्थपायचरुचमसपक्खालणडाए सिणाइत्तए वा, तेसि णं परिव्वायगाणं कप्पइ मागहए अद्धाढए जलस्स पडिग्गाहित्तए, सेऽविय वहमाणे जो चेव णं अवहमाणे जाव णो चेव णं अदिण्णे, सेऽविय हत्थपायचरुचमसपक्खालणड्याए णो चेव णं पिबित्तए सिणाइत्तए वा ते णं परिव्वायगा एयारूवेणं विहारेणं विहरमाणा बहूई वासाई परियायं पाउणंति 2 त्ता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं बंभलोए कप्पे देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई तहिं तेसिं ठिई दस सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता, सेसं तं चेव 12 // 37 // तेणं कालेणं तेणं समएणं अम्मडस्स परिव्वायगस्स सत्त अंतेवासिसयाई गिम्हकालसमयंसि जेट्टामूलमासंसि गंगाए महाणईए उभओकूलेणं कंपिल्लपुराओ णयराओ पुरिमतालं णयरं संपट्ठिया विहाराए, तए णं तेसिं परिव्वायगाणं तीसे अगामियाए छिण्णोकायाए दीहमद्धाए अडवीए कंचि देसंतरमणुपत्ताणं से पुव्वग्गहिए उदए अणुपुव्वेणं परिभुजमाणे झीणे, तए णं ते परिव्वाया झीणोदगा समाणा तण्हाए पारब्भमाणा 2 उदगदातारमपस्समाणा अण्णमण्णं सद्दावेति सद्दाक्त्तिा एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया! अम्ह इमीसे अगामियाए जाव अडवीए कंचि देसंतरमणुपत्ताणं से उदए जाव झीणे तं सेयं खलु देवाणुप्पिया! अम्ह इमीसे अगामियाए जाव अडवीए उदगदातारस्स सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करित्तएत्तिकटु अण्णमण्णस्स अंतिए एयमटं पडिसुणंति 2 सा तीसे अगामियाए जाव अडवीए उदगदातारस्स सव्वओ समंता मग्गणगवसणं करेंति करित्ता उदगदातारमलभमाणा दोच्चंपि अण्णमणं सद्दावेति सद्दावेत्ता एवं बयासी-इह णं देवाणुप्पिया ! उदगदातारो णत्थि तं णो खलु कप्पइ अम्ह अदिण्णं गिण्हित्तए अदिण्णं साइजित्तए, तं मा णं अम्हे इयाणिं आवइकालंमि अदिणं गिण्हामो अदिण्णं साइजामो मा णं अम्हं तवलोवे भविस्सइ, तं सेयं खलु अम्हं देवाणुप्पिया ! तिदंडयं कुंडियाओ य कंचणियाओ य करोडियाओ य भिसियाओ य छण्णालए य अंकुसए य केसरियाओ य पवित्तए य गणेत्तियाओ य छत्तए य वाहणाओ य पाउयाओ य धाउरत्ताओ य एगंते एडित्ता गंगं महाणइं ओगाहित्ता वालुयासंथारए संथरित्ता संलेहणाझोसियाणं भत्तपाणपडियाइक्खियाणं पाओवगयाणं कालं अणवकंखमाणाणं विहरित्तएत्तिक? अण्णमण्णस्स अंतिए एयमझें पडिसुणंति अण्णमण्णस्स अंतिए० पडिसुणित्ता तिदंडए य जाव एगते एडेइ 2 त्ता गंगं Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं महाणइंओगाहेति रत्ता वालुयासंथारयं संथरंति 2 त्ता वालुयासंथारयं दुरुहिंति 2 त्ता पुरत्थाभिमुहा संपलियंकणिसण्णा करयल जाव कट्ठ एवं वयासी-णमोऽत्थु णं अरहंताणं जाव संपत्ताणं, णमोऽत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स जाव संपाविउकामस्स, णमोऽत्यु णं अम्मडस्स परिव्वायगस्स अम्हं धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स, पुविं णं अम्हे अम्मडस्स परिव्वायगस्स अंतिए थूलगपाणाइवाए पञ्चक्खाए जावजीवाए थूलए मुसावाए थूलए अदिण्णादाणे पच्चक्खाए जावजीवाए सव्वे मेहुणे पच्चक्खाए जावजीवाए थूलए परिग्गहे पच्चक्खाए जावजीवाए इयाणिं अम्हे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए सव्वं पाणाइवायं पच्चक्खामो जावजीवाए एवं जाव सव्वं परिम्गहं, पच्चक्खामो जावजीवाए सव्वं कोहं माणं मायं लोहं पेजं दोसं कलहं अब्भक्खाणं पेसुण्ण परपरिवायं अरइरई मायामोसं मिच्छादंसगसल्लं अकरणिजं जोगं पञ्चक्खामो जावजीवाए सव्वं असणं पाणं खाइमं साइमं चउन्विहंपि आहारं पच्चक्खामो जावजीवाए जंपि य इमं सरीरं इटुं कंतं पियं मणुण्णं मणामं थेजं (पेज) वेसासियं संमयं बहुमय अणुमयं भंडकरंडगसमाणं मा णं सीयं मा णं उण्हं मा णं खुहा मा णं पिवासा मा णं वाला मा णं चोरा मा णं दंसा मा णं मसगा मा णं वाइयपित्तियसंणिवाइयं विविहा रोगायंका परीसहोवसग्गा फुसंतुत्तिकटु एयंपि णं चरमेहिं ऊसासणीसासेहिं वोसिरामित्तिकटु संलेहणाझुसणाझूसिया भत्तपाणपडियाइक्खिया पाओवगया कालं अणवकंखमाणा विहरंति, तए णं ते परिव्वाया बहूई भत्ताई अणसणाए छेदेति छेदित्ता आलोइयपडिकंता समाहिपत्ता कालमासे कालं किच्चा बंभलोए कम्पे देवत्ताए उर्ववण्णा, तहिं तेसिं गई दससागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, परलोगस्स आराहगा, सेसं तं चेव 13 // 38 // बहुजणे णं भंते ! अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ एवं भासइ एवं परूवेइ एवं खलु अंबडे परिव्वायए कंपिल्लपुरे णयरे घरसए आहारमाहरेइ, घरसए वसहिं उवेइ; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जणं से बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव एवं परूवेइ-एवं खलु अम्मडे परिव्वायए कंपिल्लपुरे जाव घरसए वसहिं उवेइ, सच्चे णं * एसमठे, अहंपि णं गोयमा! एवमाइक्खामि जाव एवं परूवेमि-एवं खलु अम्मडे परिवायए जाव वसहिं उवेइ / से केणढेणं भंते ! एवं बुच्चइ-अम्मडे परिव्वायए जाव वसहिं उवेइ ? गोयमा ! अम्मडस्स णं परिव्वाययस्स पगइभद्दयाए जाव विणीययाए छछद्रेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढे बाहाओ पगिज्झिय 2 Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 34 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सूराभिमुहस्स आयावणभूमीए आयावेमाणस्स सुभेणं परिणामेणं. पसत्थाहिं लेसाहिं विसुज्झमाणीहि अण्णया कयाइ तयावरणिजाणं कम्माणं खओवसमेणं ईहावूहमग्गणगवेसणं करेमाणस्स वीरियलद्धी वेउञ्चियलद्धी ओहिणाणलद्धी समुप्पण्णा, तए णं से अम्मडे परिव्वायए ताए वीरियलद्धीए वेउब्वियलद्धीए ओहिणाणलद्धीए समुप्पण्णाए जणविम्हावणहेउं कंपिल्लपुरे णयरे घरसए जाव वसहिं उवेइ, से तेणद्वेमं गोयमा ! एवं वुच्चइ-अम्मडे परिव्वायए कंपिल्लपुरे णयरे घरसए जाव वसहिं उवेइ / पहू णं भंते!अम्मडे परिव्वायए देवाणुप्पियाण अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए?णो इणट्टे समठे, गोयमा अम्मडे णं परिव्वायए समणोवासए अभिगयजीवाजीवे जाव अप्पाणं भावेमाणे विहरइ, णवरं ऊसियफलिहे अवंगुयदुवारे चियत्तंतेउरघरदारपवेसी ण वुच्चइ अम्मडस्स णं परिव्वायगस्स थूलए पाणाइवाए पच्चक्खाए जावजीवाए जाव परिग्गहे णवरं सव्वे मेहणे पच्चक्खाए जावजीवाए, अम्मडस्स णं णो कम्पइ अक्खसोयप्पमाणमेत्तपि जलं सयराहं उत्तरित्तए णण्णत्थ अद्धाणगमणेणं, अम्मडस्स णं णो कप्पइ' सगडं वा एवं चेव भाणियव्वं जाव णण्णत्थ एगाए गंगामट्टियाए, अम्मडस्स णं परिव्वायगस्स णो कप्पइ आहाकम्मिए वा उद्देसिए वा मीसजाए इ वा अज्झोयरए इ वा पूइकम्मे इ वा कीयगडे इ वा पामिच्चे ई वा अणिसिढे इ वा अभिहडे इ वा ठइत्तए वा रइत्तए वा कंतारभत्ते इ वा दुभिक्खभत्ते इ वा पाहुणगभत्ते इ वा गिलाणभत्ते इ वा वद्दलियाभत्ते इ वा भोत्तए वा पाइत्तए वा, अम्मडस्स ण परिव्वायगस्स णो कप्पइ मूलभोयणे वा जाव बीयभोयणे वा भोत्तए वा पाइत्तए वा, अम्मडस्स णं परिव्वायगस्स चउविहे अणत्थदंडे पच्चक्खाए जावजीवाए,तंजहा-अवज्झाणायरिए पमायायरिए हिंसप्पयाणे पावकम्मोवएसे, अम्मडस्स कप्पइ मागहए अद्धाढए जलस्स पडिग्गाहित्तए सेऽविय वहमाणए णो चेव णं अवहमाणए जाव सेऽविय पूए णो चेव णं अपरिपूए सेऽविय सावजेत्तिकाउ णो चेव णं अणवजे सेऽविय जीवा इतिकटु णो चेव णं अजीवा सेऽविय दिण्णे णो चेव णं अदिण्णे सेऽविय दंतहत्थपायचरुचमसपक्खालणयाए पिबित्तए वा णो चेव णं सिणाइत्तए, अम्मडस्स कप्पइ मागहए य आढए जलस्स पडिग्गाहित्तए, सेऽविय वहमाणे जाव दिण्णे णो चेव णं अदिण्णे सेऽविय सिणाइत्तए णो चेव णं हत्थपायचरुचमसपक्खालणयाए पिबित्तए वा, अम्मडस्स Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 35 णो कम्पइ अण्णउत्थिया वा अण्णउन्थियदेवयाणि वा अण्णउन्थियपरिग्गहियाणि . वा चेइयाई वंदित्तए वा णमंसित्तए वा जाव पज्जुवासित्तए वा णण्णत्थ अरिहंते वा अरिहंत चेइयाई वा। अम्मडे णं भंते ! परिव्वायए कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिइ ? कहिं उववजिहिइ ?, गोयमा ! अम्मडे णं परिव्वायए उच्चावएहिं सीलव्वयगुणवेरमणपच्चक्खाणपोसहोववासेहिं अप्पाणं भावमाण बहूई वासाइं समणोवासयपरियायं पाउणिहिइ 2 त्ता मासियाए संलेहणाए अप्पाणं झूसित्ता सटिंट भत्ताई अणसणाए छेदित्ता आलोइयपडिकंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा बंभलोए कप्पे देवत्ताए उक्वजिहिइ, तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं दस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तत्थ णं अम्मडस्सवि देवस्स दस सागरोवमाइं ठिई / से णं भंते ! अम्मडे देवे ताओ देवलोगाओ आउवखएणं भवरखएणं ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता कहिं गच्छिहिइ कहिं उववजिहिइ ? गोयमा!महाविदेहे वासे जाई कुलाइं भवंति अड्ढाई दित्ताई वित्ताई विच्छिण्णविउलभवणमयणासणजाणवाहणाई बहुधणजायरूवरययाई आओगपओगसंपउत्ताई विच्छड्ड्यिउरभत्तपाणाई बहुदासीदासगोमहिसगवेलगप्पभूयाइं बहुजणरस अपरिभूयाइं तहप्पगारेसु कुलेसु पुमत्ताए पञ्चायाहिइ / तए णं तस्स दारगस्स गब्भत्थस्स चेव समाणस्स अम्मापिईणं धम्मे दढा पइण्णा भविस्सइ, से णं तत्थ णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अट्ठहमाणराइंदियाणं वीइकंताणं सुकुमालंपाणिपाए जाव ससिसोमाकारे कंते पियदंसणे सुरूवे दारए पयाहिइ, तए णं तस्स दारगस्स अम्मापियरो पढमे दिवसे ठिइवडियं काहिंति, बिंइयदिवसे चंदसूरदंसणियं काहिंति, छठे दिवसे जागरियं काहिंति, एकारसमे दिवसे वीइकंते णिन्वित्ते असुइजायकम्मकरणे संपत्ते बारसाहे दिवसे अम्मापियरो इमं एयारूवं गोणं गुणणिप्फणं णामधेनं काहिंतिजम्हा णं अम्हं इमंसि दारगंसि गम्भत्थंसि चेव समाणंसि धम्मे दढपइण्णा तं होउ णं अम्हं दारए दढपइण्णे णामेणं, तए णं तस्स दारगस्स अम्मापियरो णामधेनं करेहिति ददपइण्णेत्ति / तं दढपइण्णं दारगं अम्मापियरो साइरेगऽहवासजायगं जाणित्ता सोभणंसि तिहिकरणणक्खत्तमुहुत्तंसि कलायरियस्स उवणेहिति / तए णं से कलायरिए तं दढपइण्णं दारगं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुयपज्जवसाणाओ बावत्तरिकलाओ सुत्तओ य अत्थओ य करणओ य सेहाविहिइ सिक्खाविहिइ, तंजहा-लेहं गणियं रूवं णटें गीयं वाइयं सरगयं पुक्खरगयं समतालं जूयं जणवायं Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि पासगं अट्ठावयं पोरेकच्चं दगमटियं अण्णविहिं पाणविहिं वत्थविहिं विलेवणविहिं सयणविहिं अजं पहेलियं मागहियं गाहं गीइयं सिलोयं हिरण्णजुत्तिं सुवण्णजुत्तिं गंधजुत्तिं चुण्णजुत्तिं आभरणविहिं तरुणीपडिकम्मं इत्थिलक्खणं पुरिसलक्खणं हयलक्खणं गयलक्खणं गोणलक्खणं कुक्कुडलवखणं चक्कलदखणं छत्तलवखणं चम्मूलक्खणं दंडलक्खणं असिलक्खणं मणिलक्खणं काय णिलबखणं वन्थुविजं खंधारमाणं णगरमाणं वत्थुणिवेसणं वूहं पडिवूहं चारं पडिचारं चकवूहं गरुलवूहं सगडवूहं जुद्धं णिजुद्धं जुद्धाइजुद्धं मुट्ठिजुद्धं बाहुजुद्धं लयाजुद्धं इसत्थं छरुप्पवाहं धणुव्वेयं हिरण्णपागं सुवण्णपागं वट्टखेड्डं सुत्तखेड्डं णालियाखेड्डे पत्तच्छे जं कडवच्छेजं सजीवं णिजीवं सउणरुयमिति बावत्तरिकलाओ सेहावित्ता सिक्खावेत्ता अम्मापिईणं उवणेहिइ। तए णं तस्स दढपइण्णस्स दारगस्स अम्मापियरो त कलायरियं विउलेणं असणपाणखाइमसाइमेणं वत्थगंधमल्लालंकारेण य सकारेहिंति सम्माणेहिंति स० 2 त्ता विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलइस्सइ २त्ता पडिविसजेहिंति / तए णं से दढपइण्णे दारए बावत्तरिकलापंडिए णवंगसुत्तपडिबोहिए अहारसदेसीभासाविसारए गीयरई गंधव्वणदृकुसले हयजोही गयजोही रहजोही बाहुजोही बाहुप्पमद्दी वियालचारी साहसिए अलं भोगसमत्थे यावि भविस्सइ।तए णं दढपइण्णं दारगं अम्मापियरो बावत्तरिकलापंडियं जाव अलं भोगसमत्थं वियाणित्ता विउलेहिं अण्णभोगेहिं पाणभोगेहिं लेणभोगेहिं वत्थभोगेहिं सयणभोगेहिं कामभोगेहिं उवणिमंतेहिंति, तए णं से दढपइण्णे दारए तेहिं विउलेहिं अण्णभोगेहिं जावं सयणभोगेहिं णो सजिहिइ णो रजिहिइ णो गिज्झिहिइ णो मुज्झिहिइ णो अज्झोववजिहिइ, से जहाणामए उप्पले इ वा पउमे इ वा कुसुमे इ वा णलिणे इ वा सुभगे इ वा सुगंधे इ वा पोंडरीए इ वा महापोंडरीए इ वा सयपत्ते इ वा सहस्सपत्ते इ वा सयसहस्सपत्ते इ वा पंके जाए जले संवुड्ढे णोवलिप्पइ पंकरएणं णोवलिप्पइ जलरएणं,एवमेव दढपइण्णेवि दारए कामेहिं जाए भोगेहिं संवुड्ढे णोवलिप्पिहिइ कामरएणं णोवलिप्पिहिइ भोगरएणं णोवलिप्पिहिइ मित्तणाइणियगसयणसंबंधिपरिजणेणं, से णं तहारूवाणं थेराणं अंतिए केवलं बोहिं बुज्झिहिइ केवलबोहिं बुज्झित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइहिइ / से णं भविस्सइ अणगारे भगवंते ईरियासमिए जाव गुत्तबंभयारी / तस्स णं भगवंतस्स एएणं विहारेणं विहरमाणस्स अणंते अणुत्तरे णिव्वाघाए णिरावरणे कसिणे. पडिपुण्णे केवलवरणाणदंसणे समुप्पजिहिइ / तए णं से दढपइण्णे केवली बहूई वासाइं केवलिपरि Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ओववाइयसुत्तं / याग पाउणिहिइ 2 त्ता मासियाए संलेहणाए अप्पाणं झूसित्ता सटिंठ भत्ताई अणसपाए छेएत्ता जस्सहाए कीरइ णग्गभावे मुंडभावे अण्हाणए अदंतवणए केसलोए बंभचेरवासे अच्छत्तग अणोवाहणगं भूमिसेजा फलहसेजा कट्टसेजा परघरपवेसो लद्धावलद्धं परेहिं हीलणाओ खिंसणाओ जिंदणाओ गरहणाओ तालणाओ तजणाओ परिभवणाओ पव्वहणाओ उच्चावया गामकंठगा बावीसं परीसहोवसग्गा अहियासिजति तमहमाराहित्ता चरिमेहिं उस्सासणिस्सासेहिं सिज्झिहिइ बुज्झिहिइ मुच्चिहिइ परिणिव्वाहिइ सव्वदुक्खाणमंतं करेहिइ 14 // 39 // से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु पव्वइया समणा भवंति, तंजहा-आयरियपडिणीया उवज्झायपडिणीया कुलपडिणीया गणपडिणीया आयरियउवज्झायाणं अयसकारगा अवण्णकारगा अकित्तिकारगा बहूहिं असम्भावुन्भावणाहिं मिच्छत्ताभिणिवेसेहि य अप्पाणं च परं च तदुभयं च चुम्गाहेमाणा वुप्पाएमाणा विहरित्ता बहूई वासाइं सामण्णपरियागं पाउणंति 2 त्ता तस्स ठाणस्स अणालोइयअपडिकंता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं लंतए कप्पे देवकिब्बिसिएसु देवकिब्बिसियत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई तेरससागरोवमाई ठिई अणाराहगा सेसं तं चेव 15 / से जे इमे सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिया पजत्तया भवंति, तंजहाजलयरा खहयरा थलयरा, तेसि णं अत्थेगइयाणं सुभेणं परिणामेणं पसत्थेहिं अज्झवसाणेहिं लेसाहिं विसुज्झमाणाहिं तयावरणिजाणं कम्माणं खओवसमेणं ईहावूहमग्गणगवेसणं करेमाणाणं सण्णीपुव्वजाईसरणे समुप्पजइ / तए णं ते समुप्पण्णजाइसरा समाणा सयमेव पंचाणुव्वयाई. पडिवजंति पडिवजित्ता बहूहिं सीलव्वयगुणवेरमणपच्चक्खाणपोसहोक्वासेहिं.अप्पाणं भावमाणा बहूई वासाइं आउयं पालेति पालित्ता भत्तं पच्चक्खंति बहूई भत्ताई अणसणाए छेयंति 2 त्ता आलोइयपडिकंता समाहिपत्ता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं सहस्सारे कप्पे देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई अट्ठारस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, परलोगस्स आराहगा, सेसं तं चेव 16 / से जे इमे गामागर जाव संणिवेसेसु आजीविया भवंति, तंजहा-दुघरंतरिया तिघरंतरिया सत्तघरंतरिया उप्पलबेटिया घरसमुदाणिया विज्जुअंतरिया उट्टियासमणा, तेणं एयारूवेणं विहारेणं विहरमाणा बहूई वासाई परियायं पाउणित्ता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे देवत्ताए उवबत्तारो भवंति,तहिं तेसिं गई बावीसं सागरोवमाइं ठिई,अणाराहगा, सेसं तं चेव 17 / से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु पव्वइया समणा भवंति, तंजहा-अत्तुक्कोसिया Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 38 अनंगपविट्ठसुत्ताणि परपरिवाइया भूइकम्मिया भुजो 2 कोउयकारगा, ते णं एयारूवेणं विहारेणं विहरमाणा बहूई वासाइं सामण्णपरियागं पाउणंति पाउणित्ता तस्स टाणस्स अणालोइयअपडिक्कता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं अच्चुएकमे आभिओगिएसु देवेसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति,तहिं तेसिं गई बावीसं सागरोवमाई ठिई परलोगस्स अणाराहगा, सेसं तं चेव 18 / से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु णिण्हगा भवंति, तंजहाबहुरया 1 जीवपएसिया 2 अव्वत्तिया 3 सामुच्छेइया 4 दोकिरिया 5 तेरासिया ६अबद्धिया ७इच्चेते सत्त पवयणणिण्हगा केवल(लं)चरियालिंगसामण्णा मिच्छद्दिट्ठी बहूहिँ असब्भावुब्भावणाहिं मिच्छत्ताभिणिवेसेहि य अप्याणं च परं च तदुभयं च बुग्गाहेमाणा वुप्पाएमाणा विहरित्ता बहूई वासाई सामण्णपरियागं पाउणंति 2 त्ता कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं उवरिमेसु गेवेजेसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसिं गई एकत्तीसं सागरोवमाइं ठिई, परलोगस्स अणाराहगा, सेसं तं चेव 19 / से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु मणुया भवंति, तंजहा-अप्पारंभा अप्पपरिग्गहा भम्मिया धम्माणुया धम्मिट्ठा धम्मक्खाई धम्मप्पलोइयाधम्मपलज्जणा धम्मसमुदायारा धम्मेणं चेव वित्तिं कप्पेमाणा सुसीला सुव्वया सुप्पडियाणंदा साहूहिं एगच्चाओ पाणाइवायाओ पडिविरया जावजीवाए एगच्चाओ अपडिविरया एवं जाव परिग्गहाओ एगच्चाओ कोहाओ माणाओ मायाओ लोहाओ पेजाओ दोसाओ कलहाओ अब्भक्खाणाओ पेसुण्णाओ परपरिवायाओ अरइरईओ मायामोसाओ मिच्छादसणसल्लाओ पडिविरया जावजीवाए एगच्चाओ अपडिविरया, एगच्चाओ आरंभसमारंभाओ पडिविरया जावजीवाए एगचाओ अपडिविरया,एगच्चाओ करणकारावणाओ पडिविरया भावजीवाए एगच्चाओ अपडिविरया, एगच्चाओ पयणपयावणाओ पडिविरया जावजीवाए एगच्चाओ पयणपयावणाओ अपडिविरया, एगच्चाओ कोट्टणपिट्टणतजणतालणवहबंधपरिकिलेसाओपडिविरयाजावजीवाए एगच्चाओ अपडिविरया,एगच्चाओ व्हाणमद्दणवण्णगविलेवणसद्दफरिसरसस्वगंधमल्लालंकाराओ पडिविरया जावजीवाए एगच्चाओ अपडिविरया, जेयावण्णे तहप्पगारा सावजजोगोवहिया कम्मंता परपाणपरियावणकरा कजंति तओ जाव एगच्चाओ अपडिविरया तंजहा-समणोवासगा भवंति, अभिगयजीवाजीवा उवलद्धपुण्णपावा आसवसंवरणिजरकिरियाअहिगरण. बंधमोक्खकुसला असहेजाओ देवासुरणागजक्खरक्खसकिण्णरकिं पुरिसगरुलगंधव्वमहोरगाइएहिं देवगणेहिं णिगंथाओ पावयणाओ अणइक्कमणिजा णिग्गंथे पावयणे Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं णिस्संकिया णिकखिया णिब्वितिगिच्छा लट्ठा गहियहा पुच्छ्यिहा अभिगयट्ठा विणिच्छियहा अट्रिमिंजपेम्माणुरागरत्ता अयमाउसो ! णिग्गंथे पावयणे अढे अयं परमठे सेसे अणट्टे ऊसियफलिहा अवंगुयदुवारा चियत्तंतेउरपरघरदारप्पवेसा चउद्दसटमुदिठपुण्णमासिणीसु पडिपुण्णं पोसहं सम्मं अणुपालेमाणा समणे णिग्गंथे फासुएसणिजे असणपाणखाइमसाइमेणं वत्थपडिन्गहकंबलपायपुंटणेणं ओसहभेसजेणं पडिहारएण य पीढफलगसेजासंथारएणं पडिलामेमाणा विहरंति 2 त्ता भत्तं पच्चक्खंति ते बहूई भत्ताई अणसणाए छेदेति छेदित्ता आलोइयपडिकंता समाहिपना काठमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे देवत्ताए उववत्तारो भवंति, तहिं तेसि गई बावीसं सागरोवमाई ठिई आराहया सेसं तहेव 20 / से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु मणुया भवंति, तंजा-अणारंभा अपरिग्गहा धम्मिया जाव कापभागा सुसीला सुव्वया सुपडियाणंदा साहू सव्वाओ पाणाइवायाओ पडिविरया जाव सव्वाओ परिग्गहाओ पडिविरया सव्वाओ कोहाओ माणाओ मायाओ लोभाओ जाव मिच्छादंसणसल्लाओ पडिविरया सव्वाओ आरंभसमारंभाओ पडिविरथा सञ्चाओ करणकारावणाओ पडिविरया सव्वाओ पयणपयावणाओ पडिविरया सव्वाओ कुट्टणपिट्टणतज्जणतालणवहबंधपरिकिलेसाओ पडिविरया सव्वाओ व्हाणमद्दणवण्णगविलेवणंसद्दफरिसरसरूवगंधमल्लालंकाराओ पडिविरया जेयावण्णे तहप्पगारा सावजजोगोवहिया कम्मंता परपाणपरियावणकरा कजंति तओवि पडिविरया जावजीवाए से जहाणामए अणगारा भवंति-ईरियासमिया भासासमिया जाव इणमेव णिग्गथं पावयणं पुरओकाउं विहरंति तेसिंणं भगवंताणं एएणं विहारेणं विहरमाणाणं अन्थेगइयाणं अणंते जाव केवलवरणाणदंसणे समुप्पजइ, ते बहूई वासाइं केवलिपरियागं पाउणंति 2 त्ता भत्तं पच्चक्खंति 2 त्ता बहूई भत्ताइं अणसणाए छेदेति 2 त्ता जस्सट्टाए कीरइ णग्गभावे० अंतं करंति, जेसिपि य णं एगइयाणं णो केवलवरणाणदंसणे समुपजइ ते बहूई वासाइं छउमत्थपरियागं पाउणंति 2 त्ता आबाहे उप्पण्णे वा अणुप्पण्णे वा भत्तं पच्चक्खंति, ते बहूई भत्ताई अणसणाए छेदॆति 2 त्ता जस्सहाए कीरइ णग्गभावे जाव तमट्टमाराहित्ता चरिमेहिं उसासणीसासेहिं अणंतं अणुत्तरं णिचाघायं णिरावरणं कसिणं पडिपुण्णं केवलवरणाणदंसणं उप्पाडिति, तओ पच्छा सिझंति जाव अंतं करेंति / एगच्चा पुण एगे भयंतारो पुवकम्भावसे से कालमासे कालं किच्चा उक्कोसेणं सव्वदृसिद्धे महाविमाणे देवत्ताए Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ _____अनंगपविद्वसुत्ताणि उववत्तारो भवंति, तहिं तेर्सि गई तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई, आराहगा, सेसं तं चेव 21 / से जे इमे गामागर जाव सण्णिवेसेसु मणुया भवंति, तंजहा-सव्वकामविरिया सव्वरागविरया सव्वसंगातीता सव्वसिणेहाइकंता अकोहा णिक्कोहा खीणक्कोहा एवं माणमायालोहा अणुपुब्वेणं अह कम्मपयडीओ खवेत्ता उम्पिं लोयग्गपइटाणा हवंति 22 // 40 // अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवलिसमुग्घाएणं समोहणित्ता केवलकप्पं लोयं फुसित्ता णं चिढइ ? हंता चिहइ, से णूणं भंते ! केवलकप्पे लोए तेहिं णिजरापोग्गलेहिं फुडे 1 हंता फुडे, छउमत्थे णं भंते ! मणुस्से तेसिं णिजरापोग्गलाणं किंचि वण्णेणं वण्णं गंधेणं गं, रसेणं रसं फासेणं फासं जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो इणठे समठे, से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ-छउमत्थे णं मणुस्से तेसि णिजरापोग्गलाणं णो किंचि वण्णेणं वण्णं जाव जाणइ पासइ ? गोयमा ! अयं णं जंबुद्दीवे 2 सव्वदीवसमुदाणं सव्वन्भंतरए सव्वखुड्डाए वट्टे तेल्लपूयसंठाणसंठिए वट्टे रहचकवालसंठाणसंठिए वट्टे पुक्खरकण्णियासंठाणसंठिए वट्टे पडिपुण्णचंदसंठाणसंठिए एक्कं जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं तिण्णि जोयणसयसहस्साई सोलससहस्साइं दोणि य सत्तावीसे जोयणसए तिमि य कोसे अट्ठावीसं च धणुसयं तेरस य अंगुलाई अद्धंगुलियं च किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते, देवे णं महिड्ढिए महज्जुइए महब्बले महाजसे महासुक्खे महाणुभावे सविलेवणं गंधसमुग्गयं गिण्हइ २त्ता तं अवंदालेइ २त्ता जाव इणामेवत्तिक? केवलकप्पं जंबुदीवं दीवं तिहिं अच्छराणिवाएहिं तिसत्तखुत्तो अणुपरियट्टित्ता णं हव्वमागच्छेजा. से णूणं गोयमा ! से केवलकप्पे जंबुद्दीवे 2 तेहिं घाणपोग्गलेहिं फुडे ? हंता फुडे,छउमत्थे णं गोयमा! मणुस्से तेसिं घाणपोग्गलाणं किंचि वण्णेणं वण्णं जाव जाणइ पासइ ? भगवं ! णो इणठे समठे, से तेणढेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-छउमत्ये णं मणुस्से तेसिं णिजरापोग्गलाणं णो किंचि वण्णेणं वण्णं जाव जाणइ पासइ, ए सुहुमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता, समणाउसो ! सव्वलोयंपि य णं ते फुसित्ता णं चिट्ठति / कम्हा ण भंते ! केवली समोहणंति ? कम्हा णं केवली समुग्धायं गच्छंति ?, गोयमा ! केवलीणं चत्तारि कम्मंसा अपलिक्खीणा भवंति, तंजहा-वेयणिजं आउयं णामं गुत्तं, सव्वबहुए से वेयणिजे कम्मे भवइ, सव्वत्थोवे से आउए-कम्मे भवइ, विसमं समं करेइ बंधणेहिं ठिईहि य, विसमसमफरणयाए बंधणेहिं ठिईहि य एवं खलु केवली समोहणंति, एवं खलु केवली समुग्घायं गच्छंति / सव्वेवि णं भंते ! केवली Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं 41 समुग्घायं गच्छंति ? णो इणठे समढे, 'अकित्ता णं समुन्घायं, अणंता केवली जिणा.। जरामरणविप्पमुक्का, सिद्धिं वरगइं गया // 1 // ' कइसमए णं भंते ! आउजीकरणे पण्णत्ते ? गोषमा ! असंखेजसमइए अंतोमुहुत्तिए पण्णत्ते / केवलिसमुग्घाए ण भंते ! कइसमइए पण्णत्ते ? गोयमा ! असमदए पण्णत्ते, तंजहा-पढमे समए दंडं करेइ बिइए समए कवाडं करेइ तईए समए मंथं करेइ चउत्थे समए लोयं पूरेइ पंचमे समए लोयं पडिसाहरइ छठे समए मंथं पडिसाहरइ सत्तमे समए कवाडं पडिसाहरइ अहमे समए दंडं प डेसाहरइ तओ पच्छा सरीरत्थे भवइ / सेणं भंते ! तहा समुग्घायं गए किं मणजोगं जुंजइ ? वयजोगं गँजइ ? कायजोगं जुंजइ ? गोयमा ! णो मणजोगं जुजइ णो वयजोगं झुंजइ कायजोगं जुजइ, कायजोगं जुजमाणे किं ओरालियसरीरकायजोगं जुंजइ ? ओरालियमिस्ससरीरकायजोगं मुंजइ ? वेउब्वियसरीरकायजोगं जुजइ ? वेउवियमिस्ससरीरकायजोगं जुजइ ? आहारगसरीरकायजोगं झुंजइ ? आहारगमिस्ससरीरकायजोगं जुजइ ? कम्मासरीरकायजोगं जुञ्जइ ?, गोयमा ! ओरालियसरीरकायजोगं जुञ्जइ, ओरालियमिस्ससरीरकायजोगपि जुजइ,णो वेउव्वियसरीरकायजोगं जुंजइ णो वेउव्वियमिस्ससर,रकायजोगं जुंजइ णो आहारगसरीरकायजोगं जुञ्जइ णो आहारगमिस्ससरीरकायजोगं जुञ्जइ कम्मासरीरकायजोगपि जुञ्जइ पढमहमेसु समएसु ओरालियसरीरकायजोगं जुंजइ बिइयइछसत्तमेसु समएसु ओरालियमिस्ससरीरकायजोगं जुञ्जइ तइयचउत्थपंचमेहिं कम्मासरीरकायजोगं जुजइ / सेणं भंते ! तहा समुग्घायगए सिज्झिहिइ बुज्झिहिइ मुच्चिहिइ परिणिव्वाहिइ सव्वदुवखाणमंतं करेहिइ ? णो इणढे समठे, सेणं तओ पडिणियत्तइ तओ पडिणियत्तित्ता इहमागच्छद, 2 त्ता तओ पच्छा मणजोगंपि जुञ्जइ वयजोगंपि जुञ्जइ कायजोगंपि जुञ्जइ,मणजोगं जुजमाणे किं सच्चमणजोगं जुजइ मोसमणजोगं जुंजइ सच्चामोसमणजोगं जुजइ असच्चामोसमणजोगं जुजइ ? गोयमा! सच्चमणजोगं झुंजइ णो मोसमणजोगं जुजइ णो सच्चामोसमणजोगं जुजइ असच्चामोसमणजोगपि जुंजइ,क्यजोगं जुजमाणे किं सच्चवइजोयं जुंजइ मोसवइजोग जुंजइ[किं]सच्चामोसवइजोगं झुंजइ असच्चामोसवइजोगं जुंजइ ? गोयमा ! सच्चवइजोगं जुजइ णो मोसवइजोगं जुजइ णो सच्चामोसवइजोगं झुंजइ असच्चामोसवइजोगपि जुंजइ,कायजोगं जुज.माणे आगच्छेज वा चिट्टेज वा णिसीएज वा तुयट्टेज वा उल्लंघेज वा पल्लंबेज वा उक्खेवणं वा पवक्खेवणं वा Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 42 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तिरियक्खेवणं वा करेजा पाडिहारियं वा पीढफलगसेजासंथारगं पच्चप्पिणेजा // 41 // से णं भंते ! तहा सजोगी सिज्झिहिइ जाव अंतं करेहिइ ? णो इणठे समठे, सेणं पुव्वामेव सण्णिस्स पंचिंदियस्स पजत्तगस्स जहण्णजोगस्स हेट्टा असंखेजगुणपरिहीणं पढमं मणजोगं णिरुंभइ,तयाणंतरं च णं बिंदियस्स पज्जत्तगस्स जहण्णजोगस्स हेट्ठा असंखेजगुणपरिहीणं बिइयं वइजोगं णिरंभइ, तयाणंतरं च णं सुहुमस्स पणगजीवस्स अपजत्तगस्स जहण्णजोगस्स हेडा असंखेजगुणपरिहीणं तईयं कायजोगं णिरंभइ, से णं एएणं उवाएणं पढमं मणजोगं णिरुंभइ 2 त्ता वयजोगं णिरंभइ 2 त्ता कायजोगं णिरुंभइ 2 त्ता जोगणिनेहं करेई 2 त्ता अजोगत्तं पाउणइ २त्ता ईसिंहस्सपंचक्खरउच्चारणद्वाए असंखेजसमइयं अंतोमुहृत्तियं सेलेसिं पडिवजइ, पुवरइयगुणसेढीयं च णं कम्मं तीसे सेलेसिमढाए असंखेजाहिं गुणसेढीहिं अणंते कम्मंसे खवेइ वेयणिजाउयणामगोए, इच्चेए चत्तारि कम्मसे जुगवं खवेइ 2 त्ता ओरालियतेयाकम्माइं सव्वाहिँ विप्पजहणाहिं विप्पजहइ 2 त्ता उज्जूसेढीपडिवण्णे अफुसमाणगई उड्ढं एक्समएणं अविगहेणं गंता सागारोवउत्ते सिज्झई / ते णं तत्थ सिद्धा हवंति सादीया अपजवसिया असरीरा जीवघणा दंसणणाणोवउत्ता णिट्ठियहा णिरेयणा णीरया णिम्मला वितिमिरा विसुद्धा सासयमणागयद्धं कालं चिट्ठति / से केणठेणं भंते ! एवं बुच्चइ-ते णं तत्थ सिद्धा भवंति सादीया अपजवसिया जाव चिट्ठति ? गोयमा ! से जहाणामए बीयाणं अग्गिदड्ढाणं पुणरवि अंकुरुप्पत्ती ण भवइ, एवामेव सिद्धाणं कम्मबीए दड्ढे पुणरवि जम्मुप्पत्तीण भवइ, से तेणठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-ते णं तत्थ सिद्धा भवंति सादीया अपज्जवसिया जाव चिट्ठति। जीवा णं भंते ! सिज्झमाणा कयरंमि संघयणे सिझंति ? गोयमा ! वइरोसभणारायसंघयणे सिझंति, जीवाणं भंते ! सिज्झमाणा कयरंमि संठाणे सिझंति ? गोयमा! छण्हं संठाणाणं अण्णयरे संठाणे सिझंति, जीवा णं भंते ! सिज्झमाणा कयरम्मि उच्चत्ते सिझंति ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरयणीओ उक्कोसेणं पंचधणुस्सए सिझंति, जीवा णं भंते ! सिज्झमाणा कयरम्मि आउए सिझंति ? गोयमा! जहण्णेणं साइरेगहवासाउए उक्कोसेणं पुवकोडियाउए सिझंति / अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पहाए पुढवीए अहे सिद्धा परिवसंति ? णो इणठे समठे, एवं जाव अहे सत्तमाए, अस्थि णं भंते ! सोहम्मस्स कप्पस्स अहे सिद्धा परिवसंति ? णो इणठे समठे,एवं सव्वेसिं पुच्छा,ईसाणस्स सणंकुमारस्स जाव अच्चुयस्स गेविजविमाणाणं Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओववाइयसुत्तं अणुत्तरविमाणाणं, अस्थि णं भंते ! ईसीपब्भाराए पुटवीए अहे सिद्धा परिवसंति ? णो इणठे समठे, से कहिँ खाइ णं भंते ! सिद्धा परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पहाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ उड्ढे चदिमसूरियग्गहगणणक्वत्तताराभवणाओ बहूई जोयणसयाइं बहूई जोयणसहस्साई बहूई जोयणसयसहस्साई बहूओ जोयणकोडीओ बहूओ जोयणकोडाकोडीओ उड्ढतरं उप्पइत्ता सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिंदबंभलंतगमहासुक्कसहस्सारआणयपाणयआरणच्छुय तिण्णि य अहारे गेविजविमाणावाससए वीइवइत्ता विजयवेजयंतजयंतअपराजियसव्वदृसिद्धस्स य महाविमाणस्स सव्वउवरिलाओ थूभियग्गाओ दुवालसजोयणाई अबाहाए एत्थ णं ईसीपब्भारा णाम पुढवी पण्णत्ता पणयालीसं जोयणसयसहस्साइं आयामविखंभेणं एगा जोयणकोडी बायालीसं सयसहस्साइं तीसं च सहस्साइं दोण्णि य अउणापण्णे जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिरएणं, ईसिपब्भारा य णं पुढवीए बहुमज्झदेसभाए अट्ठजोयणिए खेत्ते अजोयणाई बाहलेणं, तयाऽणंतरं च णं मायाए 2 परिहायमाणी 2 सव्वेसु चरिमपेरंतेसु मच्छियपत्ताओ तणुयतरा अंगुलस्स असंखेजइभागं बाहलेणं पण्णत्ता / ईसीपब्भाराए णं पुढवीए दुवालस णामधेजा पण्णत्ता, तंजहा-ईसी इ वा ईसीपब्भारा इ वा तणू इ वा तणुतणू इ वा सिद्धी इ वा सिद्धालए इ वा मुत्ती इ वा मुत्तालए इ वा लोयन्गे इ वा लोयग्गथूभिया इ वा लोयग्गपडिबुज्झणा इ वा सव्वपाणभूयजीवसत्तसुहावहा इ वा / ईसीपब्भारा णं पुढवी सेया संखतलविमलसोलियमुणालदगरयतुसारगोक्खीरहारवण्णा उत्ताणयछत्तसंटाणसंठिया सव्वज्जुणसुवण्णयमई अच्छा सहा लण्हा घडा महा शीरया णिम्मला णिप्पंका णिकंकडच्छाया समरीचियासुप्पभा पासादीया दरिसणिजाअभिरूवा पडिरूवा,ईसीपब्भाराए णं पुढवीए सीयाए जोयणमि लोगंते, तस्स जोयणस्स जे से उवरिल्ले गाउए तरस णं गाउयस्स जे से उवरिल्ले छब्भागे तत्थ णं सिद्धा भगवंतो सादीया अपज्जवसिया अणेगजाइजरामरणजोणिवेयणसंसारकलकलीभावपुणब्भवगब्भवासवसहीपवंचसमइक्वेता सासयमणागयमद्ध चिळंति // 42 // गाहा-कहिं पडिहया सिद्धा ? कहिं सिद्धा पइट्ठिया ? कहिं बोदिं चइत्ता णं, कत्थ गंतूण सिज्झई ? // 1 // अलोगे पडिहया सिद्धा, * लोयग्गे य पइट्टिया / इह बोंदि चइत्ता णं, तत्थ गंतूण सिज्झई // 2 // जं संठाणं तु इहं भवं चयं तस्स चरिमसमयंमि / आसी य पएसघणं तं संठाणं तहिं तरस // 3 // दीहं वा, हस्सं वा, जं चरिमभवे हवेज संठाणं / तत्तो तिभागहीणं, Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 44 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . सिद्धाणोगाहणा भणिया // 4 // तिणि सया तेत्तीसा धणुत्तिभागो य होइ बोद्धव्वा / एसा खलु सिद्धाणं, उक्कोसोगाहणा भणिया // 5 // चत्तारि य रयणीओ रयणित्तिभागूणिया य बोद्धव्वा / एसा खलु सिद्धाणं मज्झिमओगाहणा भणिया // 6 // एक्का य होइ रयणी साहीया अंगुलाई अह भवे / एसा खलु सिद्धाणं जहण्णओगाहणा भणिया // 7 // ओगाहणाएँ सिद्धा भवत्तिभागेण होइ परिहीणा / संठाणमणित्थथं जरामरणविप्पमुक्काणं // 8 // जत्थ य एगो सिद्धो तत्थ अणंता भवक्खयविमुक्का / अण्णोण्णसमवगाढा पुट्टा सव्वे य लोगंते // 9 // फुसइ अणंते सिद्धे सव्वपएसेहिं णियमसो सिद्धा / तेवि असंखेजगुणा देसपएसेहिं जे पुट्ठा // 10 // असरीरा जीवघणा उवउत्ता दंसणे य ‘णाणे य / सागारमणागारं लक्खणमेयं तु सिद्धाणं // 11 // केवलणाणुवउत्ता जाणंति सव्वभावगुणभावे / पासंति सव्वओ खलु केवलदिट्ठीअणंताहिं // 12 // णवि अत्थि माणुसाणं तं सोक्खं णविय सव्वदेवाणं / जं सिद्धाणं सोक्खं अव्वाबाहं उवगयाणं // 13 // जं देवाणं सोवखं सव्वद्धापिंडियं अणंतगुणं / ण य पावइ मुत्तिसुहं णंताहिं वग्गवग्गूहि // 14 // सिद्धस्स सुहो रासी सव्वद्धापिंडिओ जइ हवेजा / सोऽणंतवग्गभइओ सव्वागासे ण माएजा // 15 // जह णाम कोइ मिच्छो णगरगुणे बहुविहे वियाणंतो / ण चएइ परिकहेउं उवमाएँ तहिं असंतीए // 16 // इय सिद्धाणं सोक्खं अणोवमं णत्थि तस्स ओवम्मं / किंचि विसेसेणेत्तो ओवम्ममिणं सुणह वोच्छं // 17 // जह सव्वकामगुणियं पुरिसो भोत्तूण भोयणं कोइ / तण्डाछुहाविमुक्को अच्छेज जहा अमियतित्तो // 18 // इय सव्वकालतित्ता अतुलं णिव्वाणमुवगया सिद्धा / सासयमव्वाबाहं चिट्ठति सुही सुहं पत्ता // 19 // सिद्धत्ति य बुद्धत्ति य पारगयत्ति य परंपरगयत्ति / उम्मुक्तकम्मकवया अजरा अमरा असंगा य // 20 // णिच्छिण्णसव्वदुक्खा जाइजरामरणबंधणविमुक्का / अव्वाबाहं सुक्खं अणुहोति सासयं सिद्धा // 21 // अतुलसुहसागरगया अव्वाबाहं अणोवमं पत्ता / सव्वमणागयमद्धं चिट्ठति सुही सुहं पत्ता // 22 // ओववाइयउवंगं समत्तं // Page #54 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं तेणं कालेणं तेणं समएणं आमलकप्पा णामं णयरी होत्था, रिद्धस्थिमियसमिद्धा जाव पासादीया दरिसणिजा अभिरूवा पडिरूवा // 1 // तीसे णं आमलकप्पाए णयरीए बहिया उत्तरपुरस्थिमे दिसीभाए अंबसालवणे णामं चेइए होत्था, रम्मे जाव पडिरूवे.॥२॥ असोयवरपायवपुढविसिलावट्टयवत्तव्वया उववाइयगमेणं णेया // 3 // सेओ राया धारिणी देवी, सामी समोसढे, परिसा णिग्गया जाव राया पज्जुवासइ // 4 // तेणं कालेणं तेणं समएणं सूरियाभे देवे सोहम्मे कप्पे सूरियाभे विमाणे सभाए सुहम्माए सूरिया सि सिंहासणंसि चउहिं सामाणियसाहस्सीहिं चउहिं अग्गमहिसीहिं सपरिवाराहिं तिहिं परिसाहिं सत्तहिं अणिएहिं सत्तहिं अणियाहिवई हिं सोलसहिं आयरक्खदेवसाहस्सीहि अण्णेहिं बहूहिं सूरियाभविमाणवासीहिं वेमाणिएहिं देवेहिं देवीहि य सद्धिं संपरिबुडे महयाऽऽहयणगीयवाइयतंतीतलतालतुडियघणमुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाई भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरइ, इमं च णं केवलकप्पं जंबुद्दीवं दीवं विउलेणं ओहिणा आभोएमाणे 2 पासइ / तत्थ समणं भगवं महावीरं जंबूद्दीवे भारहे वासे आमलकप्पाए णयरीए बहिया अंबसालवणे चेइए अहापडिएवं उग्गहं उग्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणं पासइ पासित्ता हतुदृचित्तमाणदिए पीइमणे परमसोमणस्सिए हरिसवसविसप्पमाणहियए विकसियवरकमलणयणे पयलियवरकडगतुडियकेऊरमउडकुंडलहारविरायंतरइयवच्छे पालंबपलंबमाणघोलंतभूसणधरे ससंभमं तुरियचवलं सुरवरे सीहासणाओ अब्भुठेइ 2 त्ता पायपीढाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता पाउयाओ ओमुयइ 2 त्ता एगसाडियं उत्तरासंगं करेइ 2 त्ता तित्थयराभिमुहे सत्तदृपयाइं अणुगच्छइ 2 त्ता वामं जाणुं अंचेइ 2 त्ता दाहिणं जाणुं धरणितलंसि णिहटटु तिक्खुत्तो मुद्धाणं धरणितलंसि णिवेसेइ णिवेसित्ता ईसिं पच्चुण्णमइ रत्ता करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं वयासी-णमोऽत्थु णं अरिहंताणं भगवंताणं आइगराणं तित्थगराणं सयंसंबुद्धाणं पुरिसुत्तमाणं पुरिससीहाणं पुरिसवरपुंडरीयाणं पुरिसवरगंधहत्थीणं लोगुत्तमाणं लोगणाहाणं लोगहियाणं लोगपईवाणं लोगपजोयगराणं अभयदयाणं चखुदयाणं मग्गदयाणं जीवदयाणं सरणदयाणं बोहिदयाणंधम्मदयाणं धम्मदेसयाणं धम्मणायगाणं Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 47 रायपसेणइयं धम्मसारहीणं धम्मवरचाउरंतचक्कवट्टीणं अप्पडिहयवरणाणदंसणधराणं वियदृछउमाण जिणाणं जावयाणं तिण्णाणं तारयाण बुद्धाणं बोहयाणं मुत्ताणं मोयगाणं सव्वण्णूणं सव्वदरिसीणं सिवमयलमरुयमणंतमक्खयमव्वाबाहमपुणरावत्तियं सिद्धिगइणामधेयं ठाणंसंपत्ताणं,णमोऽत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स जाव संपाविउकामस्स,वंदामि ण भगवंतं तत्थगयं इहगए पासउ मे भगवं तत्थ गए इहगयंतिकटु वंदइ णमंसइ २त्ता सीहासणवरगए पुव्वाभिमुहं सण्णिसण्णे / / 5 / / तए णं तस्स सूरियाभस्स इमे एयारूवे अज्झथिए चिंतिए पत्थिए मणोगए संकप्पे समुप्पजित्था एवं खलु समणे भगवं महावीरे जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे आमलकप्पाए णयरीए बहिया अंबसालवणे चेइए अहापडिरूवं उम्गहं उग्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ तं महाफलं खलु तहारूवाणं भगवंताणं णामगोयस्सवि सवणयाए किमंग पुण अभिगमणवंदणणमंसणपडिपुच्छणपज्वासण्याए ? एगस्सवि आयरियस्स धम्मियस्स सुवयणस्स सवणयाए ?, किमंग पुण विउलस्स अहस्स गहणयाए ?, तं गच्छामि णं समणं भगवं महावीरं वदामि णमंसामि सक्कारेमि सम्मामि कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासामि, एयं मे पेच्चा हियाए सुहाए खमाए णिस्सेयसाए आणुगामिय'ताए भविस्सइत्तिकटु एवं संपेहेइ एवं संपहित्ता आभिओगे देवे सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया ! समणे भगवं महावीरे जंबुद्दीवे दीवे मारहे वासे आमलकप्पाए णयरीए बहिया अंबसालवणे चेइए अहापडिरूवं उम्गहं उम्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ तं गच्छह णं तुमे देवाणुप्पिया ! जंबुद्दीवं दीवं भारहं वासं आमलकप्पं णयरिं अंबसाल्वणं चेइयं समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेह करेत्ता वंदह णमंसह वंदित्ता णमंसित्ता साइं साइं णामगोयाइं साहेह साहित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स सव्वओ समंता जोयणपरिमंडलं जं किंचि तणं वा पत्तं वा कळं वा सक्करं वा असुइ अचोक्खं वा पूइअं दुन्भिगंधं तं सव्वं आहुणिय आहुणिय एगंते एडेह एडेता णच्चोदगं णाइमट्टियं पविरलपप्फुसियं रयरेणुविणासणं दिव्वं सुरभिगंधोदयवासं वासह वासित्ता णिहयरयं णहरयं भहरयं उवसंतरयं पसंतरयं करेह करित्ता जलथलयभासुरप्पभूयंस्स बिंटहाइस्स दसद्धवण्णस्स कुसुमस्स जाणुस्सेहपमाणमित्तं ओहिं वासं वासह वासित्ता कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमघंतगंधुडुयाभिरामं सुगंधवरगंधियं गंधवटिभूयं दिव्वं सुरवराभिगमणजोगं करेह कारवेह करित्ता Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 48 अनंगपविट्ठसुत्ताणि य कारवेत्ता य खिप्पामेव मम एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह // 6-7 // तए णं ते आभिओगिया देवा सूरियामेणं देवेणं एवं वुत्ता समाणां हहतुह जाव हियया करयलपरिग्गहियं दसनहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं देवो तहत्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणंति एवं देवो तहत्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेत्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसिभागं अवकमंति उत्तरपुरस्थिमं दिसिभागं अवक्कमित्ता वेउध्वियसमुग्घाएणं समोहणति 2 त्ता संखेबाई जोयणाई दंडं णिस्सिरन्ति, तंजहारयणाणं वयराणं वेरुलियाणं लोहियक्खाणं मसारगल्लाणं हंसगभाण पुलगाणं सोगंधियाणं जोइरसाणं अंजणाणं अंजणपुलगाणं रयणाणं जायसवाणं अंकाणं फलिहाण रिहाणं अहाबायरे पुग्गले परिसाउंति 2 त्ता अहासुहुमे पुग्गले परियायंति २त्ता दोच्चपि वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता उत्तरवेउब्वियाइं स्वाई विउच्वंति 2 त्ता ताए उकिटाए पसत्थाए तुरियाए'चवलाए चंडाए जयणाए सिग्घाए उद्धृयाए दिव्वाए देवगईए तिरियमसंखेजाणं दीवसमुद्दाणं मझमझेणं वीईवयमाणा 2 जेणेव जंबुद्दीवे दीवे जेणेव भारहे वासे जेणेव आमलकप्पा णयरी जेणेव अंबसालवणे चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेंति 2 त्ता वंदंति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-अम्हे णं भंते ! सूरियाभस्स देवरस आमिओगा देवा देवाणुप्पियाणं वंदामो णमंसामो सक्कारेसो सम्माणेमो कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासामो // 8 // देवाइ समणे भगवं महावीरे ते देवे एवं वयासी-पोराणमेयं देवा ! जीयमेयं देवा ! किच्चमेयं देवा ! करणिजमेयं देवा ! आइण्णमेयं देवा ! अब्भणुण्णायमेयं देवा ! जण्णं भवणवइवाणमंतरजोइसियवेमाणिया देवा अरहंते भगवंते वंदति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता तओ साइं साइं णामगोयाई साधिति तं पोराणमेयं देवा ! जाव अब्भणुण्णायमेयं देवा ! // 9 // तए णं ते आभिओगिया देवा समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ता समाणा हह जाव हियया समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवकमंति अवक्कमित्ता वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहणंति 2 त्ता संखेजाइं जोयाई दंडं णिस्सिरंति, तंजहा-रयणाणं जाव रिट्टाणं अहाबायरे पोग्गले परिसाउंति २त्ता दोच्चंपि वेउध्वियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता संवट्टयवाए विउव्वति, से जहानामए भइयदारए सिया तरुणे बलवं जुगवं अप्पायंके (थिरसंघयणे) थिरग्गहत्थे Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 46 रायपसेणइयं दढपाणिपायपिट्ठेतरोरु(संघाय)परिणए घणणिचियवलियवदृखंधे चम्मेडगदुघणमुछियसमाहयगत्ते उरस्सबलसमण्णागए तलजमलजुयल(फलिहणिभ)बाहू लंघणपवणजइणपमद्दणसमत्थे छेए दक्खे पट्टे कुसले मेहावी पिउणसिम्पोवगए एगं महं सलागाहत्थगं वा दंडसंपुच्छणिं वा वेणुसलाइयं वा गहाय रायंगणं वा रायंतेउरं वा देवकुलं वा सभं वा पवं वा आरामं वा उजाणं वा अतुरियमचवलमसंभंते णिरंतरं सुणिउणं सवओ समंता संपमजेजा, एवामेव तेऽवि सूरियाभस्स देवस्स आमि ओगिया देवा संवट्टयवाए विउव्वंति 2 त्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स सव्वओ समंता जोयणपरिमण्डलं जं किंचि तणं वा पत्तं वा तहेव सव्वं आहुणिय 2 एगंते एडेंति 2 त्ता खिप्पामेव उवसमंति 2 त्ता दोच्चपि वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता अब्भवद्दलए विउव्वंति 2 त्ता से जहाणामए भइगदारए सिया तरुणे जाव सिप्पोवगए एगं महं दगवारगं वा दंगकुंभगं वा दगथालगं वा दगकलसगं वा गहाय आरामं वा जाव पवं वा अतुरिय जाव सव्वओ समंता आवरिसेज्जा, एवामेव तेऽवि सूरियाभस्स देवस्स आभिओगिया देवा अब्भवद्दलए विउव्वंति 2 त्ता खिप्पामेव पतणतणायंति 2 त्ता खिप्पामेव विज्जुयायंति 2 त्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स सब्बओ समंता जोयणपरिमंडलं णच्चोदगं णाइमट्टियं तं पविरलपप्फुसियं रयरेणुविणासणं दिव्वं सुरभिगंधोदगं (वास) वासंति वासेत्ता णिहयरयं णहरयं भहरयं उवसंतरयं पसंतरयं करेंति 2 त्ता खिप्पामेव उवसामंति २त्ता तच्चपि वेउव्दियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता पुष्पवद्दलए विउव्वंति, से जहाणामए मालागारदारए सिया तरुणे जाव सिप्पोवगए एगं महं 'पुप्फछजियं वा पुप्फपडलगं वा पुप्फचंगेरियं वा गहाय रायंगणं वा जाव सव्वओ समंता कयग्गहगहियकरयलपव्भविप्पमुक्केणं दसद्धवणेणं कुसुमेणं मुक्कपुप्फपुंजोवयारकलियं करेजा, एवामेव ते सूरियाभस्स देवस्स आभिओगिया देवा पुष्पवद्दलए विउव्वंति 2 त्ता खिप्पामेव पतणतणायंति जाव जोयणपरिमण्डलं जलथलयभासुरप्पभूयस्स बिंटट्ठाइस्स दसवण्णकुसुमरस जाणुस्सेहपमाणमेत्तिं ओहिवासं वासंति वासित्ता कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुकधूवमघमघंतगंधुधुयाभिरामं सुगंधवरगंधियं गंधवट्टिभूयं दिव्वं सुरवराभिगमणजोग्गं करंति कारयंति करेत्ताय कारवेत्ता य खिप्पामेव उवसामंति 2 त्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो पाव वंदित्ता णमंसित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ अंबसालवणाओ Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . अनंगपविद्वसुत्ताणि चेइयाओ पडिणिक्खमंति पडिणिक्खमित्ता ताए उक्किट्ठाए जाव वीइवयमाणा 2 जेणेव सोहम्मे कप्पे जेणेव सूरियाभे विमाणे जेणेव सभा सुहम्मा जेणेव सूरियाभे देवे तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सूरियाभं देवं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलि कटु जएणं विजएणं वद्धाति 2 त्ता तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति // 10 // तए णं से सूरियामे देवे तेसिं आभिओगियाणं देवाणं अंतिए एयमझें सोचा णिसम्म हहतुह जाव हियए पायत्ताणियाहिवइं देवं सद्दावेइ सद्दावेत्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सूरियाभे विमाणे सभाए सुहम्माए मेघोघरसियगंभीरमहुरसइं जोयणपरिमंडलं सुसरघंटं तिक्खुत्तो उल्लालेमाणे 2 महया 2 सद्देणं उग्घोसेमाणे 2 एवं वयाहि-आणवेइ णं'भो सूरियामे देवे गच्छइ णं भो सूरियामे देवे जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे आमलकप्पाए णयरीए अंबसालवणे चेइए समणं भगवं महावीरं अभिवंदए, तुब्भेऽवि णं भो देवाणुप्पिया ! सविड्ढीए जाव णाइयरवेणं णियगपरिवालसद्धिं संपरिवुडा साइं 2 जाणविमाणाई दुरुढा समाणा अकालपरिहीणं चेव सूरियाभस्स देवस्स अंतियं पाउन्भवह // 11 // तए णं से पायत्ताणियाहिवई देवे सूरियाभेणं देवेणं एवं वुत्ते समाणे हट्टतुटुं जाव हियए एवं देवा ! तहत्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेइ २त्ता जेणेव सूरियामे विमाणे जेणेव सभा सुहम्मा जेणेव मेघोघरसियगंभीरमंहुरसद्दा जोयणपरिमंडला सुस्सरा घंटा तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तं मेघोघरसियगंभीरमहुरसदं जोयणपरिमंडलं सुस्सर घंटं तिक्खुत्तो उल्लालेइ / तए णं तीसे मेघोघरसियगंभीरमहुरसद्दाए जोयणपरिमंडलाए सुसराए घंटाए तिक्खुत्तो उल्लालियाए समाणीए से सूरियाभे विमाणे पासायविमाणणिक्खुडावडियसद्दघंटापडिसुयासयसहस्संकुले जाए यावि होत्था / तए णं तेसिं सूरियाभविमाणवासीणं बहूणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य एगंतरइपसत्तणिच्चप्पमत्तविसयसुहमुच्छ्यिाणं सुस्सरघंटारवविउलबोलतुरियचवलपडिबोहणे कए समाणे घोसणकोउहलदिण्णकण्णएगग्गचित्तउवउत्तमाणसाणं से पायत्ताणीयाहिबई देवे तंसि घंटारवंसि णिसंतपसंतंसि महया महया सद्देणं उग्घोसेमाणे उग्धोसेमाणे एवं वयासीहंत सुणंतु भवंतो सूरियाभविमाणवासिणो बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य सूरियाभविमाणवइणो वयणं हियसुहत्थं आणवेइ णं भो ! सूरियामे देवे गच्छद णं भो सूरियाभे देवे जंबुद्दीवं 2 भारहं वासं आमलकप्पं णयरिं अंबसालवणं चेइयं समणं भगवं महावीरं अभिवंदए, तं तुम्भेऽवि णं देवाणुप्पिया ! सव्विड्ढीएं अकालपरि Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 51 हीणा चेव सूरियाभस्म देवस्स अंतियं पाउब्भवह // 12 // तए णं ते सूरियाभविमाणवासिणो बढे वेमाणिया देवा देवीओ य पायत्ताणियाहिवइस्स देवस्स अंतिए एयमझें सोचा णिसम्म हड्तुङ जाव हिय या अपेगड्या वंदणवत्तियाए अप्पेगइया पूयणवत्तियाए अप्पेगइया सकारवत्तियाए एवं संमाणवत्तियाए कोउहलवत्तियाए अप्पे० असुयाई सुणिस्सामो सुयाइं अट्ठाई हेऊइं पसिणाई कारणाई वागरणाई पुच्छिस्सामो, अप्पेगइया सूरियामरस देवस्स वयणमणुयत्तमाणा अप्पेगइया अण्णमण्णमणुयत्तमाणा अप्पेगइया जिणभत्तिरागेणं अपेगइया धम्मोत्ति अप्पेगइया जीयमेवंतिकटुं सव्विड्डीए जाव अकालपरिहीणा चेव सूरियाभस्स देवस्स अंतियं पाउन्भवति / / 13 / तए णं से सूरियाभे देवे ते सूरियाभविमाणवासिणो बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य अकालपरिहीणा चेव अंतियं पाउब्भवमाणे पासइ पासित्ता हतुढ जाव हियए आभिओगियं देवं सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! अणेगखंभसयसंणिविटुं लीलठ्यिसालभंजियागं ईहामियउसभ-तुरगणर-मगरविहग वालगकिंणररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपटमलयमत्तिचित्तं खभुग्गयवरवडरवेइयापरिगयाभिरामं विजाहरजमलजुयलजंतजुत्तंपिव अच्चीसहस्समालिणीयं रूवगसहस्सकलियं भिसमाणं भिभिसमाणं चाखुल्लोयणलेसं सुहफासं सस्सिरीयरूवं घंटावलिचलि पमहरमणहरसरं सुहं कंतं दरिसणिजं णिउणोचियमिसिमिसितमणिरयणवंटियाजालपरिक्खित्तं जोयणसयसहस्सवित्थिणं दिव्वं गमणसजं सिग्धगमणं णाम दिव्वं जाणविमाणं विउव्वाहि विउवित्ता खिप्पामेव एयमाणत्तियं पच्चपिणाहि / / 14 // तए णं से आभिओगिए देवे सूरियामेणं देवेणं एवं वुत्ते समाणे हढे जाव हियए करयलपरिग्गहियं जाव पडिसुणेइ पडिसुणेत्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवकमइ अवकमित्ता वेउव्वियसमुन्घाएणं समोहणइ 2 त्ता संखेजाई जोयणाइं जाव अहाबायरे पोग्गले परिसाडेइ 2 त्ता अहासुहमे पोग्गले परियाएइ 2 त्ता दोच्चपि वेउब्वियसमुग्याएणं समोहणित्ता अणेगखंभसयसण्णिविठं जाव दिव्वं जाणविमाणं विउध्वियं पवत्ते यावि होत्था / तए णं से आभि ओगिए देवे तस्स दिव्वस्स जाणविमाणस्स तिदिसिं तिसोवाणपडिरूवए विउव्वइ, तंजहा–पुरथिमेणं दाहिणेणं उत्तरेणं, तेसिं तिसोवाणपडिरूवगाणं इमे एयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-वइरामया णिम्मा रिहामया पइटाणा वेरुलियामया खंभा सुवण्णरुप्पमया फलगा लोहियक्खमइयाओ सूईओ वयरामया संधी णाणामणि Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविद्वसुत्ताणि मया अवलंबणा अवलंबणबाहाओ य पासादीया जाव पडिरूवा / तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं तोरणं पण्णत्तं, तेसि णं तोरणाणं इमे एयासवे वण्णावासे प० तं०-तोरणा णाणामणिमया णाणामणिमएसु थंभेसु उवणिविठ्ठसंणिविविविहमुत्तरारूवोववचिया विविहतारारूवोवचिया जाव पडिरूवा / तेसि णं तोरणाणं उप्पिं अहट्टमंगलगा पण्णत्ता, तंजहा-सोत्थियसिरिवच्छणंदियावत्तवद्धमाणगभद्दासणकलसमच्छदप्पणा जाव पडिरूवा / तेसिं च णं तोरणाणं उप्पिं बहवे किण्हचामरज्झए जाव सुकिल्लचामरज्झए अच्छे सण्हे रुप्पपटे वइरामयदंडे जलयामलगंधिए सुरम्मे पासादीए दरिसणिजे अभिरूवे पडिरूवे विउव्वइ / तेसि ण तोरणाणं उप्पिं बहवे छत्ताइच्छत्ते पडागाइपडागे घंटाजुयले उप्पलहत्थए कुमुयणलिणसुभगसोगंधियपोंडरीयमहापोंडरीयसयपत्तसंहस्सपत्तहत्थए सव्वरयणामए भच्छे जाव पडिरूवे विउव्वइ / तए णं से आभिओगिए देवे तस्स दिव्वस्स जाणविमाणस्स अंतो बहुसमरमणिजं भूमिभागं विउव्वइ / से जहाणामए आलिंगपुक्खरे इ वा मुइंगपुक्खरे इ वा सरतले इ वा करतले इ वा चंदमंडले इ वा सूरमंडले इ वा आयंसमंडले इ वा उरभचम्मे इ वा वसहचम्मे इवा वराहचम्मे इ वा सीहचम्मे इ वा वग्धचम्मे इ वा मिगचम्मे इ वा छगलचम्मे इ वा दीवियचम्मे इ वा अणेगसंकुकीलगसहस्सवियए णाणाविहपंचवण्णेहिं मणीहिं उवसोभिए आवडपच्चावडसेढिपसेढिसोत्थियसोवस्थियपूसमाणगवद्धमाणगमच्छंडगमगरंडगजारमारफुल्लावलिपउमपत्तसागरतरंगवसंतलयपउमलयभत्तिचित्तेहिं सच्छाएहिं सप्पभेहिं समरीइएहिं सउज्जोएहिं णाणाविहपंचवण्णेहिं मणीहिं उवसोभिए तंजहा-किण्हेहिं णीलेहिं लोहिएहिं हालिदेहिं सुकिल्लेहि, तत्थ णं जे ते किण्हा मणी तेसिणं मणीणं इमे एयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए जीमूतए इ वा अंजणे इ वा खंजणे इ वा कजले इ वा गवले इ वा गवलगुलिया इ वा भमरे इ वा भमरावलिया इ वा भमरपतंगसारे इ वा जंबूफले इ वा अद्दारिठे इ वा परहुए इ वा गए इ वा गयकलमे इ वा किण्हसप्पे इ वा किण्हकेसरे इ वा आगासथिग्गले इ वा किण्हासोए इ वा किण्हकणवीरे इ वा किण्हबंधुजीवे इ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समठे, ओवम्मं समणाउसो ! ते णं किण्हा मणी इत्तो इतराए चेव कंततराए चेव मणुण्णतराए चेव मणामतराए चेव वण्णेणं पण्णत्ता / तत्थ णं जे ते णीला मणी तेसि णं मणीणं इमे एयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए भिंगे इ वा भिंगपत्ते इ वा Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं सुए इ वा सुयपिच्छे इ वा चासे इ वा चासपिच्छे इ वा णीली इ वा णीलीभेए इ वा णीलीगुलिया इ वा सामा इ वा उच्चंते इ वा वणराई इ वा हलधरवसणे इवा मोरंग्गीवा इ वा अयसिकुसुमे इ वा बाणकुसुमे इ वा अंजणकेसियाकुसुमे इ वा णीलुप्पले इ वा णीलासोगे इ वाणीलबंधुजीवे इ वा णीलकणवीरे इवा, भवेयारूवे सिया ?, णो इणठे समझे, ते णं णीला मणी एत्तो इतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ता / तत्थ णं जे ते लोहियगा मणी तेसि णं मणीणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए उरभरूहिरे इ वा ससरहिरे इ वा णररुहिरे इ वा वराहसहिरे इ वा महिसरुहिरे इ वा बालिंदगोवे इ वा बालदिवायरे इ वा संझब्भरागे इ वा गुंजद्धरागे इ वा जासुअणकुसुमे इ वा किसुयकुसुमे इ वा पालियायकुसुमे इ वा जाइहिंगुलए इ वा सिलप्पवाले इ वा पवालअंकुरे इ वा लोहियक्खमणी इ वा लक्खारसगे इ वा किमिरागकंबले इ वा चीणपिहरासी इ वा रत्तुप्पले इ वा रत्तासोगे इ वा रत्तकणवीरे इ वा रत्तबंधुजीवे इ वा, भवेयारूवे सिया ?, णो देणढे समठे,ते णं लोहिया मणी इत्तो इकतराए चेव वण्णेणं प० / तत्थ णं जे ते हालिद्दा मणी तेसि णं मणीणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते-से जहाणामए चंपए इ वा चंपछल्ली इ वा चंपगभेए इ वा हलिद्दा इ वा हलिद्दाभेए इ वा हलिद्दगुलिया इ वा हरियालिया इ वा हरियालमेए इ वा हरियालगुलिया इ वा चिउरे इ वा चिउरंगराए इ वा वरकणगे इ वा वरकणगणिघसे इ वा सुवण्णसिप्पाए इ वा] वरपुरिसवसणे इ वा अलईकुसुमे इ वा चंपाकुसुमे इ वा कुहंडियाकुसुमे इ वा तडवडाकुसुमे इ वा घोसेडियाकुसुमे इ वा सुवण्णजूहियाकुसुमे इ वा सुहिरण्णकुसुमे इवा कोरंटवरमल्लदामे इ वा बीययकुसुमे इ वा पीयासोगे इ वा पीयकणवीरे इवा पीयबंधुजीवे इ वा, भवेयासवे सिया ?, णो इणढे समठे, ते णं हालिद्दामणी एत्तो इतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ता / तत्थ णं जे ते सुकिल्ला मणी तेसि णं मणीणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते / से जहाणामए अंके इ वा संखे इ वा चंदे इ वा कुमुदोदकदयरयदहिधणक्खीरवखीरपूरे इ वा कोंचाक्ली इ वा हारावली इ वा इंसावली इ वा बलागावली इ वा चंदावली इ वा सारइयबलाहए इ वा धंतधोय. रुप्पपट्टे इ वा सालिपिहरासी इ वा कुंदपुप्फरासी इ वा कुमुयरासी इ वा सुक्कच्छिवाडी इ वा पिहुणमिंजिया इ वा भिसे इ वा मुणालिया इ वा गयदंते इ वा लवंगदलए इ वा पोडरियदलए इ वा सेयासोगे इ वा सेयकणवीरे इ वा सेयबंधुजीवे इ Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि वा, भवेयारूवे सिया ?, णो इणठे समठे, ते णं सुकिल्ला मणी एत्तो इतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ता / तेसि णं मणीणं इमेयासवे गंधे पण्णत्ते, से जहाणामए कोहपुडाण वा तगरपुडाण वा एलापुडाण वा चोयपुडाण वा चंपापुडाण वा दमणापुडाण वा कुंकुमपुडाण वा चंदणपुडाण वा उसीरपुडाण वा मरुआपुडाण वा जाइपुडाण वा जूहियापुडाण वा मलियापुडाण वा हाणमल्लियापुडाण वा केयइपुडाण वा पाडलिपुडाण वा णोमालियापुडाण वा अगुरुपुडाण वा लवंगपुडाण वा वासपुडाण वा कम्पूरपुडाण वा अणुवायंसि वा ओभिजमाणाण वा कुट्टि जमाणाण वा भंजिजमाणाण वा उकिरिजमाणाण वा विकिरिजमाणाण वा परिभुज्जमाणाण वा परिभाइज्जमाणाण वा भंडाओ भंडं साहरिज्जमाणाण. वा ओराला मणुण्णा मणहरा घाणमणणिबुइकरा सव्वओ समंता 'गंधा अभिणिस्सवंति, भवेयारूवे सिया ?, णो इणठे समठे, ते णं मणी एत्तो इतराए चेव गंधणं पण्णत्ता। तेसि णं मणीणं इमेयारुवे फासे पण्णत्ते, से जहाणामए आइणेइ वा रूए इ वा बूरे इ वा णवणीए इ वा हंसगन्भतूलिया इ वा सिरीसकुसुमणिचए इ वा बालकुमुयपत्तरासी इ वा, भवेयारूवे सिया ?, णो इणठे समठे, ते णं मणी एत्तो इट्टतराए चेव जाव फासेगं पण्णत्ता / तए णं से आभिओगिए देवे तस्स दिव्वस्स जाणविमाणस्स बहुमज्झदेसभागे एत्य णं महं पिच्छाघरमंडवं विउव्वइ अणेगखंभसयसंणिविठं अन्भुग्गयसुकयवरवेइयातोरणवररइयसालभंजियागं सुसिलिट्ठविसिट्ठलट्ठसंठियपसत्थवेरुलियविमलखंभ णाणामणि(कणगरयण)खचियउजलबहुसमसुविभत्तभूमिभागं इहामियउसभतुरगनरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्तं ख० कंचणमणिरयणथूभियागं णाणाविहपंचवण्णघंटापडागपरिमंडियग्गसिहरं चवलं मरीइकवयं विणिम्मुयंत लाउल्लोइयमहियं गोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितलं उवचियचंदणकलसं चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागं आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमलदामकलावं पंचवण्णसरससुरभिमुक्कपुप्फपुंजोवयारकलियं कालागुरुपवरकुंदरुकतुरुकधूवमघमघतगंधु याभिरामं सुगंधवरगंधियं गघवटिभूयं अच्छरगणसंघसंविकिंण्णं दिव्वं तुडियसद्दसंपणाइयं अच्छं जाव पडिरूवं / तस्स णं पिच्छाघरमंडवस्स अंतो बहुसमरमणिजभूमिभागं विउव्वइ जाव मणीणं फासो / तस्स णं पेच्छाघरमंडवस्स उल्लोयं विउव्वइ पउमलयभत्तिचित्तं जाव पडिरूवं / तस्स णं बहुसमरमणिजरस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगं महं Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं वइरामयं अक्खाडगं विउव्वइ / तस्स णं अक्खाडयस्स बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं महेग मणिपेढियं विउब्वइ अह जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहलेणं सब्वमणिमयं अच्छं सहं जाव पडिरूवं / तीसे णं मणिपेढियाए उवरि एत्थ गं महेगं सीहासणं विउव्वइ, तस्स णं सीहासणस्स इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्तेतवणिजमया चकला रययामया सीहा सोवणिया पाया णाणामणिमयाई पायसीसगाई जंबूणयमयाई गत्ताई वइरामया संधी णाणामणिमए वेच्चे, से णं सीहासणे ईहामियउसभतुरगनरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्तं(सं)सारसारोवचियमणिरयणपायवीढे अत्थरगमिउमसूरगणवतयकुसंतलिम्बकेसरपञ्चत्थुयाभिरामे आईणगरूयबूरणवणीयतूलफासमउए सुविरइयरयताणे उवचियखोमदुगुल्लपट्टपडिच्छायणे रत्तंसुयसंबुए सुरम्मे पासाईए 4 / तस्स णं सीहासणस्स उवरि एत्थ णं महेगं विजयदूसं विउव्वइ, संखंक(संख)कुंददगरयअमयमहियफेणपुंजसंणिगासं सव्वरयणामयं अच्छं सण्हं पासादीयं दरिसणिज अभिरुवं पडिरूवं / तस्स णं सीहासणस्स उवरिं विजयदूसस्स य बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं महं एगं वयरामयं अंकुसं विउव्वइ, तस्सिं च णं वयरामयंसि अंकुसंसि कुंभिकं मुत्तादामं विउव्वइ / से णं कुंभिके मुत्तादामे अण्णेहिं चउहिं अद्धकुंभिक्केहिं मुत्तादामेहिं तदधुञ्चत्तपमाणेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते / ते णं दामा तवणिजलंबूसगा सुवण्णपयरगमंडियग्गा णाणामणिरयणविविहहारद्धहारउवसोभियसमुदाया ईसिं अण्णमण्णमसंपत्ता वाएहिं पुव्वावरदाहिणुत्तरागएहिं मंदायं 2 एइज्जमाणाणि 2 . पलंबमाणाणि 2 वदमाणाणि 2 उरालेणं मणुण्णेणं मणहरेणं कण्णमणणिव्वुइकरेणं सद्देणं ते पएसे सव्वओ समंता आपूरेमाणा 2 सिरीए अईव 2 उवसोभेमाणा चिट्ठति / तए णं से आभिओगिए देवे तस्स सीहासणस्स अवरुत्तरेणं उत्तरेणं उत्तरपुरस्थिमे णं एत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं चत्तारि भद्दासणसाहस्सीओ विउव्वइ, तस्स णं सीहासणस्स पुरथिमेणं एत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स चउण्हं अम्गमहिसीणं सपरिवाराणं चत्तारि भद्दासणसाहस्सीओ विउव्वइ, तस्स णं सीहासणस्स दाहिणपुरस्थिमेणं एत्थ णं सूरियामस्स देवस्स अभितरपरिसाए अण्हं देवसाहस्सीणं अह भद्दासणसाहरसीओ विउब्वइ, एवं दाहिणेणं मज्झिमपरिसाए दसण्हं देवसाहस्सीणं दस भद्दासणसाहस्सीओ विउव्वइ दाहिण. पञ्चस्थिमेणं बाहिरपरिसाए बारसण्हं देवसाहस्सीणं बारस भद्दासणसाहसीओ Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 56 अनंगपविद्वसुत्ताणि विउव्वइ, पञ्चत्थिमेणं सत्तण्हं अणियाहिवईणं सत्त भद्दासणे विउव्वइ, तस्स गं सीहासणस्स चउदिसिं एत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स सोलसण्हं आयरक्खदेवसाहस्सीणं सोलस भद्दासणसाहस्सीओ विउव्वद, तंजहा-पुरस्थिमेणं चत्तारि साहस्सीओ दाहिणेणं चत्तारि साहस्सीओ पञ्चत्थिमेणं चत्तारि साहस्सीओ उत्तरेणं चत्तारि साहस्सीओ / तस्स दिव्वस्स जाणविमाणस्स इमेयारूवे वप्णावासे पण्णत्ते, से महाणामए अइरुग्गयस्स वा हेमंतियबालियसूरियस्स वा खयरिंगालाण वा रत्तिं पजलियाण वा जवाकुसुमवणस्स वा किंसुयवणस्स वा पारियायवणस्स वा सव्वओ समंता संकुसुमियस्स, भवेयारूवे सिया?, णो इणंठे समठे,तस्स णं दिव्वस्स जाणविमाणस्स एत्तो इतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ते, गंधो य फासो य जहा मणीणं / तए ण से आभिओगिए देवे दिव्वं जाणविमाणं विउव्वद 2 त्ता जेणेव सूरियामे -देवे तेणेव उवागच्छइ रत्ता सूरियामं देवं करयलपरिग्गहियं जाव पच्चप्पिणंति // 15 // तए णं से सूरियामे देवे आभिओगस्स देवस्स अंतिए एंयमनै सोचा णिसम्म हह भाव हियए दिव्वं जिणिंदाभिगमणजोगं उत्तरवेउब्वियरूवं विउव्वइ विउव्वित्ता चउहिं अग्गमहिसीहिं सपरिवाराहिं दोहि अणीएहिं, तंजहा-पंधव्वाणीएण य गट्टाणीएण य सद्धिं संपखुिडे तं दिव्वं जाणविमाण अणुपयाहिणीकरेमाणे पुरस्थिमिल्लेणं तिसोमाणपडिरूवएणं दुरूहइ दुरूहित्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छद्द उवागच्छित्ता सीहासणवरगए पुरस्थाभिमुहे सण्णिसण्णे / तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ तं दिव्वं जाणविमाणं अणुपयाहिणीकरेमाणा उत्तरिलेणं तिसोवाणपडिरूवएणं दुरूहंति दुरुहित्ता पत्तयं पत्तेयं पुत्वणत्येहिं भद्दासणेहिं णिसीयंति, अवसेसा देवा य देवीओ य तं दिव्वं जाणविमाणं जाव दाहिणिल्लेणं तिसोवाणपडिरूवएणं दुरूहंति दुरूहित्ता पत्तेयं पत्तेयं पुवणत्येहिं भद्दासणेहिं णिसीयंति / तए णं तस्स सरियाभस्स देवस्स तं दिव्वं जाणविमाणं दुरुढस्स समाणस्स अदृह मंगलगा पुरओ अहाणुपुटवीए संपत्थिया, तंजहा-सोत्थियसिरिवच्छ जाव दप्पणा / तयणंतरं च णं पुण्णकलसभिंगार दिव्वा य छत्तपडागा सचामरा दसणरइया आलोयदरिसणिजा वाउडुयविजयवेजयंतीपडागा ऊसिया गगणतलमणुलिहन्ती पुरओ अहाणुपुवीए संपत्थिया / तयणंतरं च णं वेरुलियभिसंतविमलदण्डं पलम्बकोरंटमल्लदामोवसोभियं चंदमंडलणिभं समुस्सियं विमलमायवत्तं पवरसीहासणं च मणिरयणभत्तिचित्तं सपायपीढं सपाउयाजोयसमाउत्तं बहुकिंकरामरपरिम्गहियं Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं पुरओ अहाणुपुबीए संपत्थियं / तयणंतरं च णं वइरामयवट्टलट्ठसंठियसुसिलिट्ठपरिघट्टमट्ठसुपइट्ठिए विसिट्ठे अणेगवरपंचवण्णकुडभीसहस्सुस्सिए परिमंडियाभिरामे वाउऽयविजयवेजयंतीपडागच्छत्ताइच्छत्तकलिए तुंगे गगणतलमणुलिहंतसिहरे जोयणसहस्समू सिए महइमहालए महिंदज्झए पुरओ अहाणुपुव्वीए संपत्थिए / तयणंतरं च णं सुरूवणेवत्थपरिकच्छिया सुसजा सव्वालंकारभूसिया महया भडचडगरपहन रेणं पंच अणीयाहिवइणो पुरओ अहाणुपुव्वीए संपत्थिया / (तयणंतरं च णं बहवे आभिओगिया देवा देवीओ य सएहिं सएहिं रूवेहि, सएहिं सएहिं विसेसेहिं, सएहिं सएहिं विदेहि, सएहिं सएहिं णेजाएहिं, सएहिं सएहिं णेवत्थेहिं पुरओ अहाणुपुवीए संपत्थिया) तयणंतरं च णं सूरियाभविमाणवासिणो बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य सचिड्ढीए जाव रवेणं सूरियाभं देवं पुरओ पासओ य मग्गओ य समगुगच्छति // 16 // तए णं से सूरियामे देवे तेणं पंचाणीयपरिक्खित्तेणं वइरामयवट्टलट्ठसंठिएण जाव जोयणसहस्समूसिएणं महइमहालएणं महिंदज्झएणं पुरओ कटिजमाणेणं चंउहिं सामाणियसहस्सेहिं जाव सोलसहिं आयरक्खदेवसाहस्सीहिं अण्णेहि य बहूहिं सूरियाभविमाणवासीहिं वेमाणिएहिं देवेहिं देवीहि य सद्धि संपरिखुडे सविड्ढीए जाव रवेणं सोहम्मस्स कप्परस मज्झंमज्झेणं तं दिव्वं देविढि दिव्वं देवजुइं दिव्यं देवाणुभावं उवलालेमाणे उवलालेमाणे उवदंसेमाणे उवदंसेमाणे पडिजागरेमाणे पडिजागरेमाणे जेणेव सोहम्मस्स कप्पस्स उत्तरिल्ले णिजाणमग्गे तेणेव उवागच्छइ, 2 त्ता जोयणसयसाहस्सिएहिं विग्गहेहिं ओवयमाणे वीईवयमाणे ताए उक्किट्ठाए जाव तिरियं असंखिजाणं दीवसमुद्दाणं मझमझेणं वीइवयमाणे वीइवयमाणे जेणेव गंदीसरवरे दीवे जेणेव दाहिणपुरथिमिल्ले रतिकरपव्वए तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता तं दिव्वं देविड्ढि जाव दिव्वं देवाणुभावं पडिसाहरेमाणे 2 पडिसंखेवेमाणे 2 जेणेव जम्बूद्दीवे दीवे जेणेव भारहे वासे जेणेव आमलकप्पा णयरी जेणेव अम्बसालवणे चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता समणं भगवं महावरं तेणं दिव्वेणं जाणविमाणेणं तिवखुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ करित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स उत्तरपुरस्थिमे दिसिभाए तं दिव्वं जाणविमाणं ईसिं चउरंगुलमसंपत्तं धरणितलंसि ठवेइ ठवित्ता चउहिँ अग्गमहिसीहिं सपरिवाराहिं दोहिं अणीयाहि-तंजहा गंधव्वाणिएण य पट्टाणिएण य–सद्धिं संपvिडे ताओ दिव्याओ जाणविमाणाओ पुरथिमिल्लेणं Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 58. अनंगपविट्ठसुत्ताणि तिसीवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहइ / तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ ताओ दिव्वाओ जाणविमाणाओ उत्तरिल्लेणे तिसोवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहंति, अवसेसा देवा य देवीओ य ताओ दिव्वाओ जाणविमाणाओ दाहिणिल्लेणं तिसोवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहंति / तए णं से सूरियाभे देवे चउहिं अग्गमहिसीहिं जाव सोलसहिं आयरक्खदेवसाहसीहि अण्णेहि य बहूहिं सूरियाभविमाणवासीहिं वेमाणिएहिं देवेहिं देवीहि य सद्धिं संपरिबुडे सव्विड्ढीए जाव णाइयरवेणं जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीर तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ करित्ता वंदंइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-'अहं णं भंते ! सूरियामे देवे देवाणुप्पियाणं वंदामि णमंसामि जाव पज्जुवासामि' // 17 // सूरियामाइ समणे भगवं महावीरे सूरियामं देवं एवं वयासी'पोराणमेयं सूरियामा ! जीयमेयं सूरियामा ! किच्चमेयं सूरियाभा! करणिजमेयं सूरियामा ! आइण्णमेयं सूरियामा ! अब्भणुण्णायमेयं सूरियामा ! जं णं भवणवइवाणमंतरजोइसवेमाणिया देवा अरहंते भगवंते वंदति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता तओ पच्छा साइं साइं णामगोत्ताइं साहिति तं पोराणमेयं सूरियामा ! जाव अब्भणुण्णायमेयं सूरियामा! / तए णं से सूरियाभे देधे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हट्ट जाव समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे णमंसमाणे अंभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासइ // 18-19 // तए णं समणे भगवं महावीरे सूरियाभस्स देवस्स तीसे य महइमहालियाए परिसाए जाव परिसा जामेव दिसि पाउब्भूया तामेव दिसिं पडिगया // 20 // तए णं से सूरियामे देवे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोचा णिसम्म हड्तुह जाव हयहियए उठाए उठेइ उट्टित्ता समणं भगवं महावीरं वैदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-अहं णं भंते ! सूरियाभे देवे किं भवसिद्धिए अभवसिद्धिए ? सम्मदिट्ठी मिच्छादिट्ठी ? परित्तसंसारिए अणंतसंसारिए ? सुलभबोहिए दुल्लभबोहिए ? आरोहए विराहए ? चरिमे अचरिमे ? // 21 // 'सूरियाभाइ समणे भगवं महावीरे सूरियाभं देवं एवं वयासी-सूरियामा ! तुम णं भवसिद्धिए णो अभवसिद्धिए जाव चरिमे णो अचरिमे / तए णं से सूरियाभे देवे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हट्टतुट्ठचित्तमाणदिए परमसोमणस्सिए समणं भगवं महावीरं वंदइ' णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-तुब्भे णं भंते ! Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं ग्वं जाणह सवं पासह, सव्वओ जाणह सव्वओ पासह, सव्वं कालं जाणह सव्वं कालं पासह, सव्वे भावे जाणह सव्वे भावे पासह / जाणंति णं देवाणुप्पिया ! मम पुध्विं वा पच्छा वा मम एयारूवं दिव्वं देविडिंढ दिव्यं देवजुइं दिव्वं देवाणुभावं लद्धं पत्तं अभिसमण्णागयंति, तं इच्छामि णं देवाणुप्पियाणं भत्तिपुव्वगं गोयमाइयाणं समगाणं णिग्गंथाणं दिव्यं देविडिंढ दिव्वं देवजुइं दिव्वं देवाणुभावं दिव्वं बत्तीसइबद्धं गट्टविहिं उवदंसित्तए // 22 // तए णं समणे भगवं महावीरे सूरियाभेणं देवेणं एवं वुत्ते समाणे सूरियाभस्स देवस्स एयमढें णो आढाइ णो परियाणइ तुसिणीए संचिहइ / तए णं से सूरियामे देवे समणं भगवं महावीरं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वयासी-तुब्भे णं भंते ! सव्वं जाणह जाव उवदंसित्तएत्तिकटु समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ करित्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवकमइ अवकमित्ता वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणइ समोहणित्ता संखिज्जाइं जोयणाई दण्डं णिस्सिरइ 2 त्ता अहाबायरे० अहासुहुमे० / दोच्चं पि वेउब्वियसमुग्घाएणं जाव 'बहुसमरमणिजं भूमिभागं विउव्वइ / से जहा णामए आलिंगपुक्खरे इ वा जाव मणीणं फासो तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभागे पिच्छाघरमण्डवं विउव्वइ अणेगखंभसयसंणिविठं वण्णओ अंतो बहुसमरमणिजं भूमिभागं उल्लोयं अक्खाडगं च मणिपेढियं च विउव्वइ / तीसे णं मणिपेढियाए उवरि सीहासणं सपरिवारं जाव दामा चिठ्ठति / तए णं से सूरियामे देवे समणस्स भगवओ महावीरस्स आलोए प्रणामं करेइ करित्ता 'अणुजाणउ मे भगवंतिकटु सीहासणवरगए तित्थयरामिमुहे संणिसण्णे / तए णं से सूरियाभे देवे तप्पढमयाए णाणामणिकणगरयणविमलमहरिहणिउणोवियमिसिमिसिंतविरइयमहाभरणकडगतुडियवरभूसणुजलं पीवरं पलम्बं दाहिणं भुयं पसारेइ तओ णं सरिसयाणं सरित्तयाणं सरिव्वयाणं सरिसलावण्णरूवजोव्वणगुणोववेयाणं एगाभरणवसणगहियणिज्जोयाणं दुहओ संवेल्लियग्गणियत्थाणं आविद्धतिलयामेलाणं पिणिद्धगेविजकंचुयाणं उम्पीलियचित्तपट्टपरियरसफेणगावत्तरइयसंगय-पलंबवत्तचित्तचिल्ललगणियंसणाणं एगावलिकण्ठरइयसोभंतवच्छपरिहत्थभूसणाणं अट्ठसयं णट्ठसजाणं देवकुमाराणं णिग्गच्छइ / तयणंतरं च णं णाणामणि० जाव पीवरं पलंबं वामं भुयं पसारेइ तओ णं सरिसयाणं सरित्तयाणं सरिव्वयाणं सरिसलावण्णरूवजोव्वणगुणोववेयाणं एगाभरण० दुहओ संवेल्लियग्ग० आविद्धतिलयामेलाणं पिणद्धगेवेजकंचुईणं णाणामणिरयणभूस Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि णविराइयंगमंगाणं चंदाणणाणं चंदद्धसमणिलाडाणं चंदाहियसोमदंसणाणं उक्का इव उज्जोवमाणीणं सिंगारा० हसियभणिय० गहियाउज्जाणं अट्टसयं णट्टसज्जाणं देवकुमारियाणं णिग्गच्छइ / तए णं से सूरियाभे देवे अट्ठसयं संखाणं विउव्वइ अट्ठसयं संखवायाणं विउव्वइ, अ० सिंगाणं वि० अ० सिंगवायाणं वि०, अ० संखियाणं वि० अ० संखियवायाणं वि०, अ० खरमुहीणं वि० अ० खरमुहिवायाणं वि०, अ. पेयाणं वि० अ० पेयावायगाणं वि०, अ० पिरिपिरियाणं वि० अ० पिरिपिरियावायगाणं वि० एवमाइयाई एगूणपण्णं आउज्जविहाणाई विउब्वइ / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारियाओ य सद्दावेइ / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य सूरियाभेणं देवेणं सद्दाविया समाणा हह जाव जेणेव सूरियाभे देवे तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सूरियाभं देवं करयलपरिग्गहियं जाव वद्धावित्ता एवं क्यासी-'संदिसंतु णं देवाणुप्पिया ! जं अम्हेहिं कायव्वं' / तए णं से सूरियामे देवे ते बहवे देवकुमारे य देवकुमारीओ य एवं वयासी-'गच्छह णं तुम्भे देवाणुप्पिया ! समणं भगवंतं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेह करित्ता वंदह णमंसह वंदित्ता णमंसित्ता गोयमाइयाणं समणाणं णिग्गंथाणं तं दिव्यं देविड्दि दिवं देवजुई दिव्वं देवाणुभावं दिव्वं बत्तीसइबद्धं णट्टविहिं उवदंसेह उवदंसित्ता खिप्पामेव एयमाणत्तियं पञ्चप्पिणह / तए णं ते बहवे देवकुमारा देवकुमारीओ य सूरियाभेणं देवेणं एवं वुत्ता समाणा हह जाव करयल०जाव पडिसुणंति पडिसुणित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता समण भगवं महावीर जाव णमंसित्ता जेणेव गोयमाइया समणा णिग्गंथा तेणेव उवागच्छंति / तए णं ते बहवे देवकुनारा देवकुमारीओ य समामेव समोसरणं करेंति करित्ता समामेव अवण मंति अवणमित्ता समामेव उण्णमंति एवं सहियामेव ओणमंति एवं सहियामेव उण्णमंति सहियामेव उण्णमित्ता संगयामेव ओणमंति संगयामेव उण्णमंति उण्णमित्ता थिमियामेव ओणमंति थिमियामेव उण्णमंति समामेव पसरंति पसरित्ता समामेव आउजविहाणाई गेण्हंति समामेव पाएंसु पगाइंसु पण. चिसु / किं ते ? उरेणं मंदं सिरेण तारं कंठेण वितारं तिविहं तिसमयरेयगरइयं गुंजाऽवंककुहरोवगूढं रत्तं तिठाणकरणसुद्धं सकुहरगुंजंतवंसतंतीतलताललयगहसुसंपउत्तं महुरं समं सललियं मणोहरं मिउरिभियपयसंचारं सुरइसुणइवरचारुरूवं दिव्वं णट्टसजं गेयं पगीया वि होत्था किं ते ? उधुमंताणं संखाणं सिंगाणं Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं संखियाणं खरमुहीणं पेयाणं पिरिपिरियाणं, आहम्मंताणं पणवाणं पडहाणं, अप्फालिजमाणाणं भंभाणं होरंभाणं, तालिजंताणं भेरीणं झलरीणं दुंदुहीणं, आलवंताणं मुरयाणं मुइंगाणं णंदीमुइंगाणं, उत्तालिजंताणं आलिंगाणं कुंतुंबाणं गोमुहीणं मद्दलाणं, मुच्छिजंताणं वीणाणं विपंचीणं वलईणं, कुट्टिजताणं महंतीणं कच्छभीणं चित्तवीणाणं, सारिजंताणं बद्धीसाणं सुघोसाणं णंदिघोसाणं, फुट्टिजंतीणं भामरीणं छभामरीणं परिवायणीणं, छिप्पंतीणं तूणाणं तुंबवीणाणं, आमोडिजंताणं आमोयाणं झंझाणं णउलाणं, अच्छिजंतीणं मुगुंदाणं हुडुक्कीणं विचिक्कीणं, वाइजंताणं करडाणं डिंडिमाणं किणियाणं कडम्बाणं, ताडिजंताणं दद्दरिगाणं दद्दरगाणं कुतुंबाणं कलसियाणं मड्डयाणं, आताडिजंताणं तलाणं तालाणं कंसतालाणं, घटिजंताणं रिंगिरिसियाणं लत्तियाणं मगरियाणं सुसुमारियाणं, फूमिजंताणं साणं वेलूणं वालीणं परिलीणं बद्धगाणं / तए णं से दिवे गीए दिव्वे वाइए दिव्वे पट्टे एवं अब्भुए सिंगारे उराले मणुण्णे मणहरे गीए मणहरे णट्टेमणहरे वाइए उम्पिंजलभूए कहकहभूए दिव्वे देवरमणे पवत्ते याषि होत्था / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य समणस्स भगवओ महावीरस्स सोत्थियसिरिवच्छणंदियावत्तवद्धमाणगभद्दासणकलसमच्छदप्पणमंगलभत्तिचित्तं णामं दिव्यं णट्टविहिं उवदंसेंति 1 // 23 / / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य सममेव समोसरणं करेंति करित्ता तं चेव भाणियव्वं जाव दिव्वे देवरमणे पवत्ते यावि होत्था। तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य समणस्स भगवओ महावीरस्स आवडपच्चावडसेढिपसेढिसोत्थियसोवत्थिययूसमाणववद्धमाणगमच्छण्डमगरंडजारमारफुल्लावलिपउमपत्तसागरतरंगवसंतलयापउमलयभत्तिचित्तं णाम दिव्वं णविहिं उवदंसेंति 2, एवं च एक्विक्कियाए णट्टविहीए समोसरणाइया एसा वत्तव्वया जाव दिव्वे देवरमणे पवत्ते यावि होत्था / तए णं ते बहवे देवकुमारा देवकुमारियाओ य समणस्स भगवओ महावीरस्स ईहामियउसभतुरगणरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपरमलयभत्ति चित्तं णामंदिव्वं पट्टविहिं उवदंसेंति ३,एगओ वंकं दुहओ वंकं एगओ खुहं दुहओ खुहं एगओ चक्कवालं दुहओ चकवालं चक्कद्धचक्कवालं णामं दित्वं णट्टविहिं उवदंसंति 4, चंदावलिपविभत्तिं च सूरावलिपविभत्तिं च वलियावलिपविभत्तिं च हंसावलिप०च एगावलिप० च तारावलिप० च मुत्तावलिप० च कणगावलिप० च रयणावलिप० च णामं दिव्यं णट्टविहिं उवदंसेंति 5, चंदुग्गमणप० च सूरुग्गमणप० च उग्गमणुगमणप०णामं Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि दिव्वं णष्टविहिं उचदंसेंति 6, चंदागमणप० च सूरागमणप• च आगमणागमणप. गाम"""उवदंसेंति 7, चंदावरणप० सूरावरणप० च आवरणावरणप० णाम...उनदंसेंति 8, चंदत्थमणप० च सूरत्थमणप० अस्थमणऽत्थमणप० णाम....उवदंसेंति 9, चंदमंडलपविभत्तिं च सूरमंडलप० च णागमंडलप० च जक्खमंडलप० च भूयमंडलप० च (रक्खसमहोरगगन्धव्वमंडलप० च) मंडलमंडलप०णाम.....उवदंसेंति 10, उसभमंडलप०च सीहमंडलप० च हयविलंबियं गयवि० हयविलसियं गयविलसियं मत्तहयविलसियं मत्तगयविलसियं मत्तयविलंबियं मत्तगयवि दुयविलम्बियं गाम....णट्टविहिं उवदंसेति 11, सागरपविभत्तिं च णागरप० च सागरणागरप० गाम....उवदंसेंति 12, गंदाप० च चंपाप० च णंदाचंपाप० णाम....उवदंसेंति 13, मच्छंडाप० च मयरंडाप० च जारप० च मारप० च मच्छंडमयरंडजारमारप. गामं...उवदंसेंति 14, 'क' त्ति ककारप० च 'ख' त्ति खकारप० च 'ग' तिगकारप० च 'घ'त्ति घकारप० च 'ङ'त्ति डकारप० च ककारखकारगकारघकारडकारप० णाम...उवदंसेंति 15, एवं चकारवग्गो वि 16, टकारवग्गो वि 17, तकारवग्गो वि 18, पकारवग्गो वि 19, असोयपल्लवप० च अंबपल्लवप० च जंबूपलवप० च कोसंबपल्लवप० च पल्लवप० णाम...उवदंसेति 20, पउमलयाप० जाव सामलयाप० च लयाप० णाम...उवदंसेंति 21, दुयणाम...उवदंसेति 22, विलबियं णाम... उव० 23, दुयविलंबियं णाम....उव० 24, अंचियं 25, रिभियं 26, अंचियरिभियं 27, आरभडं 28, भसोलं 29, आरभडभसोलं 30, उप्पयणिवयपक्त्तं संकुचियं पसारियं रयारइयं भंतं संभंतं णामं दिव्यं णट्टविहिं उवदंसेंति 31, / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य समामेव समोसरणं करेंति जाव दिव्वे देवरमणे पवत्ते यावि होत्था / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य समणस्स भगयओ महावीरस्स पुब्वभवचरियणिबद्धं च चवणचरियणिबद्धं च संहरणचरियणिबद्ध च'जम्मणचरियणिबद्धं च अभिसेयचरियणिबद्धं च बालभावचरियणिबद्धं च जोव्वणचरियणिबद्धं च कामभोगचरियणिबद्धं च णिक्खमणचरियणिबद्धं च तवचरणचरियणिबद्धं च णाणुप्पायचरियणिबद्धं च तित्थपवत्तणचरियपरिणिव्वाणचरियमिबद्धं च चरिमचरियणिबद्धं णामं दिव्यं णट्टविहिं उवदंसेंति 32 / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारीओ य चउन्विहं वाइत्तं वाएंति-तं जहा-ततं विततं घेणं झुसिरं / तए 'गं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारियाओ य चउव्यिहं गेयं गायंति तंजहा-उक्खित्तं Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं पायंत मंदायं रोइयावसाणं च / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारियाओ य चउव्विहं णट्टविहिं उवदंसंति तंजहा-अंचियं रिभियं आरभडं भसोलं च / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारियाओ य चउव्विहं अभिणयं अभिणएंति तंजहादिमुतियं पाडितिय सामण्णोविणिवाइयं अंतोमज्झावसाणियं च / तए णं ते बहवे देवकुमारा य देवकुमारियाओ य गोयमाइयाणं समणाणं णिग्गंथाणं दिव्वं देविडिद दिव्यं देवजुइं दिव्वं देवाणुभावं दिव्वं बत्तीसइबद्धं णाडयं उवदं सित्ता समणं भगवंतं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेंति करित्ता वंदंति णमंसंति वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव सूरियाभे देवे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता सूरियाभं देवं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु जएणं विजएणं वद्धाति वद्धावित्ता एवं आणत्तियं पञ्चप्पिणति // 24 // तए णं से सूरियाभे देवे तं दिव्वं देविड्ढि दिव्वं देवजुई दिव्वं देवाणुभावं पडिसाहरइ पडिसाहरेत्ता खणेणं जाए एगे एगभूए / तए णं से सूरियाभे देवे समणं भगवंतं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता णियगपरिवालसद्धिं संपरिवुडे तमेव दिव्वं जाणविमाण दुरूहइ दुरूहित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूए तामेव दिसिं पडिगए // 25 // (तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स 3 जेटे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे गोयम सगोत्तेणं सत्तुस्सेहे समचउरंससंठाणसंठिए जाव उठाए उठेइ रत्ता जेणेव समणे 3 तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता समणं 3 तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ गमंसई 2 त्ता एवं वयासी) भंते ! त्ति भयवं गोयमे समण भगवंतं महावीरं वंदइ गमंसह वंदित्ता णमंसित्ता एव वयासी-सूरियाभस्स णं भंते ! देवस्स एसा दिव्या देविड्ढी दिव्वा देवज्जुई दिव्वे देवाणुभावे कहिं गए कहिं अणुप्पविटे ? गोयमा ! सरीरं गए सरीरं अणुप्पवितु। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ सरीरं गए सरीरं अणुप्पविढे गोयमा ! से जहा णामए कूडागारसाला सिया दुहओ लित्ता गुत्ता गुत्तदुवारा णिवाया णिवायगंभीरा, तीसे णं कूडागारसालाए अदूरसामंते एत्थ णं महेगे जणसमूहे चिट्ठइ, तए णं से जणसमूहे एग महं अब्भवद्दलगं वा वासवद्दलगं वा महावायं वा एजमाणं पासइ पासित्ता तं कूडागारसालं अंतो अणुप्पविसित्ता णं चिट्ठइ, से तेणडेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'सरीरं अणुप्पविटे' // 26 // कहिं णं भंते ! सूरियाभस्स देवस्स सूरियाभे णामं विमाणे पण्णत्ते ? गोयमा !जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पन्चयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ उड्ढे Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि . चंदिमसूरियगहगणणखत्ततारारूवाणं बहूइंजोयणाई बहूई जोयणसयाइं एवं सहस्साई सयसहस्साई बहुईओ जोयणकोडीओ जोयणसयकोडीओं जोयणसहस्सकोडीओ बहुईओ जोयणसयसहस्सकोडीओ बहुईओ जोयणकोडाकोडीओ उड्ढे दूरं वीईवइत्ता एत्थ णं सोहम्मे णामं कप्पे पण्णत्ते पाईणपडीणायए उदीणदाहिणवित्थिण्णे अद्धचंदसंठाणसंठिए अच्चिमालिभासरासिवण्णाभे असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ आयामविक्खंभेणं असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ परिक्खेवेणं एत्थ णं सोहम्माणं देवाणं बत्तीसं विमाणवाससयसहस्साई भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसिं णं विमाणाणं बहुमज्झदेसभाएं पंच वड़िसया पण्णत्ता तंजहा-असोगवडिंसए सत्तवण्यवडिंसए चंपगवडिंसए चूयवडिंसए मज्झे सोहम्मवडिंसए ते णं वडिंसगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिस्वा / तरस णं सोहम्मवडिंसगस्स महाविमाणस्स पुरस्थिमेणं तिरियं असंखेजाई जोयणसयसहस्साई वीइवइत्ता एत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स सूरियाभे णामं विमाणे पण्णत्ते अद्धतेरसजोयणसयसहस्साई आयामविक्खंभेणं अउणयालीसं च सयसहस्साई बावण्णं च सहस्साइं अट्ठ य अडयालजोयणसए परिक्खेवेणं / से णं एगेणं पागारेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते से णं पागारे तिण्णि जोयणसयाई उड्ढे उच्चत्तेणं, मूले एगं जोयणसयं विखंभेणं, मज्झे पण्णासं जोयणाई विक्खंभेणं उप्पिं पणवीसं जोयणाई विक्खंभेणं / मूले वित्थिण्णे मज्झे संखित्ते उप्पिं तणुए गोपुच्छसंठाणासंठिए सव्वरयणामए अच्छे जाव पडिरूवे से णं पागारे णाणविहपंचवण्णेहिं कविसीसएहिं उवसोभिए तं जहा-कण्हेहि यणीलेहि य लोहिएहिं हालिदेहिं सुकिल्लेहिं कविसीसएहिं / ते णं कविसीसगा एगं जोयणं आयामेणं अद्धजोयणं विक्खंभेणं देसूणं जोयणं उड्ढे उच्चत्तेणं सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / सूरियाभस्स णं विमाणस्स एगमेगाए बाहाए दारसहस्सं दारसहस्सं भवतीति मक्खायं, ते णं दारा पंच जोयणसयाई उद्धं उच्चत्तेणं अड्ढाइजाई जोयणसयाई विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणगथूभियागा ईहामियउसभतुरगणरमगरविहगवालगकिण्णररुरसरमचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ता खंभुग्गयवरवयरवेइया परिगयाभिरामा विजाहरजमलजुयलजंतजुत्ता विव अच्चीसहस्समालणीया स्वगसहस्सय लिया मिसमाणा भिभिसमाणा चक्खुल्लोयणलेसा सुहफासा सस्सिरीयस्वा / वण्णो दाराणं तेसिं होइ तंजहावहरामया जिम्मा रिट्ठामया पइट्ठाणा वेरुलियमया खंभा जायस्वोवचियपवरपंच Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं वण्णमणिरयणकोटिंमतला हंसगब्भमया एलुया गोमेजमया इंदकीला लोहियक्खमईओ चेडाओ जोईरसमया उत्तरंगा लोहियक्खमईओ सूईओ वयरामया संधी णाणामणिमया समुग्गया वयरामया अग्गला अग्गलपासाया रययामयाओ आवत्तणपेढियाओ अंकुत्तरपासगा णिरंतरियघणकवाडा भित्तीसु चेव भित्तिगुलिया छप्पण्णा तिण्णि होति गोमाणसिया तत्तिया णाणामणिरयणवालरूवगलीलट्ठियसालभंजियागा वयरामया कूडा रययामया उस्सेहा सव्वतवणिज्जमया उल्लोया णाणामणिरयणजालपंजरमणिवंसगलोहियक्खपडिवंसगरययभोमा अंकामया पक्खा पक्खबाहाओ जोईरसामया वंसा वंसकवेल्लुयाओ रययामईओ पट्टियाओ जायरूवमईओ ओहाडणीओ वइरामईओ उवरिपुंछणीओ सव्वसेयरययामए छायणे अंकमयकणगकुडतवणिजथूभियागा सेया संखतलविमलणिम्मलदहिघणगोखीरफेणरययणिगरप्पगासा तिलगरयणद्धचंदचित्ता णाणामणिदामालंकिया अंतो बहिं च सहा तवणिवालुयापत्थडा सुहफासा सस्सिरीयरूवा पासाईया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरूवा // 27 // तेसि णं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलम चंदणकलसपरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ते णं चंदणकलसा वरकमलपइट्ठाणा सुरभिवरवारिपडिपुण्णा चंदणकयचच्चागा आविद्धकंठेगुणा पउमुप्पल पिहाणा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा महया महया इंदकुंभसमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! तेसि णं दाराणं. उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस णागदंतपरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ते णं णागदंता. मुत्ताजालंतरुसियहेमजालगववखजालखिंखिणीघंटाजालपरिक्खित्ता अब्भुग्गया अभिणिसिट्ठा तिरियसुसंपरिन्गहिया अहेपण्णगद्धरूवा पण्णगद्धसंठाणसंठिया सव्ववयरामया अच्छा जाव पडिरूवा महया महया गयदंतसमाणा पण्णत्ता समणाउसो! तेसु णं णागदंतएसु बहवे किण्हसुत्तबद्धा वग्धारियमल्लदामकलावा णीललोहिय० हालिद्द०सुकिल्लसुत्तबद्धा वधारियमल्लदामकलावा, ते णं दामा तवणिजलंबूसगा सुवण्णपयरगमंडिया णाणाविहमणिरयणविविहहारउवसोभियसमुदया जाव सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणा चिट्ठति / तेसि ण पागदंताणं. उवरिं अण्णाओ सोलस सोलस णागदंतपरिवाडीओ पण्णत्ता ते णं णागदंता तं चेव जाव गयदंतसमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! तेसु णं णागदंतएसु बहवे रययामया सिक्कगा पण्णत्ता, तेसु णं रययामएसु सिक्कएसु बहवे वेरुलियामईओ धूवघडीओ प०ताओ णं धूवघडीओ कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमघंतगंधुद्ध Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 66 अनंगपविट्ठसुत्ताणि याभिरामाओ सुगंधवरगंधियाओ गंधवट्टिभूयाओ ओरालेणं मणुण्णेणं मणहरेणं घाणमणणिबुइकरेणं गंधेणं ते पएसे सव्वओ समंता आपूरेमाणा आपूरेमाणा जाव चिट्ठति / तेसिणं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस सालभंजियापरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ताओ णं सालभंजियाओ लीलट्ठियाओ सुपइ. ट्ठियाओ सुअलंकियाओ णाणाविहरागवसणाओ णाणामल्लपिणद्धाओ मुट्ठिगिज्झसुमज्झाओ आमेलगजमलजुयलवट्टियअब्भुण्णयपीणरइयसंठियपीवरपओहराओ रत्तावंगाओ असियकेसीओ मिउविसयपसत्थलक्खणसंवेल्लियग्गसिरयाओं ईसिं असोगवरपायवसमुट्ठियाओ वामहत्थग्गहियग्गसालाओ ईसिं अद्धच्छिकडक्खचिट्ठिएणं लूसमाणीओ विव चक्खुल्लोयणलेसेहि य अण्णमण्णं खिजमाणीओ विव पुढविपरिणामाओ सासयभावमुवगयाओ चंदाणणाओ चंदविलासिर्ण,ओ चंदद्धसमणिडालाओ चंदाहियसोमदंसणाओ उक्का विव उजोवेमाणाओ विज्जुघणमिरियसूरदिप्पंततेयअहिययरसण्णिगासाओ सिंगारागारचारुवेसाओ पासाइयाओ जाव चिट्ठति / तेसि णं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस जालकडगपरिवाडीओ पण्णत्ता, ते णं जालकडगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस घंटापरिवाडीओ पण्णत्ता, तासि णं घंटाणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-जंबूणयामईओ घंटाओ वयरामयाओ लालाओणाणामणिमया घंटापासा तवणिजमइयाओ संखलाओ रययामयाओ रज्जूओ। ताओ णं घंटाओ ओहस्सराओ मेंहस्सराओ हंसस्सराओ कुंचस्सराओ सीहस्सराओ दुंदुहिस्सराओ णंदिस्ससाओ पंदिघोसाओ मंजुस्सराओ मंजुघोसाओ सुस्सराओ सुस्सरघोसाओ उरालेणं मणुण्णेणं मणहरेणं कण्णमणणिबुइकरेणं सद्देणं ते पए से सव्वओ समंता आपूरेमाणाओ आपूरेमाणाओ जाव चिट्ठति / तेसि णं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस वणमालापरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ताओ णं वणमालाओ णाणामणिमयदुमलयकिसलयपल्लवसमाउलाओ छप्पयपरिभुजमाणसोहंतसस्सिरीयाओ पासाईयाओ 4 / तेसिणं दाराणं उभओ पासे दुहओ णिसीहियाए सोलस सोलस पगंठगा पण्णत्ता, ते णं पगंठगा अड्ढाइजाई जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं पणवीसं जोयणसयं बाहल्लेणं सव्ववयरामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं पगंठगाणं उवरि पत्तेयं पत्तेयं पासायवडेंसगा पण्णत्ता, तेणं पासायवडेंसगा अड्ढाइजाई जोयणसयाई उड्ढे उच्चत्तेणं पणवीसं जोयणसयं विक्खंभेणं Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं अब्भुग्गयमूसियफहसिया विव विविहमणिरयणभत्तिचित्ता वाउ यविजयवेजयंतपडागच्छत्ताइच्छत्तकलिया तुंगा गगणतलमणुलिहंतसिहरा जालंतररयणपंजरुम्मिलिय व्व मंणिकणगथूभियागा वियसियसयवत्तपोंडरीयतिलगरयणद्धचंदचित्ता णाणामणिदामालंकिया अंतो बहिं च सण्हा तवणिजवालुयापत्थडा सुहफासा सरिसरीयस्वा पासाईया दरिसणिजा जाव दामा। तेसि णं दाराणं उभओ पासे सोलस सोलस तोरणा पण्णत्ता, णाणामणिमया णाणामणिमएसु खंभेसु उवणिविट्ठसण्णिविट्ठा जाव पउमहत्थगा / तेसि णं तोरणाणं पत्तेयं पुरओ दो दो सालभंजियाओ पण्णत्ताओ, जहा हेट्ठा तहेव / तेसि णं तोरणाणं पुरओ णागदंता पण्णत्ता जहा हेट्टा जाव दामा। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो हयसंघाडा गयसंघाडा णरसंघाडा किण्णरसंघाडा किंपुरिससंघाडा महोरगसंघाडा गंधव्वसंघाडा उसमसंघाना सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा, एवं पंतीओ वीही मिहुणाई / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो पउमलयाओ जाव सामलयाओ णिच्च कुसुमियाओ सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिस्वा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो दिसासोवत्थिया पण्णत्ता सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चंदणकलसा पत्ता, ते णं चंदणकलसा वरकमलपइट्ठाणा तहेव / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो भिंगारा पण्णत्ता, ते णं भिंगारा वरकमलपइट्ठाणा जाव महया मत्तगयमुहागिइसमाणा पण्णत्ता समणाउसो!। तेसि णं तोरणाणं पुरओदो दो आयंसा पण्णत्ता, तेसि णं आयंसाणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-सवणिजमया पगंठगा. अंकमया मंडला अणु घसियणिग्मलाए छायाए समणुबद्धा चंदमंडलपडिणिकासामया महया अद्धकायसमाणा पण्णत्ता समणाउसो!। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो वइरणाभथाला पण्णत्ता अच्छतिच्छडियसालितंदुलणहसंदिट्ठपडिपुण्णा इव चिट्ठति सव्वजंबूणयमया जाव पडिरूवा महया महया रहचक्कवालसमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो पाईओ, ताओ णं पाईओ सच्छोदगपरिहत्थाओ णाणाविहस्स फलहरियगरस बहुपडिपुण्णाओ विव चिट्ठति सव्वरयणामईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ महया महया गोकलिंजरचक्कसमाणीओ पण्णत्ताओ समणाउसो!। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो सुपइट्ठा पण्णत्ता णाणाविहभंडविरइया इव चिट्ठति सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो मणोगुलियाओ पण्णत्ताओ, तासु णं मणोगुलियासु बहवे सुवण्णरुप्पमया फलगा पण्णत्ता, तेसु णं सुवण्णरुप्पमएसु फलगेसु Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि बहवे वयरामया णागदंतया पण्णत्ता, तेसु णं वयरामएसु णागदंतएसु बहवे वयरामया सिक्कगा पण्णत्ता, तेसु णं वयरामएसु सिक्कगेसु किण्हसुत्तसिक्कगवच्छिया णीलसुत्तसिकगवच्छिया लोहियसुत्तसिक्कगवच्छिया हालिद्दसुत्तसिकगवच्छिया सुक्किलसुत्तसिक्कगवच्छिया बहवे वायकरगा पण्णत्ता सव्ववेरुलियमया अच्छा जाव पडिरूवा। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चित्ता रयणकरंडगा पण्णत्ता, से जहा णामए रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स चित्ते रयणकरंडए वेरुलियमणिफलिहपडलपच्चोयडे साए पहाए ते पएसे सव्वओ समंता ओभासइ उज्जोवेइ तवइ पभासइ एवमेव ते वि चित्ता रयणकरंडगा साए पभाए ते पएसे सव्वओ समंता ओभासंति उज्जोवेति तवति पभासंति / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो हयकंठा गयकंठा णरकंठा किण्णरकंठा किंपुरिसकंठा महोरगकंठा गंधव्वकंठा उसभकंठा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो पुष्फचंगेरीओ मल्लचंगेरीओ चुण्णचंगेरीओ गंधचंगेरीओ वत्थचंगेरीओआभरणचंगेरीओ सिद्धत्थचंगेरीओ लोमहत्थचंगेरीओ पण्णत्ताओ सव्वरयणामयाओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ। तासु णं पुष्फचंगेरियासु जाव लोमहत्थचंगेरीसु दो दो पुप्फपडलगाई जाव लोमहत्थपडलगाइं सव्वरयणामयाइं अच्छाई जाव पडिरूवाई / तेसि णं तोरणाणं, पुरओ दो दो सीहासणा पण्णत्ता।तेसिणं सीहासणाणं वण्णओ जाव दामा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो रुप्पमया छत्ता पण्णत्ता, ते णं छत्ता वेरुलियविमलदंडा जंबूणयकण्णिया वइरसंधी मुत्ताजालपरिगया अट्ठसहस्सवरकंचणसलागा दद्दरमलयसुगंधिसव्वोउयसुरभिसीयलच्छाया मंगलभत्तिचित्ता चंदागारोवमा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चामराओ पण्णत्ताओ, ताओ णं चामराओ चंदप्पभवेरुलियवयरणाणामणिरयणखचियचित्तदण्डाओ सुहुमरययदीहवालाओ संखंककुंददगरयअमयमहियफेणपुंजसण्णिगासाओ सव्वरयणामयाओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो तेलसमुग्गा कोट्ठसमुग्गा पत्तसमुग्गा चोयगसमुग्गा तगरसमुग्गा एलासमुग्गा हरियालसमुग्गा हिंगुलयसमुग्गा मणोसिलासमुग्गा अंजणसमुग्गा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // 28 // सूरियाभे णं विमाणे एगमेगे दारे अट्ठसयं चक्कझयाणं अट्ठसयं मिगज्झयाण गरुडज्झयाणं छत्तज्झयाणं पिच्छज्झयाणं सउणिज्झयाणं सीहज्झयाणं उसभज्झयाणं अट्ठसयं सेयाणं चउविसाणाणं णागवरकेअणं एवमेव सपुव्वावरेणं सूरियाभे विमाणे एगमेगे दारे असीयं असीयं केउसहस्सं Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं भवतीति मक्खायं.। तेसि णं दाराणं एगमेगे दारे पण्णष्टुिं पण्णढि भोमा पण्णता, तसि णं भोमाणं भूमिभागा उल्लोया य भाणियव्वा, तेसि णं भोमाणं बहुमज्झदेसभागे पत्तेयं पत्तेयं सीहासणे, सीहासणवण्णओ सपरिवारो, अवसेसेसु भोमेसु पत्तेयं पत्तेयं भद्दासणा पण्णत्ता / तेसि णं दाराणं उत्तमागारा सोलसविहेहिं रयणेहिं उवसोहिया, तंजहा-रयणेहिं जाव रिटेहिं, तेसि णं दाराणं उप्पिं अट्ठ मंगलगा सज्झया जाव छत्ताइछत्ता एवमेव सपुव्वावरेणं सूरियाभे विमाणे चत्तारि दारसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सूरियाभस्स विमाणस्स चउद्दिसिं पंच जोयणसयाई अबाहाए चत्तारि वणसंडा पण्णत्ता, तंजहा-असोगवणे,सत्तिवणे, चंपगवणे,चूयगवणे पुरस्थिमेणं असोगवणे दाहिणेणं सत्तवण्णवणे पञ्चत्थिमेणं चंपगवणे उत्तरेणं चूयगवणे। ते णं वगखंडा साइरेगाई अद्धतेरसजोयणसयसहस्साई आयामेणं पंच जोयणसयाई विक्खंभेणं पत्तेयं पत्तेयं पागारपरिखित्ता किण्हा किण्होभासा णीला णीलोभासा हरिया हरिओ० सीया सीओ० णिद्धा णिद्धो० तिव्वा तिव्वो० किण्हा किण्हच्छाया णीला णी०.हरिया ह० सीया सी० णिद्धा णि० घणकडितडियच्छाया रम्मा महामेहणिउरंबभूया ते णं पायवा मूलमंतो वणखंडवण्णओ // 29 // तेसि णं वणसंडाणं अंतो बहुसमरमणिजा भूमिभागा पण्णत्ता से जहाणामए आलिंगपुक्खरे इ वा जाव णाणाविहपंचवण्णेहिं मणीहि य तणेहि य उवसोहिया, तेसि णं गंधो फासो णेयव्यो जहकम / तेसि णं भंते ! तणाण य मणीण य पुव्वावरदाहिणुत्तरागएहिं वाएहिं मंदायं मंदायं एइयाणं वेइयाणं कंपियाणं चालियाणं फंदियाणं घट्टियाणं खोभियाणं उदीरियाणं केरिसए सद्दे भवइ ? गोयमा ! से जहाणामए सीयाए वा संदमाणीए वा रहस्स वा सच्छत्तस्स सज्झयस्स सघंटस्स सपडागस्स सतोरणवरस्स सणंदिघोसस्स सखिंखिणिहेमजालपरिखित्तस्स हेमवयचित्ततिणिसकगगणिज्जुत्तदारुयायस्स सुसंपिणद्धचक्कमंडलधुरागस्स कालायससुकयणेमिजंतकम्मस्स आइण्णवरतुरगसुसंपउत्तस्स कुसलणरच्छेयसारहिसुसंपरिग्गहियस्स सरसयबत्तीसतोणपरिमंडियस्स सकंकडावयंसगस्स सचावसरपहरणआवरणभरियजोहजुज्झसज्जस्स रायंगणंसि या रायंतेउरंसि वा रम्मंसि वा मणिकुटिमतलंसि अभिक्खणं अभिक्खणं अभिघटिजमाणस्स वा णियटिजमाणस्स वा ओराला मणोण्णा मणोहरा कण्णमणणिबुइकरा सद्दा सव्वओ समंता अभिणिस्सवंति, भवेयारूवे सिया?णो इणढे समझे। से जहा णामए वेयालियवीणाए उत्तरमंदामुच्छियाए अंके सुपइट्टियाए कुसलणर Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि णारिसुसंपरिग्गहियाए चंदणसारणिम्मियकोणपरिघट्टियाए पुव्वरत्तावरत्तकालसमयमि मंदायं मंदायं वेइयाए पवेइयाए चालियाए घट्टियाए खोभियाए उदीरियाए, ओराला मणुण्णा मणहरा कण्णमणणिन्बुइकरा सद्दा सव्वओ समंता अभिणिस्सवंति, भवेयारूवे सिया ? णो इणटे समझे। से जहा णामए किण्णराण वा किंपुरिसाण वा महोरगाण वा गंधव्वाण वा भद्दसालवणगयाणं वा णंदणवणगयाणं वा सोमणसवणगयाणं वा पंडगवणगयाणं वा हिमवंतमलयमंदरगिरिगुहासमण्णागयाण वा एगओ सण्णिहियाण समागयाणं सण्णिसण्णाणं समुवविट्ठाणं पमुइयपक्कीलियाणं गीयरइगंधव्वहसियमणाणं गजं पजं कत्थं गेयं पयबद्धं पायबद्धं उक्खित्तं पायंतं मंदायं रोइयावसाणं सत्तसरसमण्णागयं छद्दोसविप्पमुकं एक्कारसालंकारं अट्ठगुणोववेयं, गुंजाऽवंककुहरोवगूढं रत्तं तिट्ठाणकरणसुद्धं सकुहरगुंजंतवंसतंतीतलताललयगहसुसंपउत्तं महुरं समं सललियं मणोहरं मउयरिभियपयसंचार सुरइं सुणति वरचारूरूवं दिव्वं णटै सजं गेयं पगीयाणं, भवेयारूवे ? हंता सिया // 30 // तेसि णं वणसंडाणं तत्थ तत्थ देसे देसे तहिं तहिं बहुईओ खुड्डाखुड्डियाओ वावियाओ पुस्खरिणीओ दीहियाओ गुंजालियाओ सरपंतियाओ सरसरपंतियाओ बिलपंतियाओ अच्छाओ सण्हाओ रययामयकूलाओ समतीराओवयरामयपासाणाओ तवणिजतलाओ सुवण्णसुज्झरययवालुयाओ वेरुलियमणिफालियपडलपच्चोयडाओ सुहोयारसुउत्ताराओ णाणामणितित्थसुबद्धाओ चउक्कोणाओ आणुपुव्वसुजायवप्पगंभीरसीयलजलाओ संछण्णपत्तभिसमुणालाओ बहुउप्पलकुमुयणलिणसुभगसोगंधियपोंडरीयसयवत्तसहस्सपत्तकेसरफुल्लोवचियाओ छप्पयपरिभुजमाणकमलाओ अच्छविमलसलिलपुण्णाओ पडिहत्थभमंतमच्छकच्छभअणेगसउणमिहुणगपविचरियाओ पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिक्खित्ताओ पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिखित्ताओ अप्पेगइयाओ आसवोयगाओ अप्पेगइयाओ वारुणोयगाओ अप्पेगइयाओ खीरोयगाओ अप्पेगइयाओ घओयगाओ अप्पेगइयाओ खोदोयगाओ अप्पेगइयाओ पगईए उयगरसेणं पण्णत्ताओ पासाईयाओ दरिसणिजाओ अभिरुवाओ पडिरूवाओ / तासि णं वावीणं जाव बिलपंतीणं पत्तेयं पत्तेयं चउद्दिसिं चत्तारि तिसोवाणपडिरूवगा पण्णता, तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं अयमेयारुवे वण्णावासे पण्णत्ते तंजहा-वइरामया णेमा...तोरणाणं झया छत्ताइछत्ता य णेयव्वा। तासि णं खुड्डाखुड्डियाणं वावीणं जाव बिलपंतियाणं तत्थ तत्थ देसे देसे तहिं तहिं बहवे उप्पायपव्वयगा णियइपव्वयगा Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं जगईपव्वयगा दारुइजपव्वयगा दगमंडवा दगमंचगा दगमालगा दगपासायगा उसड्डा खुड्डखुड्डगा अंदोलगा पक्खंदोलगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसु णं उपायपव्वएसु जाव पक्खंदोलएसु बहूई हंसासणाई कोंचासणाइं गरुलासणाई उण्णयासणाई पणयासणाई दीहासणाई भद्दासणाई पवखासणाई मगरासणाई उसभासणाई सीहासणाई पउमासणाई दिसासोवत्थियाइं सव्वरयणामयाइं अच्छाई जाव पडिरूवाई। तेसु णं वणसंडेसु तत्थ तत्थ देसे देसे तहिं तहिं बहवे आलियघरगा मालियघरगा कालघरगा लयाघरगा अच्छणघरगा पिच्छणघरगा मजणघरगा पसाहणघरगा गम्भघरगा मोहणघरगा सालघरगा जालघरगा कुसुमघरगा चित्तघरगा गंधव्वघरगा आयंसघरगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसु णं आलियघरगेसु जाव आयंसघरगेसु तहिं तहिं घरएसु बहूई हंसासणाइं जाव दिसासोवत्थिआसणाई सव्वरयणामयाइं जाव पडिरूवाई / तेसु णं वणसंडेसु तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे जाइमंडवगा जूहियामंडवगा मल्लियामंडवगा णवमालियामंडवगा वासंतिमंडवगा दहिवासुयमंडवगा सूरिल्लियमंडवगा तंबोलिमंडवगा मुद्दियामंडवगा णागलयामंडवगा अइमुत्तयलयामंडवगा अप्फोयामंडवगा मालुयामंडवी अच्छा सव्वर. यणामया जाव पडिरूवा / तेसु णं जाइमण्डवएसु जाव मालुयामंडवएसु बहवे पुढविसिलापट्टगा हंसासणसंठिया जाव दिसासोवस्थियासणसंठिया अण्णे य बहवे वरसयणासणविसिट्ठसंठाणसंठिया पुढविसिलापट्टगा पण्णत्ता समणाउसो ! आईणगरूयबूरणवणीयतूलफासा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिस्वा। तत्थ णं बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य आसयंति सयंति चिटुंति णिसीयंति तुयटॅति रमंति ललंति कीलंति किटंति मोहति पुरा पोराणाणं सुचिण्णाण सुपरिकंताण सुभाण कडाण कम्माण कल्लाणाण कल्लाणं फलविवागं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति // 31 // तेसि णं वणसंडाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं पासायवडेंसगा पण्णत्ता, ते णं पासायवडेंसगा पंच जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं अड्ढाइजाइं जोयणसयाई विक्खंभेणं अब्भुग्गयमूसियपहसिया इव तहेव बहुसमरमणिजभूमिभागो उल्लोओ सीहासणं सपरिवारं तत्थ णं चत्तारि देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया परिवसंति, तंजहा-असोए सत्तपण्णे चंपए चूए / सूरियाभस्स णं देवविमाणस्स अंतो बहसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते, तंजहा–वणसंडविहूणे जाव बहवे वेमाणिया देवा देवीओ य आसयंति जाव विहरंति, तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसे Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 72 . अनंगपविटुसुत्ताणि एत्थ णं महेगे उक्गारियालयणे पण्णत्ते, एग जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं तिणि जोयणसयसहस्साई सोलस सहस्साइं दोण्णि य सत्तावीसं जोयणसए तिणि य कोसे अट्ठावीसं च धणुसयं तेरस य अंगुलाई अद्धंगुलं च किंचिविसेसूणं परिक्खेवेणं, जोयणं बाहल्लेणं, सव्वजंबूणयामए अच्छे जाव पडिरूवे // 32 // से णं एगाए, पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेण सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, सा णं पउमवरवेइया अद्धजोयणं उड्ढे उच्चत्तेणं पंच धणुसयाई विक्खंभेणं उवयारियलेणसमा परिक्खेवेणं, तीसे णं पउमवरवेइयाए इमेयासवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहावयरामया णिम्मा रिट्ठामया पइट्ठाणा वेरूलियामया खंभा सुवण्णरूप्पमया फलया लोहियक्खमईओ सूइओ णाणामणिमया कलेवरा णाणामणिमया कलेवरसंघाडगा णाणामणिमया रूवा णाणामणिमया रूवसंघाडगा अंकामया पक्खबाहाओ जोइरसामया वंसा वंसकवेल्लुआ रइयामईओ पट्टियाओ जायस्वमई ओहाडणी वइरामया उवरिपुञ्छणी सव्वरयणामए अच्छायणे, साणं पउमवरवेइया एगमेगेणं हेमजालेणं ए० गवक्खजालेणं ए० खिखिणीजालेणं ए० घंटाजालेणं ए० मुत्ताजालेणं ए० मणिजालेणं ए० कणगजालेणं ए. रयणजालेणं ए० पउमजालेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, ते णं जाला तवशिजलंबूसगा जीव चिट्ठति / तीसे णं पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे हयसंघाडा जाव उसभसंघाडा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा पासाईया जावं वीहीओ पंतीओ मिहुणाणि लयाओ से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-पउमवरवेइया 2 ? गोयमा ! पउमवरवेइयाए णं तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं वेइयासु वेइयाबाहासु य वेइयफलएसु य वेइयपुडतरेसु य खंभेसु खंभवाहासु खंभसीसेसु खंभपुडंतरेसु सूईसु सूईमुहेसु सूईफलएसु सूईपुडंतरेसु पक्खेसु पक्खबाहासु पक्खपेरंतेसु पक्खपुडंतरेसु बहुयाई उप्पलाइं पउमाई कुमुयाई णलिणाई सुभगाइं सोगंधियाइं पुंडरीयाई महापुंडरीयाई सयवत्ताइं सहस्सवत्ताई सव्वरयणामयाइं अच्छाइं० पडिरूवाइं महया वासिकछत्तसमाणाइं पण्णत्ताई समणाउसो ! से एएणं अटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-पउमवरवेइया पउमवरवेइया। पउमवरवेइया णं भंते ! किं सासया असासया ? गोयमा ! सिय सासया सिय असासया / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-सिय सासया सिय असासया ? गोयमा ! दव्वट्टयाए सासया, वण्णपजवेहिं गंधपजवेहि रसपजवेहिं फासपजवेहि असासया, से एएगट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-सिय सासया सिय असासया। पउमवरवेइया Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 73 रायपसेणइयं णं भंते ! कालओ.केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! ण कयावि णासि ण कयावि णत्थि ण कयावि ण भविस्सइ, भुविं च हवइ य भविस्सइ य, धुवा णियया सासया अक्खया अव्ययी अवट्ठिया णिच्चा पउमवरवेइया। सा णं पउमवरवेइया एगेणं वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता / से ण वणसंडे देसूणाई दो जोयणाई चक्कवालविक्खंभेणं उवयारियालेणसमे परिक्खेवेणं वणसंडवण्णओ भाणियव्वो जाव विहरति / तस्स णं उवयारियालेणस्स चउद्दिसिं चत्तारि तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता वण्णओ तोरणा झया छत्ताइच्छत्ता / तस्स णं उवयारियालयणस्स उवरिं बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणीणं फासो // 33 // तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महेगे मूलपासायव.सए पण्णत्ते,से णं मूलपासायवडिंसए पंच जोयणसयाई उड्ढे उच्चत्तेणं अड्ढाइजाइं जोयणसयाइं विवखंभेणं अब्भुग्गयमूसिय वण्णओ भूमिभागो उल्लोओ सीहासणं सपरिवार भाणियव्वं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता / से णं मूलपासायवडेंसगे अण्णेहिं चउहिं पासायवडेसएहिं तयधुच्चत्तप्पमाणमेत्तेहिं सव्वओ समंता संपरिविखत्ता, ते णं पासायव.सगा अड्ढाइजाइं जोयणसयाइं उड्ढें उच्चत्तेणं पणवीसं जोयणसयं विक्खंभेणं जाव वण्णओ ते णं पासायवडिंसया अण्णेहिं चउहिँ पासायवडिसएहिं तयधुच्चत्तप्पमाणमेत्तेहि सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, ते णं पासायवडेंसया पणवीसं जोयणसयं उड्ढे उच्चत्तेणं बासहिँ जोयणाइं अद्धजोयणं च विखंभेणं अब्भुग्गयमूसिय वण्णओ भूमिभागो उल्लोओ सीहासणं सपरिवार भाणियव्वं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता ते णं पासायवडेंसगा अण्णेहिं चउहि मासायव.सएहिं तयधुञ्चत्तप्पमाणमेत्तेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, ते णं पासायव.सगा बासट्टि जोयणाई अद्धजोयणं च उड्ढं उच्चत्तेणं एकतीसं जोयणाई कोसं च विक्खंभेणं वण्णओ उल्लोओ सीहासणं सपरिवार पासाय० उवरिं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता // 34 // तस्स णं मूलपासायवडेंसयस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं सभा सुहम्मा पण्णत्ता, एगं जोयणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाइं विक्खंभेणं बावत्तरि जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अणेगखंभसयसंणिविट्ठा अब्भुग्गयसुकयवयरवेइयातोरणवररइयसालभंजिया जाव अच्छरगणसंघसंविकिण्णा दिव्वतुडियसद्दसंपणादिया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा सभाए णं सुहम्माए तिदिसिं तओ दारा पण्णत्ता, तंजहापुरस्थिमेणं दाहिणेणं उत्तरेणं ते णं दारा सोलस जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अट्ठ Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 74 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जोयणाई विक्खभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणगथूभियागा जाव वणमालाओ, [तेसि णं दाराणं उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता] तेसि णं दाराणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं मुहमण्डवे पप्णत्ते, ते णं मुहमण्डवा एगं जोयणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाई विक्खंभेणं साइरेगाइं सोलस जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं वण्णओ सभाए सरिसो, (तेसि णं मुहमण्डवाणं तिदिसिं तओ दारा पण्णत्ता, तंजहा-पुरस्थिमेणं दाहिणेणं उत्तरेणं, ते णं दारा सोलस जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं अट्ठ जोयणाई विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणगथूभियागा जाव वणमालाओ। तेसि णं मुहमंडवाणं भूमिभागा उल्लोया, तेसि णं मुहमंडवाणं उवरिं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता) तेसि णं मुहमंडवाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं पेच्छाघरमंडवे पण्णत्ते, मुहमंडववत्तव्वया जाव दारा भूमिभागा उल्लोया / तेसि णं बहुसमरमणिजाणं भूमिभागाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं 2 वइरामए अक्खाडए पण्णत्ते,तेसि णं वयरामयाणं अक्खाडगाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं मणिपेढिया पण्णत्ता, ताओ णं मणिपेढियाओ अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहलेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ, तासि णं मणिपेढियाणं उवरि पत्तेयं पत्तेयं सीहासणे पण्णत्ते, सीहासणवण्णओ सपरिवारो, तेसि णं पेच्छाघरमंडवाणं उवरिं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता,तेसि णं पेच्छाघरमंडवाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ सोलस जोयणाई आयामविक्खंभेणं अट्ठ जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिस्वाओ, तासि णं उवरि पत्तेयं 2 थूमे पण्णत्ते, ते णं थूभा सोलस जोयणाई आयामविक्खभेणं, साइरेगाई सोलस जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं सेया संखंककुंददगरयअमय. महियफेणपुंजसंणिगासा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा, तेसि णं थूभाणं उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता जाव सहस्सपत्तहत्थया, तेसि णं थूभाणं पत्तेयं पत्तेयं चउद्दिसिं मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्ताणि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ, तासिणं मणिपेढियाणं उवरिं चत्तारि जिणपडिमाओ जिणुस्सेहपमाणमेत्ताओ संपलियंकणिसण्णाओ थूभाभिमुहीओ सण्णिविखत्ताओ चिति तंजहा-उसभा वद्धमाणा चंदाणणा वारिसेणा / तेसि णं थूभाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ सोलस जोयणाई आयामविखं Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 75 रायपसेणइयं भेणं अट्ठ जोवणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ जाव पडिरूवाओ तासि णं मणिपढियाणं उवरि पत्तेयं पत्तेयं चेइयरुवखे पण्णत्ते, ते णं चेइयरुवखा अट्ठ जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धजोयणे उव्वेहेणं दो जोयणाई खंधा अद्धजोयणं विक्खंभेणं छ जोयणाई विडिमा बहुमज्झदेसभाए अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं साइरेगाई अट्ठ जोयणाई सम्वन्गेणं पण्णत्ता, तेसि णं चेइयरुक्खाणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते तंजहा-वयरामयमूलरययसुपइट्टियविडिमा रिट्ठामयविउलकंदवेरलियरुइलखंधा सुसायवरजायरूवपटमगविसालसाला जाणामणिमयरयणविविह साहप्पसाहवेरुलियपत्ततवणिजपत्तबिंटा जंबूणयरत्तमउयसुकुमालपवालपल्लववरंकुरधरा विचित्तमणिरयणसुरभि कुसुमफलभरभरियणमियसाला सच्छाया सप्पभा सस्सिरीया सउजोया अहियं णयणमगणिबुइकरा अमयरससमरसफला पासाईया'""४ / तेसि णं चेइयरुक्खाणं उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता / तेसि णं चेइयरुक्खाणं पुरओ पत्तय 2 मणिपेटियाओ पण्णत्ताओ। ताओ णं मणिपेढियाओ अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्ताणि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ। तासि णं मणिपेढियाणं उरि पत्तेयं 2 महिंदज्झया पण्णत्ता ते णं महिंदज्झया सढ़ि जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धकोसं उव्वेहेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं वइरामय...सिहरा पासादीया 4 / तेसि णं महिंदज्झयाणं उवरिं अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता तेसि णं महिंदज्झयाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं गंदा पुवखरिणीओ पण्णत्ताओ, ताओ णं पुक्खरिणीओ एगं जायणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाई विवखंभेणं दस जोयणाई उव्वेहेणं अच्छाओ जाव वण्णओ-एगइयाओ उदगरसेणं पप्णत्ताओ, पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिखित्ताओ पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिविखत्ताओ तासि णं गंदाणं पुक्खरिणीणं तिदिसिं तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता, तिसोवाणपडिरूवगाणं वण्णओ, तोरणा झया छत्ताइच्छत्ता / सभाए णं सुहम्माए अडयालीसं मणोगुलियासाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तंजहा-पुरथिमेणं सोलससाहस्सीओ पञ्चत्थिमेणं सोलससाहसीओ दाहिणेणं अट्ठसाहस्सीओ उत्तरेणं अट्ठसाहरसीओ, तासु णं मणोगुलियासु बहवे सुवण्णरुप्पमया. फलगा पण्णत्ता, तेसु णं सुवण्णरुप्पमएसु फलगेसु बहवे वइरामया णागदंता पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसु णागदंतएसु किण्हसुत्ववन्धारियमल्लदामकलावा चिटुंति, सभाए णं सुहम्माए अडयालीसं गोमाणसियासाहस्सीओ पण्णत्ताओ, जह मणोगुलिया जाव णागदंतगा, तेसु णं णागदंतएसु बहवे रययामया Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 76 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सिक्कगा पण्णत्ता तेसु णं रययामएसु सिक्कगेसु बहवे वेरुलियामईओ धूवघडियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं धूवघडियाओ कालागुरुपवर जाव चिट्ठति / सभाए णं सुहम्माए अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणीहिं उवसोभिए मणिफासो य उल्लोयो य, तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महेगा मणिपेढिया पण्णत्ता सोलस जोयणाई आयामविक्खंभेणं अट्ट जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा, तीसे णं मणिपेढियाए उवरि एत्थ णं माणवए चेइयखभे पण्णत्ते, सहिँ जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं जोयणं उव्वेहेणं जोयणं विक्खंभेणं अडयालीसं अंसिए अडयालीसइ कोडीए अडयालीसइविग्गहिए सेसं जहा महिंदज्झयस्स माणवगस्स णं चेइयखंभस्स उवरिं बारस जोयणाई ओगाहेत्ता हेट्ठा वि बारस जोयणाई वजेत्ता मज्झे छत्तीसाए जोयणेसु एत्थ णं बहवे सुवण्णरुप्पमया फलगा पण्णत्ता, तेसु ण सुवण्णरुप्पमएसु फलएसु बहवे वइरामया णागदंता पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसु णागदंतेसु बहवे रययामया सिकगा पण्णत्ता, तेसु णं रययामएसु सिक्कएसु बहवे वइरामया गोलवट्टसमुग्गया पण्णत्ता तेसु णं दयरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु बहवे जिणसकहाओ संणिक्खित्ताओ चिट्ठति / ताओ णं सूरियाभस्स देवस्स अण्णेसिं च बहूणं देवाण य देवीण य अच्चणिज्जाओ जाव पज्जुवास. णिजाओ। माणवगस्स चेइयखंभस्स उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता / तस्स माणवगस्स चेइयखंभस्स पुरथिमेणं एत्थ णं महेगा मणिपेढिया पण्णत्ता, अट्ट जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा, तीसे णं मणिपेढियाए उवरि एत्थ णं महेगे सीहासणे पण्णत्ते सीहासणवण्णओ सपरिवारो / तस्स ण माणवगस्स चेइयखंभस्स पचत्थिमेणं एत्थ णं महेगा मणिपेढिया पण्णत्ता अट्ट जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमया अच्छा जाव पडिरूवा, तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं एत्थ णं महेगे देवसयणिजे पण्णत्ते, तस्स णं देवसयणिजस्स इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहाणाणामणिमया पडिपाया सोवण्णिया पाया णाणामणिमयाइं पायसीसगाई जंबूणयामयाइं गत्तगाइं वइरामया संधी णाणामणिमए विच्चे रययामई तूली लोहियवखमया बिब्बोयणा तवणिजमया गंडोवहाणया से णं सयणिजे सालिंगणवटिएं उभओ बिब्बोयणं दुहओ उण्णए मज्झे णयगंभीरे गंगापुलिणवालुयाउद्दालसालिसए सुविरइयरयत्ताणे उवचियखोमदुगुल्लपट्टपडिच्छायणे आईणगरूयबूरणवणीयतूलफासमउए Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 77 रत्तंसुयसंबुए सुरम्मे पासादीए 4 / / 35 / / तस्स णं देवसयणिजस्स उत्तरपुरस्थिमेण महेगा मणिपेढिया पण्णत्ता, अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमई जाव पडिरूवा, तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं एत्थ णं महेगे खुड्डए महिंदज्झए पण्णत्ते सहिँ जोयणाई उड्ढें उच्चत्तेणं जोयणं विक्खंभेणं वइरामया वट्टलट्ठसंठियसुसिलिट्ठ जाव पडिरूवा, उवरि अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता, तस्स णं खुड्डागमहिंदज्झयस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स चोप्पाले णाम पहरणकोसे पण्णत्ते सव्ववइरामए अच्छे जाव पडिरूवे तत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स फलिहरयणखग्गगयाधणुप्पमुहा बहवे पहरणरयणा सणिखित्ता चिटुंति, उजला णिसिया सुतिक्खधारा पासाईया...। सभाए णं सुहम्माए उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता // 36 // सभाए णं सुहम्माए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं महेगे सिद्धायतणे पण्णत्ते एगं जोयणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाई विक्खंभेणं बावत्तरि जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं सभागमएणं जाव गोमाणसियाओ भूमिभागा उल्लोया तहेव / तस्स ण सिद्धायतणस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महेगा मणिपेढिया पण्णत्ता, सोलस जोयणाई आयामविक्खंभेणं अट्ठ जोयणाई बाहल्लेणं तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं एत्थ णं महेगे देवच्छंदए पण्णत्ते सोलस जोयणाई आयामविक्खंभेणं साइरेगाइं सोलस जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं सव्वरयणामए जाव पडिरूवे एत्थ णं अट्ठसयं जिणपडिमाणं जिणुस्सेहप्पमाणमित्ताणं संणिखित्तं संचिट्ठइ तासि णं जिंणपडिमाणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते तंजहा–तवणिजमया हत्थतल-पायतला अंकामयाइं णवखाई अंतोलोहियक्त्रपडिसेगाई कणगामईओ जंघाओ कणगामया जाणू कणगामया उरु कणगामईओ गायलट्ठीओ तवणिजमयाओ णाभीओ रिट्ठामइओ रोमराईओ तवणिजमया चुचुया तवणिजमया सिरिवच्छा सिलप्पवालमया ओढा फालियामया दंता, तवणिजमईओ जीहाओ तवणिजमया तालुया कणगामईओ णासिगाओ अंतोलोहियक्खपडिसेगाओ अंकामयाणि अच्छीणि अंतोलोहियक्खपडिसेगाणि रिट्ठामईओ ताराओ रिट्ठामयाणि अच्छिएराणि रिटामईओ एमुद्दरओ कणरामया कवोला कणगामया सवणा कणगामईओ णिडालपट्टियाओ वइरामईओ सीसघडीओ तवणिजमईओ केसंतकेसभूमीओ रिट्ठामया उवरि मुद्धया। तासि णं जिणपडिमाणं पिट्ठओ पत्तेयं पत्तेयं छत्तधारगपडिमाओ पणत्ताओ, ताओणं छत्त धारगपडिमाओ हिमरययकुंदेदुप्पगासाई Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. 78 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सकोरंटमल्लदामधवलाई आयवत्ताई सलीलं धारेमाणीओ धारेमाणीओ चिट्ठति, तासि णं जिणपडिमाणं उभओ पासे पत्तेयं पत्तेयं चामरधारपडिमाओ पण्णत्ताओ, ताओणं चामरधारपडिमाओ चंदप्पहवयरवेरुलियणाणामणिरयणखचियचित्तदंडाओ सुहुमरययदीहवालाओ संरवंककुंददगरयअमयमहियफेणपुंजसण्णिगासाओ धवलाओ चामराओ (गहाओ) सलिलं धारेमाणीओ धारेमाणीओ चिटुंति, तासि // जिणपडिमाणं पुरओ दो दो णागपडिमाओ जक्खपडिमाओ भूयपडिमाओ कुंडधारपडिमाओ सव्वरयणामईओ अच्छाओ जाव चिट्ठति तासि णं जिणपडिमाणं पुरओ अट्ठसयं घंटाणं अट्ठसयं चंदणकलसाणं अट्ठसयं भिंगाराणं एवं आयंसाणं थालाणं पाईणं सुपइट्ठाणं मणोगुलियाणं वायकरगाणं चित्तगराणं रयणकरंडगाणं हयकंठाणं जाव उसमकंठाणं पुप्फचंगेरीणं जाव लोमहत्थचंगेरीणं पुःफपडलगाणं तेल्लसमुग्गाणं जाव अंजणसमुग्गाणं अट्ठसयं झयाणं, अट्ठसयं धूवकडुच्छुयाणं संणिखित्तं चिट्ठइ, सिद्धायतणस्स णं उवरिं अट्ठट्ट मंगलगा झया छत्ताइच्छत्ता / तस्स णं सिद्धायतणस्स उत्तरपुरस्थिमे णं एत्थ णं महेगा उववायसभा पण्णत्ता, जहा सभाए सुहम्माए तहेव जाव मणिपेढिया अट्ट जोयणाई देवसयणिजं तहेव सयणिजवण्णओ अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइच्छ्त्ता / तीसे णं उववायसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ गं महेगे हरए पण्णत्ते. एगं जोयणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाई विक्वंभेणं दस जोयणाइं उबेहेणं तहेव से णं हरए एगाए पउमवरवेइयाए एगेण वणसंडेण सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते / तस्स णं हरयस्स तिदिसं तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता / तस्स णं हरयस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं महेगा अभिसेगसमा पण्णत्ता, सुहम्मागमएणं जाव गोमाणसियाओ मणिपेढिया सीहासणं सपरिवारं जाव दामा चिट्ठति, तत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स सुबहु अभिसेयभंडे संणिखित्ते चिट्ठइ, अट्ठ मंगलगा तहेव / तीसे णं अभिसेगसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं अलंकारियसभा पण्णत्ता जहा सभा सुहम्मा, मणिपेढिया अट्ट जोयणाई सीहासणं सपरिवार, तत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स सुबहु अलंकारियभंडे संणिखित्ते चिट्ठइ, सेसं तहेव, तीसे णं अलंकारियसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं महेगा ववसायसभा पण्णत्ता, जहा उववायसभा जाव सीहासणं सपरिवारं मणिपेढिया अट्ठ मंगलगा०, तत्थ णं सूरियाभस्स देवस्स एत्थ महेगे पोत्थयरयणे सण्णिक्खित्ते चिट्ठइ, तस्स णं पोत्थयरयणस्स इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-रिट्ठामईओ कंबियाओ तवणिजमए Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 76 रायपसेणइयं दोरे णाणामणिमए गंठी रयणामयाई पत्तगाई वेरुलियमए लिप्पासणे रिट्ठामए छंदणे तवणिजमई संकला रिट्ठामई मसी वइरामई लेहणी रिट्ठामयाई अक्खराई धम्मिए लेखे / ववसायसभाए णं उवरिं अट्ठट्ठ मंगलगा, तीसे णं ववसायसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं णंदा पुक्खरिणी पण्णत्ता हरयसरिसा तीसे णं गंदाए पुक्खरिणीए उत्तरपुरस्थिमेणं महेगे बलिपीढे पण्णत्ते सध्वरयणामए अच्छे जाव पडिरूवे // 37 // तेणं कालेणं तेणं समएणं सूरियामे देवे अहणोववण्णमित्तए चेव समाणे पंचविहाए पजत्तीए पजत्तीभावं गच्छइ, तंजहा-आहारपजत्तीए सरीरपजत्तीए इंदियपजत्तीए आणपाणपजत्तीए भासामणपजत्तीए, तएणं तस्स सूरियाभस्स देवस्स पंचविहाए पज्जत्तीए पजत्तीभावं गयस्स समाणस्स इमेयारूवे अज्झथिए चिंतिए पत्थिए मणोगए संकप्पे समुपजित्था किं मे पुट्विं करणिजं ? किं मे पच्छा करणिजं ? किं मे पुदि सेयं ? किं मे पच्छा सेयं ? किं मे पुट्विं पि पच्छा वि हियाए सुहाए खमाए णिस्सेयसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ ? तए णं तस्स सूरियाभरस देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगा ‘देवा सूरियाभरस देवस्स इमेयारूवमज्झत्थियं जाव समुप्पण्णं समभिजाणित्ता जेणेव सूरियामे देवे तेणेव उवागच्छंति, सूरियाभं देवं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु जएणं विजएणं वद्धाविंति वद्धावित्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पियाणं सूरियाभे विमाणे सिद्धायतणंसि जिणपडिमाणं जिणुस्सेहप्पमाणमित्ताणं अट्ठसयं संणिखित्तं चिट्ठइ, सभाए णं सुहम्माए माणवए चेइए खंभे वइरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु बहूओ जिणसकहाओ संणिखित्ताओ चिटुंति, ताओ णं देवाणुप्पियाणं अण्णेसिं च बहूणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य अचणिज्जाओ जाव पज्जुवासणिजाओ, तं एयं णं देवाणुप्पियाणं पुध्विं करणिजं तं एवं णं देवाणुप्पियाणं पच्छा करणिजं, तं एयं णं देवाणुप्पियाणं पुट्विं सेयं, तं एयं णं देवाणुप्पियाणं पच्छा सेयं, तं एयं णं देवाणुप्पियाणं पुट्विं पि पच्छा वि हियाए सुहाए खमाए णिस्सेयसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ / तए णं से सूरियाभे देवे तेसिं सामाणियपरिसोववण्णगाणं देवाणं अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म हतुट्ठ जाव हयहियए सयणिजाओ अब्भुटेइ अब्भुद्वित्ता उववायसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं णिग्गच्छइ, जेणेव हरए तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता हरयं अणुपयाहिणीकरेमाणे 2 पुरथिमिल्लेणं तोरणेणं अणुपविसइ 2 त्ता पुरथिमिल्लेणं तिसोवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहइ 2 त्ता जलावगाहं जलमजणं करेइ 2 त्ता जलकिड्ड Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 80 अनंगपविट्ठसुत्ताणि करेइ 2 त्ता जलाभिसेयं करेइ 2 त्ता आयंते चोक्खे परमसुईभूए हरयाओ पच्चोत्तरइ 2 त्ता जेणेव अभिसेयसभा तेणेव उवागच्छ। तेणेव उवागच्छित्ता अभिसेयसभं अणुपयाहिणीकरेमाणे अणुपयाहिणीकरेमाणे पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ अणुपविसित्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता सीहासणवरगए पुरस्थाभिमुहे सण्णिसण्णे / तए णं सूरियाभस्स देवस्स सामाणियपरिसोववष्णगा देवा आभिओगिए देवे सद्दावेति सद्दावित्ता एवं क्यासी-खिप्पामेव भो ! देवाणुप्पिया ! सूरियाभस्स देवस्स महत्थं महग्धं महरिहं विउलं इंदाभिसेयं उवट्ठवेह / तए णं ते आमिओगिया देवा सामाणियपरिसोववण्णेहि. देवेहिं एवं वुत्ता समाणा हट्ठा जाव हियया करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु ‘एवं देवो ! तह' त्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणंति पडिसुणित्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवक्कमंति उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवक्कमित्ता वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहणंति समोहणित्ता संखेजाई जोयणाइं जाव दोच्चं पि वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणित्ता अट्ठसहस्सं सोवणियाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं रुप्पमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं मणिमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं सुवण्णरुप्पमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं सुवण्णमणिमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं रुप्पमणिमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं सुवण्णरुप्पमणिमयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं भोमिजाणं कलसाणं एवं भिंगाराणं आयंसाणं थालाणं पाईणं सुपइट्टाणं वायकरगाणं रयणकरंडगाणं पुप्फचंगेरीणं जाव लोमहत्थचंगेरीणं पुप्फपडलगाणं जाव लोमहत्थपडलगाणं सीहासणाणं छत्ताणं चामराणं तेल्लसमुग्गाणं जाव अंजणसमुग्गाणं झयाणं अट्ठसहस्सं धूवकडुच्छुयाणं विउव्वंति विउवित्ता ते साभाविए य वेउविए य कलसे य जाव कडुच्छुए य गिण्हंति गिण्हित्ता सूरियामाओ विमाणाओ पडिणिक्खमंति पडिणिक्खमित्ता ताए उक्किट्ठाए चवलाए जाव तिरियमसंखेजाणं जाव वीइवयमाणा वीइवयमाणा जेणेव खीरोदयसमुद्दे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता खीरोयगं गिण्हंति० जाई तत्थुप्पलाइं जाव सयसहस्सपत्ताई ताइं गिण्हंति गिण्हित्ता जेणेव पुवखरोदए समुद्दे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता पुक्खरोदयं गेहंति गिण्हित्ता जाई तत्थुप्पलाई जाव सयसहस्सपत्ताई ताई गिण्हंति गिण्हित्ता जेणेव समयखेत्ते जेमेव भरहेरवयाई वासाइं जेणेव मागहवरदामपभासाइं तित्थाई तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता तित्थोदगं गेण्हंति गेण्हेत्ता तित्थमट्टियं गेहंति गेण्हित्ता जेणेव गंगासिंधुरत्तारत्तवईओ महाणईओ तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता सलिलोदगं गेहंति Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 81 सलिलोदगं गेण्हित्ता उभओकूलमट्टियं गेण्हंति मट्टियं गेण्हित्ता जेणेव चुल्लहिमवंतसिहरीवासहरपव्वया तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता दगं गेहंति० सव्वतूबरे सव्वपुप्फे सव्वगंधे सव्वमल्ले सव्वोसहिसिद्धत्थए गिण्हंति गिण्हित्ता जेणेव पउमपुंडरीयदहे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता दहोदगं गेण्हति गेण्हित्ता जाई तन्थ उप्पलाई जाव सयसहस्सपत्ताई ताइं गेण्हंति गेण्हित्ता जेणेव हेमवयएरवयाई वासाइं जेणेव रोहियरोहियंसासुवण्णकलरुप्पकूलाओ महाणईओ तेणेव उवागच्छंति, सलिलोदगं गेहंति गेण्हित्ता उभओकूलमटियं गिण्हंति गिण्हित्ता सद्दावइवियडावइपरियागा वट्टवेयड्ढपव्वया तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सव्वतूयरे तहेव जेणेव महाहिमवंतरुप्पिवासहरपव्वया तेणेव उवागच्छंति तहेव जेणेव महापउममहापुंडरीयद्दहा तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता दहोदगं गिण्हंति तहेव जेणेव हरिवासरम्मगवासाई जेणेव हरिकंतणारिकताओ महाणईओ तेणेव उवागच्छंति तहेव जेणेव गंधावइमालवंतपरियाया वट्टवेयड्ढपव्वया तेणेव तहेव जेणेव णिसढणीलवंतवासघरपव्वया तहेव जेणेव तिगिच्छिकेसरिद्दहाओ तेणेव उवागच्छंति 2 ता तहेव जेणेव महाविदेहे वासे जेणेव सीयासीओयाओ महाणईओ तेणेव तहेव जेणेव सव्वचक्वटि विजया जेणेव सव्वमागहवरदामपभासाइं तित्थाई तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता तित्थोदगं गेहंति गेण्हित्ता सव्वंतरणईओ जेणेव सव्ववक्खारपव्वया तेणेव उवागच्छंति सव्वतूयरे तहेव जेणेव मंदरे पव्वए जेणेव भद्दसालवणे तेणेव उवागच्छंति सव्यतूयरे सव्वपुप्फे सव्वमल्ले सव्वोसहिसिद्धत्थए य गेहंति गेण्हित्ता जेणेव णंदणवणे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता सव्वतूयरे जाव सब्योसहि सिद्धत्थए य सरसगोसीसचंदण गिण्हंति गिण्हित्ता जेणेव सोमणसवणे तेणेव उवागच्छंति सव्वतूयरे जाव सव्वोसहिसिद्धत्थए य सरसगोसीसचंदणं च दिव्वं च सुमणदामं गिण्हंति गिण्हित्ता जेणेव पंडगवणे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता सव्वतूयरे जाव सब्बोसहिसिद्धत्थए य सरसं च गोसीसचंदणं दिव्यं च सुमणदामं दद्दरमलयसुगंधियगंधे गिण्हंति गिण्हित्ता एगओ मिलायंति मिलाइत्ता ताए उक्किट्ठाए जाव जेणेव सोहम्मे कप्पे जेणेव सूरियाभे विमाणे जेणेव अभिसेयसभा जेणेव सूरियाभे देवे तेपेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता सूरियाभं देवं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु जएणं विजएणं वद्धाविति वद्धावित्ता तं महत्थं महन्धं महरिहं विउलं इंदाभिसेयं उवट्ठति / तए णं तं सूरियामं देवं चत्तारि Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 82 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सामाणियसाहस्सीओ चत्तारि अन्गमहिसीओ सपरिवाराओ तिण्णि परिसाओ सत्त अणियाहिवइणो जाव अण्णेवि बहवे सूरियाभविमाणवासिणो देवा य देवीओ-य तेहिं साभाविएहि य वेउविएहि य वरकमलपइट्टाणेहि य सुरभिवरवारिपडिपुण्णेहिं चंदणकयचच्चिएहिं आविद्धकंठेगुणेहिं पउमुष्पलपिहाणेहिं सुकुमालकोमलपरिग्गहिएहिं अट्ट सहस्से गं सोवणिपाणं कलसाणं जाव असहस्सेणं भोमिजाणं कलसाणं सब्योदएहिं सव्वमट्टियाहिं सव्वतूयरेहिं जाव सम्बोसहिसिद्धत्थएहि य सविड्ढिए जाव वाइएणं महया महया इंदाभिसेएणं अभिसिंचंति / तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स महया महया इंदाभिसेए वट्टमाणे अप्पेगइया, देवा सूरियाभं विमाणं णच्चोययं णाइमट्टियं पविरलफुसि परेणुविणासणं दिन्वं सुरभिगंधोदगं वासं वासंति, अप्पेगड्या देवा हयरयं गट्ठरयं भट्टरयं उवसंतरयं पसंतरयं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियामं विमाणं आसियसंमजिओवलित्तं सुइसमट्ठरत्यंतरावणीहियं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियाभं विमाणं मंचाइमंचकलियं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियाभं विमाणं णाणाविहरागोसियं झयपडागाइपडागमंडियं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियाभं विमाणं लाउल्लोइयमहिय गोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितलं करेंति,अप्पेगइया देवा सूरियाभं विमाणं उवचियचंदणकलसं चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियामं विमाणं आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमल्लदामकलावं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियाभं विमाणं पंचवण्णसुरभिमुक्तपुप्फपुजोवयारकलियं करेंति, अपेगइया देवा सूरिया विमाणं कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमघंतगंधु याभिरामं करेंति, अप्पेगइया देवा सूरियामं विमाणं सुगंधगंधिय गंधवटिभूयं करेंति, अप्पेगइया देवा हिरण्णवासं वासंति, सुवण्णवासं वासंति, रययवासं वासंति, वइरवासं० पुप्फवासं० फलवासं० मलवासं० गंधवासं० चुण्णवासं० आभरणवासं वासंति, अप्पेगइया देवा हिरण्णविहिं भाएंति, एवं सुवण्णविहिं भाएंति, रयणविहिं पुप्फविहिं फलविहिं मल्लविहिं चुण्णविहिं वत्थविहिं गंधविहिं०, तत्थ अप्पेगइया देवा आभरणविहिं भाएंति, अप्पेगइया चउव्विहं वाइत्तं वाइंति-ततं विततं घणं झुसिरं, अप्पेगइया देवा चउन्विहं गेयं गायति, तं०-उक्खित्तायं पायत्तायं मंदायं रोइयावसाणं, अप्पेगइया देवा दुयं णट्टविहिं उवदंसिंति अप्पेगइया विलंबियणट्टविहिं उवदंसंति अप्पेगइया देवा दुयविलंबियं णट्टविहिं उवदंसेंति, एवं अप्पेगइया अंचियं णट्टविहिं उवदंसेंति, अप्पेगइया देवा आरभडं भसोलं आरभडभसोलं उप्पायणिवाय Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं पवत्त संकुचियपसीरियं रियारियं भंतसंभंतणामं दिव्वं णट्टविहिं उवदंसेंति, अप्पेगइया देवा चउव्विहं अभिणयं अभिणयंति, तंजहा-दिटुंतियं पाडतिय सामंतोवणिवाइयं लोगअंतोमज्झावसाणियं, अप्पेगइया देवा बुक्कारेति, अप्पेगइया देवा पीणेति, अप्पेगइया लासेंति, अप्पेगइया हक्कारेंति, अप्पेगझ्या विणंति, तंडवेति, अप्पेगइया वग्गंति अफोति, अपंगइया अप्फोति वगंति, अप्पे० तिवई छिंदंति, अप्पगइया हयहेसियं करेंति, अपंगइया हन्थिगुलगुलाइयं करेंति, अप्पेगइया रघणघणाइयं करेंति, अप्पंगइया यहेसियहत्थिगुलगुलाइयरहघणघणाइयं करेंति, अप्पगइया उच्छलेंति, अपेगइया पोच्छलेंति, अप्पगइया उक्किट्ठियं करेंति, अ० उच्छति पोच्छति, अम्पंगइया तिण्णि वि, अप्पेगइया उवयंति, अप्पेगइया उप्पयंति, अप्पेगइया परिवयंति, अप्पंगइया तिणिवि, अप्पेगइया सीहणायंति, अप्पेगइया दद्दरवं करेंति, अप्पेगइया भूमिचवेडं दलयंति, अप्पे० तिणि वि, अप्पेगइया गजंति, अप्पंगइया विजुयायंति, अप्पेगइया वासं वासंति, अप्पेगइया तिणि वि करेंति, अप्पगइया जलंति, अप्पेगइया तवंति, अप्पेगइया पतति, अप्पेगइया तिणि वि, अपंगइया हकारेति, अप्पेगइया थुक्कारेंति, अपंगइया धक्कारेंति, अप्पेगइया साइं साई णामाइं साहति, अप्पंगइया चत्तारि वि अप्पेगइया देवा देवसण्णिवायं करेंति, अप्पेगइया देवुजोयं करेंति, अप्पेगइया देवुक्कलियं करेंति, अप्पेगइया देवा-कहकहगं करेंति, अप्पेगइया देवा दुहदुहगं करेंति, अप्पेगइया चेलुक्खेवं करेंति अप्पेगइया देवसण्णिवायं देवुनोयं देवुक्कलियं देवकहकहगं देवदुहदुहगं चेलुक्खेवं करेति, अप्पेगईया उप्पलहत्थगया जाव सयसहरसपत्तहत्थगया, अप्पेगइया कलसहत्थगया जाव धूवकडुच्छयहत्थगया हट्टतुट्ठ जाव हियया सव्वओ समंता आहावंति परिधावति / तए णं तं सूरियाभं देवं चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ जाव सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीओ अण्णे य बहवे सूरियाभरायहाणिवत्थव्वा देवा य देवीओ महया महया इंदाभिसेगेणं अभिसिंचंति अभिसिंचित्ता पत्तेयं पत्तेयं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं वयासी-जय जय णंदा ! जय जय भद्दा ! जय जय गंदा ! भदं ते, अजियं जिणाहि, जियं च पालेहि, जियमज्झे वसाहि इंदो इव देवाणं चंदो इव ताराणं चमरो इव असुराणं धरणो इव णागाणं भरहो इव मणुयाणं बहूई पलिओवमाइं बहूई सागरोवमाई बहूई पलिओवमसागरोक्माई चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव आयरक्खदेवसाहस्सीणं सूरिया Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 84 अनंगपविट्ठसुत्ताणि भस्स विमाणस्स अण्णेसिं च बहूणं सूरियाभविमाणवासीणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं जाव महया महया कारेमाणे पालेमाणे विहराहित्तिकटुं जय जय सदं पउंजंति / तए णं से सूरियाभे देवे महया महया इंदाभिसेगेणं अभिसित्ते समाणे अभिसेयसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं णिग्गच्छद णिग्गच्छित्ता जेणेव अलंकारियसभा तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता अलंकारियसभं अणुप्पयाहिणीकरेमाणे 2 अलंकारियसभं पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ अणुपविसित्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ सीहासणवरगए पुरत्थाभिमुहे सण्णिसण्णे / तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगा अलंकारियभंडं उक्ट्ठवेंति, तए णं से सूरियाभे देवे तप्पढमयाए पम्हलसूमालाए सुरभीए गंधकासाईए गायाइं लूहेइ लूहित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाई अणुलिंपइ अणुलिंपित्ता णासाणीसासवायवोझं चक्खुहरं वण्णफरिसजुत्तं हयलालापेलवाइरेगं धवलं कणगखचियंतकम्म आगासफालियसमप्पभं दिव्वं देवदूसजुयलं णियंसेइ णियंसेत्ता हारं पिणद्धेइ पिणद्वेत्ता अद्वहारं पिणद्धेइ 2 त्ता एगावलिं पिणद्वेइ पिणद्धित्ता मुत्तावलिं पिणद्धेइ पिणद्धित्ता रयणावलिं पिणद्धेइ पिणद्धित्ता एवं अंगयाइं केऊराई कडगाइं तुडियाइं कडिसुत्तगं दसमुद्दाणंतगं वच्छसुत्तगं मुरविं कंठमुरविं पालंबं कुंडलाइं चूडामणि मउडे पिणद्धेइ गंथिमवेढिमपूरिमसंघाइमेणं चउविहेणं मल्लणं कप्परुक्खगं पिव अप्पाणं अलंकियविभूसियं करेइ करित्ता दद्दरमलयसुगंधगंधिएहिं गायाइं भुखंडेइ दिव्वं च सुमणदामं पिणद्धेइ // 38 // तए णं से सूरियाभे देवे केसालंकारेणं मल्लालंकारेण आभरणालंकारेणं वत्थालंकारेण चउविहेण अलंकारेण अलंकियविभूसिए समाणे पडिपुण्णलंकारे सीहासणाओ अब्भुढेइ अब्भुट्टित्ता अलंकारियसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं पडिणिक्खमइ पडिणिक्खमित्ता जेणेव ववसायसभा तेणेव उवागच्छइ ववसायसभं अणुपयाहिणीकरमाणे अणुपयाहिणीकरमाणे पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ, जेणेव सीहासणवरगए जाव सण्णिसण्णे / तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगा देवा पोत्थयरयणं उवणेति, तए णं से सूरियाभे देवे पोत्थयरयणं गिण्हइ गिण्हित्ता पोत्थयरयणं मुयइ मुइत्ता पोत्थयरयणं विहाडेइ विहाडित्ता पोत्थयरयणं वाएइ पोत्थयरयणं वाएत्ता धम्मियं ववसायं (गिण्हइ 2 त्ता) ववसइ ववसइत्ता पोत्थयरयणं पडिणिक्खिमइ सीहासणाओ अब्भुट्टेइ अब्भुट्टेत्ता ववसायसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं पडिणिक्खमइ पडिणिक्खमित्ता जेणेव गंदा पुक्खरिणी तेणेव Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 85 उवागच्छइ उवागच्छित्ता गंदा पुक्खरिणिं पुरथिमिल्लेणं तोरणेणं तिसोवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहइ पच्चोरुहित्ता हत्थपायं पक्खालेइ पक्खालित्ता आयंते चोक्खे परमसूइभूए एगं महं सेयं रययामयं विमलं सलिलपणं मत्तगयमुहागिइकुंभसमाणं भिंगारं पगेण्हइ पगेण्हित्ता जाइं तत्थ उप्पलाइं जाव सयसहस्सपत्ताई ताइं गेण्हइ गेण्हित्ता गंदाओ पुक्खरिणीओ पच्चुत्तरइ पच्चुत्तरित्ता जेणेव सिद्धायतणे तेणेव पहारेत्थ गमणाए / तए णं तं सूरियामं देवं चत्तारि य सामाणियसाहस्सीओ जाव सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीओ अण्णे य बहवे सूरियाभविमाणवासिणो जाव देवीओ य अप्पेगइया देवा उप्पलहत्थगा जाव सयसहस्सपत्तहत्थगा सूरियाभं देवं पिट्ठओ पिट्ठओ समणुगच्छंति, तए णं तं सूरियाभं देवं बहवे आमिओगिया देवा य देवीओ य अप्पेगइया कलसहत्थगा जाव अप्पेगंइया धूवकडुच्छयहत्थगया हट्ठतुट्ठ जाव सूरियाभं देवं पिट्ठओ समणुगच्छंति / तए णं से सूरियाभे देवं चउहि सामाणियसाहस्सीहिं जाव अण्णेहि य बहूहि य जाव देवेहि य देवीहि य सद्धिं संपरिबुडे सव्विड्ढीए जाव णाइयरवेणं जेणेव सिद्धायतणे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता सिद्धायतणं पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ अणुपविसित्ता जेणेव देवच्छंदए जेणेव जिणपडिमाओ तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता जिणपडिमाणं आलोए पणामं करेइ करित्ता लोमहत्थगं गिण्हइ गिण्हित्ता जिणपडिमाणं लोमहत्थएणं पमजइ पमजित्ता जिणपडिमाओ सुरभिणा गंधोदएणं ण्हाणेइ हाणित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाई अणुलिंपइ अणुलिंपइत्ता सुरभिगंधकासाइएणं गायाई लूहेइ 2 त्ता जिणपडिमाणं अहयाई देवदूसजुयलाई णियंसेइ 2 त्ता पुष्फारुहणं मल्लारुहगं गंधारुहणं चुण्णारुहणं वण्णाहणं वत्थारुहणं आभरणारुहणं करेइ करेत्ता आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमल्लदामकलावं करेइ मलदामकलावं करेत्ता कयग्गहगहियकरयलपन्भट्ठविप्पमुक्केणं दसद्धवण्णेणं कुमुमेणं मुक्कपुप्फपुंजोवयारकलियं करेइ 2 त्ता जिणपडिमाणं पुरओ अच्छेहि सणेहिं रययामएहिं अच्छारसातंदुलेहिं अट्ठट्ठ मंगले आलिहइ तं जहा-सोत्थिय जाव दप्पणं, तयाणंतरं च णं चंदप्पभवइरवेरुलियविमलदंडं कंचणमणिरयणभत्तिचित्तं कालागुरुपवर-कुंदुरुक्कतुरक्वधूवमघमघंतगंधुत्तमाणुविद्धं च धूववटि विणिम्मुयंतं वेरुलियमयं कडुच्छुयं पग्गहियं पयत्तेणं धूवं दाऊण जिणवराणं असयविसुद्धगंथजुत्तेहिं अस्थजुत्तेहिं अपुणउत्तेहिं महावित्तेहिं संथुणइ संथुणित्ता सत्तट्ठपयाई पच्चोसक्कइ पच्चोसक्कित्ता Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - अनंगपविट्ठसुत्ताणि वामं जाणु अंचेइ अंचेत्ता दाहिणं जाणु धरणितलंसि णिहट्ट तिक्खुत्तो मुद्धाणं घरणितलंसि णिवाडेइ णिवाडेत्ता ईसिं पच्चुण्णमइ पच्चुण्णमित्ता. करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं वयासी-गमोऽन्थुणं अरिहंताणं जाव संपत्ताणं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव देवच्छंदए जेणेव सिद्धायतणस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता लोमहत्थगं परामुसइ सिद्धायतणस्स बहुमज्झदेसभागं लोमहत्थेणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए अब्भुक्खेइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं पंचंगुलितलं मंडलगं आलिहहत्ता कयग्गाहगहियं जाव पुंजोवयारकलियं करेइ 2 त्ता धूर्व दलयइ जेणेव सिद्धायतणस्स दाहिणिल्ले दारे तेणेय उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ दार.डीओ य सालभंजियाओ य वालरूवए. य लोमहत्थएणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए अभुक्खेइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयइ 2 त्ता पुप्फारुहणं मल्ला० जाव आभरणारहणं करेइ 2 त्ता आसत्तोसत्त० जाव धूवं दलयइ जेणेव दाहिणिल्ले दारे मुहमंडवे जेणेव दाहिणिल्लस्स मुहमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ बहुमज्झदेसभागं लोमहत्थेणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए अब्भुक्खेइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं पंचगुलितलं मंडलगं आलिहइ कयग्गाहगहिय जावधूवं दलयइ जेणेव दाहिणिल्लस्स मुहमंडवस्स पञ्चत्थिमिल्ले दारे तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ दारचेडीओ य साल भंजियाओ य वालरूवए य लोमहत्थेणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए• सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयइ पुप्फारुहणं जाव आभरणारुहणं करेइ आसत्तोसत्त० कयगाहगहिय० धूवं दलयइ जेणेव दाहिणिल्लमुहमंडवस्स उत्तरिल्ला खंभपंती तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थं परामुसइ थंभे य सालभंजियाओ य वालरूवए य लोमहत्थएणं पमजइ जहा चेव पच्चथिमिल्लस्स दारस्स जाव धूवं दलयद जेणेव दाहिणिल्लस्स मुहमंडवस्स पुरथिमिले दारे तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ दारचेडीओ तं चेव सव्वं जेणेव दाहिणिलस्स मुहमंडवस्स दाहिणिले दारे तेणेव उवागच्छइ दारचेडीओ य तं चेव सव्वं जेणेव दाहिणिल्ले पेच्छाघरमंडवे जेणेव दाहिणिल्लरस पेच्छाघरमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए जेणेव वइरामए अवखाडए जेणेव मणिपेढिया जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ अक्खाडगं च मणिपेढियं च सीहासणं च लोमहत्थएणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयइ पुप्फारुहणं आसत्तोसत्त जाव धूवं दलयइ जेणेवं दाहिणिल्लस्स Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 87 रायपसेणइयं पच्छाघरमंडवस्स पञ्चथिमिल्ले दारे उत्तरिले दारे तं चेव जं चेव पुरथिमिल्ले दारे तं चेव दाहिणे दारे तं चेव, जेणेव दाहिणिल्ले चेइयथूभे तेणेव उवागच्छइ थूभं मणिपेढियं च दिव्वाए दगधाराए सरसेण गोसीसचंदणेणं चच्चए दलेइ पुष्फारु० आसत्तो० जाव धूवं दलेइ, जेणेव पञ्चत्थिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव पञ्चत्थिमिल्ला जिणपडिमा तं चेव, जेणेव उत्तरिल्ला जिणपडिमा तं चेव सव्वं जेणेव पुरथिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव पुरथिमिल्ला जिणपडिमा तेणेव उवागच्छद तं चेव दाहिणिल्ला मणिपेढिया दाहिणिल्ला जिणपडिमा तं चेव जेणेव दाहिणिल्ले चेइयरुक्खे तेणेव उवागच्छइ तं चेव जेणेव महिंदज्झए जेणेव दाहिणिल्ला णंदापुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ तोरणे य तिसोवाणपडिरूवए सालभंजियाओ य वालरूवए य लोमहत्थएणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं पुप्फामहणं आसत्तोसत्त० धूवं दलयइ सिद्धाययणं अणुपयाहिणीकरेमाणे जेणेव उत्तरिल्ला गंदापुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ तं चेव, जेणेव उत्तरिल्ले चेइयरुक्खे तेणेव उवागच्छइ जेणेव उत्तरिल्ले चेइयथभे तहेव, जेणेव पच्चस्थिमिल्ला पेढिया जेणेव पच्चत्थिमिल्ला जिणपडिमा तं चेव उत्तरिल्ले पेच्छाघरमंडवे तेणेव उवागच्छइ जा चेव दाहिणिल्लवत्तव्वया सा चेव सव्वा पुरथिमिल्ले दारे, दाहिणिल्ला खंभपंती तं चेव मव्यं, जेणेव उत्तरिल्ले मुहमंडवे जेणेव उत्तरिल्लस्स मुहमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए तं चव सव्वं पञ्चथिमिल्ले दारे तेणेव० उत्तरिले दारे दाहिणिल्ला खंभपंती सेसं तं चेव सव्वं जेणेव सिद्धायतणस्स उत्तरिले दारे तं चेव, जेणेव सिद्धायतणस्स पुरस्थिमिल्ले दारे तेणेव उवागच्छइ तं चेव, जेणेव पुरथिमिल्ले मुहमंडवे जेणेव पुरस्थिमिल्लस्स मुहमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छइ तं चेव, पुरथिमिल्लस्स मुहमंडवस्स दाहिणिल्ले दारे पञ्चस्थिमिल्ला खंभपंती उत्तरिल्ले दारे तं चेव पुरस्थिमिल्ले दारे तं चेव, जेणेव पुरथिमिल्ले पेच्छाघरमंडवे, एवं थूभे जिणपडिमाओ चेइयरुक्खा महिंदज्झया गंदा पुक्खरिणी तं चेव जाव धूवं दलइ जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छइ सभं सुहम्मं पुरथिमिल्ले दारेणं अणुपविसइ जेणेव माणवए चेइयखंभे जेणेव वइरामए गोलवट्टसमुन्गे तेणेव उवागच्छइ 2 त्तालोमहत्थगं परामुसइ वइरामए गोलवट्टसमुग्गए लोमहत्थेणं पमजइ वइरामए गोलवट्टसमुग्गए विहाडेइ जिणसगहाओ लोमहत्थेणं पमजइ सुरभिणा गंधोदएणं पक्खालेई 2 त्ता अग्गेहिं वरेहिं गंधेहि य मल्लेहि य अच्चेइ धूवं दलयइ जिणसकहाओ वइरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि पडिणिक्खमइ माणवगं चेइयखंभं लोमहत्थएणं पमजह दिव्वाए दगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयइ पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ जेणेव सीहासणे तं चेव, जेणेव देवसयणिजे तं चेव जेणेव खुड्डागमहिंदज्झए तं चेव, जेणेव पहरणकोसे चोप्पालए तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ पहरणकोसं चोप्पालं लोमहत्थएणं पमजइ दिव्वाए दगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं दलेइ पुप्फारुहणं आसत्तोसत्त० धूवं दलयइ, जेणेव सभाए सुहम्माए बहुमज्झदेसभाए जेणेव मणिपेढिया जेणेव देवसयणिजे तेणेव उवागच्छइ लोमहत्थगं परामुसइ देवसयणिजं च मणिपेढियं च लोमहत्थएणं पमजइ जाव धूवं दलयइ जेणेव उववायसभाए दाहिणिल्ले दारे तहेव अभिसेयसभा सरिसं जाव पुत्थिमिल्ला. गंदा पुक्खरिणी जेणेव हरए तेणेव उवागच्छइ तोरणे य तिसोवाणे य सालभंजियाओ य वालरूवए य तहेव, जेणेव अभिसेयसभा तेणेव उवागच्छइ तहेव सीहासणं च मणिपेढियं च सेसं तहेव आययणसरिसं जाव पुरथिमिल्ला गंदा पुक्खरिणी जेणेव अलंकारियसभा तेणेव उवागच्छइ जहा अभिसेयसभा तहेव सव्वं जेणेव ववसायसभा तेणेव उवागच्छइ तहेव लोमहत्थगं परामुसइ पोत्थयरयणं लोमहत्थएणं पमजइ 2 त्ता दिव्वाए दगधाराए अग्गेहिं वरेहि य गंधेहिं मल्लेहि य अच्चेइ मणिपेढियं सीहासणं च सेस तं चेव पुरथिमिल्ला गंदा पुक्खरिणी जेणेव हरए तेणेव उवागच्छइ तोरणे य तिसोवाणे य सालभंजियाओ य वालरूवए य तहेव / जेणेव बलिपीढं तेणेव उवागच्छद बलिविसजणं करेइ, आभिओगिए देवे सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया सूरियाभे विभाणे सिंघाडएसु तिएसु चउक्केसु चच्चरेसु चउमुहेसु महापहेसु पागारेसु अट्टालएसु चरियासु दारेसु गोपुरेसु तोरणेसु आरामेसु उजाणेसु वणेसु वणराईसु काणणेसु वणसंडेसु अचणियं करेह अञ्चणियं करेत्ता एवमाणत्तिय खिप्पामेव पञ्चप्पिणह, तए णं ते आभिओगिया देवा सूरियाभेणं देवेणं एवं वुत्ता समाणा जाव पडिसुणित्ता सुरियाभे विमाणे सिंघाडएसु तिएसु चउक्कएसु चच्चरेसु चउम्मुहेसु महापहेसु पागारेसु अट्टालएसु चरियासु दारेसु गोपुरेसु तोरणेसु आरामेसु उजाणेसु वणेसु वणराईसु काणणेसु वणसंडेसु अच्चणियं करेंति जेणेव सूरियाभे देवे जाव पच्चप्पिणंति, तए णं से सूरियाभे देवे जेणेव गंदा पुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ णंदापुक्खरिणिं पुरथिमिल्लेणं तिसोवाणपडिल्वएणं पच्चोरुहइ हत्थपाए पक्खालेइ गंदाओ पुक्खरिणीओ पच्चुत्तरेइ जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 86 पहारेन्थ गमगाए / तए णं से सूरियाभे देवे चउहिँ सामाणियसाहस्सीहिं जाव सो ठमहिं.आयरक्खदेवसाहस्सीहि अण्णेहि य बहूहिँ सूरियाभविमाणवासीहिं वेमाणिएहिं देवेहिं देवीहि य सद्धिं संपरिबुडे सब्बिड्डीए जाव णाइयरवेणं जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छइ सभं सुहम्मं पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ अणुपविसित्ता जणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ सीहासणवरगए पुरत्थाभिमुहे सण्णिसण्णे // 39 // तारणं तम्स सूरियाभस्स देवस्स अवरुत्तरेणं उत्तरपुरथिमेणं दिसिभाएणं चत्तारि य सामाणियसाहस्सीओ चउसु भद्दासणसाहस्सीसु णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स पुरथिमिल्लेणं चत्तारि अग्गमहिसीओ चउसु भद्दासणेसु णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स दाहिणपुरस्थिमेणं अभितरियपरिसाए अट्ठ देवसाहस्सीओ अट्ठसु भद्दासणसाहस्सीसु णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स दाहिणेणं मज्झिमाए परिसाए दस देवसाहस्सीओ दससु भद्दासणसाहस्सीसु णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स दाहिणपञ्चत्थिमेणं बाहिरियाए परिसाए बारस देवसाहस्सीओ बारससु भद्दासणसाहस्सीसु णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स पच्चत्थिमेणं सत्त अणियाहिवइगो सत्तहिं भद्दासणेहिं णिसीयंति, तए णं तस्स सूरियाभस्स देवस्स चउहिसिं सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीओ सोलसहिं भद्दासणसाहस्सीहिं णिसीयंति, तंजहा-पुरथिमिल्लेणं चत्तारि साहसीओ०, ते णं आयरक्खा सण्णद्धबद्धवम्मियकवया उम्पीलियसरासणपट्टिया पिणद्धगेविजा आविद्धविमलवरचिंधपट्टा गहियाउहपहरणा तिणयाणि तिसंधियाइं वयरामयकोडीणि धणूई पगिज्झ पडियाइयकंडकलावा णीलपाणिणो पीयपाणिणो रत्तपाणिणो चावपाणिणो चारुपाणिणो चम्मपाणिणो दंडपाणिणो खग्गपाणिणो पासपाणिणो णीलपीयरत्तचावचारुचम्मदंडखग्गपासधरा आयरक्खा रक्खोवगा गुत्ता गुत्तपालिया जुत्ता जुत्तपालिया पत्तेयं पत्तेयं समयओ विणयओ किंकरभूया चिट्ठति // 40 // सूरियाभस्स णं भंते ! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा चत्तारि पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता। सूरियाभस्स णं भंते ! देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगाणं देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, महिड्ढिए महज्जुइए महब्बले महायसे महासोक्खे महाणुभागे सूरियाभे देवे, अहो णं भंते ! सूरियाभे देवे महिड्दिए जाव महाणुभागे // 41 // “सूरियाभेणं भंते ! देवेणं सा दिव्वा देविड्ढी सा दिव्वा देवजुई से दिव्वे देवाणुभावे किंण्णा लद्धे किण्णा पत्ते किण्णा Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 60 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अभिसमण्णागए ? पुव्वभवे के आसी ? किंणामए वा को वा गोत्तेणं ? कयरंसि वा गामंसि वा जाव संणिवेसंसि वा ? किं वा दच्चा किं वा भोच्चा किं वा किच्चा किं वा समायरित्ता, कस्स वा तहास्वस्स समणस्स वा माहणस्स वा अंतिए एगमवि आरियं धम्मियं सुवयणं सोचा णिसम्म जं णं सूरियाभेणं देवेणं सा दिव्वा देविड्ढी जाव देवाणुभावे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए ?" ||42 / / "गोयमा" इ समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं आमंतेत्ता एवं वयासी-"एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जम्बुद्दीचे दीवे भारहे वासे केइयअद्धे णामे जणवए होत्था रिद्धस्थिमियसमिद्धे० / तत्थ णं केइयअद्धे जणवए सेयं विया णामं णयरी होत्था रिद्धत्थिमियसमिद्धा जाव पडिरूवा। तीसे ण सेयवियाए णयरीए बहिया उत्तरपुरथिमे दिसीभाए एत्थणं मिगवणे णामं उजाणे होत्था रम्मे णंदणवणप्पगासे सव्वोउयपुप्फफलसमिद्धे सुभसुरभिसीयलाए छायाए सव्वओ चेव समणुबद्धे पासाईए जाव पडिरूवे / तत्थ ण सेयवियाए णयरीए पएसी णामं राया होत्था, महया हिमवंत जाव विहरइ, अधम्मिए अधम्मिट्टे अधम्मक्खाई अधम्माणुए अधम्मपलोई अधम्मपजणणे अधम्मसीलसमुदायारे अधम्मेण चेव वित्तिं कप्पेमाणे हणछिंदभिंदपवत्तए पावे कोपे चण्डे रुद्दे खुद्दे लोहियपाणी साहसिए उकञ्चणवञ्चणमायाणियडिकूडकवडसाईसंपओगबहुले णिस्सीले णिव्वए णिग्गुणे णिम्मेरे णिप्पच्चक्खाणपोसहोववासे बहूणं दुप्पयचउप्पयमियपसुपक्खिसिरीसिवाणं घायोए वहाए उच्छेयणाए अधम्मकेऊ समुट्ठिए, गुरूणं णो अब्भुढेइ, णो विणयं पउञ्जइ, समणमाहणाणं."णो विणयं पउञ्जइ, सयस्स वि य णं जणवयस्स णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तेइ // 43 // तस्स णं पएसिस्स रण्णो सूरियकता णामं देवी होत्था सुकुमालपाणिपाया (धारिणीवण्णओ) पएसिणा रण्णा सद्धिं अणुरत्ता अविरत्ता इट्टे सद्दे रूवे जाव विहरइ / तस्स णं पएसिस्स रण्णो जेटे पुत्ते सूरियकताए देवीए अत्तए सूरियकंते णामं कुमारे होत्था सुकुमालपाणिपाए जाव पडिरूवे / से णं सूरियकंते कुमारे जुवराया वि होत्था, पएसिस्स रण्णो रजं च रटुं च बलं च वाहणं च कोसं च कोट्ठागारं च पुरं च अंतेउरं च जणवयं च सयमेव पच्चुवेक्खमाणे 2 विहरइ // 44 // तस्स णं पए सिस्स रष्णो जेटे भाउयवयंसए चित्ते णामं सारही होत्था अड्ढे जाव बहुजणस्स अपरिभूए सामदंडभेयउवप्पयाणअस्थसत्थईहामईविसारए,उप्पत्तियाए वेणइयाए कम्मियाए पारिणामियाए चउन्विहाए बुद्धीए उववेए, पएसिस्स रण्णो बहुसु कजेसु य कारणेसु य कुडुम्बेसु Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं य मंतेसु य गुज्झेसु य रहस्सेतु य णिच्छएसु य ववहारेसु य आपुच्छणिजे पडिपुच्छणिजे मेढी पमाणं आहारे आलम्बणं चक्खू मेदिभूए पमाणभूए आहारभूए आलबगभूए- चक्षुभूए सवट्ठाणसव्वभूमियासु लद्धपच्चए विइण्णवियारे रजधुराचिंतए यावि होत्था // 45 // तेणं कालेणं तेणं समएणं कुणाला णामं जणवए होत्था, रिद्धत्थिमियसमिद्धे० / तत्थ णं कुणालाए जणवए सावत्थी णामं णयरी होत्था रिद्धस्थिमियसभिद्धा जाव पडिरूवा / तीसे णं सावत्थीए णयरीए बहिया उत्तरपुरस्थिमे दिसीभाए कोट्ठए णामं चेइए होत्था, पोराणे जाव पासाईए 4 / तत्थ णं सावत्थीए णयरीए पए सिस्स रण्णो अंतेवासी जियसत्तू णामं राया होत्था, महया हिमवंत जाव विहरइ। तए णं से पएसी राया अण्णया कयाइ महत्थं महग्यं महरिहं विउलं रायारिहं पाहुडं सजावेइ 2 त्ता चित्तं सारहिं सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-"गच्छ णं चित्ता ! तुमं सावत्थि णयरिं, जियसत्तुस्स रण्णो इमं महत्थं जाव पाहुडं उवणेहि / जाइं तत्थ रायकजाणि य रायकिच्चाणि य रायणीईओ य रायववहारा य ताई जियसत्तुणा सद्धिं सयमेव पच्चुवेक्खमाणे 2 विहराहि" तिकट्ठ विसज्जिए // 46 // तए णं से चित्ते सारही पएसिणा रण्णा एवं वुत्ते समाणे हट्ट जाव पडिसुणेत्ता तं महत्थं जाव पाहुडं गेण्हइ 2 त्ता पए सिस्स रण्णो जाव पंडिणिक्खमइ 2 त्ता सेयवियाए णयरीए मज्झंमज्झेणं जेणेव सए गिहे तेणेव उवागच्छइ 2 ता तं महत्थं जाव पाहुडं ठवेइ 2 त्ता कोडुम्बियपुरिसे सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-"खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सच्छत्तं जाव चाउग्घंटे आर्सरहं जुत्तामेव उवट्ठवेह जाव पञ्चप्पिणह” / तए णं ते कोडुम्बियपुरिसा तहेव पडिसुणित्ता खिप्पामेवं सच्छत्तं जाव जुद्धसजं चाउघंट आसरहं जुत्तामेव उवट्ठति, तमाणत्तियं पञ्चप्पिणंति / तए णं से चित्ते सारही कोडुम्बियपुरिसाणं अंतिए एयमढे जाव हियए ण्हाए कयबलिकम्मे कयकोउयमंगलपायच्छित्ते संणद्धबद्धवम्मियकवए उप्पीलियसरासणपट्टिए पिणद्धगेवेजविमलवरचिंधपट्टे गहियाउहपहरणे तं महत्थं जाव पाहुडं गेहइ 2 त्ता जेणेव चाउघंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउग्घंटं आसरहं दुरुहइ दुरुहित्ता बहूहिं पुरिसेहिं संणद्ध जाव गहियाउहपहरणेहिं सद्धिं संपरिखुडे सको. रिटमल्लेदामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं महया भडचडगररहपहकरविंदपरिक्खित्ते साओ गिहाओ णिग्गच्छइ 2 त्ता सेयवियाए णयरीए मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ 2 त्ता सुहेहिं वासेहिं पायरासेहिं णाइविकिट्रेहिं अंतरावासेहिं वसमाणे 2 केइयअद्धस्स Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि जणवयस्स मज्झमज्झेणं जेणेव कुणाला जणवए जेणेव सावत्थी णयरी तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सावत्थीए णयरीए मझमज्झेणं अणुपविसइ 2 त्ता जेणेव जियसत्तुस्स रण्णो गिहे, जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला, तेणेव उवागच्छइ 2 ला तुरए णिगिण्हइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 त्ता रहाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता तं महत्थं जाव पाहुडं गिण्हइ 2 त्ता जेणेव अभितरिया उवट्ठाणसाला जेणेव जियसत्तू राया तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता जियसत्तुं रायं करयलपरिग्गहियं जाव कंटु जएणं विजएणं वदावेइ २त्ता तं महत्थं जाव पाहूडं उवणेइ / तए णं से जियसत्तू राया चित्तस्स सारहिस्स तं महत्थं जाव पाहुडं पडिच्छइ 2 त्ता चित्तं सारहिं सक्कारेइ संमाणे इ स० २त्ता पडिविसजेइ, रायमग्गमोगाढं च से आवासं दलयइ / तए णं से चित्ते सारही विसजिए समाणे जियसत्तुस्स रण्णो अंतियाओ पडिणिवखमइ 2 त्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव चाउघंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउग्घंटं आसरहं दुरुहइ 2 त्ता सावत्थीए णयरीए मज्झंमज्झेणं जेणेव रायमग्गमोगाढे आवासे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तुरए णिगिप्हइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 ता रहाओ पच्चोरुहइ, हाए कयबलिकम्मे कयकोउयमंगलपायच्छित्ते सुद्धप्पावेसाई मंगलाई वत्थाई पवरपरिहिए, अप्पमहन्याभरणालंकियसरीरे, जिमियभुत्तुत्तरागए वि य णं समाणे पुव्वावरण्हकालसमयंसि गंधव्वेहि य णाडएहि य उवणचिचजमाए 2 उवगाइजमाणे 2 उवलालिजमाणे 2 इडे सद्दफरिसरसरूवगंधे पंच विहे माणस्सए कामभोए पचणुभवमाणे विहरइ // 47 // तेणं कालेणं तेणं समएणं पासावच्चिने केसी णामं कुमारसमणे जाइसंपण्णे कुलसंपण्णे बलसंपण्णे रूसंपण्णे विणयसंपण्णे णाणसंपण्णे दंसणसंपण्णे चरित्तसंपण्णे लजासंपण्णे लाघवसंपण्णे लजालाघवसंपण्णे ओयंसी तेयंसी वच्चंसी जसंसी जियकोहे जियमाणे जियमाए जियलोहे जियणिद्दे जिइंदिए जियपरीसहे जीवियासमरणभयविप्पमुके तवप्पहाणे गुणप्पहाणे करणप्पहाणे चरणप्पहाणे णिन्गहपहाणे णिच्छयप्पहाणे अजवप्पहाणे मद्दवप्पहाणे लाघवप्पहाणे खंत्तिप्पहाणे मुत्तिप्पहाणे विजप्पहाणे मंतप्पहाणे बम्भप्पहाणे वेयप्पहाणे णयप्यहाणे णियमप्पहाणे सच्चप्पहाणे (मोयप्पहाणे) सोयप्पहाणे णाणप्पहाणे दंसणप्पहाणे चरित्तप्पहाणे "चउदसपुत्वी, चउणाणोवगए पञ्चहिं अणगारसएहिं सद्धिं संपरिबुडे पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाएंगाम दूइजमाणे सुहंसुहेणं विहरमाणे जेणेव सावत्थी णयरी जेणेव कोट्टए चेइए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सावीए णयरीए बहिया कोट्टए चेइए अहापडिरूवं उग्गहं Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 93 उम्गिण्हइ 2 त्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ // 48 // तए णं सावत्थीए णयरीए सिंघाडगतियचउक्कचच्चरचउमुहमहापहेसु महया जणसद्दे इ वा जणबूहे इ वा जणबोले इ वा जणकलकले इ वा जणउम्मी इ वा जणउक्कलिया इ वा जणमंणिवाए इ वा जाव परिसा पज्जुवासइ / तए णं तस्स सारहिरस तं महाजणसदं च जणकल्कलं च सुणेत्ता य पासित्ता य इमेयारूवे अज्झथिए जाव समुप्पजित्था" किं णं अज सावत्थीए णयरीए इंदमहे इ वा खंदमहे इ वा रुद्दमहे इ वा मउंदमहे इ वा वेसमणमहे इ वा णागमहे इ वा भूयमहे इ वा जक्खमहे इ वा थूभमहे इ वा चेइयमहे इ वा रुक्खमहे इ वा गिरिमहे इ वा दरिमहे इ वा अगडमहे इ वा णईमहे इ वा सरमहे इ वा सागरमहे इ वा जं णं इमे बहवे उग्गा उग्गपुत्ता भोगा राइण्णा इक्खागा खत्तिया णाया कोरव्वा जाव इन्भा इब्भपुत्ता ण्हाया कयबलिकम्मा (जहोववाइए जाव) अम्पेगइया हयगया अप्पेगइया गय० जाव पायचारविहारेणं महया 2 वंदावंदएहिं णिग्गच्छंति " एवं संपेहेइ 2 त्ता कञ्चुइजपुरिसं सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-" किं णं देवाणुप्पिया ! अन्ज सावत्थीए णयरीए इंदमहे इ वा जाव सागरमहे इ वा जेणं इमे बहवे उग्गा भोगा"णिग्गच्छंति ? | तए णं से कञ्चुइजपुरिसे केसिस्स कुमारसमणस्स आगमणगहियविणिच्छए चित्तं सारहिं करयलपरिग्गहियं जाव वद्धावेत्ता एवं वयासी-"णो खलु देवाणुप्पिया ! अज सावत्थीए णयरीए इंदमहे इ वा जाव सागरमहे इ वा जेणं इमे बहवे जाव विंदा. विंदएहिं णिग्गच्छंति / एवं खलु भो देवाणुप्पिया ! पासावच्चिजे केसी णामं कुमारसमणे जाइसंपण्णे जाव दूइजमाणे इहमागए जाव विहरइ तेणं अन्ज सावत्थीए णयरीए बहवे उग्गा जाव इन्भा इभत्ता अप्पेगइया वंदणवत्तियाए जाव महया वंदावंदएहिं णिग्गच्छंति" // 49 // तए णं से चित्ते सारही कञ्चइजपुरिसस्स अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ट जाव हियए कोडुम्बियपुरिसे. सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-"खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! चाउग्घंटं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठवेह" जाव सच्छत्तं जाव उवट्ठति तए णं से चित्ते सारही व्हाए कयबलिकम्मे कयकोउयमंगलपायच्छित्ते सुद्धप्पावेसाइं मंगलाई वत्थाई पवरपरिहिए अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरे जेणेव चाउग्घंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउग्घंटं आसरहं दुरुहइ 2 त्ता सकोरिंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिजमाणेणं महया भडचडगररहपहगरविंदपरिक्खित्ते सावत्थीणयरीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविसुत्ताणि रत्ता जेणेव कोट्ठए चेइए जेणेव केसी कुमारसमणे तेणेव उवागच्छइ २त्ता केसिकुमारसमणस्स अदूरसामंते तुरए णिगिण्हइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 ता रहाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता जेणेव केसी कुमारसमणे तेणेव उवागच्छइ २त्ता केसि कुमारसमणं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ २त्ता वंदइ णमंसइ वं० २त्ता पच्चासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे णमंसमाणे भभिमुहे पञ्जलिउडे विणएणं पज्जुवासइ / तए णं से केसी कुमारसमणे चित्तस्स सारहिस्स तीसे महइमहालियाए महच्चपरिसाए चाउजामं धम्म परिकहेइ, तं जहा-सव्वाओ पाणाइवायाओ वेरमणं, सव्वाओ मुसावायाओ वेरमणं, सव्वाओ अदिण्णादाणाओ वेरमणं, सव्वाओ बहिद्धादाणाओ वेरमणं / तए णं सा महइमहालिया महच्चपरिसा केसिस्स कुमारसमणस्स अंतिए धम्मं सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठ जाव हियया वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसि पाउन्भूया तामेव दिसि पडिगया। तए णं से चित्ते सारही केसिस्स कुमारसमणस्स अंतिए धम्मं सोचा णिसम्म हट्ट जाव हियए उठाए उढेइ २त्ता केसि कुमारसमणं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ 2 त्ता वंदइ णमंसई वं० २त्ता एवं वयासी-"सद्दहामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं / पत्तियामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं / रोएमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं / अब्भुट्टेमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं / एवमेयं भंते ! णिगंथं पावयणं / तहमेयं भंते ! णिगंथं पावयणं / अवितहमेयं भंते ! णिगंथं पावयणं / असंदिद्धमेयं भंते ! णिग्गंथं पावयणं / इच्छियपडिच्छियमेयं भंते ! सच्चे णं एसमढे जं णं तुब्भे वयह" त्तिकटु वंदह णमंसह वं० 2 त्ता एवं वयासी-"जहा णं देवाणुप्पियाणं अंतिए बहवे उग्गा भोगा जाव इब्मा इन्भपुत्ता चिच्चा हिरणं चिच्चा सुवणं,एवं धणं धण्णं बलं वाहणं कोसं कोट्ठागारं पुरं अंतेउरं, चिच्चा विउलं धणकणगरयणमणिमोत्तियसंखसिलप्पवालसंतसारसावएजं विच्छड्डइत्ता विगोवइत्ता दाणं दाइयाणं परिभाइत्ता मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयंति, णो खलु अहं ता संचाएमि चिच्चा हिरण्णं तं चेव जाव पव्वइत्तए / अहं णं देवाणुप्पियाणं अंतिए पंचाणुव्वइयं सत्तसिक्खावइयं दुवालसविहं गिहिधम्म""""पडिवजित्तए" / "अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं करेहि”। तए णं से चित्ते सारही केसिस्स कुमारसमणस्स अंतिए पंचाणुव्वइयं जाव गिहिधम्म उवसंपजित्ताणं विहरइ / तए णं से चित्ते सारही केसि कुमारसमणं वंदइ णमंसइ वं० 2 ता जेणेव चाउघंटे आसरहे तेणेव पहारेत्थ गमणाए / चाउग्घंटं आसरहं दुरुहइ 2 त्ता जामेव दिसि पाउन्भूए तामेव दिसिं पडिगए // 50 // तए णं से Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं चित्ते सारही समणोवासए जाए अहिगयीवाजीवे उवलद्धपुण्णपावे आसवसंवरगिजरकिरियाहिगरणबंधमोक्खकुसले असहिजे देवासुरणागसुवण्णजवखरक्खसकिणरकिंपुरिसगरुलगंधचमहोरगाईहिं देवगणेहि णिग्गंथाओ पावयणाओ अणइक्कमाणिजे, णिग्गंथे पावयणे णिस्संकिए णिकंखिए णिचितिगिच्छे लढे गहियढे पुच्छियढे अहिगयटे विणिच्छ्यिढे अट्ठिमिञ्जपेम्माणुरागरत्ते अयमाउसो! णिग्गंथे पावयणे अढे अयं परमट्टे सेसे अणटे, ऊसियफलिहे अवंगुयदुवारे चियत्तंतेउरघरप्पवेसे चाउदसट्ठमुद्दिट्ठपुण्णमासिणीसु पडिपुण्णं पोसहं सम्मं अणुपालेमाणे समणे णिगंथे फासुएसणिजेणं असणपाणवाइमसाइमेणं पीढफलगसेज्जासंथारेणं वत्थपडिग्गहकम्बलपायपुञ्छणेणं ओसहभेसजेणं पडिलाभेमाणे 2 बहूहिं सीलव्वयगुणवेरमणपच्चवखाणपोसहोववासेहि य अप्पाणं भावेमाणे जाई तत्थ रायकज्जाणि य जाव रायववहाराणि य ताइं जियसत्तुणा रण्णा सद्धिं सयमेव पच्चुवेक्खमाणे 2 विहरइ // 51 // तए णं से जियसत्तुराया अण्णया कयाइ महत्थं जाव पाहडं सजेइ 2 त्ता चित्तं सारहिं सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-“गच्छाहि णं तुमं चित्ता! सेयवियं णयरिं / पएसिस्स रणो इमं महत्थं जाव पाहुडं उवणेहि, मम पाउन्गं च णं जहामणियं अवितहमसंदिद्धं वयणं विण्णवेहि" त्तिक? विसजिए / तए णं से चित्ते सारही जियसत्तुणा रण्णा विसजिए समाणे तं महत्थं जाव गिण्हइ जाव जियसत्तुस्स रण्णो अंतियाओ पडिमिक्खमइ 2 त्ता सावत्थीणयरीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ 2 त्ता जेणेव रायमग्गमोगाढे आवासे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तं महत्थं जाव ठवेइ, हाए जाव सरीरे सकोरेंट"छत्तेणं"पायचारविहारेणं महया पुरिसवगुरापरिक्खित्ते रायमम्गमोगाढाओ आवासाओ णिग्गच्छइ २त्ता सावत्थीणयरीए मझंमज्झेणं णिग्गच्छद २त्ता जेणेव कोट्ठए चेइए जेणेव केसीकुमारसमणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता केसिकुमारसमणस्स अंतिए धम्मं सोचा जाव हट्ट"जाव एवं वयासी-“एवं खलु अहं भंते ! जियसत्तुणा रण्णा पए सिरस रण्णो इमं महत्थं जाव उवणेहित्तिक? विसजिए / तं गच्छामि णं अहं भंते ! सेयवियं णयरिं / पासादीया णं भंते ! सेयविया णयरी / दरिसणिजा णं भंते ! सेयविया णयरी / अभिरुवा णं भंते ! सेयविया णयरी / पडिरूवा णं भंते ! सेयविया णयरी / समोसरह णं भंते ! तुम्भे सेयवियं णयरिं" / तए णं से केसी कुमारसमणे चित्तेणं सारहिणा एवं बुत्ते समाणे चित्तस्स सारहिस्स एयमढे णो आढाइ णो परिजाणाइ, तुसिणीए संचिट्ठइ / तए णं से Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि . चित्ते सारही केसि कुमारसमणं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वयासी-“एवं खलु अहं भंते ! जियसत्तुणा रण्णा पएसिस्स रण्णो इमं महत्थं जाव विसजिए तं .चेव जाव समोसरह णं भंते ! तुब्भे सेयवियं णयरिं" / तए णं केसी कुमारसमणे चित्तेणं सारहिणा दोच्चं पि तच्चं पि एवं वुत्ते समाणे चित्तं सारहिं एवं वयासी“चित्ता ! से जहाणामए वणसंडे सिया किण्हे किण्होभासे जाव पडिरूवे / से गूणं चित्ता ! से वणसंडे बहूणं दुपयचउप्पयमियपसुपक्खिसिरीसिवाणं अभिगमणिजे ?" हंता अभिगमणिजे" / तंसि च णं चित्ता ! वणसंडंसि बहवे भिलंगा णाम पावस उणा परिवसंति जे णं तेसिं बहूणे दुपयचउप्ययमियपसुपक्खिसिरी सिवाणं ठियाणं चेव मंससोणियं आहारेति / से.णूणं चित्ता ! से वणसंडे तेसि णं बहूणं दुपय जाव सिरीसिवाणं अभिगमणिजे ?" “णो" ति / "कम्हा णं?" "भंते ! सोवसग्गे।" "एवामेव चित्ता ! तुब्भं पि सेयवियाए णयरीए पएसी णामं राया परिवसइ अहम्मिए जाव णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तेइ / तं कहं णं अहं चित्ता ! सेयवियाए णयरीए समोसरिस्सामि ? | तए णं से चित्ते सारही केसि कुमारसमणं एवं वयासी-" किं णं भंते ! तुब्भं पएसिणा रण्णा कायव्वं 1 अस्थि णं भंते ! सेयवियाए णयरीए अण्णे बहवे ईसरतलवर जाव सत्थवाहप्पभिइओ जे णं देवाणुप्पियं वंदिस्संति जाव पज्जुवासिस्संति, विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं पडिलाभेस्संति, पाडिहारिएण पीढफलगसेजासंथारेणं उवणिमंतिस्संति / " तए णं से केसी कुमारसमणे चित्तं सारहिं एवं वयासी-"अवि याइ चित्ता! समोसरिस्सामो” // 52 // तए णं से चित्ते सारही केसि कुमारसमणं वंदइ णमंसई वं० 2 त्ता केसिस्स कुमारसमणस्स अंतियाओ कोट्टयाओ चेइयाओ पडिमिक्खमइ 2 त्ता जेणेव सावत्थी णयरी जेणेव रायमग्गमोगाढे आवासे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता कोडुम्बियपुरिसे सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-"खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! चाउग्घंटं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठवेह" / जहा सेयवियाए णयरीए णिग्गच्छइ तहेव जाव वसमाणे कुणालाजणवयस्स मज्झंमज्झेणं जेणेव केइयअद्धे जणवए जेणेव सेयविया णयरी जेणेव मियवणे उजाणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता उजाणपालए सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-" जया णं देवाणुप्पिया! पासावच्चिजे केसी णाम कुमारसमणे पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइजमाणे इहमागच्छिजा, तया णं तुब्भे देवाणुप्पिया ! केसि कुमारसमणं वंदिजाह णमंसिजाह वं० 2 त्ता अहापडिरूवं उग्गहं अणुजाणेजाह Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 67 रायपसेणइयं 2 त्ता पाडिहारिएणं पीढफलग जाव उवणिमंतेजाह, एयमाणत्तियं खिप्पामेव पञ्चम्पिगेजाह" / तए णं ते उजाणपालगा चित्तेणं सारहिणा एवं धुत्ता समाणा हट्टतुट्ठ जाव हियया करयलपरिग्गहियं जाव एवं वयासी-"तह" त्ति आणाए विणएणं चेव वयणं पडिसुणंति / / 53 // तए णं से चित्ते सारही जेणेव सेयविया णयरी तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सेयवियाए णयरीए मझमज्झेणं अणुपविसइ 2 त्ता जेणेव पए सिस्स रणो गिहे जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तुरए णिगिण्हइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 त्ता रहाओ पच्चोरुहद 2 त्ता तं महत्थं जाव गेण्हइ 2 त्ता जेणेव पएसी राया तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता पएसिं रायं करयल जाव वद्धावेत्ता तं महत्थं जाव उवणेइ / तए णं से पएसी राया चित्तस्स सारहिस्स तं महत्थं जाव पडिच्छइ 2 त्ता चित्तं सारहिं सकारेइ संमाणेइ स० 2 ता पडिविसजेइ / तए णं से चित्ते सारही पएसिणा रण्णा विसजिए समाणे हट्ट जाव हियए पए सिस्स रणो अंतियाओ पडिणिक्खमइ 2 त्ता जेणेव चाउग्धंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउग्घंटं आसरहं दुरूहइ 2 त्ता सेयवियाए णयरीए मज्झंमज्झेणं जेणेव सए गेहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तुरए णिगिण्हइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 त्ता रहाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता हाए जाव उचिं पासायवरगए फुट्टमाणेहिं मुइङ्गमत्थएहिं बत्तीसइबद्धएहि णाडएहिं वरतरुणीसंपउत्तेहिं उवणच्चिजमाणे 2 उवगाइजमाणे 2 उवलालिजमाणे 2 इढे सद्दफरिस जाव विहरइ // 54 // तए णं केसीकुमारसमणे अण्णया कयाइं पाडिहारियं पीढफलगसेजासंथारगं पच्चप्पिणइ 2 त्ता सावत्थीओ णयरीओ कोढगाओ चेइयाओं पडिणिक्खमइ 2 त्ता पञ्चहिं अणगारसएहिं जाव विहरमाणे जेणेव केइयअद्धे जणवए जेणेव सेयविया णयरी जेणेव मियवणे उजाणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता अहापडिरूवं उग्गहं उम्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणे विहरइ // 55 // तए ण सेयवियाए णयरीए सिंघाडग"" महया जणसद्दे इ वा"परिसा णिग्गच्छइ / तए णं ते उजाणपालगा इमीसे कहाए लट्ठा समाणा हट्टतुट्ठ जाव हियया जेणेव केसी कुमारसमणे तेणेव उवागच्छति 2 त्ता केसि कुमारसमणं वंदति णमंसंति वं० 2 त्ता अहापडिरूवं उग्गहं अणुजाणंति० पाडिहारिएणं जाव संथारएणं उवणिमंतेति० णामं गोयं पुच्छंति० ओधारेंति० एगंतं अवकमंति 2 त्ता अण्णमण्णं एवं वयासी-“जस्स णं देवाणुप्पिया ! चित्ते सारही दंसणं कंखइ दंसणं पत्थेइ दंसणं पीहेइ दंसणं अभिलसइ जस्स णं णामगो Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___ अनंगपविट्ठसुत्ताणि यस्स वि सवणयाए हट्टतुट्ठ जाव हियए भवइ से णं एस केसी कुमारसमणे पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइजमाणे इहमागए इह. संपत्ते इह समोसढे इहेव सेयवियाए णयरीए बहिया मियवणे उजाणे अहापडिरूवं जाव विहरइ / तं गच्छामो णं देवाणुप्पिया ! चित्तस्स सारहिस्स एयमढ़े पियं णिवेएमो, पियं से भवउ” / अण्णमण्णस्स अंतिए एयमढे पडिसुणंति 2 त्ता जेणेव सेयविया णयरी जेणेव चित्तस्स सारहिस्स गिहे जेणेव चित्ते सारही तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता चित्तं सारहिं करयल जाव वद्धाति 2 त्ता एवं वयासी-"जस्स णं देवाणुप्पिया ! दंसणं कंखेति जाव अभिलसंति, जस्स णं णामगोयस्स वि सवणयाए हट्ट जाव भवह, से णं अयं पासावच्चिजे केसी कुमारसमणे पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे''जाव समोसढे जाव विहरइ // 56 // तए णं से चित्ते सारही तेसिं उजाणपालगाणं अंतिए एयमट्टं सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठ जाव आसणाओ अब्भुढेइ, पायपीटाओ पच्चोरुहइ रत्ता पाउयाओ ओमुयइ 2 त्ता एगसाडियं उत्तरासंगं करेइ, अञ्जलिमउलियग्गहत्थे के सिकुमारसमणाभिमुहे सत्तट्ठ पयाइं अणुगच्छइ २त्ता करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ठ एवं वयासी-"णमोऽथु णं अरहंताणं जाव संपत्ताणं / णमोऽथु णं के सिस्स कुमारसमणस्स मम धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स, वंदामि णं भगवंतं तत्थगयं इहगए पासउ मे" त्तिकटु वंदइ णमंसइ / ते उजाणपालए विउलेणं वत्थगंधमल्लालंकारेणं सक्कारेइ संमाणेइ विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलयइ रत्ता पडिविसजेइ रत्ता कोडुम्बियपुरिसे सद्दावेइ 2 ता एवं वयासी-" खिप्पामेव भो देवाणु प्पिया ! चाउघंटं आसरहं जुत्तामेव उवहवेह जाव पच्चप्पिणह” / तए णं ते कोडुम्बियपुरिसा जाव खिप्पामेव सच्छत्तं सज्झयं जाव उवट्ठवित्ता तमाणत्तियं पच्चपिणंति / तए णं से चित्ते सारही कोडुम्बियपुरिसाणं अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ठ जाव हियए व्हाए कयबलिकम्मे जाव सरीरे जेणेव चाउग्घंटे जाव दुरूहित्ता सकोरंट"""महया भडचडगरेणं तं चेव जाव पज्जुवासइ धम्मकहा जाव / तए णं से चित्ते सारही केसिस्स कुमारसमणस्स अंतिए धम्म सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठ० तहेव एवं वयासी"एवं खलु भंते ! अम्हं पएसी राया अधम्मिए जाव सयस्स वि णं जणवयस्स णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तेइ / तं जइ णं देवाणुप्पिया ! पए सिस्स रण्णो धम्ममाइक्खेजा बहुगुणतरं खलु होजा पए सिस्स रण्णो तेसिं च बहूणं दुपयच उप्पयमियपसुपक्खिसिरीसिवाणं तेसिं च बहूणं समणमाहणभिक्खुयाणं, तं जइ णं Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं देवाणुप्पिया !''पएसिस्स बहुगुणतरं होजा सयस्स वि य णं जणवयस्स" // 5 // तए णं केसी कुमारसमणे चित्तं सारहिं एवं वयासी-“एवं खलु चउहिं ठाणेहिं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्म णो लभेजा सवणयाए / तं जहा-आरामगयं वा उजाणगयं वा समणं वा माहणं वा णो अभिगच्छइ णो वंदइ णो णमंसइ णो सक्कारेइ णो संमाणेइ णो कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासेइ, णो अट्ठाई हेऊई पसिणाई कारणाई वागरणाई पुच्छइ, एएणं ठाणेणं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्म णो लभइ सवणयाए 1 / उवस्सयगयं समणं वा तं चेव जाव एएण वि ठाणेणं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्म णो लभइ सवणयाए 2 / गोयरग्गगयं समणं वा माहणं वा जाव णो पज्जुवासइ, णो विउलेणं असणपाणखाइमसाइमेणं पडिलाभेइ, णो अट्ठाई जाव पुच्छइ, एएणं ठाणेणं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्म णो लभइ सवणयाए 3 / जत्थ वि य णं समणेण वा माहणेण वा सद्धिं अभिसमागच्छइ, तत्थ वि य णं हत्थेण वा वत्थेण वा छत्तेण वा अप्पाणं आवरित्ता चिट्ठइ, णो अट्ठाई जाव पुच्छइ, एएण वि ठाणेणं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभइ सवणयाए 4 / एएहिं च णं चित्ता ! चउहिँ ठाणेहिं जीवे केवलिपण्णत्तं धम्म णो लभइ सवणयाए / चउहि ठाणेहिं चित्ता ! जीवे केवलीपण्णत्तं धम्म लभइ सवणयाए / तं जहा–आरामगयं वा उजाणगयं वा समणं वा माहणं वा वंदइ णमंसइ जाव पज्जुवासइ अट्ठाई जाव पुच्छइ, एएण वि जाव लभइ सवणयाए / एवं उवस्सयगयं गोयरग्गगयं समणं वा जाव पज्जुवासइ विउलेणं जाव पडिलाभेइ अट्ठाई जाव पुच्छइ, एएण वि ठाणेणं जाव सवणयाए / जत्थ वि य णं समणेण वा माहणेण वा अभिसमागच्छइ तत्थ वि य णं णो हत्थेण वा जाव आवरेत्ताणं चिट्ठइ, एएण वि ठाणेणं चित्ता ! जीवे केवलिपण्णत्तं धम्मं लभइ सवणयाए / तुझं च णं चित्ता ! पएसी राया आरामगयं वा तं चेव सव्वं भाणियत्वं आइल्लएणं गमएणं जाव अप्पाणं आवरेत्ता चिट्ठा / तं कहं णं चित्ता ! पए सिस्स रण्णो धम्ममाइविखस्सामो ?" / तए णं से चित्ते सारही केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“एवं खलु भंते ! अण्णया कयाइ कम्बोएहिं चत्तारि आसा उवणयं उवणीया, ते मए पए सिस्स रण्णो अण्णया चेव उर्वणीया / तं एएणं. खलु भंते ! कारणेणं अहं पएसिं रायं देवाणुप्पियाणं अंतिए हव्वमाणेस्तामो, तं मा णं देवाणुप्पिया ! तुम्भे पएसिस्स रण्णो धम्ममाइक्खमाणा गिलाएजाह / अगिलाए णं भंते ! तुम्भे पएसिस्स रण्णो धम्ममाइक्खेजाह, छंदेणं Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि. भंते ! तुब्भे पएसिस्स रणो धम्ममाइक्खेजाह” / तए णं से केसी कुमारसमणे चित्तं सारहिं एवं वयासी-"अवि याइ चित्ता ! जाणिस्सामो” / तए णं से चित्ते सारही केसि कुमारसमणं वंदइ णमंसइ वं० 2 त्ता जेणेव चाउग्घंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउग्घंटं आसरहं दुरुहइ, जामेव दिसिं पाउन्भूए तामेव दिसिं पडिगए // 58 // तए णं से चित्ते सारही कलं पाउप्पभायाए रयणीए फुल्लुप्पलकमलकोमलुम्मिलियम्मि अहापंडुरे पभाए कयणियमावस्सए सहस्सरस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलंते साओ गिहाओ णिग्गच्छइ 2 त्ता जेणेव पए सिस्स रणो गिहे जेणेव पएसी राया तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता पएसिं राय करयल जाव कटु जएणं विजएणं वद्धावेइ 2 त्ता एवं वयासी-"एवं खलु देवाणुप्पियाणं कम्बोएहिं चत्तारि आसा उवणयं उवणीया। ते य मए देवाणुप्पियाणं अण्णया चेव विणइया / तं एह णं सामी ! ते आसे चिद्रं पासह" / तए णं से पएसी राया चित्तं सारहिं एवं वयासी-"गच्छाहि णं तुमं चित्ता ! तेहिं चेव च उहिं आसेहिं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठवेहि जाव पच्चप्पिणाहि" / तए णं से चित्ते सारही पएसिणा रण्णा एवं वुत्ते समाणे हट्टतुट्ठ जाव हियए० उवट्ठवेइ 2 त्ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणइ / तए णं से पएसी राया चित्तस्स सारहिस्स अंतिए एयमढे सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठ जाव अप्पमहम्घाभरणालंकियसरीरे साओ गिहाओ णिग्गच्छइ 2 त्ता जेणामेव चाउग्घंटे आसरहे तेणामेव उवागच्छइ 2 त्ता चाउघंटें आसरहं दुरुहइ 2 त्ता सेयवियाए णयरीए मझमझेणं णिग्गच्छइ / तए णं से चित्ते सारही तं रहं णेगाइं जोयणाई उभामेह / तए णं से पएसी राया उण्हेण य तण्हाए य रहवाएणं परिकिलंते समाणे चित्तं सारहिं एवं वयासी-“चित्ता ! परिकिलंते मे सरीरे तं परावत्तेहि रहे / तए णं से चित्त सारही रहं परावत्तेइ 2 त्ता जेणेव मियवणे उजाणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता पएसिं रायं एवं वयासी-"एस णं सामी ! मियवणे उजाणे, एत्थ णं आसाणं समं किलामं सम्म अवणेमो।” तए णं से पएसी राया चित्तं सारहिं एवं वयासी-"एवं होउ चित्ता !" तए णं से चित्ते सारही जेणेव मियवणे उजाणे जेणेव केसिस्स कुमारसमणस्स अदूरसामंते तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तुरए णिगिण्हेइ 2 त्ता रहं ठवेइ 2 त्ता रहाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता तुरए मोएइ 2 त्ता पएसिं रायं एवं वयासी-" एह णं सामी ! आसाणं समं किलामं सम्मं अवणेमो / " तए णं से पएसी राया रहाओ पच्चोरुहइ, चित्तेण सारहिणा सद्धिं आसाणं समं किलामं सम्म Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं अवणेमाणे पासइ जत्थ केसी कुमारसमणे महइमहालियाए महच्चपरिसाए मझगए महया 2 सद्देणं धम्ममाइक्खमाणं पासित्ता इमेयारूवे अज्झथिए जाव समुप्पजित्था-"जड्डा खलु भो जड्डे पज्जुवासंति, मुण्डा खलु भो मुण्डं पज्जुवासंति, मूढा खलु भो मूढं पज्जुवासंति, अपण्डिया खलु भो अपण्डियं पज्जुवासंति, णिविण्णाणा खलु भो णिविण्णाणं पज्जुवासंति / से केस णं एस पुरिसे जड्डे मुण्डे मूढे अपडिए णिविण्णाणे सिरीए हिरीए उवगए उत्तप्पसरीरे / एस णं पुरिसे किमाहारमाहारेइ किं परिणामेइ किं खाइ कि पियइ कि दलइ किं पयच्छई, जे णं एमहालियाए मणुस्सपरिसाए मझगए महया 2 सद्देणं बुयाए ?" एवं संपेहेइ 2 त्ता चित्तं सारहिं एवं वयासी-"चित्ता ! जड्डा खलु भो जड्डे पज्जुवासंति जाव बुयाए / साए वि य णं उजाणभूमीए णो संचाएमि सम्म पकामं पवियरित्तए।" तए णं से चित्ते सारही पएसीरायं एवं वयासी-“एस णं सामी ! पासावच्चिज्जे केसी णामं कुमारसमणे जाइसंपण्णे जाव चउणाणोवगए आहोहिए अण्णजीवी।" तए णं से पएसी राया चित्तं सारहिं एवं वयासी-"आहोहियं णं वयासि चित्ता ! अण्णजीवियं च णं वयासि चित्ता?" "हन्ता ! सामी ! आहोहियं णं वयामि अण्णजीवियं च णं वयामि / " “अभिगमणिजे णं चित्ता ! अहं एस पुरिसे ?" हंता सामी! अभिगमणिजे / " अभिगच्छामो णं चित्ता ! अम्हे एवं पुरिसं ?" “हता सामी ! अभिगच्छामो" // 59 // तए णं से पएसी राया चित्तेण सारहिणा सद्धिं जेणेव केसी कुमारसमणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता केसिस्स कुमारसमणस्स अदूरसामंते ठिच्चा एवं वयासी-"तुब्भे गं भंते ! आहोहिया अण्णजीचिया ?" / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“पएसी ! से जहाणामए अंकवाणिया इ वा संखवाणिया इ वा दंतवाणिया इ वा मणिवाणिया ई वा सुंक भंसिउंकामा णो सम्म पंथं पुच्छंति एवामेव पएसी ! तु० विणयं भंसेउकामो णो सम्म पुच्छसि / से गूणं तव पएसी ! ममं पासित्ता अयमेयारूवे अज्झथिए जाव समुप्पजित्था-'जड्डा खलु भो जड्ड पज्जुवासंति जाव पवियरित्तए / ' से णूणं पएसी ! एस अढे समढे ?" "हंता अत्थि" // तए णं से पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-" से के णं भंते ! तुझं णाणे वा दंसणे वा जेणं तुझे मम एयारूवं अज्झत्थियं जाव संकप्पं समुप्पण्णं जाणह पासह ?" तए णं से केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“एवं खलु पएसी ! अम्हं समणाणं णिग्गंथाणं पञ्चविहे गाणे प०, तं Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . 102 अनंगपविद्वसुत्ताणि .. जहा-आभिणिवाहियणाणे सुयणाणे ओहिणाणे मणपजवणाणे केवलणाणे / से किं तं आभिणिबोहियणाणे ? आभिणिबोहियणाणे चउविहे पण्णत्ते, 'तं जहा-उग्गहो ईहा अवाए धारणा / से किं तं उग्गहे ? उग्गहे दुविहे पण्णत्ते जहा गंदीए जाव से तं धारणा, से त आभिणिबोहियणाणे / से किं तं सुयणाणे ? सुयणाणे दुविहे प० तं जहा-अङ्गपविटुं च अङ्गबाहिरं च, सव्वं भाणियव्यं जाव दिद्विवाओ। ओहिणाणं भवपञ्चइयं खओवसमियं जहा गंदीए / मणपजवणाणे दुविहे प०, तं जहाउज्जुमई य विउलमई य / तहेव केवलणाणं सव्वं भाणियव्वं / तत्थ णं जे से आभिणिबोहियणाणे से णं ममं अस्थि / तत्थ णं जे से सुयणाणे से वि य ममं अस्थि / तत्थ णं जे से ओहिणाणे से वि य ममं अस्थि / तत्थ णं जे से मणपजवणाणे से वि व ममं अस्थि / तत्थ णं जे से केवलणाणे से णं ममं णत्थि, से णं अरिहंताणं भगवताणं / इच्चेएणं पएसी! अहं तव चउविहेणं छउमत्थेणं णाणेणं इमेयास्वं अन्झत्थियं जाव समुप्पण्णं जाणामि पासामि" // 60 // तए णं से पएसी राया के सिं कुमारसमणं एवं वयासी-"अहं णं भंते ! इहं उवविसामि ?" “पएसी ! एसाए उजाणभूमीए तुमं सि चेव जाणए / " तए णं से पएसी राया चित्तण सारहिणा सद्धिं केसिस्स कुमारसमणस्स अदूरसामंते उवविसइ २त्ता केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"तुम्भं णं भंते ! समणाणं णिगंथाणं एसा सण्णा एसा पइण्णा एसा दिट्ठी एसा रुई एस हेऊ एस उवएससे एस संकप्पे एसा तुला एस माणे एस पमाणे एस समोसरणे जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं ?' / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“पएसी ! अम्हं समणाणं णिग्गंथाण एसा सण्णा जाव एस समोसरणे जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो. तं सरीरं।" तए णं से पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"जइ णं भंते ! तुम्भं समणाणं णिग्गंथाणं एसा सण्णा जाव समोसरणे जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं / एवं खलु ममं अजए होत्था, इहेव जम्बुद्दीवे दीवे सेयवियाए णयरीए अधम्मिए जाव सयस्स वि य णं जणवयस्स णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तेइ / से णं तुम्भं वत्तव्वयाए सुबहुं पावं कम्मं कलिकलुसं समजिणित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु णरएसु णेरइयत्ताए उववण्णे / तस्स णं अजगस्स अहं णत्तुए होत्था इटे कंते पिए मणुण्णे मणामे थेजे वेसासिए संमए बहुमए अणुमए रयणकरण्डगसमाणे जीविउस्सविए हिययणंदिजणणे उम्बरपुष्पं पिव दुल्लभे सवणयाए, किमंग Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " रायपसेणइयं पुण पासणयाए ?.तं जइ णं से अज्जए ममं आगंतुं वएजा-'एवं खलु णत्तुया ! अहं तव अजए होत्था, इहेव सेयवियाए णयरीए अधम्मिए जाव णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तमि / तए णं अहं सुबहुं पावं कम्मं कलिकलुमं समजिणित्ता जाव णरएसु उववण्णे। तं मा णं णत्तुया ! तुम पि भवाहि अधम्मिए जाव णो सम्मं करभरवित्ति पवत्तेहि / मा णं तुमं पि एवं चेव सुबहं पावकम्मं जाव उववजिहि सि / ' तं जइ णं से अजए ममं आगंतुं एवं वएजा तो णं अहं सद्दहेजा पत्तिएजा रोएजा जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं / जम्हा णं से अजए ममं आगंतुं णो एवं वयासी तम्हा सुपइट्ठिया मम पइण्णा समणाउसो! जहा तं जीवो तं सरीरं। तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं क्यासी-"अस्थि णं पएसी ! तव सूरियकंता णामं देवी?" "हंता अत्थि" / "जइ णं तुमं पएसी! तं सूरियकंतं देवि पहायं कयबलिकम्मं कयकोउयमंगलपायच्छित्तं सव्वालंकारविभूसियं केणइ पुरिसेणं यहाएणं जाव सव्वालंकारविभूसिएणं सद्धिं इट्टे सद्दफरिसरसरूवगंधे पंच विहे माणुस्सए कामभोगे पचणुभवमाणिं पासिजसि,तस्स णं तुमं पएसी ! पुरिसस्स कं डण्डं णिव्वतेजासि?" "अहं णं भंते ! तं पुरिसं हत्थच्छिण्णगं वा पायच्छिण्णगं वा सूलाइयं वा मूलभिण्णगं वा एगाहच्चं कुडाहच्चं जीवियाओ ववरोवए जा" / "अह णं पएसी! ने पुरिसे तुमं एवं वएजा-'मा ताव मे सामी ! सुमुहुत्तगं हत्थच्छिण्णगं वा जाव जीवियाओ ववरोवेहि जाव तावाहं मित्तणाइणियगसयणसंबंधिपरिजणं एवं वयामि'एवं खलु देवाणुप्पिया! पावाई कम्माइं समायरित्ता इमेयारूवं आवइं पाविजामि, तं मा णं देवाणुप्पिया ! तुब्भे वि केइ पावाई कम्माइं समायरउ, मा णं से वि एवं चेव आवइं पाविजिहिह जहा णं अहं' / तस्स णं तुमं पएसी ! पुरिसस्स खणमवि एयमटुं पडिसुणेजासि ?" “णो इणढे समढे"। "कम्हा णं ?" "जम्हा ण भंते ! अवराही णं से पुरिसे” / “एवामेव पएसी ! तव वि अजए होत्था इहेव सेयवियाए णयरीए अधम्मिए जाव णो सम्मं करभरवित्तिं पवत्तेइ / से णं अम्हं वत्तव्वयाए सुबहुं जाव उववण्णो / तस्स णं अजगस्स तुमं णत्तुए होत्था इट्टे कंते जाव पासणयाए / से णं इच्छइ माणुसं लोग हव्वमागच्छित्तए, णो चेवणं संचाएइ हव्वंमागच्छित्तए / चउहिँ ठाणेहिं पएसी ! अहुणोववण्णए णरएसु णेरइए इच्छइ माणुसं लोग हव्वमागच्छित्तए, णो चेव णं संचाएइ अहुणोववण्णए णरएसु णेरइए। से णं तत्थ महब्भूयं वेयणं वेएमाणे इच्छेजा माणुसं लोगं हव्व""णो चेव णं संचा Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि . ए "1 / अहुणोववण्णए णरएसु णेरइए णरयपालेहिं भुजो 2 समहिट्ठिजमाणे इच्छइ माणुसं लोगं हव्वमागच्छित्तए णो चेव णं संचाएइ"२। अहुणोववण्णए गरएसु णेरइए णिरयवेयणिजंसि कम्मंसि अक्खीणंसि अवेइयंसि अणिजिणंसि इच्छइ माणुस लोग"णो चेव णं संचाएइ"३ / एवं णेरइए णिरयाउयसि कम्मंसि अक्खीणसि अवेइयंसि अणिजिण्णंसि इच्छइ माणुसं लोग"णो चेव णं संचाएइ हव्वमागच्छित्तए 4 / इच्चेएहिं चउहिँ ठाणेहि पएसी ! अहुणोववणे णरएसु णेरइए इच्छइ माणुसं लोग""णो चेव णं संचाएइ हन्वमागच्छित्तए / तं सद्दहाहि णं पएसी! जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं" // 1 // 61 // तए णं से पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“अन्थि णं भंते ! एसा पण्णा उवमा, इमेण पुण कारणेणं णो उवागच्छइ एवं खलु भंते ! मम अजिया होत्था इहेव सेयवियाए णयरीए धम्मिया जाव वित्ति कप्पेमाणी समणोवासिया अभिगयजीवा जीवा सवो वण्णओ जाव अपाणं भावेमाणी विहरह / सा गं तुझं वत्तव्वयाए सुबहुं पुण्णोवचयं समजिणित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववण्णा / तीसे णं अजिबाए अहं णत्तुए होत्था इट्टे कंते जाव पासणयाए। तं जइ णं सा अजिया ममं आगंतुं एवं वएजा-एवं खलु णत्तुया ! अहं तव अजिया होत्था इहेव सेयवियाए णयरीए धम्मिया जाव वित्तिं कप्पेमाणी समणोवासिया जाव विहरामि / तए णं अहं सुबहुं पुण्णोवचयं समजिणित्ता जाव देवलोएसु उववण्णा / तं तुम पि णत्तुया ! भवाहि धम्मिए जाव विहराहि / तए णं तुमं पि एवं चेव सुबहुं पुण्णोवचयं समजिणित्ता जाव उववजिहिसि' / तं जहण सा अजिया मम आगंतुं एवं वएजा, तो णं अहं सद्दहेजा पत्तिएजा रोएजा जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं / जम्हा सा अजिया ममं आगंतुं णो एवं वयासी तम्हा सुपइट्ठिया मे पइण्णा जहा तं जीवो तं सरीरं णो अण्णो जीवो अण्णं सरीरं" // तए णं केसी कुमारसमणे पएसीरायं एवं वयासी"जइ णं तुमं पएसी ! हायं कयबलिकम्मं कयकोउयमंगलपायच्छित उल्लपडसाडगं भिङ्गारकडुच्छयहत्थगयं देवकुलमणुपविसमाणं केइ य पुरिसे वच्चघरंसि ठिच्चा एवं वएजा-'एह ताव सामी ! इह मुहुत्तगं आसयह वा सयह वा चिट्ठह वा णिसीयह वा तुयट्टह वा' तस्स णं तुमं पएसी ! पुरिसस्स खणमवि एयमझु पडिसुणिजासि ?" “णो” ति० / “कम्हा णं ?" भंते ! असुइ 2 सामंतो” / “एवामेव Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं पएसी ! तव वि अजिया होत्था इहेव सेयवियाए णयराए धम्मिया जाव विहरइ ।सा णं अम्हं वत्तव्वयाए सुबहुं जाव उववण्णा, तीसे णं अजियाए तुभ णत्तुए होत्था इट्टे जाव किमङ्ग पुण पासणयाए / सा णं इच्छइ माणुसं लोग हव्वमागच्छित्तए, णो चेव में संचाएइ हव्वमागच्छित्तए / चउहिँ ठाणेहिं पएसी ! अहुणोववण्णे देव देवलोएसु इच्छेजा माणुस लोग...णो चेव णं संचाएइ० / अहुणोक्वण्णे देवे देवलोएसु दिव्वेहि कामभोगेहिं मुच्छिए गिद्धे गढिए अज्झोववण्णे, से गं माणुसे भोगे णो आढाइ णो पारेजाणाइ, से णं इच्छिज्जा माणुसं...णो चेव णं संचाएइ"१। अहुणोववण्णए देवे देवलोएसु दिव्वेहिं कामभोगेहिं मुच्छिए जाव अज्झोववण्णे, तस्स णं माणुस्से पेम्मे वोच्छिण्णए भवई, दिव्वे पेम्मे संकंते भवइ, से णं इच्छंजा माणुसं''णो चेवणं संचाएइ" / अहुणोववण्णे देवे दिव्वेहि कामभोगेहिं मुच्छिए जाव अज्झोववण्णे, तस्स णं एवं भवइ-इयाणिं गच्छं मुहुत्तं गच्छं जाव इह अप्पाउया णरा कालधम्मुणा संजुत्ता भवंति, से णं इच्छेजा माणुसं"णो चेव णं संचाएइ"३ / अहुणोववण्णे देवे दिव्वेहिं जाव अझोववण्णे तस्स माणुस्सएं उराले दुग्गंधे पडिकूले पडिलोमे भवइ, उड्हें पि य णं चत्तारि पञ्च जोयणसयाई असुभे माणुस्सए गंधे अभिसमागच्छइ, से णं इच्छेजा माणुमंणो चेव णं संचाए""४ / इच्चेएहिं चउहिं ठाणेहिं पएसी ! अहुणोववण्णे देवे देवेलोएसु इच्छेजा माणुसं लोगं हव्वमागच्छित्तए, णोचेव णं संचाएइ हव्वमागच्छित्तए / तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी ! जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं" // 2 // 62 // तए णं से पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"अत्थि णं भंते ! एसा पंण्णा उवमा / इमेणं पुण कारणेणं णो उवागच्छइ / एवं खलु भंते ! अहं अण्णया कयाइ बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए अणेगगणणायगदण्डणायगराईसरतलवरमाडंबियकोडुम्बियइब्भसेट्ठिसेणावइसत्थवाहमंतिमहामंतिगणगदोवारियअमच्चचेडपीढमद्दणगरणिगमदूयसंधिवाले हिं सद्धिं संपरिबुडे विहरामि / तए णं मम णगरगुत्तिया ससक्खं सलोइं सगेवेज अवओडयबंधणबद्धं चोरं उवणेति / तए णं अहं तं पुरिसं जीवंतं चेव अउकुम्भीए पक्खिवावेमि, अउमएणं पिहाणएणं पिहावेमि, अएण य तउएण य आयावेमि, आयपञ्चइयएहिं पुरिसेहिं रक्खावेमि / तए णं अहं अण्णया कयाइ जेणामेव सा अउकुम्भी तेणामेव उवागच्छामि 2 त्ता तं अउकुम्भि उग्गलच्छामि 2 त्ता तं पुरिसं सयमेव पासामि / णो चेव णं तीसे अउकुम्भीए केइ छिड्डे इ वा विवरे इ वा अंतरे इ वा राई Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविद्वसुत्ताणि . वा जओ णं से जीवे अंतोहितो बहिया णिग्गए / जइ णं भंते ! तीसे अउकुम्भीए होजा केइ छिड्डे वा जाव राई वा जओ णं से जीवे अंतोहितो बहिया. णिग्गए तो णं अहं सद्दहेजा पत्तिएजा रोएजा जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं णो तं जीवो तं सरीरं, जम्हा णं भंते ! तीसे अउकुम्भीए णस्थि केइ छिड्डे वा जाव णिग्गए तम्हा सुपइडिया मे पइण्णा जहा तं जीवोतं सरीरं णो अण्णो जीवो अण्णं सरीरं / " तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“पएसी ! से जहाणामए कुडागारसाला सिया दुहओलित्ता गुत्ता गुत्तदुवारा णिवायगम्भीरा, अह णं केइ पुरिसे भेरिं च दण्डं च गहाय कूडागारसालाए अंतो 2 अणुप्पविसइ 2 ता तीसे कूडागारसालाए सव्वओ समंता घणणि चियणिरसंरणिच्छिड्डाई दुवारवयणाई पिहेइ, तीसे कूडागारसालाए बहुमज्झदेसभाए ठिच्चा तं मेरिं दण्डएणं महया 2 सद्देणं तालेजा। से गूणं पएसी ! से सद्दे ण अंतोहितो बहिया णिग्गच्छई ?" "हंता णिग्गच्छद।" "अस्थि णं पएसी ! तीसे कूडागारसालाए केइ छिड्डे वा जाव राई वा जओ णं से सद्दे अंतोहितो बहिया णिग्गए ?" णो इणटे समढे / " "एवामेव पएसी ! जीवे वि अप्पडिहयगई पुढवि भिच्चा सिलं भिच्चा पव्वयं भिच्चा अंतोहितो बहिया णिग्गच्छइ, तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी ! अण्णो जीवो"तं चेव" // 3 // 63 // तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-अन्थि णं भंते ! एसा पण्णा उवमा, इमेण पुण कारणेणं णो उवागच्छइ / एवं खलु भंते ! अहं अण्णया कयाइ बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए जावं विहरामि / तए णं ममं णगरगुत्तिया ससक्खं जाव उवणंति / तए णं अहं तं पुरिसं जीवियाओ ववरोवेमि 2 त्ता अओकुम्भीए पक्खिवावेमि 2 त्ता अउमएणं पिहाणएणं पिहावेमि जाव पच्चइएहिं पुरिसेहिं रक्खावेमि / तए णं अहं अण्णया कयाइ जेणेव सा कुम्भी तेणेव उवागच्छामि रत्ता तं अउकुम्भि उग्गलच्छावेमि / तं अउकुम्भि किमिकुम्भि पिव पासामि, णो चेव णं तीसे अउकुम्भीए केइ छिड्डे वा जाव राई वा जओ णं ते जीवा बहियाहिंतो अंतो अणुपविट्ठा / जइ णं तीसे अउकुम्भीए होजा केइ छिड्डे वा जाव अणुपविट्ठा, तो णं अहं सद्दहेजा जहा अण्णो जीवो तं चेव / जम्हा णं तीसे अउकुम्भीए णत्थि केइ छिड्डे का जाव अणुपविट्ठा तम्हा सुपइट्ठिया मे पइण्णा जहा तं जीवो तं सरीरं तं चेव / " तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“अस्थि णं तुमे पएसी ! कयाइ अए धंतपुव्वे वा धमावियपुव्वे वा ?" "हंता अस्थि / " “से णूणं पएसी ! अए धंते Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 107 समाणे सव्वे अगणिपरिणए भवइ ?" "हंता भवइ / " "अस्थि णं पएसी ! तस्स अयस्स केइ छिड्डे वा० जाव राई वा जेणं से जोई बहियाहिंतो अंतो अणुपविट्टे ?" " णो.इणढे समठे।” “एवामेव पएसी ! जीवो वि अप्पडिहयगई पुढविं भिच्चा सिलं भिच्चा पव्वयं भिचा बहियाहिंतो अंतो अणुपविसइ / तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी !" तदेव” // 4 // 64 / / तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"अस्थि णं भंते ! एसा पण्णा उवमा / इमेण पुण मे कारणेणं णो उवागच्छइ / भंते ! से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे जाव० सिप्पोवगए पभू पञ्चकण्डगं णिसिरित्तए ?" "हंता पभू।" "जइ णं भंते ! सो चेव पुरिसे बाले जाव मंदविण्णाणे पभू होजा पञ्चकण्डगं णिसिरित्तए, तो णं अहं सद्दहेजा जहा अण्णो जीवो तं चेव / जम्हा णं भंते / स चेव से पुरिसे जाव मंदविण्णाणे णो पभू पंचकण्डगं णिसिरित्तए, तम्हा सुपइट्ठिया मे पइण्णा जहा तं जीवो तं चेव" // तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे जाव सिप्पोवगए णवएणं धणुणा णवि. याए जीवाए णवएणं उसुणा पभू पंचकण्डगं णिसिरित्तए ?" हंता पभू" / "सो चेव णं पुरिसे तरुणे जाव णिउणसिप्पोवगए कोरिल्लिएणं धणुणा कोरिल्लियाए जीवाए कोरिल्लिएणं उसुणा पभू पंचकण्डगं णि सिरित्तए ?" “णो इण्टे सम?" / "कन्हा णं ?" भंते ! तस्स पुरिसस्स अपज्जत्ताइं उवगरणाइं हवंति” / “एवामेव पएसी! . सो चेव पुरिसे बाले जाव मंदविण्णाणे अपजत्तोवगरणे, णो पभू पंचकण्डगं णिसिरित्तए / तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी ! जहा अण्णो जीवो तं चेव" // 5 // 65 / / तए ण पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“अस्थि णं भंते ! एसा पण्णा उवमा, इमेण पुण कारणेणं णो उवागच्छइ / भंते ! से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे जाव सिप्पोवगए पभू एगं महं अयभारगं वा तउयभारगं वा सीसगभारगं वा परिवहित्तए?" "हंता पभू" / “सो चेव णं भंते ! पुरिसे जुण्णे जराजजरियदेहे सिढिलवलितयाविणट्टगत्ते दण्डपरिग्गहियग्गहत्थे पविरलपरिसडियदंतसेढी आउरे किसिए पिवासिए दुब्बले किलंते णो पभू एगं महं अयभारगं वा जाव परिवहित्तए / जइ णं भंते ! स चेव पुरिसे जुण्णे जराजजरियदेहे जाव परिकिलंते पभू एगं महं अयभारं वा जाव परिवहित्तए, तो णं सद्दहेजा'"तहेव / जम्हा णं भंते ! से चेव पुरिसे जुण्णे जाव किलंते णो पभू एगं महं अयभारं वा जाव परिवहित्तए, तम्हा सुपइट्ठिया मे पइण्णा"तहेव" || तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 108 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वयासी-“से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे जाव सिप्पोवगए णवियाए विहंगियाए णवएहिं सिक्कएहिं णवएहिं पत्थियपिडएहिं पहू एगं महं अयभारं जाव परिवहित्तए ?" "हंता पभू" / "पएसी ! से चेव णं पुरिसे तरुणे जाव सिप्पोक्गए जुण्णियाए दुब्बलियाए घुण्णक्खइयाए विहंगियाए जुण्णएहिं दुबलएहिं घुण्णवस्त्रइएहिं सिढिलतयापिणद्धएहिं सिक्कएहिं जुण्णएहिं दुब्बलएहिं घुणक्खइएहिं पत्थियपिंडएहिं पभू एगं महं अयभारं वा जाव परिवहित्तए ?" “णो इणढे समढे" / “कम्हा गं ?" "भंते ! तस्स पुरिसस्स जुण्णाई उवगरणाई हवंति"। (एवामेव) "पएसी ! से चेव से पुरिसे जुण्णे जाव किलंते जुण्णोवगरणे णो पभू एगं महं अयभारं वा जाव परिवहित्तए / तं सहहाहि गं तुमं पएसी ! जहा अण्णो जीवो अण्णं सरीरं" // 6 // 66 // तए ण से पएसी केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"अस्थि णं भंते ! जाव णो उवागच्छइ / एवं खलु भंते ! जाव विहरामि / तए णं मम णगरगुत्तिया चोरं उवणेति / तए णं अहं तं पुरिस जीवंतगं चेव तुलेमि, तुलेत्ता छविच्छेयं अकुव्वमाणे जीवियाओ ववरोवेमि 2 त्ता मयं तुलेमि 2 त्ता णो चेव णं तस्स पुरिसस्स जीवंतस्स वा तुलियस्स मुयस्स वा तुलियस्स केइ अण्णत्ते वा णाणत्ते वा ओमत्ते वा तुच्छत्ते बा गुरुयत्ते वा लहुयत्ते वा / जइ णं भंते ! तस्स पुरिसस्स जीवंतस्स वा तुलियस्स मुयस्स वा तुलियस्स होजा केइ अण्णत्ते वा जाव लहुयत्ते वा तो णं अहं सद्दहेजा तं चेव / जम्हा णं भंते ! तस्स पुरिसस्स जीवंतस्स वा तुलियस्स मुयस्स वा तुलियस्स णत्थि केइ अण्णत्ते वा"लहुयत्ते वा तम्हा सुपइट्टिया मे पइण्णा जहा तं जीवो""तं चेव" / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"अस्थि णं पएसी ! तुमे कयाइ वत्थी धंतपुव्वे वा धमावियपुव्वे वा ?.." "हंता अस्थि" / "अस्थि णं पएसी! तस्स वस्थिस्स पुण्णस्स वा तुलियस्स अपुण्णस्स वा तुलियस्स केइ अण्णत्ते वा जाव लहुयत्ते वा ?" “णो इणटे समटे"। "एवामेव पएसी ! जीवस्स अगुरुलघुयत्तं पडुच्च जीवंतस्स वा तुलियस्स मुयस्स वा तुलियस्स णत्थि केइ अण्णत्ते वा जाव लहुयत्ते वा / तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी !"तं चेव" // 7 // 67 // तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"अस्थि णं भंते ! एसा जाव णो उवागच्छइ / एवं खलु भंते ! अहं अण्णया जाव चोरं उवणेति / तए णं अहं तं पुरिसं सव्वओ समंता समभिलोएमि / णो चेव णं तत्थ जीवं पासामि। तए णं अहं तं पुरिसं दुहाफालियं करेमि 2 त्ता सव्वओ समंता समभिलोएमि / णो Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 106 चेव णे तत्थ जीवं पासामि / एवं तिहा चउहा संखेजफालियं करेमि, णो चेव णं नत्थ जीवं पासामि / जइ णं भंते ! अहं तं पुरिसं दुहा वा तिहा वा चउहा वा मंखेजंहा वा फालियंमि जीवं पासंतो तो णं अहं सद्दहेजा णो"तं चेव / जम्हा णं भंते ! अहं तंसि पुरिसंसि दुहा वा तिहा वा चउहा वा संखेजहा वा फालियंमि जीवं ण पामामि तम्हा सुपइट्ठिया मे पइण्णा जहा तं जीवो तं सरीरं"तं चेव" // तए गं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"मूटतराए णं तुमं पएसी ! ताओ तुच्छ्त राओ' / “के ण भंते ! तुच्छतराए ?" “पएसी ! से जहाणामए केई पुरिसा वणत्थी वणोवर्जवी वणगवेसणयाए जोइं च जोइभायणं च गहाय कट्ठाणं अडविं अणुपविट्ठा / तए णं ते पुरिसा तीसे अगामियाए जाव किंचि देसं अणुप्पत्ता समाणा एगं पुरिसं एवं वयासी-'अम्हे णं देवाणुप्पिया ! कट्ठाणं अडविं अणुपविसामो। एत्तो णं तुमं जोइभायणाओ जोइं गहाय अम्हं असणं साहेजासि / अह तं जोइभायणे जोई विज्झवेजा एत्तो | तुम कट्ठाओ जोइं गहाय अम्हं असणं साहेजासि' त्ति कटु कट्ठाणं अडविं अणुपविट्ठा / तए णं से पुरिसे ताओ मुहुत्तंतरस्स तेसिं पुरिसाणं असणं साहेमित्तिकटु जेणेव जोइभायणे तेणेव उवागच्छद्द, जोइभाइणे जोई विज्झायमेव पासइ / तए णं से पुरिसे जेणेव से कटे तेणेव उवागच्छइ २त्ता तं कर्ट मव्वओ समंता समभिलोएइ, णो चेव णं तत्थ जोइं पासइ / तए णं से पुरिसे परियरं बंधइ 2 त्ता, फरमुं गिण्डइ 2 त्ता, तं कटुं दुहाफालियं करेइ 2 त्ता, सव्वओ ममंता समभिलोएइ, णो चेवणं तत्थ जोइं पासइ / एवं जाव संखेजफालियं करेइ, सव्वओ समंता समभिलोएइ, णो चेव णं तत्थ जोइं पासइ / तए णं से पुरिसे तंसि कटुंसि दुहाफालिए वा जाव संखेजफालिए वा जोइं अपासमाणे संते तंते परितंते णिविण्णे समाणे परसुं एगंते एडेइ 2 त्ता परियरं मुयइ 2 त्ता एवं वयासी-'अहो मए तेसिं पुरिसाणं असणे णो साहिए'त्तिक? ओहयमणसंकप्पे चिंतासोगसागरसंपविढे करयलपल्हत्थमुहे अट्टज्झाणोवगए भूमिगयदिट्ठिए झियायइ / तए णं ते पुरिसा कट्ठाई छिंदंति 2 त्ता जेणेव से पुरिसे तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता तं पुरिसं ओहयमणसंकप्पं जाव झियायमाणं पासंति 2 त्ता एवं वयासी-'किं गं तुमं देवाणुप्पिया! ओहयमणसंकप्पे जाव झियायसि ?" / तए णं से पुरिसे एचं वयासी-'तुझे णं देवाणुप्पिया ! कट्ठाणं अडविं अणुपविसमाणा ममं एवं वयासी-'अम्हे णं देवाणुप्पिया! कट्ठाणं अडविं जाव अणुपविट्ठा। तए णं अहं तत्तो मुहृत्तंतरस्स तुझं असणं Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 110 अनंगपविट्ठसुत्ताणि साहेमित्तिकटु जेणेव जोईभायणे जाव झियामि / ' तए णं तेसिं पुरिसाणं एगे पुरिसे छेए दक्खे पत्तट्टे जाव उवएसलद्धे, ते पुरिसे एवं वयासी-'गच्छह णं तुझे देवाणुप्पिया ! हाया कयबलिकम्मा जाव हव्वमागच्छेह, जा णं अहं तुभं असणं साहेमि' त्तिकटु परियरं बंधइ 2 त्ता परसुं गिण्हइ 2 त्ता सरं करेइ 2 त्ता, सरेण अरणिं महेइ 2 ता, जोइं पाडेइ 2 ता जोइं संधुक्खेइ 2 ता, तेसिं पुरिसाणं असणं साहेइ / तए णं ते पुरिसा व्हाया कयबलिकम्मा जाव पायच्छित्ता जेणेव से पुरिसे तेणेव उवागच्छंति / तए णं से पुरिसे तेसिं पुरिसाणं सुहासणवरगयाणं तं विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं उवणेइ / तए णं ते पुरिसा तं विउलं असणं 4 आसाएमाणा वीसाएमाणा जाव विहरंति, जिमियभुत्तुत्तरागया वि य णं समाणा आयंता चोक्खा परमसुइभूया तं पुरिसं एवं वयासी-'अहो णं तुमं देवाणुप्पिया ! जड्डे मूढे अपण्डिए णिविण्णाणे अणुवएसलद्धे, जे णं तुम इच्छसि कटुंसि दुहाफालियंसि वा० जाव जोइं पासित्तए।' से एएणटेणं पएसी ! एवं वुच्चइ मूढतराए णं तुमं पएसी ताओ तुच्छ्त राओ" ||8|68 // तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी- 'जुत्तए णं भंते ! तुब्भं इय छेयाणं दक्खाणं बुद्धाणं कुसलाणं महामईणं विणीयाणं विण्णाणपत्ताणं उवएसलद्धाणं अहं इमीसाए महालियाए महच्चापरिसाए मज्झे उच्चावएहिं आउसेहिं आउसित्तए, उच्चावयाहिं उद्धंसणाहिं उद्धं सित्तए, एवं णिभञ्छणाहिं० णिच्छोडणाहिं० ?' / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"जाणासि णं तुम पएसी! कइ परिसाओ पण्णत्ताओ?"भंते ! जाणामि,चत्तारि परिसाओ पण्णत्ताओ। तं जहा-खत्तियपरिसा गाहावइपरिसा माहणपरिसा इसिपरिसा ?" “जाणासि णं तुमं पएसी राया ! एयासिं चउण्हं परिसाणं कस्स का दण्डणीई पण्णत्ता ?" "हंता जाणामि / जे णं खत्तियपरिसाए अवरज्झइ से णं हत्थच्छिण्णए वा पायच्छिण्णए वा सीसच्छिण्णए वा सूलाइए वा सूलभिण्णाए वा एगाहच्चे कूडाहच्चे जीवियाओ ववरोविजइ / जे णं गाहावइपरिसाए अवरज्झइ से णं तएण वा वेढेण वा पलालेण वा वेढित्ता अगणिकाएणं झामिजइ / जे णं माहणपरिसाए अवरज्झई से णं अणिट्ठाहिं अकंताहिं जाव अमणामाहिं वग्गूहिउवालम्भित्ता कुण्डियालञ्छणए वासुणगलञ्छणए वा कीरइ, णिव्विसए वा आणविजइ।जे णं इसिपरिसाए अवरज्झइ से णं णाइअणिहाहिं जाव णाइअमणामाहिं वग्गूहिं उवालब्भइ / " " एवं च ताव पएसी ! तुमं जाणासि, तहा वि णं तुमं ममं वामंवामेणं दण्डंदण्डेणं पडिकूलं पडिकूलेणं पडिलोमं Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 111 पडिलोमेणं विवच्चासंविवचासेणं वट्टसि / " तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“एवं खलु अहं देवाणुप्पिएहिं पढमिल्लएणं चेव वागरणेणं संलत्ते / तए मम इमेयारूवे अब्भत्थिए जाव संकप्पे समुप्पजित्था-जहा 2 णं एयरस पुरिसस्स वामवामेणं जाव विवच्चासंविवच्चासेणं वहिस्सामि, तहा 2 णं अहं गाणं च णाणोवलम्भं च करणं च करणोवलम्भं च दंसणं च दंसणोवलम्भं च जीवं च जीवोवलम्भं च उवलभिस्सामि / तं एए अहं कारणेणं देवाणुप्पियाणं वामवामेणं जाव विवच्चासंविवच्चासेणं वट्टिए।" तए णं केसी कुमारसमणे पएसीरायं एवं वयासी-"जाणासि णं तुमं पएसी ! कइ ववहारगा पण्णत्ता ?" "हंता जाणामि, चत्तारि ववहारगा पण्णत्ता-देइ णामेगे णो साणवेइ, सण्णवेइ णामेगे णो देइ, एगे देइ वि सण्णवेइ वि, एगे णो देइ णो सण्णवेइ / " "जाणासि णं तुमं पएसी ! एएसिं चउण्हं पुरिसाणं के ववहारी के अववहारी ?" "हंता जाणामि, तत्थ णं जे से पुरिसे देइ णो सण्णवेइ से णं पुरिसे ववहारी, तत्थ णं जे से पुरिसे णो देइ सण्णवेइ से णं पुरिसे ववहारी, तत्थ णं जे से पुरिसे देइ वि सण्णवेइ वि से णं पुरिसे ववहारी, तत्थ णं जे से पुरिसे णो देइ णो सण्णवेइ से | अववहारी / " “एवामेव तुम पि ववहारी णो चेव णं तुमं पएसी ! अववहारी" // 69 // तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-"तुज्झे णं भंते ! इय छेया दक्खा जाव उवएसलद्धा / समत्था णं भंते ! ममं करयलंसि वा आमलयं जीवं सरीराओ अभिणिव्वट्टित्ताणं उवदंसित्तए ?" तेणं कालेणं तेणं समएणं पएसिस्स रण्णो अदूरमामते वाउकाए संयुत्ते, तणवणस्सइकाए एयइ वेयह चलइ फंदइ घट्टइ उदीरइ तं तं भावं परिणमइ / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"पाससि णं तुमं पएसी राया ! एयं तणवणस्सई एयंतं जाव तं तं भावं परिणमंतं ?" "हंता पासामि"। "जाणासि णं तुमं पएसी ! एयं तणवणस्सइकायं किं देवो चालेइ असुरो वा चालेइ णागो वा किण्णरो वा चालेइ किंपुरिसो वा चालेइ महोरगो वा चालेइ गंधव्यो वा चालेइ ?" “हंता जाणामि, णो देवो चालेइ जाव णो गंधवो वा चालेइ, वाउकाए चालेइ"। "पाससि णं तुमं पएसी ! एयस्स वाउकायस्स सरूविस्स सकामस्स सरागस्स समोहरस सवेयस्स सलेसस्स ससरीरम्स रूवं' ? “णो इणटे समढे"। "जइ णं तुमं पएसी राया ! एयस्स वाउकायस्स सरूविस्स जाव ससरीरस्स रूवं ण पास सि, तं कहं णं पएसी ! तव करयलंसि वा आमलगं जीवं उवदंसिस्सामि ? एवं खलु पएसी ! दसट्ठाणाई Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 112 अनंगपविट्ठसुत्ताणि छमत्थे मणुस्से सव्वभावेणं ण जाणइ ण पासइ। तं जहा-धम्मत्थिकायं 1 अधम्भथिकायं 2 आगासत्थिकायं 3 जीवं असरीरबद्धं 4 परमाणुपोग्गलं 5 सदं 6 गंध 7 वायं 8 अयं जिणे भविस्सइ वा णो भविस्सइ 9 अयं सव्वदुक्खाणं अंतं करिस्सइ वा णो वा"१० ! एयाणि चेव उप्पण्णणाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली सव्वभावेणं जाणइ पासह / तं जहा-धम्मत्थिकायं जाव णो वा करिस्सइ / तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी ! जहा अण्णो जीवो"तं चेव" // 7 // तए णं से पएसी राया केमि कुमारसमणं एवं क्यासी-“से गुणं भंते! हथिस्स य कुंथुस्स य समे चेव जीवे ?" "हंता पएसी ! हथिस्स य कुंथुस्स य समे चेव जीवे"। "से Yणं भंते ! हत्थीर कुंथू अपकम्मतराए चेव अप्पकिरियतराए चेव अप्पासवतराए चेव, एवं आहारणीहारउस्सासणीसासइड्ढीमहजुईए अप्पतराए चेव, एवं च कुंथुओ हत्थी महाकम्मतराए चेव महाकिरिय जाव महाजुइत्तराए ?" "हंता पएसी ! हत्थीओ कुंथू अप्पकम्मतराए चेव कुंथुओ वा हत्थी महाकम्मतराए चेव"तं चेव"। "कम्हा णं भंते! हत्थिस्स य कुंथुस्स य समे चेव जीवे ?" “पएसी से जहाणामए कुडागारसाल्य सिया जाव गम्भीरा, अह णं केइ पुरिसे जोई वा दीवं वा गहाय तं कूडागारसालं अंतो 2 अणुपविसइ / तीसे कुडागारसालाए सव्वओ समंता घणणिचियणिरंतरणिच्छिड्डाई दुवारवयणाई पिहेइ २.त्ता तीसे कूडागारसालाए बहुमज्झदेसभाए तं पईवं पलीवेजा, तए णं से पईवे तं कूडागारसालं अंतो 2 ओभासइ उज्जोवेइ तवइ पभासेइ, णो चेव णं बाहिं / अह णं से पुरिसे तं पईवं इड्डरएणं पिहेजा, तए णं से पईवे तं इड्डरयं अंतो 2 ओभासेइ०, णो चेव णं इड्डरगस्स बाहिँ णो चेव णं कूडागारसालं णो चेव णं कूडागारसालाए बाहिं / एवं गोकिलिंजेणं गण्डमाणियाए पत्थियपिडएणं आढएणं अद्धाढएणं पत्थएणं अद्धपत्थएणं कुलवेणं अद्धकुलवेणं चाउभाइयाए अट्ठभाइयाए सोलसियाए बत्तीसियाए चउसट्टियाए दीवचम्पएणं, तए णं से पईवे दीवचम्पगस्स अंतो 2 ओभासइ 4 णो चेव णं दीवचम्पगस्स बाहिं (णो चेव णं चउसट्टियं) णो चेव णं चउसट्टियाए बाहिं णो चेव णं कूडागारसालं णो चेवणं कूडागारसालाए बाहिं / एवामेव पएसी ! जीवे वि जं जारिसयं पुवकम्मणिबद्धं बोंदि णिवत्तेइ, तं असंखेजेहिं जीवपएसेहिं सचित्तं करेइ खुड्डियं वा महालियं वा। तं सद्दहाहि णं तुमं पएसी ! जहा अण्णो जीवो"तं चेव".॥७॥ तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“एवं खलु भंते ! मम अजगस्स एसा Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 113 सण्णा जाव समोसरणे जहा तं जीवो तं सरीरं णो अण्णो जीवो अण्णं सरीरे / तयागंतरं च णं ममं पिउणो वि एसा सण्णा० / तयाणंतरं मम वि एसा सण्णा जाव * समोसरणे / तं णो खलु अहं बहुपुरिसपरंपरागयं कुलपिस्सियं दिहि छण्डेस्सामि"। तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-“मा णं तुमं पएसी ! पच्छाणुताविए भवेजासि जहा व से पुरिसे अयहारए" | "के णं भंते ! से अयहारए ?" “पएसी ! से जहाणामए केइ पुरिसा अस्थत्थिया अत्थगवेसिया अत्थलद्धया अस्थकंखिया अत्थपिवासिया अत्थगवेसणयाए विउलं पणियभण्डमायाए सुबहुं भत्तपाणपत्थयणं गहाय एगं महं अगामियं छिण्णावायं दीहमद्धं अडविं अणुपविट्ठा / तए णं ते पुरिसा तीसे अगामियाए अडवीए किंचि देसं अणुप्पत्ता समाणा एगं महं अयागरं पासंति अएणं सव्वओ समंता आइण्णं वित्थिणं सच्छडं उवच्छडं फुडं गाढं अवगाढं पासंति 2 त्ता हट्टतुट्ट जाव हियया अण्णमण्णं सद्दाति 2 त्ता एवं वयासी"एस णं देवाणुप्पिया ! अयभण्डे इट्टे कंते जाव मणामे / तं सेयं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं अयभारए बंधित्तए" त्तिक? अण्णमण्णस्स एयमटुं पडिसुणेति २त्ता अयभारं बंधंति 2 त्ता अहाणुपुव्वीए संपत्थिया / तए णं ते पुरिसा तीसे अगामियाए जाव अडवीए किंचि देसं अणुपत्ता समाणा एगं महं तउआगरं पासंति तउएणं आइण्णं तं चेव जाव सद्दावेत्ता एवं वयासी-एस णं देवाणुप्पिया ! तउयभण्डे जाव मणामे / अप्पेणं चेव तउएणं सुबहं अए लब्भइ / तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अयभारए छड्डेत्ता तउयभारए बंधित्तए' त्तिक? अण्णमण्णरस अंतिए एयमद्वं पडिसुणेति 2 त्ता अयभारं छड्डेति 2 त्ता तउयभारं बंधति / तत्थ णं एगे पुरिसे णो संचाएइ अयभारं छड्डित्ताए तउयभारं बंधित्तए / तए णं ते पुरिसा तं पुरिसं एवं वयासी-एस णं देवाणुप्पिया ! तउयभण्डे जाव सुबहुं अए लब्भइ / तं छड्डेहि णं देवाणुप्पिया ! अयभारगं, तउयभारगं बंधाहि' / तए णं से पुरिसे एवं क्यासी'दूराहडे मे देवाणुप्पिया ! अए; चिराहडे मे देवाणुप्पिया! अए; अइगाढबंधणबद्धे मे देवाणुप्पिया ! अए, असिलिट्ठबंधणबद्धे मे देवाणुप्पिया ! अए, धणियबंधणबद्ध मे देवाणुप्पिया ! अए,णो संचाएमि अयभारगं छड्डेत्ता तउयभारगं बंधित्तए।' तए ण ते पुरिसा तं पुरिसं जाहे णो संचाएंति बहहिं आघवणाहि य पण्णवणाहि य आघवित्तए वा पण्णवित्तए वा, तया अहाणुपुन्वीए संपत्थिया। एवं तम्बागरं रुप्पागरं सुवण्णागरं रयणागरं वइरागरं / तए णं ते पुरिसा जेणेव सया 2 जणवया जेणेव Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - अनंगपविट्ठसुत्ताणि साई 2 णयराइं तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता वइरविक्कणयं करेंति 2 त्ता सुबहुदासीदासगोमहिसगवेलगं गिण्हति २त्ता अट्ठतलमूसियवडिंसगे कारावेंति .हाया कयबलिकम्मा उप्पिं पासायवरगया फुट्टमाणेहिं मुइङ्गमत्थएहिं बत्तीसइबद्धएहिँ णाडएहिं वरतरुणीसंपउत्तेहिं उवणच्चिजमाणा उवगाइजमाणा उवलालिजमाणा इढे सद्दफरिस जाव विहरंति / तए णं से पुरिसे अयभारेण जेणेव सए णयरे तेणेव उवागच्छइ,अयविक्किणयं करेइ 2 त्ता तंसि अप्पमोल्लं सि णिहियं सि झीणपरिव्वए ते पुरिसे उंम्पिं पासायवरगए जाव विहरमाणे पासइ 2 त्ता एवं वयासी-'अहो णं अहं अधण्णो अपुण्णो अकयत्थो अकयलक्खणो हिरिसिरिपरिवजिए हीणपुण्णचाउद्दसे दुरंतपंतलक्खणे / जइ णं अहं मित्ताण वा णाईण वा णियगाण वा वयणं सुणेतओ, तो णं अहं पि एवं चेव उप्पि पासायवरगए जाव विहरंतो।' से तेण?णं पएसी ! एवं वुच्चइ-मा णं तुमं पएसी ! पच्छाणुताविए भवेजासि जहा व से पुरिसे अयहारए" // 72 // एत्थ णं से पएसी राया संबुद्धे केसि कुमारसमणं वंदइ जाव एवं वयासी-“णो खलु भंते ! अहं पच्छाणुताविए भविस्सामि जहा व से पुरिसे अयभारिए तं इच्छामि णं देवाणुप्पियाणं अंतिए केवलिपण्णत्तं धम्मं णिसामित्तए।" ' अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं करेहि / " धम्मकहा जहा चित्तस्स, तहेव गिहिधम्म पडिवजइ 2 त्ता जेणेव सेयविया णयरी तेणेव पहारेत्थ गमणाए // तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"जाणासि तुमं पएसी ! कइ आयरिया पण्णत्ता ?"हंता जाणामि, तओ आयरिया पण्णत्ता / तं जही-कलायरिए सिप्पायरिए धम्मायरिए / " "जाणासि णं तुम पएसी ! तेसिं तिण्हं आयरियाणं कस्स का विणयपडिवत्ती पउंजियव्वा ?" " हंता जाणामि, कलायरियस्स सिप्पायरियस्स उवलेवणं संमजणं वा करेजा पुरओ पुप्फाणि वा आणवेजा मजावेजा मण्डावेजा भोयावेजा वा, विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलएजा, पुत्ताणुपुत्तियं वित्तिं कप्पेजा। जत्थेव धम्मायरियं पासिज्जा तत्थेव वंदेजा णमंसेजा सक्कारेजा संमाणेजा कल्लाणं मङ्गलं देवयं चेइयं पज्जुवासेजा, फासुएसणिजेणं असणपाणखाइमसाइमेणं पडिलाभेजा, पाडिहारिएणं पीढफलगसेजासंथारएणं उवणिमंतेजा।" एवं च ताव तुमं पएसी ! एवं जाणासि, तहा वि णं तुमं ममं वामंवामेणं जाव वट्टित्ता ममं एयमढें अक्खामित्ता जेणेव सेयविया णयरी तेणेव पहारेत्थ गमणाए।” तए णं से पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-“एवं खलु भंते ! मम एयारूवे Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं अज्झथिए जाव समुप्पजित्था-'एवं खलु अहं देवाणुप्पियाणं वामं वामेणं जाव वट्टिए, तं सेयं खलु मे कलं पाउप्पभायाए रयणीए जाव तेयसा जलंते अंतेउरपरियालसद्धिं संपवुिडस्स देवाणुम्पिए वंदित्तए णमंसित्तए, एयमद्रं भुजो 2 सम्म विणएणं खामित्तए" तिकटु जामेव दिसि पाउन्भए तामेव दिसिं पडिगए // 73 // तए णं से पएसी राया कलं पाउप्पभायाए रयणीए जाव तेयसा जलंते हट्टतुट्ठ जाव हियए जहेव कणिए तहेव णिग्गच्छइ, अंतेउरपरियालसद्धिं संपखुिडे पञ्चविहेणं अभिगमेणं वंदइ णमंसइ, एयमद्रं भुजो 2 सम्मं विणएणं खामेइ / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिस्स रण्णो सूरियकंतप्पमुहाणं देवीणं तीसे य महइमहालियाए महच्चपरिसाए जाव धम्म परिकहेइ / तए णं पएसी राया धम्म सोच्चा गिसम्म उठाए उढेई 2 त्ता केसि कुमारसमणं वंदइ णमंसइ वं० २त्ता जेणेव सेयविया णयरी तेणेव पहारेत्थ गमणाए / तए णं केसी कुमारसमणे पएसिं रायं एवं वयासी-"मा णं तुमं पएसी ! पुव् िरमणिजे भवित्ता पच्छा अरमणिजे भविजासि, जहा से वणसण्डे •इ वा णट्टसाला इ वा इक्खुवाडए इ वा खलवाडए इ वा।" "कहं णं भंते ?" “जया णं वणसण्डे पत्तिए पुष्फिए फलिए हरियगरेरिजमाणे सिरिए अईव 2 उवसोभेमाणे चिट्ठइ, तया णं वणसण्डे रमणिजे भवइ / जया णं वणसण्डे णो पत्तिए णो पुफिए णो फलिए णो हरियगरेरिजमाणे णो सिरिए अईव 2 उवसोभेमाणे चिट्ठइ, तना णं जुण्णे झडे परिसडियपण्डुपत्ते सुक्करक्खे इव मिलायमाणे चिट्ठइ, तया णं वणसण्डे णो रमणिजे भवइ / जया णं णट्टसाला वि गिजइ वाइजइ णच्चिजइ हसिजइ रमिजइ, तया णं णट्टसाला रमणिज्जा भवइ / जया णं णट्टसाला णो गिजइ जाव णो रमिजइ, तया णं णट्टसाला अरमणिज्जा भवइ / जया णं इक्खुवाडे छिजइ भिजइ सिजइ पिजइ दिजइ, तया णं इक्खुवाडे रमणिजे भवइ / जया णं इक्खुवाडे णो छिजइ जाव तया णं इक्खुवाडे अरमणिजे भवइ / जया णं खलवाडे उच्छुब्भइ उडुइजइ मलइजइ मुणिजइ खजइ पिज्जइ दिजइ, तया णं खलवाडे रमणिजे भवइ / जया णं खलवाडे णो उच्छुब्भइ जाव अरमणिजे भवइ / से तेणतुणं पएसी ! एवं वुच्चइ, मा णं तुमं पएसी ! पुट्विं रमणिजे भवित्ता पच्छा अरमणिजे भविजासि जहा से वणसण्डे इ वा०।" तए णं पएसी राया केसि कुमारसमणं एवं वयासी-" णो खलु भंते ! अहं पुब्बिं रमणिज्जे भवित्ता पच्छा अरमणिजे भविस्सामि, जहा से वणसण्डे इ वा जाव खलवाडे इ वा। Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 116 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अहं णं सेयवियाणयरीपामोस्खाई सत्त गामसहस्साई चत्तारि भागे करिस्सामि / एगं भागं बलवाहणस्स दलइस्सामि, एगं भागं कोट्ठागारे छुभिस्सामि, एगं भागं अंतेउरस्स दलइस्सामि, एगेणं भागेणं महइमहालयं कूडागारसालं करिस्सामि / तत्थ णं बहूहिँ पुरिसेहिं दिण्णभइभत्तवेयणेहिं विउलं असणं 4 उवक्खडावेत्ता बहूणं समणमाहणभिक्खुयाणं पंथियपहियाणं परिभाएमाणे 2 बहूहिं सीलव्वयगुणव्वयवेरमणपञ्चक्खाणपोसहोववासस्स जाव विहरिस्सामि" त्तिक? जामेव दिसि पाउब्भूए तामेव दिसि पडिगए // तए णं से पएसी राया कलं जाव तेयसा जलंते सेयवियापामोक्खाई सत्त गामसहस्साई चत्तारि भाए करेई। एगं भागं बलवाहणस्स दलइ जाव कुडागारसालं करेइ, तत्थ णं बहहिं पुरिसेहिं जाव उवक्खडावेत्ता बहूणं समण जाव परिभाएमाणे विहरइ // 74 // तए णं से पएसी राया समणोवासए जाए अभिगय. जीवाजीवे"विहरइ / जप्पभिई च णं पएसी राया समणोवासए जाए तप्पभिई च णं रजं च रटुं च बलं च वाहणं च कोसं च कोट्ठागारं च पुरं च अंतेउरं च जणवयं च अणाढायमाणे यावि विहरइ। तए णं तीसे सूरियकताए देवीए इमेयारूवे अज्झथिए जाव समुप्पजित्था-"जप्पभिई च णं पएसी राया समणोवासए जाए तप्पभिई च णं रजं च रटुं च जाव अंतेउरं च ममं च जणवयं च अणाढायमाणे विहरइ / तं सेयं खलु मे पएसिं रायं केण वि सत्थपओगेण वा अम्गिपओगेण वा मंतप्पओगेण वा विसप्पओगेण वा उद्दवेत्ता सूरियकंतं कुमारं रजे ठवित्ता सयमेव रजसिरिं कारेमाणीए पालेमाणीए विहरित्तए" तिकटु एवं संपेहेइ 2 त्ता सूरियकंतं कुमारं सद्दावेद 2 त्ता एवं वयासी-"जप्पभिई च णं पएसी राया समणोवासए जाए तप्पमिइं च णं रजं च रटुं च जाव अंतेउरं च ममं च जणवयं च माणुस्सए य कामभोगे अणाढायमाणे विहरइ / तं सेयं खलु तव पुत्ता ! पएसिं रायं केणइ सत्थप्पओगेण वा जाव उद्दवित्ता सयमेव रजसिरिं कारेमाणे पालेमाणे विहरित्तए" (त्तिकटु एवं संपेहेइ 2 त्ता सूरियकंतं कुमारं सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासीजप्पभिई च णं पएसी राया समणोवासए जाए तप्पभियं च णं रजं च रटुं च जाव अंतेउरं च जणवयं च माणुस्सए कामभोगे य अणाढायमाणे यावि विहरइ / तं सेयं खलु तव पुत्ता ! पएसिं राय केणइ सत्थप्पओगेण वा जाव उद्दवेत्ता सयमेव रजसिरिं करेमाणस्स पालेमाणस्स विहरित्तए)। तए ण सूरियकंते कुमारे सूरियकंताए देवीए एवं वुत्ते समाणे सूरियकताए देवीए एयमढे णो आढाइ, णो Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - रायपसेणइयं 117 परियाणाइ, तुसिणीए संचिट्ठइ / तए णं तीसे सूरियकताए देवीए इमेयारूवे अज्झथिए जाव समुप्पजित्था-"मा गं सूरियकंते कुमारे पए सिस्स रणो इमं रहस्सभेयं करिस्सइ” तिकटु पएसिस्स रण्णो छिद्दाणि य मम्माणि य रहस्साणि य विवराणि य अंतराणि य पडिजागरमाणी 2 विहरइ / तए णं सूरियकता देवी अण्णया कयाइ पएसिस्स रण्णो अंतरं जाणइ 2 त्ता असणं जाव साइमं सव्ववत्थगंधमलालंकारं विसप्पओगं पउंजइ / पएसिस्स रण्णो ण्हायस्स जाव पायच्छित्तस्स मुहासणवरगयस्स तं विससंजुत्तं असणं 4 वत्थं जाच अलंकारं णिसिरेइ, घायइ / तए णं तस्स पएसिस्स रण्णो तं विससंजुत्तं असणं 4 आहारेमाणस्स सरीरंगमि वेयणा पाउन्भूया उजला विउला पगाढा कक्कसा कडुया फरसा णि?रा चण्डा तिव्वा दुक्खा दुग्गा दुरहियासा, पित्तजरपरिगयसरीरे दाहवक्ते यावि विहरइ // 75 // तए णं से पएसी राया सूरियकताए देवीए अत्ताणं संपलद्धं जाणित्ता सूरियकताए देवीए मणसा वि अप्पदुस्समाणे जेणेव पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता पोसहसालं पमजइ 2 त्ता उच्चारपासर्वणभूमि पडिलेहेइ 2 त्ता दब्मसंथारगं संथरेइ 2 त्ता दम्भसंथारगं दुरुहइ 2 ता पुरस्थाभिमुहे संपलियंकणिसण्णे करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं वयासी-"णमोऽत्थु णं अरहताणं जाव संपत्ताणं / णमोऽत्थु णं केसिस्स कुमारसमणस्स मम धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स। वंदामिणं भगवंतं तत्थगयं इहगए, पासउ मे भगवं तत्थगए इहगयं” त्तिकटु वंदइ णमंमइ, “पुट्विं पि णं मए केसिस्स कुमारसमणस्स अंतिए थूलपाणाइवाए पञ्चवखाए जाव परिग्गहे / तं इयाणि पिणं तस्सेव भगवओ अंतिए सव्वं पाणाइवायं पच्चक्खामि जाव परिग्गहं, सव्वं कोहं जाव मिच्छादसणसलं, अकरणिजं जोगं पच्चक्खामि, सव्वं असणं चउव्विहं पि आहारं जावजीवाए पच्चक्खामि, जंपि य मे सरीरं इट्ट जाव फुमंतुत्ति एवं पि य णं चरिमेहिं ऊसासणिस्सासेहिं वोसिरामि" त्तिकटु आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कम्पे सूरियाभे विमाणे उववायसभाए जाव उववण्णे / / तए णं से सूरियामे देवे अहुणोववण्णए चेव समाणे पंच. विहाए पजत्तीए पजत्तिभावं गच्छइ / तं जहा-आहारपज्जत्तीए सरीरपजत्तीए इंदियपजत्तीए आणपाणपजत्तीए भासामणपजत्तीए / तं एवं खलु भो सूरियामेणं देवेणं सा दिव्या देविड्ढी दिव्वा देवजुई दिव्वे देवाणुभावे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए" // 76 // "सूरियाभस्स णं भंते ! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ?" Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 118 - अनंगपविठ्ठकुत्ताणि .. "गोयमा!चत्तारि पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता"। “से णं भंते!सूरियाभे देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चहत्ता कहिं गमिहिइ,कहि उववजिहिइ ?" गोयमा ! महाविदेहे वासे जाणि इमाणि कुलाणि भवंति, तं जहाअड्ढाई दित्ताई विउलाई वित्थिण्णविपुलभवणसयणासणजाणवाहणाई बहुधणबहुजायरूवरययाइं आओगपओगसंपउत्ताइं विच्छड्डियपउरभत्तपाणाई बहुदासीदासगोमहिसगवेलगप्पभूयाइं बहुजणस्स अपरिभूयाई, तत्थ अण्णयरेसु कुलेसु पुत्तत्ताए पच्चायाइस्सइ / तए णं तंसि दारगंसि गभगयंसि चेव समाणंसि अम्मापिऊणं धम्मे दढा पइण्णा भविस्सइ / तए णं तस्स दारगस्स माया णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अद्धहमाण राइंदियाणं वीइकंताणं सुकुमालपाणिपायं अहीणपडिपुण्णपंचिं दियसरीरं लक्खणवञ्जणगुणोववेयं माणुम्माणपमाणपडिपुष्णसुजायसव्वङ्गसुंदरंङ्ग ससिसोमाकारं कंतं पियदंसणं सुरूवं दारयं पयाहिसि / तए णं तस्स दारगस्स अम्मापियरो पढमे दिवसे ठिइवडियं करेहिति / तइयदिवसे चंदसूरदंसणियं करिस्संति। छठे दिवसे जागरियं जागरिस्संति / एकारसमे दिवसे वीइकंते संपत्तं बारसाहे दिवसे णिव्वित्ते असुइजायकम्मकरणे चोक्खे संमजिओकलित्ते विउलं असणपाणवाइमसाइमं उवक्खडावेस्संति 2 त्ता मित्तणाइणियगसयणसबंधिपरियणं आमंतिस्संति आमंतेत्ता तओ पच्छा व्हाया कयबलिकम्मा जाव अलंकिया भोयणमण्डवंसि सुहासणवरगया तेण मित्तणाइ जाव परिजणेण सद्धि विउलं असणं 4 आसाएमाणा विसाएमाणा परि - जेमाणा परिभाएमाणा एवं चेवणं विहरिस्संति / जिमियभुत्तुत्तराग़या वि य णं समाणा आयंता चोक्खा परमसुइभूया तं मित्तणाइ जाव परियणं विउलेणं वत्थगंधमल्लालंकारेणं सक्कारेस्संति संमाणिस्संति स०.२ त्ता तस्सेव मित्त जाव परियणस्स पुरओ एवं वइस्संति-'जम्हा णं देवाणुप्पिया ! इमंसि दारगंसि गब्भगयंसि चेव समाणंसि धम्मे दढा पहण्णा जाया, तं होउ णं अम्हं एयस्स दारयस्स दढपइण्णे णामेणं / तए णं तस्स दढपइण्णस्स दारगस्स अम्मापियरो णामधेनं करिस्संति-दढपइण्णो य 2 / तए णं तस्स अम्मापियरो अणुपुव्वेणं ठिइवडियं च चंदसूरियदरिसणं च धम्मजागरियं च णामधेजकरणं च पजेमणगं च पजंपणगं च पडिवद्धावणगं च पचंकमणगं च कण्णवेहणं च संवच्छरपडिलेहणगं च चूलोवणयं च अण्णाणि य बहाणि गब्भाहाणजम्मणाइयाइं कोउयाई महया इड्ढीसकारसमुदएणं करिस्संति // 77 // तए णं से दढपइण्णे दारए. पञ्चधाईपरिस्खित्ते खीरधाईए मजणधाईए Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं 116 मण्डणधाईए अंकधाईए कीलावणधाईए, अण्णाहि य बहहिं खुजाहिं चिलाइयाहिं वामणियाहिं वडभियाहि बब्बरीहिं बउसियाहिं जोण्हियाहिं पण्णवियाहिं ई सिणियाहिं वारुणियाहिं लासियाहिं लउसियाहिं दमिलीहिं सिंहलीहिं आरबीहिं पुलिंदीहिं पक्कणीहिं बहलीहिँ मुरंडीहिं सबरीहिं पारसीहि णाणादेसीविदेसपरिमण्डियाहिं सदेसणेवत्थगहियवेसाहिँ इंगियचिंतियपत्थियवियाणाहिं णिउणकुसलाहिं विणीयाहिं चेडियाचक्कवालतरुणिचंदपरियालपरिखुडे वरिसधरकंचुइमहयरवंदपरिक्खित्ते हत्थाओ हत्थं साहरिजमाणे 2 उवणच्चिजमाणे 2 अंकाओ अंकं परिभुजमाणे 2 उवगिज्जेमाणे 2 उवलालिजमाणे 2 उवगृहिजमाणे 2 अवयासिज्जमाणे 2 परियं दिजमाणे 2 परिचुम्बिजमाणे 2 रम्मेसु मणिकोट्टिमतलेसु परंगमाणे 2 गिरिकंदरमल्लीणे विव चम्पगवरपायवे णिवायणिव्वाघायंसि सुहंसुहेणं परिवढिस्सइ // 78|| तए णं तं दढपदणं दारगं अम्मापियरो साइरेगअहवासजायगं जाणित्ता सोभणंसि तिहिकरणशरखत्तमुहत्तंसि व्हायं कयबलिकम्मं कयकोउयमंगलपायच्छित्तं सव्वालंकारविभूसियं करेत्ता महया इड्ढीसक्कारसमुदएणं कलायरियस्स उवणेहिति / तए णं से कलायरिए तं दढपइण्णं दारगं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुयपज्जवसागाओ बावत्तरि कलाओ सुत्तओ य अत्थओ य गंथओ य करणओ य पसिवखावेहिइ य सेहावेहिइ यतं जहा-लेहं गणियं रूवं णटें गीयं वाइयं सरगयं पोवखरगयं समतालं जूयं जणवायं पासगं अट्ठावयं पोरेवच्चं दगमट्टियं अण्णविहिं पाणविहिं वत्थविहिं विलेवणविहिं सयणविहिं अजं पहेलियं मागहियं गिद्दाइयं गाहं गीइयं सिलोगं हिरण्णजुत्ति सुवण्णजुत्तिं चुण्णजुत्तिं आभरणविहिं तरुणीपडिकम्मं इथिलवखणं पुरिसलक्खणं हयलक्खयं गयलक्खणं गोणलक्खणं कुक्कुडलक्खणं छत्तलबखणं दण्डलक्खणं असिलक्खणं मणिलक्खणं कागणिलक्खणं वत्थुविजं गगरमाणं खंधावारं चारं पडिचारं बृहं पडिवूहं चक्कवृहं गरुलवूहं सगडवूहं जुद्धं णिजुद्धं जुद्धाइजुद्धं अट्ठिजुद्धं मुट्ठिजुद्धं बाहुजुद्धं लयाजुद्धं ईसत्थं छरुप्पवायं धणुव्वेयं हिरण्णपागं सुवण्णपागं मणिपागं धाउपागं मुत्तखेड्डं वट्टखेड्डं णालियाखेड्डं पत्तच्छेजं कडगच्छेज सजीवं णिजीवं सउणरुयमिति / तए णं से कलायरिए तं दढपइण्णं दारगं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुयपजवसाणाओ बावतरं कलाओ सुत्तओ य अत्थओ य गंथओ य करणओ य सिक्खावेत्ता सेहावेत्ता अम्मापिऊणं उवणेहिइ / तए णं तस्स दढपइण्णस्स दारगस्स अम्मापियरो तं कलायरियं विउलेणं असणपाणखाइमसाइमेणं वत्थगंधमलालंकारेणं Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 120 अनंगपतिमा अनंगपविट्ठसुत्ताणि सक्कारिस्संति संमाणिस्संति स०२ ता विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलइस्संति 2 त्ता पडिविसजेहिंति // 79 // तए णं से दढपइण्णे दारए उम्मुक्कबालभावे विण्णायपरिभयमेत्ते जोव्वणनगमणुप्पत्ते बावत्तरिकलापण्डिए अट्ठारसविहदेसिप्पगारभासाविसारए णवङ्गसुत्तपडिबोहए गीयरई गंधव्वणट्टकुसले सिङ्गारागारचारुवेसे संगयगयह सियभणियचिट्ठियविलाससंलावणिउणजुत्तोवयारकुसले हयजोही गयजोही रहजोही बाहुजोही बाहुप्पमद्दी अलंभोगसमत्थे साहसिए वियालचारी यावि भविस्सइ / तए णं तं ददपइण्णं दारगं अम्मापियरो उम्मुक्कवालभावं जाव वियालचारिंच वियाणित्ता विउलेहिं अण्णभोगेहि य पाणभोगेहि य लेणभोगेहि य वत्थभोगेहि य सयणभोगेहि य उवणिमंतेहिंति तए णं से दढपइण्णे दारए तेहिं विउलेहिं अण्णभोगेहिं जाव सयणभोगेहिं णो सजिहिइ णो गिज्झिहिंइ णो मुच्छिहिइ को अज्झोववजिहिइ / से जहाणामए पउमुप्पले इ वा पउमे इ वा जाव सयसहस्संपत्ते इ वा पंके जाए जले संत्रुडढे णोवलिप्पइ पंकरएणं णोवलिया जलरएणं, एवामेव दढपइण्णे वि दारए कामेहिं जाए भोगेहिं संवढिए णोवलिप्पिहिइ कामरएणं णोवलिम्पिहिइ भोगरएण णोवलिप्पिहिइ मित्तणाइणियगसयणसंबंधिपरिजणेणं से णं तहारूवाणं थेराणं अंतिए केवलं बोहिं बुज्झिहिइ 2 त्ता मुण्डे भवित्ता अगाराओ अग्रगारियं पव्वइस्सइ / से गं अणगारे भविस्सइ, ईरियासमिए जाव सुहृययासणे इव तेयसा जलंते / तरस भगवओ अणुत्तरेणं णाणेणं एवं दंसणेणं चरित्तेणं आलएणं विहारेणं अजवेणं मद्दवेणं लाघवेणं खंतीए गुत्तीए मुत्तीए अणुत्तरेणं सव्वसंजमतवसुचरियफलगिव्याणमग्गेणं अप्पाणं भावमाणस्स अणते अणुत्तरे कसिणे पडिपुण्णे गिरावरणे शिव्वाघाए केवलवरणाणदंसणे समुप्पजिहिइ / तए णं से भगवं अरहा जिणे केवली भविस्सइ. सदेवमणुयासुरस्स लोगस्स परियायं जाणिहिइ / तं जहा-आगई गई ठिई चवणं उववायं तकं कडं मणोमाणसियं खइयं भुत्तं पडिसेवियं आवीकम्मं रहोकम्म-अरहा अरहस्सभागी, तं तं मणवयकायजोगे वट्टमाणाणं सव्वलोए सव्वजीवाणं सव्वभावे जाणमाणे पासमाणे विहरिस्सिइ / तए णं दढपइण्णे केवली एयारवेणं विहारेणं विहरमाणे बहूई वासाई केवलिपरियायं पाउणित्ता अप्पणो आउसेसं आभोएत्ता बहूई भत्ताई पच्चक्खाइस्सइ २त्ता बहूई भत्ताई अणसणाए छेइस्सइ 2 त्ता जस्सहाए कीरइ णग्गभावे मुण्डभावे केसलोए बम्भचेरवासे अण्हाणगं अदंतवणं अणुवहाणगं भूमिसेजाओ फलहसेजाओ परघरपवेसो लद्धावलद्धाई माणावमाणाई परेसिं Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायपसेणइयं हीलणाओ शिंदणाओ दिसणाओ तजणाओ ताडणाओगरहणाओ उच्चावया विरूवरूवा बावीसं परीसहोवसग्गा गामकण्टगा अहियासिजंति तमढ़े आराहेइ 2 त्ता चरिमेहिं उस्सासणिस्सासेहिं सिज्झिहिइ बुज्झिहिइ मुनिच हिइ परिणिव्वाहिइ सव्वदुक्खाणमंतं करेहिइ” // 80 // “सेवं भंते ! सेवं भंते !' त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणे विहरइ // 81 // ॥निक्खेवो // रायपसेणइयं समत्तं / / Page #131 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे पढमा दुविह पडिवत्ती णमो उसभाइयाणं चउवीसाए तित्थयराणं, इह खलु जिणमयं जिणाणुमयं जिणाणुलोमं जिणप्पणीयं जिणपरूवियं जिणक्खायं जिणाणुचिण्णं जिणपण्णत्तं जिणदेसियं जिणपसत्थं अणुव्वीइय तं सद्दहमाणा तं पत्तियमाणा तं रोएमाणा थेरा भगवंतो जीवाजीवाभिगमणाममज्झयणं पण्णवइंसु // 1 // से किं तं जीवाजीवाभिगमे ? जीवाजीवाभिगमे दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-जीवाभिगमे य अजीवाभिगमे य // 2 // से किं तं अजीवाभिगमे ? अजीवाभिगमे दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-रूविअजीवाभिगमे य अरूविअजीवाभिगमे य // 3 // से किं तं अरूविअजीवाभिगमे ? अरूविअजीवाभिगमे दसविहे प०, तंजहा-धम्मत्थिकाए एवं जहा पण्णवणाए जाव सेत्तं अरूविअजीवाभिगमे // 4 // से किं तं रूविअजीवाभिगमे ? रूविअजीवाभिगमे चउविहे पण्णत्ते, तंजहा-खंधा खंधदेसा खंधप्पएसा परमाणुपोग्गला, ते समासओ पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा–वण्णपरिणया गंध० रस० फास० संठाणपरिणया, एवं ते 5 जहा पण्णवणाए, सेत्तं रूविअजीवाभिगमे, सेत्तं अजीवाभिगमे // 5 // से किं तं जीवाभिगमे ? जीवाभिगमे दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-संसारसमावण्णगजीवाभिगमे य असंसारसमावण्णगीवाभिगमे य // 6 // से किं तं असंसारसमावण्णगजीवाभिगमे ? 2 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-अणंतरसिद्धासंसारसमावण्णगजीवाभिगमे य परंपरसिद्धासंसारसमावण्णगजीवाभिगमे य / ‘से किं तं अणंतरसिद्धासंसारसमावण्णगजीवाभिगमे 1 2 पण्णरसविहे पण्णत्ते, तंजहा-तित्थसिद्धा जाव अणेगसिद्धा, सेत्तं अणंतरसिद्धा० / से किं तं परंपरसिद्धासंसारसमावण्णगजीवाभिगमे 12 अणेगविहे पण्णत्ते, तंजहा-पढमसमयसिद्धा दुसमयसिद्धा जाव अणंतसमयसिद्धा, से तं परंपरसिद्धासंसारसमावण्णगजीवाभिगमे, सेत्तं असंसारसमावण्णगजीवाभिगमे // 7 // से किं तं संसारसमावण्णगजीवाभिगमे ? संसारसमावण्णएसु णं जीवेसु इमाओ णव पडिवत्तीओ एवमाहिजंति, तं०-एगे एवमाहंसु-दुविहा संसारसमावण्णगा जवा प०, एगे एवमाहंसु-तिविहा संसारसमावण्णगा जीवा प०, एगे एवमाहंसु-चउव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा प०, एगे एवमाहंसु-पंचविहा संसारसमावण्णगा जीवा प०, एएणं अभिलावेणं जाव दसविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता // 8 // Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 124 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तत्थ णं जे एवमाहंसु 'दुविहा संसारसमावण्णगा जीवा प०' ते एवमाहंसु-तंजहातसा चेव थावरा चेव // 9 // से किं तं थावरा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहापुढविकाइया 1 आउकाइया 2 वणस्सइकाइया 3 // 10 // से किं तं पुढ विकाइया ? 2 दुविहा प०, तं०-सुहुमपुढविकाइया य बायरपुढविकाईया य // 11 // से किं तं सुहुमपुढविकाइया ? 2 दुविहा प०, तं०-पजत्तगा य अपजत्तगा य / संगहणिगाहासरीरोगाहणसंघयणसंठाणकसाय तह य हुंति सण्णाओ। लेसिंदियसमुग्घाओ, सण्णी वेए य पजत्ती // 1 // दिट्ठी दंसणणाणे जोगुवओगे तहा किमाहारे / उववायठिई समुग्घायचवणगइरागई चेव // 2 // 12 // तेंसि णं भंते ! जीवाणं कइसरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा 10, तं०-ओरालिए तेयए कम्मए / तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा प० 1 गो ! जहण्णेणं अंगुलासंखेजइभागं उक्कोसेणवि अंगुलासंखेजइभागं // तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरा किंसंघयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! छेवट्ठसंघयणा पण्णत्ता // तेसि णं भंते ! सरीरा किंसंठिया प० 1 गोयमा ! मसूरचंदसंठिया पण्णत्ता॥ तेसि णं भंते ! जीवाणं कई कसाया पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि कसाया पण्णत्ता, तंजहा-कोहकसाए माणकसाए मायाकसाए लोहकसाए // तेसि णं भंते ! जीवाणं कई सण्णाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ? चत्तारि सण्णाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-आहारसण्णा जाव परिग्गहसण्णा // तेसिणं भंते ! जीवाणं कइ लेसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! तिणि लेस्साओ पण्णत्ताओ तंजहा-किण्हलेस्सा णीललेस्सा काउलेस्सा॥ तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ इंदियाइं पण्णत्ताई ? गोयमा ! एगे फासिदिए पण्णत्ते / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा! तओ समुग्धाया पण्णत्ता, तंजहा-वेयणासमुग्धाए कसायसमुग्घाए मारणंतियसमुग्घाए // ते णं भंते ! जीवा किं सण्णी असण्णी ? गोयमा ! णो सण्णी असण्णी // ते णं भंते ! जीवा किं इथिवेया पुरिसवेया णपुंसगवेया ? गोयमा! णो इत्थीवेया णो पुरिसवेया णपुंसगवेया। तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ पजत्तीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! चत्तारि पजत्तीओ पण्णत्ताओ,तंजहाआहारपजत्ती सरीरपजत्ती इंदियपजत्ती आणपाणुपजत्ती / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ अपजत्तीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! चत्तारि अपजत्तीओ पण्णत्ताओ, तंजहा आहारअपजत्ती जाव आणापाणुअपजत्ती // ते णं भंते ! जीवा किं सम्मदिट्टी मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी ? गोयमा ! णो सम्मदिट्ठी मिच्छादिट्ठी णो सम्मा Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - जीवाजीवाभिगमे प० 1 125 मिच्छादिट्ठी // ते णं भंते ! जीवा किं चक्खुदंसणी अचक्खुदंसणी ओहिदंसणी केवलदंसणी ? गोयमा ! णो चक्खुदंसणी अचक्खुदंसणी णो ओहिदंसणी णो केवलदंसणी / / ते ण भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी अण्णाणी, णियमा दुअण्णाणी, तंजहा-मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य / ते ण मंते ! जवा किं मणजोजी वयजोगी कायजोगी ? गोयमा णो मणजोगी जो वयजोगी कायजोगी / / ते णं भंते ! जीवा किं सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता 1 गोयमा ! सागारोवउत्तावि अणागारोवउत्तावि / ते णं भंते ! जीवा किमाहारमाहारेति ? गोयमा ! दव्वओ अणंतपएसियाई खेत्तओ असंखेजपएसोगाढाई कालओ अण्णयरसमयहिइयाई भावओ वण्णमंताई गंधमंताई रसमंताई फासमंताई / / जाइं भावओ वण्णमंताई आ० ताई किं एगवण्णाई आ० दुवण्णाई आ० तिवण्णाई आ०. चउवण्णाइं आ० पंचवण्णाई आ० 1 गोयमा ! ठाणमम्गणं पडुच्च एगवण्णाइंपि दुवण्णाइंपि तिवण्णाइंपि चउवण्णाइंपि पंचवण्णाइंपि आ०, विहाणमम्गणं पडुच्च कालाइंपि आ० जाव सुकिल्लाइंपि आ०, जाई वण्णओ कालाई आ० ताई कि एगगुणकालाई आ० जाव अगंतगुणकालाई आ० 1 गोयमा ! एगगुणकालाईपि आ० जाव अणंतगुणकालाइंपि आ० एवं जाव सुक्किलाई // जाइं भावओ गंधमंताई आ० ताइं किं एगगंधाइं आ० दुगंधाइं आ० 1 गोयमा ! ठाणमग्गणं पडुच्च एगगंधाइंपि आ० दुगंधाइंपि आ०, विहाणमग्गणं पडुच्च सुब्भिगंधाइंपि आ० दुन्भिगंधाइंपि आ०, जाइं गंधओ सुन्भिगंधाइं आ० ताई कि एगगुणसुन्भिगंधाइं आ० जाव अणंतगुणसुरभिगंधाइं आ० ? गोयमा ! एगगुणसुब्भिगंधाइंपि आ० जांव अणंतगुणसुन्भिगंधाइंपि आ०, एवं दुन्भिगंधाइंपि // रसा जहा वण्णा / / जाइं भावओ फासमंताई आ० ताई कि एगफासाइं आ० जाव अट्टफासाइं आ० 1 गोयमा ! ठाणमग्गणं पडुच्च णो एगफासाई आ० णो दुफासाइं आ० णो तिफासाइं आ० चउफासाइं आ० पंचफासाइंपि जाव अट्ठफासाइंपि आ०, विहाणमग्गणं पडुच्च कक्खडाइंपि आ० जाव लुक्खाइंपि आ०, जाइं फासओ कक्खडाई आ०ताई कि एगगुणकक्खडाइं आ०जाव अणंतगुणकवखडाइं आ० 1 गोयमा ! एगगुणकक्खडाइंपि आ० जाव अणंतगुणकक्खडाइंपि आ० एवं जाव लुक्खा णेयव्वा // ताई भंते ! किं पुट्ठाई आ० अपुट्ठाई आ० 1 गोयमा ! पुट्ठाई आ० णो अपुट्ठाई आ०, ताइं भंते ! कि ओगाढाइं आ० अणोगाढाइं आ० ? गोयमा ! ओगाढाई आ० णो अणोगाढाइं आ०, ताई भंते ! किमणंतरोगाढाई Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि आ० परंपरोगाढाई आ० 1 गोयमा ! अणंतरोगाढाई आ० णो परंपरोगाढाइं आ०, ताई भंते ! किं अणूई आ० बायराइं आ० 1 गोयमा ! अणूइंपि आ० बायराइंपि आहारेंति, ताइं भंते ! किं उड्ढं आ० अहे आ० तिरियं आहारैति ? गोयमा ! उड्ड्पि आ० अहेवि आ० तिरियपि आ०, ताइं भते ! किं आई आ० मज्झे आ० पजवसाणे आहारेंति ? गोयमा ! आइंपि आ० मज्झेवि आ० पज्जवसाणेवि आ०, ताई भंते ! किं सविसए आ० अविसए आ० ? गोयमा! सविसए आ० णो अविसए आ०, ताई भंते ! किं आणुपुट्विं आ० अणाणुपुध्विं आहारेति ? गोयमा! आणुपुट्विं आहारति जो अणाणुपुट्विं आहारेंति, ताइं भंते ! किं तिदिसिं आहारति चउदिसिं आहारेति पंचदिसिं आहारेति छदिसिं आहारेति ? गोयमा ! णिव्वाघाएणं छदिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं सिय चउदिसिं सिय पंचदिसिं, उस्सण्णकारणं पडुच्च वण्णओ काला णीला जाव सुकिल्लाई, गंधओ सुब्भिगंधाई दुब्भिगंधाई, रसओ जाव तित्तमहुराई, फासओ कक्खडमउय जाव णिद्धलुक्खाई, तेसिं पोराणे वण्णगुण जाव फासगुणे विप्परिणामइत्ता परिपालइत्ता परिसाडइत्ता परिविद्धंसइत्ता अण्ण अपुव्वे वण्णगुणे गंधगुणे जाव फासगुणे उप्पाइत्ता आयसरीरओगाढे पोग्गले सव्वप्पणयाए आहारमाहारेति // ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववजंति ? किं णेरइएहिंतो उववजंति तिरिक्त्रमणुस्सदेवेहिंतो उववनंति ? गोयमा ! णो णेरइएहितो उववजंति, तिरिक्खजोणिरहितो उ० मणुस्सेहिंतो उ०, णो देवेहिंतो उ०, तिरिक्खजोणियपजत्तापजत्तेहिंतो असंखेंजवासाउयवजेहिंतो उ०, मणुस्सेहिंतो अकम्मभूमिगअसंखेजवासाउयवजेहिंतो उववजंति, वकंतीउववाओ भाणियव्यो / तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं // ते णं भंते ! जीवा मारणंतियसमुग्घाएणं किं समोहया मरंति असमोहया मरंति ? गोयमा ! समोहयावि मरति असमोहयावि मरंति // ते णं भंते ! जीवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति ? कहिं उववजंति ?-किं णेरइएसु उवववजंति तिरिक्खजोणिएसु उ० मणुस्सेसु उ० देवेसु उवव० 1, गोयमा ! णो णेरइएसु उववजंति तिरिक्खजोणिएसु उ० मणुस्सेसु उ० णो देवेसु उवव० / जइ तिरिक्खजोणिएसु उववजंति किं एगिदिएसु उववजंति जाव पंचिं दिएसु उ० ? गोयमा ! एगिदिएसु उववजंति जाव पंचेंदियतिरिक्खजोणिएसु उववचंति, असंखेज्जवासाउयवज्जेसु पज्जत्तापज्जत्तएसु उववनंति, मणुस्सेसु अकम्मभूमगअंतर Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०१ 127 दीवगअसंखेज्जवासाउयवज्जेसु पज्जत्तापज्जत्तएसु उववज्जति / / ते णं भंते ! जीवा कइगइया कइआगइया पण्णता ? गोयमा ! दुगइया दुआगइया, परित्ता असंखेज्जा पण्णत्ता समणाउसो ! से तं सुहुमपुढविक्काइया // 13 // से किं तं बायरपुढविकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा—सण्हबायरपुढविक्काइया य ग्वरबायरपुढविकाइया य // 14 // से किं तं सहबायरपुढविक्काइया ? 2 सत्तविहा पण्णत्ता, तंजहा-कण्हमट्टिया, भेओ जहा पण्णवणाए जाव ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा प०, तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए, तं चेव सव्वं णवरं चत्तारि लेसाओ, अवसेसं जहा सुहुमपुढविक्काइयाणं आहारो जाव णियमा छद्दिसिं, उववाओ तिरिक्खजोणियमणुस्सदेवेहितो, देवेहिं जाव सोहम्भेसाहितो, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं / ते णं भंते ! जीवा मारणंतियसमुग्धाएणं किं समोहया मरंति असमोहया मरंति ? गोयमा ! समोहयावि मरंति असमोहयावि मरंति / ते णं भंते ! जीवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति ? कहिं उववजंति ?-किं णेरइएसु उववजंति 10, पुच्छा, गो० णो णेरइएसु उववजंति तिरिक्खजोणिएसु उववजति मणुस्सेसु उव० णो देवेसु उव० तं चेव जाव असंखेजवासाउयवजेहिंतो उ० / ते णं भंते ! जीवा कइगइया कइआगइया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुगइया तिआगइया परित्ता असंखेजा प० समणाउसो ! से तं बायरपुढविक्काइया / सेत्तं पुढविकाइया // 15 // से किं तं आउक्काइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-सुहुमआउक्काइया य बायरआउकाइया य, सुहुमआउ० दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्ता य अपजत्ता य / तेसि णं भंते ! जवाणं कइ सरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरया पण्णत्ता, तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए, जहेव सुहुमपुढविक्काइयाणं, णवरं थिबुगसंठिया पणत्ता, सेसं तं चेव जाव दुगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता / से त्तं सुहुमआउक्काइया // 16 // से किं तं बायरआउक्काइया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-ओसा हिमे जाव जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–पजत्ता य अपंजत्ता य, तं चेव सव्वं णवरं थिबुगसंठिया, चत्तारि लेसाओ, आहारो णियमा छद्दिसिं, उववाओ तिरिक्खजोणियमणुस्सदेवेहितो, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं सत्तवाससहस्साई, सेसं तं चेव जहा बायरपुढविकाइया जाव दुगइ या तिआगइया Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 128 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . परित्ता असंखेजा पण्णत्ता समणाउसो !, सेत्तं बायरआऊ, सेत्तं आउक्काइया // 17 // से कि तं वणस्सइकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा सुहुमवणस्सइकाइया य बायरवणस्सइकाइया य / से किं तं सुहुमवणस्सइकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा—पजत्तगा य अपजत्तगा य तहेव णवरं अणित्थंथ ( संठाण) संठिया, दुगइया दुआगइया अपरित्ता अणंता, अवसेसं जहा पुढविक्काइयाणं, से तं सुहुमबणस्सइकाइया // 18 // से किं तं बायरवणस्सइकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया य साहारणसरीरबायरखणस्सइकाइया य // 19 // से किं तं पत्तेयसरीरबायरवमस्सइकाइया ? 2 दुवालसविहा पण्णत्ता, तंजहारुक्खा गुच्छा गुम्मा लया य वल्ली य पव्वगा चेव / तणवलयहरियओसहिजलरुहकुहणा य बोद्धव्वा ॥१॥से किं तं रुक्खा ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-एगट्ठिया य बहुबीया य / से किं तं एगहिया 12 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-णिबंबजंबु जाव पुण्णागणागरुक्खे सीवण्णि तहा असोगे य, जे यावण्णे तहप्पगारा, एएसि ण मूलावि असंखेजजीविया, एवं कंदा खंधा तया साला पवाला पत्ता पत्तेयजीवा पुप्फाई अणेगजीवाइं फला एगट्ठिया, सेत्तं एगट्ठिया / से किं तं बहुबीया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-अस्थियतेंदुयउंबरकविढे आमलकफणसदाडिमणगोहकाउंबरीयतिलयलउयलोद्धे धवे, जे यावण्णे तहप्पगारा, एएसि णं मूलावि असंखेजजीविया जाव फला बहुबीयगा, सेत्तं बहुबीयगा, सेत्तं रुक्खा, एवं जहा पण्णवणाए तहा भाणियव्वं, जाव जे यावण्णे तहप्पगारा, सेत्तं कुहणा-णाणाविहसंठाणा रुक्खाणं एगजीविया पत्ता / खंधोवि एगजीवो तालसरलणालिएरीणं // 1 // 'जह सगलसरिसवाणं पत्तेयसरीराणं' गाहा // 2 // 'जह वा तिलसक्कुलिया' गाहा // 3 // सेत्तं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया // 20 // से किं तं साहारणसरीरबायरवणस्सइकाइया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-आलुए मूलए सिंगबेरहिरिलि. सिरिलिसिस्सिरिलिकिट्टिया छिरिया छिरियविरालिया कण्हकंदे वजकंदे सूरणकंदे खल्लूडे किमिरासि भद्दे मोत्थापिंडे हलिद्दा लोहारी णीह (ठिह) थिभु अस्सकण्णी सीहकण्णी सीउंढी मुसंढी जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पुण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता? गोयमा ! तओ सरीरगा पण्णत्ता, तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए, तहेव जहा बायरपुढविकाइयाणं, णवरं सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___ जीवाजीवाभिगमे प० 1 126 उक्कोसेणं साइरेगजोवणसहस्मं, सरीरगा अणित्थंथसंठिया, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उकोसे गं दसवाससहस्साई, जाव दुगइया तिआगइया परित्ता अणंता पण्णत्ता, सेत्तं बायरवणस्सइकाइया सेत्तं वणस्सइकाइया सेत्तं थावरा // 21 // से किं तं तसा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-तेउक्काइया वाउक्काइया ओराला तसा पाणा // 22 // से किं तं तेउकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-सुहुमतेउकाइया य बायरतेउकाइया य // 23 // से किं तं सुहुमतेउक्काइया ? 2 जहा सुहुमपुढविक्काइया णवरं सरीरगा सूइकलावसंठिया, एगगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, सेसं तं चेव, सेत्तं सुहुमतेउक्काइया // 24 // से किं तं बायरतेउकाइया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-इंगाले जाले मुम्मुरे जाव सूरकंतमणिणिस्सिए, जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्ता य अपजत्ता य / तेसिणं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा पण्णत्ता, तंजहा ओरालिए तेयए कम्मए, सेसं तं चेव, सरीरगा सूइकलावसंठिया तिण्णि लेस्सा, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कीसेणं तिण्णि राइंदियाइं तिरियमणुस्सेहिंतो उववाओ, सेसं तं चेव एगगइया दुआगइया, परित्ता असंखेजा पण्णत्ता सेत्तं तेउकाइया / 25 / से किं तं वाउक्काइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-सहुमवाउक्काइया य बायरवाउकाइया य, सुहमवाउक्काइया जहा तेउकाइया णवरं सरीरा पडागसंठिया एगगइया दुआगइया परित्ता असंखिजा, सेत्तं सुहुमवाउक्काइया / से किं तं बायरवाउक्काइया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-पाईणवाए पडीणवाए, एवं जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–पजत्ता य अपजत्ता य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीररगा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि सरीरगा पण्णत्ता तंजहाओरालिए वेउव्विए तेयए कम्मए, सरीरगा पडागसंठिया, चत्तारि समुग्घायावेयणासमुग्घाए कसायसमुग्घाए मारणंतियसमुग्घाए वेउव्वियसमुन्धाए, आहारो णिव्वाघाएणं छद्दिसिं वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं सिय चउदिसिं सिय पंचदिसिं, उववाओ देवमणुयणेरइएसु णत्थि, ठिई जहण्णेणं अंतोमहत्तं उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साई, सेसं तं चेव एगगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता समणाउसो !, सेत्तं बायरवाउक्काइया, सेत्तं वाउकाइया // 26 // से किं तं ओराला तसा पाणा ? 2 चउघ्विहा पण्णत्ता, तंजहा-बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचेंदिया // 27 // से किं तं बेइंदिया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-पुलाकिमिया जाव Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि समुद्दलिक्खा, जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयंमा ! तओ सरीरगा पणत्ता, तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए / तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरओगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलासंखेजहभागं उक्कोसेणं बारसजोयणाई छेवट्ठसंघयणा हुंडसंठिया, चत्तारि कसाया, चत्तारि सण्णाओ, तिण्णि लेसाओ, दो इंदिया, तओ समुग्घाया-वेयणा कसाया मारणंतिया, णोसण्णी असण्णी, णपुंसगवेयगा, पंच पजत्तीओ, पंच अपजत्तीओ, सम्मदिट्ठीवि मिच्छादिट्ठीवि णो सम्मामिच्छादिट्ठी, णो चखुदंसणी अचखुदंसणी णो ओहिदसणी णो केवलदंसणी / ते णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णागी ? गोयमा ! णाणीवि अण्णाणीवि, जे णाणी ते णियमा दुण्णाणी, तंजहां-आमिणिबोहियणाणी सुयणाणी य, जे अण्णाणी ते णियमा दुअण्णाणी-मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य, णो मणजोगी वइजोगी कायजोगी, सागारोवउत्तावि अणागारोवउत्तावि, आहारो णियमा छद्दिसिं, उववाओ तिरियमणुस्सेसु णेरइयदेवअसंखेजवासाउयवजेसु, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उकोसेणं बारस संवच्छराणि, समोहयावि मरंति असमोहयावि मरंति, कहिं गच्छंति ? णेरइयदेवअसंखेजवासाउयवजेसु गच्छंति, दुगइया दुआगइया, परित्ता असंखेजा, सेत्तं बेइंदिया // 28 // से किं तं तेइंदिया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-उवइया रोहिणिया जाव हत्थिसोंडा, जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य, तहेव जहा बेइंदियाणं, णवरं सरीरोगाहणा उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाई, तिणि इंदिया, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं एगूणपण्णराइंदियाई, सेसं तहेव, दुगइया दुआगइया, परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, से तं तेइंदिया // 29 // से किं तं चउरिदिया ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-अंधिया पुत्तिया जाव गोमयकीडा, जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य, तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा पण्णत्ता तं चेव, णवरं सरीरोगाहणा उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाई, इंदियाइं चत्तारि, चक्खुदंसणी अंचक्खुदंसणी, ठिई उक्कोसेणं छम्मासा, सेसं जहा तेइंदियाणं जाव असंखेजा पण्णत्ता, से तं चउरिंदिया // 30 // से किं तं पंचेंदिया ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहा-णेरइया तिरिक्खजोणिया मणुस्सा देवा // 31 // से कि तं जेरइया ? 2 सत्तविहा पण्णत्ता, Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 1 131 तंजहा–रयणप्पभापुढविणेरइया जाव अहेसत्तमपुट विणेरइया, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तं०-पजत्ता- य अपजत्ता य / तेसि | भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा पण्णत्ता, तंजहा-वेउविए तेयए कम्मए / तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा सरीरोगाहणा पण्णत्ता, तंजहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य, तत्थ णं जा सा भवधारणिज्जा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं पंचधणुसयाई, तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभागं उक्कोसेणं धणुसहस्सं / तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरा सिंघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छण्हं संघयणाणं असंघयणी, णेवट्ठी णेव छिरा व हारु णेव संघयणमत्थि, जे पोग्गला अगिट्ठा अकंता अप्पिया असुभा अमणुण्णा अमणामा ते तेसि संघायत्ताए परिणमंति / तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरा किंसंठिया पण्णता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेउब्विया य, तत्थ सं जे ते भवधारणिजा ते हुंडसंठिया, तत्थ णं जे ते उत्तरवेउव्विया तेवि हुंडसंठिया पण्णत्ता, चत्तारि कसाया चत्तारि सण्णाओ तिणि लेसाओ पंचें दिया चत्तारि समुग्घाया आइला, सण्णीवि असण्णीवि, णपुंसगवेया, छप्पजत्तीओ छ अपजत्तीओ, तिविहा दिट्ठी, तिणि दंसणा, णाणीवि अण्णाणीवि, जे णाणी ते णियमा तिण्णाणी, तंजहा-आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी ओहिणाणी, जे अण्णाणी, ते अन्थेगइया दुअण्णाणी अत्थेगइया तिअण्णाणी, जे य दुअण्णाणी ते णियमा मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य, जे तिअण्णाणी ते णियमा मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य विभंगणाणी य, तिविहे जोगे, दुविहे उवओगे, छद्दिसिं आहारो, ओसण्णं कारणं पडुच्च वण्णओ कालाई जाव आहारमाहारेति, उववाओ तिरियमणुस्सेसु, ठिई जहणणेणं दसवाससहरसाई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई, दुविहा मरंति, उव्वट्टणा भाणियव्वा जओ आगया, णवरि संमुच्छिमेसु पडि सिद्धो, दुगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता समणाउसो ! से तं णेरइया // 32 // से किं तं पंचेदियतिरिक्खजोणिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-समुच्छिमपंचेदियतिरिक्खजोणिया य गब्भवतियपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य // 33 // से किं तं समुच्छिमपंचें दियतिरिक्खजोणिया ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-जलयरा थलयरा खहयरा // 34 // से किं तं जलयरा ? 2 पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा-मच्छगा कच्छभा मगरा गाहा सुंसुमारा। से किं तं मच्छा ? hor Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 132 अनंगपविट्ठसुत्ताणि एवं जहा पण्णवणाए जाव जे यावण्णे तहप्पगारा, ते समासओ दुविहा पणत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरगा पण्णत्ता तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए, सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं जोयणसहस्सं, ठेवट्ठसंघयणी, हुंडसंठिया, चत्तारि कसाया, सण्णाओवि 4, लेसाओ तिण्णि, इंदिया पंच, समुग्घाया तिण्णि णो सण्णी असण्णी, णपुंसगवेया, पजत्तीओ अपजत्तीओ य पंच, दो दिट्ठीओ, दो दंसणा, दो णाणा दो अण्णाणा, दुविहे जोगे, दुविहे उवओगे, आहारो छहिसिं, उववाओ तिरियमणुस्सेहिंतो णो देवेहिंतो णो णेरइएहितो, तिरिएहितो असंखेजवासाउयवजेहिंतो, अकम्मभूमगअंतरदीवगअसंखेजवासाउयवजेसु मणुस्सेसु, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी, मारणंतियसमुग्घाएणं दुविहावि मरंति, अणंतरं उव्वटित्ता कहिं० १णेरइएसुवि तिरिक्खजोमिएसुवि मणुस्सेसुवि देवेसुवि, णेरइएसु रयणप्पहाए, सेसेसु पडिसेहो, तिरिएसु सव्वेसु उववजंति संखेजवासाउएसुवि असंखेजवासाउएसुवि चउप्पएसु पक्खीसुवि मणुस्सेसु सव्वेसु कम्मभूमिएसु णो अकम्मभूमिएसु अंतरदीवएसुवि संखिजवासाउएसुवि असंखिजवासाउएसुवि (पजत्तएसुवि अपजत्तएसुवि)देवेसु जाव वाणमंतरा, चउगइया दुआगइया, परित्ता असंखेजा पण्णत्ता। से तं समुच्छिमजलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया // 35 // से किं तं थलयरसमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहाचउप्पयथलयरसमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया परिसप्पसंमु०। से किं तं चउप्पयथलयरसमुच्छिम० 1 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहा-एगखुरा दुखुरा गंडीपया सण फया जाव जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहापजत्ता य अपजत्ता य, तओ सरीरगा ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं गाउयपुहत्तं ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं चउरासीइवाससहस्साई, सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, सेत्तं चउप्पयथलयरसंमु० / से किं तं थलयरपरिसप्पसंमुच्छिमा 1 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-उरपरिसप्पसंमुच्छिमा भुयपरिसप्पसंमुच्छिमा। से किं तं उरपरिसप्पसंमुच्छिमा ? 2 चउन्विहा पण्णत्ता, तंजहा-अही अयगरा आसालिया महोरगा। से किं तं अही ? अही दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-दव्वीकरा मउलिणो य / से किं तं दव्वीकरा 1 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-आसीविसा जाव से तं दव्वीकरा / Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०१ 133 से किं तं मउलिणो ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-दिव्वा गोणसा जाव से तं मउलिणो, सेत्तं अही / से किं तं अयगरा 12 एगागारा पण्णत्ता, से तं अयगरा / से किं आसालिया? 2 जहा पण्णवणाए, से तं आसालिया / से किं तं महोरगा ? 2 जहा पण्णवणाए, से तं महोरगा / जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य तं चेव, वरि सरीरोगाहणा जहष्णेणं अंगुलस्स असंखेज० उक्कोसेणं जोयणपुहुत्तं, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तेवण वाससहस्साई, सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा, से तं उरपरिसप्पा। से किं तं भुयपरिसप्पसंमुच्छिमथलयरा ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-गोहा णउला जाव जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य, सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलासंखेनं उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं, ठिई उक्कोसेणं वायालीसं वाससहस्साई सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, से तं भुयपरिसपसमुच्छिमा, से तं थलयरा / से किं तं खहयरा ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहाचम्मपक्खी लोमपक्खी समुग्गपवखी विययपवखी / से किं तं चम्मपवखी ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-वग्गुली जाव जे यावण्णे तहप्पगारा, से तं चम्मपक्खी / से किं तं लोमपक्खी ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-ढेका कंका जे यावण्णे तह पगारा, से तं लोमपक्खी / से किं तं समुग्गपवखी ? 2 एगागारा पण्णत्ता जहा पण्णवणाए, एवं विययपक्खी जाव जे यावण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्ता य अपजत्ता य, गाणत्तं सरीरोगाहणा जह० अंगु० असं० उकोसेणं धणुपुहत्तं ठिई उक्कोसेणं बावत्तरि वाससहस्साई सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, से तं खहयरसमुच्छिमतिरिवखजोणिया, से तं समुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया // 36 // से किं तं गब्भवतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-जलयरा थलयरा खहयरा // 37 / / से किं तं जलयरा ? जलयरा पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा-मच्छा कसभा मगरा गाहा सुसुमारा, सव्वेसिं भेदो भाणियव्यो तहेव जहा पण्णवणाए, जाव जे याघण्णे तहप्पगारा ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–पत्ता य अपजत्ता य, तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि सरीरगा पण्णत्ता, ... तंजहा-ओरालिए वेउविए तेयए. कम्मए, सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असं Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 134 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . खेज० उकोसेमं जोयणसहस्मं छव्विहसंघयणी पण्णत्ता, तंजहा-वइरोसभणारायसंघयशी उसभणारायसंघयणी णारायसंघयणी अद्धणारायसंघयणी कीलियासंघयणी सेवट्टसंघयणी, छविहा संठिया पण्णत्ता, तंजहा-समचउरंससंठिया णग्गोहपरिमंडल० साइ० खुज० वामण हुंड०,कसाया सव्वे सण्णाओ४ लेसाओ६पंच इंदिया पंच समुग्घाया आइल्ला सण्णी णो असण्णी तिविह वेया छप्पत्तीओ छअपजत्तीओ दिट्ठी तिविहावि तिण्णि दंसणा गाणीवि अण्णाणीवि जे णाणी ते अत्थेगइया दुणाणी अत्थेगइया तिण्णाणी, जे दुण्णाणी ते णियमा आभिणिबोहियणाणी य सुयणाणी य,जे तिण्णाणी ते णियमा आभिणिबोहियणाणी सुय० ओहिणाणी, एवं अण्णाणीवि, जोगे तिविहे उवओगे दुविहे आहारो छद्दिसि उववाओ णेरइएहिं जावं अहेसत्तमा तिरिक्खजोणिएसु सत्रेसु असंखेजवासाउयक्जेसु मणुस्सेसु अकम्मभूमग़अंतरदीवगअसंखेजवासात्यवजेसु देवेसु जाव सहस्सारो, ठिई जहण्मेणं अंतोमुहृत्तं उक्कोसेणं पुष्ट कोडी, दुविहावि मरंति, अगंतरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु जाव अहेसत्तमा तिरिक्खजोगिएसु मणुस्सेसु सव्वेसु देवेसु जाव सहस्सारो, चउगइया चउआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, से तं जलयरा // 38 // से किं तं थलयरा ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहाचउप्पया य परिसप्पा य / से किं तं चउप्पया ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहाएगखुरा सो चेव भेदो जाव जे यावण्णे तहप्पगारा ते' समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य, चत्तारि सरीरा ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज० उक्कोसेणं छ गाउयाई, ठिई ज० अं० उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई णवरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु चउत्थपुढविं ताव गच्छंति, सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया चउआगइया परित्ता असंखिज्जा पण्णत्ता, से तं चउप्पया। से किं तं परिसप्पा ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-उरपरिसप्पा य भुयपरिसप्पा य, से किं तं उरपरिसप्पा 12 तहेव आसालियवज्जो भेदो भाणियव्वो, सरीरा(तिण्णि)चत्तारि, ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखे० उक्कोसेणं जोयणसहस्सं, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुत्वकोडी उव्वट्टित्ता णेरइएसु जाव पंचमं पुढ विं ताव गच्छंति, तिरि खमणुस्सेसु सव्वेसु, देवेसु जाव सहस्सारा, सेसं जहा जलयराणं जाव चउगइया चउआगइया परित्ता असंखेजा से तं उरपरिसप्पा / से किं तं भुयपरिसप्या 12 भेदो तहेव, चत्तारि सरीरगा ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलासंखे० उक्कोसेणं गाउयपुहुत्तं ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी, सेसेसु ठाणेसु जहा उरपरिसप्या, गवरं Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ _____ जीवाजीवाभिगमे प० 1 135 दोच्चं पुढविं गच्छंति, से तं भुयपरिसप्पा प० से तं थलयरा॥३९॥ से किं तं खहयरा ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहा-चम्मपक्खी तहेव भेदो, ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखे० उक्कोसेणं धणुपुहत्तं, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागो, सेसं जहा जलयराणं, णवरं जाव तच्चं पुढ विं गच्छंति जाव से तं खयरगन्भवतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया, से तं तिरिक्खजोणिया // 40 // से कि तं मणुस्सा ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–संमुच्छिममणुस्सा य गन्भवतियमगुस्सा य / / कहि णं भंते ! संमुच्छिममणुस्सा संमुच्छंति ? गोयमा ! अंतो मणुस्सखेत्ते जाव करेंति / तेसि णं भंते ! जीवाण कइ सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिणि सरीरगा पण्णत्ता, तंजहा-ओरालिए तेयए कम्मए, से तं समुच्छिममणुस्सा। से किं तं गम्भवकंतियमणुस्सा 1 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-कम्मभूमया अकम्मभूमया अंतरदीवया, एवं माणुस्सभेदो भाणियव्यो जहा पण्णवणाए तहा णि स्वसेसं भाणियव्वं जाव छउमत्था य केवली य, ते समांसओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहापजत्ता य अपजत्ता य / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ सरीरा प० ? गोयमा ! पंच सरीरया प०, तंजहा-ओरालिए जाव कम्मए / सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स अमंखेज० उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाई छच्चेव संघयणा छस्संटाणा ! ते णं भंते ! जीवा किं कोहकसाई जाव लोभकसाई अकसाई ? गोयमा ! सव्वेवि / ते णं भंते ! जीवा किं आहारसण्णोवउत्ता जाव णोसण्णोवउत्ता ? गोयमा ! सव्वेवि / ते णं भंते! जीवा किं कण्हलेसा जाव अलेसा? गोयमा! सव्वैवि / सोइंदियोवउत्ता जाव णोइंदियोवउत्तावि, सव्वे समुग्घाया, तंजहा–वेयणासमुन्धाए जाव केवलिसमुग्घाए, सण्णीवि णोसण्णी असण्णीवि, इथिवेयावि जाव अवेयावि, पंच पजत्ती, तिविहावि दिट्ठी, चत्तारि दंसणा, णाणीवि अण्णाणीवि, जे णाणी ते अत्थेगइया दुणाणी अत्थेगइया तिणाणी अत्थेगइया चउणाणी अत्थेगइया एगणाणी, जे दुण्णाणी ते णियमा आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी य, जे तिणाणी ते आमिणिबोहियणाणी सुयणाणी ओहिणाणी य, अहवा आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी मणपजवणाणी य, जे चउणाशी ते णियमा आभिणिबोहियणाणी सुय० ओहि० मणपजवणाणी य, जे एगणाणी ते णियमा केवलणाणी, एवं अण्णाणीवि दुअण्णाणी तिअण्णाणी, मणजोगीवि वइकायजोगीवि अजोगीवि, दुविहउवओगे आहारो छद्दिसि उववाओ णेरइएहिं अहेसत्तमवजेहिं तिरिक्खजोणिएहितो, उववाओ असंखेजवासाउयवजेहिं मणुएहिं Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . अनंगपविट्ठसुत्ताणि . अकम्मभूमगअंतरदीवगअसंखेजवासाउयवजेहिं, देवेहिं सव्वेहिं, ठिई जहणणेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं, दुविहावि मरंति, उव्वट्टित्ता, परइयाइसु जाव अणुत्तरोववाइएसु, अत्थेगइया सिझंति जाव अंतं. करेंति / ते णं भंते ! जीवा कइगइया कइआगइया पण्णत्ता ? गोयमा! पंचगइया चउआगइया परित्ता संखिजा पण्णत्ता, सेत्तं मणुस्सा // 41 // से किं तं देवा ? देवा चउव्विहा पण्णत्ता, तंजहाभवणवासी वाणमंतरा जोइसिया वेमाणिया। से किं तं भवणवासी ? 2 दसविहा पण्णत्ता, तंजहा-असुरा जाव थणिया, से तं भवणवासी / से किं तं वाणमंतरा 12 देवभेदो सव्वो भाणियव्वो जाव ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्ता य अपजत्ता य, तेसि णं तओ सरीरगा वेउव्विए तेयए कम्मए / ओगाहणा दुविहाभवधारणिजा य उत्तरवेउव्विया य, तत्थ णं जा सा भवधारणिज्जा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं सत्त रयणीओ, उत्तरवेउव्विया जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजइ० उक्कोसेणं जोयणसयसहस्सं, सरीरगा छण्हं संघयणाणं असंघयणी णेवट्ठी णेव छिराणेव पहारु णेव संघयणमत्थि, जे पोग्गला इट्ठा कंता जाव ते तेसि संघायत्ताए परिणमंति, किंसंठिया ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य, तत्थ णं जे ते भवधारणिजा ते णं समचउरंससंठिया पण्णत्ता, तत्थ णं जे ते उत्तरवेउध्विया ते णं णाणासंठाणसंठिया पण्णत्ता, चत्तारि कसाया चत्तारि सण्णा छ लेस्साओ पंच इंदिया पंच समुग्घाया सण्णीवि असण्णीवि इत्थिवेयावि पुरिसवेयावि णो णपुंसगवेया, पजत्ती अपजत्तीओ पंच, दिट्ठी तिण्णि, तिणि दंसणा, णाणीवि अण्णाणीवि, जे णाणी ते णियमा तिण्णाणी अण्णाणी भयणाए, तिविहे जोगे, दुविहे उवओगे, आहारो णियमा छद्दिसि, ओसण्णकारणं पडुच्च वण्णओ हालिद्दसुकिल्लाइं जाव आहारमाहारेति, उववाओ तिरियमणुस्सेसु, ठिई जहण्णेणं दस वाससहस्साई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं, दुविहावि मरंति, उव्वट्टित्ता णो णेरइएसु गच्छंति तिरियमणुस्सेसु जहासंभवं, णो देवेसु गच्छंति, दुगइया दुआगइया परित्ता असंखेजा पण्णत्ता, से तं देवा, से तं पंचेंदिया, सेत्तं ओराला तसा पाणा // 42 // थावरस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साई ठिई पण्णत्ता / तसस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता / थावरे णं भंते ! थावरत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 137 जहणणेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं अतं कालं अणंताओ उस्सप्पिणीओ अवसप्पिणीओ कालओ खेत्तओ अणंता लोया असंखेजा पुग्गलपरियट्टा, ते णं पुग्गलपरियट्टा आलियाए असंखेजहभागो / तसे णं भंते ! तसत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं असंखे कालं असंखेजाओ उस्सप्पिणीओ अवसप्पिणीओ कालओ खेत्तओ असंखेजा लोया / थावरस्स णं भंते ! केवइकालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहा तससंचिट्ठणाए / तसस्स णं भंते ! केवइकालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं वणस्सइकालो / एए सि गं मंते ! तसाणं थावराण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तसा थावरा अणंतगुणा, से तं दुविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता // 43 // पढमा दुविहपडिवत्ती समत्ता // दोच्चा तिविहा पडिवत्ती तत्थ जे ते एवमाहंसु तिविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-इन्थी पुरिसा णपुंसगा / / 44 // से किं तं इत्थीओ ? 2 तिविहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-तिरिक्खजोणित्थीओ मणुस्सित्थीओ देवित्थीओ। से किं तं तिरिक्खजोणित्थीओ ? 2 तिविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-जलयरीओ थलयरीओ खहयरीओ / से किं तं जलयरीओ? 2 पंचविहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-मच्छीओजाव मुंसुमारीओ से तं जलयरीओ / से किं तं थलयरीओ ? 2 दुविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-चउप्पईओ य परिसप्पीओ य / से किं तं चउप्पईओ ? 2 चउविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-एगखुरीओ जाव सणप्पईओ से तं च उप्पयथलयरतिरिवखजोणित्थीओ / से किं तं परिसप्पीओ ? 2 दुविहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-उरपरिसप्पीओ य भुयपरिसप्पीओ य / से किं तं उरपरिसप्पीओ ? 2 तिविहाओ पण्णताओ तंजहा-अहीओ अहिगरीओ महोरगीओ य, सेत्तं उरपरिसप्पीओ / से किं तं भुयपरिसप्पीओ ? 2 अणेगविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-सेरडीओ सेरंधीओ गोहीओ णउलीओ सेधाओ सरडीओ सिरसंधीओ भावीओ सोवीओ खाराओ पल्लवाइयाओ चउप्पइयाओ मूसियाओ मुगुसियाओ घरोलियाओ गोहियाओजोहियाओ बिरचिरालियाओ सेत्तं भुयपरिसप्पीओ। से किं तं खहयरीओ ? 2 चउबिहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-चम्मपक्खीओ जाव वियय० सेत्तं खहयरीओ, सेत्तं तिरिक्खजोणित्थीओ। Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 138 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . से किं तं मगुस्सित्थीओ ? 2 तिविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-कम्मभूमियाओ अकम्मभूमियाओ अंतरदीवियाओ। से किं तं अंतरदीवियाओ 1 2 अट्ठावीसइविहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-एगूरुइयाओ आभासियाओ जाव सुद्धदंतीओ, सेत्तं अंतरदी० // से किं तं अकम्मभूमियाओ ? 2 तीसविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-पंचसु हेमवएसु पंचमु एरण्णवएसु पंचसु हरिवासेसु पंचसु रम्मगवासेसु पंचसु देवकुरासु पंचसु उत्तरकुरामु सेत्तं अकम्म० / से किं तं कम्मभूमियाओ ? 2 पण्णरसविहाओ पत्ताओ, तंजहापंचसु भरहेसु पंचसु एरवएसु पंचसु महाविदेहेसु, सेत्तं कम्मभूम.गमणुस्सिार्थ ओ, सेत्तं मणुस्सित्थीओ॥से किं तं देवित्थियाओ?२ चउब्विहाओ पत्ताओ तंजहाभवणवासिदेवित्थियाओ वाणमंतरदेवित्थियाओ जोइसियदेवित्थियाओ वेमाणियदेवित्थियाओ। से किं तं भवणवासिदेवित्थियाओ ? 2 दसविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-असुरकुमारभवणवासिदेवित्थियाओ जाव थणियकुमारभवणवासिदेवित्थियाओ, से तं भवणवासिदेवित्थियाओ। से किं तं वाणमंतरदेविन्थियाओ ? अट्ठविहाओ पण्णत्ताओ तंजहा-पिसायवाणमंतरदेवित्थियाओ जाव गंधव्व० से तं वाणमंतरदेवित्थियाओ / से किं तं जोइसियदेवित्थियाओ 12 पंचविहाओ पगत्ताओ तंजहा-चंदविमाणजोइसियदेवित्थियाओ सूर० गह० णक्खत्त० ताराविमाणजोइसियदेवित्थियाओ, सेत्तं जोइसियाओ। से किं तं वेमाणियदेवित्थियाओ? 2 विहाओ प० तंजहा-सोहम्मकम्पवेमाणियदेवित्थियाओ ईसाणकप्पवेमाणियदेवित्थियाओ, सेत्तं वेमाणित्थीओ॥४५॥ इणि भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! एगेणं आएसेणं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पणपणं पलिओवमाई एक्केणं आएसेणं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं णव पलिओवमाई एगेणं आएसेणं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं सत्त पलिओवमाइं एगेणं आएसेणं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पण्णासं पलिओवमाई // 46 // तिरिक्खजोणिन्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गो० जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई / जलयरतिरिवखजोणित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंतो० उक्को० पुचकोडी चउप्पयथलयरतिरिक्खजोणित्थीण भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गो० जहा तिरिक्खजोणित्थीओ। उरपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणित्थीण भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी / एवं भुयपरिसप्प० / एवं खहयरतिरिक्खित्थीणं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्को० पलिओवमम्स असंखेजइभागो // मणुस्सित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णता ? गोयमा ! Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 136 खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० तिण्णि पलिओवमाइं, धम्मचरणं पडुच्च जह० अंतो० उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी। कम्मभूमयमणुस्सित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई धम्मचरणं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी। भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिणि पलिओवमाइं, धम्मचरणं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं देसूणा पुवकोडी / पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सिस्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जहण्णेणं अंतो० उक्कोसेणं पुव्वकोडी, धम्मचरणं पडुच्च जहण्णणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं देसूणा पुवकोडी / अकम्मभूमगमणुस्सित्थीणं भंते ! केवइयं कालं टिई पण्णत्ता ? गोयमा! जम्मणं पडुच्च जहण्णेणं देसूर्ण पलिओवमं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागऊणगं उक्कोसेणं तिणि पलिओवमाइं, संहरणं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी / हेमवएरण्णवए जम्मणं पडुच्च जहणणं देसूणं पलिओवमं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागेण ऊणगं उक्कोसेणं पलिओवमं संहरणं पडच्च जहण्णणं अंतोमुहत्तं उकोसेणं देसूणा पुव्वकोडी / हरिवासरम्मयवासअकम्मभूमगगा रिसत्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च जहण्णेणं देसूणाई दो पलिओवमाई पलिओवमस्स असंखेज्जइभागेण ऊणयाई उक्को० दो पलिओवमाइं, मंहरणं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी / देवकु.रुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सिन्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च जहण्णेणं देसूगाई तिण्णि पलिओवमाइं पलिओवमस्स असंखेजइभागेण उणयाई उक्को० तिण्णि पलिओवमाई, संहरणं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्को० देसूणा पुवकोडी। अंतरदीवगअकम्मभूमगमणुस्सिन्थीणं भंते ! केवइयं कालं टिई पण्णत्ता ? गोयमा! जम्मणं पडुच्च जहण्णेणं देसूर्ण पलिओवमस्स असंखेजइभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेण ऊणयं उक्को० पलिओवमस्स असंखेजइभागं संहरणं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमु० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी / / देविीणं भंते ! केवइयं कालं टिई पण्णत्ता ? गोवमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाई / भवणवासि. देवित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्साई उकोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाई / एवं असुरकुमारभवणवासिदेवित्थियाए, णाग Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 140 अनंगपविट्ठसुत्ताणि कुमारभवणवासिदेवित्थियाएवि जहण्णेणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं देसूणाई पलिओवमाई, एवं सेसाणवि जाव थणियकुमाराणं / वाणमंतरीणं जहण्णणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं / जोइसियदेवित्थीणं भंते ! केंवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं अट्ठमं भाग उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पण्णासाए वाससहस्सेहिं अमहियं, चंदविमाणजोइसियदेवित्थियाए जहण्णेणं चउभागपलिओवमं उक्कोसेणं तं चेव, सूरविमाणजोइसियदेवित्थियाए जहण्णेणं चउभागपलिओवमं उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पंचहि वाससएहिममाहियं, गहविमाणजोइसियदेवित्थीणं जहण्णेणं चउभागपलिओवमं उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं, णक्खत्तविमाणजोइसियदेवियीणं जहण्णेणं चउभागपलिओवमं रक्कोसेणं च उभागपलिआवमं साइरेगं, ताराविमाणजोइसियदेवित्थियाए जहण्णेणं अट्ठभागं पलिओवमं उक्को० साइरेगं अट्ठभागपलिओवमं / वेमाणियदेवित्थियाए जहण्णेणं पलिओवमं उकोसेणं पणपणं पलिओवमाई, सोहम्मकप्पवेमाणियदेवित्थीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई प० 1 गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं उक्कोसेणं सत्त पलिओवमाई, ईसाणदेवित्थीणं जहणणेणं साइरेगं पलिओवम उक्कोसेणं णव पलिओवमाई // 47 // इत्थी णं भंते ! इत्थित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! एक्केणाएसेणं जहण्णेणं एकं समयं उक्कोसेणं दसुत्तरं पलिओवमसयं पुव्वकोडिपुहुत्तमब्भहियं / एक्केणाएसेणं जहण्णेणं एकं समयं उक्कोसेणं अट्ठारस पलिओवमाई पुवकोडीपुहुत्तमब्भहियाई / एक्केणाएसेणं जहण्णेणं एकं समय उक्कोसेणं चउद्दस पलिओवमाई पुव्वकोडिपुहुत्तमभहियाई / एक्केणाएसेणं जह० एक्कं समय उक्को० पलिओवमसयं पुव्वकोडीपुहुत्तमब्भहियं / एकेणाएसेणं जह० एकं समयं उक्को० पलिओवमपुहुत्तं पुव्वकोडीपुहुत्तमभहियं / तिरिक्खजोणित्थी णं भंते ! तिरिक्खजोणित्थित्ति कालओ केवच्चिरं होइ। गोयमा ! जहणेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडी पुहुत्तमब्भहियाई, जलयरीए जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडिपुहुत्तं / चउप्पयथलयरतिरिक्खजो० जहा ओहिया तिरिक्ख०, उरपरिसप्पीभुयपरिसप्पित्थी णं जहा जलयरीणं, खहयरि० जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्को० पलिओवमस्स असंखेजइभागं पुवकोडिपुहुत्तमब्भहियं / मणुस्सित्थी णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! खेत्तं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्को तिण्णि पलिओवमाइं पुनकोडिपुहुत्तममहियाई, धम्मचरणं पडुच्च जह० एक्कं समयं उक्कोसेणं देसूणा पुवकोडी, एवं कम्मभूमि Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 141 यावि भरहेरवयावि, णवरं खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उक्को तिण्णि पलिओवमाई देसूणपुवकोडीअमहियाई, धम्मचरणं पडुच्च जह० एकं समयं उक्को० देसूणा पुवकोडी / पुव्वविदेहअवरविदेहित्थी णं खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उको० पुट्वकोडी पुहुत्तं, धम्मचरणं पडुच्च जह० एकं समयं उक्कोसेणं देसूणा पुन्चकोडी / अकम्मभूमियमणुस्सित्थी णं भंते ! अकम्मभूमि कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जम्मणं पडुच्च जह० देसूणं पलिओवमं पलिओवमस्स असंखेजइमागेणं ऊणं उको० तिणि पलिओवमाइं / संहरणं पडुच्च जह० अंतो० उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई देसूणाए पुवकोडीए अब्भहियाई / हेमवएरण्णवए अकम्मभूमगमणुस्सित्थी णं भंते ! हेम० कालओ केवच्चिर होइ ? गोयमा ! जम्मणं पड़च्च जह० देसूणं पलिओवमं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणगं, उक्को० पलिओवमं / साहरणं पडुच जह० अंतोमु० उक्को० पलिओवमं देसूणाए पुवकोडीए अब्भहियं / हरिवासरम्मयअकम्मभूमगमणुस्सित्थी णं भंते !, जम्मणं पडुच्च जह० देसूणाई दो पलिओवमाई पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणगाई, उको दो पलिओवमाई / संहरणं पडुच्च जह० अंतोमु० उक्को० दो पलिओवमाइं देसूणपुत्वकोडिमब्भहियाई / उत्तरकुरुदेवकुरुणं०, जम्मणं पडुच्च जहण्णेणं देसूणाई तिण्णि पलिओवमाइं पलिओवमरस असंखेजइभागेणं ऊणगाई उक्को० तिण्णि पलिओवमाई / संहरणं पडुच्च जह० अंतीमु० उको० तिणि पलिओवमाइं देसूणाए पुन्चकोडीए अब्भहियाइं / अंतरदीवाकम्मभूमगमणुस्सित्थी० 1 गो० ! अम्मणं पडुच्च जह० देसूणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेण ऊणं उक्को० पलिओवमस्स असंखेजइभागं / साहरणं पडुच्च जह० अंतोमु० उक्को० पलिओवमस्स असंखेजइभागं देसूणाए पुवकोडीए अब्भहियं / देवित्थी णं भंते ! देविस्थित्ति काल०, जच्चेव संचिट्ठणा / / 48 // इत्थीणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा! जह० अंतोमु० उक्को० अणंतं कालं, वणस्सइकालो, एवं सव्वासिं तिरिक्खित्थीणं / मणुस्सित्थीए खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, धम्मचरणं पडुच्च जह० एकं समयं उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढपोग्गलपरियटै देसूणं, एवं जाव पुव्वविदेहअवरविदेहियाओ, अकम्मभूमगमणुस्सित्थीणं भंते ! केवइयं कालं अंतर होइ ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च जहण्गेणं दसवाससहस्साई अंतोमुहुत्तमभहियाई,उको० वणस्सइकालो,संहरणं पड्डच्च जह 0 अंतोमु० उक्को० वणसइकालो, एवं जाव अंतरदीवियाओ / देवित्थियाणं Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 142 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वासिं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो // 49 // एयासि णं भंते ! तिरिक्खजोणित्थियाणं मणुस्सित्थियाणं देवित्थियाणं कयरा 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा! सव्वत्थोवाओ मणुस्सित्थियाओ तिरिक्खजोणित्थियाओ असंखेजगुणाओ देवित्थियाओ असंखेजगुणाओ / एयासि णं भंते ! तिरिक्खजोणित्थियाणं जलयरीणं थलयरीणं खहयरीण य कयरा 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवाओ खयरतिरिक्खजोणित्थियाओ थलयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखेजगुणाओ जलयरतिरिक्ख० संखेजगुणाओ // एयासि णं भंते ! मणुस्सित्थीणं कम्मभूमियाणं अकम्मभूमियाणं अंतरदीवियाण य कयरा 2 हिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वन्थोवाओ अंतरदीवगअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ देवकुरुत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ दोवि तुल्लाओ संखेजगु०, हरिवासरम्मयवासअकम्मभूमगमणुस्सिस्थियाओ दोवि तुलाओ संखेजगु०, हेमवएरण्णवयअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ दोवि तुल्लाओ संखेजगु०, भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सि० दोवि तुल्लाओ संखेजगु०, पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ दोवि तुल्लाओ संखेजगुणाओ॥ एयासि णं भंते ! देवित्थियाणं भवणवासीणं वाणमंतरीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीण य कयरा 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोषाओ वेमाणियदेवित्थियाओ भवणवासिदेवित्थियाओ असंखेजंगुणाओ वाणमंतरदेवित्थियाओ असंखेजगुणाओ जोइसियदेवित्थियाओ संखेजगुणाओ॥ एयासि गं भंते ! तिरिक्खजोणित्थियाणं जलयरीणं थलयरीणं खहयरीणं मणुस्सित्थियाणं कम्मभूमियाणं अकम्मभूमियाणं अंतरदीवियाणं देवित्थीणं भवणवासिणीणं वाणमंतरीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीण य कयरा 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसे० 1 गोयमा! सव्वत्थोवाओ अंतरदिवगअम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ दोवि तुल्लाओ संखेजगुणाओ,हरिवासरम्मगवासअकम्मभूमगमणुस्सिस्थियाओ दो वि तुल्लाओ संखेजगु०, हेमवएरण्णवयअकम्मभूमग० दोऽवि तुल्लाओ संखेजग०. भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सित्थीओ दोऽवि तुल्लाओ संखेजगु०, पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सित्थि० दोऽवि संखेजगु०, वेमाणियदेवित्थियाओ असंखेजगु०, भवणवासिदेवित्थियाओ असंखेजगु०, खहयरतिरिक्खजोणित्थियाओअसंखेजगु०, थलयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखेजगु०, जलयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखेजगुणाओ,वाणमंतरदेवित्थियाओ संखेजगुणाओ जोइसियदेवित्थियाओ संखेज Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ____ जीवाजीवाभिगमे प० 2 143 गुणाओ।।२०।। इन्थिवेयस्स णं भंते! कम्मस्स केवइयं कालं बंधठिई पण्णत्ता? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दिवड्दो सत्तभागो पलिओवमस्स असंखेजहभागेण ऊणो उक्को० पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरस वाससयाई अबाहा, अबाहूणिया कम्मठिई कम्मणिसेओ / इथिवेए णं भंते ! किंपगारे पण्णत्ते ? गोयमा ! फुफुअग्गिसमाणे पण्णत्ते, सेत्तं इत्थियाओ / / 51 / / से किं तं पुरिसा ? पुरिसा तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-तिरिक्खजोणियपुरिसा मणुस्सपुरिसा देवपुरिसा / / से किं तं तिरिक्खजोणियपुरिसा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-जलयरा थलयरा खहयरा इस्थिभेदो भाणियव्वो जाव खहयरा, सेत्तं खहयरा सेत्तं तिरिवखजोणियपुरिसा // से किं तं मणुस्सपुरिसा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-कम्मभूमगा अकम्मभूमगा अंतरदीवगा, सेत्तं मणुस्सपुरिसा // से किं तं देवपुरिसा ? देवपुरिसा चउविहा पण्णत्ता, इत्थीभेओ भाणियव्वो जाव सव्वट्ठसिद्धा // 52 // पुरिसस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाइं / तिरिक्खजोणियपुरिसाणं मणुस्साणं जा चेव इत्थीणं ठिई सा चेव भाणियव्वा // देवपुरिसाणवि जाव सव्वट्ठसिद्धाणं ति ताव ठिई जहा पण्णवणाए तहा भाणियत्वा // 53 // पुरिसे णं भंते ! पुरिसेत्ति कालओ केवच्चिर होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / तिरिक्खजोणियपुरिसे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतो० उको तिण्णि पलिओवमाई पुवकोडिपुहुत्तमब्भहियाई, एवं तं चेव, संचिट्ठणा जहा इत्थीणं जाव खयरतिरिक्खजोणियपुरिसस्स संचिट्ठणा / मणुस्सपुरिसाणं भंते! कालओ केवच्चिरं होइ ! गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जहण्णेणं अंतो० उक्को० तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडिपुहुत्तमन्महियाई, धम्मचरणं पडुच्च जह• अंतो०उकोसेणं देसूणा पुव्वकोडी एवं सव्वस्थ जाव पुव्वविदेहअवरविदेह, अकम्मभूमगमणुस्सपुरिसाण जहा अकम्मभूमगमणुस्सिस्थीणं जाव अंतरदीवगाणं जच्चेव ठिई सच्चेव संचिट्ठणा जाव सव्वट्ठसिद्धगाणं // 54 // पुरिसस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतर होइ ? गोयमा ! जह० एकं समयं उक्को वणस्सइकालो तिरिवखजाणियपुरिसाणं जह० अंतोमु० को० वणस्सइकालो एवं जाव खहयरतिरिक्खजोणियपुरिसाणं // मणुस्सपुरिसाणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जह• अंतोमु० उक्को० वणस्सइकालो, धम्मचरणं पडुच्च जह० एकं समयं उक्को० अणंतं कालं अणंताओ उस्स० जाव अवड्ढपोग्गल Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 144 अनंगपविद्वसुत्ताणि परियटें देसूणं, कम्मभूमगाणं जाव विदेहो जाव धम्मचरणे एक्को समओ सेसं, जहित्थीणं जाव अंतरदीवगाणं / / देवपुरिसाणं जह• अंतो० उक्को० वणस्सइकालो भवणवासिदेवपुरिसाणं ताव जाव सहस्सारो,जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो। आणयदेवपुरिसाणं भंते ! केवइयं कालं अंतर होइ ? गोयमा ! जह० वासपुहुत्तं उक्को० वणस्सइकालो, एवं जाव गेवेजदेवपुरिसस्सवि / अणुत्तरोववाइयदेवपुरिसस्स जह० वासपुहुत्तं उक्को संखेजाइं सागरोवमाइं साइरेगाइं अणुत्तराणं अंतरे एक्को आलावओ // 55 // अप्पाबहुयाणि जहेवित्थीणं जाव एएसि णं भंते ! देवपुरिसाणं भवणवासीणं . वाणमंतराणं जोइसियाणं वेमाणियाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणियदेवपुरिसा भवणवइदेवपुरिसा असंखे० वाणमंतरदेवपुरिसा असंखे० जोइसियदेवपुरिसा संखेजगुणा / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियपुरिसाणं जलयराणं थलयराणं खहयराणं मणुस्सपुरिसाणं कम्मभूमगाणं अकम्मभूमगाणं अंतरदीव० देवपुरिसाणं भवणवासीणं वाणमंतराणं जोइसियाणं वेमाणियाणं सोहम्माणं जाव सव्वदृसिद्धगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा अंतरदीवगमणुस्सपुरिसा देवकुरूत्तरकुरुअम्मभूमगमणुस्सपुरिसा दोवि संखेज० हरिवासरम्मगवासअक० दोवि संखेजगुणा हेमवयहेरण्णवयअकम्म० दोवि संखे० भरहेरवयकम्मभूमगमणु० दोवि संखे० पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभू० दोवि संखे० अणुत्तरोववाइयदेवपुरिसा असंखे० उवरिमगेविजदेवपुरिसा संखेज० मज्झिमगेविजदेवपुरिसा संखेज०हेट्ठिमगेविजदेवपुरिसा संखेज० अच्चुयकप्पे देवपुरिसा संखे० जाव आणयकप्पे देवपुरिसा संखेज. सहस्सारे अप्पे देवपुरिसा असंखे० महासुक्के कप्पे देवपुरिसा असंखे० जाव माहिंदे कप्पे देवपुरिसा असंखे० सणंकुमारकप्पे देवपुरिसा असं० ईसाणकप्पे देवपुरिसा असंखे० सोहम्मे कप्पे देवपुरिसा संखे० भवणवासिदेवपुरिसा असंखे० खहयरतिरिक्खजोणियपुरिसा असंखे० थलयरतिरिक्खजोणियपुरिसा संखे० जलयरतिरिवखजोणियपुरिसा असंखे० वाणमंतरदेवपुरिसा संखे० जोइसियदेवपुरिसा संखेजगुणा // 56 // पुरिसवेयस्स णं भंते ! कम्मस्स केवइयं कालं बंधट्टिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अट्ठ संवच्छराणि, उक्को० दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दसवाससयाई अबाहा, अबाहूणिया कम्मठिई कम्मणिसेओ। पुरिसवेए णं भंते ! किंपगारे पण्णत्ते ? गोयमा ! वणदवग्गिजालसमाणे पण्णत्ते, सेत्तं पुरिसा // 57 // से किं त णपुंसगा ? णपुंसगा Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - जीवाजीवाभिगमे प०२ 145 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा–णेरइयणपुंसगा तिरिक्खजोणियणपुंसगा मणुस्सणपुंसगा / से किं तं णेरइयणपुंसगा ?णेरइयणपुंसगा सत्तविहा पण्णत्ता, तंजहा-रयणप्पभापुढविणेरइयणपुंसगा सक्करप्पभापुढविणेरइयणपुंसगा जाव अहेसत्तमपुढविणेरइयणपुंसगा, से तं णेरइयणपंसगा।से किं तं तिरिक्खजोणियणपुसगा 12 पंचविहा प० तंजहाएगिदि० बेइंदि० तेइंदि० चउ० पंचेंदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा। से किं तं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा ? 2 पञ्चविहा पण्णत्ता, तं० पु० आ० ते० वा०व० से तं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा। से किं तं बेइंदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा 12 अणेगविहा पण्णत्ता०,से तं बेइंदियतिरिक्खजोणिय०,एवं तेइंदियावि,चउरिंदियावि / से किं तं पंचेदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-जलयरा थलयरा खहयरा / से किं तं जलयरा ? 2 सो चेव पुबुत्तभेदो आसालियवजिओ भाणियव्यो, से तं पंचेंदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा / से किं तं मणुस्सणपुंसगा ? 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-कम्मभूमगा अकम्मभूमगा, अंतरदीवगा, भेदो जाव भा० // 58 // णपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अंतो. उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई / णेरइयणपुंसगस्स णे भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० दसवाससहस्साई उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई, सव्वेसिं ठिई भाणियव्वा जाव अहेसत्तमापुढविणेरइया / तिरिक्खजोणियणपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई 50 ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० पुव्वकोडी / एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसग० जह० अंतो० उक्को० बावीसं वाससहस्साई, पुढविकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० बावीसं वाससहस्साई, सव्वेसिं एगिंदियणपुंसगाणं ठिई भाणियव्या,बेइंदियचतेइंदियचउरिंदियणपुंसगाणं ठिई भाणियव्वा / पंचिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अंतो. उक्को० पुव्वकोडी, एवं जलयरतिरिक्खचउप्पयथलयरउरपरिसप्पभुयपरिसप्पल हयरतिरिक्व० सव्वेसिं जह अंतो० उक्को० पुव्वकोडी / मणुस्सणपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० पुव्वकोडी, धम्मचरणं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० देसूणा पुन्चकोडी / कम्मभूम गभरहेरवयपुव्वविदेहअवरविदेहमणुस्सणपुंसगस्सवि तहेव, अकम्मभूमगम,गुम्सणपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पणत्ता ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च जह० अंतो० उक्को Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 146 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अंतोमु० साहरणं पडुच्च जह० अंतो० उको० देसूणा पुवकोडी, एवं जाव अंतरदीवगाणं / णपुंसए णं भंते ! णसएत्ति कालओ केवरिचरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं एकं समयं उक्को० तरुकालो।णेरइयणपुंसएणं भंते!०१ गोयमा ! जह० दस वाससहरसाई उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाइं, एवं पुढवीए ठिई भाणियव्वा / तिरिक्खजोणियणसए णं भंते ! ति० ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, एवं एगिदियणपुंसंगस्स णं, वणस्सइकाइयस्सवि एवमेव, सेसाणं जह० अंतो० उक्को० असंखे कालं असंखेजाओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोया। बेइंदियतेइंदियचउरिंदियणपुंसगाण य जह० अंतो० उक्को० संखेनं कालं / पंचिदियतिरिक्खजोणियणपुंसए णं भंते !0? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० पुवकोडिपुहुत्तं / एवं जलयरतिरिक्खचउम्पयथलयरउरपरिसप्पभुयपरिसंप्यमहोरगाणवि / मणुस्सणपुंसगस्स णं भंते !0? खेस पडुच्च जह० अंतो० उक्को० .पुवकोडीपुहुत्तं, धम्मचरणं पडुच्च जह० एकं समयं उक्को० देसूणा पुव्वकोडी / एवं कम्मभूमगभरहेरवयपुव्वविदेहअक्रविदेहेसुवि भाणियव्वं / अकम्मभूमगमणुस्सणपुंसए णं भंते !0 ? गोयमा! जम्मणं पडुच्च जह• अंतो० उक्को० मुहत्तपुहत्तं, साहरणं पडुच्च जह० अंतो० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी / एवं सब्वेसिं जाव अंतरदीवगाणं // णपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उको० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / णेरइयणपुंसगस्स णं मंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० तरुकालो, रयणप्पभापुढवीणेरइयणपुंसगस्स जह० अंतो० उक्को० तरुकालो, एवं सव्वेसि जाव अहेसत्तमा / तिरिक्खजोणियण सगस्स जह० अंतो० उको० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेग। एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगस्स जह० अंतो० उक्को० दो सागरोवमसहस्साई संखेजवासमन्भहियाई, पुढविआउतेउवाऊणं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, वणस्सइकाइयाणं जह० अंतो० उक्को० असंखेनं कालं जाव असंखेजा लोया, सेसाणं बेइंदियाईणं जाव खहयराणं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो / मणुस्सणपुंसगस्स खेत्तं पडुच्च जह० अंतो० उक्कोसेणं वणस्सइकालो, धम्मचरणं पडुच्च जह० एगं समयं उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढपोग्गलपरियटें देसूणं, एवं कम्मभूमगस्सवि भरहेरवयस्स पुव्वविदेहअवरक्देिहगस्सवि / अकम्मभूमगमणुस्सणपुंसगस्स णं भंते ! केवइयं कालं० 1 गो० !जम्मणं पडुच्च जह० अंतो० उको० वणस्सइकालो, संहरणं पडुच्च जह• अंतो० उक्को० वणस्सइकालो एवं जाव Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 147 अंतरदीवगत्ति // 59 // एएसि णं भंते ! णेरइयणपुंसगाणं तिरिवखजोणियणपुंसगाणं मणुस्सणपुंसगाण य कयरे कयरेहितो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सणपुंसगा णेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा तिरिक्खजोणियणपुंसगा अणंतगुणा // एएसि णं भंते ! रयणप्पहापुढविणेरइयणपुंसगाणं जाव अहेसत्तमपुढविणेरइयणपुंसगाण य कयरे 2 हिंतो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अहेसत्तमपुढविणेरइयणपुंसगा छटपुढविणेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा जाव दोच्चपुढविणेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा // एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियणपुंसगाणं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं पुढविकाइय जाव वणस्सइकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं बेइंदियतेइंदियचउरिंदियपंचेदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं जलयराणं थलयराणं खहयराण य कयरे 2 हिंतो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा खहयरतिरिक्खजोणियणपुंसगा, थलयतिरिक्खजोणियणपुंसगा संखेज० जलयरतिरिक्खजोणियणपुंसगा संखेज. च उरिंदियतिरि० विसेसाहिया तेइंदियति० विसेसाहिया बेइंदियति० विसेसा० ते उक्काइयएगिदियतिरिक्ख० असंखेजगुणा पुढविक्काइयएगिदियतिरिक्खजोणिया विसेसाहिया, एवं आउवाउवणम्सइकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा अणंतगुणा / / एएसि णं भंते ! मणुस्सणपुंसगाणं कम्मभूमिणपुंमगाणं अकम्मभूमिणपुंसगाणं अंतरदीवगाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अंतरदीवगअकम्मभूमगमणुस्सणपुंसगा देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमग० दोवि संखेजगुणा एवं जाब पुविदेहअवरविदेहकम्म० दोवि संखेजगुणा // एएसि णं भंते ! णेरइयणपुंसगाण रयणप्पभापुढविणेरइयणपुंसगाणं जाव अहेसत्तमापुढविणेरइयणपुंसगाणं तिरिक्खजोणियणपुंसगाणं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं पुढविकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं जाव वणस्सइकाइय० बेइंदियतेइंदियचउरिदियपंचिं. दियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं जलयराणं थलयराणं खहयराणं मणुस्सणपुंसगाणं कम्मभूमिगाणं अकम्मभूमिगाणं अंतरदीवगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा! सव्वत्थोवा अहेसत्तमपुढविणेरइयणपुंसगा छट्ठपुढविणेरइयणपुंसगा असंखेज० जाव दोच्चपुढविणेरइयणपुं० असंखे० अंतरदीवगमणुस्सणपुंसगा असंखेजगुणा, देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमग० दोवि संखेजगुणा जाव पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमग. मणुस्सणपुंसगा दोवि संखेजगुणा, रयणप्पभापुढविणेरइयणपुंसगा असंखे० खहयर. Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 148 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . पंचेंदियतिरिक्ख जोणियणपुंसगा अमं० थलयर० संखेज. जलयर० मंखेजगुणा चउरिंदियतिरिक्खजोणिय विसेसाहिया तेइंदिय० विसे वेइंदिय विसे तेउक्काइयएगिदिय० असं० पुढविकाइयएगिदिय०विसेसाहिया आउक्काइय०विसे०वाउक्काइय० विसेसा० वणस्मइकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा अणंतगुणा // 60|| णपुंसगवेयस्स णं भंते ! कम्मम्स केवइयं कालं बंधठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह. सागरोवमस्स दोण्णि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेण ऊणगा उक्को० वीस सागरोवमकोडाकोडी, दोण्णि य वाससहस्साइं अबाहा, अबाहाणिया कम्मठिई कम्मणिसेगो। णपुंसगवेए णं भंते ! किंपगारे पण्णत्ते ? गोयमा ! महाणगरदाहसमाणे पण्णत्ते समणाउसो!, से तं णपुंसगा // 61 // एएसि णं भंते ! इत्थीणं पुरिसाणं णपुंसगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 41 गोयमा! सव्वत्थोवा पुरिसा इत्थीओ संखे० णपुंसगा अणंत / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणिन्थीणं तिरिक्खजोणियपुरिसाणं तिरिक्खजोणियणपुंसगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तिरिक्खजोणियपुरिसा तिरिक्खजोणित्थीओ असंखे० तिरिक्खजो० णपुंसगा अणंतगुणा / / एएसि णं भंते ! मणुस्सित्थीणं मणुस्सपुरिसाणं मणुस्सणपुंसगाण य कयरे २.हिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा! सव्व० मणुस्सपुरिसा मणुस्सित्थीओ संखे० मणुस्सणपुंसगा असंखेजगुणा / एएसि णं भंते ! देविथीणं देवपुरिसाणं णेरइयणपुंसगाण य कयरे 2 हितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा णेरइयणपुंसगा देवपुरिसा असं० देवित्थीओ संखेजगुणाओ / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणित्थीणं तिरिक्खजोणियपुरिसाणं तिरिक्खजो० णपुंसगाणं मणुस्सित्थीणं मणुस्सपुरिसाणं मणुस्सणपुंसगाणं देवित्थीणं देवपुरिसाणं णेरइयणपुंसगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सपुरिसा मणुस्सिन्थीओ संखे० मणुस्सणसपुंगा असं० णेरइयणपुंसगा असं० तिरिक्खजोणियपुरिसा असं० तिरिक्खजोणित्थियाओ संखेज० देवपुरिसा असं०देवित्थियाओ संखे०तिरिक्खजोणियणपुंसगा अणंतगुणा / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणित्थीणं जलयरीणं थलयरीणं खहयरीणं तिरिक्खजोणियपुरिसाणं जलयराणं थलयराणं खहयराणं तिरिवखजो०. णपुंसगाणं एगिदियतिरिक्खजोणियपुंसगाणं पुढविकाइयएगिदियतिरिक्खजो०णपुंसगाणं जाव वणस्सइकाइय० बेइंदियतिरिक्खजोणियणपुंसंगाणं तेइंदिय० चउरिदिय० पंचेंदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं जलयराणं थलयराणं खहयराणं कयरे 2 Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 146 हितो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा खहयरतिरिक्खजोणियपुरिसा वयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखेज० थलयरपंचिंदियतिरिवखजोणियपुरिसा गग्वे० थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणित्थियाओ संखे० जलयरतिरिक्खजो० पुरिसा नख० जलयरतिरिक्खजोणिन्थियाओ संखेजगु० बहयरपंचिंदियतिरिवखजो०णापुंसगा असंखे० थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियणपुसगा संखे० जलयरपंचेंदियतिरिक्वजोणियणपंसगा संखे० चउरिदियतिरि० विसेसाहिया तेइंदियणपुंसगा विसेसाहिया बेइंदियणपुंसगा विसेसा० तेउक्काइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा अमं० पुढवि० णपुंसगा विसेसाहिया आउ० विसेसाहिया वाउ० विसेसा० वण'फइ०एगिदियणपुंसगा अणंतगुणा / एएसिणं भंते ! मणुस्सित्थीणं कम्मभूमियाणं अकम्मभूमियाणं अंतरदीवियाणं मणुस्सपुरिसाणं कम्मभूमगाणं अकम्मभूमगाणं अंतरदीवगाणं मणुस्सणपुंसगाणं कम्मभूमगाणं अकम्म० अंतरर्दीवगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! अंतरदीविया मणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य एए णं दोवि तुल्ला सव्वत्थोवा देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ मणुस्मपुरिसा एए णं दोण्णिवि तुला संखे० हरिवासरम्मगवासअकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य एए णं दोणिवि तुल्ला संखे. हेमवयहेरण्णवयअकम्मभूमगमणुस्सिथियाओ मणुस्सपुरिसा य दोवि तुल्ला संखे. भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सपरिसा दोवि संखे०भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सित्थियाओ दोवि संखे० पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सपुरिमा दोवि संखे० पुचविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सिस्थियाओ दोवि संखे० अंतरदीवगमणुस्सणपुंसगा असंखे. देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सणपुंसगा दोवि संखेनगुणा एवं चेव जाव पुव्वविदेहकम्मभूमगमणुस्सणपंसगा दोवि संखेजगुणा / एयासि णं भंते ! देवित्थीणं भवणवासिणीणं वाणमंतरीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीणं देवपुरिसाणं भवणवासीणं जाव वेमाणियाणं सोहम्मगाणं जाव गेवेजगाणं अणुत्तरोववाइयाणं णेरइयणपुंसगाणं रयणप्यभापुढविणेरइयणपंसगाणं जाव अहेसत्तमपुढविणेरइय० कयरे 2 हितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणुत्तरोववाइयदेवपुरिसा उवरिमगेवे देवपुरिसा संखेन्गुणा तं चेव जाव आणए कप्पे देवपुरिसा संखेजगुणा अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा एवीए पुढवीए णेरइय० असंखेजगुणा सहस्सारे कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा महासुक्के कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा पंचमाए पुटवीए णेरइयणपुंसगा असंखेजगुणा लंतए कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा चउर्थीए पुढवीए णेरड्या असंखे Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .150 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जगुणा बंभलोए कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा तच्चाए पुढवीए णेरइय० असंखेजगुणा माहिदे कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा सणंकुमारकप्पे देवपुरिसा असंखेनगुणा दोचाए पुढवीए णेरइया असंखेजगुणा ईसाणे कप्पे देवपुरिसा असंखेजगुणा ईसाणे कप्पे देवित्थियाओ संखेजगुणाओ सोहम्मे कप्पे देवपूरिसा संखेज. सोहम्मे काप देवित्थियाओ संखे० भवणवासिदेवपुरिसा असंखेजगुणा भवणवासिदेवित्थियाओ संखेजगुणाओ इमीसे रयणप्पभापुढवीए णेरइया असंखेंजगुणा वाणमंतरदेवपुरिसा असंखेजगुणा वाणमंतरदेवित्थियाओ संखेजगुणाओ जोइसियदेवपुरिसा संखेजगुणा जोइसियदेवित्थियाओ संखेनगुणा। एयासि णं भंते ! तिरिक्खजोणिन्थीणं जलयरीणं थलयरीणं खहयरीणं तिरिक्खजोणियपुरिसाणं जलयराणं थलयराणं खहयराणं तिरिक्खजोणियणपुंमगाणं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं पुढविक्काइयएगिदियति० जो० णपुंसगाणं आउक्काइयएगिंदियति जो०णपुंसगाणं जाव वणस्सइकाइय. एगिदियति जो०णपुंसगाणं बेइंदियति जो०णपुंसगाणं तेइंदियति० जो० णपुंसगाणं चउरिंदियति. जो० णपुंसगाणं पंचेंदियति० जो० णपुंसगाणे जलयराणं थलयराणं खहयराणं मणुस्सित्थीणं कम्मभूमियाणं अकम्मभूमियाणं अंतरदीवियाणं मणुस्सपुरिसाणं कम्मभूमियाणं अकम्म० अंतरदीवयाणं मणुस्सणपुंसगाणं कम्मभूमगाणं अकम्मभूमगाणं अंतरदीवगाणं देवित्थीणं भवणवासिणीणं 'वाणमंतरीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीणं देवपुरिसाणं भवणवासीणं वाणमंतराणं जोइसियाणं वेमाणियाणं सोहम्मगाणं जाव गेवेजगाणं अणुत्तरोववाइयाणं णेरइयणपुंसगाणं रयणप्पभापुढविणेरइयणपुंसगाणं जाव अहेसत्तमपुढविणेरइयणपुंसगाणं य कयरे 2 हितो अप्पा वा 41 गोयमा! अंतरदीवअकम्मभूमगमणुस्सित्थीओ मणुस्सपुरिसा य एए णं दोवि तुल्ला सव्वत्थोवा, देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सइत्थीओ पुरिसा य एए णं दोवि तुल्ला संखे० एवं हरिवासरम्मगवास० एवं हेमवयएरण्णवय० भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सपुरिसा दोवि संखे० भरहेरवयकम्मभूमगमणुस्सित्थीओ संखे० पुव्वविदेहअवरविदेहकम्मभूमगमणुस्सपुरिसा दोवि संखे० पुव्वविदेहअवरविदेहकम्म० मणुस्सिस्थियाओ दोवि संखे० अणुत्तरोववाइयदेवपुरिसा असंखेजगुणा उवरिमगेवेजदेवपुरिसा संखे० जाव आणए कप्पे देवपुरिसा संखे० अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखे० छट्ठीए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असं० सहस्सारे कप्पे देवपुरिसा असंखे० महासुक्के कप्पे देव० असं० पंचमाए पुंढवीए णेरइयगपुंसगा असं० लंतए कप्पे देवपु० असं० चउत्थीए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असं. Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 2 151 बंभलोए कप्प देवपुरिसा असं० तच्चाए पुढवीए णेरइयण० असं० माहिदे काप देवपु० असंखे० सणंकुमारे कम्पे देवपुरिसा असं० दोच्चाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा अमं० अंतरदीवगअकम्मभूमगमणुस्सणसगा असंखे० देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमगमणुस्सणसगा दोवि संखे० एवं जाव विदेहत्ति, ईसाणे कप्पे देवपुरिसा असं० ईसाणकप्पे देविन्थियाओ संखे० सोहम्मे कप्पे देवपुरिसा संखे० सोहम्मे कप्पे देवित्थियाओ संखेज० भवणवासिदेवपुरिसा असंखे० भवणवासिदेविन्थियाओ संखेजगुणाओ इमीसे रयणप्पभाए पुटवीए णेरइयणपुंसगा असं० खहयरतिरिक्खजोणियपुरिसा संखेजगुणा खहयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखे० थलयरतिरिक्खजाणियपुरिसा संखे० थलयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखे० जलयरतिरिक्खपुरिसा संखे० जलयरतिरिक्खजोणित्थियाओ संखे० वाणमंतरदेवपुरिसा संखे० वाणमंतरदेवित्थियाओ संखे० जोइसियदेवपुरिसा संखे० जोइसियदेवित्थियाओ संखे० खहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणियणपंसगा संखे०. थलयरणपुंसगा संखे० जलयरणपुंसगा संखे० चउरिंदियणसगा विसेसाहिया तेइंदिय० विसेसा० बेइंदिय० विसेसा. तेउकाइयएगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा असं० पुढवी० विसेसा आउ० विसेसा० वाउ० विसेसा० वण'फइकाइयएगिदियतिरिक्खजो० णपुंसगा अणंतगुणा // 62 / / इत्थीणं भंते ! केंवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! एगेणं आएसेणं जहा पुट्विं भणिय, एवं पुरिसस्सवि णपुंसगस्सवि, संचिट्ठणा पुणरवि तिण्हंपि जहापुत्विं भणिया, अंतरंपि तिण्हंपि जहापुट्विं भणियं तहा णेयव्वं // 63 // तिरिक्खजोणित्थियाओ तिरिक्खजोणियपुरिसेहितो तिगुणाओ तिरूवाहियाओमणुस्सित्थियाओमणुस्सपुरिसेहिंतो सत्तावीसइगुणाओ सत्तावीसयरूवाहियाओ देवित्थियाओ देवपुरिसेहितो बत्तीसइगुणाओ बत्तीसहरूवाहियाओ। सेत्तं तिविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता / / तिविहेसु होइ भेओ ठिई य संचिट्ठणंतरऽप्पबहुं / वेयाण य बंधठिई वेओ तह किंपगारो उ // 1 // से त तिविहा संसारसमावण्णगा जीवा पप्णत्ता / / 64 // // दोच्चा तिविहा पडिवत्ती समत्ता / पढमो रइय उद्देसो / तत्थ जे ते एवमाहंसु चउव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता ते एवमासु, तंजहा-जेरइया तिरिवखजोणिया मणुस्सा देवा // 65 // से किं तं णेरइया ? 2 सत्तविहा पण्णत्ता, तंजहा-पढमापुढविणेरइया दोच्चापुढविणेरइया तच्चापुढविणेर० Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउत्थापुढवीणेर० पंचमापु० णेरइया छटापु०णेर सत्तमापु० पोरइया // 66 // पढमा णं भंते ! पुढवी किंणामा किंगोत्ता पण्णत्ता ? गोयमा! णामेणं घम्मा'गोत्तेणं रयणप्पभा / दोच्चा णं भंते ! पुढवी किंणामा किंगोत्ता पण्णत्ता ? गोयमा ! णामेणं वंसा गोत्तेणं सक्करप्पभा, एवं एएणं अभिलावेणं सव्वासिं पुच्छा, णामाणि इमाणि सेला तइया अंजणा चउत्थी रिट्ठा पंचमी मघा छट्ठी माधवई सत्तमा जाव तमतमागोन्तेणं पण्णत्ता // 67 // इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी केवइया बाहल्लेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! इमा णं रयणप्पभापुढवी असिउत्तरं जोयणसयसहस्सं बाहल्लेणं पण्णत्ता, एवं एएणं अभिलावणं इमा गाहा अणुगंतव्या-आसीयं बत्तीसं अट्ठावीस तहेव वीसं च / अट्ठारस सोलसगं अठुत्तरमेव हिंटिमिया // 1 // 68 // इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! तिविहा पण्णत्ता, तंजहाखरकंडे पंकबहुले कंडे आववहुले कंडे // इमीसे णं भंते ! रय० पुढ० खरकंडे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! सोलसविहे पण्णत्ते, तंजहा-रयणकंडे 1 वइरे 2 वेरुलिए 3 लोहियक्ख 4 मसारगल्ले 5 हंसगब्भे 6 पुलए 7 सोगंधिए 8 जोइरसे 9 अंजण 10 अंजणपुलए 11 रयए 12 जायरूवे 13 अंके 14 फलिहे 15 रिट्टे 16 कंडे // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभापुढवीए रयणकंडे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगागारे पण्णत्ते, एवं जाव रिट्टे / इमीसे णं भंते ! रयणप्यभापुढवीए पंकबहुले कंडे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा !एगागारे पण्णत्ते। एवं आवबहुले कंडे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगागारे पण्णत्ते / सक्करप्पभाए णं भंते! पुढवी कइविहा पण्णत्ता 1 गोयमा! एगागारा पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमा // 69 / / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए केवइया णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! तीसं णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता, एवं एएणं अभिलावेणं सव्वासिं पुच्छा, इमा गाहा अणुगंतव्वातीसा य पण्णवीसा पण्णरस दसेव तिणि य हवंति / पंचूणसयसहस्सं पंचेव अणुत्तरा गरगा // 1 // जाव अहेसत्तमाए पंच अणुत्तरा महइमहालया महाणरगा पण्णत्ता, तंजहा-काले महाकाले रोरुए महारोरुए अपइट्ठाणे // 70 // अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे घणोदहीइ वा घणवाएइवा तणुवाएइ वा ओवासंतरेइ वा ? हंता अत्थि, एवं जाव अहेसत्तमाए // 71 // इमीसे गं भंते ! रयणप्यभाए पुटवीए खरकंडे केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा! सोलस जोयणसहस्साई बाहल्लेणं पण्णत्ते। इमीसेणं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए रयणकंडे केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! एक Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 153 जोयणसहस्सं अहल्लेणं पण्णत्ते, एवं जाव रिटे। इमीसे णं भंते ! रय० पु० पंकबहुले कंडे केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! चउरसीइजोयणसहस्साई बाहलेणं पण्णत्ते / इंमीसे णं भंते ! रय० पु० आवबहुले कंडे केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! असीइजोयणसहस्साइं बाहल्लेणं पण्णत्ते / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पु० घणोदही केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! वीसं जोयणसहस्साई बाहलेणं पणत्ते / इमीसे णं भंते ! रय. पु० घणवाए केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेजाई जोयणसहस्साई वाहलेणं पण्णत्ते, एवं तणुवाएऽवि ओवासंतरेऽवि / सक्करप्प० भंते ! पु० घणोदही केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा! वीसं जोयणसहस्साई बाहल्लेणं पण्णत्ते / सक्करप्प० पु० वणवाए केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखे० जोयणसहस्साई बाहल्लेणं पण्णत्ते, एवं तणुवाएवि, ओवासंतरेवि जहा सक्करप्प० पु० एवं जाव अहेसत्तमा // 72 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए खेत्तच्छेएणं छिजमाणीए अत्थि दव्वाइं वण्णओ कालणीललोहियहालिद्दसुकिल्लाइं गंधओ सुरभिगंधाई दुब्भिगंधाइं रसओ तित्तकडुयकसायअंबिलमहुराई फासओ कक्खडमउयगरुयलहुसीयउसिणणिद्धलुक्खाइं संठाणओपरिमंडलवट्टतंसचउरंसआययसंठाणपरिणयाई अण्णमण्णबद्धाइं अण्णमण्णपुट्ठाइं अण्णमण्णओगाढाई अण्णमण्णसिणेहपडिबद्धाइं अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठति ? हंता अस्थि / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पु०खरकंडस्स सोलसजोयणसहस्सबाहल्लम्स खेत्तच्छेएणं छिजमाणस्स अस्थि दव्वाइं वण्णओ काल जाव परिणयाइं ? हंता अस्थि / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० रयणणामगरस कंडस्स जोयणसहस्सबाहल्लस्स खेत्तच्छेएणं छिज० तं चेव जाव हंता अत्थि, एवं जाव रिट्ठस्स, इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० पंकबहुलस्स कंडस्स चउरासीइजोयणसहस्सबाहल्लस्स खेत्ते तंचेव,एवं आवबहुलस्सवि असीइजोयणसहस्सबाहल्लस्स। इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० घणोदहिस्स वीसं जोयणसहस्सबाहल्लस्स खेत्तच्छेएण तहेव / एवं घणवायस्स अंसखेजजोयणसहस्सबाहल्लस्स तहेव, ओवासंतरस्सवि तं चेव / सक्करप्पभाए णं भंते ! पु० बत्तीसुत्तरजोयणसयसहस्सबाहलस्स खेत्तच्छेएण छिजमाणीए अत्थि दव्वाई वण्णओ जाव घडत्ताए चिट्ठति ? हंता अस्थि, एवं घणोदहिस्स वीसजोयणसहस्सबाहल्लस्स घणवायस्स असंखेजजोयणसहस्सबाहलस्स, एवं जाव ओवासंतरस्स, जहा सक्करप्पभाए एवं जाव अहेसत्तमाए // 73 / / इमा णं भंते ! रयणप्प० पु० किंसठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! झल्लरिसंठिया पण्णत्ता / Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 154 - अनंगपविट्ठसुत्ताणि.. इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० खरकंडे किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! झलरिसंठिए पण्णत्ते / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० रयणकंडे किंसंठिएं पण्णत्ते ? गोयमा ! झल्लरि संठिए पण्णत्ते, एवं जाव रिटे, एवं पंकबहुलेवि, एवं आवबहुलेवि घणोदहीवि घणवाएवि तणुवाएवि ओवासंतरेवि, सव्वे झलरिसंठिया पण्णत्ता / सक्करप्पभा णं भंते ! पुढवी किंसठिया पण्णत्ता ? गोयमा! झलरिसंठिया पण्णत्ता, सक्करप्पभापृढवीए घणोदही किंसठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! झल्लरिसंठिए पण्णत्ते, एवं जाव ओवासंतरे, जहा सक्करप्पभाए वत्तव्वया एवं जाव अहेसत्तमाएवि // 74 // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पुढवीए पुरथिमिल्लाओ चरिमंताओ केवइयं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते ? गोयमा ! दुवालसहिं जोयणेहिं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते, एवं दाहिणिलाओ पच्चस्थिमिल्लाओ उत्तरिल्लाओ / सक्करप्प० पु० पुरथिमिल्लाओ चरिमंताओ केवइयं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते ? गोयमा ! तिभागणेहि तेरसहिं जोयणेहिं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते, एवं चउद्दिसिपि / वालुयप्प०१०पुरथिमिल्लाओ पच्छा,गोयमा ! सतिभागेहिं तेरसहिं जोयणेहिं अबहाए लोयंते पण्णत्ते, एवं चउद्दिसिपि, एवं सव्वासिं चउसुवि दिसासु पुच्छियव्वं / पंकप्प०चोद्दसहिं जोयणेहिं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते / पंचमाए तिभागूणेहि पण्णरसहिं जोयणेहिं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते / छट्ठीए सतिभागेहिं पण्णरसहिं जोयणेहिं अबाहाए लोयंते पण्णत्ते। सत्तमीए सोलसहिं जोयणेहिँ अबाहाए लोयंते पण्णत्ते, एवं जाव उत्तरिल्लाओ। इमीसे णं भंते ! रयणं० पु० पुरथिमिल्ले चरिमंते कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते, तंजहा-घणोदहिवलए घणवायवलए तणुवायवलए / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० दाहिणिल्ले चरिमंते कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! तिविहे पण्णत्ते, तंजहा-एवं जाव उत्तरिले, एवं सव्वासिं जाव अहेसत्तमाए उत्तरिले // 75 // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पुढवीए घणोदहिवलए केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! छ जोयणाणि बाहल्लेणं पण्णत्ते / सक्करप्प० पु० घणोदहिवलए केवइयं बाहलेणं पण्णत्ते ? गोयमा! सतिभागाइं छजोयणाइं बाहल्लेणं पण्णत्ते। वालुयप्पभाए पुच्छा, गोयमा ! तिभागूणाई सत्त जोयणाई बाहल्लेणं प० / एवं एएणं अभिलावेणं पंकप्पभाए सत्त जोयणाइं बाहल्लेणं पण्णत्ते। धूमप्पभाए सतिभागाई सत्त जोयणाई बा० पण्णत्ते / तमप्पभाए तिभागूणाई अट्ट जोयणाई / तमतमप्पभाए अह जोयणाई // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० घणवायवलए केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा! अद्धपंचममाई जोयणाई बाहल्लेणं / सक्करप्पभाए पुच्छा, गोयमा ! कोसूणाई Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___ जीवाजीवाभिगमे प० 3 155 पंच जोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते, एवं एएणं अभिलावेणं वालुयप्पभाए पंच जोयणाई बाहलेणं पण्णत्ते, पंकप्पभाए सक्कोसाइं पंच जोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते / धूमप्पभाए अद्धटाई जोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते, तमप्पभाए कोसूणाई छजोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते, अहेसत्तमाए छजोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० तणुवायवलए केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! छक्कोसेणं बाहलेणं पण्णत्ते, एवं एएणं अभिलावेणं सकरप्पभाए सतिभागे छक्कोसे बाहल्लेणं पण्णत्ते / वालुयप्पभाए तिभागूणे सत्तकोसे बाहल्लेणं पण्णत्ते। पंकप्पभाए पुढवीए सत्तकोसे बाहल्लेणं पण्णत्ते / धूमप्पभाए सतिभागे सत्तकोसे / तमप्पभाए तिभागूणे अट्ठकोसे बाहलेणं पण्णत्ते / अहेसत्तमाए पृढवीए अढकोसे बाहल्लेणं पण्णत्ते // इमीसे गंभंते ! रयणप्प० पु० घणोदहिवलयस्स छजोयणबाहल्लस्स खेत्तच्छे एणं छिजमाणस्स अत्थि दव्वाई वण्णओ काल जाव हंता अस्थि / सक्करप्पभाए णं भंते ! पु० घणोदहिवलयस्स सत्तिभागछजोयणबाहल्लस्स खेतच्छेएणं छिजमाणस्स जाव हंता अत्थि, एवं जाव अहेसत्तमाए जं जस्स बाहलं / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० घणवायवलयस्स अद्धपंचमजोयणबाहल्लम्स खत्तछेएणं छि०जाव हंता अस्थि, एवं जाव अहेसत्तमाए जं जस्स बाहलं / एवं तणुवायवलयस्सवि जाव अहेसत्तमा जं जस्स बाहलं // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए घणोदहिवलए किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए पण्णत्ते, जे णं इमं रयणप्पमं पुढवि सव्वओ० संपरिक्खिवित्ताणं चिट्ठइ, एवं जाव अहेसत्तमाए पु० घणोदहिवलए, णवरं अप्पणप्पणं पुढवि संपरिक्खिवित्ताणं चिट्ठइ / इमीसे णं रयणप्प० पु० घणवायवलए किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! वट्टे वलयागारे तहेव जाव जे ण इमीसे रयणप्प० पु० घणोदहिवलयं सव्वओ समंता संपरिस्खिवित्ताणं चिट्ठइ एवं जाव अहेसत्तमाए घणवायवलए / इससे णं भंते ! रयणप्प० पु० तणुवायवलए किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जाव जेणं इमीसे रयणप्प० पु० घणवायवलयं सव्वओ समंता संपरिक्खिवित्ताणं चिट्ठइ, एवं जाव अहेसत्तमाए तणुवायवलए // इमा णं भंते ! रयणप्प० पु० केवइयं आयामविक्खंभेणं प० 1 गोयमा! असंखेजाइं जोयणसहस्साई आयामविक्खंभेणं असंखेजाइं जोयणसहस्साई परिक्खेवेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहे. सत्तमा // इमा णं भंते ! रयणप्प० पु० अंते य मज्झे य सव्वत्थ समा बाहलेणं पण्णत्ता ? हंता गोयमा ! इमा णं रयण० पु० अंते य मज्झे य सव्वत्थ समा बाह Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविद्वसुत्ताणि लेणं, एवं जाव अहेसत्तमा // 76 // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० सव्वजीवा उववण्णपुव्वा ? सव्वजीवा उववण्णा ?, गोयमा ! इमीसे णं रंय० पु० सव्वजीवा उववण्णपुव्वा णो चेव णं सव्वजीवा उववण्णा, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए / इमाणं भंते! रयण० पु० सव्वजीवहिं विजढपुव्वा ? सव्वजीब्वेहिं विजढा ?, गोयमा! इमा णं रयण० पु० सव्वजीवहिं विजदपुव्वा णो चेव णं सव्वजीवविजढा, एवं जाव अहेसत्तमा // इमीसे णं भंते ! रयण० पु० सव्वपोग्गला पविठ्ठपुव्वा ? सव्वपोग्गला पविट्ठा ?, गोयमा ! इमीसे णं रयण पुढवीए सव्वपोग्गला पविट्ठपुव्वा णो चेव णं सव्वपोग्गला पविट्ठा, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए // इमाणं भंते ! रयणप्पभा पुढवी सव्वपोग्गलेहिं विजटपुवा ? सव्वपोग्ग० विजढा ?, गोयमा ! इमा णं रयणप्पभा पु० सव्वपोग्गलेहिं विजढपुव्वा णो चेव णं सव्वपोग्गलेहिं विजढा, एवं जाव अहेसत्तमा // 77 // इमा णं भंते ! रयणप्पभा पुढवी किं सासया असासया ? गोयमा ! सिय सासया सिय असासया // से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-सिय सासया सिय असासया ? गोयमा ! दव्वट्ठयाए सासया, वण्णपजवेहिं गंधपजवेहिं रसपजवेहिं फासपनवेहिं असासया, से तेण?णं गोयमा ! एवं वुच्चइतं चेव जाव सिय असासया, एवं जाव अहेसत्तमा // इमा णं भंते ! रयणप्पभा पु० कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! ण कयाइ ण आसि ण कयाइ णत्थि ण कयाइ ण भविस्सइ भुविं च भवद य भविस्सइ य धुवा णियया सासया अक्खया अव्वया अवट्ठिया णिच्चा एवं जाव अहेसत्तमा // 78 // [इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए उवरिल्लाओ चरिमंताओ हेट्ठिल्ले चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! असिउत्तरं जोयणसयसहस्सं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / इमीसे णं भंते ! रयण० पु० उवरिल्लाओ चरिमंताओ खरस्स कंडस्स हेटिले चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! सोलस जोयणसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए उवरिलाओ चरिमंताओ रयणस्स कंडस्स हेडिल्ले चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! एकं जोयणसहस्सं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते // इमीसे गं भंते ! रयण० पु० उवरिल्लाओ चरिमंताओ वइरस्स कण्डस्स उवरिल्ले चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा! एक जोयणसहस्सं अबाहाए अंतरे प०॥ इमीसे णं भंते ! रयण० पु. उवरिल्लाओ चरिमंताओ वइरस्स . कंडस्स हेछिल्ले Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ... जीवाजीवाभिगमे प०३ 157 चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे प० 1 गोयमा ! दो जोयणसहस्साई, इमीसे 0 अबाहाए अंतरे पण्णत्ते, एवं जाव रिट्ठस्स उवरिल्ले पण्णरस जोयणसहस्साई, हट्ठिले चरिमंते सोलस जोयणसहस्साई // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० उवरिलाओ चरिमंताओ पंकबहुलस्स कंडस्स उवरिल्ले चरिमंते एस णं अबाहाए केवइयं अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! सोलस जोयणसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / हेछिल्ले चरिमंते एकं जोयणसयसहस्सं आवबहुलस्स उवरि एक जोयणसयसहस्सं हेटिल्ले चरिमंते असीउत्तरं जोयणसयसहस्सं / घणोदहिउवरिल्ले असिउत्तरजोयणसयसहस्सं हेटिल्ले चरिमंते दो जोयणसयसहस्साई / इमीसे णं भंते ! रयण पुढ० घणवायस्स उवरिले चरिमंते दो जोयणसयसहस्साई / हेडिल्ले चरिमंते असंखेजाइंजोयणसयसहस्साई / इमीसे णं भंते ! रयण० पु. तणुवायस्स उवरिले चरिमंते असंखेजाई जोयणसयसहस्साइं अबाहाए अंतरे हेडिल्लेवि असंखेजाई जोयणसयसहस्साई, एवं ओवासंतरेवि / / दोच्चाए णं भंते ! पुढवीए उवरिल्लाओ चरिमंताओ हेट्ठिल्ले चरिमंते एस णं केवइयं अबाहाए. अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! बत्तीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / सक्करप्प० पु० उवरि घणोदहिस्स हेट्ठिल चरिमंते बावणुत्तरं जोयणसयसहस्सं अबाहाए / घणवायस्स असंखेजाई जोयणसयसहस्साई पण्णत्ताई / एवं जाव उवासंतरस्सवि जाव अहेसत्तमाए, णवरं जीसे जं बाहलं तेण घणोदही संबंधेयन्वो बुद्धीए / सक्करम्पभाए अणुसारेणं घणोदहिसहियाणं इमं पमाणं // तच्चाए अडयालीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं / पंकप्पभाए पुढवीए चत्तालीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं / धूमप्पभाए पु० अद्रुतीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं / तमाए पु. छत्तीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं / अहेसत्तमाए पु० अट्ठावीसुत्तरं जोयणसयसहस्सं जाव अहेसत्तमाए गंभंते ! पुढवीए उवरिल्लाओ चरिमंताओ उवासंतरस्स हेहिले चरिमंते केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेजाइं जोयणसयसहस्साई अबाहाए अंतरे पण्णत्ते // 79 // इमा ण भंते ! रयणप्पभा पुढवी दोच्च पुढवि पणिहाय बाहल्लेणं किं तुल्ला विसेसाहिया संखेजगुणा ? वित्थरेणं किं तुला विसेसहीणा संखेज. गुणहीणा ?, गोयमा ! इमा णं रयण० पु० दोच्चं पुढवं पणिहाय बाहल्लेणं णो तुल्ला विसेसाहिया णो संखेजगुणा, वित्थारेणं णो तुल्ला विसेसहीणा णो संखेजगुणहीणा / दोच्चा णं भंते ! पुढवी तच्च पुढविं पणिहाय बाहलेणं किं तुल्ला एवं चेव भाणियव्वं / एवं तच्चा चउत्थी पंचमी छट्ठी / छट्ठी णं भंते ! पुढवी सत्तमं पुढविं पणिहाय बाहल्लेणं Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्साणि किं तुल्ला विसेसाहिया संखेजगुणा 1 एवं चेव भाणियव्वं / सेवं भंते ! 2 // 80 // // पढमो रइय उद्देसो समत्तो // बीओ रइय उद्देसो . . . कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! सत्त पुढबीओ पणत्ताओ, तंजहा-रयणप्पभा जाव अहेसत्तमा // इमीसे णं भंते ! रयणप्य० पु० असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि केवइयं ओगाहित्ता हेट्ठा केवइयं वजित्ता मज्झे केवइए केवइया णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता 1 गोयमा ! इमीसे णं रयण पु० असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेहावि एग जोयणसहस्स वजेत्ता मज्झे अडसत्तरी जोयणसयसहस्सा, एत्थ णं रयणप्पभाए पु० णेरइयाणं तीसं गिरयावाससयसहस्साई भवंतित्तिमक्खाया // ते णं गरगा अंतो वट्टा बाहिं चउरंसा जाव असुभा गरएसु वेयणा, एवं एएणं अभिलावेणं उवजूंजिऊण भाणियव्वं ठाणप्पयाणुसारेणं, जत्थ जं बाहलं जत्थ जत्तिया वा णरयावाससयसहस्सा जाव अहेसत्तमाए पुढवीए, अहेसत्तमाए मज्झिमं केवइए कइ अणुत्तरा महइ महालया महाणिरया पण्णत्ता एवं पुच्छियव्वं वागरेयव्वंपि तहेव (छट्ठिसत्तमासु काऊ य अगणिवण्णाभा भाणियव्वा) // 81 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णरगा किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-आवलियपविट्ठा य आवलियबाहिरा य, तत्थ णं जे. ते आवलियपविट्ठा ते तिविहा पुण्णत्ता, तंजहावट्ठा तंसा चउरंसा, तत्थ गंजे ते आवलियबाहिरा ते णाणासंठाणसंठिया पण्णत्ता, तंजहा-अयकोट्ठसंठिया पिट्ठपयणगसंठिया कंडूसंठिया लोहीसंटिया कडाहसंठिया थालीसंठिया पिहडगसंठिया किमियडसंठिया किण्णपडगसंठिया उडवसंठिया मुखसंठिया मुयंगसंठिगा गंदिमुयंगसंठिया आलिंगयसंठिया सुघोससंठिया दद्दरयसंठिया पणवसंठिया पडहसंठिया भेरिसंठिया झल्लरीसंठिया कुतुंबगसंठिया णालिसंठिया, एवं जाव तमाए // अहेसत्तमाए णं भंते ! पढवीए गरगा किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-वढे य तंसा य / इमीसे गं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णरगा केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ता ? गोयमा! तिण्णि जोयणसहस्साई बाहलेणं पण्णत्ता, तंजहा-हेट्ठा घणा सहस्सं मज्झे झुसिरा सहस्सं उप्पिं संकुइया सहस्सं, एवं जाव अहेसत्तमाए / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णरगा केवइये आयामंविखंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-संखेजवित्थडा Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 156 य असंखेजवित्थडा य, तत्थ णं जे ते संखेजवित्थडा ते णं संखेजाइं जोयणसहस्साई आयामविक्खंभेणं संखेजाइं जोयणसहस्साई परिक्खेवेणं पण्णत्ता तत्थ णं जे ते अमंखेजवित्थडा ते णं असंखेज्जाइं जोयणसहस्साई आयामविखंभेणं असंखेजाई जो पणमहम्माइं परिक्खेवेणं पण्णत्ता एवं जाव तमाए, अहेसत्तमाए णं भंते ! पुच्छा, गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–संखेजवित्थडे य असंखेजवित्थडा य, तत्थ णं जे ते संखेजवित्थडे से णं एक जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं तिण्णि जोयणसयसहस्साइं सोलस सहस्साइं दोण्णि य सत्तावीसे जोयणसए तिणि कोसे य अट्ठावीसं च धणुमयं तेरस य अंगुलाई अद्धंगुलयं च किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ता, तत्थ णं जे ते असंखेजवित्थडा ते णं असंखेन्जाइं जोयणसयसहस्साई आयामविखंभेणं असंखेजाइं जाव परिक्खेवेणं पण्णत्ता / / 82 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णरया केरिसया वण्णेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! काला कालोभासा गंभीरलोमहरिसा भीमा उत्तासणया परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुटवीए णरगा केरिसया गंधेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए अहिमडेइ वा गोमडेइ वा सुणगमडेई वा मजारमडेइ वा मणुस्समडेइ वा महिसमडेइ वा मूसगमडेइ वा आसमडेइ वा हत्थिमडेइ वा सीहमडेइ वा वधमडेइ वा विगमंडेइ वा दीवियमडेइ वा. मयकुहियचिरविणट्ठकुणिमवावण्णदुब्भिगंधे असुइविलीणक्गियबीभत्थदरिसणिजे किमिजालाउलसंसत्ते, भवेयारूवे सिया ?, णो इणढे समटे, गोयमा ! इमीसेणं रयणप्पभाए पुढवीए णरगा एत्तो आणिट्ठतरगा चेब अकंततरगा चेव जाव' अमणामतरगा चेव गंधेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णरया केरिसया फासेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए असिपत्तेइ वा खुरपत्तेइ वा कलंबचीरियापत्तेह वा सत्तग्गेइ वा कुंतग्गेइ वा तोमरग्गेइ वा णारायग्गेइ वा सूलग्गेइ वा लउलग्गेइ वा भिंडिमालग्गेइ वा सूइकलावेइ वा कवियच्छूइ वा विंचुयकंटएइ वा इंगालेइ वा जालेइ वा मुम्मुरेइ वा अच्चीइ वा अलाएइ वा सुद्धागणीइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, गोयमा ! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए जरगा एत्तो अणिहतरगा चेव जाव अमणामतरगा चेव फासेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए // 83 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णरगा केमहालिया पण्णत्ता ? गोयमा ! अयण्णं जंबुद्दीवे 2 सव्वदीवसमुद्दाणं सव्वभंतरए Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि. सव्वखुड्डाए वट्टे तेल्लापूवसंठाणसंठिए वट्टे रहचकवालसंठाणसंठिए वट्टे पुक्खरकण्णियासंठाणसंठिए वट्टे पडिपुण्णचंदसंठाणसंठिए एक जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं जाव किंचि विसेसाहिए परिक्खेवणं, देवे णं महिड्ढिए जाव महाणुभागे जाव इणामेव इणामेवत्तिक? इमं केवलकप्पं जंबुद्दीवं 2 तिहिं अच्छाणिवाएहिं तिसत्तखुत्तो अणुपरियट्टित्ताणं हव्वमागच्छेजा से ण देवे ताए उकिट्ठाए तुरियाए चवलाए चंडाए सिग्याए उधुयाए जयणाए छेयाए दिव्वाए दिव्यगईए वीइवयमाणे 2 जहण्णेणं एगाई वा दुयाहं वा तियाहं वा उक्कोसेणं छम्मासेणं वीइवएजा, अत्थेगइए वीहवएजा अत्थेगइए णो वीइवएजा, एमहालया गं गोयमा ! इमीसे गं रयणप्पभाए पुढवीए गरगा पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए, णवरं अहेसत्तमाए अत्थेगइयं णरगं वीइवएजा, अत्थेगइए णरगे णो वीइवएना // 84 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए गरगा किंमया पण्णत्ता ? गोयमा ! सव्ववइरामया पण्णत्ता, तत्थ णं णरएसु बहवे जीवा य. पोग्गला य अवकमंति विउकमंति चयंति उववजंति, सासया णं ते णरगा दव्वट्ठयाए वण्णपजवेहिं गंधपजवेहि रसपजवेहि फासपजवेहिं असासया, एवं जाव अहेसत्तमाए // 85 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइया कओहिंतो उववजंति किं असण्णीहिंतो उववजंति सरी सिवेहिंतो उववजंति पक्खीहिंतो उववजंति चउप्पएहितो उववजंति उरगेहिंतो उववजंति इत्थियाहिंतो उववजंति मच्छमणुएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! असण्णीहितो उववंबंति जाव मच्छमणुएहिंतोवि उववजंति, असण्णी खलु पढमं दोच्चं च सरीसिवा तइय पक्खी / सीहा जंति चउत्थिं उरगा पुण पंचमि जंति // 1 // छढेि च इत्थियाओ मच्छा मणुया य सत्तमि जंति / जाव अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइया णो असण्णीहिंतो उववजंति जाव णो इत्थियाहिंतो उववजंति मच्छमणुस्सेहिंतो उववजति // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु. णेरइया एकसमएणं केवइया उववजंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा उववजंति, एवं जाव अहेसत्तमाए / इमीसे णं भंते ! रयणप्प. पुढवीए णेरइया समए समए अवहीरमाणा अवहीरमाणा केवइकालेणं अवहिया सिया ? गोयमा ! ते णं असंखेजा समए समए अवहीरमाणा अवहीरमाणा असंखेजाहिँ उस्सप्पिणीओसप्पिणीहिं अवहीरंति णो चेव णं अवहिया सिया जाव अहेसत्तमा // इमीसे गं भंते ! रयणप्प० पु. णेरइयाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा सरीरोगाहणा पण्णत्ता, तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेउविया य, तत्थ Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे प०३ 161 णं जा सा भवधारणिजा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं सत्त धणूई तिणि य रयणीओ छच्च अंगुलाई, तत्थ णं जे से उत्तरवेउविए से जह० अंगुलस्स संखेजइभागं उक्को० पग्णरस धणूई अड्वाइजाओ रयणीओ, दोच्चाए भवधारणिज्जे जहण्णओ अंगुलामखेजइभागं उक्को० पण्णरस धणूई अड्ढाइजाओ रयणीओ उत्तरवेउव्विया जह० अंगुलस्स संखेजहभागं उक्को० एक्कतीसं धणूई एक्का रयणी, तच्चाए भवधारणिजे एकतीसं धणूई एक्का रयणी, उत्तरवेउब्विया बासष्टुिं धणूई दोण्णि रयणीओ, चउत्थीए भवधारणिजे बासट्टि धणूई दोणि य रयणीओ, उत्तरवेउविया पणवीस धणुसयं, पंचमीए भवधारणिजे पणवीसं धणुसयं, उत्तरवे० अड्ढाइजाई धणुसयाई, छट्ठीए भवधारणिजा अड्ढाइनाई धणुसयाई, उत्तरवेउब्विया पंचधणुसयाई, सत्तमाए भवधारणिजा पंचधणुसयाई उत्तरवेउविए धणुसहस्सं // 86 // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णेरइयाणं सरीरया किंसंघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छण्हं मंघयणाणं असंघयणी, णेवट्ठी णेव छिरा गवि हारू णेव संघयणमत्थि, जे पोग्गला अणिट्ठा जाव अमणामा ते तेसिं सर्र रसंघायत्ताए परिणमंति, एवं जाव अहेसत्तमाए // इमीसे णं भंते ! रयण पु० जेरइयाणं सरीरा किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेटविया य, तत्थ णं जे ते भवधारणिजा ते हुंडसंठिया पण्णत्ता, तत्थ णं जे ते उत्तरवेउव्विया तेवि हुंडसंठिया पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए // इमीसे णं भंते ! रयण० पु० णेरइयाणं सरीरगा केरिसया वण्णेणं पण्णता ? गोयमा ! काला कालोभासा जाव परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए // इमीसे णं भंते ! रयण० पु० णेरइयाणं सरीरया केरिसया गंधेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए अहिमडेइ वा तं चेव जाव अहेसत्तमा / / इमीसे णं भंते ! रयण• पु० णेरइयाणं. सरीरया केरिसया फासेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! फुडियच्छविविच्छविया खरफरुसझामझुसिरा फासेणं पण्णत्ता, एवं जाव अहेसत्तमा // 87 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइयाणं केरिसया पोग्गला ऊसासत्ताए परिणमंति ? गोयमा ! जे पोग्गला अणिट्ठा जाव अमणामा ते तेसिं ऊसासत्ताए परिणमंति, एवं जाव अहेसत्तमाए, एवं आहारस्सवि सत्तसुवि // इमीसे णं भंते ! रयण० पु. णेरइयाणं कइ लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! एक्का काउलेसा पण्णत्ता, एवं सक्करप्पभाएऽवि वालयप्पभाए पुच्छा, गोयमा ! दो लेसाओ पण्णत्ताओ तं०-णीललेसा य काउलेसा य, तत्थ जे Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 162 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि काउलेसा ते बहतरा जे णीललेस्सा पण्णत्ता ते थोवा, पंकप्पभाए पुच्छा, एक्का णीललेसा पण्णत्ता, धूमप्पभाए पुच्छा, गोयमा ! दो लेस्साओ पण्णत्ताओ तंजहाकिण्हलेस्सा य णीललेस्सा य, ते बहुतरगा जे णीललेस्सा, ते थोवतरगा जे किण्हलेसा, तमाए पुच्छा, गोयमा ! एका किण्हलेस्सा, अहेसत्तमाए एक्का परमकिण्हलेस्सा // इमीसे णं भंते ! रयण० पु. णेरइया किं सम्मदिट्ठी मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्टी ? गोयमा ! सम्मदिट्ठीवि मिच्छादिट्ठीवि सम्मामिच्छादिट्ठीवि, एवं जाव अहे. सत्तमाए // इमीसे णं भंते ! रयण० पु. णेरइया किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणीवि अण्णाणीवि, जे णाणी ते णियमा तिणाणी, तंजहा-आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी ओहिणाणी, जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअण्णाणी अत्थेगइया तिअणाणी, जे दुअण्णाणी ते णियमा मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य, जे तिअण्णाणी ते णियमा मइअण्णाणी सुयअण्णाणी विभंगणाणीवि, सेसा ण णाणीवि अण्णाणीवि तिण्णि जाव अहेसत्तमाए / इमीसे णं भंते ! रयण० पु० किं मणजोगी वइजोगी कायजोगी ? गो०! तिण्णिवि, एवं जाव अहेसत्तमाए // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभापु० णेरइया किं सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता ? गोयमा ! सागारोवउत्तावि अणागारोवउत्तावि, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए / [इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णेरइया ओहिणा केवइयं खेत्तं जाणंति पासंति ? गोयमा! जहण्णेणं अधुट्ठगाउयाई उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाई / सक्करप्पभापु० जह, तिण्णि गाउयाइं उक्को० अधुट्ठाई, एवं अद्वद्धगाउयं परिहायइ जाव अहेसत्तमाए जह० अद्धगाउयं उक्कोसेणं गाउयं / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइयाणं कइ समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि ससुग्घाया पण्णत्ता, तंजहा—वेयणासमुग्घाए कसायसमुग्घाए मारणतियसमुग्घाए वेउब्वियसमुग्घाए, एवं जाव अहेसत्तमाए // 88 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभा० पु० णेरइया केरिसयं खुहप्पिवासं पच्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! एगमेगस्स णं रयणप्पभापुढविणेरइयस्स असब्भावपट्ठवणाए सव्वोदही वा सव्वपोग्गले वा आसगंसि पक्खिवेजा णो चेव णं से रयणप्प० पु० णेरइए तित्ते वा सिया वितण्हे वा सिया, एरिसया णं गोयमा ! रयणप्पभाए णेरइया खुहप्पिवासं पच्चणुभवमाणा विहरंति, एवं जाव अहेसत्तमाए / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पु० णेरइया किं एगत्तं पभू विउवित्तए पुंहुत्तंपि पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! एगत्तपि पभू पुहुत्तंपि पभू विउवित्तए, एगत्तं विउव्वेमाणा एगं Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 163 महं मोग्गररूवं वा एवं मुसुंढिकरवत्तअसिसत्तीहलगयामुसलचक्कणारायकुंततोमरसूललउडभिंडमाला य जाव भिंडमालरूवं वा पुहुत्तं विउव्वेमाणा मोग्गररूवाणि वा जाव भिंडमालस्वाणि वा ताई संखेजाइं णो असंखेजाई संबद्धाइं णो असंबद्धाई सरिसाइं णो असरिसाइं विउव्यंति विउव्वित्ता अण्णमण्णस्स कायं अभिहणमाणा अभिहणमाणा वेयणं उदीरेंति उज्जलं विउलं पगाढं ककसं कडुयं फरुसं णिटुरं चंडं तिव्वं दुक्खं दुग्गं दुरहियासं, एवं जाव धूमप्पभाए पुढवीए / छट्ठसत्तमासु णं पुढवीसु णेरइया बहू महंताई लोहियकुंथूरूवाई वइरामइतुंडाई गोमयकीडसमाणाई विउव्वंति विउव्वित्ता अण्णमण्णम्स कायं समतुरंगेमाणा 2 खायमाणा खायमाणा सयपोरागकिमिया विव चालेमाणा 2 अंतो अंतो अणुप्पविसमाणा 2 वेयणं उदीरंति उजलं जाव दुरहियासं // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णेरइया कि सीयवेयणं वेदेति उसिणवेयणं वेदेति सीओसिणवेयणं वेदेति ? गोयमा! णो सीयं वेयणं वेदेति उसिणं वेयणं वेदेति णो सीओसिणं, एवं जाव वालुयप्पभाए, पंकप्पभाए पुच्छा, गोयमा! सीयंपि वेयणं वेदेति, उसिणंपि वेयणं वेयंति, णो सीओसिणवेयणं वेयंति, ते बहुतरगा जे उसिणं वेयणं वेदेति, ते थोवतरगा जे सीयं वेयणं वेदेति / धूमप्पभाए पुच्छा, गोयमा! सीयंपि वेयणं वेदेति उसिणंपि वेयणं वेदेति णो सीओ०, ते बहुतरगा जे सीयवेयणं वेदेति ते थोवतरगा जे उसिणवेयणं वेदेति / तमाए पुच्छा, गोयमा ! सीयं वेयणं वेदेति णो उसिणं वेयणं वेदेति णो सीओसिणं वेयणं वेदेति, एवं अहेसत्तमाए णवरं परमसीयं // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० णेरइया केरिसयं णिरयभवं पञ्चणुभवमाणा विहरति ? गोयमा ! ते णं तत्थ णिच्च भीया णिच्चं तसिया णिच्चं छुहिया णिच्चं उव्विग्गा णिच्चं उपप्पुया णिच्चं वहिया णिच्चं परममसुभमउलमणुबद्धं णिरयभवं पच्चणुभवमाणा विहरंति, एवं जाव अहेसत्तमाए णं पुढवीए पंच अणुत्तरा महइमहालया महाणरगा पण्णत्ता, तंजहा-काले महाकाले रोरुए महारोरुए अप्पइट्ठाणे, तत्थ इमे पंच महापुरिसा अणुत्तरेहिं दंडसमादाणेहिं कालमासे कालं किच्चा अप्पइट्ठाणे णरए णेरइयत्ताए उववण्णा, तंजहारामे जमदग्गिपुत्ते, दढाऊ लच्छइपुत्ते, वसू उवरिचरे, सुभूमे कोरव्वे, बंभदत्ते चुलणिसुए, ते णं तत्थ णेरइया जाया काला कालो० जाव परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता, तंजहा-ते णं तत्थ वेयणं वेदेति उज्जलं विउलं जाव दुरहियासं / / उसिणवेयणिजेसु णं भंते ! णेरइएसु णेरइया केरिसयं उसिणवेयणं पच्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 164 अनंगपविट्ठसुत्ताणि से जहाणामए कम्मारदारए सिया तरुणे बलवं जुगवं अप्पायंके थिरग्गहत्थे ददृपाणिपायपासपिटुंतरोरुसंघायपरिणए लंघणपवणजवणवग्गणपमद्दणसमत्थे तलजमलजुयलबहुफलिहणिभवाहू घणणिचियवलियवदृखंधेचम्मेढ़गदुहणमुट्टियसमाहयणिचियगत्तगत्ते उरस्सबलसमण्णागए छेए दक्खे पट्टे कुसले णिउणे मेहावी णिउणसिप्पोवगए एगं महं अयपिंडं उदगवारसमाणं गहाय तं ताविय ताविय कोट्टिय 2 उभिदिय उभिदिय चुण्णिय चुण्णिय जाव एगाहं वा दुयाहं वा तियाहं वा उक्कोसेणं अद्धमासं संहणेजा, से गं तं सीयं सीईभूयं अओमएणं संदंसएणं गहाय असब्भाव. पट्ठवणाए उसिणवेयणिजेसु णरएसु पक्खिवेजा, से णं तं उम्मिसियणिमिसियंतरेणं पुणरवि पच्चद्धरिस्सामित्तिकटु पविरायमेव पासेजा पविलीणमेव पासेजा पविद्धत्थमेव पासेजा णो चेव णं संचाएइ अविरायं वा अविलीणं वा अविद्धत्थं वा पुणरवि पच्चद्धरित्तए // से जहा णामए मत्तमातंगे दुपए कुंजरे सट्ठिहायणे पढमसरयकालसमयंसि वा चरमणिदाघकालसमयंसि वा उहाभिहए तण्हाभिहए दवन्गिजालाभिहए आउरे सुसिए पिवासए दुब्बले किलंते एक्कं महं पुक्खरिणिं पासेजा चाउकोणं समतीरं अणुपुव्वसुजायवप्पगंभीरसीयलजलं संछण्णपत्तभिसमुणालं बहुउप्पलकुमुय. णलिणसुभगसोगंधियपुंडरीयमहापुंडरीयसयपत्तसहस्सपत्तकेसरपुल्लोवचियं छप्पयपरिभुजमाणकमलं अच्छविमलसलिलपुण्णं परिहत्थभमंतमच्छकच्छभं अणेगसउणगणमिहुणयविरइयसद्दुण्णइयमहुरसरणाइयं तं पासइ तं पासित्ता तं ओगाहइ ओगाहित्ता से णं तत्थ उण्हंपि पविणेजा तण्डंपि पविणेजा खहपि पविणेजा जरंपि पवि० दाहंपि पवि० णिहाएज वा पयलाएज वा सई वा रई वा धिई वा मई वा उवलभेजा, सीए सीयभूए संकसमाणे संकसमाणे सायासोक्खबहुले यावि विहरेजा, एवामेव गोयमा ! असब्भावपट्टवणाए उसिणवेयणिजेहिंतो णरएहितो णेरइए उव्वट्टिए समाणे जाई इमाई मणुस्सलोयंसि भवंति गोलियालिंगाणि वा सोंडियालिंगाणि वा भिंडियालिंगाणि वा अयागराणि वा तंबागराणि वा तउयागरा० सीसाग० रुप्पागरा० सुवण्णागराणि वा हिरण्णागरा० कुंभारागणीइ वा मुसागणीइ वा इट्टयागणीइ वा कवेल्लुयागणीइ वा लोहारंबरिसेइ वा जंतवाडचुल्लीइ वा हंडियलित्थाणि वा गोलियलित्थाणि वा सोंडियलि० णलागणीइ वा तिलागणीइ वा तुसागणीइ वा, तत्ताई समजोईभूयाई फुल्लकिंसुयसमाणाई उक्कासहस्साई विणिम्मुयमाणाई जालासहस्साई पमुच्चमाणाई इंगालसहस्साई पविक्खरमाणाई अंतो 2 हुहुयमाणाई चिटुंति ताई Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 165 रासइ ताई पासित्ता ताई ओगाहइ ताई ओगाहित्ता से णं तत्थ उण्हंपि पविणेजा तण्हंपि पविणेजा खुहपि पविणेजा जरंपि पविणेजा दाहंपि पविणेज्जा णिहाएज वा पयलाएज वा सई वा रइं वा धिई वा मई वा उवलभेजा, सीए सीयभूए संकसमाणे संकसमाणे सायासोक्खबहुले यावि विहरेजा, भवेयारूवे सिया ? णो इणढे समठे, गोयमा ! उसिणवेयणिजेसु णरएसु णेरइया एत्तो अणिद्वतरियं चेव उसिणवेयणं पच्चणुभवमाणा विहरति / / सीयवेयणिजेसु णं भंते ! णरएसु णेरइया केरिसयं सीयवयणं पच्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! से जहाणामए कम्मारदारए सिया तरुणे जुगवं बलवं जाव सिप्पोवगए एगं महं अयपिंड दगवारसमाणं गहाय ताविय ताविय कोट्टिय कोट्टिय जह० एगाहं वा दुयाहं वा तियाहं वा उकोसेणं मासं हणेजा से णं तं उसिणं उसिणभूयं अओमएणं संदंसएणं गहाय असब्भावपट्ठवणाए सीयवे. यणिजेसु णरएसु पक्खिवेजा, से तं उम्मिसियणिमिसियंतरेण पुणरवि पच्चद्धरिस्सामीतिकट्ठ पविरायमेव पासेजा, तं चेव णं जाव को चेव णं संचाएजा पुणरवि पच्चुद्धरित्तए, से णं से जहाणामए मत्तमायंगे तहेव जाव सोक्खबहुले यावि विहरेजा एवामेव गोयमा ! असन्भावपट्ठवणाए सीयवेयणेहितो णरएहितो णेरइए उव्वट्टिए समाणे जाई इमाई इहं माणुस्सलोए हवंति, तंजहा-हिमाणि वा हिमपुंजाणि वा हिमपडलाणि वा हिमपडलपुंजाणि वा तुसाराणि वा तुसारपुंजाणि वा हिमकुंडाणि वा हिमकुंडपुंजाणि वा सीयाणि वा ताई पासइ पासित्ता ताई ओगाहह ओगाहित्ता से गं तत्थ सीयंपि पविणेजा तण्हपि प० खुहंपि प० जरंपि प० दाहंपि प० णिद्दाएज वा पयलाएज वा जाव उसिणे उसिणभूए संकसमाणे संकसमाणे सायासोक्खबहुले यावि विहरेजा, गोयमा! सीयवेयणिज्जेसु णरएसु णेरइया एत्तो अणिट्टतरियं चेव सीयवेयणं पच्चणुभवमाणा विहरति // 89 / / इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु० जेरइयाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणवि उक्कोसेणवि ठिई भाणियव्वा जाव अहेसत्तमाए // 90 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पु० णेरइया अणंतरं उव्वट्टिय कहिं गच्छंति ? कहिं उववजंति ? किं णेरइएसु उववजंति ? किं तिरिक्खजोणिएसु उववजंति ? एवं उव्वट्टणा भाणियव्वा जहा वकंतीए तहा इहवि जाव अहेसत्तमाए / / 91 // इमीसे णं भंते ! रयण० पु० णेरइया केरिसयं पुढविफासं पच्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! अणिढे जाव अमणामं, एवं जाव अहेसत्तमाए, इमीसे गंभंते ! रयण० पु० णेरइया केरिसयं आउफासं पञ्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! अणिटुं Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 166 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि जाव अमणामं, एवं जाव अहेसत्तमाए, एवं जाव वणप्फइफासं अहेसत्तमाए पुढवीए / इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी दोच्च पुढविं पणिहाय सव्वमहंतिया बाहल्लेणं सव्वक्खुड्डिया सव्वंतेसु ? हंता गोयमा ! इमा णं रयणप्पभापुढवी दोच्च पुढविं पणिहाय जाव सव्वक्खुड्डिया सव्वंतेसु, दोच्चा णं भंते ! पुढवी तच्च पुढविं पणिहाय सव्वमहंतिया बाहल्लेणं पुच्छा, हंता गोयमा! दोच्चा णं पुढवी जाव सव्वक्खुड्डिया सव्वंतेसु, एवं एएण अभिलावेणं जाव छट्ठिया पुढवी अहेसत्तमं पुढविं पणिहाय सव्वक्खुडिडया सव्वंतेसु // 92 // इमीसे णं भंते ! रयणप्प० पु. तीसाए णरयावाससयसहस्सेसु इक्कमिकंसि णिरयावासंसि सव्वे पाणा सव्वे भूया सधे जीवा सव्वे सत्ता पुढवीकाइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए णेरइयत्ताए उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए णवरं जत्थ जत्तिया णरगा (इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पु० णिरयपरिसामंतेसु जे पुढविक्काइया जाव वणप्फइकाइया ते णं भंते ! जीवा महाकम्मतरा चेव महाकिरियतरा चेव महाआसवतरा चेव महावेयणतरा चेव ? हंता गोयमा! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए णिरयपरिसामंतेसु तं चेव जाव महावेयणतरा चेव, एवं जाव अहेसत्तमा) // 93 // पुढविं ओगाहित्ता, णरगा संठाणमेव बाहल्लं / विक्खंभपरिकखेवे वण्णो गधो य फासो य // 1 // तेसिं महालयाए उवमा देवेण होइ कायव्वा / जीवा य पोग्गला वक्कमंति तह सासया णिरया // 2 // उववायपरिमाणं अवहारुच्चत्तमेव संघयणं संठाणवण्णगंधा फासा ऊसासमाहारे // 3 // लेसा दिट्ठी णाणे जोगुवओगे तहा समुग्धाया। तत्तो खुहापिवासा विउव्वणा वेयणा य भए // 4 // उववाओ पुरिसाणं ओवम्म वेयणाएँ दुविहाए / उव्वट्टणपुढवी उ उववाओ सव्वजीवाणं // 5 // एयाओ संगहणिगाहाओ // 94 // बीओ रइय उद्देसो समत्तो / तइओ रइय उद्देसो इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइया केरिसयं पोग्गलपरिणामं पच्चणुभवमाणा विहरंति ? गोयमा ! अणिढे जाव अमणामं, एवं जाव अहेसत्तमाए एवं णेयव्वं गाहा-पोग्गलपरिणामे वेयणा य लेसा य णामगोए य / अरई भए य सोगे खुहापिवासा य वाही य // 1 // उस्सासे अणुतावे कोहे मागे य मायलोभे य / चत्तारि य सण्णाओ णेरइयाणं तु परिणामे // 2 // एत्थ किर अइवयंती णस्वसभा Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 167 केसवा जलयरा य / मंडलिया रायाणो जे य महारंभकोडंबी // 3 // भिण्णमुहुत्तो णरएसु होइ तिरियमणुएसु चत्तारि / देवेसु अद्धमासो उक्कोसविउव्वणा भणिया / / 4 / / जे पोग्गला अणिट्ठा णियमा सो तेसि होई आहारो / संठाणं तु जहण्णं णियमा हुंडं तु णायव्वं / / 5 // असुभा विउव्वणा खलु णेरइयाणं तु होइ सव्वेसिं / वेउब्वियं सरीरं असंघयणहुंडसंठाणं // 6 // अस्साओ उववण्णो अस्साओ चेव चयइ णिरयभवं / सव्वपुढवीसु जीवो सव्वेसु ठिइविसेसेसुं // 7 // उववाएण व सायं गेरइओ देवकम्मुणा वावि / अज्झवसाण णिमित्तं अहवा कम्माणुभावेणं // 8 // णेरइयाणुप्पाओं उक्कोसं पंचजोयणसयाइं / दुक्खेणभिदुयाणं वेयणसयसंपगाढाणं // 9 // अच्छिणिमीलियमेत्तं णत्थि सुहं दुक्खमेव पडिबद्धं / णरए णेरइयाणं अहोणिसं पच्चमाणाणं ||10 // तेयाकम्मसरीरा सुहुमसरीरा य जे अपजत्ता / जीवेण मुक्कमेत्ता वच्चंति सहस्ससो मेयं / / 11|| अइसीयं अइउण्डं अइतण्हा अइभयं वा। णिरए णेरइयाणं दुक्खसयाई अविस्सामं // 12 // एत्थ य भिण्णमुहत्तो पोग्गल असुहा य होइ अस्साओ। उवबाओ उप्पाओ अच्छि सरीरा उ बोद्धव्या // 13 // से तं गेरइया / / 95 // तइओ रइय उद्देसो समत्तो॥ पढमो तिरिक्खजोणिय उद्देसो से किं तं तिरिक्खजोणिया ? तिरिक्खजोणिया पंचविहा पण्णत्ता, तंजहाएगिदियतिरिक्खजोणिया बेइंदियतिरिक्खजोणिया तेइंदियतिरिक्खजोणिया चउरिंदियतिरिक्खजोणिया पंचिंदियतिरिक्खजोणिया य / से किं तं एगिदियतिरिक्खजोणिया ? 2 पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा-पुढविकाइयएगिदियतिरिक्जोणिया जाव वणस्मइकाइयएगिदियतिरिक्खजोणिया। से किं तं पुढविक्काइयएगिदियतिरिक्खजोगिया 1 2 दुविहा पणत्ता, तंजहा-सुहुमपुढविकाइयएगिंदियतिरिक्खजोणिया बायग्पुढविकाइयएगिंदियतिरिक्खजोणिया य / से किं तं सुहुमपुढविकाइयएगिदियतिरि० 1 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तसुहुम० अपजत्तसुहुम० से तं सुहुम० / से तिं बायरपुढविकाइय० 1 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तबायरपु०अपजत्तवायरषु०, से तं बायरपुढविकाइयएगिंदिय०, से तं पुढवीकाइयएगिदिय० ।से किं तं आउक्काइयएंगिदिय० 1 2 दुविहा पण्णत्ता, एवं जहेव पुढविकाइयाणं तहेव, आउकायभेदो एवं जाब वणस्सइकाइया से तं वणस्सइकाइयएगिदियतिरिक्ख०। से किं तं बेइंदियतिरिक्ख० 12 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगबेइंदियति० अपजत्तग 50 Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 168 अनंगपविट्ठसुत्ताणि / बेइंदियति०, से तं बेइंदियतिरि० एवं जाव चउरिंदिया। से किं तं पंचेंदियतिरिक्खजोणिया 12 तिविहा पण्णत्ता, तंजहाजलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया थलयरपंचेंदियतिरिक्खजो० स्वहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया। से किं तं जलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-समुच्छिमजलयरपंचेंदियतिरिवखजोणिया य गम्भवकंतियजलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया य। से कि तं समुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्क्जोणिया ? 2 दुविहा पणत्ता, तंजहा-पजत्तगसमुच्छिम० अपजत्तगसंमुच्छिमजलयर०, से तं समुच्छिम० पंचिंदियतिरिक्ख० / से किं तं गम्भवकंतियजलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्तगगब्भवकंतिय० अपजत्तगगब्भ० से तं गब्भवकंतियजलयर०, से तं जलयरपंचेंदियतिरि० / से किं तं थलयरपंचेदियतिरिक्खजोणिया 12 दुविहा पण्णत्ता, तंजहाचउप्पयथलयरपंचेंदिय० परिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया। से किं तं चउप्ययथलयरपंचेंदिय० 1 चउप्पय० दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-समुच्छिमचउप्पयथलयरपंचेंदिय० गन्भवतियचउप्पयथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया य, जहेव जलयराणं तहेव चउक्कओ भेओ, सेत्तं चउप्पयथलयरपर्चेदिय० / से किं तं परिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्ख० 1 २.दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-उरपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया भुयपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्वजोगिया / से किं तं उरपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? उरपरि० दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-जहेव जलयराणं तहेव चउकओ भेओ, एवं भुयपरिसप्पाणवि भाणियव्यं, से तं भुयपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया, से तं थलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया। से कि तं खहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? खहयर० दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-समुच्छिम. वहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया गम्भवक्कंतियखहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया य। से किं तं समुच्छिमखहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? संमु० दुविहा पण्णत्ता, तंजहा—पजत्तगसमुच्छिमखहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया अपजत्तगसमुच्छिमखहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणिया य, एवं गन्भवतियावि जाव पजत्तगगब्भवकंतियावि जाव अपजत्तगगब्भवक्कंतियावि / खहयरपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! कइविहे जोणिसंगहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे जोणिसंगहे पण्णत्ते, तंजहा-अंडया पोयया समुच्छिमा, अंडया तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-इत्थी पुरिसा गपुंसगा, पोयया तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-इत्थी पुरिसा णपुंसया, तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 166 सव्वे णपुंसगा // 96 // एएसि णं भंते ! जीवाणं कइ लेसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! छल्लेसाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा // ते णं भंते ! जीवा किं सम्मदिट्ठी मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी? गोयमा ! सम्मदिट्ठीवि मिच्छादिट्ठीवि सम्मामिच्छादिट्ठीवि // ते णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णागीवि अण्णाणीवि तिण्णि णाणाइं तिण्णि अण्णाणाई भयणाए // तेणं भंते !जीवा किं मणजोगी वइजोगी कायजोगी ? गोयमा ! तिविहावि // ते णं भंते ! जीवा किं सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता ? गोयमा ! सागारोवउत्तावि अणागारोवउत्तावि // ते ण भंते ! जीवा कओ उववजति किं णेरइएहिंतो उव० तिरिक्खजोणिएहितो उव० ? पुच्छा, गोयमा ! असंखेजवासाउयअकम्मभूमगअंतरदीवगवजेहिंतो उववति // तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं / तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच समुग्धाया पण्णत्ता, तंजहा-वेयणासमुग्धाए जाव तेयासमुग्घाए // ते णं भंते ! जीवा मारणंतियसमुग्घाएणं किं समोहया मरंति असमोहया मरंति ? गोयमा ! समोहयावि म० असमोहयावि मरंति // ते णं भंते ! जीवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति ? कहिं उववजंति ?-किं णेरइएसु उववजंति ? तिरिक्ख० पुच्छा, गोयमा ! एवं उव्वट्टणा भाणियव्वा जहा वकंतीए तहेव // तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ जाईकुलकोडिजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! बारस जाईकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा प०॥ भुयपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! कइविहे जोणीसंगहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे जोणीसंगहे पण्णत्ते, तंजहा-अंडया पोयया संमुच्छिमा, एवं जहा खहयराणं तहेव, णाणत्तं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी, उव्वट्टित्ता दोच्चं पुढविं गच्छंति, णव जाईकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं, सेसं तहेव // उरपरिसप्पथलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! पुच्छा, जहेव भुयपुरिसप्पाणं तहेव, णवरं ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी, उव्वटित्ता जाव पंचमिं पुढ विं गच्छंति, दस जाईकुलकोडी० // चउप्पयथलयरपंचेदियतिरिक्ख० पुच्छा, गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-जराउया (पोयया) य संमुच्छिमा य, से किं तं जराउया (पोयया)१२ तिविहा पण्णत्ता, तंजहा-इत्थी पुरिसा णपुंसगा, तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसया। तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? सेसं जहा Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 170 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पक्खीणं, णाणत्तं ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिणि पलिओवमाई,उव्वट्टित्ता चउत्थि पुढविं गच्छंति, दस जाईकुलकोडी० // जलयरपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा, जहा भुयपरिसप्पाणं णवरं उव्वट्टित्ता जाव अहेसत्तमं पुढविं अद्धतेरस जाइकुलकोडीजोणीपमुह० प० // चउरिदियाणं भंते ! कइ जाईकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! णव जाईकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा समक्खाया। तेइंदियाणं पुच्छा, गोयमा ! अट्ठजाईकुल जाव मक्खाया। बेइंदियाणं भंते ! कइ जाई. पुच्छा, गोयमा ! सत्त जाईकुलकोडीजोणीपमुह० // 97 // कइ णं भंते ! गंधा पण्णत्ता 1 कइ ण भंते ! गंधसया पण्णत्ता ?, गोयमा ! सत्त गंधा सत्त गंधसया पण्णत्ता। कइ णं भंते ! पुप्फजाईकुलकोडीजोणिपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता 1 गोयमा ! सोलसपुप्फजाईकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता, तंजहाचत्तारि जलयराणं चत्तारि थलयराणं चत्तारि महारुक्खियाणं चत्तारि महागुम्मियाणं / कइ णं भंते ! वल्लीओ कइ वल्लिसया पण्णत्ता 1 गोयमा ! चत्तारि वल्लीओ चत्तारि वल्लीसया पण्णत्ता / कह णं भंते ! लयाओ कइ लयासया पण्णत्ता ? गोयमा ! अह लयाओ अट्ट लयासया पण्णत्ता / कइ णं भंते ! हरियकाया हरियकायसया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ हरियकाया तओ हरियकायसया पण्णत्ता, फलसहस्सं च बिंटबद्धाणं फलसहस्सं च णालबद्धाणं, ते सव्वे वि हरियकायमेव समोयरंति, ते एवं समणुगम्ममाणा 2 एवं समणुगाहिजमाणा 2 एवं समणुपेहिजमाणा 2 एवं समणुचिंतिजमाणा 2 एएसु चेव दोसु काएसु समोयरंति, तंजहा–तसकाए चेव थावरकाए चेव, एवामेव सपुव्वावरणं आजीवियदिटुंतेणं चउरासीइ जाइकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खाया // 98 // अस्थि णं भंते ! विमाणाई सोत्थियाणि सोस्थियावत्ताई सोत्थियपभाई सोस्थियकंताई सोत्थियवण्णाई सोत्थियलेसाई सोत्थियज्झयाई सोत्थियसिंगाराइं सोस्थियकूडाई सोत्थियसिट्ठाई सोत्थुत्तरवडिंसगाई ? हंता अस्थि / ते णं भंते ! विमाणा केमहालया प०? गोयमा ! जावइए णं सूरिए उदेइ जावइए णं च सूरिए अत्थमइ एवइया तिण्णोवासंतराई अत्थेगइयस्स देवस्स एगे विक्कमे सिया, से णं देवे ताए उकिट्ठाए तुरियाए जाव दिव्वाए देवगईए वीईवयमाणे 2 जाव एगाई वा दुयाहं वा उक्कोसेणं छम्मासा वीईवएजा, अत्थेगइया विमाणं वीईवएजा अत्थेगइया विमाणं णो वीईवएजा, एमहालया णं गोयमा ! ते विमाणा पण्णत्ता, अस्थि णं भंते ! विमाणाई अच्चीणि अच्चिरावत्ताई तहेव जाव अच्चुत्तरवडिंसगाई ? Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 171 हंता अन्थि, ते णं भंते ! विमाणा केमहालया पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं जहा सोत्थी(याई)णि णवरं एवइयाइं पंच उवासंतराइं अत्थेगहयस्स देवस्स एगे विकमे सिया सेसं ते चेव / अस्थि णं भंते ! विमाणाई कामाई कामावत्ताई जाव कामुत्तरवडिंसयाई ? हंता अत्थि, ते भंते ! विमाणा केमहालया पण्णत्ता? गोयमा! जहा सोत्थीणि णवरं सत्त उवासंतराइं विक्कमे सेसं तहेव / अस्थि णं भंते ! विमाणाई विजयाई वेजयंताई जयंताई अपराजियाइं ? हंता अन्थि, ते णं भंते ! विमाणा के०१ गोयमा ! जावइए णं सूरिए उदेइ० एवइयाइं णव ओवासंतराइं सेसं तं चेव, णो चेव णं ते विमाणे वीईवएजा एमहालया णं विमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! // 99 // // पढमो तिरिक्खजोणियउद्देसो समत्तो // बीओ तिरिक्खजोणिय उद्देसो कइविहा णं भंते ! मंसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता 1 गोयमा! छविहा पण्णत्ता, तंजहा-पुढविकाइयो जाव तसकाइया / से किं तं पुढविकाइया? पुढविकाइया दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-सुहुमपुढविकाइया बायरपुढविकाइया य / से किं तं सुहमपुढविकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य, सेत्तं सुहुमपुढविकाइया। से किं तं बायरपुढविक्काइया ?2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य, एवं जहा पण्णवणापए,सण्हा सत्तविहा पण्णत्ता, खरा अणेगविहा पण्णत्ता जाव असंखेजा, सेत्तं बायरपुढविकाइयां, सेत्तं पुट विकाइया, एवं चेव जहा पण्णवणापए तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव वणप्फइकाइया, एवं जाव जत्थेगो तत्थ सिय संखेजा सिय असंखेजा सिय अणंता, सेत्तं बायरवणप्फइकाइया, से तं वणस्सइकाइया / से किं तं तसकाइया? 2 चउध्विहा पण्णत्ता, तंजहा-बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचेंदिया। से किं तं बेइंदिया 1 2 अणेगविहा पण्णत्ता, एवं जं चेव पण्णवणापए तं चेव गिरवसेसं भाणियव्वं जाव सव्वट्ठसिद्धगदेवा, से ते अणुत्तरोववाइया, से तं देवा, से तं पंचेंदिया, से तं तसकाइया // 100 // कइविहा णं भंते ! पुढवी पण्णत्ता ? गोयमा ! छव्विहा पुढवी पण्णत्ता, तंजा-सण्हापुढवी सुद्धपुढवी वालुयापुढवी मणोसिलापु० सक्करापु० खरपुढवी / सहापुढवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्कोसेणं एगं वाससहस्सं / सुद्धपुढवीए पुच्छा, गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० बारस वाससहस्साई। वालुया Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 172 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पुढवीपुच्छा, गोयमा! जह० अंतोमु० उक्को० चोद्दस वाससहस्साई / मणोसिलापुढवीणं पुच्छा, गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० सोलस वाससहस्साई / , सक्करापुढवीए पुच्छा, गोयमा! जह० अंतोमु० उक्को० अट्ठारस वाससहस्साई / खरपुढविपुच्छा, गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० बावीस वाससहस्साई / णेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह० दस वाससहस्साइं उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई, एयं सव्वं भाणियव्वं जाव सव्वट्ठसिद्धदेवत्ति // जीवे णं भंते ! जीवेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वद्धं, पुढविकाइए णं भंते! पुढविकाइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वद्धं, एवं जाव तसकाइए // 101 // पड्डुप्पण्णपुढविकाइया णं भंते ! केवइकालस्स णिल्लेवा सिया ? गोयमा! जहण्णपए असंखेजाहिं उस्सप्पिणीओसप्पिणीहि, उक्कोसपए असंखेजाहिं उस्सप्पिणीओसप्पिणीहिं, जहण्णपयाओ उक्कोसपए असंखेजगुणा, एवं जाव पडुप्पण्णवाउक्काइया // पडुप्पण्णवण'फइकाइया णं भंते ! केवइकालस्स णिल्लेवा सिया ? गोयमा! पडुप्पण्णवण० जहण्णपए अपया उक्कोसपए अपया, पडुप्पण्णवणप्फइकाइयाणं णन्थि णिल्लेवणा // पडुप्पण्णतसकाइयाणं पुच्छा, जहण्णपए सागरोवमंसयपुहुत्तस्स उक्कोसपए सागरोवमसयपुहुत्तस्स, जहण्णपया उक्कोसपए विसेसाहिया // 102 // अविसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे असमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेस्सं देवं देवं अणगारं जाणइ पासइ ? गोयमा! णो इणढे समझे। अविसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे असमोहएणं अप्पाणएणं विसुद्धलेस्सं देवं देवि अणगारं जाणइ पासइ? गोयमा! णो इणढे समझे। अविसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे समोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेस्सं देवं देविं अणगारं जाणइ पासइ ! गोयमा! णो इणढे समढे। अविसुद्धलेस्से० अणगारे समोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेस्सं देवं देवि अणगारं जाणइ पासइ ? णो इणढे समढे / अविसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेस्सं देवं देविं अणगारं जाणइ पासइ ? णो इणढे समझे। अविसुद्धलेस्से०अणगारे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेस्सं देवं देवि अणगारं जाणइ पासइ ? णो इणढे समढे / विसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे असमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेस्सं देवं देविं अणगारं जाणइ पासइ ? हंता नाणइ पासइ जहा अविसुद्धलेस्सेणं छ आलावगा एवं विसुद्धलेस्सेणवि छ आलावगा भाणि. यव्वा जाव विसुद्धलेस्से णं भंते ! अणगारे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेस्मं देवं देविं अणगारं जाणइ पासइ ? हंता जाणइ पासइ // 103 // अण्णउत्थिया णं Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - जीवाजीवाभिगमे प०३ 173 भंते ! एवमाइक्खंति एवं भासेंति एवं पण्णवेति एवं परूवेंति-एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं दो किरियाओ पकरेइ, तंजहा-सम्मत्तकिरियं च मिच्छतकिरियं च, जं समयं सम्मत्तकिरियं पकरेइ तं समयं मिच्छत्तकिरियं पकरेइ, जं समयं मिच्छत्तकिरियं पकरेइ तं समयं सम्मत्तकिरियं पकरेइ, सम्मत्तकिरियापकरणयाए मिच्छत्तकिरियं पकरेइ मिच्छ्त्तकिरियापकरणयाए सम्मत्तकिरियं पकरेइ, एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं दो किरियाओ पकरेइ, तंजहा-सम्मत्तकिरियं च मिच्छत्तकिरियं च, से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जणं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति एवं भासंति एवं पण्णवेति एवं परूवेति एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं दो किरियाओ पकरेइ, तहेव जाव सम्मत्तकिरियं च मिच्छत्तकिरियं च, जे ते एवमाहंसु तं णं मिच्छा, अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव परूवेमि-एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एगं किरियं पकरेइ, तंजहा–सम्मत्तकिरियं वा मिच्छत्तकिरियं वा, जं समयं सम्मत्तकिरियं पकरेइ णो तं समयं मिच्छत्तकिरियं पकरेइ, तं चेव जं समयं मिच्छत्तकिरियं पकरेइ णो तं समयं सम्मत्तकिरियं पंकरेइ, सम्मत्तकिरियापकरणयाए णो मिच्छत्तकिरियं पकरेइ मिच्छत्तकिरियापकरणयाए णो सम्मत्तकिरियं पकरेइ, एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एगं किरियं पकरेइ,तंजहा-सम्मत्तकिरियं वा मिच्छत्तकिरियं वा।१०४। ॥बीओ तिरिक्खजोणिय उद्देसो समत्तो / मणुस्स उद्देसो से किं तं मणुस्सा ? मणुस्सा दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-समुच्छिममणुस्सा य गब्भवतियमणुस्सा य // 105 // से किं तं समुच्छिममणुस्सा 12 एगागारा पण्णत्ता // कहि णं भंते ! संमुच्छिममणुस्सा संमुच्छंति ? गोयमा! अंतोमणुस्सखेत्ते जहा पण्णवणाए जाव सेत्तं समुच्छिममणुस्सा // 106 / / से किं तं गम्भवकंतियमणुस्सा ! 2 तिविहा पण्णत्ता, तंजहा—कम्मभूमगा अकम्मभूमगा अंतरदीवगा // 107 // से किं तं अंतरदीवगा 12 अट्ठावीसइविहा पण्णत्ता, तंजहा-एगूरुया आभासिया वेसाणिया णंगोलिया हयकण्णा 4 आयंसमुहा 4 आसमुहा 4 आसकण्णा 4 उक्कामुहा 4 घणदंता जाव सुद्धदंता // 108 // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं एगोरुयमणुस्साणं एगोरुयदीवे णामं दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स दाहिगेणं चुलहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स उत्तरपुरथिमिल्लाओ चरिमंताओ लवण Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 174 अनंगपविद्वसुत्ताणि समुदं तिण्णि जोयणसयाई ओगाहित्ता एत्थ णं दाहिणिल्लाणं एगोरुयमणुस्साणं एगूरुयद्दीवे णामं दीवे पण्णत्ते तिणि जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं णव एगूणपण्णजोयणसए किंचि विसेसेण परिक्खेवेणं एगाए पउमवरवेइयाए एगेणं च वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते। साणं पउमवरवेइया अट्ट जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं पंच धणुसयाई विक्खंभेणं एगूरुयदीवं सव्वओ समंता परिक्खेवेणं पण्णत्ता। तीसे णं पउमवरवेइयाए अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-वइरामया णिम्मा एवं वेइयावण्णओ जहा रायपसेणईए तहा भाणियव्वो // 109 // सा णं पउमवरवेइया एगेणं वणसंडेणं सवओ समंता संपरिक्खित्ता / से णं वणसंडे देसूणाई दो जोयणाई चकवालविक्खंभेणं वेइयासमेणं परिक्खेवेणं पण्णत्ते, से ण वणसंडे किण्हे किण्होभासे, एवं जहा रायपसेणइयवणसंडवण्णओ तहेव गिरवसेसं भाणियन्वं, तणाण य वण्णगंधफासो सद्दो तणाणं वावीओ उप्पायपव्वया पुढविसिलापट्टगा य भाणियव्वा जाव तत्थ णं बहवे वाणमंतरा देवा य देवीओ य आसयंति.जाव विहरति / / 110 // एगोरुयदीवस्स णं दीवस्स अंतो बहुसमरमणिजे भूभिभागे पण्णत्ते, से जहाणामए आलिंगपुक्खरेइ वा एवं सयणिजे भाणियब्वे जाव पुढविसिलापट्टगंसि तत्थ एं बहवे एगूरुयदीवया मणुस्सा य मणुस्सीओ य आसयंति जाव विहरंति, एगूरुयद्दीव णं दीवे तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं 2 बहवे उद्दालया कोद्दालया कयमाला णयमाला णट्टमाला सिंगमाला संखमाला दंतमाला सेलमाला णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो! कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूला मूलमंतो कंदमंतो जाव बीयमंतो पत्तेहि य पृष्फेहि य अच्छण्णपडिच्छण्णा सिरीए अईव 2 उपसोहेमाणा उपसोहेमाणा चिटुंति, एगूरुयदीवे णं दीवे रुक्खा बहवे हेरुयालवणा भेरुयालवणा मेरुयालवणा सेरुयालवणा सालवणा सरलवणा सत्तवण्णवणा पूयफलिवणा खजूरिवणा णालिएरिवणा कुसविकुसवि. चिट्ठति, एगूरुयदीवेणं दीवे तत्थ 2 देसे० बहवे तिलया लवया णग्गोहा जाव रायरुक्खा णंदिरुक्खा कुसविकुसवि. जाव चिटुंति, एगूरुयदीवेणं दीवे तत्थ "बहूओ पउमलयाओ जाव सामलयाओ णिच्च कुसुमियाओ एवं लयावष्णओ जहा उववाइए जाव पडिरूवाओ, एगोरुयदीवेणं दीवे तत्थ २"बहवे सेरियागुम्मा जाव महाजाइगुम्मा ते णं गुम्मा दसद्धवण्णं कुसुमं कुसुमंति विहूयमासाहा जेण वायविहूयमासाला एगोरुयदीवस्स बहुसमरमणिजभूमिभागं मुक्कपुप्फपुंजोवयारकलियं करेंति, एगोरुयदीवे णं दीवे तत्थ २"बहूओ वणराईओ पण्णत्ताओ, ताओ णं वणराईओ किण्हाओ Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - जीवाजीवाभिगमे प० 3 175 किण्होभासाओ जाव रम्माओ महामेहणिउरुंबभूयाओ जाव महई गंधद्धणि मुयंतीओ पासाईयाओ 4 / एगूरुयदीवे णं दीवे तत्थ २"बहवे मत्तंगा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो! जहा से चंदप्पभ-मणिसिलागवरसीहुपवरवारुणि-सुजातफलपत्तपुष्फचोयणिजा ससारबहुदत्वजुत्तसंभारवालसंधयासवा महुमेरगरीट्टाभदुद्धजाई. घमण्णमेल्लगसयाउ खज्जूरमुद्दियासारकाविसायणसुपक्कखोयरसवरसुरावण्णरसगंधपरिसजुत्तबलवीरियपरिणामा मजविहित्थबहुप्पगारा तदेवं ते मत्तंगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए मजविहीए उववेया फलेहिं पुण्णा वीसंदंति कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूला जाव चिट्ठति 1 / एगोरुयदीवे. तत्थ २"बहवो भिंगगया णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो !, जहा से बारगघडकरगकठसकक्करिपायंकंचणिउदंकवद्ध णिसुप (इट्टक) विट्ठरपारीचसगभिंगारकरोडिसरगथरगपत्तीथालणत्थगववलियअवपदगवारयविचित्तवट्टगमणिवदृगसुत्तिचार पिणयाकंचणमणिरयणभत्तिचित्ता भायणविहीए बहुप्पगारा तहेव ते भिंगगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससाए परिणयाए भायण विहीए उववेया फलेहिं पुण्णाविव विसटेंति कुसविकुस० जाव चिटुंति 2 / एगोरुयदीवे णं दीवे तत्थ २"बहवे तुडियंगा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो !, जहा से आलिंगमुयंगपणवपडहदद्दरगकरडिडिंडिमभंभाहोरंभकण्णियासखरमुहिमुगुंदसंखियपरिलीवव्वगपरिवाइणिवंसावेणुवीणासुघोसविवंचिमहइकच्छभिरगसगातलतालकंसतालसुसंपउत्ता आओजविहीणिउणगंधव्वसमयकुसलेहिं फंदिया तिट्ठाणकरणसुद्धा तहेव ते तुडियंगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणामाए ततविततघणझुसिराए चउन्विहाए आओजविहीए उववेया फलेहिं पुण्णा विसटेंति कुसविकुसविसुद्धरुवखमूला जाव चिटुंति 3 / एगोरुयदी. तत्थ २"बहवे दीवसिहा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो !, जहा से संझाविरागसमए णवणिहिपइणो दीविया चक्कवालविंदे पभूयवट्टिपलित्तणेहे धणिउजालियतिमिरमद्दए कणगणिगरकुसुमियपालियातयवणप्पगासो कंचणमणिरयणविमलमहरिहतवणिज्जुजलविचित्तदंडाहि दीवियाहिं सहसा पजलिऊ. सवियणिद्धतेयदिपंतविमलगहगणसमप्पहाहिं वितिमिरकरसूरपसरिउल्लोयचिल्लियाहिं जावुजलपहसियाभिरामाहिं सोहेमाणा तहेव ते दीवसिहावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणामाए उजोयविहीए उववेया फलेहिं पुण्णा विसटेंति बुसविकुसवि० जाव चिट्ठति 4 / एगूरुयदीवे० तत्थ २"बहवे जोइसिहा णाम दुमगणा पत्ता Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 176 अनंगपविट्ठसुत्ताणि समणाउसो !, जहा से अचिरुग्गयसरयसूरमंडलपडतउक्कासहस्सदिप्पंतविज्जुजालहुयवहणिधूमजलियणिद्धतधोयतत्ततवणिजकिंसुयासोयजावासुयणकुसुमविमउलियपुंजमणिरयणकिरणजच्चहिंगुलुयणिगररूवाइरेगरूवा तहेव ते जोइसिहावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए उज्जोयविहीए उववेया सुहलेस्सा मंदलेस्सा मंदायवलेस्सा कूडाय इव ठाणठिया अण्णमण्णसमोगाढाहिं लेस्साहिं साए पभाए सपएसे सव्वओ समंता ओभासंति उज्जोवेति पभासेंति कुसविकुसवि० नाव चिटुंति 5 / एगूरुयदीवे. तत्थ २"बहवे चित्तंगा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो !, जहा से पेच्छाघरे विचित्ते रम्मे वरकुसुमदाममालुजले भासंतमुक्कपुप्फपुजोवयारकलिए विरल्लिविचित्तमल्लसिरिदाममल्लसिरिसमुदयप्पगन्भे गंथिमवेढिमपूरिमसंघाइमेण मल्लेण छेय सिम्पियं विभागरइएण सव्वओ चेक समणुबद्धे पविरललवंतविप्पइटेहिं पंचवण्णेहिं कुसुमदामेहि सोहमाणेहिं सोहमाणे वणमाल(क)यग्गए चेव दिप्पमाणे तहेव ते चित्तंगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए मल्लविहीए उववेया कुसविकुसवि. जाव चिटुंति 6 / एगूरुयदीवे० .तत्थर"बहवे चित्तरसा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो!, जहा से सुगंधवरकलमसालिविसिट्ठणिरुवहयदुद्धरद्धे सारयघयगुडखंड. महमेलिए अइरसे परमण्णे होज उत्तमवण्णगंधमंते रणोजहा वा चक्कवटिस्स होज णिउणेहिं सूयपुरिसेहिं सजिएहिं वाउकप्पसेयसित्ते इव ओयणे कलमसालिणिजत्तिएविप(ए)के सव्वप्फमिउवसयसगसित्थे अणेगसालणगसंजुत्ते अहवा पडिपुण्णदव्युव खडेसु सक्कए वण्णगंधरसफरिसजुत्तबलवीरियपरिणामे इंदियबलपुटिवद्धणे खुप्पिवासमहणे पहाण गुलकटियखंडमच्छंडियउवणीए पमोयगे सहसमियगम्भे हवेज परमइटुंगसंजुत्ते तहेव ते चित्तरसावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए भोयणविहीए उववेया कुसविकुसवि० जाव चिट्ठति 7 / एगूरुयदीवे णं. तत्थ २"बहवे मणियंगा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो।,जहा से हारद्धहारवट्टणगमउडकुंडलवामुत्तगहेमजालमणिजालकणगजालगमुत्तगउच्चिइयकडगाखुडियएगावलिकंठसुत्तमंग रिमउरत्थगेवेजसोणिसुत्तगचूलामणिकणगतिलगफुल्लसिद्धत्थयकण्णवालिससिसूरउसभचक्कगतलभंगतुडियहत्थिमालगवलक्खदीणारमालिया चंदसूरमालिया हरिसयकेऊरवलयपालंब-अंगुलेजगकंचीमेहलाकलावपयरग(पाडिहारिय)पायजालघंटिय-स्विखिणिरयणोरुजालत्थिगियवरणेउरचलणमालिया कणगणिगरमालिया कंचणमणिरयणभत्तिचित्ता भूसणविही बहुप्पगारा तहेव ते मणियंगावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससा Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - जीवाजीवाभिगमे प० 3 177 परिणयाए भूसणविहीए उववेया कुसवि० जाव चिटुंति 8 / एगूरुयदीवे० तत्थ 2" बहवे. गेहागारा णाम दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो!,जहा से पागारट्टालगचरियदार गोपुरपासायागासतलमंडवएगसालगबिसालगतिसालगचउरंसचउसालगन्मघरमोहणघरवलभिघरचित्तसालमालयभत्तिघरवदृतंसचउरंसणंदियावत्तसं ठियाययपंडुरतलमुंडमालहम्मियं अहवणं धवलहरअद्धमागहविन्भमसेलद्धसेलसंठियकूडागारद्वसुविहिकोढगअणेगघरसरणलेणआवणविडंगजालचंदणिज्जूहअपवरकदोवालिचंदसालियरूवविभत्तिकलिया भवणविही बहुविगप्पा तहेव ते गेहागारावि दुमगणा अणेगबहुविविह्वीससापरिणयाए सुहारुहणे सुहोत्ताराए सुहणिक्खमणप्पवेसाए दद्दरसोपाणपंतिकलियाए पइरिकाए सुहविहाराए मणोऽणकूलाए भवणविहीए उववेया कुसवि०जाव चिटुंति 9 / एगोरुयदीवे. तत्थ २"बहवे अणिगणा णामं दुमगणां पण्णत्ता समणाउसो!, जहा से आईणगखोमतणुयकंबलदुगुल्लकोसेजकालमिगपट्टचीणंसुयअणहयणिउणणि प्यावियणिद्वगजियपंचवण्णा चरणातवारवणिगयथुणाभरणचित्तसहिणगकल्लाणगभिंगिमेहणीलकजलबहुवण्णरत्तपीयणीलसुकिल्लमक्खयमिगलोमहेम फरुण्णगअवसरत्तगसिधुओसभदामिलवंगकलिंगणेलिणतंतुमयभत्तिचित्ता वत्थविही बहुप्पगारा हवेज वरपट्टणुग्गया वण्णरागकलिया तहेव ते अणियणावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए वत्थविहीए उववेया कुसविकुसवि० जाव चिट्ठति 10 / एगोरुयदीवे णं भंते ! दीवे मणुयाणं केरिसए आगारभावपडोयारे पण्णत्ते? गोयमा ! ते णं मणुया अणुवमतरसोमचारुरूवा भोगुत्तमगयलक्खणा भोगसस्सिरीया सुजायसव्वंगसुंदरंगा सुपइट्ठियकुम्मचारुचलणा रत्तुप्पलपत्तमउयसुकुमालकोमलतला णगणगरसागरमगरचकंकवरंकलक्वगंकियचलणा अणुपुव्वसुसाहयंगुलीया उण्णयतणुतंबणिद्धणहा संठियसुसिलिट्ठगूढगुप्फा एणीकुरुविंदावत्तवट्टाणुपुव्वजंघा समुग्गणिमग्गगूढजाणू गयससणसुजायसण्णिभोरू वरवारणमत्ततुल्लविक्कमविलसियगई सुजायवरतुरगगुज्झदेसा आइण्णहओव णिरुवलेवा पमुइयवरतुरयसीहअइरेगवट्टियकडी साहयसोणिंदमुसलद प्पणणिगरियवरकणगच्छरुसरिसवरवइरपलियमज्झा उज्जुयसमसहियसुजायजच्चतणुक सिणणि द्धआदेजलडहसुकुमालमउयरमणिजरोमराई गंगावत्तपयाहिणावत्ततरंगभंगुररविकिरणतरुणबोहियअकोसायंतपउमगंभीरवियडणाभी झसविहगसुजायपीणकुच्छी इसोयरा मुइकरणा पम्हवियडणाभा सण्णयपासा संगयपासा सुंदरपासा सुजायपासा मियमाइय Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 178 अनंगपविटुसुत्ताणि पीणरइयपासा अकरुंडुयकणगरुयगणिम्मलसुजायणिरुवहयदेहधारी पसत्थबत्तीसलक्खणधरा कणगसिलायलुजलपसत्थसमतलोवचियविच्छिण्णपिहुलवच्छा सिरिवच्छंकियवच्छा पुरवरफलिहट्टियभुया भुयगीसरविउलभोगआयाणफलिहउच्छूढदीहबाहू जूयसण्णिभपीणरइयपीवरपउट्ठसंठियसुसिलिट्ठविसिट्ठघणथिरसुबद्धसुणिगूढपव्वसंधी रत्ततलोवइयमउयमंसलपसत्थलक्खणसुजायअच्छिद्दजालपाणी पीवरवट्टियसुजायकोमलवरंगुलीया तंबतलिणसुइरुइरणिद्धणक्खा चंदपाणिलेहा सूरपाणिलेहा संखपाणिलेहा चक्कपाणिलेहा दिसासोत्थियपाणिलेहा चंदसूरसंखचक्कदिसासोत्थियपाणिलेहा अगेगवरलक्खणुत्तमपसत्थसुइरइयपाणिलेहा वरमंहिसवराहसीहसदलउसभणागवरपडिपुण्णविउलउण्णयमइंदखंधा चउरंगुलसुम्पमाणकंबुवरसरिसगीवा अवट्टियसुविभत्तसुजाय-चित्तमंसूमंसलसंठियपसत्थ-सदूलविपुलहणुया. उवचियसिलम्पवालबिंबफलसण्णिभाहरोट्ठा पंडुरससिसगलविमलणिम्मलसंखगोखीरफेणदगरयमुणालिया धवलदंतसेढी अखंडदंता अफुडियदंता अविरलदंता सुजायदंता एगदंतसेढिव्व अणेगदंता हयवहणिद्धतधोयतत्ततवणिजरत्ततलतालुजीहा गरुलाययउज्जुतुंगणासा अवदालियपोंडरीयणयणा कोयासियधवलपत्तलच्छा आणामियचावरुइलकिण्हपूराइयसंठियसंगयआययसुजायतणुकसिणणिद्धभुमया अल्लीणप्पमाणजुत्तसवणा सुस्सवणा पीणमंसलकवोलदेसभागा अचिरुग्गयबालचंदसंठियपसत्थविच्छिण्णसमणिडाला उडुवहपडिपुण्णसोमवयणा छत्तागारुत्तमंगदेसा घणणिचियसुबद्धलक्खणुण्णयकूडागारणिभपिंडियसीसे दाडिमपुप्फपगासतवणिजसरिसणिम्मलसुजायकेसंतकेसभूमी सामलिबोंडघणणिचियछोडियमिउविसयपसत्थसुहुमलक्खणसुगंधसुंदरभुयमोयगभिंगि-णीलकजलपहट्ठभमरगणणिद्धणिउरुंबणिचियकुंचियचियपयाहिणावत्तमुद्धसिरया लक्खणवंजणगुणोववेया सुजायसुविभत्तसुरूवगा पासाईया दरिसणिजा अभिरूवा पडिरूवा। तेणंमणुया ओहस्सरा हंसस्सरा कोंचस्सरा० णंदिघोसा सीहस्सरा सीहघोसा मंजुस्सरा मंजुघोसा सुस्सरा सुस्सरणिग्योसा छायाउन्जोइयंगमंगा वजरिसहणारायसंघयणा समचउरंससंठाणसंठिया सिणिद्वछवि णिरायंका उत्तमपसत्थअइसेसणिरुवमतणू जल्लमलकलंकसेयरय. दोसवजियसरीरा णिरुवलेवा अणुलोमवाउवेगा कंकग्गहणी कवोयपरिणामा खउणिव्व पोसपिटुंतरोरुपरिणया विग्गहियउण्णयकुच्छी पउमुप्पलसरिसगंधणिस्साससुरभिवयणा अट्ठधणुसयं ऊसिया, तेसिं मणुयाणं चउसट्टि पिट्टिकरंडगा पणत्ता समणाउसो !, ते णं मणुया पगइभद्दगा पगइविणीयगा पगइउवसंता पगइपयणुकोहमाणमायालोभा Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 176 मिउमद्दवसंपण्णा अल्लीणा भद्दगा विणीया अप्पिच्छा असंणिहिसंचया अचंडा विडिमंतरपरिवसणा जहिच्छियकामगामिणो य ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो !! तेसि णं भंते !मणुयाणं केवइकालस्स आहारटे समुप्पजइ ? गोयमा! चउत्थभत्तस्स आहारटे समुप्पजइ, एगोरुयमणुईणं भंते ! केरिसए आगारभावपडोयारे पण्णत्ते ? गोयमा ! ताओ णं मणुईओ सुजायसव्वंगसुंदरीओ पहाणमहिलागुणेहिं जुत्ता अच्चंत विसप्पमाणपउमसूमालकुम्मसंठियविसिट्ठचलणा उज्जुमउयपीवरणिरंतरपुट्ठसाहियंगु. लीया उण्णयरइयणलिणंव सुइणिद्धणक्खा रोमरहियवट्टलट्ठसंठियअजहण्णपसत्थलवखणअकोप्पजंघजुयला सुणिम्मियसुगूढजाणुमंडलसुबद्धसंधी कयलिवखंभाइरेगसंटियः णिव्वणसुकुमालमउयकोमलअविरलसमसहियसुजायवट्टपीवरणिरंतरोरू अट्ठावयवीई. पट्टसंठियपसत्थविच्छिण्णपिहुलसोणी वयणायामप्पमाणदुगुणियविसालमंसलसुबद्धज. हणवरधारणीओ वजविराइयपसत्थलक्खणणिरोदरा तिवलिवलीयतणुणमियमज्झियाओ उज्जुयसमसहियजच्चतणुकसिणणिद्धआदेजलडहसुविभत्तसुजायकंतसोहंतरुइल. रमणिजरोमराई गंगावत्तपयाहिणावत्ततरंगभंगुररविकिरणतरुणबोहियअकोसायंतप• उमवणगंभीरवियडणाभी अणुब्भडपसत्थपीणकुच्छी सण्णयपासा संगयपासा सुजायपासा मियमाइयपीणरइयपासा अकरंडुयकणगरुयगणिम्मलसुजाय णिस्वहयगायलट्टी कंचणकलससमपमाणसमसहियसुजायलट्ठचूचुयआमेलगजमलजुयलवट्टियअब्भुण्णयरइयसंठियपओहराओ भुयंगणुपुव्वतणुयगोपुच्छवट्टसमसहियणमियआए जललियबा. हाओ तंबणहा मंसलग्गहत्था पीवरकोमलवरंगुलीओ गिद्धपाणिलेहा रविससिसंखचक्कसोत्थियसुविभत्तसुविरइयपाणिलेहा पीणुण्णयकक्खवत्थिदेसा पडिपुण्णगलकवोला चउरंगुलसुप्पमाणकंबुवरसरिसगीवा मंसलमंठियपसत्थहणुया दाडिमपुप्फापगासपीवरकुंचियवराधरा सुंदरोत्तरोट्ठा दहिदगरयचंदवासंतिमउलअच्छिद्दविमलद. सणा रत्तुप्पलपत्तमउयसुकुमालतालुजीहा कणयरमुउलअकुडिलअब्भुग्गयउज्जतुंगणासा सारयणवकमलकुमुयकुवलयविमुक्कदलणिगरसरिसलक्खणअंकियकंतणयणा पत्तलचवलायंततंबलोयणाओ आणामियचावरुइलकिण्हब्भराइसंठियसंगयआययसुजायतणुकसि. गणिद्धभमुया अल्लीणपमाणजुत्तसवणा(सुसवणा)पीणमट्ठरमणिजगंडलेहा चउरंसपसत्थसमणिडाला कोमुइरयणियरविमलपडिपुण्णसोमवयणा छत्तुण्णयउत्तिमंगा कुडिलसुसिणिद्वदीहसिरया छत्तज्झयजुगथूभदामिणिकमंडलुकलसवाविसोत्थियपडागजवमच्छकुम्मरहवरमगरसुयथालअंकुसअट्ठावयवीइसुपइट्टगमऊरसिरिदामाभिसेयतोरणमेइणिउ. Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 180 अनंगपविट्ठसुत्ताणि दहिवरभवणगिरिवरआयंसललियगयउसभसीहचमरउत्तमपसत्थबत्तीसलक्खणधराओ हंससरिसगईओ कोइलमहुरगिरसुस्सराओ कंता सव्वस्स अणुणयाओ ववगयवलिपलिया वंगदुव्वण्णवाहीदोहग्गसोगमुक्काओ उच्चत्तेण य णराण थोवूणमूसियाओ सभावसिंगारागारचारुवेसा संगयगयहसियभणियचेट्ठियविलाससंलावणिउणजुत्तोवयारकुसला सुंदरथणजहणवयणकरचलणणयणमाला वण्णलावण्णजोव्वणविलासकलिया गंदणवणविवरचारिणीउव्व अच्छराओ अच्छेरगपेच्छणिजा पासाईयाओ दरिसणिजाओ अभिरुवाओ पडिरूवाओ / तासि णं भंते ! मणुईणं केवइकालस्स आहारट्टे समुप्पजइ ? गोयमा ! चउत्थभत्तस्स आहारट्टे समुप्पजइ / ते णं भंते ! मणुया किमाहारमाहारेति ? गोयमा ! पुढविपुप्फफलाहारा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / तीसे णं भंते ! पुढवीए केरिसए आसाए पण्णत्ते 1 गोयमा ! से जहाणामए गुलेइ वा खंडेइ वा सक्कराइ वा मच्छंडियाइ वा भिसकंदेइ वा पप्पडमोयएइ वा पुष्फउत्तराइ वा पउमुत्तराइ वा अकोसियाइ वा विजयाइ वा महाविजयाइ वा आयंसोवमाइ या उवमाइ वा अणोवमाइ वा चाउरके गोखीरे चउठाणपरिणए गुडखंडमच्छंडिउवणीए मंदग्गिकडीए वण्णेणं उववेए जाव फासेणं, भवेयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, तीसे णं पुढवीए एत्तो इट्टयंराए चेव जाव मणामतराए चेव आसाए णं पण्णत्ते,तेसिणं भंते ! पुष्फफलाणं केरिसए आसाए पण्णत्ते 1 गोयमा! से जहाणामए रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स कल्लाणे पवरभोयणे सयसहस्सणि फण्णे वण्णेणं उववेए गंधेणं उववेए रसेणं उववेए फासेणं उववेए आसायणिजे वीसायणिजे दीवणिजे विहणिजे दप्पणिजे मयणिजे सविदियगायपल्हायणिजे, भवेयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, तेसि णं पुप्फफलाणं एत्तो इट्टतराए चेव जाव आसाए णं पण्णत्ते / ते णं भंते ! मणुया तमाहारमाहारित्ता कहिं वसहि उति ? गोयमा ! रुक्खगेहालया णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो! ते णं भंते ! रुक्खा किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! कूडागारसंठिया पेच्छाघरसंठिया सत्तागारसंठिया झयसंठिया थूभसंठिया तोरणसंठिया गोपुरवेइयचोपायालगसंठिया अट्टालगसंठिया पासायसंठिया हम्मतलसंठिया गवक्खसंठिया वालग्गपोत्तियसंठिया वलभीसंठिया अण्णे तत्थ बहवे वरभवणसयणासणविसिट्ठसंठाणसंठिया सुहसीयलच्छाया णं ते दुमगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // अस्थि णं भंते ! एगोरुयदीवे दीवे गेहाणि वा गेंहावणाणि वा ? णो इणढे समढे, रुक्खगेहालया णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___ जीवाजीवाभिगमे प० 3 181 एगूरुयदीवे दीवे गामाइ वा णगराइ वा जाव सण्णिवेसाइ वा ? णो इणढे समढे, जहिच्छियकामगामिणो ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगूस्यदीवे० असीइ वा मसीइ वा कसीइ वा पणीइ वा वणिजाइ वा? णो इणढे समढे, ववगयअसिमसिकिसिपणियवाणिज्जा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगूरुय. दीवे० हिरण्णेइ वा सुवण्णेइ वा कंसेइ वा दुसेइ वा मणीइ वा मुत्तिएइ वा विउलधणकणगरयणमणिमोत्तियसंखसिलप्पवालसंतसारसावएजेइ वा ? हंता अस्थि, जो चेव णं तेसिं मणुयाणं तिव्वे ममत्तभावे समुप्पजइ / अस्थि णं भंते ! एगोरुयदीवे० रायाइ वा जुवरायाइ वा ईसरेइ वा तलवरेइ वा माउंबियाइ वा कोडुंबियाइ वा इन्भाइ वा सेट्ठीइ वा सेणावईइ वा सत्थवाहाइ वा ? णो इणटे समढे, ववगयइड्ढीसक्कारा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे दासाइ वा पेसाइ वा सिस्साइ वा भयगाइ वा भाइलगाइ वा कम्मगरपुरिसाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयआभिओगिया णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अत्थि णं भंते ! एगोरुयदीवै दीवे मायाइ वा पियाइ वा भायाइ वा भइणीइ वा भजाइ वा पुत्ताइ वा धूयाइ वा सुण्हाइ वा ? हंता अस्थि, णो चेव णं तेसि णं मणुयाणं तिव्वे पेमबंधणे समुप्पजइ, पयणुपेजबंधणा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समगाउसो ! / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे अरीइ वा वेरिएइ वा घायगाइ वा वहगाइ वा पडिणीयाइ वा * पञ्चमित्ताइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयवेराणुबंधा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि भंते ! एगोरुयदीवे. मित्ताइ वा वयंसाइ वा घडियाइ वा सहीइ वा सुहियाई वा महाभागाइ वा संगइयाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयपेम्मा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगोरुयदीवे. आवाहाइ वा वीवाहाइ वा जण्णाइ वा सद्धाइ वा थालिपागाइ वा चोलोवणयणाइ वा सीमंतुण्णयणाइ वा पिइ (मय)पिंडणिवेयणाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयआवाहविवाहजण्णभद्धथालिपागचोलोवणतणसीमंतुण्णयणपिइपिंडणिवेयणा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / अस्थि णं भंते ! एगोरुयदीवे दीवे इंदमहाइ वा खंदमहाइ वा रुद्दमहाइ वा सिवमहाइ वा वेसमणमहाइ वा मुगुंदमहाइ वा णागमहाइ वा जखमहाइ वा भूयमहाइ वा कूवमहाइ वा तलायणइमहाइ वा दहमहाइ वा पव्वयमहाइ वा रुक्खरोवणमहाइ वा चेइयमन्थूभमहाइ वा०१णो इणढे समढे,ववगयमहमहिमा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगोरुयदीवे दीवे णडपेच्छाइ Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 182 अनंगपविटुसुत्ताणि वा णट्टपेच्छाइ वा मल्लपेच्छाइ वा मुट्ठियपेच्छाइ वा विडंबगपेच्छाइ वा कहगपेच्छाइ वा पवगपेच्छाइ वा अक्खायगपेच्छाइ वा लासगपेच्छाई वा लेखपे०मखपेतूणइल्लपं० तुंबवीणपे० कावपे० मागहपे० जल्लपे० 1 णो इणटे समटे, ववगयकोउहल्ला णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अत्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे सगडाइ वा रहाइ वा जाणाइ वा जुग्गाइ वा गिल्लीइ वा थिल्लीई वा पिपिल्लीइ वा पवहणाणि वा सिवियाइ वा संदमाणियाइ वा ? णो इणढे समढे, पायचारविहारिणो णं ते मणुस्सगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अत्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे आसाइ वा हत्थीइ वा उट्टाइ वा गोणाइ वा महिसाइ वा खराइ वा घोडाइ वा अयाइ वा एलाइ वा ? हंता अस्थि, णो चेव णं तेसि मणुयाणं परिभोगत्ताए हव्वमागच्छति / अत्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे सीहाइ वा वधाइ वा विगाइ वा दीवियाइ वा अच्छाइ.वा परच्छाइ वा परस्सराइ वा तरच्छाइ वा सियालाइ वा बिडालाइ वा सुणगाइ वा कोलसुणगाइ वा कोकंतियाइ वा ससगाइ वा चित्तलाइ वा चिल्ललगाइ वा ? हंता अस्थि, णो चेव णं ते अण्णमण्णस्स तेसिं वा मणुयाणं किंचि आबाहं वा पबाहं वा उप्पायंति वा छविच्छेयं वा करेंति, पगइभद्दगा गं ते सावयगणा पण्णत्ता समणाउसो!। अत्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे सालीइ वा वीहीइ वा गोधूमाइ वा जवांइ वा तिलाइ वा इक्खूइ वा ? हंता अस्थि, णो चेव णं तेसिं मणुयाणं परिभोगत्ताए हव्वमागच्छति / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे गत्ताइ वा दरीइ वा घंसाइ वा भिगूइ वा उवाएइ वा विसमेइ वा विजलेइ वा धूलीइ वा रेणूइ वा पंकेइ वा चलणीइ वा ? णो इणट्टे समढे, एगूरुयदीवे णं दीवे बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे खाणूइ वा कंटएइ वा हीरएइ वा सक्कराइ वा तणकयवराइ वा पत्तकयवराइ वा असुईइ वा पूइयाइ वा दुब्भिगंधाइ वा अचोक्खाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयखाणुकंटगहीरसक्करतणकयवरपत्तकयवरअसुइपूइयदुब्भिगंधमचोक्खपरिवज्जिए णं एगूरुयदीवे पण्णत्ते समणाउसो! / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे दंसाइ वा मसगाइ वा पिसुयाइ वा जूयाइ वा लिक्खाइ वा ढंकुणाई वा? णो इणढे समढे, ववगयदंसमसगपिसुयजूयलिवखढंकुणपरिवजिए णं एगूरुयदीवे पण्णत्ते समणाउसो!। अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे. अहीइ वा अयगराइ वा महोरगाइ वा ? हंता अस्थि, णो चेव णं ते अण्णमण्णस्स तेसिं वा मणुयाणं किंचि आबाहं वा पबाई वा छविच्छेयं वा करेंति, पगइभद्दगा णं ते वालगगणा Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 183 .. जीवाजीवाभिगमे प०३ पण्णत्ता समणाउसो!। अत्थि ण भंते ! एगूरुयदीवे० गहदंडाइ वा गहमुसलाइ वा गहगजियाइ वा गहजुद्धाइ वा गहसंघाडगाइ वा गहअवसव्वाइ वा अन्माइ वा अब्भरुक्खाइ वा संझाइ वा गंधव्वणगराइ वा गजियाई वा विज्जुयाइ वा उक्कापायाइ वा दिसादाहाइ वा णिग्यायाइ वा पंसुविट्ठीइ वा जुवगाइ वा जक्खालित्ताइ वा धूमियाइ वा महियाइ वा रउग्घायाइ वा चंदोवरागाइ वा सूरोवरागाइ वा चंदपरिवेसाइ वा सूरपरिवेसाइ वा पडिचंदाइ वा पडिसूराइ वा इंदधणूइ वा उदगमच्छाइ वा अमोहाइ वा कविहसियाइ वा पाईणवायाइ वा पडीणवायाइ वा जाव सुद्धवायाइ वा गामदाहाइ वा णगरदाहाइ वा जाव सण्णिवेसदाहाइ वा पाणक्खयजणक्खयकुलक्खयधणक्खयवसणभूयमणारियाइ वा ? णो इणढे समढे / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे डिंबाइ वा डमराइ वा कलहाइ वा बोलाइ वा खाराइ वा वेराइ वा (महावेराइ वा) विरुद्धरजाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयडिंबडमरकलहबोलखारवेरविरुद्धरजविवजिया णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो! अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे महाजुद्धाइ वा महासंगामाइ वा महासत्थपडणाइ वा महापुरिसपडणाइ वा महारुहिरपडणाइ वा णागवाणाइ वा खेणवाणाइ वा तामसवाणाइ वा दुभूइयाइ वा कुलरोगाइ वा गामरोगाइ वा णगररोगाइ वा मंडलरोगाइ वा सिरोवेयणाइ वा अच्छिवेयणाइ वा कण्णवेयणाइ वा णकवेयणाइ वा दंतवेयणाइ वा णहवेयणाइ वा कासाइ वा सासाइ वा जराइ वा दाहाइ वा कच्छ्इ वा खसराइ वा कुद्धाइ वा कुडाइ वा दगराइ वा अरिसाइ वा अर्ज.रगाइ वा भगंदराइ वा इंदग्गहाइ वा खंदग्गहाइ वा कुमारग्गहाइ वा णागग्गहाइ वा जक्खग्गहाइ वा भूयग्गहाइ वा उब्वेयग्गहाइ वा धणुग्गहाइ वा एगाहियाइ वा बेयाहियाइ या तेयाहियाइ वा चउत्थगाइ वा हिययसूलाइ वा मत्थगसूलाइ वा पाससूलाइ वा कुच्छिसूलाइ वा जोणिसूलाइ वा गाममारीइ वा जाव सण्णिवेसमारीइ वा पाणक्खय जाव वसणभूयमणारियाइ वा ? णो इणढे समढे, ववगयरोगायंका णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे अइवासाइ वा मंदवासाइ वा सुबुट्टीइ वा मंदबुट्ठीइ वा उदगवाहाइ वा उदगपवाहाइ वा दगुब् याइ वा दगुप्पीलाइ वा गामवाहाइ वा जाव सण्णिवेसवाहाइ वा पाणक्खय० जाव वसणभूयमणारियाइ वा ? णो इणटे समढे, ववगयदगोवद्दवा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / अस्थि णं भंते ! एगूरुयदीवे दीवे अयागराइ वा तम्बागराइ वा सीसागराइ वा सुवण्णागराइ वा रयणागराइ वा वइरागराइ वा वसुहाराइ वा हिरण्णवासाह Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 184 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वा सुवण्णवासाइ वा रयणवासाइ वा वइरवासाइ वा आभरणवासाइ वा पत्तवासाइ वा पुष्पवासाइ वा फलवासाइ वा बीयवासा० मलवासा० गंधवासा० वण्णवासा. चुण्णवासा० खीरखुट्टीइ वा रयणवुट्टीइ वा हिरण्णवुट्ठीइ वा सुवण्ण० तहेव जाव चुण्णवुट्टीइ वा सुकालाइ वा दुकालाइ वा सुभिक्खाइ वा दुभिक्खाइ वा अप्पग्बाइ वा महग्याइ वा कयाइवा महाविकयाइ वा (अणिहाइ वा) सण्णिहीइ वा संणिचयाइ वा णिहीइ वा णिहाणाइ वा चिरपोराणाइ वा पहीणसामियाइ वा पहीणसेउयाइ वा पहीणगोत्तागाराइं वा जाई इमाइं गामागरणगरखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंवाहसण्णिवेसेसु सिंघाडगतिगचउक्कचच्चरचउमुहमहापहपहेसु णगरणिद्धमणगामणिद्धमणसुसाणगिरिकंदरसंतिसेलोवट्ठाणभवणगिहेसु सण्णिक्खित्ताई चिट्ठति ? णो इणढे समझे। एगूरुयदीवे णं भंते ! दीवे मणुयाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं असंखेजइभागेण ऊणगं उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं / ते णं भंते ! मणुया कालमासे कालं किच्चा कहि गच्छंति कहिं उववजंति ? गोयमा ! ते णं मणुया छम्मासावसेसाउया मिहुणयाई पसवंति अउणासीइं राइंदियाइं मिहुणाई सारक्खंति संगोविंति य, सारक्खित्ता संगोवित्ता उस्ससित्ता णिस्ससित्ता कासित्ता छीइत्ता अक्किट्ठा अव्वहिया अपरियाविया [पलिओवमस्स असंखिजइभागं परियाविय] सुहंसुहेणं कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएस देवत्ताए उववत्तारो भवंति, देवलोयपरिग्गहा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं आभासियमणुस्साणं - आभासियदीवे णामं दीवे पण्णत्ते 1 गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे चुलहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयण० सेसं जहा एगूरुयाणं णिरवसेसं भाणियव्वं // कहि णं भंते ! दाहिणिलाणं णंगोलियमणुस्साणं पुच्छा, गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं चुलहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणपचत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयणसयाई सेसं जहा एगूरुयमणुस्साणं // कहि णं भंते ! दाहिणिलाणं वेसाणियमणुस्साणं पुच्छा, गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं चुल्लाहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स उत्तरपञ्चस्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयण० सेसं जहा एगूरुयाण।१११। कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं हयकण्णमणुस्साणं हयकण्णदीवे गाम दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगूरुयदीवस्स उत्तरपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं चत्तारि Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 185 जोयणसयाई ओगाहित्ता एत्थ णं दाहिणिल्लाणं हयकण्णमणुस्साणं हयकण्णदीवे णामं दीवे पण्णत्ते, चत्तारि जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं बारस जोयणसया पण्णट्ठी किंचिविसेसूणा परिक्खेवेणं, से णं एगाए पउमवरवेइयाए अवसेसं जहा एगूरुयाणं / कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं गयकण्णमणुस्साणं पुच्छा, गोयमा ! आभासियदीवस्स दाहिणपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं चत्तारि जोयणसयाई सेसं जहा हयकण्णाणं / एवं गोकण्णमणुस्साणं पुच्छा, वेसाणियदीवस्स दाहिणपचत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुहूं चत्तारि जोयणसयाई सेसं जहा हयकण्णाणं / सक्कुलिकण्णाणं पुच्छा, गोयमा ! गंगोलियदीवस्स उत्तरपच्चत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं चत्तारि जोयणसयाइं सेसं जहा हयकण्णाणं / आयंसमुहाणं पुच्छा, हयकण्णयदीवस्स उत्तरपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ पंच जोयणसयाइं ओगाहित्ता एत्थ णं दाहिणिल्लाणं आयंसमुहमणुस्साणं आयंसमुहदीवे णामं दीवे पण्णत्ते,पंच जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं, आसमुहाईणं छ सया, आसकण्णाईणं सत्त, उक्कामुहाईणं अट्ठ, घणदंताईणं जाव णव जोयणसयाई, गाहा-एगूरुयपरिक्खेवो णव चेव सयाई अउणपण्णाइं / बारसपण्णट्ठाई हयकण्णाईणं परिक्खेवो // 1 // आयंसमुहाईणं पण्णरसेकासीए जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं, एवं एएणं कमेणं उवउञ्जिऊण णेयव्वा चत्तारि चत्तारि एगपमाणा, णाणत्तं ओगाहे, विवखंभे परिक्खेवे पढमबीयतइयचउक्काणं उग्गहो विक्खंभो परिक्खेवो भणिओ, चउत्थचउक्के छजोयणसयाइं आयामविक्खंभेणं अट्ठारसत्ताणउए जोयणसए विक्खंभेणं / पंचमचउक्के सत्त जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं बावीसं तेरसोत्तरे जोयणसए परिक्खेवेणं / छट्टचउक्के अट्ठजोयणसयाई आयामविक्खंभेणं पणवीसं गुणतीसजोयणसए परिक्खेवेणं / सत्तमचउक्के णवजोयणसयाइं आयामविक्खंभेणं दो जोयणसहस्साइं अट्ठ पणयाले जोयणसए परिक्खेवेणं / जस्स य जो विक्खंभो उग्गाहो तस्स तत्तिओ चेव / पढमबीयाण परिरओ ऊणो सेसाण अहिओ उ // 1 // सेसा जहा एगूरुयदीवस्स जाव सुद्धदंतदीवे देवलोगपरिग्गहा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / कहि णं भंते ! उत्तरिल्लाणं एगूरुयमणुस्साणं एगूरुयदीवे णामं दीवे पण्णत्ते गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं सिहरिस्स वासहरपव्वयस्स उत्तरपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयणसयाई ओगाहित्ता एवं जहा दाहिणिल्लाण तहा उत्तरिल्लाण भाणियव्वं, णवरं सिहरिस्स वासहरपव्वयस्स Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 186 अनंगपविद्वसुत्ताणि विदिसासु, एवं जाव सुद्धदंतदीवेत्ति जाव सेत्तं अंतरदीवगा // 112 // से किं तं अकम्मभूमगमणुस्सा ? 2 तीसविहा पण्णत्ता, तंजहा-पंचहिँ हेमवएहिं, एवं जहा पण्णवणापए जाव पंचहिं उत्तरकुरूहिं, सेत्तं अकम्मभूमगा / से किं तं कम्मभूमगा ? 2 पण्णरसविहा पण्णत्ता, तंजहा-पंचहिं भरहेहिं पंचहिँ एवएहिं पंचहिं महाविदेहेहि, ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-आरिया मिलेच्छा, एवं जहा पण्णवणापए' जाव सेत्तं आरिया, सेत्तं गब्भवक्कंतिया, सेत्तं मणुस्सा // . 113 // ॥मणुस्सुद्देसो समत्तो // मंदरोडेसो से कि तं देवा ? देवा चउन्विहा पण्णत्ता, तंजहा-भवणवासी वाणमंतरा जोइसिया वेमाणिया // 114 // से कितं भवणवासी ? 2 दसविहा पण्णत्ता, तंजहाअसुरकुमारा जहा पण्णवणापए देवाणं भेओ तहा भाणियव्वो जाव अणुत्तरोववाइया पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा-विजयवेजयंत जाव सव्वट्ठसिद्धगा, सेत्तं अणुत्तरोववाइया // 115 // कहि णं भंते ! भवणवासिदेवाणं भवणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! भवणवासी देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए, एवं जहा पण्णवणाए जाव भवणवासाइया, त(ए)त्थ णं भवणवासीणं देवाणं सत्त भवणकोडीओ बावत्तरि भवणावाससयसहस्सा भवंतित्तिमक्खाया, तत्थ णं बहवे भवणवासी देवा परिवसंति-असुरा णाग सुवण्णा य जहा पण्णवणाए जाव विहरंति // 116 // कहि णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं भवणा प० ? पुच्छा, एवं जहा पण्णवणाठाणपए जाव विहरंति // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं असुरकुमारदेवाणं भवणा पुच्छा, एवं जहा ठाणपए जाव चमरे तत्थ असुरुकुमारिंदे असुरकुमारराया परिवसइ जाव विहरइ // 117 // चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो कइ परिसाओ प० 1 गो०! तओ परिसाओ प०, तं०समिया चंडा जाया, अभितरिया समिया मज्झे चंडा बाहिं च जाया / चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो अभितरपरिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ ? मज्झिमपरिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ? बाहिरियाए परिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ?, गोयमा! चमरस्स णं असुरिंदस्स 2 अभितरपरिसाए चउवीसं देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, मज्झिमियाए परिसाए अट्ठावीसं देव०, बाहि Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे प० 3 187 रियाए परिसाए यत्तीसं देवसा० / चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो अभितरियाए प० कइ देविसया पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ? बाहिरियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ?, गोयमा ! चमरस्स णं असुरिंदस्स असुररण्णो अभितरियाए परिसाए अधुट्टा देविसया प० मज्झिमियाए परिसाए तिण्णि देवि० बाहिरियाए अड्ढाइजा देवि०। चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए० बाहिरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? अभितरियाए परि० देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परि० देवीणं केवइयं० बाहिरियाए परि० देवीणं के० ? गोयमा ! चमरस्स णं असुरिंदस्स 2 अभितरियाए परि० देवाणं अड्ढाइजाई पलिओवमाइं ठिई प० मज्झिमाए परिसाए देवाणं दो पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता बाहिरियाए परिसाए देवाणं दिवड्ढे पलि. अभितरियाए परिसाए देवीणं दिवड्डं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता मज्झिमियाए परिसाए देवीणं पलि ओवमं ठिई पण्णत्ता बाहिरियाए परि० देवीणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता / से केणद्वेणं भंते ! एवं बुच्चइ-चमरस्स असुरिंदस्स तओ परिसाओ पण्णत्ताओ, तंजहा–समिया चंडा जाया, अभितरिया समिया मज्झिमिया चंडा बाहिरिया जाया ? गोयमा! चमरस्स णं असुरिंदस्स असुररण्णो अभितरपरिसाए देवा वाहिया हच्चमागच्छंति णो अव्याहिया, मज्झिमपरिसाए देवा वाहिया हव्यमागच्छंति अव्वाहियावि, बाहिरपरिसाए देवा अव्वाहिया हव्वमागच्छंति, अदुत्तरं च णं गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया अण्णयरेसु उच्चांवएसु कजकोडंबेसु समुप्पण्णेसु अभितरियाए परिसाए सद्धिं संमइसंपुच्छणाबहुले विहरइ मज्झिमपरिसाए सद्धिं पयं एवं पवंचेमाणे 2 विहरइ बाहिरियाए परिसाए सद्धिं पयंडेमाणे 2 विहरइ, से तेणट्रेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-चमरस्स णं असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तओ परिसाओ पण्णत्ताओ समिया चंडा जाया, अभितरिया समिया मज्झिमिया चंडा बाहिरिया जाया // 118 // कहि णं भंते ! उत्तरिल्लाणं असुरकुमाराणं भवणा पण्णत्ता ? जहा ठाणपए जाव बली, एत्थ वइरोयणिंदे वइरोयणराया परिवसइ जाव विहरइ // बलिस्स णं भंते ! वयरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! तिण्णि परिसाओ प०, तंजहा-समिया चंडा जाया, अभितरिया समिया मज्झिमिया चंडा बाहिरिया जाया। बलिस्स णं भंते! वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो अभितरियाए Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 188 अनंगपविट्ठसुत्ताणि परिसाए कइ देवसहस्सा ? मज्झिमियाए परिसाए कइ देवसहस्सा जाव बाहिरियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ?, गोयमा ! बलिस्सणं वइरोयणिंदस्स 2 अभितरियाए परिसाए वीसं देवसहस्सा पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए चउवीसं देवसहस्सा पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए अट्ठावीसं देवसहस्सा पण्णत्ता, अभितरियाए परिसाए अद्धपंचमा देविसया पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए चत्तारि देविसया पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए अधुट्ठा देविसया पण्णत्ता, बलिस्स"ठिईए पुच्छा जाव बाहिरियाए परिसाए देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ?, गोयमा ! बलिस्स णं वइरोयणिंदस्स 2 अभितरियाए परिसाए देवाणं अछुट्टपलिओवमा ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए तिण्णि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवाणं अड्ढाइजाई पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, अभितरियाए परिसाए देवीणं अड्ढाइजाई पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए देवीणं दो पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवीणं दिवड्डे पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, सेसं जहा चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो // 119 // कहि णं भंते ! णागकुमाराणं देवाणं भवणा पण्णत्ता ? जहा ठाणपए जाव दाहिणिल्लाणि पुच्छियव्वा जाव धरणे इत्थ णागकुमारिंदे णागकुमारराया परिवसइ जाव विहरइ // धरणस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स णागकुमाररण्णो कइ परिसाओ प० 1 गोयमा ! तिण्णि परिसाओ, ताओ चेव जहा चमरस्स / धरणस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स णागकुमाररण्णो अभितरियाए परिसाए कइ देवसहस्सा पण्णत्ता जाव बाहिरियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ?, गोयमा ! धरणस्स णं णागकुमारिंदस्स णागकुमाररणो अभितरियाए परिसाए सटुिं देवसहस्साई मज्झिमियाए परिसाए सत्तरं देवसहस्साई बाहिरियाए परिसाए असीइदेवसहस्साई अभितरपरिसाए पण्णत्तरं देविसयं पण्णत्तं, मज्झिमियाए परिसाए पण्णासं देविसयं पण्णत्तं, बाहिरियाए परिसाए पणवीसं देविसयं पण्णत्तं / धरणस्स णं रण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? बाहिरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? अभितरियाए परिसाए देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? बाहिरियाए परिसाए देवीणं केवइयं कालं ठिई.पण्णत्ता ?, गोयमा! धरणस्स० रणो अभितरियाए परिसाए देवाणं साइरेगं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे प० 3 186 मज्झिमियाए परिसाए देवाणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवाणं देसूणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अभितरियाए परिसाए देवीणं देसूणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए देवीणं साइरेगं चउब्भागपलि ओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवीगं देसूर्ण चउब्भागपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अट्ठो जहा चमरस्स // कहिण भंते ! उत्तरिल्लाणं णागकुमाराणं जहा ठाणपए जाव विहरइ / / भूयाणंदस्स णं भंते ! णागकुमारिदस्स णागकुमाररण्णो अन्भितरियाए परिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ ? मज्झिमियाए परिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ ?बाहिरियाए परिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ?अभितरियाए परिसाए कई देविसया पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता? बाहिरियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ?, गोयमा! भूयाणंदस्स णं णागकुमारिदस्स णागकुमाररण्णो अभितरियाए परिसाए पण्णासं देवसहस्सा पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए सटुिं देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, बाहिरियाए परिसाए सत्तरि देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, अभितरियाए परिसाए दो पणवीसं देविसयाणं पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए दो देविसया पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए पण्णत्तरं देविसयं पण्णत्तं / भूयाणंदस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स णागकुमाररण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता जाव बाहिरियाए परिसाए देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ?, गोयमा ! भूयाणंदस्स f0 अभितरियाए परिसाए देवाणं देसूणं पलिओवमं ठिई पणत्ता, मज्झिमियाए परिसाए देवाणं साइरेगं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवाणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अभितरियाए परिसाए देवीणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए देवीणं देसूणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवीणं साइरेगं चउब्भागपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अट्ठो जहा चमरस्स, अवसेसाणं वेणुदेवाईणं महाघोसपजवसाणाणं ठाणपयवत्तव्वया णिरवयवा भाणियव्या, परिसाओ जहा धरणभूयाणंदाणं (सेसाणं भवणवईणं) दाहिणिल्लाणं जहा धरणस्स उत्तरिल्लाणं जहा भूयाणंदस्स, परिमाणंपि ठिईवि // 120 // कहि णं भंते ! वाणमंतराणं देवाणं भवणा ( भोमेजा णगरा) पण्णत्ता ? जहा ठाणपए जाव विहरति / कहि णं भंते ! पिसायाणं देवाणं भवणा पण्णत्ता ? जहा ठाणपए जाव विहरंति कालमहाकाला य तत्थ दुवे पिसायकुमाररायाणो परिवसंति जाव विहरंति, कहि णं Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 160 अनंगपविट्ठसुत्ताणि भंते ! दाहिणिलाण पिसायकुमाराणं जाव विहरंति काले य एत्थ पिसायकुमारिंदे पिसायकुमारराया परिवसइ महड्ढिए जाव विहरंइ // कालस्स भंते ! पिसायकुमारिंदस्स पिसायकुमाररण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तिण्णि परिसाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-ईसा तुडिया दढरहा, अभितरिया ईसा मज्झिमिया तुडिया बाहिरिया दढरहा। कालस्सणं भंते ! पिसायकुमारिंदस्स पिसायकुमाररण्णो अभितरपरिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ जाव बाहिरियाए परिसाए कइ देविसया पण्णत्ता ?, गो० ! कालस्स णं पिसायकुमारिंदस्स पिसायकुमाररायस्स अभितरियपरिसाए अट्ठ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ मज्झिमपरिसाए दस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ बाहिरियपरिसाए बारस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ अभितरियाए परिसाए एगं देविसयं पण्णत्तं मज्झिमियाए परिसाए एगं देविसयं पण्णत्तं बाहिरियाए परिसाए एगं देविसयं पण्णत्तं / कालस्स णं भंते ! पिसायकुमारिदस्स पिसायकुमाररण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? मज्झिमियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? बाहिरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता जाव बाहिरियाए० देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ?, गोयमा ! कालस्स णं पिसायकुमारिदस्स पिसायकुमाररण्णो अभितरपरिसाए देवाणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परि० देवाणं देसूणं अद्धपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परि० देवाणं साइरेगं चउब्भागपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अभंतरपरि० देवीणं साइरेगं चउब्भागपलि. ओवमं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमपरि० देवीणं चउब्भागपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, बाहिरपरिसाए देवीणं देसूर्ण चउभागपलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अट्ठो जो चेव चमरस्स, एवं उत्तरस्सवि, एवं णिरंतरं जाव गीयजसस्स // 121 // कहि णं भंते ! जोइसियाणं देवाणं विमाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! जोइसिया देवा परिवसंति ?, गोयमा ! उप्पिं दीवसमुद्दाणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ सत्तणउए जोयणसए उड्ढं उप्पइत्ता दसुत्तरसया जोयणबाहल्लेणं, तत्थ णं जोइसियाणं देवाणं तिरियमसंखेजा जोइसियविमाणावाससयसहस्सा भवतीतिमक्खायं, ते णं विमाणा अद्धकविट्ठगसंठाणसंठिया एवं जहा ठाणपए जाव चंदमसूरिया य तत्थ णं जोइसिंदा जोइसरायाणो परिवसंति महिड्ढिया जावं विहरंति / सूरस्स णं भंते ! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तिण्णि परिसाओ Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 161 पण्णत्ताओ, तंजहा तुंबा तुडिया पेच्चा अभितरया तुंबा मज्झिमिया तुडिया बाहिरिया पेच्चा, सेसं जहा कालस्स परिमाणं, ठिईवि / अट्ठो जहा चमरस्स। चंदस्सवि एवं चेव // 122 / / कहि णं भंते ! दीवसमुद्दा ? केवइया णं भंते ! दीवसमुद्दा ? केमहालया णं भंते ! दीवसमुद्दा ? किं संठिया णं भंते ! दीवसमुद्दा ? किमागारभावपडोयारा णं भंते ! दीवसमुद्दा पण्णत्ता ?, गोयमा ! जंबुद्दीवाइया दीवा लवणाइया समुद्दा संठाणओ एगविहविहाणा वित्थारओ अणेगविहविहाणा दुगुणादुगुणे पडुप्पाएमाणा 2 पवित्थरमाणा 2 ओभासमाणवीईया बहुउप्पलपउमकुमुयणलिणसुभगसोगंधियपोंडरीयमहापोंडरीयसयपत्तसहस्सपत्तपप्फुल्लकेसरोवचिया पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिक्खित्ता पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ता अस्सिं तिरियलोए असंखेजा दीवसमुद्दा सयंभुरमणपजवसाणा पण्णत्ता समणाउसो!॥१२३॥ तत्थ णं अयं जंबुद्दीवे णामं दीवे दीवसमुद्दाणं अभितरिए सव्वखुड्डाए वट्टे तेल्लापूयसंठाणसंठिए वट्टे रहचक्कवालसंठाणसंठिए वट्टे पुक्खरकण्णियासंठाणसंठिए वटै पडिपुण्णचंदसंठाणसंठिए एकं जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं तिण्णि जोयणसयसहस्साई सोलस य सहस्साइं दोण्णि य सत्तावीसे जोयणसए तिण्णि य कोसे अट्ठावीसं च धणुसयं तेरस अंगुलाई अद्धंगुलयं च किंचिविसेसाहियं परिक्खेवेणं पण्णत्ते / से णं एकाए जगईए सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते / सा णं जगई अट्ठ जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं मूले बारस जोयणाई विक्खंभेणं मज्झे अट्ठ जोयणाई विक्खंभेणं उप्पिं चत्तारि जोयणाई विक्खंभेणं मूले विच्छिण्णा मज्झे संखित्ता उप्पिं तणुया गोपुच्छसंठाणसंठिया सव्ववइरामई अच्छा सण्हा लण्हा घट्ठांमट्ठाणीरया णिम्मला णिप्पंकाणिकंकडच्छाया सप्पभा समिरीया (सस्सिरीया) सउज्जोया पासाईया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरूवा / सा णं जगई एक्केणं जालकडएणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता। से णं जालकडए अद्धजोयणं उड्ढे उच्चत्तेणं पंचधणुसयाइं विक्खंभेणं सव्वरयणामए अच्छे सण्हे लण्हे घटे मटे णीरए णिम्मले णिप्पंके णिकंकडच्छाए सप्पमे | सस्सिरीए] समरीए सउजोए पासाईए दरिसणिजे अभिरूवे पडिरूवे // 124 // तीसे णं जगईए उप्पिं बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महई पउमवरवेइया प०, सा णं पउमवरवेइया अद्धजोयणं उड्ढे उच्चत्तेणं पंच धणुसयाई विक्खंभेणं सव्वरयणामए जगईसमिया परिक्खेवेणं सव्वरयणामई० // तीसे णं पउमवरवेइयाए अयमेयारूवे वण्णावासे पणत्ते, तंजहा-वइरामया णेमा रिट्ठामया पइट्टाणा वेरुलियामया खंभा Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 162 अनंगपविद्वसुत्ताणि सुवण्णरुप्पमया फलगा वइरामया संधी लोहियक्खमईओ सूईओ णाणामणिमया कलेवरा कलेवरसंघाडा णाणामणिमया रूवा णाणामणिमया रूवसंघाडा अंकामया पक्खा पक्खबाहाओ जोइरसामया वंसा वंसकवेल्लुया य रययामईओ पट्टियाओ जायरूवमईओ ओहाडणीओ वइरामईओ उवरि पुञ्छणीओ सव्वसेए रययामए छायणे // सा णं पउमवरवेइया एगमेगेणं हेमजालेणं एगमेगेणं गवक्खजालेणं एगमेगेणं खिखिणिजालेणं जाव मणिजालेणं (कणयजालेणं रयणजालेणं) एगमेगेणं पउमवरजालेणं सव्वरयणामएणं सवओ समंता संपरिक्खित्ता // ते णं जाला तवणिजलंबूसगा सुवण्णपयरगमंडिया णाणामणिरयणविविहहारद्वहारउवसोभियसमुदया ईसिं अण्णमण्णमसंपत्ता पुवावरदाहिणउत्तरागएहिं वाएहिं मंदागं 2 एजमाणा 2 कंपिजमाणा 2 लंबमाणा 2 पझंझमाणा 2 सद्दायमाणा 2 तेणं ओरालेणं मणुण्णेणं कण्णमणणिव्वुइकरेणं सद्देणं सव्वओ समंता आपूरेमाणा सिरीए अईव 2 उवसोभेमाणा उव० चिट्ठति // तीसे णं पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे हयसंघाडा गयसंघाडा णरसंघाडा किण्णरसंघाडा किंपुरिससंघाडा महोरगसंघाडा गंधव्वसंघाडा वसहसंघाडा सव्वरयणामया अच्छा सण्हा लण्हा घट्ठा मट्ठा णीरया णिम्मला णिप्पंका णिकंकडच्छाया सप्पभा समरीया संउजोया पासाईया दरिसणिजा अभिरूवा पडिरूवा / तीसे णं पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे हयपंतीओ तहेव जाव पडिरूवाओ / एवं हयवीहीओ जाव पडिरूवाओ / एवं हयमिहुणाई जाव पडिरूवाई // तीसे णं पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे पउमलयाओ णागलयाओ, एवं असोग० चंपग० चूयवण वासंति० अइ. मुत्तग० कुंद० सामलयाओ णिच्चं कुसुमियाओ जाव सुविहत्तपिंडमंजरिवडिंसगधरीओ सव्वरयणामईओ अच्छाओ सण्हाओ लण्हाओ घट्ठाओ मट्ठाओ णीरयाओ णिम्मलाओ णिप्पंकाओ णिकंकडच्छायाओ सप्पभाओ समरीयाओ सउज्जोयाओ पासाईयाओ दरिसणिजाओ अभिरुवाओ पडिरूवाओ॥ (तीसे णं पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे अक्खयसोत्थिया पण्णत्ता सव्वरयणामया अच्छा)। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-पउमवरवेइया पउमवरवेइया ? गोयमा ! पउमवरवेइयाए तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं वेइयासु वेइयाबाहासु वेइयासीसफलएसु वेइयापुडंतरेसु खंभेसु खंभबाहासु खंभसीसेसु खंभपुडंतरेसु सूईसु सूईमुहेसु सूईफलएसु सूईपुडंतरेसु पक्खेसु पक्खबाहासु पक्खपेरंतेसु बहूई उप्पलाई पउमाई जाव सयसहस्स Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 193 पत्ताई सव्वरयणामयाई अच्छाइं सण्हाई लण्हाइं घटाई मट्ठाइं णीरयाई णिम्मलाई णिप्पकाई णिकंकडच्छायाइं सप्पभाई समरीयाई सउजोयाइं पासाइयाई दरिसणिजाई अभिल्वाइं पडिरूवाई महया 2 वासिक्कच्छत्तसमयाई पण्णत्ताइं समणाउसो !, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-पउमवरवेइया 2 // पउमवरवेइया णं भंते ! किं सासया असासया ? गोयमा ! सिय सासया सिय असासया // से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-सिय सासया सिय असासया ? गोयमा ! दव्वट्ठयाए सासया वण्णपजवेहि गंधपजवेहिं रसपजवेहिं फासपजवेहिं असासया, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइसिय सासया सिय असासया॥ पउमवरवेइया णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! ण कयावि णासि ण कयावि णत्थि ण कयावि ण भविस्सइ भुवि च भवइ य भविस्सइ य धुवा णियया सासया अक्खया अव्वया अवट्ठिया णिच्चा पउमवरवेइया // 125 // तीसे णं जगईए उप्पिं बाहिं पउमवरवेइयाए एत्थणं एगे महं वणसंडे पण्णत्ते देसूणाई दो जोयणाई चक्कवालविक्खंभेणं जगईसमए परिक्खेवेणं, किण्हे किण्होभासे जाव अणेगसगडरहजाणजुग्गपरिमोयणे सुरम्मे पासाईए सण्हे लण्हे घटे मढे णीरए णिप्पंके णिम्मले णिकंकडच्छाए सप्पभे समिरीए सउज्जोए पासाईए दरिसणिजे अभिरूवे पडिरूवे // तस्स णं वणसंडस्स अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते से जहाणामए-आलिंगपुखरेइ वा मुइंगपुक्खरेइ वा सरतलेइ वा करयलेइ वा आयंसमंडलेइ वा चंदमंडलेइ वा सूरमंडलेइ वा उरभचम्मेइ वा उसभचम्मेइ वा वराहचम्मेइ वा सीहचम्मेइ वा वग्घचम्मेइ वा विगचम्मेह वा दीवियचम्मेइ वा अणेगसंकुकीलगसहस्सवियए आवडपच्चावडसेटीपसेढीसोत्थियसोवत्थियपूसमाणवद्धमाणमच्छंडग-मगरंडग-जारमार-फुल्लावलि पउमपत्तसागरतरंग-वासंतिलय-पउमलयभत्तिचित्तेहिं सच्छाएहिं समिरीएहिं सउजोएहिं णाणाविहपंचवण्णेहिं तणेहि य मणीहि य उवसोहिए तंजहा-किण्हेहिं जाव सुकिल्लेहिं / तत्थ णं जे ते किण्हा तणा य मणी य तेसि णं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए-जीमूएइ वा अंजणेइ वा खंजणेइ वा कजलेइ वा मसीइ वा गुलियाइ वा गवलेइ वा गवलगुलियाइ वा भमरेइ वा भमरावलियाइ वा भमरपत्तगयसारेइ वा जंबुफलेइ वा अद्दारिट्टेइ वा परपुट्ठएई वा गएई वा गयकलभेइ वा कण्हसप्पेइ वा कण्हकेसरेइ वा आगासथिगगलेइ वा कण्हासोएइ वा किण्हकणवीरेइ वा कण्हबंधुजीवएइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, गोयमा ! णो इणढे समढे, तेसि णं कण्हाणं तणाणंमणीण य इत्तो इतराए Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 164 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चेव कंततराए चेव पियतराए चेव मणुण्णतराए चेव मणामतराए चेव वण्णेणं पण्णत्ते / तत्थ णं जे ते णीलगा तणा य मणी य तेसिणं इमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए-भिंगेइ वा भिंगपत्तेइ वा चासेइ वा चासपिच्छेइ वा सुएइ वा सुयपिच्छेइ वा णीलीइ वा णीलीभेएइ वा णीलीगुलियाइवा सामाएइ वा उच्चतएइ वा वणराईइ वा हलहरवसणेइ वा मोरग्गीवाइ वा पारेवयगीवाइ वा अयसिकुसुमेइ वा अंजणकेसिगाकुसुमेइ वा णीलुप्पलेइ वा णीलासोएइ वा णीलकणवीरेइ वा णीलबंधुजीवएइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, तेसि णं गीलगाणं तणाणं मणीण य एत्तो इट्टतराए चेव कंततराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ते / तत्थ णं जे ते लोहियगा तणा य मणी य तेसि णं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए-ससगरुहिरेइ वा उरभरुहिरेइ वा णररुहिरेइ वा वराहरुहिरेइ वा महिसरुहिरेइ वा बालिंदगोवएइ वा बालदिवागरेई वा संझब्भरागेइ वा गुंजद्धराएइ वा जाइहिंगुलुएइ वा सिलप्पवालेइ वा पवालंकुरेइ वा लोहियक्खमणीइ वा लक्खारसएइ वा किमिरागेइ वा रत्तकंबलेइ वा चीणपिट्ठरासीइ वा जासुयणकुसुमेइ वा किंसुयकुसुमेह वा पालियायकुसुमेइ वा रत्तुप्पलेइ वा रत्तासोगेइ वा रत्तकणवीरेइ वा रत्तबंधुजीवेइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इण्डे समढे, तेसि णं लोहियगाणं तणाण य मणीण य एत्तो इतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ते / तत्थ णं जे ते हालिद्दगा तणा य मणी य तेसि णं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामएचंपएइ वा चंपगच्छल्लीइ वा चपयभेएइ वा हालिद्दाइ वा हालिद्दभेए इ वा हालिद्दगुलियाइ वा हरियालेइ वा हरियालभेएइ वा हरियालगुलियाइ वा चिउरेइ वा चिउरंगरागेइ वा वरकणएइ वा वरकणगणिघसेइ वा सुवण्णसिप्पिएइ वा वरपुरिसवसणेइ वा सल्लइकुसुमेइ वा चंपगकुसुमेइ वा कुहुंडियाकुसुमेइ वा (कोरंटगदामेइ वा)तडउडाकुसुमेइ वा घोसाडियाकुसुमेइ वा सुवण्णजूहियाकुसुमेइ वा सुहरिण्णयाकुसुमेइ वा (कोरिटवरमल्लदामेइ वा)बीयगकुसुमेइ वा पीयासोएइ वा पीयकणवीरेइ वा पीयबंधुजीएइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, ते णं हालिद्दा तणा यमणी य एत्तो इट्टतरा चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ता / तत्थ णं जे ते सुकिल्लगा तणा य मणी य तेसि णं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहाणामए-अंकेइ वा संखेइ वा चंदेइ वा कुंदेइ वा कुसुमे(मुए)इ वा दयरएइ वा (दहिघणेइ वा खीरेइ वा खीरपूरेइ वा) हंसावलीइ वा कोंचावलीइ वा हारावलीइ वा बलायावलीइ वा चंदावलीइ वा सारइ Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 195 यबलाहएइ वा धंतधोयरुप्पपट्टेइ वा सालिपिट्ठरासीइ वा कुंदपुष्फरासीइ वा कुमुयरासीइ वा सुक्कछिवाडीइ वा पेहुणमिजाइ वा बिसेइ वा मिणालियाइ वा गयदंतेइ वा लवंगदलेइ वा पोंडरीयदलेइ वा सिंदुवारमल्लदामेइ वा सेयासोएइ वा सेयकणवीरेइ वा सेयबंधुजीएइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणटे समढे, तेसि णं सुकिल्लाणं तणाणं मणीण य एत्तो इट्टतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ते / तेसि णं भंते ! तणाण य मणीण य केरिसए गंधे पण्णत्ते ? से जहाणामए-कोट्ठपुडाण वा पत्तपुडाण वा चोयपुडाण वा तगरपुडाण वा एलापुडाण वा (किरिमेरिपुडाण वा) चंदणपुडाण वा कुंकुमपुडाण वा उसीरपुडाण वा चंपगपुडाण वा मरुयगपुडाण वा दमणगपुडाण वा जाइपुडाण वा जूहियापुडाण वा मल्लियपुडाण वा णोमालियपुडाण वा वासंतियपुडाण वा केयइपुडाण वा कप्पूरपुडाण वा (पाडलपुडाण वा) अणुवायंसि उभिजमाणाण वा णिब्भिजमाणाण वा कुटिजमाणाण वा रुविजमाणाण वा उकिरिजमाणाण वा विकिरिजमाणाण वा परिभुजमाणाण वा भंडाओ वा भंडं साहरिजमाणाणं ओराला मणुण्णा घाणमणणिन्बुइकरा सव्वओ समंता गंधा अभिणिस्सवंति, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, तेसि णं तणाणं मणीण य एत्तो उ इट्टतराए चेव जाव मणामतराए चेव गंधे पण्णत्ते / तेसि णं भंते ! तणाण य मणीण य केरिसए फासे पण्णत्ते ? से जहाणामए-आईणेइ वा रूएइ वा बूरेइ वा णवणीएइ वा हंसगन्भतूलीइ वा सिरीसकुसुमणिचएइ वा बालकुमुयपत्तरासीइ वा, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, तेसि णं तणाण य मणीण य एत्तो इतराए चेव जाव फासेणं पण्णत्ते / तेसि णं भंते ! तणाणं पुव्वावरदाहिणउत्तरागएहिं वाएहिं मंदायं मंदायं एइयाणं वेइयाणं कंपियाणं खोभियाणं चालियाणं फंदियाणं घट्टियाणं उदीरियाणं केरिसए सद्दे पण्णत्ते ? से जहाणामए-सिवियाए वा संदमाणियाए वा रहवरस्स वा सछत्तस्स सज्झयस्स सघंटयस्स सतोरणवरस्स सणंदिघोसस्स सखिखिणिहेमजालपेरंतपरिखित्तस्स हेमवय(खेत्त)चित्तविचित्ततिणिसकणगणिज्जुत्तदारुयागस्स सुपिणिद्धारयमंडलधुरागस्स कालायससुकयणेमिजंतकम्मस्स आइण्णवरतुरगसुसंपउत्तस्स कुसलणरछेयसारहिसुसंपरिगहियस्स सरसयबत्तीसतोरण(परि)मंडियस्स सकंकडघडिंसगस्स सचावसरपहरणावरणभरियस्स जोहजुद्धसजस्स रायंगणंसि वा अंतेउरंसि वा रम्मंसि वा मणिकोट्टिमतलंसि अभिक्खणं 2 अभिघट्टिजमाणस्स वा णियट्टिजमाणस्स वा ( परूढवरतुरंगस्स चंडवेगाइट्ठस्स ) ओराला Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 166 अनंगपविट्ठसुत्ताणि मणुण्णा कण्णमणणिव्वुइकरा सव्वओ समंता सद्दा अभिणिस्सर्वति, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, से जहाणामए-वेयालियाए वीणांए उत्तरमंदामुच्छ्यिाए अंके सुपइट्ठियाए चंदणसारकोणपरिघट्टियाए कुसलणरणारिसंपगहियाए पओसपच्चूसकालसमयंसि मंद मंदं एइयाए वेइयाए खोभियाए उदीरियाए ओराला मणुण्णा कण्णमणणिन्बुइकरा सव्वओ समंता सद्दा अभिणिस्सपंति भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, से जहाणामए-किण्णराण वा किंपुरिसाण वा महोरगाण वा गंधव्वाण वा भद्दसालवणगयाण वा गंदणवणगयाण वा सोमणसवणगयाण वा पंडगवणगयाण वा हिमवंतमलयमंदरगिरिगुहसमण्णागयाण वा एगओ सहियाणं संमुहागयाणं समुविट्ठाणं संणिविट्ठाणं पमुइयपक्कीलियाणं गीयरइगंधव्वहरिसियमणाणं गेजं पजं कत्थं गेयं पयविद्धं पायविद्धं उक्खित्तयं पवत्तयं मंदायं रोइयावसाणं सत्तसरसमण्णागयं अहरससुसंपउत्तं छद्दोसविप्पमुक्कं एकारसगुणालंकारं अटुंगुणोववेयं गुंजतवंसकुहरोवगूढं रत्तं तिट्ठाणकरणसुद्धं महुरं समं सुललियं सकुहरगुंजंतवंसतंतीतलताललयम्गहसुसंपउत्तं मणोहरं मउयरिभियपयसंचारं सुरई सुणई वरचारुरुवं दिव्वं णटें सजं गेयं पगीयाणं, भवे एयारूवे सिया?, हंता गोयमा! एवंभूए सिया॥१२६॥ तस्स णं वणसंडस्स तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहवे खुड्डाखुड्डियाओ वावीओ पुक्खरिणीओ गुंजालियाओ दीहियाओ(सरसीओ)सरपंतियाओ सरसरपंतीओ बिलपंतीओ अच्छाओ सहाओ रययामयकूलाओ वइरामयपासाणाओ तवणिजमयतलाओ वेरुलियमणिफालियपडलपच्चोयडाओ णवणीयतलाओ सुवण्णसुन्भ(ज्झ)रययमणिवालुयाओ सुहोया. रासुउत्ताराओ णाणामणितित्थसुबद्धाओ चाउ(चउ)कोणाओ समतीराओ आणुपुव्वसुजायवप्पगंभीरसीयलजलाओ संछण्णपत्तभिसमुणालाओ बहुउप्पलकुमुयणलिणसुभगसोगंधियपोंडरीयसयपत्तसहस्सपत्तफुल्लकेसरोवइयाओ छप्पयपरिभुजमाणकमलाओ अच्छविमलसलिलपुण्णाओ परिहत्थभमंतमच्छकच्छमअणेगसउणमिहुणपरि चरियाओ पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिक्खित्ताओ पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ताओ अप्पेगइयाओ आसवोदाओ अप्पेगइयाओ वारुणोदाओ अप्पेगइयाओ खीरोदाओ अप्पेगइयाओ घओदाओ अप्पेगइयाओ (इक्खु)खोदोदाओ(अमयरससमरसोदाओ)अप्पेगइयाओ पगईए उदग(अमय)रसेणं पण्णत्ताओ पासाईयाओ 4, तासि णं खुड्डियाणं वावीणं जाव बिलपंतियाणं तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 जाव बहवे तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता / तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं अयमेयारूवे वण्णावासे Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 197 पण्णत्ते, तंजहा-वइरामया णेमा रिट्ठामया पइट्ठाणा वेरुलियामया खंभा सुवण्णरुप्पामया फलगा वइरामया संधी लोहियक्खमईओ सूईओ णाणामणिमया अवलंबणा अवलंबणबाहाओ पासाइयाओ 4 / तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं पुरओ पत्तय 2 तोरणा प० // ते णं तोरणा णाणामणिमयखभेसु उवणिविट्ठसण्णिविट्ठा विविहमुत्तंतरोवचिया विविहतारारूवोवचिया ईहामियउसभतुरगणरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ता खंभुग्गयवइरवेइयापरिगयाभिरामा विजाहरजमलजुयलजंतजुत्ताविव अच्चिसहस्समालणीया रूवगसहस्सकलिया भिसमाणा भिब्भिसमाणा चक्खुल्लोयणलेसा सुहफासा सस्सिरीयरूवा पासाईया 4 / तेसि णं तोरणाणं उप्पिं बहवे अट्ठमंगलगा पण्णत्ता तं०-सोत्थियसिखिच्छणंदियावत्तवद्धमाणभद्दासणकलसमच्छदप्पणा सव्वरयणामया अच्छा सण्हा जाव पडिरूवा। तेसि णं तोरणाणं उप्पिं बहवे किण्हचामरज्झया णीलचामरज्झया लोहियचामरज्झया हालिद्दचामरज्झया सुक्किलचामरज्झया अच्छा सण्हा रुप्पपट्ठा वइरदंडा जलयामलगंधिया सुरूवा पासाईया 4 / तेसि ण तोरणाणं उप्पिं बहवे छत्ताइछत्ता पडागाइपडागा घंटाजुयला चामरजुयला उप्पलहत्थगा जाव सयसहस्सवत्तहत्थगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा। तासि णं खुड्डियाणं वावीणं जाव बिलपंतियाणं तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे उप्पायपव्वया णियइपव्वया जगइपव्वया दारुपव्वयगा दगमंडवगा दगमंचगा दगमालगा दगपासायगा उसडा खुल्ला खडहडगा अंदोलगा पक्खंदोलगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसु णं उप्पायपव्वएसु जाव पक्खंदोलएसु बहवे हंसासणाई कोंचासणाई गरुलासणाई उण्णयासणाई पणयासणाई दीहासणाई भद्दासणाई पक्खासणाई मगरासणाई उसभासणाई सीहासणाइं पउमासणाई दिसासोवत्थियासणाई सव्वरयणामयाइं अच्छाई सण्हाई लण्हाइं घट्ठाई मट्ठाई णीरयाई णिम्मलाई णिप्पंकाई णिकंकडच्छायाइं सप्पभाई समिरीयाइं सउज्जोयाइं पासाइयाइं दरिसणिजाई अभिरूवाइं पडिरूवाई / तस्स णं वणसंडस्स तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे आलिघरा मालिघरा कयलिघरा लयाघरा अच्छणघरा पेच्छणघरा मजणघरगा पसाहणघरगा गम्भघरगा मोहणघरगा सालघरगा जालघरगा कुसुमघरगा चित्तघरगा गंधव्वघरगा आयंसघरगा सव्वरयणामया अच्छा सण्हा लण्हा घट्टा मट्ठा णीरया णिम्मला णिप्पंका णिकंकडच्छाया सप्पभा समिरीया सउजोया पासाईया दरिसणिजा अभिरुवा पडिरूवा // Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 168 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तेसु णं आलिघरएसु जाव आयंसघरएसु बहूई हंसासणाई जाव दिसासोवत्थियासणाइं सबरयणामयाइं जाव पडिरूवाइं / तस्स णं वणसंडस्स तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं तहिं बहवे जाइमंडवगा जूहियामंडवगा मल्लियामंडवगा णवमालियामंडवगा वासंतीमंडवगा दधिवासुयामंडवगा सूरिल्लिमंडवगा तंबोलीमंडवगा मुद्दियामंडवगा णागलयामंडवगा अइमुत्तमंडवगा अप्फोयामंडवगा मालुयामंडवगा सामलयामंडवगा (सव्वरयणामया)णिच्चं कुसुमिया णिच्चं जाव पडिरूवा // तेसुण जाइमंडवएसु जाव सामलयामंडवएसु बहवे पुढविसिलापट्टगा पण्णत्ता, तंजहा-अप्पेगइया हंसासणसंठिया अप्पे० कोंचासणसंठिया अप्पे० गरुलासणसंठिया अप्पे० उण्णयासणसंठिया अप्पे० पणयासणसंठिया अप्पे० दीहासणसंठिया अप्पे० भद्दासणसंठिया अप्पे० पक्खासणसंठिया अप्पे० मगरासणसंठिया अप्पे० उसभासणसंठिया अप्पे० सीहासणसंठिया अप्पे० पउमासणसंठिया अप्पे० दिसासोत्थियासणसंठिया० प० तत्थ बहवे वरसयणासणविसिट्ठसंठाणसंठिया पण्णत्ता समणाउसो ! आइण्णगरूयबूरणवणीयतूलफासा मउया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तत्थ णं बहवे वाणमंतरा देवा देवीओ य आसयंति सयंति.चिट्ठति णिसीयंति तुयटॅति रमंति ललंति किलंति मोहंति पुरापोराणाणं सुचिण्णाणं सुपरिकंताणं सुभाणं कल्लाणाणं कडाण कम्माणं कल्लाणं फलवित्तिविसेसं पच्चणुब्भवमाणा विहरति / तीसे णं जगईए उप्पिं अंतो पउमवरवेइयाए एत्थ णं एगे महं वणसंडे पण्णत्त देसूणाई दो जोयणाई विक्खंभेणं वेइयासमएणं परिक्खेवेणं किण्हे किण्होभासे वणसंडवण्णओ मणितणसहविहणो णेयव्वो, तत्थ णं बहवे वाणमंतरा देवा देवीओ य आसयंति सयंति चिट्ठति णिसीयंति तुयटॅति रमंति ललंति कीडंति मोहंति पुरा पोराणाणं सुचिण्णाणं सुपरिवंताणं सुभाणं कल्लाणाणं कडाणं कम्माणं कल्लाणं फलवित्तिविसेसं पञ्चणुब्भवमाणा विहरंति // 127 // जंबुद्दीवस्स णं भंते ! दीवस्स कइ दारा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारिदारा पण्णत्ता, तंजहा-विजए वेजयंते जयंते अपराजिए॥१२८॥ कहि णं भंते ! जंबुद्दीवस्स दीवस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरथिमेणं पणयालीसं जोयणसहस्साइं अबाहाए जंबुद्दीवे दीवे पुरच्छिमपेरंते लवणसमुद्दपुरच्छिमद्धस्स पचत्थिमेणं सीयाए महाणईए उप्पिं एत्थ णं जंबुद्दीवस्स दीवस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते अट्ट जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं चत्तारि जोयणाइं विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेए वरकणगथूभियागे ईहामि Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 196 यउसभतुरगणरमगरविहगवालगकिण्णररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ते खभुग्गयवरवइरवेइयापरिगयाभिराभे विजाहरजमलजुयलजंतजुत्तेइव अच्चीसहस्समालिणीए रूवगसहस्सकलिए भिसमाणे भिन्भिसमाणे चक्खुल्लोयणलेसे सुहफासे सस्सिरीयरूवे वण्णो दारस्स तस्सिमो होइ तं०-वइरामया णिम्मा रिट्ठामया पइट्टाणा वेरुलियामया खंभा जायरूवोवचियपवरपंचवण्णमणिरयणकोट्टिमतले हंसगब्भमए एलुए गोमेजमए इंदक्खीले लोहियक्खमईओ दारचेडीओ जोइरसामए उत्तरंगे वेरुलियामया कवाडा वइरामया संधी लोहियक्खमईओ सूईओ णाणामणिमया समुग्गगा वइरामई अग्गलाओ अग्गलपासाया वइरामई आवत्तणपेढिया अंकुत्तरपासए' णिरंतरियघणकवाडे भित्तीसु चेव भित्तीगुलिया छप्पण्णा तिण्णि होंति गोमाणसी तत्तिया णाणामणिरयणवालरूवगलीलट्ठियसालिभंजियागे वइरामए कूडे रययामए उस्सेहे सव्वतवणिजमए उल्लोए णाणामणिरयणजालपंजरमणिवंसगलोहियक्खपडिवंसगरययभोम्मे अंकामया पक्खबाहाओ जोइरसामया वंसा वंसकवेल्लुगा य रययामई पटियाओ जायसवमई ओहाडणी वइरामई उवरि पुञ्छणी सव्वसेयरययामए च्छायणे अंकमयकणगकूडतवणिजथूभियाए सेए संखतलविमलणिम्मलदहियणगोखीरफेणरययणिगरप्पगासे तिलगरयणद्धचंद चित्ते णाणामणिमयदामालंकिए अंतो य बहिं च सण्हे तवणिज्जरुइलवालुयापत्थडे सुहम्फासे सस्सिरीयरूवे पासाईए 4 // विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो चंदणकलसपरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ते णं चंदणकलसा वरकमलपइट्टाणा सुरभिवरवारिपडिपुण्णा चंदणकयचच्चागा आबद्धकंठेगुणा पउमुप्पल पिहाणा सव्वरयणामया अच्छा सण्हा जाव पडिरूवा महया महया महिंदकुंभसमाणा पण्णत्ता समणाउसो!। विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो णागदंतपरिवाडीओ, ते णं णागदंतगा मुत्ताजालंतरूसियहेमजालगवक्खजालखिखिणीघंटाजालपरिक्खित्ता अब्भुग्गया अभिणिसिट्ठा तिरियं सुसंपगहिया अहेपण्णगद्धरूवा पण्णगद्धसंठाणसंठिया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा महया महया गयदंतसमाणा प० समणाउसो!। तेसु णं णागदंतएसु बहवे किण्हसुत्तबद्धवग्धारियमल्लदामकलावा जाव सुकिल्लसुत्तबद्धवग्धारियमल्लदामकलावा / तेणं दामा तवणिजलंबूसगा सुवण्णपयरगमंडिया णाणामणिरयणविविहहारद्धहार( उवसोभियसमुदया) जाव सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणा उवसोभेमाणा चिट्ठति // तेसि णं णागदंतगाणं Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 200 अनंगपविट्ठसुत्ताणि उवरि अण्णाओ दो दो णागदंतपरिवाडीओ पण्णत्ताओ, तेसि णं णागदंतगाणं मुत्ताजालंतरूसिया तहेव जाव समणाउसो ! / तेसु णं णागदंतएंसु बहवे रययामया सिक्कया पण्णत्ता, तेसु णं रययामएसु सिक्कएसु ब• वेरुलियामईओ धूवघडीओ पण्णत्ताओ, तंजहा-ताओ णं धूवघडीओ कालागुरुपवरकुंदरुकतुरुक्कधूवमघमघंतगंधुडुयाभिरामाओ सुगंधवरगंधगंधियाओ गंधवट्टिभूयाओ ओरालेणं मणुण्णेणं घाणमणणिन्बुइकरेणं गंधेणं तप्पएसे सव्वओ समंता आपूरेमाणीओ आपूरेमाणीओ अईव अईव सिरीए' जाव चिट्ठति / विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो सालिभंजियापरिवाडीओ पण्णताओ, ताओ णं सालभंजियाओ लीलट्ठियाओ सुपयट्ठियाओ सुअलंकियाओ गाणागारवसणाओ णाणामल्लपिणद्धाओ मुट्ठीगेज्झमझाओ आमेलगजमलजुयलवटिअन्भुण्णयपीणरइयसंठियपओहराओ रत्तावंगाओ असियकेसीओ मिउविसयपसत्थलक्खणसंवेल्लियग्गसिरयाओ ईसिं असोगवरपायवसमुट्ठियाओ वामहत्थगहियग्गसालाओ ईसिं अद्धच्छिकडक्खचिट्ठिएहिं सूसेमाणीओ इव चक्खुल्लोयणलेसाहिं अण्णमण्णं खिजमाणीओ इव पुढविपरिणामाओ सासयभावमुवगयाओ चंदाणणाओ चंदविलासिणीओ चंदद्धसमणिडालाओ चंदाहियसोमदंसणाओ उक्का इव उजोएमाणीओ विज्जुषणमरीइसूरदिप्पंतसेयअहिययरसंणिगासाओ सिंगारागारचारवेसाओ पासाइयाओ 4 तेयसा अईव अईव सोभेमाणीओ सोभेमाणीओ चिट्ठति // विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो जालकडगा पण्णत्ता, तेणं जालकडगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो घंटापरिवाडीओ पण्णत्ताओ, तासि णं घंटाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-जंबूणयमईओ घंटाओ वइरामईओ लालाओ णाणामणिमया घंटापासगा तवणिजमईओ संकलाओ रययामईओ रज्जूओ // ताओ णं घंटाओ ओहस्सराओ मेहस्सराओ हंसस्सराओ कोंचस्सराओ णंदिस्सराओ गंदिघोसाओ सीहस्सराओ सीघोसाओ मंजुस्सराओ मंजुघोसाओ सुस्सराओ सुस्सरणिग्घोसाओ ते पएसे ओरालेणं मणुण्णेणं कण्णमणणिबुइकरेणं सद्देणं जाव चिट्ठति // विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं. दुहओ णिसीहियाए दो दो वणमालापरिवाडीओ पण्णत्ताओ, ताओ णं वणमालाओ णाणादुमलयाकिसलयपल्लवसमाउलाओ छप्पयपरिभुजमाणकमलसोभंतसस्सिरीयाओ पासाइयाओ० ते पएसे उरालेणं जाव गंधेणं आपूरेमाणीओ जाव चिट्ठति // 129 // Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 201 विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो पगंठगा पण्णत्ता, ते णं पगंठगा चत्तारि जोयणाई आयामविक्खंभेणं दो जोयणाई बाहलेणं सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं पगंठगाणं उवरि पत्तेयं पत्तेयं पासायवडिंसगा पण्णत्ता, ते णं पासायवडिंसगा चत्तारि जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गयमूसियपहसियाविव विविहमणिरयणभत्तिचित्ता वाउ यविजयवेजयंतीपडागच्छ्त्ताइच्छत्तकलिया तुंगा गगणतलमभिलंघमाणा(णुलिहंत)सिहरा जालंतररयणपंजरुम्मिलियव्व मणिकणगथूभियागा वियसियसयवत्तपोंडरीयतिलयरयणद्धचंदचित्ता णाणामणिमयदामालंकिया अंतो य बाहिं च सण्हा तवणिजरुइलवालुयापत्थडा सुहफासा सस्सिरीयरूवा पासाईया 4 // तेसि णं पासायवडिंसगाणं उल्लोया पउमलया जाव सामलयाभत्तिचित्ता सव्वतवाणिजमया अच्छा जाव पडिरूवा // तेसि णं पासायवडिंसगाणं पत्तेयं पत्तेयं अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते, से जहाणामए आलिंगपुक्खरेइ वा जाव मणीहिं उवसोभिए, मणीण गंधो वण्णो फासो य णेयव्यो। तेसि णं बहुसमरमणिजाणं भूमिभागाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहलेणं सव्वरयणामईओ जाव पडिरूवाओ, तासि णं मणिपेढियाणं उवरि पत्तेयं 2 सीहासणे पण्णत्ते,तेसि णं सीहासणाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-तवणिजमया चकवाला रययामया सीहा सोवणिया पाया णाणामणिमयाइं पायसीसगाई जंबूणयमयाइं गत्ताई.वइरामया संधी णाणामणिमए वेच्चे, ते णं सीहासणा ईहामियउसभ जाव पउमलयभत्तिचित्ता ससारसारोवइयविविहमणिरयणपायपीढा अच्छरगमिउमसूरगणवतयकुसंतलिच्चसीहकेसरपच्चुत्थयाभिरामा उचियखोमदुगुल्लयपडिच्छायणा सुविरइयरयत्ताणा रत्तंसुयसंवुया सुरम्मा आईणगरूयबूरणवणीयतूलमउयफासा मउया पासाईया 4 // तेसि णं सीहासणाणं उप्पिं पत्तेयं पत्तेय विजयदूसे पण्णत्ते, ते णं विजयदूसा सेया संखंककुंददगरयअमयमहियफेणपुंजसण्णिगासा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // तेसि णं विजयदूसाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं 2 वइरामया अंकुसा पणत्ता, तेसु णं वइरामएसु अंकुसेसु पत्तेयं 2 कुंभिक्कामुत्तादामा पण्णत्ता, ते ण कुंभिका मुत्तादामा अण्णेहिं चउहिं 2 तदछुच्चत्तप्पमाणमेत्तेहिं अद्धकुंभिक्केहिं मुत्तादामेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, तेणं दामा तवणिजलंबूसगा सुवण्णपयरगमंडिया जाव चिटुंति,तेसि णं पासायवडिंसगाणं उप्पिं बहवे अट्ठट्ट Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 202 ___ अनंगपविट्ठसुत्ताणि मंगलगा पण्णत्ता सोस्थिय तहेव जाव छत्ता // 130 // विजयस्स णं दारस्स उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो तोरणा पण्णत्ता, ते णं तोरणा णाणामणिमया तहेव जाव अट्ठमंगलगा य छत्ताइछत्ता // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो सालभंजियाओ पण्णत्ताओ, जहेव णं हेट्ठा तहेव // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो णागदंतगा पण्णत्ता, ते णं णागदंतगा मुत्ताजालंतरूसिया तहेव; तेसु णं णागदंतएसु बहवे किण्हा सुत्तवट्टवग्धारियमल्लदामकलावा जाव चिट्ठति // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो हयसंघाडगा जाव उसभसंघाडगा पण्णत्ता सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा, एवं पंतिओ वीहीओ मिहुणगा, दो दो पउमलयाओ जाव पडिरूवाओ, तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो अक्खयसोवत्थिया पण्णत्ता ते णं अक्खयसोवत्थिया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा, तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चंदणकलसा पण्णत्ता, ते णं चंदणकलसा वरकमलपइट्ठाणा तहेव सव्वरयणामया जाव पडिरूवा समणाउसो ! // तेसि ण तोरणाणं पुरओ दो दो भिंगारगा पण्णत्ता वरकमलपइहाणा जाव सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा महया महया मत्तगयमुहागिइसमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! / तेसि ण तोरणाणं पुरओ दो दो आयंसगा पण्णत्ता, तेसि णं आयंसगाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-तवणिजमया पगंठगा वेरुलियमया छरुहा ( थंभया) वइरामया वरंगा णाणामणिमया वलक्खा अंकमया मंडला अणोघसियणिम्मलासाए छायाए सव्वओ चेव समणुबद्धा चंदमंडलपडिणिगासा महया महया अद्धकायसमाणा पण्णत्ता समणाउसो ! // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो वईरणामा थाला पण्णत्ता, ते णं थाला अच्छतिच्छडियसालितंदुलणहसंदट्ठबहुपडिपुण्णा चेव चिटुंति सव्वजंबूणयामया अच्छा जाव पडिरूवा महया महया रहचक्कसमाणाप० समणाउसो!॥तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो पाईओ पण्णत्ताओ, ताओ णं पाईओ अच्छोदयपडिहत्थाओ णाणाविहपंचवण्णस्स फलहरियगस्स बहुपडिपुण्णाओ विव चिट्ठति सव्वरयणामईओ जाव पडिरूवाओ महया महया गोकलिंजगचक्कसमाणाओ पण्णत्ताओ समणाउसो!।। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो सुपइट्ठगा पण्णत्ता, ते णं सुपइट्ठगा णाणविहपंचवण्णपसाहणगभंडविरइया सव्वोसहिपडिपुण्णा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो मणोगुलियाओ पण्णत्ताओ // तासु णं मणोगुलियासु बहवे सुवण्णरुप्पामया फलगा पण्णत्ता, तेसु णं सुवण्णरुप्पामएसु फलएसु बहवे वइरामया णागदंतगा मुत्ताजालंत Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 203 रसिया हेम जाव गयदंतसमाणा पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसु णागदंतएसु बहवे रययामया सिक्कया पण्णत्ता, तेसु णं रययामएसु सिक्कएसु बहवे वायकरगा पण्णत्ता। ते पं वायकरगा किण्हसुत्तसिक्कगवत्थिया जाव सुकिल्लसुत्तसिक्कगवत्थिया सव्वे वेरुलियामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चित्ता रयणकरंडगा पण्णत्ता, से जहाणामए-रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिरस चित्ते रयणकरंडे वेरुलियमणिफालियपडलपच्चोयडे साए पभाए ते पएसे सव्वओ समंता ओभासइ उजोवेइ तावेइ पभासेइ, एवामेव ते चित्तरयणकरंडगा पण्णत्ता वेरुलियपडलपच्चोयडा साए. पभाए ते पएसे सव्वओ समंता ओभासेंति (जाव पभासेंति) // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो हयकंठगा जाव दो दो उसमकंठगा पण्णत्ता सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // तेसु णं हयकंठएसु जाव उसभकंठएसु दो दो पुष्फचंगेरीओ, एवं मल्लगंधवष्णचुण्णवत्थाभरणचंगेरीओ सिद्धत्थचंगेरीओ लोमहत्थचंगेरीओ सव्वरयणामईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ॥ तासु णं पुष्फचंगेरीसु जाव लोमहत्थचंगेरीसु दो दो पुप्फपडलाइं जाव लो० सव्वरयणामयाइं जाव पडिरूवाइं // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो सीहासणाइं पण्णत्ताई, तेसि णं सीहासणाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते तहेव जाव पासाईया 4 // तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो रुप्पछदाछत्ता पण्णत्ता, ते णं छत्ता वेरुलियभिसंतविमलदंडा जंबूणयकण्णियावइरसंधी मुत्ताजालपरिगया अट्ठसहस्सवरकंचणसलागा दद्दरमलयसुगंधी सव्वोउयसुरभिसीयलच्छाया मंगलभत्तिचित्ता चंदागारोवमा वट्टा। तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो चामराओ पण्णत्ताओ, ताओ णं चामराओ (चंदप्पभवइरवेरुलियणाणामणिरयणखचियदंडा) णाणामणिकणगरयणविमलमहरिहतवणिज्जुजलविचित्तदंडाओ चिल्लियाओ संखककुंददगरयअमयमहियफेणपुंजसण्णिगासाओ सुहुमरययदीहवालाओ सव्वरयणामयाओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ॥ तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो दो तिल्लसमुग्गा कोट्ठसमुग्गा पत्तसमुग्गा चोयसमुग्गा तयरसमुग्गा एलासमुग्गा हरियालसमुग्गा हिंगुलुयसमुग्गा मणोसिलासमुन्गा अंजणसमुग्गा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा // 131 // विजए णं दारे अट्ठसयं चक्कझयाणं अट्ठसयं गिज्झयाणं अट्ठसयं गरुडज्झयाणं अट्ठसयं विगज्झयाणं (अट्ठसयं रुरुयज्झयाणं) अट्ठसयं छत्तज्झयाणं अट्ठसयं पिच्छज्झयाणं अट्ठसयं सउणिज्झयाणं अट्ठसयं सीहज्झयाणं अट्ठसयं उसभज्झयाणं अट्ठसयं सेयाणं Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 204 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउविसाणाणं णागवरकेऊणं एवामेव सपुव्वावरेणं विजयदारे आसीयं केउसहरसं भवइत्ति मक्खायं // विजए णं दारे णव भोमा पण्णत्ता, तेसि णं भोमाणं अंतो बहुसमरमणिजा भूमिभागा पण्णत्ता जाव मणीणं फासो, तेसि णं भोंमाणं उम्पिं उल्लोया पउमलया जाव सामलयाभत्तिचित्ता जाव सव्वतवणिजमया अच्छा जाव पडिरूवा, तेसि णं भोमाणं बहुमज्झदेसभाए जे से पंचमे भोम्मे तस्स णं भोमस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं सीहासणे पण्णत्ते, सीहासणवण्णओ विजयदूसे जाव अंकुसे जाव दामा चिट्ठति, तस्स णं सीहासणस्स अवरुत्तरेणं उत्तरेणं उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स चउण्हं सामाणियसहस्साणं चत्तारि भद्दासणसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तस्स णं सीहासणस्स पुरच्छिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स चउण्हं अग्गमहिसणं सपरिवाराणं चत्तारिं भद्दासणा पण्णत्ता, तस्स णं सीहासणस्स दाहिणपुरस्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स अभितरियाए परिसाए अहण्हं देवसाहस्सीणं अट्ठ भद्दासणसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तस्स णं सीहासणस्स दाहिणेणं विजयस्स देवस्स मज्झिमियाए परिसाए दसण्हं देवसाहसीण दस भद्दासणसाहरसीओ पण्णत्ताओ, तस्स णं सीहासणस्स दाहिणपच्चत्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स बाहिरियाए परिसाए बारसण्हं देवसाहस्सीणं बारस भद्दासणसाहस्सीओ पण्णत्ताओ॥ तस्स णं सीहासणस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स सत्तण्हं अणियाहिवईणं सत्त भद्दासणा पण्णत्ता, तस्स णं सीहासणस्स पुरस्थिमेणं दाहिणेणं पच्चत्थिमेणं उत्तरेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीणं सोलस भद्दासणसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तंजहा-पुरथिमेणं चत्तारि साहस्सीओ, एवं चउसुवि जाव उत्तरेणं चत्तारि साहस्सीओ, अवसेसेसु भोमेसु पत्तेयं पत्तेयं भद्दासणा पण्णत्ता / 132 // विजयस्स णं दारस्स उवरिमागारा सोलसविहेहिं रयणेहिं उवसोभिया, तंजहारयणेहिं वयरेहिं वेरुलिएहिं जाव रिटेहिं // विजयस्स णं दारस्स उम्पिं बहवे अट्ठमंगलगा पण्णत्ता, तंजहा-सोत्थियसिविच्छ जाव दप्पणा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / विजयस्स णं दारस्स उप्पिं बहवे कण्हचामरज्झया जाव सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा। विजयस्स णं दारस्स उप्पिं बहवे छत्ताइच्छ्त्ता तहेव // 133 // से केणद्वेणं भंते ! एवं बुच्चइ-विजए दारे 21 गोयमा ! विजए णं दारे विजए णामं देवे महिड्ढिए महज्जुईए जाव महाणुभावे पलिओवमट्टिईए परिवसइ, से णं तत्थ चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं चउण्हं अग्गमहिसीणं सपरि Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 205 वाराणं तिण्हं परिसाणं सत्तण्हं अणियाणं सत्तण्हं अणियाहिवईणं सोलसण्हं आयरक्खदेवसाहस्सीणं विजयस्स णं दारस्स विजयाए रायहाणीए अण्णेसिं च बहूणं विजयाए रायहाणीए वत्थव्वगाणं देवाणं देवीण य आहेवच्चं जाव दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणे विहरइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-विजए दारे विजय दारे, अदुत्तरं च णं गोयमा ! विजयस्स णं दारस्स सासए णामधेजे पण्णत्ते जण्ण कयाइ (णासी ण कयाइ) णत्थि ण कयाइ ण भविस्सइ जाव अवट्ठिए णिच्चे विजए दारे // 134 // कहि णं भंते ! विजयस्स देवस्स विजया णाम रायहाणी पण्णत्ता ? गोयमा ! विजयस्स णं दारस्स पुरथिमेणं तिरियमसंखेजे दीवसमुद्दे वीइवइत्ता अण्णमि जंबुद्दीवे दीवे बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं विजयस्स देवस्स विजया णाम रायहाणी प०, बारस जोयणसहस्साई आयामविक्खंभेणं सत्ततीसजोयणसहस्साहं णव य अडयाले जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं प० // सा णं एगेणं पागारेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता // से णं पागारे सत्ततीसं जोयणाई अद्धजोयणं च उड्ढे उच्चत्तेणं मूले अद्धतेरस जोयणाई विक्खंभेणं मज्झेत्थ सक्कोसाइं छजोयणाइं विखंभेणं उप्पिं तिण्णि सद्धकोसाइं जोयणाई विक्खंभेणं मूले विच्छिण्णे मज्झे संखित्ते उप्पिं तणुए बाहिं वट्टे अंतो चउरंसे गोपुच्छसंठाणसंठिए सव्वकणगामए अच्छे जाव पडिरूवे // से णं पागारे णाणाविहपंचवणेहिं कविसीसएहिं उवसोभिए, तंजहा-किण्हेहिं जाव सुकिल्लेहिं / / ते णं कविसीसगा अद्धकोसं आयामेणं पंचधणुसयाई विक्खंभेणं देसूणमद्धकोसं उड्ढं उच्चत्तेणं सव्वमणिमया अच्छा जाव पडिरूवा // विजयाए णं रायहाणीए एगमेगाए बाहाए पणुवीसं पणुवीसं दारसयं भवतीति मक्खायं // ते णं दारा बावटि जोयणाई अद्धजोयणं च उड्ढे उच्चत्तेणं एकतीसं जोयणाई कोसं च विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणगथूभियागा ईहामिय० तहेव जहा विजए दारे जाव तवणिजवालुयपत्थडा सुहफासा सस्सि(म)रीया सुरुवा पासाईया 4 / तेसि णं दाराणं उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो चंदणकलसपरिवाडीओ पण्णत्ताओ तहेव भाणियव्यं जाव वणमालाओ // तेसि णं दाराणं उभओ पासिं दुहओ णिसीहियाए दो दो पगंठगा पण्णत्ता, ते पण पगंठगा एकतीसं जोयणाई कोसं च आयामविक्खंभेणं पण्णरस जोयणाई अड्ढाइजे कोसे बाहल्लेणं पण्णत्ता सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा / / तेसिणं पगंठगाणं उप्पिं पत्तेयं 2 पासायवडिंसगा पण्णत्ता // ते णं पासायवसिगा एव.तसं Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 206 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जोयणाई कोसं च उड्ढं उच्चत्तेणं पण्णरस जोयणाई अड्ढाइजे य कोसे आयामविक्खंभेणं सेसं तं चेव जाव समुनगया णवरं बहुवयणं भाणियव्यं / विजयाए.णं रायहाणीए एगमेगे दारे अट्ठसयं चक्कज्याणं जाव अहसयं सेयाणं चउविसाणाणं णागवरकेऊणं, एवामेव सपुव्वावरेणं विजयाए रायहाणीए एगमेगे दारे आसीयं 2 केउसहस्सं भवतीति मक्खायं / विजयाए णं रायहाणीए एगमेगे दारे (तेसि णं दाराणं पुरओ) सत्तरस भोमा पण्णत्ता, तेसि णं भोमाणं (भूमिभागा) उल्लोया (य) पउमलया०भत्तिचित्ता / तेसि णं भोमाणं बहुमज्झदेसभाए जे ते णवमणवमा भोमा तेसि णं भोमाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तय पत्तेयं सीहासणा पण्णत्ता, सीहासणवण्णओ जाव दामा जहा हेट्ठा, एत्थ णं अवसेसेसु भोमेसु पत्तेयं 2 भद्दासणा पण्णत्ता।तेसिणं दाराणं उत्तिमंगा(उर्वरिमा गारा सोलसविहेहिं रयणेहिं उवसोहिया तं चेव जाव छत्ताइछ्त्ता, एवामेव पुव्वावरेण विजयाए रायहाणीए पंच दारसया भवंतीति मक्खाया // 135 / / विजयाए णं रायहाणीए चउद्दिसिं पंचजोयणसयाई अबाहाए एत्थ णं चत्तारि वणसंडा पण्णत्ता, तंजहा–असोगवणे सत्तवण्णवणे चंपगवणे चूयवणे, पुरत्थिमेणं असोगवणे दाहिणेणं सत्तवण्णवपो पच्चत्थिमेणं चंपगवणे उत्तरेणं चूयवणे // ते णं वणसंडा साइरेगाई. दुवालस जोयणसहस्साई आयामेणं पंच जोयणसयाई विक्वंमेणं पण्णत्ता पत्तेयं पत्तेयं पागारपरिक्खित्ता किण्हा किण्होभासा वणसंडवण्णओ भाणियव्वो जाव बहवे वाणमंतरा देवा य देवीओ य आसयंति सयंति चिट्ठति णिसीयंति तुयटॅति रमंति ललंति कीलंति मोहंति पुरापोराणाणं सुचिण्णाणं सुपरिकंताणं सुभाणं कम्माणं कडाणं कल्लाणं फलवित्तिविसेसं पच्चणुभवमाणा विहरंति // तेसि णं वणसंडाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं पासायवडिंसगा पण्णत्ता, ते णं पासायवडिंसगा बावदि जोयणाई अद्धजोयणं च उड्ढे उच्चत्तण एक्कतीसं जोयणाई कोसं च आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गयमूसिया तहेव जाव अंतो बहुसमरमणिज्जा भूभिभागा पण्णत्ता उल्लोया पउम० भत्तिचित्ता भाणियव्वा, तेसि णं पासायवडिंसगाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं सीहासणा पण्णत्ता वण्णावासो सपरिवारा, तेसि णं पासायवडिंसगाणं उप्पिं बहवे अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता। तत्थ णं चत्तारि देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया परिवसंति, तंजहा-असोए सत्तवण्णे चंपए चूए // तत्थ णं ते साणं साणं वणसंडाणं साणं साणं पासायवडिंसयाणं साणं साणं सामाणियाणं साणं Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 207 साणं अग्गमहिसीणं साणं साणं परिसाणं साणं साणं आयरवखदेवाणं आहेवच्चं जाव विहरति / विजयाए णं रायहाणीए अंतो बहुसमरमणिजे भूभिभागे पण्णत्ते जाव पंचवण्णेहिं मणीहिं उवसोहिए तणसद्दविहूणे जाव देवा य देवीओ य आसयंति जाव विहरति / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूभिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं उवयारियालयणे पण्णत्ते बारस जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं तिण्णि जोयणसहस्साइं सत्त य पंचाणउए जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवणं अद्धकोसं बाहल्लेणं सव्वजंबूणयामएणं अच्छे जाव पडिरूवे / से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेणं वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खिते पउमवरवेइयाए वण्णओ वणसंडवण्णओ जाव विहरंति, से णं वणसंडे देसूणाई दो जोयणाई चक्कवालविक्खंभेणं उवयारियालयणसमपरिक्खेवेणं / तस्स.णं उवयारियालयणस्स चउद्दिसिं चत्तारि तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता, वण्णओ, तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं तोरणा पण्णत्ता छत्ताइछत्ता / तस्स णं उवयारियालयणस्स उप्पिं बहुसमरमणिजे भूभिभागे पण्णत्ते जाव मणीहिं उवसोभिए मणिवण्णओ, गंधरसफासो, तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं मूलपासायवडिंसए पण्णत्ते, से णं पासायवडिंसए बावहिँ जोयणाइं अद्धजोयणं च उड्ढे उच्चत्तेणं एकतीसं जोयणाई कोसं च आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गयमूसियप्पहसिए तहेव, तस्स णं पासायवडिंसगस्स अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणिफासे उल्लोए / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूभिभागस्स बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया पण्णत्ता, सा य एगं जोयणमायामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमंणिमई अच्छा सण्हा जाव पडिरूवा / तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं एगे महं सीहासणे पण्णत्ते, एवं सीहासणवण्णओ सपरिवारो, तस्स णं पासायवडिंसगस्स उप्पिं बहवे अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता। सेणं पासायवडिसए अण्णेहिं चउहिं तदधुच्चत्तप्पमाणमेत्तेहिं पासायवडिसएहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, ते णं पासायवडिंसगा एकतीसं जोयणाई कोसं च उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धसोलसजोयणाई अद्धकोसं च आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गय० तहेव, तेसि णं पासायवडिंसयाणं अंतो बहुसमरमणिजा भूमिभागा उल्लोया // तेसि णं बहुसमरमणिजाणं भूमिभागाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं सीहासणं पण्णत्तं, वण्णओ, तेसिं परिवारभूया बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं 2 भद्दासणा पणत्ता, तेसिणं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता / ते ण पासायवडिंसगा Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 208 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अण्णेहिं चउहिं चउहिं तदधुञ्चत्तप्पमाणमेत्तेहिं पासायवडेंसएहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता / ते णं पासायवडेंसगा अद्धसोलसजोयणाइं अद्धकोसं च उड्ढे उच्चतेणं देसूणाई अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गय० तहेव, तेसि णं पासायवडेंसगाणं अंतो बहुसमरमणिजा भूमिभागा उल्लोया, तेसि णं बहुसमरमणिजाणं भूमिभागाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं पउमासणा पण्णत्ता, तेसि णं पासायाणं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता / ते णं पासायवडेंसगा अण्णेहिं चउहिं तदधुचत्तप्पमाणमेत्तेहिं पासायवडेंसएहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता / ते णं पासायवडेंसगा देसूणाई अट्ठ जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं देसूणाई चत्तारि जोयणाई आयामविक्खभेणं अब्भुग्गय० भूभिभागा उल्लोया भद्दासणाई उवरिं मंगलगा झया छत्ताइछत्ता // 136 // तस्स णं मूलपासायवडेंसगस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स सभा सुहम्मा पण्णत्ता अद्धतेरसजोयणाई आयामेणं छ सक्कोसाइं जोयणाई विक्खंभेणं णव जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं, अणेगखंभसयसंणिविट्ठा अब्भुग्गयसुकयवइरवेइया तोरणवररइयसालभंजिया सुसिलिट्ठविसिट्ठलट्ठसंठियपसत्थवेरुलियविमलखंभा णाणामणिकणगरयणखइयउजलबहुसमसुविभत्तचित्त (णिचिय) रमणिजकुट्टिमतला ईहामियउसभतुरगणरमगरविहगवालगकिण्णररुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ता थंभुग्गयवइरवेइयापरिगयाभिरामा विजाहरजमलजुयलजंतजुत्ताविव अच्चिसहस्समालणीया रूवगसहस्सकलिया भिसमाणी भिब्भिसमाणी चक्खुल्लोयणलेसा सुहफासा सस्सिरीयरूवा कंचणमणिरयणथूभियागा णाणाविहपंचवण्णधंटापडागपरिमंडियग्गसिहरा धवला मिरीइकवयं विणिम्मुयंती लाउलोइयमहिया गोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितला उवचियचंदणकलसा चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागा आसत्तोसत्तविउलवट्ठवग्धारियमल्लदामकलावा पंचवण्णसरससुरभिमुक्कपुष्फपुंजोवयारकलिया कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमधेतगंधुडुयाभिरामा सुगंधवरगंधिया गंधवट्टिभूया अच्छरगणसंघसंविकिण्णा दिव्वतुडियमहुरसद्दसंपणाइया सुरम्मा सव्वरयणामई अच्छा जाव पडिरूवा / तीसे णं सुहम्माए सभाए तिदिसिं तओ दारा पण्णत्ता तंजहा पुरत्थिमेणं दाहिणेणं उत्तरेणं / ते णं दारा पत्तेयं पत्तेयं दो दो जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं एगं जोयणं विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणगथूभियागा जाव वणमालादारवण्णओ // तेसि णं दाराणं पुरओ मुहमंडवा पण्णत्ता, ते णं मुहमंडवा अद्धतेरसजोयणाई आयामेणं छजोयणाई सक्कोसाइं विक्खंभेणं साइरेगाई Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 206 दो जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं मुहमंडवा अणेगखंभसयसंणिविट्ठा जाव उल्लोया भूमिभागवण्णओ // तेसि णं मुहमंडवाणं उवरि पत्तेयं पत्तेयं अट्ठ मंगलगा पण्णत्ता सोत्थिय जाव मच्छ० // तेसि णं मुहमंडवाणं पुरओ पत्तेयं पत्तेयं पेच्छाघरमंडवा पण्णता, ते णं पेच्छाघरमंडवा अद्धतेरसजोयणाई आयामेणं जाव दो जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं जाव मणिफासो // तेसि णं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं वइरामयअक्खाडगा पण्णत्ता, तेसि णं वइरामयाणं अक्खाडगाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं 2 मणिपीढिया पण्णत्ता, ताओ णं मणिपीढियाओ जोयणमेगं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ / / तासि णं मणिपीढियाणं उप्पिं पत्तेयं पत्तेयं सीहासणा पण्णत्ता, सीहासणवण्णओ जाव दामा परिवारो / तेसि णं पेच्छाघरमंडवाणं उप्पिं अट्ठट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता // तेसि णं पेच्छाघरमंडवाणं पुरओ तिदिसिं तओ मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं, जोयणं बाहल्लेणं, सव्वमणिमईओ, अच्छाओ जाव पडिरूवाओ / / तासि णं मणिपेढियाणं उप्पिं पत्तेयं पत्तेयं चेइयथूभा पण्णत्ता, तेणं चेइयथूभा दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं, साइरेगाइं दो जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं सेया संखंककुंददगरयामयमहियफेणपुंजसण्णिकासा, सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / / तेसि णं चेइयथूभाणं उप्पिं अट्ठ मंगलगा बहुकिण्हचामरज्झया पण्णत्ता छत्ताइछत्ता // तेसि णं चेइय थूभाणं चउद्दिसिं पत्तेयं पत्तेयं चत्तारि मणिपेढियाओ प०; ताओ णं मणिपेढियाओ जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ। तासि णं मणिपढियाओ उप्पिं पत्तेयं पत्तेयं चत्तारि जिणपडिमाओ जिणुस्सेह पमाणमेत्ताओ पलियंकणिसण्णाओ थूभाभिमूहीओ सण्णिविट्ठाओ चिट्ठति,तंजहा-उसभा वद्धमाणा चंदाणणा वारिसेणा॥ तेसिणं चेइय थूभाणं पुरओ तिदिसिं पत्तेयं पत्तेयं मणिपेढियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं मणिपेढियाओ दो दो जोयणाई आयामविक्खंभेण जोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ लण्हाओ सहाओ घट्ठाओ मट्ठाओ णिप्पंकाओ णिरयाओ जाव पडिरूवाओ / / तासि णं मणिपेढियाणं उप्पिं पत्तेयं पत्तेयं चेइयरुक्खा पण्णत्ता; तेणं चेइयरुक्खा अट्ठ जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं अद्धजोयणं उव्वेहेणं दो जोयणाइं खंधी अद्धजोयणं विक्खंभेणं छजोयणाई विडिमा बहुमज्झदेसभाए अट्ठजोयणाई आयामविक्खंभेणं साइरेगाइं अट्ठजोयणाई सव्वग्गेणं पण्णत्ताई // तेसि णं चेइयरुक्खाणं अयमेयारूवे Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 210 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वण्णावासे पण्णत्ते; तंजहा-वइरामया मूला रययसुपइट्ठिया विडिमा रिट्ठामयविपुल-कंदवेरुलियरुइलखवा, सुजाय स्व-पढमग-विसालसाली, णाणामणिरयण-विविह-साहप्पसाहवेरुलिय-पत्ततवणिजपत्तवेंटा जंबूणयरत्तमउय-सुकुमालपवाल-पल्लव-सोभंतवरंकुरग्गसिहरा विचित्त-मणिरयण-सुरभिकुसुमफलभरणमियसाला सच्छाया सप्पभा समिरिया सउजोया अमयरससमरसफला अहियं, णयणमणणिव्बुइकरा, पासाईया दरिसणिजा अभिरूवा पडिरूवा // ते णं चेइयरुक्खा अण्णेहिं बहूहिं तिलय-लवय-छत्तोवग-सिरीस-सत्तवण्ण-दहिवण्ण लोद्धधव-चंदणणीवकुडयकयंबपणस-तालतमाल-पियालपियंगुपारावयरायरुक्खणंदिरुक्खेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता // ते णं तिलया जाव णंदिरुक्खा, मूलवंतो कंदमंतो जाव सुरम्मा // ते णं तिलया जाय णंदिरुक्खा अण्णेहिं बहूहिँ पउमलयाहिं जाव सामलयाहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, ताओणं पउमलयाओ जाव सामलयाओ णिच्चं कुसुमियाओ जाव पडिरूवाओ। तेसिणं चेइयरुक्खाणं उप्पिं बहवे अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछ्त्ता।तेसिणं चेइयरुक्खाणं पुरओ तिदिसिं तओमणिपेढियाओ प०, ताओ णं मणिपेढियाओ जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ॥ तासि णं मणिपेढियाणं उप्पिं पत्तेयं पत्तेयं महिंदज्झया अट्ठमाइं जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धकोसं उब्वेहेणं अद्धक्कोसं विक्खभेणं वइरामयवट्टलट्ठसंठियसुसिलिट्ठपरिघट्टमट्ठसुपइट्ठिया विसिट्ठा अणेगवरपंचवण्णकुडभीसहस्सपरिमंडियाभिरामा वाउ यविजयवेजयंतीपडागा छत्ताइछत्तकलिया तुंगा गगणतलमभिलंघमाणसिहरा पासाईया जाव पडिरूवा // तेसि णं महिंदज्झयाणं उप्पिं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता।तेसिणं महिंदज्झयाणं पुरओ तिदिसिं तओ णंदाओ पुक्खरिणीओप० ताओ णं पुक्खरिणीओ अद्धतेरसजोयणाइं आयामेणं सक्कोसाई छ जोयणाई विक्खंभेणं दसजोयणाई उव्वेहेणं अच्छाओ सण्हाओ पुक्खरिणीवण्णओ पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिक्खित्ताओ पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ताओ वण्णओ जाव पडिरूवाओ। तेसि णं पूक्खरिणीणं पत्तेयं 2 तिदिसिं तिसोवाणपडिरूवगा प०, तेसि णं तिसोवाणपडिरूवगाणं वण्णओ, तोरणा भाणियव्वा जावं छत्ताइच्छत्ता / सभाए णं सुहम्माए छ मणोगुलियासाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तंजहापुरस्थिमेणं दो साहस्सीओ पचत्थिमेणं दो साहस्सीओ दाहिणेणं एगसाहस्सी उत्तरेणं एगा साहस्सी, तासु णं मणोगुलियासु बहवे सुवण्णरुप्पामया फलगा पण्णत्ता, Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 211 तेसु णं सुवण्णरुप्पामएसु फलगेसु बहवे वइरामया णागदंतगा पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसु णागदंतएसु बहवे किण्हसुत्तवट्टवग्धारियमल्लदामकलावा जाव सुकिल्लसुत्तवट्टवग्नारियमल्लदामकलावा, ते णं दामा तवणिजलंबूसगा जाव चिट्ठति / सभाए णं सुहम्माए छ गोमाणसीसाहस्सीओ पण्णत्ताओ तंजहा-पुरस्थिमेणं दो साहस्सीओ, एवं पञ्चत्थिमेणवि दाहिणेणं सहस्सं एवं उत्तरेणवि, तासु णं गोमाणसीसु बहवे सुवण्णरुप्पमया फलगा प० जाव तेसु णं वइरामएसु णागदंतएसु बहवे रययामया सिक्कया पण्णत्ता, तेसु णं रययामएसु सिक्कएसु ब० वेरुलियामईओधूवघडियाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं धूवघडियाओ कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्क जाव घाणमणणिव्वुइक रेणं गंधेणं सबओ समंता आपूरेमाणीओ चिटुंति / सभाए णं सुहम्माए अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणीणं फासो उल्लोया पउमलयभत्तिचित्ता जाव सव्वतवणिजमए अच्छे जाव पडिरूवे // 137 // तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया प०, सा णं मणिपेढिया दो जोयणाई आयामविक्खभेणं जोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमई जाव पडिरूवा / / तीसे णं मणिपेढियाए उम्पिं एत्थ णं माणवए णामं चेइयखंभे पण्णत्ते अद्धढमाई जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं अद्धकोसं उव्वेहेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं छकोडीए छलंसे छविग्गहिए वइरामयवट्टलहसंठिए एवं जहा महिंदज्झयस्स वण्णओ जाव पासाईए॥ तस्स णं माणवकस्स चेइयखभस्स उवरि छक्कोसे ओगाहित्ता हेट्ठा वि छक्कोसे वजेत्ता मज्झे अद्धपंचमेसु जोयणेसु एत्थ णं बहवे सुवण्णरुप्पमया फलगा पण्णत्ता, तेसु णं सुवण्णरुप्पमएसु फलएसु बहवे वइरामया णागदंता पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसु णागदंतएतु बहवे रययामया सिक्कगा पण्णत्ता // तेसु णं रययामयसिक्कएसु बहवे वइरामया गोलवट्टसमुग्गका पण्णत्ता, तेसु णं वइरामएसुगोलवदृसमुग्गएसु बहवे जिणसकहाओ संणिक्खित्ताओ चिटुंति, जाओ णं विजयस्स देवस्स अण्णेसिं च बहूणं वाणमंतराणं देवाण य देवीण य अचणिजाओ वंदणिज्जाओ पूयणिजाओ सक्कारणिजाओ सम्माणणिजाओ कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासणिजाओ। माणवस्स णं चेइयखभस्स उवरिं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता // तस्स णं माणवकस्स चेइयखभस्स पुरच्छिमेणं एत्थ णं एगा महामणिपेढिया प०, सा णं मणिपेढिया दो जोयणाई आयामविक्खभेणं जोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमई जाव पडिरूवा // तीसे ण मणिपेढियाए उप्पिं एत्थ णं एगे महं सीहासणे पण्णत्ते, सीहा Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 212 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सणवण्णओ // तीसे णं विदिसाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया प. जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा ॥'तीसे णं मणिपेढियाए उप्पिं एत्थ णं एगे महं देवसयणिज पण्णत्ते, तस्स णं देवसयणिजस्स अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-णाणामणिमया पडिपाया सोवणिया पाया णाणामणिमया पायसीसा जंबूणयमयाइं गत्ताई वइरामया संधी णाणामणिमए चिच्चे स्ययामया तूली लोहियक्खमया बिब्बोयणा तवणिजमई गंडोवहाणिया, से णं देवसयणिजे उभओ बिब्बोयणे दुहओ उण्णए मझेणयगंभीरे सालिंगणवट्टिए गंगापुलिणवालुउद्दालसालिसए ओयवियक्खोमदुगुल्लपट्टपडिच्छायणे सुविरह. यरयत्ताणे रत्तंसुयसंवुए सुरम्मे आईणगरूयबूरणवणीयतूलफासमउए पासाईए 4 // तस्स णं देवसयणिजस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं महई एगा मणिपीढिया पण्णत्ता जोयणमेगं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा // तीसे णं मणिपीढियाए उप्पिं एगे महं खुड्डए महिंदज्झए पण्णत्ते अट्ठमाइं जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं अद्धकोसं. उव्वेहेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं वेरुलियामयवट्टलट्ठसंठिए तहेव जाव मंगलगा झया छत्ताइछत्ता // तस्स णं खुड्डमहिंदज्झयस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं विजयस्स देवस्स चुप्पालए णाम पहरणकोसे पण्णत्ते // तत्थ णं विजयस्स देवस्स फलिहरयणपामोवला बहवे पहरणरयणा संणिक्खित्ता चिटुंति, उज्जलसुणिसियसुतिक्खधारा पासाईया 4 // तीसे णं सभाए सुहम्माए उप्पिं बहवे अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछत्ता // 138 / सभाए णं सुहम्माए उत्तरपुरथिमेणं एत्थणं एगे महं सिद्धायतणे पण्णत्ते अद्धतेरस जोयणाई आयामेणं छ जोयणाई सकोसाई विक्खंभेणं णवजोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं जाव गोमाणसिया वत्तव्वया जा चेव सभाए सुहम्माए वत्तव्वया सा चेव णिरवसेसा भाणियव्वा तहेव दारा मुहमंडवा पेच्छाघरमंडवा झया थूभा चेइयरुवखा महिंदज्झया गंदाओ पुक्खरिणीओ, तओ य सुहम्माए जहा पमाणं मणगुलियाणं गोमाणसिया धूवयघडिओ तहेव भूमिभागे उल्लोए य जाव मणिफासे // तस्स णं सिद्धायतणस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया पण्णत्ता दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं जोयणं बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा०, तीसे णं मणिपेढियाए उप्पिं एत्थ णं एगे महं देवच्छंदए पण्णत्ते दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं साइरेगाइं दो जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं सव्वरयणामए अच्छे // तत्थ णं देवच्छंदए Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 213 अट्ठसयं जिणपडिमाणं जिणुस्सेहप्पमाणमेत्ताणं संणिक्खित्तं चिट्ठइ / तासि णं जिणपडिमाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-तवणिजमया हत्थतला अंकामयाई णक्खाई अंतोलोहियक्खपरिसेयाई कणगामया पादा कणगामया गोष्फा कणगामईओ जंघाओ कणगामया जाणू कणगामया उरू कणगामयाओ गायलट्ठीओ तवणिजमईओ णाभीओ रिट्ठामईओ रोमराइओ तवणिजमया चुच्चुया तवणिजमया सिरिवच्छा कणगमयाओ बाहाओ कणगमईओ पासाओ कणगमईओ गीवाओ रिट्ठामए मंसु सिलप्पवालमया उट्ठा फलिहामया दंता तवणिजमईओ जीहाओ तवणिजमया तालुया कणगमईओ णासाओ, अंतोलोहियक्खपरिसेयाओ अंकामयाइं अच्छीणि अंतोलोहियक्खपरिसेयाई पुलगमईओ दिट्ठीओ रिट्ठामईओ तारगाओ रिट्ठामयाई अच्छिपत्ताई रिट्ठामईओ भमुहाओ कणगामया कवोला कणगामया सवणा कणगामया णिडाला वट्टा वइरामईओ सीसघडिओ तवणिजमईओ केसंतकेसभूमीओ रिट्ठामया उवरिमुद्धज्जा / तासि णं जिणपडिमाणं पिट्ठओ पत्तेयं पत्तेयं छत्तधारपडिमाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं छत्तधारपडिमाओ हिमरययकुंदेंदुसप्पगासाइं सकोरेंटमल्लदामधवलाई आतपत्ताइं सलीलं ओहारमाणीओ चिटुंति // तासि णं जिणपडिमाणं उभओ पासिं पत्तेयं पत्तेयं चामरधारपडिमाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं चामरधारपडिमाओ चंदप्पहवइरवेरुलियणाणामणिकणगरयणविमलमहरिहतवणिज्जुजलविचित्तदंडाओ चिल्लियाओ संखककुंददगरयअमयमहितफेणपुंजसण्णिगासाओ सुहुमरययदीहवालाओ धवलाओ चामराओ सलीलं ओहारेमाणीओ चिट्ठति / / तासि णं जिणपडिमाणं पुरओ दो दो णागपडिमाओ दो दो जक्खपडिमाओ दो दो भूतपडिमाओ दो दो कुंडधारपडिमाओ विणओणयाओ पायवडियाओ पंजलिउडाओ संणिक्खित्ताओ चिट्ठति सव्वरयणामईओ अच्छाओ सहाओ लण्हाओ घट्ठाओ मट्ठाओ णीरयाओ णिप्पंकाओ जाव पडिरूवाओ // तासि णं जिणपडिमाणं पुरओ अट्ठसयं घंटाणं अट्ठसयं चंदणकलसाणं एवं अट्ठसयं भिंगारगाणं एवं आयंसगाणं थालाणं पाईणं सुपइट्टाणं मणगुलियाणं वायकरगाणं चित्ताणं रयणकरंडगाणं हयकंठगाणं जाव उसमकंठगाणं पुप्पाचंगेरीणं जाव लोमहत्थचंगेरीणं पुप्फपडलगाणं अट्ठसयं तेलसमुग्गाणं जाव धूवकडुच्छुयाणं संणिक्खित्तं चिट्ठइ॥ तस्सणं सिद्धायतणस्स णं उप्पिं बहवे अट्ठ मंगलगा झया छत्ताइछत्ता उत्तिमागारा सोलसविहेहिं रयणेहिं उवसोभिया तं जहा-रयणेहिं जाव Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 214 अनंगपविट्ठसुत्ताणि रिटेहिं // 139 // तस्स णं सिद्धायतणस्स णं उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं एगा महं उववायसभा पण्णत्ता जहा सुहम्मा तहेव जावगोमाणसीओ उववायसभाए वि दारा मुहमंडवा सव्वं भूमिभागे तहेव जाव मणिफासो (सुहम्मासभावत्तव्यंया भाणियव्वा जाव भूमीए फासो) // तस्स णं बहुसममरणिजस्स भूभिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया पण्णत्ता जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहलेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा, तीसे णं मणिपेढियाए उप्पिं एत्थ णं एगे महं देवसयणिजे पण्णत्ते, तस्स णं देवसयणिजस्स वण्णओ, उववायसभाए णं उप्पिं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछ्त्ता जाव उत्तिमागारा, तीसे णं उववायसभाए उत्तरपुरथिमेणं एत्थ णं एगे महं हरए पण्णत्ते, से णं हरए अद्धतेरसजोयणाई आयामेणं छकोसाइं जोयणाई विक्खंभेणं दस जोयणाई उन्वेहेणं अच्छे सण्हे वण्णओ जहेव णंदाणं पुक्खरिणीणं जाव तोरणवण्णओ, तस्स णं हरयस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं एगा महं अभिसेयसभा पण्णत्ता जहा सभा सुहम्मातं चेव णिवसेसं जाव गोमाणसीओ भूमिभाए उल्लोए तहेव / / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया पण्णत्ता जोयणं आयामविक्खंभेणं अद्धजोयणं बाहलेणं सव्वमणिमया अच्छा० // तीसे णं मणिपेढियाए उप्पिं एत्थ णं एगे महं सीहासणे पण्णत्ते, सीहासणवण्णओ अपरिवारो // तत्थ णं विजयस्स देवस्स सुबहु अभिसेके भंडे संणिक्खित्ते चिट्ठइ, अभिसेयसभाए उप्पिं अट्ठमंगलगा जाव उत्तिमागारा सोलसविहेहिं रयणेहिं(उवंसोभिया),तीसे णं अभिसेयसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं एगा महं अलंकारियसभा पण्णत्ता अभिसेयसभावत्तव्वया भाणियव्वा जाव गोमाणसीओ मणिपेढियाओ जहा अभिसेयसभाए उप्पिं सीहासणं.(स)अपरिवारं // तत्थ णं विजयस्स देवस्स सुबहु अलंकारिए भंडे संणिक्खित्ते चिट्ठइ, अलंकारिय० उप्पिं मंगलगा झया जाव (छत्ताइछत्ता) उत्तिमागारा॥ तीसे णं अलंकारियसहाए उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं एगा महं ववसायसभा पण्णत्ता, अभिसेयसभावत्तव्वया जाव सीहासणं अपरिवारं // त(ए)त्थ णं विजयस्स देवस्स एगे महं पोत्थयरयणे संणिक्खित्ते चिट्ठइ, तस्स णं पोत्थयरयणस्स अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तेजहा-रिट्ठामईओ कंबियाओ रिययामयाइं पत्तगाई] तवणिजमए दोरे णाणामणिमए गंठी (अंकमयाई पत्ताई) वेरुलियमए लिप्पासणे तवणिजमई संकला रिट्ठामए छायणे रिट्ठामया मली वइरामई लेहणी रिट्ठामयाइं अक्खराइं धम्मिए Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 215 सत्थे ववसायसभाए णं उप्पिं अट्ठमंगलगा झया छत्ताइछ्त्ता उत्तिमागारेइ / तीसे णं ववसायसभाए उत्तरपुरस्थिमेणं एगे महं बलिपेढे पण्णत्ते दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं जोयणं बाहल्लेणं सव्वरययामए अच्छे जाव पडिरूवे // एत्थ णं तस्स णं बलिपेढस्स उत्तरपुरस्थिमेणं एगा महं गंदापुक्खरिणी पण्णत्ता जं चेव पमाणं हरयस्स तं चेव सव्वं // 140 // तेणं कालेणं तेणं समएणं विजए देवे विजयाए रायहाणीए उववायसभाए देवसयणिजंसि देवदूसंतरिए अंगुलस्स असंखेजइभागमेत्तीए बोंदीए विजयदेवत्ताए उववण्णे // तए णं से विजए देवे अहुणोववण्णमेत्तए चेव समाणे पंचविहाए पजत्तीए पजत्तीभावं गच्छइ, तंजहाआहारपजत्तीए सरीरपजत्तीए इंदियपजत्तीए आणापाणुपजत्तीए भासामणपजत्तीए॥ तए णं तस्स विजयस्स देवस्स पंचविहाए पजत्तीए पजत्तीभावं गयस्स इमे एयारूवे अज्झथिए चिंतिए पत्थिए मणोगए संकप्पे समुप्पजित्था-कि मे पुव्वं सेयं कि मे पच्छा सेयं किं मे पुव्वि करणिनं किं मे पच्छा करणिजं कि मे पुट्विं वा पच्छा वा हियाए सुहाए खेमाए णिस्सेसयाए अणुगामियत्ताए भविस्सइ त्तिकटु एवं संपेहेइ / तएणं तस्स विजयस्स देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगा देवा विजयस्स देवस्स इमं एयारूवं अज्झत्थियं चिंतियं पत्थियं मणोगयं संकप्पं समुप्पण्णं जाणित्ता जेणामेव से विजय देवे तेणामेव उवागच्छंति तेणामेव उवागच्छित्ता विजयं देवं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलि कटु जएणं विजएणं वद्धाति जएणं विजएणं वद्धावेत्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पियाणं विजयाए रायहाणोए सिद्धायतणंसि अहसयं जिणपडिमाणं जिणुस्सेहपमाणमेत्ताणं संणिविखत्तं चिट्ठा सभाए य सुहम्माए माणवए इयखंभे वइरामएसु गोलचट्टसमुग्गएसु बहूओ जिणसकहाओ सण्णिक्खित्ताओ चिटुंति जाओ णं देवाणुप्पियाणं अण्णेसिं च बहूणं विजयरायहाणिवत्थव्वाणं देवाणं देवीण य अच्चणिजाओ यंदणिजाओ पूयणिजाओ सक्कारणिजाओ सम्माणणिज्जाओ कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासणिजाओ एयण्णं देवाणुप्पियाणं पुलिपि सेयं एयण्णं देवाणुप्पियाणं पच्छावि सेयं एयण्णं देवा० पुचि करणिजं पच्छा करणिजं एयण्णं देवा० पुचि वा पच्छा वा जाव आणुगामियत्ताए भविस्सइ ति कटु महया महया जय (जय) सदं पउंजंति // तएणं से विजए देवे तेसिं सामाणियपरिसोववण्णगाणं देवाणं अंतिए एयमहें सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठ जाव हियए (तए णं से विजए देवे) देवसयणिज्जाओ अब्भु Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि ढेइ 2 ता दिव्वं देवदूसजुयलं परिहेइ 2 ता देवसयणिजाओ पच्चोरुहइ 2 त्ता उववायसभाओ पुरथिमेणं दारेणं णिग्गच्छइ 2 त्ता जेणेव हरए तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता हरयं अणुपयाहिणं करेमाणे करमाणे पुरस्थिमेणं तोरणेणं अणुप्षविसइ 2 त्ता पुरथिमिल्लेणं तिसोवाणपडिरूवएणं पच्चोरुहइ 2 त्ता हरयं ओगाहइ 2 त्ता जलावगाहणं करेइ 2 त्ता जलमजणं करेइ 2 त्ता जलकिड्डं करेइ 2 त्ता आयंते चोक्खे परमसुइभूए हरयाओ पच्चुत्तरइ 2 त्ता जेणामेव अभिसेयसभा तेणामेव उवागच्छइ 2 त्ता अभिसेयसभं अणुपयाहिणं करेमाणे पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ 2 ता जेणेव सए सीहासणे तेणेव उवागच्छइ 2 ता सीहासणवरगए पुरच्छाभिमुहे सण्णिसण्णे | तए णं तस्स विजयस्स देवस्स सामाणियपरिसोववण्णगा देवा आभिओगिए देवे सद्दावेति २.त्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! विजयस्स देवस्स महत्थं महग्धं महरिहं विउलं इंदामिसेयं उवट्ठवेह // तए णं ते आमिओगिया देवा सामाणियपरिसोववण्णेहिं एवं वुत्ता समाणा हट्टतुट्ठ जाव हियया करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु एवं देवा तहत्ति आणाए विणएणं वयणं पडिसुणंति २त्ता उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवक्कमंति 2 त्ता वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता संखेजाइं जोयणाई दंड णिसरंति तं०-रयणाणं जाव रिट्ठाणं, अहाबायरे पोग्गले परिसाउंति २त्ता अहासुहमे पोग्गले परियायंति २त्ता दोच्चपि वेउब्वियसमुग्घाएणं समोहणंति 2 त्ता अट्ठसहस्सं सोवणियाणं कलसाणं अहसहस्सं रुप्पामयाणं कलसाणं अट्ठसहस्सं मणिमयाणं अट्ठसहस्सं सुवण्णरुप्पामयाणं अट्ठसहस्सं सुवण्णमणिमयाणं अट्ठसहस्सं रुप्पामणिमयाणं असहस्सं भोमेजाणं अट्ठसहस्सं भिंगारगाणं एवं आयंसगाणं थालाणं पाईणं सुपइगाणं चित्ताणं रयणक. रंडगाणं पुष्फचंगेरीणं जाव लोमहत्थचंगेरीणं पुप्फपडलगाणं जाव लोमहत्थगपङलगाणं अट्ठसयं सीहासणाणं छत्ताणं चामराणं अवपडगाणं बगाणं तवसिप्पाणं खोरगाणं पीणगाणं तेल्लसमुग्गयाणं अट्ठसयं धूवकडुच्छुयाणं विउव्वंति ते साभाविए विउविए य कलसे य जाव धूवकडुच्छए य गेण्हंति गेण्हित्ता विजयाओ रायहाणीओ पडिणिक्खमंति 2 ता ताए उक्किठाए जाव उद्धृयाए दिव्वाए देवगईए तिरियमसंखेजाणं दीवसमुद्दाणं मझमज्झेणं वीईवयमाणा 2 जेणेव खीरोए समुद्दे तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता खीरोदगं गिण्हंति गिण्हित्ता जाई तत्थ उप्पलाई जाव सयसहस्सपत्ताई ताई गिण्हंति 2 त्ता जेणेव पुक्खरोदे समुद्दे तेणेव उवा Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 217 गच्छंति 2 त्ता पुक्खरोदगं गेण्हंति पुक्खरोदगं गिण्हित्ता जाई तत्थ उप्पलाई जाव सयसहस्सपत्ताई ताई गिण्हंति 2 त्ता जेणेव समयखेत्ते जेणेव भरहेरवयाई वासाइं जेणेव मागहवरदामपभासाइं तित्थाई तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता तित्थोदगं गिण्हंति 2 त्ता तित्थमट्टियं गेण्हंति 2 ता जेणेव गंगासिंधुरत्तारत्तवईसलिला तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सरिओदगं गेण्हंति 2 त्ता उभओ तडमट्टियं गेहंति गेण्हित्ता जेणेव चुल्लहिमवंतसिहरिवासहरपव्वया तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छ्त्तिा सव्वतुवरे य सव्वपुप्फे य सव्वगंधे य सव्यमल्ले य सव्वोसहि सिद्धत्थए य गिण्हंति सव्वोसहि सिद्धत्थए गिण्हित्ता जेणेव पउमद्दहपुंडरीयद्दहा तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता दहोदगं गेण्हंति 2 त्ता जाइं तत्थ उप्पलाइं जाव सयसहस्सपत्ताई ताई गेण्हंति ताई गिण्हित्ता जेणेव हेमवयहेरण्णवयाइं वासाई जेणेव रोहियरोहियंससुवण्णकूलरुप्पकूलाओ तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सलिलोदगं गेण्हंति 2 त्ता उभओ तडमट्टियं गिण्हंति गेण्हित्ता जेणेव सद्दावाहमालवंतपरियागा वट्टवेयड्दपव्वया तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सव्वतुवरे य जाव सव्वोसहिसिद्धत्थए य गेण्हंति सव्वोसहि सिद्धत्थए गेण्हित्ता जेणेव महाहिमवंतरुप्पिवासहरपव्वया तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सव्वपुप्फे तं चेव जेणेव महापउमद्दहमहापुंडरीयदहा तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता जाई तत्थ उप्पलाइं तं चेव जेणेव हरिवासे रम्मावासेति जेणेव हरकांतहरिकंतणरकंतणारिकताओ सलिलाओ तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सलिलोदगं गेण्हंति सलिलोदगं गेण्हित्ता जेणेव वियडावइगंधावइवट्टवेयड्ढपव्वया तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सव्वपुप्फे यतंचेव जेणेव णिसहणीलवंतवासहरपव्वया तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सव्वतुवरे य तहेव जेणेव तिगिच्छिदहकेसरिदहा तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता जाई तत्थ उप्पलाई तं चेव जेणेव पुव्वविदेहावरविदेहवासाइं जेणेव सीयासीओयाओ महाणईओ जहा णईओ जेणेव सब्वचक्कवट्टिविजया जेणेव सव्वमागहवरदामपभासाई तित्थाई तहेव जहेव जेणेव सव्ववक्खारपव्वया सव्वतुवरे य जेणेव सव्वंतरणइओ सलिलोदगं गेहंति 2 त्ता तं चेव जेणेव मंदरे पव्वए जेणेव भद्दसालवणे तेणेव उवागच्छंति सव्वतुवरे य जाव सव्वोसहि सिद्धत्थए य गिण्हंति 2 त्ता जेणेव गंदणवणे तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता सव्वतुवरे जाव सव्वोसहिसिद्धत्थे य सरसं च गोसीसचंदणं गिण्हंति 2 त्ता जेणेव सोमणसवणे तेणेव उवागच्छंति तेणेव उवागच्छित्ता सव्वतुवरे Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 218 अनंगपविट्ठसुत्ताणि / य जाव सव्वोसहि सिद्धत्थए य सरसगोसीसचंदणं दिव्वं च सुमणदामं गेहंति गेण्हित्ता जेणेव पंडगवणे तेणामेव समुवागच्छंति तेणेव समुवाग़च्छित्ता . सव्वतुवरे जाव सव्वोसहि सिद्धत्थए य सरसं च गोसीसचंदणं दिव्वं च सुमणोदामं दद्दरयमलयसुगंधिए य गंधे गेण्हंति 2 त्ता एगओ मिलंति 2 त्ता जंबुद्दीवस्स पुरथिमिल्लेणं दारेणं णिग्गच्छंति पुरथिमिल्लेणं दारेणं णिग्गच्छित्ता ताए उक्किट्ठाए जाव दिव्वाए देवगईए तिरियमसंखेजाणं दीवसमुद्दाणं मज्झंमज्झेणं वीइवयमाणा 2 जेणेव विजया रायहाणी तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता विजयं रायहाणिं अणुप्पयाहिणं करेमाणा 2 जेणेव अभिसेयसभा जेणेव विजए देवे तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कटु जएणं विजएणं वद्धावेति विजयस्स देवस्स तं महत्थं महग्यं महरिहं विउलं अभिसेयं उवट्ठवेति // तए णं तं विजयदेवं चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ चत्तारि अग्गमहिसीओ सपरिवाराओ तिण्णि परिसाओ सत्त अणिया सत्त अणियाहिवई सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीओ अण्णे य बहवे विजयरायहाणि. वत्थव्वगा वाणमंतरा देवा य देवीओ य तेहिं साभाविएहिं उत्तरवेउव्विएहि य वरकमलपइट्ठाणेहिं सुरभिवरवारिपडिपुण्णेहिं चंदणकयचच्चाएहिं आविद्धकंठेगुणेहिं पउमुप्पलपिहाणेहिं करयलसुकुमालकोमलपरिग्गहिएहिं अट्ठसहस्साणं सोवणियाणं कलसाणं रुप्पमयाणं जाव अट्ठसहस्साणं भोमेजाणं कलसाणं सव्वोदएहिं सव्वमट्टियाहिं सव्वतुवरेहिं सव्वपुप्फेहिं जाव सव्वोसहि सिद्धत्थएहिं सव्विड्डीए सव्वजुईए सव्वबलेणं सव्वसमुदएणं सव्वायरेणं सव्वविभूईए सव्वविभूसाए सव्वसंभमेणं सव्वोरोहेणं सव्वणाडएहिं सव्वपुप्फगंधमल्लालंकारविभूसाए सव्वदिव्वतुडियणिणाएणं महया इड्ढीए महया जुईए महया बलेणं महया समुदएणं महया तुरियजमगसमगपड्डप्पवाइयरवेणं संखपण्णवपडहभेरिझल्लरिखरमुहिमुरवमुयंगदुंदुहिहुडुक्क.णिन्धोससंणिणाइयरवेणं महया महया इंदाभिसेएणं अभिसिंचति // तए णं तस्स विजयस्स देवस्स महया महया इंदाभिसेयंसि वट्टमाणंसि अप्पेगइया देवा णच्चोदगंणाइमट्टियं पविरलपप्फुसियं दिव्यं सुरभि रयरेणुविणासणं गंधोदगवासं वासंति, अप्पेगइया देवा णियरयं णट्ठरयं भट्ठरयं पसंतरयं उवसंतरयं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रायहाणि सभितरबाहिरियं आसियसम्मजिओवलितं सित्तसुइसम्मट्टरत्थंतरावणवीहियं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रायहाणिं मंचाइमंचकलियं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रायहाणिं णाणाविहरागरंजियऊसियजयविजयवेजयंतीपडागाइ Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 216 पडागमंडियं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रायहाणिं लाउल्लोइयमहियं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रागोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितलं करेंति,अप्पेगइया- देवा विजयं० उवचियचंदणकलसं चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं० आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमलदामकलावं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं रायहाणि पंचवण्णसरससुरभिमुक्कपुष्फपुंजोवयारकलियं करेंति, अप्पेगइया देवा विजयं०कालागुरुपवरकुंदुरुकतुरुकधूवडझंतमघमतगंधुद्धयाभिरामं सुगंधवरगंधियं गंधवटिभूयं करेंति, अप्पगइया देवा हिरण्णवासं वासंति, अप्पेगइया देवा सुवण्णवासं वासंति, अप्पेगइया देवा एवं रयणवासं वइरवासं पुप्फवासं मल्टवासं गंधवासं चुण्णवासं वत्थवासं आहरणवासं, अप्पेगइया देवा हिरण्णविहिं भाइंति, एवं सुवण्णविहिं रयणविहिं वइरविहिं पुप्फविहि मल्लविहिं क्षुण्णविहिँ गंधविहिं वत्थविहिं आभरणविहिं भाइंति | अप्पेगइया देवा दुयं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा विलंबियं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा दुयविलंबियं णाम णविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा अंचियं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा रिभियं गट्टविहिं उवदंसेंति अ० अंचियरिभियं णाम दिव्यं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा आरभडं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा भसोलं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा आरभडभसोलं णाम दिव्वं णट्टविहिं उवदंसेंति अप्पेगइया देवा उप्पायणिवायपवुत्तं संकुचियपसारियं रियारियं भंतसंभंतं णाम दिव्वं णट्टविहिं उवदंसेति, अप्पेगइया देवा चउव्विहं वाइयं वाएंति, तंजहा-ततं विततं घणं झुसिरं, अप्पेगइया देवा चउव्विहं गेयं गत्यंति, तंजहा-उक्खित्तयं पवत्तयं मंदायं रोइयावसाणं, अप्पेगइया देवा चेउव्विहं अभिणयं अभिणयंति, तंजहा-दिलृतियं पाडतिय सामंतोवणिवाइयं लोगमज्झावसाणियं, अप्पेगइया देवा पीणंति, अप्पेगइया देवा बुक्कारेंति, अप्पेगइया देवा तंडवेंति, अप्पे० लार्सेति, अप्पेगइया देवा पीणंति वुक्कारेति तंडवेति लासेंति, अप्पेगइया देवा बुक्कारेंति, अप्पेगइया देवा अप्फोडंति, अप्पेगइया देवा वगंति, अप्पेगइया देवा तिवई छिंदंति, अप्पेगइया देवा अप्फोडेति वग्गंति तिवई छिंदेंति, अप्पेगइया देवा हयहेसियं करेंति, अप्पेगइया देवा हत्थिगुलगुलाइयं करेंति, अप्पेगइया देवा रहघणघणाइयं करेंति, अप्पेगइया देवा हयहेसियं करेंति हत्थिगुलगुलाइयं करेंति रहघणघणाइयं करेंति,अप्पेगइया देवा उच्छोलेंति, अप्पेगइया देवा पच्छोलेंति, (अपेगइया देवा उक्किट्ठि करेंति) अप्पे Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 220 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गइया देवा उक्किट्ठीओ करेंति, अप्पेगइया देवा उच्छोलेंति पच्छोलिंति उक्ट्ठिीओ करेंति, अप्पेगइया देवा सीहणायं करेंति, अप्पेगइया देवा पायदद्दश्यं करेंति, अप्पेगइया देवा भूमिचवेडं दलयंति, अप्पेगइया देवा सीहणायं पायदद्दरयं भूमिचवेडं दलयंति, अप्पेगइया देवा हक्कारेंति, अप्पेगइया देवा वुक्कारेंति, अप्पेगइया देवा थक्कारेंति, अप्पे० पुक्कारेंति, अप्पेगइया देवा णामाई सावेति, अप्पेगइया देवा हक्कारेति वुक्कारेति थक्कारेति पुक्कारेंति णामाइं सावेंति, अप्पेगइया देवा उप्पयंति, अप्पेगइया देवा णिवयंति, अप्पेगइया देवा परिवयंति, अप्पेगइया देवा उप्पयंति, णिवयंति परिवयंति,अप्पेगइया देवा जलेंति,अप्पेगइया देवा तवंति, अप्पेगइया देवा पतवंति, अप्पेगइया देवा जलंति तवंति पतवंति, अप्पेगइया देवा गजेंति,अप्पेगइया देवा विज्जुयायंति, अप्पेगइया देवा वासंति, अप्पेगइया देवा गर्जति विज्जुयायंति वासंति, अप्पेगइया देवा देवसण्णिवायं करेंति, अप्पेगइया देवा देवुक्कलियं करेंति, अप्पेगइया देवा देवकहकहं करेंति, अप्पेगइया देवा देवदुहदुहं करेंति, अप्पेगइया देवा देवसण्णिवायं देवउक्कलियं देवकहकहं देवदुहदुहं करेंति,अप्पेगइया देवा देवुजोयं करेंति, अप्पेगइया देवा विज्जुयारं करेंति, अप्पेगइया देवा चेलुक्खेवं करेंति, अप्पेगइया देवा देवुजोयं विज्जुयारं चेलुक्खेवं करेंति, अप्पेगइया देवा उप्पलहत्थगया जाव सहस्सपत्त० घंटाहत्थगया कलसहत्थगया जाव धूवकडुच्छुहत्थगया हतुह जाव हरिसवसविसप्पमाणहियया विजयाए रायहाणीए सव्वओ समंता आधाति परिधावेति // तए णं तं विजयं देवं चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ चत्तारि अग्गमहिसीओ सपरिवाराओ जाव सोलसआयरक्खदेवसाहस्सीओ अण्णे य बहवे विजयरायहाणीवत्थव्वा वाणमंतरा देवा य देवीओ य तेहिं वरकमलपइट्ठाणेहिं जाव अट्ठसएणं सोवणियाणं कलसाणं तं चेव जाव अट्ठसएणं भोमेजाणं कलसाणं सव्वोदएहिं सव्वमट्टियाहिं सव्वतुवरेहिं सव्वपुप्फेहिं जाव सव्वोसहि सिद्धत्थएहिं सव्विड्ढीए जाव णिग्घोसणाइयरवेणं महया 2 इंदाभिसेएणं अभिसिंचंति 2 त्ता पत्तेयं 2 सिरसावत्तं अंजलिं कटु एवं वयासी-जय जय णंदा ! जय जय भद्दा ! जय जय णंद भदं ते अजियं जिणेहि जियं पालयाहि अजियं जिणेहि सत्तुपक्खं जिनं पालेहि मित्तपक्खं जियमाझे वसाहि तं देव! णिरुवसग्गं इंदो इव देवाणं चंदो इव ताराणं चमरो इव असुराणं धरणो इव णागाणं भरहो इव मणुयाणं बहूणि पलिओवमाई बहूणि सागरोवमाणि बहूणि पलिओवमसागरोवमाणि चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव आय Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 221 रक्खदेवसाहस्सीणं विजयस्स देवस्स विजयाए रायहाणीए अण्णेसिं च बहूणं विजयरायहाणिवत्थव्वाणं वाणमंतराणं देवाणं देवीणं य आहेवच्च जाव आणाईसरसेणावच्चं कारेमाणे पालेमाणे विहराहित्तिकटु महया 2 सद्देणं जयजयसई पउंजंति // 141 // तए णं से विजए देवे महया 2 इंदाभिसेएणं अभिसित्ते समाणे सीहासणाओ अब्भुट्टेइ सीहासणाओ अब्भुढेत्ता अभिसेयसभाओ पुरथिमेणं दारेणं पडिणिक्खमइ 2 त्ता जेणामेव अलंकारियसभा तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता अलंकारियसभं अणुप्पयाहिणी करेमाणे 2 पुरस्थिमेणं दारेणं अणुपविसइ पुरथिमेणं दारेणं अणुपविसित्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सीहासणवरगए पुरत्थाभिमुहे सण्णिसण्णे, तए णं तस्स विजयस्स देवस्स सामाणियपरिसोचवण्णगा देवा आभिओगिए देवे सद्दावेति 2 त्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! विजयस्स देवस्स अलंकारियं भंडं उवणेह, तए णं ते अलंकारियं भंडं जाच उचट्ठति // तए णं से विजए देवे तप्पटमयाए पम्हलसूमालाए दिव्वाए सुरभीए गंधकासाईए गायाइं लूहेइ गायाई लूहेत्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाइं अणुलिंपइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाई अणुलिंपेत्ता तओऽणंतरं च णं णासाणीसासवायवोझं चक्खुहरं वण्णफरिसजुत्तं हयलालापेलवाइरेगं धवलं कणगखइयंतकम्मं आगासफलिहसरिसप्पभं अहयं दिव्वं देवदूसजुयलं णियंसेइणियंसेत्ता हारं पिणि इ हारं पिणिवेत्ता अद्धहारं पिणद्धेइ अद्ध० एवं एगावलिं पिणिधेइ एगावलिं पिणिधेत्ता एवं एएणं अभिलावेणं मुत्तावलि कणगावलिं रयणावलिं कडगाई तुडियाइं अंगयाइं केऊराइं दसमुदियाणंतगं कडिसुत्तगं वेयच्छिसुत्तगं मुरवि कंठमुरविं पालंबं कुंडलाइं चूडामणि चित्तरयणुक्कडं मउडं पिणिधेइ पिणिधित्ता गंठिमवेढिमपूरिमसंघाइमेणं चउविहेणं मल्लेणं कप्परुक्खयंपिव अप्पाणं अलंकियविभूसियं करेइ कप्परुक्खयंपिव अप्पाणं अलंकियविभूसियं करेत्ता ददरमलयसुगंधगंधिएहिं गंधेहिं गायाइं सुक्किडइ 2 त्ता दिव्वं च सुमणदामं पिणिद्धइ / / तए णं से विजए देवे केसालंकारेणं वत्थालंकारेणं मल्लालंकारेणं आभरणालंकारेणं चउविहेणं अलंकारेणं अलंकियविभूसिए समाणे पडिपुण्णालंकारे सीहासणाओ अब्भुटेइ 2 त्ता अलंकारियसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं पडिणिक्खमइ 2 त्ता जेणेव ववसायसभा तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता ववसायसभं अणुप्पयाहिणं करेमाणे 2 पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ 2 त्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सीहासणवरगए पुरस्थाभिमुहे सण्णिसण्णे / तए णं तस्स विजयस्स देवस्स आभि. Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 222 अनंगपविट्ठसुत्ताणि ओगिया देवा पोत्थयरयणं उवणेति // तए णं से विजए देवे पोत्थयरयणं गेण्हइ 2 त्ता पोत्थयरयणं मुयइ पोत्थयरयणं मुएत्ता पोत्थयरयणं विहाडेइ पोत्थयरयणं विहाडेत्ता पोत्थयरयणं वाएइ पोत्थयरयणं वाएत्ता धम्मियं ववसायं पंगेण्हइ धम्मियं ववसायं पगेण्हित्ता पोत्थयरयणं पडिणिक्खिवेइ 2 त्ता सीहासणाओ अब्भुटेइ 2 त्ता ववसायसभाओ पुरथिमिल्लेणं दारेणं पडिणिक्खमइ 2 त्ता जेणेव गंदापुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता गंदं पुक्खरिणिं अणुप्पयाहिणीकरेमाणे पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ 2 त्ता पुरथिमिल्लेणं तिसोवाणपडिरूवगएणं पच्चोरहइ 2 त्ता हत्थं पादं पक्खालेइ 2 त्ता एगं महं सेयं रययामयं विमलसलिलपुण्णं मत्तगयमहामुहाकितिसमाणं भिंगारं पगिण्हइ भिंगारं पगिण्हित्ता जाइं तत्थ उप्पलाई पउमाइं जाव सयसहस्सपत्ताई ताई गिण्हइ 2 त्ता गंदाओ पुक्खरिणीओ पच्चुत्तरेइ 2 त्ता जेणेव सिद्धायतणे तेणेव पहारेत्थ गमणाए // तएणं तस्स विजयस्स देवस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ जाव अण्णे य बहवे वाणमंतरा देवा य देवीओ य अप्पेगइया उप्पलहत्थगया जाव हत्थगया विजयं देवं पिट्ठओ पिट्ठओ अणुगच्छंति / / तएणं तस्स विजयस्स देवस्स बहवे आमिओगिया देवा देवीओ य कलसहत्थगया जाव धूवकडुच्छयहत्थगया विजयं देवं पिट्ठओ 2 अणुगच्छंति / तए णं से विजए देवे चउहिँ सामाणियसाहस्सीहिं जाव अण्णे हि य बहूहिँ वाणमंतरेहिं देवेहि य देवीहि य सद्धि संपरिवुडे सव्विड्ढीए सव्वजुत्तीए जाव णिग्घोसणाइयरवेणं जेणेव सिद्धाययणे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सिद्धायतणं अणुप्पयाहिणी करेमाणे 2 पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ अणुपविसित्ता जेणेव देवच्छंदए तेणेव उवागच्छइ २त्ता आलोए जिणपडिमाणं पणामं करेइ 2 त्ता लोमहत्थगं गेण्हइ लोमहत्थगं गेण्हित्ता जिणपडिमाओ लोमहत्थएणं पमजइ 2 ता सुरभिणा गंधोदएणं ण्हाणेइ 2 त्ता दिव्वाए सुरभिगंधकासाइए गायाइं लूहेइ 2 त्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाणि अणुलिंपइ अणुलिंपेत्ता जिणपडिमाणं अहयाई सेयाइं दिव्वाइं देवदूसजुयलाई णियंसेइ णियंसेत्ता अग्गेहिं वरेहि य गंधेहि य मल्लेहि य अच्चेइ 2 त्ता पुप्फारुहणं गंधारुएणंमल्लारुहणं वण्णारुहणं चुण्णारुहणं आभरणारुहणं करेइ 2 त्ता आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमल्लदाम०करेइ 2 त्ता अच्छेहिं सण्हेहिं सेएहि ]रययामएहिं अच्छरसातदुलेहिं जिणपडिमाणं पुरओ अट्ठमंगलए आलिहइ सोत्थियसिस्विच्छ जाव दप्पण अट्ठमंगलए आलिहइ 2 त्ता कयग्गाहग्गहियकरतल-पन्भट्ठ-विप्पमुक्केणं दसद्धवण्णेणं Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 223 कुसुमेणं मुक्कपुष्फपुजोवयारकलियं करेइ 2 ता चंदप्पभवइरवेरुलिय विमलदंडं कंचणमणिरयणभत्तिचित्तं कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवगंधुत्तमाणुविद्धं धूमवटि विणिम्मुयंतं वेरुलियामयं कड्डुच्छुयं पग्गहित्तु पयत्तेण धूवं दाऊण जिणवराणं अट्ठसय-विसुद्ध-गंधजुत्तेहिं महावित्तेहिं अत्थजुत्तेहिं अपुणरुत्तेहिं संथुणइ 2 त्ता सत्तट्ठपयाई ओसरइ सतट्ठपयाई ओसरित्ता वामं जाणुं अंचेइ 2 त्ता दाहिणं जाणुं धरणितलंसि णिवाडेइ तिक्खुत्तो मुद्धाणं धरणितलंसि णमेइ णमित्ता ईसिं पच्चुण्णमइ 2 त्ता कडयतुडियyभियाओ भुयाओ पडिसाहरइ 2 त्ता करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ट एवं वयासी-णमोऽत्थुणं अरिहंताणं भगवंताणं जाव सिद्धिगइणामधेयं ठाणं संपत्ताणं त्तिकटु वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव सिद्धायतणस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता दिव्वाए उदगधाराए अन्मुक्खइ 2 त्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं पंचंगुलितलेणं मंडलं आलिहइ 2 त्ता चच्चए दलयइ चच्चए दलयित्ता कयग्गाहग्गहिय करतलपन्भट्ठविमुक्केणं दसद्धवण्णेणं कुसुमेणं मुक्कपुष्फपुंजोवयारकलियं करेइ 2 त्ता धूवं दलयइ 2 त्ता जेणेव सिद्धायतणस्स दाहिणिल्ले दारे तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता लोमहत्थगं गेण्हइ 2 त्ता दारचेडीओ य सालिभंजियाओ य वालरुवए य लोमहत्थएणं पमजइ 2 बहुमज्झदेसभाए सरसेणं गोसीसचंदणेणं पंचंगुलितलेणं अणुलिंपइ 2 त्ता चच्चए दलयइ २त्ता पुष्फारुहणं जाव आहरणारुहणं करेइ 2 आसत्तोसत्तविउल जाव मल्लदामकलावं करेइ 2 त्ता कयग्गाहग्गहिय जाव पुंजोवयारकलियं करेइ रत्ता धूवं दलयइ 2 त्ता जेणेव मुहमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए तेणेव उवागच्छइ 2 ता बहुमज्झदेसभाए लोमहत्थेणं पमजइ 2 त्ता दिव्वाए उदगधाराए अब्भुक्खेइ 2 सरसेणं गोसीसचंदणेणं पंचंगुलितलेणं मंडलगं आलिहइ 2 चच्चए दलयइ 2 कयग्गाह जाव धूवं दलयइ रत्ता जेणेव मुहमंडवस्स पञ्चथिमिल्ले दारे तेणेव उवा० लोमहत्थगं गेण्हइ 2 दारचेडीओ य सालभंजियाओ य वालरुवए य लोमहत्थएणं पमजइ 2 दिव्वाए उदगधाराए अब्भुक्खेइ 2 सरसेणं गोसीसचंदणेणं जाव चच्चए दलयइ 2 आसत्तोसत्त० कयग्गाह० धूवं दलयइ 2 जेणेव मुहमंडवगस्स उत्तरिल्ला णं खंभपंती तेणेव उवागच्छइ 2 लोमहत्थगं परा० सालभंजियाओ दिव्वाए उदगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं पुप्फारुहणं जाव आसत्तोसत्त० कयग्गाह० धूवं दलयइ जेणेव मुहमंडवस्स पुरथिमिल्ले दारे तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव दारस्स अच्चणिया जेणेव Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 224 ____अनंगपविट्ठसुत्ताणि . दाहिणिल्ले दारे तं चेव जेणेव पेच्छाघरमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए जेणेव वइरामए अक्खाडए जेणेव मणिपेढिया जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ 2 लोमहत्थगं गिण्हइ लोमहत्थगं गिण्हित्ता अक्खाडगं च सीहासणं च लोमहत्थएणं पमजइ 2 त्ता दिव्वाए उदगधाराए अब्भु० पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ जेणेव पेच्छाघरमंडवपच्चस्थिमिल्ले दारे दारचणिया उत्तरिल्ला खंभपंती तहेव पुरथिमिल्ले दारे तहेव जेणेव दाहिणिल्ले दारे तहेव जेणेव चेइयथूभे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता लोमहत्थगं गेण्हइ 2 त्ता चेइयथूभं लोमहत्थएणं पमजइ पमजित्ता दिव्वाए दग० सरसेण० पुप्फारुहणं आसत्तोसत्त जाव धूवं दलयइ 2 त्ता जेणेव पचत्थिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव जिणपडिमा तेणेव उवागच्छइ जिणपडिमाए आलोए पणामं करेइ 2 त्ता लोमहत्थगं गेण्हइ २त्ता तं चेव सव्वं जं जिणपडिमाणं जाव सिद्धिगइणामधेनं ठाणं संपत्ताणं वंदइ णमंसइ, एवं उत्तरिल्लाएवि, एवं पुरथिमिल्लाएवि, एवं दाहिणिल्लाएवि, जेणेव चेइयरुक्खा दारविही य मणिपेढिया जेणेव महिंदज्झए दारविही, जेणेव दाहिणिला गंदापुक्खरिणी तेणेव उवा० लोमहत्थगं गेण्हइ चेइयाओ य तिसोवाणपडिरूवए य तोरणे य सालभंजियाओ य वालरुवए य लोमहत्थएण य पमजइ 2 त्ता दिव्वाए, उदगधाराए सिंचइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं अणुलिंपइ 2 त्ता पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ 2 त्ता सिद्धायतणं अणुप्पयाहिणं करेमाणे जेणेव उत्तरिल्ला गंदापुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तहेव महिंदज्झया चेइयरुक्खो चेइयथूभे पच्चत्थिमिल्ला मणिपेढिया जिणपडिमा उत्तरिल्ला पुरथिमिल्ला दक्खिणिल्ला पेच्छाघरमंडवस्सवि तहेव जहा दक्खिणिलस्स पच्चथिमिल्ले दारे जाव दक्खिणिल्ला णं खंभपंती मुहमंडवस्सवि तिण्हं दाराणं अच्चणिया भणिऊणं दक्खिणिल्ला णं खंभपंती उत्तरे दारे पुरच्छिमे दारे सेसं तेणेव कमेण जाव पुरथिमिल्ला णंदापुक्खरिणी जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव पहारेत्थ गमणाए // तए णं तस्स विजयस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ एयप्पभिई जाव सविड्ढिए जाव णाइयरवेणं जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छंति 2 ता तं गं सभं सुहम्मं अणुप्पयाहिणी करेमाणे 2 पुरथिमिल्लेणं अणुपविसइ 2 त्ता आलोए जिणसकहाणं पणामं करेइ 2 जेणेव मणिपेढिया जेणेव माणवयचेइयक्खंभे जेणेव वइरामया गोलवट्टसमुग्गका तेणेव उवागच्छइ 2 लोमहत्थयं-गेण्हइ 2 त्ता वइरामए गोलवट्टसमुग्गए लोगहत्थएण पमजइ 2 त्ता वइरामए गोलवट्टसमुग्गए Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 225 विहाडेइ 2 ता.जिणसकहाओ लोमहत्थएणं पमजइ 2 त्ता सुरभिणा गंधोदएणं तिसत्तखुत्तो जिणसकहाओ पक्खालेइ 2 सरसेणं गोसीसचंदणेणं अणुलिंपइ 2 सा अग्गेहिं वरेहिं गंधेहिं मल्लेहि य अच्चिणइ 2 त्ता धूवं दलयइ 2 त्ता वइरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु पडिणिक्खिवइ 2 त्ता माणवकं चेइयखंभं लोमहत्थएणं पमज्जइ 2 दिव्वाए उदगधाराए अब्भुक्खेइ 2 ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चए दलयइ 2 पुप्फारुहणं जाव आसत्तोसत्त० कयग्गाह० धूवं दलयइ 2 जेणेव सभाए सुहम्माए बहुमज्झदेसभाए तं चेव जेणेव सीहासणे तेणेव जहा दारचणिया जेणेव देवसयणिजे तं चेव जेणेव खुड्डागे महिंदज्झए तं चेव जेणेव पहरणकोसे चोप्पाले तेणेव उवागच्छइ 2 पत्तय 2 पहरणाई लोमहत्थएणं पमजइ पमजित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं तहेव सव्वं सेसंपि दक्खिणदारं आदिकाउं तहेव णेयव्वं जाव पुरच्छिमिल्ला गंदापुक्खरिणी सव्वाणं सभाणं जहा सुहम्माए सभाए तहा अच्चणिया उववायसभाए णवरि देवसयणिजस्स अच्चणिया सेसासु सीहासणाण अच्चणिया हरयस्स जहा गंदाए पुक्खरिणीए अच्चणिया, ववसायसभाए पोत्थयरयणं लोम० दिव्वाए उदगधाराए सरसेणं गोसीसचंदणेणं अणुलिंपइ अग्गेहिं वरेहिं गंधेहिं य मल्लेहि य अच्चिणइ 2 त्ता [मल्लेहि] सीहासणे लोमहत्थएणं पमजइ जाव धूवं दलयइ सेसं तं चेव गंदाए जहा हरयस्स तहा जेणेव बलिपीढं तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता आभिओगे देवे सद्दावेइ 2 त्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! विजयाए रायहाणीए सिंघाडएसु य तिएसु य चउक्केसु य चच्चरेसु य चउमुहेसु य महापहपहेसु य पासाएसु य पागारेसु य अट्टालएसु य चरियासु य दारेसु य गोपुरेसु य तोरणेसु य वावीसु य पुक्खरिणीसु य जाव बिलपंतियासु य आरामेसु य उजाणेसु य काणणेसु य वणेसु य वणसंडेसु य वणराईसु य अच्चणियं करेह करेत्ता ममेयमाणत्तियं खिप्पामेव पच्चप्पिणह तए णं ते आभिओगिया देवा विजएणं देवेणं एवं वुत्ता समाणा जाव हट्टतुट्ठा विणएणं पडिसुणेति 2 त्ता विजयाए रायहाणीए सिंघाडएसु य जाव अच्चणियं करेत्ता जेणेव विजए देवे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता एयमाणत्तियं पञ्चपिणंति // तए णं से विजए देवे तेसि णं आभिओगियाणं देवाणं अंतिए एयमहूँ सोचा णिसम्म हट्टतुट्ठचित्तमाणंदिय जाव हयहियए जेणेव णंदा पुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता पुरथिमिल्लेणं तोरणेणं जाव हत्थपायं पक्खालेइ पक्खालित्ता Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 226 अनंगपविट्ठसुत्ताणि आयंते चोक्खे परमसुइभूए गंदापुक्खरिणीओ पच्चुत्तरइ पच्चुत्तरित्ता जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव पहारेत्थ गमणाए / तए णं से विजए देवे चउहिं सामाणियसाहस्सीहिं जाव सोलसहिं आयरक्खदेवसाहस्सीहिं सव्विड्ढीए जाव णिग्घोसणाइयरवेणं जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सभं सुहम्मं पुरथिमिल्लेणं दारेणं अणुपविसइ 2 त्ता जेणेव मणिपेढिया तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता सीहासणवरगए पुरच्छाभिमुहे सण्णिसण्णे // 142 // तए णं तस्स विजयस्स देवस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ अवरुत्तरेणं उत्तरेणं उत्तरपुरच्छिमेणं पत्तेयं 2 पुव्वणत्थेसु भद्दासणेसु णिसीयंति / तए णं तस्स विजयस्स देवस्स चत्तारि अग्गमहिसीओ पुरस्थिमेणं पत्तेयं 2 पुव्वणत्थेसु भद्दासणेसु णिसीयंति / तए णं तस्स विजयस्स देवस्स दाहिणपुरथिमेणं अभितरियाए परिसाए अट्ठ देवसाहस्सीओ पत्तेयं 2 जाव णिसीयंति / एवं दक्खिणेणं मज्झिमियाए परिसाए दस देवसाहस्सीओ जाव णिसीयंति / दाहिणपचत्थिमेणं बाहिरियाए परिसाए बारस देवसाहस्सीओ पत्तेयं 2. जाव णिसीयंति / तए णं तस्स विजयस्स देवस्स पच्चत्थिमेणं सत्त अणियाहिवई पत्तेयं 2 जाव णिसीयंति / तए णं तस्स विजयस्स देवस्स पुरथिमेणं दाहिणेणं पचत्थिमेणं उत्तरेणं सोलस आयरक्खदेवसाहस्सीओ पत्तेयं 2 पुव्वणत्थेसु भद्दासणेसु णिसीयंति, तंजहा–पुरस्थिमेणं चत्तारि साहसीओ जाव उत्तरेणं 4 // ते णं आयरक्खा सण्णद्धबद्धवम्मियकवया उप्पीलियसरासणपट्टिया पिणद्धगेवेजविमलवरचिंधपट्टा गहियाउहप्पहरणा तिणयाई तिसंधीणि वइरामया कोडीणि धणूइं अभिगिज्झ परियाइयकंडकलावा णीलपाणिणो पीयपाणिणो रत्तपाणिणो चावपाणिणो चारुपाणिणो चम्मपाणिणो खग्गपाणिणो दंडपाणिणो पासपाणिणो णीलपीयरत्तचावचारुचम्मखग्गदंडपासवरधरा आयरक्खा रक्खोवगा गुत्ता गुत्तपालिया जुत्ता जुत्तपालिया पत्तेयं 2 समयओ विणयओ किंकरभूयाविव चिट्ठति / / विजयस्स णं भंते ! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गो० ! एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, विजयस्स णं भंते ! देवस्स सामाणियाणं देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, एवंमहिड्ढिए एवंमहज्जुइए एवंमहब्बले एवंमहायसे एवंमहासुक्खे एवंमहाणुभागे विजए देवे 2 // 143 // कहि णं भंते ! जंबुद्दीवस्स.२ वेजयंते णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स दक्खिणेणं पणयालीसं जोयणसहस्साई अबाहाए जंबुद्दीवदीवदाहिणपेरंते लवणसमुद्ददाहिणद्धस्स उत्तरेणं एत्थ णं जंबुद्दीवस्स 2 वेजयंते णामं दारे पण्णते अट्ठ जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे प०३ 227 सच्चेव सव्वा वत्तव्वया जाव णिच्चे / कहि णं भंते !0 रायहाणी ? दाहिणेणं जाव वेजयंते देवे 2 // कहि णं भंते ! जंबुद्दीवस्स 2 जयंते णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स पञ्चत्थिमेणं पणयालीसं जोयणसहस्साई जंबुद्दीवपच्चथिमपरंते लवणसमुद्दपच्चत्थिमद्धस्स पुरच्छिमेणं सीओयाए महाणईए उप्पि एत्थ णं जंबुद्दीवस्स दीवस्स जयंते णामं दारे पण्णत्ते, तं चेव से पमाणं जयंते देवे पच्चत्थिमेणं से रायहाणी जाव महिड्ढिए० / कहि णं भंते ! जंबुद्दीवस्स 2 अपराइए णाम दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं पणयालीसं जोयणसहस्साई अबाहाए जंबुद्दीवे 2 उत्तरपेरंते लवणसमुद्दस्स उत्तरद्धस्स दाहिणेणं एत्थ णं जंबुद्दीवे 2 अपराइए णामं दारे पण्णत्ते तं चेव पमाणं रायहाणी उत्तरेणं जाव अपराइए देवे, चउण्हवि अण्णंमि जंबुद्दीवे // 144 // जंबुद्दीवस्स णं भंते ! दीवस्स दारस्स य दारस्स य एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्तें ? गोयमा ! अउणासीइं जोयणसहस्साई बावण्णं च जोयणाई देसूणं च अद्धजोयणं दारस्स य 2 अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / / 145 // जंबुद्दीवस्स णं भंते ! दीवस्सं पएसा लवणं समुदं पुट्ठा ? हंता पुट्ठा // ते णं भंते ! कि जंबुद्दीवे 2 लवणसमुद्दे ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे णो खलु ते लवणसमुद्दे // लवणस्स णं भंते ! समुद्दस्स पएसा जंबुद्दीवं दीवं पुट्ठा ? हंता पुट्ठा। ते णं भंते ! किं लवणसमुढे जंबुद्दीवे दीवे ? गोयमा! लवणे णं ते समुद्दे णो खलु ते जंबुहीवे दीवे // जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे जीवा उद्दाइत्ता 2 लवणसमुद्दे पञ्चायंति ? गोयमा! अत्थेगइया पच्चायंति अत्थेगइया णो पच्चायति // लवणे णं भंते ! समुद्दे जीवा उद्दाइत्ता 2 जंबुद्दीवे 2 पच्चायति ? गोयमा ! अत्थेगुइयां पच्चायति अत्थेगइया णो पच्चायंति // 146 // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-जंबुद्दीवे 2 ? गोयमा! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं णीलवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणेणं मालवंतस्स ववखारपव्ययस्स पच्चत्थिमेणं गंधमायणस्स ववखारपव्वयस्स पुरस्थिमेणं एत्थ णं उत्तरकुरा णाम कुरा पण्णत्ता, पाईणपडीणायया उदीणदाहिणवित्थिण्णा अद्धचंदसंठाणसंठिया एक्कारस जोयणसहस्साइं अट्ठ बायाले जोयणसए दोण्णि य एगूणवीसइभागे जोयणस्स विक्खंभेणं // तीसे जीवा उत्तरओ पाईणपडीणायया दुहओ ववखारपव्वयं पुट्ठा, पुरथिमिल्लाए कोडीए पुरस्थिमिल्लं वक्खारपव्वयं पुढा, पच्चथिमिल्लाए कोडीए पच्चथिमिलं वक्खारपव्वयं पृट्ठा, तेवण्णं जोयणसहस्साइं आयामेणं, तीसे धणुपटुं दाहिणेणं सहिँ जोयणसहस्साइं चत्तारि य अहारसुत्तरे जोयणसए दुवालस Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 228 अनंगपविट्ठसुत्ताणि य एगूणवीसइभाए जोयणस्स परिक्खेवेणं पण्णत्ते // उत्तरकुराए णं भंते ! कुराए केरिसए आगारभावपडोयारे पण्णत्ते ? गोयमा ! बहुसमरमणिजे भूमिभागे. पण्णत्ते, से जहा णामए आलिंगपुक्खरेइ वा जाव एवं एगूरुयदीववत्तव्वया जाव देवलोगपरिग्गहा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो !, णवरि इमं णाणत्तं-छधणुसहस्समूसिया दोछप्पण्णा पिठकरंडगसया अट्ठमभत्तस्स आहारट्टे समुप्पजइ तिण्णि पलिओवमाई देसूणाई पलिओवमस्सासंखिजइभागेण ऊणगाई जहणेणं, तिण्णि पलिओवमाइं उक्कोसेणं, एगूणपण्णराइंदियाइं अणुपालणा, सेसं जहा एगूरुयाणं / / उत्तरकुराए णं कुराए छविहा मणुस्सा अणुसजंति, तंजहा-पम्हगंधा 1 मियगंधा 2 अम्ममा 3 सहा 4 तेयालीसा 5 सणिच्चारी 6 // 147 // कहि णं भंते ! उत्तरकुराए जमगा णामं दुवे पव्वया पण्णत्ता ? गोयमा ! णीलवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणेणं अट्ठचोत्तीसे जोयणसए चत्तारि य सत्तभागे जोयणस्स अबाहाए सीयाए महाणईए (पुव्वपच्छिमेणं) उभओ कूले, इत्थ णं उत्तरकुराए 2 जमगा णामं दुवे पव्वया पण्णत्ता एगमेगं जोयणसहस्सं उड्ढे उच्चत्तेणं अड्ढाइजाइं जोयणसयाणि उव्वेहेणं मूले एगमेगं जोयणसहस्सं आयामविक्खंभेणं मज्झे अद्धट्ठमाइं जोयणसयाई आयामविक्खंभेणं उवरिं पंचजोयणसयाई आयामविक्खंभेणं मूले तिण्णि जोयणसहस्साई एगं च बावढि जोयणसयं किंचिविसेसाहियं परिक्खेवेणं मज्झे दो जोयणसहस्साइं तिण्णि य बावत्तरे जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते उवरिं पण्णरस एक्कासीए जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते, मूले विच्छिण्णा मज्झे संखित्ता उप्पिं तणुया गोपुच्छसंठाणसंठिया सव्वकणगामया अच्छा सण्हा जाव पडिरूवा पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइयापरिक्खित्ता. पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ता, वण्णओ दोण्हवि, तेसि णं जमगपव्वयाणं उप्पिं बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते वण्णओ जाव आसयंति० // तेसि णं बहुसमरमणिज्जाणं भूमिभागाणं बहुभज्झदेसभाए पत्तेयं 2 पासायवडेंसगा पण्णत्ता, ते णं पासायव.सगा बावहिँ जोयणाई अद्धजोयणं च उड्ढे उच्चत्तेणं एकत्तीसंजोयणाई कोसं च विक्वंभेणं अब्भुग्गयमूसिया वण्णओ भूमिभागा उल्लोया दो जोयणाई मणिपेढियाओ वरसीहासणा सपरिवारा जाव जमगा चिट्ठति // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-जमगा पव्वया 2 ? गोयमा ! जमगेसु णं पव्वएसु तत्थ तत्थ देसे 2. तहिं तहिं बहुईओ खुड्डाखुड्डियाओ बावीओ जाव बिलपंतियाओ,तासुणं खुड्डाखुड्डियासु जाव बिलपंति. Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे प० 3 229 यासु बहूई उम्पलाई 2 जाव सयसहस्सपत्ताई जमगप्पभाई जमगवण्णाई, जमगा य एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिईया परिवसंति, ते णं तत्थ पत्तेयं 2 चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव जमगाणं पव्वयाणं जमगाण य रायहाणीणं अण्णेसिं च बहणं वाणमंतराणं देवाण य देवीण य आहेवच्च जाव पालेमाणा विह. रंति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं० जमगपव्वया 2, अदुत्तरं च णं गोयमा ! जाव णिच्चा // कहि णं भंते ! जमगाणं देवाणं जमगाओ णाम रायहाणीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! जमगाणं पव्वयाणं उत्तरेणं तिरियमसंखेजे दीवसमुद्दे वीइवइत्ता अण्णंमि जंबुद्दीवे 2 बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं जमगाणं देवाणं जमगाओ णाम रायहाणीओ पण्णत्ताओ बारसजोयणसहस्स जहा विजयस्स जाव महिड्ढिया० जमगा देवा जमगा देवा // 148 // कहि णं भंते ! उत्तरकुराए 2 णीलवंतद्दहे णाम दहे पण्णत्ते ? गोयमा ! जमगपव्वयाणं दाहिणेणं अट्ठचोत्तीसे जोयणसए चत्तारि सत्तभागा जोयणस्स अबाहाए सीयाए महाणईए बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं उत्तरकुराए 2 णीलवंतद्दहे णाम दहे पण्णत्ते, उत्तरदक्षिणायए पाईणपडीणविच्छिण्णे एगं जोयणसहस्सं आयामेणं पंच जोयणसयाई विक्खंभेणं दस जोयणाई उव्वेहेणं अच्छे सण्हे रययामयकूले चउक्कोणे समतीरे जाव पडिरूवे उभओ पासिं दोहिं पउमवरवेइयाहिं वणसंडेहि य सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते दोण्हवि वण्णओ // णीलवंतदहस्स णं दहस्स तत्थ 2. जाव बहवे तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता, वण्णओ भाणियव्यो जाव तोरणत्ति // तस्स णं णीलवंतद्दहस्स णं दहस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं पउमे पण्णत्ते, जोयणं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं अद्धजोयणं बाहल्लेणं दस जोयणाई उव्वे हेणं दो कोसे ऊसिए जलंताओ साइरेगाई दसद्धजोयणाई सव्वग्गेणं पण्णत्ते // तस्स णं पउमस्स अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-वइरामया मूला रिट्ठामए कंदे वेरुलियामए णाले वेरुलियामया बाहिरपत्ता जंबूणयमया अभितरपत्ता तवणिजमया केसरा कणगामई कण्णिया णाणामणिमया पुक्खरस्थिभुगा / / सा णं कण्णिया अद्धजोयणं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं कोसं बाहलेणं सव्वप्पणा कणगामई अच्छा सहा जाव पडिरूवा // तीसे णं कण्णियाए. उवरि बहुसमरमणिजे देसभाए पण्णत्ते जाव मणी हिं० / / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं भवणे पण्णत्ते, कोसं आयामेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं देसूर्ण कोसं उड्ढं उच्चत्तेणं अणेग Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 230 अनंगपविट्ठसुत्ताणि खंभसयसंणिविठं जाव वण्णओ, तस्स णं भवणस्स तिदिसि तओ दारा पण्णत्ता पुरस्थिमेणं दाहिणेणं उत्तरेणं, ते णं दारा पंचधणुसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं अड्ढाइजाइं धणुसयाई विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया. वरकणगथूभियागा जाव वणमालाउत्ति / तस्स णं भवणस्स अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते से जहा णामए-आलिंगपुक्खरेइ वा जाव मणीणं वण्णओ // तस्स णं बहसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं मणिपेढिया पण्णत्ता, पंचधणुसयाइं आयामविक्खंभेणं अड्ढाइजाइं धणुसयाइं बाहल्लेणं सव्वमणिमई० // तीसे णं मणिपेढियाए उवरि एत्थ णं एगे महं देवसयणिजे पण्णत्ते, देवसयणिजस्स वण्णओ // से णं पउमे अण्णेणं अट्ठसएणं तदद्धच्चत्तप्यमाणमेत्ताणं पउमाणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते // ते णं पउमा अद्धजोयणं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं कोसं बाहल्लेणं दस जोयणाई उव्वेहेणं कोसं ऊसिया जलंताओ साइरेगाई ते दस जोयणाइं सव्वग्गेणं पण्णत्ताई // तेसि णं पउमाणं अयमेयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-वइरामया मूला जाव णाणामणिमया पुक्खरस्थिभुगा // ताओ णं कण्णियाओ कोसं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं स० परि० अद्धकोसं बाहल्लेणं सव्वकणगामईओ अच्छाओ जाव पडिरूवाओ // तासि ण कणियाणं उप्पिं बहुसमरमणिजा भूमिभागा जाव मणीणं वण्णो गंधो फासो // तस्स णं पउमस्स अवरुत्तरेणं उत्तरेणं उत्तरपुरच्छिमेणं णीलवंतद्दहकुमारस्स देवस्स चउण्हं सामाणियसाहरसीणं चत्तारि पउमसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, एवं सव्वो परिवारो गवरि पउमाणं भाणियव्यो / सेणं पउमे अण्णेहिं तिहिं पउमवरपरिक्खेवेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, तंजहा-अभितरेणं मज्झिमेणं बाहिरएणं, अभितरए णं पउमपरिक्खेवे बत्तीसं पउमसयसाहस्सीओ प०, मज्झिमए णं पउमपरिक्खेवे चत्तालीसं पउमसयसाहस्सीओ प०, बाहिरए णं पउमपरिक्खेवे अडयालीसं पउमसयसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, एवामेव सपुव्वावरेणं एगा पउमकोडी वीसं च पउमसयसहस्सा भवंतीति मक्खाया॥ से णटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-णीलवंत(हे दहे ? गोयमा ! णीलवंत(हे णं दहे तत्थ तत्थ० जाई उप्पलाइं जाव सयसहस्सपत्ताई णीलवंतप्पभाई णीलवंतवण्णाभाई णीलवंतद्दहकुमारे य एत्थ देवे जमगदेवगमो से तेणटेणं गोयमा! जाव णील. वंतदहे 2, णीलवंतस्स णं रायहाणी पुव्वाभिलावेणं एत्थ सो चेव गमो जाव णीलवंते देवे २॥१४९॥णीलवंतद्दहस्स णं० पुरथिमपच्चत्थिमेणं दस जोयणाई अबाहाए Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 231 एत्थ णं दस दस कंचणगपव्वया पण्णत्ता; ते णं कंचणगपव्वया एगमेगं जोयणसयं उड्ढं उच्चत्तेणं पणवीसं 2 जोयणाई उव्वेहेणं मूले एगमेगं जोयणसयं विक्खंभेणं मझे पण्णत्तरि जोयणाई आयामविक्खंभेणं उवरिं पण्णासं जोयणाइं विखंभेणं मूले तिण्णि सोले जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं मज्झे दोणि सत्ततीसे जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं उवरि एगं अट्ठावण्णं जोयणसयं किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं मूले विच्छिण्णा मज्झे संखित्ता उप्पिं तणुया गोपुच्छसंठाणसंठिया सव्वकंचणमया अच्छा जाव पडिरूवा पत्तेयं पत्तेय पउमवरवेइया. पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ता / तेसि णं कंचणगपव्वयाणं उप्पिं बहुसमरमणिजे भूमिभागे जाव आसयंति०, तेसि णं० पत्तेयं 2 पासायवडेंसगा सड्ढवावडिं जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं एकतीसं जोयणाई कोसं च विक्खंभेणं मणिपेढिया दोजोयणिया सीहासणं सपरिवारं // से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-कंचणगपव्वया कंचणगपव्वया ? गोयमा! कंचणगेसु णं पव्वएसु तत्थ तत्थ० वावीसु०. उप्पलाई जाव कंचणगवण्णाभाई कंचणगा देवा महिड्ढिया जाव विहरंति, उत्तरेणं कंचणगाणं कंचणियाओ रायहाणीओ अण्णमि जंबू० तहेव सव्वं भाणियव्वं // कहि णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे उत्तरकुराए कुराए उत्तरकुरुद्दहे णामं दहे पण्णत्ते ? गोयमा ! णीलवंतद्दहस्स दाहिणेणं अदृचोत्तीसे जोयणसए, एवं सो चेव गमो णेयवो जो णीलवंतद्दहस्स सव्वेसिंसरिसगो दहसरिसणामा य देवा, सव्वेसिं पुरथिमपञ्चस्थिमेणं कंचणगपव्वया दस 2 एगप्पमाणा उत्तरेणं रायहाणीओ अण्णंमि जंबुद्दीवे 2 / चंद(हे एरावणदहे मालवंतद्दहे एवं एक्केको णेयव्वो // 150 // कहि णं भंते ! उत्तरकुराए 2 जंबूसुदंसणाए जंबुपेढे णामं पेढे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरपुरच्छिमेणं णीलवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणेणं मालवंतस्स वखारपव्वयस्स पच्चत्थिमेणं गंधमायणस्स वक्खारपव्वयस्स पुरस्थिमेणं सीयाए महाणईए पुरथिमिल्ले कूले एत्थ णं उत्तरकुराए कुराए जंबूपेढे णामं पेढे पण्णत्ते पंचजोयणसयाई आयामविवखंभेणं पण्णरस एक्कासीए जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं बहुमज्झदेसभाए बारस जोयणाई बाहल्लेणं तयाणंतरं च ण मायाए 2 पएसे परिहाणीए सव्वेसु चरमंतेसु दो कोसे बाहल्लेणं पण्णत्ते सव्वजंबूणयामए अच्छे जाव पडिरूवे / से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते वण्णओ दोण्हवि। तस्स णं जंबुपेढस्स चउद्दिसिं चत्तारि तिसोवाणपडिरूवगा पण्णत्ता तं चेव जाव Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 232 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तोरणा जाव छ्त्ता // तस्स ण जंबूपेढस्स उप्पिं बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते से जहाणामए आलिंगपुक्खरेइ वा जाव मणि // तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगा महं मणिपेढिया पण्णत्ता अट्ट जोयणाई आयामविखंभेणं चत्तारि जोयणाई बाहल्लेणं सव्वमणिमई अच्छा सहा जाव पडिरूवा // तीसे णं मणिपेढियाए उवरि एत्थ णं महं जंबूसुदंसणा पण्णत्ता अट्ठजोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धजोयणं उव्वेहेणं दो जोयणाई खंधे अट्ठ जोयणाई विक्खंभेणं छ जोयणाई विडिमा बहुमज्झदेसभाए अट्ठ जोयणाई विक्खंभेणं साइरेगाइं अट्ठ जोयणाई सव्वग्गेणं पण्णत्ता, वइरामयमूलारययसुपइट्ठियविडिमा एवं चेइयरुक्खवण्णओ जाव सव्वो रिट्ठामयविउलकंदा वेरुलियरुइरक्खंधा सुजायवरजायरूवपढमगविसालसाला णाणामणिरयणविविहसाहप्पसाहवेरुलियपत्ततवणिजपत्तविंटा जंबूणयरत्तमउयसुकुमालपवालपल्लवंकुरधरा विचित्तमणिरयणसुरहिकुसुमा फलभारणमियसाला सच्छायासप्पभा सस्सिरीया सउजोया अहियं मणोणिन्बुइकरा पासाईया दरिसणिजा अभिरुवा पडिरूवा // 151 // जंबूए णं सुदंसणाए चउद्दिसिं चत्तारि साला पण्णत्ता, तंजहापुरस्थिमेणं दक्खिणेणं पचत्थिमेणं उत्तरेणं, तत्थ णं जे से पुरथिमिल्ले साले एत्थ णं एगे महं भवणे पण्णत्ते एगं कोसं आयामेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं देसूर्ण कोसं उड्ढे उच्चत्तेणं अणेगखंभ० वण्णओ जाव भवणस्स दारं तं चेव पमाणं पंचधणुसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं अड्ढाइजाई धणुसयाई विक्खंभेणं जाव वणमालाओ भूमिभागा उल्लोया मणिपेढिया पंचधणुसइया देवसयणिजं भाणियव्वं // तत्थ णं जे से दाहिणिले साले एत्थ णं एगे महं पासायवडेंसए पण्णत्ते, कोसं च उड्ढे उच्चत्तेणं अद्धकोसं आयामविक्खंभेणं अब्भुग्गयमूसिय० अंतो बहुसम० उल्लोया / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए सीहासणं सपरिवार भाणियव्वं / तत्थ णं जे से पच्चथिमिल्ले साले एत्थ णं पासायवडेंसए पण्णत्ते तं चेव पमाणं सीहासणं सपरिवार भाणियव्वं, तत्थ णं जे से उत्तरिल्ले साले एत्थ णं एगे महं पासायवडेंसए पण्णत्ते तं चेव पमाणं सीहासणं सपरिवारं तत्थ णं जे से उवरिमविडिमे एत्थ णं एगे महं सिद्धायतणे कोसं आयामेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं देसूर्ण कोसं उड्ढे उच्चत्तेणं अणेगखंभसयसण्णिविट्टे वण्णओ तिदिसिं तओ दारा पंचधणुसया अड्ढाइजधणुसयविक्खभा मणिपेढिया पंचधणुसइया देवच्छंदओ पंचधणुसयविक्खंभो साइरेगपंचधणुसयउच्चत्ते / तत्थ णं देवच्छंदए अट्ठसयं जिण Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ * जीवाजीवाभिगमे प०३ पडिमाणं जिणुस्सेहापमाणाणं, एवं सव्वा सिद्धायतणवत्तव्वया भाणियव्वा जाव धूवकडुच्छुया उत्तिमागारा सोलसविहेहिं रयणेहिं उवेए चेव जंबू णं सुदंसणा मूले बारसहिं पउमवरवेइयाहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, ताओ णं पउमवरवेइयाओ अद्धजोयणं उड्ढं उच्चत्तेणं पंचधणुसयाई विक्खंभेणं वण्णओ // जंबू णं सुदंसणा अण्णेणं अट्ठसएणं जंबूणं तयधुच्चत्तप्पमाणमेत्तेणं सव्वओ समंता संपरिविखत्ता / ताओ णं जंबूओ चत्तारि जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं कोसं चोव्वेहेणं जोयणं खंधो कोसं विखंभेणं तिणि जोयणाई विडिमा बहुमज्झदेसभाए चत्तारि जोयणाई विक्खंभेणं साइरेगाइं चत्तारि जोयणाइं सव्वग्गेणं वइरामयमूला सो चेव चेइयरुक्खवण्णओ // जंबूए णं सुदंसणाए अवरुत्तरेणं उत्तरेणं उत्तरपुरस्थिमेणं एत्थ णं अणाढियस्स देवस्स चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं चत्तारि जंबूसाहस्सीओ, पण्णत्ताओ जंबूए णं सुदंसणाए पुरथिमेणं एत्थ णं अणाढियस्स देवस्स चउण्हं अग्गमहिसीणं चत्तारि जंबूओ पण्णत्ताओ, एवं परिवारो सव्वो णायव्यो जंबूए जाव आयरक्खाणं // जंबू णं सुदंसां तिहिं जोयणसएहिं वणसंडेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता, तंजहा-पढमेणं दोच्चेणं तच्चेणं / जंबूए णं सुदंसणाए पुरथिमेणं पढमं वणसंडं पण्णासं जोयणाई ओगाहित्ता एत्थ णं एगे महं भवणे पण्णत्ते, पुरस्थिमिल्ले भवणसरिसे भाणियब्वे जाव सयणिजं, एवं दाहिणेणं पच्चत्थिमेणं उत्तरेणं // जंबूए णं सुदंसणाए उत्तरपुरस्थिमेणं पढमं वणसंडं पण्णासं जोयणाई ओगाहित्ता चत्तारि णंदापुक्खरिणीओ पण्णताओ, तंजहा-पउमा पउमप्पभा चेव कुमुया कुमुयप्पभा / ताओ णं णंदाओं पुक्खरिणीओ कोसं आयामेणं अद्धकोसं विक्खंभेणं पंचधणुसयाई उव्वेहेणं अच्छाओ सण्हाओ लण्हाओ घट्ठाओ महाओ णिप्पंकाओ णीरयाओ जाव पडिरूवाओ वण्णओ भाणियव्यो जाव तोरणत्ति छत्ताइछत्ता // तासि णं णंदापुक्खरिणीणं बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं पासायवडेंसए पण्णत्ते कोसप्पमाणे अद्धकोसं विक्खंभो सो चेव वण्णओ जाव सीहासणं सपरिवारं / एवं दक्खिणपुरस्थिमेणवि पण्णासं जोयणा० चत्तारि णंदापुक्खरिणीओ उप्पलगुम्मा णलिणा उप्पला उप्पलुजला तं चेव पमाणं तहेव पासायवडेंसगो तापमाणो / एवं दक्षिणपच्चत्थिमेणवि पण्णासं जोयणाणं णवरं-भिंगा भिंगणिभा चेव अंजणा कजलप्पभा, सेसं तं चेव / जंबूए णं सुदंसणाए उत्तरपुरस्थिमेणं पढमं वणसंडं पण्णासं जोयणाई ओगाहित्ता एत्थ णं चत्तारि गंदाओ पुक्खरिणीओ पण्णत्ताओ तं० Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___अनंगपविट्ठसुत्ताणि सिरिकता सिरिमहिया सिरिचंदा चेव तह य सिरिणिलया / तं चेव पमाणं तहेव पासायवडिंसओ॥ जंबूए णं सुदंसणाए पुरथिमिल्लस्स भवणस्स उत्तरेणं उत्तरपुरस्थिमेणं पासायवडेंसगस्स दाहिणेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते अट्ठ जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं मूले बारस जोयणाई विक्खभेणं मज्झे अट्ठ जोयणाई आयामविक्खंभेणं उवरि चत्तारि जोयणाइं आयामविखंभेणं मूले साइरेगाइं सत्ततीसं जोयणाई परिक्खेवेणं मज्झे साइरेगाइं पणुवीसं जोयणाइं परिक्खेवेणं उवरि साइरेगाइं बारस जोयणाई परिक्खेवेणं मूले विच्छिण्णे माझे संखित्ते उप्पिं तणुए गोपुच्छसंठाणसंठिए सव्वजंबूणयामए अच्छे जाव पडिरूवे, से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेणं वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते दोण्हवि वण्णओ // तस्स णं कूडस्स उवरि बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव आसयंति०॥ तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एगं सिद्धाययणं कोसप्पमाणं सव्वा सिद्धाययणवत्तव्वया / जंबूए णं सुदंसणाए पुरथिमस्स भवणस्स दाहिणेणं दाहिणपुरथिमिल्लस्स पासायवडेंसगस्स उत्तरेणं एत्थ ण एगे महं कडे पण्णत्ते तं चेव पमाणं सिद्धाययणं च / जंबूए णं सुदंसणाए दाहिणिल्लस्स भवणस्स पुरथिमेणं दाहिणपुरस्थिमस्स पासायवडेंसगस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते, दाहिणस्स भवणस्स पच्चत्थिमेणं दाहिणपच्चथिमिल्लस्स पासायवडिंसगस्स पुरथिमेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते तं चेव पमाणं सिद्धाययणं च, जंबूओ पच्चस्थिमिल्लस्स भवणस्स दाहिणेणे दाहिणपच्चथिमिल्लस्स पासायवडेंसगस्स उत्तरेणं एत्थ णं एगे महं कुडे प० तं चेव पमाणं सिद्धाययणं च, जंबूए० पच्चत्थिमिल्लस्स भवणस्स उत्तरेणं उत्तरपच्चस्थिमिल्लस्स पासायवडेंसगस्स दाहिणेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते तं चेव पमाण सिद्धाययणं च / जंबूए० उत्तरस्स भवणस्स पच्चत्थिमेणं उत्तरपच्चत्थिमस्स पासायवडेसगस्स पुरत्थिमेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते, तं चेव०। जंबूए० उत्तरभवणस्स पुरथिमेणं उत्तरपुरथिमिल्लस्स पासायवडेंसगस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं एगे महं कूडे पण्णत्ते, तं चेव पमाणं तहेव सिद्धाययणं / जंबू णं सुदंसणा अण्णेहिं बहूहिं तिलए हिं लउएहिं जाव रायरुक्खेहिं हिंगुरुक्खेहिं जाव सव्वओ समंता संपरिक्खिता / जंबूए णं सुदंसणाए उवरि बहवे अट्ठमंगलगा पण्णत्ता, तंजहा-सोत्थिय सिरिवच्छ० किण्हा चामरज्झया जाव छत्ताइच्छत्ता // जंबूए णं सुदंसणाए दुवालस णामधेजा पणत्ता, तंजहा-सुदंसणा अमोहा य, सुप्पबुद्धा जसोधरा / विदेहजंबू सोमणसा, Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 235 णियया णिच्चमंडिया // 1 // सुभद्दा य विसाला य, सुजाया सुमणीतिया। सुदंसणाए जंबूए, णामधेजा दुवालस // 2 // से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-जंबूसुदंसणा 21 गोयमा ! जंबूए णं सुदंसणाए जंबूदीवाहिवई अणाढिए णामं देवे महिड्ढिए जाव पलिओवमट्टिइए परिवसइ, से णं तत्थ चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव जंबूदीवस्स जंबूए सुदंसणाए अणाढियाए य रायहाणीए जाव विहरति / कहि णं भंते ! अणाढियस्स जाव समत्ता वत्तव्वया रायहाणीए महिड्दिए / अदुत्तरं च णं गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 तत्थ तत्थ देसे 2 तहिं 2 बहवे जंबूरुक्खा जंबूवणा जंबूवणसंडा णिच्चं कुसुमिया जाव सिरीए अईव 2 उवसोभेमाणा 2 चिट्ठति, से तेणटेणं गोयमा! एवं बुच्चइ-जंबुद्दीवे 2, अदुत्तरं च णं गोयमा ! जंबुद्दीवस्स सासए णामधेजे पण्णत्ते, जण्ण कयावि णासि जाव णिच्चे // 152 // जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे कइ चंदा पभासिंसु वा पभासेंति वा पभासिस्संति वा ? कइ सूरिया तविंसु वा तवंति वा तविस्संति वा ? कइ णक्खत्ता जोयं जोइंसु वा जोयंति वा जोएस्संति वा ? कइ महग्गहा चार चरिंसु वा चरिंति वा चरिस्संति वा ? केवइयाओ तारागणकोडाकोडीओ सोहिंसु वा सोहंति वा सोहेस्संति वा ? गोयमा ! जंबुद्दीवे णं दीवे दो चंदा पभासिंसु वा 3 दो सूरिया तविंसु वा 3 छप्पण्णं णक्खत्ता जोगं जोएंसु वा 3 छावत्तरं गहसयं चारं चरिंसु वा ३-एगं च सयसहस्सं तेत्तीसं खलु भवे सहस्साई / णव य सया पण्णासा तारागणकोडाकोडीणं // 1 // सोभिंसु वा सोभंति वा सोभिस्संति वा // 153 // जंबुद्दीवं णामं दीवं लवणे णामं समुद्दे वट्टे वलयागारसंटाणसंठिए सव्वओ समंता संपरिक्खित्ताणं चिटइ // लवणे णं भंते ! संमुद्दे किं समचक्कवालसंठिए विसमचक्कवालसंठिए ? गोयमा ! समचकवालसंठिए णो विसमचक्कवालसंठिए // लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइयं चक्कवालविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणे णं समुद्दे दो जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्खंभेणं पण्णरस जोयणसयसहस्साई एगासीइसहस्साई सयमेगूणचत्तालीसे किंचिविसेसूर्ण परिक्खेवेणं पण्णत्ते / से णं एक्काए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते चिट्ठइ, दोण्हवि वण्णओ। सा णं पउमवर० अद्धजोयणं उड्ढं० पंचधणुसयविवखंभेणं लवणसमुद्दसमियपरिक्खेवेणं, सेसं तहेव / से णं वणसंडे देसूणाई दो जोयणाई जाव विहरइ / / लवणस्स णं भंते ! समुदस्स कइ दारा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि दारा पण्णत्ता, तंजहा-विजए वेजयंते जयंते अपराजिए // कहि णं भंते ! लवण Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि समुद्दस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणसमुद्दस्स पुरथिमपेरंते धायइखंडस्स दीवस्स पुरथिमद्धस्स पच्चत्थिमेणं सीओयाए महाणईए उप्पिं एत्थ णं लवणस्स समुद्दस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते अट्ठ जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं चत्तारि जोयणाई विक्खंभेणं, एवं तं चेव सव्वं जहा जंबुद्दीवस्स विजयसरिसेवि [दारसरिसमेयंपि] रायहाणी पुरथिमेणं अण्णंमि लवणसमुद्दे // कहि णं भंते ! लवणसमुद्दे वेजयंते णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणसमुद्दे दाहिणपेरंते धाय इसंडदीवस्स दाहिणद्धस्स उत्तरेणं सेसं तं चेव सव्वं / एवं जयंतेवि, णवरि सीयाए महाणईए उप्पिं भाणियव्वे / एवं अपराजिएवि, णवरं दिसीभागो भाणियव्वो // लवणस्स णं भंते ! समुदस्स दारस्स य 2 एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! 'तिण्णेव सयसहस्सा पंचाणउइं भवे सहस्साइं। दो जोयणसय असिया कोसं दारंतरे लवणे // 1 // ' जाव अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / लवणस्स णं पएसा धायइसंड दीवं पुट्ठा, तहेव जहा जंबूदीवे धायइसंडेवि सो चेव गमो / लवणे णं भंते ! समुद्दे जीवा उद्दाइत्ता सो चेव विही; एवं धायइसंडेवि // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइलवणसमुद्दे 21 गोयमा! लवणे णं समुद्दे उदगे आविले रइले लोणे लिंदे खारए कडुए अप्पेजे बहूणं दुपयचउप्पयमियपसुपक्खिसरी सिवाणं गणत्थ तजोणियाणं सत्ताणं, सुट्ठिए एत्थ लवणाहिवई देवे महिड्ढिए पलिओवमट्टिइए, से णं तत्थ सामाणिय जाव लवणसमुद्दस्स सुट्टियाए रायहाणीए अण्णेसि जाव विहरइ, से एएणटेणं गो० ! एवं वुच्चइ लवणे णं समुद्दे 2, अदुत्तरं च णं गो०! लवणसमुद्दे सासए जाव णिच्चे॥१५४।। लवणे णं भंते ! समुद्दे कइ चंदा पभासिंसु वा पभासिति वा पभासिस्संति वा ? एवं पंचण्हवि पुच्छा, गोयमा ! लवणसमुद्दे चत्तारि चंदा पभासिंसु वा 3 चत्तारि सूरिया तविंसु वा 3 बारसुत्तरं णक्खत्तसयं जोगं जोएंसु वा 3 तिण्णि बावण्णा महग्गहसया चारं चरिंसु वा 3 दुण्णि सयसहस्सा सत्तटुिं च सहस्सा णव य सया तारागणकोडाकोडीणं सोमं सोभिंसु वा 3 // 155 // कम्हा णं भंते / लवणसमुद्दे चाउद्दसट्टमुद्दिट्टपुणिमासिणीसु अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा? गोयमा ! जंबुद्दीवस्स ण दीवस्स चउद्दिसि बाहिरिल्लाओ वेइयंताओ लवणसमुहूं पंचाणउइ 2 जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं चत्तारि महालिंजरसंठाणसंठिया महइमहालया महापायाला पण्णत्ता, तंजहा-वलयामुहे केऊए जूवे ईसरे, ते णं महापायाला एगमेगं जोयणसयसहस्सं उव्वेहेणं मूले दस जोयणसहस्साई विक्खंभेणं मज्झे एगपए सियाए Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 237 सेडीए एगमेगं जोयणसयसहस्सं विक्खंभेणं उवरि मुहमूले दस जोयणसहस्साई विक्खंभेणं // तेसि णं महापायालाणं कुड्डा सव्वत्थ समा दसजोयणसयबाहल्ला पग्णत्ता सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा // तत्थ णं बहवे जीवा पोग्गला य अवकमंति विउक्कमति चयंति उवचयंति सासया णं ते कुड्डा दवट्ठयाए वण्णपजवेहि० असासया / / तत्थ णं चत्तारि देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया परिवसंति, तंजहा-काले महाकाले लंबे पभंजणे // तेसि णं महापायालाणं तओ तिभागा पण्णत्ता, तंजहा-हेट्ठिल्ले तिभागे मझिल्ले तिभागे उवरिमे तिभागे // ते णं तिभागा तेत्तीसं जोयणसहस्सा तिण्णि य तेत्तीसं जोयणसयं जोयणतिभागं च बाहलेणं / तत्थ णं जे से हेछिल्ले तिभागे एत्थ णं वाउकाओ संचिट्ठइ, तत्थ णं जे से मज्झिल्ले तिभागे एत्थ णं वाउकाए य आउकाए य संचिट्ठइ, तत्थ णं जे से उवरिल्ले तिभागे एत्थ णं आउकाए संचिट्ठइ, अदुत्तरं च णं गोयमा ! लवणसमुद्दे तत्थ 2 देसे"बहवे खुड्डालिंजरसंठाणसंठिया खुड्डपायालकलसा पण्णत्ता, ते णं खुड्डा पायाला एगमेगं जोयणसहस्सं उव्वेहेणं मूले एगमेगं जोयणसयं विक्खंभेणं मज्झे एगपएसियाए सेढीए एगमैगं जोयणसहस्सं विक्खंभेणं उप्पि मुहमूले एगमेगं जोयणसयं विक्खंभेणं // तेसि णं खुड्डागपायालाणं कुड्डा सव्वत्थ समा दस जोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ता सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा / तत्थ णं बहवे जीवा पोग्गला य जाव असासयावि, पत्तेयं 2 अद्धपलिओवमट्टिइयाहिं देवयाहिं परिग्गहिया / तेसि णं खुड्डागपायालाणं तओ तिभागा प०, तंजहा-हेढिल्ले तिभागे मझिल्ले तिभागे उवरिल्ले तिभागे, ते णं तिभागा तिणि तेत्तीसे जोयणसए जोयणतिभागं च बाहलेणं पण्णत्ते / तत्थ ण 'जे से हेहिले तिभागे एत्थ णं वाउकाओ मज्झिले तिभागे वाउकाए आउकाए य उवरिल्ले आउकाए, एवामेव सपुवावरेणं लवणसमुद्दे सत्त पायालसहस्सा अट्ट य चुलसीया पायालसया भवतीति मक्खाया। तेसि णं महापायालाणं खुड्डागपायालाण य हेट्ठिममज्झिमिल्लेसु तिभागेसु बहवे ओराला वाया संसेयंति संमुच्छिमंति एयंति चलंति कंपति खुब्भंति घट्टति पंदंति तं तं भावं परिणमंति तया णं से उदए उण्णामिज्जइ, जया णं तेसिं महापायालाणं खुड्डागपायालाण य हेट्ठिलमज्झिलेसु तिभागेसु णो बहवे ओराला जाव तं तं भावं ण परिणमंति तयाणं से उदए णो उण्णामिजइ अंतरावि य णं ते वायं उदीरोंत अंतरावि य णं से उदगे उण्णामिजइ अंतरावि य ते वाया णो उर्दीरंति अंतरावि य णं से उदगे णो उण्णामिजइ, एवं खलु गोयमा ! लवणसमुद्दे चाउद्दसट्टमुद्दिट्ट Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 238 अनंगपविद्वसुत्ताणि . पुण्णमासिणीसु अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा // 156 // लवणे णं भंते ! समुद्दे तीसाए मुहुत्ताणं कइखुत्तो अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा ? गोयमा ! लवणे णं समुद्दे तीसाए मुहुत्ताणं दुक्खुत्तो अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-लवणे णं समुद्दे तीसाए मुहुत्ताणं दुक्खुत्तो अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा ? गोयमा ! उड्ढमंतेसु पायालेसु वड्ढइ आपूरिएसु पायालेसु हायइ,से तेणद्वेणं गोयमा ! लवणे.णं समुद्दे तीसाए मुहत्ताणं दुक्खुत्तो अइरेगं अइरेगं वड्ढइ वा हायइ वा // 157 // लवणसिहा णं भंते ! केवइयं चकवालविक्खंभेणं केवइयं अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा ? गोयमा ! लवणसिहाए णं दस जोयणसहस्साई चकवालविक्खंभेणं देसूणं अद्धजोयणं अइरेगं 2 वड्ढइ वा हायइ वा // लवणस्स णं भंते ! समुद्दस्स कइ णागसाहस्सीओ अभितरियं वेलं धारंति ? कइ णागसाहस्सीओ बाहिरियं वेलं धरंति ? कइ णागसाहस्सीओ अग्गोदयं धरैति ? गोयमा! लवणसमुद्दस्स बायालीसं णागसाहस्सीओ अभितरियं वेलं धारति, बावत्तरि णागसाहस्सीओ बाहिरियं वेलं धारति, सढेि णागसाहस्सीओ अग्गोदयं धारेंति, एवामेव सपुत्वावरेणं एगा णागसयसाहस्सी चोवत्तरं च णागसहस्सा भवंतीति मक्खाया // 158|| कइ णं भंते ! वेलंधरा णागराया पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि वेलंधरा णागराया पण्णत्ता, तंजहा-गोथूभे सिवए संखे मणोसिलए // एएसि णं भंते ! चउण्हं वेलंधरणागरायाणं कइ आवासपव्वया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि आवासपव्वया पण्णत्ता, तंजहा-गोथूभे उदगभासे संखे दगसीमाए // कहि णं भंते ! गोथूभस्स वेलंधरणागरायस्स गोथूभे णामं आवासपव्वए पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबूदीवे दीवे मंदरस्स प० पुरस्थिमेणं लवणं समुदं बायालीसं जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ. णं गोथूभस्स वेलंधरणागरायस्स गोथूभे णामं आवासपव्वए पण्णत्ते सत्तरसएकवीसाइं जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं चत्तारि तीसे जोयणसए कोसं च उव्वेहेणं मूले दसबावीसे जोयणसए आयामविक्खंभेणं मज्झे सत्ततेवीसे जोयणसए उवरिं चत्तारि चउवीसे जोयणसए आयामविक्खंभेणं मूले तिण्णि जोयणसहस्साई दोण्णि य बत्तीसुत्तरे जोयणसए किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं मझे दो जोयणसहस्साइं दोण्णि य छलसीए जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं उवरि एगं जोयणसहस्सं तिण्णि य ईयाले जोयणसए किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं मूले वित्थिण्णे मज्झे संखित्ते उप्पिं तणुए गोपुच्छसंठाणसंठिए सव्वकणगामए अच्छे जाव पडिरूवे // से णं एगाए पउमवर Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 236 वेइयाए एगेण य वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, दोण्हवि वण्णओ // गोथूभस्स णं आवासपव्वयस्स उवरि बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव आसयंति० // तस्स गं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं एगे महं पासायव.सए बावटुं जोयणद्धं च उड्दं उच्चत्तेणं तं चेव पमाणं अद्ध आयामविक्खंभेणं वण्णओ जाव सीहासणं सपरिवारं // से केणट्टेणं भंते! एवं बुच्चइ-गोथूभे आवासपव्वए 2 ? गोयमा ! गोथूभे णं आवासपव्वए तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहूओ खुड्डाखुड्डियाओ जाव गोथूभवण्णाई बहूई उप्पलाइं तहेव जाव गोथूभे तत्थ देवे महिड्ढिए जाव पलिओवमट्टिइए परिवसइ, से णं तत्थ चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव गोथूभयस्स आवासपव्ययस्स गोथूभाए रायहाणीए जाव विहरइ, से तेणटेणं जाव णिच्चे // रायहाणि पुच्छा, गोयमा ! गोथूभस्स आवासपव्वयस्स पुरस्थिमेणं तिरियमसंखेजे दीवसमुद्दे वीइवइत्ता अण्णमि लवणसमुद्दे तं चेव पमाणं तहेव सव्वं / / कहि णं भंते ! सिवगस्स वेलंधरणागरायस्स दओभासणामे आवासपव्वए पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवेणं दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दक्खिणेणं लवणसमुदं बायालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णंसिवगस्स वेलंधरणागरायस्स दोभासे णामं आवासपव्वए पण्णत्ते, तं चेव पमाणं जं गोथूभस्स, णवरि सव्वअंकामए अच्छे जाव पडिरूवे. जाव अट्ठो भाणियन्यो, गोयमा! दोभासे गंआवासपव्वए लवणसमुद्दे अट्ठजोयाणियखेत्ते दगं सव्वओ समंता ओभासेइ उज्जोवेइ तवइ पभासेइ सिवए इत्थ देवे महिड्ढिए जाव रायहाणी से दक्खिणेणं सिविगा दओभासस्स सेसं तं चेव // कहि गंभंते ! संखस्स वेलंधरणागरायस्स संखे णाम आचासपव्वए पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवेणं दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पचत्थिमेणं लवणसमुदं बायालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं संखस्स वेलंधर० संखे णामं आवासपव्वए प० तं चेव पमाणं णवरं सव्वरयणामए अच्छे जाव पडिरूवे। से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं जाव अट्ठो बहूओ खुड्डाखुड्डियाओ जाव बहूई उप्पलाई संखप्पभाई संखवण्णाई संखवण्णप्पभाई संखे एत्थ देवे महिड्ढिए जाव रायहाणीए पचत्थिमेणं संखस्स आवासपव्वयस्स संखा णाम रायहाणी तं चेव पमाणं // कहि णं भंते ! मणोसिलगस्स वेलंधरणागरायस्स उदगसीमाए णामं आवासपव्वए पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स प० उत्तरेणं लवणसमुदं बायालीसं जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं मणोसिलगस्स वेलंधरणागरायस्स उदगसीमाए णामं आवासपव्वए पण्णत्ते Page #249 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 240 ___अनंगपविट्ठसुत्ताणि तं चेव पमाणं णवरि सव्वफलिहामए अच्छे जाव पडिरूवे अट्ठो, गोयमा ! दगसीमंते णं आवासपव्वए सीयांसीयोयगाणं महाणईणं तत्थ गओ सोए पडिहम्मइ से तेणष्टेणं जाव णिच्चे, मणोसिलए एत्थ देव महिड्ढिए जाव से णं तत्थ चउण्हं सामाणिय० जाव विहरइ // कहि गं भंते ! मणोसिलगस्स वेलंधरणागरायस्स मणोसिला णाम रायहाणी पण्णत्ता ? गोयमा ! दगसीमस्स आवासपव्वयस्स उत्तरेणं तिरि० अण्णंमि लवणे एत्थ णं मणोसिलिया णाम रायहाणी पण्णत्ता तं चेव पमाणं जाव मणोसिलए देवे-कणगंकरययफालियमया य वेलंधराणमावासा / अणुवेलंधरराईण पव्वया होति रयणमया॥१॥१५९॥ कइणं भंते! अणुवेलंधरणागरायाणो पण्णत्ता? गोयमा ! चत्तारि अणुवेलंधरणागरायाओ पण्णत्ता, तंजहा-कक्कोडए कद्दमए केलासे अरुणप्पभे ! एएसि णं भंते ! चउहं अणुवेलंधरणागरायाणं कइ आवासपव्वया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि आवासपव्वया पण्णत्ता, तंजहा-कक्कोडए 1 कद्दमए 2 कइलासे 3 अरुणप्पमे 4 // कहि णं भंते ! ककोडगस्स अणुवेलंधरणागरायस्स ककोडए णाम आवासपव्वए पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरपुरच्छिमेणं लवणसमुदं बायालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं कक्कोडगस्स गागरायस्स कक्कोडए णाम आवासपव्वए पण्णत्ते सत्तरस एकवीसाइं जोयंणसयाइं तं चेव पमाणं जं गोथूभस्स णवरि सव्वरयणामए अच्छे जाव गिरवसेसं जाव सीहासणं सपरिवार अट्ठो से बहूई उप्पलाई० कक्कोडप्पभाई सेसं तं चेव णवरि कक्कोडगपव्वयस्स उत्तरपुरच्छिमेणं, एवं तं चेव सव्वं, कद्दमस्सवि सो चेव गमओ अपरिसेसिओ, णवरि दाहिणपुरच्छिमेणं आवासो विज्जुप्पभा रायहाणी दाहिणपुरस्थिमेणं, कइलासेवि एवं चेव, णवरि दाहिणपच्चत्थिमेणं कइलासावि रायहाणी ताए चेव दिसाए, अरुणप्पभेवि उत्तरपञ्चत्थिमेणं रायहाणीवि ताए चेव दिसाए, चत्तारि विगप्पमाणा सव्वरयणामया य // 160 // कहि णं भंते ! सुट्टियस्स लवणाहिवइस्स गोयमदीवे णामं दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पच्चत्थिमेणं लवणसमुदं बारसजोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं सुट्टियस्स लवणाहिवइस्स गोयमदीवे. पण्णत्ते, बारसजोयणसहस्साइं आयामविक्खंभेणं सत्ततीसं जोयणसहस्साइं णव य अडयाले जोयणसए किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं जंबूदीवंतेणं अद्धेगूणणउए जोयणाई चत्तालीसं पंचणउइभागे जोयणस्स ऊसिए जलंताओ लवणसमुदंतेणं दो कोसे ऊसिए जलंताओ // से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं सव्वओ समंता तहेव Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 241 वण्णओ दोपहवि / गोयमदीवस्स णं दीवस्स अंतो जाव बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते, से जहाणामए-आलिंग० जाव आसयंति० / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं सुट्टियस्स लवणाहिवइस्स एगे महं अइक्कीलावासे णाम भोमेजविहारे पण्णत्ते बावढि जोयणाई अद्धजोयणं उड्डं उच्चत्तेणं एकत्तीस जोयणाई कोसं च विखंभेणं अणेगखंभसयसण्णिविट्ठे सव्वो भवणवण्णओ भाणियव्यो। अइक्कीलावासस्स णं भोमेजविहारस्स अंतो बहुसमरमणिजे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणीणं फासो / तस्स णं बहुसमरमणिजस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ एगा मणिपेढिया पण्णत्ता / सा णं मणिपेढिया दो जोयणाई आयामविक्खंभेणं जोयणबाहलेणं सव्वमणिमई अच्छा जाव पडिरूवा। तीसे णं मणिपंढियाए उवरि एन्थ णं देवसयणिज्जे पण्णत्ते वण्णओ // से केणट्टेणं भंते! एवं वुच्चइ-गोयमदीवे दीवे 2? गोयमा! गोयमदीवेणं दीवे तत्थ 2 देसे 2 तहिं२ बहूइं उप्पलाइं जाव गोयमप्पभाइं से एएणट्रेणं गोयमा! जाव णिच्चे / कहि णं भंते ! सुट्टियस्स लवणाहिवइस्स सुट्ठिया णामं रायहाणी पण्णत्ता ? गोयमा! गोयमदीवस्स पच्चत्थिमेणं तिरियमसंखेजे जाव अण्णमि लवणसमुद्दे वारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता, एवं तहेव सव्वं णेयव्वं जाव सुट्टिए देवे // 16 // कहि णं भंते ! जंबुद्दीवगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स पुरच्छिमेणं लवणसमुदं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं जंबूदीवगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पणत्ता, जंबुद्दीवंतेणं अद्धेगूणणउइजोयणाई चत्तालीसं पंचाणउई भागे जोयणस्स ऊसिया जलंताओ लवणसमुदंतेणं दो कोसे ऊसिया जलंताओ बारस जोयणसहस्साइं आयामविक्खभेणं, सेसं तं चेव जहा गोयमदीवस्स परिक्खेवो पउमवरवेइया पत्तेयं 2 वणसंडपरि० दोण्हवि वण्णओ बहुसमरमणिजा भूमिभागा जाव जोइसिया देवा आसयंति / तेसि णं बहुसमरमणिजे भूमिभागे पासायवडेसगा बावट्टि जोयणाइं० बहुमज्झ० मणिपढियाओ दो जोयणाई जाव सीहासणा सपरिवारा भाणियव्वा तहेव अट्ठो, गोयमा ! बहूसु खुड्डासु खुड्डियासु बहूई उप्पलाइं० चंदवण्णाभाई चंदा एत्थ देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया परिवसंति, ते णं तत्थ पत्तेयं पत्तेयं चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं जाव चंददीवाणं चंदाण य रायहाणीणं अण्णेसिं च बहूणं जोइसियाणं देवाणं देवीण य आहेवच्चं जाव विहरंति, से तेण?णं गोयमा! चंददीवा जाव णिच्चा / कहि णं भंते ! जंबुद्दीवगाणं चंदाणं चंदाओ णाम रायहाणीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! चंददीवाणं पुरथिमेणं तिरियं जाव अण्णमि जंबुद्दीवे 2 बारस जोयणसहस्साइं Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 242 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . ओगाहित्ता तं चेव पमाणं जाव एमहिड्ढिया चंदा देवा 2 // यहि में भंते ! जंबुद्दीवगाणं सूराणं सूरदीवा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स पच्चत्थिमेणं लवणसमुदं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता तं चेव उच्चत्तं आयामविक्खंभेणं परिक्खेवो वेइया वणसंडा भूमिभागा जाव आसयंति० पासायवडेसगाणं तं चेव पमाणं मणिपेढिया सीहासणा सपरिवारा अट्ठो उप्पलाई० सूरप्पभाई सूरा एत्थ देवा जाव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पञ्चत्थिमेणं अण्णमि जंबुद्दीवे दीवे सेसं तं चेव जाव सूरा देवा 2 // 16 // कहि णं भंते ! अभितरलावणगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे 2 मंदरस्स पव्वयस्स पुरस्थिमेणं लवणसमुदं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं अभितरलावणगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता, जहा जंबुद्दीवगा चंदा तहा भाणियव्वा णवरि रायहाणीओ अण्णमि लवणे सेसं तं चेव / एवं अभितरलावणगाणं सूराणवि लवणसमुदं बारस जोयणसहस्साई तहेव सव्वं जाव रायहाण.ओ // यहि णं भंते ! बाहिरलावणगाणं चंदाणं चंददीवा० पण्णत्ता ? गोयमा ! लवणस्स समुद्दस्स पुरस्थिमिलाओ वेइयंताओ लवणसमुदं पञ्चत्थिमेणं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं बाहिरलावणगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता धायइसंडदीवंतेणं अद्धे गूण णवइजोयणाई चत्तालीसं च पंचणंउइभागे जोयणस्स ऊसिया जलंताओ लवणसमुदंतेणं दो कोसे ऊसिया बारस जोयणसहस्साइं आयामविक्खंभेणं पउमवरवेइया वणसंडा बहुसमरमणिजा भूमिभागा मणिपेढिया सीहासणा सपरिवारा सो चेव अट्ठो रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरत्थिमेणं तिरियमसं० अण्णंमि लवणसमुद्दे तहेव सव्वं / कहि णं भंते ! बाहिरलावणगाणं सूराणं सूरदीवा णामं दीवा पण्णत्ता 1 गोयमा ! लवणसमुद्दपच्चस्थिमिल्लाओ वेइयंताओ लवणसमुदं पुरथिमेणं बारस जोयणसहस्साई घायइसंडदीवंतेणं अद्धेगूणणउइं जोयणाई चत्तालीसं च पंचणउइभागे जोयणस्स दो कोसे ऊसिया सेसं तहेव जाव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पच्चत्थिमेणं तिरियमसंखेजे लवणे चेव बारस जोयणा तहेव सव्वं भाणियव्वं // 163 // कहि णं भंते ! धायइसंडदीवगाणं चंदाणं चंददीवा० पण्णत्ता ? गोयमा ! धायइसंडस्स द वरस पुरथिमिल्लाओ वेइयंताओ कालोयं णं समुदं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं धायइसंडदीवाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता, सन्वओ समंता दो कोसा ऊसिया जलंताओ बारस जोयणसहस्साई तहेव विक्खंभपरिवखेवो भू भागो Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 243 पासायवडिंसया मणिपेढिया सीहासणा सपरिवारा अट्ठो तहेव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरस्थिमेणं अण्णमि धायइसंडे दीवे सेसं तं चेव, एवं सूरदीवावि, णवरं धायइसंडस्स दीवस्स पञ्चथिमिल्लाओ वेइयंताओ कालोयं णं समुदं बारस जोयण० तहेव सव्वं जाव रायहाणीओ सूराणं दीवाणं पञ्चस्थिमेणं अण्णंमि धायइसंडे दीवे सव्वं तहेव // 164 // कहि णं भंते ! कालोयगाणं चंदाणं चंदर्द,वा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! कालोयसमुद्दस्स पुरच्छिमिलाओ वेइयंताओ कालोयणं समुदं पच्चत्थिमेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं कालोयगचंदाण चंददीवा०सव्वओ समंता दो कोसा ऊसिया जलंताओ सेमं तहेव जाव रायहाणीओ सगाणं दीव० पुरच्छिमेणं अण्णमि कालोयगसमुद्दे बारस जोयणा तं चेव सव्वं जाव चंदा देवा 2 / एवं सूराणवि, णवरं कालोयगपञ्चस्थिमिल्लाओ वेइयंताओ कालोयसमुद्दपुरच्छिमेणं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता तहेव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पचत्थिमेणं अण्णंमिकालोयगसमुद्दे तहेव सव्वं / एवं पुक्खरवरगाणं चंदाणं पुक्खरवरस्स दीवस्स पुरत्थिमिल्लाओ वेइयंताओ पुक्खरसमुदं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता चंददीवा अण्णंमि पुक्खरवरे दीवे रायहाणीओ तहेव / एवं सूराणवि दीवा पुक्खरवरदीवस्स पचत्थिमिल्लाओ वेइयंताओ पुक्खरोदं समुदं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता तहेव सव्वं जाव रायहाणीओ दीविलगाणं दीवे समुद्दगाणं समुद्दे चेव एगाणं अभितरपासे एगाणं बाहिरपासे रायहाणीओ दीविल्लगाणं दीवेसु समुद्दगाणं समुद्देसु सरिसणामएसु // 165 / / इमे णामा अणुगंतव्वा-जंबुद्दीने लवणे धायइ कालोद पुवखरे वरुणे / खीर घय इक्खुवरो य]णंदी अरुणवरे कुंडले रुयगे // 1 // आभरणवत्थगंधे उप्पलतिलए य पुढवि णिहिरयणे / वासहरदहणईओ विजया वक्खारकप्पिदा // 2 // पुरमंदरमावासा कूडा णक्खत्तचंदसूरा य / एवं भाणियव्वं // 166 / / कहि णं भंते ! देवद्दीवगाणं चंदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! देवदीवस्स देवोदं समुदं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता तेणेव कमेण पुरथिमिलाओ वेइयंताओ जाव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरथिमेणं देवद्दीवं समुदं असंखेजाई जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं देवदीवयाणं चंदाणं चंदाओ णामं रायहाणीओ पण्णत्ताओ, सेसं तं चेव, देवदीवचंदा दीवा, एवं सूराणवि, णवरं पञ्चस्थिमिल्लाओ वेइयंताओ पच्चत्थिमेणं च भाणियव्वा तंमि चेव समुद्दे / / कहि णं भंते ! देवसमुद्दगाणं चदाणं चंददीवा णामं दीवा पण्णत्ता ? गोयमा! देवोदगस्स समुद्दस्स पुरथिमिल्लाओ Page #253 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - 244 अनंगपविद्वसुत्ताणि वेइयंताओ देवोदगं समुदं पच्चत्थिमेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता तेणेव कमेणं जाव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पच्चत्थिमेणं देवोदगं समुदं असंखेजाई जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं देवोदगाणं चंदाणं चंदाओ णामं रायहाणीओ पण्णत्ताओ, तं चेव सव्वं, एवं सूराणवि, णवरि देवोदगस्स पचत्थिमिल्लाओ वेइयंताओ देवोदगसमुदं पुरथिमेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता रायहाणीओ सगाणं 2 दीवाणं पुरथिमेणं देवोदगं समुदं असंखेजाइं जोयणसहस्साइं // एवं णागे जक्खे भूएवि चउण्हं दीवसमुद्दाणं / कहिणं भंते ! सयंभूरमणदीवगाणं चंदाणं चंददीवा णाम दीवा पण्णत्ता ? गोयमा! सयंभूरमणस्स दीवस्स पुरथिमिल्लाओ वेइयंताओ सयंभूरमणोदगं समुदं बारस जोयणसहस्साइं तहेव रायहाणीओ सगाणं 2 दीवाणं पुरत्थिमेणं सयंभूरमणोदगं समुदं पुरस्थिमेणं असंखेजाई जोयण० तं चेव, एवं सूराणवि, सयंभूरमणस्स पञ्चस्थिमिलाओ वेइयंताओ रायहाणीओ संगाणं 2 दीवाणं पच्चस्थिमिल्लाणं सयंभूरमणोदं समुदं असंखेजा० सेसं तं चेव / कहि णं भंते ! सयंभूरमणसमुद्दगाणं चंदाणं०१ गोयमा ! सयंभूरमणस्स समुदस्स पुरथिमिल्लाओ वेइयंताओ सयंभूरमणं समुई पच्चत्थिमेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता सेसं तं चेव / एवं सूराणवि, सयंभूरमणस्स पञ्चस्थिमिल्लाओ सयंभूरमणोदं समुदं पुरथिमेणं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरत्थिमेणं सयंभूरमणं समुदं असंखेजाई जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता, एत्थ णं सयंभूरमण जाव सूरा देवा 2 // 167 // अस्थि णं भंते ! लवणसमुद्दे वेलंधराइ वा णागरायाइ वा खण्णाइ वा अग्घाइ वा सिंहाइ वा विजाईइ वा हासवट्टीइ वा ? हंता अस्थि / जहा णं भंते ! लवणसमुद्दे अत्थि वेलंधराइ वा णागराया. अग्घा० सिंहा० विजाईइ वा हासवट्टीइ वा तहाणं बाहिरएसुवि समुद्देसु अस्थि वेलंधराइवा णागरायाइ वा० अग्घाइवासीहाइ वा विजाईइ वा हासवट्टीइ वा ? णो इणढे समढे // 168 // लवणे णं भंते ! समुदं किं ऊसिओदगे किं पत्थडोदगे किं खुभियजले कि अखुभियजले 1 गोयमा ! लवणे णं समुद्दे ऊसि ओदगे णो पत्थडोदगे खुभियजले णो अक्खुभियजले / जहा णं भंते ! लवणे समुद्दे ऊसिओदगे णो पत्थडोदगे खुभियजले णो अक्खुभियजले तहाणं बाहिरगा समुद्दा किं ऊसिओदगा पत्थडोदगा खुभियजला अक्खुभियजला ? गोयमा! बाहिरगा समुद्दा णो उस्सिओदगा पत्थडोदगाणो खुभियजला अक्खुभियजला पुण्मा पुण्णप्पमाणा वोलदृमाणा वोसट्टमाणा समभरघडत्ताए चिट्ठति // अस्थि णं भंते ! लवणसमुद्दे बहवे Page #254 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 245 ओराला बलाहगा संसेयंति संमुच्छंति वा वासं वासंति वा ? हंता अस्थि / जहा गंभंते ! लवणसमुद्दे बहवे ओराला बलाहगा संसेयंति संमुच्छंति वासं वासंति वा तहा णं बाहिरएसुवि समुद्देसु बहवे ओराला बलाहगा संसेयंति संमुच्छंति वासं वासंति ? णो इणढे समढे, से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ-बाहिरगाणं समुद्दा पुण्णा पुण्णप्पमाणा वोलट्टमाणा वोसट्टमाणा समभरघडताए चिटुंति ? गोयमा ! बाहिरएसु णं समुद्देसु बहवे उदगजोणिया जीवा य पोग्गला य उदगत्ताए वक्कमति विउक्कमंति चयंति उवचयंति, से तेणटेणं एवं बुच्चइ-बाहिरगा समुद्दा पुण्णा पुण्ण. जाव समभरघडत्ताए चिट्ठति // 169 / / लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइयं उव्वेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणस्स णं समुद्दस्स उभओ पासिं पंचाणउइ 2 पएसे गंता पएसं उव्वेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते, पंचाणउइ 2 वालग्गाइं गंता वालग्गं उब्वेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते, एवं पं० 2 लिक्खाओ गंता लिक्ख उव्वेहपरि० जूया. जवमज्झे०अंगुल० विहत्थि० रयणी० कुच्छी० धणु० उव्वेहपरिवुड्ढीए प०,गाउय० जोयण जोयणसय०जोयणसहस्साई गंता जोयणसहस्सं उव्वेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते // लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइयं उस्सेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणस्सणं समुद्दस्स उभओ पासिं पंचाणउइं पएसे गंता सोलसपएसे उस्सेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते, एएणेव कमेणं जाव पंचाणउइं 2 जोयणसहस्साई मंता सोलस जोयणसहस्साइं उस्सेहपरिवुड्ढीए पण्णत्ते / 170 / लवणस्स णं भंते ! समुद्दस्स केमहालए गोतित्थे पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणस्स णं समुहस्स उभओ पासिं पंचाणउई 2 जोयणसहस्साइं गोतित्थं पण्णत्तं // लवणस्स णं भंते ! समुद्दस्स केमहालए गोतित्थविरहिए खेत्ते पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणस्स णं समुद्दस्स दस जोयणसहस्साई गोतित्थविरहिए खेत्ते पण्णत्ते // लवणस्स णं भंते ! समुदस्स केमहालए उदगमाले पण्णत्ते ? गोयमा! दस जोयणसहस्साई उदगमाले.पण्णत्ते // 171 // लवणे णं भंते ! समुद्दे किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! गोतित्थसंठिए णावासंठाणसंठिए सिप्पिसंपुडसंठिए आसखंधसंठिए वलभिसंठिए वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए पण्णत्ते // लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइयं चक्कवालविखंभेणं ? केवइयं परिक्खेवेणं ? केवइयं उव्वेहेणं ? केवइयं उस्सेहेणं ? केवइयं सव्वग्गेणं पण्णत्ते ?, गोयमा ! लवणे णं. समुद्दे दो जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्खंभेणं पण्णरस जोयणसयसहस्साई एक्कासीइं च सहस्साई सयं च इगुयालं किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं एगं जोयणसहस्सं उव्वेहेणं सोलस जोयणसहस्साई उस्सेहेणं सत्तरस जोयणसहस्साई Page #255 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 246 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वग्गेणं पण्णत्ते // 172 // जइ णं भंते ! लवणसमुद्दे दो .जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्वंभेणं पण्णरस जोयणसयसहस्साई एक्कासीइं च सहस्साई सयं इगुयालं किंचि विसेसूणे परिक्खेवेणं एगं जोयणसहस्सं उव्वेहेणं सोलस जोयणसहस्साई उस्सेहेणं सत्तरस जोयणसहस्साइं सव्वग्गेणं पण्णत्ते / कम्हा णं भंते ! लवणसमुद्दे जंबुद्दीवं 2 णो उवीलेइ णो उप्पीलेई णो चेव णं एक्कोदगं करेइ ? गोयमा ! जंबुद्दीवे णं दीवे भरहेरवएसु वासेसु अरहंतचक्कवट्टिबलदेवा वासुदेवा चारणा विजाहरा समणा समणीओ सावया सावियाओ मणुया पगइभद्दया पगइविणीया पगइउवसंता पगइपयणुकोहमाणमायालोमा मिउमद्दवसंपण्णा अल्लीणा भद्दगा विणीया, तेसि णं पणिहाए लवणे समुद्दे जंबुद्दीवं दीवं णो उवीलेइ णो उप्पीलेइ णो चेवणं एगोदगं करेइ गंगासिंधुरत्तारत्तवईसु सलिलासु देवयाओ महिड्ढियाओ-जाव पलिओवमट्टिइयाओ परिवसंति, तासि णं पणिहाए लवणसमुद्दे जाव णो चेव णं एगोदगं करेइ, चुल्लहिमवंतसिहरेसु वासहरपव्वएसु देवा महिड्ढिया० तेसि णं पणिहाए० हेमवएरण्णवएसु वासेसु मणुया पगइभद्दगा०, रोहियंससुवण्णकूलरुप्पकूलासु सलिलासु देवयाओ महिड्ढियाओ० तासिं पणि० सद्दावइवियडावइ वट्टवेयड्ढपव्वएसु देवा महिड्डिया जाव पलिओवमट्टिइया परिव०, महाहिमवंतरप्पिसु वासहरपव्वएसु देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया०,हरिवासरम्मयवासेसु मणुया पगइभद्दगा०, गंधावइमालवंतपरियाएसु वट्टवेयड्ढपव्वएसु देवा महिड्ढिया०, णिसढणीलवंतेसु वासहरपव्वएसु देवा महिड्ढिया०,सव्वाओ दहदेवयाओ भाणियव्वाओ,पउमद्दहतिगिच्छिकेसरिदहावसाणेसु देवयाओ महिड्ढियाओ०तासिं पणिहाए० पुव्वविदेहावरविदेहेसु वासेसु अरहंतचक्कवट्टिबलदेववासुदेवा चारणा विजाहरा समणा समणीओ सावया सावियाओ मणुया पगइ० तेसिं पणिहाए लवण० सीयासीओयगासु सलिलासु देवयाओ महिड्-ि ढया०, देवकुरुउत्तरकुरुसु मणुया पगइभद्दगा०, मंदरे पव्वए देवयाओ महिड्ढिया०, जंबूए य सुदंसणाए जंबूदीवाहिवई अणादिए णामं देवे महिड्ढिए जाव पलिओवमट्टिइए परिवसइ तस्स पणिहाए लवणसमुद्दे० णो उवीलेइ णो उप्पीलेइ णो चेव णं एक्कोदगं करेइ, अदुत्तरं च णं गोयमा ! लोगट्टिई लोगाणुभावे जण लवणसमुद्दे जंबुद्दीवं दीवं णो उवीलेइ णो उप्पीलेइ णो चेव णमेगोदगं करेइ // 173 / / // मंदरोइसो समत्तो॥ Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दीवसमुद्दा लवणसमुदं धायइसंडे णामं दीवे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए सव्वओ समंता संपरिक्खित्ताणं चिट्ठइ, धायइसंडे णं भंते ! दीवे किं समचक्कवालसंठिए विसमचक्कवालसंठिए ? गोयमा ! समचक्कवालसंठिए णो विसमचक्कवालसंठिए // धायइ. संडे णं भंते ! दीवे केवइयं चकवालविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! चत्तारि जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्खंभेणं एगयालीसं जोयणसयसहस्साइं दसजोयणसहस्साइं णवएगटे जोयणसए किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं पण्णत्ते // से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेणं वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिविखत्ते दोण्हवि वण्णओ दीवसमिया परिक्खेवेणं // धायइसंडस्स णं भंते ! दीवस्स कइ दारा पण्णत्ता 1 गोयमा ! चत्तारि दारा पणत्ता, तं०-विजए वेजयंते जयंते अपराजिए। कहि णं भंते ! धायइसंडस्स दीवस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! धायइसंडपुरस्थिमपेरंते कालोयसमुद्दपुरथिमद्धस्स पच्चत्थिमेणं सीयाए महाणईए उप्पिं एत्थ णं धायइ० विजए णामं दारे पण्णत्ते तं चेव पमाणं, रायहाणीओ अण्णंमि धायइसंडे दीवे, दीवस्स वत्तव्वया भाणियव्वा, एवं चत्तारिवि दारा भाणियव्वा // धायइसंडस्स णं भंते ! दीवस्स दारस्स य 2 एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! दस जोयणसयसहस्साई सत्तावीसं च जोयणसहस्साइं सत्तपणतीसे जोयणसए तिण्णि य कोसे दारस्स य 2 अबाहाए अंतरे पण्णत्ते // धाय इसंडस्स णं भंते ! दीवस्स पएसा कालोयगं समुदं पुट्टा ? हेता पुट्ठा // ते णं भंते ! किं धायइसंडे दीवे कालोए समुद्दे 1 ते धायइसंडे णो खलु ते कालोयसमुद्दे / एवं कालोय. स्सवि / धायइसंडद्दीवेणं भंते ! जीवा उद्दाइत्ता 2 कालोए समुद्दे पच्चायंति ? गोयमा! अत्थेगइया पच्चायंति अत्थेगइया णो पच्चायति / एवं कालोएवि अत्थे० प० अत्थेगइया णो पच्चायति // से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-धायइसंडे दीवे 2 1 गोयमा! धायइसंडे णं दीवे तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहवे धायहरुक्खा धायइवण्णा धायइसंडा णिच्चं कुसुमिया जाव' उवसोभेमाणा 2 चिट्ठति, धायइमहाधायहरुक्खेसु सुदंसणपियदंसणा दुवे देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमहिइया परिवसंति से एएणटेणं०, अदुत्तरं च णं गोयमा! जाव णिच्चे॥ धायइसंडे णं भंते ! दीवे कइ चंदा पभासिंसु वा 3 1 कइ सूरिया तविंसु वा 3 1 कइ महग्गहा चारं चरिंसु वा 3 ? कइ णक्खत्ता Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 248 अनंगपविद्वसुत्ताणि जोगं जोइंसु वा 31 कइ तारागणकोडाकोडीओ सोभेसु वा 3 1 गोयमा ! बारस चंदा पभासिँसु वा 3, एवं-चउवीसं ससिरविणो णवखत्त सया य तिणि छत्तीसा। एगं च गहसहस्सं छप्पण्णं धायईसंडे // 1 // अद्वैव सयसहस्सा तिण्णि सहस्साइं सत्त य सयाई। धायइसंडे दीवे तारागणकोडिकोडीणं ||2|| सोभेसु वा 3 // 174|| धायइसंडं णं दीवं कालोए णामं समुद्दे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए सव्वओ समंता संपरिक्खिताणं चिटइ, कालोए णं समुद्दे कि समचकवालसंठाणसंठिए विसम ? गोयमा ! समचक्वाल० णो विसमचक्कवालसंठिए / कालोए णं भंते ! समुद्दे केवइयं चकवालविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ट जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्खंभेणं एक्काणउइजोयणसयसहस्साइं सत्तरि सहस्साई छच्च पंचुत्तरे जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते // से,णं. एगाए पउमवरवेइयाए एगेणं वणसंडेणं० दोहवि वण्णओ || कालोयस्स | भंते ! समुद्स्स कइ दारा पण्णता ? गोयमा! चत्तारि दारा पण्णत्ता, तंजहा-विजए वेजयंते जयंते अपरा जेए // कहि णं भंते ! कालोयस्स समुद्दस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! कालोए समुद्दे पुरथिमपेरंते पुक्खरवरदीवपुरथिमद्धस्स पच्चत्थिमेणं सीओयाए महाणईए उप्पिं एत्थ णं कालोयस्स समुद्दस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते, अट्टेव जोयणाई तं चेव पमाणं जाव रायहाणीओ / कहि णं भंते ! कालोयस्स समुद्दस्स वेजयंते णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! कालोयसमुद्दस्स दक्खिणपेरंते पुक्खरवरदीवस्स दक्खिणद्धस्स उत्तरेणं एत्थ णं कालोयसमुद्दस्स वेजयंते णामं दारे पण्णत्ते / कहि णं भंते ! कालोयसमुद्दस्स जयंते णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! कालोयसमुद्दस्स पच्चत्थिमपेरंते पुक्खरवरदीवस्स पञ्चत्थिमद्धस्स पुरस्थिमेणं सीयांए महाणईए उप्पिं जयंते णामं दारे पण्णत्ते / कहि णं भंते ! कालोयसमुद्दस्स अपराजिए णाम दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! कालोयसमुद्दस्स उत्तरद्धपेरंते पुक्खरवरदीवोत्तरद्धस्स दाहिणओ एत्थ णं कालोयसमुद्दस्स अपराजिए णामं दारे०, सेसं तं चेव // कालोयस्स णं भंते ! समुद्दस्स दारस्स य 2 एस णं केवइयं 2 अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा!बावीस सयसहस्सा बाणउइ खलु भवे सहस्साई / छच्च सया बायाला दारंतर तिणि कोसा य // 1 // दारस्स य 2 अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / कालोयस्स णं भंते ! समुद्दस्स पएसा पुक्खरखरदीव० तहेव, एवं पुक्खरवरदीवस्सवि जीवा उद्दाइत्ता 2 तहेव भाणियव्वं // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-कालोए समुद्दे 2 1 गोयमा ! Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 249 कालोयस्स णं समुद्देस्स उदए आसले मासले पेसले कालए भासरासिवण्णाभे पगईए उदगरसेणं पण्णत्ते, कालमहाकाला एत्थ दुवे देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमहिइया परिवसंति, से तेणटेणं गोयमा ! जाव णिच्चे // कालोए णं भंते ! समुद्दे कइ चंदा पभासिंसु वा 3 ? पुच्छा, गोयमा ! कालोए णं समुद्दे बायालीसं चंदा पभासेंसु वा ३-बायालीसं चंदा बायालीसं च दिणयरा दित्ता / / कालोदहिम्मि एए चरंति संबद्धलेसागा // 1 // णक्खत्ताण सहस्सं एगं छावत्तरं च सयमण्णं / छच्च सया छण्णउया महागहा तिण्णि य सहस्सा // 2 // अट्ठावीसं कालोदहिम्मि बारस य सयसहस्साई / णव य सया पण्णासा तारागणकोडिकोडीणं // 3 // सोभेसु वा 3 // 175 // कालोयं णं समुदं पुक्खरवरे णामं दीवे वट्टे वलयागारसंठाणसं ठिए सव्वओ समंता संपरि० तहेव जाव समचक्वालमंठाणसंठिए णो विसमचक्वालसंठाणसंटिए / पुक्खरवरे णं भंते ! दीवे केवइयं चक्कवालविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा! सोलस जोयणसयसहस्साई चक्कवालविवखंभेणं-एगा जोयणकोडी बाणउई खलु भवे सयसहस्सा / अउणाणउइं अट्ठ सया चउणउया य [ परिरओ] पुक्खरवरम्स // 1 // से गं एगाए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं० संपरि० दोण्हवि वण्णओ॥ पुक्खरवरस्स णं भंते ! दीवस्स कइ दारा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि दारा पण्णत्ता, तंजहा-विजए वेजयंते जयंते अपराजिए // कहि णं भंते ! पुक्खरवरस्स दीवस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते ? गोयमा ! पुक्खरवरदीवपुरच्छिमपरंते पुक्खरोदसमुद्दपुरच्छिमद्धस्स पच्चन्थिमेणं एत्थ णं पुक्स्वरवरदीवस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते तं चेव सव्वं, एवं चत्तारिवि दारा, सीयासीओया णस्थि भाणियव्वाओ॥ पुक्खरवरस्स णं भंते ! दीवस्स दारस्स य 2 एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ?. गोयमा !-अडयाल सयसहस्सा बावीसं खलु भवे सहस्साई / अगुणुत्तरा य चउरो दारंतर पुक्खरवरस्स // 1 // पएसा दोण्हवि पुट्ठा, जीवा दोसु भाणियव्वा // से केणतुणं भंते ! एवं बुच्चइ-पुक्खरवरदीवे 2 1 गो० ! पुक्खरवरे णं दीवे तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहवे पउमरुक्खा पउमवणसंडा णिच्चं कुसुमिया जाव चिटुंति, पउममहापउमरुक्खा एत्थ णं पउमपुंडरीया णामं दुवे देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमट्टिइया परिवसंति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-पुक्खरवरदीवे 2 जाव णिच्चे // पुक्खरखरे णं भंते ! दीवे केवइया चंदा पभासिंसु वा 3 ? एवं पुच्छा,चोयालं चंदसयं चउयालं चेव सूरियाण सयं / पुक्खरवरदीवंमि चरंति एए पभासेंता // 1 // चत्तारि सहस्साई बत्तीसं चेव होंति णक्खत्ता / छच्च सया बावत्तर Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 250 अनंगपविट्ठसुत्ताणि महग्गहा बारह सहस्सा // 2 // छण्णउइ सयसहस्सा चत्तालीसं भवे सहम्साई / चत्तारि सया पुक्खर(वर)तारागणकोडिकोडीणं // 3 // सोभेसु वा 3 / / पुक्खरवरदीवस्स णं बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं माणुसुत्तरे णामं पव्वए पण्णत्ते वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जे णं पुक्खरवरं दीवं दुहा विभयमाणे 2 चिट्ठइ, तंजहाअभितरपुक्खरद्धं च बाहिरपुक्खरद्धं च // अभितरपुक्खरद्धे णं भंते ! केवइयं चक्कवालेणं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ट जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्वंभेणं-कोडी बायालीसा तीसं दोण्णि य सया अगुणवण्णा / पुक्खरअद्धपरिरओ एवं च मणुस्सखेत्तस्स // 1 // से केगडेणं भंते ! एवं वुच्चइ-अभितरपुक्खरद्धे 2 1 गोयमा ! अभितरपुक्खरद्धे णं माणुसुत्तरेणं पव्वएणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, से एएणटेणं गोयमा !0 अभितरपुक्खरद्धे 2, अदुत्तरं च णं जाव णिच्चे // अभितरपुक्खरद्धे णं भंते ! केवइया चंदा पभासिंसु वा 3 सा चेव पुच्छा जाव तारागणकोडिकोडीओ०१, गोयमा !-बावत्तरिं च चंदा बावत्तरिमेव दिणयरा दित्ता। पुक्खरवरदीवड्ढे चरंति एए पभासेंता // 1 // तिण्णि सया छत्तीसा छच्च सहस्सा महग्गहाणं तु / णक्खत्ताणं तु भवे सोलाई दुवे सहस्साई // 2 // अडयाल सयसहस्सा बावीसं खलु भवे सहस्साइं। दोणि सय पुक्खरद्धे ताराग,कोडिकोडीणं // 3 // सोभेसु वा 3 // 176 // समयखेत्ते णं भंते ! केवइयं आयामविखंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! पणयालीसं जोयणसयसहस्साई आयामविक्खंभेणं एगा जोयणकोडी जावभितरपुक्खरद्धपरिरओ से भाणियव्यो जाव अउणपण्णे // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-माणुसखेत्ते 2 1 गोयमा ! माणुसखेत्ते णं तिविहा मणुस्सा परिवसंति, तंजहा-कम्मभूमगा अकम्मभूमगा अंतरदीवगा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-माणुसखेत्ते माणुसखेत्ते॥ माणुसखेत्ते णं भंते ! कइ चदा पभासेंसु वा 3 ? कइ सूरा तवइंसु वा 310 गोयमा !-बत्तीसं चंदसयं बत्तीसं चेव सूरियाण सयं / सयलं मणुस्सलोयं चरेंति एए पभासेंता // 1 // एक्कारस य सहस्सा छप्पि य सोला महग्गहाणं तु / छच्च सया छण्णउया णक्खत्ता तिणि य सहस्सा // 2 // अडसीइ सयसहस्सा चत्तालीस सहस्स मणुयलोगंमि / सत्त य सया अणूणा तारागणकोडिकोडीणं // 3 // सोंभ सोभेसु वा 3 // एसो तारापिंडो सव्वसमासेण मणुयलोगमि / बहिया पुण ताराओ जिणेहि भणिया असंखेजा // 1 // एवइयं तारग्गं जं भणियं माणुसंमि लोगंमि / चारं कलंबुयापुप्पसंठियं जोइसं चरइ Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 251 // 2 // रविस सिगहणक्खत्ता एवइया आहिया मणुयलोंए / जेसिं णामागोंयं ण पागया पण्णवेहिति // 3 // छावट्ठी पिडगाई चंदाइच्चाण मणुयलोगमि / दो चंदा दो सूरा य होति एकेकए पिडए // 4 // छावट्ठी पिडगाई णखत्ताणं तु मणुयलोगंमि / छप्पण्णं णवत्ता य होंति एकेकए पिडए // 5 // छावट्ठी पिडगाई महागहाणं तु भणुयलोगमि / छावत्तरं गहसयं च होइ एकेकए पिडए // 6 // चत्तारि य पंतीओ चंदाइच्चाण मणुयलोगंमि / छावट्ठिय छावट्ठिय होइ य एकेकया पंती // 7 // छप्पण्णं पंतीओ णक्खत्ताणं तु मणुयलोगंमि / छावट्ठी छावट्ठी हवइ य एक्केकया पंती // 8 // छावत्तरं गहाणं पंतिसयं होइ मणुयलोगंमि / छावट्ठी छावट्ठी य होइ एक्केकया पंती / / 9 / / ते मेरु परियडंता पयाहिणावत्तमंडला सव्वे / अणवट्ठियजोगेहिं चंदा सूरा गहगणा य // 10 // णक्खत्ततारगाणं अवट्ठिया मंडला मुणेयव्वा / तेऽविय पयाहिणावत्तमेव मेरुं अणुचरंति // 11 / / रयणियरदिणयराणं उड्ढे व अहे व संकमो णत्थि। मंडलसंकमणं पुण अभितरबाहिरं तिरिए // 12 // रयणियरदिणयराणं णक्खत्ताणं महग्गहाणं च / चारविसेसेण भवे सुहृदुक्खविही मणुस्साणं // 13 // तेसि पविसंताणं तावक्खेत्तं तु वड्ढए णियमा। तेणेव कमेण पुणो परिहायइ णिक्खमंताणं // 14 // तेसिं कलंबुवापुप्फसंठिया होइ तावखेत्तपहा / अंतो य संकुया बाहिं वित्थडा चंदसूरगणा // 15 // केणं वड्ढइ चंदो परिहाणी केण होइ चंदरस / कालो वा जोहो वा केणऽणुभावेण चंदस्स ? // 16 // किण्हं राहुविमाणं णिच्चं चंदेण होइ अविरहियं / चउरंगुलमप्पत्तं हिट्ठा चंदस्स तं चरइ // 17 // बावटिं बावढेि दिवसे दिवसे उ सुक्कपक्खस्स / ज परिवड्ढइ चंदो खवेइ तं चेव कालेणं // 18 // पण्णरसइभागेण य चंदं पण्णरसमेव तं वरइ / पुण्णरंसहभागेण य पुणोवि तं चेव तिकमइ // 19 / / एवं वड्ढइ चंदो परिहाणी एव होइ चंदस्स / कालो वा जोण्हा वा तेणणुभावेण चंदस्स ||20 // अंतो मणुस्सखेत्ते हवंति चारोवगा य उववण्णा / पञ्चविहा जोइसिया चंदा सूरा गहगणा य / / 21 / / तेण परं जे सेसा चंदाइचगहतारणक्खत्ता / णस्थि गई णवि चारो अवट्ठिया ते मुणेयव्वा // 22 // दो चंदा इह दीवे चत्तारि य सागरे लवणतोए / धायइसंडे दीवे बारस चंदा य सूरा य // 23 // दो दो जंबुद्दीवे ससिसूरा दुगुणिया भवे लवणे / लावणिगा य तिगुणिया ससिसूरा धायईसंडे // 24 // धायइसंडप्पभिई उद्दिट्टतिगुणिया भवे चंदा / आइलचंदसहिया अणंतराणंतरे खेत्ते // 25 // रिक्खग्गहतारग्गं दीवसमुद्दे जहिच्छसे गाउं / तस्स ससीहिं गुणियं रिक्खग्गहतारगाणं तु // 26 // चंदाओ सूरस्स य सूरा चंदस्स Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 252 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अंतरं होइ / पण्णास सहस्साइं तु जोयणाणं अण्णाई // 27 // सूरस्स य सूरस्स य ससिणो ससिणो य अंतर होइ / बहियाओ मणुस्सणगस्सं जोयणाणं सयसहरसं // 28 ॥सूरतरिया चंदा चंदंतरिया य दिणयरा दित्ता / चित्तंतरलेसागा सुहलेसा मंदलेसा य // 29 // अट्ठासीइं च गहा अट्ठावीसं च होंति णक्खत्ता / एगससीपरिवारो एत्तो ताराण वोच्छामि // 30 // छावट्ठिसहस्साई णव चेव सयाई पंचसयराइं / एगससीपरिवारो तारागणकोडिकोडीणं // 31 // बहियाओ माणुसणगस्स चंदसूराणऽवट्ठिया जोगा। चंदा अभीइजुत्ता सूरा पुण होंति पुस्सेहिं // 32 // 177|| माणुसुत्तरे णं भंते ! पव्वए केवइयं उड्ढं उच्चत्तेण ? केवइयं उव्वेहेणं ? केवइयं मूले विक्खम्भेणं ? केवइयं मज्झे विक्खंभेणं केवइयं सिहरे विक्खंभेणं ? केवइयं अंतो गिरिपरिरएणं 1 केवइयं वाहिं गिरिपरिरएणं ? केवइयं मज्झे गिरिपरिरएणं ? केवइयं उवरि गिरिपरिरएणं १,गोयमा। माणुसुत्तरे णं पव्वए सत्तरस एक्कवीसाई जोयणसयाई उड्दं उच्चत्तेणं चत्तारि तीसे जोयणसए कोसं च उव्वेहेणं मूले दसबावीसे जोयणसए विक्खंभेणं मज्झे सत्ततेवीसे जोयणसए विक्खंभेणं उवरि चत्तारिचउवीसे जोयणसए विक्खंभेणं अंतो गिरिपरिरएणं-एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साई / तीसं च सहस्साई दोण्णि य अउणापण्णे जोयणसए किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं, बाहिरगिरिपरिरएणं एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साई छत्तीसं च सहस्साई सत्तचोद्दसोत्तरे जोयणसए परिक्खेवेणं, मज्झे गिरिपरिरएणं एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साई चोत्तीसं च सहस्सा अट्ठतेवीसे जोयणसए परिक्खेवेणं, उवरि गिरिपरिरएणं एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साई बत्तीसं च सहस्साई णव य बत्तीसे जोयणसए परिक्खेवेणं, मूले विच्छिण्णे मज्झे संखित्ते उप्पिं तणुए अंतो सण्हे मज्झे उदग्मे बाहिं दरिसणिजे ईसि सण्णिसण्णे सीहणिसाई अवद्धजवरासिसंठाणसंठिए सव्वजंबूणयामए अच्छे सण्हे जाव पडिलवे, उभओ पासिं दोहिं पउमवरवेइयाहिं दोहि य वणसंडेहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते वण्णओ दोहवि // से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइमाणुसुत्तरे पव्वए 2 1 गोयमा ! माणुसुत्तरस्स णं पव्वयस्स अंतो मणुया उप्पि सुवण्णा बाहिं देवा अदुत्तरं च णं गोयमा ! माणुसुत्तरपव्वयं मणुया ण कयाइ वीइवइंसु वा वीइवति वा वीइवइस्संति वा णण्णत्थ चारणेहिं वा विजाहरेहिं वा देवकम्मुणा वावि, से तेणटेणं गोयमा !* अदुत्तरं च णं जाव णिच्चेत्ति // जावं Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे प० 3 253 च णं माणुसुत्तरे -पव्वए तावं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं वासाइं वा वासहराइं वातावं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं गेहाइ वा गेहावयणाइ वा तौवं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं गामाइ वा जाव रायहाणीइ वा तावं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं अरहंता चक्कवट्टी बलदेवा वासुदेवा पडिवासुदेवा चारणा विजाहरा समणा समणीओ सावया सावियाओ मणुया पगइभद्दगा विणीया तावं च ण अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं समयाइ वा आवलियाइ वा आणापाणूइ वा थोवाइ वा लवाइ वा महुत्ताइ वा दिवसाइ वा अहोरत्ताइ वा पक्खाइ वा मासाइ उदूइ वा अयणाइ वा संवच्छराइ वा जुगाइ वा वाससयाइ वा वाससहस्साइ वा वाससयसहस्साइ वा पुव्वंगाइ वा पुव्वाइ वा तुडियंगाइ वा, एवं पुव्वे तुडिए अडडे अववे हुहुए उप्पले पउमे णलिणे अच्छिणि उरे अउए णउए मउए चूलिया जाव सीसपहेलियंगेइ वा सीसपहेलियाइ वा पलिओवभेइ वा सागरोवमेइ वा उवसप्पिणीइ वा ओसप्पिणीइ वा तावं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं बायरे विज्जुयारे बायरे थणियसद्दे तावं च णं अस्सि०, जावं च णं बहवे ओराला बलाहगा संसेयंति संमुच्छंति वासं वासंति तावं च णं अस्सि लोए०, जावं च णं बायरे तेउकाए तावं च णं अस्सि लोए०, जावं च णं आगराइ वा णईउइ वा णिहीइ वा तावं च णं अस्सि लोएत्ति पवुच्चइ, जावं च णं अगडाइ गईइ वा तावं च णं अस्सि लोए०, जावं च णं चंदोवरागाइ वा सूरोवरागाइ वा चंदपरिवेसाइ वा सूरपरिवेसाइ वा पडिचंदाइ वा पडिसूराइ वा इंदधणूइ वा उदगमच्छेइ वा कविहसिवाई वा तावं च णं अस्सि लोएत्ति प०, जावं च णं चंदिमसूरियगहणक्खत्ततारारूवाणं अभिगमणणिग्गमणवुट्टिणिवुद्धिअणवट्ठियसंठाणसंठिई आधविजइ तावं च णं अस्सिं लोएत्ति पवुच्चइ // 178 // अंतो णं भंते ! मणुस्सखेत्तस्स जे चंदिमसूरियगहगणणक्खत्ततारारूवा ते णं भंते ! देवा किं उड्ढोववण्णगा कप्पोववण्णगा विमाणोक्वण्णगा चारोववण्णगा चारद्विइया गइरइया गइसमावण्णगा ? गोयमा ! ते णं देवा जो उड्ढोववण्णगा णो कप्पोववण्णगा विमाणोववण्णगा चारोववष्णगा णो चारदिइया गइरइया गइसमावण्णगा उड्ढमुहकलंबुयपुष्पसंठाणसंठिएहिं जोयणसाहस्सिएहिं तारखेत्तेहि साहस्सियाहिं बाहिरियाहिं वेउब्वियाहिं परिसाहिं महया हयणगीयवाइयतीतलतालतुडियघणमुइंगपड्डप्पवाइयरवेणं दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणा महया 2 उक्वडिसीहणायबो Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 254 ___अनंगपविट्ठसुत्ताणि लकलकलसद्देण विउलाई भोगभोगाई भुंजमाणा अच्छयपव्वयायं पयाहिणावत्तमंडलयारं मेरुं अणुपरियडंति // जया णं भंते ! तेर्सि देवाणं इंदे चवइ से कहमिदागि पकरेंति ? गोयमा ! ताहे चत्तारि पंच सामाणिया तं ठाणं उवसंपजित्ताणं विहरंति जाव तत्थ अण्णे इंदे उववण्णे भवइ // इंदट्ठाणे णं भंते ! केवइयं कालं विरहिए उववाएणं पण्णत्ते ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उकोसेणं छम्मासा // बहिया णं भंते ! मणुस्सखेत्तस्स जे चंदिमसूरियगहणक्खत्ततारारूवा ते णं भंते ! देवा किं उड्ढोववण्णगा कप्पोववण्णगा विमाणोववण्णगा चारोववण्णगा चारहिइया गइरइया गइसमावण्णगा 1 गोयमा ! ते णं देवा णो उड्ढोववण्णगा णो कप्पोववण्णा विमाणोववण्णगा णो चारोववण्णगा चारद्विइया णो गइरइया णो गइसमावणगा पक्किटगसंठाणसंठिएहिं जोयणसयसाहस्सिएहिं तीवक्खेत्तेहिं साहस्सियाहि य बाहिराहिं वेउब्वियाहिं परिसाहिं महया हयणट्टगीयवाइय० रवेणं दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणा जाव सुहलेस्सा सीयलेस्सा भंदलेस्सा मंदायवलेस्सा चित्तंतरलेसागा कूडा इव ठाणट्ठिया अण्णोण्णसमोगाढाहिँ लेसाहिं ते पएसे सव्वओ समंतां ओभासेंति उजोवेंति तवंति पभासेति // जया णं भंते ! तेसिं देवाणं इंदे चयइ से कहमिदाणिं पकरेंति ? गोयमा ! जाब चत्तारि पंच सामाणिया तं ठाणं उवसंपजित्ताणं विहरंति जाव तत्थ अण्णे इंदे उववण्णे भवइ / इंदट्ठाणे णं भंते ! केवइयं काल विरहिए उववाएणं प० ? गोयमा ! जहण्णेणं एकं समयं उक्कोसेणं छम्मासा // 179 // पुक्खरवरण्णं दीवं पुक्खरोदे णामं समुद्दे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जाव संपरिक्खित्ताणं चिट्ठइ // पुक्खरोदे णं भंते ! समुद्दे केवइयं चक्कवालविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! संखेजाइं जोयणसयसहस्साई चकवालविक्खंभेणं संखेज्जाइं जोयणसयसह. स्साई परिक्खेवेणं पण्णत्ते // पुक्खरोदस्स णं भंते ! समुद्दस्स कइ दारा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि दारा पण्णत्ता तहेव सव्वं पुक्खरोदससुद्दपुरथिमपेरंते वरुणवरदीवपुरत्थिमद्धस्स पचत्थिमेणं एत्थ णं पुक्खरोदस्स विजए णामं दारे पण्णत्ते, एवं सेसाणवि / दारंतरंमि संखेजाई जोयणसयसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते / पएसा जीया य तहेव / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-पुक्खरोदे समुद्दे 2 1 गोयमा ! पुक्खरोदस्स णं समुद्दस्स उदगे अच्छे पत्थे जच्चे तणुए फलिहवण्णाभे पगईए उदगरसेणं सिरिधरसिरिप्पभा य० दो देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमहिइया परिवसंति, से एएणटेणं जाव णिच्चे / पुक्खरोदे णं भंते ! समुद्दे केवइया चंदा पभासिंसु Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे प०३ 255 वा 3 10 संखेजा चंदा पभासेंसु वा 3 जाव तारागणकोडिकोडीओ सोम॑सु वा 3 // पुक्खरोदण्णं समुदं वरुणवरे णामं दीवे वट्टे वलयागार जाव चिट्ठइ, तहेव समचक्कवालसंठिए० केवइयं चक्कवालविक्खंभेणं केवइयं परिवखेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! संखेजाई जोयणमयसहस्साई चकवालविक्खंभेणं संखेजाइं जोयणसयसहस्साइं पविखेवेणं पण्णत्ते, पउमवरवेइयावणसंडवण्णओ दारंतरं पएसा जीवा तहेव सव्वं // से केण्डेणं भंते ! एवं वुच्चइ-वरुणवरे दीवे 2 1 गोयमा ! वरुणवरे णं दीवे तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहूओ खुड्डाखुड्डियाओ जाव बिलपंतियाओ अच्छाओ० पत्तेयं 2 पउमवरवेइयापरि० वण० वारुणोदगपडिहत्थाओ पासाइयाओ 4, तासु णं खुड्डाखुड्डियासु जाव बिलपंतियासु बहवे उप्पायपव्वया जाव खडहडगा सव्वफलिहामया अच्छा तहेव वरुणवरुणप्पभा य एत्थ दो देवा महिड्ढिया० परिवसंति, से तेणटेणं जाव णिच्चे / जोइस सव्वं संखेजएणं जाव तारागणकोडिकोडीओ / वरुणवरण्णं दीवं वारुणोदे णामं समुद्दे वट्टे वलया० जाव चिट्ठइ, समचक्क० विसमचक्कवालवि० तहेव सव्वं भाणियव्यं, विक्खंभपरिक्खेवो संखिजाइं जोयणसहस्साइं दारंतरं च पउमवर० वणसंडे पएसा जीवा अट्ठो-गोयमा ! वारुणोदस्स णं समुद्दस्स उदए से जहा णामए चंदप्पभाइ वा मणि सिलागाइ वा वरसीहू' वरवारुणीइ वा पत्तासवेइ वा पुप्फासवेइ वा चोयासवेइ वा फलासवेइ वा महुमेरएइ मा जंबूफलपुट्ठवण्णाइ वा जाइप्पसण्णाई वा खज्जूरसारेइ वा मुद्दियासारेइ वा कापिसायणाइ वा सुपक्कखोयरसेइ वा पभूयसंभारसंचिया पोसमाससयभिसयजोगवत्तिया णिरुवहयविसिट्ठदिण्णकालोवयारा सुधोया उक्कोसमयपत्ता अट्ठपिट्ठणिट्ठिया [ मुखइंतवरकिमदिण्णकद्दमा कोपसण्णा अच्छा वरवारुणी अतिरसा जंबूफलपुटवण्णा सुजाया ईसिउट्ठावलंबिणी अहियमधुरपेजा ईसासिरत्तणेत्ता कोमलकवोलकरणी जाव आसाइया विसाइया अणिहुयसलावकरणहरिसपीइजणणी संतोसततबिबोक्कहावविन्भमविलासवेल्लहलगमणकरणी विरणमधियसत्तजलणणी य होति संगामदेसकालेकयरणसमरपसरकरणी कढियाणविज्जुपयतिहिययाण मउयकरणी य होति उववेसिया समाणा गई खलावेइ य सयलंमिवि सुभासत्रु पालिया समरभग्गवणोसहयारसुरभिरसदीविया सुगंधा आसायणिजा विस्सायणिजा पीणणिज्जा दप्पणिज्जा मयणिज्जा सबिंदियगायपल्हायणिजा आसवा मांसला पेसला(ईसी ओढावलंबिणी ईसी तंबच्छिकरणी ईसी वोच्छेया कडुआ) वण्णेणं उववेया गंधेणं उववेया रसेणं उववेया फासेणं उववेया, भवे एया Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 256 अनंगपविट्ठसुत्ताणि रूवे सिया ? गोयमा ! णो इणढे समढे, वारुणस्स णं समुद्दस्स उदए एत्तो इट्ठतरे जाव आसाएणं पण्णत्ते तत्थ णं वारुणिवारुणकंता दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति, से एएणद्वेणं जाव णिच्चे, सव्वं जोइस संखिजकेण णायव्यं / / 180 // वारुणो. दण्णं समुदं खीरवरे णामं दीवे वट्टे जाव चिट्ठइ सव् संखेजगं विक्खंभे य परिक्खेवो य जाव अट्ठो० बहूओ खुड्डा० वावीओ जाव बिलपंतियाओ खीरोदगपडिहत्थाओ पासाइयाओ 4, तासु णं० खुड्डियासु जाव बिलपंतियासु बहवे उप्पायपव्वयगा सव्वरयणामया जाव पडिरूवा, पुंडरीगपुष्पदंता एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति, से एएणटेणं जाव णिच्चे जोइसं सव्वं संखे // खीरवरणं दीवं खीरोए णामं समुद्दे वट्टे वलयागारसंठाणसठिए जाव परिक्खित्ताणं चिट्ठइ, समचक्कवालसंठिए णो विसमचक्कवालसंठिए, संखेजाई जोयणस० विक्खंभपरिक्खेवो तहेव सव्वं जाव अट्ठो, गोयमा ! खीरोयस्सणं समुदस्स उदगं से जहा णामए-सुउसहीमारुपण्णअज्जुणतरुणसरसपत्तकोमलअस्थिम्गत्तणग्गपोंडगवरुच्छुचारिणीणं लवं. गपत्तपुष्फपल्लवककोलगसफलरुक्खबहुगुच्छगुम्मकलियमलट्टिमहुपउरपिप्पलीफलियवलिवरविवरचारिणीणं अप्पोदगपिइरइसरसभूमिभागणिभयहोसियाणं सुपोसियसुहायाणं रोगपरिवजियाणं णिरुवहयसरीराणं कालप्पसविणीणं बिइयतइयसामप्पसूयाणं अंजणवरगवलवलयजलधरजच्चजणरिट्ठभमरपभूयसमप्पभाणं गावीणं कुंडदोहणाणं वद्धत्थीपत्थुयाणं रूढाणं मधुमासकाले संगहिए होजचाउरक्केव होज तासिं खीरे महुररसविवगच्छबहुदव्वसंपउत्ते पत्तेयं मंदगिसुक ढिए आउत्ते खंडगुडमच्छंडिओववेए रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स उवट्ठविए आसायणिजे विस्सायणिजे पीणणिजे जाव सव्विदियागायपल्हायणिजे वण्णेणं उववेए जाव फासेणं उववेए, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, खीरोदस्स णं समुद्दस्स उदए एत्तो इट्टयराए चेव जाव आसाएणं पण्णत्ते, विमलविमलप्पभा एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति, से तेणटेणं० संखेजा चंदा जाव तारा // 181 // खीरोदण्णं समुदं घयवरे णाम दीवे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जाव परि० चिट्ठइ, समचक्कवाल० णो विसम० संखेजविक्खंभपरि० पएसा जाव अट्ठो, गोयमा ! घयवरेणं दीवे तत्थ २"बहूओ खुडाखुड्डीओ वावीओ जाव घयोदगपडिहत्थाओ उप्पायपव्वयगा जाव खंडहड० सव्वकंचणमया अच्छा जाव पडिरूवा, कणयकणयप्पभा एत्थ दो देवा महिड्डिया० चंदा संखेजा० // घयवरण्णं दीवं घओदे णामं समुद्दे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जाव चिटइ, समचक्क० तहेव दारपएसा जीवा य अट्ठो, गोयमा! घओदस्स णं Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ __ जीवाजीवाभिगमे प०३ 257 समुद्दस्स उदए से जहा० सेजवग्गपप्फुल्लसल्लइविमुकुलकण्णियारसरसवसुविसुद्धकोरेंटदामपिंडियतरस्स गिद्धगुणतेयदीवियणिरुवहयविसिट्ठसुंदरतरस्स सुजायद हिमहियतदिवसगहियणवणीयपडुवणावियमुक्कड्ढ्यिउद्दावसज्वीसं दियरस अहियं पीवरसुरहिगंधमणहरमहुरपरिणामदरिसणिजस्स पत्थणिम्मलसुहोवभोगस्स सरयकालंमि होज गोषयवरस्स मंडए, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, गोयमा ! घओदस्स णं समुद्दस्म एत्तो इट्ठयराए जाव आसाएणं प० कंतसुकंता एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति सेसं तं चेव जाव तारागणकोडिकोडीओ // घओदण्णं समुदं खोयवरे णामं दीवे वट्टे वलयागार जाव चिट्ठइ तहेव जाव अट्ठो, खोयवरे णं दीवे तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 खुड्डा० वावीओ जाव खोदोदगपडिहत्थाओ० उपायपव्वयगा सव्ववेरुलियामया जाव पडिरूवा, सुप्पभमहप्पभा य एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति, से एएण० सव्वं जोइसं तं चेव जाव तारा० // खोयवरणं दीवं खोदोदे णामं समुद्दे वट्टे वलया० जाव संखेजाई जोयणसयसहस्साई परिवखेवेणं जाव अट्ठो, गोयमा ! खोदोदस्स णं समुदस्स उदए से जहा० आसलमासलपसत्थवासंतणिद्धसु. कुमालभूमिभागे सुच्छिण्णेसुकट्ठलट्ठविसिट्ठणिरुवहयाजीयवावीतसुकासजपयत्तणिउणपरिकम्मअणुपालियसुत्रुढिवुड्ढाणं सुजायाणं लवणतणदोसजियाणं णयायपरिवढियाणं णिम्मायसुंदराणं रसेणं परिणयमउपीणपोरभंगुरसुजायमहुररसपुप्पविरइयाणं उवदवविवजियाणं सीयपरिफासियाणं अभिणवभग्गाणं अपालियाणं तिभायणिच्छोडियवाडिगाणं अवणियमूलाणं गठियपरिसोहियाणं कूसलणरकप्पियाणं उच्छूढाणं जाव पोडियाणं बलवगणरजत्ततपरिगालियमेत्ताणं खोयरसे होजा वत्थपरिपूए चाउजायगसुवासिए अहियपत्थलहुए वण्णोववेए तहेव, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, खोदोदस्स णं समुद्दस्स उदए एत्तो इट्टयराए चेव जाव आसाएणं प० पुण्णभद्दमाणिभद्दा य (पुण्णपुण्णभद्दा) इत्थ दुवे देवा जाव परिवसंति, सेसं तहेव, जोइस संखेज चंदा० // 182 // खोदोदण्णं समुदं गंदीसरवरे णामं दीवे वट्टे वलयागारसंठिए तहेव जाव परिक्खेवो / पउमवर० वणसंडपरि० दारा दारंतरप्पएसे जीवा तहेव // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-गंदीसरवरदीवे 2 ? गोयमा ! गंदीसरवरदीवे 2 तत्थ 2 देसे 2 तहिं 2 बहूओ खुड्डा० वावीओ जाव बिलपंतियाओ खोदोदगपडिहत्थाओ० उप्पायपव्वयगा सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा / अदुत्तरं च णं गोयमा ! गंदीसरवरदीवचक्कवालविक्खंभबहुमज्झदेसभागे एत्थ णं चउ Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 258 अनंगपविट्ठसुत्ताणि दिसिं चत्तारि अंजणगपव्वया पणत्ता, ते णं अंजणगपव्वया चउरासीइजोयणसहस्साई उड्ढं उच्चत्तेणं एगमेगं जोयणसहस्सं उव्वे हेणं मूले साइरेगाई दस जोयणसहस्साई धरणियले दस जोयणसहस्साई आयाम विवस्त्रेभेणं तओऽणं तरं च णं मायाए 2 पएसपरिहाणीए परिहायमाणा 2 उवरिं एगमेगं जोयणसहरसं आयामविक्खंभेणं मूले एकतीसं जोयणसहस्साई छच्च तेवीसे जोयणसए विंचिविसेसाहिया परिक्खेवेणं धरणियले एकतीसं जोयणसहस्साइं छच्च तेवीसे जोयणसए देसूणे परिक्खेवेणं सिहरतले तिणि जोयणसहस्साइं एगं च बावटुं जोयणसयं कि.चिविसेसाहियं परिक्खेवेणं पण्णत्ता मूले विच्छिण्णा मज्झे संखित्ता उप्पिं तणुया गोपुच्छ. संठाणसंठिया सव्वंजणामया अच्छा जाव पत्तेयं 2 पउमवरवेइयापरि० पत्तेयं 2 वणसंडपरिक्खित्ता वण्णओ // तेसि णं अंजणगपव्वयाणं उवरि पत्तेयं 2 बहुसमरमणिजो भूमिभागो पण्णत्तो, से जहाणामए-आलिंगपुवखरेइ वा जाव सयंति // तेसिणं बहुसमरमणिजाणं भूमिभागाणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं 2 सिद्धाययणा, एगमेगं जोयणसयं आयामेणं, पण्णासं जोयणाई विवखंभेणं, बावत्तरि जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं, अणेगखभसयसण्णिविट्ठा वण्णओ // तेसिणं सिद्धाययणाणं पत्तेयं 2 चउद्दिसिं चत्तारि दारा पण्णत्ता देवदारे असुरदारे णागदारे सुव्वणदारे, तत्थ णं चत्तारि देवा महिड्ढिया, जाव पलिओपमट्टिइया, परिवसंति तंजहा-देव असुरे णागे सुव्वणे ते णं दारा सोलस जोयणाई उड्दं उच्चत्तेणं अट्ट जोयणाई विवखंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेया वरकणग० वण्णओ जाव वणमाला | तेसिणं दाराणं चउहिसिं चत्तारि मुहमंडवा पण्णत्ता, ते णं मुहमंडवा एगमेगं जोयणसयं आयामेणं पंचास जोयणाई विक्खभेणं साइरेगाणं सोलस जोयणाई उड्ढे उच्चत्तेणं वण्णओ // तेसिणं मुहमंडवाणं चउद्दि(तिदि)सिं चत्तारि(तिण्णिदारा सोलस जोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं, अट्ट जोयणाई विक्खंभेणं तावइयं चेव पवेसेणं सेसं तं चेव जाव वणमालाओ॥ एवं पेच्छाघरमण्डवावि तं चेव पमाणं जं मुहमंडवाणं दारा वि तहेव णवरि बहुमज्झदेसभाए पेच्छाघरमंडवाणं अक्खाडगा मणिपेढियाओ अद्धजोयणप्पमाणाओ, सीहासणा अपरिवारा जाव दामा थूभाई चउद्दिसिं तहेव णवरि सोलस जोयणप्पमाणा साइरेगाइं सोलसजोयणाई उच्चा सेसं तहेव जाव जिणपडिमा / चेइयरुक्खा तहेव चउद्दिसिं तं चेव पमाणं जहा विजयाए, रायहाणीयाए, णवरि मणिपेढियाए सोलसजोयणप्पमाणाओ, तेसिणं चेइयरुक्खाणं चउद्दिसिं चत्तारि Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___ जीवाजीवाभिगमे प० 3 259 मणिपेडियाओ अट्ठजोयणविक्वंभाओ, चउजोयणबाहल्लाओ महिंदझया चउसट्ठिजोयणुच्चा, जोयणोव्वेधा जोयणविक्खंभा सेसं तं चेव // एवं चउद्दिसिं चत्तारि णंदापुक्खरिणीओ णवरि खोयरसपडिपुण्णाओ जोयणसयं आयामेणं पण्णासं जोयणाई विक्खंभेणं, पण्णासं जोयणाई उव्वे हेणं सेसं तं चेव, मणुगुलियाणं गोमाणसीण य, अड्यालीसं 2 सहस्साई पुरच्छिमेणवि सोलस पच्चत्थिमेणवि सोलस दाहिणेणवि, अट्ठ उत्तरेणवि अट्ठ साहस्सीओ तहेव सेसं उल्लोया भूमिभागा जाव बहुमज्झदेसभाए मणिपेढिया सोलसजोयणा आयामविवखंभेणं अट्ठ जोयणाई बाहल्लेणं तारिसं मणिपेढियाणं उम्पिं देवच्छंदगा सोलसजोयणाई आयामविक्खंभेणं साइरेगाइं सोलसजोयणाई उड्ढं उच्चत्तेणं सव्वरयण० अट्ठसयं जिणपडिमाणं सव्वो सो चेव गमो जहेव वेमाणिय सिद्धाययणस्स // तत्थ णं जे से पुरच्छिमिल्ले अंजणगपव्वए तस्स णं चउद्दिसिं चत्तारि गंदाओ पुक्खरिणीओ पण्णत्ताओ, तंजहा–णंदुत्तरा य गंदा आणंदा णंदिवद्धणा / ( दिसेणा अमोघा य गोथूभा य सुदंसणा) ताओ णं गंदापुक्खरिणीओ एगमेगं जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं, दसजोयणाई उव्वेहेणं अच्छाओ सहाओ० पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइया० पत्तेयं पत्तेयं वणसंडपरिक्खित्ता० तत्थ तत्थ जाव सोवाणपडिरूवगा तोरणा / / तासि णं पुक्खरिणीणं बहुमज्झदेसभाए पत्तेयं पत्तेयं दहिमुहपव्वया चउसट्टि जोयणसहस्साई उड्ढे उच्चत्तेणं एगं जोयणसहस्सं उव्वेहेणं सव्वत्थसमा पल्लगसंठाणसंठिया दस जोयणसहस्साई विक्खभेणं एकतीसं जोयणसहस्साई छच्च तेवीसे जोयणसए परिक्खेवेणं पण्णत्ता सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा, तहा पत्तेयं पत्तेयं पउमवरवेइया. वणसंडवण्णओ बहुसम० जाव आसयंति सयंति० / सिद्धाययणस्स तं चेव पमाणं अंजणपव्वएसु सच्चेव वत्तव्वया, णिरवसेसं भाणियव्वं जाव उप्पिं अट्ठमंगलगा // तत्थ णं जे से दक्खिणिले अंजणगपव्वए तस्स णं चउद्दिसिं चत्तारि णंदाओ -पुक्खरिणीओ पण्णत्ताओ, तंजहा-भद्दा य विसाला य कुमुया पुंडरीगिणी, (णंदुत्तरा य गंदा य आणंदा णंदिवड्ढणा) तं चेव दहिमुहा पव्वया तं चेव पमाणं जाव सिद्धाययणा // तत्थ णं जे से पच्चथिमिल्ले अंजणगपव्वए तस्स णं चउदिसिं चत्तारि गंदा पुक्खरिणीओ पण्णत्ताओ, तंजहा–णंदिसेणा अमोहा य गोथूभा य सुदंसणा, (भद्दा य विसाला य कुमुया पुंडरीगिणी) तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव सिद्धाययणा // तत्थ णं जे से उत्तरिल्ले अंजणगपव्वए तस्स णं Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 260 अनंगपविद्वसुत्ताणि चउद्दिसिं चत्तारि गंदापुक्खरिणीओ तंजहा-विजया वेजयंती जयंती अपराजिया, सेसं तहेव जाव सिद्धाययणा सव्वा ते चिय वण्णणा णायव्वा, तत्थंणं बर्वे भवणवइ-वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया देवा, चाउमासियापडिवएसु संवच्छरिएसु, वा अण्णेसु बहुसु जिणजम्मणणिक्खमणणाणुप्पत्तिपरिणिव्वाणमाइएसु य, देवक जेसु य, देवसमुदएसु य, देवसमिइसु य, देवसमवाएसु य देवपओयणेसु य एगंतओ, सहिया समुवागया समाणा, पमुइयपक्कीलिया, अट्ठाहियारूवाओ महामहिमाओ करेमाणा, पालेमाणा सुहंसुहेणं विहरंति। [तहेव दहिमुहगपव्वया तहेव जाव वणखंडा बहु० जाव विहरति / अदुत्तरं च णं गोयमा ! गंदीसरवरस्स णं दीवस्स चक्कवालविखंभस्स बहुमज्झदेसभाए चउसु विदिसासु चत्तारि रइकरगपव्वया प०२०-उत्तरपुरच्छिमिल्ले रइकरगपव्वए दाहिणपुरथिमिल्ले रहकरगपव्वए दाहिणपञ्चस्थिमिल्ले रहकरगपव्वए उत्तरपञ्चस्थिमिले रइकरगपव्वए, ते णं रहकरगपव्वया दसजोयणसयाई उड्ढे उच्चत्तेणं, दसगाउयसयाइं उव्वेहेणं, सव्वत्थसमा झल्लरिसंठाणसंठिया, दसजोयणसहस्साई विक्खंभेणं, एकतीसं जोयणसहस्साई छच्चतेवीसे जोयणसए परिक्खेवेणं, सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तत्थ णं जे से उत्तरपुरच्छिमिल्ले रइकरगपव्वए तस्स णं चउद्दिसिमीसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो चउण्हमग्गमहिसीणं जंबुद्दीवप्पमाणमेत्ताओ चत्तारि रायहाणीओ प० तं०-णंदोत्तरा गंदा उत्तरकुरा देवकुरा, कण्हाए कण्हराईए कामाए कामरक्खियाए / तत्थ णं जे से दाहिणपुरच्छिमिले रइकरगपव्वए तस्स णं चउद्दिसि सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो चउण्हमग्गमाहिसीणं जंबुद्दीवप्पमाणाओ चत्तारि रायहाणीओ प० तं०-सुमणा सोमणसा अच्चिमाली मणोरमा, पउमाए सिवाए सईए अंजूए / तत्थ णं जे से दाहिणपच्चत्थिमिल्ले रइकरगपव्वए तस्स णं चउद्दिसि सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो चउण्हमग्गमहिसीणं जंबुद्दीवप्पमाणमेत्ताओ चत्तारि रायहाणीओ प० तं०-भूया भूयवडिंसा गोथूभा सुदंसणा, अमलाए अच्छराए णवमियाए रोहिणीए / तत्थ णं जे से उत्तरपञ्चस्थिमिल्ले रइकरगपव्वए तस्स णं चउद्दिसिमीसाणस्स चउण्हमग्गमहिसीणं जंबुद्दीवप्पमाणमेत्ताओ चत्तारि रायहाणीओप० तं०-रयणा रयणोचया सव्वरयणा रयणसंचया, वसूए वसुगुत्ताए वसुमित्ताए वसुंधराए।] कइलासहरिवाहणा य तत्थ दुवे देवा महिड्ढिया जाव पलिओवमहिइया परिवसंति, से एएणटेणं गोयमा ! जाव णिच्चा जोइस संखेज // 183 // मंदीस्सरवरणं दीवं गंदीसरोदे णामं समुद्दे वटे वलयागारसंठाणसंठिए जाव सव्वं तहेव अट्ठो जो Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ __ जीवाजीवाभिगमे प० 3 261 खोदोदगस्स जाव सुमणसोमणसभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति सेसं तहेव जाव तारग्गं // 184 // गंदीसरोदं णं समुदं अरुणे णामं दीवे वट्टे वलयागार जाव संपरिक्खित्ताणं चिट्ठइ / अरुणे णं भंते ! दीवे किं समचकवालसंठिए विसमचकवालसंठिए ? गोयमा ! समचक्कवालसंठिए जो विसमचकवालसंठिए, केवइयं चकवालवि० ? गोयमा ! संखेजाइं जोयणसयसहस्साई चक्कवालविवखंभेणं संखेजाई जोयणसयसहस्साई परिक्खेवेणं पण्णत्ते, पउमवर० वणसंडदारा दारंतरा य तहेव संखेजाई जोयणसयसहस्साई दारंतरं जाव अट्ठो, वावीओ० खोदोदगपडिहत्थाओ उम्पायपव्वयगा सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा, असोगवीयसोगा य एत्थ दुवे देवा महिड्ढिया जाव परिवसंति, से तेण० जाव संखे सव्वं // अरुणण्णं दीवं अरुणोदे णामं समुद्दे तस्सवि तहेव परिक्खेवो अट्ठो खोदोदगे गवरं सुभद्दसुमणभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया सेसं तहेव / / अरुणोंदगंणं समुदं अरुणवरे णामं दीवे वट्टे वलयागारसंठाण तहेव संखेजगं सव्वं जाव अट्ठो० खोदोदगपडिहत्थाओ उप्पायपव्वयया सव्ववइरामया अच्छा जाव पडिरूवा, अरुणवरभद्दअरुणवरमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया० / एवं अरुणवरोदेवि समुद्दे जाव अरुणवरअरुणमहावरा य एत्थ दो देवा सेसं तहेव / / अरुणवरोदण्णं समुदं अरुणवरावभासे णामं दीवे वटूटे जाव अरुणवरावभासभद्दारुणवरावभासमहाभद्धा एत्थ दो देवा महिड्ढिया० / एवं अरुणवरावभासे समुद्दे णवरि अरुणवरावभासवरारुणवरावभासमहावरा एत्थ दो देवा महिड्ढिया० // कुंडले दावे कुंडलभद्दकुंडलमहाभद्दा एत्थ दो देवा महि ढिया०, कुंडलोदे समुद्दे चक्खुसुभचक्खुकंता एत्थ दो देवा म०। कुंडलवरे दीवे कुंडलवरभद्दकुंडलवरमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्डिया०, कुडलवरोदे समुद्दे कुडलवर[वर]कुंडलवरमहावरा एत्थ दो देवा म० // कुंडलवरावभासे दीवे कुंडलवरावभासभद्दकुंडलवरावभासमहाभद्दा एत्थ दो देवा० // कुंडलवरोभासोदे समुद्दे कुंडलवरोभासवरकुंडलवरोभासमहावरा एत्थ दो देवा म० जाव पलिओवमट्ठिया परिवसंति० // कुंडलवरोभासोदं णं समुदं रुयगे णामं दीवे वटे वलया. जाव चिट्ठइ, किं समचक्क० विसमचक्कवाल० 1 गोयमा ! समचकवाल० णो विसमचक्कवालसंठिए, केवइयं चक्कवाल० पण्णत्ते 10 सव्वट्ठमणोरमा एत्थ दो देवा सेसं तहेव / रुयगोदे णामं समुद्दे जहा खोदोदे समुद्दे संखेजाइं जोयणसयसहस्साई चकवालवि० संखेजाई जोयणसयसहस्साई परिक्खेवेणं दारा दारंतरंपि संखेजाई जोइसपि सव्वं संखेनं भाणियव्यं, अट्ठोवि जहेव खोदोदस्स णवरि सुमणसोमणसा एत्थ दो देवा महिटिया Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 262 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तहेव रुयगाओ आढत्तं असंखेज विक्खंभो परिक्खेवो दारा दारंतरं च जोइसं च सव्वं असंखेज माणियव्वं / रुयगोदण्णं समुदं रुयगवरे णं दीवे वट्टे० रुयगवरभद्दरुयगवरमहाभद्दा एत्थ दो देवा० रुयगवरोदे स० रुयगवररुयगवरमहावरा एत्थ दो देवा महिड्डिया० / रुयगवरावभासे दीवे रुयगवरावभासभद्दरुयगवरावभासमहाभद्दा एत्य दो देवा महिड्ढिया० / रुयगवरावभासे समुद्दे रुयगवरावभासवररुयगवरावभासमहावरा एत्थ० // हारदोवे हारभद्दहारमहाभद्दा एत्थ० / हारसमुद्दे हारवरहारवरमहावरा एत्थ दो देवा महिड्ढिया०। हाखरोदे दीवे हारवरभद्दहारवरमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया० / हावरोदे समुद्दे हारवरहारखरमहावरा एक्थ० / हारवरावभासे दीवे हारवरावभासभद्दहारवरावभासमहाभद्दा एत्थ० / हारवरावभासोदे समुद्दे हारवरावभास. वरहारवरावभासमहावरा एत्थ० / एवं सव्वेवि तिपडोयारा णेयव्वा जाव सूरवरीभासोदे समुद्दे, दीवेसु भद्दणामा वरणामा होति उदहीसु, जाव पच्छिमभावं खोयवराईसु सयंभूरमणपजतेसु वावीओ० खोदोदगपडिहत्थाओ पव्वयगा य सव्ववइरामया० / देवदीवे दीवे देवभद्ददेवमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया०, देवोदे समुद्दे देववरदेवमहावरा एत्थ० जाव सयंभूरमणे दीवे सयंभूरमणभद्दसयंभूरमणमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढिया० / सयंभूरमणण्णं दीवं सयंभूरमणोदे णामं समुद्दे वट्टे वलया० जाव असंखेजाइं जोयणसयसहस्साई परिक्खेवेणं जाव अट्ठो, गोयमा ! सयंभूरमणोदए उदए अच्छे पत्थे जच्चे तणुए फलिहवण्णाभे पगईए उदगरसेणं पण्णत्ते, सयंभूरमणवरसयंभूरमणमहावरा एत्थ दो देवा महिड्ढिया सेसं तहेव जाव असंखेजाओ तारागणकोडिकोडीओ सोभेसु वा 3 // 185 // केवइया णं भंते ! जंबुद्दीवा दीवा णामधेजेहिं पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेजा जंबुद्दीवा 2 णामधेजेहिं पण्णत्ता, केवइया णं भंते ! लवणसमुद्दा० पण्णत्ता ? गोयमा! असंखेजा लवणसमुद्दा णामधेजेहिं पण्णत्ता, एवं धायइसंडावि, एवं जाव असंखेजा सूरदीवा णामधेजेहिं० / एगे देवे दीवे पण्णत्ते एगे देवोदे समुद्दे पण्णत्ते, एवं णागे जवखे भूए जाव एगे सयंभूरमणे दीवे एगे सयंभूरमणसमुद्दे णामधेजेणं पण्णत्ते // 186 // लवणस्स णं भंते ! समुद्दस्स उदए केरिसए आसाएणं पण्णत्ते ? गोयमा ! लवणस्स. उदए आइले रइले लिंदे लवणे कडुए अपेजे बहूणं दुपयचउप्पयमिगपसुपविखसरीसिवाणं णण्णत्थ तजोणियाणं सत्ताणं // कालोयस्स णं भंते ! समुद्दस्स उदए केरिसए आसाएणं पण्णत्ते ? गोयमा! आसले पेसले मासले कालए भासरासिवण्णाभे पगईए उदगरसेणं पण्णत्ते // पुक्खरोदस्स णं भंते ! समुद्दस्स उदए केरिसए आ० Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 263 पण्णत्ते ? गोयमा ! अच्छे जच्चे तणुए फालियवण्णाभे पगईए उदगरसेणं पण्णत्ते // वरुणोदस्स णं भंते !01 गोयमा ! से जहा णामए-पत्तासवेइ वा चोयासवेइ वा खजूरसारेइ वा मुद्दियासारेइ वा सुपक्कखोयरसेइ वा मेरएइ वा काविसायणेइ वा चंदप्पभाइ वा मणसिलाइ वा वरसीहूइ वा पवरवारुणीइ वा अट्ठपिटपरिणिट्टियाइ वा जंबूफलकालियाइ वा वरप्पसण्णा उक्कोसमयप्पत्ता ईसिउट्ठावलंबिणी ईसितंबच्छिकरणी ई सिवोच्छेयकरणी आसला मांसला पेसला वण्णेणं उववेया जाव भवे एयारूवे सिया ? णो इणटे समढे,गोयमा ! वारुणोदए० इत्तो इट्टतराए चेव जाव आसाएणं प० / खीरोदस्स णं भंते !0 उदए केरिसए आसाएणं पण्णत्ते ? गोयमा ! से जहा णामए-रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स चाउरके गोखीरे पयत्तमंदग्गिसुकदिए आउत्तरखंडमच्छंडिओववेए वण्णेणं उववेए जाव फासेणं उववेए, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणढे समढे, गोयमा ! खीरोयस्स० एतो इ8 जाव आसाएणं पण्णत्ते / घओदस्स f0 से जहा णामए-सारइयस्स गोघयवरस्स मंडे सल्लइकण्णियारपुष्फवण्णाभे सुकड्ढियउदारसज्झवीसंदिए वण्णेणं उववेए जाव फासेणं उववेए, भवे एयारूवे सिया ?, णो इणटे समढे, इत्तो इट्ठयरा०, खोदोदस्स० से जहा णामएउच्छृणं जच्चपुंडगाणं हरियालपिंडराणं भेरुंडछणाण वा कालपोराणं तिभागणिव्वाडियवाडगाणं बलवगणरजतपरिगालियमित्ताणं जे य रसे होज्जा वत्थपरिपुए चाउजायगसुवासिए अहियपत्थे लहुए वण्णेणं उववेए जाव भवेयारूवे सिया 1, णो इणट्टे समढे, एत्तो इट्टयरा०, एवं सेसगाणवि. समुद्दाणं भेदो जाव सयंभुरमणस्स, णवरि अच्छे जच्चे पत्थे जहा पुक्खरोद॑स्स / / कइ णं भंते ! समुद्दा पत्तेगरसा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि समुद्दा पत्तेगरसा पण्णत्ता, तंजहा-लवणे वरुणोदे खीरोदे घओदे // कइ णं भंते ! समुद्दा पगईए उदगरसेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ समुद्दा पगईए उदगरसेणं पण्णत्ता, तंजहा-कालोए पुक्खरोए सयंभूरमणे, अवसेसा समुद्दा उस्सणं खोयरसा प० समणाउसो! // 187 // कइ णं भंते ! समुद्दा बहुमच्छकच्छभाइण्णा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ समुद्दा बहुमच्छकच्छभाइण्णा पण्णत्ता, तंजहा-लवणे कालोदे सयंभूरमणे, अवसेसा समुद्दा अप्पमच्छकच्छभाइष्णा पण्णत्ता समणाउसो ! / / लवणे णं भंते ! समुद्दे कइ मच्छजाइकुलकोडिजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! सत्त मच्छजाइकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता / कालोए णं भंते ! समुद्दे कइ मच्छजाइ० पण्णत्ता ? गोयमा ! णव मच्छ Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 264 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जाइकुलकोडीजोणी०॥ सयंभूरमणे णं भंते ! समुद्दे०१ गो०! अद्धतेरस मच्छजाइकुलकोडीजोणीपमुहसयसहस्सा पण्णत्ता // लवणे णं भंते ! समुद्दे मच्छाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता 1 गो० ! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं उक्कोसेणं पंचजोयणसयाई // एवं कालोए उ० सत्त जोयणसयाई // सयंभूरमणे जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइ० उक्कोसेणं दस जोयणसयाइं // 188 // केवइया णं भंते ! दीवसमुद्दा णामधेजेहिं पण्णत्ता ? गोयमा ! जावइया लोगे सुभा णामा सुभा वण्णा जाव सुभा फासा एवइया दीवसमुद्दा णामधेजेहिं पण्णत्ता // केवइया णं भंते ! दीवसमुद्दा उद्धारसमएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जावइया अड्ढाइजाणं सागरोवमाणं उद्धारसमया एवइया दीवसमुद्दा उद्धारसमएणं पण्णत्तर // 189 // दीवसमुद्दा णं भंते ! किं पुढविपरिणामा आउपरिणामा जीवपरिणामा पुग्गलपरिणामा 1 गोयमा! पुढविपरिणामावि आउपरिणामावि जीवपरिणामावि पुग्गलपरिणामावि / / दीवसमुद्देसु णं भंते ! सव्वपाणा सव्वभूया सव्वजीवा सव्वसत्ता पुढविकाइयत्ताए जाव तसकाइयत्ताए उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो // 190 // ॥इइ दीवसमुद्दा समत्ता // जोइसुद्देसओ कइविहे णं भंते ! इंदियविसए पोग्गलपरिणामे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे इंदियविसए पोग्गलपरिणामे पण्णत्ते, तंजहा-सोइंदियविसए जाव फासिदियविसए। सोइंदियविसए णं भंते ! पोग्गलपरिणामे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-सुन्भिसद्दपरिणामे य दुन्भिसद्दपरिणामे य, एवं चविखदियविसयाइए हिवि सुरुवपरिणामे य दुरूवपरिणामे य, एवं सुरभिगंधपरिणामे य दुरभिगंधपरिणामे य, एवं सुरसपरिणामे य दुरसपरिणामे य, एवं सुफासपरिणामे य दुफासपरिणामे य / / से णूणं भंते ! उच्चावएसु सद्दपरिणामेसु उच्चावएसु रूवपरिणामेसु एवं गंधपरिणामेसु रसपरिणामेसु फासपरिणामेसु परिणममाणा पोग्गला परिणमंतीति वत्तव्यं सिया ? हंता गोयमा ! उच्चावएसु सद्दपरिणामेसु जाव परिणममाणा पोग्गला परिणमंतित्ति वत्तव्वं सिया, सेणूणं भंते ! सुब्भिसद्दा पोग्गला दुब्भिसद्दत्ताए परिणमंति दुन्भिसद्दा पोग्गला सुब्भिसद्दत्ताए परिणमंति ? हंता गोयमा ! सुब्भिसद्दा पो० दुब्भिसद्दत्ताए परिणमंति दुन्भिसद्दा पो० सुन्भिसद्दत्ताए परिणमंति, से णूणं भंते ! सुरूवा पुग्गला दुरूवत्ताए Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे प० 3 265 परिणमंति दुरूवा पुग्गला सुरूवत्ताए० 1 हंता गोयमा !0, एवं सुब्भिगंधा पोग्गला दुन्भिगंधत्ताए परिणमंति दुन्भिगंधा पोग्गला सुन्भिगंधत्ताए परिणमंति ? हंता गोयमा!०, एवं सुफासा दुफासत्ताए ? सुरसा दुरसत्ताए० 1, हंता गोयमा !0 // 191|| देवे णं भंते ! महिड्ढिए जाव महाणुभागे पुवामेव पोग्गलं खवित्ता पभू तमेव अणुपरियटित्ताणं गिणिहत्तए ? हंता पभू , से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-देवे णं महिड्ढिए जाव गिण्हित्तए ? गोयमा ! पोग्गले खित्ते समाणे पुव्वामेव सिग्धगई भवित्ता तओ पच्छा मंदगई भवइ, देवे णं महिड्ढिए जाव महाणुभागे पुव्वंपि पच्छावि सीहे सीहगई तुरिए तुरियगई चेव से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव अणुपरियट्टित्ताणं गेण्हित्तए / देवे णं भंते ! महिड्ढिए० बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पुवामेव बाल अच्छित्ता अभेत्ता पभू गंठित्तए ? णो इणढे समढे 1, देवे गं भंते ! महिड्ढिए० बाहिरए पुग्गले अपरियाइत्ता पुव्वामेव बालं छित्ता भित्ता पभू गंठित्तए ? णो इणढे समढे 2, देवे ण भंते ! महिड्ढिए०बाहिरए पुग्गले परियाइत्ता पुत्वामेव बालं अच्छ्त्तिा अभित्ता पभू गंठित्तए ? णो इणढे समढे 3, देवे णं भंते ! महिढिए जाव महाणुभागे बाहिरे पोग्गले परियाइत्ता पुव्वामेव बालं छेत्ता भेत्ता पभू गंठित्तए ? हंता पभू 4, तं चेव णं गंटिं छउमत्थे ण जाणइ ण पासइ एवंसुहमं च णं गढिया 3, देवे णं भंते ! महिड्ढिए० पुवामेव बालं अच्छेत्ता अभेत्ता पभू दीहीकरित्तए वा हस्सीकरित्तए वा ? णो इणढे समढे 4, एवं चत्तारिवि गमा, पढमबिइयभंगेसु अपरियाइत्ता एगंतरियगा अच्छेत्ता अभेत्ता, सेसं तहेव, तं चेव सिद्धिं छउमत्थे ण जाणइ ण पासइ एसुहुमं च णं दीहीकरेज वा हस्सीकरेज वा // 192 // अस्थि णं भंते ! चंदिमसूरियाणं हिट्ठिपि तारारूवा अणुंपि तुल्लावि समंपि तारारूवा अ[पि तुल्लावि उप्पिंपि तारारूवा अणुंपि तुल्लावि ? हंता अस्थि, से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ-अत्थि णं चंदिमसूरियाणं जाव उम्पिपि तारारूवा अणुपि तुल्लावि ? गोयमा ! जहा जहा णं तेसिं देवाणं तवणियमबंभचेरवासाई [उक्कडाई] उस्सियाई भवंति तहा तहा णं तेसिं देवाणं एयं पण्णायइ अणुत्ते वा तुल्लत्ते वा, से एएणटेणं गोयमा!० अत्थि णं चंदिमसूरियाणं०उप्पिपि तारारूवा अणुंपि तुल्लावि // 193 // एगमेगस्स णं भंते ! चंदिमसूरियस्स केवइओ णक्खत्तपरिवारो पण्णत्तो केवइओ महग्गहपरिवारो पण्णत्तो केवइओ तारागणकोडाकोडीओ परिवारो प० 1 गोयमा ! एगमेगस्स णं चदिमसूरियस्स-अहासीइं च गहा अट्ठावीसं च Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 266 अनंगपविद्वसुत्ताणि होइ णखत्ता / एगससीपरिवारो एत्तो ताराण वोच्छामि // 1 // छावट्ठिसहस्साई णव चेव सयाई पंचसयराइं / एगससीपरिवारो तारागणकोडिकोडीणं . // 2 // 194 / / जंबूदीवे णं भंते ! दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ केवइयं अबाहाए जोइसं चारं चरइ ? गोयमा! एक्कारसहिं एक्कवीसेहिं जोयणसएहिं अबाहाए जोइसं चारं चरइ, एवं दक्खिणिल्लाओ पञ्चस्थिमिल्लाओ उत्तरिल्लाओ एक्कारसहिं एकवीसेहिं जोयण० जाव चारं चरइ // लोगंताओ भंते ! केवइयं अबाहाए जोइसे पण्णत्ते ? गोयमा ! एकारसहिं एक्कारेहिं जोयणसएहिं अबाहाए जोइसे पण्णत्ते / / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ केवइयं अबाहाए सव्वहेट्ठिल्ले तारारूवे चारं चरइ ? केवइयं अबाहाए सूरविमाणे चारं चरइ ? केवइयं अबाहाए चंदविमाणे चारं चरइ ? केवइयं अबाहाए सव्वउवरिले तारारूवे चारं चरइ ?, गोयमा ! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणि सत्तहिं णउएहिं जोयणसएहिं अबाहाए जोइस सव्वहेट्ठिल्ले तारारूवे चारं चरइ, अट्ठहिं जोयणसएहिं अबाहाए सूरविमाणे चारं चरइ, अट्ठहिं असीएहिं जोयणसएहिं अबाहाए चंदविमाणे चारं चरइ, णवहिं जोयणसएहिं अवाहाए सव्वउवरिल्ले तारारूवे चारं चरइ ॥सव्वहेट्ठिमिल्लाओ णं भंते ! तारारूवाओ केवइयं अबाहाए सूरविमाणे चारं चरइ ? केवइयं अबाहाए चंदविमाणे चारं चरइ ? केवइयं अबाहाए सव्वउवरिल्ले तारारूवे चारं चरइ ?, गोयमा ! सव्वहेट्ठिल्लाओ णं दसहिं जोयणेहिं सूरविमाणे चारं चरइणउईए जोयणेहिं अबाहाए चंदविमाणे चारं चरइ दसुत्तरे जोयणसए अबाहाए सव्योवरिले तारारूवे चारं चरइ // सूरविमाणाओ णं भंते ! केवइयं अबाहाए चंदविमाणे चारं चरइ ? केवइयं० सव्वउवरिल्ले तारारूवे चारं चरइ ?, गोयमा ! सूरविमाणाओ णं असीए जोयणेहिं चंदविमाणे चारं चरइ, जोयणसयअबाहाए सव्योवरिल्ले तारारूवे चारं चरइ // चंदविमाणाओ णं भंते ! केवइयं अबाहाए सव्वउवरिले तारारूवे चारं चरइ ? गोयमा ! चंदविमाणाओ णं वीसाए जोयणेहिं अबाहाए सव्वउवरिल्ले तारारूवे चारं चरइ, एवामेव सपुत्वावरेणं दसुत्तरसयजोयणबाहले तिरियमसंखेजे जोइसविसए पण्णत्ते // 195 // जंबूदीवे णं भंते ! दीवे कयरे णक्खत्ते सव्वभितरिलं चारं चरइ ? कयरे णक्खत्ते सव्वबाहिरिल्लं चारं चरइ ? कयरे णक्खत्ते सव्वउवरिलं चारं चरइ ? कयरे णक्खत्ते सव्वहिट्ठिल चार चरइ ? गोयमा ! जंबूदीवे णं दीवे अभीइणक्खत्ते सव्वभितरिल्लं चारं चरइ मूले णक्खत्ते सव्वबाहि Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे प०३ 267 रिलं चारं चरइ साई णक्खत्ते सव्योवरिलं चार चरइ भरणी णक्खत्ते सव्वहेहिलं चार चरइ // 196 // चंदविमाणे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! अद्धकविट्ठगमंठाणमंठिए सव्वफालियामए अब्भुग्गयमूसियपहसिए वण्णओ, एवं सूरविमाणेवि णखत्तविमाणेवि ताराविमाणेवि अद्धकविट्ठसंठाणसं ठिए // चंद विमाणे णं भंते ! केवइयं आयामविक्खंभेणं ? केवइयं परिक्खेवेणं ? केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ?, गोयमा! छापण्णे एगसट्ठिभागे जोयणस्स आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं अट्ठावीसं एगसट्ठिभागे जोयणस्स बाहल्लेणं पण्णत्ते / / सूरविमाणस्सवि सच्चेव पुच्छा, गोयमा ! अंडयालीसं एगसट्ठिभागे जोयणस्स आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परिक्खेवेणं चउवीसं एगसट्ठिभागे जोयणस्स बाहल्लेणं पण्णत्ते // एवं गहविमाणेवि अद्धजोयणं आयामविखंभेणं सविसेसं परि० कोसं बाहल्लेणं प० / णवखत्तविमाणे णं कोसं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परि० अद्धकोसं बाहल्लेणं प०,ताराविमाणे णं अद्धकोसं आयामविक्खंभेणं तं तिगुणं सविसेसं परि० पंचधणुसयाई बाहल्लेणं पण्णत्ते // 197 / / चंदविमाणे णं भंते ! कइ देवसाहस्सीओ परिवहंति ? गोयमा ! चंदविमाणस्स णं पुरच्छिमेणं सेयाणं सुभगाणं सुप्पभाणं संखतलविमलणिम्मलद हिघणगोखीरफेणरययणियरप्पगासाणं (महुगुलियपिंगलक्खाणं) थिरलट्ट [पउह] वह पीवरसुसिलिट्ठवि सिट्ठतिक्खदाढाविडंबियमुहाणं रत्तुप्पलपत्तम उयसुकुमालतालुजीहाणं [पसत्थसत्थवेरुलियभिसंतककडणहाणं] विसालपीवरोरुपडिपुण्णविउलखंधाणं मिउविसयपसत्थसुहमलक्खणविच्छिण्णकेसरसडोवसोभियाणं चंकमियललियपुलियधवलगब्वियगईणं उस्सियसुणिम्मियसुजायअप्फोडियणंगूलाणं वइरामयणक्खाणं वइरामयदंताणं वइरामयदाढाणं तवणिजजीहाणं तवणिजतालुयाणं तवणिजजोत्तगसुजोइयाणं कामगमाणं पीइगमाणं मणोगमाणं मणोरमाणं मणोहराणं अमियगईणं अमिय. बलबीरियपुरिसक्कारपरक्कमाणं महया अप्फोडियसीहणाइयबोलकलयलरवेणं महुरेणं मणहरेण य पूरिता अंबरं दिसाओ य सोभयंता चत्तारि देवसाहस्सीओ सीहरूव. धारीणं देवाणं पुरच्छिमिल्लं बाहं परिवहति / चंदविमाणस्स णं दक्खिणेणं सेयाणं सुभगाणं सुप्पभाणं संखतलविमलणिम्मलदहियणगोखीरफेणरययणियरप्पगासाणं वइरामयकुंभजुयलसुट्ठियपीवरवरवइरसोंडवट्टियदित्तसुरत्तपउमप्पगासाणं अब्भुण्णयगुणा(मुहा)णं तवणिजविसालचंचलचलंतचवलकण्णविमलुजलाणं मधुवण्णभिसंतगिद्धपिंगलपत्तलतिवण्णमणिरयणलोयणाणं अब्भुग्गयमउलमलियाणं धवलसरिससंठि Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ण 268 अनंगपविट्ठसुत्ताणि यणिव्वणदढकसिणफालियामयसुजायदंतमुसलोवसोभियाणं कंचणकोसीपविट्ठदंतग्गविमलमणिरयणरुइलपेरंतचित्तरूवगविराइयाणं तवणिज्जविसालतिलगपमुहपरिमंडियाणं णाणामणिरयणगुलियगेवेजबद्धगलपवरभूसणाणं वेरुलियविचित्तदंडणिम्मलवालगंडाणं वइरामयतिक्खल?अंकुसकुंभजुयलंतरोदियाणं तवणिजसुबद्धकच्छदप्पियबलुद्धराणं जंबूणयविमलघणमंडलवइरामयलीलाललियतालणाणामणिरयणघण्टपासगरययामयरज्जूबद्धलंबियघंटाजुयलमहुरसरमणहराणं अल्लीणपमाणजुत्तवट्टियसुजायलक्खणपसत्थतवणिजवालगत्तपरिपुच्छणाणं उवचियपडिपुण्णकुम्मचलणलहुविकमाणं अंकामयणक्खाणं तवणिजतालुयाणं तवणिजजीहाणं तवणिजजोत्तगसुजोइयाणं कामगमाणं पीइगमाणं मणोगमाणं मणोरमाणं मणोहराणं अमियगईणं अमियबलवीरियपुरिसक्कारपरक्कमाणं महया गंभीरगुलगुलाइयरवेणं महुरेणं मणहरेणं पूरता अंबरं दिसाओ य सोभयंता चत्तारि देवसाहस्सीओ गयरूवधारीणं देवाणं दक्खिणिलं बाहं परिवहति / चंदविमाणस्स णं पञ्चत्थिमेणं सेयाणं सुभगाणं सुप्पभाणं चंकमियललियपुलियचलचवलककुदसालीणं सण्णयपासाणं संगयपासाणं सुजायपासाणं मियमाइयपीणरइयपासाणं झसविहगसुजायकुच्छीणं पसत्थणिद्धमधुगुलियभिसंतपिंगलक्खाणं विसालपीवरोरुपडिपुण्णविउलखंधाणं वट्टपडिपुण्णविउलकण्णपासाणं घणणिचियसुबद्धलक्खणुण्णयई सिआणयवसभोट्टाणं चंकमियललियपुलियचकवालचवलगव्वियगईणं पीवरोरुवट्टियसुसंठियकडीणं ओलंबपलंबलक्खणपमाणजुत्तपसत्थरमणिजवालगंडाणं समखुरवालधाराणं.समलिहियतिक्खग्गसिंगाणं तणुसुहुमसुजायणिद्धलोमच्छविधराणं उवचियमंसलविसालपडिपुण्णखुद्दपमुहसुंदराणं (खंधपएससुंदराणं) वेरुलियभिसंतकडक्खसुणिरिक्खणाणं जुत्तप्पमाणप्पहाणलक्खणपसत्थरमणिजगमगरगलसोभियाणं घग्घरगसुबद्धकण्ठपरिमंडियाणं णाणामणिकणगरयणघण्टवेयच्छगसुकयरइयमालियाणं वरघंटागलगलियसोभंतसस्सिरीयाणं पउमुप्पलभसलसुरभिमालाविभूसियाणं वइरखुराणं विविहविखुराणं फालियामयदंताणं तवणिजजीहाणं तवणिजतालुयाणं तवणिजजोत्तगसुजोत्तियाणं कामगमाणं पीइगमाणं मणोगमाणं मणोरमाणं मणोहराणं अमियगईणं अमियबलवीरियपुरिसक्कारपरकमाणं महया गंभीरगजियरवेणं महुरेणं मणहरेण य पूरता अंबरं दिसाओ य सोभयंता चत्तारि-देवसाहस्सीओ वसभरुवधारीणं देवाणं पञ्चस्थिमिलं बाहं परिवहति / चंदविमाणस्स णं उत्तरेणं सेयाणं सुभगाणं सुप्पभाणं जच्चाणं वरमलिहायणाणं हरिमेलामदुलमल्लियच्छाणं घणणिचिय-सुबद्धलक्खणुण्णया-चंकमि(चंचुच्चि)यललियपुलिय-चल-चवल-चंचल Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 266 गईणं लंघणवग्गणधावणधारणतिवइजइणसिक्खियगईणं संणयपासाणं संगयपासाणं सुजायपासाणं मियमाइयपीणरइयपासाणं झसविहगसुजायकुच्छीणं पीणपीवरवट्टियसुमंठियकडीणं ओलंबपलंबलक्खणपमाणजुत्तपसत्थरमाणिज्जवालगंडाणं तणुसुहुमसुजायणिद्धलोमच्छविधराणं मिउविसयपसत्थसुहमलक्खणविकिण्णकेसरवालिधराणं ललियलासगगइ(ललंतथासगल)लाडवरभूसणाणं मुहमंडगोचूलचमरथासगपरिमंडियकडीणं तवणिजखुराणं तवणिजजीहाणं तवणिजतालुयाणं तवणिजजोत्तगसुजोइयाणं कामगमाणं पीइगमाणं मणोगमाणं मणोरमाणं मणोहराणं अमियगईणं अमियबलवीरियपुरिसक्कारपरकमाणं महया हयहेसियकिलकिलाइयरवेणं महरेणं मणहरेण य पूरेता अंबरं दिसाओ य सोभयंता चत्तारि देवसाहस्सीओ हयरूवधारीणं उत्तरिलं बाहं परिवहति // एवं सूरविमाणस्सवि पुच्छा, गोयमा ! सोलस देवसाहस्सीओ परिवहंति पुव्वकमेणं // एवं गहविमाणस्सवि पुच्छा, गोयमा ! अट्ट देवसाहसीओ परिवहंति पुव्वकमेणं, दो देवाणं साहस्सीओ पुरथिमिल्लं बाहं परिवहंति दो देवाणं साहस्सीओ दक्खिणिल्लं दो देवाणं साहस्सीओ पञ्चत्थिमं दो देवसाहरसीओ हयस्वधारीणं उत्तरिल्लं बाहं परिवहंति. // एवं णक्खत्तविमाणस्सवि पुच्छा, गोयमा ! चत्तारि देवसाहस्सीओ परिवहंति, तंजहा-सीहरूवधारीणं देवाणं एगा देवसाहस्सी पुरथिमिलं बाहं परिवहइ, एवं चउद्दिसिंपि, एवं तारगाणवि णवरं दो देवसाहस्सीओ परिवहंति, तंजहा-सीहरूवधारीणं देवाणं पंचदेवसया पुरथिमिलं बाहं परिवहंति, एवं चउद्दिसिपि // 198 / / एएसि णं भंते ! चंदिमसूरियगहगणणक्खत्ततारारूवाणं कयरे कयरेहिंतो सिग्घगई वा मंदगई वा ? गोयमा ! चंदेहिंतो सूरा सिग्घगई सूरेहिंतो गहा सिग्घगई गहेहिंतो णक्खत्ता सिग्धगई णक्खत्ते. हिंतो तारा सिग्धगई, सव्वप्पगई चंदा सव्वसिग्घगईओ तारारूवा // 199 // एएसिणं भंते ! चंदिम जाव तारारूवाणं कयरे२ हिंतो अप्पिड्ढिया वा महिड्ढियावा ? गोयमा ! तारारूवेहिंतो णक्खत्ता महिड्ढिया णक्खत्तेहिंतो गहा महिड्ढिया गहेहितो सूरा महिड्ढिया सूरेहितो चंदा महिड्ढिया, सव्वप्पड्ढिया ताराख्वा सव्दमहिड्ढिया चंदा // 200 // जंबूदीवे णं भंते ! दीवे तारारुवस्स 2 य एस णं केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे अंतरे पण्णत्ते, तंजहा-वाघाइमे य णिव्वाघाइमे य, तत्थ ण जे से वाघाइमे से जहण्णेणं दोण्णि य छावटे जोयणसए उक्कोसेणं बारस जोयणसहस्साई दोण्णि य बायाले जोयणसए तारारुवस्स 2 य अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ! Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 270 अनंगपविट्ठसुत्तागि तत्थ णं जे से णिवाघाइमे से जहण्णेणं पंचधणुसयाई उक्कोसेणं दो गाउयाई तारारूव जाव अंतरे पण्णत्ते // 201 // चंदस्स णं भंते ! जोइंसिंदस्स जोइसरण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! चत्तारि अगमहिसीओ पण्णत्ताओ, तंजहा-चंदप्पमा दोसिणाभा अच्चिमाली पभंकरा, एत्थ णं एगमेगाए देवीए चत्तारि चत्तारि देवसाहस्सीओ परिवारे य, पभू णं तओ एगमेगा देवी अण्णांई चत्तारि 2 देविसहस्साई परिवार विउवित्तए, एवामेव सपुत्वावरेणं सोलस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, से तं तुडिए // 202 // पभू णं भंते ! चंदे जोइसिंदे जोइसराया चंदवडिसए विमाणे सभाए सुहम्माए चंदंसि सीहासणंसि तुडिएण सद्धिं दिव्वाई भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरिलए / णो इणटे समटे / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ णो पभू चंदे जोइसराया चंदवडेंसए विमाणे सभाए सुहम्माए चंदंसि सीहासणंसि तुडिएणं सद्धिं दिवाइं भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरित्तए ? गोयमा ! चंदस्स जोइसिंदस्स जोइसरण्णो चंदवडेंसए विमाणे सभाए सुहम्माए माणवगंसि चेइयखंभंसि वइरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु बहुयाओ जिणसकहाओ सण्णिक्खित्ताओ चिटुंति, जाओ णं चंदस्स जोइसिंदस्स जोइसरण्णो अपणेसिं च बहणं जोइसियाणं देवाण य देवीण य अच्चणिजाओ जाव पज्जुवासणिजाओ, तासि पणिहाए णो पभू चंदे जोइसराया चंदवडिं० जाव चंदंसि सीहासणंसि जाव भुंजमाणे विहरित्तए, से एएणटेणं गोयमा ! णो पभू चंदे जोइसराया चंदवडेंसए विमाणे सभाए सुहम्माए चंदंसि सीहासणंसि तुडिएण सद्धिं दिव्वाइंभोगभोगाइं भुजमाणे विहरित्तए, अदुत्तरं च णं गोयमा ! पभू चंदे जोइसिंदे जोइसराया चंदवडिंसए विमाणे सभाए सुहम्माए चंदंसि सीहासणंसि चउहिँ सामाणियसाहस्सीहिं जाव सोलसहिं आयरबखदेवाणं साहस्सीहिं अण्णेहिं बहूहिं जोइसिएहिं देवेहिं देवीहि य सद्धिं संपखुिडे महया हयणट्टगीइवाइयतंतीतलतालतुडियघणमुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाई भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरित्तए, केवलं परियारतुडिएण सद्धिं भोगभोगाई बुद्धीए णो चेव णं मेहुणवत्तियं // 203 // सूरस्स णं भंते ! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! चत्तारि अम्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तंजहासूरप्पभा आयवाभा अच्चिमाली पभंकरा, एवं अवसेसं जहा चंदस्सं णवरि सूरवडिसए विमाणे सूरंसि सीहासणंसि, तहेव सव्वेसिपि गहाईणं चत्तारि अग्गमहिसीओ० तंजहा-विजया वेजयंती जयंती अपराजिया तेसिपि तहेव // 204 / / Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 271 जीवाजीवाभिगमे प०३ चंदविमाणे णं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? एवं जहा ठिईपए तहा भाणियव्वा जाव ताराणं // 205 / / एएसि णं भंते ! चंदिमसूरियगहणक्खत्ततारारूवाणं कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! चंदिमसूरिया एए णं दोण्णिवि तुल्ला सव्वत्थोवा, संखेजगुणा णक्खत्ता, संखेजगुणा गहा, संखेजगुणाओ तारगाओ // 206 // जोइसुद्देसओ समत्तो // पढमो वेमाणिय उद्देसो कहि णं भंते ! वेमाणियाणं देवाणं विमाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! वेमाणिया देवा परिवसंति ? जहा ठाणपए तहा सव्वं भाणियव्वं णवरं परिसाओ भाणियव्वाओ जाव सक्के० अण्णेसिं च बहूणं सोहम्मकप्पवासीणं देवाण य देवीण य जाव विहरंति // 207 // सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! तओ परिसाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-समिया चंडा जाया, अभितरिया समिया मज्झिमिया चंडा बाहिरिया जाया // सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो अभितरियाए परिसाए कइ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ? मज्झिमियाए परि० तहेव बाहिरियाए पुच्छा, गोयमा ! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो अभितरियाए परिसाए वारस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ मज्झिमियाए परिसाए चउदस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ बाहिरियाए परिसाए सोलस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, तहा अभितरियाए परिसाए सत्त देवीसयाणि मज्झिमियाए० छच्च देवीसयाणि बाहिरियाए० पंच देवीसयाणि पण्णत्ताणि // सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 एवं मज्झिमियाए बाहिरियाएवि, गोयमा ! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो अभितरियाए परिसाए देवाणं पंच पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए० चत्तारि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए देवाणं तिण्णि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, देवीणं ठिई-अभितरियाए परिसाए देवीणं तिणि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता,मज्झिमियाए०दुण्णि पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए०एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, अट्ठो सो चेव जहा भवणवासीणं / / कहि णं भंते ! ईसाणगाणं देवाणं विमाणा पण्णत्ता 1 तहेव सव्वं जाव ईसाणे एत्थ देविंदे देव० जाव विहरइ / ईसाणस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तओ परिसाओ पण्णत्ताओ, तंजहा Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 272 अनंगपविद्वसुत्ताणि समिया चंडा जाया, तहेव सव्वं णवरं अभितरियाए परिसाए दस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, मज्झिमियाए परिसाए बारस देवसाहस्सीओ०, बाहिरियाए० चउद्दस देवसाहस्सीओ०, देवीणं पुच्छा, अभितरियाए० णव देवीसया पण्णत्ता मज्झिमियाए परिसाए अट्ठ देवीसया पण्णत्ता बाहिरियाए परिसाए सत्त देवीसया पण्णत्ता, देवाणं ठिईपुच्छा, अभितरियाए परिसाए देवाणं सत्त पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता मज्झिमियाए० छ पलिओवमाइं० बाहिरियाए० पंच पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता / देवीणं पुच्छा, अभितरियाए० साइरेगाइं पंचपलिओवमाइं०, मज्झिमियाए परिसाए चत्तारि पलिओक्माई ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए तिण्णि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, अट्ठो तहेव भाणियव्वो // सणंकुमाराणं तुच्छा तहेव ठाणपयगमेणं जाव सणंकुमारस्स तओ परिसाओ समियाई तहेव, णवरं अभितरियाए परिसाए अट्ठ देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, मज्झिमियाए परिसाए दस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, बाहिरियाए परिसाए बारस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, अभितरियाए परिसाए देवाणं अद्धपंचमाइं सागरोवमाइं पंच पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए० अद्धपंचमाइं सागरोवमाइं चत्तारि पलिओवमाई ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए. अद्धपंचमाइं सागरोवमाई तिणि पलिओक्माई ठिई पण्णत्ता, अट्ठो सो चेव // एवं माहिंदस्सवि तहेव तओ परिसाओ णवरं अभितरियाए परिसाए छद्देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, मज्झिमियाए परिसाए अट्ट देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, बाहिरियाए० दस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ, ठिई देवाणं-अभितरियाए परिसाए अद्धपंचमाई सागरोवमाइं सत्त य पलिओ० ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए अद्धपंचमाइं सागरोवमाइं छच्च पलिओवमाइं०, बाहिरियाए परिसाए अद्धपंचमाई सागरोवमाइं पंच य पलिओवमाइं ठिई प०, तहेव सव्वेसिं इंदाणं ठाणपयगमेणं विमाणा णेयव्वा तओ पच्छा परिसाओ पत्तेयं 2 वुच्चति // बंभस्सवि तओ परिसाओ पण्णत्ताओ० अभितरियाए चत्तारि देवसाहस्सीओ मज्झिमियाए छ देवसाहस्सीओ बाहिरियाए अट्ट देवसाहस्सीओ, देवाणं ठिई-अभितरियाए परिसाए अद्धणवमाई सागरोवमाइं पंच य पलिओवमाई, मज्झिमियाए परिसाए अद्धणवमाइं चत्तारि पलिओवमाई, बाहिरियाए० अद्धणवमाइं सागरोवमाइं तिण्णि य पलिओवमाइं अट्ठो सो चेव // लंतगस्सवि जाव तओ परिसाओ जाव अभितरियाए परिसाए दो देव साहसीओ० मज्झिमियाए० चत्तारि देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ बाहिरियाए० छदेव Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 3 273 साहस्सीओ पण्णत्ताओ, ठिई भाणियव्वा-अभितरियाए परिसाए बारस सागरोवमाइं सत्त पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, मज्झिमियाए परिसाए बारस सागरोवमाई छच्च पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, बाहिरियाए परिसाए बारस सागरोवमाइं पंच पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता अट्ठो सो चेव // महासुक्कस्सवि जाव तओ परिसाओ जाव अभितरियाए एगं देवसहस्सं मज्झिमियाए दो देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ बाहिरियाए चत्तारि देवसाहस्सीओ, अभितरियाए परिसाए अद्धसोलस सागरोवमाइं पंच पलिओवमाई,मज्झिमियाए अद्धसोलस सागरोवमाइं चत्तारि पलिओवमाई,बाहिरियाए अद्धसोलस सागरोवमाइं तिण्णि पलिओवमाइं, अट्ठो सो चेव // सहस्सारे पुच्छा जाव अभितरियाए परिसाए पंच देवसया, मज्झिमियाए परि० एगा देवसाहस्सी, बाहिरियाए० दो देवसाहस्सीओ पण्णत्ता,ठिई-अभितरियाए अद्धट्ठारस सागरोवमाई सत्त पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता एवं मज्झिमियाए अट्ठारस छप्पलिओवमाई बाहिरियाए अद्धट्ठारस सागरोवमाइं पंच पलिओवमाइं अट्ठो सो चेव // आणयपाणयस्सवि पुच्छा जाव तओ परिसाओणवरि अभितरियाए अड्ढाइजा देवसया मज्झिमियाए पंच देवसया बाहिरियाए एगा देवसाहस्सी,ठिई-अभितरियाए०एगूणवीस सागरोवमाइं पंच य पलिओवमाइं एवं मज्झि० एगूणवीस सागरोवमाइं चत्तारि य पलिओवमाई बाहिरियाए परिसाए एगूणवीसं सागरोवमाइं तिणि य पलिओवमाइं ठिई अट्ठो सो चेव / कहि णं भंते ! आरणअच्चुयाणं देवाणं तहेव अच्चुए सपरिवारे जाव विहरइ, अच्चुयस्स णं देविंदस्स तओ परिसाओ पण्णत्ताओ अभितरपरि० देवाणं पणवीस सयं मज्झिम अड्ढाइजा सया बाहिरिय० पंचसया, अभितरियाए एकवीसं सागरोवमा सत्त य पलिओवमाई मज्झि० एकवीससागरो० छप्पलि बाहिरि०एगीसं सागरो० पंच य पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता // कहि णं भंते ! हेट्ठिमगेवेजगाणं देवाणं विमाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! हेट्ठिमगेवेजगा देवा परिवसंति !, जहेव ठाणपए तहेव, एवं मज्झिमगेवेजा उवरिमगेविजगा अणुत्तरा य जाव अहमिंदा णाम ते देवा पण्णत्ता समणाउसो ! // 208 // पढमो वेमाणिय उद्देसो समत्तो। ___बीओ वेमाणिय उद्देसो सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कम्पेसु विमाणपुढवी किंपइट्ठिया पणत्ता ? गोयमा ! घणोदहिपइट्ठिया प० सणंकुमारमाहिदेसु० कप्पेसु विमाणपुढवी किंपइट्टिया पण्णत्ता ? Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . 274 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गोयमा ! घणवायपइट्ठिया पण्णत्ता / बंभलोए णं भंते ! कप्पे विमाणपुढवीण पुच्छा, गो०! घणवायपइट्ठिया पण्णत्ता / लंतए णं भंते ! पुच्छा, गोयमा ! तदुभयपइट्टिया० / महासुक्कसहस्सारेसुवि तदुभयपइट्ठिया। आणय जाव अच्चुएसु णं भंते ! कप्पेसुपुच्छा, गो० ! ओवासंतरपइट्ठिया० / गेविजविमाणपुढवीणं पुच्छा, गोयमा ! ओवासंतरपइ. ट्ठिया० / अणुत्तरोववाइयपुच्छा, ओवासंतरपइट्ठिया // 209 / सोहम्मीसाणकप्पेसु० विमाणपुढवी केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ता 1 गोयमा ! सत्तावीसं जोयणसयाई बाहल्लेणं पण्णत्ता, एवं पुच्छा, सणंकुमारमाहिदेसु छव्वीसं जोयणसयाई / बंभलंतए पंचवीसं / महासुक्कसहस्सारेसु चउवीसं / आणयपाणयारणाच्चुएसु तेवीसं सयाई / गेविजविमाणपुढवी बावीसं / अणुत्तरविमाणपुढवी एकवीसं जोयणसयाई बाहलेणं प०॥२१०॥ सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कम्पेसु विमाणा केवइयं उड्दं उच्चत्तेणं० 1 गोयमा ! पंच जोयणसयाई उड्दं उच्चत्तेणं प०। सणंकुमारमाहिंदेसु छजोयणसयाई बंभलंतएसु सत्त, महासुक्कसहस्सारेसु अट्ठ, आणयपाणएसु 4, णव गेवेजविमाणा णं भंते ! केवइयं उड्ढे उ०१ गो०! दस जोयणसयाई,अणुत्तरविमाणा णं०एक्कारस जोयणसयाई उड्ढे उच्चत्तेणं प०॥२१||सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु विमाणा किंसंठिया पण्णत्ता! गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-आवलियपविट्ठा य आवलियबाहिरा य, तत्थ णं जे ते आवलियपविट्ठा ते तिविहा पण्णत्ता, तंजहा–वट्टा तंसा चउरंसा, तत्थ णं जे ते आवलियबाहिरा ते णं णाणासंठाणसंठिया पण्णत्ता, एवं जाव गेविजविमाणा, अणुत्तरोववाइयविमाणा दुविहा पण्णता, तंजहा–वट्टे य तंसा य // 212 / / सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु विमाणा केवइयं आयामविक्खंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-संखेजवित्थडा य असंखेजवित्थडा य, जहा णरगा तहा जाव अणुत्तरोववाइया संखेजवित्थडे य असंखेजवित्थडा य, तत्थ णं जे से संखेजवित्थडे से जंबुद्दीवप्पमाणे असंखेजवित्थडा असंखेजाइं जोयणसयाई जाव परिक्खेवेणं पण्णत्ता // सोहम्मीसाणेसु णं भंते। कप्पेसु विमाणा कइवण्णा पण्णत्ता ? गोयमा!पंचवण्णा पण्णत्ता, तंजहा-किण्हा णीला लोहिया हालिद्दा सुकिल्ला, सणकुमारमाहिदेसु चउवण्णा णीला जाव सुकिल्ला, बंभलोगलंतएसु तिवण्णा लोहिया जाव सुकिला, महासुक्कसहस्सारेसु दुवण्णा-हालिद्दा य सुकिल्ला य, आणयपाणयारणच्चुएसु सुकिल्ला, गेविजविमाणा सुकिल्ला, अणुत्तरोववाइयविमरणा परमसुकिल्ला वण्गेणं पण्णत्ता // सोहम्मीसाणेसुणं भंते ! कप्पेसु विमाणा केरिसया पभाए पण्णत्ता ? Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०३ 275 गोयमा ! णिचालोया णिच्चुजोया सयं पभाए पण्णत्ता जाव अणुत्तरोववाइयविमाणा णिचालोया णिच्चुज्जोया सयं पभाए पण्णत्ता // सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु विमाणा केरिसया गंधेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहा णामए-कोट्ठपुडाण वा एवं जाव एत्तो इतरागा चेव जाव गंधेणं पण्णत्ता, जाव अणुत्तरविमाणा // सोहम्मीसाणेसु० विमाणा करिसया फासेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहा णामए-आइणे इ वा रूएइ वा सव्वो फासो भाणियन्वो जाव अणुत्तरोववाइयविमाणा // सोहग्मीसाणेसु भंते ! कप्पेसु विमाणा केमहालया पण्णत्ता ? गोयमा ! अयण्ण जंबुद्दीवे 2 सव्वदीवसमुद्दाणं सो चेव गमो जाव छम्मासे वीइवएजा जाव अत्थेगइया विमाणावासा वीइवएजा अत्थेगइया विमाणावासा णो वीइवएजा जाव अणुत्तरोववाइयविमाणा अत्थेगइयं विमाणं वीइवएजा अत्थेगइए० णो वीइवएजा // सोहम्मीसाणेसु णं भंते !0 विमाणा किमया पण्णत्ता गोयमा ! सव्वरयणामया पण्णत्ता, तत्थ णं बहवे जीवा य पोग्गला य वक्कमति विउक्कमति चयंति उवचयंति, सासया णं ते विमाणा दवट्ठयाए जाव फासपजवेहिं असासया जाव अणुत्तरोववाइया विमाणा // सोहम्मीसाणेमु णं. देवा कओहिंतो उववजंति ? उववाओ. यव्यो जहा वकंतीए तिरियमणुएसु पंचेंदिएसु समुच्छिमवजिएसु, उववाओ वकंतीगमेणं जाव अणुत्तरो० // सोहम्मीसाणेसु० देवा एगसमएणं केवइया उववजंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा उववजंति, एवं जाव सहस्सारे, आणयाई गेवेजा अणुत्तरा य एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेजा वा उववति // सोहम्मीसाणेसु णं भंते !0 देवा समए 2 अवहीरमाणा 2 केवइएणं कालेणं अवहिया सिया 1 गोयमा ! ते णं असंखेजा समए 2 अवहीरमाणा 2 असंखेजाहिं ओसप्पिणीहिँ उस्सप्पिणीहिं अवहीरंति णो चेव णं अवहिया सिया जाव सहस्सारो, आणयाइएसु चउसुवि, गेवेजेसु अणुत्तरेसु य समए 2 जाव केवइयकालेणं अवहिया सिया ? गोयमा ! ते णं असंखेजा समए 2 अवहीरमाणा 2 पलिओवमस्स असं. खेजइभागमेत्तेणं अवहीरंति, णो चेव णं अवहिया सिया // सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु देवाणं केमहालया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा सरीरा पण्णत्ता, तंजहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य, तत्थ णं जे से भवधारणिजे से जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागो उक्कोसेणं सत्त रयणीओ, तत्थ णं जे से उत्तरवेउविए से जहण्णेण अंगुलस्स संखेजहभागो उक्कोसेणं जोयणसयसहस्सं, एवं एक्केका ओसारेत्ताणं Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 276 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जाव अणुत्तराणं एका रयणी, गेविजणुत्तराणं एगे भवधारणिजे सरीरे उत्तरवेउब्विया णत्थि // 213 // सोहम्मीसाणेसु ण देवाणं सरीरगा किंसंघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छण्हं संघयणाणं असंघयणी पण्णत्ता, णेवट्ठी णेव छिरा णवि ण्हारू णेव संघयणमत्थि, जे पोग्गला इट्टा कंता जाव ते तेसिं संघायत्ताए परिणमंति जाव अणुत्तरोववाइया / सोहम्मीसाणेसु० देवाणं सरीरगा किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा सरीरा प० तं०-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउब्विया य, तत्थ णं जे ते भवधारणिजा ते समचउरंससंठाणसंठिया पण्णत्ता, तत्थ णं जे ते उत्तरवेउब्विया ते णाणासंठाणसंठिया पण्णत्ता जाव अच्चुओ, अवेउब्विया गेविजणुत्तरा, भवधारणिजा समचउ. रंससंठाणसंठिया उत्तरवेउव्विया णत्थि // 214 / / सोहम्मीसाणेसु० देवा केरिसया वण्णेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! कणगत्तयरसाभा वण्णेणं पण्णत्ता / सणंकुमारमाहिंदेसु णं० पउमपम्हगोरा वण्णेणं पण्णत्ता / बंभलोगे णं भंते !01 गोयमा ! अलमधुगवण्णाभा वण्णेणं पण्णत्ता, एवं जाव गेवेजा, अणुत्तरोववाइया परमसुकिल्ला वण्णेणं पण्णत्ता॥ सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु देवाणं सरीरगा केरिसया गंधेणं पण्णत्ता 1 गोयमा ! से जहा णामए-कोहपुडाण वा तहेव सव्वं जाव मणामतरगा चेव गंधेणं पण्णत्ता जाव अणुत्तरोववाइया॥ सोहम्मीसाणेसु० देवाणं सरीरगा. केरिसया फासेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! थिरमउयणिद्धसुकुमालच्छविफासेणं पणत्ता, एवं जाव अणुत्तरोववाइया / / सोइम्मीसाणदेवाणं० केरिसया पुग्गला उस्सासत्ताए परिणमंति ? गोयमा! जे पोग्गला इट्ठा कंता जाव ते तेसिं उस्सासत्ताए परिणमंति जाव अणुत्तरोववाइया, एवं आहारत्ताएवि जाव अणुत्तरोववाइया // सोहम्मीसाणदेवाणं० कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! एगा तेउलेस्सा पण्णत्ता / सणंकुमारमाहिदेसु एगा पम्हलेस्सा, एवं बंभलोगेवि पम्हा, सेसेसु एक्का सुक्कलेस्सा, अणुत्तरोववाइयाणं० एक्का परमसुक्कलेस्सा ॥सोहम्मीसाणदेवा० किं सम्मदिट्ठी मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी? गोयमा ! तिण्णिवि, जाव अंतिमगेवेजा देवा सम्मदिट्ठीवि मिच्छादिट्ठीवि सम्मामिच्छादिट्ठीवि, अणुत्तरोववाइया सम्मदिट्ठी णो मिच्छादिट्ठी णोसम्मामिच्छादिट्ठी // सोहम्मीसाणा० किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! दोवि, तिण्णि णाणा तिण्णि अण्णाणा णियमा जाव गेवेजा, अणुत्तरोववाइया णाणी णो अण्णाणी तिण्णि णाणा णियमा। तिविहे जोगे दुविहे उवओगे सव्वेसिं जाव अणुत्तरोववाइया // 215 // सोहम्मीसाणदेवा० ओहिणा केवइयं खेत्तं जाणंति पासंति ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे 103 277 असंखेजइभागं उक्कोसेणं ओही जाव रयणप्पभा पुढवी उड्ढं जाव साइं विमाणाई तिरियं जाव असंखेजा दीवसमुद्दा एवं-सक्कीसाणा पढमं दोच्चं च सणंकुमारमाहिंदा / तच्चं च बंभलंतग सुक्कसहस्सारग चउत्थी // 1 // आणयपाणयकप्पे देवा पासंति पंचमि पुढविं / तं चेव आरणच्चुय ओहीणाणेण पासंति // 2 // छट्टि हेट्ठिममज्झिमगेवेजा सत्तमि च उवरिला / संभिण्णलोगणालि पासंति अणुत्तरा देवा // 3 // 216 // सोहम्मीसाणेसु णं भंते !0 देवाणं कइ समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच समुग्घाया पण्णत्ता, तंजहा-वेयणासमुग्घाए कसाय० मारणंतिय० वेउव्विय० तेयासमुग्घाए०, एवं जाव अच्चुए / गेवेजअणुत्तराणं आइल्ला तिण्णि समुग्घाया पण्णत्ता // सोहम्मीसाणदेवा० केरिसयं खुहप्पिवासं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति ? गोयमा ! णस्थि खुहापिवासं पञ्चणुब्भवमाणा विहरंति जाव अणुत्तरोववाइया॥ सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु देवा एगत्तं पभू विउवित्तए पुहुत्तं पभू विउवित्तए ? हंता पभू , एगत्तं विउव्वेमाणा एगिदियरूवं वा जाव पंचिंदियरूवं वा पुहत्तं विउव्वेमाणा एगिदियरूवाणि वा जाव पंचिंदियरूवाणि वा, ताइं संखेजाइंपि असंखेजाइंपि सरिसाइंपि असरिसाइंपि संबद्धाइंपि असंबद्धाइंपि रूवाइं विउव्वंति विउव्वित्ता अप्पणा जहिच्छियाई कजाई करेंति जाव अच्चुओ, गेवेजणुत्तरोववाइया० देवा किं एगत्तं पभू विउवित्तए पुहुत्तं पभू विउवित्तए 1 गोयमा ! एगत्तंपि पुहुत्तंपि, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा // सोहम्मीसाणदेवा० केरिसयं सायासोक्खं पचणुब्भवमाणा विहरंति १.गोयमा ! मणुण्णा सद्दा जाव मणुण्णा फासा जाव गेविजा, अणुत्तरोववाइया अणुत्तरा सद्दा जाव फासा // सोहम्मीसाणेसु० देवाणं केरिसगा इड्ढी पण्णत्ता ? गोयमा ! महिड्ढिया महज्जुइया जाव महाणुभागा इड्ढीए प० जाव अच्चुओ, गेवेजणुत्तरा य सव्वे महिड्ढिया जाव सव्वे महाणुभागा अजिंदा जाव अहमिंदा णामं ते देवगणा पणत्ता समणाउसो ! // 217 // सोहम्मीसाणा० देवा केरिसया विभूसाए पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-वेउब्वियसरीरा य अवेउब्वियसरीरा य, तत्थ णं जे ते वेउव्वियसरीरा ते हारविराइयवच्छा जाव दस दिसाओ उज्जोवेमाणा पभासेमाणा जाव पडिरूवा, तत्थ ण जे ते अवेउध्वियसरीरा ते णं आभरणवसणरहिया पगइत्था विभूसाए पण्णत्ता // सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु देवीओ केरिसियाओ विभूसाए पण्णत्ताओ ? गोयमा ! दुविहाओ पण्णत्ताओ, तंजहा-वेउध्वियसरीराओ य अवेउव्विय Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 278 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सरीराओ य, तत्थ णं जाओ वेउब्वियसरीराओ ताओ सुवण्णसद्दालाओ सुवण्णसद्दालाई वत्थाई पवरपरिहियाओ चंदाणणाओ चंदविलासिणीओ चंदद्धसम,णिडालाओ सिंगारागारचारुवेसाओ संगय जाव पासाइयाओ जाव पडिरूवाओ, तत्थ णं जाओ अवेउध्वियसरीराओ ताओ णं आभरणवसणरहियाओ पगइत्थाओ विभूमाए पण्णत्ताओ, सेसेसु देवा देवीओ णत्थि जाव अच्चुओ, गेवेजगदेवा० केरिसया विभूसाए० 1 गोयमा ! आभरणवसणरहिया, एवं देवी पत्थि भाणियव्वं, पगइत्था विभूसाए पण्णत्ता, एवं अणुत्तरावि // 218 / सोहम्मीसाणेसु० देवा केरिसए कामभोगे पच्चणुब्भवमाणा विहरति ? गोयमा! इट्टा सद्दा इट्टा रूवा जाव फासा, एवं जाव गेवेजा, अणुत्तरोववाइयाणं अणुतरा सद्दा जाव अणुत्तरा फासा // 219 // ठिई सम्वेसि भाणियव्वा, देवित्ताएवि, अणंतरं चयंति चइत्ता जे जहिं गच्छंति तं भाणियव्वं // 220 // सोहम्मीसाणेसु णं भंते ! कप्पेसु सव्वपाणा सव्वभूया जाव सत्ता पुढविकाइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए देवत्ताए देवित्ताए आसणसयण जाव भंडोवगरणत्ताए उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो, सेसेसु कप्पेसु एवं चेव, णवरि णो चेव णं देवित्ताए जाव गेवेजगा, अणुत्तरोववाइएसुवि एवं, जो चेव णं देवत्ताए वा देवित्ताए वा / सेत्तं देवा // 221 // रइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं, एवं सव्वेसिं पुच्छा, तिरिक्खजोणियाणं जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई, एवं मणुस्साणविं, देवाणं जहा णेरइयाणं // देवणेरइयाणं जा चेव ठिई सच्चेव संचिट्ठणा, तिरिक्खजोणियस्स जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं वणस्सइ. कालो, मणुस्से णं भंते ! मणुस्सेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिणि पलिओवमाइं पुव्वकोडिपुत्तमब्भहियाई / णेरइयमणुस्सदेवाणं अंतरं जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं वणस्सइकालो / तिरिक्खजोणियस्स अंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / / 222 // एए सि णं भंते ! णेरइयाणं जाव देवाण य कयरे०? गोयमा! सव्वत्थोवा मणुस्सा णेरइया असं० देवा असं० तिरिया अणंतगुणा, से तं चउन्विहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता // 223 // // बीओ वे० देवुद्देसो समत्तो॥ // तच्चा चउन्विहपडिवत्ती समत्ता // Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउत्था पंचविहा पडिवत्ती तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-पंचविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तं०-एगिंदिया बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचिंदिया। से किं तं एगिदिया 12 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य, एवं जाव पंचिंदिया दुविहा प०, तं०-पजत्तगा य अपजत्तगा य / एगिदियस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साई, बेइंदिय० जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं बारस संवच्छराणि, एवं तेइंदियस्स एगूणपण्णं राइंदियाणं, चरिंदियस्स छम्मासा, पंचेंदियस्स जह० अंतोमु० उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई, अपजत्तएगिदियस्स f0 केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणवि अंतो एवं सव्वेसिपि अपजत्तगाणं जाव पंचेंदियाणं, पजत्तेगिदियाणं जाव पंचिंदियाणं पुच्छा, गो० ! जहण्णेणं अंतो• उक्को. बावीसं वाससहस्साई अंतोमुहत्तूणाई, एवं उक्कोसियावि ठिई अंतोमुहत्तणा सव्वेसिं पजत्ताणं कायव्वा // एगिदिए णं भंते ! एगिदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमु० उक्को० वणस्सइकालो / बेइंदिए णं भंते ! बेइंदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्कोसेणं संखेज कालं जाव चउरिदिए संखेनं कालं, पंचें दिए णं भंते ! पंचिदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जह० अंतोमु० उक्को० सागरोवमसहस्सं साइरेगं // अपजत्तएगिदिए णं भंते !0 कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणवि अंतोमुहत्तं जाव पंचिंदियअपजत्तए। पजत्तगएगिदिए णं भंते !0 कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं संखिजाई वाससहस्साई / एवं बेइंदिएवि, णवरं संखेजाइं वासाई / तेइंदिए णं भंते !0 संखेजा राइंदिया / चउरिदिए णं० संखेजा मासा। पजत्तपंचिदिए० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / एगिंदियस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं दो सागरोवमसहस्साई संखेजवासमभहियाई / बेइंदियस्स गं० अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं. अंतोमुहृत्तं उक्कोसेणं वणस्सइकालो, एवं तेइंदियस्स चउरिदियस्स पंचेंदियस्स, अपजत्तगाणे एवं चेव, पजत्तगाणवि एवं चेव // 224 // एएसि णं भंते ! एगिदि० बेइं० तेइं० चउ० पंचिंदियाणं कयरे कयरे हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचेंदिया चरिंदिया Page #289 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 280 अनंगपविट्ठसुत्ताणि विसेसाहिया तेइंदिया विसेसाहिया बेइंदिया विसेसाहिया एगिदिया अणंतगुणा / एवं अपजत्तगाणं सव्वत्थोवा पंचेंदिया अपजत्तगा चउरिंदिया अपज्जत्तगा बिसेसाहिया तेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया बेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया एगिदिया अपजत्तगा अणंतगुणा सइंदिया अप० वि० // सव्वत्थोवा चउरिदिया पजत्तगा पंचेंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया बेइंदियपज्जत्तगा विसेसाहिया तेइंदियपज्जत्तगा विसेसाहिया एगिंदियपज्जत्तगा अणंतगुणा सइंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया // एएसि णं भंते ! सइंदियाणं पज्जत्तगअपज्जत्तगाणं कयरे 2 हितो० ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सइंदिया अपज्जत्तगा सइंदिया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एवं एगिदियावि // एएसि ण भंते ! बेइंदियाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बेइंदिया पज्जत्तगा अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, एवं तेंदियचउरिंदियपंचंदियावि // एएसि णं भंते ! एगिदियाणं बेइंदि० तेइंदि० चरिंदि० पंचेंदियाणं पज्जत्तगाणं अपज्जत्तगाण. य कयरे 2...? गोयमा ! सव्वत्थोवा चउरिदिया पज्जत्तगा पंचेंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया बेइंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया तेइंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया पंचेंदिया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा चउरिदिया अपज्जत्तगा विसेसाहिया तेइंदियअपज्जत्ता विसेसाहिया बेइंदिया अपज्जत्ता विसेसाहिया एगिदियअपज्जत्ता अणंतगुणा सइंदिया अपज्जत्ता णिसेसाहिया एगिदियपज्जत्ता संखेज्जगुणा सईदियपज्जत्ता विसेसाहिया सइंदिया विसेसाहिया / सेत्तं पंचविहा संसारसमावण्णगा जीवा प० // 225 // चउत्था पंचविहा पडिवत्ती समत्ता / ___ पंचमा छव्विहा पडिवत्ती __ तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-छव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा प० ते एवमासु, तंजहा-पुढविकाइया आउक्काइया तेउ० वाउ० वणस्सइक्काइया तसकाइया // से किं तं पुढवि० 1 पुढवि० दुविहा पण्णत्ता, तं०-सुहुमपुढविक्काइया बायरपुढविकाइया, सुहुमपुढविकाइया दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य, एवं बायरपुढविकाइयावि, एवं चउक्कएणं भेएणं आउतेउवाउवणस्सकाइया णेयव्वा / से किं तं तसकाइया ? 2 दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य // 226 // पुढविकाइयस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह Page #290 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे प० 5 गणेणं अंतोमुहुत्तं उकोसेणं बावीसं वाससहस्साई, एवं सव्वेसिं ठिई णेयव्वा, ससकाइयस्स जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई, अपज्जत्तगाणं सव्वेसिं जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं, पज्जत्तगाणं सव्वेसिं उक्कोसिया ठिई अंतोमुहुत्तणा कायव्वा // 227 // पुढविकाइए णं भंते ! पुढविकाइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं असंखेजं कालं जाव असंखेजा लोया / एवं जाव आउ० तेउ० वाउक्काइयाणं वणस्सइकाइयाणं अणंतं कालं जाव आवलियाए असंखेजइभागो॥तसकाइए णं भंते !0 जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं दो सागरोवमसहस्साइं संखेजवासमब्भहियाई। अपजत्तगाणं छण्हवि जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं, पजत्तगाणं-'वाससहस्सा संखा पुढविदगाणिलतरूण पजत्ता / तेऊ राइंदिसंखा तससागरसयपुहत्ताई // 1 // ' पजत्तगाणवि सव्वेसिं एवं // पुढविकाइयस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं वण'फइकालो, एवं आउतेउवाउकाइयाणं वणस्सइकालो, तसकाइयाणवि, वणस्सइकाझ्यस्स पुढविकालो, एवं अपजत्तगाणवि वणस्सइकालो, वणस्सईणं पुढविकालो, पजत्तगाणवि एवं चेव वणस्सइकालो, पजत्तवणस्सईणं पुढविकालो // 228 // अप्पाबहुयं-सव्वत्थोवा तसकाइया तेउक्काइया असंखेजगुणा पुढविकाइया विसेसाहिया आउकाइया विसेसाहिया वाउक्काइया विसेसाहिया वणस्सइकाइया अणंतगुणा एवं अपजत्तगावि पजत्तगावि // एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं पजत्तगाणं अपजत्तगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा एवं जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा पुढविकाइया अपजत्तगा पुढविकाइया पजत्तगा संखेजगुणा,एएसि णं भंते! आ० सव्वत्थोवा आउक्काइया अपजत्तगा पजत्तगा संखेजगुणा जाव वणस्सइकाइया. सव्वत्थोवा तसकाइया पजत्तगा तसकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा // एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं जाव तसकाइयाणं पजत्तगअपजत्तगाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 41 गो.! सव्वत्थोवा तसकाइया पजत्तगा, तसकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा, तेउकाइया अपजत्ता असंखेजगुणा, पुढविक्काइया आउक्काइया वाउकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया, तेउक्काइया पजत्तगा संखेजगुणा, पुढविआउवाउपजत्तगा विसेसाहिया, वणस्सइकाइया अपजत्तगा अणंतगुणा, सकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया, वणस्सइकाइया पजत्तगा संखेजगुणा, सकाइया पजत्तगा विसेसाहिया // 229 // सुहुमस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 282 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं एवं जाव सुहुमणिओयस्स, एवं अपजत्तगाणवि पजत्तगाणवि जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं // 230 // सुहुमे णं भंते ! सुहुमेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं असंखेजकालं जाव असंखेजा लोया, सव्वेसिं पुढविकालो जाव सुहुमणिओयस्स पुढविक्कालो, अपजत्तगाणं सव्वेसिं जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं, एवं पजत्तगाणवि सव्वेसिं जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमुहुत्तं // 231 // सुहुमस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमु० उक्को. असंखेज कालं कालओ असंखेजाओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागो, एवं सुहुमवणस्सइकाइयस्सवि सुहुमणिओयस्सवि जाव असंखेजा लोया असंखेजइभागो / पुढ विकाइयाईणं वणस्सइकालो। एवं अपजत्तगाणं पजत्तगाणवि / / 232 // एवं अप्पाबहुयं, सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया सुहुमपुढविकाइया विसेसाहिया सुहुमआउवाऊ विसेसाहिया सुहुमणिओया असंखेज्जगुणा सुहुमवणस्सइकाइया अणंतगुणा सुहुमा विसेसाहिया, एवं अपज्जत्तगाणं, पज्जत्तगाणवि एवं चेव // एएसि णं भंते ! सुहुमाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे० ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमा अपज्जत्तगा सुहुमा पज्जतगा संखेज्जगुणा, एवं जाव सुहुमणिओया // एएसि णं भंते ! सुहुमाणं सुहुमपुढविकाइयाणं जाव सुहुमणिओयाण य पज्जत्तापज्जत्ता० कयरे 2 हितो० 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तगा सुहुमपुढविकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया सुहुमआउअपजत्ता विसेसाहिया सुहुमवाउअपज्जत्ता विसेसाहिया सुहुमतेउकाइया पजत्तगा संखेजगुणा सुहुमपुढविआउवाउपज्जत्तगा विसेसाहिया सुहुमणिओया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा सुहमणिओया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तगा अणंतगुणा सुहुमअपज्जत्ता विसेसाहिया सुहुमवणस्सइपज्जत्तगा संखेज्जगुणा सुहुमा पज्जत्ता विसेसाहिया // 233 // बायरस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमु० उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता, एवं बायरतसकाइयस्सवि, बायरपुढविकाइयस्स बावीसवाससहस्साई, बायरआउस्स सत्तवाससहस्सं, बायरतेउस्स तिण्णि राइंदिया, बायरवाउस्स तिणि वाससहस्साई, बायरवण० दसवाससहस्साई, एवं पत्तेयसरीरबायरस्सवि, णिओयस्स जहण्णेणवि उक्कोसेणवि अंतोमु०, एवं बायरणिओयस्सवि, अपज्जत्तगाणं सव्वेसिं अंतोमुहुत्तं, पज्जत्तगाणं उक्कोसिया ठिई अंतोमुहत्तूणा कायव्वा सव्वेसिं // 234 // बायरे णं भंते ! बायरेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं Page #292 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प० 5 283 असंखेजाओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागो; बायरपुढविकाइयआउतेउवाउ० पत्तेयसरीखायरवणस्सइकाइयस्स बायरणिओयस्स एएसिं जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं सत्तरि सागरोवमकोडाकोडीओ-संखाईयाओ समाओ अंगुलभागो तहा असंखेज्जा / ओहे य बायरतरुअणुबंधो सेसओ वोच्छं // 1 // उस्सप्पिणि 2 स्स अड्ढाइयपोग्गलाण परियट्टा / बेउयहिसहस्सा खलु साहिया होति तसकाए // 2 // अंतोमुहुत्तकालो होइ अपज्जत्तगाण सव्वेसि // पज्जत्तबायरस्स य बायरतसकाइयस्सावि // 3 // एएसिं ठिई सागरोवमसयपूहुत्तं साइरेगं / तेउस्स संख राई[दिया दुविहणिओए मुहुत्तमद्धं तु। सेसाणं संखेजा वाससहस्सा य सव्वेसिं // 4 // 235 // अंतरं बायरस्स बायरवणस्सइस्स णिओयस्स बायरणिओयस्स एएसिं चउण्हवि पुढविकालो जाव असंखेज्जा लोया, सेसाणं वणस्सइकालो / एवं पज्जत्तगाणं अपज्जत्तगाणवि अंतरं, ओहे य बायरतरु ओघणिओए य बायरणिओए य / कालमसंखेज्जंतरं सेसाण वणस्सइकालो // 1 // 236 // अप्पा० सव्वत्थोवा बायरतसकाइया बायरतेउकाइया असंखेज्जगुणा पत्तेयसरीरबायरवणस्सइ० असंखेज्जगुणा बायरणिओया असंख० बायरपुढवि० असंखे० आउवाउ० असंखेज्जगुणा बायरवणस्सइकाइया अणंतगुणा बायरा विसेसाहिया 1 / एवं अपज्जत्तगाणवि 2 / पज्जत्तगाणं सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया बायरतसकाइया असंखेज्जगुणा पत्तेयसरीरबायरा असंखेज्जगुणा सेसा तहेव जाव बायरा विसेसाहिया 3 / एएसिणं भंते ! बायराणं पजत्तापजत्ताणं कयरे 2 हितो०१ गो०! सव्वत्थोवा बायरा पजत्ता बायरा अपजत्तगा असंखेजगुणा, एवं सब्ने जहा बायरतसकाइया 4 / एएसि णं भंते ! बायराणं बायरपुढविकाइयाणं जाव बायरतसकाइयाण य पजत्तापजत्ताणं कयरे 2 हिंतो०? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउक्काइया पज्जत्तगा बायरतसकाइया पज्जत्तगा असंखेज्जगुणा बायरतसकाइया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पज्जत्तगा असंखेजगुणा बायरणिओया पज्जत्तगा असंखेज्ज० पुढविआउवाउपजत्तगा असंखेजगुणा बायरतेउअपजत्तगा असंखेजगुणा पत्तेयसरीरवायरवणस्सइ० अप० असंखे० बायरणिओया अपज्जत्तगा असंखे० बायरपुढवि. आउयाउअपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा बायरवणस्सइ० पज्जत्तगा अणंतगुणा बायरपज्जत्तगा विसेसाहिया बायरवणस्सइ० अपजत्ता असंखेजगुणा बायरा अपजत्तगा विसेसाहिया बायरा प० विसेसाहिया 5 / एएसि णं भंते ! सुहुमाणं सुहुमपुटविकाइ. Page #293 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 284 अनंगपविट्ठसुत्ताणि याणं जाव सुहुमणिओयाणं बायराणं बायरपुढविकाइयाणं जाव बायरतसकाइयाण य कयरे 2 हितो०१ गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया बायरतेउकाइया असंखेजगुणा पत्तेयसरीरबायरवण० असंखे० तहेव जाव बायरवाउकाइया असंखेज्जगुणा सुहुमतेउक्काइया असंखे० सुहुमपुढवि० विसेसाहिया सुहुमआउ० वि० सुहुमवाउ० विसेसा० सुहुमणिओया असंखेजगुणा बायरवणस्सइकाइया अणंतगुणा बायरा विसेसाहिया सुहुमवणस्सइकाइया असंखे० सुहुमा विसेसा०, एवं अपजत्तगावि पजत्तगावि, णवरि सव्वत्थोवा बायरतेउक्काइया पजत्ता बायरतसकाइया पजत्ता असंखेज्जगुणा पत्तेयसरीर० सेसं तहेव जाव सुहुमपज्जत्ता विसेसाहिया। एएसि णं भंते ! सुहुमाणं बायराण य पजत्ताणं अपजत्ताण य कयरे 2...1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरा पजत्ता बायरा अपज्जत्ता असंखेजगुणा सुहुमा अपजत्ता असंखेजगुणा सुहुमपज्जत्ता संखेज्जगुणा, एवं सुहुमपुढविबायरपुढवि जाव सुहुमणिओया बायरणिओया णवरं पत्तेयसरीरबायरवण० सव्वत्थोवा पजत्ता अपजत्ता असंखेजगुणा, एवं बायरतसकाइयावि // सव्वेसिं भंते ! पजत्तअपजत्तगाणं कयरे 2 हितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउक्काइया पज्जत्ता बायरतस. काइया पजत्तगा असंखेज्जगुणा ते चेव अपजत्तगा असंखेजगुणा पत्तेयसरीखायरवणस्सइअपजत्तगा असंखे० बायरणिओया पज्जत्ता असंखे० बायरपुढवि० पज्जत्ता असं० आउवाउपज्जत्ता असंखे० बायरतेउकाइयअपज्जत्ता असंखे०पत्तेय० अपजत्ता असंख० बायरणिओयअपज्जत्ता असं० बायरपुढवि० आउवाउकाइ० अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तगा असं० सुहुमपुढविआउवाउअपज्जत्ता विसेसा० सुहुमतेउकाइयपज्जत्तगा संखेज्जगुणा सुहुमपुढविआउवाउपज्जत्तगा विसे. साहिया सुहुमणिओया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा सुहुमणिओया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा बायरवणस्सईकाइया पज्जत्तगा अणंतगुणा बायरा पज्जत्तगा विसेसाहिया बायरवणस्सइ० अपज्जत्ता असंखे० बायरा अपज्जत्ता विसे० बायरा विसेसाहिया सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा सुहमा अपज्जत्ता विसेसाहिया सुहमवणस्सइकाइया पज्जत्ता संखेज्जगुणा सुहुमा पज्जत्तगा विसेसाहिया सुहुमा विसेसाहिया // 237 // कइविहा णं भंते ! णिओया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा णिओया पण्णत्ता, तंजहा-णिओया य णिओयजीवा य // णिओया .णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा प० तंजहा-सुहुमणिओया य बायरणिओया य // Page #294 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०५ 285 सुहुमणिओया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहापज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य / / बायरणिओयावि दुविहा पण्णत्ता, तंजहा-पज्जत्तमा य अपज्जत्तगा य / / णिओयजीवा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तंजहा–सुहुमणिओयजीवा य बायरणिओयजीवा य / सुहुमणिओयजीवा दुविहा प०, तं०-पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य / बायरणिओयजीवा दुविहा पण्णत्ता, त०-पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य // 238 // णिओया णं भंते ! दवट्ठयाए कि संखेज्जा असंखेज्जा अणंता ? गोयमा! णो संखज्जा असंखेज्जा णो अणंता, एवं पज्जत्तगावि अपज्जत्तगावि | सुहमणिओया णं भंते! दव्वट्टयाए कि संखेज्जा असंखेज्जा अणंता ? गो० ! णो संखेज्जा असंखेज्जा णो अणंता, एवं पज्जत्तगावि अपज्जत्तगावि, एवं बायरावि पज्जत्तगावि अपज्जत्तगावि णो संखेज्जा असंखेज्जा णो अणंता // णिओयजीवा ण भंते ! दवट्ठयाए कि संखेजा असंखेज्जा अणंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा णो असंखेज्जा अणंता, एवं पज्जत्तावि अपज्जत्तावि एवं सुहमणिओयजीवावि पज्जत्तगावि अपजत्तगावि,बायरणिओयजीवावि पजत्तगावि अपज्जत्तगावि // णिओया गं भंते ! पएसट्टयाए कि संखेज्जा० पुच्छा, गोयमा! णो संखेज्जा णो असंखेज्जा अणंता, एवं पज्जत्तगावि अपज्जत्तगावि / एवं सुहुमणिओयावि पज्जत्तगावि अपज्जत्तगावि, पएसट्टयाए सव्वे अणंता, एवं बायरणिओयावि पज्जत्तयावि अप्पज्जत्तयावि, पएसट्टयाए सव्वे अणंता, एवं णिओयजीवा णवविहावि पएसट्टयाए सव्वे अणंता / एएसि णं भंते ! णिओयाणं सुहुमाणं बायराणं पज्जत्तगाणं अपज्जत्तगाणं दव्वट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा० 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरणिओयपज्जत्तगा दव्वट्टयाए बायरणिओया अपज्जत्तगा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा सुहमणिओया अपजत्तगा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा सुहुमणिओया पज्जत्तगा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा,एवं पएसड्याएवि // दवट्ठपएसट्ठयाए सव्वत्थोवा बायरणिओया य पज्जत्ता दव्वट्ठयाए जाव सुहुमणि ओया पजत्ता य दव्वट्ठयाए संखेजगुणा, सुहुमणिओएहितो पज्जत्तएहितो दव्वट्ठयाए बायरणिओया पज्जत्ता पएसट्ठयाए अणंतगुणा, बायरणिओया अपज्जत्ता पएसट्टयाए असंखे० जाव सुहुमणिओया पज्जत्ता पएसट्टयाए संखेज्जगुणा / एवं णिओयजीवावि, णवरि संकमए जाव सुहुमणिओयजीवेहितो पजत्तएहिंतो दव्वट्ठयाए बायरणिओयजीवा पज्ज० पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा, सेसं तहेव जाव सुहुमणिओयजीवा पज्जत्ता पए Page #295 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 286 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सट्टयाए संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! णिओयाणं सुहुमाणं बायराणं पज्जत्ताणं अपज्जत्ताणं गिओयजीवाणं सुहुमाणं बायराणं पजत्तगाणं अपज्जत्तगाणं दव्वट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे 2 हितो० 1 गो० ! सव्वत्थोवा बायरणिओया पज्जत्ता दवट्ठयाए बायरणिओया अपज्जत्ता दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा सुहमणिओया अप० दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा सुहुमणिओया पज्ज० दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा सुहुमणिओएहिंतो दव्वट्ठयाए बायरणिओयजीवा पजत्ता दव्वट्ठयाए अणंतगुणा बायरणिओयजीवा अपजत्ता दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा सुहुमणिओयजीवा अपजत्ता दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा सुहुमणिओयजीवा पज्जत्ता दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा बायरणिओयजीवा पज्जत्ता पएसट्टयाए बायरणिओया अपज्जत्ता पएसट्ठयाए असंखे०,सुहमणिओयजीवा अपजत्तगा पएसट्टयाए असंखेनगुणा सुहुमणिओयजीवा पज्जत्ता पएसट्टयाए संखेज्जगुणा सुहुमणिओयजीवेहितो पएसट्ठयाए बायरणि ओया पज्जत्ता पएसट्टयाए अणंतगुणा बायरणिओया अपज्जत्तगा पएस० असंखेज्जगुणा जाव सुहुमणिओया पज्जत्ता पएसट्टयाए संखेज्जगुणा, दव्वट्ठपएस० सव्वत्थोवा बायरणिओया पज्जत्ता दव्वट्ठयाए बायरणिओया अपज्जत्ता दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा जाव सुहुमगिओया पजत्ता दव्वट्ठयाए संखेजगुणा सुहुमणिओयाहिंतो दव्वयाए बायरमिओयजीवा पजत्ता दव्वट्ठयाए अणंतगुणा सेसा तहेव जाव सुहुमणिओयजीवा पज्जत्तगा दव्वयाए संखेनगुणा सुहुमणिओयजीवेहितों पजत्तएहितो दव्वट्ठयाए बायरणि ओयजीवा पज्जत्ता पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा सेसा तहेव जाव सुहमणिओया पजत्ता पएसठ्याए संखेज्जगुणा // सेत्तं छव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा प० // 239 // // पंचमा छव्विहा पडिवत्ती समत्ता // . छट्ठी सत्तविहा पडिवत्ती तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-सत्तविहा संसारसमावण्णगा जीवा प० ते एवमाहंसु, तंजहा-णेरइया तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोणिणीओ मणुस्सा मणुस्सीओ देवा देवीओ ॥णेरइयस्स ठिई जहण्णेणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई, तिरिक्खजोणियस्स ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई, एवं तिरिक्खजोगिणीएवि,मणुस्साणवि मणुस्सीणवि,देवाणं ठिई जहा प्येरइयाणं,देवीणं० जहणणेणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं पणपण्णपलिओवमाई ॥णेरइयदेवदेवीणं जच्चेव Page #296 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०७ 287 ठिई सच्चेव संचिठ्ठणा / तिरिक्खजोणिए णं भंते ! तिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं वणस्सइकालो, तिरिक्खजोणिजीणं जहण्णणं अंतोमु० उक्को तिणि पलिओवमाइं पुव्वकोडि हुत्तमब्भहियाइं / एवं मणुस्सस्स मणुस्सीएवि ॥णेरइयस्स अंतरं जह० अंतोमु० उक्कोसेणं वणस्सइकालो। एवं सव्वाणं तिरिक्खजोणियवजाणं, तिरिक्खजोणियाणं जहण्णेणं अंतोमु० उक्को सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / / अप्पाबहुयं-सव्वत्थोवाओ मणुस्सीओ मणुस्सा असंखेज्जगुणा णेरइया असंखेज्जगुणा तिरिक्खजोणिणीओ असंखेज्जगुणाओ देवा असंखेज्जगुणा देवीओ संखेज्जगुणाओ तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा। सेत्तं सत्तविहा संसारसमावण्णगा जीवा प०॥२४०॥छट्ठी सत्तविहा पडिवत्ती समत्ता / / सत्तमा अट्ठविहपडिवत्ती तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-अट्ठविहा संसारसमावण्णगा जीवाप०ते एवमाहंसु, तं०-पढमसमयणेरइया अपष्टमसमयणेरइया पढमसमयतिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोणिया पढमसमयमणुस्सा अपढमसमयमणुस्सा पढमसमयदेवा अपढमसमयदेवा // पढमसमयणेरइयस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! पढमसमयणेरइयस्स जह० एकं समयं उक्को० एक समयं, अपढमसमयणेरइयस्स जह० दसवाससहस्साई समऊणाई उक्कोसेणं तेत्तीस सागरोवमाई समऊणाई / पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स जह० एकं समयं उक्को० एकं समयं, अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को० तिण्णि पलिओवमाइं समऊणाई, एवं मणुस्साणवि जहा तिरिक्खजोणियाणं, देवाणं जहा णेरइयाणं ठिई। णेरइयदेवाणं जच्चेव ठिई सच्चेव संचिट्ठणा दुविहाणवि। पढमसमयतिरिक्खजोगिए णं भंते ! पढ० कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० एवं समयं उक्को० एकं समयं, अपढम० तिरिक्खजोणियस्स जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्कोसेणं वणस्सइकालो / पढमसमयमणुस्साणं जह० उ०एकं समयं, अपढम० मणुस्साणं जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को० तिण्णि पलिओवमाई पुवकोडिपृहुत्तममहियाई / / अंतरं पढमसमयणेरझ्यस्स जह० दसवाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाई उक्को० वणस्सइकालो, अपढमसमय० जह• अंतोमु० उक्को० वणस्सइकालो / पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स जह० दो खुड्डागभवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वणस्सइकालो, Page #297 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 288 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स जह० खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / पढमसमयमणुस्सस्स जह० दो खुड्डाई भवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वणस्सइकालो, अपढमसमयमणुस्सस्स जह० खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं उक्को० वणस्सइकालो / देवाणं जहा णेरइयाणं जह० दसवाससहस्साइं अंतोमुहत्तमब्भहियाई उक्को० वणस्सइकालो, अपढमसमय० जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो // अप्पाबहु० एएसि णं भंते ! पढमसमयणेरइयाणं जाव पढमसमयदेवाण य कयरे 2 हिंतो० 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयमणुस्सा पढमसमयणेरइया असंखेजगुणा पढमसमयदेवा असंखेजगुणा पढमसमयतिरिक्वजोणिया असंखेजगुणा // अपढमसमयणेरइयाणं जाव अपतमसमयदेवाणं एवं चेव अप्पबहु० णवरि अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अणंतगुणा // एएसि णं भंते ! पढमसमयणेरइयाणं अपढम० णेरइयाणं कयरे 21 गोयमा! सव्वत्थोवा पंढमसमयणेरइया अपढमसमयणेरइया असंखेजगुणा, एवं सव्वे (णवरि अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अणंतगुणा) // एएसि णं भंते ! पढमसमयणेरइयाणं जाव अपढमसमयदेवाण य कयरे 21 गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयमणुस्सा अपढमसमयमणुस्सा असंखेजगुणा पढमसमयणेरइया असंखेज्जगुणा पढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा पढमसमयतिरिक्खजोणिया असंखेजगुणा अपढमसमयणेरइया असंखेज्जगुणा अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अणंतगुणा। सेत्तं अट्टविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता // 241 // सत्तमा अट्टविहपडिवत्ती समत्ता॥ अट्ठमा णवविहपडिवत्ती तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-णवविहा संसारसमावण्णगा जीवा प० ते एवमाहंसु, तं०-पुढविक्काइया आउक्काइया तेउक्काइया वाउक्काइया वणस्सइकाइया बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचेंदिया॥ ठिई सव्वेसिं भाणियव्वा // पुढविक्काइयाणं संचिट्ठणा पुढविकालो जाव वाउक्काइयाणं, वणस्सईणं वणस्सइकालो, बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया संखेनं कालं, पंचेंदियाणं सागरोवमसहस्सं साइरेगं // अंतरं सव्वेसिं अणंतं कालं, वणस्सइकाइयाणं असंखेनं कालं // अप्पाबहुयं, सव्वत्थोवा पंचिंदिया चउरिदिया विसेसाहिया तेइंदिया विसेसाहिया बेइंदिया विसेसाहिया तेउक्काइया असंखे० पुढविका० आउ० वाउ० विसेसाहिया वणस्सइकाइया अणंतगुणा / सेत्तं णवविहा Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे प०६ 289 संसारसमावण्णगा.जीवा पण्णत्ता // 242 // अट्ठमाणवविहपडि० समत्ता॥ णवमा दसविहा पडिवत्ती तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-दसविहा संसारसमावण्णगा जीवा प० ते एवमाहंसु, तंजहा-पढमसमयएगिदिया अपढमसमयएगिदिया पढमसमयबेइंदिया अपढमसमयबेइंदिया जाव पढमसमयपंचिंदिया अपढमसमयपंचिंदिया, पढमसमयएगिदियस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्को॰एक०,अपढमसमयएगिदियस्स जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को० वावीसं वाससहस्साई समऊणाई, एवं सव्वेसिं पढमसमइयकालं जहण्णेणं एक्को समओ उक्कोसेणं एको समओ, अपढम० जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्कोसेणं जा जस्स टिंई सा समऊणा जाव पंचिंदियाणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समऊणाई // संचिट्ठणा पढमसमइ. यस्स जहण्णेणं एक समयं उक्कोसेणं एकं समयं, अपढमसमयगाणं जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्कोसेणं एगिदियाणं वणस्सइकालो, बेइंदियतेइंदियचउरिंदियाणं संखेज्जं कालं पंचेंदियाणं सागरोवमसहम्सं साइरेगं // पढमसमयएगिदियाणं मंते ! कालओ केवइयं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं दो खुड्डागभवग्गहणाई समऊणाई उको० वणस्सइकालो, अपढम०एगिदिय० अंतरं जहण्णेणं खुड्डागं भवन्गहणं समयाहियं उक्को० दो सागरोवमसहस्साई संखेज्जवासमन्महियाई, सेसाणं सव्वेसि पढमसमइयाणं अंतरं जह० दो खुड्डाई भवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वणस्सइकालो, अपढमसमइयाणं सेसाणं जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं रको० वणस्सइकालो॥पढमसमइयाणं सव्वेसिं सव्वत्थोवा पढमसमयपंचेंदिया पढम० चउरिंदिया विसेसाहिया पढम० तेइंदिया विसेसाहिया प०बेइंदिया विसेसाहिया प० एगिदिया विसेसाहिया // एवं अपढमसमइयावि णवरि अपढमसमयएगिदिया अणंतगुणा / दोण्हं अप्पबहू , सव्वत्थोवा पढमसमयएगिदिया अपढमसमयएगिंदिया अणंतगुणा सेसाणं सव्वत्थोवा पढमसमइया अपढम० असंखेजगुणा // एएसिणं भंते ! पढमसमयएगिदियाणं अपढमसमयएगिदियाणं जाव अपढमसमयपंचिंदियाण य कयरे 21 गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयपंचेंदिया पढमसमयचउरिंदिया विसेसाहिया पढमसमयतेइंदिया विसेसाहिया एवं हेट्ठामुहा जाव पढमसमयएगिदिया विसेसाहिया अपढमसमयपंचेंदिया असंखेजगुणा अपढमसमयचउरिदिया विसेसाहिया जाव अपढमसमयएगिंदिया अणंतगुणा // 243 // सेत्तं दसविहा संसारसमावण्णगा जीवा Page #299 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 260 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पण्णत्ता, सेत्तं संसारसमावण्णगजीवाभिगमे // ॥णवमा दसविहा पडिवत्ती समत्ता / णवमा सव्वजीवदसविहपडिवत्ती से किं तं सव्वजीवाभिगमे ? सव्वजीवेसु णं इमाओ णव पडिवत्तीओ एवमाहिजति एगे एवमाहंसु-दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता जाव दसविहा सव्वजीवा पण्णत्ता / तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-सिद्धा चेव असिद्धा चेव इति // सिद्धेणं भंते ! सिद्धेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! साइए अपजवसिए // असिद्धे णं भंते ! असिद्धेत्ति० 1 गोयमा ! असिद्धे दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपज्जवसिए // सिद्धस्स णं भंते ! केवइकालं अंतरं होइ ? गोयमा ! साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं। असिद्धस्स णं भंते ! केवइयं अंतरं होइ ? गोयमा ! अणाइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं, अणाइयस्स सपज्जवसियस्स णत्थि अंतरं // एएसि णं भंते ! सिद्धाणं असिद्धाण य कयरे 2."? गोयमा ! सव्वत्थोवा सिद्धा असिद्धा अणंतगुणा // 244 // अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-सइंदिया चेव अणिदिया चेव / सइंदिए णं भंते !0 कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सइंदिए दुविहे पण्णत्ते, तं०-अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपज्जवसिए, अणिदिए साइए वा अपजवसिए, दोहवि अंतरं णस्थि / सव्वत्थोवा अणिदिया सइंदिया अणंतगुणा / अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-सकाइया चेव अकाइया चेव एवं चेव, एवं सजोगी चेव अजोगी चेव तहेव, [एवं सलेस्सा चेव अलेस्सा चेव, ससरीरा चेव असरीरा चेव संचिट्ठणं अंतरं अप्पाबहुयं जहा सइंदियाणं // अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-सवेयगा चेव अवेयगा चेव // सवेयए णं भंते ! सवे० 1 गोयमा ! सवेयए तिविहे पण्णत्ते, तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए सपजवसिए, तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव खेत्तओ अवड्ढं पोग्गलपरियटें देसूर्ण // अवेयए णं भंते ! अवेयएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! अवेयए दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-साइए वा अपजवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं एक्कं Page #300 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. जीवाजीवाभिगमे स०प०२ 261 समयं उक्को अंतोमुहुत्तं // सवेयगस्स णं भंते ! केवइकालं अंतरं होइ ? गोयमा ! अणाइयस्स अपजवसियस णत्थि अंतरं, अणाइयस्स सपजवसियस्स पत्थि अंतरं, साइयस्स सपजवसियम्स जहण्णेणं एकं समयं उक्को० अंतोमुहुत्तं // अवेयगस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतर होइ ? गोयमा ! साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं, साइयस्स सपजवसियस्स जह० अंतोमु० उक्कोसेणं अणंतं कालं जाव अवड्दं पोग्गलपरियट देसूणं / अप्पाबहुयं, सव्वत्थोवा अवेयगा सवेयगा अणंतगुणा / एवं सकसाई चेव अकसाई चेव 2 जहा सवेयगे तहेव भाणियव्वे॥ अहवा दुविहा सधजीवा प०, तं०-सलेसा य अलेसा य जहा असिद्धा सिद्धा, सव्वत्थोवा अलेसा सलेसा अणतगुणा // 245 / / अहवा० णाणी चेव अण्णाणी चेव // णाणी णं भंते ! णाणित्ति कालओ०१ गोयमा ! णाणी दुविहे पण्णत्ते, तं०-साइए वा अपजवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ णं जे से साइए. सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं छावट्ठिसागरोवमाइं साइरेगाइं अण्णाणी जहा सवेयगा॥ णाणिस्स अंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं अणंत कालं अवड्ढं पोग्गलपरियटें देसूणं / अण्णाणिस्स दोण्हवि आइल्लाणं णन्थि अंतरं, साइयस्स सपजवसियस्स जहण्णेणं अंतोमु० उक्कोसेणं छावट्टि सागरोवमाइं साइरेगाइं / अप्पाबहुयं-सव्वत्थोवा णाणी अण्णाणी अणंतगुणा / / अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तं०-सागरोवउत्ता य अणागारोवउत्ता य, संचिटणा अंतरं च जहण्णेणं उक्कोसेणवि अंतोमुहत्तं, अप्पाबहु० सागरो० संखे० // 246 // अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-आहारगा चेव अणाहारगा चेव // आहारए णं भंते ! जाव केवच्चिरं होइ ? गोयमा! आहारए दुविहे पण्णत्ते, तंजहाछउमत्थआहारए य केवलिआहारए य, छउमत्थआहारए णं जाव केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणं खुड्डागं भवग्गहणं दुसमऊणं उक्को० असंखेनं कालं जाव कालओ, खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागं / केवलिआहारए णं जाव केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जह० अंतोमु० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी // अणाहारए णं भंते ! कइविहे०! गोयमा! अणाहारए दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-छउमत्थअणाहारए य केवलिअणाहारए य, छउमत्थअणाहारए णं जाव केवञ्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं एक समयं उकोसेणं दो समया / केवलिअणाहारए दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-सिद्धकेवलिअणाहारए य भवत्थकेवलिअणाहारए य // सिद्ध केवलिअणाहारए णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गो०! साइए अपजवसिए // भवत्थकेवलिअणाहारए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गो०! भवत्थकेवलि दुविहे पण्णत्ते, तं०-सजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए य Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 262 अनंगपविटुसुत्ताणि अजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए य। सजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए ण भंते ! कालओ केवच्चिरं०१ गो०! अजहण्णमणुक्कोसेणं तिण्णि समया। अजोगिभवत्थकेवलि जह० अंतो० उक्को० अंतोमुहुत्तं / / छउमत्थआहारगस्स० केवइयं कालं अंतरं०? गोयमा! जहण्णेणं एकं समयं उक्को० दो समया। केवलिआहारगस्स अंतरं अजहण्णमणुकोसेणं तिण्णि समया // छ उमत्थअणाहारगस्स अंतरं. जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं दुसमऊणं उक्को० असंखे कालं जाव अंगुलस्स असंखेजइभागं / सिद्धकेवलिअणाहारगस्सं साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं // सजोगिभवत्थकेवलिअणाहारगस्स जह० अंतो० उक्कोसेणवि, अजोगिभवत्थकेवलिअणाहारगस्स पत्थि अंतरं / / एएसि णं भंते ! आहारगाणं अणाहारगाणा य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहु० ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणाहारगा आहारगा असंखेज० // 247 // अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-सभासगा य अभासगा य / सभासए णं भंते ! सभासएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्को० अंतोमुहुत्तं // अभासए णं भंते० 1 गोयमा ! अभासए दुविहे पण्णत्ते, तं०-साइए वा अपज्जवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जह० अंतो० उक्को० अणतं कालं अणंताओ उस्सप्पिणीओस प्पिणीओ वणस्सइकालो // भासगस्स णं भंते ! केवइकालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं वणस्सइकालो / अभासग० साइयस्स अपजवसियस्स पत्थि अंतरं, साइयस. पजवसियस्स जहण्णेणं एकं समयं उक्को० अंतो० / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा भासगा अभासगा अणंतगुणा // अहवा दुविहा सव्वजीवा प०, तं०-ससरीरी य असरीरी य० असरीरी जहा सिद्धा, सव्वत्थोवा असरीरी ससरीरी अणंतगुणा // 248 // अहवा दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-चरिमा चेव अचरिमा चेव // चरिमे णं भंते! चरिमेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! चरिमे अणाइए सपजवसिए, अचरिमे दुविहे प०, तं०-अणाइए वा अपजवसिए साइए वा अपजवसिए, दोण्हं पि णस्थि अंतरं, अप्पाबहुयं-सव्वत्थोवा अचरिमा चरिमा अणंतगुणा ।[अहवा दुविहा सव्वजीवा प०, तं०-सागारोवउत्ता य अणागारोवउत्ता य, दोण्हं पि संचिटणावि अंतरंपि जह० अंतो० उ० अंतो०, अप्पाबहु० सव्वत्थोवा अणागारोवउत्ता सागायेवउत्ता असंखेजगुणा] सेत्तं दुविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 249 / / 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु तिविहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-सम्म ट्ठिी मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी ॥सम्मदिट्ठी णं भंते !0 कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सम्मदिट्ठी Page #302 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे स० 103 263 दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-साइए वा अपजवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ जे ते साइए सपजवसिए से जह० अंतो० उक्को० छावडिं सागरोवमाइं साइरेगाई० मिच्छादिट्ठी तिविहे अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपजवसिए साइए वा सपनवसिए, तत्थ जे ते साइए सपजवसिए से जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढं पोग्गलपरियटें देसूणं सम्मामिच्छादिट्ठी जह० अंतो० उक्को० अंतोमुहुत्तं // सम्मदिहिस्स अंतरं साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं, साइयस्स सपज्जवसियस्स जह• अंतो० उक्को० अणतं कालं जाव अवड्ढं पोग्गलपरियटें देसूणं, मिच्छादिट्टिस्स अणाइयस्स अपजवसियस्स णस्थि अंतरं, अणाइयस्स सपजवसियस्स णस्थि अंतरं, साइयस्स सपजवसियस्स जह• अंतो० उक्को० छावट्टि सागरोवमाई साइरेगाई, सम्मामिच्छादिहिस्स जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्दं पोग्गलपरियटें देसूणं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा सम्मामिच्छादिट्ठी सम्मदिट्ठी अणंतगुणा मिच्छादिट्ठी अणंतगुणा // 250 // अहवा तिविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तं०-परित्ता अपरित्ता गोपरित्ताणोअपरित्ता / परित्ते णं भंते !0 कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! परित्ते दुविहे पण्णत्ते, तं०-कायपरित्तेय संसारपरित्ते य। कायपरित्ते ण भंते !01 गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० असंखेनं कालं जाव असंखेजा लोगा। संसारपरित्ते णंभंते ! संसारपरित्तेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गो० ! जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढं पोग्गलपरियटै देसूणं / अपरित्ते णं भंते !0? गो०! अपरित्ते दुविहे पण्णत्ते,तं०-कायअपरित्ते य संसारअपरित्ते य कायअपरित्तेणं० जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं, वणस्सइकालो, संसारापरित्ते दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-- अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपजवसिए, णोपरित्तेणोअपरित्ते साइए अपजवसिए / कायपरित्तस्स अंतरं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, संसारपरित्तस्स णस्थि अंतरं, कायापरित्तस्स जह• अंतो० उक्को० असंखेनं कालं पुढविकालो। संसारापरित्तस्स अणाइयस्स अपजवसियस्स पत्थि अंतरं, अणाइयस्स सपजवसियस्स णत्थि अंतरं, गोपरित्तणोअपरित्तस्सवि णत्थि अंतरं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा परित्ता णोपरित्ताणोअपरित्ता अणंतगुणा अपरित्ता अणंतगुणा // 251 // अहवा तिविहा सव्वजीवा प०, तं०-पजत्तगा अपजत्तगा णोपजत्तगाणोअपजत्तगा, पजत्तगे णं भंते !01 गोयमा ! जह• अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / अपजत्तगे णं भंते !01 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० अतो०, णोपजत्तणोअपज्जत्तए Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 294 अनंगपविद्वसुत्ताणि साइए अपजवसिए / पजत्तगस्स अंतरं जह० अंतो० उक्को० अंतो०, अपजत्तगस्स जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, तइयस्स त्थि अंतरं / अप्पाबहु०सव्वत्थोवा णोपजत्तगणोअपज्जत्तगा अपज्जत्तगा अणंतगुणा पन्जत्तगा संखेज्जगुणा // 252 // अहवा तिविहा सव्वजीवा प०, तं०-हुमा बायरा जोसुहमणोबायरा, सुहुमे णं भंते ! सुहुमेत्ति कालओ केवच्चिरं०१ गो०! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं पुढविकालो, बायरा जह० अंतो० उक्को० असंखेज्ज कालं असंखेजाओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागो, णोसुहुमणोबायरे साइए अपजवसिए, सुहुमस्स अंतरं बायरकालो, बायरस्स अंतरं सुहुमकालो, तइयस्स जोसुहुमणोवायरस्स अंतरं णस्थि / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा णोसुहुमणोबायरा बायरा अणतगुणा सुहमा असंखेनगुणा // 253 // अहवा तिविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-सण्णी असण्णी णोसण्णीणोअसण्णी, सण्णी णं भंते !0 कालओ० 1 गो० ! जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, असण्णी जह० अंतो० उक्को. वणस्सइकालो, णोसण्णीणोअसण्णी साइए अपज्जवसिए / सण्णिस्स अंतरं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, असण्णिस्स अंतरं जह• अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, तइयस्स णस्थि अंतरं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा सण्णी णोसण्णीणोअसण्णी अणंतगुणा असण्णी अणंतगुणा // 254 // अहवा तिविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-भवसिद्धिया अभवसिद्धिया णोभवसिद्धियाणोअभवसिद्धिया, अणाइया सपज्जवसिया भवसिद्धिया, अणाइया अपज्जवसिया अभवसिद्धिया, साइया अपज्जवसिया णोभवसिद्धियाणोअभवसिद्धिया / तिण्हंपि णत्थि अंतरं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा अभवसिद्धिया णोभवसिद्धियाणोअभवसिद्धिया अणंतगुणा भवसिद्धिया अणंतगुणा // 255 // अहवा तिविहा सव्व०प०,तंजहा-तसा थावरा णोतसाणोथावरा, तसस्स णं भंते कालओ!०? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० दो सागरोवमसहस्साइं साइरेगाई, थावरस्स संचिट्ठणा वणस्सइकालो, णोतसाणोथावरा साइया अपज्जवसिया / तसस्स अंतरं वणस्सइ. कालो, थावरस्स अंतरं दो सागरोवमसहस्साइं साइरेगाई, णोतसणोथावरस्स णत्थि अंतरं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा तसा णोतसाणोथावरा अणंतगुणा थावरा अणंतगुणा / से तं तिविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 256 // 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसुचउन्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तं०-मणजोगी वइजोगी कायजोगी Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे स०प० 3 265 अजोगी। मणजोगी णं भंते !01 गोयमा ! जह० एक्कं समयं उक्को० अंतो०, एवं वइजोगीवि, कायजोगी जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, अजोगी साइए अपज. वसिए / मणजोगिस्स अंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्को० वणस्सइकालो, एवं वइजोगिस्सवि, कायजोगिस्स जह० एकं समयं उक्को० अंतो०, अजोगिस्स णत्थि अंतरं / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा मणजोगी वइजोगी असंखेज्जगुणा अजोगी अणंतगुणा कायजोगी अणंतगुणा // 257 // अहवा चउन्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता तंजहाइत्थिवेयगा पुरिसवेयगा णपुंसगवेयगा अवेयगा, इत्थिवेयए णं भंते ! इथिवेयएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! (एगेण आएसेण०) पलियसयं दसुत्तरं अट्ठारस चोद्दस पलियपुहुत्तं, समओ जहण्णो, पुरिसवेयस्स जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, णपुंसगवेयस्स जह० एकं समयं उक्को० अणंतं कालं वणस्सइकालो / अवेयए दुविहे प०, तं०-साइए वा अपज्जवसिए साइए वा सपज्जवसिए से जह० एकं स० उक्को० अंतोमु० / इथिवेयस्स अंतरं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, पुरिसवेयस्स० जह० एगं समयं उक्को० वणस्सइ. कालो, णपुंसगवेयस्स जह• अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, अवेयगो जहा हेट्ठा / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा पुरिसवेयगा इत्थिवेयगा संखेज्जगुणा अवेयगा अगंतगुणा णपुंसगवेयगा अणंतगुणा // 258|| अहवा चउव्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-चक्खुदंसणी अचक्खुदंसणी ओहिदंसणी केवलदसणी // चक्खुदसणी णं भंते !01 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसहस्सं साइरेगं, अचक्खुदंसणी दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपज्ज. वसिए / ओहिदंसणिस्स जह० एकं समयं उक्को० दो छावट्ठी सागरोवमाणं साइरेगाओ, केवलदसणी साइए अपज्जवसिए // चक्खुदंसणिस्स अंतरं जह० अंतोमु० उक्को० वणस्सइकालो। अचखुदंसणिस्स दुविहस्स णत्थि अंतरं / ओहिदंसणिस्स जह० अंतोमु० उक्कोसेणं वणस्सइकालो। केवलदंसणिस्स णत्थि अंतरं / अप्पाबहुयंसव्वत्थोवा ओहिदंसणी चक्खुदंसणी असंखेज्जगुणा केवलदंसणी अणंतगुणा अचक्खुदंसणी अणंतगुणा // 259 / / अहवा चउव्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहासंजया असंजया संजयासंजया गोसंजयाणोअसंजयाणोसंजयासंजया। संजए णं भंते !01 गोयमा ! जह० एकं समयं उक्को० देसूणा पुवकोडी, असंजया जहा अण्णाणी संजयासंजए जह० अंतोमु० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी, णोसंजयणोअसंजय Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 296 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णोसंजयासंजए साइए अपज्जवसिए, संजयस्स संजयासंजयस्स दोण्हवि अंतरं जह अंतोमु० उको० अवड्ढं पोग्गलपरियटै देसूणं, असंजयस्स आइदुवे णस्थि अंतरं, साइयस्स सपज्जवसियस्स जह• एकं स० उक्को० देसूणा पुत्वकोडी, चउत्थगम्स णत्थि अंतरं / / अप्पाबहु० सव्वत्थोवा संजया संजयासंजया असंखेज्जगुणा णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया अणंतगुणा असंजया अणंतगुणा / / सेत्तं चउन्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 260 // तच्चा सव्वजीवच० पडिवत्ती समत्ता // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-पंचविहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमासु, तंजहाकोहकसाई माणकसाई मायाकसाई लोहकसाई अकसाई // कोहकसाईमाणकसाईमायाकसाई णं जह० अंतो० उक्को० अंतोमु०, लोहकसाइस्स जह० एवं स० उक्को० अंतो०, अकसाई दुविहे जहा हेहा // कोहकसाईमाणकसाईमायाकसाई अंतरं जह. एकं स० उक्को० अंतो०, लोहकसाइस्स अंतरं जह० अंतो० उक्को० अंतो०, अकसाई तहा जहा हेट्ठा // अप्पाबहुयं-अकसाइणो सव्वत्थोवा माणकसाई तहा अणंतगुणा / कोहे मायालोहे विसेसमहिया मुणेयव्वा // 1 // 261 // अहवा पंचविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-णेरइया तिरिक्खजोणिया मणुस्सा देवा सिद्धा। सचिट्ठणांतराणि जह हेट्ठा भाणियाणि / अप्पाबहु. सव्वत्थोवा मणुस्सा णेरइया असंखेजगुणा देवा असंखेजगुणा सिद्धा अणंतगुणा तिरिया अणंतगुणा / सेत्तं पंचविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 26.2 // चउत्था स० प० समत्ता // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-छव्विहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाइंसु, तंजहाआभिणिबोहियणाणी सुयणाणी ओहिणाणी मणपजवणाणी केवलणाणी अण्णाणी, आभिणिबोहियणाणी णं भंते ! आभिणिबोहियणाणित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जह० अंतोमुहुत्तं उक्को० छावहिँ सागरोवमाइं साइरेगाई, एवं सुयणाणीवि, ओहिणाणी णं भंते !01 गोयमा ! जह० एकं समयं उक्को० छावढि सागरोवमाइं साइरेगाई, मणपजवणाणी णं भंते !01 गो०! जह० एकं समयं उक्को० देसूणा पुव्वकोडी, केवलणाणी णं भंते !01 गो० ! साइए अपजवसिए, अण्णाणिणो तिविहा प०, तं०-अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपनवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ० साइए सपजवसिए से जह०अंतो०उको० अणंतं कालं अवड्दं पुग्गलपरियट देसूणं / अंतरं आभिणिबोहियणाणिस्स जह० अंतो० उक्को० अणतं कालं अवड्ढे पुग्ग Page #306 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . जीवाजीवाभिगमे स० प०५ 267 लपरियटें देसूण, एवं सुय० अंतरं० मणपजव०, केवलणाणिणो णत्थि अंतरं, अण्णाणि० साइयसपजवसियस्स जह० अंतो० उक्को० छावढेि सागरोवमाई साइरेगाई। अप्पा० सव्वत्थोवा मण. ओहि० असंखे० आमि. सुय० विसेसा० सट्टाणे दोवि तुल्ला केवल० अणंत. अण्णाणी अणंतगुणा // अहवा छविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहाएगिदिया बेंदिया तेंदिया चउरिंदिया पंचेंदिया अजिंदिया / संचिट्ठणंतरा जहा हेट्ठा / अप्पाबहुयं-सव्वत्थोवा पंचेंदिया चउरिंदिया विसेसा० तेइंदिया विसेसा० बैंदिया विसेसा० अणिदिया अणंतगुणा एगिदिया अणंतगुणा // 263 // अहवा छविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-ओरालियसरीरी वेउब्वियसरीरीआहारगसरी तेयगसरीरी कम्मगसरीरी असरीरी॥ ओरालियसरीरी गंभंते!०कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं दुसमऊणं, उक्कोसेणं असंखे कालं जाव अंगुलस्स असंखेजइभागं, वेउव्वियसरीरी जह० एकं समयं उक्कोसेणं तेत्तीस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, आहारगसरीरी जह० अंतो० उक्को० अंतो०, तेयगसरीरी दुविहे प०,तं०-अणाइए वा अपजवसिए अणाइए वा सपजवसिए, एवं कम्मगसरीरीवि, असरीरी साइए अपजवसिए / अंतरं ओरालियसरीरस्स जह० एकं समयं उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई अंतोमुहुत्तममहियाई, वेउब्वियसरीरस्स जह• अंतो० उक्को० अणंतं कालं वणस्सइकालो, आहारगसरी रस्स जह० अंतो० उको० अणंतं कालं जाव अवड्दं पोग्गलपरियटै देसूणं, तेय० कम्मगसरीरस्स य दुण्हवि णत्थि अंतरं // अप्पाबहु० सव्वत्थोवा आहारगसरीरी वेउव्वियसरीरी असंखेजगुणा ओरालियसरीरी असंखेजगुणा असरीरी अणंतगुणा तेयाकम्मगसरीरी दोवि तुल्ला अणंतगुणा // सेत्तं छविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 264 // 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-सत्तविहा सव्वजीवा प० ते एवमाहंसु, तंजहा—पुट विकाइया आउकाइया तेउकाइया वाउकाइया वणस्सइकाइया तसकाइया अकाइया। संचिट्ठणंतरा जहा हेट्ठा। अप्पाबहु० सव्वत्थोवा तसकाइया तेउकाइया असंखेजगुणा पुढविकाइया विसे० आउ. विसे० वाउ० विसेसा० सिद्धा अणंतगुणा वणस्सइकाइया अणंतगुणा // 265 // अहवा सत्तविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहाकण्हलेस्सा णीललेस्सा काउलेस्सा तेउलेस्सा पम्हलेस्सा सुक्कलेस्सा अलेस्सा // कण्हलेसे णं भंते ! कण्हलेसेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! ज० अंतो० उक्को. तेत्तीस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, णीललेस्से णं० जह० अंतो० उक्को० दस Page #307 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 268 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सागरोवमाई पलिओवमस्स असंखेजइभागमभहियाई, काउलेस्से. णं भंते !01 गो०! जह• अंतो० उको० तिणि सागरोवमाइं पलिओवमस्स असंखेजइभागमब्भहियाई, तेउलेस्से णं भंते!०१ गोयमा !जह० अं० उक्को० दोणि सागरोवमाइं पलिओवमम्स असंखेजइभागमब्भहियाइं, पम्हलेसे णं भंते !0? गोयमा ! जह० अंतो० उको दस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तममहियाई, सुक्कलेसे णं भंते !01 गो०! जहण्णेणं अंतो. उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तममहियाई, अलेस्से णं भंते !* साइए अपज्जवसिए // कण्हलेसस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा !जह. अंतो० उक्को तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तम०,एवं णीललेसस्सवि, काउलेसस्सवि. तेउलेसस्स ण भंते ! अंतरं का. ? गोयमा ! जह. अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, एवं पम्हलेसस्सवि सुक्कलेसस्सवि दोण्हवि, एवमंतरं, अलेसस्स णं भंते ! अंतरं कालओ० ? गोयमा ! साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं // एएसिणं भंते ! जीवाणं कण्हलेसाणं णीललेसाणं काउलेतेउ०पम्ह० सुक्क० अलेसाण य कयरे 2""? गोयमा! सव्वत्थोवा सुकलेस्सा पम्हलेस्सा संखेजगुणा तेउलेस्सा संखेजगुणा अलेस्सा अणंतगुणा काउलेस्सा अणंतगुणा णीललेस्सा विसेसाहिया कण्हलेस्सा विसेसाहिया / सेत्तं सत्तविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 266 // 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-अहविहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-आभिणिबोहियणाणी सुय० ओहि० मण० केवल० मइअण्णाणी सुयअण्णाणी विभंगणाणी // आभिणिबोहियणाणी ण भंते ! आभिणिबोहियणाणित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० छावट्ठिसागरोवमाइं साइरेगाई, एवं सुयणाणीवि / ओहिणाणी णं भंते !01 गोयमा ! जह० एकं समयं उक्को० छावट्टिसागरोवमाई साइरेगाई, मणपजवणाणी णं भंते !01 गोयमा ! जह० एकं स० उक्को० देसूणा पुव्वकोडी, केवलणाणी णं भंते !01 गोयमा ! साइए अपज्जवसिए, मईअण्णाणी णं भंते !01 गोयमा ! मइअण्णाणी तिविहे पण्णत्ते, तं०-अणाइए वा अपज्जवसिए अणाइए वा सपजवसिए साइए वा सपजवसिए, तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढे पोग्गलपरियटें देसूणं, सुयअण्णाणी एवं चेव, विभंगणाणी णं भंते ! विभंग०१ गोयमा ! जह० एकं समयं उ. तेत्तीसं सागरोवमाई देसूणाए पुवकोडीए अब्भहियाई // आभिणिबोहियणाणिस्स णं भंते ! अंतरं कालओ० 1 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० अणंतं कालं जाव अवड्ढे Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे स०प०७ 299 पोग्गलपरियटै देसूर्ण, एवं सुयणाणिस्सवि, ओहिणाणिस्सवि, मणपजवणाणिस्सवि, केवलणाणिस्स णं भंते ! अंतरं० 1 गोयमा ! साइयस्स अपजवसियस्स णस्थि अंतरं.। मइअण्णाणिस्स णं भंते ! अंतरं०१ गोयमा ! अणाइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं, अणाइयस्स सपजवसियस्स णत्थि अंतरं, साइयस्स सपज्जवसियस्स जह० अंतो० उक्को० छावढेि सागरोवमाइं साइरेगाई, एवं सुयअण्णाणिस्सवि, विभंगणाणिस्स णं भंते ! अंतरं०१ गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो॥ एएसि णं भंते ! आभिणिबोहियणाणीणं सुयणाणीणं ओहि० मण० केवल० मइअण्णाणीणं सुयअण्णाणीणं विभंगणाणीणं य कयरे० 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा मणपज्जवणाणी, ओहिणाणी असंखेज्जगुणा, आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी एए दोवि तुल्ला विसेसाहिया, विभंगणाणी असंखेज्जगुणा, केवलणाणी अणंतगुणा, मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य दोवि तुल्ला अणंतगुणा // 267 // अहवा अट्ठविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-णेरइया तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोणिणीओ मणुस्सा मणुस्सीओ देवा देवीओ सिद्धा // णेरइए णं भंते ! णेरइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं उ० तेत्तीसं सागरोवमाइं, तिरिक्खजोणिए णं भंते !01 गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को० वणस्सइकालो, तिरिक्खजोगिणी णं भंते !01 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को. तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोंडिपुहुत्तमब्भहियाई, एवं मणूसे मणूसी, देवे जहा णेरइए, देवी णं भंते !01 गो०! जह० दस वाससहस्साई उ. पणपण्णं पलिओवमाई, सिद्धे णं भंते ! सिद्धेत्ति० ! गोयमा ! साइए अपज्जवसिए / णेरइयस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, तिरिक्खजोणियस्स गं भंते ! अंतरं कालओ० 1 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेग, तिरिक्खजोणिणी णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतोमुहुत्तं उक्को० वणस्सइकालो, एवं मणुस्सस्सवि मणुस्सीएवि, देवस्सवि देवीएवि, सिद्धस्स णं भंते! अंतरं० साइयस्स अपज्जवसियस्स णत्थि अंतरं / / एएसि णं भंते ! णेरइयाणं तिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोगिणीणं मणूसाणं मणूसीणं देवाणं देवीणं सिद्धाण य कयरे०१ गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सीओ मणुस्सा असंखेजगुणा णेरइया असंखेज्जगुणा तिरिक्खजोणिणीओ असंखेज्जगुणाओ देवा असंखेज्जगुणा देवीओ संखेजगुणाओ सिद्धा अणंतगुणा तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा / सेत्तं अट्ठविहा Page #309 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 300 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वज़ीवा पण्णत्ता // 268 // 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-णवविहा सव्वीवा 50 ते एवमाहंसु, तंजहा-एगिंदिया बेंदिया तेंदिया चउरिंदिया पोरइया पंचेंदियतिरिक्खजोणिया मणूसा देवा सिद्धा // एगिदिए णं भंते ! एगिदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतोमु० उक्को. वणस्स० बेंदिए ण भंते !01 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० संखेज्जं कालं, एवं तेइंदिएवि, चउ०, णेरइया णं भंते !0? गो०! जह० दस वाससहस्साई उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाई, पंचेंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते !01 गोयमा ! जह० अंतो० उक्को तिणि पलिओवमाई पुव्वकोडिपुहुत्तममहियाई, एवं मणूसेवि, देवा जहा णेरड्या, सिद्धे णं भंते !01 गो०! साइए अपज्जवसिए / एगिदियस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह• अंतो० उक्को. दो सागरोवमसहस्साई संखेज्जवासमब्भहियाई, बैंदियस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, एवं तेंदियस्सवि चउरिंदियस्सवि णेरइयस्सवि पंचेंदियतिरिक्खजोणियस्सवि मणूसस्सवि देवस्सवि सव्वेसिमेवं अंतरं भाणियव्वं, सिद्धस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०? गो०! साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं // एएसिणं भंते ! एगिदियाणं बेइंदि० तेइंदि० चउरिंदियाणं णेरइयाणं पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं मणूसाणं देवाणं सिद्धाण य कयरे 2"? गोयमा / सव्वत्थोवा मणुस्सा णेरइया असंखेजगुणा देवा असंखेजगुणा पंचेंदियतिरिक्खजोणिया असंखेजगुणा चउरिंदिया विसेसाहिया तेइंदिया विसेसाहिया बेइंदिया विसे• सिद्धा अणंतगुणा एगिदिया अणंतगुणा // 269 / / अहवा णवविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-पढमसमयणेरड्या अपढमसमयणेरइया पढमसमयतिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोंगिया पढमसमयमणूसा अढमसमयणूसा पढमसमयदेवा अपढमसमयदेवा सिद्धा य // पढमसमयणेरइयाणं भंते !01 गोयमा ! एकं समयं, अपढमसमयणेरइयस्स णं भंते !01 गो० ! जहणणेणं दस वाससहस्साई समऊणाई उक्को० तेत्तीसं सागरोवमाइं समऊणाई, पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते !01 गो०! एकं समयं, अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते ! * ? गो० ! जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को० वणस्सइकालो, पढमसमयमणूसे णं भंते !01 गो०! एक्कं समयं, अपढमसमयमणुस्से णं भंते !0? गो०! जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को तिणि पलिओवमाइं पुवकोडि हुत्तममहियाई, देवे जहा णेरइए, सिद्धे णं भंते ! सिद्धेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! Page #310 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे स० प०८ 301 साइए अपजवसिए / / पढमसमयणेरइयस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०१ गोयमा ! जह० दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तममहियाई उक्कोसेणं वणस्सइकालो, अपढमसमयणेरहयम्स णं भंते ! अंतरं०१ गोयमा! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, पढमसमय. तिरिक्खजोणियस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०१ गोयमा / जह० दो खुड्डागाइं भवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वण०, अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०? गो०! जह० खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं उ० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, पढमसमयमणूसस्स जहा पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स, अपढमसमयमणूसस्स णं भंते ! अंतरं कालओ० ? गो० ! ज० खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं उ० वण०, पढमसमयदेवस्स जहा पढमसमयणेरइयस्स अपढमसमयदेवस्स जहा अपढमसमयणेरइयम्स, सिद्धस्स णं भंते !0? गो०! साइयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं / / एएसि णं भंते ! पढमसमयणेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेवाण य कयरे०१ गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयमणूसा पढमसमयणेरइया असंखेजगुणा पढमसमयदेवा असं० पढमसमयतिरिक्खजो० असं०। एएसि णं भंते ! अपढमसमयणेरइयाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणि० अपढमसमयमणूसाणं अपढमसमयदेवाण य कयरे०१ गोयमा ! सव्वत्थोवा अपढमसमयमणूसा अपढमसमयणेरइया असं० अपढमसमयदेवा असं० अपढमसमयतिरि०अणंतगुणा / एएसि ण भंते ! पढमसणेरइयाणं अपढमसमयणेरइयाण य कयरे 2...? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढेमसमयणेरइया अपढमसमयणेरइया असंखेजगुणा, एएसि णं भंते ! पढमसमयतिरिक्खजो० अपढमसमयतिरिक्खजोणि० कयरे०१ गोयमा ! सव्व० पढमसमयतिरि० अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अणंत०, मणुयदेवअप्पाबहुयं जहा जेरइयाणं। एएसि णं भंते ! पढमसमयणेरइ० पढमसतिरिक्खजो०पढमस०मणूसाणं पढमसमयदेवाणं अपढमसमयणेरइ० अपढमसमयतिरिक्खजोणि० अपढमसमयमणूसाणं अपढमसमयदेवाणं सिद्धाण य कयरे०१ गोयमा ! सव्व० पढमस. मणूसा अपढमसय०मणु०असं० पढमसमयणेरइया असं० पढमसमयदेवा असंखे० पढमसमयतिरिक्खजो० असं० अपढमसमयणेर० असं० अपढमस० देवा असंखे० सिद्धा अणं० अपढमसतिरि० अणंतगुणा / सेत्तं णवविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // 270 // 0 // तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-दसविहा सव्वजीवा पण्णत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-पुढ विकाइया आउकाइया तेउकाइया वाउकाइया वणस्सइकाइया बेइं दिया तेइंदिया चउरिं० Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 302 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पंचें० अणिदिया // पुढविकाइए णं भंते ! पुढविकाइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को०असंखेनं कालं असंखेजाओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ कालओ,खेत्तओ असंखेजा लोया,एवं आउतेउवाउकाइए,वणस्सइकाइए णं भंते !0? गोयमा! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, बँदिए गंभते!०१गो०! जह० अंतो. उको० संखेनं कालं, एवं तेइंदिएवि चउरिदिएवि, पंचिदिए णं भंते !0? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० सागरोवमसहस्सं साइरेगं, अणिदिए णं भंते !01 गो० ! साइए अपजवसिए / पुढविकाइयस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, एवं आउकाइयस्स तेउ० वाउ०, वणस्सइकाइयस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०१ जा चेव पुढविकाइयस्स संचिट्ठणा, बियतियचउरिदियपंचेंदियाणं एएसिं च उण्हंपि अंतरं जह० अंतो० उक्को० वणस्सइकालो, अणिदियस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! साइयस्स अपजवसियस्म णत्थि अंतरं // एएसिणं भंते ! पुढविकाइयाणं आउ० तेउ० वाउ० वण. बेदियाणं तेइंदियाणं चउरि० पंचेंदियाणं अणिदियाण य कयरे 2"? गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचेंदिया चउरिंदिया विसेसाहिया तेइंदिया विसे. बेंदिया विसे० तेउकाइया असंखेजगुणा पुढविकाइया वि० आउ० वि० वाउ० वि० अजिंदिया अणंत. गुणा वणस्सइकाइया अणंतगुणा // 271 // अहवा दसविहा सव्वजीवा पण्णत्ता, तंजहा-पढमसमयणेरइया अपढमसमयणेरड्या पढमसमयतिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोणिया पढमसमयमणूसा अपढमसमयमणूसा पढमसमयदेवा अपढमसमयदेवा पढमसमयसिद्धा अपढमसमयसिद्धा // पढमसमयणेरइए णं भंते ! पढमसमयणेरइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! एकं समयं, अपढमसमयणेरइए णं भंते !01 गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साई समऊणाई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समऊणाई, पढमसमयतिरिक्खजोणिए णं भंते !01 गोयमा ! एकं समयं, अपढमसमयतिरिक्ख० जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को० वणस्सइकालो, पढमसमयमणूसे णं भंते !01 गोयमा! एकं समयं, अपढमस०मणूसे णं भंते !01 गोयमा ! जह० खुड्डागं भवग्गहणं समऊणं उक्को तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडिपहुत्तमब्भहियाई, देवे जहा णेरइए, पढमसमयसिद्धे णं भंते !0? गोयमा ! एक्कं समयं, अपढमसमयसिद्धे णं भंते !01 गोयमा ! साइए अपजवसिए / पढमसमयणेर० भंते ! अंतरं कालओ० 1 गोयमा ! ज. दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तममहियाई उक्को० Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवाजीवाभिगमे स०प०६ 303 वण०, अपढमसमयणेर० अंतरं कालओ केव० 1 गोयमा ! जह० अंतो० उ० वण०, पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स० अंतरं० केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जह• दो खुड्डाग. भवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वण०, अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते !0? गोयमा ! जह० खुड्डागभवम्गहणं समयाहियं उक्को० सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं, पढमसमयमणूसस्स णं भंते ! अंतरं कालओ०१ गो०! जह० दो खुड्डागभवग्गहणाई समऊणाई उक्को० वण०, अपढमसमयमणूसस्स णं भंते ! अंतरं० 1 गो० ! जह० खुड्डागं भव० समयाहियं उक्को० वणस्सइ०, देवस्स अंतरं जहा णेरइयस्स, पदमसमयसिद्धस्स णं भंते ! अंतरं०१ गो०! णत्थि, अपढमसमयसिद्धस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! साइयस्स अपज्जवसियस्स णत्थि अंतरं // एएसि णं भंते ! पढमस०णेर० पढमसतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेवाणं पढमसमयसिद्धाण य कयरे 2.1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमय सिद्धा पढमसमयमणूसा असंखे० पढमस०णेरइया असंखेजगुणा पढमस०देवा असं० पढमस तिरि० असं०। एएसिणं भंते ! अपढमसमयणेरइयाणं जाव अपढमसमयसिद्धाण य कयरे० ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अपढमस० मणूसा अपढमस० णेरइया असंखे० अपढमस० देवा असंखे० अपढमस० सिद्धा अणंतगुणा अपढमस० तिरिक्खजो० अणंतगुणा / एएसि णं भंते ! पढमस० णेरइयाणं अपढमस० णेरइयाण य कयरे 2. 1 गोयमा ! सञ्वत्थोवा पढमस० णेरइया अपढमस० णेरइया असंखे०, एएसि णं भंते ! पढमस० तिरिक्खजोणियाणं अपढमस० तिरिक्खजोणियाण य कयर 2'? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयतिरिक्खजो० अपढमस० तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा, एए सि णं भंते ! पढमस० मणूसाणं अपढमसमयमणूसाण य कयरे 2'? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयमणूसा अपढमस० मणूसा असंखे०, जहा मणूसा तहा देवावि, एएसि णं भंते ! पढमसमयसिद्धाणं अपढमसमयसिद्धाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयसिद्धा अपढमसमयसिद्धा अणंतगुणा। एएसि णं भंते ! पढमसमयगेरइयाणं अपढमसमयणेरइयाणं पढमस० तिरिक्खजोणि• अपढमस० तिरिक्खजो० प०समयमणूक अपढमस०मणू० पढमस० देवाणं अप०समय देवाणं पढमसमयसिद्धाणं अपढमसमयसिद्धाण य कयरे 2 हितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसे० ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमस सिद्धा पढमस०मणूसा असं० अप०समय Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 304 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि मणूसा असंखे० पढमसमयणेरइया असं० पढमस०देवा असं० पटमसतिरि० असं० अपढमस॰णेर० असंखे० अपढमस०देवा असं० अपढमस० सिद्धा अणंत० अपढमसतिरि० अणंतगुणा / सेत्तं दसविहा सव्वजीवा पण्णत्ता // सेत्तं सव्वजीवाभिगमे // 272 // णवमा सव्वजीवदसविहपडिवत्ती समत्ता / ॥जीवाजीवाभिगमसुत्तं समत्तं // .. Page #314 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #315 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुतं पढमं पण्णवणा पयं . ववगयजरमरणभए सिद्धे अभिवंदिऊण तिविहेण / वंदामि जिणवरिंदं तेलोक्कगुरुं महावीरं // 1 // सुयरयणणिहाणं जिणवरेण भवियजणणिव्बुइकरेण / उवदंसिया भगवया पण्णवणा सव्वभावाणं // 2 ॥(वायगवरवंसाओ तेवीसइमेण धीरपुरिसेणं / दुद्धरधरेण मुणिणा पुव्वसुयसमिद्धबुद्धीण // 3 // सुयसागरा विणेऊण जेण सुयरयणमुत्तमं दिण्णं / सीसगणस्स भगवओ तस्स णमो अजसामस्स) // 4 // अज्झयणमिणं चित्तं सुयरयणं दिट्टिवायणीसंदं। जह वणियं भगवया अहमवि तह वण्णइ. स्सामि // 5 // पण्णवणा ठाणाई बहुवत्तव्वं ठिई विसेसाय / वकंती ऊसासो सण्णा जोणी य चरिमाई॥६॥ भासा सरीर परिणाम कसाय इंदिए पओगे य / लेसा. कायठिईया सम्मत्ते अंतकिरिया य // 7 // ओगाहणसंठाणे किरिया कम्मे इयावरे। (कम्मस्स) बंधए (कम्मस्स) वेद(ए)वेदस्स बंधए वेयवेयए // 8 // आहारे उवओगे पासणया सण्णि संजमे चेव / ओही पवियारण वेयणा य तत्तो समुग्घाए // 9 // से किं तं पण्णवणा ? पण्णवणा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-जीवपण्णवणा य अजीवपण्णवणा य // 1 // से कि तं अजीवपण्णवणा ? अजीवपण्णवणा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-रूविअजीवपण्णवणा य अरूविअजीवपण्णवणा य // 2 // से कि तं अरूविअजीवपण्णवणा? अरूविअजीवपण्णवण्णा दसविहा पण्णत्ता। तंजहा-धम्मत्थिकाए, धम्मत्थिकायस्स देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसा, अधम्मत्थिकाए, अधम्मत्थिकायस्स देसे, अधम्मत्थिकास्स पएसा, आगासस्थिकाए, आगासस्थिकाययस्स देसे, आगासत्थिकायस्स पएसा, अद्धासमए / सेत्तं अरूविअजीवपण्णवणा // 3 // से किं तं रूविअजीवपण्णवणा ? रूविअजीवपण्णवणा चउव्विहा पण्णत्ता। तंजहा-१ खंधा, 2 खंधदेसा, 3 खंधप्पएसा, 4 परमाणुपोग्गला / ते समासओ पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-१ वण्णपरिणया, 2 गंधपरिणया, 3 रसपरिणया, 4 फासपरिणया, 5 संठाणपरिणया // 4 // जे वण्णपरिणया ते पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ कालवण्णपरिणया, 2 णीलवण्णपरिणया, 3 लोहियवण्णपरिणया, 4 हालिद्दवण्णपरिणया, 5 सुकिल्लवण्णपरिणया। जे गंधपरिणया ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुब्भिगंध Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प०१ 307 परिणया य दुब्भिग्रंधपरिणया य / जे रसपरिणया ते पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा१ तित्तरसपरिणया, 2 कडुयरसपरिणया, 3 कसायरसपरिणया, 4 अंबिलरसपरिणया, 5 महुररसपरिणया / जे फासपरिणया ते अट्टविहा पण्णत्ता / तंजहा१ कक्खडफासपरिणया, 2 मउयफासपरिणया, 3 गरुयफासपरिणया, 4 लहुयफासपरिणया, 5 सीयफासपरिणया, 6 उसिणफासपरिणया, 7 णिद्धफासपरिणया, 8 लुक्खफासपरिणया। जे संठाणपरिणया ते पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ परिमंडलसंठाणपरिणया, 2 वट्टसंटाण०, 3 तंससंठाण०, 4 चउरंससंटाण०, 5 आययसंठाण०, // 5 // जे वण्णओ कालवण्णपरिणया ते गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुब्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया.वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणयावि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्ध फासपरिणया वि, लुवखफासपरिणया वि / संटाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंटाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि 20 // जे वण्णओ णीलवण्णपरिणया ते गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्मिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्धफासंपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंटाणपरिणया वि, वट्टसंटाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि 20 / जे वण्णओ लोहियवण्णपरिणया ते गंधओ सुभिंगधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि। रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डल. संटाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि, 20 / जे वण्णओ हालिद्दवण्णपरिणया Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 308 अनंगपविट्ठसुत्ताणि ते गंधओ सुभिगंधपरिणयावि, दुब्भिगंधपरिणयावि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कड्डयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसंपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणयावि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंटाणपरिणया वि, वसंठाणपरिणयावि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20 / जे वण्णओ सुकिल्लवण्णपरिणया ते गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुब्भिगंधपरिणया वि। रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया 'वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमंडलसंठाणपरिणया वि, वसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20, 100 / जे गंधओ सुन्भिगंधपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसठाणपरिणया वि 23 / जे गंधओ दुन्भिगंधपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि, रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि,सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 1 306 परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंटाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 23, 46 / जे रसओ तित्तरसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वसंठाणपरिणया वि, तंसर्सठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20 / जे रसओ कडुयरसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्ण-- परिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपारणया वि, लुक्खफासपारणया वि। संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपारणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20 / जे रसओ कसायरसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुक्किलवण्णपरिणया वि / गंधओ सुब्धिगंधपरिणया वि, दुधिगंधपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्ध फासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि। संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20 / जे रसओ अम्बिलरसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, Page #319 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंटाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 20 / जे रसओ महुररसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि दुन्भिगंधपरिणया वि। फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्ध फासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि। संठाणओ परिमण्डलसंटाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंटाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि 20, 100 / जे फासओ कक्खडफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि। संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंटाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि, 23 // जे फासओ मउयफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणवा वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि। संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणयावि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणया वि, चउरंससंटाणपरिणया वि, आययमंठाणपरिणया वि 23 / जे फासओ गरुयफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि, / गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, आम्बलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया Page #320 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१ वि / फासओ कावडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि, संठाणओ परिमण्डलमंठाणपरिणया वि, वट्टसंटाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 23 / जे फासओ लहुयफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कवखडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणंपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणयां वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि, 23 / जे फासओ सीयफासपरिणया ते वण्णओ कालवपणपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, गिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणयां वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वसंटाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणया वि,.चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि 23 / जे फासओ उसिणफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुक्किल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्मिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंटाणपरिणया वि, वसंठाणपरिणया वि, तंससंटाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आयससंठाणपरिणया . वि 23 / जे फासओ णिद्धफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलव Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि . ण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफामपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि / संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंटाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंटाणपरिणया वि, 23 / जे फासओ लुक्खफासपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया• वि, सुक्किलवण्णपरिणया वि / गंधओ सुभिगंधपरिणया वि, दुभिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कड्डयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अंबिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि ।संठाणओ परिमण्डलसंठाणपरिणया वि, वट्टसंठाणपरिणया वि, तंससंठाणपरिणया वि, चउरंससंठाणपरिणया वि, आययसंठाणपरिणया वि 23, 184 / जे संठाणओ परिमण्डल. संठाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, णिद्धफासपरिणया वि लुक्खफासपरिणया वि 20 / जे संठाणओ वट्टसंठाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफास Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१ 313 परिणया वि 20 / जे मंठाणओ तंससंठाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुभिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ करखडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया वि, उसिणफासपरिणया वि, गिद्धफासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि 20 / जे संटाणओ च उरंससंटाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालिद्दवण्णपरिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि / गंधओ सुन्भिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि,गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफासपरिणया विं, उसिणफासपरिणया वि, णिद्ध फासपरिणया वि, लुक्खफासपरिणया वि 20 / जे संठाणओ आययसंटाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णीलवण्णपरिणया वि, लोहियवण्णपरिणया वि, हालि दवण्ण परिणया वि, सुकिल्लवण्णपरिणया वि। गंधओ सुभिगंधपरिणया वि, दुन्भिगंधपरिणया वि / रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि, कसायरसपरिणया वि, अम्बिलरसपरिणया वि, महुररसपरिणया वि / फासओ कक्खडफासपरिणया वि, मउयफासपरिणया वि, गरुयफासपरिणया वि, लहुयफासपरिणया वि, सीयफास. परिणया वि,उसिणफासपरिणया वि,णिद्धफासपरिणया वि,लुवखफासपरिणया वि 20, 100 / सेतं रूविअजीवपण्णवणा। सेत्तं अजीवपण्णवणा / 6 / से किं तं जीवपण्णवणा ? जीवपण्णवणा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-संसारसमावण्णजीवपण्णवणा य असंसारसमावण्ण जीवपण्णवणा य॥७॥ से किं तं असंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? असंसारसमावण्णजीवपण्णवणा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-अणंतरसिद्धअसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा य परम्परसिद्धअसंसारसमावण्णवपण्णवणा य // 8 // से किं तं अणंतरसिद्धअसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? अणंतरसिद्धअसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा पण्णरसविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ तित्थसिद्धा, 2 अतित्थसिद्धा, 3 तित्थगरसिद्धा, 4 अतित्थगरसिद्धा, 5 सयंबुद्धसिद्धा, 6 पत्तेयबुद्धसिद्धा, Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 314 अनंगपविटुसुत्ताणि 7 बुद्धबोहियसिद्धा, 8 इत्थीलिंगसिद्धा, 9 पुरिसलिंगसिद्धा, 10 णपुंसगलिंगसिद्धा, 11 सलिंगसिद्धा, 12 अण्णलिंगसिद्धा, 13 गिहिलिंगसिद्धा, 14 एगसिद्धा, 15 अणेगसिद्धा / से तं अणंतरसिद्ध०॥९॥ से किं तं परम्परसिद्धअसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा 1 2 अणेगविहा पण्णत्ता, तंजहा-अपढमसमयसिद्धा, दुसमयसिद्धा, तिसमयसिद्धा, चउसमयसिद्धा जाव संखिजसमय सिद्धा, असंखिजसमयसिद्धा,अणंतसमयसिद्धा / सेत्तं परम्परसिद्धअसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा। सेत्तं असंसारसमावण्णजीवपण्णवणा // 10 // से किं तं संसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? संसारसमावण्णजीवपण्णवणा पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-१ एगेंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, 2 बेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, 3 तेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, 4 चउरिदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, 5 पंचिंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा // 11 // से किं तं एगेंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? एगेंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-पुढ विकाइया; आउकाइया, तेउकाइया, वाउक्काइया, वणस्सइकाइया // 12 // से किं तं पुढविकाइया ? पुढविकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुहमपुढविकाइया य बायरपुढविकाइया य / / 13 / / से किं तं सुहुमपुढविकाइया ? सुहुमपुढविकाइया दुविहा पणत्ता / तंजहा-पज्जत्तसुहुमपुढविकाइया य अपजत्तसुहुमपुढविकाइया य / सेत्तं सुहुमपुढविकाइया // 14 // से किं तं बायरपुढविकाइया? बायरपुढविकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सण्हबायरपुढविकाइया य खरबायरपुढविकाइया य // 15 // से किं तं सण्हबायरपुढविकाइया ? सण्हवायरपुढविकाइया सत्तविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ किण्हमत्तिया, 2 णीलमत्तिया, 3 लोहियमत्तिया, 4 हालिद्दमत्तिया, 5 सुकिल्लमत्तिया, ६पाण्डुमत्तिया, 7 पणगमत्तिया। सेत्तं सहबायरपुढविकाइया॥१६॥से किं तं खरबायरपुढविकाइया ? खरबायरपुढविकाइया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा–१ पुढवी य 2 सक्करा 3 वालुया य 4 उवले 5 सिला य 6-7 लोणूसे / 8 अय 9 तंब 10 तउय 11 सीसय 12 रुप्प 13 सुवण्णे य 14 वइरे य // 1||15 हरियाले 16 हिंगुलए 17 मणोसिला 18-20 सासगंजणपवाले / 21-22 अब्भपडलब्भवालुय बायरकाए मणिविहाणा // 2 // 23 गोमेजए य 24 रुयए 25 अंके 26 फलिहे य 27 लोहियक्खे य / 28 मरगय 29 मसारगल्ले 30 भुयमोयग 31 इंदणीले व // 3 // 32 चंदण 33 गेरुय 34 हंसगब्भ 35 पुलए 36 सोगंधिए य बोद्धव्वे / 37. चंदप्पभ 38 Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१ वेरुलिए 39 जलकंते 40 सूरकंते य // 4 // जेयावण्णे तहप्पगारा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ गंजे ते अपजत्तगाते असंपत्ता / तत्थ णं जे ते पजत्तगा एएसिं वण्णादेसेणं, गंधादेसेणं, रसादेसेणं, फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई, संखेजाइं जोणिप्पमुहसयसहस्साई / पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वक्कमंति, जत्थ एगो तत्थ णियमा असंखेजा / सेत्तं खरबायरपुढ विकाइया। सेत्तं वायरपुढविकाइया / सेत्तं पुढविकाइया // 17 // से किं तं आउक्काइया ? आउकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुहुमआउक्काइया य बायरआउक्काइया य // 18 // से कि तं सुहुमआउक्काइया ? सुहुमाउक्काइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तसुहुमआउकाइया व अपजत्तसुहुमआउक्काइया य / सेत्तं सुहुमआउक्काइया // 19 // से किं तं बायरआउक्काइया ? बायरआउक्काइया अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-उस्सा, हिमए, महिया, करए, हरतणुए, सुद्धोदए, सीओदए, उसिणोदए, खारोदए, खट्टोदए, अम्बिलोदए, लवणोदए, वारुणोदए, खीरोदए, घओदए, खोओदए, रसोदए, जे यावण्णे तहप्पगारा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ ण जे ते अपजत्तगा ते णं असंपत्ता / तत्थ णं जे ते पजत्तगा एएसिं वण्णादेसेणं गंधादेसेणं रसादेसेणं फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई, संखेजाई जोणिप्पमुहसयसहस्साई, पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वकमंति, जत्थ एगो तत्थ णियमा असंखेजा। सेत्तं बायरआउक्काइया / सेत्तं आउक्काइया // 20 // से किं तं तेऊकाइया ? तेउकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुहुमतेऊकाइया य बायरतेऊकाइया य // 21 // से किं तं सुहुमतेजकाइया ? सुहुमतेऊकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं सुहुमतेऊकाइया // 22 // से किं तं बायरतेऊकाइया ? वायरतेऊकाइया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-इंगाले, जाला, मुम्मुरे, अच्ची, अलाए, सुद्धागणी, उक्का,विज्जू , असणी, णिग्याए, संघरिससमुट्ठिए, सूरकंतमणिणिस्सिए, जेयावण्णे तहप्पगारा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं असंपत्ता / तत्थ णं जे ते पजत्तगा एएसि णं वण्णादेसेणं, गंधादेसेणं, रसादेसेणं, फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई, संखेजाई जोणिप्पमुहसयसहस्साई। पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वक्कमंति, जत्थ एगो तत्थ णियमा असंखेजा, सेत्तं बायरतेऊकाइया / सेत्तं तेऊकाइया // 23 // से किं तं वाउकाइया ? वाउकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुहुमवाउकाइया य Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि बायरवाउकाइया य // 24 // से किं तं सुहुमवाउकाइया ? सुहुमवाउकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगसुहुमवाउकाइया य अपजत्तगसुहुमवाउकाइया य / सेत्तं सुहुमवाउकाइया // 25 // से किं तं बायरखाउकाइया ? बायरवाउकाइया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-पाईणवाए, पडीणवाए, दाहिणवाए, उदीणवाए, उड्ढवाए, अहोवाए, तिरियवाए, विदिसिवाए, वाउभामे, वाउकलिया, वायमंडलिया, उक्कलियावाए, मंडलियावाए, गुंजावाए, झंझावाए, संवट्टवाए, घणवाए, तणुवाए, सुद्धवाए, जेयावण्णे तहप्पगारा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपज्जत्तगा य। तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं असंपत्ता। तत्थ णं जे ते पजत्तगा एएसि णं वण्णादेसेणं, गंधादेसेणं, रसादेसेणं, फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई, संखेजाई जोणिप्पमुहसयसहस्साई / पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वृक्कमंति, जत्थ एगो तत्थ णियमा असंखेजा / सेत्तं बायरवाउकाइया / सेत्तं वाउकाइया // 26 // से किं तं वणस्सइकाइया ? वणस्सइकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुहुमवणस्सइकाइया य बायरवणस्सइकाइया य // 27 // से किं तं सुहमवणस्सइकाइया ? सुहुमवणस्सइकाइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगहुमवणस्सइकाइया य अपजत्तगहुमवणस्सइकाइया य / सेत्तं सुहुमवणस्सइकाइया // 28 // से किं तं बायरवणस्सइकाइया ? बायरवणस्सइकाइया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया य साहारणसरीरबायरवणस्सइकाइया. य // 29 // से किं तं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया ? 2 दुवालसविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ रुक्खा 2 गुच्छा 3 गुम्मा 4 लया य 5 वल्ली य 6 पव्वगा चेव / 7 तण 8 वलय 9 हरिय 10 ओसहि 11 जलरुह 12 कुहणा य बोद्धव्वा // 30 // से किं तं रुक्खा ? रुक्खा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-एगढिया य बहुबीयगा य // 31 // से किं तं एगढिया ? एगढिया अणेगविहा पणत्ता / तंजहा-णिबंब-जंबु-कोसंब-सालअंकुल्ल-पीलु सेलू य / सल्लइमोयइमालुयबउल-पलासे करंजे य // 1 // पुत्तंजीवयऽरिटे बिहेलए हरिडए य भिल्लाए / उंबेभरियाखीरिणि बोद्धव्वे धायइपियाले // 2 // पूईयणिबकरंजे सण्हा तह सीसवा य असणे य / पुण्णाग-णागरुक्खे सीवण्णि तहा असोगे य ॥३॥जेयावण्णे तहप्पगारा। एएसिणं मूला वि, असंखेजजीविया, कंदा वि, खंधा वि, तया वि, साला वि, पवाला वि / पत्ता पत्तेयजीविया, पुप्फा अणेगजीविया, फला एगट्ठिया। सेत्तं एगट्ठिया // 32 // से किं तं बहुबीयगा ? बहुबीयगा अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-अत्थिय-तेंदु Page #326 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प०१ कविढे अंबाडग-माउलिंग बिल्ले य / आमलगफणिसदाडिमआसोडे उंबर वडे य // 1 // जग्गोहणंदिरुक्खे पिप्परी सयरी पिलुक्खरुक्खे य / काउंबरि कुत्थुभरि बोद्धव्वा देवदाली य // 2 // तिलए लउए छत्ताह सिरीसे सत्तवण्णदहिवण्णे / लोद्धधवचंदणज्जुणणीमे कुडए कयंबे य // 3 // जेयावण्णे तहप्पगारा / एएसि णं मूला वि असंखेजजीविया, कंदा वि, खंधा वि, तया वि, साला वि, पवाला वि / पत्ता पत्तेयजीविया। पुप्फा अणेगजीविया / फला बहुबीयगा। सेत्तं बहुबीयगा। सेत्तं रुक्खा // 33 / / से कि तं गुच्छा ? गुच्छा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-वाइंगणिसल्लइथुण्डई य तह कच्छुरी य जासुमणा / रूवी आढइ णीली तुलसी तह माउलिंगी य॥१॥ कच्छंभरि पिप्पलिया अयसी वल्ली य कायमाईया। चुच्चू पडोलकंदलि विउव्वा वत्थुले बयरे॥२॥ पत्तउर सीयउरए हवइ तहा जवसए य बोद्धव्वे / णिग्गुंडिय कत्तुंबरि अत्थई चेव तल उडा // 3 // सणपाणकासमुद्दगअग्घाडगसामसिंदुवारे य / करमद्दअहरूसगकरीरएरावणमहित्थे // 4 // जाउलगमालपरिलीगयमारिणिकुव्वकारिया भंडी। जावइ केयइ तह गंज पाडला दासि-अंकोले // 5 // जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं गुच्छा // 34 // से किं तं गुम्मा 1 गुम्मा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-सेरियए णोमालिय. कोरंटयबंधुजीवगमणोजे / पिइयपाणकणयरकुजय तह सिंदुवारे य // 1 // जाई मोग्गर तह जूहिया य तह मलिया य वासंती / वत्थुल कत्थुल सेवाल गंठि मगदंतिया चेव // 2 // चंपगजाई गवणीइया य कुंदो तहा महाजाई / एवमणेगागारा हवंति गुम्मा मुणेयव्वा / / 3 / / सेत्तं गुम्मा // 35 // से किं तं लयाओ ? लयाओ अणेगविहाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-पउमलया गांगलयअसोगचंपगलया य चूयलया। वणलयवासंतिलया अइमुत्तयकुंदसामलया। जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं लयाओ॥३६॥ से किं तं वल्लीओ ? वल्लीओ अणेगविहाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-पूसफली कालिंगी तुंबी तउसी य एलवालुंकी / घोसाडई पंडोला पंचंगुलिया य णीली य / / 1 / / कंडूया कटुइया कक्कोडई कारियलई सुभगा। कुयधाय वागुलीया पाववल्ली तह देवदाली य // 2 // अप्फोया अइमुत्तगणागलया कण्हसूरवल्ली य। संघट्टसुमणसा वि य जासुवणकुविंदवल्ली य // 3 // मुद्दिय अंबावल्ली छीरविराली जयंति गोवाली। पाणीमासावल्ली गुंजावल्ली य वच्छाणी // 4 // ससविदुगोत्तफुसिया गिरिकण्णइ मालुया य अंजणई / दहिफोलइ कागणि मोगली य तह अक्कबोंदी य // 5 // जेयाचण्णे तह. प्यगारा / सेत्तं वल्लीओ // 37 // से किं तं पव्वगा ? पव्वगा अणेगविहा पण्णत्ता। Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 318 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तंजहा-इक्खू य इक्खुवाडी वीरण तह एक्कडे भमासे य / सुंठे सरे य वेत्ते तिमिरे सयपोरगणले य // 1 वंसे वेलू कणए कंकावंसे य चाववंसे य / उदए कुडए विमए कंडावेलू य कल्लाणे // 2 // जेयावण्णे तहप्पगारा। सेत्तं पव्वगा // 38 // से किं तं तणा ? तणा अणेगविहा पण्णत्ता ।तंजहा-सेडियभंतियहोतियदब्भकुसे पव्वए य पोड. इला / अज्जुण असाढए रोहियंसे सुयवेयखीरभुसे // 1 // एरंडे कुरुविंदे करकर मुट्टे तहा विभंगू य / महुरतण-छुरय-सिप्पिय बोद्धव्वे सुंकलितणे य // 2 // जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं तणा // 39 // से किं तं वलया ? वलया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-तालतमाले तकलि तोयलि साली य सारकल्लाणे / सरले जावइ केयइ कयली तह धम्मरुक्खे य // 1 // भुयरुक्खहिंगुरुक्खे लवंगरुक्खे य होइ बोद्धव्वे / पूयफली खज्जूरी बोद्धव्वा णालिएरी य // 2 // जेयावण्णे तहप्पगारा। सेत्तं वलया // 40 // से किं तं हरिया ? हरिया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-अजोरुहवोडाणे हरियग तह तंदुलेजगतणे य। वत्थुलपोरग मजारयाइ बिल्ली य पालक्का // 1 // दगपिप्पली य दवी सोत्थियसाए तहेव मंडुक्की / मूलगसरिसव अंबिलसाए य जियंतए चेव // 2 / / तुलसी कण्ह उराले फणिजए अजए य भूयणए / चोरगदमणगमरुयग सवपुष्किंदीवरे य तहा // 3 // जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं हरिया ॥४शा से किं तं ओसहीओ ? ओसहीओ अणेगविहाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-सालीवीहीगोहूमजवजवजवकलमसूरतिलमुग्गमासणिप्फावकुलत्थआलिसंदसतीणपलिमंथगअयसीकुसुंभकोद्दवकंगूरालगवरा(रट्ट)सामकोदूससणसरिसवमूलगबीया। जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं ओसहीओ // 42 // से किं तं जलरुहा ? जलरुहा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-उदए, अवए, पणए सेवाले, कलंबुया, हढे, कसेरुया, कच्छ, भाणी, उप्पले, पउमे, कुमुए णलिणे, सुभए, सोगंधिए, पोण्डरीयए, महापोण्डरीयए, सयपत्ते, सहस्सपत्ते,कल्हारे, कोकणदे, अरविंदे, तामरसे, मिसे, भिसमुणाले, पोक्खले, पोक्खलत्थलए, जेयावण्णे तहप्पगारा / से तं जलरुहा // 43-1 // से किं तं कुहणा ? कुहणा अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-आए, काए, कुहणे, कुणके, दव्वहलिया, साफाए, सज्झाए, छत्तोए, वंसी, णहिया, कुरए / जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं कुहणा। णाणाविहसंठाणा रुक्खाणं एगजीविया पत्ता / खंधा वि एगजीवा तालसरलणालिएरीणं // 1 // जह सगलसरिसवाणं सिलेसमिस्साण वट्टिया वट्टी / पत्तेयसरीराणं तह होंति सरीरसंघाया // 2 // जह वा तिलपप्पडिया बहुएहिं तिलेहि संहया संती / पत्तेयसरीराणं तह होंति Page #328 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१ 316 सरीरसंघाया // 3 // सेत्तं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया // 43-2 // से कि तं माहारणसरीरबायरवणस्सइकाइया ? साहारणसरीरबायरवणस्सइकाइया अणेगविहा पणत्ता / तंजहा-अवए पणए सेवाले लोहिणी थिहू थिभगा। अस्सकण्णी सीहकण्णी सिउंढि तत्तो मुसुंढी य // 1 // रुरु-कुण्डरिया जीरू छीरविराली तहेव किट्टी य / हालिद्दा सिंगबेरे य आलुगा मूलए इय // 2 // कंबूया कण्णूकड महुपोवलई तहेव महुसिंगी / णीरुहा सप्पसुयंधा छिण्णरुहा चेव बीयरुहा // 3 // पाढा मियवालुंकी महुररसा चेव रायवल्ली य / पउमा य माढरी दंती चंडी किट्टित्ति यावरा / / 4 / / मासपण्णि मुग्गपण्णी जीवियरसहे य रेणुया चेव / काओली खीरकाओली तहा भंगी गही इय / / 5 // किमिरासि भद्दमुत्था णंगलई पेलुगा इय / किण्हे पउले य हढे हरतणुया चेव लोयाणी // 6 // कण्हकंदे वजे सूरणकंदे तहेव खल्लूडे / एए अणंतजीवा जेयावण्णे तहाविहा / / 7 / / तणमूलकंदमूले वंसीमूलेत्ति यावरे / संखिज्जमसंखिज्जा बोधवाऽणंतजीवा य // 8 // सिंघाडगस्स गुच्छो अणेगजीवो उ होइ णायव्यो / पत्ता पत्तेयजीया दोणि य जीवा फले भणिया // 9 // जस्स मूलस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसइ / अणंतजीवे उ से मूले जेयावण्णे तहाविहा // 10 // जस्स कंदस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसह। अणंतजीवे उसे कंदे जेयावण्णे तहाविहा // 11 // जस्स खंधस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसइ / अणंतजीवे उ से खंधे जेयावण्णे तहाविहा // 12 // जीसे तयाए भग्गाए समो भंगो पदीसए / अणंतजीवा तया सा उ जेयावण्णा तहाविहा / / 13 // जस्स सालस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए / अणंतजीवे य से साले जेयावष्णे तहाविहा // 14 // जस्स पवालस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए / अणंतजीवे पवाले से जेयावण्णे तहाविहा // 15 // जस्स पत्तस्स भग्गस्स समो भगो पदीसए / अणंतजीवे उ से पत्ते जेयावण्णे तहाविहा // 16 // जस्स पुष्फस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए / अणंतजीवे उ से पुप्फे जेयावण्णे तहाविहा // 17 / / जस्स 'फलस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए / अणंतजीचे फले से उ जेयावण्णे तहाविहा // 18 // जस्स बीयस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए / अणंतजीवे उ से बीए जेयावष्णे तहाविहा / 19 // जस्स मूलस्स भन्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तीवे उ से मूले जेयावण्णे तहाविहा / / 20 / / जस्स कंदस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तजीवे उ से कंदे जेयावण्णे तहाविहा / / 21 // जस्स खंधस्स भग्गस्स हीरो मंगो पदीसए / परित्तजीवे उसे खंधे जेयावण्णे तहाविहा // 22 // जीसे तयाए भग्गाए Page #329 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 320 अनंगपविट्ठसुत्ताणि हीरो भंगो पदीसए / परित्तजीवा तया सा उ जेयावण्णा तहाविहा // 23 / / जस्स सालस्स भग्गस्स हीरो भगो पदीसए / परित्तजीवे उ से साले जेयावण्णे तहाविहा // 24 // जस्स पवालस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तजीवे पवाले उ से जेयावण्ण तहाविहा // 25 / / जस्स पत्तस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तर्जावे उ से पत्ते जेयावण्णे तहाविहा॥२६॥ जस्स पुष्फस्स भग्गस्स हीरो भगो पदीसए / परित्तजीवे उसे पुप्फे जेयावण्णे तहाविहा // 27 // जस्स फलस्स भम्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तजीवे फले से उ जेयावण्णे तहाविहा // 28 // जस्स बीयस्स भम्गस्स हीरो भंगो पदीसए / परित्तजीवे उ से बीए जेयावण्णे तहाविहा // 29 // जस्स मूलस्स कट्ठाओ छली बहलयरी भवे / अणंतजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 30 // जस्स . कंदस्स कट्ठाओ छल्ली बहलयरी भवे / अणंतजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 31 // जस्स खंधस्स कट्ठाओ छल्ली बहलयरी भवे / अणंतजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 32 // जीसे सालाए कट्ठाओ हल्ली बहलयरी भवे / अणंतजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 33 // जस्स मूलस्स कट्ठाओ उल्ली तणुयरी भवे / परित्तजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 34 // जस्स कंदम्स कट्ठाओ हल्ली तणुयरी भवे / परित्तजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 35 // जस्स खंधस्स कट्ठाओ छल्ली तणुयरी भवे / परित्त वा उ सा छली जेयावण्णा तहाविहा // 36 // जीसे सालाए कट्ठाओ छल्ली तणुयरी भवे / परित्तजीवा उ सा छल्ली जेयावण्णा तहाविहा // 37 // चक्कागं भजमाणस्स गंठी चुण्णघणो भवे / पुढविसरिसभेएण अणंतजीवं वियाणाहि // 38 // गूढछिरागं पत्तं सच्छीरं जं च होइ णिच्छीरं / जं पि य पणट्ठसंधि अणंतजीवं वियाणाहि // 39 // पुष्फा जलया थलया य बिंटबद्धा य णालबद्धा य / संखिजमसंखिज्जा बोद्धव्वाऽणंतजीवा य // 40 // जे केइ णालिया बद्धा पुप्फा संखिजजीविया भणिया। णिहुया अणंतजीवा जेयावण्णे तहाविहा // 41|| पउमुप्पलिणीकंदे अंतरकंदे तहेव झिल्ली य। एए अणंतजीवा एगो जीवो बिसमुणाले // 42 // पलंडू-ल्हसुणकंदे य कंदली य कुटुंबए। एए परित्तजीवा जेयावण्णे तहाविहा // 43 // पउमुप्पलणलिणाणं सुभगसोगंधियाण य / अरविंदकोकणाणं सयवत्तसहस्सपत्ताणं // 44 // विंटं बाहिरपत्ता य कण्णिया चेव एगजीवस्स / अभितरगा पत्ता पत्तेयं केसरा मिजा॥४५॥ वेणु-णल-इक्खुवाडिय-समासइक्खू य इक्कडे रंडे / करकर सुंठि विहंगू तणाण तह पव्वगाणं च // 46 // अच्छि पव्वं पलिमोडओ य एगस्स होति जीवस्स / पत्तेयं पत्ताई पुप्फाई अणेगजीवाई // 47 // पुस्सफलं कालिंगं तुंब Page #330 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 1 321 तउसेल्वालुवालुंके / घोसाड्यं पंडालं तिंदूयं चेव तेंदूमं // 48 // विंटसमंस-कंडाह एयाई वंति एगजीवस्स / पत्तेयं पत्ताई सकेसरमकेसरं मिंजा // 49 / / सप्फाए मज्झाए. उव्वेहलिया य कुहणकुंदुक्के / एए अणंतजीवा बुदुक्के होइ भयणा उ॥५०॥ बीए जोणिब्भूए जीवो वक्कमइ सो व अण्णो वा / जोऽवि य मूले जवो सोऽवि य पत्ते पढमयाए // 55 // सव्वोऽवि किसलओ खलु उग्गममाणो अणंतओ भणिओ। सो चेव विवड्ढंतो होइ परित्तो अणंतो वा // 52 // समयं वक्रताणं समयं तेसिं सरीरणिव्यत्ती / समयं आणुग्गहणं समयं ऊसासणीसासो // 53 // इक्कस्स उ जं गहगं बहूण साहारणाण तं चेव / जं बहुयाणं गहणं समासओ तं पि इक्कस्स // 54 // साहारणमाहारो साहारणमाणुपाणगहणं च / साहारणजीवाणं साहारणलवखणं एयं // 55 // जह अयगोलो धंतो जाओ तत्ततवणिजसंकासो / सव्वो अगणिपरिणओ गिओयजीवे तहा जाण // 56 // एगस्स दोण्ह तिण्ह व संखिजाण व ण पासिउं सक्का / दीसंति सरीराइं गिओयजीवाणऽगताणं // 57 / / लोगागासपए से णिओयजीवं ठवेहि इक्विकं / एवं मविजमाणा हवंति लोया अणंता उ // 58 // लोगागासपएसे परित्तजीवं ठवेहि इक्किकं / एवं मविजमाणा हवंति लोया असंखिजा // 59 // पत्तेया पजत्ता पयरस्स असंखभागमित्ता उ / लोगाऽसंखा पजत्तयाण साहारणमणंता // 60 // एएहिं सरीरेहि पञ्चक्ख ते परूविया जवा / सुहमा आणागिज्झा चक्खुप्फासं ण ते इंति // 61 // जेयावण्णे तहप्पगारा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ णं जे ते अपज्जत्तगा ते णं असंपत्ता / तत्थ णं जे ते पजत्तगा तेसि णं वण्णादेसेणं गंधादेसेणं रसादेसेणं फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई, संखिजाई जोणिप्पमुहसयसहस्साइं / पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वक्कमंति / जत्थ एगो तत्थ सिय सखिजा, सिय असंखिजा, सिय अणंता / एएसि णं इमाओ गाहाओ अणुगंतव्वाओ तंजहा-कंदा य कंदमूला य, रुक्खमूला इयावरे / गुच्छा य गुम्मा वल्ली य, वेणुयाणि तणाणि य // 1 // पउमुप्पल संघाडे हढे य सेवाल किण्हए पणए / अवए य कच्छ भाणी कंदुक्केगूणवीसइमे // 2 // तयछल्लीपवालेसु पत्तपुप्फफलेसु य / मूलग्गमज्झबीएसु जोणी कस्सइ किंत्तिया // 3 // सेत्तं साहारणसरीरबायरवणस्सइकाइया। सेत्तं बायरवणस्सइकाइया। सेत्तं वणस्सइकाइया। सेत्तं एगिदिया ॥४३-३॥से किं तं बेइंदिया? बेइंदिया अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-पुलाकिमिया, कुच्छिकि मिया, गंडूयलगा, Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 322 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . गोलोमा, णउरा, सोमंगलगा, वंसीमुहा, सूइमुहा, गोजलोया, जलोया, जालाउया, संखा, संखणगा, घुल्ला, खुल्ला, गुलया, खंधा, वराडा, सोत्तिया, मुत्तिया, म.लुयावासा, एगओवत्ता, दुहओवत्ता, णंदियावत्ता, संबुक्का, माइवाहा, सिप्पिसंपुडा, चंदणा, समुद्दलिक्खा, जेयावण्णे तहप्पगारा। सव्वे ते संमुच्छिमा णपुंसगा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / एएसि णं एवमाइयाणं बेइंदियाणं पजत्तापजत्ताणं सत्त जाइकुलकोडिजोणीप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सेत्तं बेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा // 44 // से किं तं तेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? तेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-ओवइया, रोहिणिया, कुंथू ,पिपीलिया, उइंसगा, उद्देहिया, उक्कलिया, उम्पाया, उप्पाडा, तणाहारा, कट्ठाहारा, मालुया, पत्ताहारा, तणबेंटिया, पत्तवेंटिया, पुप्फटिया, फलबेंटिया, बीयबेटिया, तेबुरणमिंजिया, तओसिमिंजिया, कप्पासस्थिमिजिया, हिल्लिया, झिल्लिया, झिंगिरा, किंगिरिडा, बाहुया, लहुया, सुभगा, सोवत्थिया, सुयबेटा, इंदकाइया, इंदगोवया, तुरुतुंबगा, कुच्छलवाहगा, जूया, हालाहला, पिसुया, सयवाइया, गोम्ही, हत्थिसोंडा, जेयावण्णे तहप्पगारा / सव्वे ते संमुच्छिमा णपुंसगा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / एएसि णं एवमाइयाणं तेइंदियाणं पजत्तापजत्ताणं अट्ठ जाईकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सेत्तं तेइंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा // 45 // से किं तं चउरिंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-अंधिय-पत्तिय-मच्छियमसगा कीडे तहा पयंगे य / ढंकुण-कुक्कडकुक्कुहणंदावत्ते य सिंगिरडे // किण्हपत्ता णीलपत्ता लोहियपत्ता हालिद्दपत्ता सुकिल्लपत्ता, चित्तपक्खा, विचित्तपक्खा, ओहंजलिया, जलचारिया, गंभीरा, णीणिया, तंतवा अच्छिरोडा अच्छिवेहा सारंगा णेउरा दोला भमरा भरिली जरुला तोट्टा विछुया, पत्तविच्छुया, छाणविच्छुया, जलविच्छुया, पियंगाला, कणगा, गोमयकीडा, जेयावण्णे तहप्पगारा / सव्वे ते संमुच्छिमा णपुंसगा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / एएसि णं एवमाइयाणं चउरिंदियाणं पजत्ताप. जत्ताणं णव जाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्साई भवंतीति मक्खायं / सेत्तं चउरिंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा // 46 // से कि तं पंचें दियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा ? 2 चउव्विहा पण्णत्ता / तंजहा-णेरइयपंचिंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 1 323 तिरिक्खजोणियपंचिदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, मणुस्सपंचिं दियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा, देवपंचिंदियसंसारसमावण्ण जीवपण्णवणा ||47 // से किं तं ऐ.रइया ? गेरइया सत्तविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ रयणप्पभापुढविणेरड्या, 2 सक्करप्पभापुढविरइया, 3 वालुयप्पभापुढविणेरइया, 4 पंकप्पभापुढविणेरइया, 5 धूमप्पभापुढविणेरइया, 6 तमप्पभापुढविणेरइया, 7 तमतमप्पभापुढविणेरइया / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं णेरइया // 48 // से किं तं पंचेंदियतिरिक्खजोणिया ? पंचिंदियतिरिक्खजोणिया तिविहा पण्णत्ता / तंजहा१ जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य, 2 थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य, 3 खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य // 49 // से किं तं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा–१ मच्छा, 2 कच्छभा, 3 गाहा, 4 मगरा, 5 सुंसुमारा। से किं तं मच्छा ? मच्छा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-सहमच्छा, खवल्लमच्छा, जुंगमच्छा. विज्झडियमच्छा, हलिमच्छा, मगरिमच्छा, रोहियमच्छा, हलीसागरा, गागरा, वडा, वडगरा, गब्भया, उसगारा, तिमी, तिमिगिला, णक्का, तंदुलमच्छा, कणिक्कामच्छा, साली, सत्थियामच्छा, लंभणमच्छा, पडागा, पडागाइपडागा, जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं मच्छा। से किं तं कच्छभा ? कच्छभा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-अट्टिकच्छभा य मंसकच्छभा य / सेत्तं कच्छभा / से किं तं गाहा ? गाहा पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ दिली, 2 वेढगा, 3 मुद्धया, 4 पुलया, 5 सीमागारा / सेत्तं गाहा / से किं तं मगरा ? मगरा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-१ सोंडमगरा य, 2 मट्ठमगरा य / सेत्तं मगरा। से किं तं सुसुमारा? सुंसुमारा एगागारा. पण्णत्ता। सेत्तं सुंसुमारा। जेयावण्णे तहप्पगारा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-समुच्छिमा य गन्भवतिया य / तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसगा। तत्थ णं जे ते गम्भवकंतिया ते तिविहा पण्णत्ता / तंजहा-इत्थी, पुरिसा, णपुंसगा। एएसि णं एवमाइयाणं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापजत्ताणं अद्धतेरसजाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सेत्तं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया // 50 // से किं तं थल. यरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-चउम्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य परिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य / से किं तं चउम्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? चउप्पयथल Page #333 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 324 अनंगपविट्ठसुत्ताणि यरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया चउब्विहा पण्णत्ता। तंजहा-एगखुरा, दुखुरा, गंडीपया, सण'फया / से किं तं एगखुरा ? एगखुरा अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-अस्सा, अस्स. तरा, घोडगा, गद्दभा, गोरक्खरा, कंदलगा, सिरिकंदलगा, आवत्तगा, जेयावण्ण तहप्यगारा / सेतं एगखुरा / से किं तं दुखुरा ? दुखुरा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-उट्टा, गोणा, गवया, रोज्झा, पसया, महिमा, मिया, संबरा, वराहा, अया, एलग-रुरु-सरभचमर-कुरंग-गोकण्णमाई, जेयावण्णे तहप्यगारा / सेत्तं दुखुरा। से कि तं गंडीपया ? गंडीपया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-हत्थी, हत्थीपूयणया, मंकुणहत्थी, खगा[ग्गा], गंडा,जेवावण्णे तहप्यगारा। सेत्तं गंडीपया। से किं तं सणप्फया ? सणप्फया अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-सीहा, वग्घा, दीविया, अच्छा, तरच्छा, परस्सरा, सियाला बिडाला, सुणगा, कोलसुणगा, कोकंतिया, ससगा; चित्तगा, चिल्ललगा, जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं सण'फया / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-समुच्छिमा य गम्भववतिया य / तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसगा / तत्थ ण जे ते गम्भवक्कंतिया ते तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-इत्थी, पुरिसा, णपुंसगा। एएसि णं एवमाइयाणं थल. यरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापजत्ताणं दस जाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सेत्तं च उम्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया // 5 // से किं तं परिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? परिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिकब जोणिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य भुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य // 52 // से किं तं उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया चउबिहा पण्णत्ता तंजहा-अही, अयगरा, आसालिया, महोरगा / से किं. तं अही ? अही दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-दव्वीकरा य मउलिणो य / से किं तं दीकरा ? दव्वीकरा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-आसीविसा, दिट्ठीविसा, उग्गविसा, भोगविमा, तयाविसा, लालाविसा, उस्सासविसा, णीसासविसा, कण्हसप्पा, सेयसप्पा, काओदरा, दज्झपुप्फा, कोलाहा, मेलिमिंदा, सेसिंदा, जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं दव्वीकरा / से किं तं मउलिणो? मउलिणो अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-दिव्यागा, गोणसा, कसाहीया, वइउला, चित्तलिणो, मंडलिणो, मालिणो, अही, अहिसलागा, वासपडागा, जेयावण्णे तहप्पगारा। सेत्तं मउलिणो / सेत्तं अही। से किं तं अयगरा ? अयगरा एगागारा पण्णत्ता / सेत्तं अयगरा // 53 // से किं तं आसालिया ? कहि णं Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 1 325 भंते !आसालिया समुच्छइ ?, गोयमा ! अंतोमणुस्सखेत्ते अड्ढाइजेसु दीवेसु, णिव्वाघाएणं पण्णरससु कम्मभूमीसु, वाघायं पडुच्च पंचसु महाविदेहेसु, चक्कवटिखंधावारेसु, वासुदेवखंधावारेसु, बलदेवखंधावारेसु, मंडलियखंधावारेसु, महामंडलियखंधावारेसु, गामणिवेसे, णगरणिवेसेसु, गिगमणिवेसेसु, खेडणिवेसेसु, कब्बडणिवेसेसु, मडंबणिवेसेसु, दोणमुहणिवेसेसु, पट्टणणिवेसेसु, आगरणिवेसेसु, आसमणिवेसेसु, संबाहणिवेसेनु, रायहाणीणिवेसेसु, एएसि णं चेव विणासेसु एत्थ णं आसालिया संमुच्छइ / जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागमित्ताए ओगाहणाए, उकोसेणं बारसजोयणाई तयगुरूवं च णं विक्खंभबाहलेणं भूमि दालित्ता णं समुढेइ, असण्णी मिच्छदिट्ठी अण्णाणी अंतोमुहुत्तऽद्धाउया चेव कालं करेइ / सेत्तं आसालिया // 54 // से किं तं महोरगा ? महोरगा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-अत्थेगइया अंगुलं पि, अंगुलपुहुत्तिया वि, वियत्थि पि, वियस्थिपुहुत्तिया वि, रयणि पि, रयणिपुहुत्तिया वि, कुच्छि पि, कुच्छिपत्तिया वि, धणु पि, धणुपुहुत्तिया वि, गाउयं पि, गाउयपुत्तिया वि, जोयणं पि, जोयणपुहुत्तिया वि, जोयणसयं पि, जोयणसयपुहुत्तिया वि, जोयणसहस्सं पि / ते णं थले जाया, जलेऽवि चरंति थलेऽवि चरंति, ते णत्थि इहं, बाहिरएसु दीवेसु समुद्दएसु हवंति, जेयावण्णे तहप्पगारा / सेत्तं महोरगा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-समुच्छिमा य गम्भवक्कंतिया य / तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसगा। तत्थ णं जे ते गब्भवतिया ते तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-इत्थी, पुरिसा, णपुंसगा। एएसि णं एवमाइयाणं पजत्तापजत्ताणं उरपरिसप्पाणं दसजाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / 'सेत्तं उरपरिसप्पा // 55 // से किं तं भुयपरिसप्पा ? भुयपरिसप्पा अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-णउला,सेहा, सरडा, सल्ला, सरंठा, सारा, खोरा, घरोइला, विस्संभरा, मूसा, मंगुसा, पयलाइया छीरविरालिया, जोहा, चउप्पाइया, जेयावण्णे तहप्पगारा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहासंमुच्छिमा य गन्भवक्कंतिया य / तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसगा। तत्थ णं जे ते गब्भवकंतिया ते तिविहा पण्णत्ता / तंजहा-इत्थी, पुरिसा, णपुंसगा। एए सिणं एवमाइयाणं पज्जत्तापजत्ताणं भुयपरिसप्पाणं णव जाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सेत्तं भुयपरिसप्पथलयरपंचि दियतिरिक्खजोणिया। सेत्तं परीसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया // 56 // से किं तं खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ? खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया चउव्विहा पण्णत्ता / तंजहाचम्मपक्खी, लोमपक्खी, ममुग्गपक्खी, विययपक्खी / से किं तं चम्मपवखी 1 चम्म Page #335 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि पक्खी अणेगविहा पणत्ता / तंजहा-वग्गुली, जलोया, अडिल्ला, भारंडपक्खी, जीवंजीवा, समुद्दवायसा, कण्णत्तिया, पविखविरालिया, जेयावण्णे तहामगारा / सेत्तं चम्मपक्खी / से किं तं लोमपक्खी ? लोमपक्खी अणेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-टंका, कंका, कुरला, वायसा, चक्कागा, हंसा, कलहंसा, रायहंसा, पायहंसा, आडा, सेडी, बगा, बलागा, पारिप्पवा, कोंचा, सारसा, मेसरा, मसूरा, मऊरा, सत्तहत्था, गहरा, पोडरिया, कागा, कामिंजुया, वंजुलया, तित्तिरा, वट्टगा, लावगा, कवोया, कविजला, पारेवया, चिडगा, चासा, कुक्कुडा, सुगा, बरहिणा मयणसलागा, कोइला, सेहा, वरिल्लगमाई / सेत्तं लोमपक्खी / से किं तं समुग्गपक्खी ? समुग्गपक्खी एगागारा पण्णत्ता / ते णं णत्थि इहं, बाहिरएसु दीवसमुद्देसु भवंति / सेत्तं समुन्गपर्खा / से किं तं विययपक्खी ? विययपक्खी एगांगारा पण्णत्ता / ते णं णत्थि इहं, बाहिरएसु दीवसमुद्देसु भवंति / सेत्तं विययपक्खी / ते समासओ दुविहा पणत्ता / तंजहामंमुच्छिमा य गम्भवकंतिया य / तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे णपुंसगा। तत्थ णं जे ते गम्भवक्कंतिया ते तिविहा पण्णत्ता / तंजहा-इत्थी, परिसा, णपुंसगा। एएसिणं एयमाइयाणं खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापजत्ताणं बारस जाइकुलकोडिजोणिप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / सत्तट्ठजाइकुलकोडिलक्ख णव अद्धतेरसाइं च / दस दस य होंति णवगा तह बारस चेव बोद्धव्वा / सेत्तं खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया / सेत्तं पंचिंदियतिरिक्खजोणिया !! 57 // से कि तं मणुस्सा ? मणुस्सा दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-समुच्छिममणुस्सा य गम्भवकंतियमणुस्सा य // 58 // से किं तं समुच्छिममणुस्सा ? कहि ण भंते ! संमुच्छिममणुस्सा संमुच्छंति ?, गोयमा ! अंतो मणुस्सखेत्ते पणयालीसाए जोयणसयसहस्सेसु, अड्ढाइ जेसु दीवसमुद्देसु, पण्णरससु कम्मभूमीसु, तीसाए अकम्मभूमीसु, छप्पण्णाए अंतरदीवएसु गब्भवकंतियमणुस्साणं चेव उच्चारेसु वा, पासवणेसु वा, खेलेसु वा, सिंघाणएसु वा, वंतेसु वा, पित्तेसु वा, पूएसु वा, सोणिएसु वा, सुक्केसु वा, सुक्कपुग्गलपरिसाडेसु वा, विगयजीवकलेवरेसु वा, थीपुरिससंजोएसु वा, णगरणिद्धमणेसु वा, सव्वेसु चेव असुइट्ठाणेसु, एत्थ णं समुच्छिममणुस्सा समुच्छंति अंगुलस्स असंखेज भागमेत्ताए ओगाहणाए / असण्णी मिच्छदिट्ठी अण्णाणी सव्वाहिं पजत्तीहिं अपजत्तगा अंतोमुह त्ताउया चेव कालं करेंति / सेत्तं संमुच्छिममणुस्सा // 59 // से. किं तं गब्भवतियमणुस्सा ? गम्भवकंतियमणुस्सा तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-कम्मभूमगा, अकम्म Page #336 -------------------------------------------------------------------------- ________________ __पण्णवणासुत्तं प०१ 327 भूमगा, अंतरदीवगा // 60 // से किं तं अंतरदीवगा ? अंतरदीवगा अट्ठावीसविहा पणत्ता / तंजहा–१ एगोरुया, 2 आभासिया, 3 वेसाणिया, 4 णंगोलिया, 5 हयकण्णा, ६गयकण्णा, 7 गोकण्णा, 8 सक्कुलिकण्णा, 9 आयंसमुहा 10 मेंढमुहा, 11 अयोमुहा, 12 गोमुहा, 13 आसमुहा, 14 हथिमुहा 15 सीमुहा, 16 वग्घमुहा, 17 आसकण्णा, 18 हरिकण्णा, 19 अकण्णा, 20 कण्णपाउरणा, 21 उक्कामुहा, 22 मेहमुहा, 23 विज्जुमुहा, 24 विज्जुदंता, 25 घणदंता, 26 लट्ठदंता, 27 गूढदंता, 28 सुद्धदंता / सेत्त अंतरदीवगा // 61 // से किं तं अकम्मभूमगा ? अकम्मभूमगा तीसविहा पण्णत्ता / तंजहा-पंचहिं हेमवए हिं, पंचहिं हेरण्णवएहिं,पंचहिँ हरिवासेहि,पंचहिँ रम्मगवासेहिं, पंचहिं देवकुरूहिं, पंचहिं उत्तरकुरूहिँ / सेत्तं अकम्मभूमगा // 62 // से किं तं कम्मभूमगा ? कम्मभूमगा पण्णरसविहा पण्णत्ता / तंजहा-पंचहिं भरहेहि,पंचहिँ एखएहि, पंचहिं महाविदेहेहिं / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-आरिया य मिलक्खू य // 63 // से किं तं मिलवखू ? मिलक्खू अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-सगा जवणा चिलाय-सबर-बब्बर कायमुरुडोडभडग-णिण्णग-पक्कणिया कुलक्ख-गोंड-सिंहल-पारस-गोधा-कोंच-अंबडइदमिलचिल्लल. पुलिंद-हारोस-दोब-वोकाण-गंधाहारग-पहलिय-अज्झल-रोमपास-पउसा-मलयाय-बंधुयाय-सूयलिकुंकुणग-मेयपल्हव-मालव-मग्गर-आभासियाणकचीणल्हसिय-खसा घासियणदरमोंढ-डोंबिलग-लओस-पओस-कक्केय-अक्खाग-हूण-रोमग-भरुमरुय-चिलाय-विसयवासी य एवमाई / सेत्तं मिलक्खू // 64 // से किं तं आरिया? आरिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-इड्ढिपत्तारिया य अणिढिपत्तारिया य / से किं तं इड्ढिपत्तारिया ? इड्ढिपत्तारिया छव्विहा पण्णत्ता।। तंजहा-१ अरहंता,२ चक्कवट्टी, 3 बलदेवा, 4 वासुदेवा, 5 चारणा, 6 विजाहरा / सेत्तं इड्ढिपत्तारिया। से किं तं अणिढिपत्तारिया ? अणिढिपत्तारिया णवविहा पण्णत्ता / तंजहा-खेत्तारिया, जाइआरिया, कुलारिया, कम्मारिया, सिप्पारिया, भासारिया, णाणारिया, दंसणारिया, चरित्तारिया // 65 // से किं तं खेत्तारिया ? खेत्तारिया अद्धव्वीसइविहाणा पण्णत्ता / तंजहा-रायगिहमगह. चंपा, अंगा तह तामलित्ति वंगा य / कंचणपुरं कलिंगा, वाणारसी चेवकासी य॥१॥ साएय कोसला गयपुरं च कुरु सोरियं कुसट्टा य / कंपिल्लं पंचाला, अहिछत्ता जंगला चेव // 2 // बारवई सोरट्ठा, मिहिल विदेहा य वच्छ कोसंबी / णंदिपुरं संडिल्ला, भदिलपुरमेव मलया य // 3 // वइराड वच्छ वरणा, अच्छा तह मत्तियावइ दसण्णा / Page #337 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 328 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सोत्तियवई य चेदी, वीयभयं सिंधुसोवीरा // 4 // महुरा य सूरसेणा, पावा भंगी य माम पुरिवट्टा / सावत्थी य कुणाला, कोडीवरिसं च लाढा य // 5 / / सेयविया वि य णयरी, केयइअद्धं च आरियं भणियं / इन्धुप्पत्ती जिणाणं, चक्कीणं रामकण्हाणं // 6 // सेत्तं खेत्तारिया // 66 // से किं तं जाइआरिया ? जाइआरिया छविहा पण्णत्ता / तंजहा-अंबट्ठा य कलिंदा विदेहा वेदगा इ य / हरिया चुचुणा चेव छ ए या इन्भजाइओ // सेत्तं जाइआरिया // 67 // से किं तं कुलारिया ? कुलारिया छव्विहा पण्णत्ता। तंजहा-उग्गा, भोगा, राइण्णा, इक्खागा, णाया, कोरव्वा / सेत्तं कुलारिया // 68 / / से किं तं कम्मारिया ? कम्मारिया अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहादोसिया, सोत्तिया, कप्पासिया, सुत्तवेयालिया, भंडवेयालिया, कोलालिया णरवाहणिया // जेयावण्णे तहप्पगारा। सेत्तं कम्मारिया // 69 // से किं तं सिप्पारिया ? सिपारिया अगेगविहा पण्णत्ता। तंजहा-तुण्णागा,तंतुवाया, पट्टागारा देयडा, वरुट्टा, छविया, कट्ठपाउयारा, मुंजपाउयारा, छत्तारा, वज्झारा पोत्थारा, लेप्पारा, चित्तारा, संखारा, दंतारा, भंडारा, जिज्झगारा, सेल्लारा, कोडिगारा, जेयावण्णे तहप्पगारा। सेतं सिप्पारिया // 70 // से किं तं भासारिया ? भासारिया जे णं अदमागहाए भासाए भासेंति, जत्थऽवि य गं बंभी लिवी पवत्तइ / बंभीए णं लिवीए अट्ठारसविहे लेक्खविहाणे पण्णत्ते / तंजहा–१ बंभी, 2 जवणाणिया, 3 दोसापुरिया, 4 खरोट्टी 5 पुक्खरसारिया, 6 भोगवइया, 7 पहराइया, ८अंतक्खरिया, 9 अक्खरपुट्ठिया, 10 वेणइया, 11 णिण्हईया, 12 अंकलिवी, 13 गणियलिवी, 14 गंधचलिवी, 15 आयंसलिवी, 16 माहेसरी, 17 दोमिलिवी; 18 पोलिंदी / सेत्तं भासारिया // 71|| से किं तं णाणारिया ? णाणारिया पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-आभिणिबोहियणाणारिया, सुयणाणारिया, ओहिणाणारिया, मणपजवणाणारिया, केवलणाणारिया / सेत्तं णाणारिया // 72 // से कि तं दंसणारिया ? दंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहासरागदसणारिया य वीयरागदसणारिया य // 73 // से किं तं सरागदंसणारिया ? सरागर्दसणारिया दसविहा पण्णत्ता / तंजहा-णिसग्गुवएसरुई आणारुई सुत्तबीयरुइमेव / अभिगमवित्थाररुई किरियासंखेवधम्मरुई // 1 // भूयत्थेणाहिगया जीवाजीवे य पुण्णपावं च / सहसंमुईयाऽऽसवसंवरे य रोएइ उ णिस्सग्गो // 2 // जो जिणदिट्टे भावे चउविहे सद्दहाइ सयमेव / एमेव णण्णहत्ति य णिसग्गरुइत्ति णायव्वो // 3 // एए चेव उ भावे उवदिढे जो परेण सद्दहइ / छउमत्थेण जिणेण व उवएसरुइत्ति Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 326 . पण्णवणासुत्तं प०१ णायव्यो // 4 // जो हेउमयाणतो आणाए रोयए पवयणं तु / एमेव णण्णहत्ति य एसो आणारई णाम // 5 // जो सुत्तमहिजंतो सुएण ओगाहई उ सम्मत्तं / अगेण बाहिरेण व सो सुत्तरुइत्ति णायव्वो // 6 // एगपएअणेगाइं पयाइं जो पसरई उ सम्मत्तं / उदए व्व तेल्लविदू सो बीयरुइत्ति णायव्वो // 7 // सो होइ अभिगमई सुयणाणं जस्स अत्थओ दिटुं / इक्कारस अंगाई पइण्णगा दिहिवाओ य // 8 // दव्वाण सव्वभावा सव्वपमाणेहिं जस्स उक्लद्धा / सव्वाहिं णयविहीहि वित्थाररुइत्ति णायव्वो // 9 // दंसणणाणचरित्ते तवविणए सव्वसमिइगुत्तीसु / जो किरियाभावरुई सो खलु किरियारुई णाम // 10 // अणभिग्गहियकुदिट्ठी संखेवरुइत्ति होइ णायव्यो / अविसारओ पवयणे अणभिग्गहिओ य सेसेसु // 11 // जो अस्थिकायधम्म सुयधम्मं खलु चरित्तधम्मं च / सद्दहइ जिणाभिहियं सो धम्मरुइत्ति णायव्यो // 12 // परमत्थसंथवो वा सुदिट्ठपरमत्थसेवणा वावि / वावण्णकुदंसणवजणा य सम्मत्तसद्दहणा // 13 // णिस्संकिय णिकंखिय णिव्वितिगिच्छा अमूट दिट्ठी य / उववूहथिरीकरणे वच्छल्लपभावणे अट्ठ // 14 // सेत्तं सरागदंसणारिया // 74 // से किं तं वीयरायदंसणारिया ? वीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहाउवसंतकसायवीयरायदंसणारिया य खीणकसायवीयरायदंसणारिया य / से किं तं उवसंतकसायवीयरायदंसमारिया ? उक्संतकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पढमसमयउवसंतकसायवीयरायदंसणारिया य अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायदंसणारिया य / अहवा चरिमसमयउवसंतकसायवीयरायदंसणारिया य अचरिमसमयउवसंतकसायवीयरायदंसणारिया य / सेत्तं उवसंतकसायवीयरायदंसणारिया / से किं तं खीणकसायवीयरायदंसणारिया ? |णकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-छउमत्थीणकसायवीयरायदंसणारिया य केवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / से किं तं छउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया ? छ उमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / से किं तं सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया 1 सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयसयंबुद्धमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अपढमसमयसयंबुद्ध छउमत्थखीणकसायवीयराय. दंसणारिया य / अहवा चरिमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 330 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अचरिमसमयसयंबुद्धछ उमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / सेत्तं संयंबुद्ध छउमत्थखी गकसायवीयरायदंसणारिया। से किं तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसगारिया ? बुद्धबोहियछ उमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पढमसमयबुद्धबोहियखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अपढमसमयबुद्धबोहियछउनत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / अहवा चरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अचरिमसमयबुद्धबोहियछ उमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / सेत्तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया। सेत्तं छ उमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिया। से किं तं केवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया ? केवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सजोगिकेवलिखी गकसायवीयरायदंसणारिया य अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / से किं तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया ? सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / अहवा चरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अचरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / सेत्तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया / से किं तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया ?अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य। अहवा चरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य अचरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया य / सेत्तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया। सेत्तं केवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिया। सेत्तं खीणकसायवीयरायदंसणारिया / सेत्तं दंसणारिया // 75 // से किं तं चरित्तारिया ? चरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सरागचरित्तारिया य वीयरागचरित्तारिया य / से किं तं सरागचरित्तारिया ? सरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य बायरसंपरायसरागचरित्तारिया य / से किं तं सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया ? सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य अपढमसमयसुहुमसंपराय परागचरित्तारिया य / अहवा. चरिमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुतं प० 1 अचरिमसमयसुहमसंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवा सुहमसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-संकिलिस्समाणा य विसुज्झमाणा य / सेत्तं सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया / से किं तं बायरसंपरायसरागचरित्तारिया ? बायरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया य अपढमसमयबायरमंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवा चरिमसमयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया य अचरिमसमयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवा वायरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पडिवाई य अपडिवाई य / सेत्तं बायरसंपरायसरागचरित्तारिया // 76 // से किं तं वीयरायचरित्तारिया ? वीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य खीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / से किं तं उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया ? उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य / अहवा चरिमसमयउवसंतकसायवीर्यरायचरित्तारिया य अचरिमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य / सेत्तं उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया। से किं तं खीणकसाय वीयरायचरित्तारिया ? खीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहाछ उमत्थखीणकसायवीयरांयचरित्तारिया य केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / से किं तं छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? छउमत्थीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / से किं तं सयंबुद्धछउमत्थखीगकसायवीयरायचरित्तारिया ? सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पढमसमयसयंबुद्धछउमत्थीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / अहवा चरिमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयसयंबुद्धमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / से किं तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयसयचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरत्यचरित्तारिया य अपढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अहवा चरिमसमय बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायधीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थख णव.सा Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 332 अनंगपविट्ठसुत्ताणि यवी परायचरित्तारिया य / सेत्तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया। सेत्तं छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया / से किं तं केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहासजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / से किं तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया / सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पढमसमयसजोगिकेवलिखीगकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / अहवा चरिमसमयसजोगिकेवलिंखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायचरित्तारिया य / सेत्तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया / से किं तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहापढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य / अहवा चरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य सेत्तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया सेत्तं केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया।सेत्तं खीणकसायवीयरायचरित्तारिया। सेत्तं वीयरायचरित्तारिया। अहवा चरित्तारिया पंचविहा पण्णत्ता / तंजहा-सामाइयचरित्तारिया, छेदोवट्ठावणियचरित्तारिया, परिहारविसुद्धियचरित्तारिया,सुहुमसंपरायचरित्तारिया, अहक्खायचरित्तारिया इत्तरियसामाइयचरित्तारिया य आवकहियसामाइयचरित्तारिया य / सेत्तं सामाइयचरित्तारिया। से किं तं छेदोवट्ठावणियचरित्तारिया ? छेदोवट्ठावणियचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-साइयारछेदोवट्ठावणियचरित्तारिया य णिरइयारछेदोवट्ठावणियचरित्तारिया य / सेत्तं छेदोवट्ठावणियचरित्तारिया / से किं तं परिहारविसुद्धियचरित्तारिया ? परिहारविसुद्धियचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-णिविस्समाणपरिहारविसुद्धियचरित्तारिया य णिविठकाइयपरिहारविसुद्धियचरित्तारिया या सेत्तं परिहारविसुद्धियचरित्तारिया। से किं तं सुहुमसंपरायचरित्तारिया ? सुहुमसंपरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा–संकिलिस्समाणसुहुमसंपरायचरित्तारिया य विसुज्झमाणसुहुमसंपरायचरित्तारिया य / से तं सुहुमसंपरायचरित्तारिया / से किं तं अहक्खायच Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 1 रित्तारिया ? अहक्खायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-छउमत्थअहवखायचरित्तारिया य केवलिअहक्खायचरित्तारिया य / सेत्तं अहक्खायचरित्तारिया। सेत्तं चरित्तारिया। सेत्तं आणिड्ढिपत्तारिया। सेत्तं कम्मभूमगा। सेत्तं गब्भवकंतिया। सेत्तं मणुस्सा / / 77 // से किं तं देवा ? देवा चउव्विहा पण्णत्ता / तंजहा-भवणवासी, वाणमंतरा, जोइसिया, वेमाणिया। से किं तं भवणवासी ? भवणवासी दसविहा पण्णत्ता। तंजहा-असुरकुमारा, णागकुमारा, सुवण्णकुमारा, विज्जुकुमारा, अग्गिकुमारा, दीवकुमारा, उदहिकुमारा, दिसाकुमारा, वाउकुमारा, थणियकुमारा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं भवणवासी / से किं तं वाणमंतरा ? वाणमंतरा अट्टविहा पण्णत्ता। तंजहा-किण्णरा, किंपुरिसा, महोरगा, गंधव्वा, जक्खा, रक्खसा, भूया, पिसाया / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं वाणमंतरा। से किं तं जोइसिया ? जोइसिया पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-चंदा, सूरा, गहा, णक्खत्ता, तारा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं जोइसिया / / से किं तं वेमाणिया ? वेमाणिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-कप्पोवगा य कप्पाईया य / से किं तं कप्पोवगा ? कम्पोवगा बारसविहा पण्णत्ता। तंजहा—सोहम्मा, ईसाणा, सणंकुमारा, माहिंदा, बंभलोया, लंतया, महासुक्का, सहस्सारा, आणया, पाणया, आरणा, अच्चुया / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता, तंजहा—पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं कप्पोवगा। से किं तं कप्पाईया ? कप्पाईया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-गेविजगा य अणुत्तरोववाइया य। से किं तं गेविजगा ? गेविजगा णवविहा पण्णत्ता। तंजहा-हिट्ठिमहिट्ठिमगेविजगा, हिटिममज्झिमगेविजगा, हेट्ठिमउवरिमगेविजगा, मज्झिमहेट्ठिमगेविजगा, मज्झिममज्झिमगेविजगा, मज्झिमउवरिमगेविजगा, उवरिमहेट्ठिमगेविजगा,उवरिममज्झिमगेविजगा,उवरिमउवरिमगेविजगा। ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / सेत्तं गेविजगा। से किं तं अणुत्तरोववाइया ? अणुत्तरोवयाइया पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-विजया, वेजयंता, जयंता, अपराजिया, सव्वट्ठसिद्धा / ते समासओ दुविहा पण्णत्ता / तंजहापजत्तंगा य अपजत्तगा य / सेत्तं अणुत्तरोववाइया / सेत्तं कप्पाईया। सेत्तं वेमाणिया। सेत्तं देवा / सेत्त पंचिंदिया। सेत्तं संसारसमावण्णजीवपण्णवणा। सेत्तं जीवपण्णवणा। सेत्तं पण्णवणा 78 / पण्णवणाए भगवईए पढमं पण्णवणापयं समत्तं Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बीयं ठाणपयं कहि णं भंते ! बायरपुढविकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सट्ठाणेणं अट्ठसु पुढवीसु, तंजहा-रयणप्पभाए, सक्करप्पभाए, वालुयप्पभाए, पंकप्पभाए, धूमप्पभाए, तमप्पभाए, तमतमप्पभाए, ईसिप्पन्भाराए, अहोलोए पायालेसु, भव. न, भवणपत्थडेसु, णिरएतु, णिरयावलियासु, णिरयपत्थडेसु; उड्ढलोए कप्पेसु, विमाणेसु, विमाणावलियासु, विमाणपत्थडेसु; तिरियलोए टंकेसु, कूडेसु, सेलेसु, सिहरीसु, पब्भारेसु, विजएसु, वक्खारेसु, वासेसु, चासहरपव्वएसु, वेलासु, वेइयासु, दारेसु, तोरणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, एत्थ णं बायरपुढविकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धारण लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 79 // कहि णं भंते ! बायरपुढविक्काइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जत्थेव बायरपुढविकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता तत्थेव बायरपुढविकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं सबलोए, समुग्घाएणं सव्वलोए, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 80 // कहि णं भंते ! सुहुमपुढविकाइयाणं पजत्तगाणं अपजत्तगाण य ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! सुहमपुढ विकाइया जे पजत्तगा जे य अपजत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसा अणाणत्ता सव्वलोयपरियावण्णगा पण्णत्ता समणाउसो ! // 81 // कहि णं भंते ! बायरआउकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! सट्टाणेणं सत्तसु घणोदहीसु, सत्तसु घणोदहिवलएसु, अहोलोए पायालेसु, भवणेसु,भवणपत्थडेसु, उड्ढलोए कप्पेसु, विमाणेसु, विमाणावलियासु, विमाणपत्थडेसु, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु. गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, गिज्झरेसु, चिल्ललएसु, पल्ललएसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सव्वेसु चेव जलासएसु जलढाणेसु, एत्थ णं बायरआउकाइयाणं पन० ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइमागे / कहि णं भंते ! घायरआउकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णता ? गोयमा ! जत्थेव बायरआउकाइयपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता तत्थेव बायरआउकाइयाणं अपजत्तगाण ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं सव्वलोए, समुग्घाएणं सव्वलोए, सहाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे / कहि Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 335 णं भंते ! सुहमआउकाइयाणं पजत्तगाणं अपजत्तगाण य ठाणा पण्णता ? गोयमा ! सुहमआउकाइया जे पजत्तगा जे य अपजत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसा अणाणत्ता सव्वलोयपरियावण्णगा पण्णत्ता समणाउसो ! // 82|| कहि णं भंते ! बायरतेउकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सट्टाणेणं अंतोमणुस्सखेत्ते अड्ढाइजेसु दीवसमुद्देसु, णिव्वाघाएणं पण्णरससु कम्मभूमीसु वाघायं पडुच्च पंचसु महाविदेहेसु, एत्थ णं बायरतेउकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयम्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइमागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असखंइ. भागे // 83 // कहि णं भंते ! बायरतेउकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जत्थेव बायरतेउकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा प० तत्थेव बायरतेउकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स दोसु उड्ढकवाडेसु तिरियलोयत? य, समुग्धाएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 84 // कहि णं भंते ! सुहुमतेउकाइयाणं पजत्तगाण य अपज्जत्तगाण य ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! र हुमतेउकाइया जे पज्जत्तगा जे य अपज्जत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसा अणाण / सव्वलोयपरियावण्णगा पण्णत्ता समणाउसो ! // 85 // कहि णं भंते ! बायरवारकाइयाणं पज्जत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता गोयमा ! सट्टाणेणं सत्तसु घणवाएसु, सत्तसु घणवायवलएसु, सत्तसु तणुवाएसु, सत्तसु तणुवायवलएसु, अहोलोए पायालेसु, भवणेसु, भवणपत्थडेसु, भवणछिदेसु, भवणणिवखुडेसु, णिरएसु, गिरयावलियासु, णिरयपत्थडेसु, गिरयछिद्देसु, णिरयणिक्खुडेसु, उड्ढलोए कप्पेसु, विमाणेसु, विमाणावलियासु, विमाणपत्थडेसु, विमाणछिद्देसु, विमाणणिक्खुडेसु, तिरियलोए पाईणपडीणदाहिणउदीप-सव्वेसु चेव लोगागासछिद्देसु, लोगणिक्खुडेसु य, एत्थ णं बायरवाऊकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजेसु भागेसु, समुग्याएणं लोयस्स असंखेजेसु भागेसु, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजेसु भागेसु // 86 / / कहि णं भंते ! अपजत्तबायरवाउकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता! गोयमा ! जत्थेव बायरवाउकाइयाणं पज्जत्तगाणं ठाणा प० तत्थेव बायरवाउकाइयाणं अपज्जत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं सव्वलोए, समुग्घाएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजेसु भागेसु // 87 // कहि णं भंते ! सुहुमवाउकाइयाणं पजत्तगाणं अपजत्तगाण य ठाणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! सुहुमवाउकाइया जे पजत्तगा जे य अपजत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसा अणाणत्ता सव्वलोयपरियावण्णगा पण्णात्ता समणाउसो ! // 88|| Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि कहि णं भंते ! बायरवणस्सइकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सट्ठाणेणं सत्तसु घणोदहीसु, सत्तसु घणोदहिवलएसु, अहोलोए पायालेसु, भवणेसु, भवणपत्थडेसु, उड्ढलोए कप्पेसु, विमाणेसु, विमाणावलियासु, विमाणपत्थडेसु, तिरियलोए अगडेसु, तडागेसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सव्वेसु, चेव जलासएसु जलठाणेसु, एत्थ णं बायरवणस्सइकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं सव्वलोए, समुग्याएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 89 // कहि णं भंते ! बायरवणस्सइकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पणत्ता ? गोयमा! जत्व बायरवणस्सइकाइयाणं पजत्तगाणं ठाणा प० तत्थेव बायरवणस्सइकाइयाणं अपजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं सव्वलोए, समुग्धाएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 90 // कहि णं भंते ! सुहमवणस्सइकाइयाणं पजत्तगाणं अपजत्तगाण य ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सुहुमवणस्सइकाइया जे पजत्तगा जे य अपजत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसा अणाणत्ता सव्वलोयपरियावण्णगा पण्णत्ता समणाउसो ! // 91 // कहि णं भंते ! बेइंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! उड्ढलोए तदेकदेसभागे, अहोलोए तदेकदेसभागे, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, गईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सव्वेसु, चेव जलासएसु, जलठाणेसु, एत्थ णं बेइंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोगस्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोगस्स असंखेजइभागे, सट्टाणेणं लोगस्स असंखेजइभागे // 92 // कहि णं भंते ! तेइंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! उड्ढलोए तदेकदेसभाए, अहोलोए तदेकदेसभाए, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सन्वेसु, चेव जलासएसु, जलठाणेसु, एत्थ णं तेइंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं लोयस्स असंखेजहभागे, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 93 // कहि णं भंते ! चउरिदियाणं पजत्तापजत्तगाणं Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 337 ठाणा पणत्ता ? गोयमा ! उड्ढलोए तदेकदेसभागे, अहोलोए तदेकदेसभागे, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वर्णिपणेसु, दीवेसु, समुद्देसु सव्वेसु, चेव जलासएसु, जलठाणेसु, एत्थ णं चउरिंदियाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे // 94 // कहि णं भंते ! पंचिंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! उड्ढलोए तदेकदेसभाए, अहोलोए तदेव देसभाए, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु, दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सव्वेसु, चेव जलासएसु, जलठाणेसु, एत्थ णं पंचिंदियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखे. जइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे / / 95 // कहि णं भंते ! णेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? व हि णं भंते ! णेरइया परिवसंति ?, गोयमा ! सट्टाणेणं सत्तसु, पुढवीसु, तंजहा-रयणप्पभाए, सक्करप्पभाए, वालुयप्पभाए, पंकप्पभाए, धूमप्पभाए, तमप्पभाए, तमतम पभाए, एत्थ णं णेरइयाणं चउरासीइणिरयावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चधयारतमसा, ववगयगहचंदसूरणक्खत्तजोइसियापहा,मेदवसापूयपडलरुहिर-मसचिविखल्लित्ताणुलेवणतला, असुई(वीसा) परमदुन्भिगंधा काउअगणिवण्णाभा कक्खडफासा दुरहियासा असुभा णरगा, असुभा णरगेसु, वेयणाओ, एत्थ णं णेरइयाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजहभागे, समुग्घाएणं लोयम्स अखेजहभागे, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे, एत्थ णं बहवे णेरइया परिवसंति / काला, कालोभासा, गंभीरलोमहरिसा, भीमा, उत्तासणगा, परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो! 1 ते णं तत्थ णिच्चं भीया. णिच्चं तत्था, णिच्च तसिया, णिच्च उद्विग्गा, णिच्चं परममसुहसंबद्धं णरगभयं पच्चणुभवमाणा विहरंति // 96 // कहि णं भंते ! रयणप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! रयणप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पु० असीउत्तर Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 338 अनंगपविट्टसुत्ताणि जोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि एगं जोयणसहस्समोगाहित्ता. हेट्ठा चेगं जोयण. सहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से, एत्थ णं रयणप्पभापुढवीणेरइयाणं तीसं णिरयावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा,बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चंधयारतमसा, ववगय-गहचंदसूर-णक्खत्तजोइस पहा, मेद-वसा पूयपडल-रुहिर-मंसचिखिल्ललित्ताणुलेवणतला, असुई[वीसा], परमदुन्भिगंधा, काउअगणिवण्णाभा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा णरगेसु वेयणाओ, एत्थ णं रयणप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता, उववाएणं लोयस्स असंखेजहभागे, समुन्धाएणं लोयस्स असंखेज्जइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजहभागे। तत्थ णं बहवे रयणप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति / काला, कालोभासा, गंभीरलोमहरिसा, भीमा, उत्तासणगा, परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो ! / ते णं तत्थ णिच्च भीया, णिच्च तत्था, णिच्चं तसिया, णिच्च उद्विग्गा, णिच्च परममसुहसंबद्धं णरगभयं पञ्चणुभवमाणा विहरंति // 97 // कहि णं भंते ! सक्करप्पभापुढवीणेरइयाणं पज्जत्तापज़्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! सकरप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा! सकरप्पभापुढवीए बत्तीसुत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि.एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे तीसुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं सक्करप्पभापुढवीणेरइयाणं पणवीसं गिरयावाससयसहस्सा हवंतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चधयारतमसा, ववगयगहचंदसूरणवखत्तजोइसियप्पहा,मेदवसा-पूयपडलरुहिर-मंसचिखिलालित्ताणुलेवणतला,असुई[वीसा], परमदुब्भिगंधा, काउअगणिवण्णाभा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा गरगेसु वेयणाओ, एत्थ णं सकरप्पभापुढवीणेरइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं०, समुग्घाएणं० सट्ठाणेणं लोगस्स असंखेज्जइभागे। तत्थ णं बहवे सकरप्पभापुढवीणेरइया परिवसति / काला, कालोभासा, गंभीरलोमहरिसा, भीमा, उत्तासणगा, परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो ! / ते णं तत्थ णिच्च भीया, णिच्च तत्था, णिच्च तसिया, णिच्च उव्विग्गा, णिच्च परममसुहसंबद्धं णरगभयं पचणुभवमाणा विहरंति // 98 // कहि णं भंते ! वालुयप्पभा. पुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! वालुयप्पभापुटवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा ! वालुयप्पभापुढवीए अहावीसुत्तरंजोयणसयसहस्स Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 336 बाहल्लाए उवरि एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे छव्वीसुत्तरजोयणसयसहस्से एत्थ णं वालुयप्पभापुढवीणेरड्याणं पण्णरसणरयावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चंधयारतमसा, ववगयगह-चंद-सूर-णक्खत्तजोइसियप्पहा, मेदवसा-पूयपडल-रुहिरमंसचिक्खिल्ललित्ताणुलेवणतला, असुई[वीसा], परमदुब्भिगंधा, काउअगणिवण्णाभा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा णरगेसु वेयणाओ / एत्थ णं वालुयप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं लोयस्स असंखेजहभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे। तत्थ णं बहवे वालुयप्पभापुढवीणेरइया परिवसति / काला, कालोभासा, गंभीरलोमहरिसा, भीमा, उत्तासणगा, परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो ! / ते णं तत्थ णिच्चं भीया, णिच्चं तत्था, णिच्च तसिया, णिच्चं उव्विग्गा,णिच्चं परममसुहसंबद्धं गरगभयं पच्चणुभवमाणा विहरंति / 99 / कहिणं भंते ! पंकप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? क हि णं भंते ! पंक.प्पभापुढवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा ! पंकप्पभापुढवीए वीसुत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हिट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वज्जित्ता मज्झे अट्ठारसुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं पंकप्पभापुढवीणरइयाणं दस णिरयावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चधयारतमसा, ववगयगह-चंद-सूर-णखत्तजोइसियप्पहा, मेदवसापूयपडलरुहिर-मंसचिक्खिल्ललित्ताणुलेवणतला, असुई[वीसा],परमदुभिगंधा, काउअगणिवण्णाभा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा गरगेसु वेयणाओ, एत्थ णं पंकप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुन्धाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्टाणेणं लोयरस असंखेज्जइभागे / तत्थ णं बहवे पंकप्पभापुढवीणेरइया परिवसति / काला कालोभासा गंभीरलोमहरिसा भीमा उत्तासणगा परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो!। ते णं तत्थ णिच्चं भीया, णिच्चं तत्था, णिच्चं तसिया, णिच्चं उब्विग्गा, णिच्चं परमंमसुहसंबद्धं णरगभयं पञ्चणुभवमाणा विहरंति // 100 // कहि णं भंते ! धूमप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! धूमप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा ! धूमप्पभापुढवीए अट्ठारसुत्तरजोयणसयसहस्सबाह. Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 340 अनंगपविट्ठसुत्ताणि ल्लाए उवरि एग जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे सोलसुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं धूमप्पभापुढवीणेरइयाणं तिणि णिरयावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते ण णरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चंधयारतमसा, ववगयगह-चंद सूर-णक्खत्तजोइसियप्पहा, मेद-वसा-पूयपडल-रुहिर-मंसचिक्खिललित्ताणुलेवणतला, असुई [वीसा], परमदुब्भिगंधा, काउअगणिवण्णाभा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा णरगेसु, वेयणाओ, एत्थ णं धूमप्पभापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं टाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजहभागे / तत्थ णं बहवे धूमप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति / काला कालोभासा गंभीरलोमहरिसा भीमा उत्तासणगा परमकिण्हावण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो!। ते णं तत्थ णिच्चं भीया, णिच्चं तत्था, णिच्चं तसिया, णिच्चं उव्विग्गा, णिच्चं परममसुहसंबद्धं णरगभयं पञ्चणुभवमाणा विहरंति // 101 // कहि णं भंते ! तमापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! तमापुढवीणेरइया परिवसंति ?, गोयमा ! तमाए पुढवीए सोलसुत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उपरि एग जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हिट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मझे चउदसुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं तमप्पभापुढवीणेरइयाणं एगे पंचूणे णरगावाससयसहस्से भवतीति मक्खायं / ते णं णरगा अंतो वट्टा, बाहिँ चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चंधयारतमसा ववगयगहचंदसूरणक्खत्तजोइसियप्पहा, मेदवसापूयपडलरुहिर-मंसचिक्खिल्ललित्ताणुलेवणतला, असुईवीसा,परमदुब्भिगंधा, कवखडफासा, दुरहियासा, असुभा णरगा, असुभा णरगेसु वेयणाओ, एत्थ णं तमापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजड़भागे समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे तमप्पभापुढवीणेरइया परिवसंति / काला कालोभासा गंभीरलोमहरिसा भीमा उत्तासणगा परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो!। ते णं तत्थ णिच्च भीया, णिच्चं तत्था, णिच्च तसिया, गिच्च उद्विग्गा, णिच्च परममसुहसंबद्धं णरगभयं पच्चणुभक्माणा विहरंति // 102 // कहि णं भंते ! तमतमापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णता? कहि णं भंते ! तमतमापुढवीणेरइया परिवसंति ? गोयमा! तमतमाएं पुढवीए अट्ठोत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि अद्धतेवण्णं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता ट्ठिा वि Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 341 अद्धतेवणं जोयणसहस्साई वजित्ता मज्झे तीसु जोयणसहस्सेसु एत्थ णं तमतमा पुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं पंचदिसि पंच अणुत्तरा महइमहालया महाणिरया पण्णत्ता / तंजहा-काले महाकाले रोरुए महारोरुए अपइट्ठाणे / तेणं गरगा अंतो वट्टा, बाहिं चउरंसा, अहे खुरप्पसंठाणसंठिया, णिच्चंधयारतमसा, ववगयरहचंदसूरणक्खत्तजोइसियप्पहा, मेदवसा-पूयपडल-रुहिरमसचिविखल्ललित्ताणुलेवणतला, असुई| वीसा], परमदुन्भिगंधा, कक्खडफासा, दुरहियासा, असुभा गरगा, असुभा गरगेसु वेयणाओ, एत्थ णं तमतमापुढवीणेरइयाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्टाणेणं लोयस्स असंखेजहभागे / तत्थ णं बहवे तमतमापुढवीणेरइया परिवसंति / काला कालोभासा गंभीरलोमहरिसा भीमा उत्तासणया परमकिण्हा वण्णेणं पण्णत्ता समणाउसो ! ते णं तत्थ णिच्च भीया, णिच्च तत्था, णिच्च तसिया, णिच्च उव्विग्गा, णिच्चं परममसुहसंबद्धं णरगभयं पच्चणुभवमाणा विहरंति / आसीयं बत्तीसं अट्ठावीसं च हुंति वीसं च / अट्ठारससोलसगं अठुत्तरमेव हिट्ठिमिया // 1 // अठुत्तरं च तीसं छन्वीसं चेव सयसहस्सं तु / अट्ठारस. सोलसगं चउद्दसमहियं तु छट्ठीए // 2 // अद्धतिवण्णसहस्सा उवरिमहे वजिऊण तो भणियं / मज्झे तिसहस्सेसुं होति उ गरगा तमतमाए ॥३॥तीसा य पण्णवीसा पण्णरस दसेव सयसहस्साई / तिण्णि य पंचूणेगं पंचेव अणुत्तरा णरगा // 4 // 103 / / कहि णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापजत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! उड्ढलोए तदेकदेसभाए, अहोलोए तदेकदेसभाए, तिरियलोए अगडेसु, तलाएसु, णईसु, दहेसु, वावीसु, पुक्खरिणीसु दीहियासु, गुंजालियासु, सरेसु, सरपंतियासु, सरसरपंतियासु, बिलेसु, बिलपंतियासु, उज्झरेसु, णिज्झरेसु, चिल्ललेसु, पल्ललेसु, वप्पिणेसु, दीवेसु, समुद्देसु, सव्वेसु चेव जलासएसु, जलठाणेसु, एत्थ ण पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापबत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं सव्वलोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं सव्वलोयस्स असंखेजइभागे // 104 // कहि णं भंते ! मणुस्साणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! अंतो मणुस्सखेत्ते पणयालीसाए जोयणसयसहस्सेसु, अड्ढाइजेसु, दीवसमुद्देसु, पण्णरससु कम्मभूमीसु, तीसाए अकम्मभूमीसु, छप्पण्णाए अंतरदीवेसु, एत्थ णं मणुस्साणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्धाएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 342 अनंगपविट्ठसुत्ताणि लोयस्स असंखेजइभागे // 105 // कहि णं भंते ! भवणवासीणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! भवणवासी देवा परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उरि एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं भवणवासीणं देवाणं सत्त भवणकोडीओ बावत्तरि भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा, अंतो चउरंसा, अहे पुक्खरकणियासंठाणसंठिया, उक्किण्णंतरविउलगंभीरखायफलिहा, पागारट्टालयकवाड. तोरणपडिदुवारदेसभागा, जंत-सयम्धि-मुसल-मुसंढि-परियारिया, अउज्झा, सयाजया, सयागुत्ता, अडयालकोटगरइया, अडयालकंयवणमाला, खेमा, सिवा, किंकरामरदंडोवरक्खिया, लाउल्लोइयमहिया,गोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितला,उवचियचंदणकलसा, चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागा, आसत्तोसत्तविउलवट्टवन्धारियमल्लदामकलावा, पंचवण्णसरससुरभिमुक्कपुप्फपुंजोवयारकलिंया, कालागरूपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमघंतगंधुढयाभिरामा,सुगंधवरगंधिया, गंधवटिभूया, अच्छरगणसंघसंविगिण्णा, दिव्वतुडियसद्दसंपणइया, सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्टा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पहा, सस्सिरीया, समरीइया, सउजोया, पासाईया, दरिसणिजा, अभिरुवा, पडिरूवा / एत्थ णं भवणवासिदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / उववाएणं लोयस्स असंखेजहभागे, समुन्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे भवणवासी देवा परिवसंति / तंजहा-असुरा णाग सुवण्णा विज्जू अग्गी य दीव उदही य। दिसिपवणथणियणामा दसहा एए भवणवासी // चूडामणिमउडरयणाभूसणणागफडगरुलवइरपुण्णकलसंकिउप्फेसा, सीह-हयवर-गयंकमगरवरवद्धमाणणिज्जुत्तचित्तचिंधगया, सुरूवा, महिड्ढिया, महज्जुइया, महब्बला, महायसा, महाणुभावा, महासोक्खा, हारविराइयवच्छा, कडगतुडियर्थभियभुया, अंगद-कुंडल-मट्ठगंडतलकण्णपीढधारी, विचित्तहत्थाभरणा, विचित्तमाला-मउलिमउडा, कल्लाणगपवरवत्थपरिहिया, कल्लाणगपवरमल्लाणुलेवणधरा, भासुरबोंदी, पलंबवणमालधरा, दिव्वेणं वण्णेणं दिव्वेणं गंधेणं दिव्वेणं फासेणं दिव्वेणं संघयणेणं दिव्वेणं संठाणेणं दिव्वाए इड्ढीए दिव्वाए जुईए दिव्वाए पभाए दिव्वाए छायाए दिव्वाए अच्चीए दिव्वेणं तेएणं दिव्वाए लेसाए दस दिसाओ उज्जोवेमाणा पभासेमाणा, ते णं तत्थ साणं साणं भवणावाससयसहस्साणं, Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 343 साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं, साणं साणं तायत्तीसाणं, साणं साणं लोगपालाणं, साणं साणं अग्गमहिसीणं, साणं साणं परिसाणं, साणं साणं अणियाणं, साणं साणं अणियाहिवईणं, साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं भवणवासीणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं सामित्तं भट्टित्तं महत्तरगत्तं आणाईसरसेणावच्चं कारेमाणा,पालेमाणा,महया हयणट्ट-गीय-वाइयतंति-तलतालतुडिय-घणमुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाई भोगभोगाई भुंजमाणा विहरति // 106 // कहि णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! असुरकुमारा देवा परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि एग जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्टा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं असुरकुमाराणं देवाणं चउसद्धिं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा, अंतो चउरंसा, अहे पुक्खरकण्णियासंठाणसंठिया, उक्किण्णंतरविउल-गंभीरखायफलिहा, पागारद्यालयकवाड-तोरणपडिदुवारदेसभागा, जंतसयग्घि-मुसल-मुसंढिपरियारिया, अउज्झा,सयाजया, सयागुत्ता, अडयालकोटगरइया, अडयालकयवणमाला, खेमा, सिवा, किकरा. मरदंडोवरक्खिया, लाउल्लोइयमहिया, गोसीस-सरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगलितला, उवचियचंदणकलसा, चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागा, आसत्तोसत्तविउलवट्टवग्धारियमल्लदामकलावा, पंचवण्णसरससुरभिमुक्कपुप्फपुंजोवयारकलिया, कालागरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कडझंतधूवमघमघंतगंधुधुयाभिरामा, सुगंधवरगंधिया, गंधवट्टिभूया, अच्छरमणसंघसंविगिण्णा, दिव्वतुडियसद्दसंपणइया, सव्वरयणामया, अच्छा, सण्डा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पभा, सस्सिरीया, समरीइया, सउज्जोया, पासाईया, दरिसणिजा, अभिरुवा, पडिरूवा; एत्थ णं असुरकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सट्ठाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे, तत्थ णं बहवे असुरकुमारा देवा परिवसंति / काला, लोहियक्खबिंबोट्टा, धवलपुष्पदंता, असियकेसा, वामेयकुंडलधरा, अद्दचंदणाणुलित्तगत्ता, ईसी सिलिंधपुष्फप्पगासाइं असंकिलिट्टाई सुहुमाइं वत्थाई पवरपरिहिया, वयं च पढमं समइक्वंताबिइयं च वयं असंपत्ता, भद्दे जोव्वणे वट्टमाणा, तलभंगय-तुडियपवरभूसण-णिम्मल, मणिरयणमंडियभुया, दसमुद्दामंडियग्गहत्था, चूडामणिविचित्तचिंधगया, सुरूवा, Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि महिड्डिया, महज्जुइया, महायसा, महब्बला, महाणुभागा, महासोक्खा, हारविराइयवच्छा, कडय-तुडियथंभियभुया, अंगय-कुंडलमट्टगंडयलकण्ण,पीढधारी,विचित्तहत्थाभरणा, विचित्तमालामउलिमउडा, कल्लाणगपवरवत्थपरिहिया, कल्लाणगपवरमल्लाणुलेवणधरा भासुरबोंदी पलंबवणमालधरा दिव्वेणं वण्णेणं दिव्वेणं गंधेणं दिव्वेणं फासेणं दिव्वेणं संघयणेणं दिव्वेणं संठाणेणं दिव्वाए इड्ढीएं दिव्वाए जुईए दिव्वाए पभाए दिवाए छायाए दिव्वाए अच्चीए दिव्वेणं तेएणं दिव्वाए लेसाए दस दिसाओ उजोवेमाणा पभासेमाणा, तेणं तत्थ साणं 2 भवणावाससयसहस्साणं साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं साणं साणं तायत्तीसाणं साणं साणं लोगपालाणं साणं साणं अग्गमहिसीणं साणं साणं परिसाणं साणं साणं अणियाणं साणं साणं अणियाहिवईणं साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं अण्णेसिं च बहूणं भवणवासीणं देवाण य देवीण य आहे. वच्चं पोरेवच्चं सामित्तं भट्टित्तं महत्तरगत्तं आणाईसरसेणावच्च कारेमाणा, पालेमाणा, महया हयणगीय-वाइयतंती-तलतालतुडियघण-मुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाई भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरंति / चमरबलिणो इत्थ दुवे असुरकुमारिंदा असुरकुमाररायाणो परिवसति / काला, महाणीलसरिसा, णीलगुलियगवलअयसिकुसुमप्पगासा, वियसियसयवत्तणिम्मलई सिसियरत्ततंबणयणा, गरुलाययउज्जुतुंगणासा,उवचियसिलप्पवालबिंबफलसंणिभाहरोहा, पंडुरससिसगलविमल-णिम्मलदहिघण-संखगोक्खीरकुंददगरयमुणालियाधवलदंतसेढी,हुयवहणिद्धंतधोयतत्ततवणिजरत्ततलतालुजी हा, अंजणघणकसिणगरुयगरमणिजणिद्धकेसा वामेयकुंडलघरा अद्दचंदणाणुलित्तगत्ता ईसीसिलिंधपुप्फ पगासाइं असंकिलिट्ठाई सुहुमाइं वत्थाई पवरपरिहिया, वयं च पढमं समइकंता, बिइयं च असंपत्ता, भद्दे जोव्वणे वट्टमाणा, तलभंगय-तुडिय-पवरभूसणणिम्मलमणि-रयणमंडियभुया, दसमुद्दामंडियग्गहत्था,चूडामणिचित्तचिंधगया,सुरूवा, महिड्ढिया, महज्जुईया, महायसा, महाबला, महाणुभागा, महासोक्खा, हारविरा. इयवच्छा, कडयतुडियथंभियभुया, अंगद-कुंडल-मट्टगंडतलकण्णपीढधारी, विचित्तहत्थाभरणा, विचित्तमालामउलिमउडा, कल्लाणगपवरवत्थपरिहिया, कल्लाणगपवरमल्लाणुलेवणधरा, भासुरबोंदी, पलंबवणमालधरा, दिव्वेणं वणेणं, 'दिव्वेणं गंधेणं, दिव्वेणं फासेणं, दिव्वेणं संघयणेणं, दिव्वेणं संठाणेणं, दिव्वाए इड्ढीए, दिव्वाए जुईए, 'दिव्वाए पभाए, दिव्वाए छायाए, दिव्वाए अच्चीए, दिव्वेणं तेएणं, दिव्वाए लेसाए दस दिसाओ उजोवेमाणा, पभासेमाणा, ते णं तत्थ साणं साणं Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 345 भवणावाससयसहस्साणं, साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं, साणं साणं तायत्तीसाणं, साणं साणं लोगपालाणं, साणं साणं अग्गमहिसीणं, साणं साणं परिसाणं, साणं साणं अणियाणं, साणं साणं अणियाहिवईणं, साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं भवणवासीणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं सामित्तं भट्टित्तं महत्तरगत्तं आणाईसरसेणावच्चं कारेमाणा,पालेमाणा,महया हयणगीयवाइयतीतलतालतुडियघणमुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरंति // 107 // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं असुरकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! दाहिणिल्ला असुरकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरिं एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हिट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं दाहिणिल्लाणं असुरकुमाराणं देवाणं चउत्तीसं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा, अंतो चउरंसा सो चेव वण्णओ जाव पडिरूवा / एत्थ णं दाहिणिलाणं असुरकुमाराण देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। तीसुवि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे दाहिगिल्ला असुरकुमारा देवा देवीओ य परिवसंति / काला, लोहियक्खा तहेव जाव भुंजमाणा विहरंति / एएसि णं तहेव तायत्तीसगलोगपाला भवंति / एवं सव्वत्थ भाणियव्वं / भवणवासी णं चमरे इत्थ असुरकुमारिदे असुरकुमारराया परिक्सइ काले महाणीलसरिसे जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ चउतीसाए भवणावाससयसहस्साणं, चउसट्ठीए सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउण्हं लोगपालाणं, पंचण्हं अग्गमहिसीणं, सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं, चउण्ह य चउसट्ठीणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसि च बहूणं दाहिणिलाणं देवाणं देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्च जाव विहरइ // 108 // कहि णं भंते ! उत्तरिल्लाणं असुरकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! उत्तरिल्ला असुरकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! जंबुहीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरि एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हिट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं उत्तरिल्लाणं असुरकुमाराणं देवाणं तीसं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा, अंतो Page #355 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 346 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउरंसा, सेसं जहा दाहिणिल्लाणं जाव विहरति / बली एत्थ वइरोयणिंदे वइरोयणराया परिवसइ, काले महाणीलसरिसे जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ तीसाए भवणावाससयसहस्साणं, सट्ठीए सामाणियसाहसीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउण्हं लोगपालाणं, पंचण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं, चउण्ह य सट्ठीणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं उत्तररिल्लाणं असुरकुमाराणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं कुव्वमाणे विहरइ // 109 // कहि णं भंते ! णागकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! णागकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरिं एग जोयणसहस्सं ओगाहित्ता ट्ठिा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्टहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं णागकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं चुलसीइभवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा, अंतो चउरंसा जाव पडिरूवा / तत्थ णं . णागकुमाराणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तीसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे णागकुमारा देवा परिवसंति, महिड्ढिया, महज्जुइया, सेसं जहा ओहियाणं जाव विहरति / धरणभूयाणंदा एत्थ णं दुवे णागकुमारिंदा णागकुमाररायाणो परिवसंति महिड्ढिया सेसं जहा ओहियाणं जाव विहरंति // 110 // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं णागकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते! दाहिणिला णागकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरिं एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हिट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्टहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं दाहिणिल्लाणं णागकुमाराणं देवाणं चउयालीसं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा जाव पडिरूवा / एत्थ णं दाहिणिल्लाणं णागकुमाराणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता, तीसु वि लोयस्स असंखेजइभागे, एत्थ णं दाहिणिला णागकुमारा देवा परिवसंति, महिड्ढिया जाव विहरति / धरणे इत्थ णागकुमारिंदे णागकुमारराया परिवसइ, महिड्ढिए जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ चउयालीसाए भवणावाससयसहस्साणं, छण्हं सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउण्हं लोगपालाणं, छण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहि Page #356 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०२ 347 वईणं, चउव्वीसाए आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं दाहिणिल्लाणं णागकुमाराणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्च कुव्वमाणे विहरइ // 111 // कहि भंते ! उत्तरिल्लाणं णागकुमाराणं देवाणं पजत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि ण भंते ! उत्तरिल्ला णागकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! जम्बुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्सबाहल्लाए उवरिं एगं जोयणसहस्सं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसहस्सं वजित्ता मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से, एत्थ णं उत्तरिल्लाणं णागकुमाराणं देवाणं चत्तालीसं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा सेसं जहा दाहिणिल्लाणं जाव विहरंति / भूयाणंदे एत्थ णागकुमारिदे णागकुमारराया परिवसइ, महिड्ढिए जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ चत्तालीसाए भवणावाससयसहस्साणं आहेवच्च जाव विहरइ // 112 // कहि णं भंते ! सुवण्णकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए जाव एत्थ णं सुक्ण्णकुमाराणं देवाणं बावत्तरिं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा जाव पडिरूवा / तत्थ णं सुवण्णकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं टाणा पण्णत्ता, जाव तिसु वि लोयम्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति महिड्ढिया सेसं जहा ओहियाणं जाव विहरंति / वेणुदेवे वेणुदाली य इत्थ दुवे सुवण्णकुमारिँदा सुवण्णकुमाररायाणो परिवसंति, महिड्ढिया जाव विहरंति // 113 / / कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं सुवण्णकुमाराणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि ण भंते ! दाहिणिला सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे जाव मज्झे अट्ठहुत्तरे जोयणसयसहस्से एत्थ णं दाहिणिल्लाणं सुवण्णकुमाराणं अट्ठत्तीसं भवणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा बाहिं वट्टा जाव पडिरूवा / एत्थ णं दाहिणिल्लाणं सुवण्णकुमाराणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / एत्थ णं बहवे सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति / वेणुदेवे य इत्थ सुवण्णकुमारिंदे सुवण्णकुमारराया परिवसइ, सेसं जहा णागकुमाराणं // 114 // कहि णं भंते ! उत्तरिल्लाणं सुवण्णकुमाराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! उत्तरिल्ला सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्प- ' भाए जाव एत्थ णं उत्तरिल्लाणं सुवण्णकुमाराणं चउतीसं भवणावाससयसहस्सा भवं Page #357 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 348 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तीति मक्खायं / ते णं भवणा जाव एत्थ णं बहवे उत्तरिल्ला सुवण्णकुमारा देवा परिवसंति, महिदिया जाव विहरति / वेणुदाली इत्थ सुवण्णकुमारिंदे सुवण्णकुमारराया परिवसइ, महिड्ढिए सेसं जहा णागकुमाराणं / एवं जहा सुवण्णकुमाराणं वत्तव्वया भणिया तहा सेसाण वि चउदसण्हं इंदाणं भाणियव्वा / णवरं भवणणाणत्तं इंदणा. णत्तं वण्णणाणत्तं परिहाणणाणत्तं च इमाहिँ गाहाहिँ अणुगंतव्वं-चउसद्धिं असुराणं चुलसीयं चेव होति णागाणं / बावत्तरि सुवण्णे वाउकुमाराण छण्णउई. / / 1 // दीवदिसाउदहीणं विज्जुकुमारिंदथणियमग्गीणं / छण्हंपि जुअलयाणं छावत्तरिमो सयसहस्सा // 2 // चउतीसा चउयाला अट्टत्तीसं च सयसहस्साई / पण्णा चत्तालीसा दाहिणओ हुंति भवणाई // 3 // तीसा * चत्तालीसा चउतीसं चेव सयसहस्साई / छायाला छत्तीसा उत्तरओ हुंति भवणाई // 4 // चउसट्ठी सट्ठी खलु छच्च सहस्साई असुरवजाणं / सामाणिया उ एए चउगुणा आयरक्खा उ // 5 // चमरे धरणे तह वेणुदेवे हरिकंतअग्गिसीहे य / पुण्णे जलकंते य अमिय-विलम्बे य घोसे य // 6 // बलि-भूयाणंदे वेणुदालि-हरिस्सहे अग्गिमाणवविसिटे / जलपह तहऽमियवाहणे पभंजणे य महाघोसे || 7 // उत्तरिल्लाणं जाव विहरति / काला असुरकुमारा णागा उदही य पंडुरा दो वि। वरकणगणिहसगोरा हंति सुवण्णा दिसा थणिया // 8 // उत्तत्तकणंगवण्णा विज्जू अग्गी य होंति दीवा य / सामा पियंगुवण्णा वाउकुमारा मुणेयव्वा // 9 // असुरेसु हुँति रत्ता सिलिंधपुप्पापभा य णागुदही। आसासगवसणधरा हौति सुवण्णा दिसा थणिया // 10 // णीलाणुरागवसणा विज्जू अग्गी य हुंति दीवा य। संझाणुरागवसणा वाउकुमारा मुणेयव्वा // 11 // 115 // कहि णं भंते ! वाणमंतराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णंभंते ! वाणमंतरा देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए रयणामयस्स कंडस्स जोयणसहस्सबाहल्लस्स उवरि एगं जोयणसयं ओगाहित्ता हिट्ठा वि एगं जोयणसयं वजित्ता मज्झे अट्ठसु जोयणसएसु एत्थ णं वाणमंतराणं देवाणं तिरियमसंखेज्जा भोमेजणयरावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भोमेजा णयरा बाहिँ वट्टा, अंतो चउरंसा, अहे पुक्खरकण्णियासंठाणसंठिया, उकिणंतरविउलगंभीरखायफलिहा,पागारट्टालयकवाडतोरणपडिदुवारदेसभागा, जंतसयग्घिमुसल-मुमंढिपरिवारिया, अउज्झा, सयाजया, सयागुत्ता, अडयालकोट्ठगरइया, अडयालकयवणमाला, खेमा, सिवा, किंकरामरदंडोवरक्खिया, लाउल्लोइयमहिया, Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प० 2 349 गोसीससरसरत्तचंदणदद्दरदिण्णपंचंगुलितला, उवचियचंदणकलसा, चंदणघडसुकयतोरणपडिदुवारदेसभागा, आसत्तोसत्तविउलवटेवग्धारियमल्लदामकलावा, पंचवण्णसरससुरहिमुक्कपुष्फपुंजोवयारकलिया, कालागरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्कधूवमघमघंतगंधुडुयाभिरामा, सुगंधवरगंधिया, गंधवटिभूया, अच्छरगणसंघसंविकिण्णा, दिव्वतुडियसद्दसंपणइया, पडागमालाउलाभिरामा, सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पहा, सस्सिरीया, समरीइया, सउज्जोया, पासाईया, दरिसणिजा, अभिरूवा, पडिरूवा। एत्थ णं वाणमंतराणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोयस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे वाणमंतरा देवा परिवसंति / तंजहा-पिसाया, भूया, जक्खा, रक्खसा, किंणरा, किंपुरिसा, भुयगवइणो महाकाया, गंधव्वगणा य णिउणगंधव्वगीयरइणो, अणवण्णिय-पणवण्णिय-इसिवाइय-भूयवाइय-कंदिय-महाकं दिया य कुहंडपयंगदेवा चंचलचलचवलचित्तकीलणदवप्पिया महिरहसियगीयणच्चणरई वणमालामेलमउडकुंडल-सच्छंदविउव्वियाभरणचारुभूसणधरा सव्वोउयसुरभिकुसुमसुरइयपलंबसोहंतकंतविहसंतचित्तवणमालरइयवच्छा, कामगमा [कामकामा], कामरूवदेहधारी णाणाविहवण्णरागवरवत्थविचित्तचिल्ललगणियंसणा, विविहदेसिणेवत्थगहियवेसा पमुइयकंदप्प-कलह-केलि-कोलाहलप्पिया हासबोलबहुला असिमुग्गर-सत्तिकुंतहत्था, अणेगमणिरयणविक्हिणिज्जुत्तविचित्तचिंधगया, महिड्ढिया, महज्जुइया, महायसा, महाबला, महाणुभागा, महासुक्खा, हारविराइयवच्छा, कडयतुडियथंभियभुया, अंगय-कुंडल-मट्टगंडयलकण्णपीढधारी,विचित्तहत्थाभरणा,विचित्तमालामउलिमउडा, कल्लाणगपवरवत्थपरिहिया, कल्लाणगपवरमल्लाणुलेवणधरा, भासुरबोंदी, पलंबवणमालधरा, दिव्वेणं वण्णेणं, दिव्वेणं गंधेणं, दिव्वेणं फासेणं, दिव्वेणं संघयणेणं, दिव्वेणं संठाणेणं, दिव्वाए इड्डीए, दिव्वाए जुईए, दिव्वाए पभाए, दिव्वाए छायाए, दिव्वाए अच्चीए, दिव्वेणं तेएणं; दिव्वाए लेस्साए दस दिसाओ उज्जोवेमाणा, पभासेमाणा, ते णं तत्थ साणं साणं असंखेजभोमेजणयरावाससयसहस्साणं, साणं साणं सामाणियसाहसीणं, साणं साणं अग्गमहिसीणं, साणं साणं परिसाणं, साणं साणं अणीयाणं; साणं साणं अणीयाहिवईणं, साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं वाणमंतराणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं समित्तं भट्टित्तं महत्तरगत्तं आणाईसरसेणावच्चं कारेमाणा, पालेमाणा, महया हय Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 350 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णट्टगीय-वाइयतंतीतलतालतुडिय-घणमुइंगपडुप्पवाइयरवेणं दिव्वाई भोगभोगाई भुंजमाणा विहरंति // 116 // कहि णं भंते ! पिसायाणं देवाणं पजत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! पिसाया देवा परिवसंति ? गोयमा! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए रयणामयस्स कंडस्स जोयणसहस्सबाहलस्स उवरि एगं जोयणसयं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसयं वजित्ता मज्झे अट्ठसु जोयणसएसु एत्थ णं पिसायाणं देवाणं तिरियमसंखेजा भोमेजणयरावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भोमेजणयरा बाहिं वट्टा जहा ओहिओ भवणवण्णओ तहा भाणियन्वो जाव पडि. रूवा / एत्थ णं पिसायाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ बहवे पिसाया.देवा परिवसंति, महिड्ढिया जहा ओहिया जाव विहरंति / कालमहाकाला इत्थ दुवे पिसाइंदा पिसायरायाणो परिवसंति, महिड्डिया महज्जुइया जाव विहरंति // 117 // कहि णं भंते ! दाहिणिलाणं पिसायाणं देवाणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! दाहिणिल्ला पिसाया देवा परिवसंति ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए रयणामयस्स कंडस्स जोयणसहस्सबाहल्लस्स उवरि एगं जोयणसयं ओगाहित्ता हेट्ठा चेगं जोयणसयं वजित्ता मज्झे अट्ठसु जोयणसएसु एत्थ णं दाहिणिल्लाणं पिसायाणं देवाणं तिरियमसंखेजा भोमेजणयरावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं भवणा जहा ओहिओ भवणवण्णओ तहा भाणियव्वो जाव पडिरूवा / एत्थ णं दाहिणिल्लाणं पिसायाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे दाहिणिल्ला पिसाया देवा परिवसंति, महिडिया जहा ओहिया जाव विहरंति / काले एत्थ पिसाइंदे पिसायराया परिवसइ, महिड्ढिए जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ तिरियमसंखेजाणं भोमेजणयरावाससयसहस्साणं, चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं, चउण्ह य अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं, सोलसण्हं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं दाहिणिल्लाणं वाणमंतराणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं जाव विहरइ / उत्तरिल्लाणं पुच्छा। गोयमा ! जहेव दाहिणिल्लाणं वत्तव्वया तहेव उत्तरिल्लाणं पि / णवरं मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं / महाकाले एत्थ पिसाइंदे पिसायराया परिवसइ जाव विहरइ। एवं जहा पिसायाणं तहा भूयाणं पि जाव गंधव्वाणं / णवरं इंदेसु णाणत्तं भाणियव्वं इमेण विहिणा-भूयाणं सुरुवपडिरूवा, जक्खाणं Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासूत्तं प०२ 351 पुण्णभद्दमाणिभद्दा,.रक्खसाणं भीममहाभीमा, किण्णराणं किण्णरकिंपुरिसा, किंपुरिसाणं सम्पुरिसमहापुरिसा, महोरगाणं अइकायमहाकाया, गंधव्वाणं गीयरइगीयजसा जाब विहरइ / काले य महाकाले सुरूवपडिरूवपुण्णभद्दे य / तह चेव माणिभद्दे भीमे य तहा महाभीमे // 1 // किण्णरकिंपुरिसे खलु सप्पुरिसे खलु तहा महापुरिसे / अइकायमहाकाए गीयरई चेव गीयजसे // 2 // 118 // कहि णं भंते ! अणवण्णियाणं देवाणं टाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! अणवणिया देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए रयणामयस्स कंडस्स जोयणसहस्सबाहल्लस्स उवरि हेट्टा य एगं जोयणसयं सयं वजेत्ता मज्झे अट्ठसु जोयणसएसु एत्थ णं अणवणियाणं देवाणं तिरियमसंखेजा गयरावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं जाव पडिरूवा / एत्थ णं अणवण्णियाणं देवाणं ठाणा पण्णत्ता। उववाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, समुग्घाएणं लोयस्स असंखेजइभागे, सहाणेणं लोयस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे अणवणिया देवा परिवति / महिड्ढिया जहा पिसाया जाव विहरंति / सण्णिहियसामाणा इत्थ दुवे अणवण्णिदा अणवणियरायाणो परिवसंति / महिड्ढिया, एवं जहा कालमहाकालाणं दोण्हं पि दाहिणिल्लाणं उत्तरिल्लाण य भणिया तहा सण्णिहियसामाणाणं पि भाणियव्वा / संगहणीगाहा-अणवणिय-पणवष्णियइसिवाइय-भूयवाइया चेव। कंदिय महाकं दिय कोहंड पयंगए चेव॥१॥इमे इंदा-संणि हिया सामाणा धायविधाए इसी य इसिवाले / ईसरमहेसरे विय हवइ सुवच्छे विसाले य // 2 // हासे हासरई चेव सेए तहा भवे महासेए / पयए पयगवई विय णेयव्वा आणुपुवीए // 3 // 119 // कहि णं भंने ! जोइसियाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! जोइसिया देवा परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ सत्तणउए जोयणसए उड्ढे उप्पइत्ता दसुत्तरजोयणसयबाहल्ले तिरियमसंखेजे जोइसविसए / एत्थ णं जोइसियाणं देवाणं तिरियमसंखेजा जोइसियविमाणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा अद्धकविट्ठगसंठाणसंठिया, सव्वफालिहमया, अब्भुग्गयमूसियपहसिया इव विविहमणिकणगरवणभत्तिचित्ता, वाउछुयविजयवेजयंतीपडागाछत्ताइछत्तकलिया, तुंगा, गगणतलमहिलंघमाणसिहरा, जालंतररयण-पंजलुम्मिलियव्व मणिकणगथूभियागा, वियसियसयवत्तपुंडरीया, तिलयरयणड्ढचंदचित्ता,णाणामणिमयदामालंकिया, अंतो बहिं च सण्हा, तवणिजरुइलवालुयापत्थडा, सुहफासा, सस्सिरीया, सुरूवा, Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 352 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पासाईया, दरिसणिजा, अभिरुवा, पडिरूवा / एत्थ णं जोइसियाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजहभागे / तत्थ णं बहवे जोइसिया देवा परिवसंति / तंजहा-बहस्सई, चंदा, सूरा, सुक्का, सणिच्छरा, राहू, धूमकेऊ, बुहा, अंगारगा, तत्ततवणिजकणगवण्णा जे य गहा जोइसम्मि चारं चरंति केऊ य गइरइया अट्ठावीसइविहा णक्खत्तदेवयगणा, णाणासंठाणसंठियाओ पंचवण्णाओ तारयाओ ठियलेसाचारिणो, अविस्साममंडलगई, पत्तेयणामंकपागडियचिंधमउडा महिड्ढिया जाव पभासेमाणा / ते णं तत्थ साणं साणं विमाणावाससयसहस्साणं, साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं साणं साणं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, साणं साणं परिसाणं, साणं साणं अणियाणं, साणं साणे अणियाहिवईणं, साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहणं जोइसियाणं देवाणं देवीण य आहेवच्च जाव विहरति / चंदिमसूरिया इत्थ दुवे जोइसिंदा जोइसियरायाणो परिवसंति, महिड्ढिया जाव पभासेमाणा। तेणं तत्थ साणं साणं जोइसियविमाणावाससयसहस्साणं, चउण्डं सामाणियसाहस्सीणं, चउण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणीयाणं, सत्तण्हं अणीयाहिवईणं, सोलसण्हं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं जोइसियाणं देवाणं देवीण य आहेवच्चं जाव विहरंति // 120 // कहि णं भंते ! वेमाणियाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! वेमाणिया देवा परिवसंति ?, गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ उड्ढे चंदिमसूरियगहणक्खत्ततारारूवाणं बहूई जोयणसयाइं. बहुई जोयणसहस्साइं बहूई जोयणसयसहस्साई बहुगाओ जोयणकोडीओ बहुगाओ जोयणकोडाकोडीओ उड्ढे दूरं उप्पइत्ता एत्थ णं सोहम्मीसाणसणंकुमार-माहिंदबंभलोयलंतग-महासुक्कसहस्सारआणयपाणयआरणच्चुयगेवेजणुत्तरेसु एत्थ णं वेमाणियाणं देवाणं चउरासीइवि. माणावाससयसहस्सा सत्ताणउइं च सहस्सा तेवीसं च विमाणा भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्टा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पभा, सस्सिरीया, सउज्जोया, पासाईया, दरिसणिज्जा, अभिरुवा, पडिरूवा / एत्थ णं वेमाणियाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोयस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे वेमाणिया देवा परिवसति / तंजहासोहम्मीसाण सणंकुमार-माहिंदबंभलोग-लंतगमहासुक्क सहस्सार-आणयपाणयआरणच्चुयगेवेजणुत्तरोववाइया देवा, ते णं मिग-महिस-वराह-सीह-छगल-ददुरहय-गयवइ Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 353 भुयगखग्गउसभविडिम-पागडियचिंधमउडा,पसिढिलवरमउडकिरीडधारिणो,वरकुंडलुजोइयाणणा, मउडदित्तसिरया, रत्ताभा, पउमपम्हगोरा, सेया, सुहवण्णगंधफासा, उत्तमवेउविणो, पवरवत्थगंधमल्लाणुलेवणधरा, महिड्ढिया, महज्जुइया, महायसा, महाबला, महाणुभागा, महासोक्खा, हारविराइयवच्छा, कडयतुडियर्थभियभुया, अंगदकुंडलमट्टगंडतलकण्णपीढधारी, विचित्तहत्थाभरणा,विचित्तमालामउलिमउडा, कल्लाणगपवरवत्थपरिहिया,कल्लाणगपवरमल्लाणुलेवणा, भासुरबोंदी, पलंबवणमालधरा, दिव्वेणं वण्णेणं, दिव्वेणं गंधेणं, दिव्वेणं फासेणं, दिव्वेणं संघयणेणं, दिव्वेणं संठाणेणं दिव्वाए इड्ढीए, दिव्वाए जुईए, दिव्वाए पभाए, दिव्याए छायाए, दिव्वाए अच्चीए, दिव्वेणं तेएणं, दिव्वाए लेसाए दस दिसाओ उजोवेमाणा, पभासेमाणा, ते णं तत्थ साणं साणं विमाणावाससयसहस्साणं, साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं, साणं साणं तायत्तीसगाणं, साणं साणं लोगपालाणं, साणं साणं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, साणं साणं परिसाणं, साणं साणं अणियाणं, साणं साणं अणियाहि. वईणं, साणं साणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं जाव दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणा विहरंति // 12 // कहि णं भंते ! सोहम्मगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! सोहम्मगदेवा परिवसंति ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ जाव उड्डं दूरं उप्पइत्ता एत्थ णं सोहम्मे णामं कप्पे पण्णत्ते / पाईणपडीणायए, उदीणदाहिणवित्थिण्णे, अद्धचंदसंठाणसंठिए, अच्चिमालिभासरासिवण्णाभे, असंखेजाओ जोयणकोडीओ असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ आयामविक्खंभेणं, असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ परिक्खेवेणं, सव्वरयणामए, अच्छे जाव पडिरूवे / तत्थ णं सोहम्मगदेवाणं बत्तीसविमाणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / तेसि णं विमाणाणं बहुमज्झदेसभागे पंच वडिंसया पण्णत्ता, तंजहा-असोगवडिसए, सत्तवण्णवडिसए, चंपगवडिसए, चूयवडिसए, मज्झे इत्थ सोहम्मवडिंसए / ते णं वडिंसया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा। एत्थ णं सोहम्मगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे सोहम्मगदेवा परिवसंति महिड्ढिया जाव पभासेमाणा। ते णं तत्थ साणं साणं विमाणावाससयसहस्साणं, साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं, Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 354 अनंगपविद्वसुत्ताणि एवं जहेव ओहियाणं तहेव एएसि पि भाणियव्वं जाव आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं सोहम्मगकप्पवासीणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं जाव विहरति / सक्के इत्थ देविंदे देवराया परिवसइ, वजपाणी, पुरंदरे, सयक्कऊ, सहस्सक्खे, मघवं, पागसासणे, दाहिणड्ढलोगाहिवई, बत्तीसविमाणावाससयसहस्साहिवई, एरावणवाहणे, सुरिंदे, अरयंबरवत्थधरे, आलइयमालमउडे, णवहेमचारुचित्तचंचलकुंडलविलिहिजमाणगंडे, महिड्ढिए जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ बत्तीसाए विमाणावाससयसहस्साणं, चउरासीए सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउण्हं लोगपालाणं, अट्ठण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणीयाणं, सत्तण्हं अणीयाहिवईणं, चउण्हं चउरासीणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं सोहम्मकप्पवासीणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य आहेवच्चं पोरेवच्चं कुव्वमाणे जाव विहरइ // 12 // कहिणं भंते ! ईसाणाणं देवाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! ईसाणगदेवा परिवसंति ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिज्जाओ भूमिभागाओ उड्ढं चंदिमसूरियगहणक्खत्ततारारूवाणं बहूई जोयणसयाई बहूई जोयणसहस्साई जाव उड्ढं उप्पइत्ता एत्थ णं ईसाणे णाम कप्पे पण्णत्ते / पाईणपडीणायए, उदीणदाहिणविस्थिण्णे, एवं जहा सोहम्मे जाव पडिरूवे / तत्थं णं ईसाणगदेवाणं अट्ठावीसं विमाणावाससयसहस्सा भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया जाव पडिरूवा। तेसि णं बहुमज्झदेसभागे पंच वडिंसया पण्णत्ता / तंजहा-अंकवडिंसए, फलिहवडिसए, रयणवडिसए, जायरूववडिसए, मज्झे इत्थ ईसाणवडिसए / ते णं वडिंसया सव्वरयणामया जाव पडिरूवा / एत्थ णं ईसाणगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता।तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / सेसं जहा सोहम्मगदेवाणं जाव विहरंति / ईसाणे इत्थ देविंदे देवराया परिवसइ, सूलपाणी, वसहवाहणे, उत्तरड्ढलोगाहिवई, अट्ठावीसविमाणावाससयसहस्साहिवई, अरयंबरवत्थधरे, सेसं जहा सक्कस्स जाव पभासेमाणे / से णं तत्थ अट्ठावीसाए विमाणावाससयसहस्साणं, असीईए सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउण्हं लोगपालाणं, अट्ठण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिण्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं, चउण्हं असीईणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं ईसाणकप्पवासीणं वेमाणियाणं देवाण य Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 355 देवीण य आहेवच्चं जाव विहरइ // 123 // कहि णं भंते ! सणंकुमारदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! सणंकुमारा देवा परिवसंति ? गोयमा ! सोहम्मस्स कप्पस्स उप्पिं सपक्खि सपडिदिसि बहूई जोयणाई बहूई जोयणसयाई बहूई जोयणसहस्साई बहूई जोयणसयसहस्साइं बहुगाओ जोयणकोडीओ बहुगाओ जोयणकोडाकोडीओ उड्हें दूरं उप्पइत्ता एत्थ ण सणंकुमारे णामं कप्पे पण्णत्ते / पाईणपडीणायए, उदीणदाहिणवित्थिण्णे जहा सोहम्मे जाव पडिरूवे / तत्थ णं सणंकुमाराणं देवाणं बारस विमाणावाससयसहस्सा भवतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया जाव पडिरूवा / तेसि णं विमाणाणं बहुमज्झदेसभागे पंच वडिंसगा पण्णत्ता / तंजहा–असोगवडिंसए, सत्तवण्णवडिंसए, चपगवडिंसए, चूयवडिसए, मज्झे एत्थ सणंकुमारवडिंसए / ते णं वडिंसया सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / एत्थ णं सणंकुमारदेवाणं पजत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता। तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे।तत्थ णं बहवे सणंकुमारदेवा परिवसंति, महिड्डिया जाव पभासेमाणा विहरंति / णवरं अग्गमहिसीओ णत्थि / सणंकुमारे इत्थ देविदे देवराया परिवसइ / अरयंबरवत्थधरे, सेसं जहा सक्कस्स / से णं तत्थ बारसण्हं विमाणावाससयसहस्साणं, बावत्तरीए सामाणियसाहस्सीणं सेसं जहा सक्कस्स अग्गमहिसीवजं / णवरं च उण्हं बावत्तरीणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं जाव विहरइ / / 124 // कहि णं भंते ! माहिंददेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! माहिंदगदेवा परिवसंति ?, गोयमा! ईसाणस्स कप्पस्स उप्पिं सपक्खि सपडिदिसिं बहूई जोयणाइं जाव बहुयाओ जोयणकोडाकोडीओ उड्डं दूरं उप्पइत्ता एत्थ णं माहिंदे णामं कप्पे पण्णत्ते पाईणपडीणायए जाव एवं जहेव सणंकुमारे / णवरं अट्ठ विमाणावाससयसहस्सा | वडिंसया जहा ईसाणे / णवर मज्झे इत्थ माहिंदवडिंसए, एवं जहा सणकुमाराणं देवाणं जाव विहरंति / माहिदे इत्थ देविदे देवराया परिवसइ, अरयंबरवत्थधरे, एवं जहा सणंकुमारे जाव विहरइ / णवरं अट्ठण्हं विमाणावाससयसहस्साणं, सत्तरीए सामाणियसाहस्सीणं, चउण्हं सत्तरीणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं जाव विहरइ // 125 // कहि णं भंते ! बंभलोगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! बंभलोगदेवा परिवसंति ?, गोयमा ! सणंकुमारमाहिदाणं कप्पाणं उप्पिं सपक्खि सपडिदिसिं बहूई जोयणाई जाव उप्पइत्ता एत्थ णं बंभलोए णामं कप्पे पण्णत्ते, पाईणपडीणायए, उदीणदाहिणवित्थिण्णे, पडिपुण्णचंदसंठाणसंठिए, अच्चिमालीभासरासिप्पभे, अवसेसं जहा सणंकुमाराणं / णवरं चत्तारि Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 356 अनंगपविट्ठसुत्ताणि विमाणावाससयसहस्सा, वडिंसया जहा सोहम्मवडिंसया, णवरं मज्झे इत्थ बंभलोयवडिंसए / एत्थ णं बंभलोगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता सेसं तहेव जाव विहरंति / बंभे इत्थ देविंद देवराया परिवसइ, अरयंबरवत्थधरे, एवं जहा सणंकुमारे जाव विहरइ / णवरं चउण्हं विमाणावाससयसहस्साणं, सट्ठीए सामाणियसाहस्सीणं, चउण्हं सट्ठीए आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं जाव विहरइ // 126 // कहि णं भंते ! लंतगदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! लंतगदेवा परिवसंति ?, गोयमा! बंभलोगस्स कप्पस्स उप्पिं सपक्खि सपडिदिसिं बहूई जोयणाई जाव बहुगाओ जोयणकोडाकोडीओ उड्ढे दूरं उप्पइत्ता एत्थ णं लंतए णामं कप्पे पण्णत्ते पाईणपडीणायएं, जहा बंभलोए / णवरं पण्णासं विमाणावाससहस्सा भवंतीति मक्खायं / वडिंसगा जहा ईसाणवडिंसगा, णवरं मज्झे इत्थ लंतगवडिंसए, देवा तहेव जाव विहरति / लंतए एत्थ देविंदे देवराया परिवसइ, जहा सणंकुमारे / णवरं पण्णासाए विमाणावाससहस्साणं, पण्णासाए सामाणियसाहस्सीणं, चउण्ह य पण्णासाणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूगं जाव विहरइ // 127 // कहि णं भंते !.महासुकाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! महासुक्का देवा परिवसंति ?, गोयमा ! लंतगस्स कप्पस्स उप्पिं सपक्खि सपडि दिसिं जाव उप्पइत्ता एत्थ णं महासुक्के णामं कप्पे पण्णत्त पाईणपडीणायए, उदीणदाहिणवित्थिण्णे, जहा बंभलोए / णवरं चत्तालीसं विमाणावाससहस्सा भवंतीति मक्खायं / वडिंसगा जहा सोहम्मवडिसए जाव विहरंति / महासुक्के इत्थ देविंदे देवराया जहा सणंकुमारे / णवरं चत्तालीसाए विमाणावाससहस्साणं, चत्तालीसाए सामाणियसाहस्सीणं, चउण्ह य चत्तालीसाणं आयरक्खदेवसाहस्सीणं जाव विहरइ // 128 // कहि णं भंते ! सहस्सारदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! सहस्सारदेवा परिवसंति ?, गोयमा ! महासुक्कस्स कप्पस्स उप्पिं सपक्खि सपडिदिसिं जाव उप्पइत्ता एत्थ णं सहस्सारे णामं कप्पे पण्णत्ते / पाइणपडीणायए जहा बंभलोए, णवरं छव्विमाणावाससहस्सा भवंतीति मक्खायं / देवा तहेव जाव वडिंसगा जहा ईसाणस्स वडिंसगा। णवरं मज्झे इत्थ सहस्सारवडिंसए जाव विहरति / सहस्सारे इत्थ देविंदे देवराया परिवसइ जहा सणंकुमारे / णवरं छण्हं विमाणावाससहस्साणं, तीसाए सामाणियसाहस्सीणं, चउण्ह य तीसाए आयरक्खदेवसाहस्सीणं जाव आहेवच्चं कारेमाणे विहरइ।।१२९॥ Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 357 कहि णं भंते ! आणय-पाणयाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! आणय-पाणया देवा परिवसंति ?, गोयमा! सहस्सारस्स कप्पस्स उप्पि सपक्खि सपडिदिसिं जाव उप्पइत्ता एत्थ णं आणयपाणयणामा दुवे कप्पा पण्णत्ता / पाईणपडीणायया उदीणदाहिणवित्थिण्णा, अद्धचंदसंठाणसंठिया, अच्चिमालीभासरासिप्पभा, सेसं जहा सणंकुमारे जाव पडिरूवा / तत्थ ण आणयपाणयदेवाणं चत्तारि विमाणावाससया भवंतीति मक्खायं जाव पडिरूवा / वडिंसगा जहा सोहम्मे कप्पे / णवरं मझे इत्थ पाणयवडिंसए / ते णं वडिंसगा सव्वरयणामया अच्छा जाव पडिरूवा / एत्थ णं आणयपाणयदेवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे / तत्थ णं बहवे आणयपाणयदेवा परिवसंति महिड्ढिया जाव पभासेमाणा / ते णं तत्थ साणं साणं विमाणावाससयाणं जाव विहरति / पाणए इत्थ देविंदे देवराया परिवसइ जहा सणंकुमारे / णवरं चउण्हं विमाणावाससयाणं, वीसाए सामाणियसाहस्सीणं, असीईए आयरक्खदेवसाहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं जाव विहरइ // 130 // कहिणं भंते ! आरणच्चुयाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! आरणच्चुया देवा परिवसंति ? गोयमा ! आणयपाणयाणं कप्पाणं उप्पि सपक्खि सपडिदिसिं एत्थ णं आरणच्चुया णामं दुवे कप्पा पण्णत्ता। पाईणपडीणायया, उदीणदाहिणवित्थिण्णा, अद्धचंदसंठाणसंठिया, अच्चिमालीभासरासिवण्णाभा, असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ आयामविक्खंभेणं, असंखेन्जाओ जोयणकोडाकोडीओ परिक्खेवेणं, सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पभा, सस्सिरीया, सउजोया, पासाईया, दरिसणिज्जा, अभिरुवा, पडिरूवा / एत्थ णं आरणच्चुयाणं देवाणं तिण्णि विमाणावाससया भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्टा, मट्टा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पभा, सस्सिरीया, सउज्जोया, पासाईया, दरिसणिजा अभिरुवा, पडिरूवा / तेसि णं विमाणाणं कप्पाणं बहुमज्झदेसभाए पंच वडिंसया पण्णत्ता। तंजहा—अंकवडिंसए, फलिहवडिंसए, रयणवडिंसए, जायरूववडिंसए मज्झे एत्थ अच्चुयवसिए / ते णं वडिंसया सव्वरयणामया जाव पडिरूवा / एत्थ णं आरणच्चुयाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजहभागे / तत्थ गं बहवे आरणच्चुया देवा परिवसति / अच्चुए इत्थ देविंदे देवराया परिवसइ, जहा पाणए जाव Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 358 अनंगपविट्ठसुत्ताणि विहरइ / णवरं तिण्हं विमाणावाससयाणं, दसण्हं सामाणियसाहस्सीणं, चत्तालीसाए आयरक्खदेवसाहसीणं आहेवच्चं कुव्वमाणे जाव विहरइ / बत्तीस अट्ठवीसा बारस अट्ठ चउरो(य) सयसहस्सा / पण्णा चत्तालीसा छच्च सहस्सा सहस्सारे॥१॥ आणयपाणयकप्पे चत्तारि सयाऽऽरणच्चुए तिण्णि / सत्त विमाणसयाई चउसु वि एएसु कप्पेसु ॥२॥सामाणियसंगहणीगाहा-चउरासीइ असीई बावत्तरि सत्तरी य सट्ठी य / पण्णा चत्तालीसा तीसा वीसा दस सहस्सा॥१॥एए चेव आयरक्खा चउग्गुणा / 131 // कहि णं भंते ! हिट्ठिमगेविजगाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! हिट्ठिमगेविजगा देवा परिवसंति ? गोयमा ! आरणच्चुयाणं कप्पाणं उप्पिं जाव उड्ढे दूरं उप्पइत्ता एत्थ णं हिडिमगेविजगाणं देवाणं तओ गेविजगविमाणपत्थडा पण्णत्ता। पाईणपडीणायया, उदीणदाहिणवित्थिण्णा, पडिपुण्णचंदसंठाणसंठिया, अच्चिमालीभासरासिवण्णाभा, सेसं जहा बंभलोगे जाव पडिरूवा / तत्थ णं हेट्ठिमगेविजगाणं देवाणं एक्कारसुत्तरे विमाणावाससए भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा सव्वरयणामया जाव पडिरूवा / एत्थ णं हेट्ठिमगेविजगाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेज्जइभागे / तत्थ णं बहवे हेट्ठिमगेविज्जगा देवा परिवसंति / सम्वे समिड्ढिया, सव्वे समज्जुइया, सव्वे समजसा, सव्वे समबला, सव्वे समाणुभावा, महासुक्खा, अजिंदा, अपेस्सा, अपुरोहिया, अहमिंदा णामं ते देवगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // 132 // कहि णं भंते ! मज्झिमगाणं गेविजगाणं देवाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! मज्झिमगेविज्जगा देवा परिवसंति ? गोयमा ! हेट्ठिमगेविज्जगाणं उप्पिं सपक्खि सपडिदिसिं जाव उप्पइत्ता एत्थ णं मज्झिमगेविजगदेवाणं तओ गेविज्जगविमाणपत्थडा पण्णत्ता / पाईणपडीणायया जहा हेट्ठिमगेविज्जगाणं / णवरं सत्तुत्तरे विमाणावाससए भवंतीति मक्खायं / ते णं विमाणा जाव पडिरूवा। एत्थ णं मज्झिमगेविज्जगाणं जाव तिसु वि लोगस्स असंखेज्जइभागे / तत्थ णं बहवे मज्झिमगेविज्जगा देवा परिवसंति जाव अहमिंदा णामं ते देवगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // 133 // कहि णं भंते ! उवरिमगेविज्जगाणं देवाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते ! उवरिमगेविज्जगा देवा परिवसंति ? गोयमा ! मज्झिमगेविज्जगाणं उप्पिं जाव उप्पइत्ता एत्थ णं उवरिमगेविजगाणं तओ गेविजगविमाणपत्थडा पण्णत्ता। पाईणपडीणायया, सेस जहा हेट्ठिमगेविजगाणं / णवरं एगे विमाणावाससए भवंतीति मक्खायं, सेसं Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 2 356 तहेव भाणियव्यं नाव अहमिंदा णामं ते देवगणा पण्णत्ता समणाउसो ! / एक्कारसुत्तरं हेटिमेसु सत्तुत्तरं च मज्झिमए / सयमेगं उवरिमए पंचेव अणुत्तरविमाणा // 134 // कहि णं भंते ! अणुत्तरोववाइयाणं देवाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णं भंते! अणुत्तरोववाइया देवा परिवसंति ? गोमया ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिज्जाओ भूमिभागाओ उड्ढं चंदिमसूरियगहगणणक्खत्ततारारूवाणं बहूई जोयणसयाई, बहूई जोयणसहस्साई, बहूई जोयणसयसहस्साई, बहुगाओ जोयणकोडीओ, बहुगाओ जोयणकोडाकोडीओ, उड्ढे दूरं उप्पइत्ता सोहम्मीसाणसणंकुमार जाव आरणच्चुयकप्पा तिण्णि अट्ठारसुत्तरे गेविजगविमाणावाससए वीईवइत्ता तेण परं दूरं गया णीरया, णिम्मला, वितिमिरा, विसुद्धा, पंचदिसिं पंच अणुत्तरा महइमहालया महाविमाणा पण्णत्ता। तंजहा-विजए, वेजयंते, जयंते, अपराजिए, सव्वट्ठसिद्धे / ते णं विमाणा सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया, सप्पभा, सस्सिरीया, सउज्जोया, पासाईया, दरिसणिज्जा, अभिरुवा, पडिरूवा / एत्थ णं अणुत्तरोववाइयाणं देवाणं पजत्तापजत्ताणं ठाणा पण्णत्ता / तिसु वि लोगस्स असंखेजइभागे। तत्थ णं बहवे अणुत्तरोववाइया देवा परिवसंति / सव्वे समिड्ढिया...सव्वे समबला, सव्वे समाणुभावा, महासुक्खा, अणिंदा, अपेस्सा, अपुरोहिया, अहमिंदा णामं ते देवगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // 135 // कहि णं भंते ! सिद्धाणं ठाणा पण्णत्ता ? कहि णे भंते ! सिद्धा परिवसंति ?, गोयमा ! सव्वट्ठसिद्धस्स महाविमाणस्स उवरिल्लाओ थूभियग्गाओ दुवालस जोयणे उड्ढं अबाहाए एत्थणं ईसीपन्भारा णामं पुढवी पण्णत्ता। पणयालीसं जोयणसयसहस्साई आयामविक्खंभेणं, एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साइं तीसं च सहस्साई दोण्णि य अउणापण्णे जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ता / ईसीपब्भाराए णं पुढवीए बहुमज्झदेसभाए अट्ठजोयणिए खेत्ते अट्ठ जोयणाई बाहल्लेणं पण्णत्ते / तओ अणंतरं च णं मायाए मायाए पएसपरिहाणीए परिहायमाणी परिहायमाणी सव्वेसु चरमंतेसु मच्छियपत्ताओ तणुययरी, अंगुलस्स असंखेजइभागं बाहल्लेणं पण्णत्ता। ईसीपब्भाराए णं पुढवीए दुवालस णामधिज्जा पण्णत्ता / तंजहा-ईसी इ वा, ईसीपब्भारा इ वा, तणू इ वा, तणुतणू इ वा, सिद्धि इ वा, सिद्धालए इ वा, मुत्तित्ति वा, मुत्तालए इ वा, लोयग्गेत्ति वा, लोयग्गथूमिया इ वा, लोयग्गपडिबुज्झणा इ वा Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 360 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वपाणभूयजीवसत्तसुहावहा इ वा / ईसीपब्भारा णं पुढवी सेया संखदलविमल. सोत्थिय-मुणालदगरय-तुसार-गोक्खीरहारवण्णा उत्ताणयछत्तसंठाणसंठिया सव्वज्जुणसुवण्णमई, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया सप्पभा,सस्सिरिया,सउजोया,पासाईया,दरिसणिजा, अभिरुवा, पडिरूवा / ईसीपब्भाराए णं पुढवीए सीआए जोयणम्मि लोगंतो, तस्स जोयणस्स जे से उवरिल्ले गाउए, तस्स णं गाउयस्स जे से उवरिले छब्भागे, एत्थ णं सिद्धा भगवंतो साइया अपजवसिया अणेगजाइ-जरामरण-जोणिसंसारकलंकलीभाव-पुणब्भवगम्भवासवसहीपवंचसमइकंता सासयमणागयद्धं कालं चिट्ठति / तत्थ वि य ते अवेया अवेयणा णिम्ममा असंगा य / संसारविष्पमुक्का पएसणिव्वत्तसंठाणा // 1 // कहिं पडिया सिद्धा कहिं सिद्धा पइडिया ? कहिं बोदि चइत्ता णं कत्थ गंतूण सिज्झइ ? // 2 // अलोए पडिहया सिद्धा लोयग्गे य पइट्ठिया / इह बोंदि चइत्ता णं तत्थ गंतूण सिज्झइ // 3 // दीहं वा हस्सं वा जं चरिमभवे हविज संठाणं / तत्तो तिभागहीणा सिद्धाणोगाहणा भणिया // 4 // जं संठाणं तु इहं भवं चयंतस्स चरिमसमयंमि / आसी य पएसघणं तं संठाणं. तहिं तस्स // 5 // तिणि सया तित्तीसा धणुत्तिभागो य होइ बोधव्वा / एसा खलु सिद्धाणं उक्कोसोगाहणा भणिया // 6 // चत्तारि य रयणीओ रयणी तिभागूणिया य बोद्धव्वा / एसा खलु सिद्धाणं मज्झिमओगाहणाभणिया // 7 ॥एगा य होइ. रयणी अटेव य अंगुलाई साहिया / एसा खलु सिद्धाणं जहण्णओगाहणा भणिया // 8 // ओगाहणाए सिद्धा भवत्तिभागेण होति परिहीणा / संठाणमणित्थंथं जरामरणविप्पमुक्काणं // 9 // जत्थ य एगो सिद्धो तत्थ अणता भवक्खयविमुक्का। अण्णोऽण्णसमोगाढा पुट्ठा सव्वे वि लोगते // 10 // फुसइ अणते सिद्धे सव्वपएसेहिं णियमसो सिद्धा / तेऽवि य असंखिजगुणा देसपएसेहिं जे पुट्ठा॥११॥ असरीरा जीवघणा उवउत्ता दंसणे य णाणे य / सागारमणागारं लक्खणमेयं तु सिद्धाणं // 12 // केवलणाणुवउत्ता जाणंता सव्वभावगुणभावे / पासंता सव्वओ खलु केवलदिट्ठीहिऽणंताहिँ // 13 // णवि अस्थि माणुसाणं तं सुक्खं णवि य सव्वदेवाणं / जं सिद्धाणं सुक्खं अव्वाबाहं उवगयाणं // 14 // सुरगणसुहं समत्तं सव्वद्धापिडिय अणंतगुणं / णवि पावइ मुत्तिसुहं णताहि वग्गवग्गूहि // 15 // सिद्धस्स सुहोरासी सव्वद्धापिंडिओ जइ हवेज्य / सोऽणंतवग्गभइओ सव्वागासे ण माइजा // 16 // जह णाम कोइ मिच्छो णगरगुणे बहुविहे Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 361 वियाणतो / ण चएइ परिकहेउं उवमाए तहिं असंतीए // 17 // इय सिद्धाणं सोक्ख अणोवमं णत्थि तस्स ओवम्मं / किंचि विसेसेणित्तो सारिक्खमिणं सुणह वोच्छं // 18 / / जह सव्वकामगुणियं पुरिसो भोत्तूण भोयणं कोइ / तण्हाछुहाविमुक्को अच्छिज जहा अमियतित्तो // 19 // इय सव्वकालतित्ता अउलं णिव्वाणमुवगया सिद्धा / सासयमव्वाबाहं चिट्ठति सुही सुहं पत्ता // 20 // सिद्धत्ति य बुद्धत्ति य पारगयत्ति व परंपरगयत्ति / उम्मुक्ककम्मकवया अजरा अमरा असंगा य // 21 // णित्थिण्णसव्वदुक्खा जाइजरामरणबंधणविमुक्का / अव्वाबाहं सोक्खं अणुहुंती सासयं सिद्धा // 22 // 136 // पण्णवणाए भगवईए बीयं ठाणपयं समत्तं॥ - तइयं बहुवत्तव्वयपयं दिसि-गइ इंदिय-काए जोए वेए कसाय-लेसा य / सम्मत्त-णाण-दंसण-संजय-उवओगआहारे // 1 // भासग-परित्त-पजत्त-सुहुम-सण्णी भवऽस्थिए चरिमे / जीवे य खित्तबंधे पुग्गलमहदंडए चेव // 2 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा जीवा पच्छिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया // 137 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा पुढविक्काइया दाहिणेणं, उत्तरेणं विसेसाहिया, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, पच्छिमेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा आउक्काइया पच्छिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा तेउक्काइया दाहिणुत्तरेणं, पुरच्छिमेणं संखेजगुणा; पच्छिमेणं विसेसाहिया / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा वाउक्काइया पुरच्छिमेणं, पच्छिमेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा वणस्सइकाइया पच्छिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया // 138 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया पच्छिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दक्खिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा तेइंदिया पच्चत्थिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा चउरिंदिया पञ्चत्थिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया // 139 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा णेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेज्जगुणा। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा रयणप्पभापुढवीणेरइया पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणणं असंखेज्जगुणा / . Page #371 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 362 अनंगपविट्ठसुत्ताणि दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा सक्करप्पभापुढवीणेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेज्जगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा वालुयप्पभापुढवीणेरइया पुरच्छिापञ्चस्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा पंकप्पभापुढवीणेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा धूमप्पभापुढवीणेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा तमप्पहापुढवीणेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा अहेसत्तमापुढवीणेरइया पुरच्छिमपच्चथिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेज्जगुणा / दाहिणिल्लेहितो अहेसत्तमापुढवीणेरइएहितो छट्ठीए तमाए पुढवीए णेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा, दाहिणिल्लेहितो तमापुढवीणेरइएहितो पंचमाए धूमप्पभाए पुढवीए णेरइया पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा, दाहिणिल्लेहितो धूमप्पभापुढवीणेरइएहितो चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए णेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा दाहिणिल्लेहिंतो पंकप्पभापुढवीणेरइएहितो तइयाए वालुयप्पभाए पुढवीए गेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणणं असंखेजगुणा, दाहिणिल्लेहितो बालुयप्पभापुढवीणेरइएहितो दोच्चाए सक्करप्पभाए पुढवीए णेरइया पुरच्छिमपञ्चत्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा, दाहिणिल्लेहिंतो सक्करप्पभापुढवीणेरइएहितो इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए णेरइया पुरच्छिमपञ्चस्थिमउत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा // 140 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा पंचिंदिया तिरिक्खजोणिया पच्छिमेणं, पुरच्छिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया // 141 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा मणुस्सा दाहिणउत्तरेणं, पुरच्छिमेणं संखेजगुणा, पञ्चत्थिमेणं विसेसाहिया // 142 / / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा भवणवासी देवा पुरच्छिमपञ्चत्थिमेणं, उत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा वाणमंतरा देवा पुरच्छिमेणं, पच्चस्थिमेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा जोइसिया देवा पुरच्छिमपञ्चत्थिमेणं, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा सोहम्मे कप्पे पुरच्छिमपञ्चत्थिमेणं, उत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं विसेसाहिया / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा ईसाणे कप्पे पुरच्छिमपञ्चत्थिमेणं, Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 363 उत्तरेणं असंखेजगुणा, दाहिणेणं विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा सणंकुमारे कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमेणं, उत्तरेणं असंखेज्जगुणा, दाहिणेणं विसेसाहिया / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा माहिंदे कप्पे पुरच्छिमपचत्थिमेणं उत्तरेणं असंखेज्जगुणा, दाहिणणं विसेसाहिया / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा बंभलोए कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा लंतए कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं दाहिणणं असंखेजगुणा / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा महासुक्के कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा सहस्सारे कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमउत्तरेणं, दाहिणेणं असंखेजगुणा / तेण परं बहुसमोववण्णगा समणाउसो ! // 143 // दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा सिद्धा दाहिणउत्तरेणं, पुरच्छिमेणं संखेज्जगुणा, पच्चत्थिमेणं विसेसाहिया // 1 दारं // 144 / एए सि णं भंते ! णेरइयाणं तिरिक्खजोणियाणं मणुस्साणं देवाणं सिद्धाण य पंचगइसमासेणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा!सव्वत्थोवा मणुस्सा, णेरइया असंखेजगुणा, देवा असंखेजगुणा, सिद्धा अणंतगुणा, तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा // 145 // एएसिणं भंते ! णेरइयाणं तिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीणं मणुस्साणं मणुस्सीणं देवाणं देवीणं सिद्धाण य अट्ठगइसमासेणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवाओ मणुस्सीओ, मणुस्सा असंखेजगुणा, णेरइया असंखेजगुणा, तिरिक्खजोणिणीओ असंखेजगुणाओ, देवा असंखेजगुणा, देवीओ संखेजगुणाओ, सिद्धा अणंतगुणा, तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा // 2 दारं // 146 // एएसि णं भंते ! सइंदियाणं एगिंदियाणं बेइंदियाणं तेइंदियाणं चउरिंदियाणं पंचिंदियाणं अणिंदियाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचिंदिया, चउरिंदिया विसेसाहिया, तेइंदिया विसेसाहिया, बेइंदिया विसेसाहिया, अणिंदिया अणंतगुणा, एगिंदिया अणंतगुणा, सइंदिया विसेसाहिया // 147 // एए सि णं भंते ! सइंदियाणं एगिदियाणं बेइंदियाणं तेइंदियाणं चउरिंदियाणं पंचिंदियाणं अपजत्तगाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचिंदिया अपजत्तगा, चउरिंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, तेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, बेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, एगिंदिया अपजत्तगा अणंतगुणा, सइंदिया अपजत्तगा Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 364 अनंगपविट्ठसुत्ताणि विसेसाहिया // 148 // एएसि णं भंते ! सइंदियाणं एगिदियाणं बेइंदियाणं तेइंदियाणं चउरिंदियाणं पंचिंदियाणं पजत्ताणं कयरे कयरेहितों अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा चउरिदिया पजत्तगा, पंचिंदिया पजत्तगा विसेसाहिया, बेइंदिया पजत्तगा विसेसाहिया, तेइंदिया पजत्तगा विसेसा. हिया, एगिंदिया पजत्तगा अणंतगुणा, सइंदिया पजत्तगा विसेसाहिया // 149 // एएसि गं.भंते ! सइंदियाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा सइंदिया अपजत्तगा, सइंदिया पजत्तगा संखेजगुणा। एएसि णं भंते ! एगिंदियाण पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा . एगिदिया अपजत्तगा, एगिदिया पजत्तगा संखेजगुणा // एएसिणं भंते ! बेइंदियाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बेइंदिया पजत्तगा वेइंदिया अपजत्तगा असंखेजगुणा // एएसि णं भंते ! तेइंदियाणं पजत्तापजत्ताण कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तेइंदिया पजत्तगा, तेइंदिया अपजत्तगा असंखेजगुणा / एएसिणं भंते! चउरिंदियाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा चउरिंदिया पजत्तगा, चउरिंदिया अपजत्तगा असंखेजगुणा // एएसि णं भंते ! पंचिंदियाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचेंदिया पजत्तगा, पंचेंदिया अपजत्तगा असंखेजगुणा / / 150 // एएसि णं भंते ! सइंदियाणं एगिंदियाणं बेइंदियाणं तेइंदियाणं चउरिंदियाणं पंचिंदियाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा चउरिंदिया पजत्तगा, पंचिंदिया पजत्तगा विसेसाहिया, बेइंदिया पजत्तगा विसेसाहिया, तेइंदिया पजत्तगा विसेसाहिसा, पंचिंदिया अपजत्तगा असंखेजगुणा, चउरिंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, तेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, बेइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, एगिंदिया अपजत्तगा अणंतगुणा, सइंदिया अपजत्तगा विसेसाहिया, एगिंदिया पजत्तगा संखेजगुणा, सइंदिया पज्जत्तगा विसेसाहिया, सइंदिया विसेसाहिया-॥ 3 दारं // 151 // एएसि णं भंते ! सकाइयाणं पुढविकाइयाणं आउकाइयाणं तेउकाइयाणं वाउकाइ Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०३ 365 याणं वणस्सइकाइयाणं तसकाइयाणं अकाइयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तसकाइया, तेउकाइया असंखेजगुणा, पुढविकाइया विसेसाहिया,आउकाइया विसेसाहिया,वाउकाइया विसेसाहिया, अकाइया अणंतगुणा, वणस्सइकाइया अणंतगुणा, सकाइया विसेसाहिया // 152 / / एएसि णं भंते ! सकाइयाणं पुढविकाइयाणं आउकाइयाणं तेउकाइयाणं वाउकाइयाणं वणस्सइकाइयाणं तसकाइयाणं अपज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तसकाइया अपजत्तगा, तेउकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा, पुढविकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया, आउकाईया अपजत्तगा विसेसाहिया, वाउकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया, वणस्सइकाइया अपज्जत्तगा अणंतगुणा, सकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया // 153 // एएसि णं भंते ! सकाइ. याणं पुढविकाइयाणं आउकाइयाणं तेउकाइयाणं वाउकाइयाणं वणस्सइकाइयाणं तसकाइयाणं पजत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा.तसकाइया पजत्तगा, तेउकाइया पजत्तगा असंखेज्जगुणा, पुढविकाइया पजत्तगा विसेसाहिया, आउकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, वाउकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, वणस्सइकाइया पज्जत्तगा अणंतगुणा, सकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया // 154 // एएसि णं भंते ! सकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सकाइया अपज्जत्तगा, सकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पुढविकाइया अपज्जत्तगा, पुढविकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! आउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा आउकाइया अपज्जत्तगा, आउकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! तेउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तेउकाइया अपज्जत्तगा तेउकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसिणं भंते! वाउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा वाउकाइया अपजत्तगा, वाउकाइया पजत्तगा संखेजगुणा // एएसि णं भंते ! वणस्सइकाइयाणं पजत्ता Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि पजत्ताण कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा वणस्सइकाइया अपजत्तगा, वणस्सइकाइया पजत्तगा संखेजगुणा / / एएसि णं भंते ! तसकाइयाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गो०! सव्वत्थोवा तसकाइया पजत्तगा, तसकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा // 155 // एएसि णं भंते ! सकाइयाणं पुढविकाइयाणं आउकाइयाणं तेउकाइयाणं वाउकाइयाणं वणस्सइकाइयाणं तसकाइयाण य पजत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तसकाइया पज्जत्तगा, तसकाइया अपज्जत्तगा संखेज्जगुणा, तेउकाइया अपज्जत्तगा असंखेजगुणा, पुढविकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया, आउकाइया अपजत्तगा विसेसाहिया, वाउकाइया अपज्जत्तगा विसेंसाहिया, तेउकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा, पुढविकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया आउकाइया पज्जत्तगां विसेसाहिया, वाउकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया वणस्सइकाइया अपज्जत्तगा अणंतगुणा, सकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया वणस्सइकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा, सकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, सकाइया विसेसाहिया॥१५६।। एएसिणं भंते ! सुंहमाणं सुहमपुढविकाइयाणं सुहमआउकाइयाणं सुहुमतेउकाइयाणं सुहुमवाउकाइयाणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं सुहुमणिओयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वथोवा सुहुमतेउकाइया, सुहुमपुढविकाइया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया विसेसाहिया, सुहमवाउकाइया विसेसाहिया, सुहमणिओया असंखेज्जगुणा, सुहुमवणस्सइकाइया अणंतगुणा, सुहुमा विसेसाहिया // 157 // एएसि | भंते ! सुहुमअपज्जत्तगाणं सुहुमपुढविकाइयअपज्जत्तगाणं सुहुमआउकाइयअपज्जत्तगाणं सुहुमतेउकाइयअपज्जत्तगाणं सुहुमवाउकाइयअपज्जत्तगाणं सुहुमवणस्सइकाइयअपज्जत्तगाणं सुहुमणिओयअपज्जत्तगाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तगा, सुहुमपुढविकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया सुहुमआउकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया अपज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहुमणिओया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जन्तगा अणंतगुणा, सुहुमा अपज्जत्तगा विसेसाहिया // 158 // एएसि णं भंते! सुहमपज्जत्तगाणं सुहुमपुढविकाइयपज्जत्तगाणं सुहुमआउकाइयपजत्तगाणं सुहुमतेउकाइयपजत्तगाणं सुहमवाउकाइयपज्जत्तगाणं सुहुमवणस्सइकाइयपज्जत्तगाणं सुहमणिओयपज्जत्त Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 367 गाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया पज्जत्तगा, सुहुमपुढविकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहमआउकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया पज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहुमणिओया पज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तगा अणंतगुणा, सहुमपज्जत्तगा विसेसाहिया // 159|| एएसि णं भंते ! सुहुमाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमअपज्जत्तगा, सुहुमपज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहुमपुढविकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताण कयरे कयरेहितो अप्पा वा४१ गोयमा! सव्वत्थोवा सुहुमपुढविकाइया अपज्जत्तगा, सुहुमपुढविकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहुमआउकाइयाणं पजत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमआउकाइया अपज्जत्तगा, सुहुमआउकाइया पजत्तगा संखेजगुणा / एएसिणं भंते ! सुहुमतेउकाइयाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा! सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया अपजत्तगा, सुहुमतेउकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहुमवाउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमवाउकाइया अपज्जत्तगा, सुहुमवाउकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहुमवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तगा, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तगा संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहमणिओयाणं पजत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहमणिओया अपजत्तगा, सुहमणिओया पजत्तगा संखेजगुणा // 160 // एएसिण भंते ! सुहुमाणं सुहुमपुढविकाइयाणं सुहुमआउकाइयाणं सुहुमतेउकाइयाणं सुहुमवाउकाइयाणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं सुहुमणिओयाण य पज्जत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 41 गोयमा ! सव्वत्थोवा सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तया, सुहमपुढविकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहमआउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया अपजत्तया विसेसाहिया, सुहुमतेउकाइया पजत्तया संखेज्जगुणा, सुहुमपुढविकाईया पजत्तया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया पजत्तया विसेसाहिया; सुहुमवाउकाइया पजत्तया विसेसाहिया, सुहुमणिओया अपजत्तया असंखेजगुणा, सुहुमणिओया पजत्तया संखेजगुणा, सुहुमवणस्सइकाया अपज्जत्तया अणंतगुणा, सुहुमअपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तया संखेज्जगुणा, Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 368 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सुहुमपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमा विसेसाहिया // 161 // एएसि णं भंते ! बायराणं बायरपुढविकाइयाणं बायरआउकाइयाणं बायरतेउकाइयाणं बायरवाउकाइयाणं बायरवणस्सइकाइयाणं पत्तेयसरीखायरवणस्सइकाइयाणं बायरणिओयाणं बायरतसकाइयाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया, बायरतेउकाइया असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीखायरवणस्सइकाइया असंखेज्जगुणा, बायरणिओया असंखेज्जगुणा, बायरपुढविकाइया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया असंखेज्जगुणा, बायरवाउकाइया असंखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया अणंतगुणा बायरा विसेसाहिया // 162 / / एएसिणं भंते ! बायरअपजत्तगाणं बायरपुढविकाइयअपजत्तगाणं बायरआउकाइयअपजत्तगाणं बायरतेउकाइयअपज्जत्तगाणं बायरवाउकाइयअपजत्तगाणं बायरवणस्सइकाइयअपज्जत्तगाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयअपज्जत्तगाणं बायरणिओयअपज्जत्तगाणं बायरतसकाइयअपज्जत्तगाण य कयरेकयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया अपज्जत्तगा, बायरतेउकाइया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीखायरवणस्सइकाइया अपजत्तगा असंखेज्जगुणा, बायरणिओया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, बायरपुढविकाइया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया अपज्जत्तगा असंखेजगुणा, बायरवाउकाइया अपज्जत्तगा असंखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तगा अणंतगुणा, बायरअपज्जत्तगा विसेसाहिया // 161 // एएसि णं भंते ! बायरपज्जत्तयाणं बायरपुढवीकाइयपजत्तयाणं बायरआउकाइयपजत्तयाणं बायरतेउकाइयपजत्तयाणं बायरवाउकाइयपज्जत्तयाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयपज्जत्तयाणं बायरणिओयपजत्तयाणं बायरतसकाइयपज्जत्तयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पजत्तया, बायरतसकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पजत्तया असंखज्जगुणा, बायरणिओया पज्जत्तया असंख ज्जगुणा, बायरपुढवीकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवाउकाइया पज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरवणस्सइकाइया पजत्तया अणंतगुणा बायरपज्जत्तया विसेसाहिया // 164 // एएसि णं भंते ! बायराणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरपज्जत्तया, बायरअपज्जत्तया असंखेज्जगुणा। एएसि णं भंते ! बायरपुढवीकाइयाणं पज्जत्तापजत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरपुढवी Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 369 काइया पज्जत्तया, बायरपुढवीकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा / एए सि ण भंते ! बायरआउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरआउकाइया पज्जत्तया, बायरआउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! बायरतेउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पज्जत्तया, बायरतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा / एए सि णं भंते ! बायरवाउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरवाउकाइया पज्जत्तया, बायरवाउकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा / एएसिणं भंते ! बायरवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरवणस्सइकाइया पजत्तया, बायरवणस्सइकाइया अपजत्तया असंखेज्जगुणा। एएसिणं भंते ! पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयाणं पच्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! बायरणिओयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरणिओया पज्जत्ता, बायरणिओया अपज्जत्ता असंखेजगुणा / एए सि भंते! बायरतसकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया पज्जत्ता, बायरतसकाइया अपज्जत्ता असंखेज्जगुणा // 165 // एएसिणं भंते ! बायराणं बायरपुढवीकाइयाणं बायरआउकाइयाणं बायरतेस्काइयाणं बायरवाउकाइयाणं बायरवणस्स इकाइयाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयाणं बायरणि ओयाणं बायरतसकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पज्जत्तया, बायरतसकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरतसकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा,पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पजत्तया असंखेज्जगुणा, बायरणिओया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा बायरपुढवीकाइया पजत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया पज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरवाउकाइया पजत्तया असंखेज़्जगुणा,बायरतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरणिओया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरपुढवीकाइया अपजत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, बायरवाउकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, बायरवणस्सइकाइया पजत्तया अणंतगुणा, Page #379 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 370 - अनंगपविट्ठसुत्ताणि बायरपजत्तगा विसेसाहिया बायरवणस्सइकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, बायरअपजत्तया विसेसाहिया, बायरा विसेसाहिया ॥१६६||एए सिणं भंते ! सुहुमाणं सुहुममुढवीकाइयाणं सुहुमआउकाइयाणं सुहुमतेउकाइयाणं सुहुमवाउकाइयाणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं सुहुमणिओयाणं बायराणं बायरपुढवीकाइयाणं बायरआउकाइयाणं बायरतेउकाइयाणं बायरवाउकाइयाणं बायरवणस्सइकाइयाणं पत्तेयसंसरीरबायरवणस्सइकाइयाणं बायरणिओयाणं तसकाइयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया, बायरतेउकाइया असंखेजगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया असंखेजगुणा, बायरणिओया असंखेजगुणा, बायरपुढवीकाइया असंखेजगुणा, बायरआउकाइया असंखेजगुणा, बायरवाउँकाइया असंखेज्जगुणा, सुहुमतेउकाइया असंखेजगुणा, सुहुमपुढवीकाइया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया विसेसाहिया, सुहुमणिओया असंखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया अगतगुणा, बायरा विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया असंखेंज्जगुणा, सुहुमा विसेसाहिया // 167 / एएसि णं भंते ! सुहुमअपज्जत्तयाणं सुहुमपुढवीकाइयाणं अपज्जत्तयाणं सुहमआउकाइयाणं अपज्जत्तयाणं सुहुमतेउकाइयाणं अपज्जत्तयाणं सुहुमवाउकाइयाणं अपज्जत्तयाणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं अपज्जत्तयाणं सुहमणिओयाणं अपज्जत्तयाणं बायरअपज्जत्तयाणं बायरपुढवीकाइयाणं अपज्जत्तयाणं बायरआउकाइयाणं अपज्जत्तयाणं बायरते उकाइयाणं अपज्जत्तयाणं बायरवाउकाइयाणं अपज्जत्तयाणं बायरवणस्सइकाइयाणं अपज्जत्तयाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयाणं अपजत्तयाणं बायरणिओयाणं अपज्जत्तयाणं बायरतसकाइयाणं अपज्जत्तयाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतसकाइया अपज्जत्तया, बायरतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा बायरणिओया अपज्जत्तया असंखज्जगुणा,बायरपुढवीकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवाउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमपुटवीकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमणिओया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया अपजत्तया अणंतगुणा, बायरा अपजत्तया विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमा अपज्जत्तया विसेसाहिया // 168 // एएसि णं Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०३ 371 भंते ! सुहमपजत्तयाणं सुहमपुढविकाइयपजत्तयाणं सुहुमआउकाइयपजत्तयाणं सुहुमते. उकाइयपजत्तयाणं सुहुमवाउकाइयपज्जत्तयाणं सुहुमवणस्सइकाइयपज्जत्तयाणं सुहुमणिओयपज्जत्तयाणं वायरपज्जत्तयाणं बायरपुढविकाइयपज्जत्तयाणं बायरआउकाइयपज्जत्तयाणं बायरतेउकाइयपज्जत्तयाणं बायरवाउकाइयपज्जत्तयाणं बायरवणस्सइकाइयपज्जत्तयाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयपज्जत्तयाणं बायरणिओयपज्जत्तयाणं बायरतसकाइयपज्जत्तयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पज्जत्तया, बायरतसकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरणिओया पजत्तया असंखेजगुणा, बायरपुढविकाइया पजत्तया असंखेज़गुणा, बायरआउकाइया पजत्तया असंखेजगुणा, बायरवाउकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमतेउकाइया पज्जत्तया असंखेजगुणा, सुहुमपुढविकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवा उकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमणिओया पजत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया अणंतगुणा, बायरपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहमपज्जत्तया विसेसाहिया // 169 // एएसि णं भंते ! सुहमाणं बायराण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरा पज्जत्तया, बायरा अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमअपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमपज्जत्तया संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! सुहुमपुढविकाइयाणं बायरपुढविकाइयाण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरपुढविकाइया पज्जत्तया, बायरपुढविकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमपुढविकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमपुढविकाइया पज्जत्तया संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! सुहुमआउकाइयाणं बायरआउकाइयाण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरआउकाइया पजत्तया, बायरआउकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, सुहुमआउकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, सुहुमआउकाइया पजत्तया संखेजगुणा // एएसि णं भंते ! सुहुमतेउकाइयाणं बायरतेउकाइयाण य पजत्तापजत्ताणें कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पजत्तया, बायरतेउकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तवा असंखेजगुणा, सुहुमतेउकाइया पज्जत्तया संखेज्जगुणा / एएसि णं भंते ! सुहुमवाउ Page #381 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अगर 372 अनंगपविट्ठसुत्ताणि काइयाणं बायरवा उकाइयाण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरवाउकाइया पज्जत्तया, बायरवांउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमा वाउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमवाउकाइया पज्जत्तया संखेजगुणा // एएसि णं भंते ! सुहुमवणस्सइकाइयाणं बायरवणस्सइकाइयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ?' गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया, बायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तया संखेज्जगुणा // एएसि णं भंते ! सुहमणिओयाणं बायरणिओयाण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरणिओया पज्जत्तया, बायरणिओया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहमणिओया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहमणिओया पज्जत्तया संखेज्जगुणा // 170 // एएसि णं भंते ! सुहुमाणं सुहुमपुढवीकाइयाणं सुहुमआउकाइयाणं सुहुमतेउकाइयाणं सुहुमवाउकाइयाणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं सुहुमणिओयाणं बायराणं बायरपुढ विकाइयाणं बायरआउकाइयाणं बायरतेउकाईयाणं बायरवाउकाइयाणं बायरवणस्सइकाइयाणं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयाणं बायरणिओयाणं बायरतसेकाइयाण य पज्जत्तापज्जत्ताणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पज्जत्तया, बायरतसकाइया पज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरतसकाइया अपजत्तया असंखेजगुणा, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरणिओया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरपुढविकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया पजत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवाउकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, पत्तेयसरीखायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरणिओया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरपुढवीकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरआउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, बायरवाउकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, सुहुमपुढवीकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया अपजत्तया विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमतेउकाइया पज्जत्तया असंखेज्जगुंणा, सुहुमपुढवीकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमआउकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवाउकाइया पज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमणिओया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०३ 373 सुहुमणिओया पज्जत्तया संखेज्जगुणा, बायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया अणंतगुणा, बायरपज्जत्तया विसेसाहिया, बायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेजगुणा, बायरअपज्जत्तया विसेसाहिया, बायरा विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखेज्जगुणा, सुहुमअपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइया पजत्तया संखेजगुणा, सुहुमपज्जत्तया विसेसाहिया, सुहुमा विसेसाहिया // 4 दारं // 171 // एएसि ण भंते ! जीवाणं सजोगीणं मणजोगीणं वइजोगीणं कायजोगीणं अजोगीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा मणजोगी, वइजोगी असंखेजगुणा, अजोगी अणंतगुणा, कायजोगी अणंतगुणा, सजोगी विसेसाहिया // 5 दारं // 172 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सवेयगाणं इत्थीवेयगाणं पुरिसवेयगाणं णपुंसगवेयगाणं अवेयगाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा पुरिसवेयगा, इत्थीवेयगा संखेज्जगुणा, अवेयगा अणंतगुणा, णपुंसगवेयगा अणंतगुणा, सवेयगा विसेसाहिया // 6 दारं // 173 // एएसि णं भंते ! सकसाईणं कोहकसाईणं माणकसाईणं मायाकसाईणं लोहकसाईणं अकसाईण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा अकसाई, माणकसाई अणंतगुणा, कोइकसाई विसेसाहिया, मायाकसाई विसेसाहिया, लोहकसाई विसेसाहिया, सकसाई विसेसाहिया // 7 दारं // 174 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सलेस्साणं किण्हलेस्साणं णीललेस्साणं काउलेस्साणं तेउलेस्साणं पम्हलेस्साणं सुक्कलेस्साणं अलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहया वा तुल्ला वा विसेसाहियावा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा संखेज्जगुणा, तेउलेस्सा संखेज्जगुणा, अलेस्सा अणंतगुणा, काउलेस्सा अणंतगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया कण्हलेस्सा विसेसाहिया, सलेस्सा विसेसाहिया // 8 दारं // 175 // एएसिणं भंते ! जीवाणं सम्मद्दिट्ठीणं मिच्छादिट्ठीणं सम्मामिच्छादिट्ठीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ! गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सम्मामिच्छदिट्ठी, सम्मदिट्ठी अणंतगुणा, मिच्छादिट्ठी अणंतगुणा // 9 दारं // 176 // एएसि णं भंते ! जीवाणं आभिणिबोहियणाणीणं सुयणाणीणं ओहिणाणीणं मणपज्जवणाणीणं केवलणाणीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा मणपज्जवणाणी, ओहिणाणी असंखेज्जगुणा, आभि Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 374 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णिबोहियणाणी सुयणाणी दोवि तुल्ला विसेसाहिया, केवलणाणी अणंतगुणा // 177 // एएसि णं भंते ! जीवाणं मइअण्णाणीणं सुयअण्णाणीण विभंगणाणीण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा विभंगणाणी, मइअण्णाणी सुयअण्णाणी दोवि तुल्ला अणतगुणा // 178 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं आभिणिबोहियणाणीणं सुयणाणीणं ओहिणाणीणं मणपज्जवणाणीणं केवलणाणीणं मइअण्णाणीणं सुयअण्णाणीणं विभंगणाणीण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा ममपज्जवणाणी, ओहिणाणी असंखेज्जगुणा, आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी दोवि तुल्ला विसेसाहिया, विभंगणाणी असंखेज्जगुणा, केवलणाणी अणंतगुणा; मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य दोवि तुल्ला अणंतगुणा // 10 दारं // 179 // एएसि णं भंते ! जीवाणं चक्खुदंसणीणं अचक्खुदंसणीणं ओहिंदसणीणं केवलदसणीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा ओहिंदंसणी, चक्खुदंसणी असंखेजगुणा, केवलदसणी अणंतगुणा, अचक्खुदंसणी अणंतगुणा / / 11 दारं // 180 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं संजयाणं असंजयाणं संजयासंजयाणं णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा संजया, संजयासंजया असंखेजगुणा, णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया अणंतगुणा, असंजया अणंतगुणा // 12 दारं // 181 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सागारोवउत्ताणं अणागारोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया बा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा जीवा अणागारोवउत्ता, सागारोवउत्ता संखेज्जगुणा // 13 दारं // 182 // एएसि णं भंते ! जीवाणं आहारगाणं अणाहारगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा अणाहारगा, आहारगा असंखेजगुणा // 14 दारं // 183 // एएसि णं भंते ! जीवाणं भासगाणं अभासगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा !. सव्वत्थोवा जीवा भासगा, अभासगा अणंतगुणा / / 15 दारं // 184 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं परित्ताणं अपरित्ताणं णोपरित्तणोअपरित्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा परित्ता, णोपरित्त Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 375 णोअपरित्ता अणतंगुणा, अपरित्ता अणंतगुणा // 16 दारं // 185 // एएसि णं भंते ! जीवाणं पज्जत्ताणं अपज्जत्ताणं णोपज्जत्ताणोअपज्जत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा जीवा णोपज्जताणोअज्जत्तगा, अपज्जत्तगा अणंतगुणा, पज्जत्तगा संखेज्जगुणा // 17 दारं / / // 186 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सुहुमाणं बायराणं णोसुहुमणोबायराण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा णोसुहुमणोबायरा, बायरा अणंतगुणा, सुहुमा असंखेज्जगुणा // 18 दारं / / // 187 // एएसिणं भंते ! जीवाणं सण्णीणं असण्णीणं णोसण्णीणोअसण्णीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सण्णी, णोसण्णीणोसण्णी अणंतगुणा, असण्णी अणंतगुणा // 19 दारं // / / 188 // एएसि णं भंते ! जीवाणं भवसिद्धियाणं अभवसिद्धियाणं णोभवसिद्धियाणोअभवसिद्धियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा अभवसिद्धिया, णोभवसिद्धियाणोअभवसिद्धिया अणंतगुणा, भवसिद्धिया अणंतगुणा // 20 दारं // 189 // एएसि ण भंते! धम्मत्थिकाय-अधम्मत्थिकाय-आगासस्थिकाय-जीवत्थिकाय-पोग्गलत्थिकायअद्धासमयाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेस्तिो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए आगासत्थिकाए एए णं तिण्णिवि तुल्ला दव्वट्ठयाए सव्वत्थोवा, जीवस्थिकाए दवट्ठयाए अणंतगुणे, पोग्गलत्थिकाए दव्वट्ठयाए अणंतगुणे, अद्धासमए दव्वट्ठयाए अणंतगुणे // 190 // एएसि णं भंते ! धम्मत्थिकाय-अधम्मत्थिकाय-आगासत्थिकाय-जीवस्थिकाय-पोग्गलत्थिकाय-अद्धासमयाणं पएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए एए णं दोवि तुल्ला पएसट्टयाए सव्वत्थोवा, जीवस्थिकाए पएसट्टयाए अणतगुणे, पोग्गलत्थिकाए पएसट्ठयाए अणंतगुणे, अद्धासमए पएसट्टयाए अणंतगुणे, आगासस्थिकाए पएसट्टयाए अणंतगुणे // 1911 // एयस्स णं भंते ! धम्मत्थिकायस्स दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा! सव्वत्थोवे एगे धम्मत्थिकाए दवट्ठयाए, से चेव पएसट्टयाए असंखेज्जगुणे / एयस्स णं भंते ! अधम्मत्थिकायस्स दव्वट्ठपएस?याए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! Page #385 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 376 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वत्थोवे एगे अधम्मत्थिकाए दव्वट्ठयाए, से चेव पएसट्टयाए असंखेज्जगुणे / एयस्स णं भंते ! आगासस्थिकायस्स दव्वठ्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे एगे आगासत्थिकाए दव्वट्ठयाए, से चेव पएसट्टयाए अणंतगुणे / एयस्स णं भंते ! जीवत्थिकायस्स दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे जीवत्थिकाए दव्वट्ठयाए, से चेव पएसट्टयाए असंखेज्जगुणे / एयस्स णं भंते ! पोग्गलस्थिकायस्स दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवे पोग्गलत्थिकाए दव्वट्ठयाए, से चेव पएसठ्याए असंखेज्जगुणे / अद्धासमए ण पुच्छिजइ, पएसाभावा // 192 / / एएसि गंभंते! धम्मत्थिकाय-अधम्मत्थिकाय-आगासथिकाय-जीवत्थिकाय-पोग्गलथिकाय-अद्धासमयाणं दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए आगासस्थिकाए एए तिण्णि वि तुल्ला दव्वट्ठयाए सव्वत्थोवा, धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए य एएसिणं दोणि वि तुल्ला पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा, जीवत्थिकाए दव्वट्ठयाए अणंतगुणे, से चेव पएसट्टयाए असंखेजगुणे, पोग्गलस्थिकाए दव्वट्ठयाए अणंतगुणे, से चेव पएसटुंयाए असंखेजगुणे, अद्धासमए दव्वट्ठपएसट्टयाए अणंतगुणे, आगासस्थिकाए पएसट्ठयाए अणंतगुणे // 21 दारं // 193 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं चरिमाणं अचरिमाण य कयरे कयरेहिंतो अप्या वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा अचरिमा, चरिमा अणंतगुणा / / 22 दारं // 194 // एएसि णं भंते ! जीवाणं पोग्गलाणं अद्धासमयाणं सव्वदव्वाणं सव्वपएसाणं सव्वपजवाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा, पोग्गला अणंतगुणा अद्धासमया अणंतगुणा, सव्वदव्वा विसेसाहिया, सव्वपएसा अणंतगुणा, सव्वपज्जवा अणंतगुणा / / 23 दारं // 195 / / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा जीवा उड्ढलोयतिरियलोए,अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलुक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 196 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा णेरइया तेलोक्के, अहोलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए असंखेजगुणा // 197 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तिरिक्खजोणिया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असं Page #386 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 377 खेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोएअसंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ तिरिक्खजोणिणीओ उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, तेलोक्के संखेजगुणाओ, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणाओ, अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए संखेजगुणाओ // 198 / / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा मणुस्सा तेलोक्के,उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा,अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा, उड्ढलोए संखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए संखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ मणुस्सीओ तेलोक्के,उड्ढलोयतिरियलोए सखेजगुणाओ,अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणाओ, उड्ढलोए संखेजगुणाओ अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए संखेजगुणाओ // 199|| खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा उड्ढलोए उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणां, तेलोके संखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए संखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ देवीओ उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, तेलोक्के संखेजगुणाओ, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणाओ, अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए संखेजगुणाओ // 200 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा भवणवासी देवा उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के संखेजगुणा अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोए असंखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ भवणवासिणीओ देवीओ उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, तेलोक्के संखेजगुणाओ, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, तिरियलोए असंखेजगणाओ, अहोलोए असंखेजगुणाओ॥ खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वाणमंतरा देवा उड्ढलोए, उडढलोयतिरियलोए असंखेजगणा, तेलोक्के संखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोए असंखेजगुणा, तिरियलोए संखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ वाणमंतरीओ देवीओ उढड्लोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, तेलोके संखेजगणाओ, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए संखेजगुणाओ // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा जोइसिया देवा उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के संखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगणा, अहोलोए संखेजगणा, तिरियलोए असंखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ जोइसिणीओ देवीओ उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेनगुणाओ, तेलोक्के संखेजगुणाओ, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणाओ, अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए असं Page #387 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 378 अनंगपविट्ठसुत्ताणि खेजगुणाओ // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा उड्ढलोयतिरियलोए, तेलोक्के संखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा,अहोलोए संखेजगुणा,तिरियलोए संखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ वेमाणिणीओ देवीओ उडढलोयतिरियलोए, तेलोके संखेनगुणाओ, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणाओ, अहोलोए संखेजगुणाओ, तिरियलोए संखेजगुणाओ, उढलोए असंखेजगुणाओ // 201 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा एगिदिया जीवा उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखिजगुणा, उड्ढलोए असंखिज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा एगिंदिया जीवा अपजत्तगा उड्ढलोयतिरियस्लोए अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा,तेलोके असंखेज्जगुणा उडढलोए असंखेजगुणा,अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा एगिदिया जीवा पजत्तगा उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखिज्जगुणा, तेलोक्के असंखिजगुणा, उड्ढलोए असंखिजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 202 // खेत्तागुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखिजगुणा तेलुक्के असंखिजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखिजगुणा, अहोलोए संखिजगुणा, तिरियलोए संखिजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया अपज्जत्तया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोक्के असंखेज्जगुणा, अहोलोयतिरियलोए, असंखेज्जगुणा, अहोलोए संखेज्जगुणा, तिरियलोए संखेज्जगुणा। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया पज्जत्ता उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखिजगुणा,तेलोके असंखिजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखिजगुणा, अहोलोए संखिजगुणा, तिरियलोए संखिजगुणा // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेइंदिया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखिजगुणा, तेलोक्के असंखिजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखिजगुणा, अहोलोए संखिज्जगुणा, तिरियलोए संखिज्जगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेइंदिया अपज्जत्तया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए संखेज्जगुणा, तिरियलोए संखेज्जगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेइंदिया पज्जत्तया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलुक्के असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए संखेज्जगुणा, तिरियलोए संखेज्जगुणा // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा चउरि Page #388 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 379 दिया जीवा उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेज्जगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए संखेज्जगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा चउरिंदिया जीवा अपजत्तया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेनगुणा,तेलुक्के असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए संखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा चउरिदिया जीवा पजत्तया उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए असंखेजगुणा अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए संखेजगुणा // 203 / / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पंचिंदिया तेलुके, उड्ढलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा, उड्ढलोए संखेजगुणा,अहोलोए संखेजगुणा,तिरियलोए असंखेज्जगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पंचिंदिया अपज्जत्तया तेलोके, उड्ढलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा, उड्ढलोए संखेज्जगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए असंखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पंचि दिया पज्जत्ता उड्ढलोए, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा,तेलुक्के संखेजगुणा,अहोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा, अहोलोए संखेज्जगुणा, तिरियलोए असंखेज्जगुणा / / 204 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पुढविकाइया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखिजगुणा, तेलोक्के असंखिजगुणा, उड्ढलोए असंखिजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पुढविकाइया अपज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पुढविकाइया पज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलुक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 205 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा आउकाइया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलुक्के असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा आउकाइया अपजत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा आउकाइया पज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 380 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तेलोक्के असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 206 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेउकाइया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोक्के असंखेज्जगुणा,उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेउकाइया अपज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोके असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेउकाइया पज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 207 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वाउकाइया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोके असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वाउकाइया अपजत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोक्के असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वाउकाइया पज्जत्तया उडढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलुक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 208 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वणस्सइकाइया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोक्के असंखेज्जगुणा,उड्ढलोए असंखेजगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वणस्सइकाइया अपज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, तेलुक्के असंखेज्जगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा वणस्सइकाइया पज्जत्तया उड्ढलोयतिरियलोए, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेज्जगुणा, तेलोक्के असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया // 209 // खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तसकाइया तेलोक्के, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेनगुणा, उड्ढलोए संखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोए असंखेज्जगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तसकाइया अपजत्तया तेलोक्के, उड्ढलोयतिरियलोए असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा,उड्ढलोए संखेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा,तिरिय Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 3 381 लोए असंखेजगुणा / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तसकाइया पजत्तया तेलोके उड्ढलोयतिरियलोय असंखेजगुणा, अहोलोयतिरियलोए संखेजगुणा, उड्ढलोए खेजगुणा, अहोलोए संखेजगुणा, तिरियलोय असंखेजगुणा // 24 दारं // 210 // एएसि णं भंते ! जीवाणं आउयस्स कम्मस्स बंधगाणं अबंधगाणं पज्जत्ताणं अपज्जत्ताणं सुत्ताणं जागराणं समोहयाणं असमोहयाणं सायावेयगाणं असायावेयगाणं इंदिओवउताणं णोइंदिओवउत्ताणं सागारोवउत्ताणं अणागारोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा आउयस्स कम्मस्स बंधगा 1, अपज्जत्तया संखेज्जगुणा 2, सुत्ता संखेज्जगुणा 3, समोहया संखेज्जगुणा 4, सायावेयगा संखेजगुणा 5, इंदिओवउत्ता संखेज्जगुणा 6, अणागारोवउत्ता संखेजगुणा ७,सागारोवउत्ता संखेजगुणा ८,णोइंदिओवउत्ता विसेसाहिया 9, असायावेयगा विसेसाहिया 10, असमोहया विसेसाहिया 11, जागरा विसेसाहिया 12, पज्जत्तया विसेसाहिया 13, आउयस्स कम्मस्स अबंधया विसेसाहिया 14 // 25 दारं ॥२.१।।खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा पुग्गला तेलोक्के, उड्ढलोयतिरियलोए अणंतगुणा, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया, तिरियलोए असंखेजगुणा, उड्ढलोए असंखेज्जगुणा, अहोलोए विसेसाहिया। दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा पुग्गला उड्ढदिसाए, अहोदिसाए विसेसाहिया, उत्तरपुरच्छिमेणं दाहिणपञ्चत्थिमेण उ दोवि तुल्ला असंखेज्जगुणा, दाहिणपुरच्छिमेणं उत्तरपञ्चत्थिमेण य दोवि विसेसाहिया, पुरच्छिमेणं असंखेज्जगुणा, पञ्चत्थिमेणं विसेसाहिया, दाहिणेणं विसेसाहिया, उत्तरेणं विसेसाहिया / खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाइं दव्वाइं तेलोक्के, उडढलोयतिरियलोए अणंतगुणाई, अहोलोयतिरियलोए विसेसाहियाई,उड्ढलोए असंखेजगुणाई,अहोलोए अणंतगुणाई, तिरियलोए संखेजगुणाई / दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवाइं दव्वाइं अहोदिसाए, उड्ढदिसाए अणंतगुणाई, उत्तरपुरच्छिमेणं दाहिणपञ्चत्थिमेण य दोवि तुल्लाई असंखेजगुणाई, दाहिणपुरच्छिमेणं उत्तरपञ्चत्थिमेण य दोवि तुल्लाई विसेसाहियाई पुरच्छिमेणं असंखेज्जगुणाई, पञ्चत्थिमेणं विसेसाहियाई दाहिणेणं विसेसाहियाई, उत्तरेणं विसेसाहियाई // 212 // एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं संखेज्जपए सियाणं असंखेज्जपएसियाणं अणंतपएसियाण य खंधाणं दव्वट्ठयाए पएसड्याए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा दवट्ठयाए, परमाणुपोग्गला दव्वट्ठयाए Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 382 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अणंतगुणा, संखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा। पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा पएसट्टयाए, परमाणुपोग्गला अपएसट्टयाए अणंतगुणा, संखेजपएसिया खंधा पएसट्टयाए संखेज्जगुणा,असंखपएसिया खंधा पएसट्टयाए असंखेजगुणा। दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए, ते चेव पएसड्याए. अणतगुणा, परमाणुपोग्गला दव्वट्ठअपएसट्टयाए अणंतगुणा, संखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्टयाए असंखेजगुणा / / 213 // एएसिणभंते!एगपएसोगाढाणं संखेजपएसोगाढाणं असंखेजपएसोगाढाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए पएसट्ठयाए दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए, संखेजपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए सखेज्जगुणा, असंखेजपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, पएसट्टयाएसव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए, संखेजपएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए संखेजगुणा, असंखेज्जपएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए असंखेजगुणा / दवट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पुग्गला दव्वट्ठपएसट्टयाए, संखिज्जपएसोगाढा पुग्गला दव्वट्ठयाए संखिजगुणा, ते चेव पएसट्टयाए संखिजगुणा, असंखिजपएसोगाढा पुग्गला दव्वट्ठयाए असंखिजगुणा, ते चेव पएसट्टयाए असंखिजगुणा // 214 // एएसि णं भंते ! एगसमयठिझ्याणं संखिजसमयठिइयाणं असंखिनसमयठिइयाणं पुग्गलाणं दव्वट्ठयाए पएसध्याए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला दव्वट्ठयाए, संखिज्जसमयठिइया पुग्गला दव्वट्ठयाए संखिज्जगुणा, असंखिज्जसमयठिइया पुग्गला दव्वयाए असंखिज्जगुणा / पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला पएसट्टयाए, संखेजसमयठिइया पुग्गला पएसट्टयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जसमयठिइया पुग्गला पएसइयाए असंखेज्जगुणा / दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला दव्वट्ठपएसठ्ठयाए, संखिज्जसमयठिइया पुग्गला दव्वट्ठयाए संखिजगुणा, ते चेव पएसट्टयाए संखिज्जगुणा / असंखिज्जसमयठिइया पुग्गला दव्वट्ठयाए असंखिज्जगुणा, ते चेव पएसठ्याए असंखिज्जगुणा // .215 // एएसि णं भंते ! एगगुणकालगाणं संखिज्जगुणकालगाण असंखिज्जगुणकालगाणं अणंतगुणकाल Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प०.३ 383 गाण य पुग्गलाणं दयट्ठयाए पएसहयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! जहा पुग्गला तहा भाणियव्वा, एवं संखिज्जगुणकालगाण वि / एवं सेसावि वण्णा गंधा रसा फासा भाणियव्वा / फासाणं कक्खडमउयगरुयलहुयाणं जहा एगपएसोगाढाणं भणियं तहा भाणियव्वं / अवसेसा फासा जहा वण्णा तहा भाणियव्वा // 26 दारं // 216 // अह भंते ! सव्वजीवप्पबहुं महादण्डयं वण्णइस्सामि-सव्वत्थोवा गब्भवतिया मणुस्सा 1, मणुस्सीओ संखिज्जगुणाओ 2, बायरतेउकाइया पज्जत्तया असंखिजगुणा 3, अणुत्तरोववाइया देवा असंखिजगुणा 4, उवरिमगेविजगा देवा संखिजगुणा 5, मज्झिमगेविजगा देवा संखिज्जगुणा 6, हिटिमगेविज्जगा देवा संखिज्जगुणा 7, अच्चुए कप्पे देवा संखिज्जगुणा 8, आरणे कप्पे देवा संखिज्जगुणा 9, पाणए कप्पे देवा संखिज्जगुणा 10, आणए कप्पे देवा संखिज्जगुणा 11, अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइया असंखिज्जगुणा 12, छट्ठीए तमाए पुढवीए णेरइया असंखिज्जगुणा 13, सहस्सारे कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 14, महासुक्के कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 15, पंचमाए धूमप्पभाए पुढवीए णरइया असंखिज्जगुणा 16, लंतए कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 17, चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए णेरइया असंखिज्जगुणा 18, बंभलोए कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 19, तच्चाए वालुयप्पभाए पुढवीए णेरइया असंखिज्जगुणा 20, माहिंदे कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 21, सणंकुमारे कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 22, दोच्चाए सक्करप्पभाए पुढवीए णेरइया असंखिज्जगुणा 23, समुच्छिमा मणुस्सा.असंखिज्जगुणा 24, ईसाणे कप्पे देवा असंखिज्जगुणा 25, ईसाणे कप्पे देवीओ संखिज्जगुणाओ 26, सोहम्मे कप्पे देवा संखिज्जगुणा 27, सोहम्मे कप्पे देवीओ संखिज्जगुणाओ 28, भवणवासी देवा असंखिज्जगुणा २९,भवणवासिणीओ देवीओ संखिज्जगुणाओ 30, इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए णेरइया असंखिजगुणा 31, खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया पुरिसा असंखिज्जगुणा 32, खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिणीओ संखिज्जगुणाओ 33, थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया पुरिसा संखिजगुणा 34, थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिणीओ संख़िज्जगुणाओ 35, जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया पुरिसा संखिज्जगुणा 36, जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिणीओ संखिज्जगुणाओ 37, वाणमंतरा देवा संखिज्जगुणा 38, वाणमंतरीओ देवीओ संखिज्जगुणाओ 39, Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 384 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जोइसिया देवा संखिज्जगुणा 40, जोइसिणीओ देवीओ संखिज्जगुणाओ 41, खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया णपुंसगा संखिज्जगुंणा 42, थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया णपुंसगा संखिज्जगुणा 43, जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया णपुंसगा संखिज्जगुणा 44, चउरिंदिया पज्जत्तया संखिज्जगुणा 45, पंचिंदिया पज्जत्तया विसेसाहिया 46, बेइंदिया पज्जत्तया विसेसाहिया 47, तेइंदिया पज्जत्तया विसेसाहिया 48, पंचिंदिया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 49, चउरिंदिया अपज्जत्तया विसेसाहिया 50, तेइंदिया अपज्जत्तया विसेसाहिया 51, बेइंदिया अपज्जत्तया विसेसाहिया 52, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया पज्जत्तया असंखिज्जगुणा 53, बायरणिओया पज्जत्तया असंखिज्जगुणा 54, बायरपुढवीकाइया पज्जत्तया असंखिज्जगुणा 55, बायरआउकाइया पज्जत्तया असंखिज्जगुणा 56, बायरवाउकाइया पज्जत्तया असंखिज्जगुणा 57, बायरतेउकाइया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 58, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 59, बायरणिओया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 60, बायरपुढवीकाइया अपज्जत्तया असंखिजगुणा 61, बायरआउकाइया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 62, बायरवाउकाइया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा ६३,सुहुमतेउकाइया अपज्जत्तया असंखिज्जगुणा 64, सुहमपुढवीकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया 65, सुहुमआउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया 66, सुहुमवाउकाइया अपज्जत्तया विसेसाहिया 67, सुहुमतेउकाइया पज्जत्तया संखिजगुणा 68, सुहुमपुढविकाइया पजत्तया विसेसाहिया 69, सुहुमआउकाइया पजत्तया विसेसाहिया 70, सुहुमवाउकाइया पजत्तया विसेसाहिया 71, सुहमणिओया अपजत्तया असंखिजगुणा 72, सुहुमणिओया पजत्तया संखिजगुणा 73, अभवसिद्धिया अणंतगुणा 74, परिवडियसम्मद्दिट्ठी अणंतगुणा 75, सिद्धा अणंतगुणा 76, बायरवणस्सइकाइया पजत्तया अणतगुणा 77. बायरपजत्तया विसेसाहिया 78, बायरवणस्सइकाइया अपजत्तया असंखिजगुणा 79, बायरअपजत्तया विसेसाहिया 80, बायरा विसेसाहिया 81, सुहुमवणस्सइकाइया अपज्जत्तया असंखिजगुणा 82, सुहुमअपजत्तया विसेसाहिया 83, सुहुमवणस्सइकाइया पज्जत्तया संखिज्जगुणा 84, सुहुमपज्जत्तया विसेसाहिया 85, सुहुमा विसेसाहिया 86, भवसिद्धिया विसेसाहिया 87, गिओयजीवा विसेसाहिया-८८, वणस्सइजीवा विसेसाहिया 89, एगिदिया विसेसाहिया 90, तिरिक्खजोणिया विसेसाहिया 91, Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 4 385 मिच्छादिट्ठी विसेसाहिया 92, अविरया विसेसाहिया 93, सकसाई विसेसाहिया 94 छउमत्था विसेसाहिया 95, सजोगी विसेसाहिया 96, संसारत्था विसेसाहिया 97, सव्वर्जावाविसेसाहिया 98 // 27 दारं // 217 // पण्णवणाए भगवईए तइयं अप्पाबहुयपयं समत्तं / / चउत्थं ठिइपयं णेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साई, उकोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं / अपजत्तगणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तगणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / / 218 // रयणप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साई, उक्कोसेणं सागरोवमं / अपजत्तरयणप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं टिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तरयणप्पभापुढविणेरइ. याणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं सागरोवमं अंतोमुहुत्तूणं / सक्करप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं एगं सागरोवमं, उक्कोसेणं तिण्णि सागरोवमाइं / अपजत्तयसक्करप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पज्जत्तयसक्करप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमं अंतोमुहत्तणं, उक्कोसेणं तिणि सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / वालुयप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं तिणि सागरोवमाई, उक्कोसेणं सत्त सागरोवमाइं / अपजत्तयवालुयप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयवालुयप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं तिण्णि सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं सत्त सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / पंकप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्त साग Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 386 अनंगपविट्ठसुत्ताणि रोवमाइं, उक्कोसेणं दस सागरोवमाई / अपजत्तयपंकप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयपंकप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहप्रणेणं सत्त सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई उक्कोसेणं दस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई। धूमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं दस सागरोवमाइं, उक्कोसेणं सत्तरस सागरे वमाई / अपजत्तयधूमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयधूमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते. ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं दस सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं सत्तरस सागरोवमाई अंतोमुहुत्तूणाई / तमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरस सागरोवमाइं, उक्कोसेणं बावीस सागरोचमाई / अपजत्तयतमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई. पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उकोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पन्जत्तयतमप्पभापुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / अहेमत्तमापुढविणेरइया भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं तेत्ती सागरोवमाई। अपजत्तगअहेसत्तमपुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तगअहेसत्तमपुढविणेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई // 219 // देवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं। अपजत्तयदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / देवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाई। अपजत्तियदेवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियदेवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं दस वास Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुतं प० 4 387 सहस्साई अंतोमुहुतूणाई, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई // 220 // भवणवासीणं देवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं / अपजत्तयभवणवासीण भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयभवणवासीणं देवाणं भंते ! केवइयं कालं टिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं अंतोमुहतूणं / भवणवासिणीण भंते ! देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जह. ण्णेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाई। अपजत्तियभवणवासिणीणं देवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं भंते ! भवणवासिणीणं देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाई अंतोमुहत्तूणाई॥२२१|| असुरकुमाराणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोवमा ! जहणणेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं / अपज्जत्तयअसुरकुमाराणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पज्जत्तयअसुरकुमाराणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं अंतोमुत्तूणं / असुरकुमारीणं भंते ! देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! ज़हण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं अद्भपंचमाइं पलिओवमाइं / अपज्जत्तियाणं असुरकुमारीणं भते ! देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणेण वि अंतोमुहत्तं उकोसेण वि अंतोमहत्तं / पज्जत्तियाणं असुरकुमारीणं देवीणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दम वाससहस्साई अंतोमुहत्तूणाई उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाई अंतोमुहत्तूणाई // 222 // णागकुमाराणं देवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं दो पलिआवमाइं देसूणाई / अपजत्तयाणं भंते ! णागकुमाराणं० केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेण वि अंतोमुहत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं भंते ! णागकुमाराणं देवाणं केवइयं कालं ठिई पणत्ता 1 गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं दो पलिओवमाइं देसूणाई अंतोमुहुत्तूणाई / गागकुमारीणं भंते ! देवीणं केवइयं Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 388 अनंगपविद्वसुत्ताणि कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं देसूर्ण पलि ओवमं / अपज्जत्तियाणं भंते ! णागकुमारीणं देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पज्जत्तियाणं भंते ! णागकुमारीणं देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं // 223 // सुवण्णकुमाराणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई उक्कोसेणं दो पलिओवमाई देसूणाई / अपज्जत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पज्जत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहत्तूणाई, उक्कोसेणं दो पलिओवमाई देसूणाई अंतोमुहुत्तूणाई / सुवण्णकुमारीणं देवीण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं देसूर्ण पलिओवमं / अपज्जत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पज्जत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहत्तूणाई, उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं अंतोमुहत्तूणं / एवं एएणं अभिलावेणं ओहियअपज्जत्तयपज्जत्तयसुत्तत्तयं देवाण य देवीण य णेयव्वं जाव थणियकुमाराणं जहा णागकुमाराणं // 224 // पुढविकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साई / अपज्जत्तयपुढविकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पज्जत्तयपुढविकाइयाणे पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तणाई / सुहुमपुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / अपज्जत्तयसुहुमपुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पज्जत्तयसुहुमपुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / बायरपुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साई / अपज्जत्तयबायरपुदविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पज्जत्तयबायरपुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई // 225 // आउकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्त.वाससहस्साई / अपजतयआउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 4 389 पज्जत्तयआउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्त वाससहस्साइं अंतोमुत्तूणाई / सुहुमआउकाइयाणं ओहियाणं अपजत्तयाणं पज्जत्तयाण य जहा सुहुमपुढविकाइयाणं तहा भाणियव्यं / बायरआउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहणणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं सत्त वाससहस्साइं / अपज्जत्तयबायरआउकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पज्जत्तयाण य पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्त वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तणाई // 226 // तेउकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाण य पुच्छा / गोयमा!जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाइं अंतोमुहुत्तूणाई। सुहुमतेउकाइयाणं ओहियाणं अपजत्तयाणं पजत्तयाण य पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / बायरतेउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाइं / अपजत्तयवायरतेउकाइयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाइं अंतोमुहत्तूणाई // 227 // वाउकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणं पुच्छां / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई / सुहुमवाउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पनत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेणवि अंतोमुहत्तं / बायरवाउकाइयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साई। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई // 228 // वण'फइकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दस वाससहस्साई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उकोसेणं दस वाससंहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई / सुहुमवण'फइकाइयाणं ओहियाणं अपजत्ताणं पजत्ताण य पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / बायर. Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 360 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वणप्फइकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दस वाससह. स्साइं। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण. वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्त, उक्कोसेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई // 229 // बेइंदियाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बारस संवच्छराई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्त, उक्कोसेणं बारस संवच्छराइं अंतोमुहुत्तूणाई / तेइंदियाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं एगूणवण्णं राइंदियाई। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं एगूणवण्णं राइंदियाई अंतोमुहुतूणाई / चउरिंदियाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं छम्मासा / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं छम्मासा अंतोमुत्तूणा // 230 // पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / समुच्छिमपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा / गब्भवकंतियपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण अंतोमुहुत्ते, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुहत्तूणाई // 231 // जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पुवकोडी। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुत्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा। समुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्ख Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०४ 361 जोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा / गब्भवक्कंतियजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्को. सेणं पुव्वकोडी / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा // 232 // चउम्ययथलयरपंचिंदियतिरिक्खनोणियाणं पुच्छा / गोयमा? जहण्णेणं अंतोंमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं / अपजत्तयचउप्पयथलयरपंचिदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणे अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलि ओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई। समुच्छिमचउप्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं चउरासीवाससहस्साई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहपणेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं चउरासीवाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई / गन्भवतियचउप्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहणेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तणाई // 233 // उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा। संमुच्छिमउरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेवण्णं वाससहस्साई। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं तेवण्णं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई / गम्भवभूतियउरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी / अपजसयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुर्स। पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहु Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 392 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तूणा // 234 // भुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणे पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतो. मुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तूणा / समुच्छिमभुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बायालीसं वाससहस्साई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बायालीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाई / गब्भवक्कंतियभुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्गेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुवकोडी अंतोमुहुत्तूणा // 235 / / खहयरपंचिदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णण अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं अंतोमुहुत्तूणं / समुच्छिमखहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावत्तरी वाससहस्साइं ।अपजत्तयाणं पुच्छा , गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावत्तरी वाससहस्साई अंतोमुत्तूणाई। गब्भवक्फतियखहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं अंतोमुहुत्तूणं // 236 / / मणुस्साणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई। अपजत्तमणुस्साणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तमणुस्साण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / समुच्छिममणुस्साणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / गम्भवक्कंतियमणुस्साणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई। अपनत्तयाणं पुच्छा / Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०४ 363 गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्त, उक्कोसेणं तिणि पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई // 237 // वाणमंतराणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं पलिओवमं / अपजत्तयवाणमंतराणं देवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं पलिओवमं अंतोमुहत्तणं / वाणमंतरीणं देवीण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं / अपजत्तियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुतं / पजत्तियाणं वाणमंतरीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहत्त. णाई, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं अंतोमुहत्तूणं // 238 // जोइसियाणं देवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमट्ठभागो, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससयसहस्सममहियं / अपजत्तयजोइसियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा / जहण्णेणं पलिओवमट्ठभागो अंतोमुहत्तणो, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससयसहस्समब्भहियं अंतोमुहुत्तूणं / जोइसिणीणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमट्ठभागो, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पण्णासवाससहस्समब्भहियं / अपजत्तियजोइसियदेवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियजोइसियदेवीणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं पलिओवमट्ठ. भागो अंतोमुहत्तणो, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पण्णासवाससहस्समब्भहियं अंतोमुहत्तणं / चंदविमाणे णं भंते ! देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं च उभागपलि ओवमं, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससयसहस्समन्भहियं / अपजत्तयाणं चंददेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहत्तूणं, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससयसहस्समन्भहियं अंतोमुहुत्तूणं / चंदविमाणे गं० देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पण्णासवाससहस्समब्भहियं / अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियांण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं च उभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पण्णासवाससहस्समब्भहियं अंतोमुहत्तूणं / सूरविमाणे णं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं च उभागपलिओवमं उक्कोसेणं Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंग 364 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पलिओवमं वाससहस्समब्भहियं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहणेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससहस्समब्भहियं अंतोमुहुत्तूणं / सूरविमाणे णं भंते ! देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पंचहिं वाससएहिमब्भहियं / अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं पंचहिं वाससए हिमब्भहियं अंतोमुहुत्तणं / गहविमाणे णं भंते ! देवाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं च उभागपलिओवम, उक्कोसेणं पलिओवमं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं / गहविमाणे देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं / अपजत्तियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा। गोयमा!जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं / णक्खत्तविमाणे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं, उकोसेणं अद्धपलिओवमं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहुतूणं, उक्कोसेणं अद्धपलिओवमं अंतोमुहुत्तणं / णक्खत्तविमाणे देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं, उक्कोसेणं साइरेगं चउभागपलिओवमं। अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहत्तणं, उक्कोसेणं साइरेगं च उभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं / ताराविमाणे देवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवमं, उक्कोसेणं चउभागपलिओवमं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमट्ठभागं अंतोमुहत्तणं उक्कोसेणं चउभागपलिओवमं अंतोमुहत्तणं / ताराविमाणे देवीणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं पलिओवमट्ठभाग, उक्कोसेणं साइरेगं अट्ठभागपलिओवमं / ताराविमाणे अपजत्तियाणं देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तियाणं देवीणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमट्ठभागं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं साइरेगं पलिओवमट्ठभागं अंतोमुत्तूणं // 239 // Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०४ 365 वेमाणियाणं देवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई अंतोमुहुत्तूणाई / वेमाणियाणं भंते ! देवीणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णणं पलिओवमं, उक्कोसेणं पणपण पलिओवमाइं। अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं अंतोमुत्तूणाई // 240 / / सोहम्मे णं भंते ! कप्पे देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाई। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं देवाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुहत्तणं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई / सोहम्मे कप्पे देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं पण्णासं पलिओवमाइं / अपजत्तियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुहुतूर्ण, उक्कोसेणं पण्णासं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तणाई / सोहम्मे कप्पे परिग्गहियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं सत्त पलिओवमाई। अपजत्तियपरिग्गहियदेवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / परिग्गहियाणं पजत्तियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं पलिओवमं अंतोमुहतूणं, उक्कोसेणं सत्त पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / सोहम्मे कप्पे अपरिग्गहियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं पण्णासं पलिओवमाइं। अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं पण्णासं पलिओवमाई अंतोमुहुत्तूणाई // 241 // ईसाणे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं, उक्कोसेणं साइरेगाई दो सागरोवमाई। अपजत्तयदेवाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा!जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं साइरेगाइं दो सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तणाई / ईसाणे कप्पे देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं। ईसाणे कप्पे देवीणं अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविद्वसुत्ताणि वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / ईसाणे कप्पे पजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूगं, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं अंतोमुहत्तूणाई / ईसाणे कप्पे परिग्गहियाणं देवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं, उकोसेणं णव पलिओवमाई / अपजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / ईसाणे कप्पे पजत्तियाण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं अंतोमुहत्तणं, उक्कोसेणं णव पलिओवमाइं अंतोमुहत्तूणाई / ईसाणे कप्पे अपरिग्गहियदेवीणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं। अपजत्तियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं, उक्कोसेणं पणपण्णं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / / 242 // सणंकुमारे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दो सागरोवमाई, उक्कोसेणं सत्त सागरोवमाई / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दो सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं सत्त सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / माहिंदे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगाई दो सागरोवमाई, उक्कोसेणं साइरेगाई सत्त सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं दो सागरोवमाइं साइरेगाइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं सत्त सागरोवमाई साइरेगाई अंतोमुहुत्तूणाई / बंभलोए कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सत्त सागरोवमाई, उक्कोसेणं दस सागरोवमाई। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं सत्त सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई उक्कोसेणं दस सागरोवमाई अंतोमहत्तणाई। लंतए कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस सागरोवमाई, उक्कोसेणं चउद्दस सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तणाई, उक्कोसेणं चउद्दस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / महासुक्के कप्पे देवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउद्दस सागरोवमाइं, उक्कोसेणं सत्तरस सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउद्दस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं सत्तरस सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / सह Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 4 397 स्सारे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरस सागरोवमाइं, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोक्माई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं सत्तरस सागरोवमाइं अंतोमुहत्तगाई, उक्कोसेणं अहारससागरोवमाइं अंतोमुहुत्तणाई / आणए कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अट्ठारस सागरोवमाइं. उक्कोसेणं एगणवीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्त / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहणणं अट्ठारस सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं एगूणवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / पाणए कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगूणवीसं सागरोवमाई उक्कोसेणं वीसं सागरोवमाई / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगूणवीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तूणाई, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई। आरणे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं वीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं एक्कसं सागरोक्माई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोवमा ! जहण्मेणं वीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं एगवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / अच्चुए कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहगणेणं एगवीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं बावीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा !जहण्णेणं एकवीसं सागरोवमाई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / / 243 // हेट्ठिमहेट्ठिमगेविजगदेवाण पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं वावीसं सागरोवमाइं, उक्कोसेणं तेवीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई, उक्कोसेणं तेवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई। हेदिममज्झिमगेविजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं तेर्वसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं चउवीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उकोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं तेवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहतूणाई, उक्कोसेणं चउवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / हेट्ठिमउवरिमगेविजगदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउर्वसिं सागरोवमाई, उक्कोसेणं पणवीसं सागरोवमाई / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उकोसेण वि अंतोमुहुत्तं / Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 398 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं पणवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / मज्झिमहेट्टिमगेविजगदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं पणवीसं सागरोवमाइं, उक्कोसेणं छवीसं सागरोवमाइं। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं पणवीसं सागरोवमाइं अंतोमुहत्तूणाई, उक्कोसेणं छव्वीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / मज्झिममज्झिमगेविजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं छब्बीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं सत्तावीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं छव्वीसं सागरोवमाइं अंतोमुहत्तणाई उक्कोसेणं सत्तावीसं सागरोवमाई अंतोमुहुत्तूणाई। मज्झिमउवरिमगेविजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सत्तावीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं अट्ठावीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं सत्तावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं अट्ठावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / उवरिमहेट्ठिमगेविजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठावीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं एगणतीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं एगूणतीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई / उवरिममज्झिमगेविजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगूणतीसं सागरोवमाइं उक्कोसेणं तीसं सागरोवमाइं / अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगूणतीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुतूणाई, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई। उवरिमउवरिमगेविजगदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं तीसं सागरोवमाइं, उक्कोसेणं एकतीसं सागरोवमाइं। अपजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहृत्तूणाई, उक्कोसेणं एकतीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई // 244 // विजयवेजयंतजयंतअपराजिएसु ण भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एकतीसं सागरोवमाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं। अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / पजत्तयाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं अंतोमुहु Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 5 तूणाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई // सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं भंते! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! अजहण्णमणुकोसं तेत्तीसं सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता। सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं अपजत्तयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं / सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं० पजत्तयाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! अजहण्णमणुकोसं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाई ठिई पण्णत्ता // 245 // ॥पण्णवणाए भगवईए चउत्थं ठिइपयं समत्तं॥ - पंचमं विसेसपयं कइविहा णं भंते ! पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पजवा पण्णत्ता / तंजहाजीवपजवा य अजीवपजवा य // 246 // जीवपजवा णं भंते ! किं संखिजा असंखिजा, अणता ? गोयमा ! णो संखिजा, णो असंखिजा, अणंता / से केपट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जीवपजवा णो संखिजा, णो असंखिजा, अणंता' ? गोयमा ! असंखिजा णेरइया, असंखिजा असुरकुमारा, असंखिजा णागकुमारा, असंखिजा सुवण्णकुमारा, असंखिज्जा विज्जुकुमारा, असंखिजा अगणिकुमारा, असंखिजा दीवकुमारा, असंखिजा उदहिकुमारा, असंखिजा दिसीकुमारा, असंखिजा वाउकुमारा, असंखिजा थणियकुमारा, असंखिजा पुढविकाइया, असंखिजा आउकाइया, असंखिजा तेउकाइया, असंखिजा वाउकाइया, अणंता वण फइकाइया, असंखिजा बेइंदिया, असंखिजा तेइंदिया, असंखिजा चउरिदिया, असंखिजा पंचिंदियतिरिक्खजोणिया, असंखिजा मणुस्सा, असंखिजा घाणमंतरा असंखिजा जोइसिया, असं. खिजा वेमाणिया, अणंता सिद्धा, से एएणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-ते णं णो संखिजा, णो असंखिजा, अणंता // 247 // णेरइयाणं भंते ! केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'णेरइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! णेरइए णेरइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुले, ओगाहणट्ठयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्महिए / जइ हीणे असंखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजगुणहीणे वा असंखिजगुणहीणे वा। अह अन्महिए असंखिजइभागमभहिए वा संखिजइभागमभहिए वा संखिजगुणमब्भहिए वा असंखिजगुणमब्भहिए वा / ठिईए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए। जइ हीणे असंखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजगुणहीणे वा असं. Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 400 अनंगपविट्ठसुत्ताणि खिजगुणहीणे वा / अह अब्भहिए असंखिजभागमभहिए वा संखिजभागमभहिए वा संखिजगुणमब्भहिए वा असंखिजगुणमब्भहिए वा / कालचण्णपजवेहिं सिय हीणे सिय तुल्ले सिय मब्भहिए / जइ हीणे अणंतभागहीणे वा असंखेजभांगहीणे वा संखेजभागहीणे वा संखेजगुणहीणे वा असंखेजगुणहीणे वा अणंतगुणहीणे वा / अह अब्भहिए अणंतभागमभहिए वा असंखेजभागमब्महिए संखेजभागममहिए वा संखेजगुणमब्भहिए वा असंखेजगुणमब्भहिए वा अणंतगुणमन्महिए वा णीलवण्णपजवेहिं लोहियवण्णपजवेहिं हालिद्दवण्णपजवेहिं सुकिल्लवण्णपजवेहिं छट्ठाणवडिए / सुन्भिगंधपजवेहिं दुब्भिगंधपजवेहि य छट्ठाणवड़िए। तित्तरसपजवेहिं कडुयरसपज्जवेहिं कसायरसपजवेहिं अंबिलरसपजवेहिं महुररसपजवेहिं छहाणवडिए / कक्खडफासपजवेहिं मउयफासपजवेहिं गझयफासपजवेहिं लहुयफासपजवेहिं सीयफासपजवेहिं उसिणफासपजवेहिं णिद्धफासपजवेहि लुक्खफासप्रजवेहिं छटाणवडिए / आमिणिबोहियणाणपजवेहिं सुयणाणपजवेहिं ओहिणाणपजवेहिं महअण्णाणपजवेहिं सुयअण्णाणपजवेहिं विभंगणाणपजवेहिं चक्खुदंसणपजवेहिं अचक्खुदंसणपजवेहिं ओहिदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'णेरइयाणं णो संखेजा, णो असंखेजा, अणंता पजवा पण्णत्ता' // ,248 // असुरकुमाराणं भंते ! केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'असुरकुमाराणं अणंता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! असुरकुमारे असुरकुमारस्स दव्वट्टयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहि छट्ठाणवडिए, एवं णीलवण्णपजवेहिं लोहियवण्णपजवेहिं हालिद्दवण्णपजवेहिं सुक्किलवण्णपज्जवेहि, सुन्भिगंधपजवेहि, दुब्भिगंधपजवेहिं, तित्तरसपजवेहिं कडुयरसपजवेहिं कसायरसपजवेहिं अंबिलरसपजवेहिं महुर. रसपजवेहि, कक्खडफासपजवेहिं मउयफासपजवेहिं गरुयफासपजवेहिं लहुयफासपनवेहिं सीयफासपजवेहिं उसिणफासपजवेहिं गिद्ध फासपजवेहिं लुक्खफासपजवेहि आभिणिबोहियणाणपजवेहिं सुयणाणपजवेहिं ओहिणाणपजवेहिं मइअण्णाणपजवेहिं मुयअण्णाणपजवेहिं विभंगणाणपजवेहिं चक्खुदंसणपजवेहिं अचक्खुदंसणपजवेहिं ओहिदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए, से एएटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- असुरकुमाराणं अणंता पजवा पण्णत्ता' / एवं जहा जेरइया, जहा असुरकुमारा.तहा गागकुमारा वि माव थणियकुमारा // 249 // पुढविकाइयाणं भंते ! केवइया पजवा पण्णत्ता ? Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 5 401 गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'पुढविकाइयाणं अणंता पूजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! पुढविकाइए पुढ विकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए ! जइ हीणे असंखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजइगुणहीणे वा असंखिजइगुणहीणे वा / अह अब्भहिए असंखिजहभागअन्महिए वा संखिजइभागअब्भहिए वा संखिजगुणअब्भहिए वा असंखिजगुणअब्भहिए वा। ठिईए तिहाणवडिए, सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे असंखिजभागहीणे वा संखिजभागहीणे वा संखिजगुणहीणे वा / अह अब्भहिए असंखिजइभागअब्भहिए वा संखिजइभागअब्भहिए वा संखिजगुणअब्भहिए वा। वण्णेहिं गंधेहिं रसेहिं फासेहिं मइअण्णाणपजवेहिं सुयअण्णाणपजवेहिं अचक्खुदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए // 250 // आउकाइयाणं भंते ! केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'आउकाइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ! गोयमा ! आउकाइए आउकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउढाणवडिए, ठिईए तिट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासमइअण्णाणसुयअण्णाणअच खुदंसणपजवेहिं छठाणवडिए // 251 / / तेउकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणंभंते! एवं वुच्चइ-'तेउकाइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता? गोयमा ! तेउकाइए तेउकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तिट्ठाणवठिए, वण्णगंधरसफासमइअण्णाणसुयअण्णाणअच खुदंसणपजवेहि य छटाणवडिए. // 252 // वाउकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! वाउकाइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'वाउकाइयाणं अणता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! वाउकाइए वाउकाइयस्स दव्यठ्याए तुल्ले, पएसहयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए, तिट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासमइअण्णाणसुयअण्णाणअचक्खुदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए // 253 / / वणस्सइकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ'वणस्सइकाइयाणं अणंता पनवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! वणस्सइकाइए वणस्सइकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तिट्ठाणवडिए,वण्णगंधरसफासमइअण्णाणसुयअण्णाणअचक्खुदंसणपजवेहि य ढाण. वडिए, से एएणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'वणस्सइकाइयाणं अणता पजवा पण्णत्ता' Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 402 अनंगपविट्ठसुत्ताणि // 254 // बेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पन्जवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते !एवं वुच्चइ-बेइंदियाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा! बेइंदिए बेइंदियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले,पएसट्टयाए तुल्ले,ओगाहणट्टयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे असंखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजइगुणहीणे वा असंखिजइगुणहीणे वा / अह अब्भहिए असंखिजभागअन्भहिए वा संखिजइभागअन्भहिए वा संखिजगुणमन्महिए वा असंखिजइगुणमब्भहिए वा / ठिईए तिट्ठाणवडिए, वण्ण. गंधरसफासआभिणिबोहियणाणसुयणाणमइअण्णाणसुयअण्णाण अचवखुदंसणपजवेहि -य छट्ठाणवडिए / एवं तेइंदिया वि। एवं चउरिंदियां वि, णवरं दो दंसणा, चक्खुदंसणं अचक्खुदंसणं / पंचिंदियतिरिक्खजोणिवाणं पजवा जहा णेरइयाणं तहा भाणियव्वा // 255 / / मणुस्साणं भंते ! केवइया पज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा! अणंता पज्जवा पण्णत्ता / से केण?णं भंते ! एवं बुच्चइ-'मणुस्साणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा! मणूमे मणूमस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले,पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए,ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासआभिणिबोहियणाणसुयणाणओहिणाणमणपजवणाणपजवेहिं छट्ठाणवडिए, केवलणाणपजवेहिं तुल्ले, तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छटाणवडिए, केवलदंसणपजवेहिं तुले / वाणमंतरा ओगाहणट्टयाए ठिईए चउठाणवडिया, वण्णाई हिं छट्ठाणवडिया। जोइसिया वेमाणिया वि एवं चेव, णवरं ठिईए तिट्ठाणवडिया ||256 / / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! णेरइयाणं केवइया पजवा पणत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ०? गोयमा! जहण्णोगाहणए गेरइए जहण्णोगाहणस्स गेरइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए तुल्ले, ठिईए चउठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहि तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिँ छट्ठाणवडिए / उक्कोसोगाहणगाणं भंते ! णेरइयाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'उकोसोगाहणगाणं णेरइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा! उक्कोसोगाहणए णेरइए उक्कोमोगाहणस्स णेरइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए तुल् / ठिईए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे असंखिजभागहीणे वा संखिजभागहीणे वा, अह अब्भहिए असंखिजभागअब्भहिए वा संखिजभागअब्भहिए वा / वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छठ्ठाणवडिए / अजहण्णमणुकोसोगाहणाणं भंते ! णेरइयाणं केवइया Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 403 पण्णवणासुत्त प० 5 पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणद्वेणं भंते ! एवं बुच्चइ'अजहण्णमणुकोसीगाहणाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए णेरइए अजहण्णमणुक्कोसोगाहणस्स णेरइयस्स दवट्ठयाए तुले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहट्ठयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जह हीण असंखिजभागहीणे वा संखिजभागहीणे वा संखिजगुणहीण वा असंखिजगुणहीणे वा। अह अब्भहिए असंखिजभागअब्महिए वा संखिजभागअब्भहिए वा संखिजगुणअब्भहिए वा असंखिजगुणअब्भहिए वा / ठिईए सिथ हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे असंखिजभागहीणे वा संखिजभागहीणे वा संखिजगुणहीणे वा असंखिजगुणहीणे वा / अह अब्भहिए असंखिजभागअब्भहिए वा संखिजभागअब्महिए वा संखिजः गुणअब्भहिए वा असंखिजगुणअब्भहिए वा / वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए, से एएणतुणं गोयमा ! एवं बुच्चइ'अजहण्णमणुक्कोसोगाहणाणं णेरइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' // 257 // जहण्णठिइयाणं भंते ! णेरइयाणं केवइया पजवा पणत्ता ? गोयमा ! अणता पजवा पण्णत्ता / से केणट्टेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'जहण्णठिइयाणं णेरइयाणं अता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! जहण्णठिइए णरइए जहण्णाटिइयस्स णेरइ यस्स दवट्ठयाए तुल्ले, पएसहयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउहाणवडिए, ठिईए तुल्ल, वणगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसठिईए वि एवं चेव, णवरं सट्टाणे चउट्ठाणवडिए ||258 // जहण्णगुणकालगाणं भंते ! णेरइयाणं केवड्या पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केपट्टेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'जहण्णगुणकालगाणं णेरड्याणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! जहण्णगुणकालए णेरइए जहण्णगुणकालगस्स णेरइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाएतुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउठाणवडिए, टिईए चउठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहि तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए, से एएणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चई-'जहण्ण. गुणकालगाणं णेरइयाणं. अणंता पजवा पण्णत्ता' / एवं उकोसगुणकालए वि। अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं कालवण्णपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं अवसेसा चत्तारि वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ट फासा भाणियव्वा / / 259 / / जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं भंते ! णेरइयाणं केवइया पन्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णा Page #413 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. .. . 4.04 अनंगपविट्ठसुत्ताणि भिणियोहियणाणीणं णेरइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं णेरइयाणं अणंता पजवा पपणत्ता' ? गोयमा ! जहण्णाभिणिबोहियणाणी णेरइए जहण्णाभिणिबोहियणाणिस्स णेरइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणठ्याए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए, आभिणिबोहियणाणपजवेहिं तुल्ले, सुयणाण. पनवेहिं ओहिणाणपजवेहिं छट्ठाणवडिए, तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसाभिणिबोहियणाणी वि / अजहण्णमणुक्कोसाभिणिबोहियणाणी वि एवं चेव, णवरं आभिणिबोहियणाणपजवेहिं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं सुयणाणी ओहिणाणी वि, णवरं जस्स णाणा तस्स अण्णाणा णस्थि / जहा णाणा तहा अण्णाणा वि भाणियव्वा, णवरं जस्स अण्णाणा तस्स णाणा ण भवंति / जहण्णचक्खुदंसणीणं भंते ! णेरइयाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणद्वेणं भंते! एवं बुच्चइ-'जहण्णचक्खुदसणीणं णेरइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! जहण्णचक्खुदंसणी णं णेरइए जहण्णचक्खुदंसणिस्स करइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउढाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं छट्ठाणवडिए, चक्खुदंसणपजवेहिं तुल्ले, अचक्खुदंसणपजवेहिं ओहिंदसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसचक्खुदंसणी वि / अजहण्णमणुक्कोसचखुदंसणी वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं अचक्खुदंसणी वि ओहिदंसणी वि // 260 // जहण्णोगाहणाणं भंते ! असुरकुमाराणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ'जहण्णोगाहणाणं असुरकुमाराणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा! जहण्णोगाहणए असुरकुमारे जहण्णोगाहणस्स असुरकुमारस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए तुल्ले,ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाई हिं छट्ठाणवडिए, आमिणिबोहिय. णाणपजवेहिं सुयणाणपजवेहिं ओहिणाणपजवेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसोगाहणए वि / एवं अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि णवरं उक्कसोगाहणए वि असुरकुमारे ठिइए चउट्ठाणवडिए,एवं जाव थणियकुमारा।२६९। जहण्णोगाहणाणं भंते ! पुढविकाइयाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णोगाहणाणं पुढविकाइयाणं अणता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! जहण्णोगाहणए पुढविकाइए जहण्णोगाहणस्स Page #414 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं 50 5 405 पुढविकाइयम्स दव्वट्टयाए तुल्ले,पएसट्टयाए तुल्ले,ओगाहणहयाए तुल्ले, ठिईए तिहाणवडिए, वणगंधरसफासपजवेहिं दोहिं अण्णाणेहिं अचक्खुदंसणपजवेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसोगाहणए वि / अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे चउट्ठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णठिइयाणं पुढविकाइयाणं अणता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! जहण्णठिइए पुढविकाइए जहण्णठिइयस्स पुढविकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, षण्णगंधरसफासपजवेहि मइअण्णाणपनवेहिं सुयअण्णाणपजवेहि अचक्खुदसणपजवे हिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुकोसठिइए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे तिट्ठाणवडिए / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! अणता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णगुणकालयाणं पुढविकाइयाणं अणंता पजवा पण्णत्ता ?' गोयमा ! जहण्णगुणकालए पुढविकाइए जहण्णगुणकालयस्स पुढविकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउठाणवडिए, ठिईए तिढाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले,अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए, दोहिं अण्णाणेहिं अचखुदसणपजवेहि य ठट्टाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सहाणे छटाणवडिए / एवं पंच वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ट फासा भाणियव्वा। जहण्णमइअण्णाणीणं भंते ! पुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णमइअण्णाणीणं पुढविकाइयाणं अणंता पनवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! जहण्णमइअण्णाणी पुढविकाइए जहण्णमइअण्णाणिस्स पुढविकाइयस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउट्टाणवडिए, ठिईए तिट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहि ढाणवडिए, मइअण्णाणपजवेहिं तुल्ले सुयअण्णाणपजवेहिं अचक्खुदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसमइअण्णाणी वि। अजहण्णमणुक्कोसमइअण्णाणी वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्टाणवडिए / एवं सुखअण्णाणी वि अचखुदंसंणी वि एवं चेव जाव वणफइकाइया // 262 / / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! बेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते! एवं बुच्चइ-'जहण्णोगाहणगाणं बेइंदियाणं अणंता पन्जवा पणत्ता' 1 गोयमा! जहण्णोगाहणए बेइंदिए जहण्णोगाहणस्स बेइंदियस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएसट्टयाए तुल्ले,ओगा Page #415 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 406 अनंगपविट्ठसुत्ताणि हणट्टयाए तुल्ले, ठिईए तिट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं दोहिं णाणेहिं दोहिं अण्णाणेहिं अचक्खुदंसणपजवेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसोगाहणए वि, णवरं गाणा णस्थि / अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए जहा जहण्णोगाहणए, णवरं सट्ठाणे ओंगाहणाए चउट्ठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं भंते ! बेइदियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पणत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णठिइयाणं बेइंदियाणं अणंता पजवा पण्णत्ता'? गोयमा ! जहण्णठिइए बेइंदिए जहण्णटिइयस्स बेइंदियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणठ्याए चउहाणवडिए, टिईए तुल्ले, वण्णगंधरसफासपज. वेहिं दोहि अण्णाणेहिं अचक्खुदसणपजवेहि य छट्ठाणवडिए। एवं उक्कोसटिइए वि, णवरं दो णाणा अब्भहिया। अजहण्णमणुकोसटिइए जहा उकोसटिइए, णवरं ठिईए तिट्ठाणवडिए / जहण्णगुणकालगाणं बेइंदियाणे पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते!एवं वुच्चइ-'जहण्णगुणकालगाणं बेइंदियाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा !जहण्णगुणकालए बेइंदिए जहण्णगुणकालगस्स बेइंदियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले,पएसठ्याए तुल्ले,ओगाहणट्ठयाए चउहाणवडिए,टिईए तिढाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहिं दोहिंणाणेहिं दोहि अण्णा. णेहिं अचक्खुदंसणपजवेहि य छटाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव। णवरं सट्टाणे खटाणवडिए / एवं पंच वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ठ फासा भाणियव्वा। जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं भंते ! बेइंदियाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं बेइंदियाणं अणता पजवा पण्णत्ता'? गोयमा! जहण्णाभिणिबोहियणाणी बेइंदिए जहण्णाभिणिबोहियणाणिस्स बेइंदियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तिट्ठाणवडिएं, वण्णगंधरसफासपजवेहिं छहाणवडिए, आभिणिबोहियणाणपजवेहिं तुल्ले, सुयणाणपजवेहिं छट्टाणवडिए, अचक्खुदंसणपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसाभिणिबोहियणाणी वि। अजहण्णमणुकोसाभिणिबोहियणाणी वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छहाणवडिए / एवं सुयणाणी वि सुयअण्णाणी वि अचक्खुदंसणी वि, णवरं जत्थ णाणा तत्थ अण्णाणा णत्थि, जत्थ अण्णाणा तत्थ णाणा णत्थि,जत्थ दंसणं तत्थ णाणा वि अण्णाणा वि / एवं तेइंदियाण वि / चउरिंदियाण वि एवं चेव, णवरं चक्खुदसणं अब्भहियं // 263 // जहण्णोगाहणगाणं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? Page #416 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०५ 407 गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जहण्णोगाहणगाणं पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' 1 गोयमा ! जहण्णोगाहणए पंचिंदियतिरिक्खजोगिए जहण्णोगाहणयस्स पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए तुल्ले, ठिईए तिट्ठाणवडिए, वणगंधरसफासपजवेहिं दोहिं णाणेहिं दोहि अण्णाणेहिं दोहिं दंसणेहि छट्ठाणवडिए / उक्कोसोगाहगए वि एवं चेव, णवरं तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए। जहा उक्कोसोगाहणए तहा अजहण्णमणुकोसोगाहणए वि, णवरं ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए,ठिईए चउट्ठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं भंते! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पनवा पण्णत्ता। से केणतुणं भंते ! एवं बुच्चइ-'जहण्णठिइयाणं पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं अणंता पजवा पण्णत्ता'? गोयमा ! जहण्णठिइए पंचिंदियतिरिक्खजोणिए जहण्णठिइयस्स पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स दवट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्याए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, वण्णगंधरसफासपजवेहिं दोहि अण्णाणेहिं दोहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए। उकोसटिइए वि एवं चेव, णवरं दो णाणा दो अण्णाणा दो दंसणा / अजहण्णमणुकोसठिइए वि एवं चेव, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए / तिण्णि णाणा तिणि अण्णाणा तिण्णि दंसणा / जहण्णगुणकालगाणं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणकालए पंचिंदियतिरिक्खजोणिए जहण्णगुणकालगस्स पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएसट्टयाए तुले, ओगाहणट्टयाए चउठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहिं तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए. वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं पंच वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ट फासा / जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणडेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णाभिणिबोहियणाणी पंचिंदियतिरिक्खजोगिए जहण्णाभिणिबोहियणाणिस्स पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स दवट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए वण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए, आभिणिबोहियणाणपजवेहिं तुल्ले, सुयणाण Page #417 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 408 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पजवेहिं छट्ठाणवडिए, चक्खुदंसणपजवेहिं छहाणवडिए, .अचवखुदसणपज्जवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसामिणिबोहियणाणी वि, णवरं ठिईए तिढाणवडिए, तिण्णि णाणा, तिण्णि दंसणा, सहाणे तुल्ले, सेसेसु छट्ठाणवडिए / अजहण्णमणुक्कोसाभिणिबोहियणाणी जहा उक्कोसामिणिबोहियणाणी, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए। सहाणे छडाणवडिए / एवं सुयणाणी वि। जहण्णोहिणाणीण भंते ! पंचिदियतिरिक्खजोणियाणे पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० ? गोयमा! जहणोहिणाणी पंचिंदियतिरिक्खजोणिए जहण्णोहिणाणिस्स पंचिंदियतिरि खजोणियस्स दब्बड्याए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणहयाए चउहाणवडिए, ठिईए तिहाणखडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं आमिणिबोहियणाणसुयणाणपजवेहिं छहाणवडिए, ओहिणाणपजवेहिं तुल्ले। अण्णाणा णत्थि / चक्खुदंसणपजवेहिं अच. खुदंसणपजवेहिं ओहिदंसणपजवेहि य छहाणवडिए / एवं उक्कोसोहिणाणी वि / अजहण्णुक्कोसोहिणाणी वि एवं चेव, णवरं सहाणे छट्ठाणवडिए / जहा आभिणिबोहियणाणी तहा मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य, जहा ओहिणाणी तहा विभंगणाणी वि, चक्खुदंसणी अचखुदंसणी य जहा आभिणिबोहियणाणी, ओहिदंसणी जहा ओहिणाणी, जत्थ णाणा तत्थ अण्णाणा णत्थि, जत्थ अण्णाणा तत्थ णाणा णस्थि, नत्थ दंसणा तत्थ णाणा वि अण्णाणा वि अस्थित्ति भाणियव्यं // 264 / / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! मणुस्साणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते! एवं बुच्चइ-'जहण्णोगाहणगाणं मणुस्साणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! जहण्णोगाहणए मणूसे जहण्णोगाहणस्स मणूसस्स दवढयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए तुल्ले, ठिईए तिट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं तिहिं णाणेहिं दोहि अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छटाणवडिए / उक्कोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं ठिईए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे असंखिजइभागहीणे, अह अन्भहिए असंखिजइभागअब्भहिए / दो णाणा दो अण्णाणा दो दंसणा। अजहण्णमणुकोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउठाणवडिए, आइल्लेहिं चउहिं गाणेहिं छट्ठाणवडिए, केवलणाणपजवेहिं तुल्ले, तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए, केवलदंसणपनवेहिं तुल्ले / जहण्णठिइयाणं भंते ! मणुस्साणं केवइया पंजवा पण्णत्ता ! गोयमा.! अणता पजवा पण्णात्ता / से केणद्वेणं भंते ! एवं नुचइ. ! गोयमा ! जहण्णठिइए Page #418 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 5 406 मगुस्से जहण्णठिइयस्स मणूसम्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसड्याए तुल्ले, ओगाहणहयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, वण्णगंधरसफासपजवेहिं दोहि अण्णाणेहिं दोहिं दंसणेहि ढाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि, णवरं दो णाणा दो अण्णाणा दो दंसणा। अजहण्णमणुक्कोसठिइए वि एवं चेव, णवरं ठिईए चउठाणवडिए, ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए, आइल्लेहिं चउहिं णाणेहिं छट्ठाणवडिए, केवलणाणपजवेहिं तुले, तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिए, केवलदंसणपजवेहिं तुल्ले / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! मणुस्साणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणता पजया पणत्ता / से केणटेणं अंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणकालए मणूसे जहाणगुणकालयस्स मणुस्सस्स दव्वयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए च उट्ठाणवडिए, ठिईए चउहाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहिं छटाणवडिए, चउहिं णाणेहिं छट्ठाणवडिए, केवलणाणपजवेहिं तुल्ले, तिहिं अण्णाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छटाणवडिए केवलदंसणपजवेहिं तुल्ले / एवं उकोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं पंच वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ट फामा भाणियव्वा / जहण्णाभिणिबोहियणाणीणं भंते !मणस्साणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अगंता पजवा पण्णत्ता / से केण्टे भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा! जहण्णाभिणिबोहियणाणी मणूसे जहण्णाभिणिबोहियणाणिस्स मणुस्सस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्ठयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, टिईए चउठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं हांणवडिए, आमिणिबोहियणाणपजवेहिं तुल्ले, सुयणाणपजवेहिं दोहिं दंसणेहिं ढाणवडिए, एवं उक्कोसाभिणिबोहियणाणी वि. णवरं आभिणिबोहियणाणपजवेहिं तुल्ले, ठिईए तिट्ठाणवडिए, तिहिं णाणेहिं तिहिं दसणेहि छट्ठाणवडिए / अजहण्णमणुकोमाभिणियोहियणाणी जहा उक्कोसाभिणिबोहियणाणी, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए, सट्टाणे छट्ठाणवडिए / एवं सुयणाणी वि / जहण्णोहिणाणीणं भंते ! मणुस्साणं केवइया पज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० ? गोयमा ! जहण्णोहिणाणी मगुस्से जहण्णोहिणाणीम्स मणूसस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले,पएसट्टयाए तुल्ले,ओगाहणट्टयाए तिट्ठाणवडिए,ठिईए तिहाणंवडिए,वण्णगंधरसफासपजवेहिं दोहिं णाणेहिं छट्ठाणवडिए,ओहि. णाणपजवेहिं तुल्ले मणपजवणाणपजवेहिं छट्ठाणवडिए, तिहिं दंसणेहिं छहाणवडिए / एवं उक्कोसोहिणाणी वि। अजहण्णमणुक्कोसोहिणाणी वि एवं चेव,णवरं ओगाहणट्ठयाए Page #419 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 410 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउट्ठाणवडिए, सट्टाणे छट्ठाणवडिए / जहा ओहिणाणी तहा मणपज्जवणाणी वि भाणियब्वे, गवरं ओगाहणट्ठयाए तिट्ठाणवडिए / जहा आभिणिबोहियणाणी तहा मइअण्णाणी सुयअण्णाणी वि भाणियव्वे / जहा ओहिणाणी तहा विभंगणाणी वि भाणियव्वे, चक्खुदंसणी अचवखुदंसणी य जहा आभिणियोहियणाणी, ओहिदंसणी जहा ओहिणाणी / जत्थ णाणा तत्थ अण्णाणा स्थि, जत्थ अण्णाणा तत्थ णाणा णत्थि, जत्थ दंसणा तत्थ णाणा वि अण्णाणा वि / केवलणाणीणं भंते ! मणुस्साणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'केवलणाणीणं मणुस्साणं अणंता पजवा पण्पत्ता' गोयमा! केवलणाणी मणूसे केवलणाणिस्स मणूसस्स दव्वट्ठयाए तुले; पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तिढाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए,केवलणाणपजवेहि केवलदसणपजवेहि य तुल्ले / एवं केवलदंसणी वि मणूसे भाणियव्वे / वाणमंतरा जहा असुरकुमारा / एवं जोइसियवेमाणिया, णवरं सट्ठाणे ठिईए तिढाणवडिए भाणियब्वे / सेत्तं जीवपजवा // 265 // अजीवपजवा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा वण्णत्ता। तंजहा-रूविअजीवपजवा य अरूविअजीवपजवा य // 266 // अरूविअजीवपज्जवा गं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता / तंजहा-धम्मत्थिकाए, धम्मत्थिकायस्स देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसा, अहम्मत्थिकाए, अहम्मत्थिकायस्स देसे, अहम्मत्थिकायस्स पएसा, आगासस्थिकाए आगासस्थिकायस्स देसे, आगासस्थिकायस्स पएसा, अद्धासमए // 267 // रूवि. अजीवपजवा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता 1 गोयमा ! चउव्विहा पण्णत्ता। तंजहाखंधा, खंधदेसा, खंधपएसा, परमाणुपुग्गला / ते णं भंते ! किं संखेजा असंखेज्जा अणंता ? गोयमा ! णो संखेजा णो असंखेजा, अणंता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'णो संखेजा, णो असंखेजा, अणंता' ? गोयमा! अणंता परमाणुपुग्गला, अणंता दुपएसिया खंधा जाव अणंता दसपए सिया खंधा, अणंता संखेजपएसिया खंधा, अणंता असंखेजपएसिया खंधा, अणंता अणंतपएसिया खंधा, से तेणतुणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'ते णं णो संखेजा, णो असंखेजा, अणंता' // .268 // परमाणुपोग्गलाणं भंते ! केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! परमाणुपोग्गलाणं अणता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'परमाणुपुग्गलाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' ? गोयमा ! परमाणुपुग्गले परमाणुपोग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पए. Page #420 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०५ 411 सट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए तुले, ठिईए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अन्महिए। जइ हीणे असंखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजइगुणहीणे वा असंखिजइगुणहीणे वा / अह अन्भहिए असंखिजइभागअन्महिए वा संखिजइभाग अब्भहिए वा संखिजगुणअब्भहिए वा असंखिजगुणअब्भहिए वा। कालवण्णपजवेहि सिय हीणं सिय तुल्ले सिय अमहिए / जइ हीणे अणंतभागहीण वा असखिजइभागहीणे वा संखिजइभागहीणे वा संखिजगुणहीणे वा असंखिजगुणहीणे वा अणंतगुणहीणे वा / अह अब्भहिए अणंतभागअब्भहिए वा असंखिजहभागअन्महिए वा मंखिजभागअब्भहिए वा संखिजगुणअब्भहिए वा असंखिजगुणअब्भहिए वा अणंतगुणअब्भहिए वा / एवं अवसेसवण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए। फासाणं सीयउसिणणिद्धलुक्खेहिं छट्ठाणवडिए, से तेणटेणं गोयमा! एवं बुच्चइ-'परमाणुपोग्गलाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' / दुपए सियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पज्जवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! दुपए सिए दुपएसियस्स दव्वयाए तुल्ले, पएसट्ठयाए तुले, ओगाहणट्टयाए सिय हीणे सिंय तुल्ले सिय अमहिए / जइ हीणे पएसहीणे, अह अब्महिए पएसममहिए / ठिईए चउट्ठाणवहिए, वण्णाई हिं उवरिल्लेहिं चउफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं तिपए सिए वि, णवरं ओगाहणट्टयाएं सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अमहिए / जइ हीणे पएसहीणे वा दुपएसहीणे वा, अह अब्भहिए पएसमभहिए वा दुपएसमभहिए वा / एवं जीव दसपए सिए, णवरं ओगाहणाए पएसपरिवुड्डी कायव्वा जाव दसपए सिए, वरं वपए सहीणत्ति / संखेजपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवां पत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! संखेजपए सिए संखेजपए सियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए सिय हीणे सिय तुले सिय अब्भहिए / जइ हीणे संखेजभागहीणे वा संखेजगुणहीणे वा, अह अब्भहिए एवं चेव / ओगाहणट्ठयाए वि दुट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए,वण्णाइउवरिल्लचउफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए / असंखिजपए सियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा! असंखिजपएसिए खंधे असंखिजपएसियस्स खंधस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाएं चउट्ठामवडिए, ओगाहणट्टयाए चउहाणवडिए, टिईए चउहाणवडिए, वण्णाइउवरिलचउफासेहि य छट्ठाणवडिए / अणंतपए सियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / सें केणटेणं भंते ! एवं बुच्चई. ? गोयमा ! अणंतपए सिए खंधे अणंत Page #421 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 412 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि पए सियस्स खंवस्त दव्वयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउठाणवडिए, वण्णगंधरसफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए / 269 / एगपएसोगाढाणं पोग्गलाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केंणडेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! एगपएसोगाढे पोग्गले एगपएसोगाढस्स पोग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्टयाए तुल्ले, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइउवरिलचउफासेहिं छट्ठाणवडिए / एवं दुपएसोगाढे वि जाव दसपएसोगाढे वि। संखिजपएसोगाढाणं पुच्छा। गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! संखिजपएसोगाढे पोग्गले संखिजपएसोगाढस्प पोग्गलस्स दवट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए दुट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइउवरिल्लच उफासेहि य छट्ठाणवडिए / असंखेजपएसोगाढाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पन्जवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० ? गोयमा ! असंखेजपएसोगाढे पोग्गले असंखेजपएसोगाढस्स पोग्गलस्स दव्वयाए तुले, पएमट्टयाए छहाणवडिए, ओगाहणहयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइअट्ठफासेहिं छट्ठाणवडिए // 270 // एगसमयठिइयाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ० ? गोयमा ! एगसमय ठिइए पोग्गले एगसमयठिइयस्स पोग्गलस्स दव्वठ्याए तुल्ले, पएसट्ठयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, वण्णाइ. अट्ठफासेहिं छट्ठाणवडिए / एवं जाव दससमयठिईए / संखेजसमयठिइयाणं एवं चेव, णवरं ठिईए दुट्ठाणवडिए / असंखेजसमयठिइयाणं एवं चेव, णवरं ठिईए चउठाणवडिए // 271 // एगगुणकालगाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० ? गोयमा ! एगगुणकालए पोग्गले एंगगुणकालगस्स पोग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएसध्याए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहि छट्ठाणवडिए, अट्ठहिं फासेहिं छट्ठाणवडिए / एवं जाव दसगुणकालए / संखेजगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे दुट्ठाणवडिए / एवं असंखेजगुणकालए वि, णवरं सट्टाणे चउट्ठाणवडिए / एवं अणंतगुणकालए वि, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवड़िए / एवं जहा कालवण्णस्स वत्तव्वया भणिया तहा सेसाण वि वण्णगंधरसफासाणं वत्तव्वया भाणियव्वा जाव अणंतगुणलुक्खे // 272 // जहण्णोगाहणगाणं भंते ! दुपएसियाणं Page #422 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०५ 413 पुच्छा / गोयमा ! अगंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्योगाहणए दुपए सिए खंधे जहण्णोगाहणस्स दुपएसियस्स खंधस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुले,ओगाहणट्ठयाए तुल्ले,ठिईए चउट्ठाणवडिए,कालवण्णपजवेहिं छट्ठाणवडिए,सेसवण्णगंधरसपजवेहिं छट्ठाणवडिए,सीयउसिणणिद्धलुक्खफासपज्जवेहिं छट्ठाणवडिए, से तेण?णं गोयमा! एवं वुच्चइ-'जहण्णोगाहणगाणं दुपए सियाणं पोग्गलाणं अणंता पजवा पण्णत्ता' / उक्कोसोगाहणए वि एवं चेव। अजहण्णमणुक्कोसोगाहणओ णस्थि / जहण्णोगाहणयाणं भंते ! तिपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ०१ गोयमा! जहा दुपएसिए जहण्णोगाहणए, उकोसोगाहणए वि एवं चेव, एवं अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि / जहण्णोगाहणयाणं भंते ! चउपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! जहा जहण्णोगाहणए दुपए सिए तहा जहण्णोगाहणए चउम्पएसिए, एवं जहा उक्कोसोगाहणए दुपएसिए तहा उक्कोसोगाहणए चउम्पए सिए वि / एवं अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि चउप्पएसिए, णवरं ओगाहण?याए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे पएसहीणे, अह अब्भहिए पएसअब्भहिए / एवं जाव दसपएसिए णेयव्वं, णवरं अजहण्णुक्कोसोगाहणए पएसपरिवुड्डी कायव्या जाव दसपएसियस्स सत्त पएसा परिवट्टिजति / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! संखेजपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केण?णं भंते! एवं वुच्चइ 01 गोयमा! जहण्णोगाहणए संखेजपएसिए जहण्णोगाहणगस्स संखेजपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए दुट्टाणवडिए, ओगाहणट्टयाए तुल्ले, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइचउफासपजवेहि यछट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसोगाहणए वि / अजहण्णमणुकोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे दुट्टाणवडिए / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! असंखिजपएसियाणं पुच्छा / गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा! जहण्णोगाहणए असंखिजपएसिए खंधे जहण्णोगाहणगस्स असंखिजपएसियस्स खंधस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए चउठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए तुल्ले, ठिईए चउठाणवडिए, वण्णाइउवरिल्लफासेहि य छट्ठाणवडिए। एवं उक्कोसोगाहणए वि / अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे चउहाणवडिए / जहण्णोगाहणगाणं भंते ! अणंतपएसियाणं पुच्छा। गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा! जहण्णोगाहणए अणंतपएसिए खंधे जहण्णोगाहणस्स अणंतपएसियस्स खंधस्स दव्वद्र्याए तुल्ले, पएसट्टयाए Page #423 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 414 अनंगपविट्ठसुत्ताणि छहाशवडिए, ओगाहणड्याए तुल्ले, ठिईए चउहाणवडिए, वण्णाइउवरिल्लचउफासेहिं छहाणवडिए / उकोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं ठिईए वि तुल्ले / अजहण्णमणुक्कोसोगाहणगाणं भंते ! अणंतपएसियाणं पुच्छा ! गोयमा! अणंता पजवां पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए अणंतपएसिए खंधे अजहण्णमणुक्कोसोगाहणगस्स अणंतपएसियस्स खंधस्स दव्वयाए तुल्ले पएसट. याए छट्ठाणवडिए, ओगाहणहयाए चउठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइ. अहफासेहिं छट्ठाणवडिए // 273 // जहण्णद्विइयाणं भंते! परमाणुपुग्गलाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णठिइए परमाणुपोग्गले जहण्णठिइयस्सै परमाणुपोग्गलस्स दव्वयाए तुले, पएसटुंयाए तुल्ले, ओगाहट्ठणयाए तुले, ठिईएं तुल्ले, वण्णाइदुफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उकोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसठिइए वि एवं चैव, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं दुपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णठिइए दुपएसिए जहण्णटिइयस्स दुपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे पएसहीणे, अह अन्भहिए पएसअब्भहिए / ठिईए तुल्ले, वण्णाइचउफासेहि य छंटाणवडिए / एवं उकोसटिइए वि। अजहण्णमणुकोसठिइए वि एवं चेव, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए / एवं जावदसपएसिए, णवरं पएसपरिवुड्डी कायव्वा / ओगाहणट्टयाए तिसु वि गमएसु जाव दसपएसिए, एवं पएसा परिवट्टिजंति / जहण्णठिइयाणं भंते ! संखिजपएसियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णठिइए संखिजपएसिए खंधे जहण्णठिइयस्स संखिजपएसियस्स खंधस्स दवट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए दुट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए दुट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, वण्णाइचउफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसटिइए वि एवं चेव, णवरं ठिईए चउठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं असंखिजपएसियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ. 1 गोयमा! जहण्ण. ठिइए असंखिजपएसिए जहण्णठिइयस्स असंखिजपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुले, पएस. ट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, टिईए तुल्ले, वण्णाइउवरिल्लचउफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसटिइए वि Page #424 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०५ 415 एवं चेव, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए / जहण्णठिइयाणं अणंतपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा! जहण्णठिइए अणंतपएसिए जहण्णठिइयस्स अणंतपएसियस्स दव्वट्ठयाएतुले, पएसट्टयाए टाणवडिए,ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुले,वण्णाइअट्ठफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसठिइए वि एवं चेव, णवरं ठिईए चउट्ठाणवडिए // 274 / / जहण्णगुणकालयाणं परमाणुपुग्गलाणं पुरछा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केण?णं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा!जहण्णगुणकालए परमाणुपुग्गले जहण्णगुणकालयस्स परमाणुपुग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले,पएसट्ठयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए तुल्ले, ठिईए चउट्ठाणवठिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसा वण्णा णस्थि / गंधरसदुफासपजवेहि य छहाणपडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि। एवमजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! दुपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं युच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणकालए दुपएसिए जहण्णगुणकालयस्स दुपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए / जइ हीणे पएसहीणे, अह अन्भहिए पएसअब्भहिए / ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसवण्णाइउवरिलचउफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि। अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं जाव दसपएसिए, णवरं पएसपरिवुड्डी ओगाहणाए तहेव / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! संखिजपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणकालए संखिजपएसिए जहण्णगुणकालयस्स संखिजपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए दुट्ठाणवडिए, ओगाहण?याए दुट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णाहउवरिल्लचउफासेहि य छट्टाणवडिए एवं उक्कोसगुणकालए वि / एवं अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! असंखिजपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चई०१ गोयमा! जहण्णगुणकालए असंखिजपएसिए जहण्णगुणकालयस्स असंखिजपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपज. वेहिं तुले, अवसेसेहिं वण्णाइउवरिल्लचउफासेहि य छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए Page #425 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 416 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / जहण्णगुणकालयाणं भंते ! अणंतपए सियाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण?णं भंते ! एवं बुच्चइ० ? गोयमा ! जहण्णगुणकालए अणंतपएसिए जहण्णगुणकालयस्स अणंतपएसियस्म दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, टिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णाईअट्ठफासेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / एवं णीललोहियहालिद्दसुक्किलसुन्भिगंधदुन्भिगंधतित्तकडुयकसायअंबिलमहुररसपजवेहि य वत्तव्वया भाणियव्वा, णवरं परमाणुपोग्गलस्स सुब्भिगंधस्स दुन्भिगंधो ण भण्णइ, दुन्भिगंधस्स सुब्भिगंधो ण भण्णइ, तित्तस्स अवसेमं ण भण्णइ, एवं कडुयाईण वि, अवसेसं तं चेव / जहण्णगुणकक्खडाणं अणंतपएसियाणं खंधाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० ! गोयमा! जहण्णगुणकक्खडे अणंतपएसिए जहण्णगुणकक्खडस्स अणंतपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, परंसट्ठयाए छट्ठावडिए, ओगाहणट्ठयाए च उट्ठाणवडिए, टिईए चउट्ठाणवडिए. वण्णगंधरसेहिं छट्ठाणवडिए, कक्खडफासपजवेहिं तुले, अवसेसेहिं सत्तफासपजवेहि छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणकक्खडे वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकक्खडे वि एवं चेव, णवरं सट्टाणे छट्ठाणवडिए / एवं मउयगुरुयलहुए वि भाणियब्वे / जहण्णगुणसीयाणं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणसीए परमाणुपोग्गले जहण्णगुणसीयस्स परमाणुपुग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए तुल्ले, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसेहिं छट्ठाणवडिए, सीयफासपजवेहि य तुल्ले, उसिणफासो ण भण्णइ, गिद्धलुक्खफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणसीए वि। अजहण्णमणुक्कोसगुणसीए वि एवं चेव, णवरं सट्ठाणे छट्ठाणवडिए। जहण्णगुणसीयाणं दुपएसियाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणट्रेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! जहण्णगुणसीए दुपएसिए जहण्णगुणसीयस्स दुपएसियस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्ठयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए। जइ हीणे पएसहीणे, अह अब्भहिए पएसअन्भहिए / टिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णगंधरसपनवेहिं छट्ठाणवडिए, सीयफासपजवेहिं तुल्ले, उसिणणिद्धलुक्खफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणसीए वि / अजहण्णमणुक्कोसंगुणसीए वि एवं Page #426 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 5 417 चेव, णवरं सटाणे छद्राणवडिए / एवं जाव दसपए सिए, णवरं ओगाहणट्याए पएसपरिवुड्डी कायव्वा जाव दसपएसियस्स णव पएसा वुड्जिंति / जहण्णगुणसीयाण मंखिंजपए सियाणं पुच्छा / गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता। से केण्टेणं भंते! एवं बुच्चइ०१ गोयमा ! जहण्णगुणसीए संखिजपए सिए जहण्णगुणसीयस्स मंखिजपए सियस्स दव्वयाए तुल्ले, पएसड्याए दुट्टाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए दुट्टाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाई हिं छटाणवडिए, सीयफासपजवहिं तुल्ले, उसिणणिद्धलुवखेहि छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणसीए वि / अजहण्णमणुकोसगुणसीए वि एवं चेव, णवरं सहाणे छट्ठाणवडिए / जहण्णगुणसीयाणं असंखिजपए सियाणं पुच्छा। गोयमा! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणतुणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! जहणगुणसीए असंखिजपएसिए जहण्णगुणसीयम्स असंखिजपए सियम्स दवट्टयाए तुल्ले, पएसट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउढाणवडिए, वण्णाइपनवेहिं छट्ठाणवडिए, सीयफासपनवेहिं तुल्ले उसिणणिद्धलुक्खफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणसीए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणसीए वि एवं चेव, णवर सट्टाणे छट्ठाणवडिए / जहणगुणसीयाणं अगंतपए सिया पुच्छा / गोयमा ! अणंता पजवा पण्णता / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० ? गोयमा ! जपणगुण सीए अणंतपएसिए जहण्णगुणसीयस्स अणंतपए सियस्स दव्वट्टयाए तुल, पएस्ट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्टाणवडिए, वण्णाइपजवेहि छट्ठाणवडिए, सीयफासपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं सत्तफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसगुणसीए वि / अजहण्णमणुकोसगुणसीए वि एवं चेव,णवरं सहाणे छट्ठाणवडिए / एवं उसिणणिद्धलुक्खें जहा सीए / परमाणुपोग्गलम्स तहेव पडिवक्खो सव्वेसि ण भण्णइ त्ति भाणियव्वं / / 275 // जहण्णपए सियाणं भंते ! बंधाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता पजवा पण्णत्ता / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ० ? गोयमा ! जहण्णपएसिए खंधे जहण्णपएसियस्स खंधस्स दव्वयाए तुले, पएसट्टयाए तुले, ओगाहणहयाए सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अमहिए / जइ हीणे पएसहीणे, अह अब्भहिए पएसअन्भहिए / ठिईए चउट्ठाणवडिए / वण्णगंधरस उवरिल्लच उफासपजवेहिं छट्ठाणवडिए / उक्कोसपए सियाणं भंते ! खंधाणं पुच्छा / गोयमा! अणंता० से केणट्टेणं भंते ! एवं बुच्चइ० 1 गोयमा ! उक्कोसपए सिए खंधे उक्कोसपए सियस्स खंधस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए तुल्ले, ओगाहणट्टयाए चउठाणवडिए, ठिईए Page #427 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 418 अनंगपविटुसुत्ताणि चउट्ठाणवडिए, वण्णाइअट्ठफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए / अजहण्णमणुक्कोसपएसियाणं भंते ! खंधाणं केवइया पजवा पण्णत्ता गोयमा ! अणंता। से केणटेणं०? गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसपए सिए खंधे अजहण्णमणुक्कोसपए सियस्स खंधरसं दवट्ठयाए तुल्ले, पएसड्याए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइअहफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए // 276 // जहण्णोगाहणगाणं भंते ! पोग्गलाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता• / से केणटेणं० 1 गोयमा ! जहण्णोगाहणए पोग्गले जहण्णोगाहणगस्स पोग्गलस्स दव्वट्टयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवैडिए, ओगाहणट्ठयाए तुले, ठिईए चउट्ठाणवडिए, वण्णाइउवरिलफासेहि य छठाणवडिए / उक्कोसोगाहणए वि एवं चेव, णवरं ठिईए तुल्ले / अजहण्णमणुक्कोसोगाहणगाणं भंते ! पोग्गलाणं पुच्छा। गोयमा ! अणंता० / से केणटेणं० 1 गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए पोग्गले अजहण्णमणुक्कोसोगाहणंगस्स पोग्गलस्स दबढ़याए तुल्ले, पएसट्ठयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणयाए चउट्ठाणवडिए, टिईए चउ- . ट्ठाणवडिए, वण्णाइअट्ठफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए ||277 / / जहण्णठिइयाणं भंते ! पोग्गलाणं पुच्छा / गोयमा ! अणंता० / से केणटेणं० 1 गोयमा ! जहण्णठिइए पोग्गले जहण्णठिइयस्स पोग्गलस्स दव्वयाए तुल्ले, पएसड्याए छट्ठाणवडिए, ओगा. हणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए तुल्ले, वण्णाइअट्ठफासपजवेहि य छट्ठाणवडिए / एवं उक्कोसठिइए वि / अजहण्णमणुक्कोसठिईए वि एवं चेव, णवरं ठिईए वि चउट्ठाणवडिए // 278 // जहण्णगुणकालयाणं भंते ! पोग्गलाणं केवइया पजवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता० / से केणटेणं० 1 गोयमा ! जहण्णगुणकालए पोग्गले जहण्णगुणकालयस्स पोग्गलस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले, पएसट्टयाए छट्ठाणवडिए, ओगाहणट्ठयाए चउट्ठाणवडिए, ठिईए चउट्ठाणवडिए, कालवण्णपजवेहिं तुल्ले, अवसेसेहिं वण्णगंधरसफासपजवेहि य छटाणवडिए, से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'जहण्णगुणकालयाणं पोग्गलाणं अणंता पजवा पण्णत्ता'। एवं उक्कोसगुणकालए वि / अजहण्णमणुक्कोसगुणकालए वि एवं चेव, णवरं सहाणे छट्ठाणवडिए / एवं जहा कालवण्णपजवाणं वत्तव्वया भणिया तहा सेसाण वि वण्णगंधरसफासाणं वत्तव्यया भाणियव्या जाव अजहण्णमणुक्कोसलुक्खे सट्ठाणे छट्ठाणवडिए / सेत्तं रूविअजीवपजवा / सेत्तं अजीवपजवा।२७९। पण्णवणाए भगवईए पंचमं विसेसपयं समत्तं। Page #428 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छठें वक्कंतीपयं बारस चउवीसाइं सअंतरं एगसमय कत्तो य / उव्वट्टण परभवियाउयं च अदेव आगरिसा // 1 // णिरयगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एकं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता। तिरियगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्छोसेणं बारस मुहत्ता / मणुयगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहणणं एगं समय, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता / देवगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता। सिद्धिगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया सिज्झणाए पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा // 280 // णिरयगईणं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उव्वट्टणाए पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणं एवं समयं, उक्कोसेणं बारस महत्ता / तिरियगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उव्वदृणाए पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता / मणुयगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उव्वट्टणाए पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणं एगं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहत्ता। देवगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उव्वट्टणाए पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णणं एगं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता // 1 दारं // 281|| रयणप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं फ्ण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणं एग समयं, उक्कोसेणं चउवीसं मुहुत्ता / सक्करप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एग समयं, उक्कोसेणं सत्तराइंदियाणि / वालुयप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएण पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अद्धमासं / पंकप्पभापुढविणेरड्या णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं मासं। धूमप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं दो मासा। तमापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चत्तारिमासा। अहेसत्तमापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा॥२८२॥ असुरकुमाराणं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं Page #429 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 420 अनंगपविद्धसुत्ताणि मुहुत्ता / णागकुमारा णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं एगं समय, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहुत्ता / एवं सुवण्णकुमाराणं विज्जुकुमाराणं अग्गिकुमाराणं दीक्कुमाराणं दिसिकुमाराणं उदहिकुमाराणं वाउकुमाराणं यणियकुमाराण य पत्तेयं जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहत्ता // 283 // पुढविकाइया ण भंते ! केवइयं कालं. विरहिया उववाएणं पण्णत्ता? गोयमा ! अणुसमयमविरहियं उपवाएणं पण्णता / एवं आउकाइयाण वि तेउकाइयाण वि वाउकाइयाण वि वणस्सइकाइयाण वि अणुसमयं अविरहिया उववाएणं पण्णत्ता // 284 // बेइंदिया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं / एवं तेइंदियचउरिदिया॥२८५।। समुच्छिमपंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं / गन्भवतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहणणेणं एगं समयं, उक्कोसेणं वारस मुहुत्ता // 286|| संमुच्छिममणुस्सा णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहुत्ता। गम्भवकंतियमणुस्सा णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहत्ता.॥२८७॥ वाणमंतराणं पुच्छ।। गोयमा ! जहप्रणेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउबीसं मुहत्ता। जोइसियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहुत्ता / सोहम्मे कापे देवा णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहुत्ता। ईसाणे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउव्वीसं मुहत्ता / सणंकुमारे कप्पे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं णव राइंदियाइं वीसाई मुहुत्ताई / माहिंदे कप्पे देवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहणणेणं एगं ममयं, उक्कोसेणं बारस राइंदियाइं दस मुहत्ताई / बंभलोए देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अद्धतेवीसं राइंदियाई / लंतगदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं पणयालीसं राइंदियाई। महासुक्कदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असीई राइंदियाई। सहस्सारे देवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं उक्कोसेणं राइं दियसयं / आणयदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखेजा मासा। Page #430 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०६ 421 पाणयदेवाणं पुच्छा गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखेजा मासा / आरणदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखिजा वासा। अच्चुयदैवाणं पुच्छ। / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखिज्जा वासा / हिडिमगेविजाणं पुच्छा / गोयमा ! जहणणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखिजाई वाससयाइं / मज्झिमगेविजाणे पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं संखिजाई वाससहस्साई / उवरिमगेविजाणं पुच्छा। गोयमा ! जहणणं एगं समयं, उकोसेणं संखिज्जाइं वाससयसहस्साहं / विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेजं कालं / सन्वट्ठसिद्धगदेवा गं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उवचाएणं पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणे एगं समयं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स संखिजइभागं // 288|| सिद्धा णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया सिझणाए पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा // 289 / / रयणप्पभापुढविणेरइया गं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उबट्टणाए पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समय, उक्कोसेणं चउनीसं मुहुत्ता / एवं सिद्धवजा उध्वट्टणा वि भाणियव्या जाव अणुत्तरोववाइयत्ति, णवरं जोइसियवेमाणिएसु 'चयणं'ति अहिलावो कायव्वो // 2 दारं // 29 // णेरइया णं भंते ! किं संतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा ! संतरं पि उववति, णिरंतर पि उवयजति / तिरिक्खजोणिया | भंते ! किं संतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा! संतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उववति / मणुस्सा णं भंते ! किं संतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा ! संतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उववति / देवा णं भंते! कि मंतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा!संतरं पि उक्वजंति, णिरंतरं पि उववजंति // 291 // रयणप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! किं संतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा ! मंतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उववजंति / एवं जाव अहे. सत्तमाए संतरं पि उववजंति, गिरंतरं पि उववति / / 292 / / असुरकुमारा णं देवा गां भंते ! किं मंतरं उववजति, णिरंतरं उववजति ? गोयमा ! संतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उववजंति / एवं जाव थणियकुमारा संतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उक्वजति // 293 // पुढविकाइया णं भंते ! किं संतरं उववजंति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा ! णो संतरं उववति, णिरंतरं उववजंति / एवं जाव वणस्सइ. काइया णो संतरं उववजंति, णिरंतरं उववति / बेइंदिया णं भंते ! किं संतरं उव Page #431 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 422 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वजति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा ! संतरं पि उक्वजंति, णिरंतरं पि उववति / एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिया // 294 // मणुस्सा णं भंते ! किं संतरं उव. बजेति, णिरंतरं उववजंति ? गोयमा! संतरं पि उववजंति, णिरंतरं पि उववजंति / एवं वाणमंतरा जोइसिया सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिदबंभलोयलंतगमहासुक्कसहस्सारआणयपाणयआरणच्चुयहिटिमगेविजगमज्झिमगेविजगउवरिमगेविजग-विजयवेजयंतजयंतअपराजियसव्वट्ठसिद्धदेवा य संतरं पि उववजति णिरंतरं पि उववजंति // 295 / / सिद्धाण भंते ! कि संतरं सिझंति, पिरंतरं सिझंति ? गोयमा ! मंतरं पि सिझंति, णिरंतरं पि सिझंति // 296 // णेरइया णं भंते ! किं संतरं उव्वदंति, गिरंतरं उव्वट्ठति ? गोयमा ! संतरं पि उव्वदृति, पिरंतरं पि उव्वद॒ति / एवं जहा उववाओ भणिओ तहा उव्वट्टणा वि सिद्धवजा भाणियव्वा जाव वेमाणिया, णवरं जोइसियवेमाणिएसु 'चयणं'ति अहिलावो कायव्यो / 3 दारं / / 297 / / णेरइया णं मंते ! एगसमएणं केवइया उववजंति ? गोयमा ! जहणणेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा उववजंति, एवं जाव अहेसत्तमाए // 298 // अमुरकुमारा णं भंते ! एगसमएणं केवइया उववजति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिणि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा। एवं णागकुमारा जाव थणियकुमारा वि भाणियव्वा / / 299 // पुढ विकाइया णं भंते ! एगसमएणं केवइया उववजति ? गोयमा ! अणुसमयं अविरहियं असंखेजा उववजति, एवं जाव वाउकाइया / वणस्सइकाइया णं भंते ! एगसमएणं केवइया उववजंति ? गोयमा ! सट्टाणुववायं पडुच्च अणुसमयं अविरहिया अणंता उववजंति, परट्ठाणुववायं पडुच्च अणुसमयं अविरहिया असंखेजा उववति / बेइंदिया णं भंते! एगसमएणं केवइया उववजंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एगो वा दो वा तिणि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा / एवं तेइंदिया चउरिंदिया। समुच्छिमपंचिंदिय तिरिक्खजोणिया गब्भवतियपंचिंदियतिरिक्खजोणिया संमच्छिममणुस्सा वाणमंतर-जोइसिय-सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिंदबंभलोयलंतगमहासुक्कसहस्सारकप्पदेवा एए जहा णेरइया। गब्भवतियमणूसआणयपाणयआरणच्चुयगेवेजगअणुत्तरोववाइया य एए जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिणि वा, उक्कोसे संखेजा उववज्जति. ण असंखेजा उववजंति // 300 // सिद्धा णं भंते ! एगसमएणं केवइया सिझंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं अट्ठसयं // 30 / / णेरड्या Page #432 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 6 423 णं भंते ! एगसमएणं केवइया उब्वटुंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा उव्वदृति, एवं जहा उववाओ भणिओ तहा उव्वट्टणां वि सिद्धवजा भाणियव्वा जाव अणुत्तरोववाइया, णवरं जोइसियवेमाणियाणं चयणेणं अहिलावो कायव्यो / 4 दारं // 302 // णेरइया णं भंते ! कओहितो उववति किं णेरइएहिंतो उववजंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववनंति, मणुस्सेहिंतो उववजंति, देवेहिंतो उववजंति ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उववजंति, तिरि खजोणिएहितो उववजंति, मणुस्सेहिंतो उवचजंति, णो देवेहिंतो उववजंति / जह तिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति किं एगिदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति,बेइंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति,तेइंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजेति, चउरिदियतिरिकावजोणिएहिंतो उक्वजति पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति ? गोयमा! णो एगिदिय०, णो बेइंदिय०, यो तेइंदिय०, णो चउरिदियतिरिक्खजोणिएहितो उववति, पंचिंदियतिरिक्खजोगिएहिंतो उववजंति / जइ पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति किं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हिंतो उववति, थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति, खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हितो उपवति ? गोयमा! जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति, थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति, वहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हिंतो उववजंति // 303 / / जइ जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोगिएहितो उववजंति किं समुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोगिएहितो उववजंति, गम्भवकंतियजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोगिएहितो उववति ? गोयमा! संमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उवचजंति, गम्भवकंतियजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववति / जइ संमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उवचजति किं पजत्तयसमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हिंतो उववजंति, अपज्जत्तयसंमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! पजत्तयसंमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति, णो अपजत्तयसमुच्छिमजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति / जइ गम्भवतियजलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिए हिंतो उववर्जति किं पजत्तयगब्भवकंतियजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववति, अपजत्तयगब्भवतियजलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहितो उववजंति ? गोयमा! पजत्तयगम्भवक्कंतियजलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति,णो अपजत्तयगम्भवकंतियजलयरपंचिंदिय Page #433 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 424 अनंगपविटुसुत्ताणि तिरिक्खजोणिए हिंतो उववजंति // 304 // जइ थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हितः उववति किं च उप्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववति, परिसप्पथल. यरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववति ? गोयमा ! चउप्पय थलयरपंचि दियतिरिक्खजोणिएहिंतो उक्वजति, परिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्वजाणिएहिता वि उववजंति / जइ च उप्पय थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववर्जति किं ममच्छिमेहिंतो उक्वजंति, गब्भवऋतिएहिंतो उववर्जति ? गोयमा ! समुच्छिमचउप्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो वि उववजंति,गम्भवकंतियचउपयथलयरपंचि. दियतिरिक्खजोणिएहिंतो वि उववति / जइ समुच्छिमच उप्पय थलयरपंचिदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति किं पंजत्तगसमुच्छिमच उप्पय थलयरपंचि दियतिरि खजोणिएहिंतो उववति, अपजत्तगसमुच्छिमचउम्पयथलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहिंतो उववर्जति? गोयमा ! पजत्तगसमुच्छिमचउप्पय थलयरपंचिदियतिरिवस्त्रजोणिएहितो उववज्जति, णो अपजत्तगसमुच्छिमचउप्पयथलयरपंचिंदियतिरिवग्वजोणिएहितो उववजति / जइ गब्भवतियचउप्पय थलयरपंचि दियतिरिवस्वजाणिव. हिंतो उववजंति किं संखेजवासाउयगम्भवक्कंतियचउप्पय थलयरपंचिदियतिरिवग्यजोणिएहितो उपवति,असंखेजवासाउयगम्भवकृतियचउप्पय थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववर्जति ? गोयमा ! संखेजवासाउए हिंतो उववजंति, णो असंखेजवासाउएहिंतो उववति / जइ संखेजवासाउयगम्भवक्कंतियच उप्ययथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उवक्जंति किं पजत्तगसंखेजवामाउयगम्भवकंतियच उपयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति, अपजत्तगसंखेजवासाउयगम्भवकंतियच उप्पयथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववति ? गोयमा ! पजत्तेहितो उववजंति, णो अपजत्तसंखेजवासाउएहिंतो उववति / जइ परिसप्पथलयरपंत्रिदियतिरिक्खजोणिएहितो उवयजति किं उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहिंतो उववति, भुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्वजोणिएहितो उववजंति ? गोयमा ! दोहितो वि उववति / जइ उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहिंतो उववज्जंति किं समुच्छिम उपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिती उववज्जति, गन्भवतिय उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उव. वजंति ? गोयमा!समुच्छिमेहितो वि उववज्जति, गब्भवक्कंतिए हितो वि उववज्जति / जइ समुच्छिमउरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोगिएहिंतो उववज्जति किं पज Page #434 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०६ 425 त्तएहितो उववजंति, अपजत्तएहितो उववजंति ? गोयमा ! पजत्तयसमुच्छिमेहितो उववजंति, णो अपजत्तयसमुच्छिमउरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिवखजोगिएहितो उववति / जइ गब्भवकंतियउरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिवखजोणिएहिंतो उववजंति किं पजत्तएहिंतो उववजंति, अपजत्तएहितो उववजंति ? गोयमा ! पजत्तयगब्भवकंतिएहितो उववजंति, णो अपजत्तयगब्भवक्कंतियउरपरिसप्पथलयरपंचि दियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति / जइ भुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति किं समुच्छिमभुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति, गम्भवक्कंतियभुयपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति ! गोयमा ! दोहितो वि उववति / जइ संमुच्छिमभुयपरिसप्पथलयरपंचिं दियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति कि पजत्तयसमुच्छिमभुयपरिसप्पथलयरपंचिं दियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति, अपजत्तयसंमुच्छिमभुयपरिसप्पथलयरपंचिंदिय. तिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! पजत्तएहिंतो उववजंति णो अपजत्तए. हिंतो उववति / जइ गमवक्कंतियभुयपरिसप्पथलयरपंचिं दियतिरिवखजोणिएहितो उववजंति किं पजत्तएहिंतो उववजंति, अपजत्तएहितो उववजंति ! गोयमा ! पजत्तएहिंतो उववजंति, णो अपजत्तएहिंतो उववजंति // 305 // जइ खहयरपंचिं दियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति किं संमुच्छिमखहयरपंचिदियतिरिवखजोणिएहितो उववजंति, गब्भवकंतियखहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति ? गोयमा ! दोहितो वि उववजंति / जइ संमुच्छिमखहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिए हिंतो उववजंति किं पजत्तएहिंतो उववजंति, अपजत्तएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! पजत्तए. हिंतो उववजंति, णो अपजत्तएहिंतो उववति / जइ पजत्तयगम्भवतियखहयर पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति किं संखेजवासाउएहितो उववजंति, असंखेजवासाउएहितो उववजंति ? गोयमा ! संखेजवासाउएहितो उववजंति, णो असंखेजवासाउएहितो उववति / जह संखेजवासाउयगम्भवक्कतियखहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववजंति किं पजत्तएहितो उववजंति, अपजत्तएहितो उववजति ? गोयमा ! पजत्तएहितो उववजंति, णो अपजत्तएहितो उववज्जति // 306 // जइ मणुस्सेहिंतो उववजंति किं समुच्छिममणुस्सेहिंतो उक्वजति, गब्भवतंतियमणुस्सेहिंतो उववजति ? गोयमा ! णो समुच्छिममणुस्सेहिंतो उववजंति, गब्भवकं. तियमणुस्सेहिंतो उववजंति / जइ गब्भवऋतियमणुस्सेहिंतो उववजति किं कम्म Page #435 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 426 अनंगपविट्ठसुत्ताणि भूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहिंतो उववजंति, अकम्मभूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहितो उववजंति, अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववजंति ? गोयमा ! कम्मभूमिगगम्भवकंतियमणुस्सेहितो उववजंति, णो अकम्मभूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहितो उववजंति, णो अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहिंतो उववजंति / जइ कम्मभूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहिंतो उववजंति किं संखेजवासाउएहिंतो उववजंति, असंखेजवासाउएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! संखेजवासाउयकम्मभूमिगगम्भवकंतियमणुस्सेहिंतो उववजंति, णो असंखेजवासाउयकम्मभूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहितो उववज्जति / जइ संखेजवासाउयकम्मभूमिगगम्भवकंतियमणुस्सेहिंतो उववज्जति किं पजत्तेहिंतो उववज्जंति, अपजत्तेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! पजत्तएहिंतो उववजंति, णो अपजत्तएहिंतो उववज्जति / एवं जहा ओहिया उववाइया तहा रयणप्यभापुढविणेरइया वि उववाएयव्वा // 307 // सकरप्पभापुढविणेरइयाणं पुच्छा। गोयमा ! एए वि जहा ओहिया तहेवोववाएयव्वा, णवरं समुच्छिमेहितो पडिसेहो कायव्यो / वालुयप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जति० 1 गोयमा ! जहा सकरप्पभापुढविणेरइया, णवरं भुयपरिसप्पेहितो पडिसेहो कायव्यो। पंकप्पभापुढविणेरइयाणं पुच्छा / गोयमा! जहा वालुयप्पभापुढविणेरइया, णवरं खहयरेहितो वि पडिसेहो कायव्यो / धूमप्पभापुढविणेरइयाणं पुच्छा। गोयमा ! जहा पंकप्पभापुढविणेरइया, णवरं चउप्पए हितो वि पडिसेहो कायव्यो / तमापुढविणेरइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जति ? गोयमा! जहा धूमप्पभापुढविणेरइया, णवरं थलयरेहितो वि पडिसेहो कायव्वो / इमेणं अभिलावेणं जइ पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, किं जलयरपंचिंदिएहिंतो उववजंति, थलयरपंचिंदिएहिंतो उववज्जंति, खहयरपंचिदिएहिंतो उववज्जति ? गोयमा! जलयरपंचिदिएहितो उववज्जति, थलयरेहितो०, णो खहयरेहिंतो उववज्जति // 308|| जइ मणुस्सेहितो उववज्जति किं कम्मभूमिएहिंतो उववज्जंति, अकम्मभूमिएहिंतो उववजंति, अंतरदीवएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! कम्मभूमिएहितो उववजंति, णो अकम्मभूमिएहिंतो उववजंति, णो अंतरदीवए हिंतो उववति / जइ कम्मभूसिए हितो उववति किं संखेजवासाउएहिंतो उववजंति, असंखेजवासाउएहितो उववजंति ? गोयमा ! संखेजवासाउएहिंतो उववजंति, णो असंखेजवासाउएहितो उववति / जइ संखेजवासाउएहिंतो उववजंति किं पजत्तएहितो उववजंति, अपजत्तएहितो Page #436 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०६ 427 उववजंति ? गोयमा ! पजत्तएहितो उववजंति, णो अपजत्तएहितो उववति / जइ पजत्तयसंखेजवासाउयकम्मभूमिएहिंतो उववजंति किं इन्थीहितो उववज्जति, पुरिसेहिंतो उववज्जति, णपुंसएहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! इत्थीहितो उववज्जंति, पुरिसेहिंतो उववज्जति, णपुंसएहितो वि उववज्जति / अहेसत्तमापुढविणेरइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जति• ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं इत्थीहितो पडिसेहो कायव्यो / “अस्सण्णी खलु पढमं दोच्चं पि सिरीसवा तइय परखी / सीहा जति चउत्थिं उरगा पुण पंचमि पुढवि / छढि च इत्थियाओ मच्छा मणुया य सत्तमि पुढविं / एसो परमोवाओ बोद्धव्वो णरगपुढवीणं" // 309 // असुरकुमारा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति० ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोगिएहिंतो उववज्जंति, मणुस्सेहितो उववज्जंति, णो देवेहिंतो उववज्जति / एवं जेहिंतो णेरइयाणं उववाओ तेहिंतो असुरकुमाराण वि भाणियव्यो, णवरं असंखेजवासाउयअकम्मभूमगअंतरदीवगमणुस्सतिरिक्खजोणिएहितो वि उववज्जंति, सेसं तं चेव / एवं जाव थणियकुमारा भाणियव्वा // 310 // पुढविकाइया | भंते ! कओहितो उववज्जति किं णेरइएहितो उ० जाव देवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा! णो णेरहए. हिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति मणुस्सेहितो उववज्जति, देवेहितो वि उववज्जति.। जइ तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति किं एगिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति ? गोयमा! एगिदियतिरिक्खजोणिएहितो वि उ. जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो वि उववज्जति / जइ एगिदियतिरिक्खजोगिए हिंतो उववज्जति किं पुढ विकाइएहितो उ. जाव वणस्सइकाइएहितो उववज्जति ? गोयमा ! पुढविकाइएहितो वि उ० जाव वणस्सइकाइएहितो वि उववज्जति / जइ पुढविकाइएहितो उववज्जति किं सुहमपुढविकाइएहिंतो उववज्जति, बायरपुढविकाइएहितो उववज्जति ? गोयमा! दोहितो वि उववज्जति / जइ सुहुमपुढविकाइएहिंतो उववज्जति किं पजत्तसुहुमपुढविकाइएहिंतो उववज्जति, अपजत्तसुहमपुढविकाइएहितो उववज्जति ? गोयमा! दोहितो वि उववज्जति / जइ बायरपुढविकाइएहिंतो उववज्जति किं पजत्तएहितो उववज्जति, अपजत्तएहितो उववज्जति ? गोयमा ! दोहितो वि उववज्जंति, एवं जाव वणस्सइकाइया चउक्कएणं भेएणं उववाएयव्वा // 311 // जइ बेइंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववज्जंति किं पजत्तबेइंदिएहिंतो उववज्जति, अपजत्तबेइं Page #437 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 428 अनंगपविट्ठसुत्ताणि दिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! दोहितो वि उववज्जंति / एवं तेइंदियचउरिदिएहिंतो वि उववजंति / जइ पंचिन्दियतिरिक्खजोणिएहितो उववज्जति किं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहितो उववज्जंति, एवं जेहिंतो णेरइयाणं उववाओ भणिओ तेहिंतो एएसि पि भाणियब्यो, णवरं पजत्तगअपजत्तरोहितो वि उववज्जंति, सेसं तं चेव // 312 // जद मणुस्सेहिंतो उववज्जति किं संमुच्छिममणुस्सहिंतो उवज्ज्जति, गब्भवकंतियमणुस्सहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! दोहितो वि उववज्जति। जइ. गब्भवकंतियमणुस्सहिंतो उववज्जति किं कम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जंति, अकम्मभूमगगम्भवकंतियमणुस्सेहिंतो उववज्जति ? सेसं जहा णेरइयाणं णवरं अपजत्तराहिंतो वि उववज्जति // 313 // जइ देवेहिंतो उववज्जति किं भवणवासि० वागमंतर० जोइस० वेमाणिएहिंतो उववज्जति 1 गोयमा ! भवणवासिदेवहितो वि उववज्जंति जाव वेमाणियदेवहितो वि उववज्जति / जह भवणवासिदेवेहितो उववजंति किं असुरकुमारदेवहितो उ० जाव थणियकुमारदेवेहिंतो उववजंति ? गोयमा ! असुरकुमारदेवहितो वि उववजंति जाव थणियकुमारदेवहितो वि उववज्जति / जइ वाणमंतरदेवहितो उववजंति किं पिसाएहितो उ० जाव गंधव्वेहितो उववज्जति ? गोयमा ! पिसाएहिंतो वि उ० जाव गंधव्वहितो वि उववज्जति / जइ जोइसियदेवहितो उववज्जति किं चंदविमाणेहिंतो उववज्जति जाव ताराविमाणेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! चंदविमाणजोइसियदेवेहितो वि उ० जाव ताराविमाणजोइसियदेवेहितो वि उववज्जति / जइ वेमाणियदेवेहितो उववजंति किं कप्पोवगवेमाणियदेवहितो उववजंति. कप्पातीतवेमाणियदेवहितो उववजंति ? गोयमा ! कप्पोवगवेमाणियदेवेहितो उववजंति, णो कप्पातीतवेमाणियदेवहितो उववति / जइ कप्पोवगवेमाणियदेवहितो उववति किं सोहम्महितो उ० जाव अच्चुएहिंतो उववजंति 1 गोयमा ! सोहम्मीसाणेहिंतो उववजंति, णो सणंकुमार जाव अच्चुएहिंतो उववति / एवं आउकाइया वि। एवं तेउवाउकाइया वि, णवरं देववजहिंतो उववजंति / वणस्सइकाइया जहा पुढविकाइया / बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया एए जहा तेउवाऊ देववजेहिंतो भाणियव्वा // 314 // पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! कओहिंतो उववजंति किं णेरइएहिंतो उववजंति जाव देवेहिंतो उववजंति ? गोयमा ! णेरइएहितो वि०, तिरिकखजोणिएहितो वि०, मणुस्सेहितो वि०, देवेहितो वि उववजंति / जइ णेरइहिंतो उववजंति किं रयण Page #438 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०६ 426 'पभापुढविणेरइएहितो उ० जाव अहेसत्तमापुढविणेरइएहितो उववजंति ? गोयमा! रयणप्पभापुढविणेरइएहितो वि उववजति जाव अहेसत्तमापुढविणेरइए हितो वि उववजति / जइ तिरिक्खजोणिएहिंतो उववजंति किं एगिदिए हितो उपवनंति जाव पंचिदिएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! एगिदिएहितो वि उवचजति जाव पंचिंदिए. हिंतो वि उववजंति। जइ एगिदिएहितो उववजंति किं पुढविकाइएहिंतो उववजंतिएवं जहा पुढविकाइयाणं उक्याओ भणिओ तहेव एएसि पि भाणियव्यो, णवरं देवेहितो जाव सहस्सारकप्पोबगवेमाणियदेवेहितो वि उववजंति, णो आणयकप्पोवगवेमाणियदेवेहितो नाव अच्चुएहितो उववजंति // 325 // मणुस्सा णं भंते ! कओहिंतो उववजंति किं रहएहितो उववजंति जाव देवेहितो उपवनंति ? गोयमा ! णेरइएहितो वि उववज्जति जाव देवेहितो वि उववज्जति / जइ णेरइए. हिंतो उववज्जति किं रयणप्पभापुढविणेरइएहितो उववजंति, सकरप्पभापुढविणेरइएहितो उववजंति, वालुयप्पभापुढविणेरइएहितो०, पंकप्पभा० णेरइएहितो०, धूमप्पभा०णेरइएहितो०, ‘तमप्पभा०णेरइएहितो०, अहेसत्तमापुढविणेरइए हितो उववज्जति ? गोयमा ! रयणप्पभापुढविणेरइएहिन्तो वि उ० जाच तमापुढविणेरइएहिन्तो वि उववज्जति, णो अहेसत्तमापुढविणेरइएहिन्तो उववति / जइ तिरिक्खजोगिएहिन्तो उववज्जति किं एगिदियतिरिक्खजोणिएहिन्तो उववज्जतिएवं जेहिन्तो पंचिन्दियतिरिक्खजोणियाणं उववाओ भणिओ तेहिन्तो मणुस्साण वि णिरवसेसो भाणियव्वो, णवरं अहेसत्तमापुढविणेरइएहिन्तो तेउवाउकाइए हिन्तो ण उववजंति / सव्वदेवेहिन्तो य उववाओ कायव्यो जाव कप्पातीतवेमाणियसव्वट्ठ. सिद्धदेवेहिन्तो वि उववजावेयव्वा // 316 // वाणमंतरदेवा णं भंते ! कओहिन्तो उववजंति किं णेरइएहिन्तो०, तिरिक्खजोणिएहिन्तो०, मणुस्सेहिन्तो०, देवेहिन्तो उववज्जति ? गोयमा ! जेहिन्तो असुरकुमारा उववजन्ति तेहिन्तो वाणमंतरा उघ. वजावेयव्वा // 317 // जोइसिया देवा णं भंते ! फओहिन्तो उववजन्ति०१ गोयमा! एवं चेव, णवरं समुच्छिमअसंखेजवासाउयखहयरपंचिन्दियतिरिवखजोणियवजे हिन्तो अंतरदीवमणुस्सवजेहिन्तो उववजावे यव्वा ||218|| वेमाणिया णं भंते ! कओहिन्तो उववज्जति किं गेरइए हिन्तो०, तिरिक्खजोणिएहिन्तो०, मणुस्सेहिन्तो०, देवेहिन्तो उववजन्ति ? गोयमा! णो णेरइएहिन्तो उववजन्ति, पंचिन्दियतिरिक्खजोणिएहिन्तो उववज्जति, मणुस्सेहिन्तो उववज्जति, णो देवेहिन्तो उववज्जति / एवं सोहम्मी Page #439 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि साणगदेवा वि भाणियव्वा / एवं सणंकुमारदेवा वि भाणियब्वा, णवरं असंखेजवासाउयअकम्मभूमगवज्जेहिन्तो उववज्जति / एवं जाव सहस्सारकप्पोवगवेमाणियदेवा भाणियचा। आणयदेवा णं भंते ! कओहिन्तो उववज्जति किं गेरइएहिन्तो०. पंचिन्दियतिरिक्खजोणिएहिन्तो०, मणुस्से हिन्तो०, देवेहिन्तो उववज्जति ? गोयमा ! णो णेरइएहिन्तो उववज्जति, णो तिरिक्खजोणिए हिन्तो उववज्जति, मणुस्सहिन्ता उववज्जंति, णो देवेहिन्तो उववज्जंति / जइ मणुस्सेहिन्तो उववज्जति किं संमच्छिममणुस्सेहिन्तो०, गम्भवक्कंतियमणुस्सेहिन्तो उववज्जंति ? गोयमा ! गब्भवकंतियमणुस्सेहिन्तो०, णो संमुच्छिममणुस्सेहिन्तो उववज्जति / जइ गम्भवक्कंतियमणुस्सेहिन्तो उववज्जति किं कम्मभूमिगहिन्तो० अकम्मभूमिगेहिन्तो०, अंतरदीवगेहिन्तो उववज्जति ? गोयमा ! णो अकम्मभूमिगेहिन्तो०, णो अंतरदीवगेहिन्तो उववज्जंति, कम्मभूमिगगब्भवकंतियमणुस्सेहिन्तो उववज्जति। जइ कम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसेहिन्तो उववज्जंति किं संखेजवासाउएहिन्तो०. असंखेजवासाउएहिन्तो उववजंति ? गोयमा! संखेजवासाउएहिन्तो०, णो असंखेजवासाउएहिन्तो उववजंति। जइ संखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसेहिन्तो उववज्जति किं पजत्तए हिन्तो उववज्जति, अपजत्तएहिन्तो उववज्जति ? गोयमां! पजत्तएहिन्तो उक्वज्जति, जो अपजत्तएहिन्तो उववज्जति। जइ पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणुस्सेहिन्तो उववज्जति किं सम्मपिट्ठीपजत्तगसंखेजवासाउयकम्मभूमगेहिन्तो उववज्जति, मिच्छहिट्टीपजत्तगेहिन्तो उववज्जति, सम्मामिच्छद्दिद्विपजत्तगेहिन्तो उववजंति ? गोयमा ! सम्मद्दिट्टीपजत्तगसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसे. हिन्तो उववज्जति, मिच्छाद्दिट्ठीपजत्तगेहिन्तो उववज्जंति, णो सम्मामिच्छद्दिट्ठिपजत्तएहिन्तो उववति / जइ सम्मद्दिट्ठीपजत्तगसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवतियमणूसहिंतो उववजंति किं संजयसम्मपिट्ठीहिन्तो०,असंजयसम्मविट्ठीपजत्तएहिन्तो०, संजयासंजयसम्मद्दिट्टीपजत्तसंखेजवासाउएहिन्तो उववज्जति ? गोयमा! त हिन्तो वि उववज्जति / एवं जाव अच्चुओ कप्पो / एवं चेव गेविजगदेवा वि, वरं असंजयसंजयासंजया एए पडिसेहेयव्वा / एवं जहेव गेविजगदेवा तहेव अणुत्तरोववाइया वि, गवरं इमं णाणत्तं संजया चेव / जइ सम्मद्दिट्ठीसंजयपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसेहिन्तो उववज्जति किं पमत्तसंजयसम्मदिट्टीपजत्तए हिन्तो०, अपमत्तसंजयसम्मद्दिष्टीपजत्तएहिन्तो उववज्जति ? गोयमा ! अपमत्तसंजयपजन्तए. Page #440 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं 506 रहेन्तो उववजंति, णो पमत्तसंजयपजत्तएहिन्तो उववज्जति / जइ अपमत्तसंजएहिन्तो उववज्जति किं इडिपत्तअपमत्तसंजएहिन्तो०, अणिहिपत्तअपमत्तसंजएहिन्तो० ? गोयमा ! दोहिन्तो वि उववज्जति ||5 दारं // 319 // णेरइया णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जति ? किं णेरइएसु उववज्जति, तिरिक्खजोणिएसु उववज्जति, मणुस्सेसु उववज्जति, देवेसु उववज्जति ? गोयमा ! णो गरइएसु उववजंति, तिरिवखजोणिएसु उववजंति, मणुस्सेसु उववजति, णो देवेसु उववज्जति / जइ तिरिक्खजोणिएसु उववज्जति किं एगिदिएसु उववज्जति जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जति ? गोयमा ! णो एगिदिएसु उ० जाव णो चउरिदिएसु उववज्जति, एवं जेहिन्तो उवचाओ भणिओ तेसु उचट्टणा वि भाणियव्वा, णवरं समुच्छिमेसु ण उववज्जंति / एवं सव्वपुढवीसु भाणियव्वं, णवरं अहे. मत्तमाओ मणुस्सेसु ण उववज्जति // 320 // असुरकुमारा | भंते ! अणंतरं उव्यट्टित्ता कहिं गच्छंति, काहिं उववज्जति ? किं णेरईएसु उ० जाव देवेसु उववजंति ? गोयमा ! णो णेरइएसु उववजन्ति, तिरिक्खजोणिएसु उववजन्ति, मणुस्सेसु उववजन्ति, णो देवेसु उववजन्ति। जइ तिरिक्खजोणिएसु उववजन्ति, किं एगिन्दिएसु उववजन्ति जाव पंचिन्दियतिरिक्खजोणिएसु उववजन्ति ? गोयमा! एगिन्दियतिरिक्खजोणिएसु उववजन्ति, णो बेइंदिएसु उ० जाव णो चउरिदिएसु उववजन्ति, पंचिन्दियतिरिक्खजोणिएसु उववजन्ति / जइ एगिदिएसु उववजन्ति किं पुढविकाइयएगिन्दिएसु उ. जाव वणस्सइकाइयए गिन्दिएसु उववजन्ति ? गोयमा ! पुढविकाइयएगिन्दिएसु वि०, आउकाइयएगिन्दिएसु वि उववजन्ति, णो तेउकाइएसु०, णो वाउकाइएसु उववजन्ति, वणस्सइकाइएसु उववजन्ति / जइ पुढविकाइएसु उववजन्ति कि सुहमपुढविकाइएसु उववजन्ति, बायरपुढविकाइएसु उववजन्ति ? गोयमा ! बायरपुढविकाइएसु उववजन्ति, णो सुहुमपुढविकाइएसु उववजन्ति / जइ बायरपुढविकाइएसु उववन्ति किं पजत्तगबायरपुढविकाइएसु उववजन्ति,अपजत्तगवायरपुढविकाइएसु उवदजन्ति ? गोयमा ! पजत्तएसु उववजन्ति णो अपजत्तएसु उववजति / एवं आउवणस्सइसु विभाणियव्यं / पंचिन्दियतिरिक्खजोणियमणूसेसु य जहा णेरइयाणं उव्वट्टणा संमुच्छिमवजा तहा भाणियव्वा / एवं जाव थणियकुमारा // 321 // पुढविकाइया णं भते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छति, कहिँ उववजन्ति ? किं णेरइएसु उ० जाव देवेसु० 1 गोयमा ! णो णेरइ. Page #441 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 432 अनंगपविद्वसुत्ताणि एसु०, तिरिक्खजोणियमणूसेसु उववजंति, णो देवेसु उववजंति, एवं जहा एएसि चेव उववाओ तहा उव्वट्टणा वि देववजा भाणियव्या। एवं आउवणस्सइबेइंदियतेइंदियचउरिन्दिया वि / एवं तेउ० वाउ०, णवरं मणुस्सवज्जेसु उववजन्ति / पंचिं. दियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववजंति ? गोयमा ! णेरइएसु उ. जाव देवेसु उववति / जहणेरइएसु उववजंति किं रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववजंति जाव अहेसत्तमापुढविणेरइएसु उववज्जति ? गोयमा! रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववजंति जाव अहेसत्तमापुढविणेरइएसु उववज्जति / जइ तिरिक्खजोणिएसु उववज्जति किं एगिदिएसुउ० जाव पंचिं दिएसु उववजंति ? गोयमा ! एगिदिएसु उ० जाव पंचिंदिएसु उववज्जति / एवं जहा एएसिं चेव उववाओ उव्वदृणा वि तहेव भाणियव्वा, णवरं असंखेजबासाउएसु वि एए उववज्जति / जह मणुस्सेसु उववज्जति किं समुच्छिममणुस्सेसु उववज्जति, गम्भवक तियमणूसेसु उववज्जति ? गोयमा ! दोसु वि / एवं जहा उववाओ तहेव उव्वदृणा वि भाणियव्वा, गवरं अकम्मभूमगअंतरदीवगगन्भवतियमणूसेसु असंखेजवासाउ एसु वि एए उववज्जंतीति भाणियव्वं / जइ देवेसु उववज्जति किं भवणवईसु उववजंति जाव किं वेमाणिएसु उववजंति ? गोयमा ! सव्वेसु चेव उववजंति / जइ भवणवईसु० किं असुरकुमारेसु उववज्जति जाव थणियकुमारेसु उववज्जति ! गोयमा ! सव्वेसु चेव उववज्जंति / एवं वाणमंतरजोइसियवेमाणिएसु णिरंतरं उववजंति जाव सहस्सारो कप्पोत्ति // 322 // मणुस्सा णं भंते !. अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जति ? किं णेरइएसु उववज्जति जाव देवेसु उववज्जति ? गोयमा ! णेरइएसु वि उववज्जति जाव देवेसु वि उववज्जति / एवं णिरंतरं सव्वसु ठाणेसु पुच्छा / गोयमा! सव्वेसु ठाणेसु उववज्जंति, ण कहिं च पडिसेहो कायव्यो जाव सव्वसिद्धदेवेसु वि उववज्जति, अत्थेगइया सिझंति, बुझंति, मुच्चंति, परिणिव्वायंति, सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति / वाणमंतरजोइसियवेमाणियसोहम्मीसाणा य जहा असुरकुमारा, गवरं जोइसियाण य वेमाणियाण य चयंतीति अभिलावो कायव्यो। सणंकुमारदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! जहा असुरकुमारा, णवरं एगिदिएसुण उववज्जति / एवं जाव सहस्सारगदेवा / आणय जाव अणुत्तरोववाइया देवा एवं चेव, णवरं णो तिरिक्खजोणिएसु उववज्जति, मणुस्सेसु पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवतियमणूसेसु उववज्जति // 6 दारं // 323 / / णेरड्या णं भंते! कइभागाव Page #442 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 6 सेसाउया परभवियांउयं पकरेंति 1 गोयमा ! णियमा छम्मासावसेसाउया परभविया. उयं० / एवं असुरकुमारा वि, एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइया णं भंते ! कइभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति ? गोयमा ! पुढविकाइया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सोवकमाउया य णिरुवकमाउया य / तत्थ णं जे ते णिरुवक्कमाउया ते णियमा तिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति / तत्थ णं जे ते सोवकमाउया ते सिय तिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति, सिय तिभागतिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति, सिय तिभागतिभागतिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेति / आउतेउवाउवण'फइकाइयाणं बेइंदियतेइंदियचउरिदियाण वि एवं चेव // 324 // पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! कहभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-संखेजवासाउया य असंखेजवासाउया य / तत्थ णं जे ते असंखेजवासाउया ते णियमा छम्मासावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति / तत्थ णं जे ते संखेजवासाउया ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सोवक्कमाउया य णिरुवकमाउया य / तत्थ णं जे ते णिरुवकमाउया ते णियमा तिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेंति / तत्थ ण जे ते सोवकमाउया ते णं सिय तिभागे परभवियाउयं पकरेंति, सिय तिभागतिभागे परभवियाउयं पकरेंति, सिय तिभागतिभागतिभागावसेसाउया परभवियाउयं पकरेति / एवं मणूसा वि। वाणमंतरजोइसियवेमाणिया जहा णेरइया // 7 दारं // 325 // कइविहे गं भंते ! आउयबंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! छविहे आउयबंधे पण्णत्ते / तंजहा-१ जाइणामणिहत्ताउए, 2 गइणामणिहत्ताउए, 3 ठिईणामणिहत्ताउए, 4 ओगाहणणामणिहत्ताउए, 5 पएसणामणिहत्ताउए, 6 अणुभावणामणिहत्ताउए / रइयाणं भंते ! कइविहे आउयबंधे पणत्ते ? गोयमा ! छविहे आउयबंधे पण्णत्ते / तंजहा-जाइणामणिहत्ताउए, गइणामणिहत्ताउए, ठिईणामणिहत्ताउए, ओगाहणणामणिहत्ताउए, पएसणामणिहत्ताउए, अणुभावणामणिहत्ताउए, एवं जाव वेमाणियाणं // 326 / / जीवा णं भंते ! जाइणामणिहत्ताउयं कईहिं आगरिसेहिं पगरेति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं अट्ठहिं / णेरड्या णं भंते ! जाइणामणिहत्ताउयं कइहिं आगरिसेहिं पगरेंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा, उक्कोसेणं अट्टहिं / एवं जाव वेमाणिया / एवं गाणामणिहत्ताउए वि, ठिईणामणिहत्ताउए वि, ओगाहणणाम. Page #443 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 434 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णिहत्ताउए वि, पएसणामणिहत्ताउए वि, अणुभावणामणिहत्ताउए वि // 327 // एएसि णं भंते ! जीवाणं जाइणामणिहत्ताउयं जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वो तीहिं वा उक्कोसेणं अट्ठहिं आगरिसेहिं पकरेमाणाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा जाइणामणिहत्ताउयं अट्ठहिं आगरिसेहिं पकरेमाणा, सत्तहिं आगरिसेहिं पकरेमाणा संखिजगुणा, छहिं आगरिसेहिं पकरेमाणा संखिजगुणा, एवं पंचहिं संखिजगुणा, चउहिं संखिजगुणा, तीहिं संखिज गुणा, दोहिं संखिजगुणा, एगेणं आगरिसेणं पकरेमाणा संखिजगुणा / एवं एएणं अभिलावेणं जाव अणुभागणामणिहत्ताउयं, एवं एए छप्पिय अप्पाबहुदंडगा जीवाइया भाणियव्वा / / 8. दारं // 328 // पण्णवणाए भगवईए छठें ववकंतीपयं समतं // सत्तमं ऊसासपयं रइया णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा ? गोयमा ! सययं संतयामेव आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा // 329 // असुरकुमारा णं भंते ! केवइकालस्स आणमति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा 1 गोयमा ! जहण्णेणं सत्तण्हं थोवाणं, उक्कोसेणं साइरेगस्स पक्खस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा / णागकुमारा णं भंते ! केवहकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तण्डं थोवाणं, उक्कोसेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, एवं जाव थणियकुमाराणं // 330 // पुढविकाइया णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! वेमायाए आणमंति वा जाव णीससंति वा / एवं जाव मणूसा / वाणमंतरा जहा णागकुमारा // 331 // जोइसिया णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा! जहण्णेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, उक्कोसेण वि मुहुत्तपुहत्तस्स जाव णीससंति वा // 332 // वेमाणिया णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, उक्कोसेणं तेत्तीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा // 333 / / सोहम्मदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, उक्कोसेणं दोण्हं पक्खाणं जावं णीससंति वा / Page #444 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं 507 435 ईसाणगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगस्स मुहत्तपुहत्तस्स, उक्कोसेणं साइरेगाणं दोण्हं पवखाणं जाव णीससंति वा / सणंकुमारदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं दोण्हं पक्खाणं, उक्कोसेणं सत्तण्हं पक्खा जाव णीससंति वा / माहिंदगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं दोण्हं पक्खाणं, उक्कोसेणं साइरेगं सत्तण्हं पवस्त्राणं जाव णीससंति वा / बंभलोगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तण्हं पक्वाणं, उकोसेणं दसण्हं पक्खाणं जाव णीससंति वा। लंतगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसहं पक्खाणं, उक्कोसेणं चउदसण्हं पक्खाणं जाव णीससंति वा / महासुक्कदेवा गं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं चउदसण्हं पक्खाणं, उक्कोसेणं सत्तरसण्हं पक्खाणं जाव णीससंति वा। सहस्सारगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा! जहण्णेणं सत्तरसण्हं पक्खाणं, उक्कोसेणं अट्ठारसण्हं पक्खाणं जाव णीससंति वा / आणयदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहणणं अट्ठारसण्हं पक्खाणं, उक्कोसेणं एगूणवीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / पाणयदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा! जहण्णेणं एगूणवीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं वीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / आरणदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीसति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं वीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं एगवीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / अच्चुयदेवा | भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं एगवीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं बावीसाए पवखाणं जाव णीससंति वा // 334 // हिद्विमहिडिमगेविजगदेवा ण भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहणेणं बावीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं तेवीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा। हिटिममज्झिमगेविजगदेवा णं भंते ! केपइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा! जहण्णेणं तेवीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं चउवीसाए पक्खाणं जावणीससंति वा / हिट्ठिमउवरिमगेविजगदेवा ण भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं चउवीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं पणवीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / मज्झिमहिडिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीस Page #445 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 436 - अनंगपविट्ठसुत्ताणि संति वा 1 गोयमा ! जहण्णेणं पणवीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं छवीसाए पवख जाव णीससंति वा / मज्झिममज्झिमगेविजगदेवाण भंते ! केवइकालस्स जावणीस. संति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं अव्वीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं सत्तावीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा। मज्झिमउवरिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तावीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं अट्ठावीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / उवरिमहेट्ठिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वां ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठावीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं एगूणतीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा। उवरिममज्झिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइकालम्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं एगूणतीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं तीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / उवरिमउवरिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं तीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं एकतीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा // 335 // विजयवेजयंतजयंतअपराजियविमाणेसु णं देवा णं भंते ! केवइकालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! जहण्णेणं एकतीसाए पक्खाणं, उक्कोसेणं तेत्तीसाए पक्खाणं जाव णीससंति वा / सव्वदृसिद्धगदेवा णं भंते ! केवइ. कालस्स जाव णीससंति वा ? गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसेणं तेत्तीसाए पक्खागं जाव णीससंति वा // 336 // पण्णवणाए भगवईए सत्तम ऊसासपयं समत्तं // अट्ठमं सण्णापयं कइ णं भंते ! सण्णाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! दस सण्णाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-आहारसण्णा, भयसण्णा, मेहुणसण्णा, परिग्गहसण्णा, कोहसण्णा, माणसण्णा, मायासण्णा, लोहसण्णा, लोयसण्णा, ओघसण्णा // 337 // णेरइयाणं भंते ! कइ सण्णाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! दस सण्णाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-आहारसण्णा जाव ओघसण्णा / असुरकुमाराणं भंते ! कइ सण्णाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! दस सण्णाओ पण्णत्ताओ तंजहा-आहारसण्णा जाव ओघसण्णा, एवं जाव थणियकुमाराणं / एवं पुढविकाइयाणं जाव वेमाणियावसाणाणं णेयव्वं // 338 // णेरइया णं भंते ! किं आहारसण्णोवउत्ता, भयसण्णोवउत्ता, मेहुणसण्णोवउत्ता, परिम्गहसण्णोवउत्ता 1 गोयमा ! ओसण्णं कारणं पडुच्च भयसण्णोवउत्ता, संतइभावं पडुच्च आहार Page #446 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प०८ 437 सण्णोवउत्ता वि जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वि / एएसि णं भंते ! णेरइयाणं आहारसण्णोवउत्ताणं भयसण्णोवउत्ताणं मेहुणसण्णोवउत्ताणं परिग्गहसण्णोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा णेरइया मेहुणसण्णोवउत्ता, आहारसण्णोवउत्ता, संखिजगुणा, परिग्गहसण्णोवउत्ता संखिजगुणा, भयसण्णोवउत्ता संखिजगुणा // 339 // तिरिक्खजोणिया णं भंते ! किं आहारसण्णोवउत्ता जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता? गोयमा! ओसण्णं कारणं पडुच्च आहारसण्णोवउत्ता, संतइभावं पडुच्च आहारसण्णोवउत्ता वि जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वि। एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियाणं आहारसण्णोवउत्ताणं जाव परिग्गहसण्णोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तिरिक्खज़ोणिया परिग्गहसण्णोवउत्ता, मेहुणसण्णोवउत्ता संखिजगुणा, भयसण्णोवउत्ता संखिजगुणा, आहारसण्णोवउत्ता मंखिजगुणा // 340 // मणुस्सा गं भंते ! किं आहारसण्णोवउत्ता जाव परिम्गहसण्णोवउत्ता ? गोयमा ! ओसणं कारणं पडुच्च मेहुणसण्णोवउत्ता, संतइभावं पडुच्च आहारसण्णोवउत्ता वि जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वि। एएसि णं भंते ! मणुस्साणं आहारसण्णोवउत्ताणं जाव परिग्गहसण्णोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा मणूसा भयसण्णोवउत्ता, आहारसण्णोवउत्ता संखिजगुणा, परिग्गहसण्णोवउत्ता संखिजगुणा, मेहुणसण्णोवउत्ता संखिजगुणा // 341 / / देवा णं भंते ! किं आहारसण्णोवउत्ता जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता ? गोयमा! ओसण्णं कारणं पडुच्च परिग्गहसण्णोवउत्ता, संतहभावं पडुच्च आहारसण्णोवउत्ता वि जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वि। एएसि गंभंते ! देवाणं आहारसण्णोवउत्ताणं जाव परिग्गहसण्णोवउत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा देवा आहारसण्णोवउत्ता, भयसण्णोवउत्ता संखेजगुणा, मेहुणसण्णोवउत्ता संखेजगुणा, परिम्गहसण्णोवउत्ता संखेजगुणा / / 342 // पण्णवणाए भगवईए अट्ठमं सण्णापयं समत्तं / / Page #447 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णवमं जोणीपयं कइविहां णं मंते ! जोणी पण्णत्ता 1 गोयमा! तिविहा जोणी पण्णत्ता। तंजहासीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी // 343 // णेरइयाणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोंयमा!सीया वि जोणी, उसिणा वि जोणी, णो सीओसिणा जोणी। असुरकुमाराणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! णो सीया जोणी, णो उसिणा जोणी, सीओ. सिया जोणी, एवं जाव थणियकुमाराणं / पुढविकाइयाणं भंते ! कि सीया जोणी, उसिणा जोगी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! सीया वि जोणी, उसिणा वि जोणी, सीओसिणा वि जोणी। एवं आउवांउवणस्सइबेइंदियतेइंदियचउरिंदियाण वि पत्तेय भाणियव्वं / तेउकाइयाणं णो सीया, उसिणा, णो सीओसिणा / पंचिंदियतिरिक्वजोणियाणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! सीया वि जोणी, उसिणा वि जोणी, सीओसिणा वि जोणी। संमुच्छिमपंचिं दियतिरिक्खजोणियाण वि एवं चेव / गब्भवतंतियपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! णो सीया जोणी, णो उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी / मणुस्साणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! सीया वि जोणी, उसिणा वि जोणी, सीओसिणा वि जोणी / समुच्छिममणुस्साणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा! तिविहा जोणी / गन्भवतियमणुस्साणं भंते ! किं सीया जोगी उसिणा जोणी, सीओसिया जोणी ? गोयमा! णो सीया, णो उसिणा, सीओसिणा जोणी / वाणमंतरदेवाणं भंते ! किं सीया जोणी, उसिणा जोणी, सीओसिणा जोणी ? गोयमा ! णो सीया, णो उसिणा, सीओसिणा जोणी। जोइसियवेमाणियाण वि एवं चेव // 344 // एएसिणं भंते ! सीयजोणियाणं उसिणजोणियाणं सीओसिणजोणियाणं अजोणियाण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा, बहुया वा, तुला वा, विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सीओसियजोणिया, उसिणजोणिया असंखेजगुणा, अजोणिया अणंतगुणा, सीयजोणिया अणंतगुणा // 345 // कइविहा णं भंते ! जोणी पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा जोणी पण्णता / तंजहा-सचित्ता, अचित्ता, मीसिया // 346 / / णेरइयाणं भंते ! किं सचित्ता कोणी, अचित्ता जोणी, Page #448 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 6 मीसिया जोणी ? गोयमा ! णो सचित्ता जोणी,अचित्ता जोणी, णो मीसिया जोणी / असुरकुमारा भंते ! किं सचित्ता जोणी, अचित्ता जोणी, मीसिया जोणी ? गोयमा! जो सचित्ता जोणी, अचित्ता जोणी, जो मीसिया जोणी, एवं जाव थणियकुमाराणं। पुढविकाइयाणं भंते ! किं सचित्ता जोणी, अचित्ता जोणी, मीसिया जोणी ? गोयमा! सचित्ता जोणी, अचित्ता जोणी, मीसिया वि जोणी, एवं जाव चउरिंदियाणं / संमु. च्छिमपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं संमुच्छिममणुस्साण य एवं चेव / गम्भवकंतियपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं गब्भवकंतियममणुस्साण य णो सचित्ता, णो अचित्ता, मीसिया जोणी। वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं // 347 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सचित्तजोणीणं अचित्तजोणीणं मीसजोणीणं अजोणीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसांहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा जीवा मीसजोणिया, अचित्तजोणिया असंखेजगुणा, अजोणिया अणंतगुणा, सचित्तजोणिया अणंतगुणा / / 348 / / कहविहा णं भंतें ! जोणी पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा जोणी पण्णत्ता / तंजहा-संवुडा जोणी, वियडा जोणी, संवुडवियडा जोणी // 349|| णेरइयाणं भंते ! किं संघुडां जोणी, वियडा जोणी, संवुडवियडा जोणी ? गोयमा ! संवुडजोणी, णो वियडजोणी, णो संवुडवियडजोणी। एवं जाव वणस्सइ. काइयाणं / बेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा! णो संवुडजोणी, वियडजोणी, णो संवुडवियडजोणी / एवं जाव चउरिंदियाणं / संमुच्छिमपंचिदियतिरिक्खजोणियाणं संमुच्छिममणुस्साण य एवं चेव / गन्भवतियपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं गब्भवकंतियमणुस्साण य णो संवुडा जोणी, णो वियडा जोणी, संवुडवियडा जोणी। वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णेरइयाणं // 350 // एएसि णं भंते ! जीवाणं संवुडजोणियाणं वियडजोणीयाणं संत्रुडवियडजोणियाणं अजोणियाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा संवुडवियडजोणिया, वियडजोणिया असंखिजगुणा, अजोणिया अणंतगुणा, संवुडजोणिया अणंतगुणा // 351 / / कइविहा णं भंते ! जोणी पण्णता ? गोयमा ! तिविहा जोणी पण्णत्ता / तंजहा-कुम्मुण्णया, संखावत्ता, वंसीपत्ता / कुम्मुण्णया ण जोणी उत्तमपुरिसमाऊणं / कुम्मुण्णयाए णं जोणीए उत्तमपुरिसा गम्भे वक्कमंति, तंजहा-- अरहंता, चक्कवट्टी, बलदेवा, वासुदेवा / संखावत्ता णं जोणी इत्थीरयणस्स, संखावत्ताए जोणीए बहवे जीवा य पोग्गला य वकमंति विउक्कमंति चयंति उवचयंति णो Page #449 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 440 अनंगपविटुसुत्ताणि चेव णं णिप्फजंति / वसीपत्ता णं जोणी पिहुजणस्स, सीपत्ताए णं जोणीए पिहुजणे गब्भे वकमंति // 352 // // पण्णवणाए भगवईए णवमं जोणीपयं समत्तं // दसमं चरमपयं . कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ट पुढवीओ पण्णत्ताओ। तंजहा-रयणप्पभा, सक्करप्पभा, वालुयप्पभा, पंकप्पभा, धूमप्पभा, तमप्पभा, तमतमप्पभा, ईसिप्यन्मारा // 353 // इमा णं भंते ! रयणप्पभा पुढवी किं चरमा, अचरमा, चरमाइं, अचरमाइं, चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा ? गोयमा ! इमा णं रयणप्पभा पुढवी णो चरमा, णो अचरमा, णो चरमाई, णो अचरमाई, पो चरमंतपएसा, णो अचरमंतपएसा, णियमाऽचरमं चरमाणि य, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य, एवं जाव अहेसत्तमा पुढवी, सोहम्माई जाव अणुत्तरविमाणा एवं चेव, ईसिप्पन्भारा वि एवं चेव, लोगे वि एवं चेव, एवं अलोगे वि // 354|| इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए अंचरमस्स य चरमाण य चर. मंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्ठयाए पएसट्टयाए दवहपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वातुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए दव्वट्टयाए एगे अचरमे, चरमाइं असंखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दो वि विसेसाहिया, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा असंखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंत. पएसा य दो वि विसेसाहिया, दव्वट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए दव्वट्ठयाए एगे अचरमे, चरमाइं असंखेजगुणाई, अचरमं चरमाणि य दो वि विसेसाहियाई, पएसट्टयाए चरमंतपएसा असंखेजगुणा, अचरमंतपएसा असंखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दो वि विसेसाहिया / एवं जाव अहेसत्तमाए, सोहम्मस्स जाव लोगस्स एवं चेव // 355 // अलोगस्स ण भंते ! अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दवट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वठ्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे अलोगस्स दव्वट्टयाए एगे अचरमे, चर Page #450 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१० 441 माइं असंखेजगुणाई,अचरमं चरमाणि य दो वि विसेसाहियाइं;पएसट्टयाए सव्वत्थोवा अलोगस्स चरमंतपएसा,अचरमंतपएसा अणंतगुणा,चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दो वि विसेसाहिया; दव्वट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे अलोगस्स एगे अचरमे, चरमाइं असंखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दो वि विसेसाहियाई, चरमंतपएसा असंखेजगुणा, अचरमंतपएसा अणंतगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दो वि विसेसाहिया // 356 // लोगालोगस्स णं भंते ! अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्टयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवे लोगालोगस्स दव्वट्ठयाए एगमेगे अचरमे, लोगस्स चरमाइं असंखेजगुणाई, अलो. गस्स चरमाइं विसेसाहियाई, लोगस्स य अलोगस्स य अचरमं चरमाणि य दो वि विसेसाहियाई, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा लोगस्स चरमंतपएसा, अलोगस्स चरमंतपएसा विसेसाहिया, लोगस्स अचरमंतपएसा असंखेजगुणा, अलोगस्स अचरमंतपएसा अणंतगुणा, लोगस्स य अलोगस्स य चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दो वि विसेसाहिया / दव्वट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे लोगालोगस्स दवट्ठयाए एगमेगे अचरमे, लोगस्स चरमाइं असंखेजगुणाई, अलोगस्स चरमाइं विसेसाहियाई, लोगस्स य अलोगस्स या अचरमं चरमाणि य दो वि विसेसाहियाई, लोगस्स चरमंतपएसा असंखेजगुणा, अलोगस्स य चरमंतपएसा विसेसाहिया, लोगस्स अचरमंतपएसा असंखेजगुणा, अलोगस्स अचरमंतपएसा अणंतगुणा, लोगस्स य अलोगस्स य चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा व दो वि विसेसाहिया, सव्वदव्वा विसेसाहिया, सव्वपएसा अणतगुणा, सव्वपजवा अणंतगुणा // 357 // परमाणुपोग्गले गं भंते ! किं चरमे 1, अचरमे 2, अवत्तव्वए 3, चरमाइं 4 अचरमाई 5, अवतव्वयाई 6, उदाहु चरमे य अचरमे य 7, उदाहु चरमे य अचरमाइं 8, उदाहुचरमाइं अचरमे य 9, उदाहु चरमाइं च अचरमाइं च 10, पढमा चउभंगी। उदाहु चरमे य अवत्तव्वए य 11, उदाहु चरमे य अवत्तव्ययाई च 12, उदाहु चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, उदाहु चरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 14, बीया चउभंगी / उदाहु अचरमे य अवत्तव्वए य 15, उदाहु अचरमे य अवत्तव्वयाई च 16, उदाहु अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, उदाहु अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 18, तइया चउभंगी। उदाहु चरमे य अचरमे य अवत्तव्वए य 19, Page #451 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 442 अनंगपविट्ठसुत्ताणि उदाहु चरमे य अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 20, उदाहु चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वए य 21, उदाहु चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वयाई च 22, उदाहु चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23, उदाहु चरमाइं च अचरमे य अवतव्वयाइं च 24, उदाहु चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वए य 25, उदाहु चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 26 / एए छव्वीसं भंगा। गोयमा ! परमाणुपोग्गले णो चरमे, णो अचरमे, णियमा अवत्तव्वए, सेसा भंगा पडिसेहेयव्वा // 358 // दुपए सिए णं भंते ! खंधे पुच्छा / गोयमा! दुपए सिए खंधे सिय चरमे, णो अचरमे, सिय अवत्तव्वए / सेसा भंगा पडिसेहेयव्वा // 359 // तिपएसिए णं भंते ! खंधे पुच्छा / गोयमा !तिपए सिए खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अवत्तव्वए 3, णो चरमाइं 4, णो अचरमाइं 5, णो अवत्तव्वयाई 6, णो चरमे य अचरमे य 7, णो चरमे य अचरमाइं 8, सिय चरमाइं च अचरमे य 9, णो चरमाइं च अचरमाइं च 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सेसा भंगा पडिसेहेयव्वा // 360 // चउपएसिए णं भंते ! खधे पुच्छा। गोयमा ! चउपए सिए णं खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अवत्तव्वए 3 णो चरमाई 4, णो अचरमाइं 5, णो अवत्तव्वयाई 6, णो चरमे य अचरमे य 7, णो चरमे य अचरमाइं च 8, सिय चरमाइं अचरमे य 9, सिय चरमाइं च अचरमाइं च 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सिय चरमे य अवत्तव्वयाई च 12, णो चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, णो चरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 14, णो अचरमे य अवत्तव्वए य 15, णो अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 16, णो अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, णो अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 18, णो चरमे य अचरमे य अवत्तव्वए य 19, णो चरमे य अचरमे य अवत्तव्वयाई च 20, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वए य 21, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 22, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23 / सेसा भंगा पडिसेहेयव्वा // 361 // पंचपएसिए णं भंते ! खंधे पुच्छा / गोयमा ! पंचपए सिए खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अवत्तव्वए 3, णो चरमाइं 4, णो अचरमाइं 5, अवत्तव्वयाई 6, सिय चरमे य अचरमे य 7, णो चरमे य अचरमाइं च 8, सिय चरमाइं च अचरमे य 9, सिय चरमाइं च अचरमाइं च 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सिय चरमे य अवत्तव्वयाई च 12, सिय Page #452 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 10 443 चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, णो चरमाइं च अवत्तव्वयाई च 15, णो अचरमे य अवत्तव्वए य 15, णो अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 16, णो अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, णो अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 18, णो चरमे य अचरमे य अवत्तव्वए य 19, णो चरमे य अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 20, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वए य 21, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वयाई च 22, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्ययाइं च 24, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वए य 25, णो चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 26 // 362 // छप्पएसिए णं भंते ! खंधे पुच्छा / गोयमा! छप्पएसिए णं खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अवत्तव्वए 3, णो चरमाइं 4, णो अचरमाइं 5, णो अवत्तव्वयाई 6, सिय चरमे य अचरमे य 7, सिय चरमे य अचरमाइं च 8, सिय चरमाइं च अचरमे य 9, सिय चरमाइं च अचरमाइं च 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सिय चरमे य अवत्तव्वयाइं च 12, सिय चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, सिय चरमाई च अवत्तव्वयाइं च 14, णो अचरमे य अवत्तव्वए य 15, णो अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 16, णो अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, णो अचरमाइं च अवत्तव्वयाई च 18, सिय चरमे य अचरमे य अवत्तव्वए य 19, णो चरमे य अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 20, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वए य 21, णो चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 22, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23, सिय चरमाइं च अचरमे य अंवत्तव्वयाइं च 24, सिय चरमाई च अचरमाइं च अवत्तव्वए य 25, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वयाई च 26 // 363 // सत्तपएसिए णं भंते ! खंधे पुच्छा। गोयमा ! सत्तपएसिए णं खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अवत्तव्वए 3, णो चरमाइं 4, णो अचरमाइं 5 णो अवत्तव्वयाइं 6, सिय चरमे य अचरमे य 7, सिय चरमे य अचरमाइं च 8 सिय चरमाइं च अचरमे य 9, सिय चरमाइं च अचरमाइंच 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सिय चरमे य अवत्तव्वयाइं च 12, सिय चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, सिय चरमाइं च.अवत्तव्वयाइं च 14, णो अचरमे य अवत्तव्वए य 15, णो अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 16, णो अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, णो अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 18, सिय चरमे य अचरमे Page #453 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 444 अनंगपविट्ठसुत्ताणि य अवत्तव्वए य 19, सिय चरमे य अचरमे य अवत्तव्बयाई च 20, सिय चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वए य 21, णो चरमे य अचरमाई च अवत्तव्वयाई च 22, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23, सिय चरमाइं च अचरंमे य अवत्तव्वयाइं च 24, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वए य 25, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्बयाई च 26 // 364 // अट्ठपएसिए णं भंते ! खंधे पुच्छा / गोयमा ! अट्ठपएसिए खंधे सिय चरमे 1, णो अचरमे 2, सिय अघत्तव्वए 3, णो चरमाई 4 णो अचरमाई 5, णो अवत्तव्वयाई 6, सिय चरमे यः अचरमे य 7, सिय चरमे य अचरमाइं च 8, सिय चरमाइं च अचरमे य 9, सिय चरमाइंच अचरमाइं च 10, सिय चरमे य अवत्तव्वए य 11, सिय चरमे य अवत्तव्वयाइं च 12, सिय चरमाइं च अवत्तव्वए य 13, सिय चरमाइं च अवत्तव्वयाई च 14, णो अचरमे य अवत्तव्वए य 15, णो अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 16, णो अचरमाइं च अवत्तव्वए य 17, णो अचरमाई च अवत्तव्वयाइं च 18 सिय चरमे य अचरमे य अवत्तव्वए य 19, सिय चरमे य अचरमे अवत्तव्ययाइं च 20, सिय चरमे य अचरमाइं च अवतव्वए य 21, सिय चरमे य अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 22, सिय चस्माइं च अचरमे य अवत्तव्वए य 23, सिय चरमाइं च अचरमे य अवत्तव्वयाइं च 24, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वए य 25, सिय चरमाइं च अचरमाइं च अवत्तव्वयाइं च 26, संखेजपएसिए असंखेजपएसिए अणंतपएसिए खंधे जहेव अट्ठपएसिए तहेव पत्तेयं भाणियव्वं / परमाणुम्मि य तइओ पढमो तइओ य होति दुपएसे / पढमो तहओ णवमो एक्कारसमो य तिपएसे // 1 // पढमो तइओ णवमो दसमो एक्कारसो य बारसमो। भंगा चउप्पएसे तेवीसहमो य बोद्धव्वो // 2 // पढमो तइओ सत्तमणवदसइकारबारतेरसमो। तेवीसचउव्वीसो पणवीसइमो य पंचमए // 3 // बिचउत्थपंचण्टुं पणरस सोलं च सत्तरट्ठारं / वीसेक्कवीसबावीसगं च वजेज छटुंमि // 4 // बिचउत्थपंचमुटुं पण्णर सोलं च सत्तरद्वारं / बावीसइमविहूणा सत्तपएसंमि खंधम्मि // 5 // बिच उत्थपंचच्छं पण्णर सोलं च सत्तरट्ठारं / एए वजिय भंगा सेसा सेसेसु खंधेसु // 6 // 365 // कह णं भंते ! संठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच संठाणा पण्णत्ता / तंजहा-परिमंडले, बट्टे, तसे, चउरंसे, आयए य // 366 // परिमंडला णं भंते ! संठाणा किं संखेजा, Page #454 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०१० 445 असंखेजा, अणता ? गोयमा ! णो संखेजा, णो असंखेजा, अणंता। एवं जाव आयया / परिमंडले णं भंते ! संठाणे किं संखेजपएसिए, असंखेजपएसिए, अणंतपएसिए ? गोयमा ! सिय संखेजपएसिए, सिय असंखेजपएसिए, सिय अणंतपए. सिए / एवं जाव आयए / परिमंडले णं भंते ! संठाणे संखेजपए सिए किं संखेज. पएसोगाढे, असंखेजपएसोगाढे, अणंतपएसोगाढे 1 गोयमा ! संखेजपएसोगाढे, णो असंखेजपएसोगाढे, णो अणंतपएसोगाढे / एवं जाव आयए / परिमंडले णं भंते ! संठाणे असंखेजपएसिए कि संखेजपएसोगाढे, असंखेजपएसोगाढे,अणंतपएसोगाढे! गोयमा ! सिय संखेजपएसोगाढे, सिय असंखेजपएसोगाढे, णो अणंतपएसोगाढे / एवं जाव आयए / परिमंडले णं भंते ! संठाणे अणंतपएसिए किं संखेजपएसोगाढे, असंखेजपएसोगाडे, अणंतपएसोगाढे 1 गोयमा ! सिय संखेजपएसोगाढे, सिय असंखेजपएसोगाढे, णो अणंतपएसोगाढे / एवं जाव आयए / परिमंडले णं भंते ! संठाणे संखेजपएसिए संखेजपएसोगाढे किं चरमे, अचरमे, चरमाइं, अचरमाई, चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा ? गोयमा! परिमंडले णं संठाणे संखेजपएसिए संखेजपएसोगाढे णो चरमे, णो अचरमे, णो चरमाइं, णोअचरमाई, णो चरमंतपएसा, णो अचरमंतपएसा, णियमं अचरमं चरमाणि य चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य / एवं जाव आयए। परिमंडले णं भंते ! संठाणे असंखेजपए. सिए संखेजपएसोगाढे किं चरमे० पुच्छा। गोयमा! असंखेजपएसिए संखेजपएसोगाढे जहा संखेजपएसिए / एवं जाव आयए। परिमंडलेणं भंते ! संठाणे असंखेजपएसिए असंखेजपएसोगाढे किं चरमे० पुच्छा / गोयमा ! असंखेजपएसिए असंखेजपएसोगाढे णो चरमे, जहा संखेजपएसोगाढे, एवं जाव आयए / परिमंडले णं भंते ! संठाणे अणंतपएसिए संखेजपएसोगाढे किं चरमे० पुच्छा। गोयमा! तहेव जाव आयए / अणंतपएसिए असंखेजपएसोगाढे जहा संखेजपएसोगाढे, एवं जाव आयए // 367 // परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स संखेजपएसियस्स संखेजपएसो. गाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य व्वट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा 1 गोयमा ! सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स संखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स दव्वयाए एगे अचरमे, चरमाइं संखेजगुणाई, अचरम चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाई, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा परिमंडलस्स संठाणस्स Page #455 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 446 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि संखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा संखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया, दवट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे परिमण्डलस्स संठाणस्स संखेजपएसियस्स संखेजपएसोंगाढस्स दबयाए एगे अचरमे, चरमाइं संखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाई, चरमंतपएमा संखेजगुणा, अचरमंतपएसा संखेजगुणां, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया / एवं वट्टतंसचउरंसायएसु वि जोएयव्वं // 368 // परिमण्डलस्स णं भंते ! संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसहयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा! सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स दवट्ठयाए एगे अचरमे चरमाई संखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाइं, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा परिमंडलसंठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा संखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया, दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स दव्वट्ठयाए एगे अचरमे, चरमाइं संखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाई, चरमंतपएसा संखेजगुणा, अचरमंतपएसा संखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया। एवं जाव आयए / परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स असंखेजपएसियस्स असखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतरएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्टयाए पएसट्टयाए दव्वढपएसट्टयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा! जहा रयणप्पभाए अप्पाबहुयं तहेव गिरवसेसं भाणियव्वं, एवं जाव आयए // 369 // परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठः पएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! जहा संखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स, णवरं संकमेणं अणंतगुणा, एवं जाव आयए / परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स असंखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य 4 जहा रयणप्पभाए, णवरं संकमे अणंतगुणा, एवं जाव आयए // 370|| जीवे णं भंते ! गइचरमेणं किं चरमे अचरमे 1 गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / णेरइए Page #456 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 447 - पण्णवणासुत्तं प० 10 णं भंते ! गइचरमेण किं चरमे अचरमे 1 गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! गइचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया। णेरइए णं भंते ! ठिईचरमेण किं चरमे अचरमे 1 गोयमा! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! ठिईचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया। णेरइए णं भंते ! भवचरमेणं किं चरमे अचरमे. गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! भवचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया। णेरइए णं भंते ! भासाचरमेणं किं चरमे अचरमे 1 गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! भासाचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा! चरमा वि अचरमा वि, एवं जाव एगिदियवजा णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! आणापाणुचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! आणापाणुचरमेणं किं चरमा अचरमा 1 गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! आहारचरमेणं किं चरमे अचरमे 1 गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे। एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! आहारचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! भावचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! भावचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया। णेरइए णं भंते ! वण्णचरमेणं किं चरमे अचरमे 1 गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए। णेरइया णं भंते ! वण्णचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! गंधचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! गंधचरमेणं किं चरमा अचरमा 1 गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! रसचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरइया णं भंते ! रस Page #457 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 448 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि चरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / णेरइए णं भंते ! फासचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे। एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए / णेरड्या णं भंते ! फासचरमेणं किं चरमा अचरमा? गोयमा! चरमा वि अचरमा वि / एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया / संगहणीगाहा-"गइठिइभवे य भासा आणापाणुचरमे य बोद्धव्वा / आहारभावचरमे वण्णरसे गंधफासे य” // 371 // पण्णवणाए भगवईए दसमं चरमपयं समत्तं // एक्कारसमं भासापयं से पूर्ण भंते ! मण्णामीति ओहारिणी भासा, चिंतेमीति ओहारिणी मासा, अह मण्णामीति ओहारिणी भासा, अह चिंतेमीति ओहारिणी भासा, तह मण्णामीति ओहारिणी भासा, तह चिंतेमीति ओहारिणी भासा ! हंता गोयमा! मण्णा. मीति ओहारिणी भासा, चिंतेमीति ओहारिणी भासा, अह मण्णामीति ओहारिणी भासा, अह चिंतेमीति ओहारिणी भासा, तह मण्णामीति ओहारिणी भासा, तह चिंतेमीति ओहारिणी भासा // 372 / / ओहारिणी णं भंते ! भासा किं सच्चा मोसा, सच्चामोसा असच्चामोसा 1 गोयमा ! सिय सच्चा, सिय मोसा, सिय सच्चामोसा, सिय असच्चामोसा। से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ-'ओहारिणी णं भासा सिय सच्चा, सिय मोसा, सिय सच्चामोसा, सिय असच्चामोसा' 1 गोयमा ! आराहिणी सच्चा, विराहिणी मोसा, आराहणविराहिणी सच्चामोसा, जा णेव आराहणी णेव विराहिणी णेवाराहणविराहिणी सा असच्चामोसा णामं चउत्थी भासा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'ओहारिणी णं भासा सिय सच्चा, सिय मोसा, सिय सच्चामोसा, सिय असच्चामोसा' // 373 // अह भंते ! गाओ मिया पसू पक्खी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जा य गाओ मीया पसू पक्खी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 374 // अह भंते ! जा य इत्थीवऊ. जा य पुमवऊ, जा य णपुंसगवऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जा य इत्थीवऊ, जा य पुमवऊ, जा य णपुंसगवऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 375 // अह भंते ! जा य इत्थिआणवणी, जा Page #458 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प० 11 446 य पुमआणवणी, जा-य णपुंसगआणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जा य इथिआणवणी, जा य पुमआणवणी, जा य णपुंसगआणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 376 / / अह भंते ! जा य इत्थिपण्णवणी, जा य पुमपण्णवणी, जा य णपुंसगपण्णवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जा य इत्थिपण्णवणी, जा य पुमपण्णवणी, जाय णपुंसगपण्णवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 377 // अह भंते ! जा जाईइ इथिवऊ, जाईइ पुमवऊ, जाईइ णपुंसगऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता! गोयमा ! जाईइ इन्थिवऊ, जाईइ पुमवऊ, जाईइ णपुंसगवऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा || 378 // अह भंते ! जा जाईइ इत्थिआणवणी, जाईइ पुमआणवणी, जाईइ णपुंसगाणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जाईइ इथिआणवणी, जाईइ पुमआणवणी, जाईइ णपुंसगाणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 379 // अह भंते ! जाईइ इस्थिपण्णवणी, जाईइ पुमपण्णवणी, जाईइ णपुंसगपण्णवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एमा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जाईइ इत्थिपण्णवणी, जाईइ पुमपण्णवणी, जाईइ णपुंसगपण्णवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 380|| अह भंते ! मंदकुमारए वामंदकुमारिया वा जाणइ बुयमाणे-अहमेसे बुयामीति ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णस्थ सणिणो। अह भंते ! मंदकुमारए वा मंदकुमारिया वा जाणइ आहारं आहारेमाणे-अहमेसे आहारमाहारेमित्ति 1 गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णत्थ सणिणो / अह भंते ! मंदकुमारए वा मंदकुमारिया वा जाणइ-अयं मे अम्मापियरो ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णस्थ सण्णिणो / अह भंते ! मंदकुमारए वा मंदकुमारिया वा जाणइ-अयं मे अइराउले, अयं मे अइराउलेत्ति ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णत्थ सणिणो / अह भंते ! मंदकुमारए वा मंदकुमारिया वा जाणइ-अयं मे भट्टिदारए, अयं मे भट्टिदारएत्ति ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णत्थ सण्णिणो // 381 / / अह भंते ! उट्टे गोणे खरे घोडए अए एलए जाणइ बुयमाणे-अहमेसे बुयामि ? गोयमा ! णो. इणढे समढे, णण्णस्थ सणिणो / अह भंते ! उट्टे जाव एलए जाणइ आहारं आहारेमाणे-अहमेसे आहारेमि ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णत्थ सणिणो / अह भंते ! उट्टे गोणे खरे घोडए अए एलए जाणइ-अयं मे Page #459 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 450 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अम्मापियरो ? गोयमा ! णो इणट्टे समढे, णण्णत्थ सण्णिणो / अह भंते ! उट्टे जाव एलए जाणइ-अयं मे अइराउलेत्ति ? गोयमा ! णो इणढे समढे, जाव गणत्य सण्णिणो / अह भंते ! उट्टे जाव एलए जाणइ-अयमे भट्टिदारए भट्टिदारए ! गोयमा ! णो इणढे समटे, जाव णण्णत्थ सणिणो // 382 / / अह भंते ! मणुस्से महिसे आसे हत्थि सीहे वग्घे विगे दीविए अच्छे तरच्छे परस्सरे सियाले विराले सुणए कोलसुणए कोकंतिए ससए चित्तए चिल्ललए जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा एगवऊ ? हंता गोयमा ! मणुस्से जाव चिल्ललए जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा एगवऊ / अह भंते ! मणुस्सा जाव चिल्ललगा जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा बहुवऊ ? हंता गोयमा ! मणुस्सा जाव चिललगाः"सव्वा सा बहुवऊ // 383 / / अह भंते ! मणुस्सी महिसी वलवा हस्थिणिया 'सीही वग्धी विगी दीविया अच्छी तरच्छी परस्सरा रासमी सियाली विराली सुणिया कोलसुणिया कोकंतिया ससिया चित्तिया चिललिया जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा इस्थिवऊ ?. हंता गोयमा ! मणुरसी जाव चिल्ललिया जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा इत्थिवऊ। अह भंते ! मणुस्से जाव चिललए जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा पुमवऊ ? हंता गोयमा! मणुस्से महिसे जाव चिल्ललए जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वा सा पुमवऊ। अह भंते ! कंसं कंसोयं परिमंडलं सेलं थूभं जालं थालं तारं रूवं अच्छिपव्वं कुंड पउमं दुद्धं दहिं णवणीयं असणं सयणं भवणं विमाणं छत्तं चामरं भिंगारं अंगणं णिरंगणं आभरणं रयणं जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वं तं पुंसगवऊ ? हंता गोयमा ! कसं जाव रयणं जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वं तं णपुंसगवक // 384 // अह भंते ! पुढवी इत्थिवऊ आउत्ति पुमवऊ धण्णेत्ति णपुंसगवऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! पुढवित्ति इत्थिवऊ आउत्ति पुमवऊ धण्णेत्ति णपुंसगवऊ पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा। अह भंते ! पुढवित्ति इस्थिआणवणी, आउत्ति पुमआणवणी, धण्णेत्ति णपुंसगाणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ! हंता गोयमा ! पुढवित्ति इत्थिआणवणी, आउत्ति पुमआणवणी, धण्णेत्ति णपुंसगाणवणी पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा / अह भंते ! पुढवीत्ति इत्थिपण्णवणी, आउत्ति पुमपण्णवणी, धण्णेत्ति णपुंसगपण्णवणी आराहणी. णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! पुढवीत्ति इत्थिपण्णवणी, आउत्ति पुमपण्णवणी, धण्णेत्ति णपुंसगपण्णवणी आराहणी णं एसा. भासा, ण. एसा भासा मोसा / इच्चेवं भंते ! इथिवयणं वा पुमवयणं वा णपुंसगवयणं वा वयमाणे पण्ण Page #460 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 11 451 वणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! इत्थिवयणं का पुमवयणं वा णपुंसगवयणं वा वयमाणे पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 385 // भासा में भंते ! किमाइया, किंपवहा, किसंठिया, किंपजवसिया ! गोयमा! भासा णं जीवाइया, सरीरप्पहवा, वजसंठिया, लोगंतपज्जवसिया पण्णत्ता / भासा कओ य पभवइ ! कहहि व समएहि भासई भासं ? भासा कइप्पगारा ? कइ वा भासा अणुमया उ 1 // सरीरप्पहवा भासा, दोहि य समएहिं भासई भासं। भासा च उप्पगारा, दोण्णि य भासा अणुमया उ // 386 // कइविहा णं भंते ! भासा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा भासा पण्णत्ता। तंजहा-पजत्तिया य अपजत्तिया य / पजत्तिया णं भंते ! भासा कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहासच्चा मोसा य // 387 // सच्चा णं भंते ! भासा पजत्तिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता। तंजहा-जणवयसच्चा १,सम्मयसच्चा २,ठवणसच्चा 3, णामसच्चा 4, रूवसच्चा 5, पडुच्चसच्चा 6, ववहारसच्चा 7, भावसच्चा 8, जोगसच्चा 9, ओवम्मसच्चा 10 / “जणवय 1 संमय 2 ठवणा 3 णामे 4 रूवे 5 पडुच्चसच्चे 6 य / क्वहार 7 भाव 8 जोगे 9 दसमे ओवम्मसच्चे य 10" / / 388 // मोसा णं भंते ! भासा पज्जत्तिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! दसविहा पण्णत्ता। तंजहा-कोहणि स्सिया 1, माणणिस्सिया 2, मायाणिस्सिया 3, लोहणिस्सिया 4, पेजणिस्सिया 5, दोसणिस्सिया 6, हासणिस्सिया 7, भयणिस्सिया 8, अक्खाइयाणिस्सिया 9, उवघाइयणिस्सिया 10 / 'कोहे माणे माया लोभे पेजे तहेव दोसे य / हास भए अक्खाइयउवघाइयणिस्सिया दसमा" // 389 / अपजत्तिया णं भंते ! कइविहा भासा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सच्चामोसा असच्चामोसा य / सच्चामोसा | भंते ! भासा अपजत्तिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता। तंजहा-उप्पण्णमिस्सिया 1, विगयमिस्सिया 2, उप्पण्णविगयमिस्सिया 3, जीवमिस्सिया 4, अजीवमिस्सिया 5, जीवाजीवमिस्सिया 6, अणंतमिस्सिया 7, परित्तमिस्सिया 8, अद्धामिस्सिया 9, अद्धद्धामिस्सिया 10 // 390 // असच्चामोसा णं भंते ! भासा अपजत्तिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुवालसविहा पण्णत्ता / तंजहा-आमंतणि 1, आणमणी 2, जायणि 3, तह पुच्छणी य 4, पण्णवणी 5 / पच्चक्खाणी भासा 6, भासा इच्छाणुलोमा 7 य // अणभिग्गहिया भासा 8, भासा य अभिग्गहमि बोद्धव्वा 9 / संसयकरणी भासा 10, वोयड 11, Page #461 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 452 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अन्चोयडा चेव 12" // 391 // जीवा णं भंते ! किं भासगा, अभासगा ? गोयमा ! जीवा मासगा वि, अभासगा वि / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जीवा भासगा वि, अभासगा वि' ? गोयमा ! जीवा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा–संसारसमावण्णगा य असंसारसमावण्णगा य / तत्थ णं जे ते असंसारसमावण्णगा ते णं सिद्धा, सिद्धा णं अभासगा। तत्थ णं जे ते संसारसमावण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सेलेसीपडिवण्णगा य असेलेसीपडिवण्णगा य / तत्थ णं जे ते सेलेसीपडिवण्णगा ते णं अभासगा। तत्थ णं जे ते असेलेसीपडिवण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-एगिंदिया य अणेगिंदिया य / तत्थ णं जे ते एगिंदिया ते णं अभासगा। तत्थ णं जे ते अणेगेंदिया ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं अभासगा, तत्थ णं जे ते पजत्तगाते णं भासगा, से एएणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'जीवा भासगा वि अभासगा वि' // 392 ॥णेरइया णं भंते ! किं भासगा, अभासगा ? गोयमा ! णेरइया भासंगा वि, अभासगा वि / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-णेरइया भासगा वि, अभासगा वि' 1 गोयमा! णेरइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं अभासगा, तत्थ गंजे ते पजत्तगा ते णं भासगा, से एएणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'णेरइया भासगा वि, अभासगा वि' / एवं एगिदियवजाणं णिरंतरं भाणियव्वं // 393 / / कइ णं भंते ! भासजाया पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि भासजाया पण्णत्ता / तंजहा-सच्चमेगं भासजायं, बिइयं मोसं, तइयं सच्चामोसं, चउत्थं असच्चामोसं / जीवा णं भंते ! किं सच्चं भासं भासंति, मोसं भासं भासंति, सच्चामोसं भासं भासंति, असच्चामोसं भासं भासंति ? गोयमा! जीवा सच्चं पि भासं भासंति, मोसं पि भासं भासंति, सच्चामोसं पि भासं भासंति, असच्चामोसं पि भासं भासंति / गेरइया णं भंते ! किं सच्च भासं भासंति जाव असच्चामोसं भासं भासंति ? गोयमा ! णेरइया णं सच्च पि भासं भासंति जाव असच्चामोर्स पि भासं भासंति / एवं असुरकुमारा जाव थणियकुमारा। बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिदिया य णो सच्चं०, णो मोसं०, णो सच्चामोसं भासं भासंति, असच्चामोसं भासं भासंति / पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! कि सच्चं भासं भासंति जाव असच्चामोसं भासं भासंति ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णो सच्च भासं भासंति, णो मोसं भासं भासंति, णो सच्चामोसं भासं भासंति, एगं असच्चामोसं Page #462 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प० 11 453 भासे भासंति, णणथं सिक्खापुच्वगं उत्तरगुणलद्धिं वा पडुच्च सच्चं पि भासं भासंति, मोमं पि०, सच्चामोसं पि०, असच्चामोसं पि भासं भासंति / मणुस्सा जाव वेमाणिया एए जहा जीवा तहा भाणियव्वा // 394 // जीवे णं भंते ! जाई दव्वाई भासत्ताए गिण्हइ ताई किं ठियाइं गिण्हइ, अठियाइं गिण्हइ ? गोयमा ! ठियाइं गिण्हइ, णो अठियाइं गिण्हइ / जाइं भंते ! ठियाई गिण्हइ ताई किं दव्वओ गिण्हइ, खेत्तओ गिण्हइ, कालओ गिण्हइ, भावओ गिण्हइ ? गोयमा ! दव्वओ वि गिण्हइ, खेत्तओ वि०, कालओ वि०, भावओ वि गिण्हइ / जाइं भंते ! दव्वओ गिण्हइ ताई कि एगपएसियाई गिण्हइ, दुपए सियाइं जाव अणंतपए सियाई गिण्हइ ? गोयमा ! णो एगपएसियाई गिण्हह जाच णो असंखेजपएसियाई गिण्हइ, अणंतपएसियाई गिण्हइ / जाइं खेत्तओ गेण्हइ ताई कि एगपएसोगाढाइं गेण्हइ, दुपए. सोगाढाइं गेण्हइ जाव असंखेजपएसोगाढाइं गेण्हइ ? गोयमा ! णो एगपएसोगाढाई गेण्हइ जाव णो संखेजपएसोगाढाइं गेण्हइ, असंखेजपएसोगाढाई गेण्हइ / जाई कालओ गेण्हइ ताई कि एगसमय ठिइयाई गेण्हइ, दुसमयठिइयाई गेण्हइ जाव असंखेजसमयठिइयाइं गेण्हइ ? गोयमा! एगसमयठिइयाई पि गेण्हइ, दुसमयठिइयाई पि गेण्हइ जाव अमंखेजसमयठिइयाई पि गेण्हइ / जाइं भावओ गेण्हइ ताई किं वण्णमंताई गेण्हइ, गंधमंताई०, रसमंताई०, फासमंताई गेहइ ? गोयमा ! वण्णमंताई पि गे• जाव फासमंताई पि गेण्हइ / जाइं भावओ वण्णमंताई गेण्हइ ताई कि एगवण्णाइं गेण्हइ जाय पंचवण्णाइं गेण्हइ ? गोयमा ! गहणदव्वाइं पडुच्च एगवण्णाई पि गेण्हइ जाव पंचवण्णाई पि गेण्हइ सव्वग्गहणं पडुच्च णियमा पंचवण्णाइं गेण्हइ, तंजहा-कालाई णीलाइं लोहियाइं हालिद्दाइं सुकिलाई / जाई वण्णओ कालाई गेण्हइ ताई कि एगगुणकालाई गेण्हइ जाव अणंतगुणकालाई गेण्हइ ? गोयमा ! एगगुणकालाई पि गेण्हइ जाव अणंतगुणकालाई पि गेहइ / एवं जाव सुकिल्लाई पि / जाइं भावओ गंधमंताई गिण्हइ ताई कि एगगंधाई गिण्हइ, दुगंधाई गिण्हइ 1 गोयमा! गहणदव्वाइं पडुच्च एगगंधाइं पि० दुगंधाई पि गिण्हइ, सव्वग्गहणं पडुच्च णियमा दुगंधाइं गिण्हइ / जाई गंधओ सुब्भिगंधाई गिण्हइ ताई कि एगगुणमुब्भिगंधाइं गेण्हइ जाव अणंतगुणसुब्भिगंधाइं गेहइ 1 गोयमा ! एगगुणसुन्भिगंधाई पि गि० जाव अणंतगुणसुन्भिगंधाई पि गिण्हइ / एवं दुब्भिगंधाई पि गेण्हइ / जाइं भावओ रसमंताई गेण्हइ ताई कि एगरसाइं गेण्हइ जाव किं पंचरसाई गेण्हइ ? गोयमा ! गहणदव्वाइं पडुच्च एगरसाई पि गेण्हइ जाव पंचरसाई पि Page #463 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 454 अनंगपविटुसुत्ताणि गिण्हइ, सब्वग्गहणं पडुच्च णियमा पंचरसाइं गेण्हइ / नाई रसओ तित्तरसाद गेण्हइ ताई कि एगगुणतित्तरसाइं गिण्हइ जाव अणतगुणतित्तरमाइं. गिहइ ! गोयमा ! एगगुणतित्ताई पि गिण्हइ जाव अणंतगुणतित्ताई पि गिण्हद, एवं जाव महुररसो / जाइं भावओ फासमंताई गेण्हइ ताई कि एगफासाई गेण्हइ जाव अट्ठफासाइं गेण्हइ ? गोयमा ! गहणदव्वाइं पड्डुच्च णों एगफासाइं गेहद, दुफासाई गेहइ जाव च उफासाइं गेण्हइ, णो पंचफासाइं गेण्हह जाव णो अहफासाइं गेण्हह सव्वग्गणं पडुच्च णियमा चउफासाइं गेण्हइ, तंजहा-सीयफासाइं गेण्हइ, रसिणफासाइं०, गिद्ध फासाइं०, लुक्खफासाई गेण्हई / जाई फासओ सीयाई गेहद ताई किं एगगुणसीयाई गेण्डइ जाव अणंतगुणसीयाइं गेण्हइ ? गोयमा ! एगगुणसीयाई पि गेण्हइ जाव अणंतगुणसीयाई पि गेण्हइ, एवं उसिणगिद्धलुबखाई जाव अयंतगुणाई पि गेण्हइ // 395 // जाई भंते ! जाव अणतगुणलुक्खाई गेण्हइ ताई किं पुट्ठाई गेण्हइ, अपुट्ठाई गेण्हइ 1 गोयमा ! पुट्ठाइं गेण्हह, णो अपुट्ठाइं गेण्हइ / जाइं भंते ! पुट्ठाइं गेण्हइ ताई कि ओगाढाइं गेण्हइ, अणोगाढाइं गेण्डइ ? गोयमा! ओगाढाइं गेण्हइ, णो अणोगाढाइं गेण्हइ / जाई भंते ! ओगाढाइं गेहइ ताई कि अणंतरोगाढाइं गेण्हइ, परंपरोगाढाई गेण्हइ ? गोयमा ! अणंतरोगाढाइं गेण्हइ, गो परंपरोगाढाई गेण्डइ / जाइं भंते ! अणंतरोगाढाई गेण्हइ ताई किं अणूइं गेण्हइ, बायराइं गेण्हइ ? गोयमा ! अणूइं पि मेण्हइ बायराई पि गेहइ / जाइं भंते ! अणूई पि गेण्हइ बायराई पि मेण्हह ताई कि उट्ठे गेण्हइ, अहे गेण्हइ, तिरियं गेण्हइ ? गोयमा ! उढे पि गेण्हइ, अहे वि गेण्हइ, तिरियं पि गेण्हइ / जाई भंते ! उई पि गेण्हइ, अहे वि गेण्हइ, तिरियं पि गेण्हइ ताई किं आई गेण्हइ, मज्झे गेण्हइ, पजवसाणे गेण्हइ ? गोयमा ! आई पि गेण्हइ, मझे वि गेहइ, पजवसाणे वि गेण्हइ / जाइं भंते ! आइंपि गेण्हइ, मज्झे वि गेण्हइ, पजवसाणे वि गेण्हइ ताई किं सविसए गेण्हइ, अविसए गेण्हइ ? गोयमा ! सविसए गेण्हइ, णो अविसए गेहइ / जाइं भंते ! सविसए गेण्हइ ताई कि आणुपुचि गेण्हइ, अणाणुपुव्विं गेण्हइ ? गोयमा ! आणुपुट्विं गेण्हइ, णो अणाणपुब्दि गेण्हइ / जाइं भंते ! आणुपुट्विं गेण्हइ ताई किं तिदिसिं गेण्हइ जाव छद्दिसिं गेण्हइ ? गोयमा! णियमा छद्दिसिं गेण्हइ / “पुट्ठोगाढअणंतर अणू य तह बायरे य उड्डमहे / आइविसयाणुपुट्विं णियमा तह छदिसिं चेव”॥ 396 // जीवे | भंते ! जाई दवाई भासत्ताए गेण्डइ ताई कि संतरं गेण्हइ णिरंतरं गेण्हइ ? Page #464 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 11 455 गोयमा ! संतरे पि गेण्हइ, णिरंतरं पि गेण्हइ / संतरं गेण्हमाणे जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेजसमए अंतरं कटु गेण्हइ, पिरंतरं गेण्हमाणे जहण्णेणं दो समए, उक्कोसेणं असंखेजसमए अणुसमयं अविरहियं णिरंतरं गेण्हइ / जीवेणंभंते ! जाई दव्वाइं भासत्ताए गहियाई णिसिरइ ताई किं संतरं णिसिरइ, णिरंतरं णिसिरइ ! गोयमा ! संतरं णिसिरइ, णो गिरंतरं णिसिरइ / संतरं णिस्सिरमाणे एगेणं समएणं गेण्हह,एगेगं समएणं णिसिरइ, एएणं गहणणिसिरणोवाएणं जहण्णेणं दुसमइय, उक्कोसेणं असंखेजसमइयं अंतोमुहुत्तियं गहणणिसिरणोवायं करेइ // 397 // जीवे णं भंते ! नाई दवाइं भासत्ताए गहियाइं णिसिरइ ताई कि भिण्णाई णिसिरइ, अभिण्णाई णिसिरह 1 गोयमा! मिण्णाई पि णिस्सिरइ, अभिण्णाई पि णिस्सिरइ। जाई भिण्णाई णिसिरइ ताई अणंतगुणपरिवुड्डीए णं परिचुड्ढमाणाई लोयंत फुसंति, जाई अभिण्णाई णि सिरह ताइं असंखेजाओ ओगाहणवम्गणाओ गंता भेयमावति, संखेजाइं जोयपाइं गंता विद्धंसमागच्छति // 398 // तेसि णं भंते ! दव्वाणं कइविहे भेए पण्णत्ते? गोयमा ! पंचविहे भेए पण्णत्ते / तंजहा-खंडाभेए, पयराभेए, चुण्णियाभेए, अणुतडियाभेए, उक्करियाभेए / से किं तं खंडाभेए 12 जणं अयखंडाण वा तउखंडाण वा तंबखंडाण वा सीसगखंडाण वा रययखंडाण वा जायस्वखंडाण वा खंडएणं भेए भवइ, से तं खंडाभेए 1 / से किं तं पयराभेए ? 2 जणं वंसाण वा वेत्ताण वा पालाण वा कयलीथंभाण वा अन्भपडलाण वा पयरेणं भेए भवइ, से तं पयराभेए 2 / से कि तं चुणियामेए 12 जण्णं तिलचुण्णाण वा मुग्गचुण्णाण वा मासचुण्णाण वा पिप्पलीचुण्णाण वा मिरीयचुण्णाण वा सिंगबेरचुण्णाण वा चुण्णियाए भेए भवई, से तं चुणियाभेए 3 / से किं तं अणुतडियाभेए 12 जण्णं अगडाण वा तडागाण वा दहाण वा गईण वा वावीण वा पुक्खरिणीण वा दीहियाण वा गुंजालियाण चा सराण वा सरसराण वा सरपंतियाण वा सरसरपंतियाण वा अणुतडियाभेए भवइ, से तं अणुतडियाभेए 4 / से कि तं उक्करियाभेए ? 2 जणं मूसाण वा मंडूसाण वा तिलसिंगाण वा मुग्गसिंगाण वा माससिंगाण वा एरंडबीयाण वा पुट्टिया उक्करियाए भेए भयइ, से तं उक्करियाभेए 5 // 399 / / एए सि णं भंते ! दव्वाणं खंडाभेएणं पयराभेएणं चुणियाभेएणं अणुतडियाभेएणं उकारियाभेएण य मिजमाणाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया चा! गोयमा! सव्वत्थोवाई दव्वाई उक्करियाभेएणं भिजमाणाइं, अणुतडियाभेएणं भिजमाणाई अणंतगुणाई, Page #465 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 456 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चुणियाभेएणं भिजमाणाई अगंतगुणाई, पयराभेएणं भिजमाणाई अगंतगुणाई, खंडाभेएणं भिजमाणाई अणंतगुणाई // 40 ॥णेरइए | भंते ! जाई दव्वाई भासत्ताए गेण्हइ ताई किं ठियाई गेण्हइ, अठियाई गेहइ ? गोयमा ! एवं चेव, जहा जीवे वत्तव्वया भणिया तहा णेरइयस्स वि जाव अप्याबहुयं / एवं एगिदियक्जो दंडओ जाव वेमाणिया। जीका ण भंते ! जाई दव्वाई भासत्ताए गेण्हंति ताई किं ठियाई गेण्हंति, अठियाइं गेण्हंति ? गोयमा! एवं चेव, पुहुत्तेण वि णेयव्यं जाव वेमाणिया / जीवे णं भंते ! जाई दव्वाई सच्चभासत्ताए. गेण्हइ ताई किं ठियाई गेण्हइ, अठियाइं गेण्हइ ? गोयमा! जहा ओहियदंडओ तहा एसोऽवि, णवरं विगलिंदिया ण पुच्छिति। एवं मोसाभासाए वि, सच्चामोसाभासाए वि असच्चामोसाभासाए वि एवं चेव, णवरं असञ्चामोसामासाए विगलिंदिया पुच्छिजंति इमेणं अभिलावेणं-विगलिदिए णं भंते ! जाई दव्वाई असच्चामोसाभासत्ताए गेहह ताई किं ठियाइं गेण्हइ, अठियाइं गेण्हह ? गोयमा ! जहा ओहियदंडओ, एवं एए एगत्तपुहत्तेणं दस दंडगा भाणियव्वा // 401 // जीवे णं भंते ! जाई दवाइं सच्चभासत्ताए गिण्हइ ताई किं सच्चभासत्ताए णिसिरइ, मोसभासत्ताए णिसिरह, सच्चामोसभासत्ताए णिसिरह, असच्चामोसमासत्ताए शिसिरइ ? गोयमा ! सच्चभासत्ताए णिसिरइ, णो मोसभासत्ताए णिसिरह, जो सच्चामोसभासत्ताए णिसिरइ, णो असच्चामोसमासत्ताए णिसिरई / एवं एगिदियविगलिंदियवजो दंडओ जाव वेमाणिया / एवं पुहुत्तेण वि। जीवे णं भंते!जाई दव्याई मोसभासत्ताए गिण्हइ ताई कि सच्चभासत्ताए णिसिरइ, मोसभासत्ताए०, सच्चामोसमासत्ताए०, असच्चामोसभासत्ताए णिसिरइ? गोयमा! णो सच्चभामत्ताए णिसिरइ,मोसभासत्ताए णिसिरइ, णो सच्चामोसभासत्ताए०, णो असच्चामोसभासत्ताए णिसिरइ / एवं सच्चामोसभासत्ताए वि, अमच्चामोसमासत्ताए वि एवं चेव, णवरं असच्चामोसमासत्ताए विगलिंदिया तहेव पुच्छिति, जाए चेव गिण्हइ ताए चेव णिसिरह / एवं एए एगत्तपुहुत्तिया अट्ट दंडगा भाणियव्वा // 402 // क इविहे गं मंते ! वयणे पण्णत्ते ? गोयमा! सोलसविहे वयणे पण्णत्ते / तंजहा-एगवयणे, दुवयणे, बहुवयणे, इथिवयणे, पुमवयणे, णपुंसगवयणे, अज्झत्थवयणे, उवणीयवयणे, अवणीयवयणे, उवणीयावणीयवयणे, अवणीयउवणीयवयणे, तीतवयणे, पडुप्पण्णवयणे, अंणागयवयणे, पच्चक्ववयणे, परोक्खवयणे / इच्चेइयं भंते ! एगवयणं वा जाव परोक्खवयणं वा क्यमाणे Page #466 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 12 457 पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! इच्चेइयं एगवयणं वा जाव परोक्खवयणं वा वयमाणे पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा // 403|| कइ णं भंते ! भासजाया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि भासज्जाया पण्णत्ता। तंजहा-सच्चमेगं भासजायं बिइयं मोसंभासजायं, तइयं सच्चामोसं भासजायं, चउत्थं असच्चामोसं भासजायं / इच्चेयाइं भंते ! चत्तारि भासज्जायाई भासमाणे किं आराहए विराहए ? गोयमा ! इच्चेयाइं चत्तारि भासजायाई आउत्तं भासमाणे आराहए, णो विराहए। तेण परं अस्संजययाऽविरयाऽपडिहयाऽपच्चक्खायपावकम्मे सच्च वा भासं भासंतो मोसं वा सच्चामोसंवा असच्चामोसं वा भासं भासमाणे णो आराहए, विराहए। एएसि णं भंते! जीवाणं सच्चभासगाणं मोसभासगाणं सच्चामोसभासगाणं असच्चामोसभासगाणं अभासगाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सच्चभासगा, सच्चामोसभासगा असंखेजगुणा, मोसभासगा असंखेजगुणा, असच्चामोसमासगा असंखेजगुणा, अभासगा अणंतगुणा / 404 / // पण्णवणाए भगवईए एक्कारसमं भासापयं समत्तं // बारसमं सरीरपयं कइ णं भंते ! सरीरा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरा पण्णत्ता। तंजहा-ओरालिए, वेउन्विए, आहारए, तेयए, कम्मए / णेरइयाणं भंते! कइ सरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरया पण्णत्ता / तंजहा-वेउविए, तेयए, कम्मए / एवं असुरकुमाराण वि जाव थणियकुमाराणं / पुढषिकाइयाणं भंते ! कइ सरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ सरीरया पण्णत्ता / तंजहा-ओरालिए, तेयए, कम्मए / एवं वाउकाइयवजं जाव चउरिंदियाणं / वाउकाइयाणं भंते ! कइ सरीरया पण्णता ? गोयमा! चत्तारि सरीरया पण्णत्ता / तंजहा-ओरालिए, वेउविए, तेयए. कम्मए। एवं पंचिंदियतिरिक्खजोणियाण वि / मणुस्साणं भंते ! कइ सरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरया पण्णत्ता / तंजहा-ओरालिए, वेउव्विर, आहारए, तेयए, कम्मए / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णारगाणं // 405 6 // केवइया णं भंते ! ओरालियसरीरया पण्णत्ता ? गोंयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धेलया य मुक्केलया य / तत्थ णं जे ते बद्धेलया ते णं असंखेजा, असंखेजाहिँ उस्सप्पिणि Page #467 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 458 _अनंगपविट्ठसुत्ताणि ओसप्पिणीहि अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोगा। तत्थ णं जे ते मुक्केलया ते णं अणंता, अणंताहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ अणंता लोगा, अभवसिद्धिएहितो अणंतगुणा सिद्धाणतभागो। केवइया गं भंते ! वे उव्वियसरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धेलया य मुक्केलया य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लया ते णं असंखेजा, असंखेजाहिं उस्सप्पिणि ओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजाओ सेढीओ पयरस्स असंखेजइभागो / तत्थ णं जे ते मुक्केल्लया ते णं अणंता, अणंताहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहि अवहीरंति कालओ, जहा ओरालियस्स मुक्केल्लया तहेव वेउव्वियस्स वि भाणियव्वा / केवइया णं भंते ! आहारगसरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धेल्लया य मुक्केलया य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लया ते णं सिय अस्थि, सिय णस्थि / जइ अस्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सहस्सपुहुत्तं / तत्थ णं जे ते मुक्केलया ते णं अणंता, जहा ओरालियस्स मुक्केल्लया तहेव भाणियव्वा। केवइया णं भंते ! तेयगसरीरया पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धेलगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं अणंता, अणंताहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ अणंता लोगा, दव्वओ सिद्धेहितो अणंतगुणा सव्वजीवाणंतभागूणा / तत्थ णं जे ते मुक्केल्लया ते णं अणंता, अणंताहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ अणंता लोगा, दव्वओ सव्वजीवेहितो अणंतगुणा जीववग्गस्साणंतभागों। एवं कम्मगसरीराणि वि भाणियव्वाणि // 407 // णेरइयाणं भंते ! केवइया ओरालियसरीरा पण्णत्ता गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धलगा ते णं णत्थि। तत्थ णं जे ते मुक्केलगा ते णं अणंता जहा ओरालियमुक्केलगा तहा भाणियव्वा / णेरइयाणं भंते ! केवइया वेउव्वियसरीरा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता / तंजहाबद्धेल्लगा य मुक्केल्लगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं असंखेजा, असंखेजाहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजाओ सेढीओ पयरम्स असंखेजइभागो, तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई अंगुलपढमवग्गमूलं बिइयवग्गमूलपड्डुप्पण्णं, अहव णं अंगुलबिइयवग्गमूलघणप्पमाणमेत्ताओ सेढीओ / तत्थ / जे ते मुक्केलगा ते णं जहा ओरालियस्स मुक्केलगा तहा भाणियव्वा / णेरइयाग भंते ! केवइया आहारगसरीरा पण्णत्ता 1 गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बढ़े लगा य Page #468 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं 50 12 456 मुक्केल्लगा य, एवं जहा ओरालिए बद्धेल्लगा मुक्केलगा य भणिया तहेव आहारगा वि भाणियव्वा / तेयाकम्मगाई जहा एएसिं चेव वेउध्वियाइं // 408 // असुरकुमाराणं भंते ! केवहया ओरालियसरीरा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहा णेरइयाणं ओरालियसरीरा भणिया तहेव एएसिं भाणियव्वा / असुरकुमाराणं भंते ! केवइया वेउव्वियसरीरा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धलगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं असंखेजा, असंखेजाहिँ उस्सप्पिणीओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजाओ सेढीओ पयरस्स असंखेजइभागो, तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई अंगुलपढमवग्गमूलस्स संखेजहभागो। तत्थ णं जे ते मुक्केलगा ते णं जहा ओरालि यस्स मुक्केलगा तहा भाणियव्वा / आहारगसरीरगा जहा एएसिं चेव ओरालिया तहेव दुविहा भाणियव्वा, तेयाकम्मगसरीरा दुविहा वि जहा एएसिं चेव वेउब्विया, एवं जाव थणियकुमारा // 409 // पुढविकाइयाणं भंते ! केवइया ओरालियसरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहाबद्धेल्लगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धलगा ते णं असंखेजा, असंखेजाहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहि अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोगा। तत्थ णं जे ते मुक्केल्लगा ते णं अणंता, अणंताहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहि अवहीरंति कालओ. खेत्तओ अणंता लोगा, अभवसिद्धिएहितो अणंतगुणा सिद्धाणं अणंतभागो। पुढविकाइयाणं भंते ! केवइया वेउब्वियसरीरया पण्णत्ता 1 गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं णत्यि / तत्थ णं जे ते मुक्केलगा ते णं जहा एएसिं चेव ओरालिया तहेव भाणियव्वा / एवं आहारगसरीरा वि / तेयाकम्मगा जहा एएसिं चेव ओरालिया। एवं आउकाइयतेउकाइया वि // 410 // वाउकाइयाणं भंते ! केवइया ओरालियसरीरा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्केलगा य / दुविहा वि जहा पुढविकाइयाणं ओरालिया। वेउव्वियाणं पुच्छा / गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्केलगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं असंखेजा, समए समए अवहीरमाणा 2 पलिओवमस्स असंखेजइभागमेत्तेणं कालेणं अवहीरंति, णो चेव णं अवहिया सिया। मुक्केल्लगा जहा पुढविकाइयाणं / आहारयतेयाकम्मा जहा पुढविकाइयाणं, वणप्फइ. काइयाणं जहा पुढविकाइयाणं, णवरं तेयाकम्मगा जहा ओहिया तेयाकम्मगा।४११॥ Page #469 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 460 अनंगपविट्ठसुत्ताणि बेइंदियाण भंते ! केवइया ओरालिया सरीरगा पण्णत्ता 1 गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धलगा य मुक्केलगा य, तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं असंखेजा, असंखेजाहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिँ अवहीरंति कालओ, खेत्तओ असंखेजाओ सेढीओ पयरस्स असंखेजहभागो, तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई असंखेजाओ जोयणकोडाकोडीओ असंखेजाइं सेढिवग्गमूलाई / बेइंदियाण ओरालियसरीरेहिं बद्धलगेहिं पयरो अवहीरइ, असंखेजाहिं उस्सप्पिणीओसप्पिणीहिँ कालओ, खेत्तओ अंगुलपयरस्स आवलियाए य असंखेजइभागपलिभागेणं / तत्थ णं जे ते मुक्केलगा ते जहा ओहिया ओरालियमुक्केलगा। वेउब्बिया आहारंगा य बद्धलगा णस्थि / मुक्केलगा जहा ओहिया ओरालियमुक्केलगा। तेयाकम्मगा जहा एएसिं चेव ओहिया ओरालिया, एवं जाव चउरिदिया। पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं एवं चेव, णवरं वेउव्वियसरीरएसु इमो विसेसो-पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! केवइया वेउब्वियसरीरया पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्केल्लगा य / तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं असंखेजा, जहा असुरकुमाराणं, णवरं तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई अंगुलपढमवग्गमूलस्स असंखेजइभागो। मुक्केलगा तहेव / / 412 // मणुस्साणं भंते ! केवइया ओरालियसरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-बद्धलगा य मुक्कलगा य, तत्थ णं जे ते बद्धेल्लगा ते णं सिय संखेजा, सिय असंखेजा, जहण्णपए संखेजा, संखेजाओ कोडाकोडीओ, तिजमलपयस्स उवरिं चउजमलपयस्स हिट्ठा, अहव णं पंचमवग्गपडुप्पण्णो छट्टो वग्गो, अहव णं छण्णउईछेयणगदाइरासी, उक्कोसपए असंखेजा, असंखेजाहिं उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं अवहीरंति कालओ, खेत्तओ रूवपक्खित्तेहिं मणुस्सेहिं सेढी अवहीरइ, तीसे सेढीए आगासखेत्तेहिं अवहारो मग्गिजइ-असंखेजा, असंखेजाहिँ उस्सप्पिणिओसप्पिणीहिं कालओ, खेत्तओ अंगुलपढमवग्गमूलं तइयवग्गमूलपडुप्पण्णं / तत्थ णं जे ते मुक्केलगा ते जहा ओरालिया ओहिया मुक्केलगा। वेउव्वियाणं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-बद्धेल्लगा य मुक्कल्लगा य, तत्थ णं जे ते वद्धेल्लगा ते णं संखेजा, समए 2 अवहीरमाणा 2 संखेजेणं कालेणं अवहीरंति, णो चेव णं अवहीरिया सिया। तत्थ णं जे ते मुक्केलगा तेणं जहा ओरालिया ओहिया। आहारगसरीरा जहा ओहिया / तेयाकम्मगा जहा एएसिं चेव ओरालिया वाणमंतराणं जहा णेरइयाणं ओरालिया आहारगा य / वेउब्वियसरीरगा जहा णेरइयाणं, णवरं तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई, संखेजजोयणसयवग्गपलिभागो पयरस्स / मुक्केलया Page #470 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 13 461 जहा ओरालिया, आहारगसरीरा जहा असुरकुमाराणं, तेयाकम्मया जहा एएसि णं चेव वेउव्विया / जोइसियाणं एवं चेव, णवरं तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई, बिछप्पण्णंगुलसयवग्गपलिभागो पयरस्स / वेमाणियाण एवं चेव, णवरं तासि णं सेढीणं विक्खंभसूई, अंगुलबिइयवम्गमूलं तइयवग्गमूलपडुप्पण्णं, अहव णं अंगुलतइयवग्गमूलघणप्पमाणमेत्ताओं सेढीओ, सेसं तं चेव // 413 // पण्णवणाए भगवईए बारसमं सरीरपयं समत्तं / / तेरसमं परिणामपयं कइविहे गं भंते ! परिणामे पण्णत्ते ? गोयमा! दुविहे परिणामे पण्णत्ते ! तंजहाजीवपरिणामे य अजीवपरिणामे य / जीवपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दसविहे पण्णत्ते / तंजहा-गइपरिणामे 1, इंदियपरिणामे 2, कसायपरिणामे 3, लेसापरिणामे 4, जोगपरिणामे 5, उवओगपरिणामे 6, गाणपरिणामे 7, दंसणपरिणामे 8, चरित्तपरिणामे 9, वेयपरिणामे 10 // 414 // गइपरिणामे गं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउबिहे पण्णत्ते / तंजहा–णरयगइपरिणामे, तिरियगइपरिणामे, मणुयगइपरिणामे, देवगइपरिणामे 1 / इंदियपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-सोइंदियपरिणामे, चविखदियपरिणामे घाणिदियपरिणामे, जिभिदियपरिणामे, फासिंदियपरिणाणे 2 / कसाय परिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा! चउविहे पण्णत्ते / तंजहा-कोहकसायपरिणामे, माणकसायपरिणामे, मायाकसायपरिणामे, लोभकसायपरिणामे 3 / लेस्सापरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! छविहे पण्णत्ते / तंजहा–कण्हलेसापरिणामे, णीललेसापरिणामे, काउलेसापरिणामे,तेउलेसापरिणामे, पम्हलेसापरिणामे, सुक्कलेसापरिणामे 4 / जोगपरिणामे ण भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-मणजोगपरिणामे, वइजोगपरिणामे, कायजोगपरिणामे 5 / उव ओगपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सागारोवओगपरिणामे, अणागारोवओगपरिणामे य 6 / णाणपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-आभिणिबोहियणाणपरिणामे, सुयणाणपरिणामे, ओहिणाणपरिणामे, मणपजवणाणपरिणामे, केवलणाणपरिणामे / अण्णाणपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-मइअण्णाण Page #471 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 462 अनंगपविट्ठसुत्ताणि परिणामे, सुयअण्णाणपरिणामे, विभंगणाणपरिणामे 7 / दसणपरिणामे णं भंते ! कइ. विहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते / तंजहा–सम्मइंसणपरिणामे, मिच्छादसणपरिणामे, सम्मामिच्छादसणपरिणामे 8 / चरित्तपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-सामाइयचरित्तपरिणामे, छेदोवद्यावणियचरित्तपरिणामे, परिहारविसुद्धियचरित्तपरिणामे, सुहुमसंपरायंचरित्तपरिणामे, अबखायचरित्तपरिणामे 9 / वेयपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते। तंजहा-इत्थिवेयपरिणामे, पुरिसवेयपरिणामे, पुंसगवेयपरिणामे 10 // 415 // णेरइया गइपरिणामेणं णिरयगइया, इंदियंपरिणामे गं पंचिंदिया, क.सायपरिणामेणं कोहकसाई वि जाव लोभकसाई वि, लेसापरिणामेणं कण्हलेसा वि णीललेसा वि काउलेसा वि, जोयपरिणामेणं मणजोगी वि वइजोगी वि कायजोगी वि. उवओगपरिणामेणं सागारोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि, णाणपरिणामेणं आमिणिबोहियणाणी वि, सुयणाणी वि ओहिणाणी वि, अण्णाणपरिणामेणं मइअण्णाणी विसुयअण्णाणी वि विभंगणाणी वि, दंसणपरिणामेणं सम्मादिट्ठी वि मिच्छादिदी वि सम्मामिच्छादिट्टी वि, चरित्तपरिणामेणं णो चरिती, णो चरित्ताचरित्ती, अचरित्ती, वेयपरिणामेणं णो इत्थिवेयगा,णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा। असुरकुमारा वि एवं चेव, णवरं देवगइया, कण्हलेसा वि जाव तेउलेसा वि, वेयपरिणामेण इस्थिवेयगा वि, पुरिसवेयगा वि, णो णपुंसगवेयगा, सेसं तं चेव / एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइया गइपरिणामेणं तिरियगइया, इंदियपरिणामेणं एरिदिया, सेसं जहा णेरइ. याणं, णवरं लेसापरिणामेणं तेउलेसा वि, जोगपरिणामेणं कायजोगी, णाणपरिणामो णत्थि,अण्णाणपरिणामेणं मइअण्णाणी,सुयअण्णाणी,दंसणपरिणामेणं मिच्छादिट्ठी,सेसं तं चेव / एवं आउवणस्सइकाइया वि / तेउवाऊ एवं चेव, णवरं लेसापरिणामेणं जहा णेरइया / बेइंदिया गइपरिणामेणं तिरियगइया, इंदियपरिणामेणं बेइंदिया, सेसं जहा णेरइयाणं / णवरं जोगपरिणामेणं वइजोगी, कायजोगी, णाणपरिणामेणं आभिणिबोहियणाणी वि, सुयणाणी वि, अण्णाणपरिणामेणं मइअप्णाणी वि, सुयअण्णाणी वि, णो विभंगणाणी, दंसणपरिणामेणं सम्मदिट्ठी वि, मिच्छादिट्ठी वि, णो सम्मामिच्छादिट्ठी, सेसं तं चेव / एवं जाव चउरिदिया, णवरं इंदियपरिवटी कायव्वा / पंचिंदियतिरिक्खजोणिया गइपरिणामेणं तिरियगइया, सेसं जहा जेरइयाणं, णवरं लेसापरिणामेणं जाव सुक्कलेसा वि / चरित्तपरिणामेणं णो चरित्ती, Page #472 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 13 463 अचरित्ती वि, चरित्ताचरित्ती वि, वेयपरिणामेणं इथिवेयगा वि, पुरिसवेयगा वि, णपुंसगवेयगा वि / मणुस्सा गइपरिणामेणं मणुस्सगइया, इंदियपरिणामेणं पंचिं. दिया, अणिदिया वि, कमायपरिणामेणं कोहकसाई वि जाव अकसाई वि, लेसापरिणामेणं कण्हलेसा वि जाव अलेसा चि, जोगपरिणामेणं मणजोगी वि जाव अजोगी वि, उवओगपरिणामेणं जहा णेरइया, णाणपरिणामेणं आमिणिबोहियणाणी वि जाव केवलणाणी वि, अण्णाणपरिणामेणं तिण्णि वि अण्णाणा, दंसणपरिणामेणं तिणि वि दंसणा, चरित्तपरिणामेणं चरित्ती वि अचरित्ती वि चरित्ताचरित्ती वि, वेयपरिणामेणं इत्थिवेयगा वि पुरिसवेयगा वि णपुंसगवेयगा वि अवेयगा वि / वाण. मंतरा गइपरिणामेणं देवगइया, जहा असुरकुमारा एवं जोइसिया वि, णवरं लेसापरिणामेणं तेउलेस्सा / वेमाणिया वि एवं चेव णवरं लेसापरिणामेणं तेउलेसा वि पम्हलेसा वि सुक्कलेसा वि, सेत्तं जीवपरिणामे // 416 // अजीवपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दसविहे पण्णत्ते / तंजहा-बंधणपरिणामे 1, गइपरिपामे 2, संठाणपरिणामे 3, भेयपरिणामे 4, वण्णपरिणामे 5, गंधपरिणामे 6, रसपरिणामे 7, फासपरिणामे 8, अगरुयलहुयपरिणामे 9, सद्दपरिणामे 10 // 417 // बंधणपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहाणिद्धबंधणपरिणामे. लुक्खबंधणपरिणामे य / समणिद्धयाए बंधो ण होइ, समलुक्खयाए वि ण होइ / वेमायणिद्धलुक्खत्तणेण बधो उ खंधाणं // 1 // गिद्धस्स णिद्धेण दुयाहिए णं लुक्खस्स लुक्खेण दुयाहिए णं / गिद्धस्स लुक्खेण उवेइ बंधो जहण्णवजो विसमो समो वा ॥२॥गइपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-फुसमाणगइपरिणामे य अफुसमाणगइपरिणामे य अहवा दीहगइपरिणामे य हस्सगइपरिणामे य 2 / संठाणपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-परिमंडलसंठाणपरिणामे जाव आययसंठाणपरिणामे 3 / भेयपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते। तंजहा-खंडाभेयपरिणामे जाव उक्करियायपरिणामे 4 / वण्णपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! पंचविहे पण्णत्ते। तंजहा-कालवण्णपरिणामे जाव सुक्किलवण्णपरिणामे 5 / गंधपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सुभिगंधपरिणामे य दुन्भिगंधपरिणामे य 6 / रसपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजा-तित्तरसपरिणामे जाव Page #473 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 464 अनंगपविट्ठसुत्ताणि महुररसपरिणाणे 7 / फासपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ठविहे पण्णत्ते / तंजहा-कक्खडफासपरिणामे य जाव लुक्खफासपरिणामे य 8 / अगरुयलहुयपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! एगागारे पण्णत्ते 9 / सद्दपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सुन्भिसद्दपरिणामे य दुन्भिसद्दपरिणामे य 10 / सेत्तं अजीवपरिणामे // 418 // चोद्दसमं कसायपयं कह' णं भंते ! कसाया पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि कसाया पण्णत्ता / तंजहाकोहकसाए, माणकसाए, मायाकसाए, लोभकसाए / णेरइयाणं भंते ! कइ कसाया पण्णत्ता 1 गोयमा! चत्तारि कसाया पण्णत्ता। तंजहा–कोहकसाए जाव लोभकसाए। एवं जाव वेमाणियाणं // 419|| कइपइट्ठिए णं भंते! कोहे पण्णत्ते 1 गोयमा! चउपहट्ठिए कोहे पण्णत्ते / तंजहा-आयपइट्टिए, परपइट्टिए, तदुभयपइट्टिए, अप्पइट्ठिए / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाण दंडओ। एवं माणेणं दंडओ, मायाए दंडओ, लोभेणं दंडओ // 420 // कइहिं णं भंते! ठाणेहिं कोहप्पत्ती भवइ ? गोयमा! चउहिं ठाणेहिं कोहुप्पत्ती भवइ, तंजहा-खेत्तं पडुच्च, वत्थु पड्डच्च, सरीरं पडुच्च, उवहिं पडुच्च / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / एवं माणेण वि मायाए वि लोभेण वि, चउविहे कोहे पण्णत्ते। तंजहा-अणंताणुबंधी कोहे, अपच्चक्खाणे कोहे, पच्चक्खाणावरणे कोहे, संजलणे कोहे / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / एवं माणेणं मायाए लोभेणं, एए वि चत्तारि दंडगा // 422 // कइविहे णं भंते ! कोहे पणते ? गोयमा! चउन्विहे कोहे पण्णत्ते / तंजहा-आभोगणिव्वत्तिए, अणाभोगणिव्वत्तिए, उसंते, अणुवसंते / एवं गेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / एवं माणेण वि, मायाए वि, लोभेण वि चत्तारि दंडगा // 423 // जीवा णं भंते ! कइहिं ठाणेहिं अह कम्मपगडीओ चिणिंसु ? गोयमा ! चउहिं ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ चिणिंसु, तंजहा-कोहेणं, माणेणं, मायाए, लोभेणं / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं। जीवाणं भने ! काहिं ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ चिणंति ? गोयमा ! चउहि ठाणेहि, तंजहा-कोहेणं, माणेणं, मायाए, लोभेणं / एवं णेरइया जाव वेमाणिया / जीवा णं भंते ! कइहिं Page #474 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 15 उ० 1 465 ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ चिणिस्संति ? गोयमा ! चउहि ठाणेहिं भट्ट कम्मपगडीडो चिणिस्संति, तंजहा- कोहेणं, माणेणं, मायाए, लोभेणं / एवं गैरइया जाव वेमाप्पिया / जीवा णं भंते !कहहिं ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ उवचिणिंसु ? गोयमा! चउहि ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ उवचिणिंसु, तंजहा-कोहेणं, माणेणं, मायाए, लोभेणं / एवं णेरइया जाव वेमाणिया। जीवाणं भंते !* पुच्छा। गोयमा ! चउहिं ठाणेहिं उवचिणंति कोहेणं जाव लोभेणं, एवं णेरइया जाव वेमाणिया। एवं उवचिणि. स्संति / जीवा णं भंते ! कइहिं ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ बंधिंसु 1 गोयमा! चउहिं ठाणेहिं अट्ठ कम्मपगडीओ बंधिसु, तंजहा-कोहेणं, माणेणं जाव लोभेणं, एवं णेरइया जाव वेमाणिया, बंधिंसु, बंधंति, बंधिस्संति, उदीरेंसु, उदीरैति, उदीरिस्संति, वेदिसु, वेदेति, वेदहस्संति, णिजरिंसु, णिजरेति, णिजरिस्संति, एवं एए जीवाईया वेमाणियपनवसाणा अट्ठारस दंडगा जाव वेमाणिया णिजरिसु णिजरेति णिजरिस्संति / आयपइट्ठिय खेत्तं पडुचऽणताणुबंधि आभोगे / चिण उवचिण बंध उदीर वेय तह णिजरा चेव // 1 // 424 // पंण्णवणाए भगवईए चोद्दसमं कसायपयं समत्तं / पण्णरसमं इंदियपयं-पढमो उद्देसो संठाणं बाहल्लं पोहत्तं कहपएस ओगाढे / अप्पाबहु पुट्ठ पविट्ठ विसय अणगार आहारे // 2 // अद्दाय असी य मणी दुद्ध पाणे तेल्ल फाणिय वसा य / कंबल थूणा थिग्गल दीवोदहि लोगऽलोगे य // 2 // कइ णं भंते! इंदिया पण्णत्ता 1 गोयमा! पंच इंदिया पण्णत्ता। तंजहा-सोइंदिए, चविखदिए, घाणिदिए, जिभिदिए. फासिदिए // 425 // सोइंदिए णं भंते ! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! कलंबयापुप्फसंटाणसंठिए पण्णत्ते / चक्खिदिए णं भंते ! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! मसूरचंदसंठाणसंठिए पपणत्ते / घाणिदिए णं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! अइमुत्तगचंदसंठाणसंठिए पण्णत्ते / जिभिदिए णं पुच्छा / गोयमा ! खुरप्पसंठाणसंठिए पण्णत्ते / फासिदिए णं पुच्छा | गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते 1 // 426 / / सोइंदिएणं भंते ! केवइयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ! गोयमा ! अंगुलस्स असंखेजहभागं बाहल्लेणं पण्णत्ते। एवं जाव फासिदिए 2 / सोइंदिए णं भंते ! केवइयं पोहत्तेणं पण्णत्ते ? गोयमा! Page #475 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि अंगुलस्स असंखेजहभागं पोहत्तेणं पण्णत्ते / एवं चक्खिदिए वि घाणिदिए वि / जिभिदिए णं पुच्छा। गोयमा ! अंगुलपहुत्तं पोहत्तेण पण्णत्ते / फासिदिए णं पुच्छा / गोयमा ! सरीरप्पमाणमेत्ते पोहत्तेणं पण्णत्ते 3 // 427|| सोइंदिए णं भंते ! कइपएसिए पण्णत्ते ? गोयमा ! अणंतपए सिए पण्णत्ते / एवं जाव फासिदिए 4 // 428 // सोइंदिए णं भंते ! कईपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेजपएसोगाढे पण्णत्ते / एवं जाव फासिदिए 5 // 429 / / एएसि णं भंते ! सोइंदियचक्खिदियघाणिदियजिभिदियफासिंदियाणं ओगाहणट्ठयाए पएसट्टयाए ओगाहणपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे चक्खिदिए ओगाहणट्ठयाए, सोइंदिए ओगाहणट्टयाए संखेजगुणे, घाणिदिए ओगाहणट्ठयाए संखेजगुणे, जिभिदिए ओगाहणट्ठयाए असंखेजगुणे, फासिदिए ओगाहणट्ठयाए संखेजगुणे, पएसट्टयाए-सव्वत्थोवे चक्खिदिए पएसट्ठयाए, सोइंदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे, घाणिदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे, जिभिदिए पएसट्टयाए असंखेजगुणे, फासिदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे, ओगाहणपएसट्टयाए-सव्वत्थोवे चक्खिदिए ओगाहणट्टयाए, सोइंदिए ओगाहणट्टयाए संखेजगुणे, घाणिदिए ओगाहणट्ठयाए संखेजगुणे, जिभिदिए ओगाहणट्टयाए असंखेजगुणे, फासिदिए ओगाहणट्ठयाए संखेजगुणे, फासिं दियस्स ओगाहणट्ठयाएहिंतो चविखदिए पएसट्टयाए अणंतगुणे, सोइंदिए पएसट्ठयाए संखेजगुणे, घाणिदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे, जिभिदिए पएसट्टयाए असंखेजगुणे, फासिदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे // 430 // सोइंदियस्स णं भंते ! केवइया कक्खडगरुयगुणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता कक्खडगरुयगुणा पण्णत्ता, एवं जाव फासिंदियस्स / सोइंदियस्स णं भंते ! केवइया मउयलहुयगुणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता मउयलहुयगुणा पण्णत्ता, एवं जाव फासिंदियस्स // 431 // एएसिणं भंते ! सोइंदियचविखदियघाणिदियजिभिदियफासिंदियाणं कक्खडगरुयगुणाणं मउयलहुयगुणाणं कक्खडगरुयगुणमउयलहुयगुणाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स कक्खडगरुयगुणा, सोइंदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा, घाणिदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा, जिभिदियस्स करवंडगरुयगुणा अणंतगुणा, फासिदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा। मउयलहुयगुणाणंसव्वत्थोवा फासिदियस्स मउयलहुयगुणा, जिभिदियस्स मउयलहुयगुणा अणतगुणा, घाणिदियस्स मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, सोइंदियस्स मउयलहुयगुणा अणं तगुणा, Page #476 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 15-1 467 चक्खिदियस्स मउयलहुयगुणा अणतगुणा / कक्खडगरुयगुणाणं मउयलहुयगुणाण य-सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स कक्खडगरुयगुणा,सोइंदियस्स करखडगस्यगुणा अणंतगुणा, घाणिदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा, जिभिदियस्स कवखडगरुयगुणा अणतगुणा, फासिंदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा, फासिदियस्स कवखडगरुयगुणेहिंतो तस्स चेव मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, जिभिदियस्स मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, घाणिदियस्स मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, सोइंदियस्स मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, चक्खिदियस्स मउयलहुयगुणा अणंतगुणा // 432 // णेरड्याण मंते ! कइ इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच०, तंजहा-सोइंदिए जाव फासिदिए / णेरइयाणं भंते ! सोइंदिए कि संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! कलंबुयासंठाणसंठिए पण्णत्ते / एवं जहेव ओहियाणं वत्तव्वया भणिया तहेव णेरइयाणं पि जाव अप्पाबहुयाणि दोण्णि वि / णवरं णेरइयाणं भंते ! फासिदिए कि संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-भवधारणिजे य उत्तरवेउविए यं / तत्थ णं जे से भवधारणिज्जे से णं हंडसेठाणसंठिए पण्णत्ते, तत्थ णं जे से उत्तरवेउव्विए से वि तहेव, सेसं तं चेव // 433 / / असुरकुमाराणं भंते ! कइ इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच०, एवं जहा ओहियाणि जाव अप्पाबहुयाणि दोण्णि वि / णवरं फासिदिए दुविहे पण्णत्ते / तंजहाभवधारणिजे य उत्तरवेउव्विए य / तत्थ णं जे से भवधारणिजे से णं समचउरंससंठाणसंठिए पण्णत्ते, तत्थ ण जे से उत्तरवेउन्विए से णं णाणासंठाणसंठिए, सेसं तं चेव / एवं जाव थणियकुमाराणं // 434 // पुढ विकाइयाणं भंते ! कह इंदिया पण्णत्ता गोयमा ! एगे फासिदिए पण्णत्ते / पुढविकाइयाणं भंते ! फासिदिए किंसंठाणसंठिए पंण्णत्ते ! गोयमा ! मसूरचंदसंठाणसंठिए पण्णत्ते / पुढविकाइयाणं भंते ! फासिदिए केवयं बाहल्लेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! अंगुलस्स असंखेजइभागं बाहल्लेणं पण्णत्ते / पुढविकाइयाणं भंते! फार्सिदिए केवइयं पोहत्तेणं पण्णत्ते? गोयमा! सरीरप्पमाणमेत्ते पोहत्तेणं प० / पुढविकाइयाणं भंते ! फासिदिए कइपएसिए पण्णत्ते ? गोयमा ! अणंतपएसिए पण्णत्ते / पुढविकाइयाणं भंते ! फासिदिए कइपएसोगाढे पण्णत्ते ! गोयमा ! असंखेजपएसोगाढे पण्णत्ते / एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं फासिंदियस्स ओगाहणष्ट्ठयाए पएसट्टयाए ओगाहणपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवे पुढविकाइयाणं फासिदिए ओगाहणहयाए, से चेव पएसट्टयाए अणंतगुणे / पुदविकाइयाणं भंते ! फासिदियस्स केवइया कक्खड Page #477 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि गरुयगुणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता, एवं मउयलहुयगुणा वि / एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं फासिदियस्स कक्खडगरुयगुणाणं मउयलहुयंगुणाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पुढविकाइयाणं फासिंदियस्स कक्खड. गरुयगुणा, तस्स चेव मउयलहुयगुणा अणंतगुणा / एवं आउकाइयाण वि जाव वणप्फइकाइयाणं, णवरं संठाणे इमो विसेसो दट्टव्वो-आउकाइयाणं थिबुगबिंदुसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तेउकाइयाणं सूहकलावसंठाणसंठिए पण्णत्ते / वाउकाइयाणं पडागासंठाणसंठिए पण्णत्ते / वण'फइकाइयाणं णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते // 435 // बेइंदियाणं भंते ! कह इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दो इंदिया पण्णत्ता / तंजहाजिभिदिए य फासिदिए य / दोण्हं पि इंदियाणं संठाणं बाहल्लं पोहत्तं पएसा ओगाहणा य जहा ओहियाणं भणिया तहा भाणियव्वा, णवरं फासिदिए हुंडसंठाणसंठिए पण्णत्तेत्ति इमो विसेसो / एएसि गं भंते ! बेइंदियाणं जिभिदियफासिंदियाणं ओगाहणट्ठयाए पएसट्टयाए ओगाहणपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवे बेइंदियाणं जिभिदिए ओगाहणयाए, फासिदिए ओगाहणट्ठयाए संखेजगुणे / पएसट्टयाए-सव्वत्थोवे बेइंदियाणं जिभिदिए पएसट्टयाए, फासिदिए संखेजगुणे। ओगाहणपएसट्टयाए-सव्वत्थोवे बेइंदियस्स जिभिदिए ओगाहणयाए, फासिदिए ओगाहणट्टयाए संखेजगुणे, फासिंदियस्स ओगाहणट्ठयाएहितो जिभिदिए पएसट्टयाए अणंतगुणे, फासिदिए पएसट्टयाए संखेजगुणे / बेइंदियाणं भंते ! जिभिदियस्स केवइया कक्खडगरुयगुणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! अणंता / एवं फासिंदियस्स वि, एवं मउयलहुयगुणा वि / एएसि णं भंते ! बेइंदियाणं जिभिदियफासिँदियाणं कक्खडगरुयगुणाणं, मउयलहुयगुणाणं, कक्खडगरुयगुणाणं, मउयलहुयगुणाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बेइंदियाणं जिन्मिदियस्स कक्खडगरुयगुणा, फासिदियस्स कक्खडगरुयगुणा अणंतगुणा, फासिंदियस्स कक्खडगरुयगुणेहितो तस्स चेव मउयलहुयगुणा अणंतगुणा, जिभिदियस्स मउयलहुयगुणा अणतगुणा / एवं जाव चउरिदियत्ति, णवरं इंदियपरिवुड्डी कायव्वा / तेइंदियाणं घाणिदिए थोवे, चउरिंदियाणं चक्खिदिए थोवे, सेसं तं चेव / पंचिं. दियतिरिक्खजोणियाणं मणूसाण य जहा जेरइयाणं, णवरं फासिदिए छव्विहसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंसे णिग्गोहपरिमंडले साई खुजे वामणे हुंडे / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं // 436 // पुट्ठाइं भंते ! सद्दाई Page #478 -------------------------------------------------------------------------- ________________ * पण्णवणासुत्तं प० 15 उ० 1 466 सुणेइ, अपुट्ठाई सद्दाई सुणेइ ? गोयमा ! पुट्ठाई सद्दाई सुणेइ, णो अपुट्ठाई सद्दाई सुणेइ / पुट्ठाई भते ! स्वाइं पासइ, अपुट्टाइं० पासइ ! गोयमा ! णो पुट्टाई रुवाई पासइ, अपुट्ठाई रूवाई पासइ / पुट्ठाई भंते ! गंधाई अग्घाइ, अपुट्ठाई गंधाई अग्धाइ ? गोयमा ! पुढाई गंधाइं अग्घाइ, णो अपुट्ठाइं० अग्घाइ / एवं रसाण वि फासाण वि, णवरं रसाइं अस्साएइ, फासाइं पडिसंवेदेह त्ति अभिलावो कायव्वो। पविट्ठाई भंते ! सद्दाई सुणेइ, अपविटाई सद्दाई सुणेइ ? गोयमा ! पविहाई सद्दाई सुणेइ, णो अपविडाइं सद्दाइं सुणेइ, एवं जहा पुट्ठाणि तहा पविट्ठाणि वि // 437 // सोइंदियस्स णं भंते ! केवइए विसए पण्णत्ते ! गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स असं खेजइभागो, उक्कोसेणं वारसहिं जोयणेहितो अच्छिण्णे पोग्गले पुढे पविट्ठाइं सद्दाई सुणेइ / चक्खिदियस्स ण भंते ! केवइए विसए. पण्णत्ते ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभागो, उक्कोसेणं साइरेगाओ जोयणसयसहस्साओ। अच्छिण्णे पोग्गले अपुढे अपविट्ठाई रूवाई पासइ / घाणिंदियस्स पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलअसंखेजइभागो, उक्कीसेणं णवहिं जोयणेहिंतो अच्छिण्णे पोग्गले पुढे पविट्ठाई गंधाई अग्घाइ, एवं जिन्भिदियस्स वि फासिदियस्स वि॥ 438 // अणगारस्स णं भंते ! भावियप्पणो मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स जे चरमा णिजरापोम्गला, सुहुमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो!, सव्वं लोगं पि य गं ते ओगाहित्ता णं चिटुंति ? हंता गोयमा ! अणगारस्स भावियप्पणो मारणंतियसमुग्धाएणं समोहयस्स जे चरमा णिजरापोग्गला, सुहुमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो!, सव्वं लोगं पि य णं ओगाहित्ता णं चिट्ठति / छउमत्ये णं भंते ! मणूसे तेसिं णिजरापोमगलाणं किं आणत्तं वा णाणत्तं वा ओमत्तं वा तुच्छत्तं वा गरुयत्तं वा लहुयत्तं वा जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ-'छउमत्थे णं मणूसे तेसिं णिजरापोग्गलाणं णो किंचि आणत्तं वा णाणत्तं वा ओमत्तं वा तुच्छत्तं वा गरुयत्तं वा लहुयत्तं वा जाणइ पासई' ? गोयमा ! देवे वि य णं अत्थेगइए जे णं तेसि णिजरापोग्गलाणं णो किंचि आणत्तं वा णाणत्तं वा ओमत्तं वा तुच्छत्तं वा गरुयत्तं वा लहुयत्तं वा जाणइ पासइ, से तेण?णं गोयमा ! एवं वुच्चइ-छउमत्थे णं मणूसे तेसिं णिजरापोग्गलाणं णो किंचि आणत्तं वा जाव जाणइ पासइ, एवं सुहमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो !, सव्वलोग पि य णं ते ओगाहित्ता णं चिट्ठति // 439 // णेरइया णं भंते ! ते णिजरापोग्गले किं जाणंति पासंति आहारेति, उदाहु Page #479 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 470 अनंगपविद्वसुत्ताणि ग जाणति ण पासंति आहारेति ! गोयमा ! णेरइया गिजरापोग्गले ण जाणंति ण पासंति आहारेति, एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं // 440 // मणूसा णं भंते ! ते णिजरापोग्गले किं जाणंति पासंति आहारैति, उदाहु ण जाणंति ण पासंति आहारेति ? गोयमा ! अत्थेगइया जाणंति पासंति आहारैति, अत्यंगझ्या ण जाणंति ण पासंति आहारैति / से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चह-'अत्थेगइया जाणति पासंति आहारैति, अत्यंगइया ण जाणंति ण पासंति आहारेति' ? गोयमा ! मणूसा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सण्णिभूया य असण्णिभूया य / तत्थ णं जे ते असण्णिभूया तेणं ग. जाणंति ण पासंति आहारेति / तत्थ णं जे ते सण्णिभूया ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-उवउत्ता य अणुवउत्ता या तत्थ णं जे ते अणुवउत्ता तेणं ण जाणंति ण पासंति आहारैति / तत्थ णं जेते उवउत्ता ते णं जाणंति पासंति आहारति, से एएणतुणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति आहारैति, अत्थेगइया जाणंति पासंति आहारेति' / वाणमंतरजोइसिया जहा णेरइया // 441 // वेमाणिया णं भंते ! ते णिजरापोग्गले किं जाणंति पासंति आहारैति ? जहा मणूसा / णवरं वेमाणिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-माइमिच्छद्दिट्ठीउववण्णगा य अमाइसम्मद्दिट्ठीउववण्णगा य / तत्थ णं जे ते माइमिच्छद्दिट्ठी उववण्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारोंति, तत्थ णं जे ते अमाइसम्मदिट्टीउववण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-अणंतरोववण्णगा य परंपरोववण्णगा य। तत्थ णं जे ते अणंतरोववष्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारैति / तत्थ णं जे ते परंपरोववण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारेति / तत्थ णं जे ते पजत्तगा ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहाउवउत्सा य अणुवउत्ता य / तत्थ णं जे ते अणुवउत्ता ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारेति, तत्थ णं जे ते उवउत्ता ते णं जाणंति पासंति आहारैति, से एएणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'अत्थेगइया जाणंति जाव अत्थेगइया आहारेति // 442 // अहायं भंते ! पेहमाणे मणूसे अद्दायं पेहइ, अत्ताणं पेहइ, पलिभागं पेहइ ? गोयमा! अद्दायं पेहइ, णो अत्ताणं पेहद, पलिभागं पेहइ / एवं एएणं अभिलावेणं असिं मणिं दुद्धं पाणं तेल्लं फाणियं वसं // 443 // कंबलसाडए णं भंते ! आवेढियपरिवेढिए समाणे जावइयं उवासंतरं फुसित्ता णं चिट्ठह विरल्लिए वि समाणे तावइयं चेव उवासंतरं फुसित्ता णं चिट्ठइ ? हंता गोयमा! कंबलसाडए.जं आवेढियपरिवेदिए समाणे जावइयं तं चेव / थूणा णं भंते ! उठें ऊसिया समाणी. जावइयं खेत्तं Page #480 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 15-1 471 ओगाहित्ता णं चिट्ठइ, तिरिवं पि य णं आयया समाणी तावइयं चेव खेत्तं ओगा. हित्ता गं चिट्ठइ ? हंता गोयमा! थूणा णं उर्दु ऊसिया तं चेव जाव चिठा // 444|| आगासथिग्गले णं भंते ! किंणा फुडे ? कइहिं वा काएहिं फुडे ? किं धम्मत्थिकारणं फुडे, धम्मत्थिकायस्स देसेणं फुडे, धम्मत्थिकायस्स पएसेहिं फुडे ? एवं अधम्मस्थिकाएणं, आगासत्थिकाएणं एएणं भेएणं जाव पुढविकाएणं फुडे जाव तसकाएणं, अद्धासमएणं फुडे 1, गोयमा ! धम्मत्थिकाएणं फुडे, णो धम्मत्थिकायस्स देसेणं फुडे, धम्मत्थिकायस्स पएसेहिं फुडे, एवं अधम्मस्थिकाएण वि, णो आगासत्थि. कारणं फुडे, आगासस्थिकायस्स देसेणं फुडे, आगासस्थिकायस्स पएसेहिं फुडे जाव वणस्सइकाएणं फुडे, तसकाएणं सिय फुडे, सिय णो फुडे, अद्धासमएणं देसे फुडे, देसे णो फुडे / जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे किंणा फुडे ? कइहिं वा काएहिं फुडे ? किं धम्मत्थिकारणं जाव आगासत्थिकारणं फुडे०१, गोयमा! णो धम्मत्थिकारणं फुडे, धम्मस्थिकायस्स देसेणं फुडे, धम्मत्थिकायस्स पएसेहिं फुडे, एवं अधम्मस्थिकायस्स वि आगासस्थिकायस्स वि, पुढविकाएणं फुडे जाव वणस्सइकाएणं फुडे, तसकाएणं सिय फुडे सिय णो फुडे, अद्धासमएणं फुडे / एवं लवणसमुद्दे, धायइसंडे दीवे, कालोए समुद्दे, अभितरपुक्खरद्धे / बाहिरपुक्खरद्धे एवं चेव, णवरं अद्धासमएणं णो फुडे / एवं जाव संयंभूरमणसमुद्दे / एसा परिवाडी इमाहिं गाहाहिं अणुगंतव्वा, तंजहा-"जंबुद्दीवे लवणे धायइ कालोय पुक्खरे वरुणे / खीर-घय खोय गंदि य अरुणवरे कुण्डले रुयए // 1 // आभरणवत्थगंधे उप्पलतिलए य पउमणिहिरयणे / वासहरदहणईओ विजया वक्खारकप्पिंदां // 2 // कुरु मंदर आवासा कूडा णक्खत्तचदसूरा य / देवे णागे जक्खे भूए य सयंभुरमणे व // 3 // एवं जहा बाहिर. पुक्खरद्धे भणिए तहा जाव सयंभूरमणसमुद्दे जाव अद्धासमएणं णो फुडे // 445 // लोगे णं भंते ! किंणा फुडे ? कइहिं वा काएहिं० 1 जहा आगासथिग्गले / अलोए णं भंते ! किंणा फुडे, कइहिं वा काएहिं पुच्छा। गोयमा ! णो धम्मत्थिकाएणं फुडे जाव णो आगासस्थिकारणं फुडे, आगासत्थिकायस्स देसेणं फुडे, आगासस्थिकायस्स पएसेहिं फुडे णो पुढविकाएणं फुडे जाव णो अद्धासमएणं फुडे / एगे अजीवदव्वदेसे अगुरुलहुए अणंतेहिं अगुरुलहुयगुणेहिं संजुत्ते सव्वागासअणंतभागूणे // 446 // पण्णवणाए भगवईए पण्णरसमस इंदियपयस्स पढमो उद्देसो समत्तो॥ Page #481 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बीओ उद्देसो इंदियउवचय 1 णिवत्तणा 2 य समया भवे असंखेजा 3 / लद्धी 4 उवा. गद्धं 5 अप्पाबहुए विसेसाहिया 6 // ओगाहणा 7 अवाए 8 ईहा 9 तह वंजमोमगहे 10 चेव / दविंदिय 11 भाविदिय 12 तीया बद्धा पुरक्खडिया // कइविहे णं भंते ! इंदियउवचए पण्णत्ते 1 गोयमा! पंचविहे इंदियउवचए पण्णत्ते / तंजहासोइंदियउवचए, चविखदियउवचए घाणिदियउवचए, जिभिदियउवचए, फासिंदियउवचए / णेरइयाणं भंते ! कइविहे इंदिओवचए पण्णत्ते ! गोयमा! पंचविहे इंदिओवचए पण्णत्ते / तंजहा-सोइंदियउवचए जाव फासिदियउवचए, एवं जाव वेमाणियाणं / जस्स जह इंदिया तस्स तइविहो चेव इंदियउवचओ भाणियव्य 1 / कइविहा णं भंते ! इंदियणिवत्तणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा इंदियणिव्यत्तणा पणत्ता / तंजहा-सोइंदियणिव्वत्तणा जाव फार्सिदियगिव्वत्तणा / एवं णेरइयाण जाव वेमाणियाणं, णवरं जस्स जइ इंदिया अस्थि 3 / सोइंदियणिव्वत्तणा णं भंते ! कइसमइया पण्णत्ता ? गोयमा! असंखिजइसमइया अंतोमुहुत्तिया पण्णत्ता, एवं जाव फासिंदियणिव्वत्तणा / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं 3 / कइविहा णं भंते ! इंदियलद्धी पण्णत्ता 1 गोयमा! पंचविहा इंदियलद्धी पण्णत्ता / तंजहा-सोईदियलद्धी जाव फार्सिदियलद्धी / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं, णवरं जस्स जइ इंदिया अस्थि तस्स तावइया भाणियव्वा 4 / कइविहा णं भंते ! इंदियउवओंगद्धा पण्णत्ता ? गोयमा!पंचविहा इंदियउवओगद्धा पण्णत्ता। तंजहा-सोइंदियउवओगद्धा जाव फासिदियउवओगद्धा / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं णवरं जस्स जइ इंदिया अस्थि० 5 // 447 // एएसि णं भंते ! सोइंदियचक्खिदियघाणिदिय जिभिदियफासिंदियाणं जहण्णयाए उवओगद्धाए उक्कोसियाए उवओगद्धाए जहण्णुक्कोसियाए उवओगद्धाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा! सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स जहणिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, उक्को. सियाए उवओगद्धाए-सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियरस Page #482 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प०१५ उ. 2 473 उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जहण्णउक्कोसियाए उवओगद्धाए-सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स जहणिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणियाहिंतो उवओगद्धाहिंतो चक्विदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, सोइंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया // 448 // कइविहा णं भंते ! इंदियओगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! पंचविहा इंदियओगाहणा पण्णत्ता / तंजहा-सोइंदियओगाहणा जाव फासिंदियओगाहणा, एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं, णवरं जस्स जइ इंदिया अत्थि० 6 // 441 / / कइविहे गं भंते ! इंदियअवाए पण्णत्ते ? गोयमा! पंचविहे इंदियअवाए पण्णत्ते / तंजहा-सोइंदियअवाए जाव फासिंदियअवाए / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाण, णवरं जस्स जइ इंदिया अत्थि० 7 / कइविहा णं भंते! ईहा पण्णत्ता गोयमा ! पंचविहा ईहा पण्णत्ता / तंजहा-सोइंदियईहा जाव फासिंदियईहा / एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं जस्स जइ इंदिया० 8 / कविहे णं भंते ! उग्गहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे उग्गहे पण्णत्ते / तंजहा-अत्थोग्गहे य वंजणोग्गहे य / वंजणोग्गहे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउविहे पण्णत्ते / तंजहासोइंदियवंजणोग्गहे, घाणिंदियवंजणोग्गहे, जिभिदियवंजणोग्गहे, फासिंदियवंजणोगहे / अत्थोग्गहे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! छविहे पण्णत्ते / तंजहासोइंदियअत्थोग्गहे, चक्खिदियअत्थोग्गहे, घाणिंदियअन्थोग्गहे, जिभिदियअत्थोगहे, फासिंदियअत्थोग्गहे, णोइंदियअत्थोग्गहे ||450|| णेरइयाणं भंते ! कइविहे उग्गहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे उग्गहे पण्णत्ते / तंजहा-अत्थोग्गहे य वंजणोग्गहे य / एवं असुरकुमाराणं जाव थणियकुमाराणं / पुढविकाइयाणं भंते ! कइविहे उग्गहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे उग्गहे पण्णत्ते / तं०-अत्थोग्गहे य वंजणोग्गहे य। पुढविकाइयाणं भंते ! वंजणोम्गहे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगे फासिंदियवंजणोग्गहे पण्णत्ते / पुढविकाइयाणं भंते ! कइविहे अत्थोग्गहे पण्णत्ते ? गोयमा! एगे फासिंदियअत्थोग्गहे पण्णत्ते / एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / एवं बेइंदियाण वि, णवरं बेइंदियाण वंजणोग्गहे दुविहे पण्णत्ते, अत्थोग्गहे दुविहे पण्णत्ते, एवं तेइंदियचउरिंदियाण वि, णवरं इंदियपरिवुड्डी कायव्वा / चउरिंदियाणं वंजणोग्गहे तिविहे Page #483 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 474 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पण्णत्ते, अत्थोग्गहे चउन्विहे पण्णत्ते, सेसाणं जहा णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं 9-10 // 451|| कइविहा णं भंते ! इंदिया पण्णत्ता ? गोंयमा ! दुविहा परणत्ता। तंजहा-दविदिया य भाविंदिया य / कइ णं भंते ! दविदिया पण्णत्ता ? गोयमा! अट्ठ दबिंदिया पण्णत्ता / तंजहा-दो सोत्ता, दो णेत्ता, दो घाणा, जीहा, फासे / णेरइयाणं भंते ! कइ दबिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा! अट्ठ एए चेव, एवं असुरकुमाराणं जाव थणियकुमाराण वि / पुढविकाइयाणं भंते ! कइ दबिंदिया पण्णत्ता ! गोयमा ! एगे फार्सिदिए पण्णत्ते / एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / बेइंदियाणं भंते ! कइ दबिंदिया पण्णता ? गोयमा ! दो दविंदिया पण्णत्ता / तंजहा–फासिदिए य जिभिदिए य / तेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा! चत्तारि दविंदिया पण्णत्ता। तंजहादो घाणा, जीहा, फासे / च उरिंदियाणं पुच्छा / गोयमा ! छ दबिंदिया पण्णत्ता / तंजहा-दो णेत्ता, दो घाणा, जीहा, फासे / सेसाणं जहा णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं // 452 / / एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स केवइया दविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता / केवइया बद्धेल्लगा ? गोयमा! अट्ठ / केवइया पुरेक्खडा? गोयमा! अट्ठ वा सोलस वा सत्तरस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एगमेगस्स णं भंते! असुरकुमारस्स केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा! अणंता। केवइया बद्धेल्लगा! गो०! अह / केवइया पुरेक्खडा 1 गो०! अट्ठ वा णव वा सत्तरस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं जाव थणियकुमाराणं ताव भाणियव्वं / एवं पुढविकाइया आउकाइया वणस्सइकाइया वि, णवरं केवइया बद्धलगत्ति पुच्छाए उत्तरं एक्के फासिंदियदग्विंदिए प०। एवं तेउकाइयवाउकाइयस्स वि, णवरं पुरेक्खडा णव वा दस वा / एवं बेइंदियाण वि, णवरं बघल्लगपुच्छाए दोण्णि / एवं तेइंदियस्स वि, णवरं बद्धेल्लगा चत्तारि / एवं चउरिंदियस्स वि, णवरं बद्धेल्गा छ / पंचिंदियतिरिक्खजोणिय मणूमबाणमंतर-जोइसिय सोहम्मीसाणगदेवस्स जहा असुरकुमारस्स, णवरं मणूसस्स पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सऽस्थि अह वा णव वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / सणकुमारमाहिंदबंभलंतगसुक्कसहस्सारआणयपाणयआरणअच्चुयगेवेजगदेवस्स य जहा णेरइयस्स। एगमेगस्स णं भंते ! विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवस्स केवइया दव्विंदिया अतीता ? गोयमा! अणता, केवइया बद्धेल्लगा ? गो०! अट्ठ, केवइया पुरेक्खडा 1 गो०! अट्ट वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा। सव्वट्ठसिद्धगदेवस्स अतीता अणंता, बद्धेल्लगा अट्ट, पुरेक्खडा अट्ठ। गैरइयाणं Page #484 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प० 15 उ. 2 475 भंते ! केवइया दविदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा ? गोयमा ! असंखेजा, केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! अणंता / एवं जाव गेवेजगदेवाणं, णवरं मणूसाणं बद्धेल्लगा सिय संखेजा, सिय असंखेजा। विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! अतीता अणंता, बद्धेल्लगा असंखेजा, पुरेक्खडा असंखेजा। सव्वसिद्धगदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! अतीता अणंता, बद्धेल्लगा संखेजा, पुरेक्खडा संखेजा // 453 / / एगमेगस्स णं भंते ! णेरड्यस्स णेरइयत्ते केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा ? गोयमा ! अट्ठ, केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सऽस्थि अट्ट वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा असंखेजा वा अणता वा। एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्य असुरकुमारत्ते केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा ! गोयमा ! णस्थि, केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ . णत्थि, जस्सऽस्थि अट्ठ वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं जाव थणियकुमारत्ति / एगमेगस्स | भंते ! णेरइयस्स पुढविकाइयत्ते केवइया दविदिया अतीता 1 गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धे लगा ? गोयमा ! णन्थि, केवइया पुरेक्खडा? गोयमा! कस्सइ अन्थि कस्सइ णत्थि, जस्सऽस्थि एक्को वा दो वा तिण्णि वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा, एवं जाव वणस्सइकाइयत्ते / एगमेगस्स णं भंते ! णेरड्रयस्स बेइंदियत्ते केवड्या दविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्गा ? गोयमा ! णन्थि, केवइया पुरेक्खडा? गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सऽत्थि दो वा चत्तारि वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं तेइंदियत्ते वि, णवरं पुरेक्खडा चत्तारि वा अट्ठ वा बारस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा। एवं चरिंदियत्ते वि, णवरं पुरेक्खडा छ वा बारस वा अट्ठारस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / पंचिंदियतिरिक्खजोणियत्ते जहा असुरकुमारत्ते / मणूसत्ते वि एवं चेव, णवरं केवइया पुरेक्खडा ? गो०! अह वा सोलस वा चउवीसावा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा। सव्वेसिं मणूसवजाणं पुरेक्खडा मणूसत्ते कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि एवं ण वुच्चइ / वाणमंतरजोइसियसोहम्मग जाव गेवेजगदेवत्ते अतीता अणंता, बद्धेल्गा णत्थि, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ठ वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा असंखेजा वा अणता वा / एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स विजयवेजयंत Page #485 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . 476 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जयंतअपराजियदेवत्ते केवइया दविदिया अतीता ? गो. ! णत्थि, केवइया पुरे खडा 1 गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ठ वा सोलस वा, सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते अतीता णत्थि, बद्धलगा णत्थि, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ठ / एवं जहा णेरइयदंडओ णीओ तहा असुरकुमारेण वि णेयव्वो जाव पंचिंदियतिरिक्खजोगिएणं, णवरं जस्स सट्ठाणे जइ बद्धेल्लगा तस्स तइ भाणियव्वा // 454 / / एगमेगस्स णं भंते ! मणूसस्स णेरइयत्ते केवइया दविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा ? गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सत्थि अह वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियत्ते, गवरं एगिदियविगलिंदिएसु जस्स जत्तिया युरेक्खडा तस्स तत्तिया भाणियव्वा / एगमेगस्स णं भंते ! मणूसस्स मणूमत्ते केवइया दविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धलगा ? गोयमा ! अट्ठ, केवइया पुरेक्खडा ?.गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सऽस्थि अट्ट वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / वाणमंतरजोइसिय जाव गेवेजगदेवत्ते जहा णेरइयत्ते। एगमेगस्स णं भंते!मणूसस्स विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते केवइया दविंदिया अतीता? गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अह वा सोलस वा / केवइया बद्धलगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सऽस्थि अट्ठ वा सोलस वा / एगमेगस्स णं भंते ! मणूसस्स सव्वदृसिद्धगदेवत्ते केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सऽस्थि अट्ठ, केवइया बद्धेल्लगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्स अस्थि अट्ठ। वाणमंतरजोइसिए जहा णेरइए / सोहम्मगदेवे वि जहा णेरइए, णवरं सोहम्मगदेवस्स विजयवेजयंतजयंतापराजियत्ते केवइया दविंदिया अतीता ? गो०! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ठ, केवइया बद्धे. लगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ठ वा सोलस वा / सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते जहा णेरइयस्स, एवं जाव गेवेजगदेवस्स सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते ताव णेयव्वं // 455 // एगमेगस्स णं भंते ! विजयवेजयंतजयंतापराजियदेवस्स णेरइयत्ते केवइया दविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणता, केवइया बद्धलगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा ? गो० ! णत्थि / Page #486 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .पण्णवणासुत्तं प० 15 उ. 2 477 एवं जाव पंचिंदिवतिरिक्खजोणियत्ते / मणूसत्ते अतीता अणंता, बद्धेल्लगा णस्थि, पुरेक्खडा अट्ट वा सोलस वा चउवीसा वा संखेजा वा। वाणमंतरजोइसियत्ते जहा गैरइयत्ते / सोहम्मगदेवत्तेऽतीता अणंता, बद्धेल्लगा पत्थि, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ गस्थि, जस्स अस्थि अह वा सोस वा चउचीसा वा संखेजा वा / एवं जाव गेवेजगदेवत्ते। विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवेत्ते अतीता कस्सह अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्स अत्थि अह, केवइया बद्धलगा ? गोयमा! अट्ठ, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अह। एगमेगस्स ण भंते ! विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवस्स सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते केवड्या दविंदिया अतीता ? गोयमा ! णस्थि, केवइया बद्धलगा? गो० ! णस्थि, केवइया पुरेक्खडा ? गो० ! कस्सइ अस्थि कस्सई णस्थि, जस्स अस्थि अट्ठ। एगमेगस्स णं भंते ! सव्वट्ठसिद्धगदेवस्स णेरइयत्ते केवइयां दविदिया अतीता ? गोयमा! अणंता, केवइया बद्धलगा 10 गो०! पत्थि, केवइया पुरेक्खडा 1 गो०! गस्थि / एव मणूसवजं जाव गेवेजगदेवत्ते, गवरं मणूसत्ते अतीता अणंता, केवइया बद्धलगा ? गो० ! गत्थि, केवइया पुरेक्खडा 10 गो० अट्ठ। विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते अतीता कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि अट्ट, केवइया बद्धलगा ? गो० ! णथि, केवईया पुरेक्खडा 1 गो० ! णस्थि। एगमेगस्स णं भंते ! सचट्ठसिद्धगदेवस्स सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते केवड्या दविदिया अतीता ? गोयमा! णत्थि, केवइया बद्धलगा ? गो० ! अट्ठ, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! णत्थि // 456 // रहयाणं भंते ! जेरइयत्ते केवइया दविदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धलगा ? गो० ! असंखेजा, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! अणंता / णेरइयाणं भंते ! असुरकुमारत्ते केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवड्या बद्धलगा ? गो० ! णत्थि, केवइया पुरेक्खडा 1 गो० ! अणंता, एवं जाव गेवेजगदेवत्ते / णेरइयाणं भंते ! विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते केवइया दविंदिया अतीता 10 णत्थि, केवइया बद्धलगा 10 णस्थि, केवइया पुरेक्खडा 10 असंखेजा, एवं सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते वि, एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिया सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते भाणियच्वं, णवरं वणस्सइकाइयाणं विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते य पुरेक्खडा अणंता, सव्वेसिं मणूससव्वट्ठसिद्धगवजाणं सट्टाणे बद्धलगा असंखेजा, परवाणे बद्धलगा णस्थि / वणस्सइकाइयाणं बद्धलगा अणंता / मणूसाणं णेरइयत्ते Page #487 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 478 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अतीता अणंता, बद्धेल्लगा णस्थि, पुरेक्खडा अणंता / एवं जाव गेवेजगदेवत्ते, णवरं सहाणे अतीता अणंता, बद्धेल्लगा सिय संखेजा सिय असंखेजा, * पुरेक्खडा अणता / मणूसाणं भंते ! विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते केवढ्या दविंदिया अतीता 10 संखेजा, केवइया बद्धेल्लगा !* णत्थि, केवइया पुरेक्खडा ?0 सिय संखेजा सिय असंखेजा। एवं सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते अतीता त्थि, बद्धे लगा णस्थि, पुरेक्खडा असंखेजा, एवं जाव गेवेजगदेवाणं / विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया दविदिया अतीता ? गोयमा ! अणता, केवइया बद्धे. लगा ?. णत्थि, केवइया पुरेक्खडा ?0 णस्थि / एवं जाव जोइसियत्ते वि, णवरं मणूसत्ते अतीता अणंता, केवइया बद्धलगा ?. णत्थि, पुरेवखडा असंखेजा / एवं जाव गेवेजगदेवत्ते सट्ठाणे अतीता असंखेजा, केवइया बद्धेल्लगा ?असंखेजा, केवइया पुरेक्खडा ?" असंखेजा / सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते अतीता णन्थि, बद्धलगा णस्थि,पुरेक्खडा असंखेजा। सव्वट्टसिद्धगदेवाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया दबिंदिया अतीता ? गोयमा ! अणता, केवइया बद्धेल्लगा ?0 णस्थि, केवइया पुरेक्खडा ?. णत्थि / एवं मणूमवजं जाव गेवेजगदेवत्ते / मणुस्सत्ते अतीता अणंता, बद्धेल्लगा णत्थि, पुरेक्खडा संखेजा। विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवत्ते केवइया दविंदिया अतीता ?0 संखेजा, केवइया बद्धेल्लगा ?0 णस्थि, केवइया पुरेक्खडा ?0 णत्थि। सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं भंते ! सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते केवइया दविंदिया अतीता!० णस्थि, केवइया बद्धेल्लगा ?0 संखेजा, केवइया पुरेक्खडा ? गो० ! णत्थि 11 // 457 / / कइ णं भंते ! भाविदिया पण्णत्ता ? गोयमा !पंच भाविंदिया पण्णत्ता। तंजहासोइंदिए जाव फासिदिए / णेरइयाणं भंते ! कइ भाविंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच भाविदिया पण्णत्ता / तंजहा-सोइंदिए जाव फासिदिए / एवं जस्स जई इंदिया तस्स तइ भाणियव्वा जाव वेमाणियाणं / एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स केवइया भाविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा? पंच, केवइया पुरेक्खडा ?. पंच वा दस वा एक्कारस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा। एवं असुरकुमारस्स वि, णवरं पुरेक्खडा पंच वा छ वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा। एवं जाव थणियकुमारस्स वि। एवं पुढविकाइयआउकाइयवणस्सइकाइय. स्स वि, बेइंदियतेइंदियचउरिंदियस्स वि। तेउकाइयवाउकाइयस्स वि एवं चेव, णवरं पुरेक्खडा छ वा सत्त वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / पंचिंदियतिरिक्ख Page #488 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 16 479 जोणियस्स जाव ईसाणस्स जहा असुरकुमारस्स, गवरं मणूसस्स पुरेवखडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थित्ति भाणियव्वं / सणंकुमार जाव गेवेजगस्स जहा णेरइयस्स / विजयवे जयंतजयंतअपराजियदेवस्स अतीता अणंता, बद्धलगा पंच, पुरेक्खडा पंच वा दस चा पण्णरस वा संखेजा वा / सव्वसिद्धगदेवस्स अतीता अणंता, बद्धलगा पंच, केवइया पुरेक्खडा 10 पंच / रइयाणं भंते ! फेवइया भाविदिया अतीता ! गोयमा ! अणंता, फेवइया बद्धलगा 10 असंखेजा, फेवइया पुरेक्खडा 10 अणंता। एवं जहा दविदिएसु पोहत्तेणं दंडओ भणिओ तहा भाविदिएसु वि पोहत्तण दंडओ भाणियचो, गवरं वयस्सइकाइयाणं बद्धलगा अणंता // 458 // एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स गेरइयत्ते केवइया भाविंदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता, के० बद्धेल्लगा 10 पंच, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सह णस्थि, जस्स अस्थि पंच वा दस वा पण्परस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणता वा। एवं असुरकुमाराणं जाव थणियकुमाराणं, गवरं बद्धलगा णस्थि / पुढविकाइयत्ते जाच बेइंदियत्ते जहा दधिदिया। तेइंदियत्ते तहेव, णवरं पुरेक्खडा तिण्णि वा छ वा णव वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं चउरिदियत्ते वि, गवरं पुरेक्खडा चत्तारि वा अट्ट वा बारस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवं एए चेव गमा चत्तारि जाणे. यव्वा जे चेव दन्विदिएसु, गवरं तइयगमे जाणियव्वा जस्स जइ इंदिया ते पुरेक्खडेसु मुणेयव्वा / चउत्थेगमे जहेव दविदिया जाव सचट्ठसिद्धगदेवाणं सव्वट्ठसिद्धगदेवत्ते केवइया भाविंदिया अतीता 10 णत्थि, के० बद्धलगा 10 संखेजा, के० पुरेक्खडा 10 पत्थि // 459 // बीओ उद्देसो समत्तो // पण्णवणाए भगवईए पण्णरसमं इंदियपयं समत्तं / / सोलसमं पओगपयं कइविहे णं भंते ! पओगे पण्णत्ते ? गोयमा ! पण्णरसविहे पओगे पण्णत्ते / तंजा-सच्चमणप्पओगे 1, असच्चमणप्पओगे 2, सच्चामोसमणप्पओगे 3, असञ्चामोसमणप्पओगे 4, एवं वइप्पओगे वि चउहा 8, ओरालियसरीरकायष्पओगे 9, ओरालियमीससरीरकायप्पओगे 10, वेउब्वियसरीरकायप्पओगे 11, उवियमीससरीरकायप्पओगे 12, आहारगसरीरकायप्पओगे 13, आहारगमीससरीर Page #489 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 480 अनंगपविट्ठसुत्ताणि कायप्पओगे 14, कम्मासरीरकायप्पओगे 15 // 460 // जीवाणं भंते ! कइविहे पओगे पण्णत्ते ? गोयमा ! पण्णरसविहे प० पण्णत्ते / तंजहा-सच्चमणप्पओगे जाव कम्मासरीरकायप्पओगे। णेरइयाणं भते ! कइविहे पओगे पण्णत्ते ? गोयमा ! एक्कारसविहे पओगे पण्णत्ते / तंजहा-सच्चमणप्पओगे जाव असच्चामोसवइप्पओगे वेउब्वियसरीरकायप्पओगे,वेउब्वियमीससरीरकायप्पओगे, कम्मासरीरकायप्पओगे। एवं असुरकुमाराण वि जाव थणियकुमाराणं / पुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! तिविहे पओगे पण्णत्ते / तंजहा-ओरालियसरीरकायप्पओगे, ओरालियमीससरीर. . कायप्पओगे, कम्मासरीरकायप्पओगे य / एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, णवरं वाउकाइयाणं पंचविहे पओगे पण्णत्ते / तँजहा-ओरालियसरीरकायप्यओगे, ओरालियमीससरीरकायप्पओगे, वेउविए दुविहे, कम्मासरीरकायप्पओगे य / बेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा! चउविहे पओगे पण्णत्ते / तंजहा-असच्चामोसवइप्पओगे, ओरालियस रीरकायप्पओगे, ओरालियमीससरीरकायप्पओगे, कम्मासरीरकायप्पओगे। एवं जाव चउरिंदियाणं / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! तेरस विहे पओगे पण्णत्ते / तंजहा–सञ्चमणप्पओगे, मोसमणप्पओगे, सञ्चामोसमणप्पओगे, असच्चामोसमणप्पओगे, एवं वइप्पओगे वि, ओरालियसरीरकायप्पओगे, ओरालियमीससरीरकायप्पओगे, वेउब्वियसरीरकायप्पओगे, वेउब्वियमीससरीरकायप्प ओगे, कम्मासरीरकायप्पओगे / मणूसाणं पुच्छा। गोयमा! पण्णरसविहे पओगे पण्णत्ते / तंजहा-सच्चमणप्पओगे जाव कम्मासरीरकायप्पओगे।वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा रयाणं // 46 // जीवा गं भंते ! किं सच्चमणप्पओगी जाव किं कम्मासरीरकायप्पओगी ? गोयमा ! जीवा सव्वे वि ताव होज सच्चमणप्पओगी वि जाव वेउव्वियमीससरीरकायप्पओगी वि कम्मासरीरकायप्पओगी वि 13 / अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगमीससरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य आहारगमीससरीरकायप्पओगिणो य 4 चउभंगो / अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीससरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकाययप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य आहारंगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 4, एए जीवाणं अट्ठ भंगा 1 // 462 // Page #490 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 16 481 रइयाणं भंते ! किं सच्चमणप्पओगी जाव किं कम्मासरीरकायप्पओगी 111 गोयमा ! णेरइया सव्वे वि ताव होजा सच्चमणप्पओगी वि जाव वेउव्वियमीसासरीरकायप्प ओगी वि, अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, एवं असुरकुमारा वि जाव थणियकुमाराणं / पुद विकाइया णं भंते ! कि ओरालियसरीरकायप्पओगी ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी कम्मासरीरकायप्पओगी ? गोयमा! पुढविकाइया ओरालियसरीरकायप्पओगी वि ओरालियमीससरीरकायप्पओगी वि कम्मासरीरकायप्पओगी वि, एवं जाव वणप्फइकाइ. याणं / णवरं वाउक्काइया वेउव्वियसरीरकायप्पओगी वि वेउव्वियमीसासरीरकायप्प ओगी वि / बेइंदिया णं भंते ! कि ओरालियसरीरकायप्पओगी जाव कम्मासरीर. कायपओगी ! गोयमा ! बेइंदिया सब्वे वि ताव होजा असच्चामोसवहप्पओगी वि ओरालियसरीरकायप्पओगी वि ओरालियमीससरीरकायप्पओगी वि, अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगी य अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य, एवं जाव चउरिदिया वि / पंचिदियतिरिक्खजोणिया जहा णेरइया, णवरं ओरालियसरीरकायप्पओगी वि, ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी वि, अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगी य, अहवेगे य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य // 463 // मणूसा णं भंते ! किं सच्चमणप्पओगी जाव किं कम्मासरीरकायप्पओगी ? गोयमा! मणूसा सव्वे वि ताव होजा सच्चमणप्पओगी विजाव ओरालियसरीरकायप्पओगी वि, वेउब्वियसरीरकायप्पओगी वि, वेउब्वियमीससरीरकायप्पओगी वि, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य कम्मगसरीरकायप्पओगी य, अहवंगे य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 2, एए अट्ठ भंगा पत्तेयं / अहवेगे य ओरालियमीससरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसासरीर. कायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य 2. अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य 4 एवं एए चत्तारि भंगा, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्प. Page #491 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 482 अनंगपविटुसुत्ताणि ओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगि गो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसामरीरकायापओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 4, चत्तारि भंगा, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसा. सरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणों य 4 एए चत्तारि भंगा, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारंगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 4 चचारि भंगा, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 4 चउरो भंगा, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 4 चउरो भंगा, एवं चउव्वीसं भंगा। अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी थ आह रगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य४, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 5 अहवेगे र ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीमामरीर Page #492 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 16 483 कायप्पओगिणो य 6, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य 7, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य 8 एए अढ भंगा, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्यओगिणो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 3, अहवंगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्प ओगिणो व 4, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 5. अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 6, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 7, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगियो य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 8, अहवेगे य ओग. लियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगी य ३,अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगीय आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 4, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 5, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 6, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 7, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पंओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो ये कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 8, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 1, अहधेगे य आहारगसरीरकाय Page #493 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 484 अनंगपविट्ठसुत्ताणि प्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्यओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्यओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगी य 3 अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 4, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्प ओगी य 5, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य 6, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्प ओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो. य कम्मासरीरकायप्पओगी य 7, अहवेगे य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 8 / एवं एए तियसंजोएणं चत्तारि अट्ठ भंगा, सव्वे वि मिलिया बत्तीसं भंगा जाणियव्वा 32 / अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 1, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगि य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 2, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी,य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगी य 3, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 4, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायापओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 5, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 6, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीर. कायप्पओगी य 7, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 8, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 9, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसा Page #494 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प० 16 485 सरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 10, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगी य 11, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 12, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगी य 13, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य 14, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकाय. प्पओगी य 15, अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगिणो य आहारग. सरीरकायप्पओगिणो व आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य कम्मासरीरकायप्प ओगिणो य 16 एवं एए चउसंजोएणं सोलस भंगा भवंति, सव्वेऽवि य णं संपिंडिया असीइ भंगा भवति / वाणमंतरजोइसवेमाणिया जहा असुरकुमारा / / 464 / / कइविहे णं भंते ! गहप्पवाए पण्णत्ते 1 गोयमा !पंचविहे गइप्पवाए पण्णत्ते / तंजहापओगगई 1, ततगई 2, बंधणछेयणगई 3, उववायगई 4, विहायगई 5 / से कि तं पओगगई ? पओगगई पाणरसविहा पण्णत्ता। तंजहा-सच्चमणप्पओगगई, एवं जहा पओगो भणिओ तहा एसा वि भाणियव्या जाव कम्मगसरीरकायप्पओगगई। जीवाणं भंते ! कइविहा पओगगई पण्णत्ता ! गोयमा ! पण्णरसविहा पण्णत्ता / तंजहा-सच्चमणप्पओगगई जाव कम्मगसरीरकायप्पओगगई। णेरइयाणं भंते ! कइविहा पओगगई पण्णत्ता ! गोयमा ! एकारसविहा पण्णत्ता / तंजहा-सच्चमणप्प ओगगई, एवं उवउजिऊण जस्स जइविहा तस्स तइविहा भाणियव्वा जाव वेमाणियाणं / जीवा | भंते ! सच्चमणप्पओगगई जाव कम्मगसरीरकायप्पओगगई ! गोयमा ! जीवा सव्वे वि ताव होजा सच्चमणप्पओगगई वि, एवं तं चेव पुव्ववणियं भाणियव्वं, भंगा तहेव जाव वेमाणियाणं, से तं पओगगई 1 // 465 // से किं तं ततगई ? ततगई जे णं जं गामं वा जाव सण्णिवेसं वा संपट्ठिए असंपत्ते अंतरापहे वट्टइ, सेत्तं ततगई 2 // 466|| से किं तं बंधणछेयणगई ? बंधणछेयणगई जीवो वा सरीराओ सरीरं वा जीवाओ, सेत्तं बंधणछेयणगई 3 // 467 // से Page #495 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 486 अनंगपविट्ठसुत्ताणि किं तं उववायगई.१ उववायगई तिविहा पणत्ता / तंजहा-खेत्तोववायगई, भवोववायगई, णोभवोववायगई / से किं तं खेत्तोववायगई ? खेत्तोववायगई. पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-णेरइयखेत्तोववायगई 1, तिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई 2, मणूसखेत्तोववायगई 3, देवखेत्तोववायगई 4, सिद्धखेत्तोववायगई 5 / से कि तं णेरइयखेत्तोववायगई ? णेरइयखेत्तोववायगई सत्तविहा पण्णत्ता। तंजहा-रयणप्पभापुढविणेरइयखेत्तोववायगई जाव अहेसत्तमापुढविणेरइयखेत्तोववायगई / से त्तणेरइयखेत्तोववायगई 1 / से कि तं तिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई ? तिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई पंचविहा पण्णत्ता। तंजहा-एगिदियतिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई नाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई / सेत्तं तिरिक्खजोगियखेत्तोववायगई 2 / से किं तं मणूसखेत्तोववायगई ? मणूसखेत्तोववायगई दुविहा पण्णत्ता, तंजहासंमुच्छिममणूसखेत्तोववायगई, गब्भवकंतियमणूसखेतोववायगई / सेत्तं मणूसखेतोववायगई 3 / से किं तं देवखेत्तोववायगई ! देवखेत्तोववायगई चउविहा पण्णत्ता। तंजहा-भवणवई० जाव वेमाणियदेवखेत्तोववायगई / सेत्तं देवखेत्तोववायगई 4 // 468 // से किं तं सिद्धखेत्तोववायगई / सिद्धखेत्तोववायगई अणेगविहा पणत्ता। तंजहा-जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवयवासे सपक्खि 'सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, जंबद्दीवे दीवे चुलहिमवंतसिहरिवासहरपव्वयसपक्खि सपडिदिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे हेमवयहेरण्णवाससपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे सद्दावइवियडावइवट्टवेयसपक्खि सपडि दिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे महाहिमवंतरप्पिवासहरपव्वयसपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे हरिवासरम्मगवाससपक्खि सपडिदिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे गंधावाइमालवंतपव्वयवट्टवेयड्सपक्खि सपडि दिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे णिसहणीलवंतवासहरपव्वयसपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे पुव्वविदेहावरविदेहसपक्खि सपडिदिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे देवकुरुउत्तरकुरुसपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, जंबुद्दीवे दीवे मंदरपब्वयस्स सपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, लवणे समुद्दे सपक्खि सपडिदिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, धायइसंडे दीवे पुरिमद्धपच्चत्थिमद्धमंदरपव्ययसपविख सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, कालोयसमुद्दे सपक्खि सपडिदिसि सिद्धखेत्तोववायगई, पुक्खरवरदीवद्धपुरस्थिमदभरहेरवयवाससपक्खि सपडि दि सिं सिद्धखेत्तोववायगई, एवं Page #496 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 16 487 जाव पुक्खरवरदीवद्धपच्छिमद्धमंदरपब्वयसपक्खि सपडि दिसिं सिद्धखेत्तोववायगई, से तं सिद्धखेत्तोववायगई 5" // 469 // से किं तं भवोववायगई ? भवोववायगई चउब्विहा पण्णत्ता / तंजहा-णेरइयभवोववायगई जाव देवभवोववायगई / से कि तं णेरइयभवोचवायगई ! णेरइयभवोववायगई सत्तविहा पणत्ता / तंजहा एवं सिद्धवजो भेदो भाणियव्यो जो चेव खेत्तोववायगईए सो चेव, से तं देवभवोववायगई। से तं भवोचवायगई // 470 // से किं तं णोभवोवचायगई ! जोभवोवचायगई दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पोग्गलणोभवोक्वायगई, सिद्धणोभवोववायगई / से किं तं पोग्गलणोभवोववायगई ? पोग्गलणोभवोववायगई जण्णं परमाणुपोग्गले लोगस्स पुरस्थिमिलाओ चरमंताओ पञ्चस्थिमिलं चरमंतं एगसमएणं गच्छद, पच्चस्थिमिल्लाओ वा चरमंताओ पुरस्थिमिलं चरमंत एगसमएणं गच्छइ, दाहिणिल्लाओ वा चरमंताओ उत्तरिलं चरमंत एगसमएणं गच्छइ, एवं उत्तरिल्लाओ दाहिणिलं, उवरिल्लाओ हेटिलं, हिडिल्लाओ उवरिलं, से तं पोग्गलणोभवोक्वायगई // 471 / / से किं तं सिद्धणोभवोववायगई ? सिद्धणोभवोववायगई दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-अणंतरसिद्धणोभवोववायगई परंपरसिद्धणोभवोववायगई य / से किं तं अणंतरसिद्धणोभवोववायगई 12 पण्णरसविहा पण्णत्ता / तंजहा-तित्थसिद्धअणंतरसिद्धणोभवोववायगई य जाव अणेगसिद्ध० णोभवोवचायगई य / से किं तं परंपरसिद्धणोभवोववायगई ? 2 अणेगविहा पण्णत्ता / तंजहा-अपढमसमयसिद्धणोभवोववायगई, एवं दुसमयसिद्धणोभवोववायगई जाव अणंतसमयसिद्धणोभवोववायगई, सेत्तं सिद्धणोभवोववायगई, से तं शोभवोववायगई, से तं उववायगई 4 // 472 / / से किं तं विहायगई ? विहायगई सत्तरसविहा पण्णत्ता / तंजहा-फुसमाणगई 1, अफुसमाणगई 2, उवसंपजमाणगई 3, अणुवसंपजमाणगई 4, पोग्गलगई 5, मंडूयगई 6, णावागई 7, णयगई .8, छायागई 9, छायाणुवायगई 10, लेसागई 11, लेसाणुवायगई 12, उद्दिस्सपविभत्तगई 13, चउपुरिसपविभत्तगई 14, वंकगई 15, पंकगई 16, बंधणविमोयणगई 17 // 473 // से किं तं फुसमाणगई ? फुसमाणगई जण्णं परमाणुपोग्गले(ल)दुपएसिय जाव अणंतपए सियाणं खंधाणं अण्णमण्णं फुसित्ता णं गई पवत्तइ, सेत्तं फुसमाणगई 1 / से किं तं अफुसमाणगई ! अफुसमाणगई जण्णं एएसिं चेव अफुसित्ता णं गई पवत्तइ, से तं अफुसमाणगई 2 / से कि तं उवसंपजमाणगई 12 जणं रायं वा जुवरायं वा ईसरं वा तलवरं वा माडंबियं वा Page #497 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 488 अनंगपविट्ठसुत्ताणि कोडुंबियं का इन्भं वा सेटुिं वा सेणाक्इं का सत्यवाहं वा उपसंपजित्ता णं गच्छइ, से तं उवसंपजमाणगई 3 / से किं तं अणुवसंफ्जमाणगई ? 2 . जण्णं एएसिं चेव अण्णमण्णं अणुवसंपजित्ता णं गच्छइ, से तं अणुवसंपजमाणगई 4 / से कि तं पोग्गलगई ? 2 ज णं परमाणुपोग्गलाणं जाव अणंतपएसियाणं खंधाणं गई पवत्तइ, से तं पोग्गलगई 5 / से किं तं मंडूयगई ? 2 जण मंडूओ फिडित्ता गच्छइ, से तं मंडूयगई 6 / से कि तं णावागई ? जण णावा पुव्ववेयालीओ दाहिणवेयालिं. मलपहेणं गच्छइ, दाहिणवेयालीओ वा अवरवेयालिं जलपहेणं गच्छइ, से तं णावागई 7 / से कि तं णयगई ? 2 जण्णं णेगम-संगहववहार-उज्जुसुयसद्द-समभिरुढएवंभूयाणं णयाण जा गई, अहवा सव्वणवा वि जं इच्छंति, से तंणयगई 8 / से कि तं छायागई ! 2 ज णं हयछायं वा गयछायं वा णरछायं वा किण्णरछायं वा महोरगच्छायं वा गंधवच्छायं वा उसहकार्य वा रहछायं वा छत्तछायं वा उपसंपनित्ताणं गच्छइ, से तं छायागई 9 / से किं तं छायाणुवायगई 12 जेणं पुरिसं छाया अणुगच्छइ, णो पुरिसे छायं अणुगच्छइ, से तं छायाणुवायगई 10 / से किं तं लेस्सागई ? 2 जणं किण्हलेसा णीललेमं पप्य तारूवत्ताए तावण्णत्ताए तागंधत्ताए तारससाए ताफासत्ताए भुजो भुजो परिणमइ, एवं णीललेसा काउलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव ताफासत्ताए परिणमइ, एवं काउलेसा वि तेउलेसं तेउलेसा वि पम्हलेसं पम्हलेसा वि सुकलेसं पप्य तारूवत्ताए जाव परिणमइ, से तं लेस्सागई 11 / से किं तं लेसाणुवायगई 1 2 जल्लेसाई दव्वाई परियाइत्ता कालं करेइ तल्लेसेसु उववजइ, तंजहा-किण्हलेसेसु वा जाव सुक्कलेसेसु वा, से तं लेमाणुवायगई 12 / से किं तं उद्दिस्सपविभत्तगई ! 2 जण्णं आयरियं वा उवज्झायं वा थेरं वा पवत्तिं वा गणिं वा गणहरं वा गणावच्छेयं वा उद्दिसिय 2 गच्छइ, से तं उद्दिस्सियपविभत्तगई 13 / से किं तं च उपुरिसपविभत्तगई ? से जहाणामए चत्तारि पुरिसा समगं पजवट्ठिया समगं पट्ठिया 1, समगं पजवट्ठिया विसमं पट्ठिया 2, विसमं पजवट्ठिया विसमं पट्ठिया 3, विसमं पजवट्ठिया समगं पट्ठिया 4, से तं चउपुरिसपविभत्तगई 14 / से किं तं वंकगई 12 चउब्विहा पण्णत्ता / तंजहा-घट्टणया, थंभणया, लेसणया, पवडणया, से तं वंकगई 15 / से कि तं पंकगई ! 2 से जहाणामए केह पुरिसे पकंसि वा उदयंसि वा कायं उविहिया 2 गच्छइ, से तं पंकगई 16 / से किं तं बंधणविमोयणगई 12 जणं अंबाण वा अंबाडगाण वा माउलंगाण वा बिल्लाण वा कविट्ठाण वा भच्चाण वा फणसाण वा दालिमाण वा पारेवयाण वा अक्खोलाण व Page #498 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 1 486 चाराण वा बोराण वा तिंदुयाण वा पक्काणं परियागयाणं बंधणाओ विप्पमुक्काणं शिव्याघाएणं अहे वीससाए गई पवत्तई, से तं बंधणविमोयणगई 17 / से तं विहायोगई 5 // 474 // पण्णवणाए भगवईए सोलसमं पओगपयं समत्तं // सत्तरसम लेस्सापयं-पढमो उद्देसओ आहार समसरीरा उस्सासे कम्मवण्णलेसासु / समवेयण समकिरिया समाउया चेव बोद्धव्वा // 1 // णेरइया णं भंते ! सव्वे समाहारा, सव्वे समसरीरा, सव्वे समुस्सासणिस्सासा ? गोयमा ! णो इणटे समटे / से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ'णेरइया णो सव्वे समाहारा जाव णो सव्वे समुस्सासणिस्सासा' 1 गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-महासरीरा य अप्पसरीरा य। तत्थ णं जे ते महासरीरा ते णं बहुतराए पोग्गले आहारेति, बहुतराए पोग्गले परिणामेंति, बहुतराए पोग्गले उस्ससंति, बहुतराए पोग्गले णीससंति, अभिक्खणं आहारेति, अभिक्खणं परिणामेंति, अभिक्खणं ऊससंति, अभिक्खणं णीससंति / तत्थ णं जे ते अप्पसरीरा ते णं अप्पतराए पोग्गले आहारेति, अप्पतराए पोग्गले परिणामेंति, अप्पतराए पोग्गले ऊससंति, अप्पतराए. पोग्गले णीससंति, आहच्च आहारैति, आहच्च परिणामेंति, आहच्च ऊससंति, आहच्च णीससंति, से एएणटेणं गोयमा! एवं त्रुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समाहारा, णो सव्वे समसरीरा, णो सव्वे समुस्सासणिस्सासा' // 475 // णेरइया णं भंते ! सव्वे समकम्मा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-णेरइया णो सव्वे समकम्मा' 1 गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-पुब्धोववण्णगा य पच्छोववण्णगा य / तत्थ णं जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं अप्पकम्मतरागा, तत्थ ण जे ते पच्छोववण्णगा ते णं महाकम्मतरागा, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समकम्मा' // 476 / / णेरइया णं भंते ! सब्वे समवण्णा ! गोयमा ! णो इणढे समढे / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समवण्णा' 1 गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पुव्योववण्णगा य पच्छोववण्णगा य / तत्थ णं जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं विसुद्धवण्णतरागा, तत्थ णं जे ते पच्छोवरणगा ते णं अविसुद्धवण्णतरागा, से एएण्टेणं) गोयमा एवं बुच्चइ-'णेरड्या Page #499 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 460 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गो सव्वे समवण्णा' / एवं जहेव वण्णेण भणिया तहेव लेसासु विसुद्धलेसतरागा अविसुद्धलेसतरागा य भाणियव्वा // 477|| णेरइया णं भंते ! सव्वे समवेयणा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ–णेरइया णो सव्वे समवेयणा' ? गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सण्णिभूया य असण्णिभूया य / तत्थ णं जे ते सण्णिभूया ते णं महावेयणतरागा, तत्थ णं जे ते असण्णिभूया ते णं अप्पवेयणतरागा, से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समवेयणा' // 478 / / णेरइया णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? गोयमा ! णो इणढे समझे। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समकिरिया' 1 गोयमा ! णेरइया तिविहा पण्णत्ता / तंजहा–सम्मट्ठिी, मिच्छट्ठिी, सम्मामिच्छद्दिट्ठी। तत्थ णं जे ते सम्मद्दिट्ठी तेसि णं चत्तारि किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अपच्चक्खाणकिरिया। तत्थ णं जे ते मिच्छद्दिट्ठी जे सम्मामिच्छद्दिट्टी तेसिणं णियइयाओ पंच किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अपच्चक्खाणकिरिया, मिच्छादसणवत्तिया, से तेणटेणं गोयमा!एवं वुच्चइ'णेरइया णो सव्वे समकिरिया // 479 // णेरइया णं भंते ! सव्वे समाउया, सव्वे समोववण्णगा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ० ? गोयमा! गेरइया चउन्विहा पण्णत्ता। तंजहा-अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा, अत्येगइया विसमाउया समोववण्णगा, अत्ये. गइया विसमाउया विसमोववण्णगा, से तेण?णं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'णेरइया णो सव्वे समाउया, णो सव्वे समोववण्णगा' // 480 // असुरकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा ? एवं सव्वे वि पुच्छा / गोयमा ! णो इणढे समढे / से केपट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 जहा णेरइया / असुरकुमारा णं भंते ! सव्वे समकम्मा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा ! असुरकुमारा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा–पुब्वोववण्णगा य पच्छोववण्णगा य / तत्थ णं जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं महाकम्मतरा, तत्थ णं जे ते पच्छोववण्णगा ते णं अप्पकम्मतरा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'असुरकुमारा णो सव्वे समकम्मा'। एवं वण्णलेस्साए पुच्छा। तत्थ णं जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं अविसुद्धवण्णतरागा, तत्थ णं जे ते पच्छोववण्णगा ते णं विसुद्धवण्णतरागा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'असुरकुमारा णं सव्वे णो समवण्णा' / एवं लेस्साए वि, वेयणाए जहा णेरइया, अवसेसं जहा Page #500 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं 50 17 उ. 2 461 णेरइयाणं / एवं जाव थणियकुमारा // 481 // पुढविकाइया आहारकम्मवण्णलेस्साहिं जहा गेरइया / पुढविकाइया णं भंते ! सव्वे समवेयणा पण्णत्ता ? हंता गोयमा ! सव्वे समवेयणा / से केणटेणं०१ गोयमा! पुढविकाइया सव्वे असण्णी असण्णिभूयं अणिययं वेयणं वेयंति, से तेणटेणं गोयमा ! पुढविकाइया सव्वे समवेयणा / पुढविकाइया णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? हंता गोयमा ! पुढविकाइया सव्वे समकिरिया / से केणटेणं० 1 गोयमा ! पुढविकाइया सव्वे माइमिच्छादिट्ठी, तेसि णियइयाओ पंच किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अप्पच्चक्खाणकिरिया, मिच्छादसणवत्तिया य, से तेण?णं गोयमा !0 / एवं जाव चउरिदिया। पंचेंदियतिरिक्खजोणिया जहा जेरइया, णवरं किरियाहिं सम्मद्दिट्ठी मिच्छद्दिट्ठी सम्मामिच्छद्दिट्ठी / तत्थ णं जे ते सम्मदिट्टी ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-असंजया य संजयासंजया य / तत्थ णं जे ते संजयासंजया तेसिणं तिण्णि किरियाओ कजति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया। तत्थ ण जे असंजया तेसि ण चत्तारि किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अपच्चक्खाणकिरिया / तत्थ णं जे ते मिच्छाद्दिट्टी जे य सम्मामिच्छट्टिी तेसिणं णियइयाओ पंच किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अपच्चक्खाणकिरिया, मिच्छादसणवत्तिया, सेसं तं चेव // 482 // मणुस्सा गं भंते ! सव्वे समाहारा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / से केण?णं० 1 गोयमा! मणुस्सा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-महासरीरा य अप्पसरीरा य / तत्थ णं जे ते महासरीरा ते णं बहुतराए पोग्गले आहारति जाव बहुतराए पोग्गले णीससंति, आहच्च आहारति, जाव आहच्च णीससति / तत्थ णं जे ते अप्पसरीरा ते णं अप्पतराए पोग्गले आहारेति जाव अप्पतराए पोग्गले णीससंति, अभिक्खणं आहारति जाव अभिक्खणं णीससंति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'मणुस्सा सव्वे णो समाहारा' / सेसं जहा णेरइयाणं, णवरं किरियाहिं मणूसा तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-सम्मद्दिट्ठी, मिच्छादिट्टी, सम्मामिच्छदिट्टी। तत्थ णं जे ते सम्मट्टिी ते तिविहा पण्णत्ता। तंजहा–संजया, असंजया, संजयासंजया / तत्थ णं जे ते संजया ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सरागसंजया य वीयरागसंजया य / तत्थ णं जे ते वीयरागसंजया ते णं अकिरिया, तत्थ णं जे ते सरागसंजया ते दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-पमत्तसंजया य अपमत्तसंजया य / तत्थ णं जे ते अपमत्तसंजया तेर्सि एगा मायावत्तिया किरिया Page #501 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 462 अनंगपविट्ठसुत्ताणि कजइ / तत्थ णं जे ते पमत्तसंजया तेसिं दो किरियाओ कजंति-आरंभिया मायावत्तिया य / तत्थ णं जे ते संजयासंजया तेसि तिणि किरियाओ कजंति, तंजहा आरंभिया परिग्गहिया मायावत्तिया / तत्थ णं जे ते असंजया तेसिं चत्तारि किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया परिग्गहिया मायावत्तिया अपच्चक्खाणकिरिया / तत्थ णं जे ते मिच्छादिट्ठी जे सम्मामिच्छदिट्ठी तेसि णियइयाओ पंच किरियाओ कजंति, तंजहा-आरंभिया परिग्गहिया मायावत्तिया अपच्चक्खाणकिरिया मिच्छा. दंसणवत्तिया, सेमं जहा णेरइयाणं // 483 // वाणमंतराणं जहा असुरकुमाराणं / एवं जोइसियवेमाणियाण वि, णवरं ते वेयणाए दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-माइमिच्छदिट्ठीउववण्णगा य अमाइसम्म दिट्ठीउववण्णगा य / तत्थ णं जे ते माइमिच्छदिट्ठीउववण्णगा ते गं अप्पवेयणतरागा, तत्थ णं जे ते अमाइसम्मदिट्ठीउववण्णगा ते णं महावेयणतरागा, से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चहः / सेसं तहेव // 484 // सलेसा णं भंते ! णेरइया सव्वे समाहारा, समसरीरा, समुस्सासणिस्सासा-सव्वे वि पुच्छा / गोयमा ! एवं जहा ओहिओ गमओ तहा सलेसागमओ वि गिरवसेसो भाणियव्वो जाव वेमाणिया / कण्हलेसा णं मंते ! णेरइया सव्वे समाहारा-पुच्छा। गोयमा ! जहा ओहिया, णवरं णेरइया वेयणाए माइमिच्छदिट्ठीउववण्णगा य अमाइसम्मदिट्ठीउववण्णगा य भाणियव्वा, सेसं तहेव जहां ओहियाणं / असुरकुमारा जाव वाणमंतरा एए जहा ओहिया, णवरं मणुस्साणं किरियाहिं विसेसो-जाव तत्थ णं जे ते सम्मदिट्ठी ते तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-संजया असंजया संजयासंजया य, जहा ओहियाणं / जोइसियवेमाणिया आइल्लियासु तिसु लेसासु ण पुच्छिलंति / एवं जहा किण्हलेसा विचारिया तहा णीललेसा वि विचारेयव्वा / काउलेसा णेरइएहितो आरम्भ जाव वाणमंतरा, णवरं काउलेसा णेरइया वेयणाए जहा ओहिया / तेउलेसाणं भंते ! असुरकुमाराणं ताओ चेव पुच्छाओ / गोयमा ! जहेव ओहिया तहेव, णवरं वेयणाए जहा जोइसिया। पुढविआउवणस्सइपंचेंदियतिरिक्खमणुस्सा जहा ओहिया तहेव भाणियव्वा, णवरं मणूसा किरियाहिं जे संजया ते पमत्ता य अपमत्ता य भाणियव्वा, सरागा वीयरागा णस्थि / वाणमंतरा तेउलेसाए जहा असुरकुमारा, एवं जोइसियवेमाणिया वि, सेसं तं चेव / एवं पम्हलेसा वि भाणियव्वा, णवरं जेसिं अस्थि / सुक्कलेस्सा वि तहेव जेसिं अस्थि, सव्वं तहेव जहा ओहियाणं गमओ, णवरं पम्हलेस्ससुक्कलेस्साओ पंचेंदियतिरिक्खोणियमणूसवेमा Page #502 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प०.१७ उ. 2 493 णियाणं चेव, ण सेसाणं ति // 485 // पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमे लेस्सापए पढमो उद्देसओ समत्तो॥ बीओ उद्देसओ का गं भंते ! लेसाओ पण्पत्ताओ ? गोयमा ! छल्लेसाओ पण्णत्ताओ। तंजहाकण्हलेसा, णीललेसा, काउलेसा, तेउलेसा, पम्हलेसा, सुक्कलेसा // 486 // णेरइयाणं भंते ! कइ लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तिणि तंजहा-किण्हलेसा, णीललेसा, काउलेसा / तिरिक्खजोणियाणं. भंते! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! छल्लेस्साओ पण्णत्ताओ / तंजहा-कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। एगिदियाणं भंते!कह लेसाओ पण्णत्ताओ ! गोयमा! चत्तारि लेसाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-कण्हलेसा जाव तेउलेसा / पुढविकाइयाणं भंते ! कइ लेसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! एवं चेव / आउवणस्सइकाइयाण वि.एवं चेव / तेउवाउबेइंदियतेइंदियचरिदियाणं जहा णेरइयाणं / पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! छलेसा-कण्हलेसा जाप सुक्कलेसा / समुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! जहा णेरइयाणं / गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! छल्लेसा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / तिरिक्खजोणिणीणं पुच्छा। गोयमा ! छल्लेसा एयाओ चेव / मणूसाणं पुच्छा / गोयमा ! छलेसा एयाओ चेव / संमुच्छिममणुस्साणं पुच्छा / गोयमा ! जहा णेरइयाणं / गम्भवक्कंतियमणुस्साणं पुच्छा। गोयमा ! छल्लेसाओ० तंजहा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / मणुस्सीणं पुच्छा / गोयमा ! एवं चेव / देवाणं पुच्छा। गोयमा! छ एयाओ केव / देवीणं पुच्छा / गोयमा! चत्तारि-कण्हलेसा जाव तेउलेसा / भवणवासीणं भंते ! देवाणं पुच्छा / गोयमा ! एवं चेव, एवं भवणवासिणीण वि। वाणमंतरदेवाणं पुच्छा / गोयमा ! एवं चेष, एवं वाणमंतरीण वि। जोइसियाणं पुच्छा / गोयमा ! एगा तेउलेसा, एवं जोइसिणीण वि / वेमाणियाणं पुच्छा। गोयमा ! तिण्णि० तंजहा-तेउलेसा, पम्हलेसा, सुक्कलेसा। वेमाणिणीणं पुच्छा / गोयमा ! एगा तेउलेसा // 487|| एएसि णं भंते ! जीवाणं सलेस्साणं कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेस्साणं अलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सुक्कलेसा, पम्हलेसा संखेजगुणा, Page #503 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 494 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तेउलेस्सा संखेजगुणा, अलेस्सा अणंतगुणा, काउलेस्सा अणतगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया, सलेस्सा विसेसाहिया // 488 // एए सि णं भंते ! णेरइयाणं कण्हलेसाणं णीललेसाणं काउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा णेरइया कण्हलेसा, णीललेसा असंखेजगुणा, काउलेसा असंखेजगुणा / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियाणं कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा तिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, एवं जहा ओहिया णवरं अलेसवजा। एएसिणं भंते! एगिदियाणं कण्हलेस्साणं णीललेस्साणं काउलेस्साणं तेउलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा एगिदिया तेउलेस्सा, काउलेस्सा अणंतगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया / एएसि णं भंते ! पुद विकाइयाणं कण्हलेस्साणं जाव तेउलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा! जहा ओहिया एगिदिया, णवरं काउलेस्सा असंखेजगुणा / एवं आउकाइयाण वि / एएसि णं भंते ! तेउकाइयाणं कण्हलेस्साणं णीललेस्साणं काउलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा तेउकाइया काउलेस्सा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया, एवं वाउकाइयाण वि / एएसिणं भंते!वास्सइकाइयाणं कण्हलेस्साणं जाव तेउलेस्साण य जहा एगिंदियओहियाणं / बेइंदियाणं तेइंदियाणं चउरिदियाणं जहा तेउकाइयाणं // 489 // एएसि णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं कण्हलेस्साणं एवं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा! जहा ओहियाणं तिरिक्खजोणियाणं, णवरं काउलेसा असंखेजगुणा / संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं जहा तेउकाइयाणं / गब्भवकंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं जहा ओहियाणं तिरिक्खजोणियाणं, णवरं काउलेसा संखेजगुणा, एवं तिरिक्खजोणिणीण वि / एएसि णं भंते ! समुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं गमवक्कंतियपंचें दियतिरिक्खजोणियाण य कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा! सव्वत्थोवा गब्भवकंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा संखेजगुणा, तेउलेस्सा संखेजगुणा, काउलेस्सा संखेजगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया,काउलेस्सा समुच्छिमपंचेदियतिरिक्खजोणिया असंखेजगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया। एएसि णं भंते ! संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो Page #504 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुतं प० 17 उ. 2 465 अप्पा वा 4 1 गोयमा ! जहेव पंचम तहा इमं छठे भाणियव्वं / एएसि णं भंते ! गम्भवृक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा गब्भवकंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, सुक्कलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ, पम्हलेसा गन्भवतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया संखेजगुणा, पम्हलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ, तेउलेसा तिरिक्खजोणिया संखेजगुणा, तेउलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ, काउलेसा संखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसाओ संखेजगुणाओ णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ। एएसिणं भंते! संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं गम्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा गब्भवकंतिया तिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, सुक्कलेसाओ तिरि० संखेजगुणाओ, पम्हलेसा गब्भवकंतिया तिरिक्खजोणिया संखेजगुणा, पम्हलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ, तेउलेसा गब्भवक्कंतिया तिरिक्खजोणिया संखेजगुणा, तेउलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ, काउलेसाओ संखेजगुणाओ, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसा संखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, काउलेसा संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया। एएसि णं भंते! पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, सुक्कलेसाओ संखेजगुणाओ, पम्हलेसा संखेजगुणा, पम्हलेसाओसंखेजगुणाओ, तेउलेसा संखेजगुणा, तेउलेसाओ संखेजगुणाओ, काउलेसा संखेजगुणा, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसा असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ / एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा! जहेव णवमं अप्पाबहगं तहा इमं पि, णवरं काउलेसा तिरिक्खजोणिया अणंतगुणा। एवं एए दस अप्पांबहुगा तिरिक्खजोणियाणं एवं मणुस्साणवि अप्पाबहुया भाणियव्वा, णवरं पच्छिमगं अप्पाबहुगं णत्थि // 490 / एएसि णं भंते ! देवाणं कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा Page #505 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 466 अनंगपविट्ठसुत्ताणि देवा सुक्कलेसा, पम्हलेसा असंखेजगुणा, काउलेसा असंखेजगुणा, णीललेसा विसेस हिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, तेउलेसा संखेजगुणा / एएसि . णं भंते ! देवीण कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवाओ देवीओ काउलेसाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, तेउलेसाओ संखेजगुणाओ / एएसि ण भंते ! देवाणं देवीण य कण्हलेसाणं जाव सुकलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा देवा सुक्कलेसा, पम्हलेसा असंखेजगुणा, काउलेसा असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसाओ देवीओ संखेजगुणाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, तेउलेसा देवा संखेजगुणा, तेउलेसाओ देवीओ संखेजगुणाओ।।४९१।। एएसि णं. भंते ! भवणवासीणं देवाणं कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ! गोयमा ! सव्वत्थोवा भवणवासी देवा तेउलेसा, काउलेसा असंखेजगुणा, गीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया / एएसि णं भंते ! भवणवासिणीणं देवीणं कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा! एवं चेव / एएसिणं भंते ! भवणवासीणं देवाणं देवीण य कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा भवणवासी देवा तेउलेसा, भवणवासिणीओ तेउलेसाओ संखेजगुणाओ, काउलेसा भवणवासी देवा असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया,काउलेसाओ भवणवासिणीओ देवीओ संखेजगुणाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, एवं वाणमंतराणं, तिण्णेव अप्पाबहुया जहेव भवणवासीणं तहेव भाणियव्वा // 492 / / एएसि णं भंते ! जोइसियाणं देवाण देवीण य तेउलेस्साणं य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जोइसिया देवा तेउलेस्सा, जोइसिणीओ देवीओ तेउलेस्साओ संखेजगुणाओ // 493 // एएसि णं भंते ! वेमाणियाणं देवाणं तेउलेसाणं पम्हलेसाणं सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेसा,पम्हलेसा असंखेजगुणा, तेउलेसा असंखेजगुणा। एएसिणं भंते ! वेमाणियाणं देवाणं देवीण य तेउलेस्साणं पम्हलेस्साण सुक्कलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा असंखेजगुणा,तेउलेस्सा असंखेजगुणा,तेउलेस्साओ वेमाणिणाओ देवीओ Page #506 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 2 467 संखेजगुणाओ॥४९४॥ एएसिणं भंते ! भवणवासीदेवाणं वाणमंतराणं जोइसियाणं वेमाणियाण य देवाण य कण्हलेसाणं जाव सुकलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 41 गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेसा, पम्हलेसा असंखेजगुणा, तेउलेसा असंखेजगुणा, तेउलेसा भवणवासी देवा असंखेजगुणा, काउलेसा असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, तेउलेसा वाणमंतरा देवा असंखेजगुणा,काउलेसा असंखेजगुणा,णीललेसा विसेसाहिया,कण्हलेसा विसेसाहिया, तेउलेसा जोइसिया देवा संखेजगुणा / एएसि णं भंते! भवणवासिणीणं वाणमंतरीणं जोइसिणीणं वेमाणिणीण य कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवाओ देवीओ वेमाणिणीओ तेउलेसाओ, भवणवासिणीओ तेउलेसाओ असंखेजगुणाओ, काउलेसाओ असंखेजगणाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, तेउलेसाओ वाणमंतरीओ देवीओ असंखेजगुणाओ, काउलेसाओ असंखेजगुणाओ,णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्ह. लेसाओ विसेसाहियाओ, तेउलेसाओ जोइसिणीओ देवीओ संखेजगुणाओ॥४९५।। एएसिण भंते ! भवणवासीणं जाव वेमाणियाणं देवाण य देवीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेसा, पम्हलेसा असंखेजगुणा, तेउलेसा असंखेजगुणा, तेउलेसाओ वेमा. णियदेवीओ संखेजगुणाओ, तेउलेसा भवणवासी देवा असंखेजगुणा, तेटलेसाओ भवणवासिणिओ देवीओ संखेजगुणाओ, काउलेसा भवणवासी० असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसाओ भवणवासिणीओ० संखेजगुणाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, तेउलेसा वाणमंतरा० संखेजगुणा, तेउलेसाओ वाणमंतरीओ० संखेजगुणाओ, काउलेसा वाणमंतरा. असंखेजगुणा, णीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसाओ वाणमंतरीओ० संखेजगुणाओ, णीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसा. हियाओ, तेउलेसा जोइसिया० संखेजगुणा, तेउलेसाओ जोइसिणीओ० संखेज. गुणाओ // 496 // एएसि णं भंते ! जीवाणं कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरहितो अप्पड्डिया वा महड्डिया वा ? गोयमा ! कण्हलेसेहिंतो णीललेसा मह. ड्डिया, णीललेसेहिंतो काउलेसा महड्डिया, एवं काउलेसेहितो तेउलेसा महव्हिया, तेउलेसेहिंतो पम्हलेसा महड्डिया, पम्हलेसेहिंतो सुक्कलेसा महड्डिया, सव्वप्पड्डिया Page #507 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 468 अनंगपविट्ठसुत्ताणि . जीवा कण्हलेसा, सव्वमहड्डिया सुक्कलेसा // 497|| एए सि णं भंते ! णेरइयाणं कण्हलेसाणं णीललेसाणं काउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पहिया वा महडिया वा ! गोयमा ! कण्हलेसेहिंतो णीललेसा महड्डिया, णीललेसेहिंतो काउलेसा महड्डिया, सन्वप्पट्टिया णेरइया कण्हलेसा, सव्वमहड्डिया जेरइया काउलेसा // 498 // एएसि णं भंते ! तिरिक्खजोणियाणं कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पड्डिया वा महड्डिया वा ? गोयमा ! जहा जीवाणं / एएसि णं भंते ! एगिदियतिरिक्खजोणियाणं कण्हलेसाणं जाव तेउलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पड्डिया वा महड्डिया वा ! गोयमा! कण्हलेसेहितो एगिदियतिरिक्खजोणिएहितो णीललेसा महड्डिया, णीललेसेहितो तिरिक्खजोमिएहिंतो काउलेसा महड्डिया, काउलेसेहितो तेउलेसा महड्डिया, सव्वप्पड्डिया एंगेदियतिरिक्खजोणिया कण्हलेसा, सव्वमहड्डिया तेउलेसा / एवं पुढविकाइयाण वि / एवं एएणं अभिलावेण जहेव लेस्साओ भावि. याओ तहेव णेयव्वं जाव चउरिंदिया / पंचेदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीणं समुच्छिमाणं गम्भवक्कंतियाण य सव्वेसिं भाणियव्वं जाव अप्पड्डिया वेमाणिया देवा तेउलेसा, सव्वमहडिया वेमाणिया सुक्कलेसा / केई भणंति-घउवीसं दंडएणं इड्डी भाणियव्वा // 499|| पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमे लेस्सापए बीओ उद्देसओ समत्तो॥ लेस्सापए तइओ उद्देसओ णेरइए णं भंते ! णेरइएसु उववजइ, अणेरइए णेरइएसु उववजइ ! गोयमा ! णेरइए णेरइएसु उववजइ, णो अणैरइए णेरइएसु उववजइ, एवं जाव वेमाणियाणं / णेरइए णं भंते ! णेरइएहिंतो उववट्टइ, अणेरइए णेरइएहिंतो उववट्टइ ? गोयमा! अणेरइए णेरइएहितो उववट्टइ, णो णेरइए णेरइएहितो उववट्टइ / एवं जाव वेमाणिए, णवरं जोइसियवेमाणिएसु 'चयणंति अभिलावो कायव्वो // 500 // से णूणं भंते ! कण्हलेसे णेरइए कण्हलेसेसु णेरइएसु उववजइ, कण्हलेसे उववट्टइ, जलेसे उववजह तल्लेसे उववट्टइ ? हंता गोयमा ! कण्हलेसे णेरहए कण्हलेसेसु णेरइएसु उववजइ, कण्हलेसे उववट्टइ, जल्लेसे उववजइ तल्लेसे उववट्टइ, एवं णीललेसे वि, एवं काउलेसे वि / एवं असुरकुमाराण वि जाव थणियकुमारा, णवरं तेउलेसा अन्भ Page #508 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पग्णवणासुत्तं प० 17 उ. 3 हिया / से पूर्ण भंते ! कण्हलेसे पुढविकाइए कण्हलेसेसु पुढविकाइएसु उववजइ,कण्हलेसे उक्वट्टइ, जल्लेसे उववजइ तल्ले से उववइ ? हंता गोयमा! कण्हलेसे पुढविकाइए कण्ह ठेसेसु पुढविकाइएसु उववजइ, सिय कण्हलेसे उववट्टइ, सिय णीललेसे उववट्टइ, सिय काउलेसे उववट्टइ, सिय जल्लेसे उववजइ तल्लेसे उववट्टइ / एवं णीलकाउलेसासु वि / से गूणं भंते ! तेउलेसे पुढविकाइए तेउलेसेसु पुढविकाइएसु उववजइ पुच्छा। हंता गोयमा ! तेउलेसे पुढविकाइए तेउलेसेसु पुढविकाइएसु उक्वजइ, सिय कण्ह. लेसे उववइ, सिय णीललेसे उववइ, सिय काउलेसे उववइ, तेउलेसे उववजइ, णो चेव णं तेउलेसे उववट्टई / एवं आउकाइया वणस्सइकाइया वि / तेऊ वाऊ एवं चेव, णवरं एएसिं तेउलेसा णन्थि। बितियचउरिंदिया एवं चेव तिसु लेसासु / पंचेंदियतिरिक्खजोणिया मणुस्सा य जहा पुढविकाइया आइलिया तिसु लेसासु भणिया तहा छसु वि लेसासु भाणियव्वा, णवरं छप्पि लेसाओ चारेयव्वाओ। वाणमंतरा जहा असुरकुमारा / से गूणं भंते ! तेउलेस्से जोइसिए तेउलेस्सेसु जोइसिएसु उववजह ! जहेव असुरकुमारा। एवं वेमाणिया वि, णवरं दोण्हं पि चयंतीति अभिलावो // 50 // से गुणं भंते ! कण्हलेसे णीललेसे काउलेसे णेरइए कण्हलेसेसु णीललेसेसु काउ. लेसेसु णेरइएसु उववजइ, कण्हलेसे णीललेसे कारलेसे उववइ, जल्लेसे उक्वज इ तल्लेसे उववट्टइ ? हंता गोयमा ! कण्हणीलकाउलेसे उववजाइ, जल्लेसे उवजह तल्लेसे उववइ / से गुणं भंते ! कण्हलेसे जाव तेउलेसे असुरकुमारे कण्हलेसेसु जाव तेउ. लेसेसु असुरकुमारेसु उववजइ ! एवं जहेव णेरइए तहा असुरकुमारा वि जाव थणियकुमारा वि / से गुणं भंते ! कण्हलेसे जाव तेउलेसे पुढविक्काइए कण्हलेसेसु जाब तेउलेसेसु पुढविक्काइएसु उववजइ ? एवं पुच्छा जहा असुरकुमाराणं / हता गोयमा! कण्हलेसे जाव तेउलेसे पुढविक्काइए कण्हलेसेसु जाव तेउलेसेसु पुढविक्काइएसु उववजइ, सिय कण्हलेसे उववट्टइ, सिय णीललेसे०, सिय काउलेसे उववव. सिय जलसे उववजइ तल्लेसे उववइ, तेउलेसे उववजइ, णो चेव ण तेउलेसे उववइ / एवं आउकाइया वणस्सइकाइया वि भाणियव्वा / से गूणं भंते ! कण्हलेसे णीललेसे काउलेसे तेउकाइए कण्हलेसेसु णीललेसेसु काउलेसेसु तेउकाइएसु उववजइ, कण्हलेसे गीललेसे काउलेसे उववट्टइ, जल्लेसु उववजइ तल्लेसे उववट्टइ ! हंता गोयमा ! कण्हलेसे णीललेसे काउलेसे तेउकाइए कण्हलेसेसु पललेसेसु काउ. लेसेसु तेउकाइएसु उववजइ, सिय कण्हलेसे उववट्टइ, सिय णीललेसे उक्वट्टइ, सिय काउलेसे उववट्टइ, सिय जल्लेसे उववनइ तलेसे उववट्टइ / एवं वाउकाइय. Page #509 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 500 अनंगपविट्ठसुत्ताणि बेइंदियतेइंदियचउरिदिया वि भाणियव्वा। से गूणं भंते ! कण्हलेसे जाव सुक्कलेसे पंचेंदियतिरिक्खजोणिए कण्हलेसेसु जाव सुक्कलेसेसु पंचेंदियतिरिक्खजोणिएसु उववजइ पुच्छा / हंता गोयमा! कण्हलेसे जाव सुक्कलेसे पंचेंदियतिरिक्खजोणिए कण्ह. लेसेसु जाव सुक्कलेसेसु पंचेंदियतिरिक्खजोणिएसु उववजइ, सिय कण्हलेसे उववट्टइ जाव सिय सुक्कलेसे उववट्टइ, सिय जल्लेसे उववजह तल्लेसे उववट्टइ / एवं मणूसे वि / वाणमंतरा जहा असुरकुमारा / जोइसियवेमाणिया वि एवं चेव, णवरं जस्स जल्लेसा / दोण्ह वि 'चयणं ति भाणियव्यं // 502 // कण्हलेसे णं भंते ! णेरइए कण्हलेसं णेरइयं पणिहाए ओहिणा सव्वओ समंता समभिलोएमाणे 2 केवइयं खेत्तं जाणइ, केवइयं खेत्तं पासइ ? गोयमा ! णो बहुयं खेत्तं जाणइ, णो बहुयं खेत्तं पासइ, णो दूरं खेत्तं जाणइ, णो दूर खेत्तं पासइ, इत्तरियमेव खेत्तं जाणइ, इत्तरियमेव खेत्तं पासइ / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'कण्हलेसे णं णेरइए तं चेव जाव इत्तरियमेव खेत्तं पासई' 1 गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे बहसमरमणिजंसि भूमिभागंसि ठिच्चा सव्वओ समंता समभिलोएजा, तए णं से पुरिसे धरणितलगयं पुरिसं पणिहाए सव्वओ समंता समभिलोएमाणे 2 णो बहुयं खेत्तं जाव पासह जाव इत्तरियमेव खेत्तं पासइ, से तेणटेणं गोथमा! एवं वुच्चइ-'कण्हलेसे णं णेरइए जाव इत्तरियमेव खेत्तं पासई' / णीललेसे गं भंते ! णेरइए कण्हलेसं णेरइयं पणिहाय ओहिणा सव्वओ समंता सममिलोएमाणे 2 केवइयं खेत्तं जाणइ, केवइयं खेत्तं पासइ ? गोयमा ! बहुतरागं खेत्तं जाणइ, बहुतरागं खेत्तं पासइ, दूरतरं खेत्तं जाणइ, दूरतरं खेत्तं पासइ, वितिमिरतरागं खेत्तं जाणइ, वितिमिरतरागं खेतं पासइ, विसुद्धतरागं खेत्तं जाणइ, विसुद्धतरागं खेत्तं पासइ / से केपट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'णीललेसे णं णेरइए कण्हलेसं णेरइयं पणिहाय जाव विसुद्धतरागं खेत्तं जाणइ, विसुद्धतरागं खेत्तं पासइ' 1 गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ पव्वयं दुरुहइ दुरूहित्ता सव्वओ समंता समभिलोएजा, तए णं से पुरिसे धरणितलगयं पुरिसं पणिहाय सव्वओ समंता समभिलोएमाणे 2 बहुतरागं खेत्तं जाणइ जाव विसुद्धतरागं खेत्तं पासइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'गीललेसे णेरइए कण्हलेसं जाव विसुद्धतरागं खेत्तं पासई' / काउलेस्से णं भंते! णेरइए णीललेस्सं णेरइयं पणिहाय ओहिणा सव्वओ समंता सममिलोएमाणे 2 केवइयं खेत्तं जाणइ० पासइ ? गोयमा ! बहुतरागं खेत्तं जाणइ० पासइ जाव विसुद्धतरागं खेत्तं Page #510 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 4 501 पासइ / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'काउलेस्से गंणेरइए जाव विसुद्धतरागं खेत्तं पासइ' 1 गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ पव्वयं दुरूहइ दुरूहित्ता दो वि पाए उच्चाविया (वइत्ता) सव्वओ समंता सममिलोएजा, तए णं से पुरिसे पव्वयगयं धरणितलगयं च पुरिसं पणिहाय सव्वओ समंता समभिलोएमाणे 2 बहुतरागं खेत्तं जाणइ, बहुतरागं खेत्तं पासइ जाव वितिमिरतरागं खेत्तं पासइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-काउलेस्से ण णेरइए णीललेस्सं णेरइयं पणिहाय तं चेव जाव वितिमिरतरागं खेत्तं पासई' // 5.3 // कण्हलेसे णं भंते ! जीवे कइसु णाणेसु होबा 1 गोयमा! दोसु वा तिसु वा चउसु वा णाणेसु होजा, दोसु होमाणे आमिणिबोहियसुयणाणे होजा, तिसु होमाणे आभिणिबोहियसुयणामओहिणाणेसु होजा, अहवा तिसु होमाणे आमिणिबोहियसुयमाणमणपजवणाणेसु होजा, चउसु होमाणे आभिणिबोहियसुयओहिमणपजवणाणेसु होजा, एवं जाव पम्हलेसे / सुक्कलेसे णं भंते ! जीवे कइसु णाणेसु होजा 1 गोयमा ! दोसु वा तिसु वा चउसु वा होजा, दोसु होमाणे आमिणिबोहियणाण एवं जहेव कण्डलेमाणं तहेव भाणियव्वं जाव चउहि / एगंमि गाणे होमाणे एगंमि केवलणाणे होजा // 50 // पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमे लेस्सापए तइओ उद्देसओ समत्तो॥ ___ लेस्सापए चउत्थो उद्देसओ . परिणामवण्णरसगंधसुद्धअपसत्थसंकिंलिट्ठण्हा। गइपरिणामपएसोगाढवगणठाणाणमप्पबहुं // 1 // कइ णं भंते ! लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छलेसाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / से गूणं भंते ! कण्हलेस्सा णीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए तावण्णत्ताए तागंधत्ताए तारसत्ताए ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ ? हंता गोयमा ! कण्हलेस्सा णीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ / से केणद्वेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'कण्हलेस्सा णीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ' 1 गोयमा ! से जहा णामए खीरे दूसिं पप्प सुद्धे वा वत्थे रागें पप्प तारूवत्ताए जाव ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'कण्हलेस्सा णीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमई' / एवं एएणं अभिलावेणं णीललेसा काउलेसं पप्प, काउलेसा तेउलेसं पप्प, तेउलेसा पम्हलेसं Page #511 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 502 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पप्प, पम्हलेसा सुक्कलेसं पप्प जाव भुजो 2 परिणमइ / / 505 // से णूणं भंते ! कण्ह. लेसा णीललेसं काउलेस तेउलेसं पम्हलेसं सुक्कलेस पय तारूवत्ताए तावण्णत्ताए तागंधत्ताए तारसत्ताए ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ ! हंता गोयमा!कण्हलेसा णील. लेसं पाप जाव सुक्कलेसं पप्प तारूवत्ताए तावण्णत्ताए तागंधत्ताए तारपत्ताए ताफासत्ताए भुबो 2 परिणमइ / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'कण्हलेसा णीललेसं जाव सुक्कलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमई' ? गोयमा ! से जहाणामए वेरुलियमणी सिया कण्हसुत्तए वा णीलसुत्तए वा लोहियसुत्तए वा हालिद्दसुत्तए वा सुबिल्लसुत्तए वा आइए समाणे तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'कण्हलेसा णीललेसं जाव सुक्कलेनं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमह // 506 / / से पूर्ण भंते ! णीललेसा किण्हलेसं जाव सुक्कलेसं पप्य तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ ! हंता गोयमा! एवं चेव, काउलेसा किण्हलेसं णीललेसं तेउलेसं पम्हलेसं सुक्कलेसं, एवं तेउलेसा किण्हलेसं णीललेसं काउलेसंप्रम्हलेसं सुक्कलेसं, एवं पम्हलेसा किण्हलेसं णीललेसं काउलेसं तेउलेसं सुक्कलेसं पप्प जाव भुजो 2 परिणमइ ?हंता गोयमा! तं चेव / से गुणं भंते ! सुक्कलेसा किण्हलेसं णीललेसं काउलेम तेउलेसं पम्हलेसं पप्प जाव भुजो 2 परिणमइ ? हंता गोयमा! तं चेव / / 507 // कण्हलेस्सा णं भंते ! वण्णेणं केरिसिया पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए जीमूए इ वा अंजणे इ वा खंजणे इ वा कजले इ वागवले इ वागवलवलए इवा जंबूफले इ वा अद्दारिट्ठपुप्फे इ वा परपुढे इ वा भमरे इ वा भमरावली इ वा गयकलभे इ वा किण्हकेसरे इ वा आगासथिग्गले इ वा किण्हासोए इ वा कण्हकमवीरए इ वा कण्हबंधुजीवए इ वा, भवे एयारूवे ? गोयमा ! णो इणढे समढे, कण्हलेसा णं इत्तो अणिद्वतरिया चेव अकंततरिया चेव अप्पियतरिया चेव अमणुण्णतरिया चेव अमणामतरिया चेव वण्णेणं पण्णत्ता // 508|| णीललेस्सा णं भंते ! केरि सिया वण्णणं पण्णता ? गोयमा ! से जहाणामए भिंगए इ वा भिंगपत्ते इ वा चासे इ वा चास. पिच्छए इ वा सुए इ वा सुयपिच्छे इ वा सामा इ वा वणराई इ वा उच्चतए इ वा पारेवयगीवा इ वा मोरगीवा इ वा हलहरवसणे इ वा अयसिकुसुमे इ वा वणकुसुमे इ वा अंजणकेसियाकुसुमे इ वा णीलुप्पले इ वा णीलासोए ई वा णीलकणवीरए इ वा णीलबंधुजीवे इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा ! णो इणढे समझे एजो जाव अमणामयरिया चेव वण्णेणं पण्णत्ता // 509 // काउलेस्सा णं भंते ! केरि सिया वण्णणं Page #512 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं 50 17 उ. 4 पणत्ता ? गोयमा ! से बहाणामय खइरसारए इ वा कहरसारए इ वा धमाससारे इ वा तंबे इ वा तंबकरोडे इ वा तंबच्छिवाडियाए इ वा वाइंगणिकुसुमे इ वा कोइलच्छदंकुसुमे इ वा जवासाकुसुमे इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा ! णो इणढे समढे / काउलेस्सा यं एत्तो अणिट्ठयरिया जाव अमणामयरिया चेव वण्णेणं पण्णत्ता // 510 // तेउलेस्सा णं भंते ! केरिसिया वण्णेणं पण्णत्ता ! गोयमा ! से जहाणामए ससरुहिरे इ वा उरभरुहिरे इ वा वराहरुहिरे इ वा संबररुहिरे इ वा मणुस्सरुहिरे इ वा इंदगोवे इ वा बालेंदगोवे इ वा बालदिवायरे इ वा संझारागे इ वा गुंजद्धरागे इवा जाइहिंगुले इ वा पवालंकुरे इ वा लक्खारसे इ वा लोहियक्खमणी इ वा किमिरागकंबले इ वा गयतालुए इ वा चीणपिट्ठरासी इ वा पारिजायकुसुमे इ वा जासुमणकुसुमे इ वा किंसुयपुप्फरासी ह वा रत्तुप्पले इ वा रत्तासोगे इ वा रत्तकणवीरए इ वा रत्तबंधुजीवए इ वा, भवेयारूवा? गोयमा ! णो इणढे समटे / तेउलेस्सा णं एत्तो इट्टतरिया चेव जाव मणामतरिया चेव वण्णेणं. पण्णत्ता // 511 // पम्हलेस्सा णं भंते ! केरिसिया वण्णेणं पणत्ता 1 गोयमा! से जहाणामए चंपे इ वा चंपयछल्ली इ वा चपयभेए इ वा हालिद्दा इ वा हालिद्दगुलिया इ वा हालिद्दभेए इ वा हरियाले इ वा हरियालगुलिया इ वा हरियालभेए इ वा चिउरे इ वा चिउररागे इ वा सुवण्णसिप्पी इ वा वरकणगणिहसे इ वा वरपुरिसवसणे इ वा अलइकुसुमे इ वा चंपयकुसुमे इ वा कणियारकुसुमे इ वा कुहंडयकुसुमे इ वा सुवण्णजूहिया इ वा सुहिरणियाकुसुमे इ वा कोरिंटमल्लदामे इ वा पीयासोगे इ वा पीयकणवीरे इ वा पीयबंधुजीवए इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा ! जो इणढे समढे / पम्हलेस्सा णं एत्तो इट्ठतरिया चेव जाव मणामतरिया चेव वण्णेणं पण्णत्ता // 512 // सुकलेस्सा णं भंते ! केरिसिया वण्णेणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए अंके इ वा संखे इ वा चंदे इ वा कुंदे इ वा दगे इ वा दगरए इ वा दही इ वा दहिघणे इ वा खीरे इ वा खीरपूरए इ वा सुक्कच्छिवाडिया इ का पेहुणमिजिया इ वा धंतधोयरुप्पपट्टे ई वा सारयबलाहए इ वा कुमुयदले इ वा पोंडरीयदळे इ वा सालिपिट्ठरासी इवा कुडगपुप्फरासी इ वा सिंदुवारमल्लदामे इ वा सेयासोए इ वा सेयकणवीरे इ वा सेयंबंधुजीवए इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा ! णो इणढे समझे। सुक्कलेस्सा णं एत्तो इतरिया चेव जाव मणामतरिया चेव वण्णेणं पण्णत्ता // 513 // एयाओ णं भंते ! छल्लेस्साओ कइसु वण्णेसु साहिति 1 गोयमा ! पंचसु वण्णेसु साहिति, तंजहा Page #513 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 504 . अनंगपविट्ठसुत्ताणि कण्हलेस्सा कालएणं वण्णेणं साहिजइ, णीललेस्सा णीलएणं वण्णेणं साहि जइ, काउलेस्सा काललोहिएणं वणेणं साहिजइ, तेउलेस्सा लोहिएणं वण्णेणं साहिजई, पम्हलेस्सा हलिद्दएणं वण्णेण साहिजइ, सुक्कलेस्सा सुकिलएणं वण्णेणं साहिजइ / / 514 // कण्हलेस्सा णं भंते ! केरिसिया आसाएणं पण्णत्ता 1 गोयमा ! से जहाणामए जिंबे इ वा णिबसारे इ वा णिबछल्ली इ वा णिबफाणिए इ वा कुडए इ वा कुडगफलए इ वा कुडगछल्ली इ वा कुडगफाणिए इ वा कड्डुगतुंबी इ वा कडुगतुंबिफले इ वा. खारत उसी इ वा खारतउसीफले इ वा देवदाली इ वा देवदालीपु-फे इ वा मियवालुंकी इ वा मियवालंकीफले इ वा घोसाडए इ वा घोसाडईफले इ वा कण्हकंदए इ वा वजकंदए इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा ! णो इणढे समढे, कण्हलेस्सा | एत्तो अणिट्टतरिया चेव जाव अमणामतरिया चेव आसाएणं पण्मत्ता // 515 / / णीललेस्साए पुच्छा। गोयमा ! से जहाणामए भंगी इ वा भंगीरए इ वा पाढाइ वा चविया इ वा चित्तामूलए इ वा पिप्पली इ वा पिप्पलीमूलए इ वा पिप्पलीचुण्णे इ वा मिरिए इ वा मिरियषुण्णए इ वा सिंगबेरे इ वा सिंगबेरचुण्णे इ वा, भवेयारूवे ? गोयमा! णो इणढे समढे, णीललेस्सा णं एत्तो जाव अमणामतरिया चेव आसाएणं पण्णत्ता // 516|| काउलेस्साए पुच्छा / गोयमा! से जहाणामए अंबाण वा अंबाडगाण वा माउलुगाण वा बिल्लाण वा कविट्ठाण वा भजाणं वा फणसाण वा दाडिमाण वा पारेवयाण वा अक्खोडयाण वा चोराण वा बोराण वा तिदुयाण वा अपक्काणं अपरिवागाणं वण्णेणं अणुववेयाणं गंधेणं अणुववेयाणं फासेणं अणुववेयाणं, भवेयारूवे ? गोयमा! णो इणढे समढे जाव एत्तो अमणामतरिया चेव काउलेस्सा अस्साएणं पण्णत्ता // 517 // तेउलेस्सा णं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! से जहाणामए अंबाण वा जाव पक्काणं परियावण्णाणं वण्णेणं उववेयाणं पसत्येणं जाव फासेणं जाव एत्तो मणामयरिया चेव तेउलेस्सा आसाएणं पण्णत्ता // 518 // पम्हलेस्साए पुच्छा / गोयमा ! से नहाणामए चंदप्पभा इ वा मणसिला इ वा वरसीधू इ वा वरवारुणी इ वा पसासवे इ वा पुप्फासवे इ वा फलासवे इ वा चोयासवे इ वा आसवे इ वा महू इ वा मेरए इ वा कविसाणए इ वा खज्जूरसारए इ वा मुद्दियासारए इ वा सुपक्कखोयरसे इ वा अट्ठपिटणिट्रिया इ वा जंबुफलकालिया इ वा वरप्पसण्णा इ वा (आसला)मंसला पेसला ईसिं ओढवलंबिणी ईसि वोच्छेयकडुई ईसि तंबच्छिकरणी उक्कोसमयपत्ता वणेणं उववेया जाव फासेणं आसायणिजा वीसायणिज्जा पीणणिजा विहणिजा दीवणिजा दप्पणिजा Page #514 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 4 505 मयणिजा, सविंदियगायपल्हायणिजा, भवेयारूवा ? गोयमा! णो इणढे समढे पम्हलेस्सा णं एत्तो इट्टतरिया चेव जाव मणामतरिया चेव आसाएणं पण्णत्ता // 519 // सुक्कलेस्सा णं भंते ! केरिसिया अस्साएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए गुले इ वा खंडे इ वा सक्करा इ वा मच्छंडिया इ वा पप्पडमोयए इ वा भिसकंदए इ वा पुप्फुत्तरा इ वा पउमुत्तरा इ वा आयंसिया इ वा सिद्धस्थिया इ वा आगासफालिओवमा इ वा उवमा इ वा अणोवमा इवा, भवेयारूवे ? गोयमा! णो इणढे समढे, सुक्कलेस्सा णं एत्तो इतरिया चेव० पियतरिया चेव० मणामयरिया चेव आसाएणं पण्णत्ता // 520 // कइ णं भंते ! लेस्साओ दुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तओ लेस्साओ दुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ / तंजहा–कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउ. लेस्सा / कइ णं भंते ! लेस्साओ सुब्भिगंधाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! तओ लेस्साओ सुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ / तंजहा-तेउलेस्सा, पम्हलेस्सा, सुक्कलेस्सा, एवं तओ अविसुद्धाओ, तओ विसुद्धाओ, तओ अप्पसत्थाओ, तओ पसत्थाओ, तओ संकिलिट्ठाओ, तओ असंकिलिहाओ, तओ सीयलुक्खाओ, तओ णिधुण्हाओ, तओ दुग्गइगामियाओ, तओ सुगईगामियाओ // 521 // कण्हलेस्सा णं भंते ! कइविहं परिणामं परिणमइ ? गोयमा ! तिविहं वा णवविहं वा सत्तावीसविहं वा एक्कासीइविहं वा बेतेयालीसतविहं वा बहुयं वा बहुविहं वा परिणामं परिणमइ, एवं जाव सुक्कलेस्सा // 522 // कण्हलेस्सा णं भंते ! कइपएसिया पण्णत्ता 1 गोयमा ! अणंतपएसिया पण्णत्ता, एवं जाव सुक्कलेस्सा / कण्हलेस्सा णं भंते ! कइपएसोगाढा पण्णत्ता ? गोयमा! असंखेजपएसोगाढा पण्णत्ता, एवं जाव सुकलेस्सा। कण्हलेस्साए णं भंते ! केवइयाओ वग्गणाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अणंताओ वग्गणाओ०, एवं जाव सुक्कलेस्साए // 523 // केवइया णं भंते ! कण्हलेस्साठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेजा कण्हलेस्साठाणा पण्णत्ता / एवं जाव सुक्कलेस्सा // 524 // एएसि णं भंते ! कण्हलेस्साठाणाणं जाव सुक्कलेस्साठाणाण य जहण्णगाणं दवट्ठयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जहएणगा काउलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए, जहण्णगा णीललेस्साठाणा दवट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा कण्हलेस्साठाणा दवट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा तेउलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा पम्हलेस्साठाणा दव्वयाए असंखेज गुणा, जहण्णगा सुक्कलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहण्णगा Page #515 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 506 अनंगपविट्ठसुत्ताणि काउलेस्साठाणा पएसट्ठयाए, जहण्णगा णीललेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेनगुणा, जहण्णगा कण्हलेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा तेउलेस्साए ठाणा. पएसट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा पम्हलेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा सुक्कलेस्माठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, दवट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहण्णगा का उलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए, जहण्णगा णीललेस्साठाणा दट्वट्टयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हलेस्सा, तेउलेस्सा, पम्हलेस्सा, जहण्णगा सुक्कलेस्साठाणा दवहयाए असंखेजगुणा, जहण्णएहितो सुक्कलेस्साठाणेहितो दव्वट्ठयाए जहण्णकाउलेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णया णीललेस्साठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, एवं जाव सुक्कलेसाठाणा // 525 // एएसिणं भते ! कण्हलेस्साठाणाणं जाव सुक्क. लेस्साठाणाण य उक्कोसगाणं दव्वट्ठयाए पएसध्याए दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा उक्कोसगा काउलेस्साठाणा दव्वट्टयाए, उकोसगा णीललेस्साठाणा दव्वयाए असंखेजगुणा, एवं जहेव जहण्णगा तहेव उकोसगा वि, णवरं उकोसत्ति अभिलावो // 526 / / एए सिणं भंते ! कण्हलेसठाणाणं जाव सुक्कलेसठाण्ाण य जहण्णउक्कोसगाणं दवयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जहण्णगा काउलेसठाणा दव्वट्ठयाए, जहण्णगा णीललेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसठाणा, जहण्णगा सुक्कलेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णएहितो सुक्कलेसठाणेहितो दवट्ठयाए उक्कोसा काउलेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, उक्कोसा णीललेसठाणा दवट्ठयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसट्टाणा, उक्कोसा सुक्कलेसठाणा दव्वयाए असंखेजगुणा / पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहण्णगा काउलेसठाणा पएसट्टयाए, जहणणगा णीललेसटाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, एवं जहेव दव्वट्ठयाए तहेव पएसट्टयाए वि भाणियव्यं, णवरं पएसट्टयाएत्ति अभिलावविसेसो। दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहण्णगा काउलेसठाणा दव्वट्टयाए, जहण्णगा णीललेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसट्टाणा, जहण्णया सुक्कलेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णएहिंतो सुक्कलेसठाणेहितो दव्वठ्याए उक्कोसा काउलेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, उक्कोसा णीललेसठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसट्ठाणा, उक्कोसगा सुक्कलेसठाणा दवट्टयाए असंखेजगुणा, उक्कोसएहिंतो सुक्कलेसठाणेहिंतो दवट्ठयाए जहण्णगा काउलेसठाणा पएसट्टयाए Page #516 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 5 507 अणंतगुणा, जहण्णगा णीललेसठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसहाणा, जहण्णगा सुक्कलेसठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णएहितो सुकलेसठाणेहितो पएसट्ठयाए उक्कोसा काउलेसठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, उक्को सया णीललेसठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, एवं कण्हतेउपम्हलेसट्टाणा, रक्कोसया सुक्कलेसठाणा पएसट्टयाए असंखेजगुणा / / 527 // पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमस्स लेस्सापयस्स चउत्था उद्देसओ समत्तो। .. लेस्सापए पंचमो उद्देसओ कइ णं भंते ! लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छलेसाओ पण्णत्ताओ। तंजहाकण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / से गूणं भंते ! कण्हलेसा णीललेसं पप्प तारूवत्ताए तावण्णत्ताए तागंधत्ताए तारसत्ताए ताफासत्ताए भुजो भुजो परिणमइ ? इत्तो आढत्तं जहा च उत्थओ उद्देसओ तहा भाणियव्वं जाव वेरुलियमणिदिटुंतोत्ति // 528 // से णूणं भंते ! कण्हलेसा णीललेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव णो ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ ? हंता गोयमा! कण्हलेसा णीललेसं पप्प णो तारूवत्ताए, णो तावण्णत्ताए, णो तागंधत्ताए, णो तारसत्ताए, णो ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा! आगारभावमायाए वा से सिया, पलिभागभावमायाए वा से सिया। कण्हलेसा णं सा, णो खलु सा णीललेसा, तत्थ गया ओमक्कइ उस्सक्का वा, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'कण्हलेसा णीललेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमई' / से गूणं भंते ! णीललेसा काउलेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ ? हंता गोयमा ! णीललेसा काउलेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ / से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'णीललेसा काउलेसं पण णो तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमई' ? गोयमा ! आगारभावमायाए वा सिया, पलिभागभावमायाए वा सिया। णीललेसा णं सा, णो खलु सा काउलेसा, तत्थगया ओसक्कई उस्सक्कइ वा, से एएणटेणं गोयमा! एवं बुच्चइ-'णीललेसा काउलेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमई' * एवं काउलेसा तेउलेसं पप्प, तेउलेसा पम्हलेसं पप्प, पम्हलेसा सुक्कलेसं पप्प / से णूणं भंते ! सुक्कलेसा पम्हलेसं पप्प णो तारूवत्ताए जाव परिणमइ ! हंता गोयमा! सुक्कलेसा तं चेव / से केणद्वेणं भंते! एवं वुच्चइ-'सुकलेसा जाव णो परिणमइ' ? गोयमा! आगारभावमायाए वा जाव Page #517 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 508 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सुक्कलेसा णं सा, णो खलु सा पम्हलेसा, तत्थ गया ओसक्कइ, से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ–'जाव णो परिणमइ' // 529|| पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमे लेस्सापए पंचमो उद्देसओ समत्तो॥ लेस्सापए छट्ठो उद्देसओ कइ णं भंते ! लेसा पण्णत्ता ? गोयमा ! छ लेसा पण्णत्ता / तंजहा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / मणुस्साणं भंते ! कह लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छ लेसाओ पण्णत्ताओ / तंजहा-कण्हलेसा जाव सुक्कलेसा / मणुस्सीणं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! छल्लेस्साओ पण्णत्ताओ / तंजहा-कहा जाव सुक्का। कम्मभूमयमणुस्साणं भंते ! कइ लेसाओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! छ लेसाओ पण्णत्ताओ.। तंजहा–कण्हा जाव सुक्का / एवं कम्मभूमयमणुस्सीण वि / भरहेरवयमणुस्साणं भंते ! कइ लेसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छल्लेमाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-कण्हा जाव सुक्का / एवं मणुस्सीण वि / पुव्वविदेहे अवरविदेहे कम्मभूमयमणुस्साणं कह लेस्साओ०१ गो०! छल्लेस्साओ० / तंजहा-कण्हा जाव सुक्का / एवं मणुस्सीण वि। अकम्मभूमयमणुस्साणं पुच्छा / गोयमा ! चत्तारि लेसाओ पण्णत्ताओ। तंजहा–कण्ह० जाव तेउलेसा, एवं अकम्मभूमयमणुस्सीण वि, एवं अंतरदीवगमणुस्साणं, मणुस्सीण वि / एवं हेमवयएरण्णवयअकम्मभूमयमणुस्साणं मणुस्सीण य कइ लेसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! चत्तारि, तंजहा-कण्हलेसा जाव तेउलेसा। हरिवासरम्मयअकम्मभूमयमणुस्साणं मणुस्सीण य पुच्छा / गोयमा ! चत्तारि, तंजहा–कण्ह० जाव तेउलेसा। देवकुरुउत्तरकुरुअकम्मभूमयमणुस्सा एवं चेव, एएसिं चेव मणुम्सीणं एवं चेव, धायइसंडपुरिमद्धे वि एवं चेव, पच्छिमद्धे वि, एवं पुक्खरदीवे विभाणियव्वं // 530 // कण्हलेसे णं भंते ! मणुस्से कण्हलेसं गब्भं जणेजा ? हंता गोयमा ! जणेजा / कण्डलेसे. मणुस्से णीललेसं गम्भं जणेजा ? हंता गोयमा ! जणेजा जाव सुक्कलेसं गम्भं जणेजा / णीललेसे० मणुस्से कण्हलेसं गम्भं जणेजा ? हंता गोयमा ! जणेजा, एवं णीललेसे मणुस्से जाव सुक्कलेसं गन्मं जणेजा, एवं काउलेसेणं छप्पि आलावगा भाणियव्वा / तेउलेसाण वि पम्हलेसाण वि सुक्कलेसाण वि, एवं छत्तीसं आलावगा भाणियव्वा / कण्हलेसा० इस्थिया कण्हलेसं गभं जणेजा ? हेता गोयमा ! जणेजा। Page #518 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 18 509 एवं एए वि छत्तीसं आलावगा भाणियव्वा / कण्हलेसे गं भंते ! मणुस्से कण्हलेसाए इत्थियाए कण्हलेसं गम्भं जणेजा 1 हंता गोयमा! जणेजा, एवं एए छत्तीसं आलाचगा। कम्मभूमयकण्हलेसे ण भंते ! मणुस्से कण्हलेसाए इत्थियाए कण्हलेसं गन्भं जणेजा ! हंता गोयमा ! जणेजा, एवं एए छत्तीसं आलावगा। अकम्मभूमयकण्हलेसे० मणुस्से अकम्मभूमयकण्हलेसाए इत्थियाए अकम्मभूमयकण्हलेसं गम्भं जणेजा 1 हंता गोयमा! जणेजा, णवरं चउसु लेसासु सोलस आलावगा, एवं अंतरदीवगाण चि // 531 / / छट्ठो उद्देसओ समत्तो॥ पण्णवणाए भगवईए सत्तरसमं लेस्सापमं समत्तं / / अट्ठारसमं कायटिइपयं जीव गइंदिय काए जोए वेए कसायलेसा य / सम्मत्तणाणदंसण संजय उवओग आहारे // 1 // भासगपरित्त पजत्त सुहुम सण्णी भवऽत्थि चरिमे य / एएसि तु पयाणं कायठिई होइ णायच्वा / / 2 / / जीवे णं भंते ! जीवेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वद्धं // दारं 1 // 532 // णेरइए णं भंते ! णेरइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई / तिरिक्खजोणिए णं भंते ! तिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं, अणंताओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अणंता लोगा, असंखेजा पोग्गलपरियट्टा, ते णं पुग्गलपरियट्टा आवलियाए असंखेजइभागे / तिरिक्खजोणिणी णं भंते ! तिरिक्खजोणिणित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई पुवकोडिपुहुत्तममहियाइं / एवं मणुस्से वि, मणुस्सी वि एवं चेव / देवे णं भंते ! देवेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहेच णेरइए / देवी गं भंते ! देवित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ! गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उकोसेणं पणपणे पलिओवमाई / सिद्धे णं भंते ! सिद्धेत्ति कालओ केवच्चिर होइ? गोयमा ! साइए अपजवसिए / णेरइयअपजत्तए णं भंते ! णेरइयअपजत्तएत्ति. कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं, एवं जाव देवी अपजत्तिया / णेरइयपजत्तए णं भंते ! णेरइयपजत्तएत्ति कालओ केव Page #519 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि च्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुहत्तूणाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहत्तूणाई / तिरिक्खजोणियपजत्तए / भते. ! तिरिक्त जोणियपजत्तएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहुत्ते, रक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुहत्तणाई / एवं तिरिक्खजोणि णिपजत्तिया वि, एवं मणुस्से वि, मणुस्सी वि एवं चेव / देवपजत्तए जहा णेरइयपजत्तए / देवीपजत्तिया णं भंते ! देवीपजत्तियत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जहणणं दस वाससहस्साई अंतोमुहुत्तूणाई, उक्कोसेणं पणपण्ण पलिओवमाई अंतोमुहुत्तूणाई || दारं 2 // 533 // सइंदिए थे भंते! सइंदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सइंदिए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अगाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए / एगिदिए णं भंते ! एगिदिएत्ति कालओ केवञ्चिर होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतो मुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंत कालं वणस्सइकालो / बेइं दिए णं भंते,! बेइंदिएत्ति कालओ केवञ्चिरं होइ ! गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेनं कालं / एवं तेइं. दियचउरिदिए वि / पंचिंदिए णं भंते ! पंचिदिएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसहस्सं साइरेगं / अणिदिए ji पुच्छा / गोयमा ! साइए अपजवसिए / सइंदियअपजत्तए णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / एवं जाव पंचिंदियअपजत्तए / सइंदियपजत्तए णं भंते ! सइंदियपजत्तएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेण अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं। एगिदियपजत्तए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्त, उक्कोसेणं संखेजाई वाससहस्साई / बेइंदियपजत्तए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेजवासाइं / तेइं. दियपजत्तए णं पुच्छा / गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं संखेजाई राई दियाई / चउरिंदियपजत्तए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा !जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्को. सेणं संखेजा मासा / पंचिंदियपजत्तए णं भंते ! पंचिंदियपजत्तएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं // दारं 3 // 534 // सकाइए णं भंते ! सकाइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! सकाइए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपज्जवसिए, अणाइए वा सपनवसिए। पुढविकाइए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं असंखेज कालं, असंखेजाओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोगा। Page #520 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प०१८ एवं आउते उवाउक्काइया वि / वणप्फइकाइया णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं, अणंताओ उस्सम्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अगंता लोगा, अमंखेजा पोग्गलपरियट्टा, ते णं पोग्गलपरियट्टा आवलियाए असं. खेजइभागो / तसकाइए गं भंते ! तसकाइएत्ति पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतो. मुहुर्त, उकोसेणं दो सागरोवमसहस्साई संखेजवासमन्भहियाई / अफाइए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! अकाइए साइए अपजवसिए / सकाइयअपजत्तए णं पुच्छा / / गोयमा ! जहणणेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं, एवं जाव तसकाइयअपजत्तए / सकाइयपजत्तएणं पुच्छा / गोयमा ! जहणेणं अंतोमुटुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसय. पुहुत्तं साइरेगं / पुढविकाइए पजत्तएणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेजाई वाससहस्साई, एवं आऊ वि / तेउकाइए पजत्तए पुच्छा। गोयमा ! जहणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेजाइं राइंदियाई / वाउकाइयपजत्तए जं. पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेजाई वाससहस्माइं / वणस्सइकाइयपजत्तए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेजाई वाससंहस्साई / तसकाइयपजत्तए पुच्छा / गोयमा ! जह णणं अंतोमुहुत्त, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं // 535 / / सुहुमे णं भंते ! सुहुमेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं असंखेज कालं, असंखेजाओं उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोगा। सुहुमपुढविक्काइए, सुहुमआउकाइए, सुहुमतेउकाइए सुहुमवाउकाइए, सुहुमवण फइकाइए सुहमणिगोदे वि जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं असंखेनं कालं, असंखेजाओ उस्सप्पिणिओस प्पिणीओ कालओ, खेत्तओ असंखेजा लोगा। सुहमे णं भंते ! अपजत्तएत्ति पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुतं / पुद विकाइयआउकाइयतेउकाइयवाउकाइयवणप्फइकाइयाण य एवं चेव, पजत्तयाण वि एवं चेव / बायरे णं भंते ! बायरेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणं अंतोमुहुत्त, उक्कोसेणं असंखेनं कालं, असंखेजाओ उस्सप्पिणी ओमप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजहभागं / बायरपुढविकाइए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्तरि सागरोवमकोडाकोडीओ / एवं बायरआउक्काइए वि बायरतेउकाइए वि, बायरवाउकाइए वि। बायरवण'फइकाइए f0 बायर० पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं Page #521 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 512 अनंगपविट्ठसुत्ताणि असंखेज कालं जाव खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागं / पत्तेयसरीरबायरवणाफकाइए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्तरि सागरोवमकोडाकोडीओ / णिगोए णं भंते ! णिगोएत्तिकालओ केच्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंत कालं, अणंताओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अड्डाइजा पोग्गलपरियट्टा / बादरणिगोदे गं भंते! बादरणिगोदेत्ति पुच्छा। गोयमा ! जहणणं अंतोमुहत्त, उक्कोसेणं सत्तरि सागरोवमकोडाकोडीओ। बायरतसकाइए णं भंते ! बायरतसकाइएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दो सागरोवमसहस्साई संखेनवासमन्भहियाई / एएसिं चेव अपजत्तगा सव्वे वि,जहण्णेण वि उक्कोसेण चि अंतोमुहुत्तं / बायरपजत्तए णं भंते ! बायरपजत्तएत्ति पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / बायरपुढविकाइयपजत्तए भंते ! बायर० पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं संखेजाइं वाससहस्साई / एवं आउकाइए वि / तेउकाइयपजत्तए णं भंते ! तेउकाइयपजत्तएत्ति पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुतं, उक्कोसेणं संखेजाइं राइंदियाई / वाउकाइयवणस्सइकाइयपत्तेयसरीखायरखणप्फइकाइए पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्ते, उक्को. सेणं संखेजाइं वाससहस्साई / णिओयपजत्तए बायरणिओयपजत्तए पुच्छा / गोयमा ! दोण्ह वि जहण्णेणं अंतोमुहत्त, उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं / बायरतसकाइयपज्जत्तए " भंते ! बायरतसकाइयपजत्तएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहत्तं साइरेगं / दारं 4 // 536 // सजोगी णं भंते ! सजोगित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सजोगी दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणादए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए / मणजोगी णं भंते ! मणजोगित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एवं समय, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं / एवं वइजोगी वि / कायजोगी गं भंते! कायजोगि० 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं वणप्फहकालो। अजोगीण भंते ! अजोगित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! साइए अपनवसिए / दारं 5 // 537 / / सवेदए . भंते ! सवेदएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! सवेदए तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए वा सपनवसिए। तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणतं कालं, Page #522 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. पण्णवणासुत्तं प० 18 अगंताओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवढं पोग्गलपरियटै देसूणं। इथिवेदए णं भंते ! इत्थिवेदएत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! एगेणं आएसेणं जहणणेणं एक समयं, उक्कोसेणं दसुत्तरं पलिओवमसयं पुव्वकोडिपुहुत्तमन्भहियं 1, एगेणं आएसेणं जहणणं एगं समयं, उक्कोसेणं अट्ठारसपलिओवमाई पुवकोडिपुहुत्तमन्भहियाइं 2, एगेणं आएसेणं जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउदस पलिओवमाई पुवकोडिपुहुत्तमन्महियाई 3, एगेणं आएसेणं जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं पलिओवमसयं पुव्वकोडिपुत्तमम्महियं 4, एगेणं आएसेणं जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं पलिओवमपुहुत्तं पुत्वकोडिपुहुत्तमब्भहियं 5 / पुरिसवेदए णं भंते ! पुरिसवेदएत्ति• 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसय. पुहुत्तं साइरेगं / णपुंसगवेदए णं भंते! णपुंसगवेदएत्ति पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं वणस्सइकालो। अवेयए णं भंते ! अवेयएत्ति पुच्छा। गोयमा! अवेयए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-साइए वा अपजवसिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहणेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं // दारं 6 // 538 // सकसाई णं भंते ! सकसाइत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा!. सकसाई तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए वा सपजवसिए जाव अवर्ल्ड पोग्गलपरियÉ देसूणं / कोहकसाई गं भंते! पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुद्दुत्त, एवं जाव माणमायाकसाई / लोभकसाई णं भंते ! लोभकसाइत्ति पुच्छा। गोयमा! जहणणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं / अकसाई णं भंते ! अंकसाइत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! अकसाई दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-साइए वा अपजवसिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं // दारं 7 // 539 // सलेसे णं भंते ! सलेसेत्ति पुच्छा। गोयमा ! सलेसे दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए / कण्हलेसे णं भंते ! कण्हलेसेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेसीसं सागरोवमाइं. अंतोमुहुत्तमब्भहियाई / णीललेसे णं भंते ! णीललेसेत्ति पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दस सागरोवमाइं पलिओवमासंखिजइभागमब्भहियाई / काउलेसे णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि सागरोवमाई पलिओवमासंखिजइभागमभहियाइं / तेउलेसे गं Page #523 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 514 अनंगपविटुसुत्ताणि पुच्छा / गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाई पलिओवमासंखिजइभागमभहियाइं / पम्हलेसे णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं दम सागरोवमाइं अंतोमुत्तममहियाई / सुक्कलेसे णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई / अलेसे णं पुच्छा। गोयमा ! साइए अपजवसिए / दारं 8 // 540 // सम्मट्टिी णं भंते ! सम्मद्दिट्टित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! सम्मपिट्ठी दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-साइए वा अपजवसिए, साइए वा सपन्जवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजव सिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं छावहि सागरोवमाइं साइरेगाई। मिच्छादिट्ठी णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! मिच्छादिट्ठी तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं, अणंताओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवढे पोग्गलपरियट्ट देसूणं / सम्मामिच्छादिट्ठीणं पुच्छा |गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं // दारं ९॥५४१॥णाणी ण भंते ! णाणित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! णाणी दुविहे पण्णत्ते / तंजहासाइए वा अपजवसिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं में से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं छावटैि सागरोवमाइं साइरेगाई / आभिणिबोहियणाणी णं पुच्छा गोयमा ! एवं चेव, एवं सुयणाणी वि, ओहिणाणी वि एवं चेव, णवरं जहण्णेणं एगं समयं / मणपजवणाणी णं भंते ! मणपजवणाणित्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणेणं एगं समयं, उक्कोसेणं देसूणा पुवकोडी / केवलणाणी णं पुच्छा / गोयमा ! साइए अपजवसिए / अण्णाणी मइअण्णाणी सुयअण्णाणी पुच्छा। गोयमा! अण्णाणी, मइअण्णाणी, सुयअण्णाणी तिविहे पण्णत्त / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए वा सपज्जवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं, अणंताओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवडपोग्गलपरियटै देसूर्ण / विभंगणाणी णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई देसूणाए पुव्वकोडीए अमहियाई // दारं 10 // 532 // चवखुदंसणी णं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं सागरोंवमसहस्सं साइरेगं / अचखुदसणी णं भंते ! अचक्खुदंसणित्ति कालओ० 1 गोयमा ! अचक्खु Page #524 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 18 515 दंसणी दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए। ओहिदंसणी णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं दो छावट्ठीओ सागरोवमाणं साइरेगाओ / केवलदसणी णं पुच्छा। गोयमा! साइए अपजवसिए॥ दारं 11 // 543 // संजए णं भंते ! संजएत्ति पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं देसूणं पुव्वकोडिं। असंजए ण भंते ! अमंजएत्ति पुच्छा। गोयमा ! असंजए तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजवसिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं जे से साइए सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणतं कालं, अणंताओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवटुं पोग्गलपरियट्टे देसूणं / संजयासंजए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं अंतोमुद्दुत्तं उक्कोसेणं देसूर्ण पुव्वकोडिं / णोसंजए-णोअसंजए ण.संजयासंजए णं पुच्छा / गोयमा ! साइए अपजवसिए / दारं 12 // 544 // सागारोवओगोवउत्ते णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं . अणागारोवउत्ते वि एवं चेव / / दारं 13 // 545 / / आहारए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! आहारए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-छउमत्थआहारए य केवलिआहारए य। छउमत्थाहारए णं भंते ! छउमत्थाहारएत्ति कालओ केच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणणं खुड्डागभवग्गहणं दुसमयऊणं, उक्कोसेणं असखेज कालं, असंखेजाओ उस्सप्पिणिओस प्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजइभागं / केवलि आहारए णं भंते ! केवलिआहारएत्ति कालओ केवच्चिर होइ ? गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं देसूर्ण पुवकोडिं / अणाहारए णं भंते ! अणाहारएंत्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! अणाहारए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-छउमत्थअणाहारए य केवलिअणाहारए य / छउमत्थअणाहारए णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं दो समया / केवलिअणाहारए णं भंते ! केवलि० 1 गोयमा ! केवलिअणाहारए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सिद्धकेवलिअणाहारए य भवत्थकेवलिअणाहारए य / सिद्ध केवलिअणाहारए णं पुच्छा / गोयमा ! साइए अपजवसिए / भवत्थकेवलिअणाहारए णं भंते ! पूच्छा / गोयमा ! भवत्थकेवलिअणाहारए दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए य अजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए य / सजोगिभवत्थकेवलि. अणाहारए णं भंते ! पुच्छा। गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसेणं तिण्णि समया। अजोगिभवत्थकेवलिअणाहारए णं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं // दारं 14 // 546 // भासए णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एगं Page #525 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं / अभासए णं पुच्छा। गोयमा ! अभासए तिविहे पष्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, अणाइए वा सपजव सिए, साइए वा सपजवसिए / तत्थ णं जे से साइए वा सपजवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वणप्फइकालो / दारं 15 ॥५४७||परित्ते णं पुच्छा / गोयमा ! परित्ते दुविहे पण्णत्ते / तजहा-कायपरित्ते य मंसारपरित्ते य / कायपरित्ते णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पुढविकालो, असंखेजाओ उस्सप्पिणिओसप्पिणीओ। संसारपरित्ते णं पुच्छा / गोयमा! जहणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं. कारं जाव अवडं पोग्गलपरिय; देसूणं / अपरित्ते णं पुच्छा। गोयमा! अपरित्ते दुविहे पण्णत्ते। तंजहा-कायअपरित्ते य संसारअपरित्ते य / कायअपरित्ते गं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं वणस्सइकालो / संसारअपरित्ते णं पुच्छा / गोयमा ! संसारअपरित्ते दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणाइए वा अपज्जवसिए, अणाइए वा सपजवसिए / णोपरित्ते-णोअपरित्ते णं पुच्छा / गोयमा! साइए अपजवसिए // दारं 16 // 548 / / पजत्तए णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / अपजत्तए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं / णोपजत्तए-णोअपज्जत्तए णं पुच्छा। गोयमा! साइए अपज्जवसिए // दारं 17 // 549 // सुहुमे णं भंते ! सुहुमेत्ति पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुढविकालो / बायरे णं पुच्छा / गोयमा !जहण्णेणं अंतोमुहत्तं उक्कोसेणं असंखेज कालं जाव खेत्तओ अंगुलस्स असंखेजहभागं। णोसुहमणोबायरे णं पुच्छा / गोयमा ! साइए अपजवसिए // दारं 18 // 550 // सण्णी णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोसुहुत्तं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं / असण्णी णं पुच्छ। / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वणस्सइकालो। णोसण्णीणोअसण्णी णं पुच्छा / गोयमा ! साइए अपज्जवसिए // दारं 19 // 551 // भवसिद्धिए णं पुच्छा / गोयमा ! अणाइए सपजवसिए / अभवसिद्धिए णं पुच्छा। गोयमा! अणाइए अपजवसिए / णोभवसिद्धिए-णोअभवसिद्धिए णं पुच्छा / गोयमा! साइए अपज्जवसिए // दारं 20 // 552 // धम्मस्थिकाए णं पुच्छा। गोयमा ! सव्वद्धं, एवं जाव अद्धासमए // दारं 21 // 553 // चरिमे णं पुच्छा। गोयमा! अणाइए सपजवसिए / अचरिमे णं पुच्छा / गोयमा! अचरिमे दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-अणाइए वा अपजवसिए, साइए वा अपजवसिए // दारं 22 / / 554 // . // पण्णवणाए भगवईए अट्ठारसमं कायट्टिइपयं समत्तं / / Page #526 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगणवीसइमं सम्मत्तपयं . जीवा णं भंते ! किं सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी ! गोयमा ! जीवा सम्मदिट्ठी वि, मिच्छादिट्ठी वि, सम्मामिच्छादिट्ठी वि / एवं णेरइया वि / असुरकुमारा वि एवं चेव जाव थणियकुमारा | पुढवीकाइया णं पुच्छा / गोयमा ! पुढवीकाइया णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी, एवं जाव वणस्सइ. काइया / बेइंदिया णं पुच्छा / गोयमा ! चेइंदिया सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, जो सम्मामिच्छादिट्ठी / एवं जाव चउरिदिया। पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मणुस्सा वाणमंतरजोइसियवेमाणिया य सम्मदिट्ठी वि मिच्छादिट्ठी वि सम्मामिच्छादिट्ठी वि। सिद्धा णं पुच्छा / गोयमा ! सिद्धा सम्मदिट्टी, णो मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी // 555 / / पण्णवणाए भगवईए एगणवीसइमं सम्मत्तपयं समत्तं // वीसइमं अंतकिरियापयं णेरइय अंतकिरिया अणंतरं एगसमय उव्वट्टा / तित्थगरचकिबलवासुदेवमंडलियरयणा य // दारगाहा / / नीवे ण भंते ! अंतकिरियं करेजा ? गोयमा ! अत्थेगइए करेजा, अत्थेगइए णो करेजा। एवं णेरहए जाप माणिए / रइए गं भंते ! णेरइएसु अंतकिरियं करेजा ? गोषमा ! णो इणढे समढे / रहए ण भंते ! असुरकुमारेसु अंतकिरियं करेजा 1 गोयमा ! णो इणढे समटे / एवं जाव वेमाणिएसु / णवरं मणूसेसु अंतकिरियं फरेजत्ति पुच्छा / गोयमा ! अत्थेगइए करेजा, अत्थेगइए णो करेजा / एवं असुरकुमारा जाव वेमाणिए। एवमेव चउवीसं 2 दण्डगा भवंति // 556 // णेरइया णं भंते ! कि अणंतरागया अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा ! अणंतरागया वि अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया वि अंतकिरियं पकरेति / एवं रयणप्पभापुढविणेरइया वि जाव पंकप्पभापुढवीणरइया / धूमप्पभापुढवीणरइया णं पुच्छ।। गोयमा! णो अणंतरागया अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया अंतकिरियं पकरेंति, एवं जाव अहेसत्तमापुढवीणेरड्या। असुरकुमारा जाव थणियकुमारा पुढी-आउ-वणस्सइकाइया य अणंतरागया वि अंतकिरियं पकरेंति परंपरागया वि अंतकिरियं पकरेंति / तेउवाउबेइंदियतेइंदिय Page #527 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 518 अनंगपविट्ठसुत्ताणि चउरिंदिया णो अणंतरागया अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया अंतकिरियं पकरेंति / . सेसा अणंतरागया वि अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया वि अंतकिरियं पकरेंति // 557 // अणंतरागया० णेरइया एगसमए केवइया अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं दस / रयणप्पभापुढवीणेरड्या वि एवं चेव जाव वालुयप्पभापुढवीणेरइया। अणंतरागया | भंते ! पंकप्यभापुढवीणेरइया एगसमएणं केवइया अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं चत्तारि / अणंतरागया णं भंते ! असुरकुमारा एगसमए केवइया अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्को. सेणं दस / अणंतरागयाओ णं भंते! असुरकुमारीओ एगसमए केवड्या अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं पंच / एवं जहा असुरकुमारा सदेवीया तहा जाव थणियकुमारा। अणंतरागया णं भंते ! पुढविकाइया एगसमएणं केवइया अंतकिरियं पकरेंति ? गोयमा! जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं चत्तारि। एवं आउकाइया वि चत्तारि, वणस्सहकाइया छच्च, पंचिंदियतिरिक्खजोणिया दस, तिरिक्खजोणिणीओ दस, मंणुस्सा दस, मणुस्सीओ वीसं, वाणमंतरा दस, वाणमंतरीओ पंच, जोइसिया दस, जोइसिणीओ वीसं, वेमाणिया अहसयं, वेमाणिणीओ वीसं ॥५५८॥णेरइए णं भंते! गेरइएहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु उववजेजा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / णेरइए णं भंते ! णेरइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता असुरकुमारेसु उववजेजा ? गोयमा! णो इणढे समढे / एवं णिरंतरं जाव चउरिदिएसु पुच्छा / गोयमा! णो इणढे समढे। णेरइए भंते ! णेरइ. एहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववजेजा ? गोयमा! अत्थेगइए उववजेजा, अत्थेगइए णो उववजेजा। जे णं भंते ! णेरइएहितो अणंतरं उ. पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जेजा से णं भंते ! केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए ? गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्थेगइए णो लभेजा / जे णं भंते ! केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए से णं केवलिं बोहिं बुज्झेजा ? गोयमा ! अन्थेगइए बुज्झेजा, अत्थेगइए णो बुज्झेजा। जे णं भंते! केवलिं बोहिं बुज्झेजा, सेणं सद्दहेजा पत्तिएजा रोएजा ? गोयमा ! सद्दहेजा, पत्तिएजा, रोएजा / जे णं भंते ! सद्दहेजा पत्तिएजा रोएजा से णं आभिणिबोहियणाणसुयणाणाई उम्पाडेजा ! हंता गोयमा ! उप्पाडेजा / जे णं भंते ! आमिणिबोहियणाणसुयणाणाई उप्पाडेजा से णं Page #528 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 20 516 संचाएजा सीलं वा वयं वा गुणं वा वेरमणं वा पञ्चक्खाणं वा पोसहोववासं वा पडि. वजित्तए ? गोयमा ! अत्थेगइए संचाएजा, अत्थेगइए णो संचाएजा / जे णं भंते! मंचाएजा सीलं वा जाव पोसहोववास वा एडिवजित्तए से णं ओहिणाणं उप्पाडेजा ? गोयमा ! अत्थेगइए उप्पाडेजा, अत्थेगइए णो उप्पाडेजा / जे णं भंते ! ओहिणाणं उप्पाडेजा से णं संचाएजा मुण्डे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए ! गोयमा ! णो इणढे समढे // 559 / / णेरइए णं भंते! णेरइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता मणुस्सेसु उववजेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए उववजेजा, अत्थेगइए णो उववजेजा। जे णं भंते ! उववजेजा से णं केवलिपण्णत्तं धम्म लभेजा सवणयाए ? गोयमा ! जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु जाव जे णं भंते ! ओहिणाणं उप्पाडेजा से गं संचाएजा मुण्डे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए ? गोयमा ! अत्थेगइए संचाएजा, अत्थेगइए णो संचाएजा / जे णं भंते ! संचाए जा मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए से णं मणपजवणाणं उप्पाडेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए उप्पाडेजा, अत्थेगइए णो उप्पाडेजा / जे णं भंते ! मणपजवणाणं उप्पाडेजा से ण केवलणाणं उप्पाडेजा ? गोयमा ! अन्थेगइए उप्पाडेजा, अत्थेगइए णो उप्पाडेजा। जे ण भंते ! केवलणाणं उप्पाडेजा से णं सिज्झेजा बुज्झेजा मुच्चेजा सव्वदुक्खाणं अंतं करेजा 1 गोयमा ! सिज्झेजा जाव सव्वदुक्खाणमंत करेजा / णेरइए ण भंते ! णेरइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता वाणमंतरजोइसियवेमाणिएसु उववजेजा ? गोयमा ! णो इणढे समढे // 560 // असुरकुमारे णं भंते ! असुरकुमारेहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु उववजेजा ? गोयमा ! णो इणढे समढे / असुरकुमारे णं भंते ! असुरकुमारेहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता असुरकुमारेसु उववजेज्जा ? गोयमा ! णो इण्टे समटे / एवं जाव थणियकुमारेसु / असुरकुमारे णं भंते ! असुरकुमारेहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता पुढविकाइएसु उववजेजा ? हंता गोयमा ! अस्थगइए उववजेजा, अत्थेगइए णो उववजेजा / जे णं भंते ! उववजेजा से णं केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए ! गोयमा ! णो इणटे समढे / एवं आउवणस्सइसु वि / असुरकुमारे णं * भंते ! असुरकुमारेहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता तेउवाउबेइंदियतेइदियचउरिदिएसु उववजेज्जा ? गोयमा ! णो इणटे समढे / अवसेसेसु पंचसु पंचिदियतिरिक्खजोणियाइसु असुरकुमारेसु जहा णेरइओ, एवं जाव थणियकुमारा // 561 // पुढवीकाइए ण भंते ! पुढवीकाइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता जेरइएसु उववजेजा ? गोयमा ! णो Page #529 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 520 अनंगपविट्ठमुत्ताणि इणद्वे समढे / एवं असुरकुमारेसु वि जाव थणियकुमारेसु वि / पुढवीकाइए ण भंते ! पुढवीकाइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता पुढवीकाइएसु उववजेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए उववबेजा, अत्थेगइए णो उक्वजेजा / जे णं भंते ! उववजेजा से णं केवलिपण्णत्तं धम्म लभेजा सवणयाए ? गोयमा ! णो इणढे समढे / एवं आउक्काइ. याइसु णिरंतरं भाणियव्वं जाव चउरिदिएसु / पंचिंदियतिरिक्खजोणियमणुस्सेसु जहा णेरइए / वाणमंतरजोइसियवेमाणिएसु पडिसेहो / एवं जहा पुढवीकाइओ भणिओ तहेव आउकाइओ वि जाव वणस्सइकाइओ वि भाणियव्वो // 562 // ते उकाइए णं भंते ! तेउकाइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु उववजेजा ? गोयमा! जो इणढे समढे / एवं असुरकुमारेसु वि जाव थणियकुमारेसु वि / पुढवीकाइयआउतेउवाउवणस्सइवेइंदियतेइंदियचउरिदिएसु अत्थेगइए उववजेजा, अन्थेगइए णो उववजेजा / जे णं भंते ! उक्वजेजा से णं केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए ! गोयमा ! णो इणढे समढे / तेउक्काइए णं भंते ! तेउक्काइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववजेजा 1 गोयमा! अत्थेगइए उक्वजेजा, अत्थेगइए मो उववजेजा। जे"से णं केवलिपण्णत्तं धम्म लमेजा सवणयाए ! गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्येगइए णो लभेजा। जे णं भंते ! केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए से णं केवलिं बोहिं बुज्झेजा ! गोयमा ! णो इणढे समढे / मणुस्स-वाणमंतरजोइसियवेमाणिएसु पुच्छा / गोयमा ! णो इगट्टे समढे / एवं जहेव ते उक्काइए णिरंतरं एवं वाउकाइए वि // 563 / / बेइंदिए णं भंते ! बेइंदिएहितो अणंतरं उव्यहित्ता गेरइएसु उववजेजा ! गोयमा! जहा पुढवीकाइया, गवरं मणुस्सेसु नाव मण. पजवणाणं उप्पाडेजा / एवं तेइंदिया चउरिदिया विजाव मणपजवणाणं उप्पाडेजा। जेणंभंते!मणपजवणाणं उप्पाडेजा सेणं केवलणाणं उप्पाडेजा ? गोयमा ! गो इणढे समटे / पंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! पंचिदियतिरिक्खजोगिएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता णेरइएसु उववजेजा ? गोयमा ! अत्थेगइए उववजेना, अत्थेगइए णो उववजेजा। जे"से णं केवलिपण्णत्तं धम्म लभेजा सवणयाए ? गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्थेगइए णो लभेजा / जे णं केवलिपण्णत्तं धम्म लभेजा सवणयाए से bf केवलि बोहिं बुज्झेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए बुज्झेजा, अत्थेगइए णो बुज्झेजा। मे णं भंते ! केवलिं बोहिं बुज्झेजा से णं सद्दहेजा पत्तिएजा रोएज] ? हंता गोयमा! नाव रोएजा। जे णं भंते ! सद्दहेजा 3 से णं आभिणिबोहियणाण सुयणाण ओहि Page #530 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 521 - पण्णवणासुत्तं प० 20 णाणाई उप्पाडेजा ? हंता गोयमा ! जाव उप्पाडेजा / जे णं भंते ! आभिणिबोहियणाणसुयणाणओहिणाणाई उप्पाडेजा से णं संचाएजा सीलं वा जाव पडिवजित्तए ? गोयमा ! णो इणढे समढे / एवं असुरकुमारेसु वि जाव थणियकुमारेसु / एगिदियविगलिदिएसु जहा पुढवीकाइए। पंचिदियतिरिक्खजोणिएसु मणुस्सेसु य जहा जेरइए / वाणमंतरजोइसियवेमाणिएसु जहा जेरइएसु उववजेजा पुच्छा भणिया, एवं मणुस्से वि / वाणमंतरजोइसियवेमाणिए जहा असुरकुमारे // 564 // रयणप्पभापुढवीणेरइए णं भंते ! रयणप्पभापुढवीणेरईएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता तित्थगरत्तं लभेजा ? गोयमा ! अत्थेगइए लमेजा, अत्थेगइए णो लभेजा। से केणटेणं भंते ! एवं त्रुच्चइ-'अत्थेगइए लभेजा, अत्यंगइए णो लभेजा' 1 गोयमा! जस्स णं रयणप्पभापुढवीणेरइयस्स तित्थगरणामगोयाई कम्माई बद्धाई पुट्ठाई णिवत्ताई कडाई पट्टवियाई णिविट्ठाई अभिणिविट्ठाई अभिसमण्णागयाइं उदिण्णाई, जो उवसंताई हवंति, से णं रयणप्पभापुढवीणेरइए रयणप्पभापुढवीणेरइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता तित्थगरत्तं लभेजा, जस्स णं रयणप्पभापुटवीणेरइयस्स तित्थगरणामगोयाइं० णो बद्धाइं जाव णो उदिण्णाई, उवसंताई हवंति, से णं रयणप्पभापुढवीणेरइए रयणप्पभापुढवीणेरइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता तित्थगरत्तं णो लभेजा, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ-'अत्थेगइए लभेजा, अन्थेगइए णो लभेजा। एवं सक्करप्पभा जाव वालुयप्पभापुढवीणेरइएहितो तित्थगरत्तं लभेजा / पंकप्पभापुढवीणेरइए णं भंते ! पंकप्प. भा०णेरइएहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता तित्थगरत्तं लभेजा ? गोयमा! णो इणटे समढे, अंतकिरियं पुण करेजा। धूमप्पभापुढवीणेरइए पुच्छा / गोयमा ! णो इणटे समढे, सव्वविरइं पुण लभेजा। तमप्पभापुढवी-पुच्छा। गोयमा ! णो"विरयाविरई पुण लभेजा / अहेसत्तमपुढवी-पुच्छा / गोयमा! णो इणट्टे समढे, सम्मत्त पुण लभेजा। असुरकुमारस्स पुच्छा / गोयमा ! णो इणढे समटे, अंतकिरियं पुण करेजा / एवं णिरंतरं जाव आउकाइए / तेफाइए णं भंते ! तेउक्काइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता तित्थगरत्तं लभेजा 1 गोयमा ! णो इणढे समढे, केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेजा सवणयाए / एवं वाउकाइए वि / वणस्सइकाइए णं पुच्छा। गोयमा ! णो इणटे समढे, अंतकिरियं पुण. करेजा। बेइंदियतेइंदियचउरिदिए णं पुच्छा / गोयमा! णो इणढे समढे, मणपज्जवणाणं उप्पाडेजा / पंचिंदियतिरिक्खजोणियमणूसवाणमंतरजोइसिए ण पुच्छा / गोयमा ! णो इणढे समटे, अंतकिरियं पुण करेजा / सोहम्मगदेवे णं Page #531 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 522 अनंगपविट्ठसुत्ताणि भंते ! अणंतरं चयं चइत्ता तित्थगरत्तं लभेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्थेगइए णो लभेजा, एवं जहा रयणप्यभापुढविणेरइए, एवं जाव सव्वट्ठसिद्धगदेवे. // 65 // रयणप्पभापुढविणेरइए णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता चक्वट्टित्तं लभेजा ! गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्थेगइए णो लभेजा। से केणगुणं भंते! एवं वुच्चइ०? गोयमा ! जहा रयणप्पभापुढविणेरइयस्स तित्थगरत्तं / सक्करप्पभा० णेरइए० अणंतरं उव्वट्टित्ता चक्वट्टित्तं लभेजा ! गोयमा ! णो इणढे समढे / एवं जाव अहेसत्तमापुढविगेरहए / तिरियमणुएहितो पुच्छा / गोयमा! णो इणढे समढे / भवणवहवाणमंतरजोइसियवेमाणिएहितो पुच्छा / गोयमा ! अत्थेगइए लभेजा, अत्येगइए णो लभेजा / एवं बलदेवत्तं पि, णवरं सकरप्पभापुढविणेरइए वि लभेजा / एवं वासुदेवत्तं दोहितो पुढवीहितो वेमाणिएहितो य अणुत्तरोववाइयवजेहितो, सेसेसु णो इणढे समढे / मंडलियत्तं अहेसत्तमातेउवाउवजेहिंतो। सेणावहरयणतं गाहावहरयणत्तं वड्डइरयणत्तं पुरोहियरयणत्तं इत्थिरयणतं च एवं चेव, णवरं अणुत्तरोववाइयवजे. हिंतो / आसरयणत्तं हत्थिरयणत्तं रयणप्पभाओ णिरंतरं जाव सहस्सारो अत्थेगहए लभेजा, अत्येगइए णो लभेजा। चक्करयणत्तं छत्तरयणत्तं चम्मरयणत्तं दंडरयणतं असिरयणत्तं मणिरयणत्तं कागिणिरयणत्तं एएसि णं असुरकुमारेहितो आरद्ध जिरंतरं जाव ईमाणाओ उववाओ, सेसेहिंतो णो इणढे समढे // 566 // अह मंते ! असंजयभवियदव्वदेवाणं, अविराहियसंजमाणं, विराहियसंजमाणं, अविराहियसंजमासंजमाणं, विराहियसंजमासंजमाणं, असण्णीणं,तावसाणं, कंदप्पियाणं, चरगपरिव्वायगाणं, किदिबसियाणं, तिरिच्छियाणं, आजीवियाणं, आमिओगियाणं, सलिंगीणं दंसणवावण्णगाणं देवलोगेसु उववजमाणाणं कस्स कहिं उववाओ पण्णत्तो? गोयमा! असंजयभवियदव्वदेवाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं उवरिमगेवेजएसु; अविराहियमंजमाणं जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं सव्वदृसिद्धे; विराहियसंजमाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं सोहम्मे कप्पे; अविराहियसंजमासंजमाणं जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे; विराहियसंजमासंजमाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं जोइसिएसु; असण्णीणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं वाण: मंतरेसु; तावसाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं जोइसिएसु; कंदप्पियाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं सोहम्मे कप्पे चरगपरिव्वायगाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं बंभलोए कप्पे; किब्बिसियाणं जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं लंतए Page #532 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 523 कप्पे; तिरिच्छियाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं सहस्सारे कप्पे; आजीवियाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे; एवं आभिओगाण वि सलिंगीणं दंसणवावण्णगाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं उवरिमगेवेजएसु // 567|| कइ. विहे णं भंते ! असण्णिआउए पण्णत्ते ? गोयमा! चउविहे असण्णिआउए पण्णत्ते / तंजहा-णेरइयअसण्णिआउए जाव देवअसण्णिआउए / असण्णी णं भंते ! जीवे किं णेरइयाउयं पकरेइ जाव देवाउयं पकरेइ ? गोयमा ! णेरइयाउयं पकरेइ जाव देवाउयं पकरेइ / णेरइयाउं पकरेमाणे जहणेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं पकरेइ / तिरिक्खजोणियाउयं पकरेमाणे जहण्णणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं पकरेइ / एवं मणुस्साउयं पि / देवाउयं जहा णेरइयाउयं / एयस्स णं भंते ! णेरइयअसण्णिआउयस्स जाव देवअसण्णिआउयस्स कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवे देवअसण्णिआउए, मणूमअसण्णिआउए असंखेजगुणे, तिरिक्खजोणियअसण्णिआउए असंखेनगुणे, गेरइयअसण्णिआउए असंखेजगुणे / / 568 // पण्णवणाए भगवईए वीसइमं अंतकिरियापयं समत्तं // - एगवीसइमं ओगाहणासंठाणपयं विहिसंठाणपमाणे पोग्गलचिणणा सरीरसंजोगो / दव्यपएसऽप्पबहुं सरीरोगाहणऽप्पबहुं / कइ णं भंते ! सरीरया पण्णात्ता ? गोयमा ! पंच सरीरया पण्णत्ता। तंजहा-ओरालिए 1, वेउविए 2, आहारए 3, तेयए 4, कम्मए 5 / ओरालिय. सरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-एगिदियओरालियसरीरे जाव पंचिंदियओरालियसरीरे / एगिदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-पुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे जाव वणष्फइकाइयएगिदियओरालियसरीरे / पुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सुहमपुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे य बायरपुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे य / सुहुमपुढविकाइयएगिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पजत्तगसुहुमपुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे य अपज Page #533 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 524 अनंगपविद्वसुत्ताणि त्तगसुहुमपुढविकाइयएगिदियओरालियसरीरे य / बायरपुढविकाइया वि एवं चेव, एवं जाव वणस्सइकाइयएगिदियओरालियसरीरेत्ति / बेइंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पणत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पजत्तगबेइंदियओरा. लियसरीरे य अपजत्तगबेइंदियओरालियसरीरे य। एवं तेइंदिया चउरिंदिया वि। पंचिंदियओरालि यसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-तिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य मणुस्सपंचिंदियओरालियसरीरे य। तिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-जलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य थलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य. खहयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य / जलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-समुच्छिमजलंयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य गम्भवक्कंतियजलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य / समुच्छिमजलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पजत्तगसमुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचिदियओरालियसरीरे य अपजत्तगसंमुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य, एवं गम्भवकंतिए वि। थलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरेणं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-चउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य परिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचेंदियओरालियसरीरे य। चउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-समुच्छिमचउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचेंदियओरालियसरीरे य गम्भवकंतियचउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदिय ओरालियसरीरे य / समुच्छिमचउप्पय०तिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे० कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पजत्तसंमुच्छिमचउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य अपजत्तसंमुच्छिमचउप्पयथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य / एवं गम्भवक्कंतिए वि। परिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरेणं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-उरपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य भुयपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य / उरपरिसप्पथल Page #534 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 21 यरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-समुच्छिमउरपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिदियओरा. लियसरीरे य गम्भवकंतियउरपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य / संमुच्छिमे दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-अपजत्तसंमुच्छिमउरपरिसप्पथलयरतिरिक्वजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य पजत्तसंमुच्छिमउरपरिसप्पथलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे य, एवं गन्भवकंतियउरपरिसप्पे चउक्कओ भेओ / एवं भुयपरिसप्पा वि समुच्छिमगब्भववंतिया पजत्ता अपजत्ता य / खहयरा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-समुच्छिमा य गम्भवकंतिया य / समुच्छिमा दुविहा पण्णत्ता-पजत्ता अपजत्ता य / गब्भवतिया वि पजत्ता अपजत्ता य / मणूसपंचि. दिय ओरालियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहासंमुच्छिममणूसपंचिंदियओरालियसरीरे य गन्भवतियमणूसपंचिदियओरालियसरीरे य / गन्भवक्कंतियमणूसपंचिंदियओरालियसरीरेण भंते ! कइविहे पण्णत्ते! गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पजत्तगगब्भवकंतियमणूसपंचिंदियओरालियसरीरे य अपजत्तगगन्भवतियमणूसपंचिंदियओरालियसरीरे य // 569 // ओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते। . एगिदियओरालियसरीरे० किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते / पुढविकाइयएगिंदियओरालियसरीरे. किंसंठिए पण्णत्ते गोयमा! मसूरचंदसंठाणसंठिए पण्णत्ते / एवं सुहुमपुढाविकाइयाण वि बायराण वि एवं चेव, पजत्तापजत्ताण वि एवं चेव, आउक्काइयएगिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! वि.संठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! थिबुयबिंदुसंठाणसंठिए पण्णत्ते / एवं सुहुमबायरपजत्तापजत्ताण वि / ते उक्काइयएगिंदियओरालियसरीरेणं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा! सूईकलावसंठाणसंठिए पण्णत्ते / एवं सुहुमबायरपजत्तापजत्ताण वि। वाउकाइयाण वि पडागासंठाणसंठिए, एवं सुहुमबायरपजत्तापजत्ताण वि / वणप्फइकाइयाणं णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते, एवं सुहुमबायरपजत्तापजत्ताण वि / बेइंदियओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा! हुंडसंठाणसंठिए पण्णत्ते, एवं पजत्तापजत्ताण वि, एवं तेइंदियचउरिंदियाण वि / तिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंससंठाणसंठिए जाव हुंडसंठाणसंठिए वि, एवं पजत्तापजत्ताण Page #535 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 526 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वि 3 / समुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! हंडसंठाणसंठिए पण्णत्ते, एवं पजत्तापजत्ताण वि / गम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिदियओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंस० जाव हुंडसंटाणसंटिए / एवं पजत्तापजत्ताण वि 3 / एवमेए तिरिक्खजोणियाणं ओहियाणं गव आलावगा। जलयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियओरालियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पत्ते ? गोयमा ! छव्विहसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंसे जाव हुंडे, एवं पजत्ता. पजत्ताण वि / समुच्छिमजलयरा हुंडसंठाणमंठिया, एएसिं चेव पजत्ता अपबत्तगा वि एवं चेव / गम्भवक्कंतियजलयरा छविहसंठाणसंठिया, एवं पजत्तापजत्ताण वि। एवं थलयराण वि णव सुत्ताणि, एवं चउप्ययथलवराण वि उरपरिसप्पथलयराण वि भुयपरिसप्पथलपराण वि / एवं खहयराण वि णव सुत्ताणि, णवर सव्वत्थ समुच्छिमा हुंडसंठाणसंठिया भाणियव्वा, इयरे छसु वि / मणूसपंचिंदियओरालियसरीरेणं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा! छव्विहसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंसे जाव हुंडे, पजत्तापजत्ताण वि एवं चेव, गब्भवकंतियाणं वि एवं चेव, पजत्तापजत्ताण वि एवं चेव / समुच्छिमाणं पुच्छा। गोयमा ! हुंडसंठाणसंठिया पणत्ता // 570 // ओरालियसरीरस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसहस्सं / एगिदियओरालियस्स वि एवं चेव जहा ओहियस्स / पुढविकाइयएगिंदियओरालियसरीरस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेजइभागं, एवं अपजत्तयाण वि पजत्तयाण वि / एवं सुहुमाणं पजत्तापज्जत्ताणं, बायराणं पजत्तापजत्ताण वि / एवं एसो णवओ भेओ जहा पुढविक्काइयाणं तहा आउक्काइयाण वि तेउक्काइयाण वि वाउकाइयाण वि / वणस्सइकाइयओगलियसरीरस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! जहणेणं अंगुलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसहस्सं / अपजत्तगाणं जहणणेण वि उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेजइभाग, पजत्तगाणं जहण्णेणं अंगुलस्स असखेल इभाग, उक्को.. सेणं साइरेगं जोयणसहस्सं / बायराणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभाग, उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसहस्सं, पजत्ताण वि एवं चेव। अपजत्ताणं जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेजइभागं / सुहमाणं पजत्तापजत्ताण य तिण्ड वि जहण्णेण वि उक्को Page #536 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 527 सेण वि अंगुलस्स असंखेजइभागं / बेइंदियओरालियसरीरस्स गं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णणं अंगुलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं बारस जोयणाई / एवं सव्वत्थ वि अपजत्तयाणं अंगुलस्स असंखेजहभागं जहण्णेण वि उक्कोसेण वि / पजत्तयाणं जहेव ओरालियस्स ओहियस्स / एवं तेइंदियाणं तिण्णि गाउयाई, चउरिदियाणं चत्तारिगाउयाई, पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं उक्को. सेणं जोयणसहस्सं 3, एवं समुच्छिमाणं 3, गम्भवकंतियाण वि 3, एवं चेव णवओ भेओ भाणियव्यो / एवं जलयराण वि जोयणसहस्सं णवओ भेओ, थलयराण वि शव भेया 9, उक्कोसेणं छ गाउयाइं, पजत्तगाण वि एवं चेव, संमुच्छिमाणं पजत्तगाण य उक्कोसेणं गाउयपुहुत्तं 3, गब्भववंतियाणं उक्कोसेणं छ गाउयाइं पजत्ताण य 2, ओहियचउप्पयपजत्तगगब्भवकंतियपजत्तयाण वि उक्कोसेणं छ गाउयाई। संमुच्छिमाणं पजत्ताण य गाउयपुहुत्त उक्कोसेणं, एवं उरपरिसप्पाण वि / ओहियगम्भवक्कंतियपजत्तगाणं जोयणसहरसं, समुच्छिमाणं पजत्ताण य जोयणपुहत्तं, भुयपरिसप्पाणं ओहियगम्भवकंतियाण य उक्कोसेणं गाउयपृहुत्तं समुच्छिमाणं धणुपुहुत्तं, खहयराणं ओहियगम्भवक्कंतियाणं संमुच्छिमाण य तिण्ह वि उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं / इमाओ संगहणिगाहाओ-जोयणसहस्सं उम्गाउयाई तत्तो य जोयणसहस्सं / गाउयपुहुत्त भुयए धणुहपृहुत्तं च पक्खीसु // 11 // जोयणसहस्सं गाउयपुहुत्त तत्तो य जोयणपुहुत्तं / दोण्हं तु धणुपुहुत्तं समुच्छिमे होइ उच्चत्तं // 2 // मणूसोरालियसरीरस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं / एवं अपजत्ताणं जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंगुलस्स अमखेजइभागं / संमुच्छिमाणं जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखे. जइभागं, गम्भववंतियाणं पजत्ताण य जहण्णेणं भंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाई / / 571 // वे उब्वियसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंनहा-एगिदियवे उव्वियसरीरे य पंचिदियवेउव्वियसरीरे य / जइ एगिंदियवे उव्वियसरीरे किं वा उक्काइयएगिदियवेउव्वियसरीरे, अवाउक्काइयएगिदियवे उब्वियसरीरे ? गोयमा! वाउक्काइयएगिदियवे उव्वियसरीरे, णो अवाउकाइयएगिदियवेउव्वियसरीरे / जइ वाउक्काइयएगिदियवेउब्वियसरीरे कि सुहमवाउक्काइयएगिंदियवेउव्वियसरीरे, बायरवाउक्काइयएगिदियवेउब्वियसरीरे ! गोयमा ! णो सुहुमवाउक्काइयएगिंदियवेउव्वियसरीरे, बायरवाउकाइयएगिदियवेउव्वियसरीरे / जइ बायरवाउक्काइयएगिदियवेउब्वियसरीरे किं पजत्तबायरवाउक्काइय Page #537 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 528 अनंगपविद्वसुत्ताणि एगिदियवेउब्वियसरीरे, अपजत्तबायरखाउकाइयएगिदियवेउव्वियसरीरे ? गोयमा ! पजत्तबायरखाउक्काइयएगिदियवेउब्वियसरीरे, णो अपजत्तबायरवाउंकाइयएगिदिय-. वेउब्वियसरीरे / जइ पंचिंदियवेउव्वियसरीरे किं णेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरेजाव किं देवपंचिंदियवेउव्वियसरीरे 1 गोयमा ! णेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे वि जाव देवपंचिंदियवेउब्वियसरीरे वि / जइ णेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं रयणप्यभा पुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे जाव किं अहेसत्तमापुढविणेरइयपंचिंदियवेउ. ब्वियसरीरे ? गोयमा! रयणप्पभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे धिं जाव अहे. सत्तमापुढविणेरइयपंचिंदियवेउव्वियसरीरे वि / जइ रयणप्यभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं पजत्तगरयणप्यभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउव्वियसरीरे, अपजत्तगरयणप्यभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउव्वियसरीरे ? गोयमा! पजत्तगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे,अपजत्तगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, एवं जाव अहेसत्तमाए दुगओ भेओ भाणियव्वो / जइ तिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं समुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउव्वियसरीरे, गब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ! गोयमा ! णो संमुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, गब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिं दियवेउब्वियसरीरे / जइ गम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं संखेजवासाउयगन्भवतिय पंचिंदियवेउविसरीरे,असंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा! संखेजवासाउयगब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउव्वियसरीरे, णो असंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्ख. जोणियपंचिंदियवेउव्वियसरीरे / जइ संखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे कि पजत्तगसंखेजवासाउयगब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, अपजत्तगसंखेजवासाउयगम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचिदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा! पजत्तगसंखेजवासाउयगब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिदियवेउव्वियसरीरे, णो अपजत्तगसंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे / जइ संखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदिय वेउब्वियसरीरे, किं जलयरसंखेजवासाउयगब्भवतियतिरिक्खजोणियपचिदियवेउब्वियसरीरे, थलपरसंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउ. वियसरीरे, खहयरसंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिवखजोणियपंचि दियवेउधिय Page #538 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 529 सरीरे ? गोयमा ! जलयरसंखेजवासाउयगब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउ. व्वियसरीरे वि, थलयरसंखेजवासाउयगब्भवकंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउ. व्वियसरीरे वि, खहयरसंखेजवासाउयगम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे वि / जइ जलयरसंखेजवासाउयगन्भवतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं पजत्तगजलयरसंखेजवासाउयगम्भवकंतियतिरिवखजोणियपंचिदियवेउब्वियसरीरे, अपजत्तगजलयरसंखेजवासाउयगभवतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे 1 गोयमा ! पजत्तगजलयरसंखेजवासाउयगब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, णो अपजत्तगजलयरसंखेजवासाउयगब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउव्वियसरीरे / जइ थलयरतिरिक्खजोणियपंचिं. दिय जाव सरीरे किं चउप्पय जाव सरीरे, परिसप्प जाव सरीरे? गोयमा! चउप्पय जाव सरीरे वि, परिसप्प जाव सरीरे वि। एवं सव्वेसिं णेयव्वं जाव खहयराणं पजत्ताणं, णो अपजत्ताणं। जह मणूसपंचिंदियवेउव्वियसरीरे किं संमुच्छिममणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, गब्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा ! णो संमुच्छिममणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, गन्भवतियमणूसपंचिंदियवेउव्वियसरीरे। जहगम्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं कम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसपंचि. दियवेउब्वियसरीरे, अकम्मभूमगगन्भवतियमणूमपंचिदियवेउब्वियसरीरे, अंतरदीवगगन्भवतियमणूसपचिंदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा! कम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे,णो अकम्मभूमंगगब्भवक्कतियमणूमपंचिदियवेउव्वियसरीरे, णो अंतरदीवगगम्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे। जइ कम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं संखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसपंचिंदियवेउव्वियसरीरे, असंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा ! संखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, णो असंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसपंचिं. दियवेउब्वियसरीरे। जइ संखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे किं पजत्तयसंखेजवासाउयकम्मभूमगमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, अपजत्तय संखेजवांसाउय-कम्मभूमग गन्भवतिय-मणूस-पंचिदिय वेउव्वियसरीरे? गोयमा ! पजत्तयसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, णो अपजत्तयसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसपंचिंदियवेउब्विय Page #539 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 530 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सरीरे। जइ देवपंचिंदियवे उब्वियसरीरे कि भवणवासिदेवपंचिंदियवेडब्वियसरीरे जाव वेमाणियदेवपंचिंदियवेउव्वियसरीरे ! गोयमा ! भवणवासिदेवपंचिदियवेउ-, . ध्वियसरीरे वि जाव वेमाणियदेवपंचिदियवेउब्वियसरीरे वि / जइ भवणवासिदेवपंचिंदियवे उध्वियसरीरे किं असुरकुमारभवणवासिदेवपंचिदियवेउध्वियसरीरे जाव थणियकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा ! असुरकुमार० जाव थणियकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवे उब्वियसरीरे वि / जइ असुरकुमारभवणवासि. देवपंचिंदियवे उब्वियसरीरे कि पजत्तगअसुरकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउब्वियसरीरे, अपज तगअसुरकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउब्वियसरीरे ! गोयमा ! पजत्तगअसुरकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउब्वियसरीरे वि, अपजत्तगअसुरकुमारभवणवासिदेवपांचं दियवेउब्वियसरीरे वि, एवं जाव थणियकुमाराणं दुगओ भेओ। एवं वाणमंतराणं अट्ठविहाणं, जोहसियाणं पंचविहाणं / वेमाणियां दुविहा-कप्पोवगा कप्पातीता य / कम्योवगा बारसविहा, तेसि पि एवं चेव दुइओ भेओ / कप्पातीता दुविहा-गेवेजगा य अणुत्तरोववाइया य, गेवेजगा णवविहा, अणुत्तरोववाइया पंचविहा, एएसिं पजत्तापजत्ताभिलावेणं दुगओ भेओ भाणियव्वो॥५७२॥ वेउव्वियसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा! णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते / बाउक्काइयएगिंदियवेउब्वियसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! पडागासंठाणसंठिए पण्णत्ते / णेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरेणं भंते! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ! गोयमा! णेरइयपचिंदियवेउव्वियसरीरे दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-भवधारणिजे य उत्तरखेउविए य / तत्थ णं जे से भवधारणिजे से णं हंडसंठाणसंठिए पण्णत्ते / तत्थ णं जे से उत्तरवेउव्विए से वि हुंडसंठाणसंठिए पण्णत्ते / रयणप्पभापुढविणेरइयपंचिंदियवेउब्वियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा! रयणप्पभापुढविणेरइयाणं दुविहे सरीरे पण्णत्ते / तंजहा-भवधारणिजे य उत्तरखेउब्धिए य / तत्थ णं जे से भवधारणिजे से णं हुंडे, जे से उत्तरवेउन्विए से वि हुंडे / एवं जाव अहेसत्तमापुढविणेरइयवेउध्वियसरीरे / तिरिक्खजोणियपचिंदियवेउब्वियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! गाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते / एवं जाव जलयर. थलयरखहयराण वि / थलयराण वि चउप्पयपरिसप्पाण वि, परिसप्पाण वि उर. परिसप्पभुयपरिसप्पाण वि / एवं मणुस्सपंचिंदियवेउव्वियसरीरे वि / असुरकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउव्वियसरीरे णं भंते ! किंसंठाणसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! असुरकुमाराणं देवाणं दुविहे सरीरे पण्णत्ते / तंजहा-भवधारणिजे य उत्तरवेउविए Page #540 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 य / तत्थ णं जे से भवधारणिजे से णं समचउरंससंठाणसंठिए पण्णत्ते, तत्थ गं जे से उत्तरवेउध्विए से णं णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते, एवं नाव थणियकुमारदेवपंचिंदियवेउव्वियसरीरे, एवं वाणमंतराण वि, णवरं ओहिया वाणमंतरा पुच्छिजंति, एवं मोइसियाण वि ओहियाणं, एवं सोहम्मे जाव अच्चुयदेवसरीरे / गेवेजगकप्पातीतवेमाणियदेवपांचंदियवेउन्वियसरीरे णं भंते ! किंसठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! गेवेजगदेवाणं एगे भवधारणिजे सरीरे, से णं समचउरंससंठाणसंठिए पणत्ते, एवं भणुत्तरोषवाइयाण वि // 573 / / वेउध्वियसरीरस्स ण भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ! गोयमा! जहण्णणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेणं साइरेगं मोयणसयसहस्सं। वाउकाइयएगिंदियवेउध्वियसरीरस्स गं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेजहभागं / णेरदयपंचिंदियवेउध्वियसरीरस्स गं मंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेउब्विया य / तत्थ णं जा सा भवधारणिजा सा जहणणं अंगुलस्स असंखेजइ. भागं, उक्कोसेणं पंचधणुसयाइं.। तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजइभागं, उक्कोसेणं धणुसहस्सं / रयणप्पभापुट विणरहयाणं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेउव्विया य / तत्थ णं जा सा भवधारणिजा सा नहणेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं सत्त धणूई तिण्णि रयणीओ छच्च अंगुलाई। तत्थ णं जा सा उत्तरवेउब्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभागं, उक्कोसेणं पण्णरस धणूई अड्डाइजाओ रयणीओ। सक्करप्पभाए पुच्छा / गोयमा ! जाव तत्थ णं जा सा भवधारणिजा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं पण्णरस धणूइं अड्वाइजाओ रयणीओ / तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहणेणं अंगुलस्स संखेजहभागं, उक्कोसेणं एकतीसं धणूइं एक्का य रयणी / वालुयप्पभाए भवधारणिज्जा एकतीसं धणूई एक्का रयणी, उत्तरवे उब्विया बावढि धणूई दो रयणीओ। पंकप्पभाए भवधारणिजा बावहिँ धणूई दो रयणीओ, उत्तरवेउव्विया पणवीसं धणुसयं / धूमप्पभाए भवधारणिजा पणवीसं धणुसयं, उत्तरवेउव्विया अड्डाइजाई धणुसयाई / . तमाए भवधारणिजा अढाइजाई धणुसयाई, उत्तरवेउव्विया पंच घणुसयाई / अहेसत्तमाए भवधारणिजा पंच धणुसयाई, उत्तरवेउव्विया धणुसहस्सं, एवं उक्को Page #541 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 532 अनंगपविद्वसुत्ताणि सेणं / जहण्णेणं भवधारणिना अंगुलस्स असंखेजइभाग, उत्तरवेउव्विया अंगुलस्स संखेजइभागं। तिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरस्स णं भत्ते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभाग, उक्कोसेणं जोयणसयपुहुत्तं / मणुस्सपंचिंदियवेउव्वियसरीरस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजइभागं, उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसयसहस्सं / असुरकुमारभवणवासिदेवपंचिंदियवेउव्वियसरीरस्स गं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असुरकुमाराणं देवाणं दुविहा सरीरोगाहणा पण्णत्ता / तंजहा-भवधारणिजा य उत्तरवेउव्विया य / तत्थ णं जा सा भवधारणिजा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं सत्त रयणीओ। तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभागं, उक्कोसेणं जोयणसयसहस्सं / एवं जाव थणियकुमाराणं, एवं ओहियाणं वाणमंतराणं एवं जोइसियाण वि, सोहम्मीसाणगदेवाणं एवं चेव, उत्तरवेउव्विया जाव अच्चुओ कप्पो, णवरं सणंकुमारे भवधारणिजा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं छ रयणीओ / एवं माहिंदे वि, बंभलोयलंतगेसु पंच रयणीओ, महासुक्कसहस्सारेसु चत्तारि रयणीओ, आणय-पाणय-आरणच्चुएसु तिण्णि रयणीओ। गेविजगकप्पातीतवेमाणियदेवपंचिंदियवेउब्वियसरीरस्स णं भंते ! केमहालियां सरीरोगाहणा पण्णत्ता ! गोयमा ! गेवेजगदेवाणं एगा भवधारणिजा सरीरोगाहणा पण्णत्ता / सा जहण्णेणं अंगुलस्म असंखेजइभाग, उक्कोसेणं दो रयणी / एवं अणुत्तरोववाइयदेवाण वि, णवरं एक्का रयणी // 574 // आहारगसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! एगागारे पण्णत्ते / जइ एगागारे पण्णत्ते कि मणूमआहारगसरीरे, अमणूसआहारगसरीरे ? गोयमा ! मणूसआहारगसरीरे, णो अमणूसआहारगसरीरे / जइ मणूसआहारगसरीरे किं समुच्छिममणूसआहारगसरीरे, गम्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे ? गोयमा! णो संमुच्छिममणूस आहारगसरीरे, गब्भवतियमणूसआहारगसरीरे / जइ गब्भवक्रतियमणूस आहारगसरीरे किं कम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे, अकम्मभूमगगब्भवदंतियमणूमआहारगसरीरे, अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे ? गोयमा ! कम्मभूमगगब्भवक्कंतिय०, णो अकम्मभूमगगम्भवकंतिय०, णो अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे / जइ कम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे किं संखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे, असंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवदंतियमणूसआहारगसरीरे ? गोयमा! संखेजवासा Page #542 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 21 533 उयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे, णो असंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे। नह मंखेजवासाउयफम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे किं पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे, अपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियम्णूस आहारगसरीरे ! गोयमा ! पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवतियमणूस आहारगसरी रे,णो अपजत्तसंखेजवासा उयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूसआहारगस रे / जइ पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूमआहारगसरीरे किं सम्मद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे, मिच्छद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियमणूमआहारगसरीरे, सम्मामिच्छद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयफम्मभूमगगन्भवतियमणूमआहारगसरीरे ? गोयमा! सम्मट्ठिीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणूमआहारगसरीरे, णो मिच्छद्दिट्ठीपजत्त०, णो सम्मामिच्छद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणूस आहारगसरीरे / जइ सम्मदिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणूसआहारगसरीरेकिं संजयसम्मद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवतियमणूस आहारगसरीरे, असंजयसम्मदिट्ठी. पजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूस आहारगसरीरे, संजयासंजयसम्महिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूस आहारगसरीरे ! गोयमा! संजयसम्मद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियर णूसआहारगसरीरे, णो असं जयसम्मद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणूसआहारगसरीरे, णो संजयासंजयसम्मट्ठिीपजत्त आहारगसरीरे / जइ संजयसम्मट्टिीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवकंतियझणूमआहाग्गसरीरे किं पमत्तसंजयसम्मद्दिट्ठी०. संखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूमआहारगसरीरे, अपमत्तसंजयसम्महिट्ठी०संखेजवासाउयकम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणूसआहारगसरीरे ? गोयमा ! पमत्तसंजयसम्मद्दिट्ठीपजत्तसंखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवकंतियमणूसआहारगसरीरे, णो अपमत्तसंजयसम्मद्दिट्टी०कम्मभूमगगम्भवक्कंतियम्.णूस आहारगसरीरे / जह पमत्तसंजयसम्मदिट्ठी०संखेजवासा उयकम्मभूमग०मणूस आहारगसरीरे किं इडिपत्तपमत्तसंजयसम्मद्दिट्टी०कम्मभूमगसंखेजवासाउयगब्भवतियमणूसआहारगसरीरे, अणिडिपत्तपमत्तसंजय०कम्मभूमगसंखेजवासाउयगब्भवक्कंतिय आहारगसरीरे 1 गोयमा! इडिपत्तपमत्तसंजयसम्मद्दिट्ठी०संखेजवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसआहारग Page #543 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 534 मनंगपविद्वसुतानि सरीरे णो अणिविपत्तपमत्तसंजयसम्मदिड्डी संखेजवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणूसआहारगसरीरे / आहारगसरीरे णं भंते ! किं.संठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! सम.. चउरंससंठाणसंठिए पण्णत्ते / आहारगसरीरस्स ण भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं देसूणा रयणी, उक्कोसेणं पडिपुण्णा रयणी // 575 / / तेयगसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-एगिं. दियतेयगसरीरे जाव पंचिंदियतेयगसरीरे / एगिदियतेयगसरीरे णं भंते ! कहविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंनहा-पुढविकाइय• जाव वणस्सइकाइयएगिदियतेयगसरीरे। एवं जहा ओरालियसरीरस्स भेओ भणिभो तहा तेयगस्स वि जाव चउरिंदियाणं / पंचिंदियतेयगसरीरे णं भंते ! कहविहे पण्णते ? गोयमा ! चउन्विहे पण्णत्ते / तंजहा-णेरइयतेयगसरीरे जाव देवतेयगसरीरे, गेरइयाण दुगओ भेओ भाणियन्वो जहा वेउब्वियसरीरे। पंचिंदियतिरिवखजोणियाणं मम् साण य जहा ओरालियसरीरे भेओ भणिओ तहा भाणियव्वो। देवाणं जहा वेउव्वियसरीरभेओ भणिओ तहा भाणियन्वो जाव सव्वदृसिद्धदेवत्ति / तेयगसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए पंण्णत्ते / एगिदियतेयगसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते / पुढविफ.इयएगिंदियतेयगसरीरे णं भंते ! किंसंठिए पंण्णत्ते ! गोयमा ! मसूरचंदसंठाणसंठिए पण्णत्ते, एवं ओरालियसंठाणाणुसारेण भाणियव्वं जाव चउरिंदियाण वि / गेरइयाणं भंते ! तेयगसरीरे किंसंठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! जहा वेउव्वियसरीरे। पंचिंदियतिरि खजोणियाणं मणूसाणं जहा एएसिं चेव ओरालियत्ति / देवाणं भंते ! तेयगसरीरे किंसंठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! जहा वेउब्वियस्स जाव अणुत्तरोववाइयत्ति // 576|| नीवस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोइयस्स तेयासरीरम्स केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सरीरप्पमाणमेत्ता विक्खंभबाहलेणं, आयामेणं जहण्णेणं भंगुलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं लोगंताओ लोगते / एगिदियस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णता ? गोयमा! एवं चेव, जाव पुढवि. आउ० तेउ० वाउ० वणप्फइकाइयरस / बेइंदियस्स गं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरम्स केमहालिया सरीरीगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सरीरप्पमाणमेत्ता विक्खंभबाहलेणं, आयामेणं जहणणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेणं तिरियलोगाओ लोगते / एवं जाव चउरिदि Page #544 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 535 यस्स / णेरइयस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा प० 1 गोयमा! सरीरप्पमाणमत्ता विक्खंभबाहल्लेणं, भायामेणं महणेणं साइरेगं जोयणसहस्सं, उक्कोसेणं अहे जाव अहेसत्तमा पुढवी, तिरियं जाव सयंभुरमणे समुद्दे, उडे जाव पंडगवणे पुक्खरिणीओ / पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स गं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० गोयमा ! जहा वेइंदियसरीरस्स / मणुस्सस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोह. यस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० 1 गोयमा! समयखेत्ताओ लोगंतो। असुरकुमारस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्धाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० 1 गोयमा ! सरीरप्पमाणमेत्ता विक्खंभवाहलेणं, आयामेणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उकोसेणं अहे जाव तच्चाइ पुढवीए हिडिल्ले चरमंते, तिरियं नाव सयंभुरमणसमुद्दस्स बाहिरिले वेइयंते, उड़ जाव ई सिप्पन्भारा पुढवी, एवं जाव थणियकुमारतेयगसरीरस्स / वाणमंतरजोइसियसोहम्मीसाणगा य एवं चेव / सणकुमारदेवस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० 1 गोयमा! सरीरप्पमाणमत्ता विक्खंभबाहलेणं, आयामेणं महणणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेणं अहे जाव महापायालाणं दोच्चे तिभागे, तिरियं जाव सयंभुरमणे समुद्दे, उड़े जाव अच्चुओ कप्पो / एवं जाव सहस्सारदेवस्स / आणयदेवस्स णं भंते! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयासरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० ! गोयमा! सरीरुपमागमेत्ता विक्खंभबाहलेणं, आयामेणं जहणणेणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेणं जाव अहोलोइयगामा, तिरियं नाव मणूसखेत्तं, नाव अच्चुओ कप्पो, एवं जाव आरणदेवस्स ! अच्चुयदेवस्स एवं चेव, णवरं उर्दू जाव सगाई विमाणाई / गेविजगदेवस्स णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयस्स तेयगसरीरस्स केमहालिया सरीरोगाहणा० 1 गोयमा! सरीरप्यमाणमेत्ता विक्खंभवाहल्लेणं, आयामेणं जहणणं विजाहरसेढीओ, उक्कोसेणं जाव अहोलोइयगामा, तिरियं जाव मणूसखेत्ते, उट्ठे जाव सगाई विमाणाई, अणुत्तरोववाइयस्स वि एवं चेव / कम्मगसरीरे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-एगिंदियकम्मगसरीरे जाव पंचिंदियकम्मगसरीरे य / एवं महेव तेयगसरीरस्स भेओ संठाणं ओगाहणा य भणिया तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव अणुत्तरोववाइयत्ति // 577|| ओरालियसरीरस्स णं भंते! कइदिसि पोग्गला Page #545 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविटुसुत्ताणि चिजंति ? गोयमा ! णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउ. दिसि, सिय पंचदिसि / वेउब्वियसरीरस्स णं भंते ! कइदिसि पोग्गला चिजति ? गोयमा ! णियमा छद्दिसि / एवं आहारगसरीरस्स वि, तेयाकम्मगाणं जहा ओरा. लियसरीरस्स / ओरालियसरीरस्स गं भंते ! कइदिसिं पोग्गला उवचिजंति ? गोयमा ! एवं चेव, जाव कम्मगसरीरस्स एवं उवचिजंति, अवचिजति // 578 / / जस्स णं भंते ! ओरालियसरीरं तस्स वेउव्वियसरीरं, जस्स वेउब्वियसरीरं तस्स ओरालियसरीरं ? गोयमा ! जस्स ओरालियसरीरं तस्स वेउव्वियसरीरं सिय अस्थि सिय णस्थि, जस्स वेउव्वियसरीरं तस्स ओरालियसरीरं सिय अस्थि सिय णन्थि / जस्स णं भंते ! ओरालियसरीरं तस्स आहारणसरीरं, जस्स आहारगसरीरं तस्स ओरालियसरीरं ? गोयमा ! जस्स ओरालियसरीरं तस्स आहारगसरीरं सिय अस्थि सिय णत्थि, जस्स पुण आहारगसरीरं तस्स ओरालियसरीरं णियमा अस्थि / जस्स णं भंते ! ओरालियसरीरं तस्स तेयगसरीरं, जस्स तेयगसरीरं तस्स ओरालियसरीरं ? गोयमा ! जस्स ओरालियसरीरं तस्स तेयगसरीरं णियमा अस्थि, जस्स पुण तेयगसरीरं तस्स ओरालियसरीरं सिय अस्थि सिय णस्थि, एवं कम्मगसरीरं पि / जस्स णं भंते ! वेउव्वियसरीरं तस्स आहारगसरीरं जस्स आहारंगसरीरं तस्स वेउब्वियसरीरं ? गोयमा ! जस्स वेउव्वियसरीरं तस्स आहारगसरीरं णन्थि, जस्स वि आहारगसरीरं तस्स वि वेउब्वियसरीरं णस्थि / तेयाकम्माइं जहा ओरालिएण समं तहेव आहारगसरीरेण वि समं तेयाकम्मगाइं चारेयव्याणि / जस्स णं भंते ! तेयगसरीरं तस्स कम्मगसरीरं, जस्स कम्मगसरीरं तस्स तेयगसरीरं ? गोयमा ! जस्स तेयगसरीरं तस्स कम्मगसरीरं णियमा अस्थि, जस्स वि कम्मगसरीरं तस्स वि तेयगसरीरं णियमा अस्थि // 579 // एएसि णं भंते ! ओरालियवेउव्वियआहारगतेयगकम्मगसरीराणं दव्वयाए पएसट्टयाए दव्वठ्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा आहारगसरीरा दव्वट्ठयाए, वेउव्वियसरीरा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, ओरालियसरीरा दव्वयाए असंखेजगुणा, तेयाकम्मगसरीरा दोवि तुल्ला दव्वट्ठयाए अणंतगुणा / पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा आहारगसरीरा पएसट्टयाए, वेउब्वियसरीरा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, ओरालियसरीरा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, तेयगसरीरा पएसट्टयाए अणंतगुणा, कम्मगसरीरा पएसट्टयाए अणंतगुणा। दवट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा आहारगसरीरा दव्वट्ठयाए, वेउब्बियसरीरा Page #546 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 21 537 दवट्टयाए अर्सखेजगुणा, ओरालियसरीरा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, ओरालियसरीरेहिंतो दव्वठ्ठयाएहितो आहारगसरीरा पएसट्टयाए अणंतगुणा, वेउव्वियसरीरा पएसट्ठयाए असंखेजगुणा, ओरालियसरीरा पएसट्टयाए असंखेजगुणा, तेयाकम्मा दोवि तुल्ला दवट्ठयाए अणंतगुणा, तेयगसरीरा पएसट्टयाए अणंतगुणा, कम्मगसरीरा पएसइयाए अणंतगुणा // 580 // एएसि गं भंते ! ओरालियवेउव्वियआहारगतेयगकम्मगसरीराणं जहणियाए ओगाहणाए उक्कोसियाए ओगाहणाए जहणुकोसियाए ओगाहणाए कयरे कयरेहितो अप्पा या 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा ओरालियसरीरस्स जहणिया ओगाहणा, तेयाकम्मगाणं दोण्ह वि तुला जहणिया ओगाहणा विसेसाहिया, वेउब्वियसरीरस्स जहणिया ओगाहणा असंखेजगुणा, आहारगसरीरस्स जहणिया ओगाहणा असंखेजगुणा / उक्कोसियाए ओगाहणाए-सव्वत्थोवा आहा. रगसरीरस्स उक्कोसिया ओगाहणा, ओरालियसरीरस्स उक्कोसिया ओगाहणा संखेजगुणा, वेउब्धियसरीरस्स उक्कोसिया ओगाहणा संखेजगुणा, तेयाकम्मगाणं दोण्ह वि तुल्ला उक्कोसिया ओगाहणा असंखेजगुणा। जहणुकोसियाए ओगाहणाए-सव्वत्थीवा ओरालियसरीरस्स जहणिया ओगाहणा, तेयाकम्मगाणं दोह वि तुल्ला जहणिया ओगाहणा विसेसाहिया, वेउव्वियसरीरस्स जहणिया ओगाहणा असखेजगुणा, आहारगसरीरस्स जहणिया ओगाहणा असंखेजगुणा, आहारगसरीरस्स जहणियाहिंतो ओगाहणाहिंतो तस्स चेव उक्कोसिया ओगाहणा विसेमाहिया, ओरालियसरीरस्स उक्कोसिया ओगाहणा संखेजगुणा, वेउव्वियसरीरस्स उक्कोसिया ओगाहणा संखेजगुणा, तेयाकम्मगाणं दोण्ह वि तुल्ला उक्कोसिया ओगाहणा असंखेगुणा // 585 / / पण्णवणाए भगवईए एंगवीसइमं ओगाहणासंठाणपयं समत्तं बावीसइमं किरियापयं कह णं भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ 1 गोयमा ! पंच किरियाओ पणत्ताओ। तंजा-काइया 1, अहिंगरणिया 2, पाओसिया 3, पारियावणिया 4, पाणाइवायकिरिया 5 / काइयां णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-अणुवरयकाइया य दुप्पउत्तकाइया य / अहिगरणिया गं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तजहा-संजोयणाहिगरणिया य Page #547 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 538 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णिव्वत्तणाहिगरणिया य। पाओसिया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! तिविहा पण्णत्ता / तंजहा-जेणं अप्पणो वा परस्स वा तदुभयस्स वां असुभं मणं, संपधारेइ, से तं पाओसिया किरिया / पारियावणिया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-जेणं अप्पणो वा परस्स वा तदुभयस्स वा अस्सायं वेयणं उदीरेइ, सेत्तं पारियावणिया किरिया। पाणाइवायकिरिया णं भंते ! कहविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता। तंजहा-जेणं अप्पाणं वा परं वा तदुभयं वा जीवियाओ ववरोवेइ, सेत्तं पाणाइवायकिरिया // 582 // जीवा णं भंते ! किं सकिरिया अकिरिया ? गोयमा ! जीवा सकिरिया वि अकिरिया वि / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जीवा सकिरिया वि अकिरिया वि' 1 गोयमा ! जीवा दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-संसारसमावण्णगा य असंसारसमावण्णगा य / तत्थ णं जे ते असंसारसमावण्णगा ते णं सिद्धा, सिद्धा णं अकिरिया। तत्थ णं जे ते संसारसमावण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सेलेसिपडिवण्णगा य असेलेसिपडिवण्णगा य / तत्थ णं जे ते सेलेसिपडिवण्णगा ते णं अकिरिया, तत्थ णं जे ते असेलेसिपडिवण्णगा ते णं सकिरिया, से तेणटेणं गोयमा! एवं बुच्चइ-'जीवा सकिरिया वि अकिरिया वि' // 583 / / अस्थि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवाएंणं किरिया कजइ ! हंता गोयमा ! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवाएणं किरिया कजइ ! गोयमा ! छसु जीवणिकाएसु / अस्थि णं भंते ! णेरइयाणं पाणाइवाएणं किरिया कजइ ? गोयमा ! एवं चेव / एवं णिरंतरं जाव वेमाणियाणं / अस्थि णं भंते ! जीवाणं मुमावाएणं किरिया कजइ ? हंता ! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं मुसावाएणं किरिया कजइ ? गोयमा! सव्वदव्वेसु, एवं णिरंतरं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / अत्थि णं भंते ! जीवाणं अदिण्णादाणेणं किरिया कजइ ? हंता! अत्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं अदिण्णादाणेणं किरिया कजइ ? गोयमा ! गहणधारणिजेसु दव्येमु, एवं णेरइयाणं णिरंतरं जाव वेमाणियाणं / अस्थि णं भंते ! जीवाणं मेहगेणं किरिया कजइ ! हंता! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं मेहणेणं किरिया कजइ ? गोयमा ! रूवेसु वा रूवसहगएसु वा दव्वेसु, एवं णेरइयाणं णिरंतरं जाव वेमाणियाणं / अस्थि णं भंते ! जीवाणं परिग्गहेणं किरिया कजइ ? हता! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं परिग्गहेणं किरिया कजइ ? गोयमा ! सव्वदव्वेसु एवं गैरइयाणं जाव वेमाणियाणं / एवं कोहेणं माणेणं मायाए लोभेणं पेजेणं दोसेणं Page #548 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 22 कलहेणं अब्भक्खाणेणं पेसुण्णेणं परपरिवाएणं अरइरईए मायामोसेणं मिच्छादंसणसल्लेणं / सम्वेसु जीवणेरइयभेएणं भाणियव्वा णिरंतरं जाव वेमाणियाणं ति, एवं अट्ठारस एए दंडगा 18 // 584 // जीवे गं भंते ! पाणाइवाएणं कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा / एवं णेरइए जाव णिरंतरं वेमाणिए / जीवा णं भंते ! पाणाइवाएणं कइ कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! सत्तविहबंधगा वि अहविहबंधगा वि / णेरड्या णं भंते ! पाणाइवाएणं कइ कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य / एवं असुरकुमारा वि जाव थणियकुमारा / पुढविआउतेउवाउवणप्फइकाइया य एए सव्वे वि जहा ओहिया जीवा, अवसेसा जहा णरइया / एवं ते जीवेगिंद्रियवजा तिष्णि तिण्णि भंगा सव्वत्थ भागियव्वत्ति जाव मिच्छादसणसल्ले, एवं एगत्तपोहत्तिया छत्तीसं दंडगा होंति // 585 // जीवे णं भंते ! णाणावरणिज कम्मं बंधमाणे कइकिरिए ! गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए, एवं णेरइए जाव वेमाणिए / जीवा णं भंते ! णाणावरणिज कम्मं बंधमाणा कइकिरिया ? गोयमा ! सिय तिकिरिया, सिय चउकिरिया, सिय पंचकिरिया वि, एवं गैरइया णिरंतरं जाव वेमाणिया / एवं दरिसणावरणि वेयणिजं मोहणिज्ज आउयं णामं गोत्त अंतराइयं च अट्ठविहकम्मपगडीओ भाणियव्वाओ, एगत्तपोहत्तिया सोलस दंडगा भवंति // 586 / / जीवे णं भंते ! जीवाओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए, सिय अकिरिए / जीवे णं भंत ! णेरइयाओ कइ. किरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय अकिरिए, एवं जाव थणियकुमाराओ। पुढविकाइयाओ आउक्काइयाओ तेउक्काइयाओ वाउक्काइयवणप्फइकाइयंबेइंदियतेइंदियचउरिंदियपंचिंदियतिरिक्खजोणियमणुस्साओ जहा जीवाओ, वाणमंतरजोइसियवेमाणियाओ जहा. णेरइयाओ। जीवे गं भंते ! जीवहिंतो कइ. किरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए, सिय अकिरिए / जीवे णं भंते ! णेरइएहितो कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय अकिरिए, एवं जहेव पढमो दंडओ तहा एसो बिइओ. भाणियव्यो / जीवा णं भंते ! जीवाओ कइकिरिया ? गोयमा! सिय तिकिरिया वि. सिय चउकिरिया वि, सिय पंचकिरिया वि, सिय अकिरिया वि / जीवाणं भंते ! Page #549 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 540 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णेरइयाओ कइकिरिया ? गोयमा ! जहेव आइलदंडओ तहेव भाणियव्वो जाव वेमाणियत्ति / जीवा गं भंते ! जीवहिंतो कइकिरिया 1 गोयमा ! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि, अकिरिया वि। जीवा णं मंते ! णेरइएहितों कइकिरिया ? गोयमा ! तिकिरिया वि. चउकिरिया वि, अकिरिया वि / असुरकुमारेहितो वि एवं चेव जाव वेमाणिएहितो, ओरालियसरीरेहितो जहा जीवेहितो / णेरइए णं भंते ! जीवाओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए / णेरइए णं भंते ! जेरहयाओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए (एवं जाव वेमाणियाओ / णवरं ओरालिय सरीराओ जहा जीवाओ। णेरइए णं भंते ! जीवेहितो कइकिरिए ? गोयमा! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए सिय पंचकिरिए / णेरइए. णं भंते ! रहएहिंतो कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए / एवं जहेव पढमो दंडओ तहा एसो वि बिइओ भाणियब्वो।) एवं जाव वेमाणिएहितो, णवरं णेरइबस्स णेरइएहितो देवेहिंतो य पंचमा किरिया णस्थि / णेरइया णं भंते ! जीवाओ कइकिरिया ? गोयमा ! सिय तिकिरिया, सिय चउकिरिया, सिय पंचकिरिया, एवं जाव वेमाणियाओ, णवरं गेरइयाओ देवाओ य पंचमा किरिया णस्थि / णेरइया णं भंते ! जीवेहिंतो कइकिरिया ? गोयमा! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि। णेरइया णं भंते ! णेरइएहितो कइकिरिया ? गोयमा ! तिकिरिया वि चउकिरिया वि / एवं जाव वेमाणिएहितो, णवरं ओरालियसरीरेहिंतो जहा जीवेहितो। असुरकुमारे णं भंते ! जीवाओ कइकिरिए ? गोयमा! जहेव णेरइए चत्तारि दंडगा तहेव असुरकुमारे वि चत्तारि दंडगा भाणियब्वा, एवं च उवउजिऊणं भावयव्वं ति / जीवे मणूसे य अकिरिए वुच्चइ, सेसा अकिरिया ण वुच्चंति। सव्वजीवा ओरालिय. सरीरेहितो पंचकिरिया। णेरइयदेवेहितो पंचकिरिया ण बुच्चंति / एवं एककजीवपए चत्तारि चत्तारि दंडगा भाणियव्वा एवं एयं दंडगसयं सव्वे वि य जीवाईया दंडगा // 587|| कइ णं भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-काइया जाव पाणाइवायकिरिया / णेरइयाणं भंते ! कई किरियाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-काइया जाव पाणाइवायकिरिया, एवं जाव वेमाणियाणं / जस्स णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया कजा तस्स अहिगरणिया किरिया कजइ, जस्स अहिगरणिया किरिया कजइ तस्स Page #550 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प. 22 541 काइया किरिया कजइ ? गोयमा! जस्स णं जीवस्स काइया वि.रिया कजह तम्स अहिगरणिया किरिया णियमा कजइ, जस्स अहिगरणिया किरिया कजइ तस्स दि काइया किरिया णियमा कजह / जस्स णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया कजह तम्स पाओसिया किरिया कजइ, जस्स पाओसिया किरिया कजइ तस्स काइया किरिया कजइ ? गोयमा ! एवं चेव / जस्स णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया कजइ तस्स पारियावणिया किरिया कजइ, जस्स पारियावणिया किरिया कजह तम्म काइया किरिया कजाइ ! गोयमा ! जस्स णं जीवस्स काइया किरिया कजइ तस्म पारियावणिया० सिय कजइ, सिय णो कजइ, जस्म पुण पारियावणिया किरिया कजइ तस्स काइया० णियमा कजइ, एवं पाणाइवाय किरिया वि / एवं आइल्लाओ परोप्परं णियमा तिण्णि कजति / जस्स आइल्लाओ तिण्णि कजंति तस्स उवरिल्लाओ दोण्णि सिय कंजंति, सिय णो कजंति, जस्स उवरिलाओ दोणि कजंति तस्स आइल्लाओ णियमा तिणि कजति / जस्स णं भंते ! जीवस्स पारियावणिया किरिया कजइ तस्स पाणाइवायकिरिया कजइ, जस्स पाणाइवायकिरिया फजइ तस्स पारियावणिया किरिया कजइ ? गोयमा ! जस्स णं जीवस्स पारियावणिया किरिया कजइ तम्स पाणाइवायकिरिया सिय कजइ, सिय णो कजइ, जस्स पुण पाणाइवायकिरिया कजह तस्स पारियावणिया किरिया णियमा कजइ। जस्स गं भंते ! गेरइयस्स काइया किरिया कजइ तस्स अहिगरणिया किरिया कजइ ? गोयमा! जहेव जीवस्स तहेव णेरइयस्स वि, एवं णिरंतरं जाव वेमाणियम्स // 588 // अं समयं णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया कजह तं समयं अहिगरणिया किरिया कजइ, मं समय अहिगरणिया० कजइ तं समयं काइया किरिया कजइ ? एवं जहेव आइल्लओ दंडओ तहेव भाणियव्वो जाव वेमाणियस्म / जं देसं णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया तं देमं णं अहिगरणिया किरिया तहेघ जाव वेमाणियस्स / जं पएसं णं भंते ! जीवस्स काइया किरिया तं पएसं णं अहिगरणिया किरिया एवं तहेव नाव वेमाणियस्स / एवं एए जस्स ज समयं ज देसं जं पएसं णं चत्तारि दंडगा होति // 589 / / कइ णं भंते ! आओजियाओ किरियाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! पंच आओजियाओ किरियाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-काइया जाव पाणाइयवायकिरिया, एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / जस्स णं भंते ! जीवस्स काइया आओजिया किरिया अस्थि तस्स अहिगरणिया आओजिया किरिया अस्थि, जस्स अहिंगरणिया आओजिया किरिया अस्थि तस्स काइया आओजिया किरिया अस्थि ? एवं एएणं Page #551 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 542 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अभिलावेणं ते चेव चत्तारि दंडगा भाणियव्वा, जस्स जं समयं जं देसं जं पएसं जाव वेमाणियाणं // 590 // जीवे णं भंते ! जं समयं काइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए किरियाए पुढे तं समयं पारियावणियाए पुढे, पाणाइवायकिरियाए पुढे ? गोयमा! अत्थेगइए जीवे एगइयाओ जीवाओ जं समयं काइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए किरियाए पुढे तं समयं पारियावणियाए किरियाए पुढे, पाणाइवाय किरियाए पुढे 1, अत्थेगइए नीवे एगइयाओ जीवाओ जं समयं काइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए किरियाए पुढे तं समयं पारियावणियाए किरियाए पुढे, पाणाइवायकिरियाए अपुढे 2, अत्थेगइए जीवे एगइयाओ जीवाओ जं समयं काइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए. पुढे तं समयं पारियावणियाए किरियाए अपुढे, पाणाइवायकिरियाए अपुढे 3 // 591 // कइ णे.भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अपञ्चक्खाणकिरिया, मिच्छादसणवत्तिया। आरंभिया णं भंते ! किरिया कस्स क.नइ ? गोयमा ! अण्णयरस्स वि पमत्तसंजयस्स / परिग्गहिया णं भंतें ! किरिया कस्स कजइ ? गोयमा ! अण्णयरस्स वि संजयासंजयस्स / मायावत्तिया णं भंते ! किरिया कस्स कजइ ? गोयमा! अण्णयरस्स वि अपमत्तसंजयस्स / अपच्चक्खाणकिरिया ण भंते ! कस्स कजइ ? गोयमा! अण्णयरस्स वि अपच्चक्खाणिस्स / मिच्छादंसणवत्तिया ण मंते ! किरिया कस्स कजइ ? गोयमा! अण्णयरस्स वि मिच्छादंसणिस्स // 592 / / णेरइयाणं भंते ! कइ किरियाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ। तंजहा-आरंभिया जाव मिच्छादंसणवत्तिया / एवं जाव वेमाणियाणं / नस्स णं भंते ! जीवस्स आरंभिया किरिया कजइ तस्स परिग्गहिया. कजइ, जस्स परिग्गहिया किरिया कजह तस्स आरंभिया किरिया कजह ? गोयमा! जस्स णं जीवस्स आरंभिया किरिया कजह तस्स परिग्गहिया० सिय कजइ, सिय णो कजइ, जस्स पुण परिग्गहिया किरिया कजइ तस्स आरंभिया किरिया णियमा कजइ / जस्स णं भंते ! जीवस्स आरंभिया किरिया कजइ तस्स मायावत्तिया किरिया क जइ पुच्छा / गोयमा ! जस्स णं जीवस्स आरंभिया किरिया क.जइ तस्स मायावत्तिया किरिया णियमा कजइ, जस्स पुण मायावत्तिया किरिया कजइ तस्स आरंभिया किरिया सिय कजइ, सिय णो कजइ / जस्स णं भंते ! जीवस्स आरंभिया किरिया कजह तस्स अपञ्चक्खाणकिरिया० पुच्छा / गोयमा! जस्स णं जीक्स्स आरंभिया किरिया कजइ तस्स अपच्चक्खाणकिरिया सिय कजइ, सिय णो क.जबू, जस्स पुण Page #552 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुतं प० 22 543 अपञ्चक्वाणकिरिया कजइ तस्स आरंभिया किरिया णियमा कजइ / एवं मिच्छादंसणवत्तियाए वि समं / एवं परिग्गहिया वि तिहिं उवरिल्लाहिं समं संचारेयव्या / जस्स मायावत्तिया किरिया कजइ तस्स उरिल्लाओ दो वि सिय कजंति, सिय णो कजंति, जस्स उवरिल्लाओ दोकजति तस्स मायावत्तिया० णियमा कजइ / जस्स अपच्चक्वाणकिरिया कजइ तस्स मिच्छादसणवत्तिया किरिया सिय कजइ, सिय णो कजइ, जस्स पुण मिच्छादसणवत्तिया किरिया० तस्स अपच्चक्खाणकिरिया णियमा कजइ / णेरइयस्स आइलियाओ चत्तारि परोप्परं णियमा कति, जस्स एयाओ चत्तारि कति तस्स मिच्छादंसणवत्तिया किरिया भइजइ, जस्स पुण मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कजइ तस्स एयाओ चत्तारि णियमा कजंति, एवं जाव थणियकुमारस्स | पुढवीकाइयस्स नाव चउरिंदियस्स पंच वि परोप्परं णियमा कति / पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स आइल्लियाओ तिणि वि परोप्परं णियमा कति, जस्स एयाओ कजंति तस्स उवरिलिया दोणि भइजंति, जस्स उवरिल्लाओ दोणि कति तस्स एयाओ तिणि वि णियमा कति / जस्स अपच्चक्खाणकिरिया० तस्स मिच्छादसणवत्तिया० सिय कजइ, सिय णो कजइ, जस्स पुण मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कजइ तस्स अपचक्खाणकिरिया णियमा कजह, मणूसस्स जहा जीवस्स, वाणमंतर-जोइसिय वेमाणियस्स जहा णेरइयस्स / जं समयण्णं भंते ! जीवस्स आरंभिया किरिया कजइ तं समयं परिग्गहिया किरिया कजइ ! एवं एए जस्स जं समयं जं देसं जं पएसेण य चत्तारि दंडगा णेयव्वा, जहा जेरहयाणं तह। सव्वदेवाणं णेयव्वं जाव वेमाणियाणं // 553 // अस्थि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवायवेरमण व जइ ? हंता ! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवायवेरमणे कजइ ? गोयमा ! उसु जीवणिकाएसु / अस्थि णं भंते ! णेरइयाणं पाणाइ. वायवेरमणे कजइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे। एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं मणूसाणं जहा जीवाणं / एवं मुसावाएणं जाब मायामोसेणं जवस्स य मणूसस्स य, सेसाणं णो इणढे समढे / णवरं अदिण्णादाणे गहणधारणि जेसु दव्वेसु, मेहुणे रूवेसु वा रूवसहगएसु वा दव्वेसु, सेसाणं सव्वेसु दव्वेसु / अत्थि णं भंते ! जीवाणं मिच्छादसणसल्लवेरमणे कजइ ? हंता ! अस्थि / कम्हि णं भंते ! जीवाणं मिच्छादंसणसल्लवेरमणे कजइ ? गोयमा ! सव्वदव्वेसु, एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं, णवरं एगिंदियविगलेंदियाणं णो इणढे समटे // 594 // पाणाइवायविरए णं भंते ! Page #553 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 544 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जीवे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ! गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अविहबंधए वा छबिहबंधए वा एगविहबंधए वा अबंधए वा / एवं मणूसे वि भाणियव्वे / पाणाइ. वायविरया णं भंते ! जीवा कइ कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अह. विहबंधए य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधए य 4, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य 5, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अबंधए य 6, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अबंधगा य 7, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्टविहबंधए य छव्विहबंधए य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अहविहबंधए य छविहबंधगा य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधए य 3, अहया सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगा य 4, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य अबंधए य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्टविहबंधए य अबंधगा य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य अबंधए य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य अबंधगा य 4 / अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविबंधए य अबंधए य 1 अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छन्विहबंधए य अबंधगा य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य अबंधए य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य अबंधगा य 4 / अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छविहबंधए य अबंधए य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठ. विहबंधए य छविहबंधए य अबंधगा य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छव्विहबंधगा य अबंधए य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छव्विहबंधगा य अबंधगा य, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगे य अबंधए य 5, अहवा सत्तः विहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छविहबंधए य अबंधगा य 6, अहवा सत्सविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छव्विहबंधगा य अबंधए य 7, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविह Page #554 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पष्णवणासुत्तं प० 22 545 बंधगा य अबंधगा य 8, एवं एए अट्ट भंगा, सव्वे वि मिलिया सत्तावीसं भंगा भवंति / एवं मणूसाण वि एए चेव सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा, एवं मुसावाय विरयस्स जाव मायामोसविरयस्स जीवस्स य मणूसस्स य / मिच्छादंसणस्ल्लविरए णं भंते ! जीवे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा छविहबंधए वा एगविहबंधए वा अबंधए वा। मिच्छादंसणसल्लविरए णं भंते ! णेरईए कह कम्मपगडीओ बंधा ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिए / मणूसे जहा जीवे / वाणमंतरजोइसियवेमाणिए जहा गैरइए / मिच्छादसणसलविरया गं भंते ! जीवा कह कम्मपगडीओ बंधंति ? गोयमा ! ते चेव सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा / मिच्छादसणसलविरया गं भंते ! णेरइया कइ कम्मपगडीओ बंधति ! गोयमा ! सव्वे वि ताव होज सत्तविहबंधगा, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एवं जाव वेमाणिया, णवरं मणूसाणं जहा जीवाणं // 595 / / पाणाइवायविरयस्स णं भंते ! जीवस्स किं आरंभिया किरिया कजद्द जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कजइ ? गोयमा ! पाणाइवायविरयस्स णं जीवस्स आरंभिया किरिया सिय कजइ, सिय णो कजइ / पाणाइवायविरयस्स णं भंते! जीवस्स परिग्गहिया किरिया कजइ ? गोयमा ! णो इणढे समंट्टे / पाणाइवायविरयस्स णं भंते ! जीवस्स मायावत्तिया किरिया कजइ ? गोयमा! सिय कजइ, सिय णो कजह / पाणाइवायविरयस्स णं भंते ! जीवस्स अपच्चक्खाणवत्तिया किरिया क.जइ ? गोयमा! जो इणटे समटे / मिच्छादसणवत्तियाए पुच्छा / गोयमा ! णो इणढे समढे / एवं पाणाइवायविरयस्स मणूसस्स वि, एवं जाव मायामोसविरयस्स जीवस्स मणूसस्स य / मिच्छादसण सल्लविरयस्स गं भंते ! जीवस्स किं आरंभिया किरिया कजइ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कजइ ? गोयमा ! मिच्छादंसणसल्लविरयस्स जीवस्स आरंभिया किरिया सिय कजई, सिय णो कजई, एवं जाव अपञ्चक्खाणकिरिया। मिच्छादसणवत्तिया किरिया ण कजइ / मिच्छादसणसल्लविरयस्स णं भंते ! जेरइयस्स किं आरंभिया किरिया कजइ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कजइ ? गोयमा! आरंभिया किरिया कजइ जाव अपच्चक्खाणकिरिया वि कजह, मिच्छादसणवत्तिया किरिया णो कजह / एवं जाव थणियकुमारस्स / मिच्छादंसणसल्लविरयस्स णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स एवमेव पुच्छा / गोयमा ! आरंभिया किरिया कजह जाव Page #555 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविटुसुत्ताणि मायावत्तिया किरिया कजइ, अपञ्चखाणकिरिया सिय फ.जइ, सिय णो कजइ, मिच्छादसणवत्तिया किरिया णो कजह / मणूमस्स जहा जीवस्स / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णेरइयस्स / / 596 // एयासि णं भंते ! आरंभियाणं जाव मिच्छादंसणवत्तियाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ! गोयमा ! सव्वत्थोवाओ मिच्छादंसणवत्तियाओ किरियाओ,अपच्चक्खाणकिरियाओ विसेसाहियाओ.परिग्गहियाओ० विसेसाहियाओ, आरंभियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ, माया त्तियाओ० विसेसाहियाओ / / 597|| पण्णवणाए भगवईए बावीसइमं किरियापयं समत्तं / / तेवीसइमं कम्मपगडिपयं-पढमो उद्देसओ कह पगडी कह बंधइ कइहि वि ठाणेहिं बंधए जीवो / कइ वेएइ य पयडी अणुभावो कइविहो कस्स // कइ | भंते ! कम्मपगडीओ पणत्ताओ ! गोयमा ! अट्ठ कम्मपगडीओ पणत्ताओ / तंजहा–णाणावरणिज 1, दंसणावरणिजं 2, वेयणिनं 3, मोहणिजं 4, आउयं 5, णामं 6, गोयं 7, अंतराइयं 8 / जेरइयाणं भंते ! कइ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! एवं चेव, एवं जाव वेमाणियाणं 1 // 598 // कहं गं भंते ! जीवे अट्ठ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा! णाणावरणिजस्स कम्मस्स उदएणं दरिसणावरणिजं कम्म णियच्छइ, दंसणावरणिजस्स कम्मरस उदएणं दंसगमोहणिजं कम्मं णियच्छइ, दंसणमोहणि जस्स कम्मस्स उदएणं मिच्छत्तं णियच्छइ, मिच्छत्तेणं उदिएणं गोयमा! एवं खलु जीवो अट्ट कम्मपगडीओ बंधइ / कहं णं भंते ! णेरइए अट्ठ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव वेमाणिए / कहणं भंते ! जीवा अट्ठ कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा! एवं चेव, एवं जाव वेमाणिया // 599 / / जीवे णं भंते ! णाणावरणिज कम्मं कहहिं ठाणेहि बंधइ ? गोयमा ! दोहिं ठाणेहिं, तंजहा-रागेण य दोसेण य / रागे दुविहे पणत्ते। तंजहा-माया य लोभे य / दोसे दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-कोहे य माणे य, इच्चे. एहिं चउहिं ठाणेहिं विरओवग्गहिएहिं एवं खलु जीवे णाणावरणिजं कम्मं बंधइ, एवं णेरइए जाव वेमाणिए / जीवा णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं कहहिं ठाणेहि बंधति ? गोयमा ! दोहिं ठाणेहिं एवं चेव, एवं णेरइया जाव वेमाणिया / एवं Page #556 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 23 उ. 1 547 दंसणावरणिजं जाव अंतराइयं, एवं एए एगत्तपोहत्तिया सोलस दंडगा // 600 // जीवे णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं वेएइ ? गोयमा ! अत्थेगइए वेएइ, अन्थेगइए णो वेएइ / णेरइए णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं वेएइ ? गोयमा ! णियमा वेएइ, एवं जाव वेमाणिए, गवरं मणूसे जहा जीवे / जीवा | भंते ! णाणावरणिजं कम्म वेदेति ? गोयमा ! एवं चेव एवं जाव वेमाणिया / एवं जहा णाणावरणिजं तहा दंसणावरणिजं मोहणिजं अंतराइयं च, वेयगिजाउणामगोयाई एवं चेव, णवरं मणूसे वि गियमा वेएइ, एवं एए एगत्तपोहतिया सोलस दंडगा // 601 / / णाणा गिजस्स णं भंते ! कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स पुट्ठस्स बद्ध फासपुट्ठस्स संचियस्स चियस्स उवचियस्स आवागपत्सस्स विवागपत्तस्स फलपत्तस्स उदयपत्तस्स जीवेणं कडस्स जीवेणं णिव्वत्तियस्स जीवेणं परिणामियस्स. सयं वा उदिण्णस्स परेण वा उदीरियस्स तदुभएण वा उरिजमाणस्स गई पप्प ठिई पप्प भवं पप्प पोग्गल. परिणामं पप्प कइविहे अणुभावे पण्णत्ते ? गोयमा ! णाणावरणिजस्स णं कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव पोग्गलपरिणामं पप्प दसविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-सोया. वरणे, सोयविण्णाणावरणे, णेत्तावरणे, णेत्तविण्णाणावरणे, घाणावरणे, घाणविणाणाबरणे, रसावरणे, रसविण्णाणावरणे, फासावरणे, फासविण्णाणावरणे, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणाम, तेसि वा उदएणं जाणियव्वं ण जाणइ, जाणि उकामे वि ण जाणइ, जाणित्ता वि ण जाणइ, उच्छण्णणाणी यावि भवह णाणावरणिजस्स कम्मस्स उदएणं, एस णं गोयमा! णाणावरणिज्जे कम्मे, एम णं गोयमा ! णाणावरणिजस्त कम्मस्स जीवेणं बद्धस्म जाव पोग्गलपरिणामं पाप दसविहे अणुभावे पण्णत्ते // 6.2 // दरिसणावरणिजस्स ण भंते ! कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव पोग्गलपरिणामं पप्प कइ विहे अणुभावे पण्णत्ते ! गोयमा! दरिमणावरणिजस्स णं कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव पोग्गलपरिणामं पप्प णवविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-णिद्दा, णिहाणिद्दा, पयला, पयलापयला, थीणद्धी, चक्खुदंसणावरणे, अचक्खुदंसणावरणे, ओहिदंसणावरणे, केवलदंसणावरणे, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणाम तेसिं वा उदएणे पासियत्वं ण. पासइ, पासिउकामे वि ण पासइ, पासित्ता वि ण पासइ, उच्छण्णदंसणी यावि भवइ दरिसणावरणिजस्स कम्मस्स उदएणं, एस णं गोयमा! दरिसणावरणिजे कम्मे, एस णं गोयमा! दरिसणावरणिजस्स कम्मस्स जीवेणं Page #557 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 548 अनंगपविट्ठसुत्तामि बद्धस्स जाव पोग्गलपरिणामं पप्प णवविहे अणुभावे पण्णत्ते // 603 // सायावेयणिजस्स णं भंते ! कम्मस्स नीवेणं बद्धस्स जाव पोग्गलपरिणामं पप्प कइविहे अणु-. भावे पण्णत्ते ? गोयमा ! सायावेयणिजस्स णं कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव अट्ठविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-मणुण्णा सद्दा 1, मणुण्णा रूवा 2, मणुण्णा गंधा 3, मणुण्णा रसा 4, मणुण्णा फासा 5, मणोसुहया 6, वयसुहया 7, कायसुहया 8, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणाम तेसि वा उदएणं सायावेयणिजं कम्मं वेएइ, एस णं गोयमा ! सायावेयणिजे कम्मे, एस णं गोयमा ! सायावेयणिजस्म जाव अट्टविहे अणुभावे पण्णत्ते / असायावेयणिजस्स णं भंते ! कम्मस्स जीवेणं तहेव पुच्छा उत्तरं च, णवरं अमणुण्णा सद्दा जाव कायदुहया, एस णं गोयमा! असायावेवणिजे कम्मे, एस णं गोयमा ! असायावेयणिजस्स जाव अट्ठविहे अणुभावे पण्णत्ते // 604 // मोहणिजस्स ण भंते ! कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव कहविहे अणुभावे पण्णत्ते 1 गोयमा ! मोहणिज़स्स णं कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव पंचविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-सम्मत्तवेयणिजे, मिच्छत्तवेयणिजे,सम्मामिच्छत्तवेयणिज्जे, कसायवेयणिजे,णोकसायवेयणिजे / जं वेएइपोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीसमा वा पोग्गलाणं परिणामं तेसिं वा उदएणं मोहणिजं कम्मं वेएइ, एस णं गो०! मोहणिजे कम्मे / एस णं गो०! मोहणिजस्स कम्मस्स जाव पंचविहे अणुभावे पण्णत्ते // 605 // आउयस्स णं भंते ! कम्मस्स जीवेणं तहेव पुच्छा / गो०! आउयस्स णं कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव चउविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-णेरइयाउए, तिरियाउए, मणुयाउए, देवाउए, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणामं तेसिं वा उदएणं आउयं कम्म वेएइ, एस णं गोयमा ! आउए कम्मे, एस णं गोयमा! आउयकम्मस्स जाव चउविहे अणुभावे पण्णत्ते // 606 // सुहणामस्स णं भंते ! कम्मस्स जीवेणं पुच्छा। गोयमा ! सुहणामस्स णं कम्मस्स जीवेणं"चउद्दसविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहाइट्टा सद्दा 1, इट्ठा रूवा 2, इटा गंधा 3, इट्टा रसा 4, इट्टा फासा 5, इट्ठा गई 6, इट्ठा ठिई 7, इढे लावण्णे 8, इट्ठा जसोकित्ती 9, इढे उट्ठाणकम्मबलवीरियपुरिसक्कारपरकमे 10, इट्ठस्सरया 11, कंतस्सरया 12, पियस्सरया 13, मणुण्णस्सरया 14, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणामं वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणामं तेसिं वा उदएणं सुहणामं कम्मं वेएइ, एस णं गोयमा ! सुहणामकम्मे, Page #558 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पग्णवणासुत्तं प० 23 उ. 2 546 एम णं गोयमा! सुहणामस्स कम्मस्स जाव चउद्दसविहे अणुभावे पण्णत्ते / दुहगामस्स णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! एवं चेव, णवरं अणिट्ठा सद्दा जाव हीणस्सरया, दीणस्सरया, अकंतस्सरया, जं वेएइ सेसं तं चेव जाव चउद्दसविहे अणुभावे पण्णत्ते // 607 // उच्चागोयस्स गं भंते ! कम्मस्स जीवेणं पुच्छा / गोयमा ! उच्चागोयस्स कम्मस्स जीवेणं बद्धस्स जाव अट्ठविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-जाइवि सिट्ठया 1, कुलवि सिट्ठया 2, बलविसिट्ठया 3, रूवविसिट्टया 4, तविसिट्ठया 5, सुयविसि. या 6, लाभविसिट्ठया 7, इस्सरियविसिट्ठया 8, जं वेएइ पोग्गलं वा पोग्गले वा पाग्गलपरिणाम वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणाम तेसिं वा उदएणं जाव अट्ठविहे अणुभावे पण्णत्ते / णीयागोयस्स गं भंते ! पुच्छा / गोयमा! एवं चेव, णवरं जाइविहीणया जाव इस्सरियविहीणया, जं वेएइ पुस्गलं वा पोग्गले वा पोग्गलपरिणाम वा वीससा वा पोग्गलाणं परिणाम तेसिं वा उदएणं जाव अट्ठविहे अणुभावे पण्णत्ते // 608 // अंतराइयस्स णं भंते ! कम्मस्स जीवेणं पुच्छा / गोयमा! अंतराइयस्स णं कम्मस्स जीवणं बद्धस्स नाव पंचविहे अणुभावे पण्णत्ते / तंजहा-दाणंतराए लाभंतराए भोगंतराए उवभोगंतराए वीरियंतराए, जं वेएइ पोग्गलं वा जाव वीससा वा पोग्गलाणं परिणामं वा तेसि वा उदएणं अंतराइयं कम्मं वेएइ, एस णं गोयमा ! अंतराइए कम्मे, एस. णं गोयमा ! जाव पंचविहे अणुभावे पण्णत्ते // 609 // // पण्णवणाए भगवईए तेवीसइमस्स पयस्स पढमो उद्देसओ समत्तो।। बीओ उद्देसओ ___ कइ णं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! अट्ठ कम्मपंगडीओ पण्णत्ताओ / तंजहा-णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं / णाणावरणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-आभिणियोहियणाणावरणिजे जाव केवलणाणावरणिजे // 610|| दंसणावरणिज्जे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-णिद्दापंचए य दंसणचरक्कए य / णिद्दापंचए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते 1 गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-णिद्दा जाव थीणद्धी / दंसणचउक्कए णं पुच्छा। गोयमा! चउविहे पण्णत्ते / तंजहा-चक्खुदंसणावरणिजे जाव केवलदसणावरणिजे // 611 // वेयणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? Page #559 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 550 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-सायावेयणिजे य असायावेयणिजे य। सायाबेयणिजे णं भंते ! कम्मे पुच्छा / गोयमा ! अहविहे पण्णत्ते। तंजहा-मणुण्णा सद्दा जाव कायसुहया। असायावेयणिजे णं भंते! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! अहविहे पण्णत्ते / तंजहा-अमणुण्णा सद्दा जाव कायदुहया // 612 // मोहणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-दंसणमोहणिजे. य चरित्तमोहणिजे य / दंसणमोहणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पणत्ते ? गोयमा! तिविहे पण्णत्ते / तंजहा-सम्मत्तवेयणिजे, मिच्छत्तवेयणिजे, सम्मामिच्छत्तवेयणिजे / चरित्तमोहणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहाकसायवेयणिजे य, णोकसायवेयणिजे य / कसायव्यणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! सोलसविहे पण्णत्ते / तंजहा-अणंताणुबंधी कोहे, अणंताणुबंधी माणे, अणंताणुबंधी माया, अणंताणुबंधी लोभे, अपच्चक्खाणे कोहे, एवं माणे, माया, लोभे, पच्चक्खाणावरणे कोहे, एवं माणे, माया, लोभे, संजलणकोहे, एवं माणे. माया, लोभे / णोकसायवेयणिजे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! णवविहे पण्णत्ते / तंजहा-इत्थीवेयवेयणिजे, पुरिसवेयवेयणिजे, णपुंसगवेयवेयणिजे, हासे, रई, अरई, भए, सोगे, दुगुंछा // 613 // आउए णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! चउबिहे पण्णत्ते / तंजहा-णेरइयाउए जाव देवाउए // 614 // णामे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! बायालीसइविहे पण्णत्ते / तंजहागइणामे 1, जाइणामे 2, सरीरणामे 3, सरीरोवंगणामे 4, सरीरबंधणणामे 5, सरीरसंघायणामे 6, संघयणणामे 7, संठाणणामे 8, वण्णणामे 9, गंधणामे 10, रसणामे 11, फासणामे 12, अगुरुलहुयणामे 13, उवघायणामे 14, पराघायणामे 15, आणुपुग्विणामे 16, उस्सासणामे 17, आयवणामे 18, उजोयणामे 19, विहायगइणामे 20, तसणामे 21, थावरणामे 22, सुहुमणामे 23, बायरणामे 24, पजत्तणामे 25, अपजत्तणामे 26, साहारणसरीरणामे 27, पत्तेयसरीरणामे 28, थिरणामे 29, अथिरणामे 30, सुभणामे 31, असुभणामे 32, सुभगणामे 33, दुभगणामे 34, सूसरणामे 35, दूसरणामे 36, आदेजणामे 37, अणादेजणाम 38, जसोकित्तिणामे 39, अजसोकित्तिणामे 40, णिम्माणणामे 41, तित्थगरणामे 42 / गइणामे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा! चउविहे पण्णत्ते / तंजहा-णिरयगइणामे, तिरियगइणामे, मणुयगइणामे, देवगइणामे / जाइ Page #560 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 23 उ. 2 551 णामे णं भंते ! कम्मे पुच्छा / गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-एगिदियजाइशामे जाव पंचिंदियजाइणामे / सरीरणामे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! पंच विहे पण्णत्ते / तंजहा-ओरालियसरीरणामे जाव कम्मगसरीरणामे / सरीरोवंगणामे णं भंते !0 कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते। तंजहा ओरालियसरीरोवंगणामे, वेउब्वियसरीरोवंगणामे, आहारगसरीरोवंगणामे / सरीरबंधणणामे णं भंते !0 कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पत्ते / तंजहा ओरालियसरीरबंधणणामे जाव कम्मगसरीबंधणणामे / सरीरसंघायणामे गं भंते !0 कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-ओरालिय. सरीरसंघायणामे जाव कम्मगसरीरसंघायणामे। संघयणणामे णं भंते !. कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! छविहे पण्णत्ते / तंजहा-वइरोसभणारायसंघयणणामे, उसहणारायसंघयणणामे, णारायसंघयणणामे, अद्धणारायसंघयणणामे, कीलियासंघयण. णामे, छेवट्ठसंघयणणामे / संठाणणामे णं भंते !0 कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! छविहे पण्णत्ते / तंजहा-समचउरंससंठाणणामे, णिग्गोहपरिमंडलसंठाणणामे, साइसंठाणणामे, वामणसंठाणणामें, खुजसंठाणणामे, हुंडसंठाणणामे / वण्णणामे णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! पंचविहे. पण्णत्ते / तंजहा-कालवण्णणामे जाव सुकिल्लवण्णणामे / गंधणामे णं भंते ! कम्मे पुच्छा। गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंनहा-सुरभिगंधणामे; दुरभिगंधणामे / रसणामे णं पुच्छा। गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-तित्तरसणामे जाव महुररसणामे / फासणामे णं पुच्छा / गोयमा! अट्टविहे पण्णत्ते / तंजहा-कक्खडफासणामे जाव लुक्खफासणामे / अगुरुलहुयणामे एगागारे पण्णत्ते / उवघायणामे एगागारे पण्णत्ते। पराघायणामे एगागारे पण्णत्ते / आणुपुवीणामे चउन्विहे पण्णत्ते / तंजहा-णेरइयआणुपुवीणामे जाव देवाणुपुटवीणामे / उस्सासणामे एगागारे पण्णत्ते, सेसाणि सव्वाणि एगागाराइं पण्णत्ताई जाव तित्थगरगामे / णवरं विहायगइणामे दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-पसत्थविहायगइणामे य, अपसत्थविहायगद्दणामे य // 615 / / गोए णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-उच्चागोए य णीयागोए य / उच्चागोए णं भंते !0 काविहे पण्णत्ते ? गोयमा! अट्ठविहे पण्णत्ते / तंजहा-जाइवि सिट्ठया जाव इस्सरियविसिट्ठया, एवं णीयागोए वि, णवरं नाइविहीणया जाव इस्सरियविहीणया // 616 // अंतराइए णं भंते ! कम्मे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते / तंजहा-दाणंत Page #561 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 552 अनंगपविट्ठसुत्ताणि राइए जाव वीरियंतराइए // 617|| णाणावरणिजस्स भंते ! कम्मरस केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ! गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उकोसेणं तीसं सागरोवम: कोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अवाहा, अबाहूणिया कम्मठिई कम्मणिसेगे // 618 / / णिहापंचगस्स णं भंते ! कम्मस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा! जहणेणं सागरोवमस्स तिणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं उणिया, उकोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिणि य वाससहस्साइं अवाहा, अबाहूणिया कम्मट्टिई कम्मणिसेगो / दमणच उक्कस्स गं भंते ! कम्मस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उकोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अबाहा० // 619 // सायावेयणिजस्स इरियावहियं बंधगं पडुच्च अजहण्णमणुकोसेणं दो समया, संपराइयबंधगं पडुच्च जहण्णेणं बारस मुहुत्ता, उक्कोसेणं पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरसवाससयाई अबाहा० / असायावेयगिजस्स जहण्णेणं सागरोवमस्स तिण्णि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊगया, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अबाहा०॥६२०॥ सम्मत्तवेयणिजस्स पुच्छा। गोयमा! जहणणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्को. सेणं छाव िसागरोवमाइं साइरेगाई। मिच्छत्तवेयणिजस्स ' जहण्णणं सागरोवमं पलिओवमस्स असंखेजहभागेण ऊणगं, उक्कोसेणं सत्तरि कोडाकोडीओ, सत्त य वाससहस्साई अवाहा, अबाहूणिया० / सम्मामिच्छत्तवेयणिजस्स जहणणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्ते / कसायंबारसगस्स जहण्णणं सागरोवमस्स चत्तारि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं चत्तालीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, चत्तालीसं वाससयाई अबाहा जाव णिसेगो / कोहसंजलणे पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं दो मासा, उक्कोसेणं चत्तालीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, चत्तालीसं वाससयाई अबाहा जाव णिसेगो / माणसंजलणाए पुच्छ।। गोयमा ! जहणणेणं मासं, उक्कोसेणं जहा कोहस्स / मायासंजलणाए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अद्ध मासं, उक्कोसेणं जहा कोहस्स / लोहसंजलणाए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतो. मुहत्तं, उकोसेणं जहा कोहस्स / इत्थिवेयस्स णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरो: वमस्स दिवढं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजहभागेण ऊणयं, उक्कोसेणं पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरसवाससयाइं अबाहा।। पुरिसवेयस्स. णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्गेणं अट्ठ संवच्छराई, उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस Page #562 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- पण्णवणासुत्तं प० 23 उ. 2 वाससयाई अबाहा नाव णिसेगो / णपुंसगवेयस्स णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दोणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीसइं वाससयाई अबाहा। हासरईणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स एवं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणं उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस वाससयाइं अबाहा०। अरइभय. सोगदुगुंछाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दोणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ. वीसं वाससयाई अबाहा०॥६२१॥ णेरइयाउयस्स " पुच्छा। गोयमा ! जहणणं दस वाससहस्साइं अंतोमुत्तमन्भहियाई, उकोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं पुवकोडीतिभागमन्भहियाइं / तिरिक्खजोणियाउयस्स पुच्छा। गोयमा! जहणणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई पुव्वकोडितिभागमब्भहियाई, एवं मणूसाउयस्स वि / देवाउयस्म जहा णेरइयाउयस्स ठिइत्ति // 622 // णिरयगइणामए णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स दो सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइ. भागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीसं वाससयाई अबाहा। तिरियगइमामए जहा णपुंसगवेयस्स / मणुयगइणामए पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दिवढे सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणगं, उक्कोसेणं पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरसवाससयाई अबाहा०। देवगइणामए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स एगं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं जहा पुरिसवेयस्स / एगिदियजाइणामए णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दोणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीसइवाससयाई अबाहा। बेइं. दियजाइणामए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स णव पणतीसइभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ. अट्ठारस य वाससयाइं अबाहा०। तेइंदियजाइणामए णं जहण्णेणं एवं चेव, उक्कोसेणं अहारस सागरोवमकोडाकोडीओ, अट्ठारस वाससयाई अबाहा। चउरिदियजाइ. णामाए णं पुच्छा। गोयमा! नहण्णेणं सागरोवमस्स णव पणतीसइभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ, अट्ठारस वाससयाई अबाहा। पंचिंदियजाइणामाए णं पुच्छा / गोयमा! जहण्णणं सागरोवमस्स दोण्णि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरो Page #563 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 554 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वमकोडाकोडीओ, वीस य वाससयाई अबाहा० / ओरालियसरीरणामाए वि एवं चेव / वेउब्वियसरीरणामाए णं भंते ! पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स दो सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीमइ वाससयाइं अबाहा०। आहारगसरीरणामाए जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ। तेयाकम्मसरीरणामाए जहणेणं दोणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उकोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीस य वाससयाई अबाहा० / ओरालियवे उब्धियआहारगसरीरोवंगणामाए तिण्णि वि एवं चेव, सरीरबंधणणामाए वि पंचण्ड वि एवं चेव, सरीरसंघायणामाए पंचण्ह वि जंहा सरीरणामाए कम्मरस ठिइत्ति, वहरो पभगारायसंघयणणामाए जहा रइणामाए / उसभणारायसंघयणणामाए पुच्छा। गोयमा! ज• सागरोवमस्स छ पणतीसहभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊगया, उक्कोसेणं बारस सागरोवमकोडाकोडीओ, बारस वाससयाइं अबाहा० / णारायमंघयणणामस्म जहणेणं सागरोवमस्स सत्त पणतीसहभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं चोद्दस सागरोवमकोडाकोडीओ चउद्दस वाससपाई अाहा / अद्धणारायसंघयणणामस्स जहण्णेणं सागरोवमस्स अट्ठ पणतीसइ. भागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं सोलस सागरोवमकोडाकोडीओ, सोलस वाससयाई अबाहा० / खीलियासंघयणे णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स णवपणतीसईभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उकोसे गं अपारस सागरोवमकोडाकोडीओ, अट्ठारस वाससयाइं अबाहा० / छेवट्ठसंघयणणामस्म पूच्छा / गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमस्स दोणि सत्तभागा पलि ओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीस य वाससयाई अवाहा०, एवं जहा संघयणणामाए छमणिया एवं संठाणा वि छब्भाणियव्वा / सुक्किलवण्णणामाए पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स एगं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणगं, उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस वाससयाइं अबाहा / हालिद्दवण्णणामाए णं पुच्छा। गोयमा! जहं. ण्णेणं सागरोवमस्स पंच अट्ठावीसहभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं अद्धतेरससागरोवमकोडाकोडी, अद्धतेरस वाससयाई अबाहा० / लोहिय. वण्णणामाए णं पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमस्स छ अट्ठावीसहभागा पलिओ Page #564 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुत्तं प. 23 उ. 2 555 वमस्स असंखेजइभागेहिं ऊणया, उक्कोसेणं पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरस वाससयाई अबाहा० णीलवण्णणामाए पुच्छा / गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमस्स सत्तं अट्ठावीसहभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ, अद्धट्ठारस वाससयाई अबाहा०। कालवण्णणामाए जहा छेवट्ठसंघयणणामस्स / सुन्मिगंधणामाए पुच्छा / गोयमा ! जह सुकिल्लवण्णणामस्स, दुन्भिगंधणामाए जहा छेवट्ठसंघयणस्स, रसाणं महुराईणं जहा वाणा मणिय तहेव परिवाडीए भाणियव्वं, फासा जे अपसत्था तेसिं जहा छेवट्ठस्स, जे पसत्था तेसिं जहा सुकिल्लवण्णणामस्स, अगुरुलहुणामाए जहा ठेवट्ठस्स, एवं उघायणामाए वि, पराघायणामाए वि एवं चेव / णिरयाणुपुर्वाणामाए पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स दो सत्तभागा पलिओवमस्स असंखजइभागेणं ऊणया, उकोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीसं वाससयाई अबाहा० / तिरियाणुपुवीए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दो सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीसह बाससयाई अबाहा०। मणु. याणुपुव्वीणामाए णं पुच्छा / गोयमा ! जहणणं सागरोवमस्स दिवट्ठे सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणयं, उकासेणं पण्णरस सागरोवमकोडाकोडीओ, पण्णरस वाससयाई अबाहा० / देवाणुपुवीणामाए पुग्छ।। गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स एगं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस य वाससयाई अबाहा०। ऊमासणामाए पुच्छा। गोयमा ! जहा तिरियाणुपुवीए, आनवणामाए वि एवं चेव / उजायणामाए वि पसत्यविहायोगइणामाए वि पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगं सागरोवमस्स सत्तभागं, उकोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस वाससयाइं अबाहा०। अपसथविहायोगइणामस्स पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं सागरोवमरस दोणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, वीस य वाससयाइं अबाहा० / तसणामाए थावरणामाए य एवं चेव / सुहुमणामाए पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स णव पणतीसइभागा पलिओवमस्स असंखेजहभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ, अट्ठारस य वाससयाई अबाहा। बायरणामाए जहा अपसस्थविहायोगइणामस्स / एवं पजत्तणामाए वि, अपजत्तणामाए जहा सुहुमणामस्स / पत्तेयसरीरणामाए वि दो सत्तभागा, साहारणसरीर Page #565 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 556 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णामाए जहा सुहुमस्स, थिरणामाए एगं सत्तभागं, अथिरणामाए दो, सुभणामाए एगो, अतुभणामाए दो, सुभगणामाए एगो, दूभगणामाए दो, सूसरणामाए एगो, दूसरणामाए दो, आइजणामाए एगो, अणाइजणामाए दो, जसोकित्तिणामाए जहण्णेणं अट्ठ मुहुत्ता, उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस वाससयाई अबाहा / अजसोकित्तिणामाए पुच्छा / गोयमा ! जहा अपसत्थविहायोगइणामस्स, एवं णिम्माणणामाए वि / तित्थगरणामाए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेण वि अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ। एवं जत्थ एगो सत्तभागो तत्थ उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस वाससयाइं अबाहा, जत्थ दो सत्तभागा तत्थ उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ वीस य वाससयाई अबाहा // 623 / / उच्चागोयस्स णं पूच्छा / गोंयमा ! जहण्णेणं अट्ठ मुहत्ता, उकोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस य वाससयाई अबाहा। णीयागोयस्स पुच्छा! गोयमा ! जहा अपसत्यविहायोगइणामस्स ||624 // अंतराइए णं पुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अबाहा, अबाहूणिया कम्मट्टिई कम्मणिसेगो // 625 // एगिदिया णं भंते ! जीवा णाणावरणिजस्स कम्मस्स किं बंधति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स तिण्णि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं ते चैव पडिपुण्णे बंधति / एवं णिद्दापंचगस्स वि, दंसणचउक्कस्स वि / एगिदिया णं भंते !0 सायावेयणिजस्स कम्मस्स किं बंधंति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स दिवढे सत्तभागं पलिओ. वमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधति / असायावेयणिजस्स जहा णाणावरणिजस्स / एगिदिया णं भंते ! जीवा सम्मत्तवेयणिजस्स किं बंधति 1 गोयमा ! णस्थि किंचि बंधति / एगिदिया ण मंते ! जीवा मिच्छत्तवेयणिजस्स कम्मस्स किं बंधंति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमं पलिओवमस्स असंखे. जइभागेणं ऊणय, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधति / एगिदिया णं भंते ! जीवा सम्मामिच्छत्तवेयणिजस्स० किं बंधति ? गोयमा ! णस्थि किंचि बंधंति / एगिंदिया णं भंते ! जीवा कसायबारसगस्स किं बंधंति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमस्स चत्तारि सत्तभागे पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं ते चेव पडिः पुण्णे बंधंति, एवं नाव कोहसंजलणाए वि जाव लोभसंजलणाए वि / इथिवेयस्स जहा सायावेयणिजस्स / एगिंदिया पुरिसवेयस्स कम्मस्स जहण्णेणं सागरोवमस्स Page #566 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . पण्णवणासुतं प० 23 उ. 2 557 एगें सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेण ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधंति / एगिदिया णपुंसगवेयस्स कम्मस्स जहण्णेणं सागरोदमस्स दो सत्तभागे पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधंति / हासरईए जहा पुरिसवेयस्स, अरइभयसोगदुगुंछाए जहा णपुंसगवेयस्स | णेरइयाउय. देवाउयणिरयगइणाम-देवगइणामवे उब्वियसरीरणाम-आहारगसरीरणाम-णेरइयाणुपुब्विणामदेवाणुपुव्विणामतित्थगरणाम-एयाणि णव पयाणि ण बंधति / तिरिक्ख. जोणियाउयम्स जहणणं अंतोमुहुत्ते, उक्कोसेणं पुन्चकोडी सत्तहिं वाससहस्सेहिं वास. सहस्सइभागेण य अहियं बंधति / एवं मणुस्माउयस्स वि / तिरियगइणामाए नहा णपुंसगवेयस्स / मणुयगइणामाए जहा सायावेयणिजस्स / एगिदियजाइणामाए पंचिदियजाइणामाए य जहा गपुंसगवेयस्स / बेइंदियतेइंदियजाइणामाए पुच्छा। जहणेण सागरोवमस्स णव पणतीसइभागे पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊपए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधंति / चउरिदियणामाए वि जहणणं सागरोवमस्स णव पणतीसइभागे पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊगए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधति / एवं जत्थ जहण्णगं.दो सत्तभागा तिणि वा चत्तारि वा सत्तभागा अट्ठावीसहभागा भवति, तत्थ णं जहणणं ते चेव पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणगा भाणियव्वा, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्ण बंधति / जत्थ णं जहण्णेणं एगो वा दिवडो वा सत्तभागो तत्थ जहण्णणं तं चेव भाणियव्वं उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधंति / जसोकित्तिउच्चागोयाणं जहण्णेणं सागरोवमस्स एगं सत्तभागं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उकोसेणं तं चेव-पडिपुण्णं बंधति / अंतराइयस्स णं भंते ! पुच्छा / गोयमा ! जहा गाणावरणिजस्स जाव उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधंति // 626 // वेइंदिया णं भंते! जीवा णाणावरणिजस्स कम्मस्स किंबंधति ? गोयमा ! जहण्णेणं. सागरोवमपणवीसाए तिणि सत्तभागा पलिओक्मस्स असंखेजहभागेणं ऊणया,उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधति,एवं णिहापंचगस्स वि / एवं जहा एगिदियाणं भाणियं तहा बेइंदियाण वि भाणियव्वं, णवरं सागरोवमपणवीसाए सह भाणियव्वा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणा, सेसं तं चेव पडि पुण्ण बंधंति / जत्थ एगिं दिया ण बंधति तत्थ एए वि ण बंधति / बेइंदिया ण भंते ! जीवा मिच्छत्तवेयणिजस्स० किं बंधंति ? गोयमा! जहण्णणं सागरोवमपणसिं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधति / तिरिक्खजोणियाउयस्स Page #567 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 558 अनंगपविटुसुत्ताणि जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुवकोडिं चउहिं वासेहिं अहियं बंधति / एवं मणुयाउयस्स वि, सेसं जहा एगिदियाणं जाव अंतराइयस्स // 627 // तेइंदिया णं भंते ! जीवा णाणावरणिजस्स० किं बंधति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमपण्णासाए तिणि सत्तभागा पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणया, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधति, एवं जस्स जइ भागा ते तस्स सागरोवमपण्णासाए सह भाणियव्वा / तेइंदिया णं भंते !0 मिच्छत्तवेयणिजस्स कम्मस्स किं बंधंति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमपण्णास पलिओवमस्सासंखेजहभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण् बंधंति / तिरिक्खजोणियाउस्स जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुवकोडिं सोलसेहि राईदिएहिं राइंदियतिभागेण य अहियं बंधति, एवं मणुस्साउयस्स वि, सेसं जहा बेइंदियाणं. जाव अंतराइयस्स // 628|| चउरिंदिया णं भंते ! जीवा णाणावरणिजस्स० किं बंधति ? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमसयस्स तिणि सत्तभागे पलिओ वमस्स असंखेजहभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधंति, एवं जस्स जइ भागा तस्स सागरोवमसएण सह भाणियव्वा / तिरिक्खजोणियाउयस्स कम्मस्स जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडिं दोहिं मासेहिं अहियं / एवं मणुस्साउयस्स वि, सेसं जहा बेइंदियाणं, णवरं मिच्छत्तवेयणिजस्स जहण्णे सागरोवमसयं पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधंति, सेसं जहा बेइंदियाणं जाव अंतराइयस्स // 629 // असण्णी ण भंते! जीवा पंचिंदिया णाणावरणिजस्स कम्मस्स किं बंधति ! गोयमा ! जहणणं सागरोवमसहस्सस्स तिष्णि सत्तभागे पलिओवमस्सासंखेजहभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे बंधति, एवं सो चेव गमो जहा बेइंदियाणं णवरं सागरोवमसहस्सेण समं भाणियव्वं जस्स जइ भागत्ति / मिच्छत्तवेयणिजस्स जहण्णेणं सागरोवमसहस्सं पलिओवमस्सासंखेजहभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं / णेरइयाउयस्स जहणणेणं दस वामसहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं पुवकोडि. तिभागब्भहियं बंधति / एवं तिरिक्खजोणियाउयस्स वि, णवरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, एवं मणुयाउयस्स वि, देवाउयस्स जहा णरइयाउयरस / असणी णं भंते ! जीवा पंचिंदिया गिरयगइणामाए कम्मस्स किं बंधति ? गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमसह. स्सस्स दो सत्तभागे पलिओवमस्स असंखेजइभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं ते चेव पडिपुण्णे०, एवं तिरियगइणामाए वि / मणुयगइणामाए वि एवं चेव, गवरं जहण्णे,णं Page #568 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .पण्णवणासुत्तं 50.23 उ. 2 556 सागरोवममहस्सस्स दिवढे सत्तभागं पलिओवमस्सासंखेजहभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधति / एवं देवगइणामाए वि, णवरं जहण्णेणं सागरोवमसहस्स. म्स एगं सत्तभागं पलिओवमस्सासंखेजहभागेणं ऊणयं, उक्कोसेणं तं चेव पडिपुण्णं बंधति / वे उव्वियसरीरणामाए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमसहस्सस्स दो सत्तभागे पलिओवमस्सासंखेजइभागेणं ऊणए, उक्कोसेणं दो पडिपुण्णे बंधति। सम्मत्तमम्मामिच्छत्तआहारगसरीरणामाए तित्थगरणामाए ण किंचि वि बंधति / अवसिटुं जहा बेइंदियाणं, णवरं जस्स जत्तिया भामा तस्स ते सागरोवमसहस्सेण सह भाणि वव्वा सव्वेसिं आणुपुवीए जाव अंतराइयस्स // 630 // सण्णी गं भंते ! जीवा पंचिंदिया णाणावरणिजस्स कम्मस्स किं बंधति ! गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुत्तं, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अबाहा / सप्णी गं भंते !0 पंचिंदिया णिद्दापंचगस्स किं बंधति ?.गोयमा ! जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साई अबाहा / दंसणचउक्कस्स जहा णाणावरणिजस्स / सायावेयणिजस्स जहा ओहिया ठिई भणिया तहेव भाणियव्वा, इरियावहियबंधयं पडुच्च संपराइयबंधयं च / असायावेयणिजस्म जहा णिद्दापंचगस्स / सम्मत्तवेयणिजस्स सम्मामिच्छत्तवेयणिजस्स जा ओहिया ठिई भणिया तं बंधति / मिच्छत्तवेयणिजस्स जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेणं सत्तर सागरोवमकोडाकोडीओ, सत्तरि य वाससहस्साई अबाहा / कसायबारसगस्स जहण्णेणं एवं चेव, उक्कोसेणं चत्तालीसं सागरोवमकोडा. कोडीओ. चत्तालीस य वाससयोइं अबाहा। कोहमाणमायालोभसंजलणाए य दो मासा, मासो, अद्धमासो, अंतोमुत्तो, एवं जहण्णगं; उक्कोसगं पुण जहा.कसायबारसगस्स | चउण्ड वि आउयाणं जा ओहिया ठिई भणिया तं बंधंति / आहारगसरीरस्स तित्थगरणामाए य जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ। पुरिसवेयणिजस्स जहण्णेणं अट्ठ संवच्छराई, उक्कोसेणं दस सागरोवमकोडाकोडीओ, दस य वाससयाइं अबाहा / जसोकित्तिणामाए उच्चागोयस्स एवं चेव, णवरं जहण्णेणं अट्ठ मुहुत्ता। अंतराइयस्स जहा णाणावरणिजस्स, सेसएसु सव्वेसु ठाणेसु संघयणेसु संठाणेसु वण्णेसु गंधेसु य जहण्णेणं अंतोसागरोवमकोडाकोडीओ, उक्कोसेणं जा जस्स ओहिया ठिई भणिया तं बंधंति, णवरं इमं णाणत्तं-अवाहा अबाहूणिया ण बुच्चइ / एवं आणुपुवीए सव्वेसि जाव अंत Page #569 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 160 अनंगपबिटुसुत्ताणि रायस्स ताव भाणियव्वं // 631 // गाणावरगिजस्स णं भंते ! फम्मस्स नहण्णठिईबंधए के ? गोयमा ! अण्णयरे मुहमसंपराए उवसामए वा खवगए वा, एस गोयमा ! णाणावरणिजस्स कम्मस्स जहण्णठिईबंधए, तव्वइरित्ते अजहण्णे, एवं एएणं अभिलावेणं मोहाउयवजाणं सेसकम्माणं माणियव्वं / मोहणिजस्स णं भंते ! कम्मस्स जहण्णठिईबंधए के ! गोयमा! अण्णयरे बायरसंपराए उवसामए वा खवए वा, एस णं गोयमा! मोहणिजस्स कम्मस्स जइण्णठिईबंधए, तव्वइरित्ते अजहण्णे / आउयस्स णं मंते ! कम्मस्स जहण्णठिईबंधए के ? गोयमा ! जे णं जीवे असंखेप्पद्धापविटे, सव्वणिरुद्धे से आउए, सेसे सव्वमहंतीए आउयबंधद्धाए तीसे णं आउयबंधाए चरिमकालसमयंसि सव्वजहणियं ठिई पजत्तापजत्तियं णिव्वत्तेइ, एस | गोयमा ! आउयकम्मस्स जहण्णठिईबंधए, तव्वइरित्ते अजहण // 632 // उक्कोसकालढिइयं णं भंते ! णाणावरणिजं० कि रइओ बंधह, तिरिवस.जोणिओ बंधइ, तिरिक्खजोणिणी बंधइ, मणुस्सो बंधइ, मणुस्सिणी बंधइ, देवो बंधइ, देवी बंधइ ? गोयमा ! णेरइओ वि बंधइ जाव देवी वि बंधइ / केरिसए ण भंते ! णेरइए उक्कोसकालहिइयं णाणावरणिज कम्मं बंधइ ? गोयमा ! सण्णी पंचिंदिए सव्वाहिं पजत्तीहिं पजत्ते सागारे जागरे सुत्तो(ओ)वउत्ते मिन्छादिट्ठी कण्हलेसे य उक्कोससंकिलिट्ठपरि. णामे ईसिमज्झिमपरिणामे वा, एरिसए णं गोयमा! गेरइए उक्कोसकालढिइयं णाणावरणिजं कम्मं बंधइ / केरिसए णं भंते ! तिरिक्खजोगिए उक्कोसकालट्ठिइयं णाणावरणिजं कम्मं बंधइ ? गोयमा ! कम्मभूमए वा कम्मभूमगपलिभागी वा सण्णी पंचिदिए सव्वाहिँ पजत्तीहिँ पजत्तए, सेमं तं चेव जहा णेरइयस्स / एवं तिरिक्खजोणिणी वि मणूसे वि मणूसी वि, देवदेवी जहा णेरइए, एवं आउयवजाणं सत्तण्हं कम्माणं / उक्कोसकालढिइयं णं भंते ! आउयं कम्मं किं णेरइओ बंधइ जाव देवी बंधइ ? गोयमा ! णो णेरइओ बंधइ, तिरिक्खजोणिओ बंधइ, णोतिरिक्खजोगिणी बंधइ, मणुस्से वि बंधइ, मणुस्सी वि बंधइ, णो देवो बंधइ, णो देवी बंधइ / केरिसए णं भंते ! तिरिक्खजोणिए उक्कोसकालढिइयं आउयं कम्मं बंधइ ? गोयमा ! कम्मभूमए वा कम्मभूमगपलिभागी वा सण्णी पंचिंदिए सव्वाहिं पजत्तीहिं पजत्तए सागारे जागरे सुत्तोवउत्ते मिच्छट्ठिी परमकण्हलेसे उक्कोससंकिलिट्ठपरिणामे, एरिसए ण गोयमा ! तिरिक्खजोणिए उक्कोसकालट्ठिइयं आउयं कम्मं बंधइ / केरिसए णं भंते ! मणूसे उक्कोसकालट्ठियं आउयं कम्मं बंधइ ? गोयमा! कम्मभूमए वा कम्मभूमगपलिभागी वा जाव सुत्तो(ओ)वउत्ते सम्मदिट्ठी वा मिच्छदिट्ठी वा कण्हलेसे वा सुक्क Page #570 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प. 24 561 लेसे वा णाणी वा अण्णाणी वा उक्कोससंकिलिट्ठपरिणामे वा असंकिलिट्ठपरिणामे वा तप्पाउग्गविसुज्झमाणपरिणामे वा, एरिसए णं गोयमा ! मणूसे उक्कोसकालहिइयं आउयं कम्मं बंधइ / केरिसिया णं भंते ! मणुस्सी उक्कोसकालट्टिइयं आउयं कम्म बंधइ ? गोयमा ! कम्मभूमिया वा कम्मभूमगपलिभागी वा जाव सुत्तोवउत्ता सम्मदिट्ठी सुक्कलेसा तप्पाउग्गविसुज्झमाणपरिणामा, एरिसिया णं गोयमा ! मणूसी उक्कोसकालहियं आउयं कम्मं बंधह, अंतराइयं नहा णाणावरणिजं // 633 // / / पण्णवणाए भगवईए तेवीसइमं कम्मपगडीपयं समत्तं / / . चउवीसइमं कम्मबंधपयं कइ णं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! अट्ठ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ / तंजहा–णाणावरणिनं जाव अंतराइयं / एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं / जीवे णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं बंधमाणे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा छविहबंधए वा / णेरइए णं भंते ! णाणावरणि कम्मं बंधमाणे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठ. विहबंधए वा, एवं जाव वेमाणिए, णवरं मणुस्से जहा जीवे। जीवा णं भंते ! णाणावरणिज कम्मं बंधमाणा कइ कम्मपगडीओ बंधंति ? गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य, अहवा. सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छविहबंधए य, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छव्विहबंधगा य / णेरइया णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं बंधमाणा कइ कम्मपगडीओ बंधंति ! गोयमा! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य तिण्णि भंगा, एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइया णं पुच्छा / गोयमा ! सत्तविहबंधगा वि अट्ठविहबंधगा वि, एवं जाव वणस्सइकाइया। विगलाणं पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं तियभंगो-सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य, अहवा सत्तविह. बंधगा य अट्ठविहबंधगा य / मणूसा णं भंते ! णाणावरणिजस्स पुच्छा / गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा 1, अहवा सत्तविहबंधगा य अहविहबंधए य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य छविहबंधए य 4, अहवा सत्तविहबंधगा य छन्विहबंधगा य 5, अहवा सत्तविहबंधगा य Page #571 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 562 अनंगपविट्ठसुत्ताणि अट्ठविहबंधए य छविहबंधए य 6, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधए य छविहबंधगा य 7, अहवा सत्तविहबंधगा य अढविहबंधगा य छविहबंधए य 8; अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छव्विहबंधगा य 9, एवं एए णव भंगा। सेसा वाणमंतराइया जाव वेमाणिया जहा णेरइया सत्तविहाइबंधगा भणिया तहा भाणियव्वा / एवं जहा णाणावरणं बंधमाणा जहिं भणिया दंसणावरणं पि बंधमाणा तहिं जीवाइया एगत्तपोहत्तएहिं भाणियव्वा // 634 // वेयणिज० बंधमाणे जीवे कर कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा छव्विहबंधए वा एगविहबंधए वा, एवं मणूसे वि / सेसा णारगाइया सत्तविहबंधगा वा अट्ठविहबंधगा वा जाव वेमाणिए / जीवा णं भंते ! वेयणिजंकम्मं पुच्छा। गोयमा! सव्वे वि ताव होना सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधए य, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य, अवसेसा णारगाइया जाव वेमाणिया जाओ णाणावरणं बंधमाणा बंधंति ताहि भाणियव्वा / गबरं मणूमा णं भंते ! वेयणिजं कम्मं बंधमाणा कइ कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधए य 4, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगा य 5, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छव्विहबंधए य 6, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छविहबंधगा य 7, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधए य 8, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगा य 9, एवं एए णव भंगा भाणियव्वा // 635 / / मोहणिज० बंधमाणे जीवे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! जीवेगिदियवजो तियभंगो। जीवेगिंदिया सत्तविहबंधगा वि अट्ठविहवंधगा वि / जीवे णं भंते ! आउयं कम्मं बंधमाणे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा! णियमा अट्ठ, एवं णेरइए जाव वेमाणिए, एवं पुहत्तेण वि / णामगोयंतराइयं० बंधमाणे जीवे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा! जाओ गाणावरणिजं कम्मं बंधमाणे बधइ ताहिँ भाणियव्वो, एवं णेरइए वि जाव वेमाणिए, एवं पुहुत्तेण वि भाणियव्वं // 636 // पण्णवणाए भगवईए चउवीसइमं कम्मबंधपयं समत्तं॥ Page #572 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पणवीसइमं कम्मबंधवेयपयं कइ णं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! अट्ठ कम्मपगडीओ पण्णासाओ। तंजहा-णाणावरणिजं जाव अंतराइयं, एवं रक्ष्याणं जाव वेमाणियाणं / नीवे णं भंते ! णाणावरणिज कम्मं बंधमाणे कइ कम्मपगडीओ वेएइ ? गोयमा ! णियमा अट्ठ कम्मपगडीओ वेएइ / एवं णेरइए जाव वेमागिए, एवं पुहुत्तेण वि / एवं वेयणिजवजं जाव अंतराइयं / जीवे णं भंते ! वेयणिजं कम्मं बंधमाण कर कम्मपगडीओ वेएइ ? गोयमा! सत्तविहवेयए वा अविहवेयए वा चउविहवेयए वा, एवं मणूसे वि / सेसा णेरइयाई एगत्तेणं पुहुत्तेण विणियमा अट्ठ कम्मपगडीओ वेदेति जाव वेमाणिया / जीवा णं भंते ! वेयणिजं कम्मं बंधमाणा कइ कम्मपगडीओ वेदेति 1 गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा अट्ठविहवेदगा य चउव्विवेदगा य 1, अहवा अट्ठविहवेदगा य च उव्विवेदगा य सत्तविहवेदए य 2, अहवा अट्ठविह. वेदगा य चउव्विहवेदगा य सत्तविहवेदगा य 3, एवं मणूमा विभाणियव्या // 637|| / पण्णवणाए भगवईए पणवीस इमं कम्मबंधवेयपयं समत्तं / / छव्वीसइमं कम्मवेयबंधपयं कइ णं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! अट्ठ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ। तंजहा-णाणावरणिजं जाव अंतराइयं / एवं रइयाणं जाव वेमाणियाणं / जीवे णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं वेयमाणे कई कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा छविहबंधए वा एगविहबंधए वा। णरइए णं भंते! णाणावरणिजं कम्मं वेयमाणे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा, एवं जाव वेमाणिए, एवं मणूसे जहा जीवे / जीवा णं भंते! णाणावरणिजं कम्मं वेएमाणा कइ कम्मपगडीओ बंधंति ! गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य 1, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छव्विहबंधए यं 2, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहांधगा य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य अहविहबंधगा य एगविहबंधए य 4, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधगा य 5, अहया सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छव्विहबंधए य एगविहबंधए य 6 अहवा सत्तविहबंधना य अट्टविह Page #573 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 564 ___ अनंगपविट्ठसुसागि बंधगा य छबिहबंधए य एगविहबंधगा य 7, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छव्विहबंधगा य एगविहबंधए य 8, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगा य एगविहबंधगा य 9, एवं एए णव भंगा। अवसेसाणं' एगिदियमणूसवजाणं तियभंगो जाव वेमाणियाणं / एगिदिया णं सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य / मणूसाणं पुच्छा / गोयमा ! सब्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा 1, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य 3, अहवा सत्तविहबंधगा य छव्विहबंधए य 4, एवं छव्विबंधएण वि समं दो भंगा 5, एगविहबंधएण वि समं दो भंगा 6-7, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य छविहबंधए य चउभंगो 1, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए य एगविहबंधए य चउभंगो 2, अहवा' सत्तविहबंधगा य छव्विहबंधए य एगविहवंधए य चउभंगो 3, अहवा सत्तविहबंधगा य अद्दविहबंधए य छविहबंधए य एगविहबंधए य भंगा अट्ट, एवं एए सत्तावीसं भंगा। एवं जहा गाणावरणिजं तहा दंसणावरणिजं पि अंतराइयं पि // 638 // जीवे ण भंते ! वेयणिजं कम्मं वेएमाणे कइ कम्मपगडीओ बंधइ ! गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा छविहबंधए वा एगविहबंधए वा अबंधए वा, एवं मणूसे वि / अवसेसा णारयाइया सत्तविहबंधगा अट्ठविहबंधगा य, एवं जाव वेमाणिया / जीवा गं भंते ! वेयणिज कम्मं वेएमाणा कह कम्मपगडीओ बंधति ! गोयमा ! सम्बे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य एगविहबंधगा य 1, अहबा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधए य 2, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगा य 3, अबंधगेण वि समं दो भंगा भाणियव्वा 5, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधए य अबंधए य च उभंगो, एवं एए णव भंगा। एगिदियाणं अभंगयं, णारगाईणं तियभंगा जाव वेमाणियाणं / णवरं मणूसाणं पुच्छा / सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य विहबंधए य अट्ठविहबंधए य अबंधए य, एवं एए सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा, एवं जहा वेयणिजं तहा आउयं णामं गोयं च भाणियव्वं / मोहणिजं वेएमाणे जहा बंधे णाणा-. वरणिजं तहा भाणियव्वं // 639 // पण्णवणाए भगवईए छटवीसइमं कम्मवेयबंधपयं समत्तं // Page #574 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सत्तावीसइमं कम्मवेयवेयगपयं कह गं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ! गोयमा ! अट्ट कम्मपगडीओ पण्णताओ / तंजहा-णाणावरणिजं जाव अंतराइयं, एवं णेरइयाणं नाव वेमाणियाणं / मीवे णं भंते ! णाणावरणिजं कम्मं वेएमाणे कइ कम्मपगडीओ वेएइ ? गोयमा ! सत्तविहवेयए वा अट्ठविहवेयए वा, एवं मणूसे वि / अवसेसा एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि णियमा अढ कम्मपगडीओ वेदेति जाव वेमाणिया / जीवा गं भंते ! णाणावरणिजं. वेएमाणा कइ कम्मपगडीओ वेएंति ! गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा अहविहवेयगा 1, अहवा अट्ठविहवेयगा य सत्तविहवेयए य 2, अहवा अट्टविहवेयगा ब सत्तविहवेयगा य 3, एवं मणूसा वि / दरिसणावरणिज अंतराइयं च एवं चेष भाणियव्वं / वेयगिजं आउयणामगोत्ताई वेएमाणे कइ कम्मपगडीओ वेएइ ! गोयमा ! जहा बंधवेयगस्स वेयणिजं तहा भाणियव्वाणि | नीवे णं भंते ! मोहणिक कम्मं वेएमाणे कइ कम्मपगडीओ वेएइ ? गोयमा ! णियमा अट्ट कम्मपगडीओ बेएइ, एवं णेरइए नाव वेमाणिए, एवं पुहुत्तेण वि // 640 // पण्णवणाए भगवईए सत्तावीसइमं कम्मवेयवेयगपयं समत्तं // अट्ठावीसइमं आहारपयं-पढमो उद्देसो सच्चित्ताहारट्ठी केवह किं वावि सन्वओ चेव / कहभागं सव्वे खलु परिणामे चेव बोद्धब्वे // 1 // एगिदियसरीराई लोमाहारो तहेव मणभक्खी / एएसिं तु पयाणं विभावणा होइ कायव्वा // 2 // गैरइया णं भंते! किं सचित्ताहारा, अचित्ताहारा, मीसाहारा ! गोयमा! णो सचित्ताहारा, अचित्ताहारा, णो मीसाहारा, एवं असुरकुमारा जाव वेमाणिया / ओरालियसरीरा जाव मणूसा सचित्ताहारा वि अचित्ताहारा वि मीसाहारा वि / णेरइया णं भंते ! आहारट्ठी! हंता! आहारट्ठी। णेरइया णं भंते ! केवहकालस्स आहारट्टे समुप्पजइ ? गोयमा ! णेरइयाणं दुविहे आहारे पण्णत्ते / तंजहा-आभोगणिव्वत्तिए य अणाभोगणिव्वत्तिए य / तत्थ णं जे से अणाभोगणिव्वत्तिए से णं अणुसमयविरहिए आहारट्टे समुप्पजइ / तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से णं असंखिजसमइए अंतोमुहुत्तिए आहारट्टे समुप्पजइ // 641 // गेरइया णं भंते ! किमाहारमाहारेति ? गोयमा! दव्वओ अणंतपएसियाई, खेत्तओ Page #575 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि असंखेजपएसोगाढाई, कालओ अण्णयरहिइयाई, भावओ वण्णमंताई गंधर्मताई रसमंताई फासमंताई / जाई भंते! भावओ वणमंताई आहारेति ताई कि एगवण्णाई भाहारेति जाव पंचवण्णाई आहारेति ? गोयमा ! टाणमन्गणं पडुछ एगवणाई 'पि भाहारेति जाव पंचवण्णाई पि आहारैति, विहाणमग्गणं पडुच्च कावणाई पि आहारेति जाव सुकिल्लाई पि आहारैति / जाइं० वण्णओ कालवणाई आहाति ताई कि एगगुणकालाई आहारैति जाव दसगुणकालाई आहारैति, संखिजगुणकालाई, असंखिजगुणकालाई, अणंतगुणकालाई आहारेति ? गोयमा! एगगुणकालाई पि आहारेति जाव अणतगुणकालाई पि आहारेति, एवं जाव सुकिल्लाई पि, एवं गंधओ वि रसओ वि / जाइं भावओ फासमंताई आहारैति ताई णो एगफासाइं आहारैति, गो दुफासाइं आहारेति, णो तिफासाई आहारेति, चउफासाई पि आहारति जाव भट्ठफासाई पि आहारेति, विहाणमग्गणं पडुच्च कक्खडाई, पि आहारति जाव लुक्खाइं / जाई. फासओ कक्खडाई आहारेति ताई कि एगगुणकवखडाई आहारति नाव अणंतगुणकक्खडाइं आहारेंति ! गोयमा ! एगगुणकक्खडाई पि आहारति जाव अणंतगुणकक्खडाई पि आहारेति, एवं अट्ठ वि फासा भाणियव्वा जाव अणंतगुणलुक्खाई पि आहारेति / जाइं भंते ! अणंतगुणलुक्खाई आहारेति ताई कि पुट्ठाइं आहारति अपुट्ठाई आहारेति ! गोयमा ! पुट्ठाई आहारैति, णो अपुट्ठाई आहारेति, जहा भासुद्देसए जाव णियमा छद्दिसि आहारेति, ओसj कारणं पडुच्च वण्णओ कालणीलाई, गंधओ दुन्भिगंधाइं, रसओ तित्तकडुयाई, फासओ कक्खडगरुयसीयलुक्खाई, तेसिं पोराण वण्णगुणे गंधगुणे रसगुणे फासगुण विपरिणामइत्ता परिपीलइत्ता परिसाडइत्ता परिविद्धंसइत्ता अण्णे अपूवे वणगुणे गंधगुणे रमगुण फासगुणे उप्पाइत्ता आयसरीरखेतोगाढे पोग्गले सव्वप्पणयाए आहारं आहारनि / णेरहया णं भंते ! सव्वओ आहारेति सव्वओ परिणामेंति, सव्वओ ऊमसंति, सव्वओ णीससंति, अभिक्खणं आहारेंति अभिक्खणं परिणामेंति, अभिक्रवणं ऊससंति, अभिक्खणं णीससंति, आहच्च आहारति, आहच्च परिणामेति, आहच्च ऊससंति, आहच्च णीससंति ? हंता गोयमा ! णेरइया सव्वओ आहारेति एवं तं चेव जाव आहच्च णीससंति // 642 // णेरइया ण भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताएं गिण्हंति ते णं तेसिं पोग्गलाणं सेयालंसि कहभागं आहारेति, कइभागं आसाएंति ? गोयमा ! असंखेजइभागं आहारैति, अणंतभागं अस्साएंति / गेरइया णं भंते ! जे Page #576 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प. 28 उ. 1 567 पोगले आहारत्ताए गिव्हंति ते किं सव्वे आहारेति, णो सव्वे आहारेति ? गोयमा! ते सव्वे अपरिसेसए आहारेति / णेरइया णं भंते ! जे पोग्गला आहारत्ताए गिण्हति ते णं तेसिं पोग्गला कीसत्ताए भुजो भुजो परिणमंति ! गोयमा ! सोइंदियत्ताए नाव फासिंदियत्ताए अणिद्वत्ताए अकंतत्ताए अप्पियत्ताए असुभत्ताए अमणुण्णत्ताए अमणामत्ताए अणिच्छियत्ताए अ(ण)भिज्झियत्ताए अहत्ताए णो उद्धृत्ताए दुक्खत्ताए जो सुहत्ताए तेसि भुजो भुजो परिणमंति // 643 / / असुरकुमारा गं भंते ! आहारट्ठी ? हंता ! आहारट्ठी / एवं जहा णेरइयाणं तहा असुरकुमाराण वि भाणियव्वं जाव तेसिं भुजो भुजो परिणमंति / तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से गं जहणणं चउत्थभत्तस्स, उक्कोसेणं साइरेगवाससहस्सस्स आहारट्टे समुप्पजइ / ओसण्णं कारणं पडुच्च वण्णओ हालिहसुकिल्लाई, गंधओ सुब्मिगंधाइं रसओ अंबिलमहुराई, फासओ मउयलहुयणिधुण्डाई, तेसिं पोराणे वण्णगुणे नाव फासिदियत्ताए नाव मणामत्ताए इच्छ्रियत्ताए भिज्झियत्ताएं उपत्ताए णो अहत्ताए सुहत्ताए णो दुहत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति, सेसं जहा णेरइयाणं, एवं जाव थणियकुमाराणं, णवरं आभोगणिव्वत्तिए उक्कोसेणं दिवसपुहुत्तस्स आहारट्टे समुप्पजह // 644 // पुढविकाइया | भंते ! आहारट्ठी ? हंता ! आहारट्ठी। पुढविकाइया णं भंते ! . केवइकालस्स आहारट्टे समुपजद ? गोयमा ! अणुसमयमविरहिए आहारट्टे समुप्पजइ / पुढविकाइयाणे भंते ! किमाहारमाहारेति ? एवं जहा जेरइयाणं जाव ताई कइदिसिं आहारेति ? गोयमा ! णिव्वाघोएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं सिय च उदिसिं सिय पंच दिसिं, णवरं ओसण्णकारणं ण भण्णइ / वण्णओ कालणीललोहियहालिद्दसुकिल्लाई, गंधओ सुन्भिगंधदुन्भिगंधाइं, रसओ तित्तरसकडुयरसकसायरसअंबिलमहुराई, फासओ कक्खडफासमउयगरुयलहुर सीयउहणिद्धलुवखाई, तेसिं पोराणे वण्णगुणे सेसं जहा णेरइयाणं जाव आहच्च ण ससंति / पुढविकाइया ण भंते! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति तेसिं भंते ! पोग्गलाणं सेयालंसि कहभागं आहारेति, कइभानं आसाएंति ? गोयमा ! असंखेजइभागं आहारैति, अणंतभागं 'आसाएंति / पुढविवाहया णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति ते किं सव्वे आहारेति, णों सव्वे आहारेति ? जहेव णेरइया तहेव / पुढविकाइया णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति ते णं तेसिं पुग्गला कीसत्ताए भुजो भुजो परिणमंति ? गोयमा ! फासिदियवेमायत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति, एवं जाव वणस्सइ. Page #577 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 568 अनंगपविट्ठसुत्ताणि काइया // 645 // बेइंदिया णं भंते ! आहारट्ठी ! हंता ! आहारट्ठी / बेइंदिया णं भंते ! केवइकालस्स आहारटे समुप्पजह ? जहा णेरइयाणं, णवरं तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से णं असंखिजसमइए अंतोमुहुत्तिए वेमायाए आहारट्टे समुप्पजइ, सेसं जहा पुढविकाइयाणं जाव आहच्च णीससंति, गवरं णियमा छद्दिसिं / बेइंदियाणं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति ते णं तेसिं पुग्गलाणं सेयालंसि कहभागं आहारेति कहभागं आसाएंति ? एवं जहा णेरइयाणं / वेइंदिया णं भंते ! जे पोग्गला आहारत्ताए गिण्हंति ते किं सव्वे आहारति, णो सव्वे आहारेति ? गोयमा ! बेइं. दियाणं दुविहे आहारे पण्णत्ते / तंजहा-लोमाहारे य पंक्खेवाहारे य, जे पोग्गले लोमाहारत्ताए गेण्हंति ते सव्वे अपरिसेसे आहारेंति, जे पोग्गले पक्खेवाहारत्ताए गेण्हंति तेसिमसंखेजइभागमाहारेति, अणेगाइं च णं भागसहस्साई अफासाइजमाणाणं अणासाइजमाणाणं विद्धंसमागच्छति / एएसि णं भंते! पोग्गलाणं अणासाइजमाणाणं अफासाइजमाणाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा ! सव्वत्थोवा पोग्गला अणासाइजमाणा, अफासाइजमाणा अणंतगुणा / बेइंदिया णं भंते ! जे पोग्गला आहारत्ताए-पुच्छा / गोयमा ! जिन्भिदियफासिंदियवेमायत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति / एवं जाव चउरिंदिया, णवरं गाइं च णं भागसहस्साई अणाघाइजमाणाई अणासाइजमाणाई अफासाइजमाणाई विद्धंसमागच्छंति / एएसि णं भंते ! पोग्गलाणं अणाघाइजमाणाणं अणासाइजमाणाणं अफासाइजमाणाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थीवा पोग्गला अणाघाइजमाणा, अणासाइजमाणा अणंतगुणा, अफासाइजमाणा अणंतगुणा // 646 // तेइंदिया णं भंते ! जे पोग्गला-पुच्छा / गोयमा ! ते णं पोग्गला घाणिदियजिभिदियफासिदियवेमायत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति / चउरिंदियाणं चक्खिदियघाणिदियजिभिदियफासिंदियवेमायत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति, सेसं जहा तेइंदियाणं / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं जहा तेइंदियाणं, णवरं तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से जहण्णेणं अंतोमुहत्तस्स, उकोसेणं छहभत्तस्स आहारटे समुप्पजह / पंचिंदियतिरि खजोणिया णं भंते ! जे पोग्गला आहारत्ताए-पुच्छा / गोयमा ! सोइंदियचक्खिदियघाणिदियजिभिदियफासिंदियवेमायत्ताए तेसिं भुजो भुजो परिणमंति / मणूसा एवं चेव, णवरं आभोगणिव्वत्तिए जहण्णेणं अंतोमुहुत्तस्स, उक्कोसेणं अट्ठमभत्तस्स आहारट्टे समुप्पजइ / वाणमंतरा जहा णागकुमारा, एवं जोइसिया वि णवरं आभोगगिब्वत्तिए जहण्णेणं दिवसपृहुत्तस्स, उक्कोसेणं दिवसपुहुत्तस्स आहारट्टे समुप्पजइ, Page #578 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. पण्णवणासुत्तं प० 28 उ. 1 566 एवं वेमाणिया वि, णवरं आभोगणिव्वत्तिए जहण्णेणं दिवसपुहुत्तस्स, उक्कोसेणं तेत्तीसाए वाससहस्साणं आहारट्टे समुप्पजह, सेसं जहा असुरकुमाराणं जाव ते तेसि भुजो भुजो परिणमंति / सोहम्मे आभोगणिव्वत्तिए जहण्णेणं दिवसपुहुत्तस्स, रक्कोसेणं दोण्हं वाससहस्साणं आहारट्टे समुप्पजइ / ईसाणे पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं दिवसपुहृत्तस्स साइरेगस्स, उक्कोसेणं साइरेग दोण्हं वाससहस्साणं / सणंकुमाराणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दोण्हं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं सत्तण्हं वाससहस्साणं / माहिदे पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं दोण्हं वाससहस्साणं साइरेगाणं, उक्कोसेणं सत्तण्हं वाससहस्साणं साइरेगाणं / बंभलोए पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सत्तण्हं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं दसण्हं वाससहस्साणं / लंतए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं दसण्डं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं चउदसण्हं वाससहस्साणं / महासुक्के णं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं चउदसण्हं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं सत्तरसण्हं वाससहस्साणं / सहस्सारे पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं सत्तरसण्हं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं अट्ठारसण्हं वाससहस्साणं / आणए णं पृच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठारसण्हं वाससहस्साणं, उक्कोसेणं एगूणवीसाए वाससहस्साणं / पाणए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगूणवीसाए वाससहस्साणं, उक्कोसेणं वीसाए वाससहस्साणं / आरणे णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं वीसाए वाससहस्साणं, उक्कोसेणं एक्कवीसाए वाससहस्साणं / अच्चुए णं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एकवीसाए वाससहस्साणं, उक्कोसेणं बावीसाए वाससहस्साणं / हिटिमहिडिमगेविजगाणं पुच्छ / गोयमा ! जहण्णेणं बावीसाए वाससहस्साणं, उक्कोसेणं तेवीसाए वाससहस्साणं, एवं सव्वत्थ सहस्साणि भाणियव्वाणि जाव सव्वटुं / हिटिममज्झिमगाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं तेवीसाए, उक्कोसेणं चउवीसाए / हिटिमउवरिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं चउवीसाए, उक्कोसेणं पणवीसाए / मज्झिमहेट्ठिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णणं पणवीसाए, उक्कोसेणं छव्वीसाए / मज्झिममज्झिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं छन्वीसाए, उक्कोसेणं सत्तावीसाए / मज्झिमउवरिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहाणेणं सत्तावीसाए, उक्कोसेणं अट्ठावीसाए / उवरिमहेट्ठिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठावीसाए, उक्कोसेणं एगूणतीसाए / उवरिममज्झिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं एगूणतीसाए, उक्को. सेणं तीसाए / उवरिमउवरिमाणं पुच्छा / गोयमा ! जहण्णेणं तीसाए, उक्कोसेणं एगतीसाए / विजयवेजयंतजयंतअपराजियाणं पुच्छा। गोयमा ! जहण्णेणं एग Page #579 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण 570 अनंगपविद्वसुत्ताणि तीमाए, उक्कोसेणं तेत्तीसाए / सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! अजहण्णमणुकोसेणं तेत्तीसाए वाससहस्साणं आहारट्टे समुप्पजइ // 647 // णेरइया | भंते ! किं एगिदियसरीराइं आहारेति जाव पंचिं दियसरीराइं आहारैति ? गोयमा ! पुव्वभावपणवणं पडुच्च एगिदियसरीराई पि आहारति जाव पंचिंदिय०, पडुप्पण्णभावपण्णव पडुच्च णियमा पंचिंदियसरीराई आहारेति, एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च एवं चेव, पडुप्पण्णभावपण्णवणं पडुच्च णियमा एगिंदियसरीराइं आहारेति / बेइंदिया पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च एवं चेव, पडुप्पण्णभावपण्णवणं पडुच्च णियमा बेइंदियाणं सरीराई आहारति, एवं जाव चउरिदिया जाव पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च, एवं पडुप्पण्णभावपण्णवणं पडुच्च णियमा जस्स जइ इंदियाइं तइंदियाई सरीराइं आहारति, सेसा जहा णेरड्या, जाव वेमाणिया / णेरइया णं भंते ! किं लोमाहारा पक्खेवाहारा ! गोयमा ! लोमाहारा, णो पक्खेवाहारा, एवं एगिंदिया सव्वे देवा य भाणियव्वा जाव वेमाणिया। बेइंदिया जाव मणूसा लोमाहारा वि पक्खेवाहारा वि // 648 // णेरइया णं भंते ! किं ओया. हारा मणभक्खी ? गोयमा ! ओयाहारा, णो मणभक्खी, एवं सव्वे ओरालियसरीरा वि / देवा सव्वे वि जाव वेमाणिया ओयाहारा वि मणभक्खी वि / तत्थ णं जे ते मणभक्खी देवा तेसि णं इच्छामणे समुप्पजइ 'इच्छामो णं मणभक्खणं करित्तए,' तए णं तेहिं देवेहिं एवं मणसीकए समाणे खिप्पामेव जे पोग्गला इट्ठा कंता जाव मणामा ते तेसिं मणभक्खत्ताए परिणमंति, से जहाणामए सीया पोग्गला सीयं पप्प सीयं चेव अइवइत्ताणं चिटुंति, उसिणा वा पोग्गला उसिण पप्प उसिणं चेव अइवइत्ताणं चिटुंति, एवामेव तेहिं देवेहिं मणभक्खीकए समाणे से इच्छामणे खिप्पामेव अवेइ // 649 // पण्णवणाए भगवईए अट्ठावीसइमे आहारपए पढमो उद्देसओ समत्तो॥ बीओ उद्देसओ आहार भविय सण्णी लेसा दिट्ठी य संजय कसाए / णाणे जोगुवओगे वेए य सरीर पजत्ती / जीवे णं भंते ! किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं णेरइए जाव असुरकुमारे जाव वेमाणिए / सिद्ध णं Page #580 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पग्णवणासुत्तं प० 28 उ. 2 571 भंते ! किं आहारए अणाहारए ! गोयमा ! णो आहारए, अणाहारए / जीवा णं भंते ! कि आहारया अणाहारया ? गोयमा ! आहारया वि अणाहारया वि / णेरइयाणं पुच्छा / गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा आहारया 1, अहवा आहारगा य अणाहारए य 2, अहवा आहारगा य अणाहारगा य 3, एवं जाव वेमाणिया, णवरं एगिदिया जहा जीवा / सिद्धाणं पुच्छा। गोयमा ! णो भाहारगा, अणाहारगा // दारं 1 // भवसिद्धिए णं भंते ! जीवे किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं जाब वेमाणिए / भवसिद्धिया णं भंते ! जीवा कि आहारगा अणाहारगा ? गोयमा ! जीवेगिदियवजो तियभंगो, अभवसिद्धिए वि एवं चेव / णोभवसिद्धिएणोअभवसिद्धिए ण भंते ! जीवे कि आहारए अणाहारए ? गोयमा ! णो आहारए, अणाहारए, एवं सिद्धे वि / णोभवसिद्धियणोअभवसिद्धिया णं भंते ! जीवा किं आहारगा अणाहारगा ! गोयमा ! णो आहारगा, अणाहारगा, एवं सिद्धा वि // दारं 2 // सण्णी णं भंते ! जीवे किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं जाव वेमागिए, णवरं एगिदियविगलिंदिया णो पुच्छिजंति / सण्णी णं भंते ! जीवा किं आहारगा अणाहारगा ? गोयमा ! जीवाईओ तियभंगो जाव वेमाणिया। असण्णी णं भंते ! ज.वे किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं णेरइए जाव वाणमंतरे / जोइसियवेमाणिया ण पुच्छिति / असण्णी णं भंते ! जीवा किं आहा. रगा अणाहारगा ! गोयमा ! आहारगा वि अणाहारगा वि, एगो भंगो। असण्णी णं भंते ! णेरड्या किं आहारया अणाहारया ? गोयमा ! आहारगा वा 1, अणाहारगा वा 2, अहवा आहारए य अणाहारए य 3, अहवा आहारए य अणाहारया य 4, अहवा आहारगा य अणाहारए य 5, अहवा आहारगा य अणाहारगा य 6, एवं एए छब्भंगा, एवं जाव थणियकुमारा / एगिदिएसु अभंगयं, बेइंदिय जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु तियभंगो, मणूसवाणमंतरेसु छन्भंगा। णोसण्णीणोअसण्णी णं भंते ! जीवे किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए य, एवं मणूसे वि / सिद्धे अणाहारए, पुहुत्तेणं णोसण्णीणोअसण्णी जीवा आहारगा वि अणाहारगा वि, मणूसेसु तियभंगो, सिद्धा अणाहारगा ॥दारं 3 // 650 // सलेसे ण भंते ! जीवे कि आहारए अणाहारए ? गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं जाव वेमाणिए / सलेसा णं भंते ! जीवा किं आहारगा अणाहारगा ? Page #581 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 572 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गोयमा ! जीवेगिंदियवज्जो तियभगो, एवं कण्हलेमा वि णीललेसा वि काउलेसा वि जीवेगिंदियवज्जो तियभंगो। ते उलेसाए पुढविआउवणस्सइकाइयाणं छब्भंगा, सेसाणं जीवाइओ तियभंगो जेसिं अस्थि ते उलेसा, पम्हलेसाए सुक्कलेसाए य. जीवाइओ तियभंगो, अलेसा जीवा मणुस्सा सिद्धा य एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि णो आहारगा अणाहारगा / / दारं 4 // 651 // सम्मद्दिट्ठी | भंते ! जीवा किं आहारगा अणाहारगा ? गोयमा ! सिय आहारगा, सिय अणाहारगा। बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया छन्भंगा, सिद्धा अणाहारगा, अवसेसाणं तियभंगो, मिच्छादिट्ठीसु जीवेगिंदियवजो तियभंगो / सम्मामिच्छादिट्ठी णं भंते !0 किं आहारए अणाहारए ? गोयमा ! आहा. रए, णो अणाहारए, एवं एगिदियविगलिंदियवजं जाव वेमाणिए, एवं पुहुत्तेण वि // दारं 5 // 652 // संजए णं भंते ! जीवे किं आहारए अणाहारए ! गोयमा ! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं मणूसे वि, पुहुत्तेणं तियभंगो। असंजए पुच्छा / सिय आहारए, सिय अणाहारए, पुहुत्तेणं जीवेगिंदियवजो तियभंगो / संजयासंजए णं जीवे पंचिंदियतिरिक्खजोणिए मणूसे य 3 एएं एगत्तेण वि पुहुतेण वि आहारगा णो अणाहारगा, णोसंजए णोअसंजए-गोसंजयासंजए जीवे सिद्धे य एए एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि णो आहारगा अणाहारगा // दारं 6 // 653|| सकसाई णं भंते ! नीवे किं आहारए अणाहारए ? गोयमा! सिय आहारए, सिय अणाहारए, एवं जाव वेमाणिया, पुहृत्तणं जीवेगिंदियवजो तियभंगो, कोहकसाईसु जीवाईसु एवं चेव, णवरं देवेसु छन्भंगा, माणकसाईसु मायांकसाईसु य देवणेरइएसु छन्भंगा, अवसेसाणं जीवेगिंदियवजो तियभंगो, लोहकसाईसु णेरइएसु छन्भंगा, अवसेसेसु जीवेगिंदियवजो तियभंगो, अकसाई जहा णोसण्णीणोअसण्णी // दारं 7 // 654|| णाणी जहा सम्मद्दिट्ठी। आभिणिबोहियणाणी सुयणाणी य बेइंदियतेइंदियचरिंदिएसु छन्भंगा अवसेसेसु जीवाइओ तियभंगो जेसिं अस्थि / ओहिणाणी पंचिंदियतिरिक्खजोणिया आहारगा, णो अणाहारगा, अवसेसेसु जीवाइओ तियभंगो जेसि अस्थि ओहिणाणं, मणपजवणाणी जीवा मणूसा य एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि आहारगा, णो अणाहारगा। केवलणाणी जहा णोसण्णीणोअसण्णी // दारं 8-1 // अण्णाणी मइअण्णाणी सुयअण्णाणी जीवेगिंदियवजो तियभंगो / विभंगणाणी पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मणूसा य आहारगा, णो अणाहारगा, अवसेसेसु जीलाइओ तियभंगो // दारं 8-2 // 655 / / सजोगीसु जीवेगिदियवजो तियभंगो / मणजोगी Page #582 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 26 573 वइजोगी जहा सम्मामिच्छद्दिट्टी, णवरं वइजोगो विगलिदियाण वि / कायजोगीसु जीवेगिंदियवजो तियभंगो, अजोगी जीवमणूस सिद्धा अणाहारगा ॥दारं 9 // सागाराणागारोवउत्तेसु जीवेगिंदियवजो तियभंगो, सिद्धा अणाहारगा // दारं 10 // सवेयए जीवेगिंदियवजो तियभंगो, इथिवेययपुरिसवेयएसु जीवाइओ तियभंगो, णपुंसगवेयए य जीवेगिंदियवजो तियभंगो, अवेयए जहा केवलणाणी // दारं 11 // 656 // ससरीरी जीवेगिंदियवजो तियभंगो, ओरालियसरीरीजीवमणूसेसु तियभंगो, अवसेसा आहारगा, णो अणाहारगा जेसिं अत्थि ओरालियसरीरं, वेउव्वियसरीरी. आहारगसरीरी य आहारगा, णो अणाहारगा जेसिं अत्थि, तेयकम्मगसरीरी जीवेगिदियवजो तियभंगो, असरीरी जीवा सिद्धा य णो आहारगा, अणाहारगा // दारं 12 // आहारपजत्तीए पजत्तए सरीरपजत्तीए पजत्तए इंदियपजत्तीए पजत्तए आणापाणुपजत्तीए पजत्तए भासामणपजत्तीए पजत्तए एयासु पंचसु वि पजत्तीसु जीवेसु मणूसेसु य तियभंगो, अवसेसा आहारगा, णो अणाहारगा, भासा. मणपजत्ती पंचिंदियाणं, अवसेसाणं णत्थि / आहारपजत्तीअपजत्तए णो आहारए, अणाहारए एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि, सरीरपजत्तीअपजत्तए सिय आहारए सिय अणाहारए, उवरिल्लियासु चउसु अपजत्तीसु णेरइयदेवमणूसेसु छब्भंगा, अवसेसाणं जीवेगिंदियवजो तियभंगो, भासामणपजत्तएसु जीवेसु पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु य तियभंगो, णेरइयदेवमणुएसु छन्भंगा / सव्वपएसु एगत्तपुहत्तेणं जीवाइया दंडगा पुच्छाए भाणियव्वा जस्स जं अस्थि तस्स तं पुच्छिजइ, जस्स जं णत्थि तस्स तं ग पुच्छिजई जाव भासामणपजत्तीअपजत्तएसु णेरड्यदेवमणुएसु छन्भंगा, सेसेसु तियभंगो // 657 // दारं 13 // बीओ उद्देसओ समत्तो / पण्णवणाए भगवईए अट्ठावीसइमं आहारपयं समत्तं // . ' एगूणतीसइमं उवओगपयं कइविहे गं भंते ! उवओगे पण्णत्ते ! गोयमा ! दुविहे उवओगे पण्णत्ते / तंजहा-सांगारोवओगे य अणागारोवओगे य / सागारोवओगे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्टविहे पण्णत्ते / तंजहा-आभिणिबोहियणाणसागारोवओगे, सुयणाणसागारोवओगे, ओहिणाणसागारोवओगे, मणपजवणाणसागारोवओगे, केवल Page #583 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अर 574 अनंगपविट्ठसुत्ताणि गाणसागारोवओगे। मइअण्णाणसागारोवओगे, सुयअण्णाणसागारोवओगे, विभंगणाणसागारोवओगे / अणागारोवओगे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! चउविहे पण्णते। तंजहा-चक्खुदंसणअणागारोवओगे, अचक्खुदंसणअणागारोवओगे, ओहिदंसणअणागारोवओगे,केवलदंसणअणागारोवओगे य / एवं जीवाणं पि // 658|| णेरइयाणं भंते ! कइविहे उवओगे पण्णत्ते 1 गोयमा ! दुविहे उवओगे पण्णत्ते / तंजहा-सागारोवओगे य अणागारोवओगे य / णेरइयाणं भंते ! सागारोवओगे कइ. विहे पण्णत्ते ? गोयमा ! छविहे पण्णत्ते / तंजहा-मइणाणसागारोवओगे, सुयणाणसागारोवओगे, ओहिणाणसागारोवओगे, मइभण्णाणसागारोवओगे, सुयअण्णाणमागारोवओगे, विभंगणाणसागारोवओगे। णेरइयाणं भंते ! अणागारोवओगे कइ. विहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते / तनहा-चक्खुदंसणअणागारोवओगे, अचक्खुदंसणअणागारोवओगे, ओहिदंसणअणागारोवओगे, एवं जाव थणियकुमाराणं / पुद विकाइयाणं पुच्छा / गोयमा! दुविहे उवओगे पण्णत्ते / तंगहा-सागारोवभोगे अणागारोवओगे य। पुढविकाइयाण. सागारोवओगे कइविहे पण्णत्ते ! गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-महअण्णाणसागारोवओगे, सुयअण्णाणसागारोवओगे य / पुढविकाइयाण० अणागारोवओगे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! एगे अचखुदंसणअणागारोवओगे पण्णत्ते, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / बेइंदियाणं पुच्छा / गोयमा ! दुविहे उवओगे पण्णत्ते। तंजहा-सागारोवओगे अणागारोवओगे य / बेइंदियाणं भंते ! सागारोवओगे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! चउन्विहे पण्णत्ते। तंजहा-आभिणिबोहियणाण०, सुयणाण., मइअण्णाण०, सुयअण्णाणसागारोवओगे। बेइंदियाणं भंते ! अणागारोवओगे कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगे अचक्खुदसणअणागारोवओगे, एवं तेइंदियाण वि / चउरिंदियाण वि एवं चेव, णवरं अणा. गारोवओगे, दुविहे पण्णत्ते / तंजहा-चक्खुदंसणअणागारोवओगे, अचक्खुदंसणअणागारोवओगे / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं जहा णेरइयाणं / मणुस्साणं जहा ओहिए उवओगे भणियं तहेव भाणियव् / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं नहा णेरइयाणं // 659 // जीवा णं भंते ! किं सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता ! गोयमा! सागारोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि / से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ-'जीवा सागा- . रोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि' 1 गोयमा ! जेणं जीवा आभिणिबोहियणाणसुयणाणोहिणाणमणपजवणाणकेवलणाणमइअण्णाणसुयअण्णाणविभंगणाणोवउत्ता तेणं Page #584 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. पग्णवणासुत्तं प. 30 575 जीवा सागारोवउत्ता, जेणं जीवा चक्खुदंसणअचक्खुदंसणओहिदंसणकेवलदंसणो'वउत्ता तेणं जीवा अणागारोवउत्ता, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'जीवा सागा. रोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि' / णेरइया णं भंते ! किं सागारोवउत्ता भणागारोवउत्ता ! गोयमा ! णेरइया सागारोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चह० 1 गोयमा ! जेणं णेरइया आभिणिबोहियणाणसुयणाणओहिणाणमहअण्णाणसुयअण्णाणविभंगणाणोवउत्ता तेणं णेरइया सागारोवउत्ता, जेणं णेरइया चक्खुदंसणअचक्खुदंसणओहिदंसणोवउत्ता तेणं णेरइया अणागारोवउत्ता, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चह-जाव 'सागारोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि,' एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! तहेव नाव जेणं पुढविकाइया मइअण्णाणसुयअण्णाणोवउत्ता तेणं पुढविकाइया सागारोवउत्ता, जेणं पुढ विकाइया अचखुदंसणोवउत्ता तेणं पुढविकाइया अणागारोवउत्ता, से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव वणप्फइकाइया। बेइंदियाणं भंते ! अट्ठसहिया तहेव पुच्छा। गोयमा ! जाव जेणं बेइंदिया आभिणिबोहियणाणसुयणाणमइअण्णाणसुयअण्णाणोवउत्ता तेणं बेइंदिया सागारोवउत्ता, जेणं बेइंदिया अचक्खुदंसगोवउत्ता तेणं बेइंदिया अणागारोवउत्ता, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ०, एवं जाव चरिंदिया, णवरं चक्खुदंसणं अब्भहियं चरिंदियाणं ति / पंचिंदियतिरिक्खजोगिया जहाणेरइया, मणूसा जहा जीवा, वाणमंतरजोइसियवेमाणिया जहा पेरइया // 660 // पण्णवणाए भगवईए एगणतीसइमं उवओगपयं समत्तं // तीसइमं पासणयापयं ... कइविहा णं भंते ! पासणया पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा पासणया पण्णत्ता / तंजहा-सागारपासणया, अणागारपासणया य / सागारपासणया गं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! छव्विहा पण्णत्ता। तंजहा-सुयणाण०पासणया, ओहिणाण०पासणया, मणपजवणाण०पासणया, केवलणाण०पासणया, सुयअण्णाणसागारपासण्या, विभंगणाणसागारपासणया। अणागारपासणया गं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! तिविदा पण्णत्ता / तंजहा-चक्खुदंसणअणागारपासणया, ओहिदंसणअणागारपासणया, केवलदंसणअणागारपासणया, एवं जीवाणं पि / णेरइयाणं भंते ! कइविहा Page #585 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 576 अनंगपविष्टुसुत्ताणि पासणया पण्णत्ता 1 गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सागारपासणया अणागारपासणया / णेरइयाणं भंते ! सागारपासणया कइविहा पण्णत्ता ! गोयमा! चउविहा पण्णत्ता / तंनहा-सुयणाण०पासणया, ओहिणाणपासणया, सुयअण्णाण पासणया, विभंगणाण०पासणया। णेरइयाणं भंते ! अणागारपासणया कइविहा पण्णता ? गोयमा ! दुविहा पणत्ता / तंजहा-चक्खुदंसण० ओहिदंसण०, एवं जाव थणियकुमारा। पुढविकाइयाणं भंते ! कइविहा पासणया पण्णत्ता 1 गोयमा ! एगा सागारपासणया प० / पुढविकाइयाणं भंते ! सागारपासणया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! एगा सुयअण्णाणसागारपासणया पण्णत्ता, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / बेइंदियाणं भंते ! कइविहा पासणया पण्णत्ता ? गोयंमा ! एगा सागारपासणया पण्णत्ता / बेइंदियाणं भंते ! सागारपासणया कइविहा पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सुयणाणसागारपासणया, सुयअण्णाणसागारपासणया, एवं तेइंदियाण वि। चरिंदियाणं पुच्छा / गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा-सागारपासणया य अणागारपासणया य / सागारपासणया जहा बेइंदियाणं / चउरिदियाणं भंते ! अणागारपासणया कइविहा पण्णत्ता ! गोयमा !एगा चक्खुदंसणअण्णागारपासणया पण्णत्ता। मणूसाणं जहा जीवाणं, सेसा जहा जेरइया जाव वेमाणियाणं // 66 // जीवा णं भंते ! किं सागारपस्सी, अणागारपस्सी ? गोयमा.! जीवा सागारपस्सी वि अणागारपस्सी वि / से केणटेणं भंते ! एवं वुचइ-'जीवा सागारपस्सी वि अणागारपस्सी वि' ? गोयमा ! जेणं जीवा सुयणाणी ओहिणाणी मणपजवणाणी केवलणाणी सुयअण्णाणी विभंगणाणी तेणं जीवा सागारपस्सी, जेणं जीवा चक्खुदंसणी ओहिदंसणी केवलदंसणी तेणं जीवा अणागारपस्सी, से एएगटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'जीवा सागारपस्सी वि अणागारपस्सी वि' / णेरइया णं भंते ! कि सागारपस्सी, अणागारपस्सी ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं सागारपासणयाए मणपजवणाणी केवलणाणी ण वुच्चइ, अणागारपासणयाए केवलदंसणं णत्थि, एवं जाव थणियकुमारा। पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! पुढविकाइया सागारपस्सी, णो अणागारपस्सी। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ० 1 गोयमा! पुढविकाइयाणं एगा सुयअण्णाणसागारपासणया पण्णत्ता, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / बेइंदियाणं पुच्छा। गोयमा! सागारपस्सी, णो अणागारपस्सी। से केण?णं भंते! एवं वुच्चइ०१ गोयमा! बेइंदियाणं दुविहा सागारपासणया पणत्ता। तंजहा-सुयणाणसागारपासणया, सुय Page #586 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 31 577 अण्णाणसागारपासणया, से एएणतुणं गोयमा ! एवं वुच्चइ० / एवं तेइंदियाण वि / चरिंदियाणं पुच्छा / गोयमा ! चउरिंदिया सागारपस्सी वि अणागारपरसी वि / से केणटेणं०१ गोयमा!जेणं चउरिंदिया सुयणाणी सुयअण्णाणी तेणं चउरिदिया सागारपस्सी, जेणं चउरिदिया चक्खुदंसणी तेणं चउरिदिया अणागारपरसी, से एएणटेणं गोयमा ! एवं वुचह० / मणूसा जहा जीवा, अवसेसा जहा णेरइया जाव वेमाणिया // 662 // केवली णं भंते ! इमं रयणप्पमं पुढवि आगारेहि हेऊहिं उवमाहिँ दिटुंतेहिं वण्णेहिं संठाणेहि पमाणेहिं पडोयारेहिं जं समयं जाणइ तं समयं पासह, जं समयं पासइ तं समयं जाणइ ? गोयमा! णो इणटे समढे / से केण्टगं भंते ! एवं वुच्चइ-'केवली णं इमं रयणप्पभं पुढवि आगारेहि. जं समयं जाणइ जो तं समयं पासह, जं समयं पासह णो तं समयं जाणइ ! गोयमा! सागारे से गाणे भवइ, अणागारे से दंसणे भवइ, से तेण?णं जाव जो तं समयं जाणइ, एवं जाव अहेसत्तमं / एवं सोहम्नकप्पं जाव अच्चुयं, गेविजगविमाणा, अणुत्तरविमाणा, ईसिप्पन्भारं पुढविं, परमाणुपोग्गलं दुपए सियं खंधं जाव अणंतपएसियं खधं / केवली णं भंते ! इमं रयणप्पभं पुढविं अणागारेहिं भहेऊहिं अणुवमाहिं अदिटुंतेहिं अवण्णेहिं असंठाणेहिं अपमाणेहि अपडोयारेहिं पासइ ण जाणइ ? हता गोयमा ! केवली णं इमं रयणप्पमं पुढविं अणागारेहिं जाव पासइ ण नाणइ / से केपट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'केवली णं इमं रयणप्पभं पुढविं अणागारेहिं जान पासइ ण जाणई' ? गोयमा ! अणागारे से दंसणे भवइ, सागारे से गाणे भवद, से तेण?णं गोयमा ! एवं ,बुच्चइ-'केवली णं इमं रयणप्पभं पुढवि अणागारेहिं जाव पासइ ण जाणइ,' एवं जाव ईसिप्पन्भारं पुढविं परमाणुपोग्गलं भणंतपएसियं खंधं पासइ, ण जाणइ // 663 // पण्णवणाए भगवईए तीसइमं पासणयापयं समत्तं / ‘एगतीसइमं सण्णीपयं जीवा णं भंते ! किं सण्णी, असण्णी, णोसण्णीणोअसण्णी ! गोयमा ! जीवा सण्णी वि असण्णी वि णोसण्णीणोअसण्णी वि / णेरइयाणं पुच्छा / गोयमा ! णेरइया सण्णी वि असण्णी वि णो णोसण्णीणोअसण्णी / एवं असुरकुमारा. जाव यणियकुमारा। पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! णो सण्णी, असण्णी, णो णोसण्णीणोअसण्णी / एवं वेइंदियतेइंदियचउरिदिया वि, मणूसा जहा जीवा, पंचिंदिय Page #587 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 578 अनंगपविट्ठसुत्ताणि तिरिकाबजोणिया वाणमंतरा य जहा णेरइया, जोइ सि यंत्रमाणिया सण्णी, जो असप्णी. णो णोमण्णीणोअसण्णी / सिद्धाणं पुच्छा। गोयमा ! णो सण्णी, णो अमण्णी, णोसण्णीणोअसण्णी। णेरइयतिरियमणुया य वणयरगसुरा इ सण्णीऽसण्णी य / विगलिंदिया अमण्णी जोइसवेमाणिया सण्णी / / 664 // पण्णवणाए भगवईए एगतीसइमं सण्णीपयं समत्तं / / बत्तीसइमं संजमपयं जीवा णं भंते ! किं संजया, असंजया, संजयासंजया, गोसंजयणोअसंजयजोसंजयासंजया 1 गोयमा ! जीवा संजया वि 1, असंजया वि 2, संनयासंजया वि 3, णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया वि 4 / णेरइया णं भंते ! पुच्छा। गोयमा! णेरइया णो संजया, असंजया, णो संजयासंजया, णो णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया / एवं जाव चउरिंदिया। पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णो संजया, असंजया वि, संजयासंजया वि, णो णोसंजयणोअमंजयणोसंजयासंजया वि / मणुस्साणं पुच्छा। गोयमा! मणूसा संजया वि असंजया वि संजयासंजया वि, णो णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया / वाणमंतरजोइसियवेमाणिया जहा णेरइया / सिद्धाणं पृच्छा। गोयमा ! सिद्धा णो संजया 1, णो असंजया 2, णो संजयासंजया 3, णोसंजयणोअसंजयणोसंजयासंजया 4 / गाहा-“संजयअसंजयमीसगा य जीवा तहेव मणुया य। संजयरहिया तिरिया सेसा अस्संजया होति" // 665 // पण्णवणाए भगवईए बत्तीस इमं संजमपयं समत्तं॥ तेत्तीसहमं ओहिपयं भेयविसयसंठाणे अभितरबाहिरे य देसोही / ओहिस्स य खयवुट्टी पडिवाई चेव अपडिवाई // कइविहा णं भंते ! ओही पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा ओही पण्णत्ता / तंजहा-भवपच्चइया य खओवसमिया य, दोण्हं भवपच्चइया, तंजहादेवाण य णेरइयाण य, दोण्हं खओवसमिया, तंजहा-मणूसाणं पंचिदियतिरिक्खजोणियाण य // 666 / / णेरड्या णं भंते ! केवइयं खेत्तं ओहिणा जाणंति पासंति ? Page #588 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पणवणासुत्तं 50 33 579 गोयमा ! जहण्णेणं अद्धगाउयं, उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाइं ओहिणा जाणंति पासंति स्यणप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केवइयं खेत्त ओहिणा जाणंति पासति ? गोयमा! जहण्णेणं अधुट्ठाई गाउयाई, उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाइं ओहिणा जाणंति पासंति / सक्करप्पभापुदविणेरइया जहण्णणं तिण्णि गाउयाई, उक्कोसेणं. अधुट्ठाई गाउयाई ओहिणा जाणंति पासंति / वालुयप्पभापुढविणेरड्या जहण्णेणं अड्डाइजाई गाउयाई, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं ओहिणा जाणंति पासंति / पंकप्पभापुढविणेरइया जहण्णणं दोण्णि गाउयाई, उकोसेणं अहाइजाइं गाउयाई ओहिणा जाणंति पासंति / धूमप्पभापुढविणेरड्या जहण्णेणं दिव९ गाउयाई, उकोसेणं दो गाउयाई ओहिणा जाणंति पासंति / तमापुढविणेरइया जहण्णेणं गाउयं, उक्कोसेणं दिवढंगाउयं ओहिणा नाणंति पासंति / अहेसत्तमाए पुच्छा / गोयमा ! जहणणं अद्धं गाउयं, उक्कोसेणं गाउयं ओहिणा जाणंति पासंति // 667 // असुरकुमारा गं भंते ! ओहिणा केवइयं खेत्तं नाणंति पासंति ! गोयमा ! जहण्णेणं पणवीसं जोयणाई, उक्कोसेणं असंखेजे दीवसमुद्दे ओहिणा जाणंति पासंति / णागकुमारा णं जहण्णेणं पणवीसं जोयणाई, उक्कोसेणं संखेजे दीवसमुद्दे ओहिणा जाणंति पासंति, एवं जावं थणियकुमारा / पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! केवइयं खेत्तं ओहिणा जाणति पासंति ? गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, उक्कोसेणं असंखेने दीवसमुद्दे / मणूसा णं भंते ! ओहिणा केवइयं खेत्तं जाणंति पासंति ? गोयमा ! जहण्णणं अंगुलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं असंखेजाइं अलोए लोयप्पमाणमेत्ताई खंडाई ओहिणा जाणंति पासंति / वाणमंतरा जहा णागकुमारां // 668|| जोइसिया णं भंते ! केवइयं खेत्तं ओहिणा जाणंति पासंति ? गोयमा! जहणणं संखेजे दीवसमुद्दे, उक्कोसेण वि संखेजे दीवसमुद्दे० / सोहम्मगदेवा णं भंते ! केवइयं खेत्तं ओहिणा जाणंति पासंति ! गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभाग, उक्कोसेणं अहे जाव इमीसे रयणप्पभाए हिडिल्ले चरमंते, तिरियं जाव असंखेजे दीवसमुद्दे, उड्ढे नाव सगाई विमाणाई ओहिणा जाणंति पासंति, एवं ईसाणगदेवा वि / सणंकुमारदेवा वि एवं चेव, णवरं जाव अहे दोच्चाए सकरप्पभाए पुढवीए हि ढिल्ले चरमंते, एवं माहिंददेवा वि / बंभलोयलंतगदेवा• तचाए पुढवीए हिट्ठिले चरमंते, महासुक्कसहस्सारगदेवा० चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए हेहिले चरमंते, आणयपाणयआरणच्चुयदेवा अहे जाव पंचमाए धूमप्पभाए. हेडिल्ले चरमंते, हेहिममज्झिमगेवेजगदेवा अहे नाव छडाए तमाए पुढवीए हेडिले चरमंते / उवरिमगेविजगदेवा णं भंते ! केवइयं Page #589 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 580 अनंगपविट्ठसुताणि खेत्तं ओहिणा जाणंति पासंति ! गोयमा! जहण्णेणं अंगलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं अहेसत्तमाए० हेडिल्ले चरमंते, तिरियं जाव असंखेजे दीवसमुद्दे, उन्हें जाव सयाई विमाणाई ओहिणा जाणंति पासंति / अणुत्तरोववाइयदेवा णं भंते ! केवइयं खेत्तं ओहिणा जाणंति पासंति ! गोयमा ! संभिण्णं लोगणालिं ओहिणा जाणंति पासंति // 669 ॥णेरइया णं भंते ! ओही किंसंठिए पण्णत्ते ! गोयमा ! तप्पागारमंठिए पण्णत्ते / असुरकुमाराणं पुच्छा। गोयमा ! पल्लगसंठिए, एवं जाव थणियकुमाराणं / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुण्छा / गोयमा ! णाणासंठाणसंठिए, एवं मणूसाण वि। वाणमंतराणं पुच्छा / गोयमा ! पडहगसंठाणसंठिए / जोइसियाणं पुच्छा / गोयमा ! झल्लरिसंठाणसंठिए पण्णत्ते / सोहम्मगदेवाणं पुच्छा / गोयमा! उद्दमयंगागारसंठिए पण्णत्ते, एवं जाव अच्चुयदेवाणं / गेवेजगदेवाणं पुच्छा। गोयमा ! पुप्फचंगेरिसंठिए पण्णत्ते / अणुत्तरोववाइयाणं पुच्छा / गोयमा ! जवणालियासंठिए ओही पण्णत्ते // 670 // जेरइया णं भंते ! ओहिम्स किं अंतो, बाहिं ! गोयमा ! अंतो, णो बाहिं, एवं जाव थणियकुमारा। पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! णो अंतो, बाहिं / मणूसाणं पुच्छा / गोयमा ! अंतो वि बाहिं पि / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णेरइयाणं // 671 / / णेरइया णं भंते ! किं देसोही, सव्वोही ! गोयमा ! देसोही, णो सव्वोही, एवं जाव थणियकुमारा। पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! देसोही, णो सव्वोही / मणूसाणं पुच्छा / गोयमा ! देसोही वि सव्वोही वि / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णेरइयाणं // 672 // गेरइयाणं भंते ! ओही किं आणुगामिए, अणाणुगामिए, वट्टमाणए, हीयमाणए, पडिवाई, अप्पडिवाई, अवट्ठिए, अणवहिए ! गोयमा ! आणुगामिए, णो अणाणुगामिए, णो वड्डमाणए, णो हीयमाणए, णो पडिवाई, अप्पडिवाई, अवहिए, णो अणवट्ठिए, एवं जाव थणियकुमाराणं / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा / गोयमा ! आणुगामिए वि जाव अणवट्ठिए वि, एवं मणूसाण वि / वाण. मंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा णेरइयाणं // 673 / / पण्णवणाए भगवईए तेत्तीसइमं ओहिपयं समत्तं / Page #590 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउत्तीसइमं परियारणापयं * अणंतरागयाहारे 1 आहारे भोयणाइ य 2 पोग्गला णेव जाणंति 3 अज्झयमाणा 4 य आहिया // 11 // सम्मत्तस्साहिगमे 5 तत्तो परियारणा 6 य बोद्धव्वा / काए फासे रूवे सद्दे य मेणे य अप्पबहुं 7 ॥२॥णेरइया णं भंते ! अणंतराहारा, तओ णिवत्तणया, तओ परियाइणया, तओ परिणामया, तओ परियारणया, तओ पच्छा विउव्वणया ? हंता गोयमा ! णेरइया णं अणंतराहारा, तओ णिव्वत्तणया, तओ परियाइणया, तओ परिणामया, तओ परियारणया, तओ पच्छा विउव्वणया। असुरकुमारा णं भंते ! अणंतराहारा, तओ णिवत्तणया, तओ परियाइणया, तओ परिणामया, तओ विउव्वणया, तओ पच्छा परियारणया ! हंता गोयमा! असुर. कुमारा अणंतराहारा, तओ णिव्वत्तणया जाव तओ पच्छा परियारणया, एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइया णं भंते ! अणंतराहारा, तओ णिव्वत्तणया, तओ परियाइणया, तओ परिणामया, तओ परियारणया, तओ विउव्वणया ! हंता गोयमा ! तं चेव जाव परियारणया, णो चेव णं विउव्वणया / एवं जाव चउरिंदिया, णवरं वाउक्काइया पंचिंदियतिरिक्खजीणिया मणूसा य जहा णेरइया / वाणमंतरजोइसियवेमाणिया जहा असुरकुमारा // 674 / / णेरइयाणं भंते ! आहारे किं आभोगणिव्वत्तिए, अणाभोगणिव्वत्तिए ? गोयमा! आभोगणिव्वत्तिए वि अणाभोगणिव्वत्तिए वि / एवं असुरकुमाराणं जाव वेमाणियाणं, णवरं एगिंदियाणं णो आभोगणिव्वत्तिए, अणाभोगणिव्वत्तिए / णेरइया णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति ते कि जाणंति पासंति आहारेति, उदाहु ण जाणंति ण पासंति आहारेति ! गोयमा ! ण जाणंति ण पासंति आहारेति, एवं जाव तेइंदिया। चउरिदियाणं पुच्छा / गोयमा ! अत्थेगइया ण जाणंति पासंति आहारेंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पामंति आहारेति / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! अत्थेगइया नाणंति पासंति आहारेति 1, अत्थेगइया जाणंति ण पासंति आहारैति 2, अत्येगइया ण जाणंति पासंति आहारति 3, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति आहारैति 4, एवं जावं मणुस्साण वि। वाणमंतरजोइसिया जहा पेरइया। वेमाणियाणं . पुच्छा / गोयमा ! अत्थेगइया जाणंति पासंति आहारेति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति आहारेति / से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ-'वेमाणिया अत्यंगइया जाणंति पामंति आहारैति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति आहारैति' 1 गोयमा ! वेमा Page #591 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 582 अनंगपविट्ठसुत्ताणि णिया दुविहा पण्णत्ता / तनहा-माइमिच्छद्दिविउववण्णगा य अमाइमम्मद्दिट्ठि उववण्णगा य, एवं जहा इंदिय उद्देसए पदमे भणियं तहा भाणियव्यं जाव से एएणडेणं गोयमा ! एवं त्रुच्चइ० // 675 / / णेरइयाणं भंते ! केवइया अज्झवसाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेजा अज्झवसाणा पण्णत्ता / ते णं भंते ! किं पसत्था अपसत्था ? गोयमा ! पसत्था वि भपसत्था वि, एवं गाव वेमाणियाणं / णेरइया णं भंते ! किं सम्मत्ताभिगमी, मिच्छत्ताभिगमी, सम्मामिच्छत्ताभिगमी ! गोयमा ! सम्मत्ताभिगमी वि मिच्छत्ताभिगमी वि सम्मामिच्छत्ताभिगमी वि, एवं जाव वेमाणियाण वि / गवरं एगिदियविगलिंदिया णो सम्मत्ताभिगमी, मिच्छ्त्ताभिगमी, णो सम्मामिच्छ. त्ताभिगमी // 676 // देवा णं भंते ! किं सदेवीया सपरियारा, सदेवीया अपरियारा, अदेवीया सपरियारा, अदेवीया अपरियारा ? गोयमा ! अस्थेगइया देवा सदेवीया सपरियारा, अत्थेगइया देवा अदेवीया सपरियारा, अत्थेगइया देवा अदेवीया अपरियारा, णो चेव णं देवा सदेवीया अपरियारा / से केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ'अल्थेगइया देवा सदेवीया सपरियारा, तं चेव जाव णो चेव णं देवा सदेवीया अपरियारा ? गोयमा! भवगवइवाणमंतरजोइमसोहम्मीसाणेसु कप्पेसु देवा सदेवीया सपारेयारा, सणंकुमारमाहिंदबंभलोगलंतगमहासुक्कसहस्सारआणयपाणयआरणच्चुएसु कप्पेसु देवा अदेवीया सपरियारा, गेवेजअणुत्तरोववाइया देवा अदेवीया अपरियारा, णो चेव णं देवा सदेवीया अपरियारा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'अत्थेगइया देवा सदेवीया सपरियारा,तं चेव जाव णो चेव णं देवा सदेवीया अपरियारा॥६७७॥ कइविहा ण भंते ! परियारणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा परियारणा पण्णत्ता। तंजहा-कायपरियारणा, फासपरियारणा, रूवपरियारणा, सद्दपरियारणा, मणपरियारणा / से केणडेणं भंते ! एवं वुच्चइ-पंचविहा परियारणा पण्णत्ता / तंजहा-काय. परियारणा जाव मणपरियारणा ? गोयमा ! भवणवइवाणमंतरजोइससोहम्मीसाणेसु कप्पेसु देवा कायपरियारगा, सणंकुमारमाहिदेसु कप्पेसु देवा फासपरियारगा, बंभ. लोयलंतगेसु देवा रूवपरियारगा, महामुक्कसहस्सारेसु देवा सद्दपरियारगा, आणय. पागयआरणच्चुएसु कप्पेसु देवा मणपरियारगा, गेवेजअणुत्तरोववाइया देवा अपरियारगा, से तेणटेणं गोयमा ! तं चेव जाव मणपरियारगा। तत्थ णं जें ते कायपरियारगा देवा तेसि णं इच्छामणे समुप्पजइ-'इच्छामो णं अच्छराहिं सद्धिं कायपरियारं करेत्तए,' तए णं तेहिं देवेहिं एवं मणसीकए समाणे खिप्पामेव ताओ Page #592 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 34 583 अच्छराओ ओरालाई सिंगाराई मणुण्णाई मणोहराई मणोरमाई उत्तरवेउव्वियस्वाई विउव्वंति विउवित्ता तेसि देवाणं अंतियं पाउब्भवंति, तए णं ते देवा ताहिं अच्छराहिं सद्धिं कायपरियारणं करेंति / से जहाणामए सीया पोग्गला सीयं पप्प सीयं चेव अइवइत्ताणं चिट्ठति, उसिणा वा पोग्गला उसिणं पप्प उसिणं चेव अइवत्ताणं चिट्ठति, एवमेव तेहिं देवेहिं ताहिं अच्छराहिं सद्धिं कायपरियारणे कए समाणे से इच्छामणे खिप्पामेव अवेइ // 678 // अस्थि गं भंते ! तेसिं देवाणं सुकपोग्गला ? इंता ! अस्थि / तेणं भंते ! तासिं अच्छसणं कीसत्ताए भुजो भुजो परिणमंति ! गोयमा ! सोइंदियत्ताए चक्खुइं दियत्ताए घाणिदियत्ताए रसिदियत्ताए फासिंदियत्ताए इट्टत्ताए कंतत्ताए मणुण्णत्ताए मणामत्ताए सुभगत्ताए सोहमारूवजोव्वणगुणलावण्णत्ताए ते तासिं भुजो भुजो परिणमंति // 679 / / तत्थ णं जे ते फ़ासपरियारगा देवा तेसि णं इच्छामणे समुप्पजद, एवं जहेव कायपरियारगा तहेव गिरवसेसं भाणियव्वं / तत्थ णं जे ते रूवपरियारगा देवा तेसि गं इच्छामणे समुप्पज्जइ'इच्छामो णं अच्छराहिं सद्धिं रूवपरियारणं करेत्तए,' तए णं तेहिं देवेहिं एवं मणसीकए समाणे तहेव जावं उत्तरवेउव्वियाई रुवाई विउव्वित्ता जेणामेव ते देवा तेणामेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता तेसिं देवाणं अदरसामंते ठिच्चा ताई उरालाई जाव मणोरमाई उत्तरवेउन्चियाई रुवाइं उवदंसेमाणीओ 2 चिटुंति, तए णं ते देवा ताहिं अच्छराहिं सद्धिं स्वपरियारणं करेंति, सेसं तं चेव जाव भुजो भुजो परिणमंति / तत्थ णं जे ते सद्दपरियारगां देवा तेसि णं इच्छामणो समुप्पजइ-- 'इच्छामो णं अच्छराहिं सद्धिं सद्दपरियारणं करेत्तए,' तए णं तेहिं देवेहिं एवं मणसीकर समाणे तहेव जाव उत्तरखे उब्वियाई रुवाइं विउव्वंति विउवित्ता जेणामेव ते देवा तेणामेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता तेसिं देवाणं अदूरसामंते ठिच्चा अणुत्तराई उच्चावयाई सद्दाई. समुदीरेमाणीओ 2 चिट्ठति. तए णं ते देवा ताहिं अच्छराहिं सद्धिं सहपरियारणं करेंति, सेसं तं चेव जाव भुजो भुजो परिणमंति / तत्थ णं जे ते मणपरियारगा देवा तेसिं इच्छामणे समुपजइ--'इच्छामो णं अच्छराहिं सद्धिं मणपरियारणं करेत्तए,' तए णं तेहिं देवेहिं एवं मणसीकए समाणे खिप्पामेव ताओ अच्छराओ तत्थ-गयाओ चेव समाणीओ अणुत्तराई उच्चावयाई मणाई संपहारेमाणीओ 2 चिट्ठति, तए णं ते देवा लाहिं अच्छराहि सद्धि मणपरियारणं करेंति, सेसं गिरवसेसं तं चेव जाव भुजो भुजो परिणमंति // 680 // एएसि Page #593 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 584 अनंगपविद्वमुत्तानि ज मंते ! देवाणं कायपरियारगाणं जाव मणपरियारगाणं, अपरियारगाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सन्वत्थोवा देवा भपरियारगा, मणपरियारगा संखेजगुणा, सद्दपरियारगा असंखेजगुणा, रूवपरियारगा भसंखेजगुणा,फासपरियारगा असंखेजगुणा, कायपरियारगा असंखेजगुणा // 681 // पण्णवणाए भगवईए चउत्तीसइमं परियारणापयं समत्तं // पणतीसइमं वेयणापयं सीया य दव्व सरीरा साया तह वेयणा भवइ दुक्खा। अब्भुवगमोवक्कमिया णि दा य अणिदा य णायव्वा // 1 // सायमसायं सव्वे सुहं च दुक्खं अदुक्खमसुहं च / माणसरहियं विगलिंदिया उ सेसा दुविहमेव / / 2 / / कहविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा वेयणा पण्णत्ता / तंजहा-सीया, उसिणा, सीओसिणा। णेरइया णं भंते ! किं सीयं वेयमं वेदेति, उसिणं वेयणं वेदेति, सीओसिणं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! सीयं पि वेयणं वेदेति, उसिगं पि वेयणं वेदेति, णो सीओसिणं वेयणं वेदेति / केई एक्केवपुदवीए वेयणाओ भणंति / रयणप्पभांपुढविणेरइया णं भंते ! पुच्छा / गोयमा! णो सीयं वेयणं वेदेति, उसिणं वेयणं वेदेति, णो सीओसिणं वेयणं वेदेति, एवं जाव वालुयप्पभापुढविणेरइया / पंकप्पभापुढविणेरइयाणं पुच्छा। गोयमा ! सीयं पि वेयणं वेदेति, उसिणं पि वेयणं वेदेति, णो सीओसिणं वेयणं वेदेति / ते बहुयतरागा जे उसिणं वेयणं वेदेति, ते थोवतरागा जे सीयं वेयणं वेदेति / धूमप्पभाए एवं चेव दुविहा, णवरं ते बहुयतरागा जे सीयं वेयणं वेदेति, ते थोवतरागा जे उसिणं वेयणं वेदेति। तमाए य तमतमाए य सीयं वेयणं वेदेति, णो उसिणं वेयणं वेदेति, णो सीओसिणं वेयणं वेदेति / असुरकुमाराणं पुच्छा। गोयमा ! सीयं पि वेयणं वेदेति, उसिणं पि वेयणं वेदेति, सीओसिणं पि वेयणं वेदेति, एवं जाव वेमाणिया // 682 // कइविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा! चउव्विहा वेयणा पण्णत्ता / तंजहा-दव्वओ खेत्तओ कालओ भावओ। जेरइया गंभंते ! किं दव्वओ वेयणं वेदेति जाव भावओ वेयणं वेदेति ! गोयमा ! दव्वओ वि वयणं वेदेति जाव भावओ वि बेयणं वेदेति, एवं जाव वेमाणिया। कइविहा ण भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा वेयणा पण्णत्ता। तंजहा-सारीरा, Page #594 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पग्णवणासुत्तं प० 35 585 माणसा, सारीरमाणसा / रइया णं भंते ! कि सारीरं वेयणं वेदेति, माणसं वेयणं वेदेति, सारीरमाणसं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! सारीरं पि वेयणं वेदेति, माणसं पि वेयणं वेदेति, सारीरमाणसं पि वेयणं वेदेति / एवं जाव वेमाणिया, णवरं एगिंदियविगलिंदिया सारीरं वेयणं वेदेति, णो माणसं वेयण वेदेति, णो सारीरमाणसं वेयणं वदेति / कइविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा वेयणा पण्णत्ता / वंनहा-साया, असाया, सायासाया / णेरड्या णं भंते ! किं सायं वेयणं वेदेति, असायं वेयणं वेदेति, सायासायं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! तिविहं पि वेयणं वेदेति, एवं सव्वजीवा जाव वेमाणिया। काविहा णं मंते ! वेयणा पण्णत्ता ! गोयमा ! तिविहा वेयणा पण्णत्ता / तंजहा-दुक्खा, सुहा, अदुवखमसुहा / परइया णं भंते ! किं दुक्खं वेयणं वेदेति पुच्छा / गोयमा ! दुक्खं पि वेयणं वेदेति, सुहं पि वेयणं वेदेति, अदुक्खमसुहं पि वेयणं वेदेति, एवं जाव वेमाणिया // 683 / / कइविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा वेयणा पण्णत्ता। तंजहा-अब्भोवगमिया य उवक्कमिया य / णेरइया णं भंते ! अब्भोवगमियं वेयणं वेदेति उववामियं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! णो अब्भोव्रगमियं वेयणं वेदेति, उवक्कमियं वेयणं वेदेति, एवं जाव चउरिंदिया / पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मणूमा य दुविहं पि वेयणं वेदेति, वाणमंतरजोइसियमाणिया जहा णेरइया // 684 // काविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ! गोयमा ! दुविहा वेयणा पण्णत्ता। तंगहा-णिदा य अणिदा य / णेरइया णं भंते ! किं णिदायें वेयणं वेदेति, अणिदायं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! णिदायं पि वेयणं वेदेति, अणिदायं पि वेयणं वेदेति / से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ'णेरइया णिदायं पि. अणिदाय पि वेयणं वेदेति' ! गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-सण्णीभूया य असण्णीभूया य / तत्थ णं जे ते सण्णीभूया ते गं णिदायं वेयणं वेदेति, तत्थ णं जे ते असण्णीभूया ते णं अणिदायं वेयणं वेदेति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं'णेरइया णिदायं पि वेयणं वेदेति अणिदायं पि वेयणं वेदेति, एवं जाव थणियकुमारा / पुढविकाइयाणं पुच्छा। गोयमा ! णो णिदायं वयणं वेदेति, अणिदायं वेयणं वेदेति / से केणटेणं भंते! एवं बुच्चइ-'पुढविकाइया णो णिदायं वेयणं वेदेति, अणिदायं वेयणं वेदेति' ? गोयमा ! पुदविकाइया सव्वे. असण्णी असंण्णिभूयं अणिदायं वेयणं वेदेति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चपुढविकाइया णो णिदायं वेयणं वेदेति, अणिदायं वेयणं वेदेति, एवं नाव चरिंदिया / पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मणूसा वाणमंतरा जहा णेरइया। जोइसियाणं Page #595 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनंगपविट्ठसुत्ताणि पुच्छा / गोयमा ! णिदायं पि वेयणं वेदेति, अणिदायं पि वेयणं वेदेति / से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-'जोइसिया णिदायं पि वेयणं वेदेति, अणिदायं पि वेयणं वेदेति' ? गोयमा ! जोइसिया दुविहा पण्णत्ता / तंजहा-माइमिच्छद्दिट्टिउववण्णगा य अमाइसम्मदिहिउववण्णगा य / तत्थ णं जे ते माइमिच्छद्दिट्ठिउववण्णगा ते णं अणिदायं वेयणं वेदेति, तत्थ णं जे ते अमाइसम्मदिदिउचवण्णगा ते णं णिदायं वेयणं वेदेति, से एएणद्वेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-'जोइसिया दुविहं पि वेयणं वेदेति, एवं वेमाणिया वि // 685 // पण्णवणाए भगवईए पणतीस इमं वेयणापयं समत्तं / छत्तीसइमं समुग्घायपयं, वेयणकसायमरणे वेउब्धियतेयए य आहारे / केवलिए चेव भवे जीवमणुस्साण सत्तेव // कइ णं भंते ! समुग्घाया पण्णत्ता ! गोयमा ! सत्त समुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणाससुग्घाए 1, कसायसमुग्घाए 2, मारणंतियसमुग्घाए 3, वेउव्वियममुग्धाए 4, तेयासमुग्घाए 5, आहारगसमुग्घाए 6, केवलिसमुन्घाए 7 / वेयणासमुग्घाए णं भंते ! कइसमइए पण्णत्ते ! गोयमा ! असंखेजसमइए अंतोमुहुत्तिए पण्णत्ते, एवं जाव आहारगसमुग्घाए / केवलिसमुन्घाए गंभंते ! कइसमइए पण्णत्ते ! गोयमा! अट्ठसमइए पण्णत्ते / णेरइयाणं भंते ! कइ समुग्घाया पण्णत्ता 1 गोयमा! चत्तारि समुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्याए, वेउव्वियसमुग्घाए / असुरकुमाराणं भंते ! कइ समुग्घाया पण्णत्ता ! गोयमा ! पंच समुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्याए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुग्धाए, तेयासमुग्घाए, एवं जाव थणियकुमाराणं / पुदविकाइयाणं भंते ! कइ समुग्घाया षण्णत्ता ? गोयमा ! तिणि समुग्घाया पण्णत्ता। तंजहा-वेवणासमुग्घाए, कसायसमुग्याए, मारणंतियसमुग्घाए, एवं जाव चउरिदियाणं / णवरं वाउकाइयाणं चत्तारि समुन्धाया पण्णत्ता। तंजहा-वेयणासमुन्धाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुग्धाए / पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं जाव वेमाणियाणं भंते ! कइ समुन्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच समुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्विय Page #596 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पग्णवणासुत्तं प. 36 587 समुग्घाए, तेयासमुग्घाए / णवर मणूसाणं सत्तविहे समुग्घाए पण्णत्ते / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुन्धाए, तेयासमुन्घाए, आहारगसमुग्घाए, केवलिसमुग्धीए // 686|| एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स केवइया वेयणासमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया पुरेक्खडा ! गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सत्थि तस्स जहण्णेणं एको वा दो वा तिणि वा, उकोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा / एवमसुरकुमारस्स वि णिरंतरं जाव वेमा. णियस्स, एवं जाव तेयगसमुग्घाए, एवमेए पंच चउवीसा दंडगा। एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स केवइया आहारगसमुग्घाया अतीता 10 कस्सइ अस्थि कस्सइ गत्थि, जस्स अस्थि तस्स. जहण्णेणं एक्को वा दो वा, उक्कोसेणं तिणि / केवइया पुरेक्खडा 10 कस्सइ अत्थि कस्सइ णत्थि, जस्सस्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं चत्तारि, एवं पिरंतरं जाव वेमाणियस्स, णवरं मणूसस्स अतीता वि पुरेक्खडा वि जहा णेरइयस्म पुरेक्खडा / एगमेगस्स णं भंते ! जरइयस्स केवइया केवलिसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! णत्थि / केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा! कस्सइ अस्थि कस्सई णत्थि, जस्सत्थि एक्को, एवं जाव वेमाणियस्स, णवरं मणूसस्स अतीता कस्सइ अस्थि कस्सइ स्थि, जस्सत्थि एक्को, एवं पुरेक्खडा वि // 687|| णेरइयाणं भंते ! केवइया वेयणासमुन्धाया अत.ता.? गोयमा ! अणंता। केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! अणंता, एवं जाव वेमाणियाणं, एवं जावं तेयगसमुग्धाए. एवं एए वि पंच चउवीसदंडगा / णेरइयाणं भंते ! केवइया आहारगसमुन्धाया अतीता ? गोयमा ! असंखेजा / केवईया पुरेक्खडा ? गोयमा ! असंखेजा, एवं जाव वेमाणियाणं / णवरं वणस्सइकाइयाणं मणूसाण य इमं णाणत्तं-वणस्सइकाइयाणं भंते ! केवइया आहारगसमुग्धाया अतीता ! गोयमा ! अणंता। मणूसाणं भंते ! केवइया आहारगसमुग्घाया अतीता ? गोयमा! सिय संखेजा, सिय असंखेजा, एवं पुरेक्खडा वि / णेरइयाणं मंते ! केवइया केवलिसमुग्घाया अर्त.ता ? गोयमा ! पत्थि / केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! असंखेजा, एवं जाव वेमाणियाणं / णवरं वणस्मइकाइयमणूसेतु इमं णागत्तं-वणस्सइकाइयाणं भंते ! केवइया केवलिसग्घाया अतीता 1 गोयमा ! णस्थि / केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा ! अणंता। मणूसाणं भंते ! केवइया केवलिसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! सिय अन्थि सिय णन्थि, जइ अस्थि जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपुहुत्तं / केवइया पुरे Page #597 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 588 अनंगपविसुत्ताणि क्खडा 10 सिय संखेजा, सिय असंखेजा // 688 // एगमेगम्स | भंते ! णेरइयस्स जेरइयत्ते केवइया वेयणाममुग्घाया अतीता ? गोयमा! अणंता। केवहया पुरेक्खडा ? गोयमा ! कस्सह अस्थि कस्मइ णत्थि, जस्स अस्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा। एवं असुरकुमारत्ते जाव वेमाणियत्ते / एगमेगस्स णं भंते ! असुरकुमारस्स मेरइयत्ते केवइया वेयणासमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता / केवइया पुरेक्खडा ! गोयमा ! कस्सह अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सत्थि तस्स सिय संखेजा वा सिय असंखेजा वा सिय अणंता वा / एगमेगस्स णं भंते ! असुरकुमारस्स असुरकुमारत्ते केवड्या वेयणासमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता। केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा, एवं णागकुमारत्ते वि जावं वेमाणियत्ते, एवं जहा वेयणासमुग्धाएणं असुरकुमारे णेरइयाइवेमाणियपजवसाणेसु भणिओ तहा णागकुमाराइया अवसेसेसु सट्टाणेसु परट्ठाणेसु भाणियव्वा जाव वेमाणियस्स वेमाणियत्ते / एवमेए चउव्वीसं चउव्वीसा दंडगा भवंति // 689 / / एगमेगम्स | भंते ! णेरइयस्स णेरइयत्ते केवइया कसायसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता / केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सस्थि एगुत्तरियाए जाव अणता / एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स असुरकुमारत्ते केवइया कसायसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सस्थि सिय संखेजा, सिय असंखेजा, सिय अणंता, एवं नाव णेरइयस्स थणियकुमारत्ते / पुदविकाइयत्ते एगुत्तरियाए णेयव्वं, एवं जाव मणुयत्ते, वाणमंतरत्ते जहा असुरकुमारत्ते / जोइसियत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सस्थि सिय असंखेजा, सिय अणंता, एवं वेमाणियत्ते वि सिय असंखेजा, सिय अणंता / असुरकुमारस्स णेरइयत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सस्थि सिय संखेजा, सिय असंखेजा, सिय अणंता। असुरकुमारस्स असुरकुमारत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा एगुत्तरिया, एवं णागकुमारत्ते जाव णिरंतरं वेमाणियत्ते जहा णेरइयस्स भणियं तहेव भाणियव्यं, एवं नाव थणिय कुमारस्स वि वेमाणियत्ते, णवरं सव्वेसिं सट्टाणे एगुत्तरियाए, परट्ठाणे ज़हेव असुरकुमारस्स / पुढविकाइयस्स णेरइयत्ते जाव थणियकुमारत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा Page #598 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुतं प० 36 586 कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सस्थि सिय संखेजा, सिय असंखेजा, सिय अणंता। पुढविकाइयस्स पुढविकाइयत्ते जाव मणूसत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि एगुत्तरिया / वाणमंतरत्ते जहा णेरइयत्ते / जोइ. सियवेमाणियत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा यम्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्स अस्थि सिय असखेजा, सिय अणंता, एवं जीव मणूसे वि णेयव्वं / वाणमंतरजोइ. सियवेमाणिया जहा असुरकुमारा, णवरं सट्टाणे एगुत्तरियाए भाणियत्वे जाव वेमा णियस्स वेमाणियत्ते / एवं एए चउव्वीसं चउव्वीसा दंडगा // 690 // मारणं तियममुग्याओ सहाणे वि परहाणे वि एगुत्तरियाए णेयव्वो जाव वेमाणियस्स वेमाणियत्ते, एवमेए चउवीसं चउवीसदंडगा भाणियव्वा / वेउब्वियसमुन्धाओ जहा क.साय. समुग्घाओ. तहा णिरवसेसो भाणियव्यो, णवरं जस्स पत्थि तस्स ण वुच्चाइ, एत्थ वि चउवीसं चउवीसा दंडगा भाणियव्वा / तेयगसमुग्धाओ जहा मारणंतियसमुन्धाओ, गवरं जस्सऽस्थि, एवं एए वि चउव्वीसं चउव्वीसा दंडगा भाणियव्वा // 691 // एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स णेरइयत्ते केवइया आहारगसमुग्घाया अतीता ! गोयमा ! णस्थि / केवइया पुरेक्खडा ! गोयमा! णत्थि, एवं जाव वेमाणियत्ते, णवरं मणूसत्ते अतीता कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा, उक्कोसेणं तिण्णि / केवइया पुरेक्खडा ! गोयमा ! कस्सइ अस्थि कस्सइ णन्थि, जस्सत्थि जहण्णेणं एको वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं चत्तारि, एवं सव्वजीवाणं मणुस्साणं भाणियव्वं / मणूसस्स मणूसत्ते अतीता कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सस्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं चत्तारि, एवं पुरेक्खडा वि / एवमेए चउवीसं चउघीसा दंडगा जाव वेमाणियत्ते // 692 // एगमेगस्स गं भंते ! णेरहयस्स णेरइयत्ते केवइया केवलिसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! गस्थि / केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! णत्थि, एवं जाव वेमाणियत्ते, णवरं मणूसत्ते अतीता णस्थि, पुरेक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ णत्थि, जस्सस्थि एक्को, मणूसस्स मणूसत्ते अतीता कस्सइ अस्थि कस्सइ णस्थि, जस्सस्थि एक्को, एवं पुरेक्खडा वि / एवमेए चउव्वीसं चउव्वीसा दंडगा // 693 // णेरइयाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया वेयणासमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता। केवइया पुरेवखडा ? गोयमा! अणंता, एवं जाव वेमाणियत्ते, एवं सव्वजीवाणं भाणियव्वं जाव वेमाणियाणं वेमाणियत्ते, एवं जाव तेयगसमुग्घाया, णवरं उवउजिऊण णेयव्वं जस्सऽस्थि वेउवियतेयगा // 694 / / Page #599 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 560 अनंगपविष्टुसुत्ताणि णेरइयाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया आहारगसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! णस्थि / केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा ! णस्थि, एवं जाव वेमाणियत्ते / णवरं मणूसत्ते अतीता असंखेजा, पुरेक्खडा असंखेजा, एवं जाव वेमाणियाणं / णवरं वणस्सइकाइयाणं मणूमत्ते अतीता अणंता, पुरेक्खडा अणंता। मणूमाणं मणूसत्ते अतीता सिय संखेजा, सिय असंखेजा, एवं पुरेक्खडा वि / सेसा सव्वे जहा णेरइया, एवं एए चउवीसं च उवीसा दंडगा // 695 // रहयाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया केवलिसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! णस्थि / केवइया पुरेवखडा ? गोयमा ! णत्थि, एवं जाव वेमाणियत्ते / णवरं मणूसत्ते अतीता णन्थि, पुरेक्खडा असंखेजा, एवं जाव वेमाणिया, णवरं वणस्सइकाइयाण मणूसत्ते अतीता णस्थि, पुरेक्खडा अणंता / मणूसाणं मणूसत्ते अतीता सिय अस्थि सिय णस्थि, जब अस्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपुहतं / केवड्या पुरेक्खडा? गोयमा ! सिय संखेजा, सिय असंखेजा, एवं एए चउव्वीसं चउव्वीसा दंडगा सव्वे पुच्छाए भाणियव्या जाव वेमाणियाणं वेमाणियत्ते // 696 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं वेयणासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्वियसमुग्घाएणं तेयगसमुग्घाएणं आहारगसमुग्घाएणं केवलिसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा आहारगसमुग्धाएणं समोहया, केवलिसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, तेयगसमुन्धाएणं समोहया असंखेजगुणा, वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहया असंखेजगुणा, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया अणंतगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, वेयणासमुग्धारण समोहया विसेसाहिया, असंमोहया असंखेजगुणा // 697 // एएसिणं भंते ! गैरइ. याणं वेयणासमुग्धाएणं कसायसमुन्धाएणं मारणतियसमुग्धाएणं वेउब्वियसमुन्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 ! गोयमा ! सव्वत्थोवा गेरइया मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया, वेउब्वियसमुग्धाएणं समोहया असंखेजगुणा, कसायसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा. असमोहया संखेनगुणा / एएसि णं भंते ! असुरकुमाराणं वेयणासमुग्धाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउब्वियसमुग्घाएणं तेयगसमुन्धारणं समोयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा असुरकुमारा तेयगसमुग्घाएणं समोहया, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, वेयणा. Page #600 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुत्तं प० 36 561 समुग्याएवं समोहया असंखेजगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, वेउन्वियसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, असमोहया असंखेजगुणा, एवं जाव थणियकुमारा। एए सि णं भंते ! पुढविकाइयाणं वेयणा० करा० मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 41 गोयमा! सव्वत्थोवा पुढविकाइया मार. तियसमुग्घाएणं समोहया, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया असंखेजगुणा / एवं जाव वणस्सइकाइया, णवरं सव्वत्थोवा वाउक्काइया वेउब्वियसमुन्घाएणं समोहया, मारणंतियस्मुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, कसायसमुग्याएणं समोहया संखेजगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया असंखेजगुणा। बेइंदियाणं भंते ! वेयणासमुम्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा बेइंदिया मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया, वेयणासमुग्धाएणं समोहया असंखेजगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा असमोहया संखेजगुणा, एवं जाव चउरिंदिया। पंचिंदियतिरिवखजोणियाणं भंते ! वेयणासमुग्याएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्वियसमुन्धाएणं तेयासमुन्धारण समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पंचिंदियतिरिक्खजोणिया तेयासमुग्घाएणं समोहया, वेउव्वियसमु-घाएणं समोहया असंखेजगुणा, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, वेयणासमुन्घाएणं समोहया असंखेनगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, असमोहया संखेजगुणा। मगुस्साणं भंते ! वेयणासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्यियसमुग्धाएणं तेयगसमुग्घाएणं आहारगसमुग्धाएणं केवलिसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सा आहारगसमुग्घाएणं समोहया, केवलिसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, तेयगसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, असमोहया असंखेजगुणा / वाणमंतरजोइसियवेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं // 698 // क.इ णं भंते ! कसायसमुन्घाया पण्णत्ता 1 गोयमा! चत्तारि कसायसमुग्धाया पण्णत्ता / तंजहा-कोहसमुग्घाए, माण. समुग्याए, मायासमुग्घाए लोहसमुग्धाए / रइयाणं भंते ! कइ कसायसमुन्घाया Page #601 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 562 अनंगपविट्ठसुत्ताणि पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि कसायसमुग्घाया पण्णत्ता, एवं नाव .वेमाणियाणं / एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स केवइया कोहसमुन्धाया अतीता ? गोयमा ! अणंता। केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! कस्सइ भत्थि कस्सइ णस्थि, जस्सत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा, एवं जाव वेमाणियस्स, एवं जाव लोहसमुग्याए, एए चत्तारि दंडगा। रइया णं भंते ! केवइया कोहममुग्धाया अतीता ! गोयमा! अणंता / केवइया पुरेक्खडा 1 गोयमा ! अणंता / एवं जाव वेमाणियाणं,एवं जाव लोहसमुग्घाए, एवं एए वि चत्तारि दंडगा। एगमेगस्स णं भंते!णेरइयस्स णेरइयत्ते केवइया कोहसमुग्धाया अतीता ? गोयमा ! अणंता। एवं जहा वेयणासमुग्धाओ भणिओ तहा कोहसमुन्धाओ वि गिरवसेसं जाव वेमाणियत्ते / माणसमुग्घाए मायासमुग्घाएवि गिरवसेसं जहा मारणंतियसमुन्धाए, लोहसमुग्घाओ जहा कसायसमुग्धाओ, णवरं सवजीवा असुराइणेरइएसु लोहकसाएणं एगुत्तरियाए णेयव्वा / णेरइयाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया कोहसमुग्घाया अतीता ? गोयमा ! अणंता / केवइया पुरेक्खडा ! गोयमा! अणंता, एवं जाव वेमाणियत्ते, एवं सट्टाणपरट्ठाणेसु सव्वत्थ भाणियव्वा, सव्वजीवाणं चत्तारि वि समुग्घाया जाव लोहसमुन्धाओ नाव वेमाणियाणं वेमाणियत्ते // 699 / / एएसि णं भंते ! जीवाणं कोहसमुग्घाएणं माणसमुग्याएणं मायासमुन्याएणं लोभसमुन्धारण य समोहयाणं अकसायसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा असायसमुग्धाएणं समोहया, माणसमुग्घाएणं समोहया अणंतगुणा, कोहसमु. ग्याएणं समोहया विसेसाहिया, मायासमुग्धाएणं समोहया विसेसाहिया, लोभसमुग्धाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया संखेजगुणा / एएसि | भंते ! गैरइयाणं कोहसमुग्धाएणं माणसमुग्घाएणं मायासमुग्घाएणं लोभसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा णेरइया लोभसमुग्घाएणं समोहया, मायासमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, माणसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, कोहसमुग्घाएणं समोहया संखेनगुणा, असमोहया संखेजगुणा / असुरकुमाराणं पुच्छा / गोयमा! सव्वत्थोवा असुरकुमारा कोहसमुग्घाएणं समोहया, माणसमुग्याएणं समोहया संखेजगुणा, मायासमुग्घाएणं समोहया संखेजगुणा, लोभसमुग्धाएणं समोहया संखेजगुणा, असमोहया संखेजगुणा, एवं सव्वदेवा जाव वेमाणिया / पुढविकाइयाणं पुच्छा / गोयमा! सव्वत्थोवा पुढविकाइया माणसमुग्याएणं समोहया, Page #602 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प० 36 563 कोहसमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, मायासमुग्याएणं समोहया विसेसाहिया, लोभसमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया संखेजगुणा / एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिया, मणुस्सा जहा जीवा, णवरं माणसमुग्घाएणं समोहया असंखेजगुणा // 700 // कइ णं भंते ! छाउमत्थिया समुग्घाया पण्णत्ता ! गोयमा ! छ छाउ. मस्थिया समुग्घाया पण्णत्ता। तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारतियसमुग्घाए, वेउब्वियसमुग्घाए, तेयासमुग्घाए, आहारगसमुग्घाए / णेरड्याणं भंते ! कह छाउमस्थिया समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि छाउमत्थिया समुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुग्घाए / असुरकुमाराणं पुच्छा / गोयमा! पंच छाउमत्थिया समुग्घाया पण्णत्ता। तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुघाए, वेउव्वियसमुन्छाए, तेयासमुग्धाए / एगिदियविगलिंदियाणं पुच्छा। गोयमा! तिणि छाउमत्थिया समुग्धाया पण्णत्ता। तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुन्घाए, मारणं तियर मुन्घाए, णवरं वाउकाइयाणं चत्तारि समुग्घाया पण्णत्ता। तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्याए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुग्घाए / पंचेंदियतिरिक्खजीणियाणं पुच्छा / गोयमा! पंच ममुग्घाया पण्णत्ता / तंजहा-वेयणासमुग्घाए, कसायसमुन्धाए, मारणंतियसमुग्याए, वेउब्वियसमुग्घाए, तेयगसमुग्घाए / मणूसाणं भंते! कइ छाउमत्थिया समुग्घाया पण्णसा ? गोयमा!छ छाउमत्थिया समुन्धाया पण्णत्ता / तंजहावेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए, वेउव्वियसमुग्याए, तेयगसमुग्याए, आहारगसमुग्घाए॥७०१॥ जीवे णं भंते ! वेयणासमुग्धाएणं समोहए समोहणित्ता जे पोग्गले णिच्छुभइ, तेहि णं भंते ! पोग्गलेहिं केवइए खेत्ते अप्फुण्णे, केवइए खेत्ते फुडे 1 गोयमा! सरीरप्पमाणमेत्ते विक्खंभबाहल्लेणं णियमा छद्दिसि एवइए खेत्ते अप्फुण्णे, एवइए खेत्ते फुडे / सेणं भंते ! खेत्ते केवदकालस्स अप्फुण्णे, केवईकालस्स फुडे 1 गो०!एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं एवइयकालस्स अप्फुण्णे, एवइयकालस्स फुडे। ते गंभंते! पोग्गले केवइकालस्स णिच्छभइ 1 गो०! नहएणेणं अंतोमुहुत्तस्स, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तस्स / ते णं भंते ! पोग्गला णिच्छूढा समाणा नाइं तत्थ पाणाई भूयाई जीवाइं सत्ताई अभिहणंति वत्तेति लेसेंति संघाएं ति संघति परियाति किलामेंति उद्दति तेहिंतो गं भंते ! से जीवे कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए / ते णं भंते ! जीवा Page #603 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 594 अनंगपविष्टुसुतागि ताओ जीवाओ कइकिरिया ? गोयमा ! सिय तिकिरिया, सिय च उकिरिया, सिय पंचकिरिया / से णं भंते ! जीवे ते य जीवा अण्गेसि जीवाणं परंपराघाएणं कह.. किरिया ! गोयमा ! तिकिरिया वि चउकिरिया वि पंचकिरिया वि // 702 // जेरइए णं भंते ! वेयणासमुग्घाएणं समोहए एवं नहेव जीवे, णवरं णेरहयाभिलावो, एवं गिरवसेसं नाव वेमाणिए / एवं कसायसमुवाओ वि भाणियब्यो / जीवेणं भंते ! मारणंति यसमुग्याएणं समोहए समोहणित्ता जे पोग्गले णिच्छुभइ तेहि गं भंते ! पोग्गलेहिं केवइए खेत्ते अप्फुण्णे, केवइए खेत्ते फुडे ? गोयमा! सरीरप्पमाणमेत्ते विखंभवाहल्लेणं, आयामेणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभाग; उकोसेणं असंखेजाई जोयणाई एगदिसि एवइए खेत्ते अकुण्णे, एवइए खेत्ते फुडे / से णं भंते ! खेत्ते केवइकालस्स अप्फुण्णे, केवइकालस्स फुडे ! गोयमा ! एगसमइएण वा दुममइएण वा तिममइऍण वा च उसमइएण वा विग्गहेणं एवइकालस्स अप्फुण्णे, एवइकालस्स फुडे, सेसं तं चेत्र जाव पंचकिरिया वि / एवं गैरइए वि, णवरं आयामेगं जहण्णेणं साइरेगं जोयणसहस्म, उक्कोसेणं असंखेजाइं जोयणाई एगदिसिं एवइए खेत्ते अप्फुण्णे, एवइए खेत्ते फुडे, विग्गहेणं एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा, णवरं च उसमदएण वा ण भण्णइ, सेसं तूं चेव जाव पंचकिरिया वि / अमुरकुमारस्म जहा जीवपए, णवरं विग्गहो तिसमइओ नहा णेरइयस्स, सेसं तं चेव जहा असुरकुमारे, एवं जाव वेमाणिए, णवरं एगिदिए जहा जीवे गिरवसेसं // 703 / / जीवे णं भंते ! वे उब्धियममुग्धारणं ममोहए समोहणित्ता जे पोग्गले णिच्छुभइ तेहि गं भंते ! पोग्गलेहिं केवइए खेत्ते अप्फुण्णे, केवइए खेत्ते फुडे 1 गोयमा ! सरीर पमाणमेत्ते विक्खंभवाहल्लेणं, आयामेणं जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजहभागं, उक्को. सेणं संखेजाइं जोयणाई एगदिसि विदिसि वा एवइए खेत्ते अप्फुणे, एवइए खेते फुडे / से ण भंते ! केवइकालस्स अप्फुण्णे, केवइकालस्स फुडे ! गोयमा! एगममइएण वा दुममइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं एवइकालस्स अप्फुण्णे, एबइकालस्स फुडे, सेसं तं चेव जाव पंचकिरिया वि, एवं णेरइए वि, णवरं आयामेणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभाग,उकोसेणं संखेजाई जोयणाई एगदिसिं। एवइए खेते केवइकालस्स ? तं चेव जहा जीवपए, एवं जहा णेरइयस्स तहा असुरकुमारस्स, णवरं एगदिसि विदिसिं वा, एवं जाव थणियकुमारस्स / वाउकाइयस्स जहा जीवपए, णवरं एगदिसि / पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स णिरवसेसं जहाणेरहयस्स / मणूसवाणमंतरजोइसियवेमाणियस्स णिवसेसं जहा असुरकुमारस्स // 704 // Page #604 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पण्णवणासुत्तं प०३६ 565 जीवे णं भने ! तेयगममुग्घाएणं समोहए समोहणित्ता जे पोग्गले णिच्छुभइ तेहि ग्रं भंते ! पोग्गलेहिं केवइए खेत्ते अप्फुण्णे, केवइए खेत्ते फुडे ? एवं जहेव घेउविए समुग्घाए तहेव, णवरं आयामेणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजहभागं, सेसं तं चेव, एवं जाव वेमाणियस्स, णवरं पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स एगदिसिं एवइए खेत्ते अप्फुण्णे, एवइए खेत्ते फुडे // 705 // जीवे णं भंते ! आहारगसमुन्घाएणं समोहए समोहणित्ता जे पोग्गले णिच्छभइ तेहि णं भंते ! पोग्गले हि केवइए खेत्ते अप्फुण्णे, केवइए खेत्ते फुडे ? गोयमा ! सरीरम्पमाणमेत्ते विक्खंभवाहल्लेणं, आयामेणं जहण्णणं अंगुठस्स असंखेजहभागं, उकोसेणं संखेजाई जोयणाई एगदिसिं, एवइए खेत्ते एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं एवइकालस्स अप्फुण्णे, एवइकालस्स फुडे / ते णं भंते ! पोग्गला केवइकालस्स णिच्छुब्भंति ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तस्स, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तस्स // 706 / / ते भंते ! पोग्गला णिच्छूढा समाणा जाई तत्थ पाणाई भूयाई जीवाई सत्ताई अभिहणंति जाव उद्दवेंति, ते(हिणं भंते ! जीवे कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए / ते णं भंते ! जीवाओ कइकिरिया ? गोयमा ! एवं चेव / से णं भंते ! जीवे ते य जीवा अण्णेसि जीवाणं परंपराघाएणं कइकिरिया ! गोयमा! तिकिरिया वि च उकिरिया वि पंचकिरिया वि, एवं मणूसे वि // 707 // अणगारस्स णं भंते ! भावियप्पगो केवलिसमुग्घाएणं समोहयस्स जे चरमा णिजरापोग्गला सुहुमा गं ते पोग्गला षण्णत्ता समणाउसो ! सव्वलोग पि य णं ते फुसित्ताणं चिटुंति ? हंता गोयमा ! अणगारस्स भावियप्पणो केवलिसमुग्घाएणं समोहयस्स जे चरमा णिजरापोग्गला सुहमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो ! सव्वलोग पि य णं ते फुसित्ताणं चिट्ठति // 708 // छ उमत्थे णं भंते ! मणूसे तेसिं णिजरापोग्गलाणं किंचि वण्णेणं वणं गंधेणं गंधं रसेणं रसं फासेण वा फासं जाणइ पासइ ! गोयमा ! णो इणट्रे समढे / से केण?णं भंते ! एवं वुच्चइ-'छउमत्थे णं मणूसे तेसिं णिजरापोग्गलाणं णो किंचि वण्णेणं वणं गंवेणं गंधं रसेणं रसं फासेणं फासं जाणइ पासई' ? गोयमा! अयण्णं जंबुद्दीवे दीवे सव्वदीवसमुदाणं सव्वब्भंतराए सव्वखुड्डाए बट्टे तेल्लापूयसंठाणसंठिए बट्टे रहंचकवालसंठाणसंठिए वट्टे पुक्खरकण्णियासंठाणसं टिए बट्टे पडि पुण्णचंदसंठाणसंठिए एगं जोयणसयसहस्सं आयामविखंभेणं तिणि जोयणसयसहस्साई सोलस सहस्साइं दोण्णि य सत्तावीसे जोयणसए तिण्णि य कोसे अट्ठावीसं च धणु Page #605 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 596 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सयं तेरस य अंगुलाई अद्धंगुलं च किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते / देवे णं महिड्डिए जाव महासोक्खे एगं महं सविलेवणं गंधसमुनगयं गहाय ते अवदालेइ, तं . महं एगं सविलेवणं गंधसमुग्गयं अवदालइत्ता इणामेव कटु केवलकप्पं जंबुद्दीवं दीवं तिहिं अच्छराणिवाएहिं तिसत्तखुत्तो अणुपरियट्टित्ताणं हव्वमागच्छेजा, से गूणं गोयमा ! से केवलकप्पे जंबुद्दीवे दीवे तेहिं घाणपोग्गलेहिं फुडे ! हंता ! फुडे, छ उमत्थे णं गोयमा ! मणूसे तेसिं घाणपुग्गलाणं किंचि वण्णेणं वणं गंधेणं गंधं रसेणं रसं फासेणं फासं जाणइ पासइ ! भगवं ! णो इणढे समढे, से एएणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-'छउमत्थे णं मणूसे तेसिं णिजरापोग्गलाणं णो किचि वण्णेणं वण्णं गंधेणं गंधं रसेणं रसं फासेणं फासं जाणइ पासइ, एसुहमाणं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो ! सव्वलोगं पि य णं फुसित्ताणं चिटुंति' // 709 // कम्हा णं भंते ! केवली समुग्घायं गच्छह ? गोयमा ! केवलिस्स चत्तारि कम्मंसा अवखीणा अवेइया अणिजिण्णा भवंति, तंजहा-वेयणिजे, आउए, णामे, गोए, सव्वबहप्पए से से वेयणिजे कम्मे हवइ, सव्वत्थोवे आउए कम्मे हवइ, विसमं समं करेइ बंधणेहि ठिईहि य, विसमसमीकरणयाए बंधणेहिं ठिईहि य एवं खलु केवली समोहणइ, एवं खलु समुग्घायं गच्छइ / मव्वे वि णं भंते ! केवली समोहणंति, , सव्वे वि णं भंते ! केवली समुग्घायं गच्छंति ? गोयमा ! णो इणढे समढे / जस्साउएण तुलाई, बंधणेहिं ठिईहि य / भवोवग्गहकम्माई, समुग्घायं से ण गच्छइ // 11 // अगंतूणं समुग्घायं, अणंता केवली जिणा / जरमरणविप्पमुक्का, सिद्धिं वरगई गया // 2 // 710 // कइ. समइए णं भंते ! आउजीकरणे पण्णत्ते ! गोयमा ! असंखेजसमइए अंतोमहत्तिए आउजीकरणे पण्णत्ते / कइसमइए णं भंते ! केवलिसमुन्धाए पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ठसमइए. पण्णत्ते / तंजहा-पढमे समए दंडं करेइ, बीए समए कवाडं करेई, तइए समए मंथ करेइ, चउत्थे समए लोगं पूरेइ, पंचमे समए लोयं पडिसाहरइ, छट्टे समए मंथ पडिसाहरइ, सत्तमए समए कवाडं पडिसाहरइ, अट्ठमे समए दंडं पडि. साहरइ,दंडं पडिसाहरेत्ता तो पच्छा सरीरत्थे भवइ // 711|| से गंभंते! तहा समु. ग्घायगए कि मणजोगं जुंजइ, वइजोगं जुजइ, कायजोगं जुजइ ? गोयमा! णो मणजोगं जुजइ, णो वइजोगं जुजइ, कायजोगं जुंजइ / कायजोगं णं भंते ! हुंजमाणे कि ओरालियसरीरकायजोगं जुंजइ, ओरालियमीसासरीरकायजोगं जुजइ, कि वेउव्विय सरीरकायजोगं झुंजइ, वेउव्वियमीसासरीरकायजोगं झुंजइ, आहारगसरीरकायजोग०, आहारगमीसासरीरकायजोगं जुंजइ, किं कम्मगसरीरकायजोगं जुजइ ? गोयमा ! Page #606 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण्णवणासुतं प० 36 567 ओरालियसरीरकायजोगं पि जुंजइ, ओरालियमीसासरीरकायजोगं पि जुजइ, णो वेउब्वियसरीरकायजोग०, णो वेउव्वियमीसासरीरकायजोगं०, णो आहारगसरीरकायनोगं०,णो आहारगमीसासरीरकायजोग०, कम्मगसरीरकायजोगं पि जुंजह, पदमट्ठमेसु समएसु ओरालियसरीरकायजोगं जुजह, बिइयछट्ठसत्तमेसु समएसु ओरालियमीसासरीरकायजोगं जुंजइ, तइयचउत्थपंचमेसु समएसु कम्मगसरीरकायनोगं जुंजह // 712 // से णं भंते ! तहा समुग्धायगए सिज्झइ बुज्झइ मुच्चई परिणिव्वाइ सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ! गोयमा ! णो इणढे समढे / से णं तओ पडिणियत्तइ पडि. णियत्तित्ता तओ पच्छा मणजोगं पि जुंजई, वइजोगं पि जुंजइ, कायजोगं पि जुजइ। मणजोगं जुंजमाणे किं सच्चमणजोगं जुंजइ, मोसमणजोगं जुंजइ, सच्चामोसमणजोगं जुंजइ, असच्चामोसमणजोगं जुंजइ ? गोयमा ! सच्चमणजोगं०, णो मोसमणजोगं०, णो सच्चामोसमणजोगं जुंजइ, असच्चामोसमणजोगं पि जुंजह / वइजोगं जुंजमाणे किं मच्चवइजोगं जुंजइ, मोसवइजोगं जुजइ, सच्चामोसवइजोग०, असच्चामोसवइजोगं जुंजइ ? गोयमा ! सच्चवइजोग०, णो मोसवइजोगं०, णो सच्चामोसवइजोगं०, असच्चामोसवइजोगं पि जुंजह / कायजोगं जुंजमाणे आगच्छेज वा गच्छेन वा चिट्टेज वा णिसीएज वा तुयट्टेज वा उलंघेज वा, पलंघेज वा, पाडिहारियं पीटफलगसेजासंथारगं पच्चप्पिणेजा // 713 // से णं भंते ! तहा सजोगी सिज्झइ नाव अंत करेइ ? गोयमा ! जो इणढे समठे। से णं पुवामेव सण्णिस्स पंचिं दियपजत्तयस्स जहण्णजोगिस्स हेट्टा असंखेजगुणपरिहीणं पढमं मगजोगं णिरुंभइ, तो अगंतरं बेइंदियपजत्तगस्स जहण्णजोगिस्स हेट्ठा असंखेजगुणपरिहीणं दोच्चं वहजोगं णिरुंभइ, तओ अणंतरं च णं सुहुमस्स पणगजीवस्स अपजत्तयस्स जहण्णजोगिस्स हेट्ठा असंखेजगुणपरिहीणं तच्चं कायजोगं णिरुंभइ, से णं एएण उवाएणंपढम मणजोगं णिरुंभइ, मणजोगं णिमित्ता वइजोगं णिरुंभइ, वइजोगं णिरुंभित्ता कायजोगं णिरुंभइ, कायजोगं णिरुंभित्ता जोगणिरोहं करेइ, जोगणिरोहं करेत्ता अजोगत्तं पाउणइ, अजोगत्तं पाउणित्ता ईसिं हस्सपंचवखरुच्चारण द्धाए असंखेजसमइयं अंतोमुहत्तियं सेलेसिं पडिवजइ, पुव्वरइयगुणसेढीयं च णं कम्म, तीसे सेलेसिमद्धाए असंखेजाहिं गुणसेढीहिं असंखेजे कम्मखधे खवयइ, खवइत्ता वेयणिजाउणामगोत्ते इच्चेए चत्तारि कम्मंसे जुगवं खवेद, जुगवं खवेत्ता ओरालियतेयाकम्मगाई सव्वाहिं विप्पजहणाहिं विप्पजहइ, विप्पज हित्ता उज्जुसेढीपडिवण्णो अफुसमाणगईए एग Page #607 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 598 मनंगपविट्ठसुत्ताणि समएणं अविग्गहेणं उर्छ गंता सागारोवउत्ते सिज्झइ बुज्झइ., तत्य सिद्धो मवइ / तेणं तत्थ सिद्धा भवंति असरीरा जीवघणा दंसणणाणोवउत्ता णिट्ठियट्ठा णीरया. गिरेयणा वितिमिरा विसुद्धा सासयमणागयद्ध कालं चिट्ठति / से. केणटेणं भंते ! एवं बुच्चइ-'ते णं तत्थ सिद्धा भवंति असरीरा जीवघणा दंसणणाणोवउत्ता गिढि यट्ठा गीरया णिरेयणा वितिमिरा विसुद्धा सासयमणागयद्धं कालं चिटुंति' 1 गोयमा! से जहाणामए बीयाणं अग्गिदड्डाणं पुणरवि अंकुरुप्पत्ती ण भवइ, एवामेव सिद्धाण वि कम्मबीएसु दड्डेसु पुणरवि जम्मुप्पत्ती ग भवइ, से तेणटेणं गोयमा! एवं बुचह'ते णं तत्थ सिद्धा भवंति असरीरा जीवषणा दंसणणाणोवउत्ता णिट्ठियट्ठा णीरया गिरेयणा वितिमिरा विसुद्धा सासयमणागयद्धं कालं चिटुंति' त्ति / णिच्छिण्णसव्वदुक्खा जाइजरामरणबंधणविमुक्का / सासयमव्वाबाहं चिट्ठति सुही सुहं पत्ता // 1 // ॥७१४॥पण्णवमाए भगवईए छत्तीसइमं समग्घायपयं समत्तं / / // पण्णवणासुत्तं समत्तं // Page #608 -------------------------------------------------------------------------- ________________ මෙය මාධ්‍ය