________________ पण्णवणासुत्तं प० 17 उ. 4 505 मयणिजा, सविंदियगायपल्हायणिजा, भवेयारूवा ? गोयमा! णो इणढे समढे पम्हलेस्सा णं एत्तो इट्टतरिया चेव जाव मणामतरिया चेव आसाएणं पण्णत्ता // 519 // सुक्कलेस्सा णं भंते ! केरिसिया अस्साएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए गुले इ वा खंडे इ वा सक्करा इ वा मच्छंडिया इ वा पप्पडमोयए इ वा भिसकंदए इ वा पुप्फुत्तरा इ वा पउमुत्तरा इ वा आयंसिया इ वा सिद्धस्थिया इ वा आगासफालिओवमा इ वा उवमा इ वा अणोवमा इवा, भवेयारूवे ? गोयमा! णो इणढे समढे, सुक्कलेस्सा णं एत्तो इतरिया चेव० पियतरिया चेव० मणामयरिया चेव आसाएणं पण्णत्ता // 520 // कइ णं भंते ! लेस्साओ दुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तओ लेस्साओ दुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ / तंजहा–कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउ. लेस्सा / कइ णं भंते ! लेस्साओ सुब्भिगंधाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! तओ लेस्साओ सुन्भिगंधाओ पण्णत्ताओ / तंजहा-तेउलेस्सा, पम्हलेस्सा, सुक्कलेस्सा, एवं तओ अविसुद्धाओ, तओ विसुद्धाओ, तओ अप्पसत्थाओ, तओ पसत्थाओ, तओ संकिलिट्ठाओ, तओ असंकिलिहाओ, तओ सीयलुक्खाओ, तओ णिधुण्हाओ, तओ दुग्गइगामियाओ, तओ सुगईगामियाओ // 521 // कण्हलेस्सा णं भंते ! कइविहं परिणामं परिणमइ ? गोयमा ! तिविहं वा णवविहं वा सत्तावीसविहं वा एक्कासीइविहं वा बेतेयालीसतविहं वा बहुयं वा बहुविहं वा परिणामं परिणमइ, एवं जाव सुक्कलेस्सा // 522 // कण्हलेस्सा णं भंते ! कइपएसिया पण्णत्ता 1 गोयमा ! अणंतपएसिया पण्णत्ता, एवं जाव सुक्कलेस्सा / कण्हलेस्सा णं भंते ! कइपएसोगाढा पण्णत्ता ? गोयमा! असंखेजपएसोगाढा पण्णत्ता, एवं जाव सुकलेस्सा। कण्हलेस्साए णं भंते ! केवइयाओ वग्गणाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अणंताओ वग्गणाओ०, एवं जाव सुक्कलेस्साए // 523 // केवइया णं भंते ! कण्हलेस्साठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेजा कण्हलेस्साठाणा पण्णत्ता / एवं जाव सुक्कलेस्सा // 524 // एएसि णं भंते ! कण्हलेस्साठाणाणं जाव सुक्कलेस्साठाणाण य जहण्णगाणं दवट्ठयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा 4 1 गोयमा ! सव्वत्थोवा जहएणगा काउलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए, जहण्णगा णीललेस्साठाणा दवट्टयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा कण्हलेस्साठाणा दवट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा तेउलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णगा पम्हलेस्साठाणा दव्वयाए असंखेज गुणा, जहण्णगा सुक्कलेस्साठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा जहण्णगा