________________ 360 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सव्वपाणभूयजीवसत्तसुहावहा इ वा / ईसीपब्भारा णं पुढवी सेया संखदलविमल. सोत्थिय-मुणालदगरय-तुसार-गोक्खीरहारवण्णा उत्ताणयछत्तसंठाणसंठिया सव्वज्जुणसुवण्णमई, अच्छा, सण्हा, लण्हा, घट्ठा, मट्ठा, णीरया, णिम्मला, णिप्पंका, णिकंकडच्छाया सप्पभा,सस्सिरिया,सउजोया,पासाईया,दरिसणिजा, अभिरुवा, पडिरूवा / ईसीपब्भाराए णं पुढवीए सीआए जोयणम्मि लोगंतो, तस्स जोयणस्स जे से उवरिल्ले गाउए, तस्स णं गाउयस्स जे से उवरिले छब्भागे, एत्थ णं सिद्धा भगवंतो साइया अपजवसिया अणेगजाइ-जरामरण-जोणिसंसारकलंकलीभाव-पुणब्भवगम्भवासवसहीपवंचसमइकंता सासयमणागयद्धं कालं चिट्ठति / तत्थ वि य ते अवेया अवेयणा णिम्ममा असंगा य / संसारविष्पमुक्का पएसणिव्वत्तसंठाणा // 1 // कहिं पडिया सिद्धा कहिं सिद्धा पइडिया ? कहिं बोदि चइत्ता णं कत्थ गंतूण सिज्झइ ? // 2 // अलोए पडिहया सिद्धा लोयग्गे य पइट्ठिया / इह बोंदि चइत्ता णं तत्थ गंतूण सिज्झइ // 3 // दीहं वा हस्सं वा जं चरिमभवे हविज संठाणं / तत्तो तिभागहीणा सिद्धाणोगाहणा भणिया // 4 // जं संठाणं तु इहं भवं चयंतस्स चरिमसमयंमि / आसी य पएसघणं तं संठाणं. तहिं तस्स // 5 // तिणि सया तित्तीसा धणुत्तिभागो य होइ बोधव्वा / एसा खलु सिद्धाणं उक्कोसोगाहणा भणिया // 6 // चत्तारि य रयणीओ रयणी तिभागूणिया य बोद्धव्वा / एसा खलु सिद्धाणं मज्झिमओगाहणाभणिया // 7 ॥एगा य होइ. रयणी अटेव य अंगुलाई साहिया / एसा खलु सिद्धाणं जहण्णओगाहणा भणिया // 8 // ओगाहणाए सिद्धा भवत्तिभागेण होति परिहीणा / संठाणमणित्थंथं जरामरणविप्पमुक्काणं // 9 // जत्थ य एगो सिद्धो तत्थ अणता भवक्खयविमुक्का। अण्णोऽण्णसमोगाढा पुट्ठा सव्वे वि लोगते // 10 // फुसइ अणते सिद्धे सव्वपएसेहिं णियमसो सिद्धा / तेऽवि य असंखिजगुणा देसपएसेहिं जे पुट्ठा॥११॥ असरीरा जीवघणा उवउत्ता दंसणे य णाणे य / सागारमणागारं लक्खणमेयं तु सिद्धाणं // 12 // केवलणाणुवउत्ता जाणंता सव्वभावगुणभावे / पासंता सव्वओ खलु केवलदिट्ठीहिऽणंताहिँ // 13 // णवि अस्थि माणुसाणं तं सुक्खं णवि य सव्वदेवाणं / जं सिद्धाणं सुक्खं अव्वाबाहं उवगयाणं // 14 // सुरगणसुहं समत्तं सव्वद्धापिडिय अणंतगुणं / णवि पावइ मुत्तिसुहं णताहि वग्गवग्गूहि // 15 // सिद्धस्स सुहोरासी सव्वद्धापिंडिओ जइ हवेज्य / सोऽणंतवग्गभइओ सव्वागासे ण माइजा // 16 // जह णाम कोइ मिच्छो णगरगुणे बहुविहे