________________ 184 अनंगपविट्ठसुत्ताणि वा सुवण्णवासाइ वा रयणवासाइ वा वइरवासाइ वा आभरणवासाइ वा पत्तवासाइ वा पुष्पवासाइ वा फलवासाइ वा बीयवासा० मलवासा० गंधवासा० वण्णवासा. चुण्णवासा० खीरखुट्टीइ वा रयणवुट्टीइ वा हिरण्णवुट्ठीइ वा सुवण्ण० तहेव जाव चुण्णवुट्टीइ वा सुकालाइ वा दुकालाइ वा सुभिक्खाइ वा दुभिक्खाइ वा अप्पग्बाइ वा महग्याइ वा कयाइवा महाविकयाइ वा (अणिहाइ वा) सण्णिहीइ वा संणिचयाइ वा णिहीइ वा णिहाणाइ वा चिरपोराणाइ वा पहीणसामियाइ वा पहीणसेउयाइ वा पहीणगोत्तागाराइं वा जाई इमाइं गामागरणगरखेडकब्बडमडंबदोणमुहपट्टणासमसंवाहसण्णिवेसेसु सिंघाडगतिगचउक्कचच्चरचउमुहमहापहपहेसु णगरणिद्धमणगामणिद्धमणसुसाणगिरिकंदरसंतिसेलोवट्ठाणभवणगिहेसु सण्णिक्खित्ताई चिट्ठति ? णो इणढे समझे। एगूरुयदीवे णं भंते ! दीवे मणुयाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता 1 गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं असंखेजइभागेण ऊणगं उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं / ते णं भंते ! मणुया कालमासे कालं किच्चा कहि गच्छंति कहिं उववजंति ? गोयमा ! ते णं मणुया छम्मासावसेसाउया मिहुणयाई पसवंति अउणासीइं राइंदियाइं मिहुणाई सारक्खंति संगोविंति य, सारक्खित्ता संगोवित्ता उस्ससित्ता णिस्ससित्ता कासित्ता छीइत्ता अक्किट्ठा अव्वहिया अपरियाविया [पलिओवमस्स असंखिजइभागं परियाविय] सुहंसुहेणं कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएस देवत्ताए उववत्तारो भवंति, देवलोयपरिग्गहा णं ते मणुयगणा पण्णत्ता समणाउसो ! // कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं आभासियमणुस्साणं - आभासियदीवे णामं दीवे पण्णत्ते 1 गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे चुलहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयण० सेसं जहा एगूरुयाणं णिरवसेसं भाणियव्वं // कहि णं भंते ! दाहिणिलाणं णंगोलियमणुस्साणं पुच्छा, गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं चुलहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स दाहिणपचत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयणसयाई सेसं जहा एगूरुयमणुस्साणं // कहि णं भंते ! दाहिणिलाणं वेसाणियमणुस्साणं पुच्छा, गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं चुल्लाहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स उत्तरपञ्चस्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं तिण्णि जोयण० सेसं जहा एगूरुयाण।१११। कहि णं भंते ! दाहिणिल्लाणं हयकण्णमणुस्साणं हयकण्णदीवे गाम दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगूरुयदीवस्स उत्तरपुरच्छिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुदं चत्तारि