________________ 250 अनंगपविट्ठसुत्ताणि महग्गहा बारह सहस्सा // 2 // छण्णउइ सयसहस्सा चत्तालीसं भवे सहम्साई / चत्तारि सया पुक्खर(वर)तारागणकोडिकोडीणं // 3 // सोभेसु वा 3 / / पुक्खरवरदीवस्स णं बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं माणुसुत्तरे णामं पव्वए पण्णत्ते वट्टे वलयागारसंठाणसंठिए जे णं पुक्खरवरं दीवं दुहा विभयमाणे 2 चिट्ठइ, तंजहाअभितरपुक्खरद्धं च बाहिरपुक्खरद्धं च // अभितरपुक्खरद्धे णं भंते ! केवइयं चक्कवालेणं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ट जोयणसयसहस्साई चक्कवालविक्वंभेणं-कोडी बायालीसा तीसं दोण्णि य सया अगुणवण्णा / पुक्खरअद्धपरिरओ एवं च मणुस्सखेत्तस्स // 1 // से केगडेणं भंते ! एवं वुच्चइ-अभितरपुक्खरद्धे 2 1 गोयमा ! अभितरपुक्खरद्धे णं माणुसुत्तरेणं पव्वएणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, से एएणटेणं गोयमा !0 अभितरपुक्खरद्धे 2, अदुत्तरं च णं जाव णिच्चे // अभितरपुक्खरद्धे णं भंते ! केवइया चंदा पभासिंसु वा 3 सा चेव पुच्छा जाव तारागणकोडिकोडीओ०१, गोयमा !-बावत्तरिं च चंदा बावत्तरिमेव दिणयरा दित्ता। पुक्खरवरदीवड्ढे चरंति एए पभासेंता // 1 // तिण्णि सया छत्तीसा छच्च सहस्सा महग्गहाणं तु / णक्खत्ताणं तु भवे सोलाई दुवे सहस्साई // 2 // अडयाल सयसहस्सा बावीसं खलु भवे सहस्साइं। दोणि सय पुक्खरद्धे ताराग,कोडिकोडीणं // 3 // सोभेसु वा 3 // 176 // समयखेत्ते णं भंते ! केवइयं आयामविखंभेणं केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! पणयालीसं जोयणसयसहस्साई आयामविक्खंभेणं एगा जोयणकोडी जावभितरपुक्खरद्धपरिरओ से भाणियव्यो जाव अउणपण्णे // से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-माणुसखेत्ते 2 1 गोयमा ! माणुसखेत्ते णं तिविहा मणुस्सा परिवसंति, तंजहा-कम्मभूमगा अकम्मभूमगा अंतरदीवगा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-माणुसखेत्ते माणुसखेत्ते॥ माणुसखेत्ते णं भंते ! कइ चदा पभासेंसु वा 3 ? कइ सूरा तवइंसु वा 310 गोयमा !-बत्तीसं चंदसयं बत्तीसं चेव सूरियाण सयं / सयलं मणुस्सलोयं चरेंति एए पभासेंता // 1 // एक्कारस य सहस्सा छप्पि य सोला महग्गहाणं तु / छच्च सया छण्णउया णक्खत्ता तिणि य सहस्सा // 2 // अडसीइ सयसहस्सा चत्तालीस सहस्स मणुयलोगंमि / सत्त य सया अणूणा तारागणकोडिकोडीणं // 3 // सोंभ सोभेसु वा 3 // एसो तारापिंडो सव्वसमासेण मणुयलोगमि / बहिया पुण ताराओ जिणेहि भणिया असंखेजा // 1 // एवइयं तारग्गं जं भणियं माणुसंमि लोगंमि / चारं कलंबुयापुप्पसंठियं जोइसं चरइ