________________ 224 ____अनंगपविट्ठसुत्ताणि . दाहिणिल्ले दारे तं चेव जेणेव पेच्छाघरमंडवस्स बहुमज्झदेसभाए जेणेव वइरामए अक्खाडए जेणेव मणिपेढिया जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ 2 लोमहत्थगं गिण्हइ लोमहत्थगं गिण्हित्ता अक्खाडगं च सीहासणं च लोमहत्थएणं पमजइ 2 त्ता दिव्वाए उदगधाराए अब्भु० पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ जेणेव पेच्छाघरमंडवपच्चस्थिमिल्ले दारे दारचणिया उत्तरिल्ला खंभपंती तहेव पुरथिमिल्ले दारे तहेव जेणेव दाहिणिल्ले दारे तहेव जेणेव चेइयथूभे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता लोमहत्थगं गेण्हइ 2 त्ता चेइयथूभं लोमहत्थएणं पमजइ पमजित्ता दिव्वाए दग० सरसेण० पुप्फारुहणं आसत्तोसत्त जाव धूवं दलयइ 2 त्ता जेणेव पचत्थिमिल्ला मणिपेढिया जेणेव जिणपडिमा तेणेव उवागच्छइ जिणपडिमाए आलोए पणामं करेइ 2 त्ता लोमहत्थगं गेण्हइ २त्ता तं चेव सव्वं जं जिणपडिमाणं जाव सिद्धिगइणामधेनं ठाणं संपत्ताणं वंदइ णमंसइ, एवं उत्तरिल्लाएवि, एवं पुरथिमिल्लाएवि, एवं दाहिणिल्लाएवि, जेणेव चेइयरुक्खा दारविही य मणिपेढिया जेणेव महिंदज्झए दारविही, जेणेव दाहिणिला गंदापुक्खरिणी तेणेव उवा० लोमहत्थगं गेण्हइ चेइयाओ य तिसोवाणपडिरूवए य तोरणे य सालभंजियाओ य वालरुवए य लोमहत्थएण य पमजइ 2 त्ता दिव्वाए, उदगधाराए सिंचइ सरसेणं गोसीसचंदणेणं अणुलिंपइ 2 त्ता पुप्फारुहणं जाव धूवं दलयइ 2 त्ता सिद्धायतणं अणुप्पयाहिणं करेमाणे जेणेव उत्तरिल्ला गंदापुक्खरिणी तेणेव उवागच्छइ 2 त्ता तहेव महिंदज्झया चेइयरुक्खो चेइयथूभे पच्चत्थिमिल्ला मणिपेढिया जिणपडिमा उत्तरिल्ला पुरथिमिल्ला दक्खिणिल्ला पेच्छाघरमंडवस्सवि तहेव जहा दक्खिणिलस्स पच्चथिमिल्ले दारे जाव दक्खिणिल्ला णं खंभपंती मुहमंडवस्सवि तिण्हं दाराणं अच्चणिया भणिऊणं दक्खिणिल्ला णं खंभपंती उत्तरे दारे पुरच्छिमे दारे सेसं तेणेव कमेण जाव पुरथिमिल्ला णंदापुक्खरिणी जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव पहारेत्थ गमणाए // तए णं तस्स विजयस्स चत्तारि सामाणियसाहस्सीओ एयप्पभिई जाव सविड्ढिए जाव णाइयरवेणं जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छंति 2 ता तं गं सभं सुहम्मं अणुप्पयाहिणी करेमाणे 2 पुरथिमिल्लेणं अणुपविसइ 2 त्ता आलोए जिणसकहाणं पणामं करेइ 2 जेणेव मणिपेढिया जेणेव माणवयचेइयक्खंभे जेणेव वइरामया गोलवट्टसमुग्गका तेणेव उवागच्छइ 2 लोमहत्थयं-गेण्हइ 2 त्ता वइरामए गोलवट्टसमुग्गए लोगहत्थएण पमजइ 2 त्ता वइरामए गोलवट्टसमुग्गए