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२ पुद्गल स्कंध चाक्षुष भी है तथा अचाक्षुष भी है . . .७० स्कंध पुद्गल का अंतरकाल
१ स्कंध पुद्गल का अंतरकाल '२ स्कंध पुद्गल की सकंपता का अंतरकाल '७१ स्कध पुद्गल और तेजोलेश्या ( शीत तेजोलेश्या-उष्ण
तेजोलेश्या) सक्षिप्त-विपुल तेजोलेश्या की प्राप्ति निर्जरा के पुद्गलों की सूक्ष्मता छद्मस्थ को निर्जरित पुद्गलों का ज्ञान विविध अपेक्षा से पुद्गल और वर्णादि विविध अपेक्षा से पुदगल और वर्णादि
स्कध पुद्गल और करण •७२ स्कंध पुद्गल और भाव करण '७३ स्कंध और कर्म
१ पुद्गल और ईर्यापथकर्म .२ पुद्गलविपाकी कर्म-प्रकृत्तियाँ
पुद्गल विपाकी प्रकृत्तियाँ शरीर के पुद्गल
पुद्गलविपाकी प्रकृतियाँ '३ पुद्गल और कर्मों का फलविपाक '४ विविध '७४ जैनेतर ग्रन्थों में पुदगल .७५ पुद्गल के- अणु ( परमाणु ) और स्कंध-भेद
__ सादि परिणामवाले हैं, अनादि परिणामवाले नहीं हैं .१ २ परमाणु द्रव्यत: नित्य है '७६ स्कंध का भेदन "७७ पुद्गल का परिणमन •७८ द्रव्य और भाव '७९ नारकी और आहार के पुद्गल
नारकी और आहार के पुद्गल
नारकी और आहार के पुद्गल '७९ असुरकुमार यावत् स्तनितकुमार देव के आहार के पुदगल
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