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पुद्गल-कोश
३८१ यदि द्विप्रदेशी स्अंध दो रस वाला होता है तो (१) कदाचित् तिक्त तथा कटु रस, (२) कदाचित् तिक्त और कषाय रस, (३) कदाचित् तिक्त तथा आम्लरस, (४) कदाचित् तिक्त तथा मधुररस, (५) कदाचित् कटु तथा कषाय रस, (६) कदाचित् कटु तथा आम्लरस, (७) कदाचित् कटु तथा मधुररस, (८) कदाचित् कषाय तथा आम्लरस, (९) कदाचित् कषाय और मधुररस, (१०) कदाचित् आम्ल और मधुररस वाला होता है। इस प्रकार द्विक संयोगी दस भंग होते हैं।
यदि द्विप्रदेशी स्कंध में दो स्पर्श हो तो-(१) कदाचित् शीत और स्निग्ध, (२) कदाचित् शीत और रूक्ष, (३) कदाचित् उष्ण और स्निग्ध, (४) कदाचित् उष्ण और रूक्ष स्पर्श होता है। ____ यदि द्विप्रदेशी स्कंध में तीन स्पर्श होता हो तो-(१) कदाचित् सर्व शीत स्पर्श, एक अंश रूक्ष और एक अंश स्निग्ध स्पर्श होता है, (२) कदाचित् सर्व उष्ण स्पर्श, एक अंश रूक्ष और एक अंश स्निग्ध स्पर्श वाला होता है, (३ कदाचित् सर्व स्निग्ध स्पर्श, एक अंश शीत और एक अंश उष्ण स्पर्श होता है, (४) कदाचित् सर्व रूक्ष स्पर्श, एक अंश शीत और एक अंश उष्ण स्पर्श होता है ।(४)
यदि द्विप्रदेशी स्कंध में चार स्पर्श हो तो-(१) उसका एक अंश शीत स्पर्श, एक अंश उष्ण स्पर्श, एक अंश स्निग्ध स्पर्श तथा एक अंश रूक्ष स्पर्श वाला होता है । इस प्रकार स्पर्श के नौ भंग होते हैं।
___ इस प्रकार द्विप्रदेशी स्कंध में वर्ण के १५, गंध के ३, रस के १५ और स्पर्श के ९, सब मिलकर ४२ भंग होते हैं। २-तीन प्रदेशी स्कंध में वर्ण-गंध-रस-स्पर्श
तीन प्रदेशी स्कंध में कदाचित् एक वर्ण, कदाचित् दो वर्ण, कदाचित् तीन वर्ण ; कदाचित् एक गंध, कदाचित् दो गंध; कदाचित् एक रस, कदाचित् दो रस, कदाचित तीन रस ; कदाचित् दो स्पर्श, कदाचित् तीन स्पर्श और कदाचित् चार स्पर्श होते हैं।
यदि तीन प्रदेशी स्कंध में एक वर्ण हो तो-कदाचित कृष्णवर्ण यावत् कदाचित् श्वेतवर्ण होता है अर्थात् कदाचित् पाँच वर्गों में से कोई एक वर्ण होता है । [१५]
यदि तीन प्रदेशी स्कंध में दो वर्ण हो तो-(१) कदाचित् उसका एक अंश काला और एक अंश नीला वर्ण वाला होता है, (२) कदाचित् एक अंश काला और दो अंश नीले वर्ण वाले होते हैं, (३) कदाचित् दो अंश काले वर्ण वाले और एक अंश नीला
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