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पुद्गल-कोश
द्विप्रदेशी आदि स्कंध सप्रदेशी होने के कारण परमाणु आदि सामग्री से
जन्य हैं ।
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• २ स्कंध कार्य-कारण रूप है
कार्यकारणरूपाः
प्रदेशादयो यथा ।
द्विप्रदेशो द्वयोरण्वो कार्य व्यणुककारणम् ॥
- लोकप्र० सगं ११ । गा १० । पृ० ५४९
द्विप्रदेशी आदि जो स्कंध कहे गये हैं वे कार्य रूप भी हैं, कारण रूप भी हैं । यथा - द्विप्रदेशी स्कंध - दो परमाणुओं का कार्य हैं तथा तीन परमाणुओं के कारण भी है ।
-३ परिप्राप्तबंधपरिणामाः स्कंधा
परमाणु पुद्गल वृद्ध होकर एकत्व रूप परिणमन करते हैं । रूप का नाम स्कंध है । स्कंध समवाची है ।
- तत्त्वराज० अ ५ । सू २५, २६
४ एवपदेसो वि अणू णाणाखंधप्पदेसदो होदि । बहुदेसो उवयारा तेण य काओ भणति सव्वण्हु ॥
५ स्कंध पुद्गलों की उत्पत्ति के कारण
• १ भेदसंघातेभ्यः उत्पद्यन्ते ।
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परमाणु पुद्गल एक प्रदेशी है, लेकिन परमाणु मिलकर बहुप्रदेशी स्कंध होता है । अत: परमाणु पुद्गल को उपचार से काय कहा है ।
इस एकीभाव
- बृहद् ० अधि १ सू २६
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२ संघातानां द्वितयनिमित्तवशाद्विदारणं भेदः । पृथग् भूतानामेकत्वापत्तिः संघातः x x x भेदात्संघाताद् भेदः संघाताभ्यां च उत्पद्यन्त इति ।
- सर्वसि० अ ५ । सू २६
-तत्त्व ० अ ५ । सू २६
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