Book Title: Pudgal kosha Part 1
Author(s): Mohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
Publisher: Jain Darshan Prakashan

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Page 772
________________ ६८० पुद्गल - कोश यह ग्रन्थ जैन आगम और आगमेतर साहित्य पर शोध कर रहे छात्रों के लिए विशेष उपयोगी सिद्ध होगा । - मंगलप्रकाश मेहता, वाराणसी वर्धमान महावीर के जीवन की आधारभूत सामग्री का यह प्रामाणिक संदर्भ ग्रन्थ शोधार्थियों के लिए अत्यन्त ही उपयोगी और पथप्रदर्शक है । - डा० नरेन्द्र भाणावत, जयपुर यह ग्रन्थ अपने आप में अद्वितीय अनूठा और विद्वानों के लिए बहुमूल्य निधि है । इसके पीछे सूझ-बूझ के साथ कष्ट साध्य पुरुषार्थ हुआ है । भगवान् के जीवन सम्बन्धी जो और जितनी सामग्री इसमें संकलित हुई है, पहले किसी ग्रन्थ में नहीं हुई । जिस निष्ठा, अनुभव और धैर्य से यह कोश सम्पन्न हुआ है, वह अभिवन्दनीय है । -श्री रतनलाल डोशी, सैलाना महाश्रमण भगवान् महावीर पर अब तक अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है, पर प्रस्तुत ग्रन्थ का अपना विशेष महत्व है । यह सम्पादक द्वय की उदार एवं समन्वयवादी दृष्टि को उजाकर करता है । प्रस्तुत ग्रन्थ विद्वानों के लिए, विशेष रूप से शोध छात्रों के लिए विशेष उपयोगी है । — मंगलदेव शास्त्री, राजगृह भगवान् महावीर के च्यवन से परिनिर्वाण तक का विस्तारपूर्वक विवेचन इस कोष में किया गया है । दिगम्बर श्वेताम्बर एवं जनेतर सामग्री का यथास्थान संकलन कर इतिहास प्रेमियों एवं शोध छात्रों के लिए इसे एक संदर्भ ग्रन्थ बना दिया है । - श्री भंवरलाल जैन न्यायतीर्थ, जयपुर इस कार्य को पूरा भगवान महावीर के जीवन की अपूर्व व विशद सामग्री है | कर दिखाने में यह आपके परिश्रम व तप का ही फल है । — कंवर साहब मानसिंहजी, लावा सरदारगढ़ इसमें भगवान् महावीर के जीवन से सम्बन्धित काफी सामग्री एकत्रित है । इस विषय में शोध करने वालों के लिए ग्रन्थ बहुत ही उपयोगी बन सकेगा - ऐसा विश्वास है । युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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