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पुद्गल-कोश
४६५ जघन्य गुण काले वर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंधों में अनंतपर्याय होते हैं ।
जघन्य गुण काले वर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध का अन्यान्य जघन्य गुण कालेवर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध से तुलना
(१) द्रव्यार्थ से-तुल्य । (२) प्रदेशार्थ से-द्विस्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है । (३) अवगाहनार्थ से-द्विस्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है । (४) स्थिति रूप से-चतु:स्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है। (५) कालेवर्ण पर्याय रूप से-तुल्य है । (६) अवशेष वर्ण पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है । (७) गंध-रस-स्पर्श पर्याय रूप से-छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
जघन्यगुण कृष्णवर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध जघन्यगुण कृष्णवर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध से द्रव्य रूप से तुल्य है, प्रदेश रूप से द्विस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है, अवगाहना रूप से द्विस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है। स्थिति रूप से चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है। कालेवर्ण पर्याय रूप से तुल्य है। अवशेषवर्ण-नील-रक्त-पीत-शुक्लवर्ण पर्याय रूप से, सुगंध-दुर्गंध पर्याय रूप से, तिक्त-कटुकषाय-आम्ल मधुररस पर्याय रूप से, शीत-उष्ण-स्निग्ध-रूक्ष पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
उत्कृष्ट गुण काले वर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंधों में अनंतपर्याय होते हैं।
उत्कृष्ट गुण कालेवर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध का अन्यान्य उत्कृष्ट गुण कालेवर्ण वाले संख्यातप्रदेशी स्कंध से तुलना
(१) द्रव्यार्थ से-तुल्य । (२) प्रदेशार्थ से-द्विस्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है। (३) अवगाहनार्थ से-द्विस्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है । (४) स्थिति रूप से-चतुःस्थान न्यूनाधिक है वा तुल्य है। (५) कालेवर्ण पर्याय रूप से-तुल्य है । (६) अवशेषवर्ण पर्याय रूप से- छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है। (७) गंध-रस-स्पर्श पर्याय रूप से- छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
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