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पुद्गल-कोश
४४५ जघन्य प्रदेशवाले स्कंध जघन्य प्रदेशवाले स्कंध से वर्ण पर्याय रूप से, ( कृष्णनील-रक्त-पीत-शुक्ल वर्ण पर्याय रूप से) गंध पर्याय रूप से, (सुगंध-दुगंध पर्याय रूप से) रस पर्याय रूप से ( तिक्त-कटु-कषाय-आम्ल-मधुर रस पर्याय रूप से ) तथा शीत उष्ण-स्निग्ध-रूक्ष-स्पर्श पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
उत्कृष्ट प्रदेश वाले स्कंधों में अनंत पर्याय होते हैं ।
उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से द्रव्य रूप से तुल्य है, प्रदेश रूप से भी तुल्य है ।
उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध उत्कृष्ट प्रदेश वाले स्कंध से अवगाहना रूप से चतु:स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है। स्थिति रूप से भी चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध उत्कृष्ट प्रदेश वाले स्कंध से वर्ण-गंध-रस पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध उत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से कर्कश, मृदु-गुरु-लघुशीत-उष्ण-स्निग्ध-रूक्ष स्पर्श पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट ( मध्यम ) प्रदेश वाले स्कंधों में अनंत पर्याय होते हैं ।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से द्रव्य रूप से तुल्य है।
- अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से प्रदेश रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से अवगाहना रूप से चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है। स्थिति रूप से भी चतु:स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से वर्ण-गंध-रस पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध अजघन्य-अनुत्कृष्ट प्रदेशवाले स्कंध से कर्कश, मृदु-गुरु-लघु-शीत-उष्ण-स्निग्ध-रूक्ष पर्याय रूप से छःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
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