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पुद्गल-कोश
२३५ जो पुद्गल क्षेत्र से सप्रदेशी है अर्थात् अनेक आकाशप्रदेश का अवगाहन करनेवाला है वह द्रव्य से नियम से सप्रदेशी स्कंध पुद्गल है। वह काल से कदाचित सप्रदेशी, अनेक समय की स्थितिवाला होता है, कदाचित अप्रदेशी, एक समय की स्थितिवाला होता है। वह भाव से कदाचित् सप्रदेशी, अनेक गुण भाववाला होता है, कदाचित् अप्रदेशी, एक गुण भाववाला होता है।
जो पुद्गल काल से सप्रदेशी है अर्थात् अनेक समय की स्थितिवाला है वह द्रव्य से कदाचित् सप्रदेशी स्कंध होता है, कदाचित् अप्रदेशी परमाणु होता है। वह काल से सप्रदेशी पुद्गल क्षेत्र से कदाचित् सप्रदेशी, अनेक आकाशप्रदेश का अवगाहन करनेवाला होता है, कदाचित् अप्रदेशी, एक आकाशप्रदेश का अवगाहन करनेवाला होता है। वह काल से सप्रदेशी, पुद्गल भाव से कदाचित् सप्रदेशी, अनेक गुण भाववाला होता है, कदाचित् अप्रदेशी, एक गुण भाववाला होता है।
जो पुद्गल भाव से सप्रदेशी है अर्थात् अनेक गुण भाववाला है वह द्रव्य से कदाचित् सप्रदेशी स्कंध होता है, कदाचित् अप्रदेशी परमाणु होता है। वह भाव से सप्रदेशी पुद्गल क्षेत्र से कदाचित् सप्रदेशी, अनेक आकाशप्रदेश का अवगाहन करनेवाला होता है, कदाचित् अप्रदेशी, एक आकाशप्रदेश का अवगाहन करनेवाला होता है। वह भाव से सप्रदेशी पुद्गल काल से कदाचित् सप्रदेशी, अनेक समय की स्थितिवाला होता है, कदाचित् अप्रदेशी, एक समय की स्थितिवाला होता है । .२० पुद्गलों की स्पर्शना
परमाणुपोग्गले णं भंते ! परमाणुपोग्गलं फुसमाणे किं १ देसेणं देसं फुसइ, २ देसेणं देसे फुसइ, ३ देसेणं सव्वं फुसइ, ४ देसेहिं देसं फुसइ, ५ देसेहि देसे फुसइ, ६ देसेहि सव्वं फुसइ, ७ सवेणं देसं फुसइ, ८ सवेणं देसे फुसइ, ९ सम्वेणं सव्वं फुसई? गोयमा ! १ णो देसेणं देसं फुसइ, २ णो देसेणं देसे फुसइ, ३ णो देसेणं सव्वं फुसइ, ४ णो देसेहि देसं फुसइ, ५ णो देसेहिं देसे फुसइ, ६ गो देसे हि सव्वं फुसइ, ७ णो सव्वेणं देसं फुसइः ८ णो सब्वेणं देसे फुसइ, ९ सम्वेणं सव्वं फुसइ।
-भग• श ५ । उ ७ । सू १३ । पृ० ४८३ एवं परमाणुपोग्गले दुप्पएसियं फुसमाणे सत्तमणवमेहि फुसइ। परमाणुपोग्गले तिप्पएसियं फुसमाणे णिपच्छिमएहि तिहिं फसइ ।
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