________________
१४८
पुद्गल-कोश
पुद्गल परिणाम के चार भेद हैं - यथा-वर्णपरिणाम, गंधपरिणाम, रसपरिणाम और स्पर्शपरिणाम ।
(ग) पांच भेद
कइविहे गं भंते ! पोग्गलपरिणामे पन्नते? गोयमा ! पंचविहे पोग्गलपरिणामे पन्नते, तंजहा–वण्णपरिणामे, गंधपरिणामे, रसपरिणामे, फासपरिणामे, संठाणपरिणामे ।
-भग० श ८ । उ १० । सू १४
- उत्त० अ ३६ । गा १५
पुद्गल परिणाम के पांच भेद हैं-यथा-वर्णपरिणाम, गंधपरिणाम, रसपरिणाम, स्पर्शपरिणाम और संस्थान परिणाम ।
(घ) बस भेद
अजीवपरिणामे णं भंते ! कइविहे पन्नत्ते ? गोयमा ! दसविहे पन्नत्ते, तंजहा-बंधणपरिणामे, गतिपरिणामे, संठाणपरिणामे, भेदपरिणामे, वण्णपरिणामे, गंधपरिणामे, रसपरिणामे, फासपरिणामे, अगरुयलहुयपरिणामे, सद्दपरिणामे।
-ठाण० स्था १० । सू ७१३
-पण्ण० प १३ । सू ९४७ __ अजीव परिणाम-पुद्गल परिणाम के दस भेद हैं- यथा-बंधनपरिणाम, गतिपरिणाम, संस्थानपरिणाम, भेदपरिणाम, वर्णपरिणाम, गंधपरिणाम, रसपरिणाम, स्पर्शपरिणाम, अगुरुलघुपरिणाम तथा शब्दपरिणाम ।
(च) बाइस भेद
बावीसविहे पोग्गलपरिणामे पन्नत्ते, तंजहा-कालवण्णपरिणामे १, नोलवण्णपरिणामे २, लोहियवण्णपरिणामे ३, हालिद्दवण्णपरिणामे ४, सुक्किल्लवण्णपरिणामे ५, सुन्भिगंधपरिणामे ६, दुन्भिगंधररिणामे ७, तित्तरसपरिणामे ८, कडुयरसपरिणामे ९, कसायरसपरिणामे १०, अंबिलरसपरिणामे ११, महुररसपरिणामे १२, कक्खडफासपरिणामे १३, मउयफासपरिणामे १४, गुरुफासपरिणामे १५, लहुफासपरिणामे १६, सीत
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org