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50/जैन समाज का वृहद इतिहास
19. श्री चैनस्प बाकलीवाल बाकलीवाल जी मा.दि.जैन महासभा के कार्याध्यक्ष है। आपके स्व. पिताश्री भंवरीलाल जी बाकलीवाल भी महासभा के अध्यक्ष रहे थे इसलिये आप में भी सामाजिक सेवा की भावना उसी तरह देखी जा सकती है। श्री चैनस्प जी कुशल व्यवस्थापक है नेतृत्व करने की क्षमता है। जो कुछ कार्य हाथ में लेते हैं उन्ये पूरा करके ही विश्राम करते हैं। यहा समाज सेवी हैं। आपका जीवन भी पूर्णत: धार्मिक है। मुनि भक्त है। आर्ष मार्ग के प्रबल समर्थक है।
20. श्री उम्मेदमन पाण्ड्या श्री पाण्ड्या जी अखिल भा.दि. जैन महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष है। सामाजिक कार्यों के प्रति सहज रूप से समर्पित रहते हैं। देश की अनेक संस्थाओं से जुड़े रहते है। जहाँ भी जाते है वहीं पर अपनी उपस्थिति से समस्त वातावरण को प्रसन्न बना देते हैं। पंचकल्याणको एवं विधि-विधानों के आयोजन में सबसे आगे रहते हैं। महासभा एवं महासमिति को जोड़ने का कार्य करते
21. श्री राजकुमार सेठी श्री सेठी जी युवा समाजसेवी हैं। भा. दि. जैन महासभा के प्रकाशन मंत्री है। सामाजिक एवं साहित्य प्रकाशन के कार्यों में अपना योगदान देते रहते हैं। कार्य करने की बहुत रुचि है। पूर्वान्चल प्रदेश के लोकप्रिय सामाजिक कार्यकता है। देश की अनेक संस्थाओ से जुड़े हुये है।
इस प्रकार देश में ऐसे सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता है जिनकी सेवाओं के कारण हमारा समाज उन्नति की ओर अग्रसर है। यहाँ उनका नामोल्लेख न होने का अर्थ यह नहीं है कि उनकी सामाजिक सेवायें किसी से कम है। वे तो सामाजिक धरातल की नींव के पाये है जिन पर समाज रूपी महल खड़ा हुआ है।