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पूर्वाचल प्रदेश का जैन समाज/115
बैठाकर तथा पानी की टंकी का निर्माण करवाकर पूरे गांव को पानी सप्लाई का काम शुरू कर रखा है । जिससे पूरे गांव को घर-घर में पानी की सप्लाई होती है जिसके खर्चे का पूरा भार आप वहन कर रहे हैं।
पता : महेश क्लॉथ स्टोर स्टेशन रोड,डीमापुर (नागालैण्ड) श्री रतनलाल विनायक्या
विनायक्या परिवार डीमापुर का प्रतिष्ठित परिवार है। इस परिवार के ज्येष्ठ सदस्य श्री रतनलाल जी विनायक्या का जन्म संवत् 1992, सन् 1935 में आसोज सुदी 2 को हुआ। आपने अजमेर बोर्ड से सन् 1951 में मैट्रिक परीक्षा पास की। आपके पिताजी श्री स्व.फूलचन्द जी विनायक्या से मेरा खूब परिचय था।वे भी धार्मिक प्रकृति के थे । ज्यादातर जयपुर रहते थे। उनका आकस्मिक निधन दि.25 अक्टूबर, 1980 को हुआ | आपकी माताजी तीजा देवी तो आपको आठ वर्ष का ही छोड़कर स्वर्ग चली गई। उस समय आपके लालन-पालन की समस्या हो गई। मैटिक करने के पश्चात फालाण सदी 10 श्रीमती सोहन देवी के साथ आपका विवाह हो गया। आप दोनों को दो पुत्र एवं चार पुत्रियों के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है । ज्येष्ठ पुत्र श्री नरेन्द्र कुमार बी.कॉम. हैं,31 वर्षीय युवा व्यवसायी हैं। एक पत्र के पिता हैं । दुसरे पुत्र विजय कुमार अभी 21 वर्ष के हैं । उच्च अध्ययन कर रहे हैं। चार पुत्रियों में राजकुमारी, संतोष,सरोज एवं रेखा सभी का विवाह हो
चुका है।
विशेष : आप एवं आपकी धर्मपत्नी श्रीमती मोहन देवी सन् 1976 में दशलक्षण व्रत के उपवास करके पुण्य के भागी बन चुके हैं । पति-पत्नी दोनों के ही शुद्ध खान-पान का नियम है । दोनों ही मुनियों को आहार देने में रुचि रखते हैं। प्रतिदिन पूजा-पाठ करते हैं | डीमापुर के सम्माननीय व्यक्ति हैं । सामाजिक संस्थाओं को आर्थिक सहयोग देने में अभिरुचि है । हस्तिनापुर स्थित जम्बूद्वीप में वेदी निर्माण करवाकर उसमें प्रतिमा विराजमान कर चुके हैं तथा सिद्ध-क्षेत्र सोनागिर में स्थाद्वाद शिक्षण परिसर में एक कमरे का निर्माण करवाने का उत्तम कार्य कर चुके हैं। दि. जैन पार्श्वनाथ मंदिर जयपुर एवं दि. जैन आचार्य संस्कृत महाविद्यालय जयपुर के आजीवन सदस्य हैं । श्री दुलीचन्द विनायक्या आपके छोटे भाई हैं । संवत् 1995 में आपका जन्म हुआ। 16वें वर्ष में ही श्रीमती सुगनी देवी से आपका विवाह हो गया । श्रीमती सुगनीदेवी भी एक शर पांच वर्ष पूर्व दशलक्षण व्रत कर चुकी हैं।
आपके तीन पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं । ज्येष्ठ पुत्र संजय कुमार बी कॉम हैं,25 वर्षीय हैं । श्री सोहन लाल जी बाकलीवाल की सुपुत्री ममता के साथ उनका विवाह हो चुका है। दूसरे एवं तीसरे पुत्र सुनील कुमार एवं अनिल कुपार अभी पढ रहे हैं।
दोनों पुत्रियां शोभा एवं मंजू का विवाह हो चुका है । शोभा के पति श्री जयकुमार कासलीवाल जयपुर निवासी हैं । वे सी.ए. हैं । मंजू का विवाह श्री नथमल जी गंगवाल के पुत्र विजय कुमार के साथ हुआ है।
विशेष : आप दोनों भाई दि. जैन महासभा के ध्रुव फण्ड के ट्रस्टी एवं आजीवन सदस्य हैं । दोनों ने अपने पिताजी की पुण्य-स्मृति में डीमापुर में जैन भवन का निर्माण करवाने का श्रेयस्कर कार्य किया है तथा जनता कॉलोनी जयपुर के मंदिर निर्माण के लिये पूर्ण आर्थिक सहयोग दिया है । श्री दुलीचन्द जी नागालैण्ड चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं श्री दि. जैन हॉस्पिटल डीपापुर के सेक्रेट्ररी हैं : दि.जैन समाज डीमापुर के उपमंत्री हैं तथा गल्ला किराना कमेटी डीमापुर के अध्यक्ष हैं ।
पता : विनायक्या ट्रेडिंग कम्पनी,डीमापुर (नागालैण्ड)