Book Title: Jain Samaj ka Bruhad Itihas
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

View full book text
Previous | Next

Page 685
________________ 670/ जैन समाज का वुहट स नाण कार्य में आपने पूरा सहयोग दिया। पंचायती मंदिर जी ठोलियान जयपुर में आपने करीब 300 वर्ष तक जीर्णोद्धार कोर्य करवाया। महाबीर हा.स्कूल के कोषाध्यक्ष भी रहे। आपने बन्जीलाल जी ठोलिया धर्मशाला जयपुर के अधूरे कार्यों को पूरा करवाया और उसमें एक आयुर्वेदिक औषधालय शुरू करवाया। बंजीलाल ठोलिया धर्मशाला श्री महावीर जी का निर्माण कार्य करवाया । आचार्य 108 श्री शांतीसागर जी महाराज को संघ सहित जयपुर लाने वाले आप प्रमुख व्यक्ति थे । उनका चातुर्मास पंचायती मंदिर जी ठोलियान में करवाया एवं एक बहुत बड़ा विधान करवाकर उत्सव करवाया। आपके एक पुत्र ऋषभदास जी ठोलिया हुये। आप का देवलोक 26 जुलाई सन् 1957 की अर्धरात्रि को 'हुआ। श्री सुन्दरलाल जी ठोलिया आप सेठजी बंजीलाल जी ठोलिया के तृतीय पुत्र थे। आपका जन्म 27 दिसम्बर 1893 में हुआ। आप साधारण शिक्षा प्राप्त कर अपने पिताजी के व्यापार में लग गये। आपने अपने पिताजी का व्यापार के क्षेत्र में बहुत नाम किया। भारत में ही नहीं विदेशों में भी लगार के क्षेत्र में आपको काफी थी आप "गुरल्ड किंग" के नाम से जाने जाते थे। राजस्थान में पन्ने के खरड़ को खदानों से निकालने का कार्य आपने ही शुरू किया। बंबई, दिल्ली आदि स्थानों पर दुकानें खोली। दिल्ली में मै. शांतीविजय एण्ड कम्पनी आपके द्वारा खोली गई। आप ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे । धार्मिक व सामाजिक क्षेत्र में अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी कमेटी के सदस्य, महावीर जैन हाई स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष, अतिशय क्षेत्र श्री पदमपुरा कमेटी के अध्यक्ष और बंजोलाल ठोलिया बेरिटी ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे हैं। व्यापार कार्य हेतु आपने विदेशों में भी भ्रमण किया । जयपुर, जोधपुर, हैदराबाद, उदयपुर, झालावाड़, जामनगर, बीकानेर आदि कई स्टेटों में आपको ताजीम प्राप्त हुई। इनमें से आप अनेक स्टेटों के ज्वैलर्स थे। आपके चार पुत्र नेमकुमार, शांतीकुमार, विजयकुमार, देवेन्द्रकुमार हैं। 72 वर्ष की आयु में आपका देवलोकवास 26 फरवरी, 1965 के दिन हुआ। 1 श्री ऋषभदास जी ठोलिया आप सेठ गोचीचंद जी ठोलिया के पुत्र थे। आप का जन्म 22 नव. 19002 को हुआ। आपने बहुत कम शिक्षा प्राप्त कर मात्र 13 वर्ष की आयु में पारिवारिक व्यापार देखना शुरू कर दिया। आप बहुत सरल प्रवृत्ति के मिलनसार व्यक्ति थे । आप अपने जीवन काल में कई सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं से जुड़े रहे। पंचायती मंदिर जी ठोलियान के कई वर्षों तक अध्यक्ष रहे । आपके द्वारा मंदिर जी ठोलियान के जीर्णोद्धार में पूरा सहयोग भी दिया गया । सेठ बजीलाल जी ठोलिया चेरिटेबल ट्रस्ट के आप मंत्री रहे तथा आपने इस ट्रस्ट को सुचारू रूप से चलाया और आगे बढ़ाया। ट्रस्ट द्वारा संचालित जयपुर व श्री महावीर जी धर्मशाला में आप मुख्य रूप से रुचि रखते थे। इन धर्मशालाओं में आपके समय में कई सुख सुविधायें यात्रियों को प्रदान कराई गई थी। आपके दो पुत्र राजेन्द्रकुमार ठोलिया, प्रदीप कुमार ठोलिया और दो पुत्रियां कंचनवाई धर्मपत्नी जिनेन्द्र कुमार जी सेठी और कमलाबाई धर्मपत्नी प्रकाशचन्द्र जी सेठी भू.पू. गृह मंत्री भारत सरकार हैं। आपका देवलोक 7 मई, 1978 को 76 वर्ष की आयु में हुआ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699