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540/ जैन समाज का वृहद इतिहास
श्री भागचन्द विनायक्या
45 वर्षीय युवा समाजसेवी श्री भागचन्द विनायक्या का हजारीबाग जैन समाज में महत्त्वपूर्ण स्थान है । अभी चार वर्ष पूर्व ही आपके पिताजी श्री गोपीलाल जी विनायक्या का स्वर्गवास हुआ है। माताजी सुरजीबाई का अभी आशीर्वाद प्राप्त है।
श्री भागचन्द जी का जन्म।" मार्च सन् 1946 को हुआ । हजारीबाग कालेज से आपने बी.ए. किया। सन् 1962 में आपका विनगर श्रीमती प्रभावती जैन से हुआ। आपकी एकमात्र पुत्री स्वाति पढ़ रही है।
आपने हजारीबाग में हुई वेदो प्रतिष्ठा में इन्द्र के पद को सुशोभित किया। रोटरी क्लब के सदस्य, स्टेशन क्लब के सदस्य एवं जैन विद्यालय को कार्यकारिणी के सदस्य हैं। सेठी कालेज में एम र कक्षायें खुलवाने में आपका विशेष योग रहा । आपकी माता जी के शुद्ध खानपान का नियम है । मुनि भक्त हैं तथा आहार देती रहती है ।
आपके पांच छोटे भाई श्री कमलकुमार, दिलीपकुमार एम.ए. डॉ. ललित जैन (एम.एस.आई)विनोदकुमार एवं विनायक जैन हैं । बड़े भाई गंचों में डा. ललित जैन आई कैम्प | आयोजित करते रहते हैं। शेष तीनों भाई साथ ही रहते हैं । आपके तीन बहिनें हैं तारादेवी,
कंधनदेवो एवं संध्यादेवी । तीनों का ही विवाह हो चुका है । श्रीमती सुरजी देवी धर्मपत्नी स्व.श्री.गोपीलाल जैन
पता: सुवालाल गोपीलाल, सुभाष मार्ग, हजारीबाग ।
श्री मदनलाल पहाड़िया
पटना के श्री मदनलाल पहाड़िया का जैन समाज में प्रमुख स्थान है । कोडरमा में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में आप इन्द्र पद से सुशोभित हुये थे। इसी तरह मीठापुर (पटना) के दि. जैन मंदिर में आपने शांतिनाथ स्वामी की मूर्ति विराजमान की थी । इस मंदिर के आप कोषाध्यक्ष भी हैं । पटना दि.जैन पंचायत की कार्यकारिणी के सदस्य हैं । आप सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं।
पहाड़िया जी का जन्म माह सुदी 15 संवत् 1980 को हुआ । आपके पिताजी श्री रामचन्द्र जी पहाड़िया एवं माता श्रीमती जानकीबाई जी का स्वर्गवास हो चुका है। संवत् 10905 में आपका विवाह श्रीमती बसन्तीदेवी जी के साथ हुआ । संतान न होने से आपने विनोदकुमार को दत्तक पुत्र बनाया। श्री विनोदकुमार 30 वर्ष के युवा हैं। बी .काम. हैं । पत्नी का नाम मुनीता है । एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता है । पहाड़िया जी सीमेन्ट के विक्रेता हैं। पत्ता : मदनलाल जैन,सोमेन्ट के व्यापारी,
केकड़ बाग रोड.चन्द्रगुप्त पथ.पटना