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564/ जैन समाज का वृहद् इतिहास
आपके बड़े भाई श्री महावीरप्रसाद जोशी नवम्ब में स्वाना से आवेदन बोटे भाई और हैं। श्री सुरेन्द्रकुमार गुजरात में कार्य करते हैं उनकी पत्नी का नाम सरिता है : दुसरे भाई नरेन्द्रकुमार जी 32 वर्षीय युवा हैं । ममता उनकी पली है। गया जी में नमक का व्यवसाय है। तीसरे भाई रवीन्द्र जैन एम.ए. हैं। श्री काला जी के सात बहिनें हैं . विमला ललितासरोज,किरण यीना मोना एवं संतोह हैं सभी का विवाह हो चुका है । कालाजी साहित्य प्रेमी हैं । प्रकाशन संस्थाओं से साहित्य मंगाकर उसे आधी कीमत में उपलब्ध कराते हैं।
स्व. फूतचन्द जी
श्रीमती का-तादेवी भाप श्री वीरेन्द्रकुमार जी,
श्रीमती कमलादेवी प. स्व. फूलचन्द जी
पता :- 1. गया किरासिन भंडार, पुरानी गोदाम, गया
2- सुरेन्द्र साल्ट सप्लायर्स गांघी धाम,कच्छ गुजरात । श्री शांतिलाल बड़जात्या
रफीगंज के श्री शांतिलाल जी बड़जात्या समाज के विशिष्ट समाजसेवी माने जाते हैं । आप फतेहपुर के मूल निवासी थे। वहां से रफीगंज आये और अतरौली में कार्य करने लगे। आपके पिताजी श्री हरकचंद जी का सन् 1983 में तथा माताजो श्रीमती इन्द्रमणि का सन् 1982 में स्वर्गवास हो गया।
आपका जन्म संवत् 1986 में हुआ । केवल प्राइमरी शिक्षा ही आप प्राप्त कर सके और आपको व्यवसाय की ओर मुड़ना पड़ा । संवत् 2003 में आपका मात्र 14 वर्ष की आयु में विवाह श्रीमती घेवरीदेवी से हो गया। जिनसे आपको दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके बड़े पुत्र पवनकुमार 33 वर्ष के हैं । बी कॉम. हैं । पत्नी को ललिता है। एक पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता हैं । दूसरे पुत्र अनिलकुमार 31 वर्ष के हैं। पत्नी का नाम सीमा है । एक पुत्र एवं एक पुत्री से अलंकृत है।
औरंगाबाद पंचकल्याणक में आप महेन्द्र इन्द्र के पद से सुशोभित हुये थे। आपकी धर्मपत्नी के शुर खान-पान का नियम है । मुनिभक्त हैं । आहार आदि देकर सेवा करती हैं । भगवान महावीर के 2500 वें परिनिर्वाण महोत्सव वर्ष में धर्मचक्र में सारथी का पद प्राप्त किया था।