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656/ जैन समाज का वृहद् इतिहास
श्री अमरचन्द पहाड़या
जन्म तिश्वि: संवत् 1973 कार्तिक सुदी चतुर्थी पिता:- श्री गंगाबक्स जी,स्वर्गवास- 1943 में माता- श्रीमती बख्तावरी देवी - स्वर्गवास- 1947 व्यवसाय- जूट के प्रमुख व्यवसायो, बिल्डिंग निर्माण विवाह - संवत् 1997 पत्नी का नाम- श्रीपती गुलाबदेची - सुपुत्री श्री शिवचन्द जी रारा, तलवंडी
परिवार |- पुत्र-4 - श्री भागचन्द, चन्द्रप्रकाश, राजकुमार, संजयकुमार । श्री भागचन्द विवाहित हैं तथा कलकत्ता का कारोबार संभालते हैं। श्री चन्द्रप्रकाश जी जयपुर का कार्य देखते हैं।
पुत्रियाँ-7 श्रीमती गुणमाला गल्लमाला,हीराबाई सोनाबाई,संतोषन्बाई,नीलमबाई एवं संगीता- सातवीं पुत्री को छोड़कर सभी पुत्रियां विवाहित हैं।
विशेष : श्री पहाड़िया जी जैन समाज के सर्वमान्य नेता हैं । समाज के बड़े समारोहों में आपकी उपस्थिति आवश्यक मानी जाती है। उनका धार्मिक एवं सामाजिक दोनों ही जीवन उत्तम एवं गरिमामय है।
धार्षिक : देश में होने वाले विभिन्न पंचकल्याणक महोत्सवों में आप सौधर्म इन्द्र का पद प्रहण करके अथवा झण्डारोहण करके उन्हें सफल बनाते हैं । हस्तिनापुर श्रीमहावीर जी के दि.जैन आदर्श महिला विद्यालय एनं शांति वीर नगर,कलकता महानगरी में संपन्न मानस्तम्भ प्रतिष्ठा महोत्सव तथा दक्षिण कलकत्ता में बिम्ब प्रतिष्ठा महोत्सव आदि प्रतिष्ठाओं में आपका योगदान उल्लेखनीय है।
1- सं.1940, 1953, 1967 एवं 1981 में होने वाले बाहुबस्ती महामस्तकाभिषेक में भाग लेकर उसके प्रमुख अतिथि
2- आपकी ओर से शिखरजी में गंधर्व नाले पर सभी यात्रियों को 5 वर्ष तक निःशुल्क कलेवा दिया गया तथा वहाँ एक
बंगला बनवा कर यात्रियों के लिए तेरहपंथी कोठी को भेंट कर दिया। 3. लूणवा (राज) में नल फिटिंग करवाकर यात्रियों के लिये जल व्यवस्था की । 4- हस्तिनापुर में जम्बूद्वीप निर्माण में आपने पूर्ण आर्थिक सहयोग दिया । 5. आदर्श महिला विद्यालय श्री महावीर जी में अमरकक्ष के नाम से एक पूरी विंग बनवाने का यशस्वी कार्य किया। 6- तिजारा क्षेत्र पर मानस्तम्भ की नींव लगाकर आपको ओर से उसके निर्माण के लिये 21 हजार रुपये प्रदान किये
गये। 7- सीकर में भरतिया का बास के मंदिर में मानस्तंभ का निर्माण करवाया ।
सामाजिक :1- सम्मेदशिखर तेरहपंथी कोठी के आप अध्यक्ष हैं तथा आल इंडिया तीर्थ क्षेत्र कमेटी बंबई की कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य हैं।