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मालवा प्रदेश का जैन समाज /577
पाटनी जी का पूरा जीवन समाज सेवा में व्यतीत हुआ और अंतिम समय तक समाज सेवा,मुनिभक्ति एवं मानद सेवा के कार्य में जुटे रहे हैं। इनकी दत्तक माता का नाम नोलखी बाई था। पता नहीं किस जन्म के संस्कार से नोलखी बाई पाटनीजी के व्यवहार एवं सेवा से प्रसन्न हो गई और अपनी सारी संपत्ति एवं जागीरदारी पाटनी जी के नाम कर दी। तब से पाटनी जी भैया
नगे तथा नायब तहसीलदार के अधिकार प्राप्त कर समाज में सम्मानित व्यक्ति बन गये। पाटनी जी ने अपने जीवन में 60-70 मुनियों को आहार देकर अतिशय पुण्य का उपार्जन किया। विश्व बैन मिशन के प्रति वे अधिक सक्रिय रहे ।
पाटनी जी ने सभी तीर्थों की एक बार ही नहीं कितनी ही बार बंदना की । आपने भी श्री सुमेरचन्द को अपना दत्तक पुत्र बनाया । आपका निधन अभी कुछ समय पहिले ही हुआ ।
यशस्वी समाज सेवी श्री अशोक कुमार बड़जात्या
पिता- स्व.श्री श्रीपाल जी बड़जात्या,55 वर्ष की आयु में सन् 1981 में स्वर्गवास । माता - श्रीमती कमलप्रभा जी आयु 57 वर्ष,भीलवाड़ा निवासी पं.नेमीचन्द जी अजमेरा की पुत्री
जन्म - दि.10 अप्रैल 1948 शिक्षा - बीई.(सन् 1969 इन्दौर में) एम.एस.(यूएसए) सन् 1975, डिप्लोमा इन बिजिनेस मैनेजमेंट इन्दौर । बूस्टर (मेशाचेस्ट) अमेरिका में रहकर इलेक्ट्रिकल ईजि.को उच्च श्रेणी में परीक्षा पास को।
विवाह - 1973 धर्मपत्नी - आशा देनी सुपुत्री श्री हरकचन्द जी साह जयपुर,एम.ए.(राज.विश्वविद्यालय) गोल्डमेडलिस्ट, डा.वी.एम इन्दौर
व्यवसाय - पशु आहार के निर्माता सन्तान - पुत्र अर्पित • 8 वर्ष पुत्री - जूही 12 वर्ष । दोनों पढ़ रहे हैं । परिवार - दो भाई !- विजय बाबू - 38 वर्ष, एम.काम., एल.एल.बी, पत्नी का नाम- इन्द्रा,दो पुत्र 1 पुत्री
2. डा.दिलीप - 35 वर्ष - एम.बी.बी.एस.- छाती रोग विशेषज्ञ, पली डा. मंजू, एम.एस.स्त्री रोग विशेषज्ञ । बड़जात्या नर्सिग होम की संचालक 2 पुत्रियां
बहिन - तीन - शशि विवाहित/पति श्री महेशचन्द टोंग्या इन्दौर,बी.एस.सी. एम.ए., एल.एल.बी. 2. सरला एम.एस.सी, एल.एल.बी. गोल्डपेडलिस्ट पत्ति - डा.दिलीप चौधरी 3- सुशीला एम.ए. (इको) पति श्री सुरेश लुहाड़िया जोधपुर ।