________________
608/ जैन समाज का वृहद् इतिहास
प्रतिष्ठित व्यक्तियों में महावीर प्रसाद जी जैन, सुरेन्द्रकुमार जी जैन, डा. निर्मलकुमार जी जैन के नाम उल्लेखनीय
हैं।
खतौली
मुजफ्फरनगर जिले में खतौली व्यापारिक मंडी है। यहाँ दिगम्बर जैन समाज के 800 परिवार हैं । सात दिगम्बर जैन मंदिर है। समाज की ओर से एक डिग्री कालेज का संचालन होता है । डा कपूरचंद जी उसी में विभागाध्यक्ष हैं । श्री योगीश कुमार जी जैन महाविद्यालय के मंत्री हैं । श्री धनप्रकाश जी जैन, मुकेश जैन एडवोकेट, श्री महेशचंद जी सर्राफ, नरेन्द्रकुमार जी जैन, विमल प्रकाश जी जैन के नाम विशेष उल्लेखनीय हैं। कोटाला
यह भी मुजफ्फरनगर जिले में है। यहाँ दो दि. जैन मंदिर तथा दि. जैन समाज के 70-80 घर हैं। यहाँ के कुछ प्रमुख समाज सेवियों में श्री जयप्रकाश जी जैन, श्री लक्ष्मीचंद जी जैन, श्री सुखमाल चंद जी जैन सर्राफ, श्री बिजेन्द्रकुमार जी जैन, श्री मंगतराम जी जैन एवं श्री ज्योतिप्रसाद जी जैन के नाम उल्लेखनीय हैं। बुढ़ाना:
मुजफ्फरनगर जिले में बुढ़ाना एक व्यापारिक मंडी है। नगर की जनसंख्या करीब 50-60 हजार की है। जैन समाज के 25-30 परिवार है। श्री पदमसेन जी जैन एवं श्री रतनलाल जी जैन हुसैनपुरा वाले यहाँ के प्रतिष्ठित सज्जन हैं । उपाध्याय ज्ञानसागर जी महाराज यहां विहार कर चुके हैं। बिलारी :
बिलारी मुरादाबाद जनपद में तहसील स्तर का नगर है जो मुरादाबाद चन्दौली रेल मार्ग पर बसा हुआ है। स्टेशन का नाम है राजा का सहसपुर । बिलारी नगर की करीब 50 हजार की जनसंख्या है। दिगम्बर जैन समाज के यहाँ 5-6 परिवार रहते हैं । पहिले यहाँ दिगम्बर जैन मंदिर नहीं था लेकिन अभी एक नये मंदिर का निर्माण हो रहा है । बिलारी नगर गन्ना उत्पादकों का केन्द्र है यहां की अयोध्या शूगर मिल इस क्षेत्र की प्रसिद्ध चीनी मिल है जिसमें प्रतिदिन तीन पारियों में करीब दो हजार लेबर काम करती है। बड़ी प्रसन्नता की बात है कि इसी मिल का स्वामित्व अभी दिसम्बर 86 के महिने में ही दिगम्बर जैन महासभा के अध्यक्ष श्री निर्मल कुमार जी सेठी ने प्राप्त किया है । जब से निर्मल जी सेठी जी ने अयोध्या शुगर मिल का स्वामित्व ग्रहण किया है बिलारी सामाजिक गतिविधियों का केन्द्र बन गया है।
उक्त नगरों के अतिरिक्त इस प्रदेश में मेरठ, बड़ौत, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, एटा, अलीगढ, खेकडा, मंडावत, महरौली, ललितपुर, मरुरानीपुर, बिजनौर, बाराबंकी, इलाहाबाद आदि नगरों में दिगम्बर जैन समाज की घनी बस्ती है । इसलिये इन सभी नगरों का सामाजिक इतिहास आगे द्वितीय खंड में दिया जावेगा।