Book Title: Jain Samaj ka Bruhad Itihas
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

View full book text
Previous | Next

Page 571
________________ 556/ जैन समाज का वृहद इतिहास आपका सन् 1984 में जन्म हुआ। सामान्य शिक्षा के पश्चात् आप माइका व्यवसाय की ओर चले गये । सन 1940 में आपका विवाह श्रीमती रतनीदेवी के साथ हुआ। आपको चार पुत्र एवं एक पुत्रा के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके ज्येष्ठ पुत्र महेन्द्रकुमार 38 वर्ष के युवा हैं। बी.ए. हैं । पत्नी का नाम जयश्री है । 2 पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं । सुभाषकुमार 35 वर्षीय युवा हैं। नीता जैन पत्नी है । एक पुत्री की मां है । बिनोदकुमार बी कॉप.हैं। पत्नी का नाम नेहा जैन है। एक पुत्र की जननी है । सबसे छोटे पुत्र अशोककुमार बी.ए. हैं । रीता जैन पली है जो एक पुत्री की जननी है। श्री सेठीजी प्रतिदिन पूजा पाठ करते हैं। आपकी पत्नी के शुद्ध खान-पान का नियम है । मुनिभक्त हैं। पता :- भारत माइन्स इन्डस्ट्रीज,मक्तपुर रोड,गिरडीह श्री रामचन्द्र बड़जात्या श्री बड़जात्या जी का विशाल व्यक्तित्व एवं सामाजिक सेवायें उल्लेखनीय है । आप मूलत: चारणवास करणपुर रेनवाल के निवासी हैं लेकिन करीब 50 वर्ष पूर्व आपके पिताजी यहां व्यापार के लिये आए और फिर यहीं के हो गये । आपके पिताजी श्री गंगाबक्स बड़जात्या का निधन मात्र 38 वर्ष की आयु में हो गया तथा माताजी श्रीमती नन्दूदेवी करीब 18 वर्ष पहिले चल बसी । आपका जन्म भादवा सुदी 10 संवत् 1981 में हुआ। कोडरमा में विशारद तक शिक्षा प्राप्त की तथा खाद्यान्न चीनी, तेल एवं वेजिटेबल का व्यवसाय करने लगे जिसमें आपको आशातीत सफलता मिली । सन् 1943 में आपका विवाह श्रीमती उमरावदेवी से हो गया जो कोछोर (राज) के श्री रामचन्द्र छाबड़ा की पुत्री हैं । उनसे आपको चार पुत्र एवं तीन पुत्रियों की प्राप्ति हुई। बड़जात्या जी दि.जैन पंचायत के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। आप तीर्थों के जीणोद्धार में रुचि लेते हैं । सोनागिर सिद्ध क्षेत्र पर कमरों का निर्माण कराया तथा नागरमल मोदी सदन रांची में एक कमरे का निर्माण कराने का यशस्वी कार्य किया। आपकी धर्मपली के शुद्ध खान-पान का नियम है तथा वह मुनियों को आहार देती रहती हैं। आपका पूरा परिवार हो मुनिभक्त हैं। बुंदेलखंड के अतिरिक्त सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री नरेन्द्रकुमार 36 वर्षीय युवा हैं । दि.जैन पंचायत रांची के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं तथा वर्तमान में कार्यकारिणी के सदस्य है । पत्नी का नाम कुसुमदेवी है जो चार पुत्रियों एवं एक पुत्र की मां है । दूसरे पुत्र सुरेन्द्रकुमार बीकॉप. है। उनकी धर्मपत्नी किरनदेवी एक पुत्र की जननी है। तीसरे पुत्र राजेन्द्रकुमार 28 वर्षीय युवा हैं । पत्नी का नाम सरोजदेवी है । आप दो पुत्रों के पिता हैं। चतुर्थ पुत्र संजयकुमार बी.कॉम. कर चुका है। तीनों पुत्रियों अर्चना, आभा एवं अंजना का विवाह हो चुका है। आपके दो बड़े भाई कन्हैयालाल जी 80 वर्ष के है जयपुर में रहते हैं । दूसो भाई भंवरलाल जी 73 वर्षीय है तथा जसपुर रहते हैं। पता : बड़जात्या बदर्स,अपर बाजार,रांची (बिहार)

Loading...

Page Navigation
1 ... 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699